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Bihar Weather Today: बिहार के इन जिलों में फिर बिगड़ने वाला है मौसम, IMD ने जारी किया यलो अलर्ट

Dainik Jagran - May 28, 2025 - 7:22am

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी समेत प्रदेश के अलग-अलग भागों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त पुरवा हवा के कारण उमस भरी गर्मी का असर बना हुआ है। पुरवा के साथ आंशिक बादल छाए रहने से उमस बनी हुई है।

मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित दक्षिण भागों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात के आसार हैं।

जबकि, पूर्वी भागों के पौल, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, कटिहार में आंधी-पानी को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की क्रमिक वृद्धि का पूर्वानुमान है। अगले पांच दिनों के दौरान प्रदेश के अधिसंख्य भागों में आंधी-पानी को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

बीते 24 घंटों के दौरान कटिहार, नालंदा, गया, पूर्णिया, जमुई, रोहतास, खगड़िया, नवादा, मुंगेर, औरंगाबाद, गया में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा दर्ज की गई। कटिहार में सर्वाधिक 105 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

मंगलवार को पटना का अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस एवं 39.0 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना व आसपास इलाकों में पुरवा व आंशिक बादल छाए रहने के कारण उमस भरी गर्मी से परेशान रहे।

इन जगहों पर दर्ज की गई वर्षा
  • राजगीर -87 मिमी
  • कटिहार के कदवा -78.6 मिमी
  • नालंदा के सिलाव -72.6 मिमी
  • गया के टेकारी -50.8 मिमी
  • पूर्णिया के रूपौली -38.2 मिमी
  • सासाराम -31.2 मिमी
  • पूर्णिया -27 मिमी
  • औरंगाबाद के नवीनगर -21.8 मिमी
  • मुंगेर के संग्रामपुर -19.6 मिमी
  • नवादा के वारसलीगंज -19.4 मिमी
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 34.7 27.6 गया 34.9 25.8 भागलपुर 33.8 25.5 मुजफ्फरपुर 33.6 27.0

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PM Modi Patna Visit: पीएम मोदी के रोड शो में 4 घंटे तक बंद रहेंगे कई मार्ग, 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचे यात्री

Dainik Jagran - May 28, 2025 - 7:00am

जागरण संवाददाता, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 मई को पटना में रहेंगे। प्रधानमंत्री का जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा से डुमरा चौकी होते हुए नेहरू पथ, आईपीएस मेस मोड़, हड़ताली मोड़, हाईकोर्ट, आयकर गोलंबर से वीरचंद पटेल पथ स्थित भाजपा कार्यालय तक रोड शो कार्यक्रम प्रस्तावित है।

रोड शो को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने रूट प्लान जारी कर दिया है। रोड शो के दौरान शाम चार बजे से रात आठ बजे तक एयरपोर्ट से जुड़ने वाले मार्ग से लेकर अन्य मुख्य मार्ग पर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। चार मुख्य मार्ग पर रूट डायवर्जन के साथ ही चार घंटे तक सामान्य वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंधित रहेगा।

जिला परिवहन कार्यालय से हवाईअड्डा की तरफ वाहनों का परिचालन पर भी रोक रहेगी। यातायात पुलिस ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि 29 मई को समय से तीन घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने का प्रयास करें।

सगुना मोड़, दानापुर से हड़ताली मोड़, नेहरू पथ जैसे मुख्य मार्ग पर भी सामान्य परिचालन पर रोक लगा दी जाएगी। इसी तरह वीरचंद पटेल पथ पर आर ब्लॉक गोलंबर के नीचे एवं आर ब्लॉक गोलंबर आरओबी उपर से आयकर गोलंबर तक के दोनों फ्लैंक में वाहनों के परिचालन पर रोक रहेगी।

टिकट दिखाने पर एयरपोर्ट की तरफ वाहनों के प्रवेश की अनुमति

शाम चार बजे से रात आठ बजे के बीच हवाई अड्डा की ओर केवल उन वाहनों को प्रवेश करने की अनुमति होगी, जिनके पास वैध फ्लाइट का टिकट होगा। टिकट दिखाने के उपरांत वह पटेल गोलंबर होते हुए एयरपोर्ट तक जा सकेंगे।

डुराम टीओपी से एयरपोर्ट की ओर किसी प्रकार के वाहनों का परिचालन नहीं होगा। रोड शो के दौरान यदि किसी यात्री को एयरपोर्ट जाना अति आवश्यक हो तो वह जिला परिवहन कार्यालय अथवा पटेल गोलंबर पहुंच सकते हैं, वहां से उन यात्रियों को पटना यातायात पुलिस के द्वारा टिकट देखकर एयरपोर्ट पहुंचने में सहायता की जाएगी।

इन मार्गों पर नहीं चलेंगे वाहन

जिला परिवहन कार्यालय से हवाई अड्डा:

जिला परिवहन कार्यालय से हवाई अड्डा की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा।

वैकल्पिक मार्ग:

जिला परिवहन कार्यालय से दक्षिण की ओर से आने सभी वाहन टमटम पड़ाव, फुलवारीशरीफ होते हुए गंतव्य स्थल की ओर जा सकते है।

जिला परिवहन कार्यालय से उत्तर की ओर आने वाले सभी प्रकार के वाहन जिला परिवहन कार्यालय-जगदेव पथ होते हुए अपने गंतव्य स्थल की ओर जा सकेंगे।

सगुना मोड़, दानापुर से राजा बाजार आरओबी:

सगुना मोड़, दानापुर से पूरब हड़ताली मोड़ की ओर आने वाले वाहनों का परिचालन राजा बाजार आरओबी पर प्रतिबंधित रहेगा।

वैकल्पिक मार्ग:

नेहरू पथ पर सगुना मोड़ या दानापुर से पूरब की आने वाले सभी वाहन जगदेव पथ-जिला परिवहन कार्यालय-टमटम पड़ाव-फुलवारीशरीफ होते हुए गंतव्य स्थल की ओर जा सकेंगे।

नेहरू पथ पर सगुना मोड़ या दानापुर से पूरब की ओर आने वाले वाहन उत्तर से आशियाना दीघा रोड से दीघा-कुर्जी-राजापुर पुल-अशोक राजपथ होते हुए गंतव्य स्थल की ओर आ सकेंगे।

डुमरा टीओपी से आयकर गोलंबर तक:

नेहरू पथ पर डुमरा टीओपी से पूरब आयकर गोलंबर तक दोनों फ्लैंक में सभी प्रकार के वाहनों के परिचालन प्रतिबंधित रहेगा।

वैकल्पिक मार्ग:

कंकड़बाग-पटना जंक्शन की ओर पश्चिम की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहन जीपीओ आरओबी उपर- आर ब्लॉक आरओबी उपर-गर्दनीबाग आरओबी से अनिसाबाद गोलंबर होते हुए गंतव्य स्थल की ओर जा सकेंगे।

नेहरू पथ पर डाकबंगला से पश्चिम की ओर जाने वाले वाहन उत्तर बुद्ध मार्ग-पुलिस लाइन तिराहा-राजापुर पुल-अशोक राजपथ होते हुए गंतव्य तक जा सकेंगे।

डाकबंगला से पश्चिम की ओर जाने वाले वाहन कोतवाली टी-जीपीओ आरओबी-आर ब्लॉक आरओबी-गर्दनीबाग आरओबी उपर से अनिसाबाद गोलंबर की ओर जा सकेंगे।

30 मई को समय से एक घंटे पहले पहुंचे जाए हवाई अड्डा

रोड शो के बाद दूसरे दिन 30 मई को प्रधानमंत्री का राजभवन, पटेल गोलंबर से जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डा प्रस्थान कार्यक्रम प्रस्तावित है।

30 मई की सुबह नौ बजे से 10 बजे तक वीवीआइपी मूवमेंट की वजह से हवाई अड्डा से फ्लाइट लेने वाले यात्री, जिनको पटेल गोलंबर से होकर हवाई अड्डा जाना है, वह एक घंटे पूर्व डुमरा टीओपी से पटना हवाई अड्डा पहुंच जाए।

वीवीआईपी मूवमेंट की वजह से पटेल गोलंबर से पश्चिम शहीद पीर अली मार्ग से हवाई अड्डा की ओर आने वाले सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। इसी तरह वेटनरी कॉलेज से पूरब की ओर शहीद पीर अली मार्ग से हवाई अड्डा की ओर जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन प्रतिबंध रहेगा।

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Is the recent dip in Indian markets simply a bull market correction?

Business News - May 28, 2025 - 6:02am
Mumbai: The stock market often thrives on narratives. When there is limited hard evidence to sell a story in the market, a narrative takes root, giving investors clarity and conviction to make sense of ongoing events. In India, as equities claw their way out of six punishing months, a new narrative that's gaining ground is: the recent market decline was merely a 'bull market correction'. For many bruised investors, the interpretation is comforting. But in a world riddled with complexities-from the haze over the economic fallout of US tariffs to the US debt problem-this interpretation risks masking deeper issues in the background.Since April, Donald Trump's tariff policy has been the biggest driver of the market. After tumbling in response to the US president's reciprocal tariff announcement in early April, the market has seen a relief rally after the US paused the tariffs for 90 days and initiated negotiations with China. The rebound helped Nifty cross the 25,000 level for the first time in seven months recently, while foreigners are on track to have made the highest monthly purchases so far in 2025 in May, prompting a section of the market to believe that the bull market has picked up from where it left off last year.The recent momentum, if uninterrupted, may well carry the market to levels beyond the comprehension of most. Still, a rally fuelled by rotation of hot money can't be confused with a bull market. Long-term foreign money is far from bullish on India for now. Though global fund managers acknowledge the country's economic growth prospects are superior to peers in the region, they contend this is not enough to justify the rich share valuations, as reflected in the commentaries of various global macro watchers. Ajay Rajadhyaksha, global chairman of research at Barclays, said in a recent interview that India's macroeconomic environment over the last 6-9 months has not been terrible, but it's mediocre relative to where it was 18 months ago. In another interview, Christy Tan, MD and investment strategist, APAC, Franklin Templeton Institute, said for the Indian equity markets to go from strength to strength, there must be stronger economic drivers, and those are missing.Clearly, the discomfort over slower growth and rich valuations is evident. This has been reflected in the actions of knowledgeable investors recently. In the March quarter, most of the large individual investors held back on large stock purchases-a telling sign of the smart money restraint.Similarly, in most recent large bulk deals-where company promoters have sold their stakes-it's mostly been domestic mutual funds that have been buyers. Most overseas funds have not participated in such deals. It's not because local fund managers are super bullish. Most of them are forced purchases to deploy the uninterrupted flow of local money into their schemes.So, why are promoters, big individual investors and global investors treading cautiously while domestic bulls charge ahead? It's the uncertainty over the effect of the US tariffs on the global economy. These days, seasoned money managers prefer to take every quarter as it comes to gauge the impact of delayed fresh investments and dampening CEO confidence. US tariffs are still three to five times higher than they were before Trump returned to power, amplifying the risks of stagflation-a combination of high inflation, stagnant economic growth, and elevated unemployment. And Trump's pause on tariffs is to end on July 9.The heightened risk perception is also driving a shift in global asset allocation. After years of being overlooked, fixed income is once again central to investor portfolios. Safety is taking precedence over aggressive growth. In India, this shift is playing out through a pivot toward hybrid products. Domestic fund managers are increasingly pushing multi-asset allocation funds and arbitrage-based hybrids over pure equity schemes.As the US grapples with its mounting debt burden, rising Treasury yields, and a weakening dollar, global investors are reassessing risk. Bonds are back in favour, and capital is shifting to safer terrain. Historically, a falling dollar has triggered flows into emerging markets like India and China-but this time, investors are revisiting familiar playbooks more cautiously. That said, short bursts of foreign inflows into markets like India remain possible, as we're seeing now. But in uncertain times as these, such flows shouldn't be mistaken for sticky capital. As always, hot money buys the dip and sells the rip.
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मोबाइल पर SMS देख रह गए दंग, पटना में कई का ड्राइविंग लाइसेंस रद; गलती नजरअंदाज करना पड़ा भारी

Dainik Jagran - May 28, 2025 - 6:00am

मृत्युंजय मानी, पटना। जिला परिवहन पदाधिकारी उपेंद्र कुमार पाल ने मंगलवार को परिवहन अधिनियम का उल्लंघन करने वाले 237 चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस को स्पष्टीकरण के साथ निलंबित कर दिया। सभी के पास एसएमएस के माध्यम से सूचना भी दे दी गई। 29 मई से नौ जून के बीच में निलंबित लाइसेंस वालों को स्पष्टीकरण का जवाब जिला परिवहन पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर देना पड़ेगा।

नौ जून के बाद स्वत: स्थायी तौर पर रद हो जाएगा

जो जवाब नहीं देंगे, उनका लाइसेंस नौ जून के बाद स्वत: स्थायी तौर पर रद हो जाएगा। अन्य के मामले में सुनवाई के बाद जिला परिवहन पदाधिकारी फैसला लेंगे। जिला परिवहन पदाधिकारी ने 69 लाइसेंस जो देश के दूसरे राज्यों में बना है, उसे यातायात एसपी को वापस करते हुए उक्त राज्यों में लाइसेंस रद करने की अनुशंसा का आग्रह किया गया है। लाइसेंस रद की कार्रवाई बड़े स्तर पर पहली बार हुआ है।

15 बार तक जुर्माना लगा है

306 लाइसेंस में से अधिकांश पर परिवहन अधिनियम के उल्लंघन करने के बाद 15 बार तक जुर्माना लगने वाले शामिल हैं। इसके साथ लहकरियाकट बाइक चलाने वाले शामिल है। पटना स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से वाहन पर दूसरे सवारी को बिना हेल्मेट के चलाने, सीट बेल्ट नहीं लगाने, रांग साइड चलने, लहेरिया कट गाड़ी चलाने सहित कई कारणों के कारण बार-बार जुर्माना होते गया।

इसके बाद भी सचेत नहीं होने का आरोप है। सबको जिला परिवहन कार्यालय में अपना पक्ष रखने के लिए तिथि दिया गया है। सबको एसएमएस से सूचना दे दी गई है। एसएमएस जाते ही लोग जिला परिवहन कार्यालय आना शुरू हो गए हैं।

तीन हजार लाइसेंस रद करने की है अनुशंसा 

यातायात पुलिस ने तीन हजार और लाइसेंस रद करने की अनुशंसा भेजी है। अनुशंसित लाइसेंस की जांच की जा रही है। जांचोपरांत ही जिला परिवहन पदाधिकारी लाइसेंस रद करने का फैसला लेंगे। इसपर भी जल्द ही फैसला आएगी।

पहले दस हजार लाइसेंस वापस कर चुका है जिला परिवहन कार्यालय

यातायात पुलिस पहले दस हजार लाइसेंस को रद करने के लिए भेजा था। उसका कोई आधार नहीं दिया गया था। जिला परिवहन कार्यालय सुझाव के साथ इसे वापस कर दिया था। सुझाव के अनुसार यातायात पुलिस जिला परिवहन कार्यालय को लाइसेंस रद करने की दूबारा अनुशंसा की। उसपर कार्रवाई हो रही है।

तीसरी आंख से रखी जा रही नजर

जिला परिवहन पदाधिकार उपेंद्र कुमार पाल ने कहा कि परिवहन एवं यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों पर तीसरी आंख नजर रख रही है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड शहर के विभिन्न हिस्साें में सीसीटीवी कैमरा लगाया है। कंट्रोल एंड कमांड कमांड सेंटर से सीसीटीवी जुड़ा है।

आटोमेटिक जुर्माना हो रहा

नियमों के उल्लंघन करने वालों पर आटोमेटिक जुर्माना हो रहा है। इस जुर्माने की राशि को भरना ही पड़ेगा। अन्यथा प्रदूषण प्रमाण पत्र नहीं बन पाएगा। नियम का पालन करते हुए वाहन चलाना है, अन्यथा जुर्माना होगा। जुर्माना की राशि नहीं भरने पर लाइसेंस रद कर दिया जाएगा।

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बड़ी तैयारी: जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ मानसून सत्र में आ सकता है महाभियोग प्रस्ताव, सरकार कर रही विचार

Dainik Jagran - National - May 28, 2025 - 5:36am

 जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास से भारी मात्रा में नकदी मिलने के मामले में हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। माना जा रहा है कि उन्हें पद से हटाने की तैयारी चल रही है।

जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव

पता चला है कि सरकार संसद के मानसून सत्र में जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव ला सकती है। गत आठ मई को भारत के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने जस्टिस वर्मा के घर नकदी मिलने के मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा था और उसके साथ ही तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट भी उन्हें भेजी थी।

न्यायाधीश को संसद में महाभियोग लाकर ही हटाया जा सकता है

जस्टिस खन्ना ने आंतरिक कमेटी की रिपोर्ट पर जस्टिस यशवंत वर्मा का जवाब भी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से साझा किया था। माना जा रहा है कि जस्टिस खन्ना ने अपने पत्र में जस्टिस यशवंत वर्मा को पद से हटाने की सिफारिश की थी।

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीश को संसद में महाभियोग लाकर ही हटाया जा सकता है। वैसे महाभियोग की प्रक्रिया काफी जटिल है और आज तक कोई भी न्यायाधीश इस प्रक्रिया से नहीं हटाया गया है।

घटना के वक्त जस्टिस वर्मा दिल्ली हाई कोर्ट में कार्यरत थे

घटना के वक्त जस्टिस वर्मा दिल्ली हाई कोर्ट में कार्यरत थे, आजकल उनका तबादला इलाहाबाद हाई कोर्ट कर दिया गया है। जस्टिस वर्मा के दिल्ली स्थित सरकारी आवास में 14 मार्च की रात 11.35 पर आग लग गई थी। अग्निशमन टीम को आग बुझाने के दौरान उनके आवास में स्थित एक स्टोर रूप में भारी मात्रा में जली हुई नकदी मिली थी।

जांच रिपोर्ट सीजेआई को सौंपी गई

तत्कालीन सीजेआई संजीव खन्ना ने मामले की जांच के लिए तीन न्यायाधीशों की कमेटी गठित की थी। कमेटी ने गत चार मई को अपनी रिपोर्ट सीजेआई को सौंप दी थी। माना जा रहा है कि तीन न्यायाधीशों की कमेटी ने जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों को सही पाया। हालांकि जस्टिस वर्मा ने पहले ही आरोपों से इन्कार करते हुए इसे उन्हें फंसाने की साजिश बताया था।

तत्कालीन सीजेआइ ने कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत का पालन करने हुए वह रिपोर्ट जस्टिस वर्मा को भेजी थी और उनसे उस पर जवाब भी मांगा था। जस्टिस वर्मा ने छह मई को अपना जवाब सीजेआई को सौंप दिया था।

जस्टिस संजीव खन्ना ने राष्ट्रपति को भेजी रिपोर्ट

यह भी माना जा रहा है कि जस्टिस वर्मा के पद से इस्तीफा देने से मना करने के बाद जस्टिस संजीव खन्ना ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखा और तीन न्यायाधीशों की कमेटी की रिपोर्ट भी उन्हें भेजी।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहले ही कई मौकों पर जस्टिस वर्मा के घर बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के मामले में एफआइआर दर्ज करके जांच शुरू न होने पर सवाल उठा चुके हैं।

संसद में महाभियोग का प्रस्ताव लाने की तैयारी में सरकार

अब बताया जा रहा है कि सरकार भी जस्टिस वर्मा के खिलाफ संसद में महाभियोग का प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। मानसून सत्र में सरकार महाभियोग का प्रस्ताव ला सकती है।

वैसे बताते चलें कि जिस दिन तत्कालीन सीजेआइ संजीव खन्ना ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखा था और तीन न्यायाधीशों की आंतरिक कमेटी की रिपोर्ट व जस्टिस वर्मा का जवाब उन्हें भेजा था, तभी इसे महाभियोग प्रक्रिया की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा था।

दोषी पाए जाने पर आरोपी जज के सामने दो ही विकल्प

विशेषज्ञों का कहना है कि तीन सदस्यीय आंतरिक जांच कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर आरोपी जज के सामने दो ही विकल्प होते हैं कि या तो वह पद से इस्तीफा दें या फिर महाभियोग का सामना करें।

वैसे तो आठ मई को सुप्रीम कोर्ट की जारी विज्ञप्ति में स्पष्ट नहीं है कि सीजेआइ ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को क्या लिखा है लेकिन माना जा रहा है कि तय प्रक्रिया के मुताबिक उन्होंने जस्टिस वर्मा को हटाने का प्रस्ताव शुरू करने की ही सिफारिश की होगी।

जस्टिस वर्मा से न्यायिक कामकाज वापस लिया जा चुका है

सीजेआइ के कहने पर जस्टिस वर्मा से न्यायिक कामकाज वापस लिया जा चुका है। बता दें कि इस मामले में तत्कालीन सीजेआइ खन्ना ने शुरुआत से ही सख्त रुख अपनाया था।

उन्होंने जस्टिस वर्मा के घर नकदी मिलने के मामले में पहले दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से रिपोर्ट मांगी थी और जस्टिस वर्मा से भी जवाब मांगा गया था। दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने सीजेआइ को भेजी रिपोर्ट में मामले की गहराई से जांच की जरूरत बताई थी जबकि जस्टिस वर्मा ने आरोपों को गलत बताते हुए उन्हें फंसाने की कोशिश बताया था।

जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों की जांच को बनाई कमेटी

सीजेआइ ने ये सारी सामग्री सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दी थी, ऐसा पहली बार हुआ। इसके बाद सीजेआइ ने जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जीएस संधवालिया और कर्नाटक हाई कोर्ट की न्यायाधीश अनु शिवरामन की तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी, जिसने तीन मई को अपनी रिपोर्ट सीजेआइ को सौंप दी थी।

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भारत ड्रोन उत्पादन बढ़ाने के लिए तीन गुना करेगा निवेश, पाकिस्तान इस काम के लिए चीन और तुर्किए पर निर्भर

Dainik Jagran - National - May 28, 2025 - 5:31am

 रॉयटर, नई दिल्ली। हालिया संघर्ष में बड़े पैमाने पर ड्रोन के इस्तेमाल के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों ड्रोन हथियारों की रेस में शामिल हो गए हैं। पाकिस्तान जहां इसके लिए चीन और तुर्किए पर निर्भर है, वहीं भारत ने इसके लिए घरेलू उद्योग में निवेश करने का फैसला किया है।

घरेलू स्तर पर ड्रोन उत्पादन बढ़ेगा

भारत अगले एक से दो वर्ष में घरेलू स्तर पर ड्रोन उत्पादन बढ़ाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर से पहले की तुलना में लगभग तीन गुना यानी लगभग चार हजार करोड़ रुपये (47 करोड़ डॉलर) का निवेश कर सकता है।

15 लोगों का साक्षात्कार किया गया

'रॉयटर' ने इस संबंध में दोनों देशों में सुरक्षा अधिकारियों, उद्योग के कार्यकारी अधिकारियों और विश्लेषकों समेत 15 लोगों का साक्षात्कार किया। उनमें से दो ने कहा कि दोनों परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों ने ड्रोन का अधिक उपयोग किया क्योंकि छोटे पैमाने पर ड्रोन हमले सैनिकों को जोखिम में डाले बिना या अनियंत्रित तनाव को भड़काए बिना लक्ष्य को निशाना बना सकते हैं।

भारत में 550 से अधिक कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ड्रोन फेडरेशन इंडिया के स्मित शाह ने कहा कि भारत अगले 12 से 24 महीनों में ड्रोन पर 47 करोड़ डॉलर से अधिक खर्च कर सकता है।

भारत ने सैन्य खरीद के लिए 4.6 अरब डॉलर स्वीकृत किए

भारत ने इसी महीने आपातकालीन सैन्य खरीद के लिए 4.6 अरब डॉलर स्वीकृत किए हैं। मामले से जुड़े दो अधिकारियों ने बताया कि इसमें से कुछ राशि काम्बैट और सर्विलांस ड्रोन पर खर्च की जा सकती है।

यूएवी कंपनी आइडिया फोर्ज टेक्नोलाजी के वाइस प्रेसिडेंट विशाल सक्सेना ने कहा कि भारत में रक्षा खरीद में वर्षों लगते हैं, लेकिन आजकल अधिकारी अभूतपूर्व गति से ड्रोन निर्माताओं को ट्रायल और डेमोस्ट्रेशन के लिए बुला रहे हैं।

भारत यूएवी बैटरी के लिए चीन पर निर्भर

चार भारतीय ड्रोन निर्माताओं और अधिकारियों ने कहा कि एक कमजोरी का समाधान कठिन है। वह है भारतीय ड्रोन कार्यक्रम की चीन से आयातित अहम कंपोनेंट्स पर निर्भरता। ड्रोन फेडरेशन इंडिया के शाह ने कहा कि भारत यूएवी बैटरी के लिए चीन निर्मित मैग्नेट और लिथियम पर निर्भर है।

आइडिया फोर्ज के सक्सेना ने कहा, ''आपूर्ति श्रृंखला का शस्त्रीकरण भी मुद्दा है।''डिफेंस इंटेलीजेंस कंपनी जेंस के ओशी मजूमदार ने कहा कि पाकिस्तान मौजूदा संबंधों को बढ़ावा देकर घरेलू ड्रोन अनुसंधान और उत्पादन क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए चीन एवं तुर्किए के साथ सहयोग को तेज कर सकता है।

पाकिस्तान पूरी तरह से चीन पर निर्भर

पाकिस्तानी सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान अपने नेशनल एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलाजी पार्क और तुर्किए की डिफेंस कांट्रेक्टर बायकर के बीच सहयोग पर निर्भर है, जो स्थानीय रूप से यीहा-3 ड्रोन को असेंबल करता है।

देश में विकसित होगा इलेक्टि्रक 2-सीटर प्रशिक्षण विमान

केंद्रीय मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत ने अगली पीढ़ी के दो सीट वाले इलेक्टि्रक हंस (ई-हंस) विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्वदेशी रूप से विकसित ई-हंस प्रशिक्षण विमान की लागत लगभग दो करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, जो आयातित विमानों की तुलना में काफी कम है।

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Monsoon: भारी बारिश से केरल समेत कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त, महाराष्ट्र में छह की मौत; जानें दिल्ली का हाल

Dainik Jagran - National - May 28, 2025 - 5:30am

 जेएनएन, नई दिल्ली। भारी मानसूनी बारिश से कई राज्यों में जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। एक ओर जहां फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है वहीं इससे लोगों की मौतें भी हुई हैं। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में मंगलवार को भारी बारिश के बीच पांच लोगों की मौत हो गई। चार की डूबने से जबकि एक अन्य की मौत करंट लगने से हो गई।

नांदेड़ और बीड जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति

मुंबई में भी पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बारिश ने नांदेड़ और बीड जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर दी है। इसके अलावा मराठवाड़ा के कुछ अन्य क्षेत्रों में भी जलभराव हो गया है।

राजस्व विभाग के अधिकारी ने बताया कि नांदेड़ जिले के हडगांव तहसील में बादल फटने जैसी घटना सामने आई है। दो घंटे की भारी बारिश ने लातूर शहर में भी तबाही मचाई।

भारी बारिश से केरल में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त

मुंबई में भारी बारिश से लगभग 70 पेड़ों के गिरने की घटनाएं दर्ज की गईं। भारी बारिश से केरल में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर रेल और सड़क यातायात बाधित हुआ है।

कई स्थानों पर फसलों को भारी नुकसान हुआ है। राज्य में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। तेज हवाएं भी चल रही हैं। तिरुअनंतपुरम की ओर जाने वाली वंदेभारत सहित कई अन्य ट्रेनें अपने गंतव्यों पर देर से पहुंचीं। नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।

वायनाड जिले के कई क्षेत्रों में बाढ़

उत्तरी वायनाड जिले के कई क्षेत्रों में कई घर बाढ़ में डूब गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने कोझीकोड, कन्नूर और वायनाड जिलों में रेड अलर्ट और पथानामथिट्टा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और कासरगोड में आरेंज अलर्ट जारी किया है।

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तमिलनाडु भी भारी बारिश से प्रभावित

वहीं तमिलनाडु भी भारी बारिश से प्रभावित हुआ है। नीलगिरी में लगातार तीसरे दिन हो रही बारिश से 17 घर क्षतिग्रस्त हो गए। 275 लोगों को अस्थाई राहत शिविरों में भेजा गया है। वहां पानी और बिजली की आपूर्ति को बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

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आंधी-बारिश थमते ही दिल्ली-NCR में बदला मौसम का मिजाज

आंधी-बारिश का दौर थमते ही दिल्ली में एक बार फिर गर्मी बढ़ने लगी है। तेज धूप में उमस भी गर्मी की चुभन बढ़ा रही है। मौसम विभाग की मानें तो गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। शुक्रवार रात से एक बार फिर आंधी-बारिश का दौर शुरू होने का अनुमान है।

इस बीच मंगलवार को दिनभर आसमान साफ ​​रहा और तेज धूप भी निकली। अधिकतम तापमान सामान्य से 3.0 डिग्री कम 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 25.6 डिग्री रहा। हवा में नमी का स्तर 87 से 46 फीसद रहा।

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मणिपुर में उग्रवादियों को हथियार मुहैया कराते थे मिजोरम के तीन तस्कर, NIA ने दाखिल किया आरोपपत्र

Dainik Jagran - National - May 28, 2025 - 2:46am

 पीटीआई, नई दिल्ली। एनआइए ने मिजोरम में उग्रवादियों को अवैध हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की आपूर्ति और तस्करी के मामले में तीन और आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।

तीनों आरोपित मिजोरम के रहने वाले

उन्होंने बताया कि तीनों की पहचान मिजोरम के रहने वाले वनलालदैलोवा, लालमुआनपुइया और लालरिनचुंगा उर्फ अल्बर्ट के रूप में हुई है। उनके आवासों पर तलाशी के दौरान हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री जब्त करने के बाद उन्हें छह दिसंबर, 2024 को गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारियों ने दावा किया कि जांच से पता चला कि तीनों ने उग्रवादी समूहों को हथियार मुहैया करा कर मणिपुर में जातीय हिंसा को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई थी।

आरोपितों ने हथियार खरीदने को जुटाया धन

आरोपितों ने इसके लिए धन जुटाया और इस धनराशि का इस्तेमाल उग्रवादी गतिविधियों और हथियार खरीदने के लिए किया, जिससे सार्वजनिक व्यवस्था और राष्ट्रीय अखंडता को खतरा पैदा हो।

अवैध रूप से हथियार खरीदने और आपूर्ति करने की साजिश रची थी

एनआइए के एक बयान में कहा गया है कि लाइसेंसी हथियार विक्रेता (मेसर्स इजराइल आ‌र्म्स एंड एम्युनिशन, सेरछिप) वनलालदैलोवा ने मिजोरम के दो अन्य सह आरोपितों लालंगईहावमा और लालमुआनावमा के साथ मिलकर उग्रवादी गतिविधियों में इस्तेमाल के लिए सीमा पार और मणिपुर में अवैध रूप से हथियार खरीदने और आपूर्ति करने की साजिश रची थी।

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Kerala: केरल के मंदिर में RSS के गीत गाए जाने पर मचा बवाल, टीडीबी ने भंग की समिति

Dainik Jagran - National - May 28, 2025 - 2:44am

 पीटीआई, तिरुवनंतपुरम। केरल के त्रावणकोर क्षेत्र में मंदिरों के शीर्ष निकाय 'त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड' ने हाल ही में आयोजित एक संगीत समारोह के दौरान आरएसएस के 'गण गीतम' (प्रार्थना गीत) के गायन के बाद एक मंदिर की सलाहकार समिति को भंग कर दिया।

मंदिर की सलाहकार समिति के खिलाफ की गई

यह कार्रवाई कोल्लम में कोट्टुक्कल मंजिपुझा मंदिर की सलाहकार समिति के खिलाफ की गई, जिसका प्रबंधन बोर्ड द्वारा किया जाता है। मंगलवार को जारी बोर्ड के बयान में कहा गया कि यह फैसला मंदिर परिसर में 'गण गीतम' के गायन और राजनीतिक और सांप्रदायिक संगठनों के झंडे लगाने की जांच के बाद लिया गया।

बोर्ड ने पाया कि सलाहकार समिति ने दोनों घटनाओं के संबंध में गंभीर चूक की है। इसमें कहा गया है कि मौजूदा आदेश के तहत बोर्ड के नियंत्रण वाले मंदिरों और मंदिर परिसरों में राजनीतिक और सांप्रदायिक संगठनों के झंडे लगाने पर सख्त मनाही है।

सांप्रदायिक संगठनों की विचारधारा का मंदिर परिसर में न हो उपयोग

बयान में कहा गया है कि राजनीतिक या सांप्रदायिक संगठनों की विचारधारा के प्रचार के लिए मंदिर परिसर का उपयोग करने पर भी प्रतिबंध है।

बोर्ड ने आगे चेतावनी दी कि इस आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस ने उठाए सवाल

कोट्टुक्कल मंदिर में एक संगीत समारोह के दौरान आरएसएस के 'गण गीतम' के गायन ने हाल ही में विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें विपक्षी कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।

यह गीत कथित तौर पर एक पेशेवर संगीत मंडली के सदस्यों द्वारा मंदिर में वार्षिक उत्सव के एक भाग के रूप में आयोजित 'गण मेला' (संगीत समारोह) के दौरान प्रस्तुत किया गया था।

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Tamil Nadu : चेन्नई में चलते-चलते अचानक बीच में रुका रोलर कोस्टर, तीन घंटे फंसी रही 30 लोगों की जान

Dainik Jagran - National - May 28, 2025 - 2:41am

 डिजिटल डेस्क, चेन्नई। तमिलनाडु के चेन्नई में सोमवार शाम को ईस्ट कोस्ट रोड पर स्थित एक निजी मनोरंजन पार्क में उस समय हड़कंप मच गया तब रोलर कोस्टर में चलते चलते अचानक खराबी आ गई। चेन्नई के एक निजी मनोरंजन पार्क में रोलर कोस्टर में खराबी आने के बाद आठ बच्चों और दस महिलाओं सहित तीस लोग लगभग तीन घंटे तक फंसे रहे।

पार्क के कर्मचारियों ने तुरंत आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया

राइड के संचालन में खराबी आने के बाद पार्क के कर्मचारियों ने तुरंत आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया और बचाव कार्य शुरू करने के लिए अग्निशमन और बचाव सेवाओं की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं।

फंसे हुए लोगों को एक-एक करके सुरक्षित नीचे उतार लिया

अधिकारियों के अनुसार, फंसे हुए लोगों को एक-एक करके सुरक्षित नीचे उतार लिया गया है। इस बचाव अभियान में एक विशाल क्रेन का इस्तेमाल किया गया। अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

घटना शाम छह बजे की

यह घटना शाम करीब 6 बजे हुई जब “टॉपगन” रोलर कोस्टर तेज आवाज के बाद अचानक लगभग 50 फीट की ऊंचाई पर रुक गया।

मनोरंजन पार्क के कर्मचारियों ने क्रेन का उपयोग करके सवारियों को बचाने का प्रयास किया। लेकिन उपकरण आवश्यक ऊंचाई तक पहुंचने में असमर्थ था। इसके बाद अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई।

एक घंटे तक चला बचाव अभियान

बचाव कार्य रात करीब 8.30 बजे शुरू हुआ और एक घंटे तक चला। अग्निशमन कर्मियों ने सवारी में फंसे लोगों को बिस्किट और पानी वितरित किया और फिर उन्हें सुरक्षित नीचे उतारा।

पुलिस करेगी मामले की जांच

घटनास्थल पर मौजूद मेडिकल टीमों ने बचाए गए लोगों को प्राथमिक उपचार दिया, जिनमें से किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई। अड्यार के पुलिस उपायुक्त पोन कार्तिक कुमार ने बचाव अभियान की निगरानी की। नीलांकराय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मनोरंजन पार्क की सुरक्षा प्रथाओं की जांच शुरू कर दी है।

एक जांच अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक निष्कर्षों से पता चलता है कि सवारी का उचित रखरखाव नहीं किया गया था और इसमें पहले से ही यांत्रिक समस्याएं थीं, जिन्हें ऑपरेटरों ने अनदेखा कर दिया था।

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खान सर ने कर ली शादी? ऑनलाइन क्लास में खुद किया खुलासा; वीडियो हो रहा वायरल

Dainik Jagran - May 28, 2025 - 2:37am

 पीटीआई, पटना। Khan Sir marriage: बिहार के फेमस टीचर खान सर ने आखिरकार शादी कर ली है। उन्होंने खुद अपने छात्रों को ये खुशखबरी ऑनलाइन क्लास के दौरान दी। खान सर ने बताया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान शादी की।

वीडियो हो रहा वायरल

वीडियो में वे दो जून को पटना में रिसेप्शन की बात कह रहे हैं। इसके साथ ही छात्रों के लिए छह जून को भोज देने की बात है। शादी की खबर सामने आने के बाद सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि खान सर की पत्नी कौन हैं। हालांकि वायरल हो रहे वीडियो की दैनिक जागरण पुष्टि नहीं करता है।

वीडियो में कही ये बात

वीडियो क्लिप में, वे अपनी कक्षा के छात्रों से कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, "मैंने आप लोगों को एक बात नहीं बताई, जब युद्ध चल रहा था, तब मैंने शादी कर ली। छात्रों को यह खबर सुनकर खुशी से झूमते हुए सुना जा सकता है। इसके बाद खान सर को उन्हें शांत करने में काफी मुश्किल हो रही थी।

उन्होंने कहा कि शुरू में मैं शादी को टालना चाहता था और जाकर सीमा पर दुश्मन से लड़ने वाले सैनिकों की मदद करना चाहता था। लेकिन मेरे माता-पिता ने सब कुछ तय कर लिया था और वे परेशान थे।

खान सर ने अपने छात्रों को दावत का वादा किया

आगे वीडियो में बोले कि आखिरकार, मैंने अपनी बात मान ली। मैंने पाकिस्तानियों को उनके अचानक हमले के लिए कोसा और शादी करने के लिए तैयार हो गया, लेकिन इस शर्त पर कि किसी को भी आमंत्रित नहीं किया जाएगा और इसके बाद खान सर ने अपने छात्रों को दावत का वादा किया।

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