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Bihar Politics: अपने पुराने गढ़ में एक जीत की बाट जोहती RJD, क्या इस बार हाथ लगेगी सफलता, पढ़िए पुराना रिकॉर्ड
सुनील राज, पटना। बिहार के कई ऐसे संसदीय क्षेत्र हैं, जिनमें किसी दौर में राष्ट्रीय जनता दल का दबदबा था। लेकिन, समय के थपेड़ों और राजनीति की बदलती दिशा में उसके ये किले समय-समय पर ध्वस्त होते गए। ऐसा ही एक किला है सिवान लोकसभा क्षेत्र। 2009 में राजद का यह किला एक बार ध्वस्त हुआ तो दोबारा यहां अपना दबदबा बनाए रखना राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के लिए एक सपना बनकर रह गया।
सिवान लोकसभा क्षेत्र में करीब डेढ़ दशक से राजद अपने पुराने गढ़ में एक जीत की बाट जोह रहा है।सिवान संसदीय क्षेत्र पर करीब 1957 से 1977 तक राष्ट्रीय कांग्रेस का सिक्का चला। जिसे 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के टिकट पर मृत्युंजय प्रकाश ने तोड़ा।
हालांकि, 1980 के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस यहां से उठी जरूर, लेकिन ज्यादा दिनों तक टिकी नहीं। पहले भाजपा के जनार्दन तिवारी और इसके बाद 1991 में जनता दल के उम्मीदवार बृशिण पटेल ने इस क्षेत्र से कांग्रेस को करीब-करीब बाहर का रास्ता दिखा दिया।
1996 का दौर आते-आते इस क्षेत्र पर पहले जनता दल और बाद में राजद का पूरा कब्जा हो गया। सिवान संसदीय क्षेत्र में 1996 में जनता दल ने शहाबुद्दीन को टिकट देकर मैदान में उतारा। 1998 में एक बार फिर हुए लोकसभा चुनाव में शहाबुद्दीन ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा।
1996 में जीत के बाद से लेकर 2009 तक यहां शहाबुद्दीन का दौर रहा। वे यहां से चार बार सांसद चुने गए। लेकिन, आपराधिक मामलों में एक बार शहाबुद्दीन सलाखों के पीछे गए तो फिर जीवित बाहर नहीं आ पाए। शहाबुद्दीन की जेल यात्रा के बीच राजद ने 2009 में उनकी पत्नी हेना शहाब को उम्मीदवार बनाया। परंतु वे निर्दलीय प्रत्याशी ओमप्रकाश से पराजित रहीं।राजद के लिए सिवान से हार बड़ा झटका थी।
लेकिन, पार्टी को अंदाजा नहीं था कि उसका यह किला अब ध्वस्त हो चुका है। पांच साल बाद हुए चुनाव में राजद ने एक बार फिर हेना को टिकट दिया। मुकाबला होना था भाजपा के उम्मीदवार ओमप्रकाश से और वे जीत भी गए। ओमप्रकाश निर्दलीय जीतने के बाद 2014 के चुनाव में भाजपा में आ चुके थे और पार्टी ने उन्हें हेना के मुकाबले के लिए फिर मैदान में उतारा। हेना एक बार फिर पराजित रहीं।
2019 में सिवान संसदीय सीट भाजपा के पाले से निकल कर जदयू के पस चली गई। जदयू ने 2019 के चुनाव में राजद उम्मीदवार हेना के खिलाफ मैदान में कविता सिंह को उतारा। कविता जदयू के लिए तुरूप का इक्का बनीं और वे चुनाव जीत भी गईं। अब जबकि 2024 का चुनाव हो रहा है तो राजद ने एक बार फिर हेना को उम्मीदवार बाने का निर्णय लिया था।
लेकिन, हेना ने राजद की बजाय निर्दलीय चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है।राजद ने सिवान संसदीय सीट का जिम्मा अवध बिहारी चौधरी को दिया है। जिनका मुकाबला जदयू की विजयलक्ष्मी देवी से होना है। जाहिर है, यहां इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा।
अवध बिहारी चौधरी राजद के पुराने कद्दावर साथी रहे हैं। उनके ऊपर इस लोकसभा क्षेत्र में जीत की जिम्मेदारी है। लेकिन, लोगों का आकलन है कि यदि हेना निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरीं तो मुश्किलें दोनों गठबंधनों को होंगी। सवाल यह है कि बीते डेढ़ दशक से जिस किले को राजद वापस जीतना चाहता है उसपर उसे जीत मिलेगी या नहीं। जाहिर है इसका यह फैसला यहां की जनता यहां के मतदाताओं पर निर्भर करेगा।
सिवान संसदीय सीट पर कब किसका कब्जा
1957-1967- कांग्रेस
1977 - जनता पार्टी
1980 और 1984- कांग्रेस
1989 - भजपा
1991 - जनता दल
1996 - जनता दल
1998-2004- राजद
2009 - निर्दलीय
2014 - भाजपा
2019 - जदयू
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ऑनलाइन डेस्क, पटना। तेजस्वी यादव के कथित तौर पर एनडीए को वोट देने की अपील वाले बयान पर बिहार की सियासत में घमासान मचा हुआ है। तेजस्वी के बयान पर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि पूर्णिया सीट को लालू-तेजस्वी ने अपनी नाक का सवाल बना लिया है। तेजस्वी का यह बयान इसी झुंझलाहट का नतीजा है।
हालांकि तेजस्वी यादव ने अपने बयान पर अब सफाई दी है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम वही तेजस्वी यादव हैं, जिसने आईएनडीआईए गठबंधन बनाने के लिए नीतीश कुमार के साथ देशभर में दौरा किया था। भाजपा को हराने के लिए ही हमने नीतीश जी को सीएम बनाने का काम किया था।"
तेजस्वी ने दावा किया कि बिहार में अगर भाजपा किसी से डरती है, तो वह राष्ट्रीय जनता दल से डरती है। अपने बयान का बचाव करते हुए तेजस्वी ने कहा कि इस देश में सिर्फ दो विचारधारा के बीच लड़ाई है, आईएनडीआईए और एनडीए...। आईएनडीआईए संविधान बचाना चाहता है और एनडीए संविधान खत्म करना चाहता है।
तेजस्वी ने आगे कहा कि ये संविधान बचाने का चुनाव है और जो आईएनडीआईए के साथ नहीं है, वह चाहे दल हो या व्यक्ति विशेष... वो संविधान के खिलाफ है।
तेजस्वी ने पूर्णिया में क्या कहा था?बता दें कि तेजस्वी यादव ने कहा था," अगर आप आईएनडीआईए गठबंधन को नहीं चुनना चाहते तो एनडीए को चुन लो, इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है।
तेजस्वी ने कहा था कि पूर्णिया में दो विचारधारा के बीच लड़ाई है। या तो हमें चुन लो या फिर एनडीए को, कहीं तीसरी जगह जाने की जरूरत नहीं है। साफ बात। हमें नहीं चुन सकते तो एनडीए को चुन लो।
क्या है पूर्णिया का सियासी समीकरण?बता दें कि कांग्रेस की परंपरागत सीट पूर्णिया इस बार राजद के खाते में आई है। राजद ने जदयू से आई बीमा भारती को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं जदयू ने एक बार फिर संतोष कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया है। हालांकि एक नाम ऐसा भी है, जिसने पूर्णिया को बिहार की सबसे हॉट सीट बना दिया है। यह नाम है पप्पू यादव।
हाल ही में कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय करने वाले पप्पू यादव निर्दलीय चुनाव लड़ रह रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि पप्पू यादव के मैदान में उतरने के कारण ही लालू-तेजस्वी ने पूर्णिया को नाक का सवाल बना लिया है। फिलहाल, पप्पू यादव के मैदान में उतरने के कारम पूर्णिया का मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है।
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Wheat Price: बाजार में गेहूं का भाव ज्यादा, सरकारी क्रय में रुचि नहीं ले रहे किसान
दीनानाथ साहनी, पटना। भीषण गर्मी में गेहूं खरीद के मामले में राज्य के तमाम सरकारी क्रय केंद्र हांफ रहे हैं। खुले बाजार में गेहूं बिक्री पर किसानों को ज्यादा भाव मिल रहा है। खेत-खलिहानों से ही अनाज व्यापारी व निजी एजेंसियां गेहूं खरीद रही हैं और प्रति क्विंटल पर 2300 रुपये से लेकर 2400 रुपये तक भुगतान कर रही हैं।
गेहूं की सरकारी खरीद तय न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल पर हो रही है। ऐसे में गेहूं की कम कीमत मिलने से किसान सरकारी खरीद में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जबकि सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों के इंतजार में प्रबंधक बैठे हैं।
सभी जिलों में गेहूं खरीद में तेजी लाने के दिए गए निर्देशखाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि राज्य में 15 मार्च से अब तक करीब 700 टन गेहूं की सरकारी खरीद हो पाई है। राज्य में 5 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है। गेहूं की खरीद में तेजी लाने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं। राज्य में 15 जून गेहूं की सरकारी खरीद होगी।
उन्होंने स्वीकार किया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा गेहूं का भाव मिलने से किसानों द्वारा खुले बाजार में ही बेच रहे हैं। हालांकि, संबंधित अधिकारी पैक्सों में जाकर गेहूं खरीद की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। गेहूं की सरकारी खरीद को बढ़ावा देने की सरकार की कोशिशों के बीच प्रदेश के किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ बोनस की भी मांग उठाई है।
गेहूं खरीद की वास्तविक हकीकत परख कर वापस लौटे नोडल अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में इसकी चर्चा की है। छपरा के रौजा निवासी किसान मनोज सिंह का कहना है कि किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ बोनस देने की मांग की थी, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
जिलों में एक प्रतिशत से भी गेहूं की हुई खरीदगेहूं की सरकारी खरीद के सरकार से उपलब्ध आंकड़ों का आकलन करें तो सरकारी खरीद बेहद निराशाजनक है। सभी 38 जिलों में सरकारी क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है। इन केंद्रों पर अब तक मात्र 179 किसान ही गेहूं बेचने पहुंचे हैं। यही वजह है कि सभी जिलों में बीते 40 दिनों में एक प्रतिशत (मात्र 0.15) से भी कम गेहूं खरीद हो पायी है। जबकि राज्य में 5464 पैक्सों एवं व्यापार मंडलों को 3 लाख 50 हजार टन गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला हुआ है।
इससे इतर केंद्रीय एजेंसी (एफसीआइ, नेफेड) को बिहार में एक लाख 50 हजार टन गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य है। केंद्रीय एजेंसी ने कितनी मात्रा में गेहूं खरीद की है, इसके आंकड़े उपलब्ध नहीं हुए हैं। बहरहाल, अगले 52 दिनों में पैक्सों व व्यापार मंडलों को अपना लक्ष्य हासिल करना है। गेहूं क्रय की कच्छप गति को देखते हुए इस लक्ष्य पाना बेहद मुश्किल दिख रहा है। 15 मार्च से गेहूं खरीद शुरू हुई है, जो 15 जून तक होगा।
बाजार में अनाज व्यापारी गेहूं का भाव ज्यादा दे रहे हैं। इसके कारण किसान पैक्स में गेहूं बेचने नहीं आ रहे हैं। पैक्स में हम न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान कर रहे हैं। इससे किसानों की आमद नहीं है। - देव रतन (पैक्स अध्यक्ष, नालंदा)
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Bihar Politics: टिकट बंटवारे में दोनों गठबंधनों के 'परिवारवाद' का पलड़ा बराबर, पढ़ लीजिए सभी की लिस्ट
राज्य ब्यूरो, जागरण। Bihar Politics News Hindi: बिहार में लोकसभा चुनाव में परिवारवाद का मुद्दा सुर्खियों में है। दोनों गठबंधन एक दूसरे पर परिवारवाद का आरोप लगाकर वोट बैंक को साधने की कोशिश में लगे हैं। लेकिन जब उम्मीदवारों के सही आंकड़े निकाले गए तो इस मामले में दोने गठबंधन बराबरी पर दिख रहे हैं।
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार के पुत्र अंशुल अविजीत की पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवारी की घोषणा के साथ ही महागठबंधन और राजद के उम्मीदवारों की सूची पूरी हो गई। दोनों गठबंधन के उन उम्मीदवारों की संख्या 24 है, जिनके पिता या पति पहले से राजनीति में हैं।
संसद या विधानसभा की शोभा बढ़ा चुके हैं या बढ़ा रहे हैं। इनमें कुछ ऐसे भी हैं, जो पहले से सांसद या विधायक हैं। दो तो इस समय भी राज्यसभा के सदस्य हैं। रोचक यह कि इस मोर्चे पर दोनों गठबंधन बराबरी (12-12) पर हैं।
वाल्मिकिनगर से जदयू के उम्मीदवार सुनील कुमार के पिता वैद्यनाथ महतो सांसद थे। सुनील को विरासत में यह सीट मिली। अब वे दूसरी बार सांसद बनने के लिए मैदान में हैं।
जदयू की सिवान से उम्मीदवार विजय लक्ष्मी के पति रमेश कुशवाहा जदयू के विधायक थे। शिवहर से जदयू उम्मीदवार लवली आनंद सांसद और विधायक रह चुकी हैं। मगर उनकी पहचान पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी के रूप में ही है।
भाजपा के पांच उम्मीदवार राजनीति में दूसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पश्चिमी चंपारण के उम्मीदवार डा. संजय जायसवाल के पिता डा. मदन प्रसाद जायसवाल सांसद थे। पूर्व सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक कुमार यादव मधुबनी से भाजपा उम्मीदवार हैं।
औरंगाबाद से भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार सिंह के पिता रामनरेश सिंह भी सांसद थे। ये तीनों उम्मीदवार 2014 और 2019 के चुनाव में भी लोकसभा के लिए चुने गए थे। सासाराम से भाजपा उम्मीदवार शिवेश राम पूर्व विधायक हैं। ये पूर्व सांसद मुनिलाल के पुत्र हैं। पूर्व सांसद डा. सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर नवादा से भाजपा उम्मीदवार हैं। ये राज्यसभा सदस्य भी हैं।
लोजपा (रा) के पांच में चारलोजपा (रा) के कुल पांच में से चार उम्मीदवार परिवारवादी राजनीति की देन हैं। चिराग पासवान (हाजीपुर)लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के पुत्र हैं। डा. अरुण भारती(जमुई) चिराग के बहनोई हैं। शांभवी चौधरी (समस्तीपुर) ग्रामीण कार्य मंत्री डा. अशोक चौधरी की पुत्री हैं। वीणा देवी (वैशाली) जदयू के विधान परिषद सदस्य दिनेश कुमार सिंह की पत्नी हैं। चिराग और वीणा पहले से सांसद हैं।
कांग्रेस ने बनाया रिकार्डपरिवारवाद के मोर्चे पर कांग्रेस का रिकार्ड सबसे मजबूत है। इसके नौ में से पांच उम्मीदवार इस परंपरा के हैं। आकाश सिंह (महाराजगंज) प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र हैं। अंशुल अविजीत (पटना साहिब) की मां मीरा कुमार लोकसभा की अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रह चुकी हैं। मुजफ्फरपुर के उम्मीदवार अजय निषाद के पिता कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद सांसद और केंद्र में मंत्री थे।
कांग्रेस का अभिनव प्रयोग समस्तीपुर में हुआ है। उसने जदयू सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी को वहां से अपना उम्मीदवार बनाया है। किशनगंज के कांग्रेस उम्मीदवार मो. जावेद के पिता मो. हुसैन आजाद मंत्री और विधायक थे।
राजद में लगभग एक तिहाईराजद के 23 में से सात उम्मीदवारों का राजनीति में प्रवेश पारिवार पर आधारित है। पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद की दो पुत्रियां डा. मीसा भारती (पाटलिपुत्र) और डा. रोहिणी आचार्य (छपरा) उम्मीदवार हैं। गया के राजद उम्मीदवार कुमार सर्वजीत के पिता राजेश कुमार सांसद थे। उजियारपुर के उम्मीदवार डा. आलोक मेहता के पिता तुलसी दास मेहता पुराने समाजवादी और राज्य सरकार में मंत्री थे।
अररिया के उम्मीदवार मो. शाहनवाज आलम के पिता मो. तस्लीमउद्दीन सांसद और राज्य सरकार में मंत्री थे। मधेपुरा के उम्मीदवार प्रो. कुमार चंद्रदीप के पिता प्रो. रमेंद्र कुमार रवि सांसद थे। बक्सर के राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सासंद जगदानंद के पुत्र हैं।
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Misa Bharti: 'NDA को चुन लो', तेजस्वी यादव के बयान पर मीसा भारती बोलीं- हम इसे जरूर चेक करेंगे...
डिजिटल डेस्क, पटना। Misa Bharti On Tejashwi Yadav बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीते दिनों पूर्णिया में एक बयान दिया, जिसकी खूब चर्चा है। उन्होंने पप्पू यादव को हराने के लिए लोगों से एनडीए तक को वोट करने की सलाह दे दी।
खुले मंच से तेजस्वी यादव ने लोगों से यहां तक कह दिया, "अगर आपको इंडी गठबंधन के राजद प्रत्याशी बीमा भारती स्वीकार नहीं है तो आप एनडीए को चुन लो, साफ बात... मगर तीसरे यानि पप्पू को कतई वोट मत दीजिए"।
'कुछ गलतफहमी हुई है'अब उनके इस बयान पर मीसा भारती ने प्रतिक्रिया दी है। मीसा भारती ने पत्रकारों से कहा कि हम देश बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। तेजस्वी के बयान पर मीसा ने कहा, "कुछ गलतफहमी हुई है। एक नेता ऐसी बात कैसे कह सकता है? आप कह रहे हैं तब हम सुन रहे हैं... हम इसे चेक करेंगे, वेरिफाई भी करेंगे... लेकिन ये बात बिल्कुल असंभव है।
पप्पू यादव ने राजद को बताया बीजेपी की 'बी' टीमतेजस्वी के 'एनडीए को वोट दो' वाले बयान पर पप्पू यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी की मंच से इस तरह की अपील ने यह साबित कर दिया कि भाजपा का असली एजेंट कौन है? इसके अलावा उनकी इस बात पर भी मुहर लग गई कि किस तरह से राजद उनकी राजनीतिक हत्या की कोशिश कर रहा था।
पप्पू ने कहा, वे पूर्णिया से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि यहां की जनता चुनाव लड़ रही है और यह वह अच्छी तरह से देख रही है कि उन्हें घेरने के लिए राजद और एनडीए गठबंधन क्या-क्या हथकंडा अपना रहा है।
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Misa Bharti Name History: मीसा भारती का नाम 'मीसा' कैसे पड़ा? जेपी नड्डा बोले- जब Lalu Yadav जेल में थे...
डिजिटल डेस्क, पटना/भागलपुर। JP Nadda On Misa Bharti Name बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा हाई है। इसी कड़ी में बुधवार को भागलपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मीसा भारती का नाम लेकर पूरे विपक्ष को आड़े हाथों लिया।
जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कहा कि किसी वक्त लालू यादव कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ते थे और आज उन्हीं के साथ दोस्ती कर ली है।
कैसे पड़ा मीसा भारती का नाम?सवालिया अंदाज में जेपी नड्डा ने जनसभा में मौजूद लोगों से पूछा, "क्या आपको पता है उनकी बेटी का नाम मीसा कैसे पड़ा? मीसा नाम इसलिए पड़ा, क्योंकि कांग्रेस ने इनको जेल में डाला हुआ था जयप्रकाश आंदोलन में"।
'इसी एक्ट में लालू जेल गए थे'जेपी नड्डा ने बताया कि उसी समय मीसा (भारती) पैदा हुईं थी तो उनका नाम 'मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट' के कारण मीसा पड़ गया था। इसी एक्ट में लालू यादव जेल गए थे। कांग्रेस ने ही उनको जेल में डाला था, लेकिन आज कांग्रेस के साथ दोस्ती हो गई है। गांधी मैदान में राहुल गांधी जी के साथ बैठकर गपशप मारे रहे हैं और घर में मटन बनाना सिखा रहे हैं।
जेपी नड्डा ने तंज कसते हुए आगे कहा, "ये दोस्ती, ये हालचाल, ये रवैया... अरे गंगा में बहुत पानी बह गया भाई... कौन-कौन दोस्त हो गए... कैसी-कैसी दोस्ती हो गई। जो लोग भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ रहे थे वो खुद भ्रष्टाचारी हो गए। भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूब गए। आखिर इतना बदलाव कैसे आ गया...?"
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Patna News : तख्त श्री हरिमंदिर के जत्थेदार व पुत्र को सबक सिखाने की धमकी, परिवार ने लगाई सुरक्षा की गुहार
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह एवं पुत्र धर्मेंद्र सिंह को पंथ निष्कासित पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह द्वारा धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया कि लंगर हाॅल की दूसरी मंजिल के कमरा संख्या 65 में धमकी देने आए रंजीत अपने वाई प्लस सुरक्षाकर्मियों के साथ आए थे। धमकी के बाद जत्थेदार का पूरा परिवार डरा, सहमा है।
स्वजनों ने लगाई सुरक्षा की गुहारस्वजन ने अनहोनी की आशंका जताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। मंगलवार को तख्त श्री हरिमंदिर के अधीक्षक दलजीत सिंह ने चौक थानाध्यक्ष से शिकायत कर इस दिशा में कार्रवाई एवं सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। पूरा मामला सीसीटीवी में कैद है। चौक थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा ने बताया कि आवेदन के आधार पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
धमकी से पूरा परिवार है सहमाजत्थेदार के पुत्र धर्मेंद्र सिंह ने तख्त श्री हरिमंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष को इस मामले में भेजे पत्र में बताया है कि पंथ निष्कासित पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह अपने वाई प्लस सुरक्षाकर्मियों के साथ आए और उनके कमरे का पर्दा उठा कर देखा। यह देख वह कमरे से बाहर आया।
तब रंजीत सिंह ने उससे जत्थेदार पिता एवं भाई के बारे में पूछा तो धर्मेंद्र ने रंजीत सिंह को बताया कि जत्थेदार पिता बलदेव सिंह व बड़े भाई मंजीत सिंह उपचार कराने लखनऊ गए हैं।
इस पर रंजीत सिंह ने धर्मेंद्र को संभल कर रहने को कहा। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि हम उसे ठीक कर देंगे। पुत्र ने पत्र में बताया है कि इस धमकी से पूरा परिवार भयभीत है। आशंका है कि स्वजन के साथ कोई अनहोनी घटना न हो जाए।
पत्र में इस बात का भी जिक्रपत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि वर्ष 2022 के दूसरे सप्ताह में तत्कालीन मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह की तख्त श्री हरिमंदिर परिसर में ही हत्या हो चुकी है।
पत्र की प्रति संलग्न करते हुए तख्त श्री हरिमंदिर के प्रबंधक ने चौक थानाध्यक्ष को आवेदन देकर अनहोनी की आशंका जताई है और जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह की सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। पत्र की प्रति जिलाधिकारी, एसएसपी, एसडीओ व डीएसपी को भी दी गई है।
साजिश के तहत लगाया जा रहा आरोपपंथ निष्कासित पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह का कहना है कि साजिश के तहत उन पर आरोप लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वे धमकी देने नहीं बल्कि जत्थेदार के बड़े पुत्र मंजीत सिंह उर्फ सेट्टी के पास ईपीएफ में जमा रुपये निकालने के संबंध में जानकारी लेने मीरी पीरी स्थित आवास गए थे।
मंजीत ही तख्त से जुड़े पदाधिकारियों व कर्मियों का खाता संबंधी कार्य देखते हैं। रंजीत ने बताया कि उनका मामला न्यायालय में चल रहा है। बुधवार को निर्णय होना है।
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Bihar Politics: कितने पढ़े लिखे हैं अंशुल अविजीत? जो रविशंकर प्रसाद का करेंगे सामना; कांग्रेस नेता के हैं पुत्र
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: कांग्रेस ने पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से डा. अंशुल अविजीत को प्रत्याशी बनाया है। वे इस सीट से भाजपा के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद का सामना करेंगे। बता दें कि वर्तमान में रविशंकर प्रसाद ही यहां से सांसद हैं।
कौन हैं अंशुल अविजीत (Who is Anshul Avijit)अंशुल अविजीत लोकसभा की अध्यक्ष रही मीरा कुमार के पुत्र हैं। मीरा कुमार दो बार सासाराम से सांसद भी रही हैं। इस बार उन्होंने स्वेच्छया चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा पहले ही कर दी थी। सुरक्षित सीट होने के कारण सासाराम में अंशुल प्रत्याशी नहीं हो सकते थे, क्योंकि वे पिछड़ा वर्ग से आते हैं। सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता रहे उनके पिता मंजुल कुमार कुशवाहा समाज से हैं। कई दावेदारों और उनके बड़े-बड़े पैरवीकारों के कारण पटना साहिब के प्रत्याशी का नाम सार्वजनिक नहीं हो रहा था।
बीते मंगलवार को अंशुल अविजीत के नाम की घोषणा हुईइसके बाद आखिरकार बीते मंगलवार को अंशुल अविजीत (Anshul Avijit) के नाम की घोषणा हुई। हालांकि, केंद्रीय चुनाव समिति ने रविवार को हुई बैठक में ही उनका नाम तय कर दिया था। सोमवार को पांच संसदीय क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा हुई थी, लेकिन पटना साहिब को उससे परे कर दिया गया था। अब अंशुल के नाम की घोषणा के साथ बिहार में कांग्रेस ने अपने हिस्से की सभी नौ सीटों के प्रत्याशियों का नाम सार्वजनिक कर दिया है।
पटना साहिब में सबसे अंतिम यानी सातवें चरण में चुनाव होना है। अपेक्षाकृत कम चर्चित, लेकिन सौम्य व्यवहार वाले अंशुल अभी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। किसी मुद्दे पर भी उनकी प्रतिक्रिया तथ्यपूर्ण व राजनीतिक शुचिता वाली होती है।
इतिहास और राजनीति शास्त्र पर अच्छी पकड़ रखते हैं अंशुल अविजीतइतिहास व राजनीति शास्त्र पर वे अच्छी पकड़ रखते हैं और वे कैंब्रिज विश्वविद्यालय से एमफिल व पीएचडी कर चुके हैं। राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। सासाराम से मृत्युपर्यंत आठ बार सांसद रहे जगजीवन राम उनके नाना थे, जो उप प्रधानमंत्री तक रहे।
उनकी दादी सुमित्रा देवी के नाम बिहार सरकार में पहली महिला कैबिनेट मंत्री होने का रिकार्ड दर्ज है। मां मीरा कुमार पांच बार सांसद चुनी जाने वाली बिहार की एकमात्र महिला हैं। सासाराम से पहले मीरा कुमार दो बार दिल्ली में करोलबाग और एक बार उत्तर प्रदेश में बिजनौर से सांसद रह चुकी हैं।
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Manish Kashyap: आखिर क्यों कटा मनीष कश्यप का टिकट? खुद दे दिया जवाब, लोगों को बताई अंदर की एक-एक बात
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi: बिहार में इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों की भी खूब चर्चा हो रही है। इन नामों में पप्पू यादव, पवन सिंह, यूट्यूबर मनीष कश्यप और गुंजन सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसी क्रम में मनीष कश्यप भी सुर्खियों में बने हुए हैं। मनीष कश्यप ने पश्चिमी चंपाऱण से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया।
मनीष कश्यप (Manish Kashyap) लगातार लोगों के बीच जाकर उनके पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। लेकिन इन सब के बीच मनीष कश्यप ने टिकट कटने के बारे में खुलकर लोगों को बता दिया। उन्होंने बता दिया कि आखिर क्यों उनका टिकट कटा?
क्यों कटा मनीष कश्यप का टिकट, खुद दी जानकारीदरअसल, मनीष कश्यप (Manish Kashyap) एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक शख्स ने कह दिया कि मनीष भैया एक समय आएगा कि आप प्रधानमंत्री बनेंगे। इसी पर मनीष कश्यप ने तुरंत शख्स को रोक दिया। मनीष कश्यप ने कहा कि यही बोलकर तो आप सबने टिकट कटवा दिया।
मनीष कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री-मुख्यमंत्री बोलकर आपलोगों ने टिकट कटवा दिया, सारे नेता लोग भड़क गए। एक आदमी बोल रहा था कि मुख्यमंत्री मनीष भैया -मुख्यमंत्री मनीष भैया, बिहार के जितने मुख्यमंत्री दावेदार नेता थे सबने सोचा कि सबसे पहले इसको गेम से बाहर किया जाए। फिर मेरा टिकट कट गया। आपलोगों को पता ही है कि कौन सी पार्टी से टिकट मिलने जा रहा था। उनका इशारा भाजपा (BJP) की तरफ था।
जनता के दम पर अब चुनाव लड़ रहा हूं: मनीष कश्यपमनीष कश्यप ने कहा कि मैं किसी पार्टी के दम पर चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मुझे चंपारण की जनता चुनाव लड़ा रही है। मैं सांसद बनने के बाद गरीबों की एक-एक समस्या का समाधान करूंगा।
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Patna News : कोर्ट को गुमराह करने वाले पूर्व प्रमुख पर 50 हजार का अर्थदंड, इतने दिन के भीतर भरना होगा जुर्माना
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाई कोर्ट ने झूठा दावा करने और न्यायालय को गुमराह करने के मामले पर संज्ञान लेते हुए अपीलकर्ता पर पचास हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन एवं न्यायाधीश हरीश कुमार की खंडपीठ ने बशीद अहमद की एलपीए याचिका को खारिज करते हुए उक्त आदेश दिया।
कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि अर्थदंड की राशि अपीलकर्ता को एक महीने के भीतर बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण में जमा करानी होगी। अपीलकर्ता बशीद को राज्य के पंचायती राज कानून के प्रविधानों के तहत अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सुपौल जिले में निर्मली ब्लाक स्तरीय पंचायत समिति के प्रमुख के पद से हटा दिया गया था।
नोटिस मिलने की बात किया इनकारअपीलकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसे प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव का कोई नोटिस नहीं दिया गया। प्रतिवादी के वरीय अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव एवं गिरीश पांडेय ने रिकॉर्ड से यह दर्शाया कि अपीलकर्ता को पिछले साल 23 दिसंबर, 2023 को ही नोटिस मिला था।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अपीलकर्ता को पंचायत के प्रमुख के रूप में चुना गया था। मतदाताओं द्वारा जताया गया भरोसा जनप्रतिनिधि को अधिक ईमानदारी से काम करने के लिए बाध्य करता है।
कोर्ट ने स्पष्ट किया कि अर्थदंड की राशि समय सीमा के भीतर जमा नहीं करने पर बीएसएलएसए जिला मजिस्ट्रेट के माध्यम से शुरू की गई कार्यवाही के माध्यम से अपीलकर्ता से उक्त राशि की वसूली करने का हकदार होगा, जैसा कि भूमि पर देय किसी भी राजस्व की वसूली में किया जाता है।
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Summer Special Train : पटनावासियों के लिए खुशखबरी! आनंद विहार और पटना के लिए चलेंगी समर स्पेशल ट्रेनें, पढ़ें डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। आनंद विहार एवं कानपुर से पटना के लिए समर स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा कटिहार से आनंद विहार के लिए भी ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।
कानपुर से पटना के लिए समर स्पेशल ट्रेनभारतीय रेलवे की ओर से कानपुर सेंट्रल से पटना के लिए समर स्पेशल ट्रेन का संचालन कानपुर से 24 अप्रैल से 26 जून तक किया जाएगा। यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार को चलाई जाएगी। वहीं वापसी में यह ट्रेन 25 अप्रैल से 27 जून तक चलाई जाएगी।
आनंद विहार से पटना के लिए सुपरफास्ट ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह गाड़ी आनंद विहार से 29 अप्रैल से 24 जून तक चलाई जाएगी। यह ट्रेन सप्ताह में सोमवार को चलाई जाएगी। वापसी में यही ट्रेन पटना से 30 अप्रैल से 25 जून तक चलाई जाएगी।
पटनायात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे की पहलरेलवे की ओर से कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इन ट्रेनों के परिचालन से प्रतीक्षा सूची में कमी की उम्मीद है।
- गाड़ी संख्या 04035 पटना-नई दिल्ली अनारक्षित स्पेशल बुधवार को पटना से 21.30 बजे खुलकर डीडीयू, प्रयागराज, कानपुर सेंट्रल के रास्ते अगले दिन 15.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 04051 दरभंगा-नई दिल्ली अनारक्षित स्पेशल बुधवार को दरभंगा से 20.30 बजे खुलकर समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, गोरखपुर के रास्ते अगले दिन 20.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 04037 सहरसा-नई दिल्ली अनारक्षित स्पेशल गुरुवार को सहरसा से 07.00 बजे खुलकर बरौनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, गोरखपुर के रास्ते अगले दिन 07.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 04033 मुजफ्फरपुर-आनंद विहार अनारक्षित स्पेशल बुधवार को मुजफ्फरपुर से 17.00 बजे खुलकर बापूधाम मोतीहारी, बेतिया, नरकटियागंज के रास्ते अगले दिन 13.00 बजे आनंद विहार पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 09016 भागलपुर-पालधी अनारक्षित स्पेशल गुरुवार को भागलपुर से 08.00 बजे खुलकर 16.30 बजे पटना जं. रूकते हुए डीडीयू-प्रयागराज छिवकी-जबलपुर-भुसावल के रास्ते शुक्रवार को 23.50 बजे पालधी पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 09062 भागलपुर-रतलाम अनारक्षित स्पेशल बुधवार को भागलपुर से 12.00 बजे खुलकर 17.20 बजे पटना जं. रूकते हुए डीडीयू-प्रयागराज-कानपुर-बीना-उज्जैन के रास्ते गुरुवार को 21.00 बजे रतलाम पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 09128 आसनसोल-वलसाड स्पेशल: गाड़ी संख्या 09128 आसनसोल-वलसाड स्पेशल गुरुवार को आसनसोल से 08.00 बजे खुलकर 15.25 बजे पटना जं. रूकते हुए डीडीयू-प्रयागराज-कानपुर-बीना-भोपाल- इटारसी-भुसवाल के रास्ते शनिवार को 04.15 बजे वलसाड पहुंचेगी।
- गाड़ी संख्या 01482 दानापुर-पुणे स्पेशल बुधवार को दानापुर से 13.30 बजे खुलकर गुरुवार को 19.45 बजे पुणे पहुंचेगी।
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Nitish Kumar : 'हमने विधायक बनाया...' बीमा भारती के धोखे को सह नहीं पाए नीतीश; वोटिंग से पहले खोल दी सारी पोल
जागरण टीम, भागलपुर/किशनगंज/पूर्णिया/कटिहार। Bihar Politics In Hindi मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस (Congress) और राजद (RJD) ने 15 वर्ष तक हिंदू-मुस्लिम के बीच फूट डालकर बिहार में डर का माहौल पैदा किया। पति-पत्नी की सरकार में बिहार में जंगलराज था। जब से हम सरकार में आए हैं, बिहार में कोई दंगा नहीं होने दिया।
मुसलमानों के लिए भी काफी काम किया। तलाकशुदा महिलाओं के स्वाबलंबन के लिए काम किया। हर गांव में कब्रिस्तान की घेराबंदी की। मदरसे को आगे बढ़ाया गया। हमारे आने से बिहार की स्वास्थ व्यवस्था में सुधार हुआ है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भागलपुर में अजय मंडल, कटिहार में दुलालचंद्र गोस्वामी, पूर्णिया में संतोष कुशवाहा और किशनगंज में मु. मुजाहिद आलम के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। भागलपुर में रोड शो भी किया।
हमलोग कोई काम अपने बेटा-बेटी के लिए नहीं करते- नीतीशराजद के परिवारवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि हमलोग कोई काम अपने बेटा-बेटी के लिए नहीं करते। हमारे लिए पूरा बिहार परिवार है। ऐसी पार्टियों से दूरी बनाए रखें जो सिर्फ अपनी पत्नी ,बेटे-बेटियों को आगे लाते हैं। आपलोग अपने बच्चों को बताइए कि पहले क्या स्थिति थी और अब क्या है।
नीतीश ने आगे कहा कि उनलोगों (राजद) को खुला छोड़ा तो इधर से उधर गड़बड़ी कर रहे थे। बर्दाश्त से बाहर हुआ तो हमलोगों को अलग होना पड़ा। पूर्व मंत्री सह राज्यसभा सांसद संजय झा ने भी सभा को संबोधित किया। सीएम ने पूर्णिया से राजद प्रत्याशी बीमा भारती (Bima Bharti) पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि हमने उन्हें विधायक बनाया, कैबिनेट में भी शामिल किया। वह जिद पर अड़ी थी कि मुझे मंत्री बना दीजिए। मना कर दिए तो सबकुछ भूलकर इधर से उधर चली गईं। महागठबंधन को विकास व जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। बिहार का विकास मेरा एकमात्र लक्ष्य है।
अपराधियों एवं घोटालेबाजों से बिहार को निजात दिलाई- नीतीश कुमारउन्होंने कहा कि हमने सुशासन की सरकार बनाकर अपराधियों एवं घोटालेबाजों से बिहार को निजात दिलाई। उन्होंने कहा कि वे 1995 से ही भाजपा के साथ काम कर रहे हैं। जिस समय केंद्र में वाजपेयी की सरकार थी, हमलोग उनके साथ थे और अब भी एनडीए के साथ हैं।
नीतीश ने कहा कि एनडीए के कार्यकाल में कितना काम हुआ है, आप भी देख सकते हैं। कुछ लोग बरगलाने में लगे हुए हैं। किसी के झांसे में नहीं आना है, एनडीए प्रत्याशी को जिताना है।
उन्होंने कहा, हमारे शासनकाल में लड़कियों की शिक्षा पर काफी जोर दिया गया। इसका परिणाम रहा कि बिहार की लड़कियां शिक्षा में क्षेत्र में काफी आगे बढ़ी हैं। साइकिल से स्कूल जा रही हैं। देशभर में बिहार पुलिस में सबसे अधिक महिलाएं हैं। लड़कियों को जितनी ज्यादा शिक्षा दी जाएगी, उतनी ही प्रजनन दर में कमी आएगी।
जन्म से पहले क्या हुआ, इसका कोई मतलब नहींतेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा नेताओं के भाई और बहनों की संख्या को लेकर दिए गए बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे जन्म से पहले क्या था, उससे क्या मतलब है। पहले खूब होता था, लेकिन अब उसका कोई मतलब नहीं है। वे किशनगंज जिले के शेरशाहवादी गांव में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। कहा, हमने हिंदू मुस्लिम झगड़े को समाप्त करवाया और विकास की राह पर बिहार को आगे बढ़ाया।
Bihar Election 2024: बिहार में कम वोटिंग ने बढ़ाई चुनाव आयोग की टेंशन, मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए बनाया ये प्लान
राज्य ब्यूरो, जागरण। Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष पहल की है। अब बूथ स्तर पर बीएलओ से लेकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने वाले अन्य कर्मियों को आयोग प्रोत्साहन राशि देगा। जीविका दीदी, आशा एवं अन्य कर्मियों को भी इसका लाभ मिलेगा। साथ ही प्रत्येक बूथ पर 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने के लिए वाहन की सुविधा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रोत्साहन राशि कितनी होगी, इसकी घोषणा बाकीहालांकि, प्रोत्साहन राशि कितनी होगी, यह अभी तय नहीं है। शीघ्र ही इस पर निर्णय कर जिलों को सूचित कर दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव में सभी चरणों में मतदान बढ़ाने को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने मंगलवार को सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से समीक्षा बैठक की। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि वह घर-घर व्यक्तिगत संपर्क कर मतदान की अपील करने का अभियान चलाएं।
बूथों पर बुनियादी सुविधाओं की जानकारी ली गईपटना में घर-घर दस्तक अभियान की तर्ज पर मतदाताओं से व्यक्तिगत संपर्क कर मतदान की अपील करें। समीक्षा बैठक में सभी बूथों पर बुनियादी सुविधाओं की जानकारी ली गई। साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि बूथ पर गर्मी को देखते हुए हर हाल में शेड की व्यवस्था और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।
जहां पर भवनों में बूथ स्थापित किए गए हैं वहां पर पर्याप्त संख्या में फर्नीचर की व्यवस्था की जाए, ताकि मतदाता वहां बैठकर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर सकें। हर बूथ पर मतदाताओं को लाइन लगाने के लिए दो होमगार्ड तैनात किए जाएं। साथ ही बूथों पर सेल्फी प्वाइंट बनाया जाए, जिससे मतदाता वोट डालने के बाद अपना फोटो ले सकें।
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KK Pathak : शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की दे दी एक और टेंशन, स्कूल में पढ़ाने के बाद अब घर-घर जाकर करना होगा ये भी काम
जागरण संवाददाता, पटना। अभिभावकों को मतदान के महत्व को समझाने और वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने के लिये स्कूली शिक्षक अपने पोषण क्षेत्र में घर-घर जाकर अभियान चलायेंगे। स्कूली शिक्षक अपने पोषण क्षेत्र के अभिभावकों के बीच यह बतायेंगे कि बेहतर लोकतंत्र के लिये मतदान में भाग लेना कितना आवश्यक है।
इसके साथ ही ग्रामीण इलाके के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी शिक्षक अभिभावकों के बीच जाकर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जागरूक करेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि फिलहाल स्कूलों में दो घंटे के लिये दक्ष क्लास और विशेष क्लास संचालित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग से निर्देश जारी किये जाने के बाद अलग-अलग चरणों में शिक्षक अभिभावकों को वोटिंग में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिये जागरूक करेंगे।
अप्रशिक्षित शिक्षकों की तैयार की जा रही सूचीशिक्षा विभाग द्वारा ऐसे शिक्षकों की कुंडली तैयार की जा रही है, जो अप्रशिक्षित होते हुए भी 31 मार्च 2015 के बाद बहाल हुए हैं।
इसको लेकर स्थापना शाखा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अवधेश कुमार ने पत्र जारी करते हुए सभी बीइओ को निर्देश दिया है कि 31 मार्च 2015 के बाद स्थानीय निकाय द्वारा नियुक्त सभी शिक्षकों का विवरण जल्द से जल्द कार्यालय को उपलब्ध कराएं। इसको लेकर निर्धारित फार्मेट भी उपलब्ध कराया गया है।
बता दें कि हाइकोर्ट ने ऐसे शिक्षकों द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई के बाद दिए फैसले में 31 मार्च 2015 के बाद बहाल हुए अप्रशिक्षित शिक्षकों के नियाेजन या नियुक्ति को अमान्य करार दिया है। हाइकोर्ट के इस फैसले के बाद 2015 के बाद बहाल हुए अप्रशिक्षित शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 31 मार्च 2015 के बाद नियुक्त हुए अप्रशिक्षित शिक्षक का विवरण तैयार किया जा रहा है। सभी बीईओ को एक प्रारूप में शिक्षकों की जानकारी मांगी गई है। इस विवरण को मुख्यालय को भेज दिया जाएगा।
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Bihar Election 2024: बिहार की इन 5 लोकसभा सीटों पर आज शाम थम जाएगा चुनाव प्रचार; 26 अप्रैल को होना है मतदान
राज्य ब्यूरो, पटना। Lok Sabha Election 2024: बिहार के पांच लोकसभा सीटों पर बुधवार की शाम दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का दौर थम जाएगा। दूसरे चरण में किशनगंज, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार एवं बांका लोकसभा क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदान होना है। 24 अप्रैल को चुनाव प्रचार थमने से पहले दिग्गजों ने भी अपने-अपने गठबंधन के प्रत्याशियों के प्रचार में ताकत झोंक दी है।
प्रचार के आखिरी दिन ऐसी है तैयारीआखिरी दिन जनसभा एवं रोड शो के अलावा नुक्कड़ कार्यक्रम की व्यापक तैयारी है। इस बीच दो लोकसभा क्षेत्र, किशनगंज एवं पूर्णिया में त्रिकोणीय लड़ाई की स्थिति दिख रही है। पूर्णिया में निर्दलीय पप्पू यादव एवं किशनगंज में एआइएमआइएम के अख्तरुल ईमान की उपस्थिति से इसकी स्थिति बनी हुई है।
कहां किसके बीच मुकाबलापूर्णिया में जदयू प्रत्याशी एवं वर्तमान सांसद संतोष कुशवाहा की राजद उम्मीदवार बीमा भारती एवं निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव से मुकाबला है। वहीं, किशनगंज में कांग्रेस के वर्तमान सांसद डा. जावेद की जदयू के शाहनवाज आलम के साथ ही एआइएमआइएम के अख्तरुल ईमान से त्रिकोणीय लड़ाई दिख रही है।
शेष तीन संसदीय क्षेत्र में राजग एवं आइएनडीआइए के बीच आमने-सामने की लड़ाई है। इस बीच राजनीतिक दलों के सामने मतदान प्रतिशत का आंकड़ा बरकरार रखना चुनौती बनी है। कारण तीखी धूप की मार है। मौसम के तेवर को देखते हुए मतदाताओं को प्रोत्साहित करना बड़ी चुनौती है।
हालांकि, दलों के साथ चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने के लिए हर सुविधा मुहैया कराने का भरोसा दिया गया है। बूथ पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
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Bihar Election 2024: पहले चरण में महिला या पुरुष, किसने किया सर्वाधिक मतदान? पढ़िए चुनाव आयोग का अंतिम आंकड़ा
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: पहले चरण वाले चार संसदीय क्षेत्रों में आधे से कम मतदाताओं के घर से निकलने के कारण भले ही मतदान अपेक्षा से काफी कम रहा। पर, मतदान में पुरुषों ने महिलाओं की तुलना में अधिक रुचि दिखाई है। चुनाव आयोग की ओर से जारी अंतिम आंकड़ों के अनुसार पहले चरण वाले चार संसदीय क्षेत्रों में कुल 49.26 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है। उनमें पुरुषों व महिलाओं की भागीदारी क्रमश: 49.59 और 48.9 प्रतिशत है।
औरंगाबाद, नवादा एवं गया में महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने ज्यादा मतदान किया है। वहीं, जमुई लोकसभा क्षेत्र में महिलाओं ने पुरुषों की अपेक्षा अधिक वोट डाले हैं। इसके पीछे एक कारण जमुई में महिला प्रत्याशियों के बीच मुख्य मुकाबला हो सकता है।
हालांकि, पहले चरण में आधे से भी कम मतदाताओं के मतदान के लिए घर से लोगों के नहीं निकलने को लेकर तमाम कारण गिनाए जा रहे हैं। दिलचस्प यह है कि पहले चरण में औरंगाबाद में सर्वाधिक 5.88 प्रतिशत मंगलामुखी (Transgender) ने मतदान किया है।
वहीं, दूसरे नंबर पर 2.67 प्रतिशत मंगलामुखी ने नवादा में वोट डाला है।
2024 में पहले चरण का मतदान प्रतिशत 49.26
संसदीय क्षेत्र पुरुष महिला कुल (प्रतिशत)
औरंगाबाद : 51.22 49.41 50.35
गया : 53.89 51.55 52.76
नवादा : 43.70 42.61 43.17
जमुई : 50.11 52.50 51.25
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Patna News: पटना में होगा इंटरनेशनल क्रेकेट मैच, पूरी तरह से बदलेगा मोइनुल हक स्टेडियम; बैठ सकेंगे 50 हजार दर्शक
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: मोइनुल हक स्टेडियम में बैठकर 40 से 50 हजार दर्शक क्रिकेट के रोमांच का गवाह बन सकेंगे। मैदान पर कैंटीन, पांच सितारा होटल जैसे कमरों की सुविधा के साथ खिलाड़ियों के लिए दो विकेट और दिन-रात में इनडोर-आउटडोर अभ्यास की सुविधा होगी।
राज्य सरकार से लंबे समय के लिए लीज पर स्टेडियम मिलने के बाद बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) ने बीसीसीआइ के साथ मिलकर मैदान का कायाकल्प करने की योजना बना ली है।
लोकसभा चुनाव के बाद समझौते पर होगा हस्ताक्षरलोकसभा चुनाव होने के बाद समझौते के कागजातों पर हस्ताक्षर किया जाएगा।बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने बताया कि मैदान के निर्माण के लिए इंजीनियरों, ठीकेदारों और विशेषज्ञों के अलावा आइसीसी और बीसीसीआइ के प्रतिनिधियों और सलाहकारों से परामर्श लिया जाएगा।
मिलेंगी ये सुविधाएंपरिसर में उन्नत तकनीक वाला क्लब हाउस, कार्पोरेट बाक्स, बीसीसीआइ अध्यक्ष/सचिव बाक्स, मेंबर्स गैलरी, कैंटीन और पांच सितारा सुविधाओं वाले 50 से 60 कमरे होंगे। स्टेडियम में घरेलू और बाहरी दोनों टीमों के लिए ड्रेसिंग रूम, फिजियो मसाज रूम, मनोरंजन और जलपान के लिए स्थान होगा।
इनडोर क्रिकेट प्रैक्टिस एरीना, स्विमिंग पूल, दिन और रात में आउटडोर अभ्यास की सुविधा रहेगी। तिवारी ने कहा कि बदलाव के बाद बिहारवासियों का दोबारा घर में अंतरराष्ट्रीय मैच देखने का सपना पूरा होगा।
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BPSC Paper Leak Case : शिक्षक भर्ती पेपर लीक के आरोपितों से दो दिन होगी पूछताछ, 25 अप्रैल तक रिमांड
राज्य ब्यूरो, पटना। BPSC Paper Leak Case बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के प्रश्न-पत्र (पेपर) लीक मामले में उज्जैन (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार आरोपितों से जल्द पूछताछ होगी। पांच मुख्य आरोपितों को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू ) दो दिन की रिमांड पर लेगी।
इनकी रिमांड अवधि 24 अप्रैल से शुरू होगी जो 25 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी। इसके बाद इन्हें फिर से जेल भेज दिया जाएगा। पूछताछ में इन आरोपितों के बिहार, यूपी व अन्य राज्यों में किए गए पेपर लीक से जुड़े तथ्यों की पुष्टि की जाएगी। इसके साथ ही गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की भी जानकारी ली जाएगी।
यूपी-बंगाल के पेपर लीक से भी जुड़ रहे तारईओयू की विशेष टीम पकड़े गए पांचों आरोपितों की कुंडली खंगाल रही है। अब तक की जांच में इन आरोपितों का जुड़ाव बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों की प्रतियोगी परीक्षा के पेपर लीक से भी जुड़ता दिख रहा है।
ईओयू अधिकारियों के अनुसार, इसी साल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक कांड से भी इस गिरोह के तार जुड़े पाए गए हैं। इनकी भूमिका की विस्तृत जांच की रही है। ईओयू के अनुसार, यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है, जिसके सदस्य अलग-अलग राज्यों में हैं।
इन लोगों की रही मुख्य भूमिकाअब तक गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ, आसूचना संकलन के साथ तकनीकी एवं वैज्ञानिक विश्लेषण में पाया गया कि नालंदा के नगरनौसा का रहने वाले शिव कुमार उर्फ डॉ. शिव की शिक्षक भर्ती पेपर लीक कांड में महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसके अलावा पटना के खगौल का रहने वाला शुभम मंडल उर्फ शिवम भी कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थाओं की प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र लीक और गड़बड़ी में शामिल रहा है।
मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़े गए पांचों अभियुक्त शिव कुमार, बल्ली उर्फ संदीप कुमार, प्रदीप कुमार, तेज प्रकाश और सौम्या कुमारी फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल भेज में हैं।
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Bihar Weather Today: बिहार के 11 शहरों में भीषण 'लू' की चेतावनी, शेखपुरा ने तोड़ा तापमान का रिकॉर्ड; अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Hindi: प्रदेश में सोमवार को बादल छाए रहने के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली थी। मंगलवार को मौसम का मिजाज बदला नजर आया। पटना के आसपास के इलाकों में गर्म हवा के साथ मौसम शुष्क बना रहा।
शाम होते ही कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद, गया, नवादा में बादल छाए रहने के साथ तेज हवा चली। वर्षा की हल्की फुहारों के साथ औरंगाबाद व आसपास इलाकों में मेघ गर्जन के साथ ओले गिरे। मौसम में आए बदलाव से लोगों को गर्मी से राहत मिली।
लू को लेकर येलो अलर्ट जारीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार बुधवार से शनिवार तक प्रदेश के दक्षिणी व उत्तर-पश्चिमी भागों के अलग-अलग स्थानों पर गर्म हवा चलने के साथ लू (हीट वेव) को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस दौरान सतही हवा की गति 20-30 किमी प्रतिघंटा व झोंके के साथ 40 किमी प्रतिघंटा रहने का पूर्वानुमान है। बुधवार को पटना व आसपास इलाकों में गर्म दिन रहने की संभावना है।
इन 11 शहरों के लिए लू की चेतावनीप्रदेश के 11 शहरों के बांका, नवादा, शेखपुरा, कैमूर, बक्सर, भागलपुर, सहरसा, सिवान, पूर्वी चंपारण, मधुबनी एवं भोजपुर के एक या दो स्थानों पर लू की चेतावनी है।
मौसम के प्रभाव को देखते हुए लोगों को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक घरों में रहने की सलाह दी गई है। मंगलवार को पटना के अधिकतम तापमान में सामान्य से 3.3 डिग्री वृद्धि के साथ 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शेखपुरा सबसे गर्म जिला42.3 डिग्री सेल्सियस के साथ शेखपुरा प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। शेखपुरा आए दिन तापमान का रिकॉर्ड तोड़ता जा रहा है। वहीं पटना सहित 20 शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज किया गया।
मंगलवार को पटना सहित 21 शहरों में गर्म दिन बना रहा। प्रदेश के सभी जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
मौसम बदलते ही गर्मी से मिली राहतप्रदेश के कई इलाकों में गर्म तेज पछुआ हवा से लोग परेशान रहे। वहीं दूसरी ओर कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद, गया, नवादा में शाम होते ही बादल छाए रहने के साथ हल्की बूंदाबांदी से लोगों को गर्मी से राहत मिली।
औरंगाबाद व इसके आसपास इलाकों में हल्की वर्षा के साथ ओले गिरे। इन जगहों पर हवा की गति 30-40 किमी प्रतिघंटा रही। मौसम में आए बदलाव से लोगों को राहत मिली।
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प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 40.7 27.8
गया 41.2 24.4
भागलपुर 40.2 25.8
मुजफ्फरपुर 39.0 26.2
अगले तीन दिनों का मौसम का पूर्वानुमान25 अप्रैल : बांका, नवादा, शेखपुरा, कैमूर, बक्सर, भागलपुर, सहरसा, सिवान, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, भोजपुर, पटना व दक्षिण पश्चिम जिलों के एक या दो स्थानों पर लू की संभावना है। प्रदेश के अधिसंख्य भागों में गर्म दिन रहने के आसार हैं।
26 अप्रैल : प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम एवं दक्षिण-पूर्व जिलों के कुछ स्थानों पर लू को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के अधिसंख्य भागों में गर्म दिन रहने की संभावना है।
27 अप्रैल : पटना सहित दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पश्चिम जिलों के कुछ स्थानों पर लू को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर-पश्चिम एवं दक्षिण-पूर्व जिलों के एक या दाे स्थानों पर लू को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
Bihar Politics: 'देश लड़ रहा स्वतंत्रता का दूसरा संघर्ष', बिहार Congress के अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: जिनको इतिहास की समझ है और देश की पराधीनता के कारणों के बारे में पता है उनको यह समझाने की जरूरत नहीं है कि देश आर्थिक पराधीनता से जूझ रहा है। कांग्रेस के नेतृत्व में स्वतंत्रता का दूसरा संघर्ष जारी है।
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी का वर्तमान रूप है, जिसका मुख्य उद्देश्य मुनाफाखोरी है। ये बातें बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने 1857 के क्रांति के नायक वीर कुंवर सिंह के 167वें विजयोत्सव समारोह में कही। मंगलवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में समारोह का आयोजन हुआ था।
वीर कुंवर सिंह का किया जिक्रसमारोह की अध्यक्षता करते हुए अखिलेश ने कहा कि आज वीर कुंवर सिंह सबसे प्रासंगिक हैं। उनकी याद आ रही, क्योंकि अगर हम नहीं संभले और सरकार को उखाड़ फेंकने में विफल रहे तो भारत फिर उस स्थिति में पहुंच जाएगा, जिससे निकलने के लिए वीर कुंवर सिंह को स्वतंत्रता का पहला संघर्ष करना पड़ा था।
केंद्र सरकार पर मुनाफा खोरी के लगाए आरोपउन्होंने कहा कि कुछ हाथों में देश की संपत्ति गिरवी रखी जा रही, क्योंकि केंद्र सरकार मुनाफाखोर हो गई है। मुनाफा कमाने के लिए बुनियादी जरूरतों की चीजें भी बेची जा रही हैं। एयरपोर्ट, इंश्योरेंस कंपनी, रेलवे एवं खाना पकाने वाले गैस से लेकर रेलवे स्टेशन तक बेचे जा रहे।
अडाणी और अंबानी ईस्ट इंडिया कंपनी का वर्तमान स्वरूप हैं और मीर जाफर सामने खड़ा है। भारत एक बार फिर आर्थिक पराधीनता की ओर बढ़ रहा है। डा. समीर कुमार सिंह, अंबुज किशोर झा, राजेश राठौड़, लाल बाबू लाल, डा. विनोद शर्मा, राज छविराज आदि समारोह में उपस्थित रहे।
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