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Bihar News: बीपीएससी परीक्षा में डिबार किए गए अभ्यर्थियों को मिली राहत, स्थायी प्रतिबंध आदेश रद
जागरण संवाददाता, पटना। पटना हाईकोर्ट ने शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा 2023 के दौरान दूसरे उम्मीदवार को अपने स्थान पर बैठाने के आरोप में स्थायी रूप से डिबार किए गए अभ्यर्थी को बड़ी राहत दी है।
न्यायाधीश सत्यव्रत वर्मा की एकलपीठ ने आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को निरस्त करते हुए वेबसाइट से नोटिस हटाने और देशभर के सभी आयोगों को यह सूचना भेजने का निर्देश दिया है कि प्रतिबंध का आदेश अब प्रभावी नहीं है।
यह आदेश प्रभाष कुमार द्वारा दाखिल याचिका पर सुनवाई के बाद दिया गया। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अविनाश शेखर ने कोर्ट को बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग ने 29 दिसंबर 2023 को एक सूचना जारी कर 49 अभ्यर्थियों पर यह आरोप लगाया कि वे शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा में अपनी जगह दूसरे को बैठा दिया था।
आगामी परीक्षा में बैठने से कर दिया गया था वंचितइसी आधार पर उन्हें किसी भी आगामी परीक्षा में बैठने से स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया। अधिवक्ता ने दलील दी कि याचिकाकर्ता ने 8 दिसंबर 2023 को गणित शिक्षक के पद के लिए आयोजित परीक्षा में स्वयं शामिल होकर बायोमेट्रिक जांच और फोटो वेरीफिकेशन करवाया था।
उन्हें परीक्षा में केवल 40 अंक प्राप्त हुए और वे चयनित भी नहीं हुए। ऐसे में न तो कोई अनुचित लाभ प्राप्त हुआ और न ही किसी तरह की अनियमितता सिद्ध हुई। बीपीएससी ने अपने जवाबी हलफनामे में माना कि यदि कोई अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ी करता है, तो बिहार परीक्षा संचालन कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है।
लेकिन इस मामले में याचिकाकर्ता के खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई। कोर्ट ने याचिकाकर्ता की दलीलों को स्वीकारते हुए बीपीएससी के स्थायी प्रतिबंध संबंधी आदेश को गलत और अवैध करार देते हुए उसे रद कर दिया।
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Bihar News: बिहार के 101 अनुमंडलों में चलेंगी 166 डीलक्स बसें, जिला मुख्यालय से होगी कनेक्टिविटी; रूट तय
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी 101 अनुमंडलों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने के लिए 166 डीलक्स बसों का परिचालन शुरू होगा। परिवहन विभाग के अनुसार, अगले महीने के दूसरे सप्ताह से बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी।
इसको लेकर बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) छह शहरों के अनुमंडलों को 109 जोन में बांटकर कुल 166 बसों को चलाने की तैयारी कर रहा है। ये सभी बसें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, भागलपुर और गया की पंचायतों को जिला मुख्यालयों से जोड़ेंगी।
इनके परिचालन का पूरा रूट निर्धारित कर लिया गया है। अभी सभी बसें परमिट फेज में हैं। जल्द ही इन सभी का परमिट क्लियर कर दिया जाएगा।
राजधानी तक की यात्रा हो जाएगी सुगमबीएसआरटीसी के अनुसार, ये सभी नान-एसी होंगी जो डीजल से चलेंगी। इनमें 40 लोग बैठ सकेंगे। साथ ही बसों में कैमरा, पैनिक बटन और जीपीएस ट्रैकर भी लगा होगा। इन बसों के शुरू होने से लोगों की पहुंच जिला मुख्यालयों के साथ ही राजधानी तक भी सुगम हो जाएगी।
आने वाले दिनों में प्रखंड स्तर से भी बस सुविधा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इनमें सबसे अधिक 32 बसें राजधानी से अन्य अनुमंडलों के लिए रवाना होंगी।
पटना से रक्सौल, नरकटियागंज, जयनगर, गोपालगंज, दरभंगा, रांची, गुमला, नवादा, राजगीर, आरा-रांची, आरा-धनबाद, आरा-वाराणसी, बिहारशरीफ-रांची, बिहारशरीफ-बोकारो, पटना-हावड़ा, पटना-वाल्मीकिनगर के लिए भी बसें चलेंगी।
भागलपुर और दरभंगा से चलेंगी इतनी बसेंपूर्णिया से कुल 25 बसें एक ट्रिप में चलेंगी। भागलपुर और दरभंगा से 24-24 बसें, मुजफ्फरपुर से 30 और गया जिले से 31 डीजल बसें अलग-अलग समय पर चलेंगी। यह सभी बसें राज्य के सभी जिलों को जोड़ने के साथ आगे राजधानी से जुड़ेंगी।
इनमें पटना, दरभंगा और गया के अनुमंडलों से झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए भी बसें चलाने की तैयारी हैं।
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Patna News: अल्ट्रासाउंड के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, सुविधा में नंबर 1 बनने के लिए तैयार हो रहा पटना
जागरण संवाददाता, पटना। मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी लाने के लिए गर्भावस्था में जांच की सबसे विश्वनीय अल्ट्रासाउंड जांच सुविधा बढ़ाने के लिए सिविल सर्जन ने राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत को पत्र लिखा है। सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह ने अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ व पालीगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बख्तियारपुर, गर्दनीबाग अस्पताल में एक-एक सामान्य अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित करने की मांग की है।
वहीं, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन आठ वर्ष पुरानी होने के कारण होने वाली परेशानी का हवाला देते हुए नई सामान्य मशीन मांगी है।
इसके अलावा गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में एक सामान्य मशीन कार्यरत होने के बावजूद गंभीर रोगियों की जांच के लिए पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन देने का आग्रह किया गया है।
31 अस्पताल, अभी छह में होता अल्ट्रासाउंडसिविल सर्जन के अधीन जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उससे उच्च स्तर के 31 अस्पताल हैं। इनमें से सिर्फ छह सदर अस्पताल गुरु गोविंद सिंह, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल, बिहटा, नौबतपुर, मोकामा के रेफरल हास्पिटल व मसौढ़ी के अनुमंडलीय अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड जांच होती है। शहरी क्षेत्र में सिर्फ गुरु गोविंद सिंह में ही मुफ्त अल्ट्रासाउंड जांच सुविधा होती है।
- अल्ट्रासाउंड मशीनों की तत्काल आवश्यकता
- मातृ-शिशु मृत्युदर कम करने का प्रयास
- अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड सुविधा का विस्तार
- गर्भावस्था में भ्रूण की उम्र, स्थिति व हृदय गति समेत विकास की निगरानी।
- लिवर, किडनी, पित्ताशय, तिल्ली, अग्न्याशय आदि अंगों में पथरी, ट्यूमर, सूजन का मूल्यांकन।
- हृदय की धड़कन, वाल्व की स्थिति, रक्त प्रवाह व कार्यप्रणाली की जांच।
- स्त्री रोग एवं प्रजनन स्वास्थ्य में गर्भाशय व डिम्बग्रंथि की स्थिति व संतानहीनता के कारणों की जांच में उपयोग।
- यूरिन में रुकावट, प्रोस्टेट ग्रंथि, मूत्राशय की स्थिति की जांच।
- मांसपेशियों व जोड़ो में सूजन, तरल पदार्थ संग्रह या चोट का पता लगाना।
- डाप्लर अल्ट्रासाउंड से रक्त प्रवाह की दिशा-गति का विश्लेषण, थक्के, नसों में रुकावट या वैरिकोज़ वेन्स की जांच में भी यह उपयोगी।
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मृत्युंजय मानी, पटना। स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग आमजन के लिए खोल दी गयी है। प्रथम दो घंटे का शुल्क 20 रुपये रखा गया है। प्रत्येक दो घंटे पर 20-20 रुपये शुल्क बढ़ता जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान इसका लोकार्पण किया था। फिलहाल मौर्यलोक कैंपस स्थित 60 कारों की क्षमता वाली पार्किंग को आम जन के लिए खोला गया है।
तारामंडल के सामने 96 कारों की क्षमता वाली पार्किंग के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। बता दें कि बुद्धमार्ग कोतवाली टी प्वाइंट पर एक मौर्यालोक और दूसरी तारामंडल की तरफ कार पार्किंग बनी है।
शटल सिस्टम वाली स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण 28 लाख की लागत से कराया गया है। बिहार में पहली बार 600 टन स्टील स्ट्रक्चर वाली आधुनिक पार्किंग का निर्माण कराया है।
बुद्धमार्ग में फुटओवरब्रिज का भी निर्माण कराया गया है। स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग की क्षमता 156 कार की पार्किंग की है।
मौर्यलोक की तरफ 60 तथा तारामंडल की तरफ 96 कार एक साथ पार्क की जा सकेगी। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने ट्रायल प्रक्रिया पूरी कर ली है।
तारामंडल और मौर्यलोक के पास स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग।
मौर्यलोक के सामने तारामंडल की तरफ बनी स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग सीधे नेहरुपथ से जुड़ रही है। नेहरुपथ से वाहन सीधे ब्रिज से आएंगे और वापस जाएंगे।
ब्रिज निर्माण पथ निर्माण विभाग करने जा रहा है। स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग से जोड़ने के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
खुद ब खुद खाली स्थान पर चली जाती है कारस्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग के प्लेटफार्मर पर गाड़ी खड़ा करना है। एक कार्ड मिलेगा। कार अपने आप खाली स्थान पर जाकर लग जाएगी। वापस कार लेने के लिए स्कैन करते ही वह स्वत: नीचे आ जाएगी। तय शुल्क जमा करके कार लेकर चले जाना है।
पार्किंग के लिए कितने रुपये चुकाने होंगे?- पहले दो घंटे : 20 रुपये
- प्रत्येक दो घंटे पर : 20 रुपये
स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग में आमजन अपने वाहन की पार्किंग करने लगे हैं। मौर्यालोक परिसर में लगने वाला पार्किंग शुल्क स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग में भी लगेगा। मुख्य मकसद है कि लोग यहां अपना वाहन लगाएं। शहर में पहली बार इस तरह की पार्किंग का निर्माण किया गया है। - अनिमेष कुमार पराशर, आयुक्त, पटना नगर निगम।
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Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में इन मुद्दों पर NDA सरकार को घेरेगा महागठबंधन, शुरू हुई तैयारी
राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन की समन्वय समिति सप्ताह भीतर पूर्ण आकार पा लेगी। उसके बाद इसकी बैठकों का क्रम शुरू होगा। उन बैठकों के साथ ही महागठबंधन की चुनावी रणनीति परवान चढ़ती जाएगी। मुद्दे लगभग तय हैं और घटक दल अपनी-अपनी पसंद की सीटें भी चिह्नित कर चुके हैं।
समीकरण व संभावना के आधार पर समन्वय समिति सीटों पर समझौते की बात आगे बढ़ाएगी। गुरुवार को प्रेस-वार्ता में महागठबंधन के नेताओं ने इसका संकेत दिया।
चुनावी मुद्दे तयराज्य व केंद्र सरकार के विरुद्ध आरोपों की झड़ी लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की बैठक के एजेंडे में वस्तुत: बिहार की चिंता रही। नौजवानों, महिलाओं, गरीबों के हित से जुड़े मुद्दों पर बात हुई। पलायन, बेरोजगारी, आरक्षण, भ्रष्टाचार, अपराध आदि हमारे मुद्दे हैं।
उन पर महागठबंधन एकमत है और जनता के बीच एकसुर में अपनी बात रखेगा। 2012 के बाद बिहार को स्थिर सरकार नहीं मिली। जनादेश के अपमान का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि अगली सरकार महागठबंधन की होगी।
बिहार की दुर्दशा के लिए तेजस्वी ने पीएम से मांगा जवाबतेजस्वी ने कहा कि भाजपा मुद्दों पर बात नहीं करती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार-बार बिहार आ रहे। बिहार की दुर्दशा के लिए उन्हें उत्तर देना चाहिए। एकमात्र नीतीश कुमार दोषी नहीं। बिहार में अपराध व भ्रष्टाचार चरम पर है। क्या यही डबल इंजन है?
मोदी बताएं कि अपने शासन-काल में उन्होंने बिहार क्या दिया और गुजरात को क्या? पिछले 20 वर्षों में कोई सकारात्मक काम नहीं हुआ, जिससे बिहार आगे हो। प्रति व्यक्ति आय, निवेश, किसानों की आय, सभी मामलों में बिहार फिसड्डी है।
मुद्दों से इधर-उधर नहीं होने देंगे: अल्लावारूअल्लावारू ने कहा कि महागठबंधन की चुनावी रणनीति जन-हित पर केंद्रित होगी। हम मुद्दों पर एकजुट होकर जाएंगे और मोदी-शाह को मुद्दों से इधर-उधर नहीं होने देंगे। उन मुद्दों का उल्लेख हम घोषणा-पत्र में भी करेंगे। बैठक में मतदाता सूची में धोखाधड़ी को नियंत्रित करने पर भी चर्चा हुई।
बिना पैसे के नहीं हो सकता प्रदेश में कई काम : मुकेश सहनीविकासशील इन्सान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में कोई भी काम बिना पैसे के नहीं हो सकता। चुनौती देते हुए कहा कि वे (एनडीए) 20 वर्ष पहले की बात करते हैं, अभी की नहीं।
आइए, खुले मंच पर चर्चा कर लेते हैं। अगर पुरस्कृत किया जाए तो सारे गलत कामों का मेडल भाजपा को मिलेगा। वीआइपी तेवर और डिलीवर में पीछे नहीं रहने वाली।
नीतीश सरकार में रहते हुए उत्तर प्रदेश सरकार का विरोध कर मैं इसकी अनुभूति करा चुका हूं। अब लालू प्रसाद की विचारधारा वाली सरकार बनाना है। माले के प्रदेश सचिव कुणाल ने कहा कि भाजपा पर्दे के पीछे से सरकार चला रही।
बिहार की स्थिति बेहद दयनीय है। माकपा के प्रदेश सचिव ललन चौधरी और भाकपा के प्रदेश सचिव रामनरेश पांडेय ने बिहार में बदलाव का संकल्प जताते हुए महागठबंधन को एकजुट बताया।
बैठक में सहभागीराजद से पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी व आलोक मेहता, प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू व सांसद संजय यादव। कांग्रेस से कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, विधायक दल के नेता डा. शकील अहमद खान व मदन मोहन झा।
माले के प्रदेश सचिव कुणाल व धीरेंद्र झा। भाकपा से रामनरेश पांडेय, नागेंद्र ओझा। माकपा से ललन चौधरी, विधायक दल के नेता अजय कुमार। विकासशील इन्सान पार्टी से संस्थापक मुकेश सहनी, बाल गोविंद बिंद, पप्पू चौहान।
पारस को आमंत्रण नहींरालोजपा अध्यक्ष पशुपति पारस के भी बैठक में उपस्थित होने की चर्चा थी, लेकिन महागठबंधन ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया। अंदरुनी सूत्र बता रहे कि अब कोई भी नया दल समन्वय समिति के निर्णय से ही महागठबंधन का घटक बनेगा।
समन्वय समिति की सहमति के बगैर अगर रालोजपा को राजद सहयोगी बनाना चाहता है तो उसे अपने हिस्से से ही बंटवारा करना होगा। ऐसे में पारस का मामला अभी भंवर में प्रतीत होता है।
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Bihar News: बिहार में परीक्षा माफियाओं पर EOU का शिकंजा, 175 का डोजियर तैयार
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने करीब 175 परीक्षा माफियाओं का डोजियर तैयार किया है। यह डोजियर प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराने वाले अपराधियों की कुंडली है, जिसमें उनके गिरोह के साथ विस्तृत जानकारी एक जगह इकट्ठा की गई है।
अपराधियों पर रखी जा रही नजरइस डोजियर की मदद से पेपर लीक में शामिल अपराधियों पर नजर भी रखी जा रही है। इस डोजियर में कई ऐसे अपराधी भी हैं, जो दूसरे राज्यों की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी आरोपित हैं। ऐसे में इनकी गिरफ्तारी के लिए डोजियर के जरिए दूसरे राज्यों से भी मदद ली जा रही है।
ईओयू कर रही जांचपिछले कुछ वर्षों में बिहार में सिपाही भर्ती, बीपीएससी, शिक्षक भर्ती, नीट और स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की परीक्षाओं में पेपर लीक व धांधली की घटनाएं हुई हैं। इन कांडों की जांच बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) कर रही है।
वरीय अधिकारियों के अनुसार, हाल के दिनों में बिहार में हुए पेपर लीक की घटनाओं में शामिल अभियुक्तों की तलाश और नेटवर्क को खंगालने के बाद इस डोजियर को तैयार किया गया है। इनमें कई अपराधी गिरफ्तार भी हुए हैं, जबकि कइयों को गिरफ्तार किये जाने की प्रक्रिया चल रही है।
डोजियर की मदद से अपराधियों तक पहुंचना होगा आसानपेपर लीक से जुड़े कई मामलों में आरोपित जमानत पर भी हैं। इस डोजियर की मदद से भविष्य में परीक्षा में धांधली या पेपर लीक का मामला सामने आने पर गिरोह तक पहुंचना आसान होगा। इसके साथ सतर्कता के तौर पर परीक्षा से पहले कुछ बड़े माफियाओं की ऑनलाइन-ऑफलाइन गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी।
इसका मदद से किसी भी एक अपराधी की संलिप्तता सामने आने पर उनके पूरे नेटवर्क तक पहुंच हो सकेगी। इनके विरुद्ध पूर्व के मामला होने से न्यायालय से सजा दिलाने में भी आसानी होगी।
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जागरण संवाददाता, पटना। शौर्य दिवस पर 23 अप्रैल को राजधानी के आकाश में भारतीय वायुसेना के नौ हाक 132 जेट विमान करतब दिखाएंगे। भारतीय वायुसेना की प्रतिष्ठित सूर्य किरण एरोबैटिक टीम भव्य शो का आयोजन करेगी। यह सभी के लिए यह एक अविस्मरणीय क्षण होगा।
तैयारियों में जुटा जिला प्रशासनइसके लिए जिला प्रशासन तेजी से सारी प्रशासनिक तैयारी कर रहा है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने शो की प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा के दौरान कहा कि यह अत्यंत गर्व की बात है कि पटना जिले में पहली बार यह शो होने जा रहा है। विश्वप्रसिद्ध जेपी गंगा पथ पर यह एयर शो होगा।
जेपी गंगा पथ पर होगा आयोजनआयुक्त कार्यालय के सामने जेपी गंगा पथ अंडरपास से पूरब की तरफ सभ्यता द्वार के पास गंगा नदी के किनारे तक कार्यक्रम स्थल है। इसके लिए भीड़ प्रबंधन, प्रोटोकाल, सुरक्षा समेत अन्य तैयारियां तेजी से की जा रही हैं।
21 को आएगी सूर्य किरण एरोबैटिक टीमडीएम ने बताया कि 21 अप्रैल को सूर्य किरण एरोबैटिक टीम आएगी। इसके बाद 22 अप्रैल को फुल ड्रेस रिहर्सल तथा 23 अप्रैल को जेपी गंगा पथ पर लगभग एक घंटे के भव्य एयर शो का आयोजन होगा।
दूसरे दिन का कार्यक्रम स्कूल-कालेजों के छात्र-छात्राओं के लिए विशेष रूप से समर्पित है। ताकि युवाओं में वायु सेना के प्रति रुचि, गर्व और करियर के अवसरों की जानकारी हो।
स्कूल-कॉलेजों में किया जा रहा प्रचारइसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को स्कूल-कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में शो के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया गया है। भीड़-प्रबंधन, सुचारु यातायात तथा विधि-व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा।
अस्थायी नियंत्रण कक्ष एवं अस्थायी अस्पताल की स्थापना की जाएगी। जेपी सेतु से गांधी सेतु तक निजी नावों का परिचालन बंद रहेगा।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद पीताम्बर पासवान की पुत्रवधू प्रीति राज ने गुरुवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर प्रीति राज का स्वागत किया।
दिलीप जायसवाल ने दिलाई बीजेपी की सदस्यताप्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि हमेशा जनता के कल्याण और राष्ट्र के प्रति समर्पित भाजपा परिवार में लोगों की आस्था हर दिन बढ़ती जा रही है। पार्टी के प्रति आस्था जता रहे सभी का स्वागत है। साथ ही जायसवाल ने प्रीति राज से कहा कि पार्टी से जुड़कर वे राष्ट्र एवं बिहार के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
कार्यकर्ताओं की बदौलत ही भाजपा सबसे बड़ी पार्टीएक ओर जहां राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद की पुत्रवधू ने बीजेपी का दामन थाम लिया। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को मंगल तालाब स्थित घसीटा कहार ऑडिटोरियम में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया।
भाजपा एक राजनीतिक संगठन के साथ-साथ सामाजिक संगठन है। समाज कल्याण, संस्कृति उत्थान, राष्ट्रीय आपदा में कार्य करते हुए एक सशक्त राष्ट्र निर्माण कार्य में कार्यकर्ता एकजुट होकर कार्य करते हैं। यह बात विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही।
कार्यकर्ता सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री हरि साहनी व महापौर सीता साहू भी शामिल हुईं। मंत्री ने कहा कि कार्यकर्ताओं के मेहनत का फल है भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बना है। महापौर ने कहा कि संगठन में कार्यकर्ता ही सर्वोपरि होते हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने देश हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
कार्यक्रम का संचालन भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने किया। सम्मेलन में प्रदेश भाजपा नेता मृत्युंजय झा, पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी, पूर्व उपमहापौर रूप नारायण मेहता, बलराम मंडल, किरण शंकर ने भी राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए संगठन को मजबूत बनाने पर बल दिया।
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Bihar Weather: बिहार में आज भी जारी रहेगा मौसम का कहर, तेज आंधी और बारिश मचाएगी तबाही; IMD का ऑरेंज अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी पटना सहित प्रदेशभर के मौसम में लगातार बदलाव जारी है। शुक्रवार को भी राजधानी व आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-तड़क के साथ बारिश होगी, जिसे लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में बारिश के आसारबिहार के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय व नवादा जिले के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी भागों के कुछ स्थानों गरज-तड़क को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, इस दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में) पटना 37.0 26.0 भागलपुर 36.0 24.0 मुजफ्फरपुर 35.0 25.0 सिवान : बारिश से बढ़ी किसानों की चिंता
जिले में गुरुवार की दोपहर हुई झमाझम वर्षा ने जहां को लोगों को गर्मी से राहत दिलाई, वहीं जगह-जगह जल जमाव व कीचड़ होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं इस वर्षा से किसानों के चेहरे पर सिकन देखी गई।
बताया जाता है कि किसानों की फसल खेतों खड़ी है तथा कुछ काटकर दवनी के लिए खलिहान में रखी है। वर्षा से उनकी गेहूं की फसल बर्बाद होने की आशंका से किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। किसानों का कहना है कि समय पर वर्षा नहीं होने से पंपिंग सेट से फसलों की सिंचाई की, जब फसल तैयार हुई और काटने के समय आया तो बारिश इसे नुकसान पहुंचा रही है।
बारिश से किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इससे किसान अपने भाग्य को कोस रहे हैं। यह वर्षा आम, लीची एवं सब्जी की खेती के लिए लाभदायक साबित होगी। वहीं, गेंहू सहित पकी फसलों के लिए नुकसानदायक है।
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नीरज कुमार, पटना। बिहार से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है कि वे अब रेल मार्ग से कश्मीर की वादियों की भी सैर करेंगे।
भारतीय रेलवे ने चिनाब नदी एवं अंजी खंड पर पुल का निर्माण कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर को पटना सहित देश के अन्य भागों से जोड़ दिया है। इससे श्रद्धालु अब श्रीनगर तक आसानी से जा सकेंगे। इसका लाभ बिहार समेत देशभर के पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को मिलेगा।
रेलवे ने ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक नाम से यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। चिनाब नदी पर बना पुल रियासी जिले में स्थित है।
अंजी खड्ड पुल।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। चिनाब नदी पर बना रेल पुल 1,315 मीटर लंबा है। नदी तल से यह पुल 359 मीटर ऊंचा है। पुल की कुल लागत 1,486 करोड़ रुपये है। कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन ने इसे तैयार किया है। अगले 120 वर्षों के मद्देनजर इस पुल को तैयार किया गया है।
इसका आर्च 550 मीटर है। यह पुल 266 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली आंधी को भी सहन कर सकता है। इस पुल के निर्माण में 28,660 मीट्रिक टन इस्पात लगा है। इस पुल के निर्माण में आईआईटी रुड़की एवं आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों ने योगदान दिया है।
पटना से जम्मू, उसके बाद श्रीनगर का करेंगे सैरपटना जंक्शन से श्रद्धालु या पर्यटक पहले जम्मू जाएंगे। उसके बाद वहां से रियासी स्थित चिनाब पुल होते हुए श्रीनगर जाएंगे। पटना से अर्चना एक्सप्रेस या हिमगिरी एक्सप्रेस से पर्यटक जम्मू जा सकते हैं।
वहां से पर्यटक वंदेभारत एक्सप्रेस से चिनाब पुल होते हुए श्रीनगर तक की यात्रा करेंगे। चिनाब पुल बनने के बाद पर्यटक श्रीनगर से रामेश्वरम तक रेलमार्ग से यात्रा कर सकते हैं।
अंजी में देश का पहला केबल आधारित रेल पुल तैयारजम्मू-कश्मीर के अंजी खंड में देश का पहला केबल आधारित रेलपुल तैयार किया गया है। यह पुल कटड़ा एवं रियासी को जोड़ रहा है। यह पुल तल से 331 मीटर की ऊंचाई पर बना है। अंजी पुल 725 मीटर लंबा है।
इसके 96 केबल स्थिरता सुनिश्चित करते हैं। इसके निर्माण में 8,200 मीट्रिक टन से अधिक स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का काम पूरा कर लिया गया है। इस रेल लाइन से आसपास के गांवों को विकास होगा। चिनाब रेलवे पुल के आसपास में बसे करीब 73 गांवों को भी 225 किमी सड़कों से जोड़ा गया है। चिनाब नदी पुल बन जाने से अब कश्मीर की घाटियों का भ्रमण व श्रीनगर आना-जाना और आसान हो जायेगा। - राजेश खरे, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, उत्तरी रेलवे
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Bihar News: डोर-टू-डोर जा कर उपभोक्ताओं को Rooftop Solar के फायदों की दें जानकारी- ऊर्जा सचिव
डिजिटल डेस्क, पटना। पीएम सूर्य घर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ऊर्जा सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने मुख्यालय एवं सभी क्षेत्रीय विद्युत अभियंताओं को निर्देश दिया।
ऊर्जा सचिव ने सभी संबंधित विद्युत आपूर्ति अंचल, प्रमंडल एवं सेक्शन स्तर पर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी विद्युत अधीक्षण अभियंता अपने-अपने अंचल में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार योजना क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे।
पंकज कुमार पाल ने सूर्य घर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक विशेष सेल बनाने का निर्देश दिया जिसकी अध्यक्षता मुख्य अभियंता करेंगे। साथ ही उन्होंने डोर-टू-डोर अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधिक विद्युत खपत वाले उपभोक्ताओं से सीधा संपर्क स्थापित कर उन्हें सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लाभ बताएं और यह भी बताएं कि इससे उनका बिजली बिल कैसे न्यूनतम हो सकता है। इस योजना के अंतर्गत खराब प्रदर्शन करने वाले अभियंताओं को सख्त हिदायत देते हुए उन्हें अपनी कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया गया।
ज्ञात हो कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत उपभोक्ताओं को 2 किलोवाट तक 30,000 रुपए प्रति किलोवाट, तीसरे किलोवाट के लिए 18,000 रुपए अतिरिक्त किलोवाट के लिए और तीन किलोवाट से अधिक के लिए 78,000 रुपए की सब्सिडी मिलेगी।
उन्होंने सभी अभियंताओं से कहा कि वे पीएम सूर्य घर योजना के क्रियान्वयन में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें। प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचकर उन्हें सौर ऊर्जा के दीर्घकालिक लाभ बताएं और आवेदन प्रक्रिया में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने ये भी कहा कि लक्ष्य आधारित कार्य के साथ-साथ परिणाम पर भी पूरा फोकस रहे।
उन्होंने सभी क्षेत्रीय अभियंताओं को निर्देश दिया कि वे सप्ताह में दो दिन 'सौर ऊर्जा जन-जागरूकता दिवस' के रूप में मनाएं और अधिक से अधिक सौर संयंत्रों की स्थापना सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि राज्य में अब तक कुल 5683 निजी भवनों पर सौर संयंत्र अधिष्ठापित किए गए हैं जिससे 21 मेगावाट बिजली उत्पादित हो रही है। इस योजना के क्रियान्वयन से न केवल सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन मिल रहा है बल्कि लोगों के बिजली बिल में भी अप्रत्याशित कमी आ रही है।
'अप्रैल में केंद्र और राज्य मत्स्य योजनाओं को हर हाल में करें पूरा', समीक्षा बैठक मत्स्य निदेशक ने जारी किए आदेश
डिजिटल डेस्क, पटना। मत्स्य निदेशालय ने केंद्र एवं राज्य योजनाओं को अप्रैल माह में हर हाल में पूर्ण करने का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही एमआईएस पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की जांच करने के बाद मत्स्य प्रसार पदाधिकारी और मत्स्य विकास पदाधिकारी को अग्रेतर कार्रवाई के लिए जिला मत्स्य पदाधिकारी को भेजने का निर्देश दिया है।
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अंतर्गत आने वाले मत्स्य निदेशालय के निदेशक अभिषेक रंजन की अध्यक्षता में गुरुवार को एक समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में निदेशक ने मुजफ्फरपुर, शिवहर, कटिहार एवं अरवल जिलों के साथ-साथ राज्य एवं केंद्र प्रायोजित योजनाओं की भी समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में मत्स्य निदेशक अभिषेक रंजन ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत मुजफ्फरपुर जिले में कुल 20.01 हेक्टेयर भूमि में नए तालाबों का निर्माण किया गया है। इसी तरह शिवहर जिले में 18.14 हेक्टेयर, कटिहार में 6.79 हेक्टेयर, अरवल में 7.13 हेक्टेयर भूमि पर तालाब के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है।
इस योजना के तहत मुजफ्फरपुर में 6.33 हेक्टेयर, शिवहर में 12.62 हेक्टेयर, कटिहार में 11.88 हेक्टेयर, अरवल में 0.35 हेक्टेयर तालाबों की मरम्मती का काम पूरा कर लिया गया है। वहीं राज्य योजनांतर्गत विशेष सहायता योजना के तहत मुजफ्फरपुर में 21.00 एकड़, शिवहर में 5.43 एकड़, कटिहार में 24.00 एकड़ और अरवल में 7.99 एकड़ में तालाब बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री चौर विकास योजना के तहत सात निश्चय-02 में मुजफ्फरपुर में 75.93 हेक्टेयर में और कटिहार में 51.54 हेक्टेयर में तालाब निर्माण का काम पूर्ण हो चुका है। इस समीक्षा बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 में उपरोक्त जिलों के द्वारा अबतक प्राप्त की गई उपलब्धियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में मुजफ्फरपुर, शिवहर, कटिहार और अरवल जिले के मत्स्य विकास पदाधिकारी और मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, परियोजना समन्वयक तथा अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
Bihar Teacher Transfer: बिहार में शिक्षा विभाग का अहम फैसला, 7351 महिला शिक्षकों का ट्रांसफर
जागरण टीम, पटना/मुजफ्फरपुर। बिहार में दूरी के आधार पर 7,351 महिला शिक्षकों का अंतरजिला स्थानांतरण (Bihar Teacher Transfer) किया गया है। इनमें 91 महिला शिक्षक पुराने वेतनमान वाली नियमित हैं। बाकी 7,260 सक्षमता परीक्षा पास विशिष्ट शिक्षिका हैं।
दूरी के आधार पर 7,351 महिला शिक्षकों के अंतरजिला स्थानांतरण का फैसला शिक्षा सचिव की अध्यक्षता वाली समिति की बैठक में लिया गया।
हालांकि, उन 6,772 महिला शिक्षकों के आवेदन पर समिति ने विचार नहीं किया, जिन्होंने दूसरे जिलों से पटना आने के लिए आवेदन किया था। पटना में स्थानांतरण के लिए इन 6,772 महिला शिक्षकों के आवेदन पर बाद में विचार होगा।
शिक्षा विभाग ने जारी ट्रांसफर लिस्टजिन 7,351 महिला शिक्षकों का अंतरजिला स्थानांतरण हुआ है, उनकी सूची भी शिक्षा विभाग ने जारी कर दी है। इन महिला शिक्षकों का स्थानांतरित जिलों में 25 अप्रैल 30 अप्रैल तक विद्यालय आवंटन होगा।
उसके पहले ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उन्हें इस आशय के शपथ पत्र अपलोड करने होंगे कि आवेदन पत्र एवं घोषणा में उनके द्वारा दी गयी जानकारी गलत पाये जाने पर उन पर कार्रवाई की जा सकेगी।
ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड करना होगा शपथ पत्रउन्हें इस आशय का भी एक और शपथ पत्र ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड करना होगा कि स्थानांतरण के लिए आवंटित जिला उन्हें स्वीकार है।
समिति द्वारा उनके द्वारा विद्यालय आवंटन के विकल्प पर प्राथमिकता के आधार पर विचार किया जायेगा। जहां प्राथमिकता के आधार पर रिक्ति उपलब्ध नहीं होगी, वहां उसके निकटतम विद्यालय के पंचायत-प्रखंड में पदस्थापन करने पर उन्हें स्वीकार होगा।
चार महीने से नहीं मिला शिक्षकों का वेतनदूसरी ओर, नियोजित से विशिष्ट बने 1366 हजार से अधिक शिक्षकों का वेतन नहीं मिल रहा है। वेतन के अभाव में शिक्षक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, जबकि विभाग का यह आदेश था कि 31 मार्च तक सभी विशिष्ट शिक्षकों का वेतन भुगतान कर देना है। शिक्षा विभाग द्वारा तय की गई समय सीमा भी समाप्त हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर जिले में प्रथम सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 7777 विशिष्ट शिक्षक है। 7096 शिक्षकों का एचआरएमएस पोर्टल पर ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया पूर्ण हुई है। बताया जा रहा 85 प्रतिशत शिक्षकों का वेतन नहीं मिला है।
परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के तिरहुत प्रमंडल प्रभारी लखन लाल निषाद ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी व डीपीओ स्थापना की लापरवाही से वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। 1300 से अधिक शिक्षकों को चार महीने से वेतन नहीं मिला है। दूसरी ओर, पिक एंड चूज पॉलिसी के तहत वेतन भुगतान करने का आरोप लगाया है।
जिन शिक्षकों का प्रान नंबर मार्च में जनरेट हुआ, उनका फरवरी तक का वेतन भुगतान मार्च में ही कर दिया गया। वहीं, जिन शिक्षकों का प्रान नंबर फरवरी में जनरेट हुआ उनका अभी तक जनवरी का भी वेतन भुगतान नहीं हुआ है। एचआरएमएस पोर्टल पर जिन शिक्षकों की डेटा ऑनबोर्डिंग हो गया उनका वेतन भुगतान की प्रक्रिया अंतिम दौर में है।
मुख्यालय से प्राप्त डेटा के आधार पर ही शिक्षकों के वेतन भुगतान की प्रक्रिया शुरू होती है। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय संगठन प्रभारी लखन लाल निषाद ने कहा कि जिन शिक्षकों का चार माह से वेतन नही मिला है। उनकी आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा चुकी है।जिले के सभी शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं होने की स्थिति में अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा।
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Bihar Film Policy: पर्दे पर चमकने लगा बिहार, एक्टिंग और शूटिंग की आई बहार
प्रभात रंजन, पटना। बड़े एवं छोटे पर्दे पर बिहार चमकने लगा है। आनेवाले समय में यह चमक और बढ़ने वाली है। ऐसा इसलिए कि बिहार की फिल्म नीति फिल्ककारों का रुझान बढ़ा रही है।
नतीजा है कि कई फिल्मों की शूटिंग शुरू हो चुकी है तो कई अभी पाइपलाइन में हैं, जिनकी शूटिंग निकट भविष्य में होनेवाली है।
इससे एक तो शूटिंग लोकेशनों की सूरत और निखरेगी तो यहां के कलाकारों की किस्मत भी संवरेगी। साथ ही रोजगार का सृजन भी होगा।
फिल्म नीति लागू करने के बाद शूटिंग के लिए मिलने वाली एनओसी प्रक्रिया को आसान बनाने की कवायद जारी है। देश में कहीं से भी निर्माता निर्देशक राज्य के इलाकों में फिल्म शूटिंग के लिए आनलाइन एनओसी प्राप्त कर सकते हैं।
इसे लेकर कला संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से मई के अंत तक फिल्म पोर्टल लांच करने की संभावना है। फिल्म निर्माता व निर्देशक पोर्टल पर अपना आवेदन जमा करने के बाद इमेल के जरिए एनओसी प्राप्त कर सकते हैं।
इसे जल्द से जल्द सुचारू रूप से आरंभ करने को लेकर विभागीय स्तर कार्य हो रहा है। सारे कार्य सिंगल विंडो सिस्टम के तहत होगा।
कला संस्कृति एवं युवा विभाग अंतर्गत बिहार राज्य फिल्म वित्त निगम लि. के सलाहकार अरविंद कुमार ने बताया कि प्रदेश में फिल्म नीति लागू होने के बाद फिल्म निर्माताओं का रुझान फिल्मों की शूटिंग को लेकर बढ़ा है।
इसके लिए सप्ताह में एक या दो आवेदन आ रहे हैं। एनओसी प्राप्त करने को लेकर विभाग की ओर से तेजी से कार्य चल रहा है। जल्द से जल्द इसका लाभ फिल्म निर्माताओं को मिलेगा।
अन्य राज्यों की तुलना में अधिक सब्सिडीअभी तक प्रदेश में 12 फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर निर्माता पर्यटन स्थलों को शूट कर चुके हैं। इसमें भोजपुरी फिल्म संघतिया की शूटिंग पूरी हो चुकी है।
फिल्म निर्माता विनीत झा व निर्देशक अभिषेक चौहान ने प्रदेश के अलग-अलग स्थलों पर जाकर फिल्म शूटिंग का कार्य संपन्न किया है।
संघतिया को बिहार सरकार की फिल्म प्रोत्साहन नीति के तहत सब्सिडी का लाभ मिल सकता है। फिल्म की 75 फीसद शूटिंग प्रदेश में हुई है।
राजधानी के गंगा पथ पर फिल्म की शूटिंग करते कलाकार।
फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए बिहार सरकार किसी और राज्य की तुलना में सबसे ज्यादा चार करोड़ रुपये तक का बजट दे रही है।
भोजपुरी फिल्म संघतिया पूरी होकर सेंसर की प्रक्रिया में है। नई नीति के अंतर्गत सब्सिडी पाने वाली यह पहली फिल्म हो सकती है।
फिल्म निर्माताओं को सब्सिडी का लाभ शूटिंग पूरी होने के बाद मिलेगा। फिल्म शूटिंग को लेकर निर्माताओं को बिहार राज्य फिल्म वित्त निगम लि. से सहयोग लेना होगा।
पोर्टल पर होंगे पर्यटन स्थलों के नामपोर्टल पर राजधानी समेत विभिन्न जिलों के पर्यटक स्थलों के नाम होंगे। इसमें पटना के जेपी गंगा पथ, नालंदा, राजगीर, नवादा, सासाराम, दियारा, कैमूर सहित प्रमुख पर्यटन स्थलों के नाम पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा।
इससे आवेदन करने में निर्माताओं को आसानी होगी। इसके अलावा प्रदेश में वीटीआर, कैमूर, बांका, गया के जंगल समेत वन क्षेत्रों और अन्य स्थलों पर शूटिंग करना आसान होगा।
शूटिंग के लिए शहर रहा है आकर्षण का केंद्रफिल्म शूटिंग को लेकर राजधानी फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। फिल्म नीति लागू होने के बाद अमित राय निर्देशित फिल्म ओ माई डाग की शूटिंग पटना के अलग-अलग स्थानों पर हुई।
फिल्म में पंकज त्रिपाठी समेत अन्य कलाकार हैं। सूत्रों के अनुसार अगले माह गोविंदा दो फिल्मों की शूटिंग को लेकर आएंगे।
फिल्म निर्माता विपुल शाह और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने भी फिल्मों की शूटिंग को लेकर बिहार में रुचि दिखाई है। इसके पूर्व महात्मा गांधी पर बनी फिल्म गांधी की शूटिंग भी 1981 में पटना कलेक्ट्रेट भवन में हुई थी।
फिल्म निर्देशक रिचर्ड एटनबरो ने शूटिंग की थी। 2019 में राजकुमार गुप्ता के निर्देशन में बनी फिल्म इंडियाज मोस्ट वांटेड के दृश्य पटना के गोलघर, काली घाट, एनआइटी घाट, कारगिल चौक, बांकीपुर स्टैंड समेत अन्य जगहों पर दर्शाया था।
2018 संजय मिश्र की फिल्म डेथ आन संडे का दृश्य गुलबी घाट, बाजार समिति, कदमकुआं, डाकबंगला चौराहे आदि जगहों पर दर्शाया गया था।
इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में फिल्म निर्माताओं ने दामुल, गुटरंगू, जानी मेरा नाम, गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इवो आदि का निर्माण फिल्म जगत को नई पहचान दी थी।
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'एक साल अनुभव कीजिए, जरूरत पड़ी तो वक्फ कानून में होगा संशोधन'; बिहार BJP चीफ का बड़ा बयान
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार बीजेपी चीफ दिलीप जायसवाल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरुद्ध विपक्षी दल हमेशा से मुसलमानों में भ्रम फैलाने का काम किया है, जबकि हकीकत इससे अलग है। सीएए को लेकर भी पूरे देश में हंगामा खड़ा किया गया था। बिल पास हुए एक साल से अधिक हो गए। किसी भी मुसलमान पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा।
उन्होंने कहा कि इसी तरह वक्फ बिल को लेकर भी अफवाह का बाजार गर्म है। यह बिल गरीब और पसमंदा मुसलमान के हक में है। इसका भी एक साल अनुभव कीजिए, उसके बाद यदि किसी तरह के संशोधन की गुंजाइश बनती है तो कराई जाएगी।
उक्त बातें गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विद्यापति भवन में बिहार पसमांदा फाउंडेशन द्वारा वक्फ बिल पास, नया दौर, नया इंसाफ, शुक्रिया मोदी जी कार्यक्रम में कहीं।
'एक साल इस कानून को देख लीजिए...'उन्होंने कहा कि एक साल इस कानून को देख लीजिए, फायदा होगा तो क्यों कोई विरोध करेगा। भाजपा कार्यालय अकलियतों के लिए हमेशा खुला हुआ है। कांग्रेस के शासनकाल में अल्पसंख्यकों का भला नहीं किया गया। मोदी सरकार सबकी चिंता करती है। हिन्दुस्तान जितना हिन्दू का है, उतना ही मुसलमानों का भी।
'मोदी सरकार जब भी मुसलमानों के लिए...'वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार जब भी मुसलमानों के लिए अच्छा काम करती है तो विपक्ष भ्रम फैलाने में जुट जाता है। सीएए लागू होने के बाद अब तक कितने अल्पसंख्यक की नागरिकता समाप्त हुई है? सच्चाई यह है कि वक्फ की संपत्ति पर सरकार कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार कब्रिस्तान और मस्जिद की जमीन पर कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी। राजद शासनकाल में कब्रिस्तान की जमीन पर अतिक्रमण और कब्जा किया जाता था। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद अबतक आठ हजार कब्रिस्तान की घेराबंदी हो चुकी है।
'अनुसूचित जाति और पसमांदा एक समान'एससी-एसटी कल्याण मंत्री जनक राम ने कहा कि अनुसूचित जाति और पसमांदा एक समान हैं। एनडीए सरकार गरीब और पसमांदा समाज के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही हैं।
बिहार पसमांदा फाउंडेशन के अध्यक्ष दानिश इकबाल ने कहा कि वक्फ की संपत्ति का दुरुपयोग करने वालों की जांच कर कार्रवाई की जाए। कार्यक्रम में डॉ. अरमान, मो. नूर आलम, फैयाज काजमी, फिरोज सकरी, दिलशाद कलाल, शमशाद अंसारी, मो. इसराइल, इकबाल खलिल आदि मौजूद थे।
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Patna News: पटना में जब्त की गई 863 प्रतिबंधित रंगबिरंगी चिड़िया, 1 तस्कर गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, पटना। प्रतिबंध के बावजूद रंगबिरंगी छोटी पक्षियों की तस्करी जारी है। पटना के रास्ते अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर इनकी बिक्री की जाती है। इसको लेकर अब वन प्रमंडल सक्रिय हो गया है।
इसी क्रम में पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस पड़ाव बैरिया में छापेमारी कर बड़ी संख्या में ऐसी पक्षियों को जब्त किया गया। कुल 863 प्रतिबंधित पक्षियों को जब्त करते हुए एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है। इन्हें झारखंड के पलामू से लाया जा रहा था। बस से उतारे जाने के बाद जब्ती की कार्रवाई की गई।
863 प्रतिबंधित पक्षी जब्तपटना वन प्रमंडल के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि अनुसूची श्रेणी टू की दो प्रकार की 863 प्रतिबंधित पक्षी को जब्त किया गया है। इनमें पैराकीट श्रेणी की 29 और स्केली ब्रेस्टेड मुनिया प्रजाति की 834 पक्षी हैं।
उन्होंने बताया कि पटना ट्रांजिट रूट है। इसके पहले पटना जंक्शन पर जब्ती की गई थी। रेल और बस मार्ग से तस्कर प्रतिबंधित पक्षियों को व्यवसायिक दृष्टिकोण से तस्कर लाते हैं। इनके रखने, व्यवसाय करने पर तीन साल की कारवास का प्रविधान है।
टीम बनाकर की कार्रवाईउन्होंने बताया कि भारत सरकार की संस्था वाइड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो ने सूचना दी थी कि पलामू से पैराकीट और स्केली ब्रेस्टेड मुनिया बस से पटना ले जाई जा रही है। इसके बाद उन्होंने एक टीम का गठन किया और खुद भी बस पड़ाव पहुंच गए।
टीम के सदस्यों को मौके पर प्रशिक्षण दिया। बस आने तक टीम के सदस्य आम यात्री की तरह बैठे थे। बस से जैसे ही पक्षियों को नीचे उतारा गया, छापेमारी दल ने धावा बोल दिया। ऑटो पर रखने के क्रम में पक्षियों को जब्त कर लिया गया।
पलामू निवासी तस्कर पूछताछ के बाद भी नहीं बता रहा है कि वह पक्षियों को किस स्थान पर ले जा रहा था। पटना वन प्रमंडल सिविल कोर्ट बंद रहने के कारण तस्कर को कोर्ट में पेश नहीं कर सका। गुरुवार की सुबह में कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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बिहार में यूथ के लिए Startup Idea; यूनिवर्सिटी दे रही 10 तकनीक की ट्रेनिंग, मोटे अनाज से बनेगा काम
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: मोटे अनाज से बने व्यंजन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। बाजार में बहुत तेजी से मोटे अनाज से बने व्यंजनों की मांग भी बढ़ रही है।
निजी और सरकारी स्तर पर मोटे अनाज को बढ़ावा भी दिया जा रहा है। अगर आप भी मोटे अनाज से विभिन्न तरह के उत्पाद बनाकर अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है।
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से जल्द ही मोटे अनाज का ठेकुआ, खीर, इडली के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पशुधन उत्पाद प्रोद्योगिकी विभाग ने हाल ही में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने की 10 तकनीक विकसित की है।
इन व्यंजनों के बनाने की दी जाएगी जानकारीबासु (बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय) मिलेट ठेकुआ, मिलेट खीर, छेने के पानी का सूप, छेने के पानी से बना लाली पाप, बेलग्रामी, पनीर का आचार, बटेर के अंडे का आचार, जैसे कई व्यंजन बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इन व्यंजनों को बनाने के लिए जो तकनीक है उसे बताया जाएगा।
कैसे लें ट्रेनिंगजो भी व्यक्ति मोटे अनाज के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने की ट्रेनिंग लेना चाहते हैं, वे विश्वविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
इसके लिए उन्हें विश्वविद्यालय के साथ एमओयू करना होगा। अलग-अलग राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाना सीखने के लिए लोगों के आवनेदन आ रहे हैं।
विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के बनाने की तकनीक बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रोसेसिंग इकाई में विकसित की गई है। प्रोसेसिंग इकाई में तैयार व्यंजन विश्वविद्यालय के कर्मी के लिए बिक्री के लिए भी उपलब्ध है। जो भी व्यंजन यहां तैयार किए जा रहे हैं वो पोषक तत्वों से भरपूर है। - डॉ. सुषमा कुमारी, एचओडी, पशुधन उत्पाद प्रोद्योगिकी विभाग
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Bihar Election 2025: महागठबंधन ने बनाई को-ऑर्डिनेशन कमेटी, तेजस्वी यादव को मिली कमान
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) की व्यूह रचना के लिए महागठबंधन ने समन्वय समिति बनाने का निर्णय लिया है। इसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव करेंगे। अध्यक्ष के अलावा समन्वय समिति में 12 सदस्य होंगे। घटक छह दलों से दो-दो सदस्य।
सीट बंटवारे से लेकर मुख्यमंत्री पद के दावेदार तक का निर्णय यह समिति ही लेगी। गुरुवार को पटना में हुई महागठबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया। चुनावी रणनीति व अभियान के संचालन के लिए प्रदेश की तरह जिला व प्रखंड स्तर पर भी समन्वय समिति बनाई जाएगी।
3 घंटे चली मीटिंग, तेजस्वी ने की अध्यक्षताराजद के प्रदेश कार्यालय में लगभग तीन घंटे तक चली बैठक की अध्यक्षता तेजस्वी ने की। उसमें सभी घटक दलों के चार-चार प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। बैठक के बाद प्रेस-वार्ता में तेजस्वी ने कहा कि हमारी चर्चा वस्तुत: उन मुद्दों पर हुई है, जिनसे नौजवानों, महिलाओें व गरीबों का हित जुड़ा है। उन मुद्दों पर महागठबंधन के सभी घटक एकमत हैं और एकसुर रहेंगे।
सीट शेयरिंग और सीएम फेस का सवाल टाल गए अल्लावारूकांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने समन्वय समिति बनाए जाने की घोषणा की और कहा कि यह समिति ही विधानसभा चुनाव के संदर्भ में महागठबंधन के सभी तरह के निर्णय लेगी। हालांकि, सीट बंटवारे व मुख्यमंत्री पद के चेहरा का प्रश्न वे टाल गए।
अलबत्ता उन्होंने यूनिटी और क्लेरिटी (एकता और स्पष्टता) की बात की, लेकिन इस प्रश्न पर भी मौन रह गए कि कांग्रेस कितनी सीटों तक संतोष करेगी। इस संदर्भ में हिचकिचाते हुए तेजस्वी ने कहा कि थोड़ी प्रतीक्षा कर लीजिए।
15 अप्रैल को भी हुई थी महागठबंधन की बैठकउल्लेखनीय है कि 15 अप्रैल को नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ तेजस्वी की बैठक हुई थी। उस बैठक में भी मुख्यमंत्री पद के चेहरा पर कांग्रेस मौन रह गई थी। सूत्र बता रहे कि अब सीटों पर समझौते के बाद ही मुख्यमंत्री के चेहरा पर कांग्रेस अपना मुंह खोलेगी।
हालांकि, समन्वय समिति की अध्यक्षता सौंप दिए जाने के बाद यह तय है कि तेजस्वी के नेतृत्व में ही महागठबंधन चुनाव के मैदान में जाएगा। बैठक में सहभागी सभी घटक दलोंं के एक-एक प्रमुख नेता ने प्रेस-वार्ता को संबोधित किया।
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Wedding Season: शादियों की बहार, होगा 2000 करोड़ का व्यापार; 14 अप्रैल से 8 जून तक 29 शुभ मुहूर्त
नलिनी रंजन, पटना। एक महीने तक बंद रहे लग्न और शुभ कार्यों के बीच 14 अप्रैल से एक बार फिर से बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। इस वर्ष शादियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसके साथ ही बाजार का कारोबारी दायरा भी बढ़ने का अनुमान है।
जानकारों का कहना है कि दो साल तक सीमित दायरे में कारोबार हुआ। हालांकि, इस बार ज्वेलरी, कपड़ा और वाहन बाजार में 1500 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। लग्न के सीजन में अन्य सेगमेंट में भी 500 करोड़ रुपये का करोबार संभावित है।
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के कोषाध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू ने बताया कि लग्न के साथ-साथ अक्षय तृतीया होने के ज्वेलरी बाजार में बेहतर कारोबार की उम्मीद है। इसके साथ ही वाहन, कपड़ा, रियल इस्टेट, गल्ला कारोबार, बर्तन बाजार आदि सेक्टर में बेहतर कारोबार देखने को मिल रहा है।
मैरिज हॉल, होटल, पर्यटन, इवेंट, बैंड, ट्रेवल सेक्टर में भी खरीदारी देखने को मिल रहा है। विवाह और शुभ कार्यों को लेकर काफी बुकिंग देखने को मिल रहा है।
लहंगा, शेरवानी, शूट से लेकर बनारसी, कांजीवरम, जड़ीदार साड़ियाें की मांगखेतान मार्केट शॉपकीपर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि लग्न को देखते हुए कारोबार बेहतर दिख रहा है। लहंगा, शेरवानी, शूट से लेकर बनारसी, कांजीवरम एवं अन्य जड़ीदार साड़ियाें की अधिक डिमांड देखी जा रही है।
मीना बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. इमरान ने बताया कि होली और ईद के मद्देनजर बहुत अच्छी दुकानदारी देखी गई थी। मुस्लिम समुदाय की शादियां शुरू हैं, अब 14 अप्रैल से हिंदू समुदाय में लग्न का दौर आरंभ हो गया है।
लग्न को लेकर कपड़ा की अधिक खरीदारी देखी जा रही है। इस कारण टेलर के यहां कपड़ा तैयार करने को लेकर अधिक डिमांड आ रहे हैं। इससे लोगों को समय पर कपड़ा तैयार कर देने के लिए काफी दवाब भी देखने को मिल रहा है।
ऑटोमोबाइल और ज्वेलरी सेक्टर में सबसे अधिक खर्चलग्न में ऑटोमोबाइल और ज्वेलरी सेक्टर में अधिक खर्च दिख रहे हैं। लग्न को लेकर मनचाहे वाहनों के साथ-साथ दुल्हन को लेकर आभूषण की डिमांड सबसे अधिक है।
ऑटोमाेबाइल सेक्टर के विशेषज्ञ संदीप सरस ने बताया कि लग्न को लेकर इस तीन महीने में 1500 से 2500 दो पहिया वाहनों के बिक्री होने के अनुमान है, जबकि पांच से आठ सौ चार पहिया के बिक्री को लेकर दवाब है। इसके साथ ही मनपसंद चार पहिया को लेकर छह महीने की वेटिंग भी है।
20-25 प्रतिशत तक हो रहा डेस्टिनेशन वेडिंगकोरोना काल के बाद डेस्टिनेशन वेडिंग का प्रचलन बढ़ा है। लोग सुविधा और सामर्थ के अनुसार देश-विदेश के चुनिदा शहर में वेडिंग के लिए जाते हैं।
बीआईए के उपाध्यक्ष सीए आशीष रोहतगी बताते है कि लोग रोमांटिक और विदेशी स्पॉट्स ही नहीं, प्राइवेट विला से लेकर सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध शहरों में भी शादी को लेकर पहुंच रहे हैं।
गोवा, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, मसूरी और केरल जैसी शहर पसंदीदा पैलेस बनी हुई है। इसके अतिरिक्त महाबलीपुरम, शिरडी, नासिक, द्वारका, सुरत, बड़ौदा, नागपुर आदि भी पसंद वाले शहरों में शुमार है।
30-40 प्रतिशत बढ़ा है शादी का खर्चबढ़ती महंगाई के कारण शादी के खर्च भी काफी बढ़े हैं। बीते दो वर्षों में खर्च 30-40 प्रतिशत तक बढ़े हैं। कारण है कि अब बगैर जीएसटी के कोई भी बुकिंग नहीं हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त ज्वेलरी, वाहन और अन्य वस्तुओं के दाम में भी वृद्धि दर्ज की गई है।
सीए रश्मि गुप्ता बताती है कि शादी में आधी खर्च में ज्वेलरी, ऑटोमाेबाइल और दुल्हा-दुल्हन के उपहार शामिल है। 20 प्रतिशत खर्च मेहमान और घरवालों के कपड़ों पर खर्च होते हैं। 30 प्रतिशत खर्च भोजन, सजावट, फोटोग्राफी, इवेंट प्रबंधन व बुकिंग पर किए जा रहे हैं।
शादी के शुभ मूहुर्त- अप्रैल - 14,16,17,18,19, 20, 21, 29 व 30
- मई - 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 व 28
- जून - 2, 4, 5, 7 व 8
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Bihar Politics: 'मरता क्या नहीं करता', महागठबंधन की बैठक से पहले BJP प्रदेश अध्यक्ष का विपक्ष पर हमला
एएनआई, पटना। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। आज पटना में महागठबंधन की अहम बैठक होने वाली है, जिसमें सीट शेयरिंग और सीएम चेहरे को लेकर चर्चा की जा सकती है।
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने महागठबंधन की बैठक को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम बिहार चुनाव का प्रचार शुरू कर चुके हैं।
मरता क्या नहीं करता : दिलीप जयसवालबिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने पटना में होने वाली महागठबंधन की बैठक को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 'मरता क्या नहीं करता'। विपक्ष को लगता है कि वे बिहार के विकास के बारे में कुछ नहीं बोल सकते, इसलिए वे अफवाहों और गलत सूचनाओं के आधार पर अपनी रणनीति तैयार करेंगे।
विपक्ष की साजिश काम नहीं आएगीउन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा करने की कोशिश की थी। इस बार उनकी साजिश काम नहीं करेगी। वे एक साथ आ रहे हैं क्योंकि उनकी नाव डूबने वाली है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में शुरू हुआ प्रचार#WATCH पटना (बिहार): बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने कहा, "निश्चित तौर पर नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम बिहार चुनाव का प्रचार शुरू कर चुके हैं... विपक्षी पार्टियों को लग रहा है कि अब वे विकास पर कुछ नहीं बोल सकते इसलिए अब दुष्प्रचार करेंगे। जिस तरह लोकसभा में कोशिश की। वे लोग… pic.twitter.com/O73ePwAZmj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 17, 2025दिलीप जयसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए के सर्वमान्य नेता है, उनके नेतृत्व में हम बिहार चुनाव का प्रचार शुरू कर चुके हैं। प्रत्येक जिला स्तर पर एनडीए का कार्यकर्ता सक्रिया हो गया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जिस तरह बिहार का विकास हुआ है, आज किसी विपक्षी नेता की इतनी हिम्मत नहीं है कि वे बिहार के विकास पर चर्चा कर सकें।
दिलीप जयसवाल ने कहा कि मैंने एक बार चुनौती भी दी कि जो लोग दिनभर गाल बजाते रहते हैं, वे विकास पर चर्चा करें। जनता सरकार को इसलिए चुनती है कि वे विकास करें और विकसित बिहार बनाएं।
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