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Bihar Politics: 'महागठबंधन के जीतते ही मैं...', मुकेश सहनी ने कर दिया बड़ा एलान, क्या RJD होगी तैयार?
एएनआई, पटना। Bihar Political News Today: बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अभी 6 महीने से अधिक का समय बचा है लेकिन कुर्सी की जंग अभी से शुरू हो गई है। महागठबंधन के भीतर ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की सीट को लेकर माथापच्ची हो रही है।
लेकिन इस बीच अब वीआईपी पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी के एक एलान ने बिहार की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन के जीतते ही मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा। अब मुकेश सहनी की मांग को लेकर आरजेडी तैयार होगी या नहीं यह बाद की बात है। लेकिन कांग्रेस के सामने तो एक चैलेंज जरूर खड़ा हो गया है।
क्या बोले मुकेश सहनी?सरकार बनाओ, अधिकार पाओ' कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के तहत चंडी प्रखंड में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होंगे और मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा।
मुकेश सहनी ने भाजपा पर बोला जोरदार हमलाभारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए सहनी ने तीखा हमला किया और उस पर उन्हें सत्ता से बेदखल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
मुकेश सहनी ने कहा कि जब मैं सरकार में अच्छा काम कर रहा था, तो भाजपा ने मेरे खिलाफ साजिश रची और मुझे सत्ता से बेदखल कर दिया। उन्होंने हमारे विधायकों को खरीदने की भी कोशिश की।
एनडीए में जाने के सवाल पर मुकेश सहनी ने दिया जवाबवीआईपी प्रमुख ने आगे कहा कि बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के साथ उनके समीकरण से महागठबंधन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर कोई असर नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि दिलीप जायसवाल से मेरे व्यक्तिगत संबंध हो सकते हैं, लेकिन महागठबंधन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है।
भाजपा नेताओं ने एक बार गठबंधन के लिए हमारे सामने सिर झुकाया था, फिर भी हमने एनडीए के साथ समझौता नहीं किया।
सबसे पहले हमें अपने समाज को बचाना है: मुकेश सहनीहमारी प्राथमिकता अपने समाज को बचाना है और हम केवल उन्हीं का समर्थन करेंगे जो हमारे अधिकारों को सुनिश्चित करेंगे। मुकेश सहनी ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा मीडिया में भ्रामक बयान देकर "महागठबंधन" को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं- कोई भी तेजस्वी यादव और मेरे बीच के बंधन को नहीं तोड़ सकता।
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Bihar News: '3588 करोड़ रुपये बकाया', राजद ने नीतीश सरकार पर लगाया मजदूरों का हक मारने का आरोप
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद ने एक बार फिर रोजगार के मुद्दे पर प्रदेश की नीतीश सरकार पर हमला बोला है। राजद ने आरोप लगाया कि मनरेगा मजदूरों की बकाया राशि का भुगतान नहीं करके सरकार पलायन बढ़ाने का उपक्रम कर रही है। इसके साथ ही राजद ने अपराध, भ्रष्टाचार एवं आरक्षण के मुद्दे पर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
3588 करोड़ बकाया का नहीं हुआ भुगतानमनरेगा मजदूरों की बकाया राशि और सामग्री मद में दिसंबर 2024 के बाद अब तक 3588 करोड़ रुपये बकाया का भुगतान नहीं हुआ है। बुधवार को प्रेस-वार्ता कर पार्टी की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कसा तंजप्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार आकर बड़ी-बड़ी बातें की, लेकिन किसानों और मजदूरों के संबंध में उन्होंने कुछ नहीं बोला। सरकार को गरीबों की आह से डरना चाहिए।
मजदूरों की पारिश्रमिक देने में असमर्थ सरकार : राजदप्रेस-वार्ता में प्रवक्ता एजाज अहमद, सारिका पासवान, मधु मंजरी, अरुण कुमार यादव व आरजू खान भी उपस्थित रहे। शक्ति ने प्रश्न किया कि बिहार सरकार कोई एक काम बताएं, जो जन-हित में हो। उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूरों की पारिश्रमिक देने में असमर्थ सरकार विकास कैसे कर रही है, यह स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है।
महागठबंधन शासन में तेजस्वी यादव ने किया विकासइसके साथ ही राजद नेताओं ने राज्य में अपराध, भ्रष्टाचार एवं आरक्षण को लेकर भी एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। इसी के साथ उन्होंने महागठबंधन शासन-काल में हुए कामों का श्रेय तेजस्वी यादव को दिया।
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Bihar Politics : आरजेडी विधायक रीतलाल यादव ने दानापुर कोर्ट में किया सरेंडर, भेजे गए बेऊर जेल
जागरण संवाददाता, पटना। Ritlal Yadav: लालू यादव के सबसे करीबी विधायकों में से एक रीतलाल यादव और उनके छोटे भाई ने दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर बेऊर जेल भेज दिया गया।
उनके ऊपर बिल्डर से रंगदारी मांगने का आरोप था। साथ ही साथ धमकी देने का भी आरोप लगा था। उनके साथ दो अन्य लोगों ने भी सरेंडर किया है। इन सभी ने व्यवहार न्यायालय के एसीजीएम 5 के न्यायालय में आत्म समर्पण किया।
वकील बोले- बिल्डर ने झूठा मुकदमा दर्ज करवाया थारीतलाल यादव के वकील के मुताबिक किसी बिल्डर ने उन पर रंगदारी का झूठा आरोप लगाया था। पुलिस को उसी मामले में उनकी तलाश थी। जैसे ही उन्हें पता चला कि पुलिस उन्हें तलाश कर रही है, उन्होंने स्वेच्छा से कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया, साथ ही अन्य लोगों को भी जिन्हें आरोपी बनाया गया था।
जमानत याचिका दायर नहीं की गई है। शायद हम एक-दो दिन में इसे दायर करेंगे। मामला झूठा है। यह रंगदारी का मामला नहीं हो सकता। विधायक रीतलाल यादव के साथ पिंकू यादव, चिक्कू और श्रवण ने भी आज आत्मसमर्पण कर दिया है।
रीतलाल और उनके सहयोगियों पर लगे गंभीर आरोपरीतलाल यादव और उनके सहयोगियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाने, रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने 11 अप्रैल को उससे संबंधित 11 स्थानों पर तलाशी ली और करीब 10.5 लाख रुपये, 77.5 लाख रुपये के खाली चेक, भूमि हड़पने के 14 दस्तावेज और समझौते, 17 चेकबुक और पांच स्टांप, छह पेन ड्राइव और वॉकी-टॉकी बरामद किए।
कौन हैं रीतलाल यादव?- रीतलाल यादव पटना जिले के कोथवा गांव के रहने वाले हैं
- अभी दानापुर विधानसभा से आरजेडी विधायक हैं
- रीतलाल यादल लालू यादव के काफी करीबी माने जाते हैं
- साल 2016 में जेल में रहते हुए रीतलाल यादव MLC बने थे
- रीतलाल यादव पर भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के आरोप लगे थे
- रेलवे ठेकेदार की हत्या के मामले में भी चर्चा में आए थे रीतलाल यादव
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Bihar Election 2025: पटना में महागठबंधन की अहम बैठक आज, सीट शेयरिंग सहित इन मुद्दों पर होगी चर्चा
राज्य ब्यूरो, पटना। गुरुवार दोपहर एक बजे से राजद के प्रदेश कार्यालय में महागठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है। इसमें उन मुद्दों पर आगे की रणनीति तय होगी, जिन पर मंगलवार को नई दिल्ली में चर्चा हो चुकी है। इसके अलावा चुनावी रणनीति से जुड़े कुछ वैसे मुद्दों पर भी सहमति बनेगी, जिन पर बाद में राजद और कांग्रेस आलाकमान की सहमति ली जाएगी।
सकारात्मक रही बैठकनई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव की वार्ता सकारात्मक रही है। मुख्यमंत्री के पद पर संशय के बावजूद कांग्रेस ने भी स्पष्ट कर दिया है कि विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
चुनावी रणनीति पर चर्चाऐसे में पटना की बैठक के एजेंडा में चुनावी रणनीति है। एक सुर के लिए उन मुद्दों पर सहमति बनाई जाएगी, जिनसे सभी घटक दलों की संभावना जुड़ी है। इसके अलावा घटक दल अपनी संभावना और अपेक्षा वाली सीटों के संदर्भ में भी चर्चा करेंगे।
बैठक में ये नेता हो सकते हैं शामिलबैठक में सभी घटक दलों के राज्य-स्तरीय नेताओं की उपस्थिति होगी। राजद की ओर से अब्दुल बारी सिद्दीकी, मनोज झा, संजय यादव सहित तेजस्वी यादव भी बैठक में सहभागी हो सकते हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारु, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार और विधानसभा में पार्टी नेता डॉ. शकील अहमद की उपस्थिति होनी है।
तीनों वाम दलों (भाकपा, माकपा, माले) के प्रदेश सचिवों के साथ वरीय नेता विचार-विमर्श करेंगे। विकासशील इंसान पार्टी के संरक्षक मुकेश सहनी तो रहेंगी ही, रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस के भी प्रतिनिधित्व की संभावना व्यक्त की जा रही।
हालांकि, यह अंतिम रूप से तय नहीं। उल्लेखनीय है कि अभी महागठबंधन में छह घटक दल (राजद, कांग्रेस, वीआइपी, भाकपा, माकपा, माले) हैं।
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Bihar News: बिहटा-मनेर मार्ग को लेकर नीतीश सरकार ने दे दी बड़ी खुशखबरी, जेपी गंगा पथ तक का सफर हो जाएगा आसान
जितेंद्र कुमार, पटना। Digha-Koilwar Expressway: दीघा से कोईलवर तक जेपी गंगा पथ के 36 किलोमीटर विस्तार के पहले बिहटा से दानापुर वाया मनेर पुराने एनएच-30 का चौड़ीकरण किया जाएगा। दानापुर के शाहपुर से बिहटा चौराहा तक 22 किलोमीटर लंबे इस मार्ग की चौड़ाई 14 मीटर करने के लिए डीपीआर तैयार कर लिया गया है।
अन्य सड़क परियोजनाओं की योजनामानसून से पहले गोला रोड के साथ दीघा-खगौल नहर रोड को भी 14 मीटर चौड़ी करने की योजना है। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान घोषित सड़क परियोजनाओं का डीपीआर तैयार कर लिया गया है। पटना पश्चिम पथ प्रमंडल को तीन बड़ी सड़क परियोजनाओं की कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बिहटा मार्ग का चौड़ीकरणदानापुर कैंट के बाद शाहपुर से मनेर होते बिहटा चौराहा तक 22 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण पर 70 करोड़ खर्च आने की संभावना है। इस मार्ग के चौड़ीकरण से बक्सर और आरा की ओर से सीधे दानापुर, दीघा और जेपी गंगा पथ से सुगम संपर्क हो जाएगा।
यह जेपी गंगा पथ के कोईलवर तक विस्तार होने तक नया विकल्प होगा। दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य से बक्सर की ओर से पटना के रास्ते में जाम की बाधा दूर होने की उम्मीद है।
गोला रोड चौड़ीकरण पर 20 करोड़ का डीपीआरदानापुर में नेहरू मार्ग (बेली रोड) से गोला रोड तक चौड़ाई बढ़ाकर 14 मीटर करने के लिए निविदा की प्रक्रिया मई तक पूरा कर ली जाएगी। निर्माण कार्य के लिए अस्थाई अतिक्रमण को हटाने के लिए सीमांकन का कार्य पूरा कर लिया गया है।
वर्तमान में यह सड़क 7.5 मीटर चौड़ी है। चौड़ीकरण के बाद सात-सात मीटर के दो लेन हो जाएंगे तो इस क्षेत्र में जाम की समस्या का निदान हो जाएगा। सड़क विस्तार में नाले को भी आवागमन के लिए उपयोगी बनाने का प्रविधान डीपीआर में किया गया है।
इस परियोजना पर 20 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। सड़क के दोनों ओर फुटपाथ और बीच में डिवाइडर बनाया जाएगा ताकि दोनों लेन में निर्बाध आवागमन हो सके।
खगौल नहर रोड चौड़ीकरण को हटेगा स्कूलखगौल आरओबी से दीघा तक सोन नहर रोड की चौड़ाई बढ़ाकर 14 मीटर किया जाएगा। इस योजना पर 70 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। निर्माण कार्य के लिए चुलहाईचक और कोथवां मौजे में नहर किनोर निर्मित प्राथमिक विद्यालय को तोड़कर दूसरे भवन में स्थानांतरित किया जाएगा।
नहर किनारे अतिक्रमण को हटाकर फोरलेन बनाया जाएगा। मई तक इस परियोजना का कार्य आरंभ करने के लिए जमीन की मापी कर ली गई है। अतिक्रमण को चिह्नित कर जिला प्रशासन इसे हटाने की तैयारी कर रहा है।
दानापुर-मनेर रोड, गोला रोड और खगौल नहर रोड परियोजना का कार्य समय पर पूरा कराने के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। निविदा को अंतिम रूप देते ही कार्य आरंभ कराया जाएगा। तीनों परियोजना में जमीन की कोई बाधा नहीं होगी। सरकारी जमीन पर अस्थाई अतिक्रमण को समय रहते लोग नहीं खाली करेंगे तो नोटिस देकर हटाया जाएगा ताकि लोकहित का कार्य समय पर पूरा हो।
डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना।
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Bihar Weather: बिहार के इन दो जिलों में आंधी-तूफान के साथ होगी तेज बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण छत्तीसगढ़, झारखंड होते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल तक एक द्रोणिका रूप में है। इसके प्रभाव से राजधानी समेत आसपास इलाकों में बादल छाए रहने के साथ गरज-तड़क की संभावना है।
किशनगंज और अररिया में भारी बारिश की संभावनाप्रदेश के किशनगंज और अररिया जिले के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिमी व मध्य भागों के जिलों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 40-50 किमी प्रतिघंटा की गति से हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों तक प्रदेश के अधिसंख्य भागों में मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ आंधी-पानी की चेतावनी है।
गया के डोभी में 8.2 मिमी बारिश दर्जबीते 24 घंटों के दौरान गया के डोभी में 8.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बुधवार को पटना सहित अधिसंख्य भागों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
पटना का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 37.2 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना व आसपास इलाकों में शाम के समय आंशिक रूप से बादल छाए रहे।
प्रमुख शहरों के तापमान में वृद्धिबुधवार को पटना सहित प्रमुख शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना व गया के अधिकतम तापमान में 1.5 डिग्री, औरंगाबाद में 1.7 डिग्री, डेहरी में दो डिग्री, बक्सर में 3.7 डिग्री, भोजपुर में 2.2 डिग्री, नालंदा में 2.4 डिग्री।
जमुई में 3.3 डिग्री, बांका में 2.5 डिग्री, कटिहार में तीन डिग्री, पूर्णिया में 1.8 डिग्री, वैशाली में 1.4 डिग्री, सुपौल में 3.3 डिग्री, मधुबनी में 1.7 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 35.1 24.4 गया 36.6 20.8 भागलपुर 35.7 23.6 मुजफ्फरपुर 34.2 24.1
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Bihar Bhumi: भू-लगान को लेकर नीतीश सरकार सख्त, बड़े बकायेदारों के खिलाफ होगी नीलाम की कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग अब लगान (Bihar Bhumi Lagan) वसूली में सख्ती कर रहा है। विभाग के सचिव जय सिंह ने अंचल और जिला स्तर के बड़े बकायेदारों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है। ऐसे बड़े बकायेदारों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई होगी।
अंचल स्तर के 25 और जिला स्तर के 10 बड़े बकायेदारों की सूची तैयार होगी। अंचल स्तर के बकायेदारों को नोटिस देने और जिला स्तर के बकायेदारों के विरूद्ध नीलाम पत्र वाद दायर करने का आदेश गया है। पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक के निर्णयों को लेकर बुधवार को पत्र जारी किया गया है।
विभाग को लंबे समय से मिल रही थी ये शिकायतविभाग को लंबे समय से यह शिकायत मिल रही थी कि प्रकृति में बदलाव की कानूनी प्रक्रिया पूरी किए बिना लोग जमीन का उपयोग कर रहे हैं। जमीन के उपयोग में बदलाव की स्थिति में सरकार को शुल्क का भुगतान करना पड़ता है।
सचिव ने आदेश दिया कि बिना कानूनी प्रक्रिया का पालन किए जो लोग जमीन की प्रकृति बदल कर उपयोग कर रहे हैं, उन्हें नोटिस जारी किया जाए।
12000 से अधिक जमाबंदी पेंडिंगसमीक्षा में पाया गया कि अंचल अधिकारी, राजस्व अधिकारी एवं राजस्व कर्मचारी के स्तर पर 12 हजार से अधिक जमाबंदियों का ड्राफ्ट स्वीकृति के लिए लंबित है।
सरकारी भूमि के सत्यापन की समीक्षा में पाया गया कि करीब 26 लाख खेसरों की प्रवृष्टि हुई है। लेकिन, अंचल अधिकारी के स्तर से केवल 22.61 प्रतिशत खेसरा का ही सत्यापन किया गया।
भोजपुर इस मामले में सबसे पीछे है। अभियान बसेरा-2 एवं सरकारी जमीन के दाखिल-खारिज की प्रक्रिया 30 अप्रैल तक पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
कृषि गणना में मखाना भी शामिलराजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 11 वीं कृषि गणना में कृषि उत्पाद के रूप में मखाना को भी शामिल करने का निर्देश दिया है। मखाना उत्पादन वाले जिलों से अलग रिपोर्ट मांगी गई है।रिपोर्ट में बताना होगा कि कृषि गणना में मखाना की प्रवृष्टि किस श्रेणी में की गई है।
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Bihar Politics: आईपीएस अफसरों को भी लुभाती है राजनीति, एक और अधिकारी की पॉलिटिक्स में एंट्री
राज्य ब्यूरो, पटना। सियासत की चकाचौंध सिर्फ नेताओं को नहीं, बल्कि पुलिस सेवा के अफसरों को भी रास आती है। यही वजह है कि सेवा की अवधि समाप्त होने या फिर ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में प्रवेश करने वाले अफसरों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है।
बुधवार को रेल सुरक्षा बल के आईजी रैंक के अधिकारी मो. नुरुल होदा ने मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी की सदस्यता लेकर राजनीति में कदम रखा है।
लांडे ने बनाई 'हिंद सेना'नुरूल होदा अकेला नाम नहीं है। कुछ दिन पूर्व ही आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे (Shivdeep Lande) ने वीआरएस लेकर राजनीति में कदम रखा और अपनी पार्टी 'हिंद सेना' का गठन किया है।
करुणा सागर ने 2020 में ज्वाइन की थी राजदअसम कैडर के आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा ने पिछली बार ही राजनीति में प्रवेश किया था। इनके अलावा, तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद करुणा सागर ने 2020 के चुनाव में राजद की सदस्यता ग्रहण की थी।
सुनील कुमार बन गए मंत्रीवर्तमान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार डीजी पद से मुक्त होने के बाद राजनीति में आए और जदयू के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की। फिलहाल वे मंत्री है।
इसी प्रकार, पटना के एसएसपी रहे डॉ. अजय कुमार ने वीआरएस लेकर कांग्रेस के साथ अपनी पारी शुरू की थी। फिलहाल वे झारखंड कांग्र्रेस के पूर्व अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस में ही काम कर रहे हैं।
गुप्तेश्वर पांडेय ने भी की जोर आजमाइश, मगर...इन अधिकारियों के अलावा बिहार पुलिस में महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने भी राजनीति में काफी जोर आजमाइश की परंतु उन्हें विशेष सफलता नहीं मिली।
पूर्व डीजीपी डीपी ओझा ने भी बेगूसराय से राजनीति में किस्मत आजमाई थी परंतु चुनाव जीत नहीं पाए। इन अधिकारियों के अलावा निखिल कुमार, ललित विजय ऐसे अधिकारी रहे हैं तो खाकी छोड़कर चुनावी रण में उतरे और मंत्री पद तक पहुंचे।
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विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। विधानसभा के पिछले दो चुनावों की परिस्थिति एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न थी। अलबत्ता एक समानता तटस्थ मतदाताओं को लेकर रही, जो आमने-सामने के दोनों गठबंधनों से इतर तीसरे विकल्प की तलाश में थे। उनकी संख्या 20-25 प्रतिशत रही है।
उन्हीं एक चौथाई मतदाताओं के बूते चुनावी चौसर पर इस बार भी नए मोहरे उछलने लगे हैं। पिछले सात महीनों में चार नए दलों का गठन हो चुका है, जो विधानसभा चुनाव में दांव आजमाएंगे।
जातीय और क्षेत्रीय आधार पर दलों के बनने-बिगड़ने की परंपरा प्राय: हर चुनाव में रही है, लेकिन इस बार जोर-जोश कुछ अधिक ही है। ऐसा तब जबकि इक्का-दुक्का उदाहरण को छोड़ शेष प्रयोग बहुत सफल नहीं रहे। बहरहाल नवगठित दलों में एकमात्र जन सुराज पार्टी (जसुपा) ही तनिक दमदार प्रतीत हो रही।
4 सीटों पर उपचुनाव में मिले 10 प्रतिशत वोटविधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में 10 प्रतिशत मत पाकर उसने इसका आभास भी कराया है। उससे पहले रूपौली के उपचुनाव में निर्दलीय शंकर प्रसाद की जीत में उसकी रणनीति का बड़ा योगदान रहा है। शेष तीनों दल (आसा, हिंद सेना और आईआईपी) भी उसी की तरह प्रभावी हों, इस पर संशय है।
2020 में 0.3 प्रतिशत वोट पाने वाली पुष्पम प्रिया की प्लूरल्स पार्टी इसका प्रमाण है। वह जिन 102 सीटों पर मैदान में थी, उनमें से मात्र तीन में तीसरे स्थान पर रही। तब 212 पार्टियां मैदान मेंं थीं। आमने-सामने के गठबंधन (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन) को 74.49 प्रतिशत मत के साथ 235 सीटें मिली थीं।
पान के कारोबार और कताई-बुनाई के काम से जुड़े तांती-ततवा समाज में अपना भविष्य देख रही इंडियन इन्किलाब पार्टी (आईआईपी) का प्रभाव अनिश्चित है। इक्का-दुक्का सीटों पर आईआईपी समाज विशेष के दृष्टिकोण को थोड़ा-बहुत प्रभावित कर सकती है, क्योंकि आधार जनसंख्या 18-20 लाख से अधिक नहीं।
लांडे पर बाहरी का ठप्पाहिंद सेना का गठन करने वाले महाराष्ट्र के मूल निवासी शिवदीप लांडे (Shivdeep Lande) पर तो पहले से ही बाहरी का ठप्पा लगा हुआ है। बचे आरसीपी सिंह के लिए 2005 का दृष्टांत उचित होगा। तब रामविलास पासवान के साथ मिलकर रंजन यादव ने राजद को काफी नुकसान पहुंचाया था।
उससे पहले तक वे लालू के विश्वस्तों में हुआ करते थे। संभव है कि आरसीपी सिंह भी जदयू के लिए ऐसी मंशा रखते हों, लेकिन इसके लिए उन्हें विरोधी गठबंधन के साथ समन्वय बनाना होगा। उसकी संभावना नहीं के बराबर है।
नई चौकड़ीजसुपा: 02 अक्टूबर, 2024 को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जसुपा का गठन किया। पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जनसंख्या के अनुपात में विभिन्न समाज-वर्ग को टिकट मिलना है।
आसा: पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने 31 अक्टूबर, 2024 को आसा का गठन किया। 140 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है। सात प्रतिशत की जनसंख्या वाले कुर्मी-कुशवाहा का आसरा है।
हिंद सेना: सितंबर, 2024 में शिवदीप वामनराव लांडे ने आईजी के पद से त्यागपत्र दिया था। 08 अप्रैल, 2025 को उन्होंने हिंद सेना के गठन की घोषणा की। पार्टी सभी सीटों पर लड़ेगी और लांडे भी प्रत्याशी होंगे।
आईआईपी: कांग्रेस से त्यागपत्र देकर अखिल भारतीय पान महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर आईपी गुप्ता ने 13 अप्रैल को आईआईपी का गठन किया। सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
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Bihar: 10वीं के फर्जी प्रमाण पत्र पर पास की BPSC परीक्षा, नौकरी मिलते ही अवैध संपत्ति बनाने में जुटे
राज्य ब्यूरो, पटना। भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी लड़ाई में बुधवार को विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने सुपौल के तत्कालीन निलंबित अंचलाधिकारी (सीओ) प्रिंस राज के दो ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। छापेमारी के दौरान इनके ठिकानों से अकूत चल-अचल संपत्ति बरामद की गई है। अपने छह वर्ष के सेवा काल में प्रिंस राज ने आय से करीब 93 प्रतिशत ज्यादा अवैध संपत्ति अर्जित की है।
यहीं नहीं छापामारी में यह प्रमाण भी मिले हैं कि इन्होंने फर्जी मैट्रिक परीक्षा प्रमाण पत्र बनवाया, चार साल उम्र घटाई और इसी के आधार पर बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा तक पास की।
मधुबनी और शेखपुरा में एक साथ मारा छापाप्रिंस राज निलंबन के बाद फिलहाल कोसी प्रमंडल में प्रतिनियुक्ति पर हैं। इनके बारे में एसवीयू को प्रमाण मिले थे कि पद का दुरुपयोग कर इन्होंने अकूत संपत्ति अर्जित की है। जिसके बाद इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद एसवीयू की टीम ने बुधवार की सुबह इनके मधुबनी और शेखपुरा के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा।
छापेमारी में यह जानकारी मिली है कि इन्होंने विभिन्न पदस्थापन के दौरान काफी काली कमाई की। छापामारी में कई आवासीय मकान, फ्लैट, विभिन्न बैंकों में प्रिंस राज और उनकी पत्नी के नाम के बैंक खाते, फिक्स डिपाजिट में निवेश के प्रमाण के साथ ही लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए गए हैं।
आरोपित की पत्नी अंकु गुप्ता के नाम बैंक ऑफ इंडिया हजारीबाग में एक लाकर की जानकारी भी प्राप्त हुई है। अब तक की कार्रवाई में मिली संपत्ति इनकी वर्णित आय की तुलना में कई गुना अधिक है।
अब तक बरामद संपत्ति- प्रिंस राज का आवासीय घर, चंडी चौक, खिरहर, बेनीपट्टी, मधुबनी
- पत्नी अंकु गुप्ता का आवासीय परिसर, अरियरी, शेखपुरा बाजार
- आवासीय परिसर, दीपगढ़ा, सदर, हजारीबाग
- निर्माणाधीन आवासीय परिसर, रेलवे स्टेशन के पास मधुबनी
- विभिन्न बैंकों में प्रिंस राज और उनकी पत्नी के नाम के बैंक खाते
- फिक्स डिपाजिट में निवेश के प्रमाण व लाखों के सोने-चांदी के जेवरात
- हजारीबाग में पत्नी के नाम एक बैंक लाकर के प्रमाण भी मिले
विशेष निगरानी के अनुसार छापामारी के दौरान प्रिंस राज के बारे में यह जानकारी सामने आई कि इन्होने धर्मेद्र कुमार के नाम पर मैट्रिक की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में पास की थी। जिस वजह से यह आइटीआइ प्रवेश के लिए मान्य नहीं थे।
फिर आरोपित ने अपना प्रिंस राज के नाम से दूसरा फर्जी प्रमाण पत्र बनाया और इसका उपयोग कर बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। अभियुक्त ने जन्म तिथि में भी हेरफेर की और चार साल का लाभ भी लिया। जिसकी जांच अलग से होगी। विशेष निगरानी इकाई ने इन्हें एक भ्रष्ट अधिकारी बताया है।
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Bihar: स्थानीय निकायों के तहत नियुक्त शिक्षकों का मामला, पटना HC ने नीतीश सरकार से मांगा जवाब
विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट (Patna High Court) ने स्थानीय निकायों के तहत नियुक्त शिक्षकों से संबंधित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार (Bihar Government) को तीन सप्ताह के भीतर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।
साथ ही, कोर्ट ने सरकार से यह भी सुनिश्चित करने को भी कहा है कि जिला स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति उनके योगदान के अनुपात में की जाए। न्यायाधीश नानी तागिया की एकलपीठ ने कुमार गौरव और अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिया।
2012 की नियमावाली के तहत हुई थी नियुक्तियाचिकाकर्ताओं की ओर से वरीय अधिवक्ता आशीष गिरी और अधिवक्ता सुमित कुमार झा ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता शिक्षक हैं जिन्हें बिहार पंचायती प्रारंभिक शिक्षक (नियुक्ति एवं सेवा शर्तें) नियमावली, 2012 के अंतर्गत नियुक्त किया गया था।
वर्ष 2023 में राज्य सरकार ने बिहार स्कूल एक्सक्लूसिव शिक्षक नियमावली, 2023 लागू की, जिसका उद्देश्य स्थानीय निकायों के शिक्षकों को राज्य स्तरीय सेवा शर्तों के अनुरूप लाना था। नए नियमों के तहत इन शिक्षकों को “एक्सक्लूसिव शिक्षक” का दर्जा देने से पहले एक दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक किया गया।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना द्वारा 25 जनवरी 2024 को विज्ञापन जारी कर शिक्षकों को इस दक्षता परीक्षा में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। सभी याचिकाकर्ताओं ने नियत समय पर आवेदन जमा कर अपनी पसंद के जिलों का विकल्प भी प्रस्तुत किया।
फरवरी 2024 में आयोजित परीक्षा में सभी याचिकाकर्ता सफल घोषित हुए और उसके बाद दस्तावेज सत्यापन व परामर्श (काउंसलिंग) की प्रक्रिया पूर्ण की गई। 20 नवंबर 2024 को अधिकांश याचिकाकर्ताओं को उनके वरीयता व योग्यता के आधार पर अस्थायी नियुक्ति पत्र जारी किए गए, जिसमें स्पष्ट उल्लेख था कि नियुक्ति बिहार स्कूल एक्सक्लूसिव शिक्षक नियमावली, 2023 के तहत की गई है।
रद हो गए नियुक्ति पत्रहालांकि, इसके पश्चात राज्य सरकार द्वारा उक्त नियमावली में संशोधन किया गया और संशोधित नियमों के तहत पूर्व में जारी नियुक्ति पत्र रद कर दिए गए। याचिकाकर्ताओं को पुनः उनके पूर्व कार्यस्थलों पर योगदान करने का निर्देश दिया गया।
याचिकाकर्ताओं की ओर से तर्क दिया गया कि नियुक्ति प्रक्रिया नियमों के उस प्रारूप के अंतर्गत पूरी की गई थी, जो नियुक्ति के समय प्रभावी था। ऐसे में संशोधित नियमों को पूर्वव्यापी प्रभाव देना उनके वैधानिक और अर्जित अधिकारों का उल्लंघन होगा।
कोर्ट ने मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार से स्पष्ट स्थिति प्रस्तुत करने को कहा है और निर्देश दिया है कि नियुक्तियों में पारदर्शिता बनाए रखते हुए जिला वार योगदान के आधार पर सीटों का आरक्षण सुनिश्चित किया जाए। इस मामले पर तीन सप्ताह बाद सुनवाई होगी।
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Bihar: जेपी गंगा पथ के 36 KM विस्तार से बक्सर और आरा वालों को होगा फायदा, नया फोरलेन भी बनेगा
जितेंद्र कुमार, पटना। दीघा से कोईलवर तक जेपी गंगा पथ के 36 किलोमीटर विस्तार के पहले बिहटा से दानापुर वाया मनेर पुराना एनएच-30 को चौड़ा किया जाएगा। दानापुर के शाहपुर से बिहटा चौराहे तक 22 किलोमीटर पुराना एनएच-30 की चौड़ाई 14 मीटर करने के लिए डीपीआर तैयार कर लिया गया है।
गोला रोड के साथ दीघा-खगौल नहर रोड को भी 14 मीटर चौड़ीकरण योजना का कार्य मानसून के पहले आरंभ करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान घोषित सड़क परियोजनाओं का डीपीआर तैयार कर लिया गया है। पटना पश्चिम पथ प्रमंडल को तीन बड़ी सड़क परियोजनाओं के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दानापुर कैंट के बाद शाहपुर से मनेर होते बिहटा चौराहा तक 22 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण पर 70 करोड़ खर्च आने की संभावना है। इस मार्ग के चौड़ीकरण से बक्सर और आरा की ओर से सीधे दानापुर, दीघा और जेपी गंगा पथ से सुगम संपर्क हो जाएगा।
यह मार्ग दीघा जेपी गंगा पथ का कोईलवर तक विस्तार होने तक नया विकल्प मिलेगा। दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य से बक्सर की ओर से पटना के रास्ते में जाम की बाधा दूर होने की उम्मीद है।
गोला रोड चौड़ीकरण पर 20 करोड़ का डीपीआरदानापुर में नेहरू मार्ग (बेली रोड) से गोला रोड की चौड़ाई बढ़ाकर 14 मीटर करने के लिए निविदा की प्रक्रिया मई तक पूरा कर लिया जाएगा। निर्माण कार्य के लिए अस्थाई अतिक्रमण को हटाने के लिए सीमांकन का कार्य पूरा कर लिया गया है। वर्तमान में यह सड़क 7.5 मीटर चौड़ी है। चौड़ीकरण के बाद सात-सात मीटर के दो लेन से आवागमन सुगम हो सकेगा।
सड़क विस्तार में नाले को भी आवागमन के लिए उपयोगी बनाने का प्रविधान डीपीआर में किया गया है। इस परियोजना पर 20 कराेड़ रुपये खर्च का अनुमान है। सड़क के दोनों ओर फुटपाथ और बीच में डिवाइडर बनाया जाएगा, ताकि दाेनों लेन पर निर्बाध आवागमन हो सके।
खगौल नहर रोड चौड़ीकरण की वजह से हटेगा स्कूलखगौल आरओबी से दीघा तक सोन नहर रोड की चौड़ाई बढ़ाकर 14 मीटर किया जाएगा। इस योजना पर 70 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। निर्माण कार्य के लिए चुलहाईचक और कोथवां मौजे में नहर किनोर निर्मित प्राथमिक विद्यालय को तोड़कर दूसरे भवन में स्थानांतरित किया जाएगा।
नहर किनारे अतिक्रमण को हटाकर फोरलेन बनाया जाएगा। मई तक इस परियोजना का कार्य आरंभ करने के लिए जमीन की मापी कर ली गई है। अतिक्रमण को चिह्नित कर जिला प्रशासन हटाने की तैयारी कर रहा है।
दानापुर-मनेर रोड, गोला रोड और खगौल नहर रोड परियोजना का कार्य समय पर पूरा कराने के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। निविदा को अंतिम रूप देते ही कार्य आरंभ कराया जाएगा। तीनों परियोजना में जमीन की कोई बाधा नहीं होगी। सरकारी जमीन पर अस्थाई अतिक्रमण को समय रहते लोग नहीं खाली कर सके तो नोटिस देकर हटाया जाएगा, ताकि लोकहित का कार्य समय पर पूरा हो। - डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
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Bihar IPS Officers: बिहार से दिल्ली जाएंगे 2 आईपीएस अफसर, गृह विभाग ने जारी किया नोटिफिकेशन
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार कैडर के दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। इनमें अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) सुशील मानसिंह खोपड़े और आईजी शालीन शामिल हैं। गृह विभाग ने दोनों अधिकारियों को विरमित करने की अधिसूचना जारी करते हुए उनकी सेवाएं भारत सरकार को सौंप दी है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, एडीजी मद्यनिषेध सुशील खोपड़े को पोत परिवहन महानिदेशालय में अपर महानिदेशक (संयुक्त सचिव स्तर) की जिम्मेदारी दी गई है।
उनकी सेवाएं सेवानिवृत्ति की तिथि 30 सितंबर, 2029 या अगले आदेश तक पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रायल, भारत सरकार को सौंपी गई है।
वहीं, आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के आईजी शालीन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में आईजी के पद पर योगदान देंगे। शालीन बिहार पुलिस में एटीएस आईजी के साथ आईजी सुरक्षा के अतिरिक्त प्रभार में भी थे।
हरजोत कौर बम्हारा ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के एसीएस का पदभार ग्रहण कियादूसरी ओर, भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1992 बैच की अधिकारी हरजोत कौर बम्हरा ने मंगलवार को अपर मुख्य सचिव (एसीएस) पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का पदभार ग्रहण किया। पद ग्रहण करने के बाद अरण्य भवन में वरीय वन पदाधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव का स्वागत किया गया।
विभागीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विभागीय योजनाओं एवं क्रियाकलाप के संबंध में वन पदाधिकारियों के द्वारा विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया गया।
बैठक में अपर मुख्य सचिव के द्वारा विभाग में विभिन्न संवर्गों में रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी लाने तथा विभिन्न संवर्गों में आवश्यकतानुसार नये पदों का सृजन करने का निर्देश दिया गया।
इसके अतिरिक्त ईको-डेवलेपमेंट समिति/संयुक्त वन प्रबंधन समिति एवं फारेस्ट बांउंड्री का सुदृढीकरण करने पर विशेष ध्यान देते हुए कार्रवाई को कहा गया।
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Bihar Politics: उधर बीजेपी ने मुकेश सहनी को दिया 'इनडायरेक्ट ऑफर', इधर VIP चीफ ने कर दिया बड़ा एलान
राज्य ब्यूरो, पटना। इस वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। गुरुवार को पटना में महागठबंधन की बड़ी बैठक होने वाली है।
इसके ठीक पहले वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) के संस्थापक व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने कहा कि वे कल महागठबंधन की बैठक में शामिल होंगे। हमारा गठबंधन बिहार में मजबूती से चुनाव लड़ेगा और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में सरकार बनेगी।
कल महागठबंधन की बैठक में सीट बंटवारे पर सहमति बन सकती है। एनडीए में जाने की अटकलों को सहनी से सिरे से खारिज कर दिया।
सहनी ने रखा 60 सीटों का टारगेटसहनी ने कहा कि हमारी पार्टी 60 सीटों पर चुनाव लड़ने का रोडमैप पहले से तैयार कर चुकी है, हालांकि कुछ सीटें कम-ज्यादा होती हैं तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।
सहनी ने एनडीए के सहयोगियों जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को लेकर कहा कि चिराग पासवान की पार्टी को कम से कम 50 सीटें और मांझी की पार्टी को 25 से 30 सीट मिलनी चाहिए।
'महागठबंधन में रहकर लड़ाई लड़ेंगे'साथ ही एक बार फिर दोहराया कि वे कभी भी एनडीए में शामिल नहीं होंगे। महागठबंधन में रहकर लड़ाई लड़ेंगे। मैंने अपनी मांगों को लेकर मंत्री पद छोड़ दिया। मेरे विधायक तोड़ लिए गए। फिर भी मैं अपनी बात पर कायम रहा, इसलिए अब तो एनडीए में जाने का सवाल ही नहीं उठता।
जायसवाल ने कही थी ये बातगौरतलब है कि एक दिन पहले बीजेपी के बिहार अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मुकेश सहनी को इनडायरेक्ट ऑफर दिया। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि एनडीए का दरवाजा सहनी के लिए खुला है। जायसवाल ने कहा कि अगर मुकेश सहनी का महागठबंधन में कद नहीं बढ़ा तो वो वापस एनडीए में शामिल हो जाएंगे।
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BPSC Mains Exam: बीपीएससी का बड़ा फैसला, अब गणित-सांख्यिकी के साथ GS में भी ले जा सकेंगे कैलकुलेटर
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 70वीं संयुक्त मुख्य परीक्षा में परीक्षार्थियों को कैलकुलेटर के प्रयोग की अनुमति प्रदान कर दी है। परीक्षार्थी गणित, सांख्यिकी के साथ-साथ सामान्य अध्ययन में भी सामान्य कैलकुलेटर का प्रयोग करेंगे।
अभ्यर्थियों की परेशानी को देखते हुए कैलकुलेटर के प्रयोग में छूट दी गई है। आयोग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि जिन अभ्यर्थियों का फोटो और हस्ताक्षर प्रवेशपत्र पर अस्पष्ट है, उन्हें वेबसाइट पर अपलोड प्रारूप को भरकर केंद्राधीक्षक की अनुमति के बाद परीक्षा में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
अभ्यर्थी आयोग की बेवसाइट पर उपलब्ध घोषणा पत्र को भरकर निर्धारित स्थान पर रंगीन फोटो चिपकाएंगे, जिसे राजपत्रित पदाधिकारी प्रमाणित करेंगे। निर्धारित स्थान पर हिंदी और अंग्रेजी में हस्ताक्षर करेंगे। केंद्र पर अभ्यर्थी पहचान के लिए पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड आदि साथ में ले जाएंगे। केंद्राध्यक्ष के सत्यापन के बाद परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मिलेगी।
25 से 30 अप्रैल तक आयोजनबीपीएससी 70वीं मुख्य परीक्षा 25, 26, 28, 29 और 30 अप्रैल को होगी। इसमें शामिल होने के लिए बेवसाइट पर प्रवेश पत्र अपलोड कर दिया गया है। 2035 पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा दो पालियों में होगी। इसमें शामिल होने के लिए 21 हजार 585 अभ्यर्थियों को क्वालीफाई घोषित किया गया है।
25 को सामान्य हिंदी व निबंध, 26 को सामान्य अध्ययन प्रथम पत्र व 28 को सामान्य अध्ययन द्वितीय पत्र, 29 को ऐच्छिक विषय व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से संबंधित एक ऐच्छिक विषय तथा 30 को वित्तीय प्रशासनिक पदाधिकारी से संबंधित ऐच्छित विषय का आयोजन होना है।
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Bihar Politics: बिहार की राजनीति में आज एक और IPS की एंट्री, वक्फ कानून लागू होने पर दे दिया था इस्तीफा
राज्य ब्यूरो, पटना। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे मोहम्मद नुरुल होदा अब पुलिस सेवा से मुक्त होकर राजनीति में अपनी नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। भारतीय पुलिस सेवा के 1995 बैच के अधिकारी होदा रेलवे महानिरीक्षक पद पर पदस्थापित थे, लेकिन वक्फ संशोधन कानून के लागू होने के बाद इन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
सरकारी कार्यों से मुक्त होने के बाद होदा ने मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी के साथ अपनी नई पारी शुरू करने का निर्णय लिया है।जानकारी के अनुसार नुरुल होदा बुधवार को वीआइपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। नुरुल होदा का जन्म सीतामढ़ी में हुआ था।
पढ़ने में काफी तेज होदा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की डिग्री प्राप्त की। भारतीय पुलिस सेवा में इनका चयन 1995 में हुआ। इसके बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। लंबे प्रशासनिक अनुभव के बाद अब वे वीआईपी की सदस्यता ले रहे हैं।
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Patna News: आखिर पुणे के व्यवसायी की बिहार में कैसे हत्या हो गई? अब राज से हटा पर्दा; 11 गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना एयरपोर्ट से पुणे के व्यवसायी का अपहरण कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को 19 वर्षीय युवती समेत 11 आरोपितों को गिरफ्तार कर संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इन अपराधियों ने झारखंड के कोल इंडिया के फर्जी ईमेल से स्क्रैप खरीदने का प्रस्ताव भेज कर लक्ष्मण साधु शिंदे (55) को पटना बुलाया था।
यहां एयरपोर्ट से कार से उनका अपहरण कर नालंदा जिले के हिलसा थानांतर्गत नवाडीह ले गए थे। शिंदे के खाते में 12 लाख रुपये थे। अपराधियों ने ये रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराने के लिए उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। हालांकि, 90 हजार रुपये ही वसूल पाए।
पिटाई से हुई शिंदे की मौतपिटाई से शिंदे की मौत हो गई तो अपराधियों ने शव को जहानाबाद जिले के घोसी थानांतर्गत झुमकी एवं मानपुर गांव के बीच सड़क किनारे फेंक दिया। गिरोह का सरगना अपहरण के लिए कार मुहैया कराने वाले विपातरा कुमार का भांजा सुमित बताया जाता है। वह अभी फरार है।
एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि गिरोह गत तीन महीने में गुजरात के राजकोट, अहमदाबाद, बड़ोदरा एवं झारखंड व बेंगलुरु के व्यवसायियों का अपहरण कर सात से 40 लाख रुपये तक वसूल चुका है। इनमें एक अधिवक्ता भी हैं।
अब तक किसी पीड़ित ने प्राथमिकी नहीं कराई, जिससे गिरोह का दुस्साहस बढ़ता चला गया। अब पटना पुलिस गिरोह के शिकार बने लोगों से संपर्क कर रही है। गुजरात पुलिस ने भी हवाईअड्डा थाने में आकर आरोपितों से पूछताछ की है।
नाम बदलकर लोगों को फांसता थारंजीत शिंदे से शिवराज सागी बनकर संपर्क करने वाला रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना था। रंजीत को स्क्रैप के कारोबार के बारे में अच्छी जानकारी थी। इस कारण शिंदे उसकी बातों में फंस गए। अपराधियों ने गूगल से नंबर लेकर शिंदे की कंपनी से संपर्क किया था। रंजीत ही कार से शिंदे को रिसिव करने पटना एयरपोर्ट गया था।
अब तक शिकार हुए ज्यादातर लोगों से रंजीत ही बातें करता था। अपहरण के बाद वह लोगों से रुपये ट्रांसफर करवाता और 24 घंटे के भीतर सुनसान स्थान पर छोड़ देता था। गिरफ्तारी के बाद रंजीत ने पूछताछ में पुलिस के सामने अपनी सारी करतूत स्वीकार कर ली है।
कार के रजिस्ट्रेशन नंबर से गिरोह तक पहुंची पुलिसएयरपोर्ट पर लगे सीसी कैमरे के फुटेज में शिंदे एक कार पर बैठते दिखे थे। उसके रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस ने कार मालिक की पहचान वैशाली जिले के जंदाहा थानांतर्गत लक्ष्मणपुर निवासी विपातरा कुमार के रूप में की। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उसके पास से स्कार्पियो बरामद हुई।
हुंडई आइ-20 की बाबत पूछने पर उसने रंजीत पटेल का नाम लिया। पुलिस ने जब उसकी मोबाइल लोकेशन निकाली तो वह नवादा जिले के हिसुआ स्थित एक होटल का मिला। लोकेशन के आधार पर पुलिस ने होटल में दबिश देकर युवती समेत सात आरोपितों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर चार और आरोपित अन्य जिलों से पकड़े गए। उनके नाम और पते का सत्यापन कराया जा रहा है।
नवादा जिले से इनकी हुई गिरफ्तारीरंजीत पटेल उर्फ मुन्ना (छद्म नाम-शिवराज सागी) (रहीमचक, पावापुरी, नालंदा), विकास उर्फ मोहित (मेयार, नूरसराय, नालंदा), लाल बिहारी (नवाडीह, हिलसा, नालंदा), संगीता कुमारी (सौरे, बेन, नालंदा), कुंदन कुमार (खरुआरा, चेरो, नालंदा), करण उर्फ कुणाल उर्फ कुंदन (रानापर, वैशाली) और सचिन रंजन (रानापर, वैशाली)।
क्या है पूरा मामलापुणे के कोर्थूड़ थानांतर्गत एकलव्य कालेज के निकट इंद्रायणी को-आपरेटिव हाउसिंग सोसायटी डी/01 के रहने वाले स्क्रैप व्यवसायी लक्ष्मण साधु शिंदे (55) 11 अप्रैल की शाम साढ़े सात बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे थे। अगले दिन जहानाबाद जिले के घोसी थानांतर्गत झुमकी एवं मानपुर गांव के बीच उनका शव बरामद हुआ था।
इधर, संपर्क नहीं होने पर 12 अप्रैल को ही शिंदे के साढ़ू विशाल लवाजी लोखंडे ने कोर्थूड़ थाने में गुमशुदगी की शिकायत की थी, फिर पुणे पुलिस के साथ पटना आकर हवाईअड्डा थाने में अपहरण की प्राथमिकी कराई थी। 14 अप्रैल को पटना पुलिस ने शव की पहचान की थी।
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Bihar Weather Today: बिहार के 24 जिलों के लिए टेंशन वाला अलर्ट, मौसम एक बार फिर दिखाएगा रौद्र रूप
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: उत्तर बिहार से झारखंड और ओडिशा होते हुए आंध्रप्रदेश तक पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बना हुआ है। चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र पश्चिम असम और आसपास बना है। पश्विमी हिमालय क्षेत्र में बुधवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव डालने की संभावना है।
वायुमंडल में आर्द्रता में वृद्धि होने व अन्य मौसमी कारक के कारण प्रदेश में 19 अप्रैल तक बिहार के पूर्वी भागों के एक या दो स्थानों भारी वर्षा, मेघ गर्जन, वज्रपात व झोंके के साथ 50-60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अगले 24 घंटों में 24 जिलों में तेज आंधी और बारिश की संभावनामौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान राजधानी सहित 24 जिलों में गरज-तड़क के साथ तेज आंधी-पानी की संभावना को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, पूर्वी और दक्षिण-मध्य भागों में 30-40 किमी प्रतिघंटा की गति से हवा चलने की संभावना है।
5 दिनों के दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान जमुई जिले के झाझा में सर्वाधिक वर्षा 48.6 मिमी दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 35.8 डिग्री सेल्सियस के साथ वाल्मीकि नगर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
इन स्थानों पर दर्ज हुई वर्षागया के अतरी में 47.2 मिमी, नवादा के कौआकोल में 34.2 मिमी, सिवान में 27.6 मिमी, भोजपुर के कोइलवर में 27.4 मिमी, गया के टेकारी में 27.2 मिमी, पटना के बिक्रम में 23.6 मिमी, पटना के संपतचक में 21.2 मिमी, गया के मानपुर में 19.2 मिमी, पटना के पुनपुन में 19.2 मिमी, गया के वजीरगंज में 18.6 मिमी, पटना के दुल्हिन बाजार में 18.4 मिमी, बिहारशरीफ में 18.0 मिमी, नवादा के हिसुआ में 17.4 मिमी, पटना के दानपुर में 16.4 मिमी, नवादा के काशीचक में 16.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को बड़े पैमाने पर राज्य के मेडिकल कालेज अस्पतालों, जिला अस्पतालों, अनुमंडलीय अस्पतालों सहित अन्य अस्पतालों में बड़ी संख्या में डाक्टरों का तबादला और पदस्थापन किया है। शिवहर, नवादा और किशनगंज में नए सिविल सर्जन तैनात किए गए हैं। विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
अधिसूचना के अनुसार, एएनएमसीएच गया में ईएनटी के सह प्राध्यापक रहे डॉ. राजकुमार चौधरी को किशनगंज का सिविल सर्जन बनाया गया है।
डॉ. दीपक कुमार बने शिवहर के सिविल सर्जनडॉ. दीपक कुमार जो जेएलएनएमसीएच भागलपुर में पैथोलॉजी के सह प्राध्यापक थे उन्हें शिवहर का सिविल सर्जन बनाया गया है। इसी प्रकार जहानाबाद में सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में तैनात डॉ. विनोद कुमार चौधरी को नवादा का सिविल सर्जन बनाया गया है।
गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में नए अधीक्षक की तैनातीइसके साथ ही गुरु गोविंद सिंह अस्पताल, पटना में नए अधीक्षक तैनात किए गए हैं। यहां डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल को नया अधीक्षक बनाया गया है। दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉ. अमित कुमार झा को अधीक्षक बनाया गया है।
विभाग ने अपर निदेशक स्वास्थ्य और क्षेत्रीय अपर निदेशकों की भी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की है। विभाग द्वारा सबसे अधिक 269 सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजीडेंट और ट्यूटर के पद पर तैनात चिकित्सकों का पदस्थापन किया है। कुल 360 चिकित्सकों का पदस्थापन किया है। सभी चिकित्सकों को अविलंब योगदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
हज यात्रियों की स्वास्थ्य जांच के लिए 10 डॉक्टर अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भेज गएदूसरी ओर, राज्य सरकार ने वर्ष 2025 में प्रारंभ होने वाली हज यात्रा के पूर्व विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापित 10 डाक्टरों को प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली भेजने का आदेश दिया है। प्रतिनियुक्त डाक्टरों की सेवा अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय को सौंपी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। जिन डाक्टरों को प्रतिनियुक्त किया गया है उनमें डॉ. खालिद अनवर, डॉ. सैयद यासिर हबीब, डॉ. मनौवर सुफियान, डॉ. इकबाल खान, डॉ. अब्दुल्लाह, डॉ. इरशाद आलम, डॉ. मो. इरजिता कमाल, डॉ. रिजवान राशिद, डॉ. नाज बानो और डॉ. आफताब आलम प्रमुख हैं।
दवा आपूर्ति में बिहार पूरे देश में अव्वल, 20 वर्ष में 10 गुना बढ़ी आपूर्तिस्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से अस्पतालों में दवा वितरण की व्यवस्था में व्यापक बदलाव आए हैं। नई दवा नीति के तहत राज्य के सरकारी अस्पतालों में आज रोगियों को 611 प्रकार की दवाएं मुफ्त दी जा रही हैं।
विभाग का दावा है कि सरकार की कोशिशों की वजह से पिछले 20 वर्ष में सरकारी अस्पतालों से दवा आपूर्ति में 10 गुना की बढ़ोतरी हई है। आज बिहार दवा वितरण में देश का अग्रणी राज्य बन गया है।
विभाग के अनुसार दवा आपूर्ति और वितरण पर 10 गुणा तक खर्च बढ़ा है। जहां पहले यह खर्च सीमित था, वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर लगभग 762 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 2025-26 में यह खर्च 1100 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। स्वास्थ्य सेवाओं में जो गुणवत्तापूर्ण सुधार आया है, इससे साफ नजर आ रहा है कि वर्ष 2005 से पहले अस्पतालों में दवाइयां नहीं मिलती थी लेकिन वर्ष 2005 के बाद से अस्पतालों में जीवनरक्षक दवाइयां मिलने लगी हैं, जिससे गरीब तबके के मरीजों को अब जेब ढीली नहीं करनी पड़ती है।
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Bihar: नीतीश के बेटे से बड़ा वादा कर गए 'अमित अंकल', निशांत ने मीडिया के सामने कह दी अंदर की बात!
राज्य ब्यूरो, पटना। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के दावे को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के पुत्र निशांत कुमार (Nishant Kumar) ने दावा किया है कि इस साल के विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के बाद एक बार फिर उनके पिता राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे।
उन्होंने कहा- अमित अंकल (गृह मंत्री अमित शाह) ने कह दिया कि पिताजी के नेतृत्व में चुनाव होगा और आगे भी वही मुख्यमंत्री बनेंगे। निशांत लंबे समय बाद मंगलवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
निशांत ने लिया सम्राट चौधरी का नामउन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का भी नाम लिया, जो कह रहे हैं, नीतीश कुमार ही अगली बार भी मुख्यमंत्री बनेंगे। निशांत ने लोगाें से आज फिर अपील की कि वे विधानसभा चुनाव में एनडीए के पक्ष में वोट दें।
नायाब सिंह के बयान से तेज हुई सियायतअसल में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने तीन दिन पहले एक समारोह में कह दिया था कि बिहार में सम्राट चौधरी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी। इसे तेजस्वी यादव ने तूल दिया।
बाद में सम्राट चौधरी ने भी सफाई दी कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव होगा और वही अगली बार भी मुख्यमंत्री होंगे।
निशांत ने लोगों से अपील की कि एनडीए को न सिर्फ वोट करें, बल्कि विधानसभा में सीटों की संख्या भी 2010 के चुनाव की तुलना में बढ़ा दें।
बता दें कि 2010 में एनडीए को विधानसभा की 206 सीटों पर सफलता मिली थी। इस साल एनडीए ने 225 सीट जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। राज्य विधानसभा की सीटों की संख्या 243 है।
जसुपा बोली, नीतीश के आसरे रहना भाजपा की विवशतादूसरी ओर, जन सुराज पार्टी (जसुपा) के प्रवक्ता सदफ इकबाल व अमित पासवान ने मंगलवार को प्रेस-वार्ता कर आरोप लगाया कि एनडीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। उन दोनों ने कहा कि भाजपा जानती है कि नीतीश कुमार पहले जैसे स्वस्थ नहीं। हालांकि, नियति ने ऐसा समीकरण बनाया है कि भाजपा को नीतीश को ही मुख्यमंत्री बनाए रखना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा यह भी जानती है कि आज अगर बिहार की जनता किसी से सबसे ज्यादा नाराज है तो वे नीतीश हैं। भाजपा में साहस है तो वह यह घोषणा करे कि अगर एनडीए की सरकार बनती है तो नीतीश ही मुख्यमंत्री होंगे।
दरअसल, भाजपा के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं, जो मुख्यमंत्री बन सके। सम्राट चौधरी कहते थे कि जब तक नीतीश को मुख्यमंत्री पद से हटा नहीं देते मुरेठा नहीं खोलेंगे, लेकिन आज वे स्वयं नीतीश की गोद में बैठे हैं।
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