Bihar News
Lalu Yadav: पटना लौटेंगे RJD सुप्रीमो लालू यादव, हेल्थ को लेकर सामने आई नई जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मई के पहले सप्ताह में पटना लौट सकते हैं। उनके स्वास्थ्य मेंं काफी सुधार हुआ है और सोमवार को ही उन्हें दिल्ली एम्स से छुट्टी मिल चुकी है।
अभी वे नई दिल्ली में ही अपनी सांसद पुत्री मीसा भारती के आवास पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे। परिवार चाहता है कि पटना वापसी से पहले सिंगापुर के वे चिकित्सक भी रूटीन चेक-अप कर लें, जिन्होंने लालू का किडनी प्रत्यारोपण किया था। तीन से पांच के बीच चेकअप की संभावना है।
लालू का बढ़ गया था ब्लड शुगर लेवलमार्च अंत में ही लालू का ब्लड शुगर लेवल काफी बढ़ गया था और देह पर एक-दो फोड़े भी हो गए थे। इस कारण वे बुखार से भी पीड़ित थे। पहले उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वहां से वे दो अप्रैल को एम्स स्थानांतरित कर दिए गए। लालू को कई तरह की बीमारियां हैं। उनमें हृदय रोग और किडनी को लेकर अधिक संवेदनशीलता रहती है। 2022 में सिंगापुर में उनका किडनी प्रत्यारोपण हुआ था।
वहां कई महीने रहने के बाद वे बिहार लौटे थे। पिछले वर्ष जुलाई में भी उनका स्वास्थ्य काफी बिगड़ गया था। तब उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती होना पड़ा था। उसके बाद दूसरी बार एम्स में उन्हें इस माह भर्ती कराना पड़ा।
यह भी पढ़ें-
RJD सुप्रीमो की तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली एम्स में भर्ती, तेजस्वी ने बताया लालू यादव का हाल
PM की यात्रा से ठीक 2 दिन पहले बिहार को केंद्र से मिला एक और बड़ा तोहफा, इस काम के लिए 1583 करोड़ रुपये मंजूर
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के अंतर्गत बिहार को 1583 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने पर सहमति दी है।
यह पूरी राशि केंद्रांश के रूप में मिलेगी। इसी तरह प्रारंभिक शिक्षा के लिए 7150 करोड़ एवं माध्यमिक शिक्षा के लिए 766 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है।
सरकारी विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रम को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार ने सहमति दी है।
इसके अंतर्गत राज्य में 3443 प्रारंभिक विद्यालयों में कंप्यूटर लैब की स्थापना होगी। यह बिल्कुल नई योजना है, जो बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ने की महत्वपूर्ण पहल है।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत 11 मदों में केंद्र से राशि मिलेगीशिक्षा विभाग के मुताबिक, प्रारंभिक शिक्षकों के वेतन मद में केंद्र से 3,632 करोड़ मिलेंगे। शिक्षा मंत्रालय द्वारा समग्र शिक्षा अभियान में राशि शिक्षकों के वेतन मद में उपलब्ध कराने की सहमति दी गयी है।
प्रारंभिक विद्यालयों के भवनों की मरम्मती, अतिरिक्त कक्षाओं का निर्माण और नये भवनों के निर्माण के लिए 1632 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। समग्र शिक्षा अभियान के तहत 11 मदों में केंद्र से राशि मिलेगी।
इसमें शिक्षकों के वेतन एवं प्रशिक्षण पर खर्च होने वाली राशि से इतर लैंगिक समानता, शिक्षा का अधिकार कानून एवं स्किल एजुकेशन भी शामिल है। केंद्र के समक्ष मध्याह्न भोजन योजना में करीब 1456 करोड़ रुपये की राशि प्रस्तावित की गई है।
यह भी पढ़ें-
पीएम मोदी 24 अप्रैल को मधुबनी का करेंगे दौरा, बिहार के लिए बेहद खास है ये दिन
Bihar: शैक्षणिक योग्यता अधूरी, पटना हाई कोर्ट ने फार्मासिस्ट पद के लिए आवेदन की अनुमति से किया इनकार
विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट (Patna High Court) ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले से शैक्षणिक योग्यता अधूरी रहने पर याचिकाकर्ता को फार्मासिस्ट पद के लिए आवेदन की अनुमति से इनकार कर दिया। इसी के साथ न्यायाधीश अरविंद सिंह चंदेल की एकलपीठ ने प्रभाकर सिन्हा की याचिका को खारिज कर दिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता के पास निर्धारित शैक्षणिक योग्यता पूर्ण नहीं होने के कारण वह चयन प्रक्रिया में भाग लेने का पात्र नहीं है।
याचिकाकर्ता ने अदलत में क्या कहा था?याचिकाकर्ता ने अदालत से अनुरोध किया था कि बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा विज्ञापन संख्या 22/2025 के तहत निकाली गई फार्मासिस्ट के 2473 पदों पर बहाली प्रक्रिया में उन्हें अंतरिम रूप से आवेदन करने की अनुमति दी जाए।
उनका तर्क था कि उन्होंने 2020-22 सत्र में डिप्लोमा इन फार्मेसी पाठ्यक्रम में नामांकन लिया था, परंतु परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था द्वारा विलंब किए जाने के कारण वे समय पर परीक्षा नहीं दे सके।
अधिवक्ता ने दिया ये तर्कयाचिकाकर्ता के अधिवक्ता प्रशांत सिन्हा ने कोर्ट को बताया कि पहले भाग की परीक्षा जून 2023 में और दूसरे भाग की परीक्षा नवम्बर 2024 में आयोजित की गई, जिसका परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ है। ऐसे में याचिकाकर्ता को चयन प्रक्रिया में शामिल होने की अस्थायी अनुमति दी जाए, जो परिणाम और प्रशिक्षण पूर्ण होने पर मान्य हो।
राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता पीके शाही ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता के पास न तो तीनों भागों की उत्तीर्णता प्रमाण-पत्र है और न ही बिहार राज्य फार्मेसी परिषद का पंजीकरण। केवल परीक्षा में देरी के आधार पर उन्हें चयन प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने और दस्तावेजों के अवलोकन के बाद कहा कि याचिकाकर्ता की शैक्षणिक योग्यता अपूर्ण है और वह चयन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है। केवल परीक्षा में देरी के आधार पर उन्हें चयन प्रक्रिया में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
ये भी पढ़ें- Patna High Court: दहेज हत्या मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट की याचिका खारिज, हाई कोर्ट ने CBI को सौंपा मामला
ये भी पढ़ें- राष्ट्रगान अपमान मामले में CM नीतीश कुमार को पटना हाई कोर्ट से बड़ी राहत, विकास पासवान को नोटिस जारी
'PM मोदी भी कहते हैं...', बिहार चुनाव को लेकर BJP प्रदेश अध्यक्ष ने दी नई जानकारी; CM नीतीश का भी लिया नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के सर्वमान्य नेता हैं। एनडीए उन्हीं के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मधुबनी में 24 अप्रैल को प्रस्तावित सभा की तैयारी के सिलसिले में प्रचार कर रहे जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि एनडीए के कार्यकर्ता चट्टानी एकता के साथ चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं।
एनडीए की डबल इंजन सरकार राज्य में विकास के नए कीर्तिमान गढ़ रही है। नीतीश कुमार कर्मयोगी हैं। बिना किसी स्वार्थ के दिन रात राज्य के विकास की चिंता करते रहते हैं।
उनके नेतृत्व में ही विकसित बिहार का सपना पूरा हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कहते हैं कि नीतीश कुमार उनके लाडले मुख्यमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री की सभा को लेकर मिथिलांचल में भारी उत्साहडॉ. जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की सभा को लेकर पूरे मिथिलांचल में भारी उत्साह है। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह एवं जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने के अभियान में विशेष रूप से लगे हुए हैं।
मिथिलांचल के विकास में संजय झा के योगदान को इतिहास में भी याद किया जाएगा। वे मिथिलांचल के विकास के लिए केंद्र में आवाज बुलंद करते हैं। उनके प्रयास को मिथिलांचल को कई सौगात मिले हैं।
यह भी पढ़ें-
'आपका शहर आपकी बात' मुख्यमंत्री की पहल, नीतीश कुमार ने की बिहार में शहरीकरण कार्यक्रम की समीक्षा
Bihar News: 'आपका शहर आपकी बात' मुख्यमंत्री की पहल, नीतीश कुमार ने की बिहार में शहरीकरण कार्यक्रम की समीक्षा
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 1 अण्णे मार्ग स्थित आवास 'संकल्प' में नगर विकास एवं आवास विभाग के अन्तर्गत 'आपका शहर आपकी बात' बिहार में शहरीकरण के बढ़ते कदम कार्यक्रम की समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बताया कि ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन के कारण देश में राष्ट्रीय शोक घोषित है इसके चलते ‘आपका शहर आपकी बात' कार्यक्रम अभियान का शुभारंभ 25 अप्रैल को किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जरूरतों को जानकार विकास योजनाओं को प्राथमिकता देंगेजिला प्रशासन एवं निकायों के अधिकारी आम जन से संवाद स्थापित कर उनकी प्राथमिकताओं एवं आवश्यकताओं को जानेंगे और विकास योजनाओं को उनके अनुसार प्राथमिकता देंगे।
इस पहल से न केवल नगरों की भौतिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि नागरिकों का शासन में विश्वास और सुदृढ़ होगा। मुख्यमंत्री के इस दूरदर्शी विचार के अनुरूप यह अभियान शहरी जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने तथा सशक्त और समावेशी शहरी बिहार के निर्माण की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार, शहरी विकास को एक समावेशी जनोन्मुखी एवं भागीदारी आधारित प्रक्रिया मानते हुए निरंतर कार्य कर रही है। इस दिशा में 'आपका शहर आपकी बात' बिहार में शहरीकरण के बढ़ते कदम कार्यक्रम का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
जिसका उद्देश्य शहरी क्षेत्री में नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं सुलभ कराना एवं विकास कार्यों को जन सहभागिता से गति देना है। राज्य 2006 में 123 नगर निकाय थे जो वर्ष 2025 में बढ़कर 261 हो गए हैं और बेहतर ढंग से फंक्शनल है।
नागरिक सुविधाओं की मांग बढ़ीवर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की शहरी जनसंख्या 1.57 करोड़ है जो कि राज्य की कुल जनसख्या का 15.23 प्रतिशत है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है और इसके साथ ही नागरिक सुविधाओं की मांग भी बढ़ी है।
शहरीकरण के तेजी से बढ़ते क्रम में कई ऐसे क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं, जहां नागरिकों को आवश्यक सुविधाओं जैसे आवास, सड़क, नाला, पार्क, स्ट्रीट लाइट, बहुउद्देशीय सम्राट अशोक भवन घाट, मोक्षधाम, स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज, जलापूर्ति, शौचालय एवं सिवरेज आदि की उपलब्धता एवं उन्नयन अत्यंत आवश्यक है ताकि शहरी जीवन को सुगम और व्यवस्थित बनाया जा सके।
पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा शहरी आधारभूत संरचना की मजबूत करने की दिशा में लगातार ठोस प्रयास किए गए हैं।
इसी क्रम में प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा कुल 1696.17 करोड़ की लागत से 25 विभिन्न नागरिक सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी है।
नगर निगमों और नगर परिषदों के क्षेत्र विस्तार के बाद ऐसे वार्ड जहां नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता करायी जानी है वहां 'आपका शहर आपकी बात' कार्यक्रम के अंतर्गत 90 नगर निकायों के 1609 वार्डों में कुल 2491 कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।
कार्यक्रम के दौरान ‘आपका शहर आपकी बात' कार्यक्रम पर आधारित एक लघु फिल्म प्रस्तुत की गई। मुख्यमंत्री ने 'आपका शहर आपकी बात' विवरणिका का अवलोकन किया और मोबाइल ऐप से सूचना संग्रहण की जानकारी ली।
सीएम ने निरीक्षण भी कियासमीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने 1, अण्णे मार्ग में 'आपका शहर आपकी बात' जागरूकता रथ का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, नगर विकास एवं आवास मंत्री जिवेश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद रहे।
इनके अलावा नगर विकास एवं आवास विभाग के विशेष सचिव अनिमेश कुमार पराशर, नगर विकास एवं आवास विभाग की अपर सचिव वर्षा सिंह, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव विजय प्रकाश मीणा, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव राजीव कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे, जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी, नगर निकायों के प्रतिनिधिगण तथा नगर विकास एवं आवास विभाग के अधिकारी जुड़े हुए थे।
Photos: पटना में एरोबेटिक शो शुरू, तिरंगे के साथ पैराट्रूपर्स ने हेलीकाप्टर से लगाई छलांग
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के जेपी गंगा पथ पर सुबह 10 बजे एरोबेटिक शो शुरू हो गया है। वायु सेना के विमान अपना करतब दिखा रहे हैं।
सबसे पहले तिरंगे के साथ पैराट्रूपर्स ने हेलीकाप्टर से छलांग लगा करतब दिखाया। आज का आयोजन स्कूलों और कालेजों के विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से समर्पित है।
सूर्य किरण टीम के 9 अत्याधुनिक हाक-132 विमान पटना के आकाश में अद्भुत एरोबेटिक करतबों का प्रदर्शन कर रहे हैं। एरोबेटिक शो देखने के लिए बड़ी संख्या में विद्यार्थी जेपी गंगा पथ के किनारे मौजूद हैं।
इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है। हम अपने सभी पाठकों को पल-पल की खबरों से अपडेट करते हैं। हम लेटेस्ट और ब्रेकिंग न्यूज को तुरंत आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रारंभिक रूप से प्राप्त जानकारी के माध्यम से हम इस समाचार को निरंतर अपडेट कर रहे हैं। ताजा ब्रेकिंग न्यूज और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए जागरण के साथ।
Patna News: पटना में जेडीयू महिला नेता पर अंधाधुंध फायरिंग, हाथ और छाती में मारी गोली; मच गया कोहराम
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के बुद्धा कालोनी थानांतर्गत दुजरा इलाके में अपराधियों ने जदयू नेत्री सोनी देवी (40) को गोली मारकर जख्मी कर दिया। वारदात रविवार की रात लगभग 11 बजे हुई। सोनी के हाथ और छाती में गोली लगी है। इससे उनकी स्थिति गंभीर बनी है।
उनका उपचार पीएमसीएच में चल रहा है। इधर, विधि-व्यवस्था एसडीपीओ-1 संगीता ने बताया कि पांच नामजद और दो अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी की गई है।
आपसी विवाद में जानलेवा हमले की बात सामने आ रहीएक नामजद आरोपित मनीष को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपित कुछ दिन पहले ही शराब मामले में जेल से छूटकर आया है। आपसी विवाद में जानलेवा हमला किए जाने की बात सामने आई है। सभी बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।
बताया जाता है कि दुजरा देवीस्थान के पास सोनी देवी की अंडा दुकान है। वह वार्ड नंबर 22 की जदयू महिला विंग अध्यक्ष भी हैं। रात में अपराधियों ने उन पर दो राउंड फायरिंग की।
हाथ और छाती पर बरसाई गोलियांहाथ और छाती में गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ीं। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। सूचना मिलते ही उनके पति रामप्रवेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को सूचना दी और पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया।
पति का कहना है कि सोनी देवी का करीब एक माह पहले कुछ लोगों से विवाद हुआ था। इस कारण उनकी जान लेने की कोशिश की गई। छाती में गोली अभी फंसी है। आपरेशन के बाद गोली निकाली जाएगी।
ये भी पढ़ें
'मेरठ का नीला ड्रम केस याद है?', पत्नी की पति को धमकी, कॉल रिकॉर्डिंग सुनकर दहशत में आए घरवाले
Patna News: पटना में यात्रियों से भरी बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग, ड्राइवर का मर्डर; मची चीख-पुकार
संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ (पटना)। Patna News: पटना के जीरो माइल पर सोमवार की देर शाम यात्रियों से खचाखच भरी बस पर अपराधियों ने फायरिंग कर दी। इसमें चालक दुष्यंत मिश्रा की मौत हो गई। अपराधियों के फरार होते हीं यात्री भी बस से उतर कर भाग गए। गोलियों की तड़तड़ाहट से सड़क पर अफरातफरी मच गई थी, इसका फायदा उठाकर अपराधी फरार होने में कामयाब रहे।
सूचना पर एसपी डा के रामदास, दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से आधा दर्जन खोखे बरामद किए हैं। सदर एसडीपीओ-2 सत्यकाम ने बताया कि कई राउंड फायरिंग की बात सामने आई है। चालक के शव को एनएमसीएच भेजा गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
तीन की संख्या में थे हत्यारेबता दें कि बस नीतू राज सर्विसेज की थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, स्टैंड से बस बेतिया जाने वाली थी। धीरे धीरे बस जीरो माइल पहुंची थी, लेकिन आगे वाहनों के दबाव की वजह से रफ्तार कम थी। इस बीच तीन की संख्या में आए हमलावर फायरिंग करने लगे। यात्रियों ने सिर झुका लिया। कुछ तो फर्श पर लेट गए। लगभग डेढ़ मिनट तक यात्रियों की सांसें अटकी रहीं।
यात्री कूदकर बस से भागेफायरिंग की आवाज थमने के बाद यात्री कूद कर बस से भागे, जबकि लहूलुहान हालत में चालक सीट पर पड़ा था।रंगदारी की बिंदु पर छानबीन कर रही पुलिससूत्रों की मानें तो बस स्टैंड में दो कुख्यात का सिक्का चलता है। दोनों वर्तमान में बेउर जेल में बंद हैं।
प्रारंभिक जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि बस मालिकों से रंगदारी मांगी गई थी। इसका विरोध करने पर कातिलाना हमला किया गया। पुलिस अभी बस मालिक, कंडक्टर और मैनेजर से पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरी ओर चालक के बारे में भी जानकारी ली जा रही है।
तड़पती रही 2 साल की दुष्कर्म पीड़िता, आरोपी को 2 लात मारकर भगाया और लौट गई पुलिस
संवाद सूत्र, फुलवारीशरी। पटना पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। एक अधेड़ पर दो वर्ष की एक मासूम के साथ घिनौना काम करने का आरोप लगा।
स्वजन ने जब आरोपित को पकड़कर पुलिस के हवाले किया तो अगमकुआं थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने की बजाय दो लात मारकर भगा दिया।
खून बहने से बेहोश हो गई मासूमहद तो यह कि दुष्कर्म पीड़िता तड़प रही थी, परंतु उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाने की बजाय पुलिस हमारे क्षेत्र का मामला नहीं है, कहकर चलती बनी।
इस बीच दुष्कर्म पीड़िता बच्ची अत्यधिक रक्तस्राव से बेहोश हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची गोपालपुर पुलिस ने उसे एनएमसीएच में भर्ती कराया। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
एसपी ने दिया जांच भरोसा, लोगों में आक्रोश- एसपी सिटी पूर्वी डॉ. के. रामदास बच्ची का हाल जानने एनएमसीएच पहुंचे। उन्होंने कहा कि पीड़िता के स्वजन के आरोप की जांच की जा रही है।
- अगर अगमकुआं थाने की पुलिस ने क्षेत्राधिकार से बाहर का मामला बताकर अनदेखी की है तो संबंधित पदाधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी।
- इधर, घटना से स्वजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनकी नाराजगी इस बात से है कि पुलिस ने अभियुक्त को भगा दिया। अब पुलिस आरोपित की तलाश में छापेमारी कर रही है।
- वहीं, थानेदार नीरज कुमार पांडेय ने आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि सीमा विवाद से संबंधित कोई बात नहीं है।
मासूम के पिता ने बताया कि बच्ची सोमवार रात 8 बजे अपनी झोपड़ी में सो रही थी। इसी दौरान 50 वर्षीय पड़ोसी आया और उसे गोद में उठाकर चला गया। पड़ोसी होने के कारण किसी को कोई शक नहीं हुआ।
अधेड़ बच्ची को लेकर अपनी झोपड़ी में चला गया। थोड़ी देर बाद बच्ची के रोने की आवाज आई। माता-पिता दौड़े तो देखा कि वह खून से लथपथ है। यह देखकर उनके होश उड़ गए। अनहोनी की आशंका से स्वजन सहम गए।
उन लोगों ने बच्ची को उठाया और पड़ोसी को दबोचकर अगमकुआं थाने को सूचना दी। मौके पर अगमकुआं थाने की पुलिस पहुंची तो बच्ची के स्वजनों ने उन्हें सारा माजरा बता, बच्ची की हालत दिखाई।
पकड़े गए अधेड़ के बारे में भी पुलिस को बताया। परंतु, आरोप है कि पुलिस ने आरोपित को लात मारकर भगा दिया और कहा कि यह मामला उनके थाना क्षेत्र का नहीं है। इस बीच आरोपित फरार हो गया।
चलती बनी पुलिसयह देखकर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। पुलिस उन्हें गोपालपुर थाने का मामला बता निकल गई। किसी प्रकार इसकी जानकारी गोपालपुर थाने तक पहुंची। इसके बाद वहां की पुलिस पहुंची। तबतक मासूम बेहोश हो गई थी।
पुलिस उसे एनएमसीएच लेकर गई। गोपालपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि मासूम के साथ पड़ोसी पर दुष्कर्म का आरोप स्वजन ने लगाया है। घटना अगमकुआं और गोपालपुर थाना क्षेत्र की सीमा क्षेत्र में हुई है। आरोपित की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
यह भी पढ़ें
Bihar News: शिक्षा विभाग की गाड़ी ने मारी जोरदार टक्कर, बाइक सवार 3 लोगों की दर्दनाक मौत
Bihar Weather Today: बिहार के 26 शहरों में होगा 'लू' का अटैक, 5 से 6 डिग्री तक बढ़ेगा तापमान; येलो अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: बिहार में बीते 15 दिनों की राहत के बाद लोगों को गर्मी सताने लगी है। इस सप्ताह प्रदेश के कई जिलों में लू चलने का पूर्वानुमान है। राज्य के अधिसंख्य शहरों का अधिकतम तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के आसार हैं। इस कारण लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होगा। इस दौरान भीषण लू भी चलेगी।
इन जिलों में 'लू' का अटैकबिहार की राजधानी पटना, बेगूसराय, गया, दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, खगड़िया समेत 26 जिलों में 'लू' का रौद्र रूप देखने को मिलेगा।
26 शहरों के लिए येलो अलर्ट जारीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव के आसार नहीं हैं। अगले 24 घंटों के दौरान पटना समेत 26 शहरों में गर्म दिन व आर्द्र दिवस को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त पुरवा हवा के कारण उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करेगी। अगले पांच दिनों तक मौसम से विशेष राहत के आसार नहीं हैं।
सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस व 42.4 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। इसके पूर्व छह अप्रैल को प्रदेश का अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सोमवार को इन शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गयासोमवार को गया, गोपालगंज, औरंगाबाद, विक्रमगंज का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज किया गया। मुंगेर, अगवानपुर, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज व कटिहार को छोड़ कर पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना व आसपास इलाकों में उमस भरी गर्मी के कारण लोग पूरे दिन व रात्रि में परेशान रहे।
Summer Special Train: बिहार से दिल्ली के लिए चलेगी 10 जोड़ी समर स्पेशल ट्रेन, देखें पूरा टाइम टेबल
जागरण संवाददाता, पटना। गर्मी के दिनों में ट्रेनों में होने वाली भीड़ को देखते हुए रेलवे विभाग सचेत है। बिहार के यात्रियों को गर्मी में रेल यात्रा के दौरान समस्या न हो, उसके मद्देनजर बिहार के विभिन्न स्टेशनों से नई दिल्ली, दिल्ली एवं आनंद विहार के लिए दस जोड़ी समर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।
बिहार के यात्री काफी दिनों से समर स्पेशल ट्रेनों की मांग कर रहे थे। पटना से चंडीगढ़ जाने वाली स्पेशल ट्रेन 25 अप्रैल से 30 मई तक प्रत्येक शुक्रवार को चलाई जाएगी।
यह ट्रेन पटना से 22.45 बजे चलाई जाएगी, जो अगले दिन 23.10 बजे चंडीगढ़ पहुंचेगी। यह ट्रेन डीडीयू-वाराणसी-लखनऊ-मुरादाबाद के रास्ते चलाई जाएगी।
वहीं, दानापुर से भगत की कोठी तक चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेन 24 अप्रैल से 26 जून तक चलाई जाएगी। यह ट्रेन प्रत्येक गुरुवार को दानापुर से 18.45 बजे खुलेगी और शनिवार को रात्रि एके बजे भगत की कोठी पहुंचेगी। यह ट्रेन डीडीयू, प्रयागराज, टुंडला, जयपुर-जोधपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
पटना के रास्ते चलाई जाएगी उधना-बरौनी स्पेशल ट्रेनउधना से बरौनी के लिए चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेन 20 अप्रैल से 29 जुलाई तक प्रत्येक रविवार को चलाई जाएगी। यह ट्रेन उधना से 05.45 बजे रवाना होगी और अगले दिन 11.50 बजे पटना होते हुए 15.30 बजे बरौनी पहुंचेगी।
यह भी पढ़ें-
Bihar Rapid Train: 160 की स्पीड से दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन, पटना से डायरेक्ट कनेक्ट होगा ये जिला
Namo Bharat: पटना से मोकामा-दरभंगा-मधुबनी होते हुए जयनगर तक जाएगी नमो भारत, PM दिखाएंगे हरी झंडी
Gaya News: बालू घाट पर खनन में कर दिया झोल! अब टेंडर लेने वाले पर लगा 30 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना
राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने खनन नियमों के उल्लंघन मामले में गया जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए संवेदकों पर 30 करोड़ से अधिक का जुर्माना लगाया है। दंड लगाने के पूर्व विभाग ने खनिज विकास पदाधिकारी के आदेश को भी उलट दिया।
खान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, गया जिले के विभिन्न बालूघाटों पर कार्यरत संवेदकों के विरुद्ध अवैध खनन की शिकायतें मिली थी।
जांच में यह बात सामने आई कि बालू खनन के निर्धारित नियमों का जमकर उल्लंघन किया जा रहा है। चार मामले की जांच के बाद खान आयुक्त ने 31,26,94,045 का जुर्माना लगाया। परंतु गया के खनिज विकास पदाधिकार ने इस दंड राशि का कम करते हुए 32.87 लाख कर दिया।
मामले की कराई गई थी जांचमामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय द्वारा निदेशक, खान की अध्यक्षता में एक समिति गठित कर मामले की गहन जांच कराई गई।
इसमें यह स्पष्ट हुआ कि दंड की कटौती अनुचित थी और खनन नियमों का गंभीर उल्लंघन हुआ है। इसके आधार पर खान आयुक्त न्यायालय ने खनिज विकास पदाधिकारी, गया द्वारा जारी आदेश को रद कर वापस 30,68,16,111 रुपये दंड लगाया है।
इसके साथ ही विभाग ने स्पष्ट किया है कि जो बंदोबस्तधारी एवं संवेदक नियमों का पूर्ण पालन कर रहे हैं, उन्हें सभी आवश्यक प्रशासनिक सहयोग मिलेगा परंतु जो संवेदक नियमों एवं शर्तों का उल्लंघन करेंगे, उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें-
आरा के 18 बालू घाटों की होगी ई-नीलामी, इस तारीख तक कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
Patna News: JP गंगा पथ पर एलसीटी से कृष्णा घाट तक 6 घंटे नहीं चलेंगी गाड़ियां, जारी हुई एडवाइजरी; देखें टाइमिंग
जागरण संवाददाता, पटना। मंगलवार और बुधवार सुबह भारतीय वायु सेना की एरोबेटिक सूर्य किरण की टीम का सभ्यता द्वार के सामने जेपी गंगा पथ के उत्तर गंगा किनारे शौर्य प्रदर्शन का आयोजन होना है।
यातायात व्यवस्था को देखते हुए दोनों दिन सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक जेपी गंगा पथ पर एलसीटी और कृष्णा घाट के पहले वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।
चिल्ड्रेंन पार्क से आयुक्त कार्यालय के सामने से जेपी गंगापथ पर सामान्य वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। जेपी गंगा पथ पर गायघाट की ओर से आने वाले वाहनों को कृष्णा घाट अंडरपास नीचे से अशोक राजपथ की ओर मोड़ दिया जाएगा।
वहीं दीघा गोलंबर से गायघाट की ओर जाने वाले वाहन एलसीटी घाट अंडरपास नीचे अशोक राजपथ होते हुए गंतव्य तक जा सकेंगे।
एलसीटी घाट का एप्रोच रोड वन-वेएलसीटी घाट का एप्रोच रोड वन-वे किया गया है। ताकि एयर शो में शामिल होने वाले लोग आसानी से जेपी गंगा पथ पहुंच सकें।
बापू सभागार में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम के लिए आने वाले वाहनों को जेपी सेतु, अटल पथ और आर ब्लाक होते हुए गांधी मैदान के गेट नंबर 10 पर पार्क कराया जाएगा।
छोटे वाहनों के लिए बापू सभागार की अंडरग्राउंड पार्किंग उपलब्ध कराई गई है। शहर में जाम न लगे और लोगों को असुविधा न हो। इसके लिए कई पार्किंग जोन बनाए गए हैं।
दानापुर और अशोक राजपथ से आने वाले दर्शकों को अपना वाहन जेपी सेतु घाट, दीघा घाट, 88 और 93 नंबर घाट पर पार्क करना होगा।
वहीं गायघाट से सभ्यता द्वार की ओर आने वालों के लिए पटना कालेज ग्राउंड, साइंस कालेज ग्राउंड और कृष्णा घाट के पास पार्किंग व्यवस्था की गई है।
जेपी गोलंबर से आने वाहनों को गांधी मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसके लिए सभी गेट खोल कर रखे जाएंगे। ताकि लोगों को वाहनों की पार्किंग में कोई समस्या न हो और वाहन हर दिशा से आसानी से पार्क किए जा सकें।
वहीं महेंद्र घाट, कलेक्ट्रेट घाट और कदम कुआं घाट पर और एलसीटी घाट के अंडरपास से गुजरने वाले वाहनों के लिए जेपी गंगा पथ की एक लेन में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
छह मुख्य स्थानों पर रहेगा क्रेनपार्किंग स्थल के अलावा इधर, उधर वाहन खड़ा करने पर परेशानी बढ़ सकती है। इसके लिए छह क्रेन की भी व्यवस्था की गई। सभी को छह अलग अलग स्थानों पर रखा जाएगा। साथ में यातायात पुलिस भी रहेगी।
शौर्य दिवस का यह आयोजन पटना के लिए गर्व का पल है। पार्किंग और ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है। इसे सुव्यवस्थित यातायात से यादगार बनाएं। प्रशासन का सहयोग करें। ट्रैफिक नियमों का पालन करें। ऐसा न करने वालों के खिलाफ प्रशासन को मजबूरन कानूनी कार्रवाई करनी होगी।-अपराजित लोहान, ट्रैफिक एसपी, पटना
यह भी पढ़ें-
Patna News: पटना के सभी ऑटो ड्राइवर ध्यान दें! आ गया 3 जोन और 26 रूट का नया आदेश
इंडियन ऑयल ने लॉन्च किया नया LPG गैस सिलेंडर, इसमें नहीं होता ब्लास्ट; वजन में भी काफी हल्का
नलिनी रंजन, पटना। आए दिन अगलगी में गैस सिलेंडर के विस्फोट की बातें सामने आ रही हैं। ऐसे में आपके पास कंपोजिट गैस सिेलेंडर बेहतर विकल्प हो सकता है। इंडियन ऑयल की ओर से कंपोजिट सिलेंडर लॉन्च किया गया है। यह सिलेंडर पूरी तरह सुरक्षित है। यह अगर आग की चपेट में भी आता है तो फटता नहीं है। यह जल कर खुद खत्म हो जाता है।
ऑयल कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, यह सिलेंडर तीन लेयर में बना होता है। यह फटता नहीं है। यह अंदर से पिघल जाता और गैस इससे सामान्य रूप से जलकर खत्म हो जाती है। यदि आपके पास नॉर्मल सिलेंडर है तो भी आप अपने डिस्ट्रीब्यूटर के पास से इसे बदलने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसमें आपको केवल सुरक्षित राशि के रूप में आठ सौ रुपये अतिरिक्त देने होंगे। नॉर्मल सिलेंडर के लिए सुरक्षित राशि 22 सौ रुपये है, जबकि कंपोजिट सिलेंडर की सुरक्षित राशि तीन हजार रुपये है।
दिखती रहेगी गैस की मात्राआईओसीएल के अधिकारियों के अनुसार, कंपोजिट सिलेंडर में जंग नहीं लगती, यह सुंदर व आकर्षक दिखता है। यह ट्रांसपैरेंट होने के कारण कितना खपत हुआ यह पूरी तरह दिखता है। यह रंगीन होने के कारण काफी सुंदर दिखाई पड़ता है। हल्का होने के कारण गृहिणी आसानी से हैंडल कर सकती है।
सुरक्षित है कंपोजिट सिलेंडर, नॉर्मल से काफी हल्काबता दं कि कंपोजिट सिलेंडर का वजन खाली रूप महज साढ़े पांच केजी के बराबर है, जबकि नॉर्मल सिलेंडर साढ़े 15 किलोग्राम का है। इसमें 14.2 किलोग्राम गैस भरी जाती है। भरे रूप में लगभग 30 किलो के बराबर होता है।
कंपोजिट सिलेंडर 10 किलोग्राम भरा जाता है, इससे भरे हुए सिलेंडर महज साढ़े 15 किलोग्राम आता है। दाम दोनों के बराबर है, दोनों डोमेस्टिक सिलेंडर के रूप में आते हैं।
ये भी पढ़ें- घर बैठे ही मिल जाएगा LPG गैस कनेक्शन, ये है ऑनलाइन अप्लाई करने का आसान प्रोसेस
ये भी पढ़ें- LPG गैस सिलेंडर 50 रुपये महंगा, पेट्रोल-डीजल का उत्पाद शुल्क 2 रुपये बढ़ा; जानिए उज्ज्वला योजना का हाल
बिहार प्रशासनिक सेवा के 10 अधिकारियों का तबादला, अनन्या सिंह बनीं औरंगाबाद उप विकास आयुक्त
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार प्रशासनिक सेवा के दस अधिकारियों को नई जिम्मेवारी दी गई है। सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की। गया के वरीय उप समाहर्ता मनीष कुमार को स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्य अधिकारी बनाया गया है।
शाहपुर पटोरी की भूमि सुधार उप समाहर्ता प्रियंका कुमारी को नई दिल्ली स्थित बिहार के स्थानिक आयुक्त कार्यालय में विशेष कार्य अधिकारी बनाया गया है। शिवहर के वरीय उप समाहर्ता अनिल कुमार को स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्य अधिकारी बनाया गया है।
सारण के जिला भू अर्जन पदाधिकारी सुमन कुमार को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग में उप सचिव बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्य पदाधिकारी के रूप में तैनात आनंद प्रकाश को वरीय उप समाहर्ता, गया में तैनात किया गया है।
निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, पूर्णिया, नीरज नारायण को पथ निर्माण विभाग में उप सचिव बनाया गया है। निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन, जिली ग्रामीण लिकास अभिकरण, सारण कयूम अंसारी को बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार में संयुक्त सचिव के रूप में पदस्थापित किया गया है।
पदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे मंजूर आलम को अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण बेगूसराय, शहनवाज अहमद को उप सचि्व सूचना एवं प्रावैधिकी के रूप में तैनात किया गया है। वही औरंगाबाद में उप विकास आयुक्त के रूप में तैनात अभ्येंद्र मोहन सिंह को बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग का सचिव बनाया गया है।
अनन्या सिंह बनीं औरंगाबाद की उप विकास आयुक्तभारतीय प्रशासनिक सेवा के दाे अधिकारियों काे भी सोमवार को स्थानांतरित किया गया। पश्चिम बंगाल संवर्ग से बिहार संवर्ग मे योगदान देने के बाद पदस्थापना की प्रतीक्षा कर रहीं अनन्या सिंह को औरंगाबाद मे उप विकास आयुक्त के रूप में पदस्थापित किया गया है।
वहीं, वाणिज्य कर विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में पदस्थापित कृष्ण कुमार काे पथ निर्माण विभाग में संयुक्त सचिव बनाया गया है।
ये भी पढ़ें- Bihar Government: नीतीश सरकार के निशाने पर ये अधिकारी, सीधे ऊपर से आया 'ऑर्डर'; विभागों में हड़कंप
ये भी पढ़ें- Bihar Land Mutation: दाखिल-खारिज में देरी पर प्रशासन सख्त, 2 DCLR से मांगा जवाब; 7 CO को चेतावनी
Bihar Politics: प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार को दे दी साफ चेतावनी, अब ये है जसुपा के सूत्रधार का अगला प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। जन सुराज पार्टी (जसुपा) के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पार्टी के पाटलिपुत्र स्थित कैंप कार्यालय में प्रेसवार्ता कर सरकार एवं विपक्ष की कार्यप्रणाली तीखा कटाक्ष किया।
उन्होंने बिहार की राजनीति को विपक्ष विहीन बताते हुए भाजपा एवं राजद के साथ अन्य दलों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े किए।
उन्होंने कहा कि मानूसन सत्र से पहले सरकार उनकी मांगों पर स्थिति स्पष्ट नहीं करती है तो सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करेंगे। इससे पहले प्रदेशव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे और राज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे।
पीके ने बोला हमलापीके ने जाति आधारित गणना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी दल का जाति गणना करने का उद्देश्य समाज का विकास करना नहीं बल्कि सिर्फ अपनी राजनीति के लिए जातिगत उन्माद पैदा करना है।
जन सुराज का पहला प्रश्न है कि आरक्षण की सीमा बढ़ाने की घोषणा का क्या हुआ। नीतीश कुमार बताएं कि केंद्र और राज्य में उनकी सरकार है तो आरक्षण की सीमा क्यों नहीं बढ़ाई गई?
दूसरा प्रश्न यह है कि 22 नवंबर को की गई घोषणा का क्या हुआ कि 94 लाख परिवारों को रोजगार के लिए 2 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी?
जनसुराज ने किया कटाक्षक्या यह घोषणा भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर खाते में 15 लाख के जुमले की तरह एक जुमला था। तीसरा प्रश्न यह है कि 22 नवंबर को 40 लाख बेघर लोगों को घर के लिए 1 लाख 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई थी।
सरकार को उत्तर देना चाहिए कि अब तक किसको कितनी सहायता दी गई है। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि वे जातीय जनगणना पर श्वेत पत्र पेश करें। तीसरा प्रश्न यह है कि कब भूमि सर्वे के नाम अफसर जनता का शोषण करते रहेंगे।
यह भी पढ़ें-
Chirag Paswan: चिराग को विधानसभा में चाहिए 40 सीटें, जन सुराज से गठबंधन का भी विकल्प खुला!
Bihar News: बिहार के 41 बड़े शहरों में होने जा रहा नया काम, आ गया ऊपर से ऑर्डर; खर्च होंगे 248 करोड़
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के 41 बड़े शहरों में 248 करोड़ की लागत से विद्युत शवदाह गृह का निर्माण किया जाएगा।
इनमें जिला मुख्यालय वाले सभी 38 शहरों के साथ तीन अन्य महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ा गया है। आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के तहत सभी विद्युत शवदाह गृह नदी के घाटों पर बनाए जाएंगे।
विभागीय जानकारी के अनुसा, 41 योजनाओं में से तीन सुपौल, जहानाबाद और अरवल में निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है, जबकि 36 शहरों में योजना प्रगति पर है।
बाढ़ और झंझारपुर नगर परिषद् में नई योजनाओं को स्वीकृति मिली है, जिसके लिए निविदा का प्रकाशन कर दिया गया है।
क्या बोले मंत्री?नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री जिवेश कुमार ने बताया कि शवदाह गृह निर्माण योजना की स्वीकृति से दाह संस्कार की प्रक्रिया बेहतर हो सकेगी।
योजना का निर्माण होने से नदियों को स्वच्छ रखने, उन्हें प्रदूषण मुक्त बनाने एवं वायु प्रदूषण को रोकने में भी मदद मिलेगी, साथ ही स्वच्छता की समस्या से निपटने में भी सहूलियत होगी।
विभागीय सचिव समेत अन्य वरीय अधिकारियों को योजना की लगातार मानीटरिंग करने का निर्देश दिया गया है, ताकि ससमय योजना पूरी की जा सके।
यह भी पढ़ें-
दाखिल-खारिज में देरी पर प्रशासन सख्त, 2 DCLR से मांगा जवाब; 7 CO को चेतावनी
Bihar Government: नीतीश सरकार के निशाने पर ये अधिकारी, सीधे ऊपर से आया 'ऑर्डर'; विभागों में हड़कंप
राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी महकमों में अफसरों की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि सरकार के संज्ञान में आया कि अधिकारी के स्तर पर खराब कार्य किया गया है तो उन पर सख्त कार्रवाई होगी, ताकि अधिकारियों में खौफ बना रहे और वे गलत कार्य करने से परहेज करें।
यही नहीं, किसी अधिकारी का वीडियो वायरल होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई को अब एसओपी (मानक संचालन नियमावली) भी बनेगी। इस कार्य का जिम्मा सरकार ने सामान्य प्रशासन विभाग को सौंपा है।
प्रदेश के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सोमवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और इस दौरान कई आवश्यक निर्देश दिए।
'अगर अफसर लापरवाही करते हैं...'उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि किसी भी विभाग में सरकारी कार्यों को लेकर अफसर लापरवाही करते हैं या भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं तो उनकी पहचान कर विभागीय कार्रवाई करें, ताकि उनमें खौफ बना रहे। उन्होंने कहा, गलत कार्य करने वालों पर किसी प्रकार की नरमी नहीं होनी चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा यदि किसी अधिकारी का कोई वीडियो वायरल होता है तो उन पर ठोस कार्रवाई करने के लिए मानक संचालन नियमावली बनाई जाए।
उन्होंने सभी विभागों से लंबित मुकदमों का निपटारा जल्द करने के लिए कहा। मुकदमें किस कारण से लंबित हैं इसकी पड़ताल करें और उनका निष्पादन जल्द से जल्द कैसे हो सकता है इस पर फोकस होकर काम करें। मीणा ने विभागों को यह भी निर्देश दिया कि केंद्रीय योजना मद में आवंटित राशि का पूरा व्यय करें।
विभागों को उर्जा खपत ऑडिट कराने का निर्देशमुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी विभागों से उर्जा खपत का आडिट कराने को कहा है। आडिट से उर्जा की बेवजह खपत पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सरकारी भवनों और कार्यालयों में उर्जा की खपत कम करने के लिए एलईडी का उपयोग बढ़ाया जाए।
सामान्य बल्ब के मुकाबले इनके उपयोग से उर्जा खपत में 80 प्रतिशत तक की कमी आएगी। हीटिंग और कूलिंग मशीनों का उपयोग प्रभावी तरीके से करने के आदेश भी विभागों को दिए गए। साथ ही सरकारी अस्पतालों और स्कूलों में भी उर्जा ऑडिट कराकर बिजली खपत कम करने की पहल के लिए अधिकारियों से कहा गया है।
ये भी पढ़ें- Bihar Land Mutation: दाखिल-खारिज में देरी पर प्रशासन सख्त, 2 DCLR से मांगा जवाब; 7 CO को चेतावनी
ये भी पढ़ें- मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने विभागों के खाली पदों को जल्द भरने के दिए निर्देश, नोडल अधिकारियों के साथ की बैठक
Bihar Land Mutation: दाखिल-खारिज में देरी पर प्रशासन सख्त, 2 DCLR से मांगा जवाब; 7 CO को चेतावनी
जागरण संवाददाता, पटना। दाखिल-खारिज के अपीलीय वादों के निष्पादन में शिथिलता को लेकर जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सदर और पटना सिटी के भूमि सुधार उपसमाहर्ता से स्पष्टीकरण किया है। दोनों अधिकारियों को अविलंब स्थिति में सुधार की हिदायत दी गई है।
इसके अलावा सात अंचलाधिकारियों को 75 दिनों से अधिक समय के लंबित मामलों को निपटाने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसके बाद इनपर कार्रवाई की चेतावनी जिलाधिकारी ने दी है। वे सोमवार को समाहरणालय में राजस्व मामलों की समीक्षा कर रहे थे।
दाखिल-खारिज के निष्पादन में आई तेजी:दाखिल-खारिज, परिमार्जन, अभियान बसेरा, भूमि नापी, भूमि विवाद निराकरण, आधार सीडिंग, अतिक्रमण उन्मूलन, सीमांकन, विशेष सर्वेक्षण, भू-अर्जन, भूमि उपलब्धता एवं हस्तानांतरण सहित विभिन्न मामलों में अंचलवार अद्यतन प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि दाखिल-खारिज के मामले में ओवरआल प्रगति काफी अच्छी है।
एक अप्रैल 2024 को 80,592 आवेदन लंबित थे जो 20 अप्रैल को 16,534 रह गए हैं। इनमें लगभग 40 हजार आवेदन एक्सपायर की श्रेणी में थे, उनकी संख्या अब 3,3380 रह गई है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि है।
19 सीओ को दिया जाएगा प्रशस्ति पत्र:अब 75 दिनों से अधिक अवधि के आवेदन मुख्य रूप से छह अंचलों संपतचक, बिहटा, दीदारगंज, दानापुर, नौबतपुर एवं धनरुआ में ही ज्यादा हैं। फुलवारीशरीफ में 80 मामले लंबित हैंं। इन अंचलों के सीओ को एक सप्ताह में सारे मामले निपटाने को कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के 26 में से 19 अंचलाधिकारियों के प्रयास की वे सराहना करते हैं। इन सभी को अगली बैठक में प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इन अधिकारियों ने पूरे अभियान में शुरू से ही काफी मेहनत किया है। फलस्वरूप दाखिल-खारिज के लंबित मामलों की संख्या में काफी कमी आई है।
कार्य में तेजी लाएं भूमि सुधार उपसमाहर्ता:जिलाधिकारी ने कहा कि सदर डीसीएलआर शिथिलता बरत रहे हैं। उनके न्यायालय में दो सप्ताह में दाखिल-खारिज अपील के 63 वाद प्राप्त हुए, लेकिन केवल 39 को निष्पादित किया गया है।
दो-तीन महीने में अपेक्षित प्रगति नहीं दिख रही। सबसे पुराना वाद 12 अप्रैल, 2023 का है जिसका निष्पादन अभी तक नहीं किया गया है।
पटना सिटी डीसीएलआर ने दो सप्ताह में एक भी वाद को निष्पादित नहीं किया है। दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए सुधार लाने का निर्देश दिया।
ये भी पढ़ें- Bihar Bhumi: भूमि सर्वे के बीच सामने आई नई जानकारी, अगर ये काम नहीं किया तो नीलाम हो जाएगी जमीन
ये भी पढ़ें- Bihar Land Registry: जमीन रजिस्ट्री के दस्तावेज में अब नहीं होंगे खरीदने और बेचने वाले के साइन
Chirag Paswan: चिराग को विधानसभा में चाहिए 40 सीटें, जन सुराज से गठबंधन का भी विकल्प खुला!
अरुण अशेष, पटना। लोजपा (रा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान एनडीए में अधिक हिस्सेदारी के लिए सक्रियता बढ़ा रहे हैं। उन्हें विधानसभा की कम से कम 40 सीटें चाहिए। एनडीए ने सीटों के बंटवारे का जो हिसाब बनाया है, उसमें चिराग के लिए 20-22 सीटें रखी गई हैं। यह उन्हें मंजूर नहीं है।
एनडीए में बात बन जाती है तो ठीक है। उनके पास प्लान 'बी' भी है। यह प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज से गठबंधन है। चिराग के लिए वैशाली जिले की राजापाकर विधानसभा सीट को उपयुक्त माना जा रहा है। सीटों को लेकर चिराग अकारण परेशान नहीं हैं।
भाजपा, जदयू, लोजपा(रा), हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा अभी एनडीए के घटक हैं। भाजपा और जदयू के बीच न्यूनतम सौ-सौ सीटों का भी बंटवारा होता है तो तीन सहयोगी दलों के लिए 43 सीटें बचेंगी। ये सभी सीटें लोजपा (रा) को दे दी जाए, यह संभव नहीं है।
लोजपा के लिए अधिकतम 20 से 23 सीटों की गुंजाइश बनती है। यह चिराग के लक्ष्य से काफी कम है। एनडीए ने इसबार 225 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है।
इसके साथ यह भी जोड़ा जा रहा है कि एनडीए 2010 के अपने ही रिकार्ड को तोड़ेगा। 2010 के विस चुनाव में एनडीए के सिर्फ दो घटक थे-भाजपा और जदयू। 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को 206 सीटें मिली थीं। दावे का यह पक्ष भी लोजपा(रा) को डरा रहा है।
कब कितनी सीटें मिली थीं?2015 में अविभाजित लोजपा को एनडीए की ओर से चुनाव लड़ने के लिए विधानसभा की 42 सीटें दी गईं थीं। उस समय जदयू बाहर था।लोजपा को सिर्फ दो सीटों पर सफलता मिली। 4.8 प्रतिशत वोट मिला।
2020 में वह अकेले 134 सीटों पर लड़ी। सिर्फ एक उम्मीदवार की जीत हुई।अधिक सीटों पर लड़ने के कारण उसका वोट 5.66 प्रतिशत हो गया था।
अलग है प्रतिबद्धतागठबंधन के प्रति प्रतिबद्धता के मामले में लोजपा का अतीत अन्य दलों से अलग है। 2009 और 2014 के लोकसभा और 2010 और 2015 के विधानसभा चुनाव को छोड़ दें तो यह पार्टी लगातार दो चुनाव किसी गठबंधन के साथ नहीं लड़ी है, इसलिए केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद चिराग अगर एनडीए से अलग चुनाव लड़ें तो यह आश्चर्यजनक घटना नहीं होगी।
2005 के विधानसभा चुनाव में लोजपा अलग चुनाव लड़ी थी। उस समय के पार्टी अध्यक्ष रामविलास पासवान यूपीए की केंद्र सरकार में मंत्री थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में लोजपा यूपीए के साथ लड़ी थी।
पीके ने कभी विरोध नहीं कियाबिहार की राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में प्रशांत किशोर नए उभरे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव-इन सब पर पीके जुबानी हमला करते हैं।
इन दलों की ओर से भी पीके की आलोचना की जाती है, लेकिन पीके और चिराग या इन दोनों की पार्टी ने कभी एक दूसरे की आलोचना नहीं है।
पीके का चिराग के प्रति नरमी भी इन चर्चाओं को बल देता है कि चिराग अगर एनडीए से अलग हुए तो पीके के साथ गठबंधन करेंगे। पीके के पास मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं है। एनडीए चिराग को इस पद के लिए प्रस्तावित नहीं करेगा।
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले लालू यादव ने खेला नया दांव, 8 प्रोफेसरों को RJD में मिली बड़ी जिम्मेदारी
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: खरगे की सभा में खाली रह गई कुर्सी तो नप गए कांग्रेस जिलाध्यक्ष; विधायकों की भी बढ़ी टेंशन
Pages
