Bihar News
Bihar IAS Transfer: बिहार में 4 IAS का अचानक तबादला, मिली ये बड़ी जिम्मेदारी; नीतीश सरकार की अधिसूचना जारी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News Today: भारतीय प्रशासनिक सेवा के चार अधिकारियों को नई जिम्मेवारी सौंपी गई है। सामान्य प्रशासन विभाग ने शनिवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव दयानिधान पांडेय को लघु जल संसाधन विभाग का सचिव बनाया गया है।
वहीं लघु जल संसाधन विभाग की सचिव आशिमा जैन को नगर विकास एवं आवास विभाग का सचिव बनाया गया है। वर्तमान में नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव का अतिरक्त प्रभार संभाल रहे स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह को अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
ईखायुक्त गिरिवर दयाल सिंह को राजस्व पर्षद का सचिव बनाया गया है। राजस्व पर्षद के सचिव अनिल कुमार झा को ईखायुक्त के रूप में पदस्थापित किया गया है।
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Patna News: पटना वालों ध्यान दें... इन रास्तों पर आज नहीं चलेंगे वाहन, शाम के बाद होगी गाड़ियों की एंट्री
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: चैती छठ पूजा को लेकर घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए रविवार की दोपहर दो बजे से लेकर शाम सात बजे तक और सोमवार की सुबह चार बजे से आठ बजे यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। इसके दौरान गांधी मैदान से लेकर गायघाट तक किसी भी प्रकार के वाहनों के परिचालन पर रोक रहेगी।
इन रास्तों पर व्यवसायिक वाहनों का परिचालन प्रतिबंधितवहीं दीदारगंज से गायघाट की ओर से कोई वाहन नहीं आयेगा। इस दौरान आपातकालीन सेवाओं वाली गाड़ियां चलेंगी। कई अन्य मार्गों पर व्यवसायिक वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। इसमें दीदारगंज से कारगिल चौक, अशोक राजपथ।
बाईपास थाना के सामने गुरू गोविन्द सिंह लिंक पथ होकर उत्तर की ओर और न्यू बाईपास में करमलीचक मोड़ से पटना सिटी की ओर, दीदारगंज चेक पोस्ट से पश्चिम अशोक राजपथ में और आशियाना मोड़ से दीघा की ओर व्यवसायिक वाहन नहीं चलेंगे।
वाहनों के लिए अलग अलग स्थानों पार्किंग स्थल तय किया गया है। अशोक राजपथ गेट नंबर-93, 88 और 63, पाटलीपथ के उपर जेपी सेतु दक्षिणी लेन, जेपी सेतु के नीचे पाया नंबर एक और दो के बीच, बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट, रामजीचक आरओबी, गांधी मैदान के अंदर, पटना कालेज मैदान, साइंस कालेज मैदान, गायघाट पुल के नीचे पार्किंग की व्यवस्था की गई है। महापर्व के चलते रविवार दोपहर दो बजे से शाम सात बजे और सोमवार की सुबह चार बजे से आठ बजे तक आदेश लागू रहेगा
सुरक्षा के पुख्ता इंतजामयातायात और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए है। दीघा, गांधी मैदान, पाटलिपुत्र, दानापुर, पीरबहोर, दीदारगंज सहित अन्य थानों से जुड़े घाटों पर पुलिस मौजूद रहेगी। चौक चौराहों और पार्किंग स्थल के आसपास ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है।
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'लालू यादव से बात की लेकिन...', RJD के पूर्व सांसद ने थामा JDU का हाथ; पार्टी नेताओं के सामने बताई अंदर की बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today राजद (RJD) के पूर्व राज्यसभा सदस्य व कटिहार मेडिकल कॉलेज के संस्थापक अशफाक करीम (Ahmad Ashfaque Karim) ने शनिवार को जदयू की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली।
जदयू (JDU) प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व राज्य सभा सदस्य संजय झा तथा प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने करीम व उनके साथ आए लगभग 50 लोगों को जदयू की सदस्यता ग्रहण कराई।
इस मौके पर करीम ने कहा कि राजद की हकमारी उन्हें बर्दाश्त नहीं हुई इसलिए उन्होंने उस दल को छोड़ दिया। अल्पसंख्यकों के 18 प्रतिशत वोट हैं, पर उन्हें लोकसभा चुनाव में केवल दो सीट दी गई। अल्पसंख्यकों को नीतीश कुमार पर भरोसा है।
अशफाक करीम ने कहा कि अल्पसंख्यकों की राजद में अनदेखी के खिलाफ उन्होंने लालू प्रसाद (Lalu Yadav) से भी बात की पर उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। अल्पसंख्यकों का 90 फीसद वोट पहले राजद को जाता था, पर अब वह कहां जाएगा यह सभी को मालूम है।
नीतीश कुमार पर भरोसा है- अशफाक करीमउन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भरोसा है, क्योंकि उन्होंने अल्पसंख्यकों के हित में काम किया है। मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि इस बार अल्पसंख्यक समाज के लोगों का झुकाव जदयू की ओर है। अकलियत समाज के लोगों के हक में नीतीश कुमार ने किस तरह से निर्णय लिए हैं वह उस समाज के लोगों को मालूम है।
करीम ने यह भी कहा कि भाजपा के साथ रहते हुए भी नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक समाज के हितों के लिए काम किया है।
राजद के कार्यकाल में भागलपुर दंगे के दोषियों को बचाया गया, जबकि नीतीश कुमार ने उन्हें सजा दिलाई। मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में मुस्लिम बहुल जिले में आधारभूत संरचना के क्षेत्र में काफी काम हुए हैं।
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Bihar Weather Today: बिहार के इन चार जिलों में बिगड़ने वाला है मौसम, बारिश की संभावना; दो दिनों बाद ये होंगे हालात
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Ka Mausam बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से आ रही नमी युक्त हवा का प्रभाव मध्य भारत तक बना है। उत्तरी पहाड़ी पर पश्चिमी विक्षोभ होने से प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। राजधानी समेत राज्य में दो दिनों तक छिटपुट बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
दक्षिणी भागों के कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी (Rainfall in Bihar) की संभावना है। उत्तरी भागों के मधुबनी, सीतामढ़ी, सुपौल व अररिया जिले के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। शेष भागों का मौसम शुष्क बना रहेगा। दो दिन बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री वृद्धि की संभावना है।
शेखपुरा व औरंगाबाद प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहाबीते 24 घंटों के दौरान भभुआ के अधवारा में 2.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। शनिवार को पटना का अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि, 40.3 डिग्री सेल्सियस के साथ शेखपुरा व औरंगाबाद प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा।
दक्षिणी भागों का अधिकतम तापमान 36-39 डिग्री सेल्सियस के बीच व उत्तरी भागों का अधिकतम तापमान 34-36 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। बांका व सिवान के जीरादेई को छोड़ पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों के तापमान में वृद्धि पटना के अधिकतम तापमान में 0.8 डिग्री (Patna Weather), गया में 1.1 डिग्री, औरंगाबाद में 1.8 डिग्री, डेहरी में 1.4 डिग्री, भोजपुर में 0.9 डिग्री, भागलपुर में 1.9 डिग्री, खगड़िया में 2.2 डिग्री, बेगूसराय में 2.1 डिग्री, मुजफ्फरपुर में 2.2 डिग्री, मोतिहारी में 3.3 डिग्री, सुपौल में 1.2 डिग्री, पूर्णिया में 1.2 डिग्री, कटिहार में 2.3 डिग्री, शेखपुरा में 1.8 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम न्यूनतमपटना 37.5 24.4
गया 38.2 20.2
भागलपुर 36.8 22.1
मुजफ्फरपुर 35.0 24.6
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हिंदी मीडियम के छात्रों के लिए गुड न्यूज! बिहार में अब हिंदी में होगी मेडिकल की पढ़ाई
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में भी मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग पहल कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभागीय समीक्षा के दौरान विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में काम करने का सुझाव दिया है।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की हिंदी में पढ़ाई करायी जा रही है। इसको लेकर बिहार का स्वास्थ्य विभाग लोकसभा चुनाव के बाद एक टीम मध्य प्रदेश भेजकर इसका अध्ययन करायेगा।
स्वास्थ्य विभाग बिहार के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स की पढ़ाई को लेकर मध्य प्रदेश फाॅर्मूले पर काम करेगा। हिंदी में कोर्स तैयार करने से लेकर उसको अमलीजामा पहनाने तक काम किया जाना है।
इसमें सबसे बड़ी चुनौती है कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) से हिंदी में एमबीबीएस कोर्स आरंभ कराने की अनुमति प्राप्त करना।
इसके पीछे विभाग की कोशिश है कि राज्य के विद्यार्थी अपनी मातृभाषा हिंदी में मेडिकल साइंस को आसानी से समझकर मरीजों का बेहतर इलाज कर सकें।
मध्य प्रदेश में पहले से ही यह परंपरा आरंभ हो गयी है. ऐसे में बिहार को भी इस दिशा में काम करने में परेशानी नहीं होगी।
Bihar News: जालसाजों ने शिक्षा विभाग के आदेश को ही बता दिया फर्जी, सोशल मीडिया पर कर दिया वायरल; यह है पूरा मामला
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। जालसाजों ने शिक्षा विभाग के आदेश को ही फर्जी प्रेस नोट बता दिया और उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी कर दिया। इसे गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने जालसाजों को चिन्हित कर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।
इस संबंध में मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक मिथिलेश मिश्र ने शनिवार को बताया कि गुरुवार को उनके हस्ताक्षर से फर्जी प्रेस नोट इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया गया है, जो फर्जी है। इस भ्रामक सूचना को वायरल करने वाले के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है।
'मिशन दक्ष' के लिए निर्गत किया गया था पत्रउन्होंने कहा है कि 15 अप्रैल से 15 मई की अवधि में 'मिशन दक्ष' अंतर्गत में विशेष कक्षा संचालन हेतु विद्यालयों में विशेष कक्षा संचालन हेतु प्राथमिक शिक्षा निदेशक के हस्ताक्षर से पत्रांक 688 के जरिये 10 अप्रैल को दिशा-निर्देश निर्गत किया गया है।
यह था प्राथमिक शिक्षा निदेशक का आदेशविशेष कक्षाओं में शामिल होने वाले बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन संचालित करने का निर्देश मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक द्वारा पत्रांक 1178 के जरिये 10 अप्रैल को निर्गत है।
इन दोनों पत्रों के आलोक में विद्यालयों में 15 अप्रैल से 15 मई की अवधि में मिशन दक्ष अंतर्गत विद्यालयों में विशेष दक्ष कक्षा एवं उपस्थित बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन योजना का संचालन किया जाएगा।
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चुनाव बाद राज्यकर्मी बन जाएंगे सक्षमता परीक्षा पास करने वाले Niyojit Sikshak, ...इसलिए करना पड़ेगा 4 महीने का इंतजार
दीनानाथ साहनी, पटना। राज्य में सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले 1 लाख 87 हजार 615 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग अब लोकसभा चुनाव के बाद होगी। चुनाव के मद्देनजर लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण आयोग ने संबंधित नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग की
अनुमति शिक्षा विभाग को नहीं दी है। इसकी वजह से राज्यकर्मी बनने के लिए नियोजित शिक्षकों को और चार माह इंतजार करना पड़ेगा।
जून के बाद काउंसलिंग की उम्मीदशिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग के लिए राज्य निर्वाचन कार्यालय को प्रस्ताव भेजकर अनुमति मांगी गई थी, लेकिन काउंसलिंग कराने की अनुमति नहीं मिली।
इस प्रकार अब आदर्श चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद संबंधित शिक्षकों की काउंसलिंग की उम्मीद है। यह जून के बाद ही संभव है क्योंकि एक जून को अंतिम चरण का चुनाव है और चार जून को मतगणना है।
काउंसलिंग में नियोजित शिक्षकों के उन प्रमाण-पत्रों एवं कागजातों का सत्यापन होना है, जो उनके द्वारा सक्षमता परीक्षा के आनलाइन फार्म भरते वक्त दिए गए थे। काउंसलिंग की अनुमति नहीं मिलने के पहले तक इसे राज्य मुख्यालय में आयोजित करने की तैयारी की गई थी।
योगदान की तिथि से नियोजित शिक्षक बनेंगे विशिष्ट अध्यापकसक्षमता परीक्षा में पहली से पांचवीं कक्षा के एक लाख 39 हजार 10 नियोजित शिक्षक उत्तीर्ण हुए हैं। कक्षा छह से आठ तक के 22 हजार 941 शिक्षक, कक्षा नौवीं से दसवीं के 20 हजार, 354 शिक्षक और कक्षा ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा के 5 हजार 313 शिक्षक उत्तीर्ण हुए हैं।
काउंसलिंग के बाद ये सभी शिक्षक विशिष्ट अध्यापक शिक्षक बनेंगे। इन शिक्षकों से सक्षमता परीक्षा का फार्म भरने के दौरान तीन जिलों के विकल्प लिये गए थे। इन शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में प्राप्तांक और आरक्षण के आधार पर जिला आवंटित किए गए हैं।
काउंसलिंग के बाद शिक्षकों को चयनित जिले में पदस्थापन के लिए विद्यालय आवंटित किया जाना है। आवंटित स्कूल में योगदान की तिथि से संबंधित शिक्षकों का पदनाम बदल कर विशिष्ट अध्यापक का हो जाएगा। इसके साथ ही योगदान की तिथि से ही उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा भी मिल जाएगा।
विद्यालय आवंटन की प्रक्रियाविद्यालय आवंटन की प्रक्रिया वही होगी, जो बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा के आधार पर शिक्षक के पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों के विद्यालय आवंटन के लिए अपनायी गयी थी।
विद्यालय आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर हुआ था। इसके मद्देनजर सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों का विद्यालय आवंटन भी साफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन के आधार पर ही किया जाएगा।
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'जब भाजपा ने चाचा को लात मारकर...', तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर फिर कसे तीखे तंज
'सूरज पश्चिम से उगाएंगे, समुद्र का पानी मीठा बनाएंगे...' RJD के परिवर्तन पत्र पर मांझी ने ली मौज; JDU ने भी कसे तंज
राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के द्वारा जारी किए गए राजद के परिवर्तन पत्र पर तंज कसा है।
राजद के लंबे-चौड़े वादों पर चुटकी लेते हुए मांझी ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि शायद घोषणापत्र में कुछ बातें छूट गई हैं, जो इस प्रकार हैं। भारत में अमेरिका का विलय करेंगे, सूरज पश्चिम से उगाएंगे, समुंद्र के पानी को मीठा बना देंगे और पहाड़ हवा में उड़ेगा। जब तेजस्वी यादव को पता है कि उनकी सरकार बन ही नहीं रही तो वह कुछ भी घोषणा कर सकते हैं।
राजद का परिवर्तन पत्र झूठ का पिटारा : जदयूजदयू ने राजद के परिवर्तन पत्र पर जमकर कटाक्ष किया है। इसे आंख में धूल झोंकने वाला व झूठ का पिटारा कहा है। जदयू की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने शनिवार को कहा कि राजद का परिवर्तन पत्र झूठ का पिटारा है। परिवर्तन पत्र में वास्तविक एजेंडा की चर्चा तक नहीं जिस पर तेजस्वी यादव के माता-पिता ने 15 वर्षों तक काम किया।
जदयू प्रवक्ता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राजद के परिवर्तन पत्र में यह छूट गया कि बिहार में जंगल राज फिर से लाएंगे, सारा चारा खा जाएंगे, खुद के लिए अपार संपत्ति बनाएंगे और बिहार में अपहरण उद्योग को फिर से स्थापित कराएंगे।
दरअसल राजद का वास्तविक एजेंडा यही है जिसे इन्होंने अपने परिवर्तन पत्र में नहीं लाया है। जदयू के मीडिया पैनलिस्ट व प्रदेश महासचिव ओम प्रकाश सिंह सेतु ने कहा कि राजद का 24 वचन वचन झूठ का पुलिंदा है। जनता को लालू प्रसाद के किसी भी वादे पर अब भरोसा नहीं है। मतदाता अब उनके सब्जबाग में फंसने वाला नहीं। बिहार मेंं महज 23 सीट पर लड़ने वाली पार्टी पूरे देश के लिए मैनिफेस्टो जारी कर रही। प्रदेश जदयू के महासचिव रंजीत कुमार झा ने कहा कि राजद का परिवर्तन पत्र लोगों को झांसा देने वाला है। राजद ने एक करोड़ लोगों को नौकरी देने की बात कही है। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि इसके बदले कितनी जमीन लेंगे? परिवर्तन पत्र के माध्यम से जनता के आंख में धूल झोंकने की बात कही गयी है।
बता दें कि आरजेडी ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है। तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में घोषणा पत्र जारी किया। राजद के घोषणा-पत्र में कुल 24 वादे किए गए हैं, जिन्हें जन वचन का नाम दिया गया है। इन वादों में से प्रमुख वादे इस प्रकार हैं केंद्र में आईएनडीआईए की सरकार बनने पर छह महीने के भीतर एक करोड़ नौकरियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। केंद्र की गठबंधन सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देगी। इसके अलावा, राज्य के विकास के लिए पांच वर्षों में एक लाख 60 हजार करोड़ रुपया विशेष सहायता के मद में देगी। घरेलू गैस की कीमत पांच सौ रुपये निर्धारित होगी। बिजली दर में बेतहाशा की वृद्धि पर लगाम लगाई जाएगी। हर घरेलू उपभोक्ता को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। केंद्र में सरकार बनते ही अग्निवीर योजना समाप्त होगी। पुरानी पेंशन योजना लागू होगी। गरीब परिवार की महिलाओं को प्रति वर्ष एक लाख की सहायता दी जाएगी।
Tejashwi Yadav: '23 सीटों पर चुनाव लड़ने वाला दल...', RJD के परिवर्तन पत्र पर BJP का तंज, तेजस्वी को भी दे डाली नसीहत
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। लोकसभा चुनाव को लेकर शनिवार को जारी राजद के परिवर्तन पत्र पर भाजपा ने कटाक्ष किया है। उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने राजद के परिवर्तन पत्र को गुमराह करने वाला बताया है। उन्होंने कहा है कि राजद अपनी नाकामियों को छिपाने और ध्वस्त ट्रैक रिकार्ड पर पर्दा डालने की असफल कोशिश कर रहा है।
विजय सिन्हा ने कहा कि मतदाता इनके चाल, चरित्र एवं चेहरा से पूरी तरह वाकिफ हैं। जमीन के बदले नौकरी और भ्रष्टाचार इनकी पहचान है। दो-दो बार सुधरने का मौका मिलने के बावजूद इनका नेचर नहीं बदला। मौका मिलते ही ये अभी भी 1990 से 2005 का एजेंडा चलाना चाह रहे हैं।
23 सीटों पर चुनाव लड़ने वाला दल...पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि अपने परिवार से बाहर एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं देने वाले आज एक करोड़ लोगों को नौकरी देने की बात कर रहे हैं। इससे बड़ी हास्यास्पद स्थिति क्या हो सकती है कि 23 सीटों पर चुनाव लड़ने वाला दल देश के लिए घोषणा पत्र जारी कर रहा है।
जीवेश ने भाजपा मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए तेजस्वी से प्रश्न किया कि 17 महीने उनके पास जो पांच विभाग थे, उन विभागों में उन्होंने कितने लोगों को नौकरी दी।
राजद के परिवर्तन पत्र को भाजपा ने बताया झूठ पत्रभाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने कहा है कि राजद ने घोषणा पत्र का नाम 'परिवर्तन पत्र' देकर यह बताना चाहा है कि वह 'कानून के राज' को परिवर्तन कर फिर से 'जंगलराज'' कायम करना चाहता है। राजद को इसका नाम 'झूठ पत्र' रखना चाहिए था, क्योंकि यह 'झूठ का पुलिंदा' है।
प्रभाकर मिश्र ने आगे कहा कि घोषणा पत्र में सिर्फ सपने दिखाए गए हैं। राजद बिहार में 23 और झारखंड में दो सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रहा है। यह किसी की समझ से परे है कि 25 सीटों पर चुनाव लड़ने वाला दल किस प्रकार अपने वादों को पूरा करेगा।
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Bihar Politics: 'जब भाजपा ने चाचा को लात मारकर...', तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर फिर कसे तीखे तंज
'जो बोले सो निहाल... सत श्री अकाल' के जयकारों से गूंजा पटना, खालसा पंथ के 325 वें स्थापना दिवस पर निकला कीर्तन
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। खालसा पंथ के 325 वें स्थापना दिवस (सृजना दिवस) की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को गुरुद्वारा गुरु का बाग से सिखों ने नगर कीर्तन निकाला। भजन-कीर्तन और प्रवचन के बाद दोपहर लगभग चार बजे नगर-कीर्तन निकला।
गुरु का बाग से अशोक राजपथ के विभिन्न क्षेत्रों से घूमते हुए नगर कीर्तन शाम लगभग 7:30 बजे तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब पहुंचा। पुष्प वर्षा के बीच धार्मिक नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था।
विद्यार्थियों ने किया मार्च-पास्टबैसाखी जुलूस की अगुवाई पंज-प्यारे कर रहे थे। नगर-कीर्तन में श्री गुरु गोविंद सिंह बालक व बालिका उच्च व मध्य तथा श्री गुरु नानक सेंट्रल स्कूल के बच्चों का मार्च पास्ट आकर्षक था। रंग-बिरंगे पोशाक में सजे बच्चे विभिन्न वाद्य यंत्रों को बजा अपनी धुनों पर सबको झूमा रहे थे। वहीं आगे-आगे तलवार लिए विद्यार्थी चल रहे थे।
धार्मिक नारों से गूंजता रहा मुख्यमार्गवाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह, राज करेगा खालसा, आकी रहे न कोय, बोले सो निहाल- सत श्री अकाल जैसे धार्मिक नारों से वातावरण गूंज रहा था।
भक्तिमय रहा माहौलबैंड बाजों पर देहि शिवावर मोहि इहै.. आदि धार्मिक धुन माहौल को भक्तिमय बना रहे थे। सुशोभित रथ पर जत्थेदार सह मुख्य ग्रंथी ज्ञानी बलदेव सिंह, अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी दिलीप सिंह व गुरदयाल सेवा कर रहे थे। शोभायात्रा का मुख्यमार्ग में जगह-जगह स्वागत किया गया।
त्रिदिवसीय अखंड-पाठ की हुई समाप्तिगुरु का बाग में तीन दिनों से चल रहे अखंड पाठ की समाप्ति शुक्रवार को हुई। इसके बाद हजूरी रागी जत्था भाई जोगिंदर सिंह, भाई दिनेश सिंह, आलमबाग लखनऊ पाटियाला के भाई कवलप्रीत सिंह व लखविंदर सिंह तथा होशियारपुर के भाई अवतार सिंह के शबद कीर्तन से संगत निहाल हुई। हजूरी कथावाचक ज्ञानी गगनदीप सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना पर प्रकाश डाला। जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह के अरदास व हुकूमनामा के साथ विशेष दीवान की समाप्ति के अटूट लंगर चला।
मार्ग की सफाई में जुटे श्रद्धालुखालसा सृजना दिवस की पूर्व संध्या पर निकले नगर कीर्तन में शामिल महिला-पुरुष सिख श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और आस्था के साथ दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया। नगर-कीर्तन में आगे-आगे ऊंट व हाथी पर बच्चे सवार थे।
पीछे पांच बैंड-बाजा, कीर्तनी जत्था व पालकी के आगे पंज-प्यारे हाथ में तलवार लिए चल रहे थे। गुरु ग्रंथ साहिब की सवारी जहां से गुजर रही थी उस पर श्रद्धालु फूलों की बारिश कर रहे थे।
मार्ग की झाड़ू से की जा रही थी सफाईसिख श्रद्धालु नर-नारियों द्वारा मुख्य मार्ग पर जल छिड़काव कर झाड़ू से सफाई की जा रही थी। उसके पीछे सफाई किए गए मार्गों पर गेंदा के फूल का छिड़काव बच्चे, युवक-युवतियां व वृद्ध श्रद्धालु कर रहे थे। नगर कीर्तन में रथ के आगे पंच-प्यारे चल रहे थे। पीछे बीबी गुरचरण कौर व बीबी अमृतपाल कौर ढिल्लन के नेतृत्व में महिलाएं कीर्तन करते चल रही थी।
एक झलक पाने की लगी थी होड़अशोक राजपथ में दोनों ओर नगर-कीर्तन की एक झलक पाने की होड़ लगी थी। सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया था। नगर कीर्तन में शामिल श्रद्धालुओं के बीच शर्बत व खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
बैसाखी को लेकर तख्त श्री हरिमंदिर जी गुरुद्वारा की विशेष साज-सज्जा की गई है। खालसा सृजना दिवस का मुख्य समारोह शनिवार को मनाया जायेगा। इधर नगर-कीर्तन के तख्त साहिब पहुंचने पर कीर्तन दरबार सजा। इसमें कीर्तनी जत्थाओं ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया।
नगर कीर्तन में ये हुए शामिलनगर कीर्तन में प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह सोही, सदस्य एमपीएस ढिल्लन, हरपाल सिंह जौहल, सरदार अमरजीत सिंह शम्मी, प्रबंधक दलजीत सिंह, मंजीत सिंह, महाकांत राय समेत अन्य थे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शनिवार को कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव को जनता के मन में उमड़ रहे सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने तेजस्वी यादव से एक दर्जन सवाल किए हैं और यह कहा कि अगर उन्हें सवालों से डर नहीं लगता तो इन सवालों का जवाब जरूर दें।
राजीव रंजन ने पूछा कि सावन में मटन बनाना, नवरात्र में मछली खाना और राजद नेताओं द्वारा रामचरित मानस और मां दुर्गा को गाली देना सनातन का अपमान कैसे नहीं है?
राजीव रंजन ने पूछा कि राजद के 15 वर्षों के शासन काल मे दी गयी नौकरियों की संख्या क्या है? तेजस्वी यह बताएं कि उनके राज में कितने कल कारखाने खुले?
राजीव रंजन ने आगे पूछा कि राजद के शासन काल में बिहार के कारोबारियों व युवाओं को क्यों पलायन करना पड़ता था? राजद के शासन काल को न्यायालय ने जंगल राज क्यों कहा?
राजद का परिवर्तन पत्र झूठ का पिटारा : जदयूजदयू ने राजद के परिवर्तन पत्र पर जमकर कटाक्ष किया है। इसे आंख में धूल झोंकने वाला व झूठ का पिटारा कहा है। जदयू की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने शनिवार को कहा कि राजद का परिवर्तन पत्र झूठ का पिटारा है। परिवर्तन पत्र में वास्तविक एजेंडा की चर्चा तक नहीं जिस पर तेजस्वी यादव के माता-पिता ने 15 वर्षों तक काम किया।
जदयू प्रवक्ता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राजद के परिवर्तन पत्र में यह छूट गया कि बिहार में जंगल राज फिर से लाएंगे, सारा चारा खा जाएंगे, खुद के लिए अपार संपत्ति बनाएंगे और बिहार में अपहरण उद्योग को फिर से स्थापित कराएंगे। दरअसल, राजद का वास्तविक एजेंडा यही है, जिसे इन्होंने अपने परिवर्तन पत्र में नहीं लाया है।
जदयू के मीडिया पैनलिस्ट व प्रदेश महासचिव ओम प्रकाश सिंह सेतु ने कहा कि राजद का 24 वचन वचन झूठ का पुलिंदा है। जनता को लालू प्रसाद के किसी भी वादे पर अब भरोसा नहीं है। मतदाता अब उनके सब्जबाग में फंसने वाला नहीं। बिहार मेंं महज 23 सीट पर लड़ने वाली पार्टी पूरे देश के लिए मैनिफेस्टो जारी कर रही।
प्रदेश जदयू के महासचिव रंजीत कुमार झा ने कहा कि राजद का परिवर्तन पत्र लोगों को झांसा देने वाला है। राजद ने एक करोड़ लोगों को नौकरी देने की बात कही है। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि इसके बदले कितनी जमीन लेंगे? परिवर्तन पत्र के माध्यम से जनता के आंख में धूल झोंकने की बात कही गयी है।
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Bihar Crime News: बर्थडे पार्टी में हुई फायरिंग, शिक्षक की गोली लगने से मौके पर मौत; जानें कैसे हुआ हादसा
नासंवाद सूत्र, धनरुआ। थाना अंतर्गत नीमा गांव में गुरुवार की देर रात जन्मदिन के मौके पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान की फायरिंग से शिक्षक मनोज सिंह 45 वर्ष की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद अफरातफरी मच गई।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज कर छानबीन में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक नीमा गांव निवासी मुकेश सिंह के पुत्र के जन्मदिन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
ऐसे लगी गोलीबताया जाता है कि खानपान के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था। शिक्षक मनोज भी कार्यक्रम में शामिल थे। इसी बीच देर रात कुछ लोग हर्ष फायरिंग करने लगे। इस दौरान गोली नीमा गांव निवासी सह शिक्षक मनोज सिंह के कमर में लग गई।
गोली लगते ही मनोज सिंह कुर्सी से गिर गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद अफरा तफरी मच गई।खुशी का माहौल गम में बदल गया। मनोज सिंह नीमा गांव में ही मध्य विघालय में पदस्थापित थे।
पुलिस टीम मौके पर पहुंचीसूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से एक खोखा बरामद किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने बताया कि शिक्षक मनोज सिंह की पत्नी ने रो-रो कर बताया कि साजिश के तहत पति की हत्या की गई है। गोली किसके द्वारा चलाई गई या जानबूझकर मारी गई जांच की जा रही है।
पुलिस ने बतायापुलिस ने बताया कि जिस जगह पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे थे, लेकिन घटना के बाद सभी कैमरे तोड़ दिए गए और खून को पानी से धो दिया गया। साक्ष्य को मिटाने का प्रयास किया गया है।
घटना के बाद मुकेश सिंह का पूरा परिवार फरार है। इस बाबत थानेदार ललित विजय ने बताया कि गोली लगने से शिक्षक की मौत हुई है। स्वजन की ओर से लिखित शिकायत नहीं की गई है। घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया।
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Bihar Politics: '...पिछड़ों को सत्ता और नौकरी में मिली अधिकाधिक भागीदारी', बीपी मंडल की पुण्यतिथि पर बोलो तेजस्वी यादव
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय में शनिवार को समाजवादी नेता, पूर्व मुख्यमंत्री एवं मंडल आयोग के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत बीपी मंडल की पुण्यतिथि मनाई गई।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि देश में जब भी सामाजिक परिर्वतन की बात होगी बीपी मंडल का नाम गर्व से लिया जायेगा। देश और समाज उन्हें वंचितों का सच्चे हितैषी के रूप में हमेशा याद रखेगा।
पिछड़ों को सत्ता और नौकरी में मिली भागीदारीतेजस्वी यादव ने कहा कि देश में पिछड़ी और दलित जातियों का अध्ययन कर जो रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपी गई, उसे मंडल आयोग के नाम से जाना गया।
उसी मंडल आयोग की रिपोर्ट को तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने 1990 के दशक में लागू कर दिया, जिसके बाद पिछड़ों को सत्ता एवं नौकरी में अधिकाधिक भागीदारी मिली।
पिछड़ावाद की राजनीति को मिला बलइस मौक पर जदयू प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के पुरोधा बीपी मंडल के द्वारा पिछड़ों के आरक्षण की अनुशंसा का ही परिणाम रहा कि आज पूरे भारत वर्ष में पिछड़ावाद की राजनीति को बल मिला है।
इन राजद नेताओं ने दी बीपी मंडल को श्रद्धांजलिइस अवसर पर सभी पार्टी नेताओं ने बीपी मंडल के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इनमें उदय नारायण चौधरी, अब्दुलबारी सिद्दीकी, श्याम रजक, भोला यादव, प्रो. मनोज कुमार झा, संजय यादव, एजाज अहमद, मृत्युंजय तिवारी, प्रमोद कुमार सिन्हा आदि शामिल रहें।
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Bihar Politics: अशफाक करीम के बाद अब पूर्व मंत्री ने छोड़ा Lalu Yadav का साथ, त्यागपत्र सौंप लगा दिए गंभीर आरोप
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में कथित मनमानी से उभरा राजद नेताओं का असंतोष अब बाहर आ रहा है। राज्यसभा के पूर्व सदस्य अशफाक करीम के बाद अब पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता वृषिण पटेल ने शनिवार को राजद की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है।
इससे पहले राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने टिकट वितरण में कथित गड़बड़ी का आरोप लगाकर पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद को पत्र लिखा था।
त्याग पत्र में वृषिण पटेल ने क्या कहा?प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भेजे गए त्याग पत्र में वृषिण पटेल ने कहा कि इस पार्टी को समर्पित कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं है। पार्टी की सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव में आस्था नहीं है। इस वजह से वह राष्ट्रीय जनता दल की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रहे हैं।
अशफाक करीम ने भी लगाए थे गंभीर आरोपपटेल के पहले लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज राजद नेता अशफाक करीम ने राजद से दिया त्याग पत्र दिया था।
करीम ने पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को भेजे त्यागपत्र में कहा है कि वे राष्ट्रीय जनता दल से सामाजिक न्याय को ताकत देने के लिए जुड़े थे, लेकिन पार्टी ने मुसलमान की हाकमारी की है।
करीम ने आरोप लगाया है कि उन्हें आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी। ऐसी हालत में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिए असंभव है।
...इसलिए नाराज थे अशफाक करीमअशफाक करीम के पहले नवादा से पार्टी के पुराने नेता राजबल्लभ यादव के भाई विनोद यादव ने टिकट न मिलने के बाद पार्टी के सभी पदों से त्याग पत्र दिया था।
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Bihar Politics: लालू यादव को एक और बड़ा झटका, इस दिग्गज नेता ने पार्टी के सभी पदों से दिया इस्तीफा
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। Bihar Politics News Hindi: लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल की नीतियों और निर्णय से पार्टी में काफी असंतोष नजर आ रहा है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पार्टी के फैसलों से संतुष्ट नहीं नतीजा ऐसे नेता लगातार राजद को अलविदा कह रहे हैं। राज्यसभा के पूर्व सदस्य अशफाक क्रीम के बाद अब पूर्व मंत्री व वरिष्ठ राजद नेता वृषिण पटेल ने राजद से इस्तीफा कर दिया है।
वृषिण पटेल ने अपना इस्तीफा जगदानंद सिंह को भेजावृषिण पटेल ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भेज दिया है। वृषिण पटेल ने अपने इस्तीफा में कहा है कि इस पार्टी को समर्पित कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं है। पार्टी की सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव में आस्था नहीं है। इस वजह से वह राष्ट्रीय जनता दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। वृषिण पटेल पहले नेता नहीं है जिन्होंने राजद छोड़ा हो।
इससे पहले अशफाक करीम ने भी दिया था इस्तीफाइसके पहले लोकसभा चुनाव का टिकट न मिलने से नाराज, राजद नेता अशफाक करीम ने राजद से दिया इस्तीफा दिया था। अशफाक करीब ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद को भेजा था। करीम ने लालू प्रसाद को भेजे त्यागपत्र में कहा है कि वे राष्ट्रीय जनता दल से सामाजिक न्याय को ताकत देने के लिए जुड़े थे। लेकिन पार्टी ने मुसलमान की हाकमरी की है।
उन्हें आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी। ऐसी हालत में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिए असंभव है। अशफाक करीम के पहले नवादा से पार्टी के पुराने नेता राजबल्लभ यादव के भाई विनोद यादव ने टिकट न मिलने के बाद पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा किया था।
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Bihar News: आरजेडी के घोषणापत्र पर भड़के सम्राट, याद दिला दी पुरानी बात; कहा- लालू परिवार को बताना चाहिए...
एएनआई, पटना। Bihar Politics News Hindi: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार सुबह लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल का घोषणापत्र जारी कर दिया है। इस घोषणापत्र का नाम परिवर्तन पत्र रखा गया है। इस परिवर्तन पत्र में पार्टी की तरफ से 24 वादे किए गए हैं।
इस परिवर्तन पत्र में युवाओं को 1 करोड़ नौकरी देने की बात भी कही गई है। इसके अलावा गरीब महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपये देने की बात कही गई है। इतना ही नहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा से लेकर अग्निवीर योजना को खत्म करने की बात भी कही गई है।
सम्राट चौधरी ने लालू परिवार पर बोला जोरदार हमलावहीं, अब आरजेडी के घोषणापत्र पर सियासत भी तेज हो गई है। एनडीए के नेताओं की प्रतिकियाएं आनी शुरू हो गई हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने आरजेडी के घोषणा पत्र को लेकर लालू परिवार पर हमला बोला है। उन्होंने लालू परिवार को पुरानी बात याद दिला कि उनपर रेलवे में नौकरी के बदल के जमीन लेने का केस चल रहा है।
एक करोड़ नौकरी के बदले कितनी जमीन लेंगे लालू: सम्राट चौधरीराजद के घोषणापत्र पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार ने यह नहीं बताया है कि 1 करोड़ लोगों को रोजगार देने के नाम पर वे कितनी जमीन लेंगे। लालू यादव का पूरा परिवार केवल भ्रष्टाचार कर सकता है और उन्होंने किया है। लालू परिवार भ्रष्टाचार करने का रोडमैप तैयार करते हैं और 1 करोड़ युवाओं को सपना दिखाकर जमीनें अपने नाम पर कैसे लिखवाई जाएं, केवल यही काम कर सकते हैं।
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Nawada Lok Sabha Seat: नवादा में वोट कटेगा तो किसका होगा फायदा? कोर वोटर के नुकसान पर हो रही सबसे अधिक बात
भुवनेश्वर वात्स्यायन, नवादा। Bihar Politics News: नवादा लोकसभा के चुनाव में वोट किस मुद्दे पर तय होगा उससे अधिक चर्चा वहां इस बात पर हाे रही कि वोट कटेगा तो किसका होगा फायदा? इस बार वोट मांगने वालों का अंदाज यानी जनसंपर्क में गिले-शिकवे पर बात करने का भी अनोखा अंदाज है। वोटर अपनी व्यथा सुनाएं उससे पहले प्रत्याशी अपने साथ हुए अन्याय पर शुरू हो जा रहे।
चुनाव का एक दृश्य यह भी है कि महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में राजद के जो प्रत्याशी हैं उनके सामने यह मुद्दा अधिक अहम है कि वह राजद के काेर वोटर को रोक सकें। परिदृश्य यह है कि नवादा लोकसभा का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है।
गिले-शिकवे के बीच कोर वोटर के नुकसान पर हो रही बातNawada News: माफी गढ़पर में मुख्यमंत्री की सभा में कई विधानसभा क्षेत्र के वोटरों की मौजूदगी थी। सभा के पहले वहां मौजूद लोग आपस में मस्त अंदाज में नवादा लोकसभा क्षेत्र के चुनावी यथार्थ पर सक्रिय थे। वैसे यह तत्व भी हावी था कि वे एनडीए से जुड़े लोग थे। एक-दूसरे को समझा रहे थे इस अंदाज में- राजद प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा को राजद के कोर वोट यानी यादवों के वोट में भी डेंट लग रहा।
विनोद यादव को अगर 40 हजार वोट भी आता है तो वह किसको नुकसान कर रहा। यादव समाज का वोट आम तौर पर लालू प्रसाद की पार्टी के लिए सक्रिय रहता है। इस जाति के वोटों में अगर बिखराव होता है तो फायदा किसको होगा यह समझा जा सकता है।
त्रिकोणीय संघर्ष में दल की आस्था भी हो चुकी है बेमानी़नवादा की जंग में त्रिकोणीय संघर्ष का जो स्वरूप बना है उसमें दलीय आस्था भी हो चुकी है बेमानी। राजद के दो विधायक व एक विधान पार्षद की सक्रियता खुलेआम निर्दलीय विनोद यादव के प्रति है। विनोद की सभाओं में इनकी मौजूदगी रही है। चुनाव में इस असंतोष का असर दिखेगा इस तरह की बातें भी खूब हो रही।
यू ट्यूबर को भी साथ लेकर घूम रहे\Bनवादा की चर्चा हाल के दिनों में आसपास के इलाकों में साइबर अपराधी की सक्रियता को लेकर भी होती रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव मे यहां यू ट्यूबरों की सक्रियता कुछ अधिक है। निर्दलीय प्रत्याशी गुंजन सिंह का व्हाट्सएप सुबह-सुबह युवाओं को मिल जा रहा। भाजपा के लोग भी एक्टिव हैं। ट्वीट का अपडेट भी उपलब्ध हो जा रहा। इसलिए युवा वोटरों के बीच पैठ बनाने की जोरदार कोशिश हाे रही। \B
स्टेज से कहीं भी चीनी मिल या खेती-किसानी पर कोई चर्चा नहींचुनावी मंच से नवादा से जुड़े मुद्दे पर कोई खास चर्चा नहीं। वारिसलीगंज सूगर मिल पर कोई कुछ नहीं कह रहा। खेती-किसानी पर भी बात किसान सम्मान निधि से आगे नहीं बढ़ती। पावर ग्रड व सब स्टेशन पर कुछ बात जरूर हो रही।
किसे करें फरियाद कि हर बार प्रत्याशी बदल जा रहानवादा लोकसभा क्षेत्र के वोटरों से जब बात हुई तो उनमें बहुत सारे लोगों ने बड़ी गंभीरता से यह कहा कि हमारी समस्या बहुत गंभीर है कि हम किससे करें फरियाद या फिर खफा हों। पांच साल में जिसने हमारे लिए कोई काम नहीं किया वह तो अगले चुनाव में रहता ही नहीं। हर साल नवादा में प्रत्याशी बदल जा रहे। नए प्रत्याशी मैदान में आ जाते हैं। अब उनसे क्या पूछें?
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Bihar Politics: PM मोदी हों या नीतीश कुमार, क्यों दिला रहे 'जंगलराज' की याद? जान लें भाजपा का मास्टरप्लान
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। पहले चरण का चुनाव प्रचार परवान चढ़ने के साथ ही राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) नेता सुनियोजित तरीके से राजद प्रत्याशियों के विरुद्ध जंगलराज का डर दिखाने की पटकथा लिखने में जुट गए हैं। इसके पीछे कारण दूरदर्शी राजनीति है।
इसी रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के साथ हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन के साथ राजग के अन्य छोटे-बड़े नेता एक सुर में राजद प्रमुख लालू प्रसाद व राबड़ी देवी के 15 वर्ष के शासन-काल की गड़बड़ियों को गिनाने में जुट गए हैं।
पुरानी यादों को याद दिलाने के पीछे एनडीए का प्लानअहम बात यह है कि राजग नेता जनसभा से लेकर जनसंपर्क अभियान, चुनाव प्रचार, रोड-शो एवं प्रेसवार्ता में मौके को ताड़ सर्वसमाज के बीच ढाई दशक पुरानी यादों को ताजा करने और भावना को भुनाने का अभियान भी शुरू कर दिया है।
दिलचस्प यह है कि भाजपा के प्रवक्ताओं ने राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश, जिला एवं मंडल स्तर पर प्रेसवार्ता कर एक-एक घटनाक्रम से नई पीढ़ी को अवगत करा रहे हैं।
आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के प्रत्याशियों को मत देने से पहले सावधान कर रहे हैं। यही नहीं, बुजुर्गों का भी ध्यान आकृष्ट कर नई पीढ़ी को 2005 से पहले दिन दहाड़े घटने वाली घटनाओं से अवगत कराने की अपील कर रहे हैं।
भाजपा के नेता और प्रवक्ताओं भागलपुर से लेकर प्रदेश अन्य जिलों में हुए सांप्रदायिक तनाव को गिनाने साथ ही दंगा के आरोपियों राहत दिलाने को लेकर कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े कर रहे हैं।
90 के दशक में प्रतिदिन होने वाले जगह-जगह होने वाले लूट, अपहरण, दुष्कर्म, फिरौती के साथ ही परिवारवाद से लेकर सरकारी नौकरियों में होने वाली हेराफेरी को शृंखलाबद्ध तरीके से गिनाने की मुहिम भी शुरू कर दी है।
नुक्कड़ सभा से लेकर जनसंपर्क यात्रा तक...नुक्कड़ सभा से लेकर जनसंपर्क यात्रा के दौरान बाकायदा एक-एक प्रसंग पर विस्तृत चर्चा कर 18 से लेकर 35 वर्ष उम्र वाले मतदाताओं के समक्ष एक सुर में राजद प्रमुख लालू व राबड़ी राज को 15 वर्ष का जंगलराज बताने एवं बखिया उधेड़ने नहीं चूक रहे हैं। साथ ही बुजुर्गों को साधने के लिए हर जतन राजग नेता कर रहे हैं।
विकास में फिसड्डी था बिहारदेश में बिहार लालू-राबड़ी के शासनकाल में विकास के मामले में बिहार की स्थिति जर्जर हो गई थी। विकास के पैमाने पर बिहार का नाम फिसड्डी राज्यों की श्रेणी में गिना जाता था। नए उद्योग-धंधे लगने की बात तो दूर, पहले से चल रहे उद्योग भी बंद हो गए। रोजगार के लिए लोगों को दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ा।
शिक्षा की हालत ऐसी कर दी गई कि आज भी बिहार इससे पूरी तरह से उबर नहीं पा रहा है। लालू कहा करते थे, डाक्टर, इंजीनियर तो अमीर लोग के बेटा-बेटी बनता है, गरीब तो चरवाहा बनता है। इसलिए लालू ने चरवाहा विद्यालय खोल दिया।
तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू ने स्वयं को ‘गुदड़ी का लाल’ के रूप में पेश किया और इसी शीर्षक से स्कूलों की पाठ्य पुस्तक में एक अध्याय भी जुड़वाया गया था, जिसमें उनके जीवन संघर्ष का बखान किया गया और उन्हें गरीबों के मसीहा के तौर पर पेश किया गया। अब राजग के नेता चारा से लारा घोटाले तक को शृंंखलाबद्ध गिना रहे हैं।
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Chirag Paswan: 'हकीकत में ये लोग जब...', तेजस्वी के 1 करोड़ नौकरी के वादे पर चिराग पासवान ने दिया जवाब
पीटीआई, पटना। Bihar Politics News Hindi: राष्ट्रीय जनता दल ने शनिवार को आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपना परिवर्तन पत्र जारी कर दिया है। इस परिवर्तन पत्र में आरजेडी की तरफ से 24 वादे किए गए हैं। इसमें 1 करोड़ युवाओं को नौकरी देने की बात कही गई है। इसके अलावा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, गैस सिलेंडर 500 रुपये में, महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपये के अलावा अग्निवीर योजना को समाप्त करने की घोषणा की गई है।
चिराग पासवान ने आरजेडी के घोषणा पत्र का दिया जवाबवहीं आरजेडी के इस परिवर्तन पत्र पर चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने पलटवार किया है। चिराग पासवान ने इसे लेकर काफी तीखी प्रतिक्रिया दी है। चिराग पासवान ने कहा कि लालू यादव के परिवार के लोग बिहार में बहुत लंबे समय तक सत्ता में थे और हमें किसी को यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि उन्होंने लोगों को रोजगार कैसे दिया।
हकीकत में जब ये लोग सत्ता में आते हैं तो....चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि चुनाव के दौरान लोग बड़े-बड़े वादे करते हैं, हालांकि, उनके सत्ता में आने के बाद हकीकत कुछ और होती है। ये लोग जब सत्ता में आते हैं तो बहाने बनाने लगते हैं, कहते हैं गठबंधन में थे इसलिए ऐसा किए।
इसके अलावा चिराग पासवान ने एक बार फिर से पीए मोदी की तारीफ की और कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। लोगों का जबरदस्त समर्थन उन्हें मिल रहा है।
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Bihar Politics: 'लेना न देना...', RJD के मेनिफेस्टो पर ये क्या बोल गए JDU नेता
एएनआई, पटना। RJD Manifesto राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपना घोषणा पत्र जारी किया।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मेनिफेस्टो जारी करते हुए एलान किया कि देश में अगर हमारी सरकार यानि इंडी गठबंधन की सरकार बनी तो देश के एक करोड़ युवाओं को पांच वर्ष में नौकरी देंगे। वहीं, गरीब महिलाओं को भी सलाना एक लाख रुपये देंगे।
RJD के मेनिफेस्टो पर क्या बोले नीरज कुमारअब ऐसे में राजद के इस चुनावी घोषणा पत्र पर एनडीए के नेताओं का बयान सामने आने लगा है। राजद के घोषणा पत्र पर जदयू नेता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है और कहा कि राजद बिहार में 23 सीटों और झारखंड में 2 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है और बात इंडी गठबंधन की कर रहा है।
#WATCH पटना: राजद के घोषणापत्र पर JDU नेता नीरज कुमार ने कहा, "...वे(राजद) 23 सीटों से बिहार में लड़ रहे हैं, झारखंड में 2 सीटों पर लड़ रहे हैं और बात INDIA गठबंधन की कर रहे हैं... आपका अहंकार चरम सीमा पर है कि आपने अपने सहयोगी दलों को ही विश्वास में नहीं लिया... आप गठबंधन के घटक… pic.twitter.com/hPPrHAvTBX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2024नीरज कुमार ने आगे कहा कि उनका अहंकार चरम सीमा पर है। उन्होंने अपने सहयोगी दलों को ही विश्वास में नहीं लिया। वो गठबंधन के घटक दलों का भी अपमान कर रहे हैं और जो अपने ही घटक दलों का अपमान करता हो, उसकी बातों पर कौन विश्वास करेगा?
नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुआ कहा कि कभी संकल्प जारी करता है तो कभी प्रण जारी करता है। वह अपनी बात पर कायम नहीं रहता है। हम निश्यच वाले हैं। यह स्वभाविक अपना रामा दामा.. दूसरे का गिरिधामा, लेना न देना... छूछू फुलेना वाला हाल है।
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