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Ahmedabad Plane Crash: शादी के बाद पहली बार पति से मिलने जा रही थी दुल्हन, प्लेन हादसे में चली गई जान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन जाने के लिए टेक ऑफ करते ही एअर इंडिया की फ्लाइट एआई 171 क्रैश हो गई। विमान में क्रू मेंबर्स सहित कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें से केवल एक के ही जिंदा बचने की खबर है। ये बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट था।
इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे, जो अपने परिवार से मिलने के लिए लंदन जा रहे थे। हादसे में उनका भी निधन हो गया। कई परिवारों ने अपनों को खोया, जिसमें एक वो दुल्हन भी थी, तो शादी के बाद अपने पति से मिलने पहली बार लंदन जा रही थी।
जनवरी में हुई थी शादीएअर इंडिया के विमान में राजस्थान के बालोतरा जिले के अराबा गांव की रहने वाली खुशबू ने भी टिकट कराई थी। खुशबू की शादी इसी साल जनवरी में हुई थी। उनके पति मनफूल सिंह लंदन में पढ़ाई करते हैं। शादी के बाद मनफूल सिंह लंदन वापस चले गए थे।
खुशबू ने अपने पति से मिलने के लिए ही लंदन जा रही थीं। लेकिन हादसे में उनकी जान चली गई। इस प्लेन हादसे में राजस्थान के 11 लोगों की मौत हुई है। इसमें एक मार्बल व्यापारी का बेटा और बेटी भी थे, वहीं दो लोग यूके में बतौर शेफ काम करते थे।
बिल्डिंग से टकरा गया विमान- बता दें कि एअर इंडिया का विमान बिना स्टॉपओवर के लंदन जा रहा था, इसलिए उसमें पर्याप्त ईधन भरा गया था। प्लेन ने जैसे ही टेक ऑफ किया, वह लगभग 850 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद अचानक नीचे आने लगा।
- कुछ ही सेकेंड में प्लेन एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की बिल्डिंग से जा टकराया और जोरदार धमाका हो गया। आसमान में दूर से ही आग का गुबार देखा गया। अनुमान जताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
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अहमदाबाद विमान हादसा कैसे हुआ? 'मैं विमान में चढ़ रहा था और धुआं...,' एअरपोर्ट पर प्रत्यक्षदर्शी ने बताया आंखों देखा हाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में आज एअर इंडिया का एक विमान क्रैश हो गया। एअर इंडिया का ये विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। विमान में क्रू मेंबर के साथ कुल 242 लोग सवार थे। अभी तक की जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की जान गई है।
इस बीच एक इंडिगो के यात्री ने दावा किया कि उसने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई-171 की भयानक दुर्घटना देखी थी। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि कैसे ये विमान दुर्घटना का शिकार हुआ।
दुर्घटना को लेकर क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी?समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए इंडिगो के यात्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह पुणे के लिए अपनी फ्लाइट में सवार होने वाले थे। इसी दौरान उन्होंने दूर से धुएं का घना गुबार उठता देखा।
इंडिगो यात्री ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि जंगल में आग लगी है। हमने धुएं की तस्वीरें लीं, लेकिन हमें नहीं पता था कि यह क्या है। विमान में सवार होने के तुरंत बाद, उड़ान में देरी की घोषणा की गई, लेकिन हमें नहीं बताया गया कि ऐसी दुर्घटना हुई है। हमें इसके बारे में तभी पता चला जब हमने अपने फोन चेक किए।
#WATCH | Ahmedabad | "As I was going to board an Indigo flight, I saw thick smoke coming out in the distance. Soon after boarding the aircraft, an announcement for a flight delay was made. Later, we got to know through the media that a flight had crashed." pic.twitter.com/1Ha4Fcp6yD
— ANI (@ANI) June 12, 2025 पूरी तरीके से बंद कर दिया गया एअरपोर्टइंडिगो के विमान से पुणे जाने वाले चंद्रकांत पाटिल ने इस दौरान एअरपोर्ट पर अचानक होने वाली हलचल के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ समय बाद ही हवाई अड्डे पर परिचालन बंद कर दिया गया। इस कारण बड़ी संख्या में यात्री एअरपोर्ट पर फंस गए। जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई।
एअर इंडिया की फ्लाइट क्रैशजानकारी दें कि गुरुवार दोपहर अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे। खबर लिखे जाने तक इस हादसे में 204 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
विमान में सवार यात्रियों में 242 यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक शामिल थे। इस विमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनकी दुखद मौत हो गई है।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने भी बताई पूरी बातइस घटना को लेकर एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने सबसे पहले एक आवाज सुनी। जैसे ही इसको सुनने के बाद वह बाहर और देखा कि चारों ओर धुआं फैला हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जैसे ही बाहर आए चारों तरफ मलबा फैला हुआ था। (इनपुट एएनआई एवं पीटीआई के साथ)
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Ahmedabad Plane Crash Video 2: अहमदाबाद प्लेन क्रैश का नया वीडियो आया सामने, ताश के पत्ते की तरह गिरा विमान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश (Ahmedabad plane crash) हुआ है। इस हादसे में विमान में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई है। प्लेन के टेक ऑफ करने के बाद महज कुछ सेकंड के बाद ही विमान बी. जे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के डाइनिंग एरिया पर जा गिरा।
विमान हादसे का दूसरा वीडियो आया सामनेइस विमान हादसे की दूसरी वीडियो सामने आई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान रनवे से टेक ऑफ करती है। कुछ सेकंड के बाद धीरे-धीरे विमान नीचे उतरने लगती है। थोड़ी देर में विमान की बी. जे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टक्कर होती है और आग का एक विशाल गुबार आसमान में फैलने लगता है।
विमान हादसे की दूसरी वीडियो सामने आई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान रनवे से टेक ऑफ करती है। कुछ सेकंड के बाद धीरे-धीरे विमान नीचे उतरने लगती है। थोड़ी देर में विमान की बी. जे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टक्कर होती है और आग का एक विशाल गुबार आसमान में फैलने लगता है। pic.twitter.com/YsfcjMZIHo
— piyush kumar (@piyushk51868979) June 12, 2025एअर इंडिया का ये विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था।
'तुम कहां चली गई?', दुर्घटनाग्रस्त विमान की एयरहोस्टेस के परिवार में पसरा मातम; बहन ने बताया फोन पर क्या हुई थी बात?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Air India Plane Crash: अहमदाबाद में आज एक भीषण विमान हादसा हुआ। अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान टेक ऑफ के तुरंत बाद दुर्घटना का शिकार हो गया। इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की जान गई है। इस हादसे में एयर इंडिया बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की क्रू मेंबर नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम की भी जान चली गई।
उनकी मौत की जानकारी सामने आने के बाद ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि नगनथोई शर्मा का बचपन से ही एअरहोस्टेस बनने का सपना था।
नगनथोई शर्मा के परिजनों का रो-रोकर बुरा हालबता दें कि मणिपुर के थौबल जिले के अवांग लेइकेई के 22 वर्षीय नगंथोई शर्मा कोंगब्राइलाटपम के परिवार में इस समय मातम छाया है। जैसे ही विमान क्रैश की खबर सामने आई परिजनों के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई।
बहन से हुई थी आखिरी बार बातएनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम 2023 में एअर इंडिया में एअरहोस्टेस के तौर पर नौकरी मिली थी। नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम ने बताया कि हम तीन बहनें हैं। वह अप्रैल 2023 में शामिल हुई थी। एअरहोस्टेस बनना उसका सपना था।
बहन ने बताया कि इंटरनेट बैन की वजह से हम हमेशा की तरह वीडियो चैट नहीं कर सकते थे। लेकिन जब मैं स्कूल में थी, तब उसने मुझे मैसेज करके बताया कि वह आज लंदन जा रही है और उससे संपर्क नहीं हो पाएगा। उसने यह भी कहा कि वह 15 जून को वापस आएगी। मैंने उसे सुरक्षित उड़ान की शुभकामनाएं दीं और कहा कि इंटरनेट सेवा फिर से शुरू होने पर हम उससे संपर्क करेंगे।
कैसे घटना की मिली जानकारी?नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम की बहन ने बताया कि घटना के बारे में तब पता चला जब एक आंटी ने पूछताछ करने के लिए फोन किया। एअर होस्टेस नगनथोई की बहन ने बताया कि हमें एक आंटी ने बताया कि एअर इंडिया का एक विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। मैंने उसे बताया कि नगनथोई ने कहा है कि वह आज लंदन के लिए उड़ान भरेगी। हमारी आंटी ने फोन करके बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था।
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे में बचा एक यात्री, अस्पताल में चल रहा इलाज; 241 की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुरुवार को अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश (Ahmedabad plane crash) हुआ है। इस हादसे में विमान में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई है। जबकि चमत्कारिक रूप से एक यात्री के बचने की खबर है। फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनका नाम रमेश विश्वस कुमार बताया जा रहा है। वे 11A सीट पर सफर कर रहे थे। यह जंकारी अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने दी है।
DNA टेस्ट के बाद होगी पहचानइस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। विमान में 242 पैसेंजर सवार थे। इनमें 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था। हादसे की जगह से अब तक 100 शव मिलने की खबर है। ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान करने में बेहद मुश्किल आ रही है। उनकी पहचान DNA टेस्ट के बाद ही संभव होगी।
डीएनए सैंपल देने की व्यवस्थास्वास्थ्य प्रमुख सचिव धनंजय द्विवेदी के अनुसार अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मृतकों के परिजनों की पहचान के लिए उनके डीएनए सैंपल लेने की व्यवस्था की है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कसोटी भवन में डीएनए सैंपल देने की व्यवस्था की गई है।
यहां दे सकते हैं सैंपलमृतक के करीबी रिश्तेदार (माता-पिता या बच्चे) डीएनए सैंपल दे सकेंगे। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कसोटी भवन में यह डीएनए सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है। यह कसोटी भवन बी.जे. मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित है।
अस्पताल का आपातकालीन नंबरअहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल ट्रॉमा (आपातकालीन) केंद्र में मरीज-उन्मुख उपचार से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क करने के लिए दो फोन नंबरों की घोषणा की है।
6357373831
6357373841
शब्दों में नहीं कर सकते बयां: पीएमअहमदाबाद में दुखद विमान दुर्घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे हृदयविदारक बताया, जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। दुर्घटना से स्तब्ध और दुखी प्रधानमंत्री मोदी ने गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह को तत्काल अहमदाबाद रवाना किया। इसके साथ ही उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडु को पीडि़त परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री लगातार अहमदाबाद में राहत बचाव कार्य व घायलों हो दी जा रही तत्काल सहायता की जानकारी लेते रहे।
अमित शाह अहमदाबाद पहुंचेइंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखे पोस्ट में अपनी संवेदना प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संकट इस घड़ी में वे सभी संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों के साथ संपर्क में है और बचाव व राहत कार्यों के साथ-साथ पीडि़त परिवारों की सहायता के उठाए जा रहे कदमों की खुद निगरानी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे और वहां राहत व बचाव में लगे एजेंसियों के बीच समन्वय की जिम्मेदारी संभाल ली। अमित शाह गुजरात की राजधानी गांधीनगर से सांसद हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश पर राममोहन नायडु भी अहमदाबाद पहुंच गए।
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Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद प्लेन क्रैश में राजस्थान के 9 लोगों की मौत, एक ही झटके में उजड़ गया पूरा परिवार
जेएनएन, उदयपुर। अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही गुरुवार दोपहर हुआ विमान हादसा राजस्थान के कई परिवारों के लिए गहरे शोक और असहनीय पीड़ा का सबब बन गया। इस भीषण दुर्घटना में उदयपुर जिले के 4 और बांसवाड़ा जिले के 5 नागरिकों की दर्दनाक मौत हो गई।
मृतकों में उदयपुर के प्रतिष्ठित मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र शुभ मोदी और पुत्री शगुन मोदी, वल्लभनगर निवासी वरदीचंद मेनारिया, रोहिड़ा (ईंटाली) निवासी प्रकाश मेनारिया तथा बांसवाड़ा के डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन मासूम बच्चे मिराया, नकुल व प्रद्युत शामिल हैं।
विमान कार्गो ऑफिस के समीप दुर्घटनाग्रस्तएयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी, लेकिन महज दो मिनट बाद 1:40 बजे विमान एयरपोर्ट परिसर में स्थित दीवार और एयर कस्टम कार्गो ऑफिस के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भीषण विस्फोट, धुएं और आग के गुबार के बीच पूरा इलाका थर्रा उठा।
पारिवारिक व्यवसाय में सक्रिय भूमिकामार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र-पुत्री शुभ और शगुन मोदी एमबीए करने के बाद पारिवारिक व्यवसाय में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे और लंदन यात्रा पर निकले थे। हादसे की सूचना मिलते ही संजीव मोदी अहमदाबाद रवाना हो गए। उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता स्वयं सहेली नगर स्थित उनके निवास पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।
एयरपोर्ट छोड़ने उनकी पत्नी और पुत्र दीपक भी साथ गए थेवल्लभनगर निवासी वरदीचंद मेनारिया, जो वर्तमान में हिरणमगरी क्षेत्र में रह रहे थे, कुछ समय पूर्व ही लंदन से लौटे थे और अब दोबारा कार्य के लिए रवाना हो रहे थे। उन्हें एयरपोर्ट छोड़ने उनकी पत्नी और पुत्र दीपक भी साथ गए थे। उनके साथ ही रोहिड़ा (ईंटाली) के प्रकाश मेनारिया भी यात्रा पर थे, जो लंदन में साथ कुकिंग का कार्य करते थे।
उदयपुर कलेक्टर ने की चारों की पुष्टिउदयपुर कलेक्टर ने चारों की पुष्टि करते हुए बताया कि दो यात्री शहर क्षेत्र, एक मावली और एक वल्लभनगर क्षेत्र से हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को तत्काल आवश्यक सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
बांसवाड़ा के लिए यह हादसा और भी ज्यादा हृदयविदारक साबित हुआ। यहां के प्रतिष्ठित रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन बच्चों की इस हादसे में मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह पूरा परिवार लंदन शिफ्ट होने के लिए रवाना हुआ था।
हादसे ने पूरे परिवार को उजाड़ दियाडॉ. प्रतीक के मामा डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने बताया कि प्रतीक के माता-पिता डॉ. जेपी जोशी और उनकी पत्नी उन्हें विदा करने एयरपोर्ट पहुंचे थे। पर उन्हें क्या मालूम था कि यह विदाई उनकी अंतिम मुलाकात बन जाएगी। हादसे ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया।
डॉ. कौमी उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज, उमरड़ा में पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत थीं और लंदन जाने की तैयारी में उन्होंने हाल ही में इस्तीफा दिया था। डॉ. प्रतीक वर्षों से लंदन में कार्यरत थे और अब अपने पूरे परिवार को साथ ले जाने भारत लौटे थे। इस हादसे के बाद पूरे बांसवाड़ा जिले में मातम पसर गया है।
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Ahmedabad Plane Crash: बैट्री में गड़बड़ी, टेस्टिंग के दौरान आग... शुरू से ही विवादों में रही बोइंग की ड्रीमलाइनर
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अमेरिका जहाज निर्माता कंपनी बोइंग की ए-787 ड्रीमलाइनर मॉडल के जहाजों का विवादों से पुराना नाता रहा है। खुद अमेरिकी सरकार विगत पांच वर्षों में कम से कम दो बार इस मॉडल के जहाजों की सुरक्षा की जांच करवा चुकी है।
कभी इसके ईंजन को लेकर सवाल उठे तो कभी इस कंपनी में काम करने वाले एक इंजीनियर ने बोइंग के विमानों के निर्माण को लेकर कुछ गंभीर सवाल उठाया। पिछले वर्ष ही अमेरिका ने इस मॉडल के विमानों में पायलट की सीट की पोजिशनिंग को लेकर जांच करवाई थी।
अब तक दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ था ड्रीमलाइनरविवादों के बावजूद वर्ष 2011 में वाणिज्यिक संचालन में आने के बाद से अभी तक ए-787 ड्रीमलाइन विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुए थे और तमाम विवादों का सबसे ठोस जवाब बोइंग की तरफ से यही हुआ करता था। एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन गैटविक रूट की उड़ान संख्या ए-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बोइंग यह तर्क नहीं दे सकेगी।
पहले ही अपने प्रतिद्वंद्वी एअरबस से पिछड़ रहे बोइंग के सामने समस्याएं बढ़ेंगी। दुर्घटना के कुछ घंटों में ही इसका शेयर आठ फीसद गिर गया। बोइंग ने ड्रीमलाइनर मॉडल विमान को सबसे पहले वर्ष 2007 में लांच करने की घोषणा की। हालांकि पहली कॉमर्शियल उड़ान वर्ष 2011 में ही शुरू हो सकी थी और इसे कई विशेषज्ञों ने एक समग्र विमान होने का तमगा भी दिया।
कई सुविधाओं से लैस होता ये ड्रीमलाइनर- ना सिर्फ सामान्य विमानों से मजबूत होने का दावा किया गया था बल्कि कंपनी ने इसमें विशेष किस्म के इस्पात का प्रयोग कर इसे हल्का भी बना दिया था। इसमें कम ईंधन की खपत होती थी। बोइंग ने इसके भीतर नमी व ऑक्सीजन को नियंत्रित करने की नई तकनीक लगाई थी जिसकी वजह से इसे लंबी दूरी के लिए ज्यादा उपयुक्त माना गया।
- ड्रीमलाइनर पहला यात्री विमान था जिसमें इलेक्ट्रिक व्यवस्था से नियंत्रित एयर-कंडीशनिंग व दूसरे फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम लगे थे। इन वजहों से लांचिंग के कुछ ही समय बाद इस विमान को खरीदने के लिए एयरलाइनों की लाइन लग गई। पहले एक दशक में 1006 ड्रीमलाइनर विमानों की बिक्री की गई और अभी भी बोइंग के पास तकरीबन 2150 विमानों के ऑर्डर हैं।
- पिछले महीने मई, 2025 में कतर एयरवेज ने एक साथ 130 ए-787 ड्रीमलाइनर की बिक्री का ऑर्डर दिया है। इसके बावजूद शुरुआत से ही कोई ना कोई विवाद इस मॉडल के साथ रहा। नवंबर, 2010 में ड्रीमलाइनर की परीक्षण उड़ान को इसलिए स्थगित करना पड़ा था क्योंकि विमान के अंदर आग की घटना देखी गई थी। इसे आपातकालीन स्थिति में उतारना पड़ा था। इसकी वजह से योजना से तीन वर्ष बाद इसकी वाणिज्यिक उड़ानें शुरू हो पाई थी।
उड़ान शुरु होने के कुछ ही महीने बाद जनवरी, 2013 में दो ड्रीमलाइनरों में इस्तेमाल होने वाले लिथियम आयरन बैट्री में कुछ गड़बड़ी देखी गई। जापान में इस वजह से एक उड़ान को आपातकालीन स्थिति में उतारना पड़ा। इसके बाद कई एयरलाइनों ने अपनी ड्रीमलाइन विमानों के संचालन को स्थगित कर दिया।
वर्ष 2024 में विमानन उद्योग में तब हड़कंप मच गया जब बोइंग में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों ने आरोप लगाये कि 777 व 787 मॉडल के निर्माण में पर्याप्त सावधानी नहीं बरत रही और इससे भविष्य में भारी दुर्घटना हो सकती है। सैम सालेहपुर, जॉन बरनैट, रिचर्ड कोवास ने अलग अलग समय पर बोइंग पर ड्रीमलाइनर को लेकर गंभीर आरोप लगाये। ज्यादातर आरोप ड्रीमलाइनर के निर्माण के तरीके को लेकर था।
निर्माण की व्यवस्था में कई खामियांसैम सालेहपुर नाम के बोइंग के एक पूर्व कर्मचारी ने ड्रीमलाइन विमान के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ने की तकनीक पर सवाल उठाया था और कहा था कि कुछ सौ उड़ानों के बाद इसमें खराबी आ सकती है? अमेरिकी एजेंसी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने इसकी जांच की। इसमें निर्माण की व्यवस्था में कई खामियां भी निकाली गई।
जबकि बोइंग का हमेशा से यह कहना है कि ड्रीमलाइनर या दूसरे विमानों के निर्माण में उसकी तरह से सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती रही है। दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बोइंग के समक्ष ड्रीमलाइन विमानों को लेकर कई नये सवाल उठ खड़े होने की संभावना जताई जा रही है। एयर इंडिया की उड़ान संख्या ए-171 की दुर्घटना ने ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा को लेकर जो चिंताएं पूर्व में आती रही हैं, उनको गंभीर कर दिया है।
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Ahmedabad Plane Crash: ब्लैक बॉक्स क्या और कैसे काम करता है? जानिए प्लेन क्रैश के बाद सबसे पहले क्यों खोजी जाती है ये डिवाइस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में आज गुरुवार एक बड़ा विमान हादसा हो गया। विमान में 242 लोग सवार थे। B787 विमान VT-ANB (Ahmedabad Plane Crash Video) अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी और उसके 5 मिनट बाद क्रैश हो गया। हादसे की असल वजह अब तक सामने नहीं आ पाई है।
इसी बीच बीएसएफ और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। हादसे की असल वजह अभी तक सामने नहीं आई है। वहीं, दूसरी ओर बचाव दल विमान के ब्लैक बॉक्स को खोजने में जुटी है। ब्लैक बॉक्स के मिलने के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आएगी। ब्लैक बॉक्स का काम उड़ान के दौरान विमान से जुड़ी बेहद जरूरी गतिविधियों को रिकॉर्ड करना है।
कितना अहम है यह डिवाइस?ब्लैक बॉक्स में दो महत्वपूर्ण डिवाइस इंस्टॉल की जाती है। पहला है FDR, फ्लाइट डाटा रिसर्च। इस डिवाइस में प्लेन की रफ्तार, ऊंचाई, इंजन की स्थिति, फ्लाइट का रूट, पायलट की हर गतिविधियों को रिकॉर्ड की जाती है। वहीं, दूसरी ओर CVR यानी कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर होता है। कॉकपिट में पायल और को पायलट के बीच हुई बातचीत सहित अन्य जरूरी ऑडियो रिकॉर्ड होते हैं।
ब्लैक बॉक्स के जरिए एक्सपर्ट यह पता लगाते हैं कि क्या तकनीकी खराबी की वजह से विमान हादसा हुआ या फिर किसी मानवीय गलती की वजह से हादसा हुआ। ब्लैक बॉक्स को मजबूत मटेरियल से तैयार किया जाता है। आग और पानी में भी यह बॉक्स सुरक्षित रहता है।
Plane Crash: सही तरीके भरी उड़ान... अचानक क्यों गिरा विमान, आखिरी मिनट कॉकपिट में क्या हुआ होगा? एक्सपर्ट्स ने कही ये बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ। अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एअर इंडिया का विमान टेकऑफ के कुछ देर बाद ही दुर्घटना का शिकार हो गया। इस घटना में 241 लोगों की मौत हुई है। वहीं, एक यात्री बच गया, जिसका उपचार अस्पताल में चल रहा है।
इस भीषण विमान हादसे ने लोगों को स्तब्ध कर के रख दिया है। इस हादसे के बाद लोगों के मन में सवाल है कि कैसे अचानक ये विमान उड़ान भरने के बाद अचानक ये विमान क्रैश हो गया।
क्या हो सकती है हादसे की वजह?कई विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया कि है कि विमान के क्रैश होने से ठीक कुछ सेकेंड पहले फ्लाइट के कॉकपिट में क्या हुआ होगा। दरअसल, एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, विमान के क्रैश होने का वीडियो को देखने के बाद माना जा सकता है कि जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, इसके तुरंत बाद उसे बहुत कम दबाव का अनुभव हुआ होगा।
वीडियो के आधार पर कुछ विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि पायल उस समय लिफ्ट और ऊंचाई को हासिल करने के प्रयास में विमान को खींच रहे होंगे। वीडियो के अनुसार विमान का लैंडिंग गियर भी नीचे था।
विशेषज्ञ बताते हैं कि उड़ान भरने के बाद पायलट ने मेडे कॉल किया था। इससे साफ संकेत मिलता है कि विमान संकट की स्थिति में था। लिफ्ट खराब होने के कारण पायलटों ने विमान के अगले हिस्से को ऊपर खींचने का प्रयास किया है। हालांकि, इसके बावजूद भी विमान नीचे गिरता रहा।
बिल्कुल सही तरीके से विमान ने किया टेक ऑफबता दें कि एक वरिष्ठ पायलट कैप्टन ने बताया कि उड़ान एकदम सही थी और विमान के गियर ऊपर उठाने से पहले विमान नीचे की ओर उतरने लगा। ऐसा तभी होता है जब इंजन की शक्ति खत्म हो जाए या फिर विमान में लिफ्ट बनना बंद हो जाए। हालांकि, हादसे की मुख्य वजह एक गहन जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।
विमान में कुल 242 लोग थे सवारअहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान में कुल 242 लोग सवार थे। इसमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक और एक कनाडाई और 7 पुर्तगाली सवार थे।
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कॉमन सेंट्रल सचिवालय-3 में शिफ्ट होंगे गृह, विदेश और पेट्रोलियम मंत्रालय; जानिए किसे कहां मिली जगह
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट प्लान के तहत केंद्र सरकार के मंत्रालयों की नए कामन सेंट्रल सेक्रेट्रिएट (सीसीएस) में स्थानांतरण अगले माह शुरू हो जाएगा। सीसीएस की दस में से तीन इमारतें पूरी तरह तैयार हो चुकी हैं। रिडेवलपमेंट की कमान संभालने वाला आवास और शहरी कार्य मंत्रालय सबसे पहले निर्माण भवन स्थित अपने ठिकाने को छोड़कर कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित नए भवन में स्थानांतरित होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्रालयों की शि¨फ्टग का काम तेज करने के लिए कहा था। इसी क्रम में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी सबसे पहले नई जगह पर जा रहे हैं। मंत्रालय के एक परिपत्र के अनुसार, नार्थ ब्लॉक से संचालित होने वाला गृह मंत्रालय सीसीएस-3 में स्थानांतरित होगा। मंत्रालय का अपने कामकाज के लिए चौथा, पांचवां और छठा तल आवंटित किया गया है।
साउथ ब्लॉक और शास्त्री भवन के अपने वर्तमान ठिकाने से विदेश मंत्रालय भी सीसीएस-3 में तीसरे तल पर स्थानांतरित होगा। शास्त्री भवन से ही पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय भी पहले चरण में इसी भवन में पहुंच जाएगा। इसी तरह मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय भी इसी भवन में स्थानांतरित हो रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण में 15 के करीब मंत्रालय नए भवन में स्थानांतरित होंगे। पीएम ने शास्त्री भवन की दशा को लेकर ¨चता जताई थी और इसके बाद से ही मंत्रालयों के स्थानांतरण की प्रक्रिया तेज हुई है। शास्त्री भवन, परिवहन भवन और निर्माण भवन को फिर से बनाया जाना है। यह तभी संभव होगा, जब इन भवनों में संचालित होने वाले मंत्रालय अपने नए ठिकानों पर पहुंच जाएं।
Ahmedabad Plane Crash: जिस मेडिकल कॉलेज से टकराया विमान, उसमें 20 ट्रेनी डॉक्टरों की मौत की आशंका; सामने आई PHOTOS
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एक भीषण विमान हादसा हुआ है। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार को एअर इंडिया का एक यात्री विमान क्रैश हो गया। ये विमान टेक ऑफ करने के बाद एक रिहायशी इलाके में क्रैश हुआ है। विमान के क्रैश होने से मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
बता दें कि अहमदाबाद से लंदन जा रहा विमान उस समय हादसे का शिकार हो गया, जब विमान ने उड़ान भरी। उड़ान भरने कुछ समय बाद ही ये विमान क्रैश हो गया और मेघानी नगर इलाके के रिहायशी इलाके में एक इमारत से जा टकराया।
20 प्रशिक्षु डॉक्टरों की मौत की आशंकाबताया जा रहा है कि इस विमान के हॉस्टल का इमारत से टकराने के कारण कम से कम 20 प्रशिक्षुओं की मौत की खबर है। हालांकि, इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच, अहमदाबाद एयरपोर्ट को आज रात 12 बजे तक बंद करने की घोषणा की गई है। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के समय इमारत में कम से कम 200 लोग मौजूद थे, जिसे देखते हुए अब मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
अहमदाबाद से लंदन जा रहा विमान दुर्घटना का शिकारबता दें कि एअर इंडिया का का B787 विमान VT-ANB, अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान हादसे में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। इस विमान में क्रू मेंबर के साथ 242 लोग सवार थे। हादसे के बाद घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। घटनास्थल के लिए गृहमंत्री अमित शाह रवाना हो गए हैं।
हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुखप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विमान हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि अहमदाबाद में हुई त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी कर दिया है। यह शब्दों से परे दिल दहला देने वाली घटना है। इस दुखद घड़ी में, मेरी संवेदनाएँ इससे प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूँ जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।
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Ahmedabad Plane Crash: आखिर कैसे होगी सभी मृतकों की पहचान? पढ़ें क्या होगी पूरी प्रक्रिया
जेएनएन, नई दिल्ली। अहमदाबाद विमान हादसे ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। विमान में सवार सभी 242 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच स्वास्थ्य प्रमुख सचिव धनंजय द्विवेदी ने जानकारी दी है कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मृतकों के परिजनों की पहचान के लिए उनके डीएनए सैंपल लेने की व्यवस्था की है। सिविल अस्पताल में 50 घायलों का इलाज किया जा रहा है। सभी मरीज स्थिर हैं।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कसोटी भवन में डीएनए सैंपल देने की व्यवस्था की गई है। मृतक के करीबी रिश्तेदार (माता-पिता या बच्चे) डीएनए सैंपल दे सकेंगे।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कसोटी भवन में यह डीएनए सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है। यह कसोटी भवन बी.जे. मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित है। सिविल अस्पताल प्रशासन की ओर से परिजनों और मित्रों से इस कसोटी भवन में डीएनए सैंपल देने का अनुरोध किया गया है।
अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल ट्रॉमा (आपातकालीन) केंद्र में मरीज-उन्मुख उपचार से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क करने के लिए दो फोन नंबरों की घोषणा की है।
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Ahmedabad Plane Crash: टेक ऑफ के बाद पक्षियों के झुंड से टकरा गया प्लेन? इन 5 प्वाइंट में समझें एअर इंडिया फ्लाइट क्रैश की वजह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एअर इंडिया का विमान गुजरात के अहमदाबाद (Plane Crash in Ahmedabad) में दुर्घटना का शिकार हो गया। इस विमान ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी। विमान में सवार सभी 204 लोगों की मौत की खबर है। इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी भी मौजूद थे।
विमान टेक ऑफ करने के कुछ मिनटों बाद ही क्रैश हो गया। कहा जा रहा है कि पायलट ने 'मेडे' कॉल दिया था, जो फ्लाइट की इमरजेंसी के वक्त इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि हादसे का कारण अभी तक सामने नहीं आ पाया है, लेकिन एक्सपर्ट इसे लेकर कई तरह के दावे कर रहे हैं।
इन प्वाइंट्स में समझें क्रैश की वजह- अहमदाबाद से टेक ऑफ करने के बाद प्लेन अभी केवल 825 फीट की हाइट पर ही पहुंच पाया था। इतने समय में कम ऊंचाई पर लिफ्ट हासिल करने में पायलट से चूक हुई।
- एक्सपर्ट्स का कहना है कि विमान का लैंडिंग गियर अभी नीचे ही था और प्लेन के इंजन ने अपना थ्रस्ट खो दिया था।
- विमान हादसे की एक वजह प्लेन का पक्षियों से टकराना भी माना जा रहा है। ये भी कहा जा रहा है कि पायलट ने गलत टेक-ऑफ कॉन्फिगरेशन लिया हो।
- पायलट को इतनी चढ़ाई पर बने रहने के लिए संघर्ष करना पड़ा होगा। उसने मेडे कॉल किया, लेकिन उसे संभलने का समय नहीं मिल पाया और प्लेन दुर्घटना का शिकाय हो गया।
- प्लेन को अहमदाबाद से लंदन तक जाना था। इस दूरी के लिए प्लेन में काफी ईंधन भरा गया था। क्रैश के बाद इसमें ब्लास्ट की वजह से स्थिति भयावह हुई होगी।
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Air India Plane Crash: कैसे हुआ अहमदाबाद विमान हादसा? कोई गलती या कुछ और वजह; एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Ahmedabad plane crash: गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में विमान में सवार सभी लोगों की जान गई है। घटनास्थल पर तेजी से राहत और बचाव कार्य जारी है। इस बीच सभी के मन में सवाल है कि इतना बड़ा विमान हादसा कैसे हुआ।
इस सवाल पर कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि संभव है कि दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान से पक्षी टकराने के कारण उड़ान भरने के लिए अनुकूलतम गति प्राप्त नहीं हो सकी। जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हुई है। हालांकि, वास्तविक कारण जांच के बाद सामने आ सकेगा।
जानिए क्या बोले विशेषज्ञ?दरअसल, एनडीटीवी ने पूर्व वरिष्ठ पायलट कैप्टन सौरभ भटनागर के हवाले से बताया कि पहली बार इस हादसे को देखने पर पता चलता है कि यह कई पक्षियों के टकराने का मामला है, जिसमें दोनों इंजनों ने शक्ति खो दी है। वरिष्ठ पायलट का दावा है कि उड़ान एकदम सही थी और मेरा मानना है कि गियर ऊपर करने से पहले ही विमान नीचे की ओर उतरने लगा। उन्होंने माना कि ये केवल उसी समय संभव है कि इंजन की शक्ति कम हो जाए या विमान में लिफ्ट विकसित होना बंद हो जाए।
वहीं, वरिष्ठ पायल का मानना है कि फुटेज से ऐसा लगता है कि उड़ान बिना किसी घटना के हुई। विमान नियंत्रित तरीके से नीचे उतरा। पायलट ने मेडे कॉल किया था। इसका सीधा मतलब है कि विमान एक संकपूर्ण स्थिति से गुजर रहा था।
क्या पक्षी टकराने से हुआ हादसा?वहीं, विमानन विशेषज्ञ संजय लाजर का भी मानना है कि जो विमान हादसे का शिकार हुआ वह एक नया विमान है, जो केवल 11 साल पुराना विमान है। उन्होंने कहा कि यदि उड़ान भरने के समय विमान से एक साथ कई पक्षी टकराते तो संभवतः विमान 6-7 मिनट की सीमा से आगे नहीं बढ़ पाता।
उन्होंने कहा कि यह विमान खास पुराना भी नहीं है, जिस कारण इसमें किसी तकनीकी समस्या की संभावना रही हो।
विमानन विशेषज्ञ का मानना है कि जहां विमान क्रैश हुआ वह हवाई अड्डे के पास एक आवासीय क्षेत्र है, यहां पर पक्षी बड़ी में रहते हैं। हालांकि, इस घटना के पीछे की असली वजह जांच के सामने आ सकेगी, लेकिन इस हादसे के पीछे का ये एक प्रमुख कारण हो सकता है।
विमान 242 लोग थे सवारइस हादसे के बाद एअर इंडिया ने अपना बयान जारी किया है। एअर इंडिया ने अपने बयान में बताया कि विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, एक कनाडाई और 7 पुर्तगाली सवार थे। इसके अलावा एअर इंडिया ने एक हॉटलाइन नंबर भी जारी किया है, जो 1800 5691 444 है।
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कभी टेकऑफ के दौरान लगी आग, तो कभी मिसाइल का शिकार हुआ प्लेन... 10 बड़े विमान हादसे जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट (Air India Plane Crash) के पास लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने हादसे से कुछ मिनट पहले ही उड़ान भरी थी। इस फ्लाइट में कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें से 230 यात्री थे।
हादसे के बाद से ही राहत-बचाव का कार्य जारी है, लेकिन अहमदाबाद में हुई इस घटना ने हवाई यात्रा की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ समय में टेक्नोलॉजी और एविएशन इंजीनियरिंग में हुए कई एडवांसमेंट के बावजूद विमान हादसे होते रहे हैं और अक्सर इसकी वजह कई रोके जा सकने वाली गलतियां होती हैं।
आज आपको बताते हैं दुनिया के 10 खतरनाक प्लेन हादसों के बारे में...तुर्की एयरलाइंस क्रैश (1974)1974 में टर्किस एयरलाइंस का विमान 981 पेरिस के बाहर क्रैश हो गया। हादसा इतना खतरनाक था कि विमान में सवार सभी 346 लोगों की मौत हो गई थी। यह बोइंग का 747 एयरक्राफ्ट था। जांच में पता चला कि हादसा कार्गो डोर फेलियर की वजह से हुआ था।
टेनेरिफ एयरपोर्ट हादसा (1977)इसे विमान हादसों की सबसे घातक दुर्घटनाओं में से एक माना जाता है। स्पेन के टेनेरिफ एयरपोर्ट पर मिसकम्युनिकेशन की वजह से दो बोइंग 747 विमान रनवे पर ही टकरा गए थे। इस हादसे में 583 लोगों की मौत हुई थी।
सऊदिया फ्लाइट 163 (1980)पाकिस्तान के कराची से उड़कर सऊदिया फ्लाइट 163 जेद्दाह से होकर रियाद जा रही थी। विमान ने जैसे ही जेद्दाह एयरपोर्ट से उड़ान भरी, इसमें आग लग गई। इसके बाद प्लेन ने इमरजेंसी लैंडिंग कर भी ली थी, लेकिन क्रू मेंबर्स लोगों को बाहर नहीं निकाल पाए और सभी 287 पैसेंजर और 14 क्रू की मौत हो गई थी।
एअर इंडिया (1985)एअर इंडिया की फ्लाइट 182 आतंकवादियों की बमबारी का निशाना बन गई थी। आयरलैंड के कोस्ट पर इस विमान पर बमबारी की गई और विमन में सवार सभी 329 लोग मारे गए थे। इस बमबारी की जिम्मेदारी एक आतंकी संगठन ने ली थी।
जापान एयरलाइन क्रैश (1985)1985 में जापान एयरलाइन का एयरक्राफ्ट 123 क्रैश हो गया था। विमान के रियर प्रेशर बल्कहेड में स्ट्रक्चर फेलियर की वजह से यह दुर्घटना का शिकार हो गया और करीब 520 लोहों की मौत हो गई थी।
ईरान एयर फ्लाइट (1988)1988 में ईरान के तेहरान से दुबई जा रहा एयरबस ए300 पर मिसाइल अटैक कर दिया गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी 290 लोगों की मौत हो गई थी। ईरान के इतिहास का यह सबसे भयानक विमान हादसा था।
चरखी दादरी क्रैश (1996)हरियाणा के चरखी दादरी में मिड एयर दो विमानों की जबरदस्त टक्कर हो गई थी। यह टक्कर कजाकिस्तान एयरलाइंस और सऊदी अरब एयरलाइंस के विमानों के बीच हुई थी। इसमें 349 लोग मारे गए थे।
अमेरिकन एयरलाइंस क्रैश (2001)2001 में न्यूयॉर्क के क्वींस में मैकडॉनेल डगलस MD-82 क्रैश हो गया था। हादसे की वजह टर्बुलेंस के दौरान ज्यादा रडर इनपुट और कंट्रोल खो जाना था। इस हादसे में कुल 260 लोगों की मौत हुई थी।
एयर फ्रांस फ्लाइट क्रैश (2009)एयर फ्रांस का विमान 447 अटलांटिक महासागर में क्रैश हो गया था। जांच में एयरस्पीड की गलत रीडिंग और पायलट की गलती सामने आई थी। हादसे में सभी 228 लोगों की जान चली गई थी।
मलेशिया एयरलाइंस क्रैश (2014)2014 में मलेशिया एयरलाइंस का बोइंग 777 यूक्रेन के ऊपर मार गिराया गया था। इसकी वजह क्या था, यह अभी तक स्पष्ट रूप से सामने नहीं आई है। माना जाता है कि विमान मिसाइल अटैक का शिकार हो गया था। इसमें 298 लोगों की मौत हो गई थी।
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थाईलैंड में शादी, 19 प्लॉट और विला... बिजनेसमैन को मात दे रहा था तेलंगाना का इंजीनियर; भ्रष्टाचार का मामला दर्ज
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में सिंचाई विभाग के एक कार्यकारी इंजीनियर की आलीशान जिंदगी को देखकर आप हैरत में पड़ जाएंगे कि एक सरकारी इंजीनियर के पास इतना पैसा कहां से आया। इंजीनियर ने अपने बेटे के लिए थाईलैंड में एक डेस्टिनेशन वेडिंग की जिस पर करोड़ों खर्च किए गए और उसके पास एक विला, तीन स्वतंत्र इमारतें, 19 प्रमुख आवासीय प्लॉट, कम से कम चार फ्लैट और कई होटलों में हिस्सेदारी है।
13 ठिकानों पर छापेमारीसरकारी इंजीनियर तो बहुत अमीर व्यवसायी को भी मात दे रहा था लेकिन अब उसकी इस आलीशान जिंदगी पर ग्रहण लग गया है। क्योंकि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को कार्यकारी इंजीनियर नुने श्रीधर से जुड़े 13 ठिकानों पर छापेमारी की और ऐसी संपत्तियां पाईं जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक हैं।
सूची में हैदराबाद के शेखपेट में स्काई हाई नामक एक आलीशान आवासीय परिसर में 4,500 वर्ग फुट का फ्लैट, इसके अलावा करीमनगर में कम से कम तीन अन्य फ्लैट शामिल हैं।
तीनों शहरों में 19 प्रमुख आवासीय भूखंडअधिकारियों ने बताया कि श्रीधर के पास हैदराबाद के पास तेलपुर में एक विला, वारंगल, करीमनगर और हैदराबाद में कम से कम तीन स्वतंत्र इमारतें, तीनों शहरों में 19 प्रमुख आवासीय भूखंड, 16 एकड़ कृषि भूमि और करीमनगर में कई होटलों में हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत कई करोड़ रुपये है।
इसके अलावा उनके पास नकदी, आभूषण और बैंक जमा भी है। श्रीधर ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने बेटे के लिए थाईलैंड में एक डेस्टिनेशन वेडिंग का आयोजन किया था, जिसकी सभी तैयारियों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे।
कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना में हुआ भ्रष्टाचारसूत्रों ने बताया कि कार्यकारी अभियंता कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना में भी शामिल था - जो दुनिया की सबसे बड़ी बहु-चरणीय लिफ्ट सिंचाई परियोजना है - जो भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख के चंद्रशेखर राव को भी पीसी घोष आयोग ने तलब किया है, जो परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है।
परियोजना से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप राज्य में 2023 के विधानसभा चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बन गए हैं और भारत राष्ट्र समिति ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए जोर देकर कहा है कि इसकी योजना और निर्माण तेलंगाना के लोगों के कल्याण के लिए किया गया था।
Weather: दिल्ली-यूपी समेत प्रचंड गर्मी की चपेट में उत्तर भारत, राजस्थान में 48 डिग्री के पार तापमान; पंजाब में रेड अलर्ट
जागरण टीम, नई दिल्ली। भीषण गर्मी व लू से पूरा उत्तर भारत बेहाल है। मैदान से लेकर पहाड़ तक तेज गर्मी से झुलस रहे हैं। दिन के साथ रातें भी गर्म होने से उमस बढ़ी है। पंजाब में बठिंडा का तापमान लगातार दूसरे दिन 45.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
कियों का पानी बिना गीजर के उबल रहाराजधानी का तापमान भी 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है, लेकिन हीट इंडेक्स 50.8 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने पूर्व में जारी यलो अलर्ट को बदलकर रेड अलर्ट कर दिया है। 'रेड अलर्ट' में लोगों को सीधे धूप से बचने और विशेष रूप से दोपहर के समय घर बाहर जाने से बचना चाहिए।
बुधवार को दिल्ली में लगातार तीसरे दिन तेज धूप और 20 से 40 किमी प्रति घंटे की गर्म हवाओं ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। एसी भी बीच-बीच में खराब होने लगे, जबकि छतों पर रखी टंकियों का पानी बिना गीजर के उबलता हुआ मिला।
यूपी में पड़ रही भीषण गर्मीउत्तर प्रदेश का लगभग एक तिहाई हिस्सा भीषण गर्मी से झुलस रहा है। सोमवार को 24 जिले में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहा। दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से को अब भी लू से राहत नहीं मिलती दिख रही है। हालांकि पांच जिलों में लू का प्रभाव काफी कम हो गया है, लेकिन अब भी 20 जिलों में लू के आसार बने हुए हैं।
हरियाणा के नौ जिलों में भी लू का रेड अलर्ट जारीमौसम विभाग ने दिन के साथ रात भी गर्म होने की चेतावनी जारी की है। 15 जिलों में यलो व पांच में आरेंज अलर्ट है। सर्वाधिक तापमान उरई में 45.2 दर्ज किया गया। राजस्थान के साथ लगते हरियाणा के नौ जिलों में भी लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है। सिरसा का अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। बिहार में पटना का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 42.8 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर प्रदेश में सबसे गर्म रहा।
जम्मू के पांच जिलों में पारा 40 के पारजम्मू-कश्मीर में भी गर्मी अपने चरम पर है। जम्मू में अधिकतप तापमान 44.4, सांबा में 46.8, ऊधमपुर में 42.4, रामबन में 41.9 व राजौरी में 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। श्रीनगर में अधिकतम पारा 33.9 व न्यूनतम 17.6 डिग्री रहा। हिमाचल प्रदेश के ऊना, कुल्लू, बिलासपुर व मंडी में लू चली। ऊना में 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। कुछ जगहों पर झमाझम बारिश हुई है।
पंजाब में गर्मी से एक व्यक्ति की मौतपंजाब में भीषण गर्मी व लू से जनजीवन बेहाल है। बुधवार को अमृतसर का अधिकतम तापमान 44.8 व लुधियाना का 44 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन के साथ रातें भी गर्म हैं। कई शहरों में रात का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा।
पटियाला में रात का तापमान 30.5, लुधियाना में 30.3 तथा अमृतसर में 30.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, गुरदासपुर में रेलवे स्टेशन पर गांव काला नंगल के 62 वर्षीय विजय कुमार की गर्मी से मौत हो गई।
13 के बाद हो सकती है हल्की बारिशआइएमडी के वरिष्ठ विज्ञानी डा. नरेश कुमार ने कहा, ''गंभीर गर्मी गुरुवार तक जारी रहने की उम्मीद है। एक पश्चिमी विक्षोभ 13 जून की रात से उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है, जिससे हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें आ सकती हैं।''
उत्तराखंड के इन इलाकों में हो सकती है बारिश14 जून को पटना सहित बिहार के सभी जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात और आंधी-पानी की संभावना है। छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थिति बनने की संभावना है। उत्तराखंड के नैनीताल, बागेश्वर, चमोली व पिथौरागढ़ में गुरुवार को भारी वर्षा हो सकती है। चारधाम और आसपास के क्षेत्रों में भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
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हिमाचल में डूबने से चार की मौतहिमाचल प्रदेश में गर्मी से राहत पाने के प्रयास में खड्डों-नालों में उतरना जानलेवा साबित हो रहा है। चार जिलों में पांच लोग डूब गए, जिनमें से चार के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक की तलाश जारी है। ये घटनाएं चंबा, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में हुईं।
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श्रीगंगानगर 48 डिग्री तापमान के साथ देश का सबसे गर्म शहरराजस्थान में भीषण गर्मी पड़ रही है। बुधवार को श्रीगंगानगर 48 डिग्री तापमान के साथ देश का सबसे गर्म शहर रहा। बाड़मेर और जैसलमेर से ज्यादा गर्मी जयपुर में रही।
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Tripura: त्रिपुरा में प्यार बना दुश्मन, युवक की हत्या कर आइसक्रीम फ्रीजर में रखा शव
पीटीआई, अगरतला। त्रिपुरा में प्रेम प्रसंग के चलते 26 वर्षीय एक युवक की हत्या कर दी गई और उसके शव को आइसक्रीम फ्रीजर में रख दिया गया। पुलिस ने बताया कि मृतक का एक 20 वर्षीय महिला के साथ रिश्ता था। दूसरी ओर महिला का चचेरा भाई उसके साथ रहना चाहता था।
पश्चिम त्रिपुरा के एसपी किरण कुमार ने कहा हाल ही में हुए झगड़े के बाद से युवक-युवती एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे और चचेरे भाई को इसकी भनक लग गई।
गला घोंटकर हत्या कर दीपुलिस ने बताया कि महिला ने अपने प्रेमी की हत्या की पूरी योजना बनाई और उसे आठ जून को पश्चिमी त्रिपुरा के दक्षिण इंदिरानगर में अपने एक रिश्तेदार के घर बुलाया। वहां पहले से मौजूद महिला का चचेरा भाई तीन अन्य लोगों की मदद से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने शव को ट्राली बैग में भर दिया।
पुलिस ने बताया कि अगले दिन चचेरे भाई ने गंदाचेरा में रहने वाले अपने माता-पिता को अगरतला आने और ट्राली बैग अपने साथ ले जाने के लिए कहा। एसपी ने बताया कि इसके बाद उसके माता-पिता कार लेकर अगरतला आए और ट्राली बैग गंदाचेरा ले गए।
दुकान में आइसक्रीम फ्रीजर में छिपा दिया शवउन्होंने शव को अपनी दुकान में आइसक्रीम फ्रीजर में छिपा दिया। चचेरा भाई महिला का शारीरिक शोषण करना चाहता था। वह जानता था कि जब तक उसका प्रेमी मौजूद है, तब तक वह ऐसा नहीं कर सकता, इसलिए उसने उसे मारने की साजिश रची।
पुलिस ने जांच शुरू की और चचेरा भाई सबसे पहले गिरफ्तार हुआएसपी ने कहा कि आरोपित पूर्वी अगरतला पुलिस स्टेशन क्षेत्र के बांकुमारी में महिला के घर अक्सर आता-जाता था। अधिकारी ने कहा कि मृतक के परिवार द्वारा गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और चचेरा भाई सबसे पहले गिरफ्तार हुआ। उसके कबूलनामे के आधार पर बुधवार को पीडि़ता का शव फ्रीजर से निकाला गया। पोस्टमार्टम के बाद शव पीडि़त के परिवार को सौंप दिया गया।
Honeymoon Murder Case: मंगलसूत्र बना सोनम के खिलाफ पहला सबूत, राजा हत्याकांड में पुलिस के हाथ लगे कई सबूत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विवाह जैसे पवित्र रिश्ते और विश्वास को तार-तार कर पति राजा रघुवंशी की हत्या की मुख्य आरोपित सोनम रघुवंशी से पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। वहीं, मेघायल पुलिस ने एक ऐसी जानकारी दी जिसे सुनकर हर कोई दंग रह जाएगा।
हत्या की आरोपी सोनम ने कुछ ऐसा छोड़ा था जो मेघालय पुलिस को इंदौर के एक होमस्टे के कमरे की तलाशी के दौरान मिला था। इसके बाद पुलिस का शक सोनम को लेकर काफी पुख्ता हो गया और सोनम की तलाश में तेजी से जुट गई।
मंगलसूत्र और अंगूठी कमरे में छोड़ गई थी सोनमवरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एनडीटीवी से बात करते हुए जानकारी दी कि होमस्टे से निकलने से पहले सोनम ने अपना मंगलसूत्र और अंगूठी कमरे में छोड़ दी थी।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि होमस्टे के कमरे में, हमें सूटकेस में सोनम का मंगलसूत्र और अंगूठी मिली, जिससे हमें पहला संदेह हुआ। हाल ही में शादी करने वाली एक महिला अपने हनीमून के दौरान सूटकेस में अपना मंगलसूत्र क्यों छोड़ेगी...
राजा को चकमा देकर आगे चली गई थी सोनमपुलिस अधिकारी ने कहा कि सोनम कुछ सुंदर तस्वीरें लेने के बहाने राजा को उनके होमस्टे से बाहर ले गई और एक सुनसान जगह पर अपनी स्कूटी रोक दी और वह फोटो खींचने का नाटक करते हुए थोड़ा आगे चली गईं। तभी पीछे से हत्यारे आए और राजा की हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि हत्यारे दो स्कूटी पर सवार थे।
किलर के साथ थी सोनमपुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनम एक कॉन्ट्रैक्ट किलर के साथ स्कूटी पर बैठी थी, जबकि बाकी दो हत्यारे दूसरी स्कूटी लेकर गए थे। वे राजा के शव को मावलखियात नामक स्थान पर ले गए और वहां शव को खाई में फेंक दिया। एनडीटीवी को पुलिस अधिकारी ने बताया कि अन्य आरोपियों ने कहा है कि सोनम ने भी शव को खाई में फेंकने में उनकी मदद की थी।
आरोपितों के इनकार पर सोनम ने 20 लाख कर दी थी सुपारी की रकममेघालय पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि सोनम ने राजा की हत्या के लिए आरोपितों को चार लाख की सुपारी दी थी, लेकिन उन्होंने मौके पर हत्या से इन्कार किया तो उसने रकम बढ़ाकर 20 लाख कर दी थी। सुपारी के लिए अपने तीनों दोस्तों से सोनम की बातचीत राज ने ही कराई थी।
राजा को मारने के लिए राज से ज्यादा सोनम उतावली थीराजा को मारने के लिए राज से ज्यादा सोनम उतावली थी। वह फोटोग्राफी के बहाने राजा के पास आकर विशाल को इशारा करती थी। मौका न मिलने पर विशाल वार नहीं कर पाया तो वह झल्लाने लगी। उसने कहा था कि जल्दी मारो, मैं थक चुकी हूं। पुलिस अधिकारी के अनुसार थकने से उसका क्या आशय था, यह स्पष्ट नहीं है।
'भारत को पड़ोसियों की निगरानी क्षमताओं के बढ़ाना होगा', एयर मार्शल दीक्षित ने चीन को लेकर कही ये बात
पीटीआई, नई दिल्ली। चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने बुधवार को कहा कि भारत जब अपनी निगरानी क्षमताओं पर विचार करता है तो उसे तेजी से विकसित हो रहे खतरे के परिदृश्य, खासकर उत्तरी पड़ोसियों द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति को समझना होगा।
दीक्षित ने चीन को लेकर कही ये बातथिंक टैंक 'सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज' और 'इंडियन मिलिट्री रिव्यूज' द्वारा सर्विलांस एंड इलेक्ट्रो-आप्टिक्स पर आयोजित एक सेमिनार में एयर मार्शल दीक्षित ने चीन के सैन्य अंतरिक्ष कार्यक्रम के विस्तार का उल्लेख करते हुए कहा कि उसने हाल ही में पृथ्वी की निचली कक्षाओं में अपने उपग्रहों की परिष्कृत करीबी लड़ाई को प्रदर्शित किया है।
चीन 2010 में सिर्फ 36 उपग्रह संचालित कर रहा था, 2024 में ये एक हजार से अधिक थे और इनमें 360 से अधिक खुफिया जानकारी जुटाने, निगरानी करने और टोही कार्यों (आइएसआर) के लिए समर्पित थे।
चीन के उपग्रह निगरानी को लेकर की ये बातएयर मार्शल दीक्षित ने कहा, 'उन्होंने किल चेन से किल मेश तक विकास किया है जो एक एकीकृत नेटवर्क है। यह आईएसआर उपग्रहों को हथियार प्रणालियों से सहजता से जोड़ता है।'
चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिएउन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर जोर देते हुए कहा कि इन चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए और अपनी उपलब्धियों का जश्न भी मनाना चाहिए। इस सफलता के केंद्र में इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (आइएसीसीएस) था, जो भारतीय भारतीय इंजीनियरिंग की उत्कृष्टता एवं रणनीतिक दृष्टिकोण का उदाहरण है।