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Updated: 9 hours 46 min ago

Weather: तीन दिनों तक सताएगी हीट वेव, दिल्ली-यूपी में बढ़ेगा तापमान; मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

April 26, 2025 - 5:40am

 जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उत्तर भारत के लगभग आधे हिस्से में अगले दो से तीन दिनों तक तापमान में वृद्धि के आसार हैं। आइएमडी ने इन क्षेत्रों के लिए हिट वेव की चेतावनी जारी की है। 30 अप्रैल को पंजाब एवं हरियाणा में कई स्थानों पर आंधी-पानी का अनुमान है।

इस दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान में दो से तीन डिग्री तक वृद्धि हो सकती है। हालांकि दिल्ली का तापमान स्थिर रहने की उम्मीद है। दो दिन बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार-झारखंड के कुछ स्थानों पर मानसून पूर्व वर्षा से थोड़ी राहत मिल सकती है।

तापमान में पिछले दो दिनों से लगातार वृद्धि

जम्मू-कश्मीर में पहाड़ों पर आए पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव ज्यादा नहीं है। वह आगे की ओर खिसक रहा है और इसी दौरान पाकिस्तान के बलूचिस्तान से गर्म हवाओं का संचरण पश्चिमी भारत की ओर हो रहा है, जिससे एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई स्थानों के तापमान में पिछले दो दिनों से लगातार वृद्धि हो रही है।

आइएमडी के अनुसार उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 29 अप्रैल तक और पूर्वी एवं मध्य भारत में 26 अप्रैल तक हीटवेव (लू) की स्थिति बनी रह सकती है। हालांकि दिल्ली के तापमान में 27 अप्रैल के बाद ज्यादा वृद्धि नहीं होगी।

30 अप्रैल को पंजाब एवं हरियाणा में कई स्थानों पर आंधी-पानी का अनुमान है। इसके प्रभाव से दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई स्थानों के तापमान में गिरावट आएगी। किंतु इसके पहले पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अधिकतम तापमान में 1-3 डिग्री की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना

इस बीच बिहार, झारखंड, बंगाल एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों में प्री मानसून बारिश के चलते तापमान में 3-5 डिग्री तक की गिरावट का अनुमान है। पूर्वोत्तर के राज्यों में अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इसके अलावा पूर्वी और मध्य भारत में 26 से 29 अप्रैल तक बारिश, तूफान, बिजली और तेज हवाएं चल सकती हैं।

केरल तथा तमिलनाडु के कई जिलों में बारिश की संभावना

पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ के असर से हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। 26 एवं 27 अप्रैल को उत्तर प्रदेश, उत्तर पूर्वी राजस्थान, बिहार, झारखंड, बंगाल एवं छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आंध्र प्रदेश दक्षिणी कर्नाटक, केरल तथा तमिलनाडु के कई जिलों में बारिश की संभावना है। उत्तर पूर्वी राज्यों में भारी बारिश के साथ बिजली की गरज और चमक तथा तेज हवाएं चल सकती हैं।

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'सम्मेलन में हिस्सा लिया तो घर नहीं जा पाओगे', तमिलनाडु के राज्यपाल का आरोप; कुलपतियों को मिली धमकी

April 26, 2025 - 2:00am

पीटीआई, उधगमंडलम (तमिलनाडु)। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने आरोप लगाया है कि राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को राजभवन में शुक्रवार से शुरू हुए दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने के लिए धमकाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा में सुधार के लिए आयोजित कुलपतियों के इस सम्मेलन में राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय का प्रतिनिधि नहीं है।

उन्होंने कहा, 'अभी तक हमारे एक कुलपति थाने में थे। कुछ कुलपति ऊटी पहुंच गए हैं। कुछ ऐसा अभूतपूर्व हुआ है जो पहले कभी नहीं हुआ। आधी रात को उनके दरवाजों पर दस्तक हुई, पुलिस की विशेष शाखा ने वहां जाकर उनसे कहा कि अगर उन्होंने सम्मेलन में हिस्सा लिया तो वे घर नहीं जा पाएंगे। मैंने उन्हें सलाह दी कि वे अपने परिवारों का ध्यान रखें।'

राज्य सरकार पर साधा निशाना

राज्यपाल ने कहा कि उन लोगों को सद्बुद्धि आए जिन्होंने कुलपतियों को उनके सम्मेलन में हिस्सा लेने से रोका। यह सम्मेलन शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए है और इसमें कोई राजनीति नहीं है।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन में कहा, 'राज्यपाल रवि को मेरा सुझाव है कि कुछ चीजों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। जो लोग नहीं आए हैं, उनके साथ कुछ हुआ होगा, हमें समझना चाहिए, सभी की उपस्थिति की सराहना करनी चाहिए और सभी की अनुपस्थिति की भी सराहना करना चाहिए।'

राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तारीफ की
  • साथ कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) गेम चेंजिंग है, सभ्यतागत लोकाचार के अनुरूप है और यह राष्ट्र की नीति है। धनखड़ ने कहा, 'एनईपी भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता देती है। विभिन्न विषय सीखने को बढ़ावा देती है। इसमें शिक्षा को सिर्फ रोजगार का नहीं, बल्कि व्यक्ति के विकास का माध्यम माना गया है। सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह छात्रों को मातृभाषा में पढ़ने की अनुमति देती है।
  • धनखड़ ने कहा कि समस्या यह है कि शिक्षण संस्थान इस नीति से पूरी तरह अवगत नहीं हैं। मैं कहूंगा कि वे इसका व्यापक अध्ययन करें और इसके उद्देश्य को समझें।' उन्होंने कहा, 'हमारी भाषाएं हमारा गौरव और विरासत हैं। किसी भी देश में जाइए, आपको वो नहीं मिलेगा जो यहां है। संस्कृत, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, ¨हदी, बांग्ला इत्यादि.. साहित्य एवं ज्ञान की खान हैं।'
  • धनखड़ ने कहा, 'मैं राज्यपाल रवि की इस बात के लिए सराहना करता हूं कि उन्होंने संवैधानिक आदेश के तहत यह काम किया है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद-159 के तहत शपथ ली है। उन्होंने संविधान और कानून को संरक्षित और सुरक्षित रखने की शपथ ली है।'
पहलगाम हमले का जिक्र किया

धनखड़ ने पहलगाम आतंकी हमले का भी जिक्र किया और कहा कि यह हमला याद दिलाता है कि आतंकवाद वैश्विक खतरा है जिससे मानवता को एकजुटता से निपटना चाहिए। उन्होंने लोगों से राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देते हुए राजनीतिक, व्यक्तिगत एवं अन्य हितों से ऊपर उठने की अपील की।

कहा कि भारत दुनिया का सबसे शांतिप्रिय देश है और वसुधैव कुटुंबकम में प्रति¨बबित इसकी सभ्यतागत भावना वैश्विक स्तर पर प्रतिध्वनित हो रही है। सम्मेलन के प्रारंभ में कुछ समय के लिए मौन रखा गया।

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क्या भारत-पाकिस्तान में होगी शांति? इन दो शक्तिशाली मुस्लिम देशों ने की मध्यस्ता की पहल

April 25, 2025 - 11:47pm

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त तेवर और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को देखते हुए दुनिया के कई देशों ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच मध्यस्थता की कोशिश शुरू कर दी है। मध्यस्थता में सबसे आगे सऊदी अरब है जिसकी आधिकारिक यात्रा पर जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी थे, तभी आतंकियों ने पर्यटकों पर कायराना हमला किया था।

प्रधानमंत्री मोदी यात्रा अधूरी छोड़कर भारत लौट आए थे। शुक्रवार को सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैजल बिन फरहान ने पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर और बाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद ईशाक डार से टेलीफोन पर बात की। बताते हैं कि पहल सऊदी अरब की ओर से की गई है।

भारत व पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने अलग-अलग जानकारी दी है कि सऊदी विदेश मंत्री के साथ उनका मौजूदा हालात पर विमर्श हुआ है।

ईरान ने भारत-पाकिस्तान को लेकर क्या कहा?

इसी तरह ईरान भी मध्यस्थता की कोशिश में है। ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अगरची ने एक्स पर लिखा," भारत और पाकिस्तान हमारे बंधु पड़ोसी देश हैं। इनके साथ हमारे हजारों वर्ष के सांस्कृतिक और सभ्यता आधारित संबंध हैं। अन्य पड़ोसी मित्रों की तरह हम उन्हें सर्वाधिक प्राथमिकता देते हैं। तेहरान इस कठिन समय में इस्लामाबाद और नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालयों के जरिये इनके बीच बेहतर समझबूझ बनाने को तैयार है।"

 इस क्रम में उन्होंने फारसी शायर सादी की दो पंक्तियां लिखीं जिसका मतलब है,"सारे मानव एक हैं, एक ही गंध व आत्मा से निर्मित हैं, अगर एक व्यक्ति पीड़ा में होगा तो दूसरा भी परेशानी में रहेगा। 

पहलगाम हमले पर ईरान पहले ही दुख जता चुका है। अगरची अगले कुछ दिनों में भारत आने की तैयारी में हैं।सऊदी अरब और ईरान पूर्व में भी भारत व पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करते रहे हैं। पहलगाम हमले के कुछ ही घंटे बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस व प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बैठक हुई थी। इसमें सऊदी अरब ने भारत को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।

सऊदी अरब अमेरिका का भी अहम सहयोगी है और कई बार वह अमेरिका के इशारे पर भी दो देशों के बीच मध्यस्थता की कोशिश करता है। अभी रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता भी सऊदी अरब में ही कराई जा रही है। यह काम भी सऊदी अरब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए कर रहा है।

जयशंकर ने शुक्रवार देर शाम बताया कि उनकी सऊदी अरब के विदेश मंत्री से बात हुई है जिसमें पहलगाम आतंकी हमले व सीमापार आतंकवाद पर बात हुई है। जबकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि उपप्रधानमंत्री व विदेश मंत्री डार ने एक दिन पहले नेशनल सिक्यूरिटी कमेटी की बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में बताया। पाकिस्तान ने सऊदी अरब को यह भी बताया है कि वह अपनी आत्मरक्षा में कड़े कदम उठाएगा। वैसे भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव पर अमेरिका भी नजर रखे हुए है।

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बदलते वैश्विक माहौल में भारतीय कारोबारियों को लुभाने में जुटा चीन, भारतीय इंजीनियरों को बुला रहा अपने देश

April 25, 2025 - 11:30pm

 राजीव कुमार, नई दिल्ली। अमेरिका की शुल्क नीति से बदले वैश्विक कारोबारी माहौल में चीन अब भारतीय कारोबारियों को पूरी तरह से लुभाने में जुट गया है। भारतीयों को अपने उत्पादन की जानकारी से दूर रखने वाला चीन अब अपनी मशीन बेचने के लिए भारतीय कंपनियों के इंजीनियर्स को मशीन की पूरी जानकारी दे रहा है।

चीन इंजीनियर्स को मशीन असेंबल करने का प्रशिक्षण दे रहा

उन इंजीनियर्स को मशीन को खोलकर फिर से उसे असेंबल करने का प्रशिक्षण दे रहा है। भारतीय इंजीनियर्स उनके मेहमान बनकर इस प्रकार का प्रशिक्षण ले रहे हैं।

अभी हाल में चीन के शेनजेन और गोंजो में लगे व्यापारिक मेले में चीन की कंपनियों के साथ कई भारतीय कंपनियों ने इस प्रकार के समझौते किए है। असल में चीन की मशीन के खराब होने पर उसे ठीक कराने में होने वाली दिक्कत को देखते हुए भारतीय उद्यमी चीन की मशीन खरीदने से कतराने लगे थे।

चीन की मशीन खराब होने पर पहले करना होता था यह काम

चीन की मशीन खराब होने पर चीन के इंजीनियर्स को भारत बुलाना पड़ता था, लेकिन चीन के इंजीनियर्स को आसानी से वीजा नहीं मिलने के कारण कई बार चीन की मशीन ठीक कराने में महीनों लग जाते थे और उद्यमियों को इसका नुकसान उठाना पड़ता था।

अमेरिका की तरफ से चीन के सभी उत्पाद पर 145 प्रतिशत का शुल्क लगाने के बाद चीन को भारत अपने माल की खपत के लिए बड़ा बाजार दिख रहा है। इसलिए चीन भारतीय कारोबारियों को कच्चे माल पर भी पहले की तुलना में अधिक छूट दे रहा है।

प्लास्टिक उत्पाद बनाने की मशीन चीन से खरीद रहे हैं

एचएस ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक नितिन अग्रवाल ने बताया कि वे अपनी कंपनियों के लिए प्लास्टिक उत्पाद बनाने की मशीन चीन से खरीद रहे हैं और उनके इंजीनियर को चीन की कंपनी मशीन को खोलकर उसे फिर से फिट करने व अन्य तकनीकी जानकारी देगी ताकि भारत आने के बाद मशीन में खराबी आने पर उन्हें चीन के इंजीनियर का इंतजार नहीं करना पड़े।

इस संबंध में चीन की कंपनी के साथ उन्होंने समझौता भी किया है। चीन की कंपनियां मशीन की सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग को छोड़ सभी कुछ बताने व सिखाने के लिए तैयार है। इसका फायदा यह होगा कि कुछ सालों में ऐसी मशीन भारत में भी बनने लगेंगी।

चीन के लिए भारतीय कारोबारी इन दिनों काफी अहम हो गए हैं

चीन में लगे व्यापारिक मेले में जाने वाले एक अन्य कारोबारी सचिन गुप्ता ने बताया कि चीन के लिए भारतीय कारोबारी इन दिनों काफी अहम हो गए हैं। वे भारतीय कारोबारियों को सभी कच्चे माल पर पहले की तुलना में अधिक छूट देने की पेशकश कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि भारत में फुटवियर पर क्वालिटी कंट्रोल नियम लगने के बाद अब छोटे-छोटे उद्यमी चीन से मशीन व कच्चे माल लाकर देश में ही फुटवियर का उत्पादन कर रहे हैं। पहले चीन से तैयार फुटवियर का वे आयात करते थे।

चीन के कारोबारी भारत के कारोबारियों की हर शर्त मानने के लिए तैयार

चीन का माल खरीदने वाले कारोबारियों ने बताया कि अभी चीन के कारोबारी भारत के कारोबारियों की हर शर्त मानने के लिए तैयार दिख रहे हैं। विभिन्न वस्तुओं के निर्माण से जुड़े कच्चे माल के लिए भारत चीन पर काफी हद तक निर्भर करता है। गत वित्त वर्ष 2024-25 में भारत ने चीन से 113 अरब डालर का आयात किया तो चीन को सिर्फ 14 अरब डालर का भारत ने निर्यात किया।

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Clean Yamuna: यमुना की सफाई में सहायक हो सकता है कोल्हापुर का पंचगंगा मॉडल, जानें कैसे करेगा काम

April 25, 2025 - 11:30pm

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। करीब 35 वर्ष पहले देश की सर्वाधिक प्रदूषित नदियों पर हुए एक सर्वेक्षण में महाराष्ट्र के कोल्हापुर की पंचगंगा नदी का नाम भी शामिल था। लेकिन आज शहर के लगभग बीच से बहनेवाली पंचगंगा नदी में लोग नहाते और तैरते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं।

इन 35 वर्षों में कुछ स्थानीय संस्थाओं का अथक परिश्रम एवं कोल्हापुरवासियों की इच्छाशक्ति ने जो स्वरूप पंचगंगा को प्रदान किया है, वह दिल्ली की यमुना नदी सहित देश की कई अन्य नदियों के लिए एक मॉडल सिद्ध होता है।

पर्यावरणविद् उदय गायकवाड़ ने रखी अपनी बात

हाल ही में कोल्हापुर में आयोजित ‘अर्थ जर्नलिस्ट नेटवर्क’ के एक कार्यक्रम में बोलते हुए पर्यावरणविद् उदय गायकवाड़ ने बताया कि जब 1989-90 में हुए एक सर्वेक्षण में कोल्हापुर की पंचगंगा नदी को देश की सर्वाधिक प्रदूषित नदियों में से एक बताया गया, उस समय कोल्हापुर शहर के नलों से आपूर्ति होनेवाला पानी भी पीना मुमकिन नहीं था।

कोल्हापुर पीलिया जैसे खतरनाक रोगों से जूझ रहा था

पूरा शहर पीलिया जैसे खतरनाक रोगों से जूझ रहा था। तब कोल्हापुरवासियों को अहसास हुआ कि जिंदगी को बेहतर बनाना है, तो अपनी पंचगंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करना होगा। तभी से शुरू हुए कई तरह के प्रयासों का परिणाम है कि जब पिछले साल राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने महाराष्ट्र की 56 नदियों को प्रदूषित घोषित किया, तो उसमें पंचगंगा नदी का नाम शामिल नहीं था।

नदियों के आसपास ही बॉक्साइट खनिज की कई खदानें

गायकवाड़ बताते हैं कि देश के पश्चिमी घाट में 150 किमी. के अंदर पांच नदियां प्रवाहित होती हैं। ये नदियां नीचे आकर जहां मिलती हैं, वहीं से कोल्हापुर शहर शुरू होता है। इन नदियों के आसपास ही बॉक्साइट खनिज की कई खदानें थीं। जिनके खनन के लिए कोई अनुमति नहीं लेनी पड़ती थी। खनिज की परत मिट्टी की 10-12 फुट परत के नीचे शुरू होती थी।

खनन करनेवाले इतनी मिट्टी हटाकर किनारे रखते थे, फिर खनिज का खनन करते थे। तेज बरसात होने पर किनारे रखी यही मिट्टी बहकर इन नदियों में आ जाती थी। खनिज मिली यह मिट्टी प्रदूषण का एक बड़ा कारण बन रही थी। स्थानीय लोगों ने आंदोलन कर प्रशासन को बॉक्साइट का अवैध खनने रोकने पर बाध्य किया, तो प्रदूषण में काफी हद तक कमी आई।

पंचगंगा नदी में प्रदूषण का दूसरा माध्यम थीं, कोल्हापुर की चीनी मिलें

पंचगंगा नदी में प्रदूषण का दूसरा माध्यम थीं, कोल्हापुर की चीनी मिलें। यह पूरा क्षेत्र गन्ने के उत्पादन और चीनी मिलों के लिए जाना जाता है। स्थानीय लोगों ने इन चीनी मिलों से नदियों को होनेवाले प्रदूषण के विरुद्ध भी आवाज उठाई। जिसके फलस्वरूप ज्यादातर चीनी मिलों का प्रदूषण नदियों में आना बंद हुआ। लेकिन इसके साथ-साथ एक बड़ा और महत्त्वपूर्ण प्रयास शहर के सीवेज का ट्रीटमेंट करके उन्हें नदियों में छोड़ने का शुरू किया गया।

गायकवाड़ बताते हैं कि कोल्हापुर शहर में जल की कुल खपत 150 एमएलडी (मेगालीटर प्रति दिन) की है। इसमें से 124 एमएलडी सीवेज पैदा होता है। जिसमें से 110 एमएलडी, यानी 95 प्रतिशत सीवेज को ट्रीट कर लिया जाता है। अपने कुल सीवेज का 95 प्रतिशत ट्रीट करनेवाला शायद महाराष्ट्र ही नहीं देश में भी कोई दूसरा शहर नहीं होगा। ट्रीट किया हुआ ये पानी दिखने में सामान्य जल जैसा ही दिखाई देता है।

कोल्हापुर में चार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

कोल्हापुर में चार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के आधार पर चल रहे हैं एवं तीन अभी तैयार हो रहे हैं। कोल्हापुर से सटे पड़ोसी शहर इचलकरंजी में भी एक एसटीपी चल रहा है, दो और बन रहे हैं। एसटीपी चलानेवाली कंपनी और कोल्हापुर नगर निगम की बराबरी की भागीदारी है।

सामान्यतः किसी एसटीपी से नदियों में छोड़े जानेवाले शोधित जल की बीओडी (बायोलाजिकल आक्सीजन डिमांड) 13 से कम होनी चाहिए। लेकिन कोल्हापुर में यह पैमाना 10 से कम ही रखा गया है। लेकिन यहां के चारों एसटीपी से निकलनेवाले जल का बीओडी 7.5 ही रहता है।

किसी भी दिन सीवेज ट्रीटमेंट से निकलनेवाला जल यदि इस निर्धारत पैमाने से कम स्वच्छ पाया जाता है, तो एसटीपी कंपनी को उस दिन का पैसा नहीं दिया जाता। इससे एसटीपी कंपनी के अपना काम ठीक से करने का अंकुश लगा हुआ है, और वह अपना काम ठीक से कर रही हैं।

पंचगंगा नदी छोड़ा जाता है एसटीपी से शोधित जल

गायकवाड़ बताते हैं कि इन सभी एसटीपी से शोधित जल का बीओडी सामान्य दिनों में पंचगंगा नदी के जल से अच्छा ही होता है, और ये जल भी नदी में ही छोड़ा जाता है। लेकिन जल्दी ही एसटीपी से शोधित सारा जल कोल्हापुर शहर की औद्योगिक जरूरतों के लिए उपयोग करने की सहमति भी बन गई है। तब इस शोधित जल को भी पंचगंगा में छोड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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सिक्किम में कुदरत का कहर, भारी बारिश और भूस्खलन से हालात खराब; एक हजार से अधिक पर्यटक फंसे

April 25, 2025 - 11:00pm

जागरण संवाददाता, गंगटोक। उत्तरी सिक्किम के लाचेन और लाचुंग क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण एक हाजर से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। सिक्किम पुलिस ने 25 अप्रैल से उत्तरी सिक्किम के लिए सभी पर्यटक परमिट अनिश्चितकाल के लिए रद कर दिए हैं।

बारिश और भूस्खलन से लाचेन-चुंगथांग मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप है। प्रशासन ने रात में यात्रा न करने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। मंगन जिला प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम बचाव कार्य में जुटी है। जिला अधिकारी अनंत जैन और पुलिस अधीक्षक सोनम दिछु भूटिया मौके पर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।

लाचेन में फंसे लोगों को निकाले की कोशिश जारी

लाचुंग में फंसे पर्यटकों को संकलांग बेली ब्रिज मार्ग से और लाचेन में फंसे लोगों को डोंकाला-लाचुंग मार्ग से निकाला जा रहा है। सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। मोबाइल नेटवर्क बाधित होने से संचार में दिक्कत हो रही है।

सभी पर्यटक सुरक्षित

पुलिस अधीक्षक सोनम दिछु भूटिया ने कहा कि सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। बचाव कार्य शुरू हो चुके हैं और अगले कुछ दिनों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। उन्होंने पर्यटकों के परिजनों से निश्चिंत रहने की अपील दी।

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CBI का एक्शन, आयकर विभाग के उपायुक्त और CA गिरफ्तार; फेसलेस योजना से छेड़छाड़ का है आरोप

April 25, 2025 - 11:00pm

पीटीआई, नई दिल्ली। सीबीआई ने आयकर विभाग के एक उपायुक्त और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को आयकर आकलन की 'फेसलेस' योजना को विफल करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया। वित्त मंत्रालय ने पारदर्शिता बढ़ाने, भ्रष्टाचार रोकने के लिए 'फेसलेस' योजना शुरू की है।

इसे 'फेसलेस' इसलिए कहा जाता है, क्योंकि करदाता को अपने कर का आकलन करने वाले अधिकारी के पास जाने की जरूरत नहीं होगी। उसे यह भी पता नहीं चलेगा कि वह अधिकारी कौन है। इससे भ्रष्टाचार कम होगा। हालांकि, आरोपियों ने योजना से संबंधित गोपनीय जानकारी जुटाई और रिश्वत ली।

आयकर विभाग के उपायुक्त को किया गया गिरफ्तार

अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग के दिल्ली स्थित झंडेवालान कार्यालय में तैनात 2015 बैच के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी उपायुक्त विजयेंद्र को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार्टर्ड अकाउंटेंट दिनेश कुमार अग्रवाल को गुजरात के भरूच में गिरफ्तार किया गया।

सीबीआई ने जांच में क्या पाया? 

जांच से पता चला है कि दोनों ने अधिक मूल्य के लंबित आयकर आकलन मामलों में विभिन्न करदाताओं से संपर्क कर रिश्वत के बदले में जांच के तहत उनके मामलों में अनुकूल आदेश देने का वादा किया। सीबीआइ ने छह फरवरी को मामले के सिलसिले में दिल्ली, मुंबई, पश्चिम चंपारण समेत 18 स्थानों पर छापेमारी की थी।

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Pahalgam Attack: 'आतंकियों पर एक्शन होगा, लेकिन समय और जगह...' पूर्व IAF प्रमुख ने सेना से क्या की मांग?

April 25, 2025 - 10:28pm

राज्य ब्यूरो,कोलकाता। भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) अरूप राहा ने पहलगाम में आतंकी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाने की बात पर जोर देते हुए कहा कि फिर से हमला करने का समय आ गया है।

राहा ने उरी व पुलवामा हमलों के बाद किए गए हमलों का हवाला देते हुए कहा कि भारत ने इस मिथक को तोड़ दिया है कि दो परमाणु शक्ति संपन्न देश युद्ध नहीं लड़ सकते।

ऐसे हमलों को रोकने के लिए खुफिया जानकारी एकमात्र साधन: अरूप राहा

राहा ने कहा कि यह जरूरी है कि भारतीय सशस्त्र बल फिर से वैसे हमले करें, ताकि हमारे दुश्मनों को पता चले कि उनका किससे पाला पड़ा है। यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाइयां कैसे और कब होंगी, मैं यह बताने की स्थिति में नहीं हूं।

राहा ने कहा कि भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए खुफिया जानकारी ही एकमात्र साधन है। ऐसी स्थिति में मानवीय खुफिया जानकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि हमने अतीत में खुफिया विफलताओं के कारण नुकसान उठाया है। हम अब भी नुकसान उठा रहे हैं। 

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चीन से भारत में शिफ्ट होगी एप्पल कंपनी? देश में बनेंगे अमेरिका के लिए ज्यादातर iPhone, जानिए कारण

April 25, 2025 - 10:08pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। टैरिफ पर चीन की अमेरिका से बात नहीं बनी तो एप्पल अमेरिका में बिकने वाले अपने स्मार्टफोन का पूरा उत्पादन भारत में शिफ्ट कर सकती है। अभी एप्पल फोन का 20 प्रतिशत उत्पादन भारत में होता है। चीन पर अमेरिका ने 145 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया है। ऐसे में चीन से एप्पल फोन को अमेरिका भेजना काफी महंगा सौदा साबित होगा।

कब हो सकता है भारत-अमेरिका व्यापार समझौता?

भारत पर अमेरिका ने 26 प्रतिशत का पारस्परिक शुल्क लगाया है जिस पर अमल को फिलहाल आगामी नौ जुलाई तक टाल दिया गया है। भारत के साथ अमेरिका का व्यापार समझौता भी सितंबर-अक्टूबर तक होने की संभावना है। ऐसे में एप्पल वर्ष 2026 अंत तक अमेरिका में बिकने वाले सालाना छह करोड़ से अधिक फोन का निर्माण पूरी तरह से भारत में शुरू कर सकती है।

भारत में एप्पल का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। पिछले वर्ष 2024 में भारत से सिर्फ अमेरिका के बाजार में सात अरब डॉलर के स्मार्ट फोन का निर्यात किया गया जिसमें बड़ी हिस्सेदारी एप्पल फोन की थी। इससे पूर्व के वित्त वर्ष में यह निर्यात 4.7 अरब डॉलर का था।

ये कंपनी कर रहे एप्पल फोन का उत्पादन 

भारत में फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियां फिलहाल ठेके पर एप्पल फोन का उत्पादन करती है। इस साल मार्च में अकेले फॉक्सकॉन ने अमेरिका में 1.31 अरब डॉलर के एप्पल फोन का निर्यात किया। अभी फाक्सकान जैसी कंपनियां एप्पल फोन के अधिकतर पा‌र्ट्स चीन से मंगाती है और भारत में उन्हें असेंबल किया जाता है।

अमेरिका की शुल्क नीति के बाद गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट गूगल पिक्सेल स्मार्टफोन का निर्माण वियतनाम से शिफ्ट करके भारत में शुरू करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि सैमसंग भी वियतनाम से अपने स्मार्टफोन निर्माण को पूरी तरह से भारत में शिफ्ट कर सकती है।

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पहली बार दहशतगर्दों के खिलाफ कश्मीर की आम जनता, क्या आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा पहलगाम हमला?

April 25, 2025 - 9:47pm

नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पहलगाम में आतंकी हमला कश्मीर में आतंकवाद के ताबूत की आखिरी कील साबित हो सकता है। पहलगाम हमले के बाद आम कश्मीरियों में स्वत:स्फूर्त गुस्से और जम्मू-कश्मीर में सफल बंद को सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत के रूप में देख रही हैं।

कश्मीर से जुड़े सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय एजेंसियां लंबे समय से आम लोगों के बीच पाकिस्तान के असली मंसूबे को बेनकाब करने की कोशिश कर रही थी, जो अब सफल होती नजर आ रही है।

इससे पहले आतंकियों ने पर्यटकों से खुद को दूर रखा

केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 35 सालों के आतंकवाद में एक-दुक्का घटनाओं को छोड़कर कभी पर्यटकों को निशाना नहीं बनाया गया। यहां तक वर्ष 2000 में जब आतंकी घटनाओं में 4000 से अधिक लोग मारे गए थे। उस समय भी पर्यटकों को निशाना नहीं बनाया गया। पर्यटन के बहुत बड़ी जनता के रोजी-रोटी के जुड़े होने के कारण आतंकियों ने पर्यटकों से खुद को दूर रखा।

पहलगाम की घटना ने आम जनता को झकझोर दिया है

पहली बार पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसने आम जनता को झकझोर दिया है। पर्यटकों की ही तरह आतंकी जम्मू-कश्मीर पुलिस के कर्मियों को भी निशाना नहीं बनाते थे। उनके निशाने पर हमेशा सेना और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान होते थे। लेकिन 2015-16 में बुरहान वानी ने पहली बार जम्मू-कश्मीर पुलिस कर्मियों को मारना शुरू किया। उसके बाद से ही जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में अग्रिम भूमिका में आ गई।

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संख्या हो रही कम 

उसके बाद धीरे-धीरे स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती में कमी और बड़ी संख्या में सक्रिय आतंकियों के मारे जाने को इसी से जोड़ कर देखा गया। जाहिर है पहले जम्मू-कश्मीर में आम पुलिस कर्मियों और अब आम जनता की नाराजगी के बाद घाटी में आतंकवाद के लिए बची-खुची जगह भी खत्म हो गई है। वैसे भी जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संख्या लगातार कम हो रही है।

स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती लगभग शून्य हो गई है

पाकिस्तान सीमा पार से आतंकी भेजकर 70-75 सक्रिय आतंकियों की संख्या को बनाए हुए है। स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती लगभग शून्य हो गई है, इस समय घाटी में केवल 15-16 स्थानीय आतंकी ही सक्रिय है। ऐसे में आम जनता का आक्रोश आतंक के पूरे इकोसिस्टम को खत्म कर सकता है।

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Pahalgam Terror Attack Live Updates: सिंधु जल समझौते को लेकर अमित शाह की बैठक जारी, आर्मी चीफ पहुंचे श्रीनगर

April 25, 2025 - 5:30pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार लगातार पाकिस्तान पर शिंकजा कसती जा रही है। दिल्ली में आज (25 अप्रैल) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की लीडरशिप में हाई लेवल मीटिंग हुई। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पांच बड़े फैसले लिए। वहीं, पाकिस्तान ने भी शिमला समझौता रद करने की धमकी दी है।

पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल की दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की थी। इस हमले की जिम्मेदारी  द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है। यह संगठन लश्कर ए तैयबा का सहयोगी है। आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 लोगों की हत्या कर दी। 

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने पहलगाम में आतंकवादी हमले के घायलों और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। जम्मू-कश्मीर पहुंचे राहुल ने कहा कि हम सरकार द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।

पढ़ें पहलगाम हमले से जुड़े बड़े अपडेट
  • सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी उधमपुर पहुंच गए हैं। सेना प्रमुख को पुंछ-राजौरी जिलों और पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के दक्षिण में अन्य क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी जा रही है।
  • सिंधु जल समझौते को लेकर गृह मंत्री की बड़ी बैठक होने जा रही है। इसमें जल शक्ति मंत्री और विदेश मंत्री के रहने की उम्मीद है।

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Photos: दिल्ली से श्रीनगर तक हाई लेवल बैठक, पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में जगह-जगह प्रदर्शन; तस्वीरों में देखें हालात

April 25, 2025 - 5:16pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद देश के लोगों में आक्रोश है। भारत सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कई कड़े फैसले लिए हैं। इस हमले के बाद दिल्ली से लेकर कश्मीर तक हाई लेवल बैठकों का दौर जारी है।

पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई। इस घटना के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा भड़का है। देश भर में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के सीएम के साथ एक बैठक की आदेशित करते हुए कहा कि पाकिस्तानियों को वापस भेजने की कार्रवाई जल्द से जल्द की जाए।

इससे पहल पहलगाम हमले के अगले दिन पीएम मोदी ने नई दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से बात करके उन्हें कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि देश छोड़ने की समय सीमा समाप्त होने के बाद कोई भी पाकिस्तानी भारत में न रहे।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, निर्मला सीतारमण, जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह और अन्य गुरुवार को नई दिल्ली में पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।

सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को शुक्रवार को श्रीनगर में 15वीं कोर के कमांडर द्वारा सुरक्षा स्थिति तथा सेना द्वारा अपने क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई।

श्रीनगर में गुरुवार को पहलगाम आतंकवादी हमले पर सर्वदलीय बैठक के दौरान कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, राज्य के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और अन्य।

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे। राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि आतंक के खिलाफ देश एकजुट है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आतंकी भाई से भाई को लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी ने श्रीनगर में इस हमले में घायलों से भी मुलाकात की।

शिमला राजभवन में उस मेज से पाकिस्तान का झंडा गायब है जिस पर जुलाई 1972 के शिमला समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, शिमला में, शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025। पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदमों के खिलाफ प्रतिक्रिया के रूप में पाकिस्तान ने गुरुवार को 1972 के शिमला समझौते को निलंबित कर दिया।

दक्षिण कश्मीर के सुंदर पहलगाम के पास मंगलवार को पर्यटकों पर हुए हमले के बाद अमृतसर के पास भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी-वाघा क्रॉसिंग की ओर सामान लेकर जाते लोग।

यूनाइटेड किंगडम लेबर पार्टी की सांसद कैथरीन वेस्ट गुरुवार को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित करती हुईं।

पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े आदिल थोकर के घर का मलबा, जिसे अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में अधिकारियों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया, शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025। बैसरन पहलगाम घटना में उसकी कथित भूमिका सामने आने के बाद अधिकारियों ने विस्फोट के जरिए उसके घर को जमींदोज कर दिया, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक मारे गए थे।

बीएसएफ के जवान अमृतसर के पास अटारी-वाघा सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट पर पहरा देते हुए, शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025। भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमलों के बाद सुरक्षा उपायों को बढ़ाते हुए अटारी सीमा को सभी प्रकार की आवाजाही के लिए बंद करने की घोषणा की है।

शुक्रवार को नई दिल्ली में पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ 'दिल्ली बंद' का आह्वान करते हुए व्यापारियों ने चांदनी चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। (फोटो सोर्स- एजेंसी)

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'उनकी दादी इंदिरा ने भी...', सावरकर टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने की राहुल गांधी की खिंचाई; क्या-क्या कहा?

April 25, 2025 - 5:08pm

पीटीआई, नई दिल्ली। विनायक दामोदर सावरकर पर गलत टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कड़ी फटकार लगाई है। महाराष्ट्र में एक रैली के दौरान सावरकर पर राहुल गांधी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसकी सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी निंदा की।

हालांकि, कोर्ट ने राहुल पर आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी।

स्वतंत्रता सेनानियों का मजाक उड़ाना सही नहीं
  • न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और मनमोहन की पीठ ने कहा कि हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।
  • पीठ ने गांधी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी से पूछा कि क्या उन्हें पता है कि महात्मा गांधी ने भी अंग्रेजों को लिखे अपने संदेश में "आपका वफादार सेवक" जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।
तो क्या गांधी जी को अंग्रेजों का सेवक कहेंगे?
  • जब सिंघवी ने तर्क दिया कि गांधी के खिलाफ शत्रुता और सार्वजनिक उत्पात को बढ़ावा देने के आरोप नहीं बनते, तो पीठ ने टिप्पणी की, "आप बहुत आज्ञाकारी हैं...क्या आपके मुवक्किल को पता है कि महात्मा गांधी ने भी वायसराय को संबोधित करते समय 'आपका वफादार सेवक' का इस्तेमाल किया था? 
  • क्या महात्मा गांधी को केवल इसलिए 'अंग्रेजों का सेवक' कहा जा सकता है क्योंकि उन्होंने खुद को वायसराय को 'आपका सेवक' कहकर संबोधित किया था। 
SC ने इंदिरा गांधी के पत्र को दिलाया याद

न्यायमूर्ति दत्ता ने कहा कि क्या आपके मुवक्किल को पता है कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने भी प्रधानमंत्री रहते हुए इसी सज्जन (सावरकर) की प्रशंसा करते हुए एक पत्र भेजा था? न्यायाधीश ने आगे कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में गैर-जिम्मेदाराना बयान न दें। 

पीठ ने आगे कहा कि कानून पर जो आपने कहा वो सही कहा, आप इस पर रोक लगाने के हकदार हैं। हम इस पर कुछ नहीं कह रहे हैं।

कोर्ट ने दी राहुल को चेतावनी

पीठ ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी फिर से कोई ऐसा बयान देते हैं तो वो स्वतः संज्ञान लेंगे। कोर्ट ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों पर और कोई गलत शब्द नहीं सहा जाएगा। उन्होंने हमें स्वतंत्रता दी है और हम उनके साथ ऐसा व्यवहार करते हैं? यह तरीका नहीं है।

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Fact Check: पाकिस्तान की 'नापाक साजिश' बेनकाब, भारतीय सेना का सिपाही नहीं है वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्ति

April 25, 2025 - 4:07pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को एक बड़ा आतंकी हमल हुआ, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर तमाम तरह के वीडिया सामने आए। इसी कड़ी में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सेना के यूनिफॉर्म पहने एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पहलगाम हमला, कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि यह 'पूर्व नियोजित' था।

इस वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स कोई और नहीं बल्कि भारतीय सेना का सिपाही अशोक कुमार है। हालांकि, विश्वास न्यूज ने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो यह दावा फेक पाया गया।

फेक निकला वीडियो

फैक्ट चेक में यह पाया गया कि वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्ति भारतीय सेना का सिपाही नहीं है, बल्कि पाकिस्तान की तरफ से फैलाए जा रहे फेक खबरों का एक प्रोपेगेंडा का हिस्सा है। एक्स हैंडल @war_Analysts से इस वीडियो को शेयर किया गया था। अब ये एक्स हैंडल डिलीट किया जा चुका है। सेना ने भी इस वीडियो को फेक बताते हुए कहा कि वीडियो में दिख रहे व्यक्ति का भारतीय सेना से कोई संबंध नहीं है।

यह पहला मामला नहीं है जब इस तरह की फेक न्यूज भारतीय सेना के नाम से फैलाई गई है। इससे पहले भारतीय सेना के एक अधिकारी के नाम से ऐसा ही वीडियो वायरल किया गया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि भारतीय सेना के 25 जवानों की मौत के बाद आहत होकर कर्नल विजय आचार्य नाम के अधिकारी ने अपना इस्तीफा दे दिया था।

‼️भारतीय सेना के सिपाही अशोक कुमार ने वह बात कही जो मीडिया नहीं कहेगा: पहलगाम वैसा नहीं है जैसा दिखाया गया है। *खुफिया तंत्र विफल रहा। सवालों को नज़रअंदाज़ किया गया। क्या जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है?
हमें तो पहले ही शक था यह हमला बीजेपी का काम है ये आर्मी के जवान का इशारा? pic.twitter.com/6y0vfq0jTT

— Shahnawaz Mangal - शाहनवाज़ मंगल (@mangalazmiINC) April 24, 2025

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस वीडियो को भी फेक पाया था और इसे पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा बताया था। इस वीडियो में रिटायर्ड अधिकारी की तस्वीर का इस्तेमाल कर प्रॉक्सी अकाउंट से फेक दावा किया गया था।

अशोक कुमार के नाम से वायरल वीडिया में क्या है?

सोशल मीडिया यूजर 'the haq_words' (अकरम पटेल) ने इस वीडियो को शेयर किया है, जिसके कैप्शन में लिखा है, "भारतीय सेना के सिपाही अशोक कुमार ने वह बात कही है जो मीडिया नहीं कहेगा। पहलगाम वैसा नहीं है जैसा दिखाया गया है। खुफिया तंत्र विफल रहा और सवालों को नजरअंदाज किया गया। क्या जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है? हमें तो पहले ही शक था यह हमला बीजेपी का काम है।"

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर किया है। हालांकि, पड़ताल के बाद इस वीडियो की सच्चाई सामने आ गई।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने अपने फैक्ट चेक में बताया कि सर्च में ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, जिसमें इस बात का जिक्र हो कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा व्यक्ति भारतीय सेना का अधिकारी है। आधिकारिक स्रोत और न्यूज रिपोर्ट्स भी इस बात की पुष्टि करती है कि पहलगाम में हुआ हमला 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' ने किया था, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक आतंकी मॉड्यूल है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी 2023 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संगठन को आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। वायरल वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति ने सेना का पुराना यूनिफॉर्म पहन रखा है, जबकि भारतीय सेना का यूनिफॉर्म बदल चुका है, जिसे 2022 के आर्मी डे परेड के मौके पर लॉन्च किया गया था।

The new combat uniform of the Indian Army was unveiled at the 'Army Day' parade, today. pic.twitter.com/2d1u8FwV9v

— ANI (@ANI) January 15, 2022

पड़ताल में ये बातें आई सामने

वायरल वीडियो के पड़ताल के दौरान ये पता चला कि वीडिय में कई कट लगे हुए हैं, जो इसके एडिटेड होने की पुष्टि करता है। वीडियो में किए गए दावे को लेकर विश्वास न्यूज ने भारतीय सेना से भी संपर्क किया और सेना के प्रवक्ता ने इस वीडियो क फेक बताया और कहा कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति भारतीय सेना से जुड़ा हुआ नहीं है।

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पहलगाम हमले पर विवादित पोस्ट करना असम के छात्र को पड़ा भारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

April 25, 2025 - 4:04pm

सिलचर, पीटीआई। पहलगाम हमले के बाद सिलचर पुलिस ने असम विश्वविद्यालय के एक छात्र को हिरासत में लिया है। आरोपी छात्र पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर पहलगाम हमले से जुड़े भड़काऊ और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले पोस्ट शेयर किए हैं।

असम पुलिस ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी छात्र अभी पुलिस की हिरासत में है। उसे जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

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ABVP ने दर्ज करवाई शिकायत

दरअसल असम विश्वविद्यालय की विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। इस शिकायत के अनुसार, असम विश्वविद्यालय में राजनीतिक शास्त्र की शिक्षा प्राप्त करने वाले एक छात्र ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर किया था। इस पोस्ट में उसने पहलगाम हमले की आलोचना करने के लिए ABVP समेत कई लोगों का विरोध किया था और उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।

आरोपी छात्र ने मांगी माफी

बता दें कि मंगलवार को जम्मू कश्मीर स्थित पहलगाम की बैसरन घाटी में आतकियों ने 26 पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, आरोपी छात्र के खिलाफ मामला बढ़ने के बाद उसने अपनी फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी। वहीं, एक दूसरा वीडियो शेयर करते हुए उसने माफी भी मांगी है। उसका कहना है कि वो किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था।

असम सीएम का सख्त आदेश

इससे पहले असम पुलिस ने पहलगाम हमले पर पाकिस्तान का बचाव करने वाले विपक्षी विधायक अमिनुल इस्लाम को भी देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने इस पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान को समर्थन देने वाला कोई भी शख्स बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस को भी इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने के आदेश दिए हैं।

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'माथे से बिंदी तक हटाई, अल्लाह हू अकबर बोला, फिर भी आतंकियों ने पति को नहीं छोड़ा..', पहलगाम अटैक पर महिला का दर्द

April 25, 2025 - 4:02pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 'हमने तुरंत अपने माथे से 'टिकली' (बिंदी) हटा दी और 'अल्लाहु अकबर' का नारा लगाना शुरू कर दिया, उम्मीद थी कि हम बच जाएंगे। लेकिन, उन्होंने फिर भी मेरे पति, उनके दोस्त और पास में बैठे एक अन्य व्यक्ति को मार डाला।' ये बात पहलगाम अटैक पर महिला ने अपने पति की मौत के बाद कही है। एनसीपी (एससीपी) के दिग्गज नेताशरद पवार से बात करते हुए शोकाकुल संगीता गुनबोटे ने कहा।

संगीता के पति कौस्तुभ गुनबोटे (58) और उनके बचपन के दोस्त संतोष जगदाले (50) के पार्थिव शरीर को गुरुवार सुबह पुणे के वैकुंठ श्मशान घाट पर अग्नि में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। दोनों दोस्तों के अंतिम संस्कार के लिए हजारों लोग इकट्ठा हुए, जिन्हें पहलगाम में उनके परिवार के सामने आतंकवादियों ने गोली मार दी थी, जब वे मारे गए, तो गम और गुस्से की चीखें गूंज उठीं।

लोगों से लगाई मदद की गुहार

अंतिम यात्रा के दौरान, संगीता ने उस डरावने पल के एक-एक क्षण के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जैसे ही उनके पति और दोस्त को गोली लगी, हम तुरंत बाजार की तरफ भागे। जगदाले की पत्नी और बेटी के साथ घायलों की मदद के लिए घोड़े पर सवार होकर पहलगाम के मेन बाजार में पहुंचे। हमने मदद के लिए गुहार लगाई और स्थानीय लोगों से जिम्मेदार अधिकारियों से हमले की जानकारी देने के लिए गुहार लगाई।

स्थानीय लोगों ने की मदद

संगीता ने आगे बताया, ‘घाटी तक पहुंचने के लिए हमने एक स्थानीय घुड़सवार को काम पर रखा था। उन्होंने ही हमें बाजार तक पहुंचने में मदद की। एक दूसरे स्थानीय कैब ड्राइवर ने उन्हें अधिकारियों से संपर्क करने में मदद की। तब तक सेना और पुलिस मौके पर पहुंच चुकी थी। सेना के हेलिकॉप्टर से घायलों से अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया था।

आतंकवाद के खिलाफ एकजुट

संगीता से मिलने शरद पवार के अलावा चंद्रकांत पाटिल और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भी पहुंचे थे। वहीं, केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल और राज्य मंत्री माधुरी मिसाल अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इससे पहले जगदाले और गुनबो के शवों फ्लाइट से सुबह करीब 4 बजे पुणे पहुंचा। कुछ दोस्त, कुछ जानकार और सगे संबंधियों के अलावा पूरा शहर शोक संतप्त के घर पहुंच रहे थे। उन्होंने आतंकवाद के एकजुटता दिखाई।

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'पाकिस्‍तानियों को खोजो और वापस भेजो', पहलगाम हमले के बाद एक्शन में अमित शाह; सभी CM को दिया निर्देश

April 25, 2025 - 3:55pm

पीटीआई, नई दिल्ली। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में है। पहले पीएम मोदी ने आपात बैठक कर पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा कैंसिल करने का फैसला किया। 

कोई पाक नागरिक भारत में न रहे

अब गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से बात करके उन्हें कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि देश छोड़ने की समय सीमा समाप्त होने के बाद कोई भी पाकिस्तानी भारत में न रहे।

दरअसल, शाह ने आज सभी मुख्यमंत्रियों से बात करके उन्हें कहा कि वो अपने-अपने राज्य में खोज-खोजकर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत से वापस पाक भेजने का काम करें। गृहमंत्री ने अधिकारियों के साथ हुई लंबी बैठक के बाद ये निर्देश जारी किया। 

लगातार एक्शन ले रही मोदी सरकार

बता दें कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से केंद्र की मोदी सरकार लगातार एक्शन मोद में हैं। हमले के बाद भारत ने सबसे पहले कड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया। भारत ने औपचारिक पत्र लिखकर समझौता रद करने की जानकारी पाक को दी।

सिंधु समझौता पाक को बड़ी चोट

भारत सरकार द्वारा सिंधु समझौता स्थगित करना एक बड़ा कदम है। दरअसल, पाक के 21 करोड़ लोग इसी के पानी पर निर्भर है। सभी लोगों के लिए ये लाइफ लाइन मानी जाती है।

शीघ्र पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने को कहा

पाकिस्तान के सभी तरह के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द करने का फैसला लिया गया है। शाह ने मुख्यमंत्रियों से लोगों की शीघ्र पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को भी कहा है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अपने आवास पर सिंधु जल संधि को लेकर बैठक भी करेंगे।

इस बैठक में गृह मंत्री और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के अलावा अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होंगे। सूत्रों ने एएनआई को बताया कि कि भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बारे में पाकिस्तान को औपचारिक रूप से लिखित रूप से सूचित कर दिया है

जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तजा को एक पत्र के जरिए भारत सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है।

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'हमला याद दिलाता है कि आंतकवाद...', पहलगाम अटैक पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने क्या कहा?

April 25, 2025 - 3:16pm

पीटीआई, तमिलनाडु। पहलगाम हमले में मारे गए 26 नागरिकों की मौत के बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। हमले को लेकर नेताओं की प्रतिक्रिया जारी है। अब भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का पहलगाम हमले पर बयान सामने आया है।

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला एक भयानक याद दिलाता है कि आतंकवाद एक वैश्विक खतरा है, जिसका समाधान मानवता को एकजुट होकर करना होगा। उन्होंने लोगों से राजनीतिक, व्यक्तिगत और अन्य हितों से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देने की अपील की।

'भारत दुनिया का सबसे शांतिप्रिय देश'

जगदीप धनखड़ ने आगे कहा,

'भारत दुनिया का सबसे शांतिप्रिय देश है और 'वसुधैव कुटुंबकम' (दुनिया को एक परिवार के रूप में देखने का सिद्धांत) में परिलक्षित इसकी सभ्यता की भावना वैश्विक स्तर पर गूंज रही है।

पहलगाम हमले पर जताया दुख

उपराष्ट्रपति ने राजभवन, उदगमंडलम में तमिलनाडु के राज्य, केंद्रीय और निजी विश्वविद्यालयों के दो दिवसीय कुलपतियों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए कहा, 'हमने इस सम्मेलन की शुरुआत में मौन रखा। मैं पहलगाम में हुए जघन्य हमले पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त करने में राष्ट्र के साथ हूं, जिसमें निर्दोष लोगों की जान चली गई।'

तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि और कुलपतियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों की स्मृति में एक मिनट का मौन धारण करने में उपराष्ट्रपति के साथ भाग लिया।

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'अंतरिम आदेश के खिलाफ...', वक्फ अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट में क्या बोली केंद्र सरकार?

April 25, 2025 - 3:09pm

नई दिल्ली, पीटीआई। वक्फ अधिनियम के तहत वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिमों की एंट्री पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी। वहीं, अब कोर्ट के अंतरिम आदेश पर केंद्र सरकार ने चुप्पी तोड़ी है। मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का सख्त विरोध किया है।

सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि अदालत को वैधानिक प्रावधानों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोक लगाने का कोई अधिकार नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट का अंतरिम आदेश

दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ में गैर मुस्लिमों की एंट्री पर रोक लगाने का अंतरिम आदेश जारी किया था। कोर्ट के अनुसार, केंद्र के जवाब देने तक वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों की एंट्री नहीं होगी। आज इसी मामले पर कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्र सरकार ने साफ शब्दों में कहा कि यह एक वैधानिक मामला है, जिसमें कोर्ट को रोक लगाने का अधिकार नहीं है।

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केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में कहा-

संसद द्वारा बनाए गए कानूनों पर संवैधानिकता की धारणा लागू होती है। ऐसे में अंतरिम रोक शक्ति संतुलन के सिद्धांतों के खिलाफ है। यह कानून संयुक्त संसदीय समिति की सिफारिशों पर बनाया गया है, जिसके बाद दोनों सदनों में कई घंटों की बहस हुई और फिर इस कानून को पास किया गया था।

केंद्र सरकार ने दिया जवाब

केंद्र सरकार के अनुसार, निस्संदेह सर्वोच्च न्यायालय के पास संवैधानिकता की जांच करने का अधिकार है। हालांकि, अतंरिम चरण में किसी भी प्रावधान पर रोक लगाना सही नहीं है। केंद्र सरकार का कहना है कि वक्फ अधिनियम को लेकर कोर्ट में जो भी याचिकाएं दायर हैं, उनमें किसी भी व्यक्तिगत मामले में अन्याय की शिकायत नहीं की गई है। इसलिए अंतरिम आदेश के जरिए कोई भी सरंक्षण नहीं दिया जाना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट में दायर हैं 5 याचिकाएं

बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय में वक्फ अधिनियम को चुनौती देने के लिए पांच याचिकाएं दायर की गईं थीं। इनमें गैर मुस्लिम सदस्यों की वक्फ में परिषद में एंट्री और केवल मुसलमानों द्वारा ही वक्फ को दान किए जाने के प्रावधानों को चुनौती मिली थी। याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि यह मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।

गंभीराया था विवाद

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों इन्हीं याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान केंद्र से जवाब मांगा था। ऐसे में सत्तापक्ष के कई नेताओं ने सु्प्रीम कोर्ट पर कार्यपालिका के कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया था। इसके बाद पश्चिम बंगाल हिंसा मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कटाक्ष करते हुए कहा था कि हम पहले ही आरोप लग रहे हैं।

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ISRO के पूर्व प्रमुख के. कस्तूरीरंगन का निधन, महान अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने 84 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

April 25, 2025 - 2:00pm

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व प्रमुख और प्रख्यात अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. के. कस्तूरीरंगन का 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने बेंगलुरु में अंतिम सांस ली।

27 अप्रैल को लोग कर सकेंगे अंतिम दर्शन

के कस्तूरीरंगन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के मसौदा समिति के अध्यक्ष भी थे। अधिकरियों ने बताया कि आज सुबह उनका निधान हुआ है। 27 अप्रैल को अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट (RRI) में रखा जाएगा।

एनईपी में सूचीबद्ध शिक्षा सुधारों के पीछे के व्यक्ति के रूप में जाने जाने वाले कस्तूरीरंगन ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और कर्नाटक ज्ञान आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था।

राष्ट्रपति ने शोक व्यक्त किया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने डॉ. कस्तूरीरंगन के निधन पर शोक व्यक्त कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "यह जानकर दुख हुआ कि डॉ. कृष्णस्वामी कस्तूरीरंगन अब हमारे बीच नहीं रहे। इसरो के प्रमुख के रूप में उन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"

Saddened to learn that Dr. Krishnaswamy Kasturirangan is no more. As head of ISRO, he played a stellar role in the evolution of India’s space programme. With his passion for knowledge, he also contributed greatly in diverse fields. He helped draft the National Education Policy,…

— President of India (@rashtrapatibhvn) April 25, 2025

राष्ट्रपति ने दुख जताते हुए लिखा, "ज्ञान के प्रति अपने जुनून के साथ, उन्होंने विविध क्षेत्रों में भी बहुत योगदान दिया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार करने में मदद की, जो पहले से ही अगली पीढ़ी के निर्माण पर गहरा प्रभाव डाल रही है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।"

पीएम मोदी ने दुख प्रकट किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व इसरो प्रमुख के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मैं भारत की वैज्ञानिक और शैक्षिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति डॉ. के. कस्तूरीरंगन के निधन से बहुत दुखी हूं। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।"

I am deeply saddened by the passing of Dr. K. Kasturirangan, a towering figure in India’s scientific and educational journey. His visionary leadership and selfless contribution to the nation will always be remembered.

He served ISRO with great diligence, steering India’s space… pic.twitter.com/GPdFKPU7b5

— Narendra Modi (@narendramodi) April 25, 2025

पीएम मोदी ने लिखा, "उन्होंने इसरो में बहुत मेहनत से काम किया, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, जिसके लिए हमें वैश्विक मान्यता भी मिली। उनके नेतृत्व में महत्वाकांक्षी उपग्रह प्रक्षेपण भी हुए और नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया गया।"

राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं कस्तूरीरंगन

डॉ. कस्तूरीरंगन साल 2003 से लेकर 2009 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे और तत्कालीन भारतीय योजना आयोग के सदस्य के रूप में भी कार्य किया था। कस्तूरीरंगन अप्रैल 2004 से 2009 तक नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज, बैंगलोर के निदेशक भी रहे।

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