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बेटे की करतूत के चलते टूटा था PM बनने का सपना, क्‍या आप जानते हैं देश के पहले प्रकाशित स्‍कैंडल की कहानी

Dainik Jagran - National - 6 hours 15 min ago

डिजिटल डेस्‍क, नई दिल्‍ली। हाल ही में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कथित तौर पर भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ और उनकी महिला साथी के संबंध बनाने का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दोनों आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहे हैं। इससे पहले बलिया के एक नेता का नाचने वाली युवती के साथ अश्‍लील वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियोज के बीच एक बार फिर पुराने सेक्‍स स्‍कैंडल चर्चा में आ गए हैं।

1978 में भी एक नेता के बेटे का सेक्‍स स्‍कैंडल वायरल हुआ था, जिसे देश का पहला सेक्‍स स्‍कैंडल माना गया था। उस दौर में बेटे की करतूत के चलते कांग्रेस के कद्दावर नेता का प्रधानमंत्री बनने का सपना टूट गया था। आइए हम आपको बताते हैं पूरा मामला ...

इमरजेंसी के बाद चुनाव हुए तो इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की हार हुई और जनता पार्टी की जीत। जनता पार्टी को 295 सीटें मिली थीं। चुनाव में जनता पार्टी का सबसे बड़ा गुट जनसंघ को 93 सीटें मिलीं और दल भारतीय लोकदल (बीएलडी) की 71 सीटें मिली थीं।

 कांग्रेस के कद्दावर नेता बाबू जगजीवन राम ने कांग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया था और जनता पार्टी में शामिल होकर चुनाव लड़ा था। जनसंघ की प्रधानमंत्री पद के लिए पहली पसंद  बाबू जगजीवन राम थे, क्‍योंकि वे अनुभवी थे और उन्होंने कांग्रेस के साथ लगभग हर विभाग में काम किया था।

पीएम की कुर्सी के करीब थे जगजीवन राम, तभी...

यह बात मोरारजी देसाई को जची नहीं तो उन्होंने जयप्रकाश नारायण के सामने प्रधानमंत्री पद के लिए दावा पेश कर दिया। दूसरी ओर बीएलडी ने 71 सीटें जीती थीं और अधिकांश नेता चौधरी चरण सिंह के समर्थन में थे, इसलिए चौधरी भी खुद को पीएम पद का उम्मीदवार मान रहे थे। खैर काफी रस्साकशी के बाद मोरारजी देसाई जनता सरकार के प्रधानमंत्री बने। इस तरह जगजीवन राम के पास से पहली पीएम पद आकर चला गया।

मोरारजी देसाई सरकार नहीं चला पाए तो चरण सिंह चौधरी प्रधानमंत्री बने। हालांकि, चरण सिंह को भी यह भरोसा नहीं था कि वह बहुमत साबित कर पाएंगे। उस वक्त जगजीवन राम को पूरा भरोसा था कि अब उनका समय आ गया है। अब प्रधानमंत्री वही होंगे, क्‍योंकि वह आसानी से बहुमत साबित कर देंगे।

सूर्या मैग्‍जीन में बाबू जगजीवन राम के बेटे सुरेश राम के सेक्‍स स्‍कैंडल को कवर स्‍टोरी बनाया गया था। फोटो- मैगजीन का कवर

सेक्‍स स्‍कैंडल ने खत्म कर दिया सियासी करियर

बाबू जगजीवन राम पीएम की कुर्सी के बेहद करीब थे। तभी एक सेक्‍स स्‍कैंडल हुआ, जिसके चलते न सिर्फ पीएम बनने का सपना टूट गया, बल्कि जीवन भर कमाई हुई राजनीतिक पूंजी धूमिल हो गई।

दरअसल, बाबू जगजीवन राम के बेटे और मीरा कुमार के भाई सुरेश राम और दिल्ली यूनिवर्सिटी पढ़ने वाली उनकी गर्लफ्रेंड  सुषमा की न्यूड फोटोज 'सूर्या' नाम की मैगजीन में प्रकाशित हुई थीं।

मैगजीन का एडिटर कौन था?

यह मैगजीन  इंदिरा गांधी की छोटी बहू और संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी ‘सूर्या’ की थी। वही मैगजीन की संपादक थीं।

मैगजीन ने सुरेश और उनकी गर्लफ्रेंड की खबर कवर पेज पर जगह देने के साथ ही पूरी आठ पेजों की खबर छापी थी। इनमें से दो पेज पर सिर्फ और सिर्फ न्‍यूड तस्‍वीरें प्रकाशित की थीं। सूर्या मैगजीन ने सुरेश और उनकी गर्लफ्रेंड की खबर का सनसनीखेज बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।

बता दें कि सभी तस्वीरें पोलरॉइड कैमरे से खींची गई थीं। पोलरॉइड कैमरा वह होता है, जिसमें हाथों-हाथ फोटो प्रिंट होकर बाहर आ जाता है।

साल 1978 में प्रिंट मीडिया में न्यूड तस्वीरें प्रकाशित होने का यह पहला मामला था। उस वक्‍त सूर्या मैगजीन का एडिशन ब्‍लैक में बिका था।

42 साल के शादीशुदा के 20 साल की बेटी से संबंध

मैगजीन में लिखा था- 42 वर्षीय सुरेश राम एक शादीशुदा पुरुष हैं और पब्लिक फिगर हैं। उनकी पत्नी है। एक बेटी है, जबकि उनकी गर्लफ्रेंड की उम्र केवल 20 साल है। बता दें कि उस वक्त सुरेश का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था।

बताया जाता है कि इस सेक्‍स स्‍कैंडल के प्रकाशित होने के बाद सूर्या मैग्‍जीन की कॉपियां ब्लैक में बिकीं। मैग्‍जीन की बिक्री बढ़ गई, लेकिन बाबू जगजीवन राम का सार्वजनिक जीवन बर्बाद हो गया।

उनका प्रधानमंत्री बनने का सपना चकनाचूर हो गया। हालांकि, बाद में सुरेश राम ने पत्नी से तलाक लेकर अपनी गर्लफ्रेंड से शादी भी कर ली थी, लेकिन तब बाबू जगजीवन राम राजनीतिक तौर पर बड़ा खामियाजा भुगत चुके थे। 

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Video: 'पटना में नहीं, कोलकाता में...' तेजस्वी की पत्नी पर ममता बनर्जी का खुलासा; अस्पताल पहुंचकर दिया बयान

Dainik Jagran - National - 8 hours 9 min ago

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लालू परिवार में घर आज खुशखबरी आई है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी राजश्री को बेटा हुआ है। इस मौके पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें बधाई दी है। 

ममता ने बच्चे को बताया लकी

ममता ने खुद अस्पताल पहुंचकर राजश्री और बच्चे का हाल जाना। ममता ने अस्पताल जाकर लालू यादव से भी मुलाकात की। ममता ने कहा कि ये बच्चा बिहार चुनाव के लिए उनके परिवार के लिए लकी है। तेजस्वी ने इसके लिए ममता को धन्यवाद दिया।

Listen to what Chief Minister Mamta Banerjee said after visiting Lalu Yadav & his family in Kolkata . https://t.co/eiwBz9DHq1 pic.twitter.com/Y2dzWZ5QCU

— Syeda Shabana (@JournoShabana) May 27, 2025

तेजस्वी की पत्नी पर किया खुलासा

इस बीच ममता ने तेजस्वी और उनकी पत्नी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि बच्चा बहुत सुंदर है, क्योंकि पिता और मां भी तो काफी सुंदर है। इसी के साथ उन्होंने खुलासा किया कि राजश्री बीते 9 महीने से बंगाल में ही थीं। तेजस्वी की दूसरी संतान का जन्म कोलकाता में हुआ है। 

Delighted to share in the joy of Tejashwi Yadav and Rajshri Yadav as they welcome a beautiful baby boy. My warmest wishes and heartfelt blessings to them, to Lalu Ji, and to the entire family. It was a pleasure to meet them today. Seeing both mother and child in good health… pic.twitter.com/aeaaqURbla

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) May 27, 2025

रोहिणी आचार्य ने ममता और लालू की तारीफ की

लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ममता और लालू की इस मौके पर खूब तारीफ की। उन्होंने कहा,

आज के दौर में जैसी आत्मीयता, जैसा परस्पर सम्मान पापा को प्राप्त है, वैसा बिरलों को ही नसीब होता है .. बंगाल की माननीया मुख्यमंत्री आदरणीया ममता बनर्जी जी हम सबों की अभिभावक हैं और पापा और उनके बीच भाई-बहन का अटूट रिश्ता पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल।

आज के दौर में जैसी आत्मीयता , जैसा परस्पर सम्मान पापा को प्राप्त है , वैसा बिरलों को ही नसीब होता है .. बंगाल की माननीया मुख्यमंत्री आदरणीया सुश्री ममता बनर्जी जी हम सबों की अभिभावक हैं और पापा और उनके बीच भाई - बहन का अटूट रिश्ता पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल pic.twitter.com/vhTwyfrMtt

— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) May 27, 2025

लालू यादव लेंगे बेटे के नाम पर अंतिम फैसला

बेटे का नाम रखने के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि पूरा परिवार बहुत खुश है और बेटे का नाम रखने पर लगा हुआ है। हर कोई अलग-अलग नाम रख रहा है। उन्होंने कहा कि अब फैसला हुआ है कि हर कोई एक नाम लालू जी को देगा और जो उन्हें सबसे अच्छा लगेगा वही हम रखेंगे।

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गले में फंदा डालकर जान दे रहा था पति, वीडियो बनाती रही पत्नी; पिता की अर्जी पर हाईकोर्ट से बोला SC; एक्शन लो

Dainik Jagran - National - 9 hours 22 min ago

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सुप्रीम कोर्ट ने पति के आत्महत्या करने का उसकी पत्नी द्वारा मोबाइल पर वीडियो बनाने के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट को उचित कदम उठाने का निर्देश दिया है। मामला बंगाल के हावड़ा जिले के बाली इलाके का है।

चार साल पुराना है मामला

बता दें कि 2021 में अमन साव नामक व्यक्ति ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी पत्नी नेहा शुक्ला ने इसका पूरा वीडियो बनाया था। इस घटना ने नागरिक समाज को स्तब्ध कर दिया था। प्रश्न उठा था कि पत्नी ने पति को आत्महत्या करने से रोका क्यों नहीं? पत्नी के इसका वीडियो बनाने पर भी भारी हैरानी जताई थी।

पुलिस ने पत्नी को किया था गिरफ्तार

पुलिस ने पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। 40 दिनों की न्यायिक हिरासत के बाद उसे जमानत मिल गई थी। जांच में पुलिस की कथित शिथिलता के कारण यह मामला बंद हो गया था। मृतक के स्वजनों ने इसके विरुद्ध कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया। चार साल बाद यह मामला फिर से खुला था।

न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष ने पुलिस से मामले की केस डायरी व अन्य दस्तावेज मांगे थे। पुलिस की ओर से विभिन्न कारण बताकर उन्हें अदालत में पेश नहीं किया गया। इस कारण मामला लंबित हो गया। यह देखकर मृतक के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में मामला किया। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को इस मामले में उचित व्यवस्था लेने को कहा है।

2020 में हुई थी अमन और नेहा की शादी

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अमन की 2020 में नेहा से विवाह हुआ था। विवाह के बाद से ही दोनों में झगड़ा होता था। अमन पेशे से कपड़ा व्यवसायी थे। अमन के पिता जगन्नाथ साव ने कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक बेटे को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे।

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Waqf Act को लेकर सुप्रीम कोर्ट का केंद्र सरकार को नोटिस, अधिनियम 1995 को दी गई है चुनौती

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Waqf Act को लेकर सुप्रीम कोर्ट का केंद्र सरकार को नोटिस, अधिनियम 1995 को दी गई है चुनौती

Dainik Jagran - National - 10 hours 1 min ago

एएनआई, नई दिल्ली। वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को लेकर आज फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने संशोधित वक्फ अधिनियम 1995 के कुछ प्रावधानों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने इसी के साथ इस याचिका को 1995 के वक्फ अधिनियम को चुनौती देने वाली लंबित याचिकाओं के साथ जोड़ दिया।

सीजेआई ने देरी पर उठाए सवाल
  • सीजेआई बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की खंडपीठ ने ये नोटिस दिया। पीठ निखिल उपाध्याय द्वारा 1995 अधिनियम को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
  • सुनवाई के दौरान सीजेआई गवई ने याचिकाकर्ता के वकील अश्विनी उपाध्याय से पूछा कि 1995 अधिनियम को अब क्यों चुनौती दी जा रही है।
  • इसपर वकील ने कहा कि हम 2013 के संशोधन को भी चुनौती दे रहे हैं। इसके बाद सीजेआई ने कहा कि इसमें भी 12 साल हो गए। हम देरी की वजह से केस खारिज कर देंगे।

जवाब देते हुए वकील उपाध्याय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले से ही 2020-21 में पूजा स्थल अधिनियम 1991 और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम 1992 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।

याचिकाकर्ता ने दी ये दलील

बता दें कि याचिकाकर्ता ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 द्वारा संशोधित वक्फ अधिनियम 1995 की कई धाराओं की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुए तर्क दिया कि ये प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 21, 25, 26, 27 के विरुद्ध हैं।

याचिकाकर्ता ने ये भी तर्क दिया कि केवल मुसलमानों के पास ही उनकी धार्मिक संपत्तियों को संभालने से संबंधित कानून है और अन्य धर्मों के पास ऐसा कोई कानून नहीं है। इसलिए यह तर्क दिया गया कि वक्फ अधिनियम 1995 भेदभावपूर्ण था।

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पाक-चीन हो जाओ सावधान, अब भारत में ही बनेंगे पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान; राजनाथ ने मेगा प्रोजेक्ट को दी मंजूरी

Dainik Jagran - National - 10 hours 50 min ago

पीटीआई, नई दिल्ली। भारत-पाक में तनाव के बाद से केंद्र सरकार ने देश के रक्षा बेड़े को और मजबूत करने की ठान ली है। इसके लिए सरकार द्वारा रक्षा बजट में अतिरिक्त पैसा देने की बात भी सामने आई है। इस बीच भारत अपनी हथियार प्रणाली को भी मजबूत कर रही है, जिसके लिए राजनाथ सिंह ने आज एक बड़ा फैसला लिया। 

राजनाथ सिंह का बड़ा कदम

इसी के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज एक बड़ा कदम उठाया। रक्षा मंत्री ने भारतीय वायुसेना के लिए पांचवीं पीढ़ी के स्वदेशी डीप पेनेट्रेशन एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट फाइटर प्लेन को विकसित करने के लिए एक मेगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी। इसे लागू करने के लिए "निष्पादन मॉडल" को मंजूरी दे दी गई है।

Defence Minister Rajnath Singh has approved the Advanced Medium Combat Aircraft (AMCA) Programme Execution Model. Aeronautical Development Agency (ADA) is set to execute the programme through Industry partnership. pic.twitter.com/6WgyP9Mimn

— ANI (@ANI) May 27, 2025

मीडियम वेट डीप पेनेट्रेशन फाइटर जेट होंगे विकसित

भारत अपनी वायु शक्ति क्षमता को बढ़ाने के लिए एडवांस्ड स्टील्थ फीचर्स के साथ मीडियम वेट डीप पेनेट्रेशन फाइटर जेट विकसित करने की महत्वाकांक्षी एएमसीए परियोजना पर काम कर रहा है।

भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और एक मजबूत घरेलू एयरोस्पेस औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) प्रोग्राम निष्पादन मॉडल को मंजूरी दे दी है।

क्या है स्टील्थ फाइटर जेट?

AMCA भारत का स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है। ये स्वदेशी तो है, लेकिन कई अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है। इसमें रडार से बचने की क्षमता, बेहतरीन हथियार प्रणाली और सेंसर हैं। 

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