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Updated: 1 hour 55 min ago

VKSU: पटना हाईकोर्ट ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय पर लगाया 10 लाख का जुर्माना, जानें क्या है पूरा मामला

May 10, 2024 - 7:17pm

राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाई कोर्ट ने 5 वर्षों तक अदालती आदेश का पालन नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा पर 10 लाख का अर्थदंड लगाया है। न्यायाधीश पीबी बजनथ्री एवं न्यायाधीश अरुण कुमार झा की खंडपीठ ने अभिषेक पंकज समेत 129 कर्मचारियों की अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिया। इस मामले की अगली सुनवाई 21 जून को होगी।

यह है पूरा मामला

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह, अमरीश राहुल एवं अन्य की ओर से बताया गया कि इन कर्मचारियों की नियुक्ति तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के पदों पर वर्ष 1978 से 2011 के बीच वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालय में प्राचार्य द्वारा की गई थी।

नियुक्ति के बाद इन कर्मचारियों ने योगदान दिया, लेकिन वर्ष 2017 के बाद इन्हें पद से यह कहते हुए हटा दिया गया कि आपकी नियुक्ति वैध तरीके से नहीं की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हटाए जाने के आदेश को इन कर्मचारियों द्वारा हाई कोर्ट में चुनौती दी गई।

हाई कोर्ट की एकलपीठ ने 16 सितंबर, 2019 को याचिकाकर्ताओं के याचिका को स्वीकृति देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिया था कि इन्हें उनके पद पर योगदान कराते हुए उनके बकाए वेतन का भुगतान कर दिया जाए। एकलपीठ के आदेश को सरकार द्वारा खंडपीठ में चुनौती दी गई।

कोर्ट ने विवि को दिया था ये आदेश

खंडपीठ ने एकल पीठ के आदेश को बरकरार रखते हुए इन सभी को इनके पद पर बहाल कर उनके बकाए का भुगतान करने का निर्देश विश्वविद्यालय प्रशासन को 13 अप्रैल 2023 को दिया।

खंडपीठ के आदेश के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन की नींद नहीं खुली। साथ ही इन कर्मचारियों की नियुक्ति नियमित नहीं की गई और न ही इन्हें वेतन आदि का भुगतान किया गया।

याचिकाकर्ताओं ने दायर किया था अवमानना का मामला

न्याय की आस में याचिकाकर्ताओं ने पुनः अदालती आदेश की अवमानना का मामला दायर किया। हाईकोर्ट ने मामले का अवलोकन कर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा पर 10 लाख का अर्थदंड लगाया है।

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Akshaya Tritiya Gold Silver Price: अक्षय तृतीया पर महंगा हुआ सोना और चांदी, एक क्लिक में जानिए ताजा रेट

May 10, 2024 - 5:18pm

जागरण संवाददाता, पटना। Gold Silver Price Latest अक्षय तृतीया की खरीद से शुक्रवार को स्थानीय पटना सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की चमक में तेजी की चकाचौंध रही। उड़ान भर रही चांदी 1700 रुपये प्रति किलो की बढ़त हासिल कर 83,900 रुपये प्रति किलो की दर पर पहुंच गई।

सोना भी 1200 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त हासिल कर सोना विठूर 72,500 रुपये व 22 कैरेट 72,350 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर पहुंचा। दो दिन के अंदर चांदी ने 2300 रुपये प्रति किलो और सोना ने 1500 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त हासिल की।

व्यापारिक वर्ग क्या मान रहा?

सोना-चांदी में उत्पन्न मजबूती को व्यापारिक वर्ग वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ अक्षय तृतीया त्योहार पर खरीद बढ़ने का प्रभाव मान रहे हैं। खपत को दृष्टिगत कर सोना-चांदी में तीव्र उतार-चढ़ाव कायम रहने की उम्मीद जतायी जा रही है।

फिलहाल, धातुओं में कायम मजबूती के बीच ग्राहकों की खरीदारी के साथ आभूषण गढ़ने वालों और कारखानेदारों की खरीदारी धीमी चाल में चली। इसका कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

लाइटवेट आभूषण की ओर खरीदार

धातुओं में कायम मजबूती को दृष्टिगत कर खरीदार लाइटवेट आभूषण की खरीद को तरजीह दे रहे थे। फिलहाल, बाजार पंडित की ओर से अक्षय तृतीया की खरीदारी के उपरांत आने वाले समय धातुओं में राहत मिलने की उम्मीद लगाए हुए है।

तर्क है कि शादी-ब्याह के मौसम को लगे विराम की वजह से राहत को बल मिलेगा। स्थिति चाहे जो भी हो, खरीदार हाथ खींच खरीदारी कर रहे हैं।

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Bihar Politics: करीबी दोस्त से हाथ मिलाकर लालू ने चला भविष्य का दांव, एक साथ कई फायदे के मूड में RJD सुप्रीमो

May 10, 2024 - 4:08pm

सुनील राज, पटना। Bihar Political News: तकरीबन डेढ़ दशक पहले लालू प्रसाद और रंजन यादव की दोस्ती टूटी थी। दोस्ती टूटने के बाद रंजन यादव से ही लालू प्रसाद को चुनाव में मात भी मिली। 2009 में रंजन से पराजित होने के बाद लालू प्रसाद (Lalu Yadav) कभी कोई चुनाव नहीं लड़ पाए। लेकिन अब अपनी बेटी मीसा के लिए जीत की राह आसान बनाने के लिए लालू ने  पुराने गिले शिकवे को भूल एक बार फिर रंजन यादव से फिर दोस्ती कर ली है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि इस दोस्ती में दूर की सोच है।

लालू ने चल दी बड़ी चाल

पाटलिपुत्र संसदीय सीट पर लालू प्रसाद एक दशक से लालू यादव अपनी बेटी डा. मीसा भारती की जीत का जोर लगा रहे हैं। पर वे पाटलिपुत्र के यादवों को साध नहीं पाए। यादव वोट 15 वर्ष पहले लालू प्रसाद से जो छिटका आज तक दूर है।

रंजन यादव के आने के बाद लालू के हाथ थोड़े मजबूत जरूर हुए हैं और भविष्य में छिटके हुए यादवों को एकजुट करने में मदद करेंगे। इतना ही नहीं 2025 के विधानसभा चुनाव में भी रंजन यादव कारगर साबित हो सकते हैं।  पार्टी में इस बात की चर्चा है कि अब लालू यादव  अपने खास दोस्त रंजन यादव, रीत लाल यादव, भाई वीरेंद्र, और  के साथ मिलकर रामकृपाल के यादव वोट में चौ-तरफा सेंधमारी करेंगे।

पाटलिपुत्र सीट का दिलचस्प इतिहास, खुद हार चुके लालू

बिहार की 40 लोकसभा सीटों में पाटलिपुत्र सीट का अपना ही महत्व है। हालांकि इस सीट का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं। नए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई पाटलिपुत्र सीट पर 2009 पर हुआ पहला ही चुनाव काफी दिलचस्प था। पहला मुकाबला लालू प्रसाद और उनके परम मित्र रंजन यादव के बीच हुआ। पहली बार ही पाटलिपुत्र संसदीय सीट पर हुए मुकाबले में लालू प्रसाद अपने मित्र और जदयू उम्मीदवार रंजन यादव से पराजित हो गए। 2014 तक लालू पर चुनाव लडऩे पर प्रतिबंध लग चुका था, लेकिन वे पाटलिपुत्र सीट पर मित्र रंजन यादव से मिली पराजय भूल नहीं पाए थे।

इस बार रामकृपाल और मीसा के बीच मुकाबला

लिहाजा पाटलिपुत्र सीट पर जीत के लिए उन्होंने अपनी बेटी डा. मीसा को उम्मीदवार बना दिया। लेकिन लालू प्रसाद का फिर इस सीट से झटका लगा। उनकी पार्टी के पुराने और वफादार नेता रामकृपाल उनकी राह का रोड़ा बन गए। हालांकि भतीजी (मीसा) ने चाचा (रामकृपाल) से उनके लिए सीट छोडऩे का आग्रह तक किया लेकिन बात नहीं बनी। 2014 के बाद 2019 में भी लालू प्रसाद अपनी बेटी मीसा को जीत नहीं दिला पाए। अब एक बार फिर इस सीट पर चाचा (रामकृपाल) और भतीजी (मीसा) के बीच मुकाबला है।

पाटलिपुत्र में रंजन यादव की ठीक ठाक पकड़

पाटलिपुत्र क्षेत्र में रंजन यादव की अपनी ही साख है। इस क्षेत्र में यादव वोट पर उनकी पकड़ भी है। लालू प्रसाद, रीतलाल, भाई वीरेंद्र और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं को साथ लेकर यादव वोट में सेंधमारी करेंगे और इसके अगुआ बनेंगे रंजन यादव। पाटलिपुत्र में यादव वोटर करीब चार लाख हैं।

दूसरे नंबर पर करीब तीन लाख भूमिहार, पौने दो लाख के करीब मुस्लिम और इतने ही ब्राह्मण वोट भी हैं। जबकि दलित मतदाता 1.40 लाख होंगे। लालू प्रसाद दूर की सोच रखते हैं और देख रहे हैं कि रंजन के साथ के फायदे ही फायदे हैं। लालू प्रसाद की यह रणनीति चुनाव में कितनी कारगर होगी यह तो समय बताएगा। पर लोगों की बीच यह चर्चा जरूर है कि क्या लालू प्रसाद और रंजन की दोबारा दोस्ती मीसा को जीत दिला पाएगी?

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Lok Sabha Election 2024: उंगली पर स्याही दिखाइए, फिल्म टिकट पर 50% छूट पाइए

May 10, 2024 - 3:50pm

जागरण संवाददाता, पटना। लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी के लिए राजधानी के सिनेमा हाल संचालकों ने भी कदम बढ़ाया है।

इस कड़ी में सिनेमा घरों के संचालकों (प्रोपराइटर्स / प्रबंधकों) ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि एक जून को मतदान करने वाले सभी को सिनेमा टिकट में 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी।

यह रियायत एक और दो जून के सभी शो में मिलेगी। मतदाता एक जून को मतदान कर किसी भी सिनेमा हॉल में जाएंगे, अपनी उंगली पर लगी स्याही दिखाएंगे तो उन्हें सिनेमा टिकटों पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

गुरुवार को समाहरणालय में आयोजित एक बैठक में सिनेमाघरों के संचालकों ने इस निर्णय की घोषणा की।

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बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी सामान्य, जिला जन-संपर्क पदाधिकारी एवं प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा उपस्थित थे।

बता दें कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के नेतृत्व में चल रहे मतदाता जागरूकता अभियान में चेंबर आफ कामर्स, सिनेमाघर ओनर्स एसोसिएशन, आइएमए, विद्यालयों के संघों, इंटरनेट मीडिया इंफ्ल्यूएंसर्स, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, केमिस्ट एसोसियेशन, शॉपपकीपर्स एसोसिएशन, खिलाड़ियों के संगठनों आदि की सक्रिय भागीदारी हो रही है।

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LNJP Hospital Patna: एलएनजेपी हड्डी अस्पताल में मिलेंगे सस्ते इम्प्लांट और दवाएं, 10 से 90 प्रतिशत तक छूट

May 10, 2024 - 3:34pm

जागरण संवाददाता, पटना। हड्डी-जोड़ के रोग ठीक होने में जितना समय लेते हैं, उसके इम्प्लांट भी उतने ही महंगे होते हैं। इसे देखते हुए लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) हड्डी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल ने इलाज खर्च कम करने के लिए गुरुवार को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य योजना अमृत (अफोर्डेबल मेडिसिंस एंड रिलायबल इम्प्लांट्स फार ट्रीटमेंट) दीनदयाल फार्मेसी के साथ समझौता किया है।

इसके द्वारा इम्प्लांट्स, पेटेंट व महंगी जेनरिक दवाएं 10 से 90 प्रतिशत तक छूट पर मिलेंगी। इससे दवा खर्च में 60 से 70 प्रतिशत तक की कमी आएगी। समझौते पर संस्थान के निदेशक डॉ. एनएन राय तो अमृत की ओर से एचएलएल लाइफकेयर के बिहार-झारखंड व ओडिशा के नोडल पदाधिकारी संजय कुमार व बिहार प्रभारी मुकेश कुमार गुप्ता ने किए।

निदेशक ने उन्हें हर हाल में जुलाई तक फार्मेसी शुरू करने व रोगियों को धूप आदि से बचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि यह प्रदेश में एम्स पटना में दो, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच व डीएमसीएच के बाद यह सातवां अमृत फार्मेसी होगा।

देश में इसका पहला केंद्र एम्स नई दिल्ली में नवंबर 2015 में शुरू किया गया था। डा. एनएन राय ने बताया कि बीएमएसआइसीएल द्वारा इम्प्लांट आपूर्ति नहीं करने से रोगियों को बाजार से खरीदने पड़ते हैं। इसके अलावा उन्हें लगाने के उपकरण जुटाना भी जटिल कार्य होता है।

बाजार में कम गुणवत्ता के इम्प्लांट भी महंगे दामों में बिकते हैं। ऐसे में रोगियों की जेब पर थोड़ा बोझ कम करने व उन्हें आसानी से उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अमृत फार्मेसी को शुरू किया गया है। इसमें इम्प्लांट के साथ उसे फिक्स करने के उपकरण मुहैया कराने को समझौते में शामिल करने से संस्थान को भी राहत होगी।

संजय कुमार ने बताया कि अब स्वास्थ्य मंत्रालय सरकारी के अलावा बड़े निजी अस्पतालों में भी अमृत फार्मेसी की फ्रेंचाइजी देने पर विचार कर रही है। इससे बड़ी संख्या में आमजन तक सस्ती दर पर दवाएं पहुंचाने को रास्ता साफ होगा।

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PM SHRI School: इस जिले के 607 स्कूल बनेंगे राष्ट्रीय स्तर के, 'पीएम श्री' योजना का मिलेगा लाभ

May 10, 2024 - 3:20pm

जागरण संवाददाता, पटना। 'पीएम श्री' योजना के तहत जिले के प्राथमिक से उच्च माध्यमिक तक को राष्ट्रीय स्तर के स्कूल बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस योजना का लाभ लेने के लिए जिले के 607 स्कूलों का चयन किया गया है।

जिला शिक्षा शिक्षा कार्यालय के अनुसार, जिन स्कूलों को योजना में शामिल किया जाना है उनकी अद्यतन स्थिति 'पीएम श्री' पोर्टल पर अपलोड करना है। जिला शिक्षा कार्यालय ने सूची में शामिल प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि वे 12 मई 2024 तक सभी 'पीएम श्री' पोर्टल पर स्कूल की जानकारी अपलोड करेंगे।

इसके बाद विद्यालयों सत्यापन जिला स्तर किया जाएगा। अब तक 607 में 214 स्कूलों ने पोर्टल पर आवेदन किया है। इनमें 43 स्कूलों के आवेदन का सत्यापन हो चुका है।

'पीएम श्री ' विद्यालयों की विशेषताएं
  • नई शिक्षा नीति 2020 के तहत 'पीएम श्री' विद्यालयों के अंतर्गत शिक्षा में उच्च गुणवत्ता प्रदान करना है। जहां पर बच्चों को उनकी दक्षता के अनुरूप शिक्षण कार्य किया जा सके।
  • यह विद्यालय उच्च गुणवत्ता की शिक्षा व बेहतर शैक्षणिक परिवेश के साथ अपने क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के लिए भी आदर्श विद्यालय के रूप में परिभाषित होंगे।
  • इन विद्यालयों को हरित ऊर्जा से परिपूर्ण विद्यालयों के रूप में उच्चकृत किया जाएगा। जैसे यहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस व द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त आदि अवधारणाओं को विकसित किया जाएगा।
  • ये विद्यालय तमाम आधुनिक सुविधाओं जैसे -कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब, समृद्ध पुस्तकालय आदि से सुसज्जित किए जाएंगे।
  • इन विद्यालयों में प्रयोगात्मक, समेकित, खेल आधारित, खोज आधारित, जिज्ञासा आधारित शिक्षण कार्य किए जाएंगे।
  • यहां प्रत्येक विद्यार्थी के कक्षा के अनुरूप दक्षताओं के लिए निर्धारित लर्निंग आउटकम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
  • इन विद्यालयों के बच्चों के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा, ताकि बच्चों के क्षमता संवर्द्धन के साथ-साथ रोजगार परक संभावनाओं के लिए किया जा सके।
  • इन विद्यालयों के लिए विद्यालय गुणवत्ता एवं मूल्यांकन फ्रेमवर्क भी विकसित किया जाएगा, जिसके माध्यम से बच्चे की दक्षता एवं शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जा सके।

जो स्कूल ' पीएम श्री ' योजना के अंतर्गत आएंगे उनको शिक्षा मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस पर होने वाले सभी खर्च भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। इससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि उनके क्षेत्र में जिन स्कूलों के नाम सूची में शामिल हैं वे समय रहते जानकारी 'पीएम श्री' पोर्टल पर अपलोड कर दें। - संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना

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Bihar Politics: समस्तीपुर में 'अपनों' से लड़ाई, नीतीश कुमार के दो मंत्रियों की संतानें आमने-सामने

May 10, 2024 - 2:31pm

कुमार रजत, समस्तीपुर। समस्तीपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में भले ही कांग्रेस और लोजपा (रामविलास) आमने-सामने हों मगर असली लड़ाई अपनों के बीच है। नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों की संतानें पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं।

लोजपा (रा) से ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी मैदान में हैं, तो समस्तीपुर के पूर्व सांसद एवं वर्तमान में नीतीश कैबिनेट में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी कांग्रेस के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं।

अपनों के बीच लड़ाई कैबिनेट से निकलकर परिवार के बीच भी है। समस्तीपुर से पहले चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज सांसद थे जो पारस गुट में हैं। उनका टिकट कट चुका है, जिससे पारस गुट से जुड़े नेता नाराज हैं। लोजपा (रा) प्रत्याशी शांभवी चूंकि राजग उम्मीदवार हैं, इसलिए जदयू और पिता अशोक चौधरी का खुलकर समर्थन मिल रहा है।

वहीं, दूसरी ओर सन्नी हजारी महागठबंधन प्रत्याशी हैं, इसलिए जदयू के समर्थन का सवाल ही नहीं। पिता महेश्वर हजारी भी खुलकर सामने नहीं आ रहे। वह खुद समस्तीपुर के कल्याणपुर सीट से विधायक भी हैं, इसलिए पर्दे के पीछे रहकर पूरी रणनीति तैयार कर रहे।

समस्तीपुर में भी जीत की चाबी पाने के लिए जातियों की गोलबंदी भी जारी है। इस सीट पर यादव, पासवान, कुशवाहा और सहनी जातियों के साथ मुस्लिम वोटर निर्णायक की भूमिका में हैं। सुरक्षित सीट के कारण अन्य पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों का भी बड़ा वोटबैंक है।

सन्नी हजारी को यादव-मुस्लिम वोट बैंक की एकजुटता का भरोसा है। सहनी और कुशवाहा से भी बड़े हिस्सेदारी की आस है। पासवान चिराग के प्रति वफादार तो हैं, मगर इसमें थोड़ी-बहुत सेंधमारी भी हो रही। महेश्वर हजारी खुद भी पासवान जाति से हैं। इसके अलावा नाराज प्रिंस व पारस समर्थक भी मदद कर रहे।

शांभवी चौधरी को पासवान के बाद सबसे अधिक भरोसा अन्य पिछड़ी जातियों से है। नीतीश कुमार की सोशल इंजीनियरिंग के साथ पिता की जाति भी काम रही है। भाजपा के कारण अगड़ी जाति के वोटों पर भी दावा है। मोदी का शांभवी को बेटी कहना भी चर्चा में बना हुआ है।

हार-जीत का अंतर कम होगा, मुकाबला आसान नहीं

समस्तीपुर में राजनीतिक विरासत की सीट होने से आम जनता में मायूसी भी दिख रही है। रिमझिम बारिश के बाद समस्तीपुर कलेक्ट्रेट के ठीक सामने शंभू जी की चाय दुकान पर लोग जुटे हैं। कन्हैया एवं उपेंद्र साह कहते हैं, वोट तो देंगे मगर उत्साह पहले वाला नहीं है। शहरी क्षेत्र में हेलीकाप्टर तो गांव में हाथ आगे लग रहा है।

मोहनपुर में रवीन यादव और संदीप कुमार कहते हैं, सन्नी राजद में तो हैं नहीं, कांग्रेस में हैं। आशंका जताते हैं कि कहीं पिता जी के साथ जदयू में पलटी मारे लिए तो। शांभवी के पक्ष में मन तो नहीं है, मगर वोट देना है तो देंगे ही। गंडक नदी पर बने पुल पर फल बेच रही लक्ष्मी देवी पैर लटकाए चाय पी रहीं।

चुनाव का नाम लेते ही कहती हैं, हेलीकॉप्टर छाप।

आधे घंटे की बारिश में ही समस्तीपुर शहर अस्त-व्यवस्त दिखता है। मथुरापुर में सड़क पर पानी जमा है, जिसकी बौछार उड़ाते ट्रक व अन्य वाहन जा रहे हैं। कल्याणपुर के जटमलपुर में उमेश चौधरी के बरामदे में पलट राय, मो जहांगीर, हेमनारायण चौधरी की चुनावी चौपाल जमी है। जहांगीर कहते हैं, यादव-मुस्लिम एक तरफ जाएगा।

मुस्लिम महिलाओं में पांच किलो चावल मिलने का थोड़ा असर है। चाय लेकर पहुंचीं इंद्रा चौधरी कहती हैं, मोदी जी महिलाओं के बारे में सोचते हैं, मगर उनके नाम पर जीते नेता वापस लौटकर जनता के पास नहीं आते। इसमें सुधार होना चाहिए। दरभंगा का हायाघाट भी समस्तीपुर लोकसभा का ही हिस्सा है।

बांध के किनारे बनी चिकनी सड़क के किनारे विनोद बैठा, रामसूरत राय, रंजीत साह, घनश्याम राम, राजकरण राय, भिखारी राय मिल जाते हैं। कहते हैं, हर साल तीन महीना बाढ़ में इलाका डूबता है। स्थायी समाधान नहीं है। अफसर भी नहीं सुनते। वोट देने के नाम पर कहते हैं, देखिए अभी तक तो हजारी का ही अधिक चर्चा है।

हायाघाट रेलवे स्टेशन के पास डा. संतोष की क्लिनिक है। यहां भी चुनावी चर्चा जोरों पर है। सृष्टिनाथ झा और क्रांति कुमार कहते हैं, इस क्षेत्र में केंद्र की चावल योजना मील का पत्थर साबित हो रही। अजय कुमार कहते हैं, चुनाव प्रचार कम है, जो भी वोट मिलेगा मोदी के नाम पर ही मिलेगा।

मो. अमानुल्लाह कहते हैं, हमलोग रामविलास पासवान के नाम पर वोट देते थे, इस बार का नहीं कह सकते। समस्तीपुर हाईवे के लाइन होटल पर अरुण कुमार झा कहते हैं, टूट-फूट सब जाति में है, मगर जीतेगी शांभवी ही। रामबाबू सहनी टोकते हैं, जीतने पर कहां खोजिएगा।

इधर, जिताइएगा तो बाप-बेटा में से किसी को भी पकड़ लेंगे। रोसड़ा के सुरेंद्र राय कहते हैं, पासवान की सीट दूसरे को मिल गई, इसका भी प्रभाव पड़ेगा। हार-जीत का अंतर कम होगा। मुकाबला आसान नहीं।

कर्पूरी ठाकुर रह चुके हैं सांसद, महेश्वर हजारी ने भी दर्ज की है जीत

समस्तीपुर सुरक्षित सीट है। इसके अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें पांच पर राजग जबकि एक पर महागठबंधन का कब्जा है। यह दरभंगा के कुशेश्वर स्थान और हायाघाट जबकि समस्तीपुर के कल्याणपुर, वारिसनगर, समस्तीपुर और रोसड़ा को मिलाकर बना है। जनता पार्टी के टिकट पर कर्पूरी ठाकुर 1977 के चुनाव में इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं। कर्पूरी ठाकुर को हाल ही में केंद्र सरकार ने भारत रत्न भी दिया है।

सन्नी हजारी के पिता महेश्वर हजारी जदयू के टिकट पर 2009 में यहां से सांसद रहे। इसके बाद से यह सीट लोजपा के कब्जे में है। 2014 और 2019 में रामचंद्र पासवान सांसद रहे। रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस राज ने चुनाव जीता।

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Patna News : चिकित्सा में कोताही से प्रसूता की मौत, अब डाॅक्टर व अस्पताल को देना होगा 28.60 लाख का हर्जाना

May 10, 2024 - 12:59pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News : प्रसव वेदना से पहले तक रिंकी देवी की चिकित्सा ठीक-ठाक हुई, लेकिन उसके बाद चिकित्सकीय कोताही उनके परिवार के लिए दुर्भाग्य का कारण बन गई। ऑपरेशन से रिंकी ने अपने परिवार को एक बिटिया तो दिया, लेकिन स्वयं अकाल मृत्यु को प्राप्त हो गईं। इसका एकमात्र कारण चिकित्सा में लापरवाही रही।

12 साल बाद परिवार को मिला न्‍याय

मामला उपभोक्ता आयोग तक पहुंचा। आयोग से चिकित्सक और अस्पताल को दोषी पाते हुए 28.60 लाख हर्जाना देने का आदेश दिया है। इस दुखद कहानी की शुरुआत कटिहार से होती है और अंत पटना में। पीड़ित परिवार को लगभग 12 वर्षों बाद न्याय मिला है।

रिंकी कटिहार जिला में बारसोई प्रखंड के कुरम गांव की रहने वाली थीं। उनके पति शरद चौधरी पटना जिला उपभोक्ता आयोग में 04 जुलाई, 2012 को न्याय के लिए पहुंचे थे।

साक्ष्यों के अध्ययन और संबंधित पक्षों की दलीलें जानने-समझने के बाद आयोग के अध्यक्ष प्रेम रंजन मिश्रा और सदस्य रजनीश कुमार ने अपना निर्णय दिया है।

प्रसव पीड़ा के बाद अस्‍पताल पहुंचाई गई थी रिंकी

कटिहार में नर्सिंग होम चलाने वाले डा. पीसी झा और पटना में मगध हाॅस्पिटल के निदेशक को हर्जाने का भुगतान करना है। 20 लाख रुपये चिकित्सकीय कोताही के एवज में दिए जाएंगे, जबकि आठ लाख रुपये शिकायतकर्ता को हुए आर्थिक नुकसान के एवज में।

50 हजार रुपये मानसिक पीड़ा झेलने का हर्जाना है और 10 हजार रुपये न्यायिक खर्च के। कटिहार में डा. बिभा झा की देखरेख में रिंकी की चिकित्सा ठीकठाक हुई। उसके बाद मामला बिगड़ा।

प्रसव-पीड़ा होने पर रिंकी नर्सिंग होम पहुंचीं। वहां डा. बिभा के पति डा. पीसी झा ने 02 दिसंबर, 2010 को उनका ऑपरेशन किया।

2010 को रिंकी ने तोड़ा दम

पीसी झा सर्जन तो हैं, लेकिन गायनोकोलाजिस्ट नहीं। आरोप है कि उन्होंने बिना पैथोलाजिकल जांच के अनधिकृत रूप से उनका ऑपरेशन किया और वह संक्रमित हो गईं। उन्हें रेफर भी सरकारी के बजाय निजी अस्पताल (पटना में राजेंद्रनगर स्थित मगध हास्पिटल) में किया गया।

मगध हास्पिटल में 15 दिन भर्ती रहने के बाद 20 दिसंबर, 2010 को मरणासन्न स्थिति में रिंकी को पीएमसीएच रेफर किया गया। सेप्टीसीमिया के कारण उन्होंने वहां 31 दिसंबर, 2010 को दम तोड़ दिया।

मेडिकल बोर्ड ने पाया कि उचित चिकित्सा नहीं होने से रिंकी संक्रमित हुईं, जो कि मृत्यु का कारण बना। आयोग ने डा. बिभा झा को इस प्रकरण में निर्दोष पाया है।

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Patna News: पटना के फेमस रेस्टोरेंट में लगी भीषण आग, दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद; मची अफरा-तफरी

May 10, 2024 - 12:47pm

जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के सिपारा में एक फेमस रेस्टोरेंट में भीषण आग लग गई है। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद है। आग लगने से धुएं का गुबार आसपास फैलने लगा है। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट के किचन में भीषण आग लगी है। आसपास के लोगों के बीच अफरातफरी मच गई है। लोग आग बुझाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। हालांकि, इस दौरान कंकड़बाग फायर स्टेशन प्रभारी भी मौके पर भेजे गए है।

ताजा जानकारी के मुताबिक अब आग पर काबू पा लिया गया है। सही समय पर दमकल की गाड़ियां पहुंचने के चलते तुरंत एक्शन लिया जा सका।

इससे पहले पटना के पाल होटल में लगी थी आग

बता दें कि इससे पहले पटना स्टेशन के पास के पाल होटल में भीषण आग लग गई थी। इस हादसे में 8 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। किचन में सिलेंडर ब्लास्ट होने के बाद आग ने विकराल रूप पकड़ लिया था। जिसके बाद आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था।

आग लगने का VIDEO भी आया सामने

पटना में भीषण अग्निकांड pic.twitter.com/XL9oyiPpBt

— Arijita Sen (@ArijitaSen2) May 10, 2024

डराने वाली तस्वीर आई सामने

खबर अपडेट हो रही है....

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Ara News: आरा में उम्मीदवारों की बढ़ी धड़कन; जातीय समीकरण समझ से परे; क्या इस बार होगा खेला?

May 10, 2024 - 12:34pm

दीनानाथ साहनी, जागरण, पटना। Ara News: आरा लोकसभा क्षेत्र में एनडीए व महागठबंधन के बीच टक्कर है। ऐसे में जातीय समीकरण को साधने के लिए दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को तीसरी बार उम्मीदवार बनाकर भाजपा यहां से जीत की हैट ट्रिक लगाकर इतिहास रचने की तैयारी में है।

वहीं भाकपा माले के उम्मीदवार सुदामा प्रसाद भी जीत हासिल कर इतिहास दोहराने की पुरजोर कोशिश में हैं। 1989 में आरा से रामेश्वर प्रसाद जो इंडियन पीपुल्स फ्रंट (अब भाकपा माले) के उम्मीदवार थे, ने जीत दर्ज कर की थी।

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के आरके सिंह को 5,66,480 वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी भाकपा माले के राजू यादव को 4,19,195 वोट मिले थे। तब जीत का अंतर 13.6 प्रतिशत का था। तब मोदी लहर थी, लेकिन इस बार भीषण गर्मी में हवा का रुख अलहदा है।

इसलिए आरा हॉट सीट बन गया है। लगातार दो जीत से चर्चा में आए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और माले के तरारी विधानसभा विधायक सुदामा प्रसाद के बीच इस बार यहां की चुनावी जंग आर-पार के मोड में दिख रही है, जिसमें जातीय समीकरण की मुख्य भूमिका होगी।

यदि आरके सिंह यहां से जीते तो वे लगातार तीसरी जीत का रिकार्ड बनाएंगे, क्योंकि आरा ने किसी को लगातार तीसरी बार चुनकर संसद नहीं भेजा है। चंद्रदेव प्रसाद वर्मा यहां से एकमात्र सांसद हुए, जो 1977 और 1980 में लगातार दो बार जीते। इसके बाद 1996 में उन्हें जीत मिली।

 हर जगह रोजगार अहम मुद्दा

आरा के चुनावी रण में जातीय समीकरण अपनी जगह है। रोचक यह है कि इस जंग में रोजगार अहम मुद्दा बनकर उभरा है। इसे यूं समझें कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रो.एसएन सिन्हा कहते हैं कि मोदी सरकार के दस वर्षों में रोजगार पर काम नहीं हुआ। पढ़े-लिखे युवाओं में बेरोजगारी बढ़ रही है, युवा हताश भी हैं।

वहीं रोजगार के सवाल पर उदवंतनगर निवासी समाजसेवी डा.राजेन्द्र सिंह भी मुखर होकर कहते हैं कि यदि बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो नौकरियां भी चाहिए। सरकार धीरे-धीरे नौकरियां खत्म करती जा रही हैं। ऐसे में पढ़े-लिखे युवा क्या करेंगे?

हालांकि, प्रो.केसी तिवारी स्वीकार करते हैं-हां, रोजगार अहम मुद्दा है। बीते 10 सालों में देश में नौकरियों की अपेक्षा रोजगार सृजन में तेजी जरूर आई है। लेकिन, चुनाव में तो जातीय समीकरण का रंग ही हर जगह चढ़ रहा है। इसने इलाके के लोगों को भी बांट दिया है।

अगड़ी और पिछड़ी जाति का समीकरण

जाहिर है, अगड़ी जाति के ज्यादातर मतदाता जहां आरा सीट पर एनडीए के आरके सिंह की जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन पिछड़ी, अतिपिछड़ी और दलित जातियों के पक्ष में गोलबंदी में जुटा है। वैसे समाज के वंचित तबकों से ताल्लुक रखने वाले लोगों का एक बड़ा हिस्सा नीतीश कुमार का भी समर्थन करता नजर आ रहा है।

विज्ञान स्नातक योगेश कुमार ने बताया अपना दर्द

आरा से हर रोज पटना आकर मेडिकल स्टोर में काम करने वाले विज्ञान में स्नातक उत्तीर्ण योगेश कुमार सिंह नाराजगी से कहते हैं-मुझको एक अदद नौकरी की जरूरत है, जो उन्हें बीते 10 वर्षों से नहीं मिली है। पहले ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजर-बसर करता था। अब ब्याह हो गया तो परिवार चलाने के लिए मेडिकल स्टोर में काम करता हूं।

योगेश अपनी बेरोजगारी का ठीकरा नीतीश सरकार पर फोड़ते हैं। कहते हैं-इस सरकार ने पिछड़ी जातियों के लिए रोजगार तो दे दिया, लेकिन हमारा क्या? हम भी गरीब हैं लेकिन हमारी बात कोई नहीं सुन रहा। चुनाव में नेता सब तो जातियों को ही रिझाने में जुटे हुए हैं।

वोटों का समीकरण

आरा में वोटों का समीकरण जातीय गोलंबदी में उलझा हुआ है। यदि जाति की बात की जाए तो यहां यादव से लेकर राजपूत-भूमिहार, मुस्लिम से लेकर ब्राह्मण और अत्यंत पिछड़ी जातियों की संख्या ज्यादा है। दलित वर्ग भी खासा है। हर जाति का अपना-अपना महत्व है। जिन्हें कोई भी पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती है। इसमें अत्यंत पिछड़ी एवं दलित जातियों का वोट चुनाव में निर्णायक साबित होने वाला है।

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Dengue Vaccine : डेंगू के इलाज में बिहार बनाएगा कीर्तिमान, RMRI में देसी टीके का जल्द होगा तीसरा परीक्षण

May 10, 2024 - 12:12pm

अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। Dengue Vaccine : चिकित्सा क्षेत्र में देश एक के बाद एक नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कोरोना से बचाने वाली को-वैक्सीन के बाद अब देश में डेंगू का टीका विकसित किया गया है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की निगरानी में सनोफी एबेंटिस कंपनी ने देश का पहला डेंगू टीका ‘डेंगू ऑल’ विकसित किया है।

पशुओं के बाद अब इंसान पर किया जाएगा ट्रायल

इस देसी टीके का तीसरा परीक्षण इसी माह पटना के अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आरएमआरआई) समेत देश के 20 केंद्रों पर एक साथ शुरू होगा। यह जानकारी आरएमआरआई के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय ने दी।

उन्होंने बताया कि पशुओं पर परीक्षण की सफलता के बाद मनुष्यों पर इसके ट्रायल की अनुमति ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मिल चुकी है। इससे पहले दो परीक्षण हो चुके हैं। तीसरा परीक्षण अप्रैल में शुरू होना था, अपरिहार्य कारणों विलंब हुआ है।

दस हजार लोगों पर किया जाएगा टीके का ट्रायल

इस टीके की एक ही डोज डेंगू से बचाव के लिए पर्याप्त होगी। देश में लगभग दस हजार लोगों पर इस टीके का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के बाद दो वर्ष तक इसका प्रभाव देखने के बाद इसे आमजन को उपलब्ध करा दिया जाएगा।

निदेशक ने बताया कि अभी डेंगू से बचाव के लिए दो विदेशी वैक्सीन उपलब्ध हैं। पहली अमेरिका की डेंग्रेसिया लगभग 60 प्रतिशत और ब्राजील की टेक003 वैक्सीन लगभग 70 प्रतिशत प्रभावी है।

वैक्सीन इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि डेंगू के उपचार के लिए कोई सटीक दवा नहीं है। इसका उपचार लक्षणों के आधार पर किया जाता है। बताते चलें कि देश में गत वर्ष लगभग ढाई लाख लोग डेंगू की चपेट में आए थे।

प्रदेश में जून 2017 से अप्रैल 2018 तक हुआ था नमूना संग्रह

आरएमआरआई के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय ने बताया कि देश में डेंगू टीका विकसित करने से पूर्व देश के पंद्रह राज्यों समेत बिहार के पश्चिम चंपारण, कटिहार, वैशाली, पटना में सर्वे कर नमूना संग्रह किया गया था।

तत्कालीन निदेशक डा. प्रदीप दास, वैज्ञानिक डा. रौशन कुमार टोपनो के नेतृत्व में टीम ने पांच से आठ वर्ष के 4,059 बच्चों, नौ से 17 वर्ष के 4,265 एवं 18 से 45 आयु वर्ग के 3,976 लोगों का तीन श्रेणियों में सर्वे कर नमूना लिया था। हर जिले में दो ग्रामीण और दो शहरी समेत चार क्लस्टर बनाए गए थे। इन्होंने ही घर-घर जाकर रक्त नमूना संग्रहित किया था। 

टाइगर मादा मच्छर के काटने से होता डेंगू

निदेशक ने बताया कि मानसून के बाद जब पानी कूलर, पुराने टूटे बर्तन, टायर, गड्ढों या अन्य जगह जमा हो जाता है, तब उस साफ पानी में चितकबरे रंग की टाइगर मादा मच्छर के लार्वा पनपते हैं।

यह मच्छर अधिकांशत: सुबह-शाम व दिन की रोशनी में काटते हैं। इसी मच्छर के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया, यलो फीवर, जीका वायरस होता है।

डेंगू के लक्षण

डा. कृष्णा पांडेय ने बताया कि डेंगू चार प्रकार के होते हैं। डेन-1 से डेन-4 तक का। इसमें से डेन-2 व डेन-3 टाइप भारत में अधिक हैं। टाइगर मच्छर के काटने से प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं।

शरीर के विभिन्न अंगों से आंतरिक रक्तस्राव होने लगता है। तेज बुखार, सिर में तेज दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में असहनीय दर्द, उल्टी, दस्त आदि इसके लक्षण हैं। हैमरेजिक या शाक सिंड्रोम होने पर यह जानलेवा हो जाता है।

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CMAT और MAT स्कोर के बगैर भी मैनेजमेंट कोर्स के लिए करें आवेदन, यह है आखिरी तिथि, इन शर्तों को करना होगा पूरा

May 10, 2024 - 9:54am

जागरण संवाददाता, पटना। डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (डीएमआइ) में पीजीडीएम कोर्स में सत्र 2024-25 में नामांकन की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। डेवलपमेंट मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर कोर्स में नामांकन के लिए 15 मई तक आनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।

जिन्हें स्कोर प्राप्त नहीं हुआ वे भी कर सकते हैं आवेदन

CMAT और MAT में शामिल वैसे छात्र जिन्हें स्कोर अभी प्राप्त नहीं हुआ है। वह भी आवेदन कर सकते हैं। स्कोर प्राप्त होने पर उन्हें नामांकन प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा। दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (डेवलपमेंट मैनेजमेंट) में आवेदन के लिए स्नातक या उसके समकक्ष कोर्स में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है।

एससी-एसटी एवं दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 45 प्रतिशत अंक निर्धारित

एससी-एसटी एवं दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 45 प्रतिशत अंक निर्धारित है। स्नातक तृतीय वर्ष या छठे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी भी आवेदन कर सकते हैं। नामांकन से संबंधित विस्तृत जानकारी वेबसाइट https://addmisions.dmi.ac.in पर उपलब्ध है।

नामांकन संयोजक प्रो. श्रीधर तेलीदेवरा ने बताया कि राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय के विषय या ब्रांच टापर को नामांकन शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। मेधावी छात्रों को पढ़ाई के दौरान भी सेमेस्टर परिणाम के आधार पर ट्यूशन फीस में 100 प्रतिशत तक की छूट दी जाती है।

अबतक 75 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने इसका लाभ लिया

अबतक 75 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी इसका लाभ ले चुके हैं। मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा (कैट, मैट, सीमैट, जीमैट, जैट) में 70 परसेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त करने पर कम से कम 50 प्रतिशत तथा 60 से अधिक परसेंटाइल होने पर 25 प्रतिशत छात्रवृत्ति मिलेगी। बिहार के रहने वाले छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पीएम केयर योजना के लाभार्थी विद्यार्थियों को भी 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति दी जाती है।

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Bihar Politics: लालू ने तेजस्वी का किया प्रमोशन, तुरंत दे दिया बिहार के लोगों को संदेश; सियासत हुई तेज

May 10, 2024 - 8:47am

राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। Bihar Political News Today: बिहार में चौथे चरण के मतदान के पहले लालू यादव ने तेजस्वी यादव को प्रमोट किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की जमकर तारीफ की। ऐसा लग रहा था कि एक तरह से अब पूरी जिम्मेदारी वह तेजस्वी को सौंपने वाले हैं। उन्होंने तेजस्वी को ताकतवर नेता माना।

राष्ट्रीय जनता दल ने चौथे चरण के मतदान के पूर्व एक और चुनाव थीम सांग लांच किया। जिसका शीर्षक है तेजस्वी है तो ताकत है। इस थीम सॉन्ग को देर शाम राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपने एक्स पर पोस्ट किया।

लालू ने तेजस्वी की जमकर की तारीफ

लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) ने पोस्ट के अपने पुत्र और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सराहना भी की है। लालू प्रसाद ने लिखा कि तेजस्वी है तो ताकत है। उन्होंने तेजस्वी को इंकलाब और क्रांति की अमानत बताया है। साथ ही लिखा कि तेजस्वी है तो सबको शिक्षा, सबकी प्रगति और सबकी हिफाजत है। तेजस्वी है तो ताकत है, तेजस्वी है तो ताकत है।

मंडल कमीशन पर भी बोले लालू

इससे पहले लालू यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा था कि मंडल कमीशन उन्होंने लागू किया था। आरक्षण सामाजिक आधार पर दिया जाता है, धर्म के आधार पर नहीं होता है। वाजपेयी सरकार ने संविधान समीक्षा आयोग बनाया था। तीसरे चरण का रूख हमारे पक्ष में है। ये लोग 200 भी नहीं पार कर रहे हैं। ये लोग दलित पिछड़ा विरोधी हैं।

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Bihar Weather Today: बिहार में फिर बिगड़ने वाला है मौसम, 13 मई तक के लिए अलर्ट जारी; तेज आंधी से रहें सावधान

May 10, 2024 - 7:58am

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी समेत प्रदेश में आंधी-पानी का सिलसिला बने होने के कारण तापमान में गिरावट आई। इससे लोगों को भीषण गर्मी व लू (हीट वेव) से थोड़े समय के लिए राहत मिली है। बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त पुरवा हवा का प्रवाह पश्चिम बंगाल, सिक्किम होते हुए प्रदेश में आ रही है। वहीं, एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने होने के कारण प्रदेश का मौसम सुहाना बना हुआ है।

बिहार में 13 मई तक बारिश का अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार 13 मई तक प्रदेश में आंधी-पानी से राहत के आसार नहीं है। शुक्रवार को पटना सहित अधिसंख्य जिलों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात व तेज हवा 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने की संभावना है। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी समेत प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में छिटपुट वर्षा के आसार हैं।

बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवा बिगाड़ रही बिहार का मौसम

Bihar News: मौसम विज्ञानी एसके पटेल के अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठने वाली नमी युक्त पुरवा हवा पश्चिम बंगाल, सिक्किम को पार करते हुए प्रदेश में आ रही है। इसके कारण प्रदेश में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के कारण तापमान में गिरावट का क्रम जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में वर्षा होने से मौसम सामान्य बना रहा।

मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक बारिश 

प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा मुजफ्फरपुर में 66.0 मिमी दर्ज की गई। वहीं, राजधानी का अधिकतम तापमान गुरुवार को सामान्य से 9.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री का अंतर दर्ज किया गया। मई में राजधानी का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी रोहतास प्रदेश का सबसे गर्म स्थान दर्ज किया गया।

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यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मॉड्यूल पर बाहर आया NEET का प्रश्नपत्र! NTA अधिकारियों से हो सकती है पूछताछ

May 9, 2024 - 11:45pm

जागरण संवाददाता, पटना। NEET UG Paper Leak राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) अंडर ग्रेजुएट (यूजी) का पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी (विशेष अनुसंधान इकाई) को कई हैरान करने वाली जानकारियां मिली हैं, लेकिन कार्रवाई की रफ्तार स्थिर पड़ गई है।

अब तक की जांच से स्पष्ट हो चुका है कि उत्तरप्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती, बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति और नीट के पेपर लीक करने में एक ही संगठित गिरोह का हाथ है, जिसका सरगना नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला संजीव सिंह है।

बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति पेपर लीक में भी उसका नाम आया था, लेकिन आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) उसे दबोचने में नाकाम रही। हालांकि, उसका बेटा डॉ. शिव कुमार मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ा गया था। डॉ. शिव को पटना पुलिस ने नीट 2017 का प्रश्नपत्र लीक करने की कोशिश में बख्तरबंद वाहन से गिरफ्तार किया था, जिसमें उसके साथ डॉ. शुभम मंडल भी था।

दोनों उस वक्त एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। अभी शुभम यूपी की जेल में बंद है। इसी वर्ष मार्च में यूपी एफटीएफ की मेरठ यूनिट ने उसे दानापुर की आदर्श कालोनी से गिरफ्तार किया था। उसने यूपी पुलिस को बताया था कि किस तरह सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि नीट यूजी का पेपर भी उसी माध्यम से बाहर आया था।

वेयरहाउस से निकला था सिपाही भर्ती का प्रश्नपत्र

यूपी पुलिस की पूछताछ में डॉ. शुभम मंडल ने बताया था कि उसने सिपाही भर्ती का प्रश्नपत्र अहमदाबाद स्थित टीसीआइ एक्सप्रेस कंपनी की वेयरहाउस से गायब किया था। वह वेयरहाउस में कंपनी का कर्मचारी बन कर घुसा था। जिस ट्रंक में पेपर रखा था, उसके पीछे का कब्जा को पेचकस और प्लास से उखाड़ दिया। इसके बाद उसमें रखे प्रश्नों के सभी सेट को बारी-बारी निकाल कर स्कैन कर लिया था।

प्रश्नपत्र सील बंद लिफाफे में थे। उसे उखाड़ने के बाद इलेक्ट्रॉनिक मशीन से उसने दोबारा सील कर दिया था। पेपर निकालने के लिए वह पांच फरवरी को बिहार से फ्लाइट लेकर अहमदाबाद गया था। इसके एवज में उसे परीक्षा के बाद 15 लाख रुपये मिलने वाले थे। हालांकि, पेपर लीक का मामला पुलिस तक पहुंच गया और उसे रकम नहीं मिल सकी। गौर हो कि डा. शुभम कटिहार में पदस्थापित था।

इसलिए आगे से नहीं खोला कब्जा

जानकार बताते हैं कि जिस स्टील के ट्रंक में प्रश्नपत्र रखे गए थे, उसके आगे का कब्जा निकाल कर वहां कोड वाले इलेक्ट्रानिक लाक लगा दिए जाते हैं। कोड की जानकारी केवल कस्टोडियन को होती है। हर स्तर पर बक्सा और लाक का कोड बदल जाता है। मसलन, जब प्रिंटिंग प्रेस से वेयर हाउस पर प्रश्नपत्र पहुंचते हैं तो वे बड़े ट्रंक में होते हैं। इसके बाद राज्यवार प्रश्नपत्र बांटे जाते हैं।

राज्य में आने के बाद केंद्रवार प्रश्नपत्र बंटते हैं, लेकिन हर बार ट्रंक के आगे इलेक्ट्रानिक लाक लगा होता है। बिना कोड वह लाक नहीं खुल सकता। उसे उखाड़ कर अगर दूसरा लाक लगाया जाए तो कोड बदल जाएगा। यही कारण है कि शातिर ट्रंक के पीछे का कब्जा उखाड़ कर प्रश्नपत्र बाहर निकालते हैं।

शुभम ने यूपी पुलिस की पूछताछ में यह भी बताया था कि जहां-जहां प्रश्नपत्र रखे जाते हैं, उन सभी स्थानों तक माफिया पकड़ बनाने की फिराक में रहते थे। वेयरहाउस से स्ट्रांग रूम तक माफिया और उनके गुर्गे मंडराते रहते थे। मकसद, परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र हाथ लगना है।

एनटीए से इन सवालों के जवाब मांग सकती एसआइटी
  • नीट के प्रश्नपत्र किसने तैयार किए थे और उनकी छिपाई किस राज्य के प्रिंटिंग प्रेस में की गई थी?
  • वहां से प्रश्नपत्रों को किस एजेंसी के माध्यम से किस शहर में कहां रखा गया था?
  • वेयरहाउस से प्रश्नपत्रों को किस माध्यम से बिहार भेजा गया और वहां से जिला मुख्यालयों में कैसे पहुंचे?
  • ट्रांसपोर्टिंग एजेंसी का चयन किस आधार पर किया गया था?
  • वेयरहाउस से लेकर स्ट्रांग रूम तक के कस्टोडियन के नाम, पते और संवर्ग।

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'Lalu Yadav को सिर्फ चुनाव के समय ही याद आते हैं दलित', RJD सुप्रीमो को नरसंहार की बात याद दिला भड़की JDU

May 9, 2024 - 10:23pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News in Hindi जदयू के प्रदेश प्रवक्ता हिमराज राम ने गुरुवार को कहा कि चुनाव के समय ही लालू प्रसाद काे दलित याद आते हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बात कही। मीडिया पैनलिस्ट प्रतिभा सिंह भी इस मौके पर मौजूद थीं।

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल में वंचितों के खिलाफ हुई हिंसा और नरसंहार को आज भी पिछड़ा समाज नहीं भूल पाया है। चुनाव तक ही लालू प्रसाद को वंचित याद रहते हैं उसके बाद वह इन्हें भूल जाते हैं।

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद के शासनकाल में अनुसूचित जाति व जनजाति विभाग का बजट महज 48 करोड रुपए हुआ करता था जो नीतीश कुमार के शासनकाल में बढ़कर 21 सौ करोड़ रुपए हो गया है।

आरक्षण के नाम पर सिर्फ झूठ बाेलते हैं राजद के नेता: राजीव रंजन

जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार को कहा कि राजद के नेता आरक्षण पर सिर्फ झूठ बोलकर हल्ला मचाते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि इनके 15 वर्षों के राज में न तो जातियों की किसी प्रकार की गणना हुई और न ही इन्होंने पहले से चले आ रहे आरक्षण में अपने तरफ से कोई बढ़ोतरी की।

इनके राज में जमीन के बदले सरकारी नौकरियां देने के चलन की वजह से आम लोगों को पहले से चले आ रहे आरक्षण का लाभ भी ढंग से नहीं मिल सका।

राजीव रंजन ने कहा कि हकीकत यह है कि राजद के लिए आरक्षण हमेशा से केवल जनता को बहकाने और उनके वोटों की खेती करने का औजार भर रहा है।

वहीं नीतीश कुमार के राज में मिले आरक्षण की ताकत से गरीबों व महिलाओं का जबर्दस्त सशक्तिकरण हुआ है। लालू-तेजस्वी गरीबों को मिले आरक्षण को छीनने और घटाने का प्रयास कर रहे।

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Bihar Politics: 'अब वक्त आ गया है...' मुकेश सहनी ने जनता से क्यों की ऐसी अपील; PM Modi का भी लिया नाम

May 9, 2024 - 10:05pm

राज्य ब्यूरो, पटना। विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने गुरुवार को पटना, मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर और दरभंगा में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया।

इस दौरान उन्होंने उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया कि अब वक्त आ गया है कि जो सरकार गरीबों के हक की बात न करे, उस सरकार को बदल दिया जाए।

इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर शब्द बाण चलाए। सहनी ने कहा कि यह चुनाव कई मामलों में खास है। आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं, इसे बचाने के लिए मोदी सरकार से लड़ाई लड़नी होगी। जो सरकार युवा, किसान का सम्मान नहीं कर सके उसे बदलना है। यह सरकार अडानी और अंबानी की है।

उन्होंने कहा कि 2014 में प्रत्येक साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने, किसानों की आय दोगुनी करने, विदेशों से कालाधन लाकर सभी के खाते में 15 लाख रुपये देने का सपना दिखाकर भाजपा सरकार में आई। बावजूद एक भी वादा पूरा नहीं किया गया।

उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए कार्य करने की अपील की और कहा कि हमलोग हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प ले चुके है, अब समय आ गया है उस संकल्प को पूरा किया जाए।

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तेजस्वी है तो ताकत है, इंकलाब और क्रांति की ये अमानत है : लालू

राष्ट्रीय जनता दल ने चौथे चरण के मतदान के पूर्व एक और चुनाव थीम सांग लांच किया। जिसका शीर्षक है तेजस्वी है तो ताकत है।

इस थीम सांग को देर शाम राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपने एक्स पर पोस्ट किया। लालू प्रसाद ने पोस्ट के अपने पुत्र और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सराहना भी की है।

लालू प्रसाद ने लिखा कि तेजस्वी है तो ताकत है। उन्होंने तेजस्वी को इंकलाब और क्रांति की अमानत बताया है। साथ ही लिखा कि तेजस्वी है तो सबको शिक्षा, सबकी प्रगति और सबकी हिफाजत है। तेजस्वी है तो ताकत है, तेजस्वी है तो ताकत है।

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Bihar Sand Ghat Challan: पहले ही दिन कमांड सेंटर ने पकड़ी गड़बड़, 109 बालू घाटों के चालान बंद

May 9, 2024 - 10:00pm

राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने 109 बालू घाटों के सीसीटीवी के लाइव फुटेज नहीं मिलने की वजह से तत्काल प्रभाव से इन सभी घाटों के ई-चालान बंद कर दिए हैं। कंट्रोल और कमांड सेंटर को वापस जैसे ही लाइव फुटेज मिलने शुरू होंगे चालान जारी करने की प्रक्रिया पुन: शुरू कर दी जाएगी।

खान एवं भू-तत्व विभाग ने बालू के अवैध रूप से बढ़ते खनन को देखते हुए वर्ष 2024-25 में बालू घाटों से लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के निर्देश दिए थे। जिन घाटों की नीलामी हो चुकी है उनके बंदोबस्तधारियों को ही घाट पर सीसीटीवी लगाने का जिम्मा भी दिया गया था।

घाटों पर लगे सीसीटीवी से लाइव प्राप्त होने वाले वीडियो की निगरानी के लिए मुख्यालय में ही कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया गया है। गुरुवार को यह कमांड सेंटर प्रारंभ हुआ। जिसके बाद जानकारी सामने आई कि 109 घाटों से लाइव वीडियो नहीं प्राप्त हो रहे हैं। जिसके बाद विभाग ने संबंधित घाटों से परिवहन के लिए जारी होने वाले चालान पर रोक लगा दी है।

विभाग के सूत्रों ने बताया कि खान एवं भूतत्व विभाग ने यह कदम बालू के अवैध खनन, भंडारण और बिक्री रोकने के लिए उठाया है। विभाग के अनुसार, बालू घाटों से लाइव वीडियो कमांड सेंटर को जैसे ही मिलने लगेंगे चालान जारी करने की व्यवस्था दोबारा बहाल कर दी जाएगी।

बता दें कि कमांड सेंटर में लाइव वीडियो की मानीटरिंग के लिए पाली के अनुसार खनिज विकास पदाधिकारी और खान निरीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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Sam Pitroda: 'राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा गुरु घंटाल', ये क्या कह गए रविशंकर प्रसाद; सियासी बवाल तय!

May 9, 2024 - 9:33pm

राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री व पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सैम पित्रोदा के भारत को लेकर की गई नस्लीय टिप्पणी पर विपक्षी दलों की चुप्पी पर प्रश्न खड़े किए हैं।

उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, लालू यादव सहित सभी विपक्षी पार्टियों के तमाम नेता चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा ने भारत को शर्मसार किया है। भारत को लेकर नस्लीय टिप्पणी की गई है।

'कांग्रेस ने केवल चुपचाप...'

भाजपा मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता के दौरान रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस ने केवल चुपचाप सैम पित्रोदा का इस्तीफा ले लिया। सैम का यह गैर जिम्मेदार बयान भारत का अपमान है।

'सैम पित्रोदा गुरु घंटाल हैं'

उन्होंने कहा कि इस तरह के भारत को बदनाम करने वाली टिप्पणी पर नेताओं का मौन रहना बेचैन करने वाला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा 'गुरु घंटाल' हैं और उन्हें जो सिखाते हैं वही सीखते हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी ने विरासत टैक्स लगाने की बात कही।

प्रेसवार्ता में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खंडेलिया एवं मीडिया संयोजक दानिश इकबाल उपस्थित थे।

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Bihar School Timing: स्कूलों के समय की पाबंदी हटी, अब सामान्य दिनों की तरह चलेंगी कक्षाएं

May 9, 2024 - 8:17pm

जागरण संवाददाता, पटना। तेज गर्मी के कारण स्कूलों की शैक्षणिक गतिविधियों के समय पर लगाई गई पाबंदी जिला प्रशासन ने हटा ली है। अब स्कूलों का संचालन सामान्य तरीके से सकेगा।

जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने गुरुवार को जारी आदेश में कहा है कि मौसम में सुधार को देखते हुए इस न्यायालय से 30 अप्रैल को जारी शैक्षणिक गतिविधियों पर लगाए गए प्रतिबंध का आदेश नौ मई से निरस्त किया जाता है।

अब विद्यालय अपने स्तर से सामान्य तरीके से शैक्षणिक गतिविधियों का निर्धारण कर सकते हैं। गौरतलब है कि पूर्व में 10वीं तक की कक्षाओं का संचालन सुबह 10.30 बजे तक ही निर्धारित किया गया था।

कल होगी गणित और अंग्रेजी सामान्य विषय की परीक्षा

मैट्रिक विशेष एवं कंपार्टमेंटल परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को प्रथम पाली में विज्ञान और दूसरी पाली में सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित हुई। 10 मई, शुक्रवार को प्रथम पाली में सुबह 9.30 से 12.45 बजे तक गणित की परीक्षा होगी।

प्रथम पाली में ही दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए गणित के स्थान पर गृह विज्ञान की परीक्षा ली जाएगी। दूसरी पाली दोपहर दो बजे से 5.15 बजे तक अंग्रेजी सामान्य विषय की परीक्षा आयोजित होगी।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षार्थियों को निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने के लिए निर्देशित किया है।

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