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Bihar Politics: बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से एक्टिव, क्या नई रणनीति से RJD पर बन पाएगा दबाव?
सुनील राज, पटना। वैसे तो बिहार विधानसभा चुनावों की घोषणा में अभी वक्त है। लेकिन, कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने सहयोगी राजद पर दबाव की रणनीति के तहत पार्टी में केंद्रीय टीम के दिग्गजों को मोर्चा संभालने के लिए मैदान में उतार दिया है।
यूं तो पार्टी चार्जशीट कार्यक्रम के नाम पर बिहार में अपराध और विधि-व्यवस्था के मुद्दे पर एनडीए सरकार पर हमलावर है। लेकिन उसकी इस कवायद को सहयोगी दल खास कर राष्ट्रीय जनता दल दबाव से जोड़ा जा रहा है।
पिछले दो दशकों से राजद से गठजोड़ कर चुनाव मैदान में उतरने वाली कांग्रेस वैसे तो अपने दम पर अकेले मैदान में तो नहीं उतरेगी लेकिन, सीटों को लेकर दबाव में भी नहीं आएगी।
यही कारण है कि एक ओर जहां प्रदेश नेतृत्व में बदलाव किए गए, वहीं अभी से राजद पर दबाव की कोशिशें भी शुरू हो गई है।
दबाव बनाने का जिम्मा केंद्रीय स्तर के नेताओं को दिया गया है। केंद्रीय नेता यहां आकर जहां चुनाव की जमीन तैयार कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री फेस के मुद्दे पर भी खुलकर अपना पक्ष रख रहे हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि राहुल गांधी के अलावा पार्टी के करीब दिग्गज 40 नेताओं को बिहार में उतारा जा रहा है। जो नाम सामने आए हैं।
उनमें रणदीप सुरजेवाला, मीरा कुमार, दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, अलका लांबा, सुप्रिया श्रीनेत्र, कन्हैया कुमार, कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद, इमरान प्रतापगढ़ी, पवन खेड़ा, जयराम रमेश, जिग्नेश मेवाणी और कुमारी शैलेजा के नाम प्रमुख हैं।
इनमें से राहुल गांधी के तीन महीने में तीन दौरे हो चुके हैं। राहुल के अलावा सचिन पायलट, अलका लांबा, सुप्रिया श्रीनेत्र, कन्हैया, पवन खेड़ा और जिग्नेशन मेवाणी का दौरा हो भी चुका है। आने वाले महीनों में कई और वरिष्ठ कांग्रेस नेता बिहार का रुख करेंगे और कांग्रेस को मजबूत दिशा देंगे।
20 को बिहार आ सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष खरगेकांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 20 अप्रैल को बिहार आ सकते है। जानकारी के अनुसार मल्लिकार्जुन 20 को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के अध्यक्ष, प्रभारी की मौजूदगी में प्रदेश नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
पार्टी के सूत्रों की माने तो 19 को बक्सर में पार्टी की एक रैली प्रस्तावित है। इसमें भी खरगे शामिल हो सकते हैं परंतु यह कार्यक्रम अब तक तय नहीं हुआ है परंतु 20 का उनका दौरा करीब-करीब तय हो चुका है।
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Bihar News: बिहार के स्कूलों में नैतिक शिक्षा पर दिया जाएगा विशेष ध्यान, जल्द जारी होगी गाइडलाइन
राज्य ब्यूरो, पटना। चालू शैक्षणिक सत्र में सरकार स्कूली बच्चों में नैतिक शिक्षा पर जोर देने जा रही है। सभी सरकारी प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रार्थना सत्र के दौरान बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाएगी।
इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा जल्द ही सभी सरकारी विद्यालयों को गाइडलाइन जारी किया जाएगा। बच्चों को नैतिक शिक्षा के बारे में क्या-क्या बताया जाएगा, इसके बारे में पुस्तिका प्रकाशित की जा रही है। शिक्षा विभाग का कहना है कि विद्यालयों के प्रार्थना सत्र में नैतिक शिक्षा को सबसे ऊपर रखा जाएगा।
शिक्षा विभाग द्वारा सभी सरकारी विद्यालयों में बच्चों को नैतिक शिक्षा देने के साथ-साथ सामुदायिक सहभागिता काे बढ़ावा देने का भी निर्णय लिया गया है।
शिक्षा विभाग का मानना है कि नैतिक शिक्षा सामाजिक विज्ञान का हिस्सा है। यह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और उन्हें एक बेहतर समाज का निर्माण करने में मदद करता है।
सरकारी विद्यालयों में सामुदायिक सहभागिता किस प्रकार बढ़ाई जाए, इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा गाइडलाइन तैयार किया जा रहा है।
बच्चों में नैतिक मूल्यों के विकास को प्राथमिकतागाइडलाइन में बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास पर जोर दिया जा रहा है। मसलन, नैतिक शिक्षा बच्चों को ईमानदारी, सम्मान, सहानुभूति, न्याय, और जिम्मेदारी जैसे नैतिक मूल्यों को समझने और अपनाने में मदद करती है। यह बच्चों के चरित्र निर्माण में मदद करती है और उन्हें सही और गलत के बीच अंतर करने में सक्षम बनाती है।
बच्चों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने और उसे निभाने में मदद करती है। बच्चों में अनुशासन, धैर्य और बेहतर व्यवहार को बढ़ावा दिया जाएगा।
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Bihar News: बिहार के राजगीर में पहली बार होने जा रहा महिला कबड्डी विश्व कप, दर्शक मुफ्त में देखेंगे मैच
जागरण संवाददाता, पटना। Women Kabaddi World Cup: बिहार में पहली बार आयोजित होने वाली महिला कबड्डी विश्व कप 2025 के समझौता ज्ञापन पर आज हस्ताक्षर हुआ।
एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से फेडरेशन के महासचिव जितेन्द्र प्राण सिंह ठाकुर और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने हस्ताक्षर किए।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक रविंद्र नाथ चौधरी, क्रीड़ा कार्यपालक आनंदी कुमार, खेल विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार, इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन के डायरेक्टर तेजस्वी सिंह गहलोत तथा बिहार कबड्डी एसोसिएशन के चेयरमैन कुमार विजय सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान रहीं उपस्थितभारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान सोनाली विष्णु तथा उप कप्तान पुष्पा राणा भी इस ऐतिहासिक अवसर पर शामिल रहीं। खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने प्रतीक चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट कर सभी का अभिनंदन किया ।
उपस्थिति लोगों का अभिनंदन करते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि बिहार में पहली बार महिला कबड्डी विश्व कप का 1 से 10 जून तक राजगीर में आयोजन बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है।
खेल के क्षेत्र में विकास की सरकार की प्रतिबद्धता के साथ सहयोग और प्रयास के कारण बिहार को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को आयोजित करने का गौरव प्राप्त हो रहा है।
1 से 10 जून तक राजगीर के राज्य खेल अकादमी में आयोजित होने वाली महिला कबड्डी विश्व कप 2025 में भारत, ईरान, बांग्लादेश, नेपाल , थाईलैंड, हॉलैंड ,जापान, पोलैंड, अर्जेंटीना, हंगरी, जर्मनी, केन्या, युगांडा सहित 14 देश की टीमों के शामिल होने की संभावना है।
दर्शक मुफ्त में देखेंगे मैचदर्शकों के लिए मैच निःशुल्क होंगे मगर टिकट पास के लिए ऑनलाइन ही रजिस्ट्रेशन कराकर प्राप्त करने होंगे। जिन्हें पास उपलब्ध नहीं हो पाएगा, उनके लिए बाहर बड़े स्क्रीन पर मैच देखने की व्यवस्था की जाएगी।
रवीन्द्रण शंकरण ने कहा कि महिला कबड्डी विश्व कप में शामिल होने वाली खिलाडियों के आने-जाने, भोजन आवासन सहित हर प्रकार की सुविधाओं की सुचारु व्यवस्था बिहार सरकार कर रही है।
बिहार के खिलाड़ियों को सीखने का मौकाएमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव जितेन्द्र प्राणसिंह से अनुरोध किया कि 15 दिन तक भारतीय टीम का प्रशिक्षण कैंप राजगीर में ही आयोजित की जाए, जिससे भारतीय टीम को यहां के माहौल में ढलने में आसानी होगी तथा बिहार के खिलाड़ियों को भी उनके साथ प्रैक्टिस करने और सीखने का मौका मिलेगा।
बिहार के लिए अच्छे प्रशिक्षक और रेफरी के लिए भी आग्रह किया, ताकि बिहार के खिलाड़ी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर कर सकें।
एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव जितेन्द्र प्राणसिंह तथा इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन के डायरेक्टर तेजस्वी सिंह गहलोत ने खेल के क्षेत्र में बिहार की निरंतर बढ़ती उपलब्धियों पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए भविष्य में बिहार की कबड्डी को हर संभव सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया।
उन्होंने कहा कि बिहार की कबड्डी टीम जूनियर लेवल पर काफी अच्छा कर रहा है और बेहतर प्रशिक्षण के साथ सीनियर लेवल पर भी काफी अच्छा करेगी।
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Bihar Weather Today: सावधान! बिहार में आज भी आंधी-बारिश मचाएगी तबाही, IMD ने जारी किया यलो अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त हवा बिहार के पूर्वी इलाकों से हिमालय की तराई वाले इलाके से होते हुए उत्तर प्रदेश तक गुजर रही है। इनके प्रभाव से पटना सहित अधिसंख्य भागों में बादल छाए रहने के साथ गरज-तड़क की संभावना है।
24 जिलों में बारिश के आसारमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, प्रदेश उत्तर व दक्षिण-पूर्व के 24 जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात व झोंके के साथ हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। कुछ इसी प्रकार की स्थित 16 अप्रैल तक बने रहने की संभावना है।
वाल्मीकि नगर में 3.0 मिमी बारिशबीते 24 घंटों के दौरान पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर में 3.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। शेष जिलों में पुरवा के कारण मौसम सामान्य बना रहा। मौसम विभाग के अनुसार, मौसम गर्म और ठंडी हवा के टकराने से मौसम में अचानक बदलाव की स्थिति उत्पन्न होती है। इस दौरान हवा की दिशा दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व की ओर होती है।
मौसम के इस पैटर्न के कारण आंधी, तूफान और ओले के साथ वर्षा होती है। इस दौरान हवा लगभग 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है। कहीं-कहीं वज्रपात भी होता है इसके कारण जान-माल का नुकसान होता है।
गया रहा प्रदेश में सबसे गर्मशनिवार को पटना का अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस एवं 37.0 डिग्री सेल्सियस के साथ गया में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वाल्मीकि नगर में 3.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। डेहरी को छोड़कर पटना सहित शेष जिलों के अधिसंख्य भागों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 33.9 23.6 गया 37.0 22.0 भागलपुर 33.7 23.1 मुजफ्फरपुर 31.0 23.1
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Bihar DElEd Exam 2025: डीएलएड फेस टू फेस परीक्षा के लिए 15 से 26 अप्रैल तक भरें फॉर्म, यहां देखें पूरा शेड्यूल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने डीएलएड परीक्षा 2025 में शामिल होने वाले मूल पंजीयन कार्ड वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
परीक्षा समिति ने कहा है कि त्रुटियों का सुधार के उपरांत समिति के वेबसाइट https://secondary.biharboardonline.com पर विद्यार्थियों का मूल पंजीयन कार्ड एवं सत्र 2024-26 के प्रथम वर्ष और सत्र 2023-25 के द्वितीय वर्ष की डीएलएड परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा आवेदन पत्र का प्रपत्र अपलोड कर दिया गया है।
संस्थान के प्राचार्य उक्त वेबसाइट से मूल पंजीयन कार्ड एवं परीक्षा आवेदन का प्रपत्र डाउनलोड कर अपने संस्थान के विद्यार्थियों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
विद्यार्थी प्राचार्य से पंजीयन कार्ड की मूल प्रति एवं परीक्षा आवेदन प्रपत्र प्राप्त करेंगे। दिए गए विवरणी और निर्देश के अनुसार 15 से 26 अप्रैल के बीच ऑनलाइन परीक्षा आवेदन भरेंगे और साथ में निर्धारित शुल्क भी जमा करना सुनिश्चित करेंगे।
डीएलएड पाठ्यक्रम के प्रशिक्षण सत्र 2021-23 के द्वितीय वर्ष, सत्र 2022-24 के प्रथम एवं द्वितीय तथा सत्र 2023-25 के प्रथम वर्ष की पूर्व में आयोजित परीक्षा शामिल हुए और अनुत्तीर्ण हो गए या किसी कारणवश परीक्षा में शामिल नहीं हुए हो, तो ऐसे विद्यार्थी पर ऑनलाइन परीक्षा आवेदन प्रपत्र भर सकते हैं।
जो विद्यार्थी निर्धारित अवधि में ऑनलाइन परीक्षा आवेदन पत्र नहीं भरेंगे, वे किसी भी स्थिति में परीक्षा में शामिल नहीं होंगे।
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JEE Main 2025: NTA ने जारी की जेईई मेन 2025 सेशन 2 की Answer Key, ऐसे आपत्ति दर्ज करा सकते हैं स्टूडेंट्स
जागरण संवाददाता, पटना। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन (JEE Main) अप्रैल सत्र के लिए उत्तर कुंजी (answer key), प्रश्न पत्र (question paper) और उम्मीदवारों की रिकॉर्ड की गई प्रतिक्रियाएं (recorded responses) जारी कर दी हैं।
परिणाम और रैंक की घोषणाजेईई मेन अप्रैल सत्र का रिजल्ट (result) और ऑल इंडिया रैंक (All India Rank) 17 अप्रैल को घोषित किया जाएगा। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से 13 अप्रैल को रात 11:50 बजे तक अस्थायी आंसर-की (provisional answer key) के खिलाफ अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं।
परीक्षा विवरण
बीई-बीटेक के लिए दूसरे सत्र की परीक्षा दो से नौ अप्रैल तक आयोजित की गई थी, जिसमें 11 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। जेईई मेन का आयोजन कंप्यूटर आधारित किया गया है, एनटीए ने संबंधित पाली के प्रश्नपत्र और रिकॉर्डेड रिस्पांस के आधार पर परीक्षार्थियों से प्रोविजनल आंसर-की के विरुद्ध आपत्ति मांगी है।
आपत्ति प्रक्रियाविद्यार्थी रविवार की रात 11:50 बजे तक आंसर की के विरुद्ध प्रमाण के साथ आपत्ति दर्ज कराएंगे। प्रत्येक आपत्ति के लिए 200 रुपये शुल्क जमा कराना होगा। लिंक पर रजिस्ट्रेशन नंबर एवं पासवर्ड सबमिट करने पर प्रश्नपत्र एवं रिकॉर्डेड रिस्पांस डाउनलोड हो जाएगा।
डाउनलोड किए गए प्रश्नपत्र पर विद्यार्थी का नाम, एप्लीकेशन नंबर एवं रोल नंबर अंकित है। विशेषज्ञों के अनुसार, 75 प्रश्न अलग-अलग क्वेश्चन आईडी के रूप में प्रदर्शित हैं एवं उस प्रश्न का सही आंसर भी करेक्ट ऑप्शन आईडी के रूप में मिलेगा।
उत्तरों का मिलानविद्यार्थी इस क्वेश्चन आईडी और ऑप्शन आईडी को डाउनलोड किए गए प्रश्नपत्र से मिलाकर अपने उत्तरों की जांच कर सकते हैं। संशय की स्थिति में उसके सामने दिए गए चारों उत्तरों के ऑप्शन आईडी के विकल्पों में सही विकल्प को चुनकर चैलेंज कर सकते हैं।
प्रत्येक चैलेंज के लिए विद्यार्थी को 200 रुपये का प्रोसेसिंग फीस देना होगा। यह जमा नहीं कराने पर आपत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। विद्यार्थी एक या एक से अधिक प्रश्नों को भी चैलेंज कर सकते हैं। चैलेंज किए गए प्रश्नों से संबंधित दस्तावेज को स्कैन कर अपलोड भी करना है।
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Patna News: एक्शन में पटना डीएम, दाखिल-खारिज को लेकर 3 सीओ पर हो गई कार्रवाई; 1 थानेदार पर भी गिरी गाज
जागरण संवाददाता, पटना। जनशिकायत के मामले में जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह किसी कोताही के मूड में नहीं हैं। एक बार फिर उन्होंने चार पदाधिकारियों पर कार्रवाई की है।
लोक शिकायत के निष्पादन में शिथिलता बरतने को ले फुलवारीशरीफ तथा घोसवरी सीओ पर एक-एक हजार जुर्माना लगाने के साथ स्पष्टीकरण किया गया।
दानापुर अंचल अधिकारी तथा सुनवाई से अनुपस्थित रहने के कारण मसौढ़ी थानाध्यक्ष से भी जवाब-तलब किया गया है। थानेदार के मामले में अगली सुनवाई में वरीय पुलिस अधीक्षक स्वयं उपस्थित रहेंगे।
महीनों से लंबित है दाखिल-खारिज व परिमार्जन का मामलाएक मामला फुलवारीशरीफ के न्यू जगनपुरा निवासी आमोद बिहारी सिन्हा का था। उनकी शिकायत दाखिल-खारिज के संबंध में थी।
परिवादी ने सदर अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष 11 नवंबर 2024 को ही परिवाद दायर किया था। लगभग छह महीने से भी मामला अंचल अधिकारी के स्तर पर ही लंबित है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह उनकी स्वेच्छाचारिता, शिथिलता तथा संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है। अंचल अधिकारी पर एक हजार रुपये का अर्थदंड लगाते हुए उनसे कारण-पृच्छा की गई।
दूसरा मामला घोसवरी के करकायन निवासी मुरारी मोहन का था। अपीलार्थी की शिकायत परिमार्जन का निष्पादन नहीं किए जाने के संबंध में थी। इस मामले में घोसवरी सीओ की रिपोर्ट भी स्पष्ट नहीं थी।
जिलाधिकारी ने कहा कि अंचल अधिकारी की यह कार्यशैली अत्यंत आपतिजनक है। असंवेदनशीलता, अस्पष्ट प्रतिवेदन तथा शिकायत निवारण में विलंब के कारण जिलाधिकारी ने उनपर भी एक हजार अर्थदंड लगाते हुए स्प्ष्टीकरण मांगा।
ऐसा ही एक मामला बिक्रम प्रखंड के बाघाकोल निवासी दीपक कुमार का था। उन्होंने दाखिल-खारिज वाद के मामले में द्वितीय अपील में वाद दायर किया था। इसमें दानापुर के अंचल अधिकारी की उदासीनता सामने आई।
करीब पांच महीने से मामला उनके स्तर पर ही लंबित है। उन्होंने सीओ से स्पष्टीकरण के साथ सुनवाई की अगली तिथि में कार्रवाई प्रतिवेदन के साथ उपस्थित रहने का निर्देश दिया।
छह माह में भी थानेदार ने नहीं की एफआइआरबार-बार आवेदन एवं साक्ष्य देने के बावजूद एफआइआर दर्ज नहीं करने की शिकायत मसौढ़ी के नुरा गांव निवासी राहुल सिंह की थी। उन्होंने द्वितीय अपील में वाद दायर किया था।
जिलाधिकारी ने सुनवाई में पाया कि मसौढ़ी थानाध्यक्ष ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। आज की सुनवाई से भी वे अनुपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कहा कि करीब छह महीना से परिवाद थानाध्यक्ष के स्तर पर ही लंबित है।
उन्होंने निर्देशों का अनुपालन नहीं किया है। लोक शिकायत के मामले में असंवेदनशीलता प्रदर्शित करने तथा शिकायत निवारण में विलंब के कारण जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण किया।
सुनवाई की अगली तिथि से पूर्व परिवाद का नियमानुसार निवारण करने का निर्देश दिया। अगली सुनवाई में वरीय पुलिस अधीक्षक स्वयं उपस्थित रहेंगे।
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भूमि सर्वे को लेकर आया नया अपडेट, मंत्री ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
Bihar Politics: केंद्र से मिल गया एक और गिफ्ट, बिहार आते ही PM मोदी 5.20 लाख लोगों को एकसाथ देंगे खुशखबरी
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को एक दिवसीय बिहार दौरे में कई बैठक ली।
इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार के कई मंत्रियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक के उपरांत 5.20 लाख प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास देने की घोषणा की।
मुख्य सचिवालय सभागार में हुई बैठक में शिवराज ने 24 अप्रैल को पंचायत राज दिवस पर मधुबनी में होने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी ली।
आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बिहार में ग्रामीण विकास की केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की।
सात माह में मिला 14 लाख आवासशिवराज सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष सात लाख 90 हजार प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत बिहार के पात्र भाइयों-बहनों को दिए गए थे।
आवास प्लस की जो दो सूची बनी थी, उसमें से लगभग 5 लाख 20 हजार मकान अभी बचे थे। अब 5 लाख 20 हजार मकान और बिहार के कच्चे मकानों में रहने वाले भाई-बहनों को पक्के मकान बनाने के लिए दिए जाएंगे। इस प्रकार कुल मिलाकर 7-8 महीने में 14 लाख मकान बिहार के हमारे भाई-बहनों को मिल जाएगा।
24 अप्रैल को प्रधानमंत्री के हाथों जो नए स्वीकृत मकान हैं 5 लाख 20 हजार, उनके स्वीकृति पत्र और जो पहले से स्वीकृत मकान हैं, मकान बनाने के लिए जो अलग-अलग किस्तों में राशि दी जाती है, वो किस्त सिंगल क्लिक के माध्यम से खाते में डाली जाएगी।
योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयनउन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ग्रामीण विकास की हर योजना का यहां बहुत बेहतर और आदर्श क्रियान्वयन हो रहा है।
लखपति दीदी भी 3 लाख से ज्यादा यहां बन चुकी है। 20 लाख इसी वर्ष बनाने का लक्ष्य है, तो तेजी से हर कार्यक्रम को क्रियान्वित करने का आदर्श काम बिहार की सरकार कर रही है।
बैठक में केंद्रीय मंत्री राजीव ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री द्वय सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अतिरिक्त कई मंत्री एवं अधिकारी उपस्थित थे।
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Bihar News: सरकारी स्कूलों में बिना आधार के भी होगा बच्चों का नामांकन, ACS एस. सिद्धार्थ ने दी जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में पहली कक्षा में बिना आधार कार्ड के भी बच्चों का नामांकन होगा। इस पर शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है।
आवश्यक दस्तावेजआधार कार्ड नहीं रहने की स्थिति में जन्म प्रमाणपत्र या ऐसे ही दूसरे दस्तावेज अभिभावक को विद्यालय में देने होंगे। शिक्षक किसी भी बच्चे को नामांकन के बिना विद्यालय से वापस नहीं करेंगे।
शिक्षा विभाग की घोषणाशिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को शिक्षा की बात हर शनिवार कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह जिला प्रशासन का दायित्व है कि वह नामांकन से संबंधित दस्तावेजों को देखें।
गर्मी की छुट्टियों में शिक्षाअपर मुख्य सचिव ने कहा कि हर गांव में कोई भी बच्चा बिना विद्यालय के नहीं रहे। शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन सुनिश्चित हो। गर्मी की होने वाली छुट्टी में बच्चे घर पर रहेंगे। उस दौरान बच्चों को प्रोजेक्ट बेस्ड शिक्षा दी जाए।
बच्चे के गांव में किस प्रकार के पेड़, चिड़िया, जानवर हैं। इसे प्रोजेक्ट में शामिल किया जाना चाहिए। बच्चों से उनके चित्र भी बनवाए जा सकते हैं। यानी, गर्मी की छुट्टी में बच्चों को घरों में दी जाने वाली शिक्षा में उनके परिवेश पर फोकस किया जाय।
प्रधानाध्यापकों को दिए जाएंगे हैंडबुकअपर मुख्य सचिव ने कहा कि सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को हैंडबुक भी दिए जाएंगे। हैंडबुक के संचालन से संबंधित गाइडलाइन जारी होगी।
राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को गाइडलाइन तैयार करने के लिए कहा गया है। भविष्य में जब संसाधन जुटेंगे, तो पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को भी कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी।
कंप्यूटर शिक्षा का विस्तारप्राथमिक विद्यालयों को भी कंप्यूटर उपलब्ध कराये जाएंगे। वर्तमान में छठी कक्षा से कंप्यूटर की शिक्षा की व्यवस्था की गयी है। मध्य विद्यालयों में छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों की कंप्यूटर की शिक्षा के लिए आईसीटी लैब है। माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जा रही है।
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Bihar Politics: चुनाव से पहले कन्हैया समेत 40 कांग्रेस नेताओं की बढ़ी टेंशन, FIR दर्ज; बिहार में तेज हुई सियासत
जागरण संवाददाता, पटना। पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री आवास जा रहे कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार समेत 40 लोगों पर प्राथमिकी की गई।
एसकेपुरी थाने से सभी बांड भरा कर छोड़ दिया गया। प्राथमिकी नगर निगम के रजिस्ट्रार गोपाल प्रसाद चौहान की लिखित शिकायत पर की गई।
डीएसपी साकेत कुमार ने बताया कि प्राथमिकी में वर्णित धाराएं जमानती हैं। इस कारण सभी को थाने से रिहा कर दिया गया।
सीएम आवास जा रहे थे सभी नेताबता दें कि शुक्रवार को कन्हैया कुमार ने पार्टी के नेताओं और समर्थकों के साथ सदाकत आश्रम से पदयात्रा निकाली थी। वे मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे।
पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सभी को राजापुर में रोक लिया था। बावजूद इसके वे आगे बढ़ने लगे तो पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई।
इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। मौके से कन्हैया समेत 40 कांग्रेसियों को हिरासत में लिया गया था। थानेदार ने बताया कि कन्हैया बिना अनुमति लिए पदयात्रा निकाल रहे थे। उन्हें रोकने का प्रयास किया गया था।
घरेलू गैस की कीमतें बढ़ाने पर कांग्रेस ने किया पुतला दहनदेश में महंगाई से पहले ही परेशान जनता के ऊपर केंद्र सरकार ने रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि कर दोहरी चोट दी है। इसका विरोध करते हुए बक्सर में जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को केंद्र सरकार का पुतला दहन किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने की। लोगों को संबाेधित करते जिलाध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार आम जनता के ध्यान को भटकाकर देश को बर्बादी के कगार पर पहुंचाने का काम कर रही है।
सत्ता में आने से पहले महंगाई और गैस सिलेंडर की कीमतों को ही मुद्दा बनाकर सत्ता हासिल किया था। सत्ता में आने के पहले मोदी सरकार ने हर परिवार के सदस्यों को 15 लाख, किसानों की दोगुनी आय तथा हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था।
हर वादे पर विफल मोदी सरकार झूठ की पराकाष्ठा को पार कर चुकी है। पुतला दहन कार्यक्रम में डा. प्रमोद ओझा, विरेंद्र राम, संजय पांडेय, महिमा उपाध्याय, निर्मला देवी, पुष्पा वर्मा, राजारमन पांडेय समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का हाल-चाल लेने बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पिछले दिनों दिल्ली एम्स पहुंचे थे।
उस भेंट को दोनों दलों के बीच असहज हो रहे संबंधों पर विराम माना जा रहा था, लेकिन अंदरखाने अभी सब कुछ सामान्य नहीं।
गठबंधन में नेतृत्व का मुद्दाकांग्रेस के दूसरे नेताओं की तरह शुक्रवार को पटना में सचिन पायलट भी यह कह गए कि महागठबंधन के नेता का चयन घटक दलों की आपसी सहमति से चुनाव बाद होगा।
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर चुका राजद मान रहा कि कांग्रेस के इस रुख का कारण हैसियत की होड़ है।
सम्मानजनक सीटों की अपेक्षा वाम दलों को भी है, लेकिन अस्थिर चित्त वाले विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) की मुखरता सुखद संकेत नहीं।
ऐसे में राजद अभी सीटों के मुद्दे पर मौन रहना ही श्रेयस्कर समझ रहा, ताकि तेजस्वी का हित प्रभावित न हो।
बहरहाल राजद की दुखती रग को कांग्रेस इतना दबा देना चाहती है कि समझौते की पेशकश दूसरी ओर से होने लगे।
यह सोची-समझी रणनीति है, जिसका सबक कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से मिला है। तब एक-एक सीट के लिए लालू ने उसे पानी पिलाया था।
अब बारी कांग्रेस की है, जो मनचाही सीटोंं के लिए राजद को उसी के पैंतरे में उलझाए हुए है। महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर बनाई गई भ्रम की स्थिति का असली कारण यही है।
सीटों पर खींचतान जारीअपने वर्चस्व की चिंता में राजद अगर स्ट्राइक रेट की दुहाई देता है तो वामदलों का प्रदर्शन आड़े आ जाता है। महत्वाकांक्षी वीआइपी तो 60 सीटों के साथ उप मुख्यमंत्री का पद भी मांग रही।
कांग्रेस को कम-से-कम 70 सीटें चाहिए। यह संख्या राजद के गणित को गड़बड़ा देती है, जो स्वयं 150 से अधिक सीटों पर लड़ना चाह रहा।
भाकपा (माले) सार्वजनिक रूप से मुखर तो नहीं, लेकिन विधान परिषद में कांग्रेस की रिक्त सीट लेकर वह पूर्वाभास करा चुका है।
अभी राजद का सबसे विश्वस्त सहयोगी माले ही है, जबकि लालू कभी कांग्रेस को हाफ और वामदलों को साफ करने का संदेश दिया करते थे।
उसी कांग्रेस और वामदलों को राजद पिछले तीन-चार चुनावों से अपनी छतरी के नीचे रखे है। ऐसा लालू के राजनीतिक कौशल से संभव हुआ, जिसमें तेजस्वी को अभी सिद्धस्त होना है।
घटक दलों के लिए अपना हित साधने का यही अवसर है। इसीलिए अब पप्पू यादव भी तेजस्वी को अहंकारी राजनीति छोड़ एक कदम पीछे हटने की राय दे रहे।
पप्पू और कन्हैया की भूमिकादबंग छवि वाले पप्पू और वाकपटु कन्हैया कुमार राजद को इसलिए नहीं जंचते, क्योंकि जातिगत नेतृत्व और युवा-वय के आधार पर वे दोनों तेजस्वी के लिए चुनौती हैं।
अब पप्पू को कांग्रेस अपने अधिवेशन तक में आमंत्रित कर रही और कन्हैया की ''पलायन रोको-नौकरी दो'' यात्रा में राहुल गांधी तक सहभागिता कर रहे।
प्रतिकार में तेजस्वी को यह बताना पड़ रहा कि पलायन, बेरोजगारी, आरक्षण और संविधान पर आंदोलन मेंं राजद सर्वप्रथम है।
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Bihar Politics: RJD विधायक रीतलाल यादव की होगी गिरफ्तारी! पुलिस को मिले पुख्ता सबूत; अब सामने आया असली मामला
जागरण संवाददाता, पटना। बिल्डर से रंगदारी मांगने और जमीन का फर्जी कागजात बनाने से संबंधित पुख्ता साक्ष्य पटना पुलिस को मिल गए हैं।
अब पुलिस राजद विधायक रीतलाल यादव की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट लेगी। हालांकि, उनके भाई पिंकू यादव, भतीजे धीरज यादव और साझेदार सुनील कुमार उर्फ सुनील महाजन की तलाश तेज कर दी गई है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस पैसे के लेन-देन का स्रोत पता करने के लिए आयकर विभाग की मदद लेगी। सभी आरोपितों के बैंक खाते और जमीन में निवेश से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है।
इसके बाद आरोपितों पर पीएमएलए के तहत मनी लांड्रिंग का मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। साथ ही अपराध से अर्जित की गई संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई हो सकती है।
दानापुर एएसपी भानु प्रताप सिंह ने स्पष्ट कर दिया कि खगौल थाने में दर्ज प्राथमिकी में लगे आरोपों को पुष्ट करने के साक्ष्य हाथ लगे हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
कहां गए हथियार, पता लगा रही पुलिससूत्र बताते हैं कि विधायक आवास में बिल्डर के साथ हुई बातचीत के अलावा वहां के माहौल की भी जानकारी दी मिली थी।
बताया गया था कि जिस वक्त बातचीत हो रही थी और धमकी देकर जबरन चार लाख रुपये वसूले गए थे, उस समय वहां कई लोग मौजूद थे।
उन लोगों के पास आधुनिक हथियार थे, जिन्हें देखने से स्पष्ट था कि वे गैर लाइसेंसी हैं। एके सीरिज के हथियारों के बारे में भी सूचना मिली थी।
हालांकि, पुलिसिया कार्रवाई की भनक विधायक समेत अन्य आरोपिताें को पहले ही लग गई थी। इस कारण आरोपितों के ठिकानों पर एक भी हथियार नहीं मिला।
जबकि, पहले भी गैर लाइसेंसी हथियार रखने पर विधायक के निजी अंगरक्षक, भाई और उनके करीबी लोग जेल जा चुके हैं।
स्टांप और दस्तावेजों की होगी जांचसूत्रों के मुताबिक, विधायक के घर से बरामद 14 डीड, एग्रीमेंट पेपर, स्टांप आदि जांच के लिए निबंधन कार्यालय में जांच के लिए भेजा जाएगा।
कागजात की सत्यता की जांच होने के बाद कई नए तथ्य भी सामने आ सकते हैं। इसके बाद कार्रवाई में पुलिस को मजबूती मिलेगी।
संभव है कि कागजात में त्रुटि पाए जाने पर निबंधन कार्यालय की ओर से एक और प्राथमिकी हो सकती है। इसमें कई छिपे चेहरे भी सामने आ सकते हैं।
क्या है मामलाशास्त्री नगर थानांतर्गत पुनाईचक प्रोफेसर कॉलोनी में रहने वाले सह जेनेक्स इको इंफ्रा प्रा. लि. नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक कुमार गौरव ने विधायक रीतलाल यादव समेत चार आरोपितों के विरुद्ध खगौल थाने में प्राथमिकी कराई थी।
उन्होंने पुलिस को बताया था कि 2023 में खगौल थानांतर्गत कोथवां में 18 कट्टे का भूखंड लेकर 38 फ्लैट बनाने का काम शुरू किया था।
विधायक के भाई पिंकू यादव ने बिल्डर से मुलाकात की और विधायक का आदेश बताते हुए धमकी दी कि निर्माण सामग्री यथा गिट्टी, बालू, ईंट आदि मुझसे ही लेना होगा। पिंकू कभी सामग्री की बिल नहीं देता था।
बिल्डर के हिसाब से 19 लाख रुपये बकाया था, जबकि पिंकू 33 लाख देने का दबाव बना रहा था। पिछले वर्ष दीपावली से पहले विधायक ने बिल्डर को कॉल कर मिलने बुलाया और आवास पर उनसे 50 लाख रंगदारी मांगी गई। जबरन चार लाख रुपये वसूले गए और जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
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Bihar News: अल्पसंख्यक छात्रों के लिए खुशखबरी! 11 छात्रावासों में मुफ्त डेटा इंट्री कोर्स होगा शुरू
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के 11 जिलों में संचालित अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावासों में डोमेस्टिक डेटा इंट्री ऑपरेटर कोर्स शुरू किया जाएगा।
इसमें किशनगंज, खगड़िया, कटिहार, बेगूसराय, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गया, रोहतास, नवादा और औरंगाबाद जिले के अल्पसंख्यक छात्रावास शामिल हैं। यहां रहने वाले छात्र-छात्राओं को निशुल्क कोर्स की सुविधा दी जाएगी।
इसके अलावा मौलाना मजहरुल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय से डीसीए कोर्स निशुल्क कराया जाएगा। इसमें केवल विश्वविद्यालय का निबंधन एवं परीक्षा शुल्क लिया जाएगा।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अनुसार मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना के तहत निशुल्क कोर्स कराने की पहल की जा रही है, ताकि युवाओं को कौशल विकास एवं रोजगार के नए अवसर प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो।
साथ ही अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को कौशल विकास के लिए हर जिले में अलग से केंद्र भी खोला जाएगा।
मध्य विद्यालयों में शिक्षकों के मानक की होगी समीक्षावहीं, दूसरी ओर राज्य के 31,207 सरकारी मध्य विद्यालयों में शिक्षकों के तय मानक है या नहीं, इसकी समीक्षा होगी, ताकि छात्र-शिक्षक अनुपात का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।
शिक्षा विभाग द्वारा मध्य विद्यालयों (कक्षा एक से आठ) में प्रधानाध्यापक समेत न्यूनतम नौ शिक्षक का मानक निर्धारित किया गया है। इस संबंध में प्राथमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया गया है।
इसमें कहा गया है कि शिक्षकों के तय मानक को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाया जाए। इसी मानक के आधार पर विद्यालयों में शिक्षकों के स्वीकृत बल और आवश्यक शिक्षकों की रिपोर्ट शिक्षा विभाग के ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है।
निर्देश के मुताबिक प्रत्येक शिक्षक के लिए कम-से-कम एक वर्ग कक्ष होना चाहिए। शिक्षकों का वास्तविक आकलन विद्यालय में कमरों की उपलब्धता के आधार पर किया जाएगा।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने भूमि सर्वेक्षण का प्रथम चरण जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। शनिवार को पटना में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने प्रथम चरण के सर्वेक्षण की धीमी गति पर चिंता जाहिर की।
प्रथम चरण की प्रगतिप्रथम चरण में राज्य के 20 जिलों के 89 अंचलों के 5657 गांवों में भूमि सर्वेक्षण चल रहा है। समीक्षा बैठक में सभी जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारी शामिल हुए।
इसमें विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, सचिव जय सिंह एवं निदेशक, भू अभिलेख एवं परिमाप कमलेश कुमार सिंह भी शामिल थे। अपर मुख्य सचिव और सचिव ने प्रत्येक जिले के बंदोबस्त पदाधिकारियों के लिए उनकी सहमति से टारगेट फिक्स किया।
मुख्यालय द्वारा निगरानीसरावगी ने कहा कि सभी अधिकारी नियमित रूप से विशेष सर्वेक्षण शिविरों के कार्यों का निरीक्षण सुनिश्चित कर रैयतों को हो रही परेशानियों को दूर करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य की मॉनिटरिंग मुख्यालय में अधिकारियों की टीम कर रही है। यह टीम फील्ड में आने वाली दिक्कतों को दूर कर रही है।
दूसरे चरण के विशेष सर्वेक्षण के जिलों में स्वघोषणा एवं वंशावली जमा करने में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पूर्वी तथा पश्चिमी चंपारण में रैयतों की ओर से स्वघोषणा एवं वंशावली जमा करने में देरी हो रही है।
उन्होंने पदाधिकारियों को रैयतों के बीच जाकर उन्हें जागरूक कर गति को और तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सर्वे कार्यक्रम में किसी भी पदाधिकारी/कर्मी के विरुद्ध कोई भी गंभीर शिकायत प्राप्त होती है तो उनके विरुद्ध निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुविधाओं में सुधारअपर मुख्य सचिव ने कहा कि विशेष सर्वेक्षण के दौरान रैयतों की सुविधा में लगातार सुधार किया जा रहा है। सर्वेक्षण के कार्य में लगे पदाधिकारियों का दायित्व है कि नीचे के कर्मियों तक सभी निर्देश पहुंचाने के लिए लगातार उनके साथ बैठक करें।
सचिव जय सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी सप्ताह में शिविरों का निरीक्षण सुनिश्चित करें। इससे रैयतों की परेशानी दूर की जा सकेगी।
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Patna News: साइबर ठगों का नया पैंतरा, युवती के नाम से फर्जी ID बनाकर युवक को फंसाया; अब कर रहे ब्लैकमेल
जागरण संवाददाता, पटना। पटना में साइबर अपराधियों ने एक नया तरीका अपनाया है। उन्होंने फेसबुक पर एक युवती के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई और उस पर लड़की की तस्वीर लगाकर एक युवक को अपने जाल में फंसा लिया। अब ठगों द्वारा युवक से पैसे की मांग की जा रही है।
अश्लील वीडियो कॉल और ब्लैकमेलइस गिरोह ने युवती के माध्यम से युवक को अश्लील वीडियो कॉल करने के लिए उकसाया और उस कॉल को रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद, युवक और उसकी पत्नी की तस्वीरों को एडिट करके अश्लील वीडियो बना दिया।
30 लाख रुपये की फिरौतीअब ये अपराधी रिकॉर्ड किए गए वीडियो और एडिटेड तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी दे रहे हैं और युवक से 30 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है।
पुलिस जांच में जुटीपीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसे "चांदनी" नाम के प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। दोस्ती के बाद, उस लड़की ने उसे दानापुर रेलवे स्टेशन के पास मिलने के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं गया। इसके बाद उसे एक और लड़की के नाम से मैसेज आया, जिससे उसे एहसास हुआ कि वह ठगों के जाल में फंस चुका है।
क्रेडिट कार्ड के नाम पर धोखाधड़ीएक अन्य घटना में, पुनाईचक के एक युवक को अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मचारी बताया और क्रेडिट कार्ड के बारे में बात की। उसने युवक को व्हाट्सएप पर स्क्रीन शेयर करने के लिए कहा और उसकी तस्वीरें ले लीं।
इसके बाद, उसने युवक को अपने दूसरे बैंक खाते के क्रेडिट कार्ड नंबर को एडिट करके शेयर करने के लिए कहा। जैसे ही युवक ने स्क्रीन शेयर की और क्रेडिट कार्ड नंबर दिया, उसके तुरंत बाद उसके खाते से 20 हजार रुपये निकल गए।
ठगों ने खाते से उड़ाए पैसेइसी तरह, बाढ़ के एक व्यक्ति के मोबाइल और ईमेल को हैक करके उसके बैंक खाते से छह बार में 10 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए गए। साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। एक अन्य मामले में, बाढ़ के एक व्यापारी को ट्रक देने के नाम पर दस लाख रुपये की ठगी की गई है।
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Patna News: बिहार सिविल कोर्ट क्लर्क भर्ती परिणाम घोषित, देखें कितना रहा Cutoff
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार सिविल कोर्ट क्लर्क भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इस परीक्षा में कुल 42,397 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है। इन सभी के कटऑफ भी जारी किया गया है।
परिणाम वेबसाइट पर
22 दिसंबर को आयोजित इस परीक्षा का परिणाम आधिकारिक वेबसाइट https//patna.dcourts.gov.in/notice-category/recruitments/ पर अपलोड कर दिया गया है। उम्मीदवार अपना परिणाम वेबसाइट पर देख सकते हैं।
7692 पदों पर भर्ती
इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से कुल 7692 पदों को भरा जाना है। इनमें क्लर्क के 3325 पद, स्टेनोग्राफर के 1562 पद, कोर्ट रीडर के 1132 पद और प्यून के 1673 पद शामिल हैं।
वर्गवार कटऑफ और चयनित अभ्यर्थी
विभिन्न वर्गों के लिए रिक्तियों की संख्या, कटऑफ अंक और चयनित अभ्यर्थियों की संख्या इस प्रकार हैं
- सामान्य वर्ग 1330 पद, कटऑफ 70 अंक, चयनित 17,043
- अभ्यर्थी ईडब्ल्यूएस 332 पद, कटऑफ 65, चयनित 4,176अभ्यर्थी
- पिछड़ा वर्ग (बीसी) 399 पद, कटऑफ 67 अंक, चयनित 4,968 अभ्यर्थी
- ईबीसी 599 पद, कटऑफ 63 अंक, चयनित 8,269 अभ्यर्थी
- एससी 532 पद, कटऑफ 57 अंक, चयनित 6,495 अभ्यर्थी
- एसटी 33 पद, कटऑफ 391 अंक, चयनित 391 अभ्यर्थी
- डब्ल्यूबीसी 100 पद, कटऑफ50 अंक, चयनित 1055 अभ्यर्थी
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Bihar Teacher Transfer: शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर आ गया बड़ा अपडेट, शिक्षा विभाग ने किया कमेटी का गठन
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी स्कूलों में जिन शिक्षकों को स्थानांतरण के लिए पटना जिला आवंटित किया गया है, उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने उच्च शिक्षा के उपनिदेशक डॉ. दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
पांच दिनों में रिपोर्ट सौंपने का आदेशयह कमेटी शिक्षकों द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की जांच करके पांच दिनों के भीतर प्राथमिक शिक्षा निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला के हस्ताक्षर से शुक्रवार को इस कमेटी के गठन का आदेश जारी किया गया।
कमेटी में शामिल सदस्यउच्च शिक्षा के उप निदेशक दीपक कुमार सिंह कमेटी के अध्यक्ष होंगे। प्राथमिक शिक्षा के उप निदेशक संजय कुमार चौधरी सदस्य होंगे और माध्यमिक शिक्षा के उप निदेशक अब्दुस सलाम अंसारी सदस्य सचिव के रूप में कार्य करेंगे।
स्थानांतरण के लिए आवेदन प्रक्रियाविशेष समस्याओं से जूझ रहे शिक्षक-शिक्षिकाओं से पिछले साल 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे ताकि उन्हें स्थानांतरण मिल सके।
स्थानांतरण आदेश और जिला आवंटनविशेष समस्या वाले और पति-पत्नी के आधार पर शिक्षक-शिक्षिकाओं के स्थानांतरण के लिए 28 फरवरी, 24 मार्च और 30 मार्च को स्थानांतरण आदेश जारी किए गए थे। शिक्षकों से प्राप्त विकल्पों के अनुसार जिला आवंटन की सिफारिश की गई थी।
दस्तावेजों की समीक्षाई-शिक्षाकोष पोर्टल के माध्यम से स्थानांतरण के बाद जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं को पटना जिला आवंटित किया गया है, उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की समीक्षा यह तीन सदस्यीय कमेटी करेगी। इसके बाद जल्द ही शिक्षकों को पोस्टिंग मिल सकती है।
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राज्य ब्यूरो,पटना। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी शिक्षक की नौकरी प्राप्त करने के मामले में 21 नई प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इसके पहले मार्च महीने में निगरानी ने फर्जी प्रमाण पत्र मामले में 20 लोगों पर प्राथमिकी की थी।
2006 से 2025 के बीच नियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की हो रही जांचनिगरानी पटना हाईकोर्ट के आदेश पर वर्ष 2006 से 2025 के बीच नियोजित शिक्षक-शिक्षिकाओं के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच कर रही है। अब तक निगरानी पटना ने सत्यापन कराए गए 6,33,908 प्रमाण पत्रों की जांच की है। इस जांच के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाण पत्रों की पुष्टि हुई।
31 मार्च 2025 तक दर्ज हुए 1609 मामलेइसके बाद 31 मार्च 2025 तक 1609 मामले दर्ज किए गए और 2814 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी की गई है। निगरानी से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, शिक्षकों ने जिस बोर्ड और विश्वविद्यालय से परीक्षा पास की उक्त संस्थान से उनके प्रमाणपत्रों की पुष्टि कराते हुए यह देखा जा रहा है कि नौकरी के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं ने जो प्रमाण पत्र जमा किए वे असली हैं अथवा फर्जी।
मार्च में 20 फर्जी शिक्षकों पर प्राथमिकीसत्यापन में पुष्टि होने और फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने के बाद मधुबनी के राजनगर में दो, पंडौल में तीन, दरभंगा के कुशेश्वर स्थान में तीन, सिवान में एक, मोतिहारी में दो, भोजपुर में दो, समस्तीपुर में सात कुल 20 कांड विभिन्न थानों में दर्ज कराए गए हैं।
अप्रैल में 21 शिक्षकों पर प्राथमिकीइसी क्रम में अप्रैल 2025 में फर्जी प्रमाण पत्र की पुष्टि होने के बाद 11 अप्रैल 2025 शुक्रवार को निगरानी ने विभिन्न थानों में 21 कांड दर्ज करने के निर्देश जारी किए हैं।
जिन जिलों के फर्जी शिक्षकों से जुड़े ये मामले हैं उनमें दरभंगा का एक, भोजपुर के दो, कैमूर के तीन, नालंदा के दो, सहरसा का एक, जमुई का एक, भागलपुर के 11 मामले हैं। जिनके खिलाफ आज प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बने होने व चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं, एक द्रोणिका पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश से झारखंड होते हुए बांग्लादेश तक फैली हुई है।
पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास हवा का परिसंचरण बना है। इन सभी मौसमी प्रभावों के कारण प्रदेश के मौसम में अभी बदलाव जारी रहेगा।
12 जिलों में बारिश के आसारमौसम विज्ञान केंद्र पटना ने अगले 24 घंटों के दौरान 12 जिलों के सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, मुंगेर, जमुई व बांका जिले में गरज-तड़क के साथ 30-40 किमी प्रतिघंटा से हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना है।
पटना में हल्की बारिश की संभावनाकुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है, जबकि पटना सहित आसपास इलाकों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर गरज-तड़क के साथ छिटपुट वर्षा की संभावना जताई है। तीन से चार दिनों के दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
पटना सहित 7 जिलों में गिरा पाराशुक्रवार को पटना सहित सात जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस व 35.2 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
शेष जिलों के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। शुक्रवार को पटना सहित आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ मौसम सामान्य बना रहा।
प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 31.8 20.5 गया 34.2 18.5 भागलपुर 30.5 20.0 मुजफ्फरपुर 31.0 20.7
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Bihar Politics: राजद MLA रीतलाल के 11 ठिकानों पर छापे, 10.5 लाख कैश और जमीन के 14 डीड मिले
जागरण संवाददाता, पटना। बिल्डर से रंगदारी मांगने पर पटना पुलिस ने एसटीएफ और एटीएस के साथ दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव के 11 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह से देर शाम तक छापेमारी की। छापेमारी दल का नेतृत्व दानापुर एएसपी भानु प्रताप सिंह कर रहे थे। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में बल की तैनाती की गई।
आर्म्स डिटेक्टर से भी घरों की तलाशी ली गई। हालांकि, अवैध हथियार नहीं मिले। एएसपी ने बताया कि विधायक के ठिकानों से साढ़े 10 लाख नकद, साढे़ 77 लाख के ब्लैंक चेक, जमीन के 14 डीड, कई एग्रीमेंट पेपर, 17 चेकबुक, पांच स्टांप पेपर, छह पेन ड्राइव, वाकी-टाकी आदि बरामद हुए।
छह-सात ब्लैंक चेक और जमीन के दस्तावेज शिकायतकर्ता के आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं। पूरे दिन हुई कार्रवाई के दौरान विधायक और उनके साथ प्राथमिकी में नामजद अभियुक्त फरार थे। मामले में विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।
विधायक के भाई पर बालू-गिट्टी की मनमानी कीमत वसूलने का आरोपशास्त्री नगर थानांतर्गत पुनाईचक प्रोफेसर कॉलोनी में रहने वाले कुमार गौरव की जेनेक्स इको इंफ्रा प्रा. लि. नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी है। इसमें राकेश रंजन और जियाउल्लाह साझेदार हैं। उन्होंने 2023 में खगौल थानांतर्गत कोथवां में 18 कट्ठे का भूखंड लेकर 38 फ्लैट बनाने का काम शुरू किया था।
विधायक के भाई पिंकू यादव ने बिल्डर से मुलाकात की और विधायक का आदेश बताते हुए धमकी दी कि निर्माण सामग्री यथा गिट्टी, बालू, ईंट आदि मुझसे ही लेना होगा। पिंकू कभी सामग्री की बिल नहीं देता था। बिल्डर के हिसाब से 19 लाख रुपये बकाया था, जबकि पिंकू 33 लाख देने का दबाव बना रहा था।
विधायक ने कॉल कर मिलने बुलाया, मांगी 50 लाख रंगदारीपिछले वर्ष दीपावली से पहले विधायक ने बिल्डर को काल कर मिलने बुलाया और आवास पर जाने के बाद कहा कि उनके अनुसार चलना होगा, इसलिए भतीजे धीरज यादव को 33 लाख रुपये देना पड़ेगा। क्षेत्र में काम करने के लिए विधायक ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रकम नहीं देने पर बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी। भयवश बिल्डर ने तत्काल चार लाख रुपये दिए और शेष राशि के लिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
...और जमीन खरीदने पर फिर दी धमकीविधायक की ओर से लगातार दबाव बनाए जाने को बिल्डर नजरअंदाज करते रहे। उन्होंने कोथवां में ही और 15 कट्ठा जमीन खरीदने का एग्रीमेंट कराया। इसके बाद ज्यादा धमकियां मिलने लगीं। तब कुमार गौरव ने गुरुवार को खगौल थाने में विधायक रीतलाल यादव, उनके भाई पिंकू यादव, भतीजा धीरज यादव, सुनील कुमार उर्फ सुनील महाजन व अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी कराई।
वारंट लेने में देरी पर लीक हुई सूचनासूत्रों के अनुसार, पुलिस को पुख्ता जानकारी दी गई थी कि विधायक के सहयोगियों के पास कौन-कौन से हथियार हैं और कहां रखे हैं? इस कारण भारी संख्या में पुलिस बल का इंतजाम किया गया था। शुक्रवार को पुलिस ने सर्च वारंट लेने के लिए न्यायालय से अनुरोध किया। इस प्रक्रिया में दो-तीन घंटे लग गए। सूत्र बताते हैं कि पुलिस कोर्ट के कर्मियों पर भी नजर रख रही है। अधिकारियों को यकीन है कि कोर्ट के ही किसी कर्मी ने पुलिसिया कार्रवाई से पूर्व सूचना लीक कर दी थी।
हाल में जेल से छूटा है पिंकूपिछले वर्ष अगस्त में एम्स, पटना के मुख्य सुरक्षा अधिकारी पर दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड के दक्षिणी छोर पर जानलेवा हमला हुआ था। उनपर फायरिंग की गई थी, जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। अधिकारी के बयान पर विधायक के भाई पिंकू के विरुद्ध प्राथमिकी हुई थी।
इस मामले में पुलिस ने शूटरों को दबोचने के बाद पिंकू की तलाश तेज की तो उसने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। हाल में वह जमानत पर छूटकर आया है। वह एम्स में कुछ लोगों से रुपये लेकर गार्ड के तौर पर बहाल करने के लिए मुख्य सुरक्षा अधिकारी पर दबाव बना रहा था।
उन्होंने इनकार कर दिया था, जिस कारण पिंटू ने फायरिंग कराई थी। उसके ठिकाने से गार्ड की वर्दी और प्राथमिकी को पुष्ट करते साक्ष्य भी मिले थे।
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