Dainik Jagran
अनीसाबाद से दीदारगंज तक एक हजार करोड़ से बनेगी एलिवेटेड सड़क- रविशंकर प्रसाद
राज्य ब्यूरो, पटना। Anisabad Didarganj Elevated Road पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भाजपा विधि प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित अधिवक्ता संवाद कार्यक्रम में कहा कि अनीसाबाद से दीदारगंज तक एक हजार करोड़ रुपये की लागत से एलिवेटेड सड़क बनाई जाएगी। इसका डीपीआर तैयार हो गया है।
रविशंकर पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से दूसरी बार भाजपा के प्रत्याशी हैं। वे 10 मई को नामांकन करेंगे। वकीलों को संबोधित करते हुए रविशंकर ने कहा कि देश में तीन तलाक को समाप्त किया गया।
'कांग्रेस के लोग रामलला केस पर सुनवाई नहीं होने देना चाहते थे'उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद-370 से मुक्ति मिली। उनके कानून मंत्री रहते ऐसा हुआ। कांग्रेस और वाम दलों के लोग सुप्रीम कोर्ट में रामलला केस पर सुनवाई नहीं होने देना चाहते थे।
'वकीलों का दायित्व बढ़ा है'बार काउंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि वकीलों का दायित्व बढ़ा है। उनका समय कीमती होता है, फिर भी वे घर से बाहर निकलें और मतदान अवश्य करें। दूसरे लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करें।
स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा ने कहा कि इस चुनाव में विपक्षी पार्टियां अनुसूचित जाति का अधिकार छीनने का प्रयास कर रही हैं।
विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अधिवक्ता विंध्याचल राय, पूर्व विधि प्रकोष्ठ संयोजक अवधेश कुमार पांडेय, केंद्र सरकार के एडिशनल सालिसिटर जनरल डा. केएन सिंह आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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PM Modi Roadshow in Patna:12 मई को राजधानी पटना में रोड शो करेंगे पीएम मोदी, सम्राट ने कहा- दिखेगी बिहार की झलक
राज्य ब्यूरो, पटना।PM Modi Roadshow in Patna: मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेसवार्ता में सम्राट ने बताया कि 12 मई की शाम प्रधानमंत्री पटना में रोड शो करेंगे। वे बेली रोड से आएंगे और डाक बंगला इलाके में जाएंगे। उन्होंने कहा कि रोड शो में बिहार की झलक दिखेगी। उन्होंने कहा कि इस रोड शो में पटना के अलावा बिहार की जनता भी भाग लेंगी।
लालू बुजुर्ग हो गए हैं: सम्राटइस दौरान लालू यादव के मंडल कमीशन लागू करने के एक बयान को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में सम्राट ने कहा कि लालू बुजुर्ग हो गए हैं, इस कारण उनको ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि वीपी सिंह जब प्रधानमंत्री थे, तब उनके 146 सांसद थे, जबकि कांग्रेस के करीब 200 सांसद थे। भाजपा के 85 सांसद थे। अटल और आडवाणी ने मंडल कमीशन को समर्थन देकर पिछड़ों को न्याय देने का काम किया।
कहा- लालू सिर्फ एक जाति और धर्म के पक्ष मेंउन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सही प्रश्न कर रहे हैं। लालू सिर्फ एक जाति और धर्म के लोगों के पक्ष में रहते हैं। उप मुख्यमंत्री कहा कि लालू यादव झूठ बोल रहे हैं। केवल फेसबुक और एक्स पर झूठ लिख रहे हैं।
प्रधानमंत्री रचेंगे इतिहास: रविशंकर प्रसादइस मौके पर पटना साहिब के प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री रोड शो कर इतिहास रचेंगे है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे इस ऐतिहासिक घड़ी में घरों से बाहर निकलकर प्रधानमंत्री का स्वागत करें।
यह एक सुखद आश्चर्य: रामकृपालपूर्व केंद्रीय मंत्री और पाटलिपुत्र से प्रत्याशी रामकृपाल यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे घर आ रहे हैं। यह मौका सुखद आश्चर्य देने वाला है।
उन्होंने कहा कि पटना से लेकर पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के गांव तक इस रोड शो को लेकर उत्साह है। प्रेसवार्ता में नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन और प्रदेश मीडिया संयोजक दानिश इकबाल भी उपस्थित थे।
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'रोहिणी आचार्य से लेकर संजय जायसवाल तक...' लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे ये धुरंधर डॉक्टर
Bihar Politics : 'लालू-राबड़ी को किसने रोका...', JDU आरक्षण के मुद्दे पर बिफरी, तेजस्वी यादव को बताया बड़बोला
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics Bihar News : जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) ने बुधवार को कहा कि लालू-राबड़ी (Lalu Yadav And Rabri Devi) को जातीय गणना और आरक्षण (Muslims Reservation) का दायरा बढ़ाने से किसने रोका था? उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके बड़बोलेपन में अज्ञानता का असर दिखता है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) आरक्षण का हिमायती होने का झूठा दावा करते हैं। अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को दुत्कार कर अपने परिवार के सदस्यों को राजनीति में बढ़ाते हैं। परिवारवादी मानसिकता से ग्रसित लोग कभी आरक्षण के हितैषी नहीं हो सकते हैं।
जनता इस बात को समझ चुकी है। जदयू (JDU) प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जनता का विश्वास हासिल करने के लिए तेजस्वी यादव के पास कोई ठोस नीति नहीं है। विगत तीन चरणों में हुए मतदान से यह स्पष्ट हो चुका है कि काठ की हांडी दोबारा नहीं चढ़ती।
आरक्षण छीनने का सपना पूरा नहीं होने देंगे : राजीवइधर, जदयू (JDU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन (Rajeev Ranjan) ने भी बुधवार को आरक्षण के मुद्दे पर राजद सुप्रीमो लालू यादव को घेरा। राजीव रंजन ने कहा कि आरक्षण छीनने के राजद के सपने को अति पिछड़ा समाज पूरा नहीं होने देगा।
उन्होंने धर्म के आधार पर आरक्षण को गलत बताया। इसके साथ ही कहा कि नीतीश कुमार के राज में गरीब तबकों का सशक्तिकरण राजद को नहीं सुहाता है।
लालू ने आरक्षण के मुद्दे पर क्या कहा था?बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) ने बीते रोज ही मुसलमानों को आरक्षण (Muslim Reservation) देने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए। हालांकि, बाद में सफाई देते हुए उन्होंने कहा था कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं होता है। यहां पढ़ें लालू का पूरा बयान
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'रोहिणी आचार्य से लेकर संजय जायसवाल तक...' लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे ये धुरंधर डॉक्टर
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार की राजनीति में डॉक्टरों की भागीदारी कोई नई बात नहीं है। राज्य के नामचीन डॉक्टर रहे डॉ. सीपी ठाकुर राजधानी पटना के सांसद और केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे। वर्तमान 17वीं लोकसभा में भी बिहार के तीन चिकित्सक सांसद हैं।
इसमें भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल एवं गोपालगंज के सांसद डॉ. आलोक सुमन के अलावा किशनगंज के सांसद डॉ. जावेद के नाम सम्मिलित हैं।
वहीं, कई डॉक्टर पिछली बार लोकसभा पहुंचने से वंचित रह गए थे। अबकी बार फिर भाग्य आजमा रहे हैं। इसमें राजद से राज्यसभा की सदस्य डॉ. मीसा भारती एवं भाजपा से डॉ. राजभूषण चौधरी मुजफ्फरपुर से फिर ताल ठोक रहे हैं।
इसके अलावा, नए उम्मीदवार में सारण से डॉ. रोहिणी आचार्या के अलावा वीआइपी से डॉ. राजेश कुशवाहा हैं। अहम यह है कि पहले व दूसरे चरण में भी जमुई से अरुण भारती एवं किशनगंज से डॉ. जावेद भी 18वीं लोकसभा के लिए भाग्य आजमा रहे।
चौका की चौखट पर जायसवालतीन चुनाव से लगातार पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से जीतने वाले भाजपा नेता डॉ. संजय जायसवाल चुनावी मैदान में चौका मारने की चौखट पर खड़े हैं।
जायसवाल ने 2009, 2014 और 2019 में हुए चुनावों में अपने प्रतिद्वंदियों पर भारी जीत हासिल की थी। 2024 में लगातार चौथी बार वो इस सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए मैदान में हैं।
चौधरी की अजय से मुकाबलामुजफ्फरपुर से भाजपा की टिकट पर किस्मत आजमा रहे डॉ. राजभूषण चौधरी का मुकाबला नए नवेले कांग्रेसी बने अजय निषाद से है। दोनों मल्लाह समुदाय के उम्मीदवार हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वे महागठबंधन की ओर से वीआइपी की टिकट पर भाजपा के अजय निषाद के विरुद्ध ताल ठोक रहे थे। अब बदले हुए समीकरण के तहत
चौधरी ने वीआइपी की डूबती नाव को छोड़ भाजपा का दामन थाम कमल के सिपाही बन गए हैं। अब देखना यह है कि मोदी लहर में लक्ष्य हासिल करने में सफल होते हैं या नहीं।
गोपालगंज से डॉ. आलोक कुमार सुमनगोपालगंज के जदयू सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भरोसा जताया है और दूसरी बार आलोक सुरक्षित गोपालगंज लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। पेशे से चिकित्सक सुमन लोकसभा में सर्वाधिक उपस्थिति वाले एक सफल सांसद के रूप में जाने जाते हैं। 17वीं लोकसभा में उनकी उपस्थिति 97 प्रतिशत रही है। प्रसिद्ध चिकित्सक में नाम शुमार है।
मीसा भारती व रोहिणी भी हैं एमबीबीएसराजद की टिकट पर लोकसभा चुनाव 2024 में किस्मत आज रही है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद सुप्रीमो की बेटी डॉ. मीसा भारती और डॉ. रोहिणी आचार्या दोनों एमबीबीएस डिग्रीधारी हैं।
इसमें राज्यसभा सदस्य डॉ. मीसा भारती लगातार दो हार के बाद भी पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव के सामने पाटलिपुत्र निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ रहीं हैं।
वहीं, डॉ. रोहिणी आचार्य पहली बार सारण लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में है। रोहिणी का मुकाबला भाजपा के राजीव से है।
रिकार्ड तोड़ने की चुनौती से जूझ रहे राजेशपूर्वी चंपारण से लोकसभा सीट से आइएनडीआइए की ओर से वीआइपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे डॉ. राजेश कुशवाहा प्रसिद्ध चिकित्सक हैं। वे वर्ष 2015 के राजद के टिकट से केसरिया विधानसभा का चुनाव लड़े और विधानसभा पहुंचे।
उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अपनी उम्मीदवारी पेश की थी, लेकिन मोतिहारी सीट के आरएलएसपी के खाते में चले जाने के बाद उन्हें टिकट नहीं मिल पाया था। 2020 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट कट गया। अब लोकसभा चुनाव 2024 में वीआइपी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।
राजेश की बिहार भाजपा के दिग्गज एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह से मुकाबला है। अहम यह है कि राजेश के सामने पूर्वी चंपारण सीट जीत कर रिकार्ड तोड़ने की चुनौती से जूझ रहे हैं। अब देखना यह है कि 18वीं लोकसभा में बिहार से पहुंचने वाले डॉक्टर की संख्या बढ़ती या नहीं।
JEE Advanced Exam 2024: जेईई एडवांस परीक्षा 26 मई को, भागलपुर-दरभंगा समेत 10 जिलों में बनेंगे केंद्र
जागरण संवाददाता, पटना। देशभर के आईआईटी में नामांकन के लिए जेईई एडवांस की परीक्षा 26 मई को आयोजित होगी। इसके लिए बिहार के 10 जिलों में केंद्र बनाया गया है। प्रवेश पत्र 17 मई को जारी किए जाएंगे।
इससे पूर्व, जेईई एडवांस 2024 के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया मंगलवार देर रात समाप्त हो गई। अभ्यर्थी सोमवार देर शाम पांच बजे तक आवेदन शुल्क जमा कर सकते हैं।
अब तक जेईई एडवांस परीक्षा के लिए एक लाख 80 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। जेईई एडवांस के आवेदन में त्रुटि सुधार का मौका नहीं दिया जाएगा। जेईई एडवांस का प्रवेश पत्र 17 मई को जारी कर दिया जाएगा।
परीक्षा की टाइमिंगपरीक्षा 26 मई को नौ से 12 बजे तक और 2:30 बजे से 5:30 बजे तक आयोजित की जाएगी। परिणाम नौ जून को सुबह 10 बजे घोषित किया जाएगा। इस बार बिहार में पटना सहित 10 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाएं जाएंगे। पिछले बार 2023 में जेईई एडवांस के लिए नौ शहरों में परीक्षा केंद्र बनाएं गए थे।
इन जिलों में बनाए जाएंगे परीक्षा केंद्रवहीं, इस बार 10 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाये गए हैं। इसमें नए शहर के रूप में आईआईटी मद्रास ने समस्तीपुर को जोड़ा है। इस बार पटना के साथ-साथ आरा, औरंगाबाद, भागलपुर, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर जिलों में सेंटर बनाए गए है। 10 शहरों को मिला कर करीब 40 सेंटर बनाएं गए है।
सिलेबस को देख सकते हैं अभ्यर्थी, वेबसाइट पर किया जारीआईआईटी गुवाहाटी की ओर से होने वाली जेईई एडवांस को लेकर दोबारा सिलेबस जारी किया गया है। परीक्षार्थी वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जा तीनों विषयों भौतिकी, रसायन एवं गणित के लिए 2024 परीक्षा के लिए नया पाठ्यक्रम देख सकते हैं।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा बोर्ड (जेएबी) द्वारा नये सिलेबस के अनुसार जेईई एडवांस में अधिक अध्याय होंगे और सिलेबस जेईई मेन के समानांतर होगा।
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झाझा-किउल-बरौनी के रास्ते सियालदह-जयनगर के बीच चलेगी समर स्पेशल ट्रेन, पढ़ें रूट और टाइमिंग
जागरण संवाददाता, पटना। Sealdah Jaynagar Train यात्रियों की सुविधा को देखते हुए कई समर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में झाझा-किउल-बरौनी-समस्तीपुर-दरभंगा-मधुबनी के रास्ते सियालदह और जयनगर के बीच समर स्पेशल ट्रेन का परिचालन करने का निर्णय रेल प्रबंधन द्वारा लिया गया है।
गाड़ी संख्या 03187 सियालदह-जयनगर समर स्पेशल 11 मई से 29 जून तक सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को सियालदह से 23.55 बजे प्रस्थान करेगी।
अगले दिन का रूट, टाइमिंगवहीं, अगले दिन 08.55 बजे बरौनी, 10.00 बजे समस्तीपुर, 11.10 बजे दरभंगा, 11.55 बजे सकरी तथा 12.30 बजे मधुबनी रुकते हुए 14.25 बजे जयनगर पहुंचेगी।
गाड़ी संख्या 03188 जयनगर-सियालदह समर स्पेशलइसी तरह, गाड़ी संख्या 03188 जयनगर-सियालदह समर स्पेशल 12 मई से 30 जून तक सप्ताह के प्रत्येक रविवार को जयनगर से 15.25 बजे प्रस्थान कर 15.50 बजे मधुबनी, 16.15 बजे सकरी, 17.30 बजे दरभंगा, 18.55 बजे समस्तीपुर तथा 19.50 बजे बरौनी रुकते हुए अगले दिन 05.15 बजे सियालदह पहुंचेगी।
इस स्पेशल में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के पांच, शयनयान श्रेणी के दस तथा साधारण श्रेणी के दो कोच होंगे।
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NEET UG Paper Leak: कब पकड़ा जाएगा पेपर लीक का सरगना संजीव सिंह? नालंदा के कॉलेज में दबिश देने पहुंची SIT
जागरण संवाददाता, पटना। NEET UG Paper Leak 2024 नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) यूजी (अंडर ग्रेजुएट) पेपर लीक मामले की जांच में बुधवार को एसआइटी ने नालंदा जिले के नूरसराय स्थित एक सरकारी महाविद्यालय में दबिश दी। एक कर्मचारी के बारे में जानकारी लेने के लिए टीम पहुंची थी।
सूत्र बताते हैं कि एसआइटी के साथ ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के अधिकारी भी थे। हालांकि, उन्होंने मीडिया से कुछ बातचीत नहीं की। जांच की दिशा और नालंदा के नगरनौसा निवासी फरार सरगना संजीव सिंह और उसके करीबी रॉकी की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर पटना पुलिस के अधिकारी भी जानकारी साझा करने से कतरा रहे हैं।
माना जा रहा है कि एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी) द्वारा पेपर लीक की बात से बार-बार इनकार किए जाने पर पटना पुलिस अपनी कार्रवाई के संदर्भ में बता नहीं रही, क्योंकि इससे 24 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य जुड़ा है। पुलिस ने अपनी प्राथमिकी को पुष्ट करने के लिए जांच तेज कर दी है।
शिक्षक भर्ती और नीट, दोनों में एक ही गिरोह का हाथअबतक के अनुसंधान से यह स्पष्ट हो चुका है कि बीपीएससी शिक्षक बहाली और नीट दोनों ही परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक करने में एक ही संगठित गिरोह का हाथ है।
संजीव सिंह पहले भी नीट का पेपर लीक करने के मामले में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि अब सभी दिशाओं में जांच चल रही है।
जले कागजात का नहीं हो सका मिलानपुलिस ने गिरफ्तार अभ्यर्थी आयुष राज के पास से 32 पन्नों का टेस्ट बुकलेट बरामद किया था। उस पर सेट-तीन अंकित था। वहीं, खेमनीचक के लर्न ब्वायज हास्टल से मिले जले कागजात प्रश्नपत्र थे या नहीं? इसके लिए बुकलेट से मिलान किया जाना था।
सूत्रों की मानें तो अब तक मिलान नहीं हो सका है। उसे जांच के लिए एफएसएल भेजा जाना था, लेकिन अनुसंधानकर्ता ने अब तक कोर्ट से अनुमति नहीं ली है। एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को पुख्ता साक्ष्य मिल जाएंगे।
एक छात्रावास के पूर्ववर्ती लड़कों पर गहराया शकएसआइटी सूत्रों की मानें तो संजीव और रॉकी का भिखना पहाड़ी के समीप स्थित एक छात्रावास से पुराना रिश्ता रहा है। पुलिस को खेमनीचक के ब्वॉयज हॉस्टल के बाहर खड़ी एक बाइक दिखी थी, जिस पर उस छात्रावास का स्टिकर लगा था। हालांकि, उसकी चाबी गिरफ्तार नीतीश और अमित आनंद के पास नहीं मिली थी।
उन्हें लेकर जब पुलिस शास्त्री नगर थाने पहुंची, तब उन्होंने बताया कि वहां खड़ी बाइक भी हमारे साथी की थी। पुलिस जब दोबारा उस स्थान पर गई तो वहां से बाइक जा चुकी थी। पहले भी उस छात्रावास के लड़के प्रश्नपत्र लीक और परीक्षाओं में धांधली कराने के आरोप में जेल जा चुके हैं।
उन्होंने अपना स्थायी ठिकाना बदल दिया है, लेकिन छात्रावास से नाता नहीं तोड़ा। ऐसा माना जा रहा है कि वहां के पूर्ववर्ती छात्र अब भी संगठित गिरोह का हिस्सा हैं। संजीव और राकी से संबंधित कुछ मोबाइल नंबर पुलिस के हाथ लगे हैं। उनका विश्लेषण किया जा रहा है।
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Bihar Politics: 'झूठ बोलने की मशीन हैं Lalu Yadav', राजद सुप्रीमो पर भड़की JDU; याद दिलाई ये पुरानी बात
राज्य ब्यूराे, पटना। जदयू के प्रवक्ताओं ने बुधवार को कहा कि मंडल कमीशन की बैठक तक में शामिल नहीं होने वाले लालू प्रसाद आज लोगों के बीच भ्रम फैला रहे हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जदयू के प्रदेश प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव, अरविंद निषाद व धीरज कुशवाहा ने यह बात कही।
जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि लालू प्रसाद असल में झूठ बोलने की मशीन हैं। इस चुनाव में वह मंडल कमीशन की रिपोर्ट को लेकर जनता का भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। लालू प्रसाद मंडल कमीशन की रिपोर्ट केंद्रीय स्तर पर लागू करने का दावा कर रहे पर वह मंडल कमीशन को लेकर हुई बैठक में कभी शामिल ही नहीं हुए।
जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि जिस कांग्रेस की गोद में बैठकर वह राजनीति कर रहे उस कांग्रेस से उन्हें यह पूछना चाहिए कि कांग्रेस ने आखिर केंद्र की नौकरियों में आरक्षण क्यों नहीं दिया? हकीकत है कि आजादी के बाद 50 सालों तक पिछड़ा समुदाय का बेटा केंद्र की नौकरियों में आरक्षण का लाभ नहीं ले सका।
राजद का आरक्षण छीनने का सपना पूरा नहीं होने देगा अति पिछड़ा: राजीव रंजनजदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को कहा कि राजद के आरक्षण छीनने का सपना अति पिछड़ा समाज पूरा नहीं होने देगा। तेजस्वी के बाद अब लालू प्रसाद धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात कर रहे। इससे यह साफ है कि ये लोग दलिताें, पिछड़ाें तथा अति पिछड़ों के आरक्षण काे खत्म करना चाह रहे।
राजीव रंजन ने कहा कि राजद के नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि उन्हें जिसे आरक्षण देने का वादा करना है करें लेकिन दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा के आरक्षण में कटौती करने के उनका कोई भी प्रयास जनता बर्दाश्त नहीं करने वाली है। एक की थाली से निवाला छीनकर दूसरे को देना सही नहीं कहा जा सकता है।
राजीव रंजन ने कहा कि हकीकत यह है कि राजद की निगाह में दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों की औकात गुलामों से अधिक नहीं है। नीतीश कुमार के राज में गरीब तबकों का सशक्तिकरण उन्हें नहीं सुहाता।
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KK Pathak New Order: केके पाठक के नए आदेश से चढ़ गया बिहार का पारा, सैकड़ों शिक्षकों की कटी Salary
राज्य ब्यूरो, पटना। KK Pathak News राज्य के सरकारी विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी में चल रही विशेष कक्षाओं से 509 शिक्षक गायब पाए गए हैं। ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग ने संबंधित जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को वेतन काटने और अनुशासनिक कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
गायब शिक्षकों में सर्वाधिक 32 शिक्षक नालंदा जिले के हैं। जबकि दूसरे स्थान पर बेगूसराय है, जहां के 27 शिक्षक गायब पाए गए हैं।
जहानाबाद के 20 और मुजफ्फरपुर के 23 शिक्षकों का कटेगा वेतनशिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक अरवल के 2, बांका के 13, भागलपुर के 18, बक्सर के 7, चंपारण के 18, गोपालगंज के 121, जहानाबाद के 20, किशनगंज के 2, कटिहार के 5, मधुबनी के 9, दरभंगा के 20, मुजफ्फरपुर के 23 गायब शिक्षकों के वेतन काटने का निर्देश दिया गया है।
इसी तरह अररिया के 10, औरंगाबाद के 13, बेगूसराय के 27, भोजपुर के सात, सीतामढ़ी के 19, गया के 14, चार, जमुई के 9, खगड़िया के 5, , कैमूर के 23, लखीसराय के 2, मुंगेर के 5, मधेपुरा के 14 शिक्षकों का वेतन काटने को कहा गया है।
लिस्ट में नवादा के 24, पटना के 15, पूर्णिया के 23, रोहतास के 16, सहरसा के 5, समस्तीपुर के 11, शेखपुरा के सात, सारण के 24, सुपौल के 13, सीवान के 23, वैशाली के 20 एवं पश्चिमी चंपारण के 23 शिक्षक भी हैं।
बता दें कि सरकारी विद्यालयों में 15 अप्रैल से ही गर्मी की छुट्टी चल रही है। 15 मई तक चलने वाली विशेष कक्षाओं छात्र-छात्राओं की दो घंटे पढ़ाई हो रही है। ये कक्षाएं सुबह 8 से 10 बजे तक चलायी जा रही हैं।
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Anant Singh Bail Rejected: अनंत सिंह को पटना हाई कोर्ट से बड़ा झटका, इस मामले में जमानत याचिका खारिज
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna High Court Anant Singh पटना हाई कोर्ट ने बुधवार को मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह उर्फ अनंत कुमार सिंह की नियमित जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
न्यायाधीश नवनीत कुमार पांडेय ने अनंत की आपराधिक अपील याचिका पर सुनवाई करने के दौरान आपराधिक इतिहास को देखते हुए उक्त आदेश दिया।
क्या है पूरा मामला?मामला सचिवालय थाना कांड संख्या 54/2015 से जुड़ा हुआ है, जिसमें आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-ए), 26(2)/35 के अंतर्गत निचली अदालत के द्वारा दस वर्ष की कठोर कारावास की सजा के साथ ही आर्म्स एक्ट की ही धारा 25(1-ए)/35 के तहत 20,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था।
इस मामले में याचिकाकर्ता का पक्ष वरीय अधिवक्ता पीएन शाही ने रखा जबकि राज्य सरकार का पक्ष अधिवक्ता अजय कुमार मिश्रा ने रखा।
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NEET UG Paper Leak: पेपर लीक में 3 अरब के वारे-न्यारे करते माफिया, नीतीश कुमार ने खोल दिए कई राज...
जागरण संवाददाता, पटना। NEET UG Paper Leak 2024 नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) यूजी (अंडर ग्रेजुएट) पेपर लीक कर माफिया पटना से केवल तीन अरब का कारोबार करने वाले थे। हालांकि, एक साथ बिहार और झारखंड में हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया।
अभियुक्तों को जेल भेजने के बाद पटना पुलिस अब लेन-देन का ब्योरा निकाल रही है। माना जा रहा है कि माफिया अभ्यर्थियों से सौदे की पूरी रकम नहीं वसूल पाए होंगे, लेकिन मोटी रकम की उगाही किए जाने से भी इनकार नहीं कर रहे।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने भी शास्त्री नगर थाने में अभियुक्तों से पूछताछ की थी। फिलहाल, पुलिस इस मामले में अधिक जानकारी नहीं दे रही है। एसएसपी राजीव मिश्रा का कहना है कि जांच अभी पूरी नहीं हुई है। अनुसंधान पूरा होने तक निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता।
बताया गया कि गिरफ्तार गया जिले के सरवदहा निवासी नीतीश कुमार (32) इसी वर्ष बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित शिक्षक बहाली का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में जेल गया था। उसे आर्थिक अपराध की टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हालांकि, बाद में उसे जमानत मिल गई थी।
नीतीश कुमार ने खोल दिए राजसूत्रों की मानें तो प्रारंभिक पूछताछ में नीतीश ने बताया था कि वह फरार रॉकी का कारिंदा है। उसका काम अभ्यर्थियों तक प्रश्नपत्र और उत्तर पहुंचाना एवं उन्हें सुरक्षित स्थान पर रटवाना था। खेमनीचक के अलावा राजधानी पटना में 30-35 स्थानों पर अभ्यर्थियों को रख कर प्रश्नपत्र और उत्तर रटवाए जा रहे थे। सभी अवैध सेंटरों पर उसके जैसे दूसरे प्यादों को रॉकी ने रखा था। दूसरे अवैध सेंटरों का पता और वहां के संचालकों के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।
रॉकी, नालंदा के नगरनौसा निवासी संजीव सिंह का दाहिना हाथ बताया जाता है। इधर, गिरफ्तार अभ्यर्थी आयुष राज ने बताया था कि खेमनीचक ब्वायज हास्टल में उसकी तरह 20-25 अभ्यर्थी प्रश्नपत्र और उत्तर रट रहे थे। अभ्यर्थियों के माता-पिता और दानापुर नगर परिषद के कनीय अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने गिरफ्तारी उपरांत बताया था कि प्रति अभ्यर्थी 40 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था।
तीन अरब का कारोबारऐसे में माना जा रहा है कि औसतन तीन अरब का अवैध कारोबार करने वाले थे। गिरोह की अपराध शैली के बारे में पुलिस को पता चला कि प्रश्नपत्र शत-प्रतिशत मिलने के बाद ही सौदे की रकम ली जाती थी। इससे पहले कुछ रुपये लिए जाते थे। कई अभ्यर्थियों से अग्रिम राशि भी नहीं ली गई थी। इसके एवज में उनके मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र और पोस्ट डेटेड चेक लिए जाते थे।
पुलिस की कार्रवाई शुरू होते ही संजीव सिंह और राकी भूमिगत हो गए। साथ ही कई अभ्यर्थी भी पकड़े गए। इस कारण पुलिस मान रही है कि पूरी रकम की वसूली नहीं हो पाई थी। अभ्यर्थियों के गिरफ्तार अभिभावकों एवं माफिया से जब्त मोबाइल का सूक्ष्म विश्लेषण किया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि एक चेक भी पुलिस को मिला था, जिस पर तिथि अंकित नहीं थी। उस पर हस्ताक्षर किया हुआ था और 40 लाख रुपये वर्णित थे। हालांकि, इस चेक का शास्त्री नगर कांड संख्या 358/24 में जिक्र नहीं है।
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CBSE Result 2024: सीबीएसई रिजल्ट के चौथे दिन बाद से होगा स्क्रूटनी के लिए आवेदन, एक क्लिक में पढ़ें सारी डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने रिजल्ट के बाद अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के बारे में सूचना जारी कर दी है। सीबीएसई द्वारा जारी सूचना के अनुसार, रिजल्ट के बाद चौथे दिन से आठवें दिन तक स्क्रूटनी के लिए परीक्षार्थी आवेदन कर सकते हैं।
स्क्रूटनी के लिए पांच दिनों तक आवेदन लिए जाएंगे। निर्धारित अवधि के बाद दिए जाने वाले आवेदनों पर बोर्ड विचार नहीं करेगा।
मांग पर मिलेगी उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपीसीबीएसई पाटलिपुत्र सहोदय के वरिष्ठ अधिकारी एके नाग ने बताया कि सीबीएसई की ओर से विद्यार्थियों की मांग पर उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी भी मुहैया जाएगी। इसके लिए परीक्षार्थियों को रिजल्ट जारी होने के 19वें एवं 20वें दिन बाद आवेदन करना होगा।
उन्होंने कहा, यह सुविधा मात्र दो दिनों तक ही विद्यार्थियों को मुहैया कराई जाएगी। वहीं, केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य पीके सिंह ने बताया कि सीबीएसई की ओर से विद्यार्थियों की मांग पर किसी प्रश्न के उत्तर को दोबारा जांच कराई जाएगी।
प्रश्नों के उत्तर को दोबारा जांच के लिए रिजल्ट के 24वें एवं 25 वें दिन आवेदन किए जाएंगे। प्रश्नों के उत्तर जांच के लिए मात्र दो दिनों तक आवेदन किए जाएंगे। सीबीएसई के सभी निर्देश दसवीं एवं बारहवीं दोनों पर लागू किए जाएंगे।
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Covid Vaccine: कोविड वैक्सीन ढुलाई के नाम पर 4.15 करोड़ की ठगी, दिल्ली पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
जागरण संवाददाता, पटना। त्रिपुरा में कोल्ड स्टोर कंस्ट्रक्शन और कोविड 19 वैक्सीन ढुलाई का काम दिलवाने के नाम पर नोएडा में रहने वाले आरोपितों कुमार अंकित, हरमन सबरवाल, उसकी पत्नी सिमरन सबरवाल, मुकेश कुमार झा, गोविंद तुल्स्थान और कुमार अंकित पर कंकड़बाग थाने में प्राथमिकी करवाई है।
प्राथमिकी के मुताबिक, पीड़ित की मुलाकात कुमार अंकित नाम के व्यक्ति से नोएडा में हुई थी। उसने बहनोई हरमन सबरवाल से अविनाश को नोएडा में मिलवाया। हरमन ने दावा किया कि वह उन्हें त्रिपुरा में कोल्ड स्टोर कंस्ट्रक्शन का काम दिलवा देगा। इसके एवज में उसने रुपये की मांग की।
सबसे पहले 1.67 करोड़ ठगेपीड़ित ने आरटीजीएस से हरमन के खाते में रुपये ट्रांसफर करना शुरू कर दिया। लंबा समय बीतने के बाद भी उन्हें काम नहीं मिला तो उन्होंने हरमन से रुपये लौटाने को कहा। उसने कोविड 19 वैक्सीन की ढुलाई करने का काम दिलवाने का वायदा किया। इसके नाम पर भी उसने 1.67 करोड़ रुपये ठग लिए।
पीड़ित ने जुलाई, 2022 में कंकड़बाग स्थित घर में आरोपितों को 2.48 करोड़ रुपये दिए। इसके बाद भी जब उन्हें बड़ा काम नहीं मिला तो उन्होंने हरमन से संपर्क करने की कोशिश की। उन्हें पता चला कि वह कोविड-19 की ढुलाई के नाम पर हुए फर्जीवाड़े के मामले में दिल्ली में गिरफ्तार हो गया है।
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने उसे पकड़कर जेल भेज दिया। पीड़ित ने पटना पुलिस को बताया कि हरमन पर चेन्नई व दिल्ली में ठगी के कई मामले दर्ज हैं। कंकड़बाग थानेदार नीरज कुमार ठाकुर के मुताबिक, इस मामले की जांच की जा रही है।
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Interview: 'यह क्यों नहीं कहते कि गुरु गोलवलकर भी आ जाएं तो...', संविधान और आरक्षण पर दीपांकर भट्टाचार्या की खरी-खरी
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्या कहते हैं कि भाजपा संविधान बदलने व आरक्षण को खत्म करने की बात कर रही पर इस बहस को खुद भाजपा ने शुरू किया है। आजादी के 75 वर्ष पूरा हाेने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार ने एक साक्षात्कार में स्वयं यह कहा कि संविधान पुराना हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कह कह रहे कि आंबेडकर भी आ जाएं तो संविधान नहीं बदल सकते। आखिर वह यह क्यों नहीं कहते कि गुरु गोलवलकर भी आ जाएं तो संविधान नहीं बदल सकता।
दीपांकर भट्टाचार्या से इस बार के आम चुनाव के अन्य मुद्दों पर विस्तार से बात हुई। उनसे बात की विशेष संवाददाता भुवनेश्वर वात्स्यायन ने।
आपके दल का यह नारा था कि लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ पर अब तो एनडीए के लोग यह कह रहे कि आप परिवार बचाओ व भ्रष्टाचार को पोषित करने वाले लोगों के साथ हैं?
उनके दल ने लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ का जो नारा दिया था, वह आज पूरे देश का नारा बन चुका है। भाजपा भ्रष्टाचार की बात किस मुंह से करती है? उसने तो भ्रष्टाचार संस्थागत स्वरूप प्रदान कर दिया है।
इलेक्ट्राेरल बॉन्ड को आप क्या कहेंगे? इसका जब खुलासा हुआ तो यह बात स्पष्ट रूप से सामने आयी कि भ्रष्टाचार किसने किया।
भाजपा की हिप्पोक्रेसी समझ में आती है लोगों को। भाजपा तो इस विषय पर पीट चुकी है। वाशिंग मशीन व वाशिंग पाउडर के स्लोगन चल रहे।
कहा जा रहा कि महागठबंधन के लोग अल्पसंख्यकों के वोट के लिए तुष्टीकरण कर रहे?
बहुत बड़ा झूठ है यह। अब सोच लीजिए कि भाजपा के लोगों द्वारा अल्पसंख्यक समाज के लोगों को घुसपैठिया कहा जा रहा। तथ्य यह है कि मुस्लिमों को जो आरक्षण है वह उन्हें धर्म के नाम नहीं मिल रहा।
बिहार इस मामले में पायोनियर राज्य है। जो मुस्लिम ओबीसी की श्रेणी में हैं, उन्हें उस फार्मूले के तहत आरक्षण मिलता है।
भाजपा ने आरक्षण के मुद्दे को सांप्रदायिक स्वरूप दे दिया है। भाजपा के लोगों का डर दिख रहा है। वहीं विपक्ष के लोगों का डर खत्म हो चुका है। एक कोल्ड ड्रिंक्स का टैग लाइन है-डर के आगे जीत है।
आप यह कैसे कह रहे कि भाजपा आरक्षण को खत्म करने की बात कह रही?
भाजपा के नेताओं के दिल में क्या बात है यह तो उनके संबोधनों से साफ है। वह कह रहे अबकी बार, चार सौ पार। चार सौ पार सीट हासिल कर आप क्या करना चाहते हैं जो 2019 में मिले बहुमत से नहीं कर सके ?
प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार तो यह कह ही चुके हैं कि संविधान पुराना हाे गया है। लगातार इनके एक के बाद दूसरे नेता संविधान पर बोलते रहते हैं। कॉरपोरेट का हाथ मजबूत हो रहा। अब आरक्षण का क्या फायदा है जब आप बड़े स्तर पर सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण कर रहे।
आरक्षण रहते हुए भी उसका कोई फायदा नहीं मिल रहा। इसे समझने की जरूरत है। अब बात बदल गयी है- आरक्षण के साथ-साथ हमलोग भागीदारी की बात कर रहे। भागीदारी कैसे मिले इस पर बहस हो।
भ्रष्टाचार की बात भी खूब हो रही इस चुनाव में, प्रधानमंत्री भी बोल रहे?
केजरीवाल और हेमंत सोरेन के बहाने भ्रष्टाचार पर बात कर रहे? इसमें कोई दो राय नहीं कि अगर रुपए किसी के यहां से बरामद हो रहे तो निश्चय ही कार्रवाई होनी चाहिए। पर जब भ्रष्टाचारी भाजपा के साथ चला जाए तो क्या होता है?
सत्ता जब निरंकुश हो जाएगा तो भ्रष्टाचार आएगा ही। भाजपा में तो भ्रष्टाचार की अधिक चर्चा है। भाजपा के बारे में कहा जाता था कि पार्टी विद डिफरेंस पर अब वह बात नहीं है।
महागठबंधन की इस आम चुनाव में किस तरह की उम्मीद है और वामपंथ कहां है?
भाजपा ने जब नीतीश कुमार को हाईजैक कर लिया तो यह अवधारणा बनायी गयी कि आईएनडीआईए खत्म हो गया है। पर यह परसेप्शन बन नहीं सका। वर्ष 2019 का चुनाव अलग था। पुलवामा बार-बार नही होता।
वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में ही यह दिख गया था कि वामदलों की जमीन खत्म नहीं हुई है। इस बार हम और आगे जाएंगे। आज जब लोकतंत्र संकट में है तो उसे बचाने के लिए वामपंथ की जरूरत है।
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बेगूसराय की माटी से आए सांसदों का रहा है दबदबा, इन प्रधानमंत्रियों ने दी अपनी कैबिनेट में जगह
Begusarai News: बेगूसराय की माटी से आए सांसदों का रहा है दबदबा, इन प्रधानमंत्रियों ने दी अपनी कैबिनेट में जगह
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। Bihar Politics News Hindi: चौथे चरण के तहत बिहार के जिन पांच लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है उनमें बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र की खासियत इस मायने में है कि वहां के लोगों ने जिन्हें सांसद चुना उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक के मंत्रिमंडल में जगह मिली।
चौधरी चरण सिंह, राजीव गांधी व पीवी नरसिंह राव ने भी अपने मंत्रिमंडल में बेगूसराय को जगह दी। इसके अलावा बेगूसराय के लोगों ने ऐसे लोगों को भी अपना सांसद चुना है, जो अपने जमाने में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य तो रहे ही साथ में प्रदेश की राजनीति में उनकी दमदार उपस्थिति रही।
दो बार बेगूसराय से चुने गए श्यामनंदन मिश्र विदेश मंत्री भी रहेबेगूसराय से दो बार सांसद चुने गए श्यानंदन मिश्र जुलाई 1979 से 1980 तक केंद्र में विदेश मंत्री रहे। तब चरण सिंह प्रधानमंत्री थे। उसके पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू ने श्यामनंदन मिश्र को 1951-52 में अपना संसदीय सचिव बनाया था। वर्ष 1957 में उन्होंने केंद्र में योजना विभाग के उप मंत्री का काम भी संभाला।
श्यामनंदन मिश्र के बाद सांसद बनीं कृष्णा शाही भी केंद्र में मंत्री बनींश्यामनंदन मिश्र के बाद कांग्रेस के टिकट पर कृष्णा शाही बेगूसराय की सांसद बनी थीं। वर्ष 1991 में भी वह जीतीं थीं। राजीव गांधी जिस समय प्रधानमंत्री थे उस समय वह केंद्र में मानव संसाधन विकास तथा जल संसाधन मंत्री थीं। इसके बाद पीवी नरसिंह राव के कार्यकाल में वह उद्योग, भारी उद्योग व सिविल सप्लाई व कंज्यूमर्स अफेयर्स विभाग की मंत्री रहीं।
कृष्णा शाही के बाद सांसद बने ललित विजय सिंह भी केंद्र में मंत्री बनेकृष्णा शाही के बाद जनता दल के टिकट पर ललित विजय सिंह बेगूसराय के सांसद बने। वह प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के कैबिनेट में रक्षा राज्य मंत्री थे।
रमेंद्र कुमार एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष थेवर्ष 1991 में कांग्रेस की कृष्णा शाही के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 1996 में रमेंद्र कुमार बेगूसराय के सांसद बने। वह सीपीआइ के नेता थे और श्रमिक आंदोलन के बड़े नेता के रूप में शुमार थे। वह एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।
राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य रहे बड़े चेहरे भी लगातार जीतते रहेराज्य मंत्रिमंडल के सदस्य रहे बड़े चेहरे भी बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से लगातार जीतते रहे। बिहार की राजनीति में बड़ी हैसियत रखने वाले राजो सिंह यहां से रमेंद्र कुमार के बाद कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने। राजो सिंह के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को बेगूसराय का सांसद बनने का मौका मिला।
उनके बाद राज्य मंत्रिमंडल में भवन निर्माण मंत्री मोनाजिर हसन यहां से जदयू के टिकट पर सांसद चुने गए। बाद में नगर विकास मंत्री रहे भोला सिंह ने यहां से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता।
नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रहे गिरिराज सिंहकेंद्रीय मंत्रिमंडल में बेगूसराय का प्रतिनिधित्व यहां से 2019 में चुने गए गिरिराज सिंह के माध्यम से भी हुआ। इस बार भी भाजपा ने उन्हें बेगूसराय से मैदान में उतारा है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: लोकसभा चुनाव के छठे चरण के प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की जांच मंगलवार को की गई। इसमें कुल 89 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए। जबकि, विभिन्न कारणों से 55 अभ्यर्थियों के नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए। छठे चरण में वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान एवं महाराजगंज लोकसभा क्षेत्रों में कुल 144 अभ्यर्थियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था।
यहां पढ़ें किस लोकसभा क्षेत्र में कितने नामांकन वैधनामांकन पत्रों की जांच के बाद सर्वाधिक 15 प्रत्याशी वैशाली लोकसभा क्षेत्र में रह गए हैं। इसके अलावा वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र में 10, पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र में आठ, पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में 13, शिवहर लोकसभा क्षेत्र में 13, गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र में 11, सिवान लोकसभा क्षेत्र में 13 और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में छह प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं। इस चरण में प्रत्याशियों की नाम वापसी की अंतिम तिथि नौ मई (गुरुवार) निर्धारित की गई है, जबकि मतदान 25 मई को कराया जाएगा।
अंतिम व सातवें चरण के लिए पहले दिन 15 ने किया नामांकन सातवें चरण वाले लोकसभा क्षेत्रों नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद लोकसभा क्षेत्रों में मंगलवार से नामांकन काम शुरू हो गया। पहले दिन कुल 15 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया।
इसमें नालंदा लोकसभा क्षेत्र में दो, पाटलिपुत्र में एक, आरा लोकसभा क्षेत्र में तीन, बक्सर लोकसभा क्षेत्र में तीन, काराकाट में एक और जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में पांच प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। पटना साहिब और सासाराम लोकसभा क्षेत्र में पहले दिन एक भी प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया।
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Ara Lok Sabha Seat: आरा में इस बार आर-पार की लड़ाई, जातीय समीकरण की मुख्य भूमिका
दीनानाथ साहनी, पटना। आरा लोकसभा क्षेत्र में एनडीए व महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में जातीय समीकरण को साधने के लिए दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को तीसरी बार उम्मीदवार बनाकर भाजपा यहां से जीत की हैट्रिक लगाकर इतिहास रचने की तैयारी में है। वहीं भाकपा माले के उम्मीदवार सुदामा प्रसाद भी जीत हासिल कर इतिहास दोहराने की पुरजोर कोशिश में हैं।
1989 में आरा से रामेश्वर प्रसाद जो इंडियन पीपुल्स फ्रंट (अब भाकपा माले) के उम्मीदवार थे, जीत दर्ज कर संसद पहुंचे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के आरके सिंह को 5,66,480 वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंदी भाकपा माले के राजू यादव को 4,19,195 वोट मिले थे। तब जीत का अंतर 13.6 प्रतिशत का था।
हालांकि तब मोदी लहर थी, लेकिन इस बार भीषण गर्मी में हवा का रुख अलहदा है। इसलिए आरा हॉट सीट बन गया है। लगातार दो जीत से चर्चा में आए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और माले के तरारी विधानसभा विधायक सुदामा प्रसाद के बीच इस बार यहां की चुनावी जंग आर-पार के मोड में दिख रही है, जिसमें जातीय समीकरण की मुख्य भूमिका होगी।
यदि आरके सिंह यहां से जीते तो वे लगातार तीसरी जीत का रिकॉर्ड बनाएंगे, क्योंकि आरा ने किसी को लगातार तीसरी बार चुनकर संसद नहीं भेजा है। चंद्रदेव प्रसाद वर्मा यहां से एकमात्र सांसद हुए, जो 1977 और 1980 में लगातार दो बार जीते। इसके बाद 1996 में उन्हें जीत मिली।
हर जगह रोजगार अहम मुद्दाआरा के चुनावी रण में जातीय समीकरण अपनी जगह है। रुचिकर यह है कि इस जंग में रोजगार अहम मुद्दा बनकर उभरा है। इसे यूं समझें कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रो.एसएन सिन्हा कहते हैं- मोदी सरकार के दस वर्षों में रोजगार पर काम नहीं हुआ। पढ़े-लिखे युवाओं में बेरोजगारी बढ़ रही है, युवा हताश भी हैं।
रोजगार के सवाल पर उदवंतनगर निवासी समाजसेवी डा.राजेन्द्र सिंह भी मुखर होकर कहते हैं- यदि बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो नौकरियां भी चाहिए। सरकार धीरे-धीरे नौकरियां खत्म करती जा रही हैं। ऐसे में पढ़े-लिखे युवा क्या करेंगे?
हालांकि प्रो.केसी तिवारी स्वीकार करते हैं- हां, रोजगार अहम मुद्दा है। बीते दस सालों में देश में नौकरियों की अपेक्षा रोजगार सृजन में तेजी जरूर आई है, लेकिन चुनाव में तो जातीय समीकरण का रंग ही हर जगह चढ़ रहा है। इसने इलाके के लोगों को भी बांट दिया है।
जाहिर है, अगड़ी जाति के ज्यादातर मतदाता जहां आरा सीट पर एनडीए के आरके सिंह की जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन पिछड़ी, अतिपिछड़े और दलित जातियों के पक्ष में गोलबंदी में जुटा है। वैसे समाज के वंचित तबकों से ताल्लुक रखने वाले लोगों का एक बड़ा हिस्सा नीतीश कुमार का भी समर्थन करता नजर आ रहा है।
आरा से हर रोज पटना आकर मेडिकल स्टोर में काम करने वाले विज्ञान में स्नातक उत्तीर्ण योगेश कुमार सिंह नाराजगी से कहते हैं- मुझको एक अदद नौकरी की जरूरत है, जो उन्हें बीते 10 बरसों से नहीं मिली है। पहले ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजर-बसर करता था। अब ब्याह हो गया तो परिवार चलाने के लिए मेडिकल स्टोर में काम करता हूं।
योगेश अपनी बेरोजगारी का ठीकरा नीतीश सरकार पर फोड़ते हैं। कहते हैं-इस सरकार ने पिछड़ी जातियों के लिए रोजगार तो दे दिया, लेकिन हमारा क्या? हम भी गरीब हैं लेकिन हमारी बात कोई नहीं सुन रहा। चुनाव में नेता सब तो जातियों को ही रिझाने में जुटे हुए हैं।
वोटों का समीकरणआरा में वोटों का समीकरण जातीय गोलंबदी में उलझा हुआ है। यदि जाति की बात की जाए तो यहां यादव से लेकर राजपूत-भूमिहार, मुस्लिम से लेकर ब्राह्मण और अत्यंत पिछड़ी जातियों की संख्या ज्यादा है। दलित वर्ग भी खासा है। हर जाति का अपना-अपना महत्व है। जिन्हें कोई भी पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती है। इसमें अत्यंत पिछड़ी एवं दलित जातियों का वोट चुनाव में निर्णायक साबित होने वाला है।
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Bihar Politics: वाम दल के नए दावे से खुश हो जाएंगे लालू यादव, इंडी गठबंधन को भी मिलेगी एनर्जी; सियासत तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi: बिहार में चौथे चरण के मतदान के पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के दावे से लालू यादव और इंडी गठबंधन की पार्टियां खुश हो सकती हैं। दरअसल, भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने भाजपा को लेकप एक ऐसा दावा किया है, जिसे सुनते ही आरजेडी और इंडी गठबंधन को एनर्जी मिल सकती है।
वाम दल ने किया भाजपा के हारने का दावाभारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही मालिक है। लोकसभा चुनाव में जनता ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जाकर मतदान किया है। यही वजह है कि तीसरे चरण के चुनाव के बाद भाजपा ने अपनी हार मान ली है।
इस हार को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को अब हिंदू और मुस्लिम के नाम पर लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे इसमें नाकाम हो चुके हैं।
जनता ने केंद्र की सत्ता से भाजपा की विदाई तय कर दीभाकपा नेता ने कहा कि तीसरे चरण का चुनाव समाप्त होते ही 284 लोकसभा सीटों पर देश में चुनाव संपन्न हो गया है। जिसमें बिहार की 14 सीटें भी शामिल हैं। जनता ने केंद्र की सत्ता से भाजपा की विदाई तय कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हार को देखते हुए हिन्दू-मुस्लिम, पाकिस्तान, मंगलसूत्र और आरक्षण पर आ गए हैं। जबकि, जनता केंद्र से मोदी सरकार को हटाने का फैसला कर चुकी है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में लगातार हो रहे सरकारी गैर-सरकारी निर्माण कार्यों को लेकर बालू की मांग लगातार बढ़ रही है। बावजूद जिलों में नदियों से बालू खनन को लेकर लगातार सुस्ती की शिकायतें सामने आ रही हैं।
हाल ही में खान एवं भू-तत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि बार-बार निर्देश के बाद भी नालंदा, बक्सर, मुंगेर, बेगूसराय और खगड़िया जेसे जिलों में एक भी बालू घाट से खनन नहीं हो रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने दिया निर्देशजिलों में इस प्रकार की सुस्ती की बात सामने आने के बाद अपर मुख्य सचिव ने इन पांच जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के अंदर बालू घाटों का संचालन स्वीकृत करें।
उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा यदि एक सप्ताह के अंदर उपरोक्त बालू घाटों का सफल संचालन नहीं होता है तो वैसी स्थिति में सबंधित खनन पदाधिकारी एवं दोषी कर्मचारियों के विरूद्ध नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बिहार के 624 बालू कलस्टर घाटों में से अब तक 114 से बालू खनन प्रारंभ हो पाया है। करीब 160 बालू घाटों को पर्यावरणीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। विभाग और जिलों के संयुक्त प्रयास से 624 घाटों के विरूद्ध 290 बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। जहां नीलामी की प्रक्रिया चल रही है उन जिलों को प्राथमिकता में यह कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
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Tejashwi Yadav: 'धर्म के साथ कर्म भी करें नरेन्द्र मोदी', तेजस्वी यादव की प्रधानमंत्री को नसीहत
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव का तापमान लगातार बढ़ रहा है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कमर के बढ़े हुए दर्द के बीच ही लगातार चुनाव प्रचार में जी-जान लगा रहे हैं। बुधवार को चुनावी रैली के लिए झारखंड रवाना हुए। इससे पहले, उन्होंने एक बार फिर पीएम नरेन्द्र मोदी पर आक्रामक तेवर दिखाए और कहा कि पीएम मोदी धर्म के साथ साथ कर्म की भी बात करें।
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री को भी पता है कि इस बार उनका जाना तय है। बिहार और देश की जनता इस बार तानाशाही सरकार को हटाना चाहती है।
उन्होंने तीसरे चरण के चुनाव को लेकर कहा कि तीसरे चरण के चुनाव में महागठबंधन अच्छी स्थिति में हैं। वो पूरी तरह से आत्मविश्वास में हैं कि चार जून को केंद्र में हमारे गठबंधन की सरकार बनने जा रही है।
'पीएम मोदी तो लालू जी का हमेशा विरोध करते हैं'आरक्षण को लेकर लालू प्रसाद के बयान और मोदी के विरोध को लेकर तेजस्वी ने कहा पीएम मोदी तो लालू जी का हमेशा विरोध करते हैं। उनके परिवार पर भी लगातार हमलावार हैं। दिन रात हम लोगों को बोलते रहते हैं। दूसरे राज्य में जाकर भी हमको गाली दे रहे हैं। हम तो बोले ही वो पीरजादे हैं, कुछ भी कह सकते हैं। प्रधानमंत्री खाली झूठ झूठ बोलते रहते हैं।
'धर्म के साथ-साथ कर्म की भी बात करनी चाहिए'तेजस्वी ने पीएम मोदी को सलाह देते हुए कहा कि हमारा धर्मशास्त्र सिखाता है कि धर्म के साथ साथ कर्म की भी बातें करनी चाहिए। तो पीएम मोदी भी धर्म के साथ थोड़ा कर्म की भी बात कर लें कि उन्होंने पिछले 10 सालों में क्या किया है।
वहीं, आरक्षण को लेकर पीएम से सवाल पूछा कि हमने जो आरक्षण को बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया उसे 9वीं अनुसूची में क्यों नहीं डाल रहे। 12 मई को पीएम पटना में पहली बार रोड शो करेंगे जिसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि नौकरी के एजेंडे ने पीएम मोदी को सड़क पर ला दिया। अब जब आ रहे हैं तो उनसे पूछिएगा कि पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा क्यों नहीं दे रहे हैं?
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