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Lalu Yadav का 'जादू' पड़ा फीका, अपने ही घर में लगातार बढ़ रही टेंशन! इन 5 सीटों पर सबकी नजर
सुनील राज, पटना। बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद की एंट्री किसी मसीहा के रूप में हुई थी। फिर एक दौर ऐसा भी आया कि देश की सत्ता में भी उनकी हनक सुनाई देने लगी, लेकिन कहते हैं समय हमेशा एक-सा नहीं होता। वह जब करवट लेता है तो बड़े-बड़े शहंशाह तक को बेकुर्सी कर जाता है।
राजनीति में गरीब-गुरबा और पिछड़ों-अति पिछड़ों के हक-हकूक की लड़ाई लड़ने वाले लालू प्रसाद के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। 2004 के लोकसभा चुनाव में 26 सीटों पर चुनाव लड़कर 22 पर जीत दर्ज कराने वाले खुद लालू प्रसाद ने दो सीटों सारण (तब छपरा था) और मधेपुरा से जीत दर्ज की थी।
उस चुनाव में लालू की अपने घर में यानी सारण, सिवान, गोपालगंज, मधेपुरा और पाटिलपुत्र में बादशाहत कायम हो गई थी, लेकिन समय का चक्र ऐसा घूमा कि अपने ही घर में लालू प्रसाद का जादू फीका पड़ता गया।
सारण संसदीय सीटसारण संसदीय सीट पर 2009 तक राजद का दबदबा रहा। 2004 और 2009 तक इस सीट से लालू प्रसाद खुद चुनाव जीतते रहे, लेकिन 2014 में राजद को भाजपा के हाथों यहां बड़ी पराजय मिली। इस सीट पर 2014 में राजद ने राबड़ी देवी को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से पराजित रहीं।
इसके बाद 2019 उन्होंने समधी और पुराने नेता चंद्रिका राय पर दांव लगाया, लेकिन रूडी वापस जीत गए। इस बार लालू प्रसाद ने अपनी बेटी को टिकट देकर मैदान पर उतारा है।
गोपालगंज संसदीय सीटगोपालगंज संसदीय सीट का इतिहास भी कुछ ऐसा ही है। गोपालगंज 2004 में सामान्य सीट थी तब लालू प्रसाद ने यहां से राबड़ी देवी के भाई साधु यादव को मैदान में उतारा था। वे जीते भी। साधु ने जदयू के प्रभुदयाल को पराजित कर सीट अपने नाम की थी। 2009 आते-आते गोपालगंज सुरक्षित सीट हो गई, लेकिन यहां फिर कभी राजद का खाता नहीं खुला।
2009 में जदयू के पूर्णमासी राम, 2014 में भाजपा के जनक राम और 2019 में जदयू के आलोक कुमार सुमन ने गोपालगंज पर जीत दर्ज कराई। इस बार यहां से महागठबंधन में शामिल वीआइपी प्रत्याशी मैदान में हैं।
सिवान संसदीय सीटसिवान संसदीय सीट पर भी 2004 तक राजद का कब्जा रहा। पार्टी के कद्दावर नेता शहाबुद्दीन चुनाव जीत कर लालू प्रसाद के हाथों को मजबूत करते रहे, लेकिन 2009 में एक बार जो राजद यहां से पराजित हुआ तो लालू प्रसाद के लिए सिवान से जीत मानो सपना बनकर रह गया।
2009 में निर्दलीय ओमप्रकाश, 2014 में भाजपा के टिकट पर वापस ओमप्रकाश और इसके बाद 2019 में जदयू के टिकट पर कविता सिंह ने यहां से चुनाव जीता। तीन बार शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब ने राजद के टिकट पर चुनाव तो लड़ा लेकिन वे कभी जीत नहीं पाई। इस बार राजद ने अवध बिहारी चौधरी पर दांव लगाया है। जिनका मुकाबला जदयू की विजयलक्ष्मी देवी से होना है।
मधेपुरा संसदीय सीटमधेपुरा संसदीय क्षेत्र किसी दौर में लालू प्रसाद का कार्य क्षेत्र हो गया था। 2004 में लालू प्रसाद ने जदयू के शरद यादव को पराजित किया था, लेकिन 2009 में वे जदयू के ही शरद यादव से पराजित रहे। फिर 2014 में राजद के टिकट पर राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने शरद को पराजित कर यहां एक बार फिर राजद का खाता तो खोला, लेकिन 2019 में जीत को बरकरार नहीं रख पाया।
जदयू उम्मीदवार दिनेश चंद्र ने राजद के शरद यादव को यहां से पराजित किया था। एक बार फिर लालू इस सीट पर जोर लगा रहे हैं। राजद ने यहां से प्रो. कुमार चंद्रदीप को मैदान में उतारा है जिनका मुकाबला जदयू के पिछले विजेता दिनेशचंद्र यादव से होगा।
पाटलिपुत्र संसदीय सीटइसी कड़ी में पाटलिपुत्र संसदीय सीट भी आती है। इस सीट पर राजद के टिकट पर 2004 में रामकृपाल यादव चुनाव जीते थे, लेकिन 2009 में राजद यहां पराजित रहा। जदयू के रंजन यादव ने यहां चुनाव जीता। इसके बाद 2014 में लालू प्रसाद ने पुत्री डॉ. मीसा को जीत का जिम्मा दिया, लेकिन 2014 के बाद 2019 में भी डॉ. मीसा भाजपा के रामकृपाल के सामने हार गईं।
इस चुनाव एक बार फिर पाटलिपुत्र संसदीय सीट पर भाजपा के रामकृपाल बनाम राजद की डा. मीसा की टक्कर होगी। महत्वपूर्ण यह है कि सारण, सिवान, गोपालगंज, मधेपुरा और पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र का वोट समीकरण भी लालू प्रसाद का पसंदीदा समीकरण है बावजूद अपने ही इन घरों में उनका जादू नहीं चल रहा।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सियासी पारा हाई है। तमाम पार्टियों के दिग्गज नेता नॉमिनेशन दाखिल कर रहे हैं।
सोमवार को सारण लोकसभा सीट से राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य (लालू यादव की बेटी) ने पर्चा दाखिल किया। सारण लोकसभा सीट (Saran Lok Sabha Seat) पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान है।
लवली आनंद ने फाइल किया नॉमिनेशनवहीं, शिवहर लोकसभा सीट से लवली आनंद (lovely Anand) ने एनडीए उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया है।
उपेंद्र सहनी ने भरा पर्चाइसी सीट से राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी के उम्मीदवार उपेन्द्र सहनी ने भी नॉमिनेशन फाइल किया है। शिवहर सीट (Sheohar Lok Sabha Seat) पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा।
वीणा देवी भी मैदान मेंउधर, वैशाली संसदीय सीट से लोजपा (रामविलास) की उम्मीदवार वीणा देवी ने भी नामांकन दाखिल कर दिया है। वैशाली लोकसभा सीट पर भी छठे चरण में 25 मई को वोटिंग होगी।
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फिर चला KK Pathak के विभाग का डंडा! पटना के कई शिक्षकों का कटा वेतन, दे दी ये चेतावनी
जागरण संवाददाता, पटना। शिक्षा विभाग ने विद्यालय से बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर पटना जिले के 48 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने इससे संबंधित पत्र जारी कर दिया है और कहा है यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
पत्र के अनुसार, विद्यालय निरीक्षण के दौरान 24 अप्रैल को 21 शिक्षक और 25 अप्रैल को 27 शिक्षक बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए। वर्तमान में सभी सरकारी विद्यालय में पढ़ने में कमजोर बच्चों के लिए सुबह आठ से 10 बजे तक मिशन दक्ष और विशेष कक्षाएं संचालित हो रही हैं। इसमें शिक्षकों को उपस्थित रहना अनिवार्य है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने क्या कुछ कहानिरीक्षण पदाधिकारी द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया था, जिसमें ये शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि प्रतिदिन शिक्षकों को मिशन दक्ष और विशेष कक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट निरीक्षण पदाधिकारी जिला कार्यालय को देंगे।
इससे पहले जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन 10 विद्यालय का निरीक्षण नहीं करने पर जिले के आठ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) सहित 230 विद्यालय निरीक्षण कर्मी का सात दिनों का वेतन काटा गया था। जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, निरीक्षण अधिकारी को प्रतिदिन 10 विद्यालय का निरीक्षण करना है और उसकी रिपोर्ट कार्यालय को समर्पित करना है।
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Patna News : पटना के इन बड़े अस्तपालों का हाल देख थर्रा जाएंगे आप, मरीजों की सुरक्षा पर उठ रहे कई सवाल
पवन कुमार मिश्रा, पटना। राजधानी पटना, प्रदेश का मेडिकल हब है। प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों, झारखंड, असम, नेपाल तक से बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने आते हैं। यहां पांच हजार से अधिक अस्पताल हैं। सरकारी हो या निजी अस्पताल में अग्नि सुरक्षा उपायों का हाल ऐसा है कि आग लगने पर भवन के साथ मरीजों व चिकित्साकर्मियों तक का बचना मुश्किल है।
पीएमसीएच में हर साल अगलगी की दो-चार घटनाएंनिजी ही नहीं, सरकारी अस्पतालों का भी कमोवेश यही हाल है। कारण, मरीजों की जान बचाने के लिए अपने सर्वोत्तम प्रयास करने वाले डाक्टर-चिकित्साकर्मी आग लगने पर उसे बुझाने के शत-प्रतिशत मानक पूरे नहीं करते हैं। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में तो हर वर्ष अगलगी की दो-चार घटनाएं होती ही हैं।
जिला अस्पतालों का हाल भी कमोवेश ऐसा ही है। 21 अप्रैल 2020 को पीएमसीएच की इमरजेंसी व 21 दिसंबर 2020 को हथुआ वार्ड में भीषण आग लगने के बाद 2021 में राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने अस्पतालों के फायर सेफ्टी ऑडिट के निर्देश दिए थे।
रिपोर्ट आने के बाद 2023 में शहरी बड़े अस्पतालों में फायर सब स्टेशन बनाने के साथ कई निर्देश दिए गए थे। हालांकि, धरातल पर वे बेअसर ही दिखते हैं।
बड़े अस्पतालों में जहां-तहां झूल रहे तारअस्पतालों में आग लगने का सबसे बड़ा कारण शाॅर्ट सर्किट है। 85 प्रतिशत मामलों में अगलगी शार्ट सर्किट से ही होती है। बावजूद इसके पटना मेडिकल कालेज सह अस्पताल (पीएमसीएच) से लेकर तमाम पुराने भवनों में चल रहे सरकारी अस्पतालों में जहां-तहां तार झूलते हुए मिल जाएंगे।
यही नहीं जिस प्रकार से चिकित्सकीय उपकरण और एसी की संख्या बढ़ती जा रही है वह तारों की क्षमता से बहुत अधिक है। यही नहीं बिजली की वायरिंग मानकों के अनुरूप नहीं है। कहीं-कहीं तो सीधे तार खींच कर कनेक्शन किया गया है, जो अत्यधिक घातक है।
फायर अलार्म तक की नहीं है सुविधासरकारी अस्पतालों में स्मोक अलार्म तो दूर फायर अलार्म भी नहीं है। फायर इस्टींग्युसर सिलेंडर तो दिख जाएंगे पर उनकी सक्रियता की न तो जांच होती है और न ही कर्मियों को उसे चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
न्यू गार्डिनर रोड, एलएनजेपी, गर्दनीबाग, जयप्रभा प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र जैसे तमाम अस्पतालों में तो पानी भंडारण तक की व्यवस्था नहीं है। निजी अस्पताल तो ऐसी संकरी गलियों और छोटे भवनों में बने हैं कि आग लगने पर मरीजों को बाहर निकालना बड़ी समस्या होगी। समय रहते इन्हें दूर करने की जरूरत है।
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Chirag Paswan : बिहार में वोटिंग प्रतिशत कम क्यों? चिराग ने बताई असली वजह, पप्पू यादव को लेकर तेजस्वी को भी सुनाया
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi अब तक देश में दो चरणों का चुनाव हो चुका है। तीसरे चरण के चुनाव की तैयारी अब जोरों पर है। इस बीच, यह देखा गया है कि बिहार में वोटिंग प्रतिशत काफी कम रहा है। चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने इसकी असली वजह बताई है।
मीडिया से बात करते हुए चिराग ने कहा कि महागठबंधन के वोटर्स के बीच कोई उत्साह नहीं है। एक तरफ एनडीए में नेता हैं, नेतृत्व हैं और नीति है। वहीं, महागठबंधन का कैडर इनके लिए क्यों घर से निकलेगा? पहले चरण के चुनाव में महागठबंधन का कोई भी नेता प्रचार करने नहीं गया तो कांग्रेस और वाम दलों का कैडर क्यों निकलेगा?
महागठबंधन के नेता आपस में ही भिड़ रहे हैं- चिराग पासवानiसके अलावा, तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को अप्रत्यक्ष रूप से घेरते हुए चिराग ने कहा कि जिस तरह से महागठबंधन के नेता आपस में ही भिड़ रहे हैं और जिस तरीके से राजद (RJD) के नेता ये कह रहे हैं कि इन्हें हराने के लिए एनडीए को वोट दे दीजिए, ऐसे में महागठबंधन के वोटर्स घर से क्यों निकलेंगे? जो भी उत्साह है, वह सिर्फ एनडीए के वोटर्स के बीच है।
बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान दो मई को हाजीपुर लोकसभा सीट से नामांकन करेंगे। इस अवसर पर एनडीए के सभी घटक दलों के वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। नामांकन के लिए चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस को भी न्योता दिया है।
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सिपाही पर लगा दुष्कर्म का आरोप, जब विवाह रुकवाने आरोपी के गांव पहुंची पुलिस तो रह गई दंग; ये है पूरा मामला
जागरण संवाददाता, पटना। बुद्धा कालोनी थाने की पुलिस जब दुष्कर्म के आरोपित सिपाही के गया के कोंच स्थित उसके घर उसका विवाह रुकवाने पहुंची तो सच्चाई जान कर चौंक गई।
जिस महिला सिपाही ने उसके विरुद्ध प्राथमिकी कराई थी, उसने बताया था कि 26 अप्रैल को आरोपित की शादी होने वाली है, परंतु उसके घर पर विवाह जैसा माहौल नहीं दिखा। वह घर पर नहीं था। स्वजन बोले कि सुजीत की शादी एक वर्ष पहले ही हो चुकी है। उसकी पत्नी ने बताया कि 23 अप्रैल को पति छुट्टी लेकर आए थे।
सुजीत कुमार पर दुष्कर्म का आरोपसाथ में घूमे-फिरे और अभी किसी काम से बाहर गए हैं। थानेदार सदानंद साह ने बताया कि सुजीत के सामने आने पर ही सच्चाई का पता चल पाएगा। दरअसल, सुपौल जिले की 25 वर्षीय महिला सिपाही, जो अभी पटना जिला बल में कार्यरत है। उसने गया जिला निवासी सिपाही सुजीत कुमार पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
सुजीत भी पटना जिला बल में सेवारत है। उसकी तैनाती बाढ़ अनुमंडल क्षेत्र में है। महिला सिपाही का आरोप है कि सुजीत ने शादी का झांसा देकर दो वर्षों तक उसका शारीरिक शोषण किया। दोनों पति-पत्नी की तरह साथ रहते हैं।
सुजीत से आखिरी बार 17 अप्रैल को हुई बातमहिला सिपाही को जानकारी मिली कि 18 अप्रैल को सुजीत का तिलक समारोह और 26 अप्रैल को उसकी शादी है। सुजीत से आखिरी बार उसकी बात 17 अप्रैल को हुई थी। तब 24 अप्रैल को उसने बुद्धा कालोनी थाने में प्राथमिकी कराई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए बुद्धा कालोनी थाने की एक टीम गया स्थित सुजीत के घर पहुंची, तब सच का पता चला। वहीं, बाढ़ थाने से संपर्क करने पर मालूम हुआ कि सुजीत छुट्टी पर है।
वहां की पुलिस ने जब सुजीत से बात की तो उसने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि छुट्टी से लौटने के बाद अपना पक्ष रखेगा।
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जागरण टीम, सहरसा/सुपौल/खगड़िया। Bihar Politics In Hindi सहरसा और सुपौल में रविवार को चुनावी सभा में राजद नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। कहा, मोदी जी कभी भी गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी की बात नहीं करते हैं।
वे हिंदू, मुसलमान, मंदिर और मस्जिद की बात करते हैं। हम पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार की बात करते हैं।
वैसी सरकार लाएं जो गरीबी और महंगाई दूर करे, बेरोजगार को रोजगार दिलाए, किसान की आय दोगुनी करे, बिहार से पलायन रोके और निवेश लाए और औद्योगिक विकास करे ताकि लोगों को बाहर नहीं जाना पड़े।
सुपौल में छातापुर की माधोपुर पंचायत स्थित कबीर कृपानाथ उच्च माध्यमिक विद्यालय मैदान, सहरसा में पुराना उच्च विद्यालय सौरबाजार के मैदान और खगड़िया में आदर्श इंटर विद्यालय पीरनगरा के खेल मैदान में सभा हुई।
तेजस्वी के साथ ये नेता रहे मौजूदतेजस्वी (Tejashwi Yadav) के साथ ही वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी, राज्यसभा सदस्य मनोज झा सहित गठबंधन के घटक दलों के नेता मौजूद थे। नेताओं ने मधेपुरा के राजद प्रत्याशी कुमार चंद्रदीप, सुपौल के राजद प्रत्याशी चंद्रहास चौपाल और खगड़िया के सीपीएम प्रत्याशी संजय कुमार को वोट देने की अपील की।
इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में आइएनडीआइए की सरकार बनने पर 15 अगस्त को पूरे देश के एक करोड़ युवाओं को नौकरी दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए सहरसा में मेडिकल कॉलेज निर्माण को हरी झंडी दी। 17 महीनों के कार्यकाल में युवाओं को नौकरी दी।
भाजपा वालों ने तो मेरे चाचा को हाइजैक कर लिया- तेजस्वी यादवसाढ़े चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिया। केंद्र में हमारी सरकार दी तो रक्षा बंधन के मौके पर बहनों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे। दो सौ यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। किसानों के फसल की सब्सिडी बढ़ाई जाएगी। बिहार को विशेष दर्जा दिलाएंगे।
तेजस्वी ने पिता लालू यादव के बारे में कहा कि उन्होंने रेल मंत्री बनने पर मधेपुरा में रेल इंजन कारखाना बनाया। भाजपा वालों ने तो मेरे चाचा को हाइजैक कर लिया। खगड़िया में उन्होंने कहा, एक तरफ महागठबंधन के उम्मीदवार खगड़िया के हैं, तो दूसरी ओर चिराग पासवान ने बाहरी को टिकट दिया है।
वे भागलपुर के रहने वाले व्यापारी हैं। इधर जनबल वाले लोग हैं तो उधर धनबल वाले। जनता मालिक है। अब आपको तय करना है, आप किसे चुनते हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग संविधान को बचाने का काम कर रहे हैं, तो वे (एनडीए) लोकतंत्र और संविधान को खत्म करना चाहते हैं।
चिराग जी के रिश्तेदार भी महागठबंधन के लिए वोट मांगने आएउन्होंने कहा, हमारे साथ चिराग (Chirag Paswan) जी के रिश्तेदार साधु पासवान भी महागठबंधन के लिए वोट मांगने आए हैं। इस दौरान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, सिमरी बख्तियारपुर विधायक युसूफ सलाउद्दीन, अलौली विधायक रामवृक्ष सदा भी थे।
वहीं, मुकेश सहनी ने कहा कि देश का संविधान खतरे में है। उसे बचाने की जिम्मेदारी आप लोगों की है। भाजपा सरकार लोगों को झूठे सपने दिखाकर लोगों को गुमराह कर रही हैं। देश कर्ज में डूबा हुआ है।
सहनी ने मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आइएनडीआइए के घटक दल व राजद के प्रत्याशी चंद्रहास चौपाल को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की।
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बिहार-ओडिशा प्रांत के PM के गांव अब नहीं आता कोई नेता, अपनी मर्जी से गांव वाले डाल देते हैं वोट
संतोष कुमार, नौबतपुर। गोलियों की गूंज और स्कूल में पुलिस चौकी वाले नौबतपुर के नक्सल प्रभावित गांव पनहारा के किसान चाहते हैं कि शिक्षा और चिकित्सा सेवा में सुधार हो। 1990 के बाद नक्सली घटनाएं थमी तो स्कूलों में बच्चों की आवाजाही होने लगी है। सड़कें बनी, पावर ग्रिड, आईटीआई की स्थापना हुई, लेकिन स्वास्थ्य, सिंचाई की सुविधा की कमी लोग गिनाते हैं।
गांव के लोगों को शिक्षा में सुधार की उम्मीदस्वतंत्रता के पहले सन 1912 में बिहार-ओडिशा प्रांत के प्रधानमंत्री मो. यूनुस इसी गांव के रहने वाले थे। यहां की आबादी कृषि पर निर्भर है, लेकिन उनके लिए खेती करना आसान नहीं है, क्योंकि सिंचाई की व्यवस्था ध्वस्त होती चली गई। एक भी सरकारी नलकूप चालू नहीं है।
शिक्षा में सुधार के लिए गांव के लोग उम्मीद लगाए हैं। बुजुर्ग किसान गनौरी प्रसाद कहते हैं कि 1912 में बिहार के प्रधानमंत्री बने मो. यूनुस उनके ही गांव के थे। हालांकि, उनके जैसे व्यक्तित्व के बाद भी गांव का समुचित विकास नहीं हुआ।
गांव में नही है कोई चिकित्सकीय सुविधासोहन यादव कहते हैं कि यहां कोई नेता नहीं आते। अपनी इच्छा से हम वोट करते हैं। जगेश्वर कुमार को गांव में सामुदायिक भवन की कमी खलती है।
कहते हैं कि शादी हो या अन्य सामूहिक आयोजन, गांव के लोग परेशान होते हैं। मुखिया रूपक शर्मा बताते हैं कि पंचायती राज से गली-नाली, हर घर नल का जल, आवास योजना पहुंची है। स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं है।
किसान तौफीक आलम उर्फ बबलू कहते हैं कि गांव में सुविधाएं बढ़ी हैं, लेकिन अभी बहुत काम होना बाकी है। विनय कुमार कहते हैं कि शिक्षा की स्थिति बेहद खराब है।
सड़क, बिजली और पुनपुन नदी पर पुल बनाने का काम हुआ है, लेकिन बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिलती। स्वास्थ्य की कोई व्यवस्था नहीं है। इलाज के लिए नौबतपुर या मसौढ़ी जाना पड़ता है।
अनहोनी की आशंका में सहमे रहते ग्रामीण1990 के दौर में नौबतपुर का पनहारा, सेलारपुर, बारा उग्रवाद का दंश झेल रहा था। ग्रामीण अनहोनी की आशंका से सहमे रहते थे। गांव में आने-जाने के लिए सड़क नहीं थी। खेतों और पगडंडियों से लोगों को गुजरना पड़ता था।
बिजली आपूर्ति नहीं थी। खेती का कोई साधन नहीं था। कभी बाढ़ तो कभी सुखाड़ के कारण फसलें बर्बाद होती थीं। अगर बाजार जाना रहता तो एक मात्र सहारा नाव रहता था।
नाव से पुनपुन नदी को पार करके मसौढ़ी या पास में बाजार में जरूरत का सामान खरीदने जाते थे। हालांकि, अब काफी कुछ बदला है।
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Patna में धड़ाधड़ बढ़ती जा रही बिजली की मांग, अलर्ट पर फ्यूज कॉल सेंटर; आज भी शहर के इन हिस्सों में होगा पावर कट
जागरण संवाददाता, पटना। गर्म हवा के बीच बिजली की मांग बढ़ गई है। मांग 667 मेगावाट पर पहुंच गई है। रविवार की सुबह 3.00 बजे 588 मेगावाट तथा 5.00 बजे 515 मेगावाट बिजली खपत दर्ज की गई है। सबसे अधिक बिजली की मांग रात 11.00 बजे के आसपास हो रही है। रात्रि में फ्यूजकाल की संख्या भी बढ़ जा रही है। करीब एक हजार फ्यूजकाॅल की शिकायतें दर्ज हुई है।
फ्यूजकॉल की शिकायतें झटपट हो रहीं दूरदावा किया जा रहा है कि दो घंटे के अंदर शिकायतें दूर कर दी जा रही हैं। पटना विद्युत आपूर्ति गर्मी के बीच बिजली की मांग बढ़ने के कारण फ्यूजकाल सेंटरों को अलर्ट कर दिया है। राजधानी में 700 से अधिक शिकायतें प्रतिदिन दर्ज हो रही हैं।
पेसू महाप्रबंधक श्रीराम सिंह का कहना है कि फ्यूजकाल सेंटरों की निगरानी हो रही है। शिकायत के कितने देर बाद कहां-कहां बिजली आपूर्ति सामान्य की गई। सभी कार्यपालक अभियंता अपने-अपने क्षेत्र में अलर्ट मुद्रा में हैं। फ्यूजकाल की शिकायत दूर करने में समय लगने पर समीक्षा की जा रही है।
शहर के कई हिस्सों में कटेगी बिजलीसोमवार को शहर के कई हिस्सों में बिजली की कटौती की जाएगी। राजापुरपुल पावर सब स्टेशन को रखरखाव के लिए सुबह 7.00 से 9.00 बजे के बीच बंद रखा जाएगा। इस कारण राजापुरपुल, एलसीटी घाट, नेहरूनगर, गोसाईंटोला, उत्तरी मंदिरी, बुद्धा कालोनी, बोरिंग कैनाल रोड, दुजरा, आनंदपुरी में बिजली नहीं रहेगी।
न्यू दीघा पावर सब स्टेशन से जुड़े राजीव नगर फीडर डेढ़ घंटे तक बंद रहेगा। इस कारण सुबह 9.30 से 11.00 बजे के बीच आशियाना-दीघा रोड और राजीव नगर के अधिकांश भाग में बिजली नहीं रहेगी।
सुबह 9.00 से 10.30 बजे के बीच राजवंशी नगर हनुमानमंदिर, राजवंशी नगर रोड संख्या दो, शिवपुरी कार्बन फैक्ट्री, पाटलिपुत्र में बीएसएनएल भवन के आसपास, दाउदपुर पेट्रोल पंप, दानापुर के कालीकेत नगर, महुआबाग के आसपास बिजली नहीं रहेगी।
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दोस्त की बहन के साथ घिनौनी करतूत... पहले ब्लैकमेल कर किया दुष्कर्म, फिर बना लिया वीडियो; FIR दर्ज
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में दोस्त की बहन को ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने और उसका वीडियो बनाने के मामले में सुपौल निवासी आरोपित केशव कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी हुई है। वह वर्तमान में टेकारी रोड में किराए के मकान रहता है।
आरोपित केशव पीड़िता के भाई का मित्र था। सुल्तानगंज थाने की पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी के बाद पूरे मामले की छानबीन जारी है। पुलिस के अनुसार पीड़िता के इकलौते भाई की मौत वर्ष 2022 के फरवरी माह में सड़क दुर्घटना में हो गई थी। इसके बाद स्वजन सदमे में थे।
लगातार कॉल कर सहानभूति प्रकट करता रहाकेशव उनके संपर्क में रहकर सहानुभूति जताता रहा। पीड़िता ने बताया कि कुछ दिन पहले वह पटना में परीक्षा देने के लिए आई थी। आरोपित उसे विश्वास में लेकर टेकारी रोड स्थित डेरा पर ले गया। वहां वह स्नान व भोजन करके अपने गांव लौट गई। इसके बाद भी आरोपित गांव पर लगातार कॉल कर सहानभूति प्रकट करता रहा।
युवक के बात करने के अंदाज से उसकी बदनीयत का अहसास होते ही पीड़िता ने उसका काल उठाना बंद कर दिया। तब आरोपित पीड़िता के गांव पहुंच गया और उसके डेरे पर स्नान करते वक्त का नग्न वीडियो दिखा कर इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी दी।
दुष्कर्म किया और उसका भी वीडियो बना लियाकहा कि अगर वह संबंध बनाएगी तो वीडियो डिलिट कर देगा। इसके बाद आरोपित ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसका भी वीडियो बना लिया।
आरोपित ने पहला वीडियो डिलिट कर दिया, इसके बाद फेसबुक पर फेक अकाउंट बना कर दूसरा वीडियो वायरल कर दिया। तब पीड़िता ने प्राथमिकी कर पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई।
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Bihar Weather : अब रात में भी चलेंगी गर्म हवाएं, इन जिलों में 2 मई तक रहेगा बुरा हाल; भीषण 'लू' को लेकर अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News पटना में दिन भर लू के बाद रात में गर्म हवा राहत नहीं मिलने की संभावना है। अगले 48 घंटे में दो से तीन डिग्री तक अधिकतम तापमान में वृद्धि होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पटना के साथ मुजफ्फरपुर में रात में गर्म हवा सताएगी।
पटना सहित दक्षिणी भागों के जिले सबसे ज्यादा तपेंगे। राज्य के अधिकांश शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रहने की संभावना है। राजधानी सहित प्रदेश के दक्षिण और उत्तरी भागों के कुछ जिले में दो मई तक लू (हीट वेव) की चपेट में रहने की चेतावनी जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने औरेंज व येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम में हो रहे बदलाव को देखते हुए लोगों को दोपहर 11 से दोपहर तीन बजे तक घर से बाहर नहीं निकलने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश में दिन-रात गर्म पछुआ हवा का प्रवाह बना रहेगा।
प्रदेश 20 शहरों के न्यूनतम तापमान में वृद्धिइसके कारण लोगों को दोनों पहर परेशानी होगी। पछुआ हवा का प्रवाह, आर्द्रता में कमी, बादलों का नहीं बनना व पश्चिम विक्षोभ का कोई सिस्टम सक्रिय नहीं होने के कारण तापमान में वृद्धि एवं लू का प्रभाव बना हुआ है।
मौसम का मिजाज ऐसा बना है कि अधिकतम तापमान के साथ प्रदेश के न्यूनतम तापमान में वृद्धि जारी है। पटना का न्यूनतम तापमान रविवार को 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसी तरह के प्रदेश 20 शहरों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने से रात भी गर्म बना हुआ है।
इन शहरों का ऐसा रहा हालरविवार को भागलपुर में भीषण लू की चपेट में रहा। जबकि, शेखपुरा, खगड़िया, बांका और नवादा में लू का असर बना रहा। पटना का अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस व 43.2 डिग्री सेल्सियस के साथ शेखपुरा प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा।
पटना समेत 17 शहरों में भीषण लू के आसार सोमवार को मौसम पूर्वानुमान को लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने पटना सहित 17 शहरों के औरंगाबाद, दरभंगा, शेखपुरा, खगड़िया, सुपौल, नवादा, बांका, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, जमुई, भोजपुर, नालंदा, सीवान, अरवल व जहानाबाद जिलों में लू को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं, पटना, मुजफ्फरपुर और शेखपुरा में गर्म रात रहने को लेकर संभावना जताई है। प्रदेश के शेष भागों में गर्म दिन रहने की संभावना है।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम न्यूनतमपटना 41.5 28.7
गया 42.8 26.8
भागलपुर 41.3 25.3
मुजफ्फरपुर 40.2 28.2
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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BPSC TRE 3 Paper Leak: बीपीएससी पेपर मामले में EOU का बड़ा एक्शन, राजधानी के कई इलाकों में मारा ताबड़तोड़ छापा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के पेपर लीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार आरोपितों की रिमांड रविवार को पूरी हो गई। इसके बाद सभी को वापस जेल भेज दिया गया।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने आरोपितों से दो दिनों तक पूछताछ की। पूछताछ से मिले इनपुट के आधार पर राजधानी के कंकड़बाग और आसपास के आधा दर्जन इलाकों में छापेमारी की गई है।
ईओयू सूत्रों के अनुसार, छापेमारी पेपर लीक गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में यह छापेमारी की गई है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है। आरोपितों की निशानदेही पर ईओयू की टीम ने कई अन्य जिलों में भी आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
यूपी-झारखंड जा सकती है टीमसूत्रों के अनुसार, उज्जैन से गिरफ्तार शिव कुमार उर्फ डॉ. शिव, संदीप कुमार उर्फ बल्ली, प्रदीप कुमार, तेज प्रकाश और सौम्या कुमारी से हुई पूछताछ में कई अहम बातें सामने आई हैं।
कुछ नए लोगों के नाम भी सामने आए हैं। इनके नाम का फिलहाल खुलासा नहीं किया गया है, ताकि जांच की प्रक्रिया में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं हो।
इस गिरोह के तार कई दूसरे राज्यों से जुड़े हैं। इस मामले की जांच के लिए ईओयू की टीम उत्तरप्रदेश, झारखंड आदि राज्यों में जा सकती है।
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Bihar News: गोपालगंज सड़क हादसे में 3 पुलिसकर्मियों की मौत, मुख्यालय ने 50-50 लाख रुपये के मुआवजे का किया एलान
राज्य ब्यूरो, पटना। चुनावी डयूटी में गोपालगंज से सुपौल जा रहे पुलिस वाहन में कंटेनर की टक्कर से तीन पुलिसकर्मियों की मौत होने के बाद पुलिस मुख्यालय ने संबंधित पुलिस कर्मियों के आश्रितों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा जल्द देने का एलान किया है। मृतकों के आश्रितों को तीन अलग-अलग मद से 50 लाख दिए जाएंगे।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, दुर्घटना में लगभग एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज पास के ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
तीन मृतकों में बगहा लौकरिया के पवन महतो और अरवल के दिग्विजय कुमार के अलावा बनमनखी के अशोक कुमार उरांव शामिल हैं। संबंधित कंटेनर को जब्त करते हुए गोपालगंज पुलिस ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
अलग-अलग मद से दिए जाएंगे 50 लाख रुपयेपुलिस मुख्यालय के अनुसार, मृत पुलिस कर्मियों के आश्रितों को अलग-अलग मद से 50 लाख दिए जाएंगे। बिहार परोपकारी कोष से 25-25 लाख रुपये, सक्रिय कर्तव्य के दौरान मृत्यु होने पर वित्त विभाग के संकल्प के अनुसार, डीआइजी सारण क्षेत्र की ओर से 10-10 लाख रुपये वहीं, चुनाव कार्य के दौरान चुनाव आयोग के द्वारा मृत पुलिसकर्मियों के आश्रितों को दी जाने वाली 15 लाख रुपये की अनुदान राशि शामिल है।
नौकरी और अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगीमुख्यालय ने कहा है कि नियमानुसार इनके आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी एवं अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। एसबीआइ पुलिस सैलरी पैकेज के आधार पर नियमानुसार खाता बीमा की राशि के शीघ्रातिशीघ्र भुगतान हेतु कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया शोकगोपालगंज के एनएच-27 पर कंटेनर और सुरक्षा बलों की बस के बीच हुई टक्कर में तीन लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना अत्यंत ही दुखद है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के समुचित इलाज का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता हो तो, घायल लोगों का इलाज बड़े अस्पताल में सुनिश्चित किया जाए। दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
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Lok Sabha Elections: बिहार में तीसरे चरण के चुनाव के लिए इलेक्शन कमीशन की तैयारी पूरी, तैनात होंगे 50 हजार अर्धसैनिक बल
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में तीसरे चरण के पांच लोकसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान को लेकर करीब 50 हजार से अधिक अद्र्धसैनिक बल तैनात किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव के बिहार में तीसरे चरण में पांच संसदीय क्षेत्र झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा व खगडिय़ा में मतदान होगा।
दो चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद तीसरे चरण के चुनाव क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती की प्रक्रिया रविवार से शुरू कर दी गई।
दूसरे चरण के पांच संसदीय क्षेत्रों में मतदान समाप्त होने के बाद व अन्य जिलों से तीसरे चरण के चुनाव क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को पहुंचाया जा रहा है। इनमें केंद्रीय अद्र्धसैनिक बल एवं बिहार सैन्य पुलिस बल (बी-सैप) के पदाधिकारी व कर्मी शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए स्टेट नोडल पुलिस पदाधिकारी (एसएनपीओ) सह एडीजी, मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार के अनुसार दूसरे चरण के पांच लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव को लेकर 44 हजार अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती हुई थी। 18 हजार गृह रक्षक, जिला पुलिस बल के कर्मी भी तैनात थे।
आगामी चरण के चुनाव को लेकर चुनाव आयोग द्वारा सामान्य प्रेक्षक, व्यय प्रेक्षक, पुलिस प्रेक्षकों को भी तैनात किया गया है। जबकि संवेदनशील बूथों को चिह्नित कर वहां सख्त सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। चुनाव आयोग के अनुसार सभी बूथों पर हथियारबंद अद्र्धसैनिक बलों को भी तैनात किया जाएगा।
तीसरे चरण का चुनावी अभियान का सोमवार से शुरू करेंगे नीतीशनीतीश कुमार अपने तीसरे चरण के चुनावी अभियान की शुरुआत सोमवार से करेंगे। तीसरे चरण के तहत वह अपनी पहली चुनावी सभा खगड़िया लोकसभा क्षेत्र स्थित बेलदौर से करेंगे। पूर्वाह्न 11 बजे वह गांधी उच्च विद्यालय, बेलदौर के चुनावी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
खगड़िया लोकसभा क्षेत्र एनडीए में लोजपा के पास है। लोजपा (रामविलास) के राजेश वर्मा खगड़िया से लोजपा के उम्मीदवार हैं। मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की दूसरी चुनावी सभा मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में होनी है।
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Bihar Politics: JDU ने आरजेडी-कांग्रेस को बताया घोटालों का सरताज, कहा- इस बात तो सूपड़ा साफ हो जाएगा
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार काे कहा कि इस बार के आम चुनाव में बिहार से विपक्ष का सूपड़ा साफ हो जाएगा। पिछली बार भगवान की दया से विपक्ष को एक सीट मिली थी। लेकिन इस चुनाव में जनता उन्हें खत्म कर देगी। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए बिहार में एक बार फिर से परचम लहराने वाला है।
राजीव रंजन ने कहा कि इस बार का चुनाव लोकतंत्र बनाम परिवारवाद के बीच है। एक तरफ सुशासन के पर्याय बने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार हैं तो दूसरी तरफ घोटालों का सरताज माने जाने वाले राजद व कांग्रेस है।
राजीव रंजन ने कहा कि जनता को यह पता है कि डबल इंजन सरकार के कारण ही आज विकास की रोशनी बिहार के कोने-कोने तक पहुंच चुकी है। एनडीए के राज में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार में 11 गुना और शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले खर्च में आठ गुना बढ़ाेतरी हुई है।
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बिहार के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने लालू परिवार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त की आशंका से पूरा लालू परिवार नाउम्मीदी व निराशा के भाव में घिर चुका है।
उन्हें ये समझ नहीं आ रहा कि अब जनता के बीच कौन सी असत्य बातें बोली जाए और किस प्रकार का भ्रम फैलाया जाए। जनता उनकी एक भी बात मानने या सुनने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि लालू परिवार घोर निराशा में लोकसभा चुनाव के परिणामों से अवगत होकर अभी से होपलेस हो गया है। यही कारण है कि नाउम्मीदी के भाव में लालू परिवार के अलग अलग सदस्य बिना सिर पैर का बयान दे रहे हैं।
कांग्रेस 370 का ही नहीं, आरक्षण का भी विरोधी : अरविंद सिंहभाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि कांग्रेस, राजद सिर्फ धारा 370 का ही नहीं बल्कि बाबा साहब के संविधान एवं आरक्षण का भी विरोधी है। कांग्रेस ने कश्मीर में रह रहे दलित आदिवासी पिछड़े समाज के लोगों को आरक्षण के लाभ से वंचित रखने का काम किया था।
अरविंद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करके समाज में अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है।
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CUET UG को लेकर आया बड़ा अपडेट! इस दिन जारी होगा सिटी इंटीमेशन स्लिप, यहां से डाउनलोड हो सकेगा एडमिट कार्ड
जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूइटी) अंडरग्रेजुएट (यूजी) के लिए सिटी इंटीमेशन स्लिप पांच मई तक जारी किया जाएगा। सिटी स्लिप जारी होने पर आधिकारिक वेबसाइट cuetug.ntaonline.in पर जाकर इसे डाउनलोड किया जा सकेगा।
यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सीयूइटी-यूजी 2024 का सिटी इंटीमेशन स्लिप पांच मई तक जारी कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रवेश पत्र मई के दूसरे सप्ताह में जारी कर दिया जाएगा। इस साल 13.48 लाख विद्यार्थियों ने सीयूइटी यूजी के लिए पंजीकरण कराया है।
सीयूइटी यूजी में 63 टेस्ट पेपर शामिल होंगेसीयूइटी यूजी में 63 टेस्ट पेपर शामिल होंगे। परीक्षा की अवधि 45 मिनट है, विशिष्ट विषयों जैसे अकाउंटेंसी, अर्थशास्त्र, भौतिकी, कंप्यूटर विज्ञान, सूचना विज्ञान प्रथाओं, रसायन विज्ञान, गणित या अनुप्रयुक्त गणित और सामान्य परीक्षा के लिए अवधि 60 मिनट होगी।
सीयूइटी यूजी परीक्षा भारत के बाहर 26 शहरों में आयोजित की जाएगी। कुल 380 शहरों में परीक्षा आयोजित करने की तैयारी चल रही है। सीयूइटी यूजी 15 से 24 मई तक आयोजित की जायेगी। इस साल कुल 261 विश्वविद्यालय प्रवेश के लिए सीयूइटी यूजी 2024 स्कोर स्वीकार करेंगे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने प्रधानमंत्री के आरक्षण का समर्थन करने वाले बयान के बाद उन पर पलटवार किया है।
उन्होंने रविवार को बयान जारी कर कहा कि हम आरक्षण का समर्थन करते हैं कहने वालों ने ही मंडल के विरोध में कमंडल यात्रा निकाली थी। आज जब चुनाव हो रहे हैं तो उन्हें इस पर सफाई देने की क्यों जरूरत पड़ी। उनकी बात पर पिछड़ा या दलित समाज कैसे यकीन कर सकता है।
शिवानंद ने कहा कि आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा था कि आरक्षण समानता के सिद्धांत के विरूद्ध है। मोदी सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर दस प्रतिशत का आरक्षण ही इसका प्रमाण है कि सामाजिक आधार पर आरक्षण के संवैधानिक व्यवस्था पर इनका यकीन नहीं।
उन्होंने कहा कि संघ प्रारंभ से ही हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देखता रहा है। चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता कहते रहे हैं कि संविधान बदलने के लिए चार सौ सांसदों की जरूरत है। हालांकि चुनावी डर से पीएम ने कहा है कि संविधान बदलना हमारा लक्ष्य नहीं है, लेकिन इस पर यकीन कौन करेगा।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि संघ और भाजपा आज वोट खिसकने के डर से भले सफाई दे कि वह आरक्षण समर्थक है हालांकि हिंदू राष्ट्र में सामाजिक एकता की कल्पना दिन में सपना देखने जैसी है इसके अलावा कुछ नहीं।
I.N.D.I.A ओबीसी विरोधी, आरक्षण में हकमारी बर्दाश्त नहीं :BJPभाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. निखिल आनंद ने रविवार को पार्टी के मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता में कहा कि भाजपा किसी भी प्रकार के धार्मिक आरक्षण का विरोध करती है। साथ ही आरोप लगाया कि आइएनडीआइए ने सामाजिक न्याय को छद्म धर्मनिरपेक्ष राजनीति की बलि चढ़ा दी है।
निखिल आनंद ने कहा कि सवर्ण मुसलमानों को ओबीसी के भीतर आरक्षण देने की कोशिश को पसमांदा समाज स्वीकार नहीं करेगा। पश्चिम बंगाल में रोहिंग्या एवं घुसपैठियों को भी ओबीसी आरक्षण के तहत लाभ दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में सभी मुसलमानों को ओबीसी घोषित कर दिया गया है। यह नीति देश के लिए विभाजनकारी है और इस नीति का भाजपा ओबीसी मोर्चा विरोध करती है।
ओबीसी आरक्षण को छिन्न-भिन्न कर ध्वस्त करने कि यह कोशिश न सिर्फ गैर- संवैधानिक है बल्कि भारतीय सामाजिक न्याय की अवधारणा के भी विरुद्ध है। आइएनडीआइए में कांग्रेस- वामपंथी- राजद- सपा जैसे दल मुस्लिमों के लिए विशेष धार्मिक आरक्षण की बात करते हैं, वे सभी सामाजिक न्याय के विरोधी हैं।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए धार्मिक आधार पर विशेष आरक्षण का प्रविधान करने की बात करके समस्त हिंदू ओबीसी समाज और मुस्लिम ओबीसी पसमांदा समाज की हकमारी की कोशिश की जा रही है। इस मौके पर भाजपा के सह मीडिया प्रभारी प्रभात मालाकार भी उपस्थित थे।
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Bihar Politics: तेजस्वी यादव बिहार में खड़ा करेंगे बड़ा आंदोलन? पूर्व डिप्टी सीएम का बड़ा एलान
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनावों के बीच बिहार में महागठबंधन महंगाई, बेरोजगारी, रोजगार जैसे मुद्दों पर लगातार सरकार को घेर रहा है। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रोजगार के मसले पर सरकार पर अपनी दबिश बढ़ा रहे हैं।
अब उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि उनके कार्यकाल में, जो तीन लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन थी, उन पर नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ नहीं होती है तो, अगले कुछ महीनों में बड़ा आंदोलन होगा।
रविवार को चुनावी सभा से लौटने के क्रम में उन्होंने पटना में मीडिया के सामने भाजपा पर अपने तेवर दिखाए और कहा कि भाजपा के लोग कभी काम की बात कर नहीं सकते।
उन्होंने कहा हमने 17 महीने में पांच लाख नौकरियां दी। हमारे सरकार से निकले ही पेपर लीक हो गया। पूर्व की बहालियों में एक लाख बहाली बची हुई है। तीन लाख बहालियां हम प्रक्रियाधीन करके आए हैं। आखिर ये लोग क्यों नौकरी नहीं दे रहे हैं।
भाजपा पर कसा तंजउन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा एक नहीं दो-दो उप मुख्यमंत्री बनाए। लेकिन काम के नाम पर सिर्फ बकवास करते हैं ये लोग। जेल में बंद हो जाएगा। मंगलसूत्र ले लेगा तो ये कर लेगा-वो कर लेगा। और कोई बात सुने हैं। काम के बारे में, रोजगार, महंगाई, पलायान, बिहार को विशेष राज्य के दर्जा के बारे में ये लोग बात ही नहीं कर सकते हैं। इन बातों का कोई मतलब है।
बहाली प्रक्रिया पर सीएम नीतीश से पूछे सवालनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारे भाजपा के लोगों और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल है कि जो चार लाख बहाली हम प्रक्रियाधीन करके आए थे, उन पदों पर बहालियां क्यों नहीं हो रही हैं।
उन्होंने कहा डेढ़ साल पहले मौका मिला था जो भाजपा ने नौकरी क्यों नहीं दी। 17 साल में जो मौका मिला, उसमें क्यों नौकरियां नहीं दी गई।
उन्होंने चेतावनी वाले अंदाज में कहा कि यदि प्रक्रियागत बहालियां शीघ्र शुरू नहीं हुई तो, कुछ महीनों में बिहार में बड़ा आंदोलन होगा।
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राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के विरुद्ध नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए अनर्गल बयान को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग का रुख किया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मेल के जरिए शिकायत की है। साथ ही मांग की है आयोग तत्काल तेजस्वी के विरुद्ध कार्रवाई करें।
शिकायत पत्र के साथ न्यूज एजेंसियों को दिए गए बयान को सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर पोस्ट शेयर करने की स्क्रिनशॉट की प्रति संलग्न की गई है। आरोप में कहा गया है कि तेजस्वी यादव ने बयान से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चरित्र हनन करने का कृत्य किया है।
तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर ऐसा क्या लिखा था?विदित हो कि कथित तौर पर तेजस्वी यादव ने कहा था कि उन्हें सूचना मिली है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बार-बार दिल्ली से आ रहे हैं, तो अपने साथ पांच-छह भरा हुआ बैग लेकर आते हैं और जहां-जहां चुनाव हो रहा है, उन क्षेत्रों में बांटते हैं और ऐजेंसी उन्हें सहयोग करती है।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि वे झूठ नहीं बोल रहे हैं, आरोप सत्य हैं, झूठ नहीं बोल रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि इस तरह का बयान न सिर्फ आइपीसी की धारा 171 का उल्लंघन है, बल्कि चुनाव आचार संहिता का भी उल्लंघन है।
एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांगइस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही चुनाव प्रचार से तेजस्वी यादव को अलग रखने का भी अनुरोध आयोग से किया गया है। भाजपा न्यायिक मामले विभाग के प्रमुख एसडी संजय, भाजपा प्रवक्ता संजीव मिश्रा, मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार ने शिकायत की है।
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Bihar News: भाषायी अकादमियों का एकीकरण करेगी नीतीश सरकार, अंतिम दौर में चल रही प्रक्रिया
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की सभी भाषाई अकादमियों के एकीकरण करने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। इसके तहत भाषायी अकादमियों के कर्मचारियों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा सेवा शर्त नियमावली तैयार की जा रही है। प्रस्तावित सेवा शर्त के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है।
माना जा रहा है कि भाषायी अकादमियों के एकीकरण पर अंतिम निर्णय होने तक कर्मचारियों की प्रस्तावित सेवा शर्त तैयार हो जाएगी। इसके साथ ही एकीकरण की तैयारियों के तहत सभी भाषायी अकादमियों का आडिट कार्य भी पूरा करा लिया गया है। साथ ही सभी भाषायी अकादमियों की संपत्ति और देनदारी का आकलन भी कराया जा रहा है।
वर्तमान में कार्यरत भाषायी अकादमियांराज्य में वर्तमान में जो भाषायी अकादमियां कार्यरत हैं उनमें संस्कृत अकादमी, मैथिली अकादमी, मगही अकादमी, भोजपुरी अकादमी, बांग्ला अकादमी, दक्षिण भारतीय भाषा संस्थान एवं अंगिका अकादमी शामिल हैं।
यहां बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 23 सितंबर, 2923 को शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में सभी भाषायी अकादमियों का एकीकरण कर एक ही छत के नीचे लाने पर सहमति दी गई थी। बिहार सरकार का मानना है कि इससे सभी भाषायी अकादमियों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
सूर्यापुरी और बज्जिका अकादमी का गठन प्रस्तावमुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दो और भाषायी अकादमी के गठन का भी निर्णय हुआ था। इसके तहत सूर्यापुरी अकादमी और बज्जिका अकादमी का गठन प्रस्तावित है।
बता दें कि सूर्यापुरी सीमांचल की भाषा है। यह सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज एवं अररिया में बोली जाती है।
2011 की जनगणना के मुताबिक, यह 18 लाख 57 हजार 920 लोगों की भाषा है। जबकि बज्जिका वैशाली, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी एवं शिवहर बोली जाती है। बज्जिका भाषियों की संख्या दो करोड़ से भी ज्यादा है। इसका अपना साहित्य भी है।
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