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Weather: दिल्ली-NCR में बारिश ने ढाया कहर, बत्ती गुल और सड़कों पर गिरे खंभे-पेड़; यूपी में 12 की मौत

Dainik Jagran - National - 9 hours 9 min ago

 जागरण टीम, नई दिल्ली। मौसम का मिजाज बुधवार शाम को यकायक बदल गया। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश व राजस्थान सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में जहां दिन में तेज धूप निकली, वहीं शाम को हवाएं चलने लगीं और फिर बारिश हुई।

मौसम का असर विमानों की आवाजाही पर भी पड़ा

कुछ राज्यों में ओलावृष्टि भी हुई। बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं ओलावृष्टि ने लोगों को काफी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान पेड़ व दीवारें गिरने से जनहानि भी हुई। उत्तर प्रदेश में ही 12 लोगों की जान चली गई। मौसम का असर विमानों की आवाजाही पर भी पड़ा।

दिल्ली में जनजीवन अस्त-व्यस्त

दिल्ली और आसपास के इलाकों में बुधवार शाम तेज आंधी और वर्षा ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज हवाओं से पेड़ गिरने और बिजली के तार टूटने से लोग अधिक प्रभावित हुए। दिल्ली के कई इलाकों में पेड़ और खंभे गिर गए हैं। वजीराबाद रोड पर पेड़ गिर गया। पेड़ के नीचे दबकर एक बाइक सवार की मौत हो गई।

सोनभद्र जिले में वज्रपात से दो लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बुधवार को मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिला। लखनऊ समेत तराई और पूर्वी जिलों में जहां बादलों की आवाजाही के बीच तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई तो कहीं-कहीं वज्रपात हुआ।

लखीमपुर में मकान ढहने की दो घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। दीवार गिरने से अलीगढ़ में भी एक मौत हुई है। सोनभद्र जिले में वज्रपात से दो लोगों की मौत की सूचना है।

सहारनपुर में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत

सहारनपुर में आकाशीय बिजली गिरने से दो और मेरठ में पेड़ के नीचे दबने से दो लोगों की मौत हो गई। बागपत में आंधी में गिरे कूलर में दबकर एक सात माह की बच्ची की मौत हो गई।

बिजनौर में आंधी में गिरे पेड़ से बाइक टकराने से सिपाही की मौत हो गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार से बुंदेलखंड को राहत मिलनी शुरू होगी। प्रदेश के लगभग हर क्षेत्र में 27 मई तक वर्षा के आसार हैं।

पंजाब के कई जिलों में वर्षा व ओलावृष्टि

पंजाब में दिनभर की गर्मी के बाद शाम को तेज आंधी, वर्षा और ओलावृष्टि ने लोगों को राहत दी। जालंधर, लुधियाना, रूपनगर, नवांशहर, होशियारपुर, और बरनाला जैसे क्षेत्रों में राहत भरी हवा चली। हालांकि, कई स्थानों पर पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ।

नंगल में काले बादल छाने के बाद तेज वर्षा और ओलावृष्टि हुई। रूपनगर में आधे घंटे तक धूल भरी आंधी चली, जिसके बाद वर्षा शुरू हुई। होशियारपुर में आंधी के साथ बादल मंडराए, लेकिन वर्षा नहीं हुई।

वर्षा-ओलावृष्टि से उत्तराखंड में आफत

उत्तराखंड में वर्षा व ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित हुआ है। अल्मोड़ा में एक यात्री वाहन गदेरे के उफान में बह गया। हालांकि, चारों यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके अलावा अल्मोड़ा-हल्द्वानी मार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर गिरने से अफरा-तफरी मच गई।

गुजरात के पर्यटकों की कार पर बोल्डर गिरे। वहीं, कई पर्वतीय क्षेत्रों में बिजली-पानी और संचार सेवाएं भी बाधित हो गईं। चारधाम और आसपास के क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बौछारों का क्रम बना हुआ है।

हिमाचल में फसलों को नुकसान

हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है। आम के पेड़ों से आम भी झड़ गए। चौहार व छोटा भंगाल घाटी में भारी वर्षा व ओलावृष्टि हुई। इससे छोटी झरवाड़ गांव में एक किसान की गोभी पानी में बह गई। कई स्थानों पर आलू की फसल भी बह गई है। मंडी के जोगेंद्रनगर में वर्षा व तूफान के दौरान सड़क पर मलबा आ गया। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई।

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मौसम के बिगड़ने का उड़ानों पर असर, 11 डाइवर्ट

बिगड़े मौसम का असर आइजीआइ एयरपोर्ट पर भी पड़ा, जहां उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। विभिन्न दिशाओं से आ रही उड़ानों को जयपुर डाइवर्ट किया गया। समाचार लिखे जाने तक 11 उड़ानें जयपुर में लैंड हुईं। आगमन की समय सारणी में एक घंटे का विलंब सामान्य हो गया।

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रिटायर जजों को नहीं मिल रहीं सुविधाएं, सुप्रीम कोर्ट ने कई राज्यों के मुख्य सचिवों को जारी किया अवमानना नोटिस

Dainik Jagran - National - 9 hours 10 min ago

पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को हाई कोर्टों के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के लिए चिकित्सा सुविधाओं और अन्य भत्तों के संबंध में आदेशों का पालन न करने के लिए दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना और बंगाल के मुख्य सचिवों को अवमानना नोटिस जारी किया।

जस्टिस अभय एस ओका की पीठ कर रही सुनवाई

जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस उज्जल भुइयां की पीठ ने कहा कि इन राज्यों ने 18 फरवरी को जारी निर्देशों का पालन नहीं किया है। पीठ ने स्पष्ट किया- ''छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना, बंगाल और दिल्ली ने इस न्यायालय द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन नहीं किया है।

मुख्य सचिवों को अवमानना नोटिस जारी

उपरोक्त राज्यों के मुख्य सचिवों को नोटिस जारी किया जाए, जिसमें उनसे यह बताने के लिए कहा जाए कि अदालत की अवमानना के तहत इन राज्यों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।''

मुख्य सचिवों की व्यक्तिगत उपस्थिति की आवश्यकता नहीं

मामले की अगली सुनवाई 25 जुलाई को निर्धारित की गई है। शीर्ष कोर्ट ने यह भी कहा कि मुख्य सचिवों की व्यक्तिगत उपस्थिति की आवश्यकता नहीं है, बशर्ते कि एक जिम्मेदार आइएएस अधिकारी व्यक्तिगत या वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।

यह मामला सेवानिवृत्त न्यायाधीश वीएस डेव द्वारा दायर अवमानना याचिका से संबंधित है जो सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के संघ के अध्यक्ष हैं। यह याचिका 2015 से लंबित है क्योंकि कई राज्यों ने न्यायाधीशों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद एक समान चिकित्सा सुविधाएं लागू नहीं की हैं।

इलाहाबाद में वायुसेना स्कूल संविधान के तहत 'राज्य' नहीं: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि इलाहाबाद के बमरौली स्थित वायुसेना स्कूल राज्य नियंत्रित नहीं है और इसके संविदा कर्मचारियों की सेवाएं नियमित नहीं की जा सकती है।

तीन न्यायाधीशों की पीठ का नेतृत्व करते हुए जस्टिस अभय एस ओका ने 2:1 के बहुमत से दिए फैसले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की खंडपीठ के फैसले को बरकरार रखा कि अनुच्छेद 12 के अर्थ में स्कूल नहीं है।

सरकारी नियंत्रण के अधीन अन्य निकाय

अनुच्छेद 12 अनिवार्य रूप से यह रेखांकित करता है कि इन अधिकारों की गारंटी के उद्देश्य से किन संस्थाओं को माना जाएगा, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय प्राधिकरण तथा सरकारी नियंत्रण के अधीन अन्य निकाय शामिल हैं।

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Tamil Nadu: द्रमुक नेता पर महिला ने लगाया यौन शोषण का आरोप, जिले में किया विरोध प्रदर्शन

Dainik Jagran - National - 13 hours 54 min ago

 पीटीआई, चेन्नई। तमिलनाडु की एक युवती ने द्रमुक युवा शाखा के एक पदाधिकारी पर उसे बड़े लोगों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने की कोशिश का आरोप लगाया है।

जिले में किया विरोध प्रदर्शन

मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने बुधवार को इस मुद्दे पर रानीपेट जिले में विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी नेता और इसकी महिला शाखा की सचिव बी वलारमती ने कहा कि अन्नाद्रमुक तब तक लड़ाई जारी रखेगी जब तक महिला को न्याय नहीं मिल जाता।

अन्नाद्रमुक ने यह भी दावा किया कि वह पुलिस की ज्यादती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। 19 मई को अन्नाद्रमुक महासचिव एके पलानीस्वामी ने इस मामले पर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि पुलिस ने तब एफआइआर दर्ज की जब उनकी पार्टी के विधायक एस रवि ने हस्तक्षेप किया। पुलिस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

राजनेताओं के साथ सोने के लिए मजबूर किया

वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने द्रमुक की युवा शाखा के पदाधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है। कथित तौर पर आरोपित की पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों में दावा किया गया है कि उसने लड़कियों को ''राजनेताओं के साथ सोने'' के लिए मजबूर किया।

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सीएम हिमंत और गोगोई के बीच वाकयुद्ध तेज, कांग्रेस सांसद के पाकिस्तान दौरे को लेकर छिड़ा विवाद

Dainik Jagran - National - 13 hours 56 min ago

 पीटीआई, डेरगांव। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा अपनी पाकिस्तान यात्रा की तुलना लालकृष्ण आडवाणी जैसे भाजपा के दिग्गजों की यात्रा से करना ''सेब और संतरे'' की तुलना करने जैसा है।

जवाबी हमला करते हुए गोगोई ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ''निराधार व्यक्तिगत हमले, राजनीतिक ड्रामा और बदनाम करने वाले अभियान'' का सहारा ले रहे हैं। गोगोई ने कहा कि 2014 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद से उन्होंने सभी आधिकारिक प्रोटोकॉल का पालन किया है।

गोगोई पर हिमंत ने लगाए आरोप

लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई पर हिमंत और भाजपा आरोप लगा रहे हैं कि उनके और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से संबंध हैं।

मुख्यमंत्री ने रविवार को आरोप लगाया कि था गोगोई ने आइएसआइ के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा किया था, वहां ''प्रशिक्षण'' लिया था और पड़ोसी देश की सरकार के साथ मिलकर काम किया था।

गोगोई ने सीएम हिमंत पर किया पलटवार

हिमंत पर पलटवार करते हुए गोगोई ने मंगलवार को कहा था कि भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी पहले पड़ोसी देश का दौरा कर चुके हैं और केंद्र सरकार को उनके पाकिस्तान दौरे की पूरी जानकारी है। इस पर जवाब देते हुए हिमंत ने कहा, ''चाहे जसवंत सिंह हों, लालकृष्ण आडवाणी हों या नरेन्द्र मोदी, वे सार्वजनिक रूप से सरकारी ड्यूटी पर गए थे।''

पाकिस्तान के लोगों से संबंध रखने का आरोपित छात्र रेजाज जांच के दायरे में

आतंकवाद रोधी कानून के तहत नागपुर में गिरफ्तार छात्र कार्यकर्ता रेजाज एम. शीबा सिद्दीक के मामले में जांच की जा रही है। एटीएस ने पाया है कि वह पाकिस्तान के छह फोन नंबरों के संपर्क में था।

अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इन संपर्कों का आतंकवादी समूहों से कोई संबंध है। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि ये नंबर सिद्दीक के मोबाइल फोन से बरामद किए गए हैं। उससे जुड़े व्यक्तियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।

एक अधिकारी ने कही ये बात

अधिकारी ने कहा कि यदि किसी भी संपर्क के आतंकवाद से जुड़े होने की पुष्टि होती है तो राष्ट्रीय एजेंसियां जांच का जिम्मा संभालेंगी। केरल के रहने वाले सिद्दीक को लकड़गंज पुलिस ने सात मई को नागपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया था।

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Ranya Rao Case: रान्या राव सोना तस्करी मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री से जुड़े संस्थानों पर छापे, कांग्रेस ने की आलोचना

Dainik Jagran - National - 14 hours 1 min ago

 पीटीआई, बेंगलुरु। ईडी ने बुधवार को अभिनेत्री रान्या राव और अन्य के खिलाफ सोना तस्करी से जुड़े मनी लांड्रिंग की जांच के तहत कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर से जुड़े शैक्षणिक संस्थानों सहित कर्नाटक में कई स्थानों पर छापेमारी की।

राज्य में 16 स्थानों पर छापेमारी

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पीएमएलए के तहत राज्य में 16 स्थानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी हवाला ऑपरेटरों को निशाना बनाकर की गई, जिन्होंने कथित तौर पर राव के खातों में फर्जी वित्तीय लेनदेन किए थे।

ईडी ने कुछ महीने पहले राव के मामले सहित भारत में एक बड़े सोने की तस्करी रैकेट में सीबीआइ और डीआरआइ की शिकायत का संज्ञान लेते हुए पीएमएलए का मामला दर्ज किया था।

एक शैक्षिक ट्रस्ट पर संदेह

ईडी के सूत्रों ने कहा कि एक शैक्षिक ट्रस्ट पर संदेह है कि उसने एक प्रभावशाली व्यक्ति के निर्देश पर रान्या राव के क्रेडिट कार्ड बिल के लिए 40 लाख रुपये का भुगतान किया है। सूत्रों ने दावा किया कि ट्रस्ट परमेश्वर से जुड़ा हुआ है और प्रभावशाली व्यक्ति एक राजनीतिक रूप से उजागर व्यक्ति है।

उन्होंने बताया कि तलाशी में पाया गया कि क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान को पुष्ट करने के लिए कोई सहायक वाउचर या दस्तावेज नहीं थे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने ईडी की छापेमारी पर टिप्पणी करने से इन्कार करते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने उठाए सवाल

वहीं, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों पर छापेमारी की क्या जरूरत है। मेरे गृह मंत्री का किसी मामले में शामिल होना संभव नहीं है। शिवकुमार ने कहा कि मेरे पास उचित जानकारी नहीं है। इस बारे में मैं जानकारी जुटाता हूं, फिर कुछ कह पाऊंगा।

सुरजेवाला ने किया बचाव

वहीं, कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने परमेश्वर को अनुसूचित जाति का बड़ा नेता बताया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि छापेमारी पिछली भाजपा सरकारों के भ्रष्टाचार को छुपाने और इसके खिलाफ आवाज उठाने वालों पर दबाव डालने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि संविधान और देशभर में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा ओबीसी समुदायों के नेताओं पर लगातार हमला एक आदत बन गई है।

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चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 के मिशन पर काम कर रहा भारत, इसरो ने जापान से मिलाया हाथ; धरती पर लाया जाएगा चंद्रमा का सैंपल

Dainik Jagran - National - May 21, 2025 - 11:58pm

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। इसरो प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने ओडिशा के सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर (सीटीटीसी) में चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 की घोषणा की। इसरो प्रमुख ने कहा है कि चंद्रयान-4 का उद्देश्य चंद्रमा के नमूने एकत्र करना और उसे पृथ्वी पर वापस लाना है, जबकि चंद्रयान-5 जापान के साथ एक सहयोगी मिशन है।

इसरो प्रमुख ने कहा कि अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की महत्वाकांक्षी प्रगति जारी है, क्योंकि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने अगले प्रमुख अंतरिक्ष अभियान, चंद्रयान-4 की तैयारी कर रहा है, जिसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह के नमूने एकत्र करना और उन्हें पृथ्वी पर वापस लाना है।

अंतरिक्ष मिशनों में मिलेगी सहायता

इस अभूतपूर्व प्रयास का उद्देश्य चंद्रमा से नमूनों को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है, जो भारत की अंतरिक्ष एजेंसी के लिए एक उल्लेखनीय पहला कदम है। इस महत्वाकांक्षी मिशन का खुलासा इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने भुवनेश्वर में सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर (सीटीटीसी) के दौरे के दौरान किया।

चंद्रयान-4 में चंद्रमा पर उतरना, नमूने एकत्र करना और उन्हें पृथ्वी पर वापस लाना शामिल होगा, जिससे चंद्र भूविज्ञान के बारे में हमारी समझ बढ़ेगी और संभावित रूप से भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में सहायता मिलेगी।

भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
  • चंद्रयान-4 चंद्रमा के बारे में बेहतर समझ के लिए मंच तैयार करेगा, क्योंकि वैज्ञानिक इसके द्वारा लौटाए गए नमूनों का विश्लेषण करने की उम्मीद कर रहे हैं। यह मिशन चंद्र अनुसंधान में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।
  • इसके बाद, इसरो चंद्रयान-5 के लिए जापान के साथ मिलकर काम कर रहा है। डॉ. नारायणन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि चंद्रयान-5 अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में अधिक व्यापक मिशन होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-5 का कुल लॉन्च वजन 6,400 किलोग्राम होगा, जो चंद्रयान-3 के 5,000 किलोग्राम से काफी अधिक है।
  • एक महत्वपूर्ण वृद्धि में चंद्रयान-5 रोवर का नियोजित परिचालन जीवनकाल शामिल है, जिसका वजन 350 किलोग्राम होगा - जो पिछले रोवर के 25 किलोग्राम से बहुत अधिक है। यह नया चरण मिशन की अवधि को मात्र 14 दिनों से बढ़ाकर पूरे 100 दिन करने की अनुमति देगा, जिससे चंद्र सतह का अधिक विस्तृत अन्वेषण संभव होगा।
चंद्रयान 5 मिशन पर भी काम कर रहा इसरो

इसरो प्रमुख ने बताया कि अभी हम चंद्रयान 4 पर काम कर रहे हैं, क्योंकि चंद्रयान 3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग की और हमारे देश को गौरव दिलाया। चंद्रयान 4 एक सैंपल रिटेन मिशन है। हम उतरेंगे, सैंपल लेंगे और उसे वापस धरती पर लाएंगे।

इसरो प्रमुख ने कहा कि हम चंद्रयान 5 मिशन पर भी काम कर रहे हैं। यह जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जेएएक्सए के साथ मिलकर किया गया एक सहयोगात्मक मिशन है। इस बार रोवर का वजन 350 किलोग्राम होगा और इसकी आयु करीब 100 दिन होगी।

डॉ. सुनील षडंगी को दिया श्रेय
  • डॉ. नारायणन ने ओडिशा में सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर (सीटीटीसी) में अपने भाषण के दौरान कहा कि प्रत्येक मिशन के साथ हम जो प्रगति कर रहे हैं, वह अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती क्षमताओं को उजागर करती है।
  • इस अवसर पर इसरो प्रमुख ने अपनी सफलता के लिए ओडिशा के अपने वैज्ञानिक गुरु डॉ. सुनील षडंगी को सम्पूर्ण श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि आज राकेट में प्रयोग होने वाली क्रयोजेनिक तकनीक वह उन्हीं से सीखी थी।
  • वी. नारायणन जो वर्तमान में इसरो अध्यक्ष हैं, वह आईआईटी खड़गपुर में प्रो. सुनील षडंगी के शिष्य थे। उन्होंने कहा कि अपने गुरू से यह तकनीकी सीखने के बाद हमने थेसिस तैयार किया था, जिसे वर्तमान में सभी रॉकेट में उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने अपने गुरू के प्रति आभार जताया है।

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