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एक तरफ ब्रह्मोस-आकाश से पाकिस्तान को चटाई जा रही थी धूल, दूसरी तरफ शराब की खाली बोतलों से यहां चल रही थी लड़ाई

Dainik Jagran - National - May 18, 2025 - 7:53pm

नीलू रंजन, जागरण। नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में जहां भारतीय सेना ब्रह्मोस, आकाश और एस-400 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रही थी, ठीक उसी समय कुर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच लड़ाई में शराब की खाली बोतलों का इस्तेमाल हो रहा था।

नक्सली बीयर की खाली बोतलों से आइईडी बनाकर सुरक्षा बलों को रोकने की कोशिश कर रहे थे, वहीं सुरक्षा बल अपने कैंप के चारों ओर कटीलें तारों में शराब की खाली बोतलों को लटकाकर अर्ली वार्निंग सिस्टम के रूप में उसका इस्तेमाल कर रहे थे।

क्या होता है कोडेक्स तार, जिससे नक्सली बना रहे विस्फोटक?

छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी ऑपरेशन से लंबे समय से जुड़े सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी तक नक्सलियों आइईडी बनाने के लिए प्रेशर आइईडी का इस्तेमाल करते देखा गया था। आपरेशन के दौरान पैर पड़ते ही ये प्रेशर आइईडी ब्लास्ट कर जाता था। लेकिन पहली बार कुर्रेगट्टा पहाड़ के चारों ओर जवानों को बीयर की खाली बोतलों से बनी आइईडी का सामना करना पड़ा।

बीयर की इन खाली बोतलों के भीतर नक्सली कोडेक्स तार बारीकी से जमा कर और उसमें सर्किट जोड़कर आइईडी का रूप दे दिया था। कोर्डेक्स तार एक अति ज्वलनशील विस्फोटक होता होता है, जिसे बिजली के तार के रूप में बनाया जाता है।

छत्तीसगढ़ की खदानों में इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। एक सेंकेंड में छह से सात किलोमीटर के कोडेक्स तार में विस्फोट होता है। जाहिर है बीयर की बोतल में बंद कोडेक्स तार एक खतरनाक आइईडी का बन जाता है। इसी बीयर की बोतल वाले आइईडी की चपेट में आने से 18 जवान जख्मी हो गए। जबकि 450 से अधिक आइईडी को निष्कि्रय किया गया।

कैसे अर्ली वॉनिंग की तरह काम करती है बीयर की खाली बोतलें?

दूसरी ओर सुरक्षा बलों के जवानों अपने फॉरवर्ड ऑपरेशनल बेस के चारों और कटीले तार लगा रखा है। इन कटीले तारों में शराब की जगह-जगह शराब की दो खाली बातलों को एक साथ जोड़कर लटकाया गया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नक्सलियों के गढ़ में ये खाली बोतलें अर्ली वार्निंग सिस्टम का काम करती हैं, कई बार रात के अंधेरे में कैंप में नक्सली हमले को नाकाम करने में सहायक रही है।

दरअसल नक्सली रात के अंधेरे में कटीलें तारों को काटने की कोशिश करते हैं, तो उनसे लटके ये ये बोतल आपस में टकरा कर बजने लगते हैं, जिससे सर्तक होकर सुरक्षा बल के जवानों को मोर्चा संभालने का मौका मिल जाता है और नक्सली अंधेरे का लाभ उठाकर भाग जाते हैं।

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Business News - May 18, 2025 - 7:20pm
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Bihar News: लगातार सेवा से गायब रहने वाले 5 डॉक्टर सेवा से बर्खास्त, जारी हुई लिस्ट

Dainik Jagran - May 18, 2025 - 7:20pm

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य सरकार ने लगातार सेवा से गायब रहने वाले पांच डाक्टरों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव के बाद मंत्रिमंडल ने डॉक्टरों को बर्खास्त करने की स्वीकृति दे दी है। जिन डाक्टरों को बर्खास्त किया गया है वे जिलों में सामान्य या विशेष चिकित्सा पदाधिकारी के रूप मे पदस्थापित थे।

स्वास्थ्य विभाग ने जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट के जरिये यह जानकारी मिल रही थी कि कई क्षेत्रों में पदस्थापित डाक्टर बिना विभाग की अनुमति लिए लगातार सेवा से गायब चल रहे हैं।

जिन डॉक्टरों के बारे में विभाग को जानकारी मिली थी उनमें कुष्ठ निवारण कार्यालय मुंगेर में पदस्थापित डाक्टर रविश कुमार सिंह समेत अन्य डॉक्टर हैं। रविश कुमार 10 सितंबर 2021 से सेवा से लगातार गायब चल रहे हैं।

इन डॉक्टर पर हुआ एक्शन

इसी प्रकार सदर अस्पताल लखीसराय में शिशु रोग के चिकित्सा पदाधिकारी रहे डॉ. जीतेंद्र कुमार अगस्त 2020 से, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलौली खगड़िया में सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में तैनात डॉ. अनूप नाज सोरेन मार्च 2020 से सेवा गायब हैं।

लखीसराय के चानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉ. सोनी कुमार गुप्ता फरवरी 2022 से जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कपसी चेवाड़ा शेखपुरा में पदस्थापित रहे डॉ. विमलेश कुमार सितंबर 2022 से सेवा से गायब हैं। विभाग के प्रस्ताव पर मंथन के बाद मंत्रिमंडल ने इन डाक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने की स्वीकृति दे दी है।

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फोर लेन पर दर्दनाक हादसा, सड़क पर खड़ी हाईवा से टकराई कार, बेगुसराय में तैनात लिपिक की हुई मौत

Dainik Jagran - May 18, 2025 - 7:04pm

संवाद सहयोगी, बाढ़। बाढ़ थाना क्षेत्र के सलालपुर गांव के निकट शनिवार की देर रात्रि एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। सड़क हादसे की इस घटना मे बेगुसराय जिले में डीडीसी कार्यालय में तैनात लिपिक की मौत हो गयी।

घटना के बाद कार की परखच्चे उड़ गए। हालांकि, घटना कितने बजे हुई है, यह किसी ने नहीं देखा। इधर अहले सुबह आसपास के ग्रामीण जब सड़क के किनारे घूमने टहलने निकले, तब देखा की एक कार के परखच्चे उड़े थे।

इसके बाद जब कार के अंदर देखा गया, तब लहूलुहान हालत मे एक युवक मृत पड़ा था। इसके बाद घटना की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को दी गयी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम करा परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

पुलिस ने बताया की मृतक की पहचान 33 वर्षीय अभिनंदन प्रकाश के रूप में की गयी है। मृतक मुख्य रूप से पटना जिले के गोविंदपुर गांव का रहने वाला था। वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची दो युवतियों ने बताया की मृतक से रात्रि के करीब दो बजे तक बातचीत हुई थी।

इसके बाद कुछ पता नहीं था। वह पटना के अनिशाबाद में रहता था। बताया जाता है की मृतक बेगुसराय से पटना के लिए चला था। वहीं, बाढ़ के सलालपुर गांव के निकट फोर लेन पर खराब पड़ा ओवरलोड हाईवा लगा हुआ था।

बताया जाता है की कार स्पीड में थी और खड़े हाईवा में जोरदार ठोकर मार दिया, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए। वहीं, घटनास्थल पर ही प्रधान लिपिक ने दम तोड़ दिया।

आसपास बस्ती नहीं होने के कारण सुबह तक कार में ही लहूलुहान हालत में प्रधान लिपिक पड़ा रहा। सुबह जब ग्रामीण घूमने निकले, तब ग्रामीणों की नजर कार पर पड़ी और देखा तब युवक की मौत हो चुकी थी। घटना के बाद परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है ।

एक दिन पहले भी हादसे मे एक की इसी सड़क पर हुई थी मौत

बताते है की शनिवार की सुबह मे ही बख्तियारपुर मोकामा फोर लेन सड़क पर तीन वाहनों की टक्कर में एक महिला की मौत हो गयी थी। जबकि आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए थे।

जिनका उपचार पटना में चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फोर लेन सड़क बनने के बाद इस सड़क पर बख्तियारपुर से मोकामा के बीच कई सड़क हादसे हुए हैं। जिसमे दर्जनों लोगों ने अपनी जान गंवाई है।

सड़क पर लाईट नहीं होने और ओवर स्पीड तथा जहां-तहां वाहनों के कतार लगे होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। 

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RCP Singh ने क्यों थामा प्रशांत किशोर का हाथ? जदयू नेता ने बताई वजह; नए बयान से बिहार में तेज हुई सियासत

Dainik Jagran - May 18, 2025 - 6:23pm

राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर तंज करते हुए कहा कि सियासी वजूद को पुनर्जीवित करने जनसुराज की शरण में पहुंचे हैं आरसीपी सिंह। जनसुराज के दरवाजे पर दस्तक देना आरसीपी के समाप्त हो चुके सियासी अस्तित्व का जीता जागता उदाहरण है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने आरसीपी सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि निजी स्वार्थ और विश्वासघात की राजनीति करने वालों का अंजाम ऐसा ही होता है। जो व्यक्ति कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश में जुटा था आज वह अपने राजनीतिक पुनर्जीवन की तलाश में भटक रहा है।

यह स्थिति उस कहावत को चरितार्थ करता है कि जैसी करनी, वैसी भरनी। आरसीपी और पीके की जोड़ी वैसी ही है जैसे बिन डाेर की पतंग। ऐसे पतंग को न ऊंचाई मिलती है और न ही उड़ान।

दोनों अपनी साख बचाने की जुगत में हैं, लेकिन यह प्रयास बेनतीजा ही साबित होगा। बिहार की जनता इन दोनों के चाल, चरित्र और चेहरे को भली-भांति पहचानती है।

संजय झा के नेतृत्व में आतंकवाद के विरुद्ध आवाज बुलंद करेगा भारत : जदयू

जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को कहा कि जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य संजय झा के नेतृत्व में आतंकवाद के विरुद्ध भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से आवाज बुलंद करेगा।

केंद्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संजय झा को देना समस्त प्रदेशवासियों के लिए गौरव की बात है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ एक प्रतिनिधिमंडल नहीं बल्कि भारत की ओर से विश्व को दिया गया संदेश है कि आतंकवाद के अंधकार में भारत उम्मीद की एक दृढ़, सक्षम और नेतृत्वकारी रौशनी बनकर खड़ा है।

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Bihar: 'नए अफसर बने हो इत्मीनान से रहो...', CM नीतीश के गांव में घुसने से रोका तो PK की SDM से हुई तीखी बहस

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Bihar: 'नए अफसर बने हो इत्मीनान से रहो...', CM नीतीश के गांव में घुसने से रोका तो PK की SDM से हुई तीखी बहस

Dainik Jagran - May 18, 2025 - 6:09pm

डिजिटल डेस्क, पटना। जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर काफी एक्टिव हैं। चुनाव को लेकर उनकी 'हस्ताक्षर अभियान' चला रही है। 

इस अभियान के दौरान प्रशांत किशोर रविवार को अपने तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ नालंदा जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह गांव कल्याण बिगहा में प्रवेश कर रहे थे, लेकिन उन्हें गांव में घुसने से रोक दिया गया। 

सीएम नीतीश के गांव में उनको रोके जाने पर एसडीएम के साथ प्रशांत किशोर की तीखी बहस हुई। पीके ने एसडीएम को जमकर सुनाया। 

प्रशांत किशोर ने अफसर से कहा कि क्या आप मुझे गांव में घुसने से रोकेंगे? क्या मुझे गांव में जाने के लिए आपकी अनुमति की जरूरत है?

क्या आप लोगों को इकट्ठा करके मुझे धमका रहे हैं- प्रशांत

पीके ने कहा कि जब मैं दूसरे गांवों में गया था तो क्या वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं थी? मैं चाहता हूं कि आप लिखकर दें, फिर मैं वापस आ चला जाऊंगा। क्या आप लोगों को इकट्ठा करके मुझे धमका रहे हैं? आप नेता बनना चाहते हैं?

प्रशांत किशोर ने एसडीएम से कहा कि आपसे ज्यादा पढ़े-लिखे हमारे साथ हैं। हम कानून का पालन करने वाले लोग हैं।

बहस के दौरान प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि नए अफसर बने हो इत्मीनान से रहो। रोकने का कारण लिखकर दोगे तो नौकरी चली जाएगी।

#WATCH | Jan Suraaj Party founder Prashant Kishor was stopped from entering Kalyan Bigha - CM Nitish Kumar's home village in Nalanda district during his party's 'signature campaign'.

In a verbal exchange with the SDM, Prashant Kishor can be heard saying, "...Will you stop me… pic.twitter.com/J84Fs10QZ8

— ANI (@ANI) May 18, 2025 एसडीएम ने क्या कहा? 

उधर, प्रशांत किशोर के सवालों का जवाब देते हुए एसडीएम ने कहा कि आपको गांव में घुसने से पहले अनुमति लेने की आवश्यकता है क्योंकि कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है।

एसडीएम ने आगे कहा कि लोगों ने कानून व्यवस्था को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। अगर मेरा इरादा आपको रोकने का होता तो मैं आपको बिहारशरीफ में ही रोक लेता।

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'भारत का संविधान है सुप्रीम, लोकतंत्र के तीनों स्तंभ समान'; CJI गवई ने क्यों कहा ऐसा?

Dainik Jagran - National - May 18, 2025 - 5:45pm

पीटीआई, मुंबई। भारत के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने रविवार को इस बात पर जोर दिया कि न तो न्यायपालिका और न ही कार्यपालिका, बल्कि भारत का संविधान सर्वोच्च है और इसके स्तंभों को मिलकर काम करना चाहिए।

न्यायमूर्ति गवई ने इस सप्ताह की शुरूआत में 52वें प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली थी। उन्होंने मुंबई में बार काउंसिल महाराष्ट्र एवं गोवा की ओर से आयोजित अपने स्वागत समारोह और राज्य वकीलों के सम्मेलन को संबोधित किया।

'देश मजबूत हुआ और विकसित हुआ'

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें खुशी है कि देश न केवल मजबूत हुआ है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक मोर्चों पर भी विकसित हुआ है और ऐसा करना जारी है।

उन्होंने कहा, "न तो न्यायपालिका, न ही कार्यपालिका और संसद सर्वोच्च है, बल्कि भारत का संविधान सर्वोच्च है और तीनों अंगों को संविधान के अनुसार काम करना है।"

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश का बुनियादी ढांचा मजबूत है और संविधान के तीनों स्तंभ समान हैं।

संविधान के सभी अंगों को एक-दूसरे के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए।

बीआर गवई, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया

इस कार्यक्रम के दौरान न्यायमूर्ति गवई की ओर से सुनाए गए 50 उल्लेखनीय फैसलों पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन किया गया।

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