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क्या कर्मों का फल मिलता है या नहीं? रिसर्च में किया गया बड़ा दावा

Dainik Jagran - National - May 2, 2025 - 11:35pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अक्सर सवाल पूछा जाता है कि क्या वाकई कर्मों का फल मिलता है। क्या बुरे कर्मों का दंड मिलता है और अच्छे कर्मों का फल प्राप्त होता है? इस सवाल पर रिसर्च किया गया। कई लोगों से इस सवाल का जवाब पूछा गया।

रिसर्च में अधिकांश लोगों का मानना ​​है कि कर्म, यानी अच्छे कर्मों का पुरस्कार और बुरे कर्मों का दंड, काम करता है। अध्ययन में शामिल धार्मिक और गैर-धार्मिक पृष्ठभूमि के 2,000 लोगों में से लगभग 59 प्रतिशत ने दावा किया कि उन्हें अपने अच्छे कर्मों के लिए पुरस्कार मिला है।

92 प्रतिशत लोगों ने कहा- बुरे कर्मों का फल मिलता है

अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा धर्म और आध्यात्मिकता के मनोविज्ञान मैगजीन में प्रकाशित एक नए रिसर्च के अनुसार, 92 प्रतिशत लोगों ने कहा कि धोखेबाज साथी, कर्ज में डूबे दोस्त, धमकाने वाले और सहकर्मी अपने कार्यों के लिए कर्म के भागी होते हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अध्ययन में भाग लेने वाले 2,000 व्यक्ति अमेरिका, भारत और सिंगापुर से थे।

अच्छे कार्य करने से बेहतर परिणाम की संभावना बढ़ जाती है: रिसर्च

रिसर्च के अनुसार, लोगों का मानना ​​है कि अच्छे कार्य करने से बेहतर परिणाम की संभावना बढ़ जाती है, जबकि वे निर्दयी, उदासीन और नकारात्मक व्यवहार के कारण इसके विपरीत होने से डरते हैं।

अध्ययन में सांस्कृतिक अंतरों को भी शामिल किया गया है, जिससे अमेरिका जैसे पश्चिमी देशों और भारत और सिंगापुर जैसे देशों के व्यक्तियों की विचार प्रक्रियाओं के बीच तुलना करना संभव हो गया है। भारतीय और सिंगापुरवासी तुलनात्मक रूप से आत्म-आलोचनात्मक थे, लेकिन अमेरिकियों ने आत्म-उन्नयन की अधिक प्रवृत्ति प्रदर्शित की।

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दिल्ली समेत कई राज्यों में मूसलधार बारिश से हाहाकार, 8 लोगों की मौत; 200 से अधिक उड़ानों पर पड़ा असर

Dainik Jagran - National - May 2, 2025 - 11:30pm

जागरण टीम, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सहित पूरे उत्तर भारत में शुक्रवार सुबह तेज आंधी व तूफान के साथ मूसलधार बारिश हुई, जिसमें कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। सिर्फ राजधानी में 236 जगह पेड़ उखड़ गए और 200 से अधिक उड़ानें विलंबित हुईं।

बारिश के कारण भूस्खलन के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। शनिवार को भी सामान्यतया बादल छाए रहने और हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है। गर्जन वाले बादल बनने, बिजली चमकने और 20 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की भी संभावना है।

गन्ने और जायद की फसल के लिए अच्छी है ये बारिश

बारिश को गन्ने और जायद की फसल के लिए अच्छा बताया जा रहा है। तोरई, खीरा और ककड़ी के लिए भी लाभकारी है।वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आरके जेनामणि ने बताया कि अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से मिलने वाली नमी और हवा के मिलने पर ऐसा हुआ। इसी तरह मूसलधार वर्षा एक साथ कई मौसमी प्रणालियों के कारण हुई, जिससे आंधी-तूफान की स्थिति बनी।

स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जिससे नमी का स्तर तेजी से बढ़ा। इससे गरज के साथ बादल बनने लगे, जो मानसून से पहले की एक आम विशेषता है। उन्होंने कहा कि ये घटनाएं आमतौर पर सुबह या देर शाम के समय होती हैं।

दिल्ली में बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड

दिल्ली में शुक्रवार सुबह पांच बजे से शुरू हुआ आंधी व वर्षा का दौर आठ बजे तक चला। महज तीन घंटे के दौरान 77.0 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। आंधी की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे तक रही। 1901 से 2025 तक यह मई में 24 घंटे की दूसरी सर्वाधिक वर्षा है। इससे पहले 20 मई 2021 को 119.3 मिमी वर्षा हुई थी, जो ऑल टाइम रिकार्ड भी है। विभिन्न इलाकों में ओलावृष्टि भी देखने को मिली।

पश्चिम उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बाद शुक्रवार सुबह तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश ने मौसम को पूरी तरह से बदल दिया। आंधी के चलते कई घरों के टीनशेड उड़ गए। उन किसानों को मायूसी हाथ लगी है, जिनके गेहूं सूखने के लिए खेतों में पड़े थे। तेज बरसात में गेहूं भीग गए हैं, जिससे उनके खराब होने की संभावना है। आंधी में फंसी ट्राली के पलटने से धौलपुर के एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। फिरोजाबाद में बिजली गिरने से दो लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से झुलसा है। एटा में एक किशोरी की मृत्यु हुई है, जबकि दूसरी झुलसी है।

बिहार में सीएम का हेलीकॉप्टर लैंड करते वक्त उड़ा टीन का शेड

राजगीर (नालंदा) में शुक्रवार को लगभग 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेलिकॉप्टर लैंड करते वक्त निकट में एक टीन का शेड हवा में उड़ने लगा। हालांकि कुछ देर में हेलीकॉप्टर सुरक्षित लैंड कर गया तो लोगों ने राहत की सांस ली। नियमानुसार हेलीपैड के आसपास कोई अस्थायी निर्माण या झंडे वगैरह नहीं होने चाहिए, क्योंकि हेलीकॉप्टर के डैने से निकली तेज हवा से वह उड़कर नुकसान पहुंचा सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर स्थित स्पो‌र्ट्स एकेडमी में नवनिर्मित खेल सुविधाओं का लोकार्पण करने पहुंचे थे। उनके साथ हेलिकॉप्टर में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी भी थे।

पंजाब में कई जगह वर्षा, मंडियों में गेहूं भीगा

पंजाब में कई जगह आंधी और तूफान से पेड़ गिर गए। 12 से 14 घंटे बिजली आपूर्ति ठप रहने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वर्षा के कारण मंडियों में खुले में पड़ी गेहूं की फसल भीगने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। हिमाचल में बीते 24 घंटों के दौरान तूफान व ओलावृष्टि से कई स्थानों पर पेड़ गिर गए तो कई ढारों की छतें उड़ गईं। सोलन में नौ वर्ष बाद मई में सबसे अधिक वर्षा हुई। ऊंची चोटियों पर हिमपात और निचले स्थानों पर ओलावृष्टि के साथ वर्षा हुई।

श्रीनगर में तेज आंधी में डल झील में दो शिकारे पलटे

कश्मीर में शुक्रवार शाम मूसलधार बारिश और तेज हवा के चलते दो शिकारा डल झील में पलट गए। हादसे में पिता-पुत्र सहित पांच लोग डल में ही गिर गए। चार लोगों को बचा लिया है। एक लापता है। डल में डूबे तौसीफ को खोजने के लिए एसडीआरएफ के जवानों ने बचाव अभियान चला रखा है। पहाड़ों पर तेज बारिश के कारण दरिया चिनाब में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। अखनूर में गर्मियों में 25 फीट के आसपास रहने वाला जल स्तर शुक्रवार 32 फीट तक पहुंच गया।

हवाई यातायात भी प्रभावित

आंधी-तूफान और वर्षा के असर से हवाई यातायात भी प्रभावित रहा। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर आगमन से जुड़ी 50 प्रतिशत और प्रस्थान से जुड़ी 82 प्रतिशत उड़ानें विलंबित हुईं। इस दौरान औसतन आधे से दो घंटे का विलंब आम रहा। श्रीनगर एयरपोर्ट पर इंडिगो विमान सेवा की दो उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। उन्हें क्रमश: चंडीगढ़ और दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया।

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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हुआ निर्वाचन आयोग, 13 जिलों में होने लगी EVM और VVPAT की जांच शुरू

Dainik Jagran - May 2, 2025 - 10:51pm

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव को लेकर 13 जिलों में वेबकास्टिंग के साथ ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) शुरू हो गई।

चुनाव आयोग ने 30 जून तक एफएलसी का काम पूरा कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस काम 200 से अधिक इंजीनियरों और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैनात दर्जनों अधिकारियों लगाया गया है। जांच का काम सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जा रहा है।

आयोग के अधिकारियों के अनुसार ईवीएम मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच एक ऐसी जटिल प्रक्रिया है जिसके कारण इसको मिनी इलेक्शन भी कहा जाता है।

मिटाया जाता है पुराना रिकॉर्ड

प्रथम स्तरीय जांच में सभी पुराने सभी रिकॉर्ड को मिटाया जाता है। ईवीएम पर लगे स्लिप को हटाया जाता है, बैलेट पेपर जिस पर नाम पता और चुनाव चिह्न अंकित रहता है उसको हटाया जाता है। साथ ही ग्रीन स्टिकर और टैग को भी हटा दिया जाता है।

इसके बाद कंट्रोल यूनिट के आंकड़ों को मिटाने के पहले एक और प्रक्रिया की जाती है। यह जांच किया जाता है कि किसी बूथ के ईवीएम को लेकर मतदान और मतगणना में कोर्ट केस तो नहीं किया गया है।

अगर किसी चुनाव परिणाम में कोर्ट केस किया गया है, उसके पहले आयोग की ओर से अपील करके यह निर्धारित करा लिया जाता है कि इवीएम को लेकर कोई केस नहीं है। इसके साथ ही प्री-एफएलसी किया जाता है जिसमें ईवीएम मशीन के अंदर के सभी सर्किट, बैट्री सहित उसके फंक्शन की जांच की जाती है।

इसके अलावा वीवीपैट के अंदर के सभी पुराने स्लिप को हटा कर डमी पेपर डाल दिया जाता है। इन सभी प्रक्रियाओं को करने के बाद शुरू होती है अंतिम जांच की प्रक्रिया।

इसमें ईवीएम जांच के बाद पांच प्रतिशत ईवीएम को राजनीतिक दलों की उपस्थिति में जांच की जाती है। कुल जिले की मशीनों में से पांच प्रतिशत मशीनों को रैंडम तरीके से अलग करके उसमें वोटिंग करके जांच की जाती है। जिससे यह पता चल सके की मशीन फूलप्रूव हो चुकी है।

डाले जाते हैं वोट

इसके लिए पांच प्रतिशत मशीनों में से एक प्रतिशत ईवीएम में 1200 वोट डालकर जांच किया जाता है, जबकि शेष चार प्रतिशत ईवीएम में दो प्रतिशत ईवीएम में 1000 वोट और दो प्रतिशत में 500 वोट का मतदान कर जांच किया जाता है।

इसके बाद एक और जांच की जाती है, जिसमें एक कंट्रोल यूनिट में चार बैलेट यूनिट को जोड़कर मतदान किया जाता है। यह प्रक्रिया राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में पूरी की जाती है। साथ ही जांच की गई मशीनों की लिस्ट राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सौंपी जाती है।

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Bihar Postal Service: दिल्ली के लिए रेल, हवाई के बाद अब सड़क मार्ग से भी जुड़ा बिहार डाक सेवा

Dainik Jagran - May 2, 2025 - 10:04pm

जागरण संवाददाता, पटना। नई दिल्ली के लिए बिहार डाक सर्किल ट्रेन, हवाई संपर्क के साथ-साथ सड़क मार्ग से भी सीधे रजिस्ट्रर्ड पार्सल को तय समय में सस्ते दर पर डिलेवर करेगा। इसके लिए अब बिहार डाक सर्किल ने नई दिल्ली के लिए वाया प्रयागराज, लखनऊ, बरेली के रास्ते सामग्री भेजे जाएंगे।

शुक्रवार को बिहार डाक सर्किल के मुख्य डाक महाध्यक्ष एमयू अबदाली ने पटना-नई दिल्ली आरटीएन सेवा को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।

कौन-कौन मौजूद रहा?

इस मौके पर सीजीएम पार्सल निदेशालय अदनान अहमद, निदेशक डाक सेवाएं पवन कुमार, वरीय अधीक्षक पीटी प्रमंडल राजदेव प्रसाद, मुख्य डाकपाल जीपीओ रंजय कुमार सिंह, वरीय अधीक्षक मनीष कुमार, सहायक निदेशक (मेल्स) सर्किल कार्यालय अशोक प्रसाद, सहायक निदेशक (बीडी) सर्किल कार्यालय पटना नवीन कुमार, अधीक्षक पटना साहिब प्रमंडल अनिल कुमार भी थे।

वरीय अधीक्षक पीटी प्रमंडल राजदेव प्रसाद ने बताया कि पटना से दिल्ली वाया प्रयागराज, लखनऊ, बरेली सामग्री भेजे जाएंगे। हर दिन 10 टन कैपिसिटी माल जा सकेंगे।

इसमें रजिस्टर्ड पार्सल व बिजनेस पार्सल भेजने की सुविधा होगी। ग्राहकाें के बल्क सामानों के बुकिंग के 72 घंटे में नई दिल्ली में पार्सल को डिलेवर किया जा सकेगा। यह स्पीड पोस्ट से सस्ता होगा।

इस सेवा के शुरू होने से पटना से दिल्ली के बीच आने वाले सभी प्रमुख शहरों तक डाक विभाग की पहुंच सुगम बनाएगा। यह आरटीएन सेवा ग्राहकों द्वारा प्रयागराज, लखनऊ एवं बरेली को भेजे जाने वाले पार्सल को बहुत ही कम समय में पहुंचाने का काम करेगा।

इस सेवा के तहत हम डाक को अपने गंतव्य शहर तक अपेक्षाकृत कम समय में पहुंचा सकेंगे। इस सेवा के शुरू होने पर बिहार डाक परिमंडल और पार्सल हब पटना के कर्मचारियों ने हर्ष जताया।

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बिहार विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच आयोग ने बताया तैयारी का समय, तीन साल वालों की मांगी लिस्ट

Dainik Jagran - May 2, 2025 - 9:29pm

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को सचिवालय स्थित सभागार में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अंतर-विभागीय बैठक आयोजित की गई। मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि चुनाव से जुड़ी सभी तैयारियां जुलाई तक पूरी कर ली जाए, ताकि चुनाव प्रक्रिया सुचारु, शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराई जा सके। बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी समेत पुलिस महानिदेशक, सभी प्रमुख सचिव, विभागीय निदेशक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

की गई कार्ययोजना की समीक्षा

बैठक में चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय और कार्ययोजना की समीक्षा की गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रिटर्निंग आफिसर और असिस्टेंट रिटर्निंग आफिसर के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए गए हैं।

संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहेंगे जवान

इसके अलावा, ऐसे अधिकारियों की पहचान की जा रही है जिन्होंने किसी एक जिले में तीन साल से अधिक सेवा पूरी कर ली है, ताकि स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू की जा सके। बैठक में बताया गया कि राज्य के 2106 संवेदनशील स्थानों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए पहले से तैयारी की जा रही है।

सैटेलाइट फोन जैसे विकल्प पर विचार

उन्होंने शैडो जोन में संपर्क साधने के लिए सैटेलाइट फोन जैसे वैकल्पिक संचार माध्यमों पर भी काम किया जाना चाहिए। दिव्यांग मतदाताओं और चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों के लिए चिकित्सा सुविधा, आपातकालीन इलाज और व्हील चेयर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

सभी सुविधाओं का रखा जाए ध्यान

सभी मतदान केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और छाया जैसी आवश्यक सुविधाएं जुलाई तक हर हाल में उपलब्ध कराने के निर्देश दिया गया। लाजिस्टिक और परिवहन के लिए वाहनों की व्यवस्था, ईंधन भुगतान, सामग्री का सुरक्षित भंडारण और जलमार्ग विकल्पों पर कार्य किया जाना है।

इंटीग्रेटेड चेकिंग टीमें रहेंगे तैनात

इसके अलावा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन, नकद वितरण और शराब के उपयोग जैसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इंटीग्रेटेड चेकिंग टीमों की तैनाती की जाएगी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए फोल्डेबल व्हील चेयर, वाहन सुविधा और विशेष व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। स्वीप कार्यक्रम के तहत सोशल मीडिया, लोक संवाद, रेडियो और मोबाइल वैन के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

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संजीव मुखिया की डील में शामिल था एक छात्र और कनसल्टेंट, राजस्थान, हरियाणा और यूपी से जुड़ा कनेक्शन

Dainik Jagran - May 2, 2025 - 9:01pm

राज्य ब्यूरो, पटना। नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार संजीव मुखिया से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पेपर लीक के मास्टर माइंड संजीव मुखिया का नेटवर्क अकेले बिहार में नहीं था। उसका कनेक्शन गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों तक फैला हुआ था। कोर्ट से चार दिनों की रिमांड मिलने के बाद सीबीआइ ने संजीव मुखिया से पूछताछ शुरू कर दी है।

पेपर लीक के समय गुजरात में था

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान संजीव मुखिया ने यह जानकारी दी कि पिछले वर्ष पांच मई को जिन दिन नीट यूजी पेपर लीक हुआ था उस दिन वह बिहार नहीं, बल्कि गुजरात में था। उसने बताया कि गोधरा के जिस समय जलाराम स्कूल के परीक्षा केंद्र पर नीट पेपर लीक हुआ था वह उस केंद्र से महज डेढ़ से दो किमी की दूरी पर मौजूद था।

अधिकारी के एक रिश्तेदार का आया नाम

संजीव मुखिया ने कबूल किया है कि परीक्षा में एक पुलिस अधिकारी के एक रिश्तेदार ने परीक्षार्थियों से पेपर की डील कराई थी। मामले के प्रकाश में आने के बाद ही गुजरात पुलिस की एसआइटी ने संबंधित परीक्षा केंद्र के प्राचार्य पुरूषोत्तम शर्मा, शिक्षक तुषार भट्ट, वडोदरा के शिक्षा परामर्शी परशुराम, उसके सहयोगी विभोर आनंद और दलाल आरिफ वोहरा को गिरफ्तार किया था।

लखीसराय का रहने वाला है विभोर

विभोर आनंद मूल रूप से लखीसराय का रहने वाला है। गुजरात पुलिस ने उसे उसके दरभंगा स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया था। संजीव मुखिया ने जांच एजेंसी को बताया कि विभोर के एक रिश्तेदार डीआइजी रैंक के पुलिस अफसर हैं।

परीक्षा को लेकर सीधे करता था डील

सूत्र बताते हैं कि संजीव मुखिया ने कबूला है कि विभोर आनंद छात्रों और अभिभावकों से सीधे डील करता था और उन्हें शिक्षा सलाहकार परशुराम से मिलाता था। उसके अनुसार परशुराम दूसरे देशों में पढ़ाई के लिए सलाह देने के साथ वीजा फर्म चलाता है।

बात बनने पर मिलता था कमीशन

जब उसकी डील अभ्यर्थी से हो जाती थी तब विभोर आनंद को कमीशन मिलता था। पूछताछ के दौरान संजीव मुखिया ने अपने गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के साथ ही उत्तर प्रदेश के नेटवर्क के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। सूत्रों के अनुसार इस मामले में अधिक साक्ष्य जुटाने के लिए सीबीआइ टीम मुखिया को गुजरात भी ले जा सकती है।

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