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पाक में निवेश करेंगे तुर्किए और अजरबैजान, 2 अरब डॉलर के इन्वेस्टमेंट का प्लान तैयार; सैन्य सहयोग देने का भी वादा

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 10:46pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर में भारी क्षति उठाने के बाद अंतरराष्ट्रीय मदद की तलाश कर रहे पाकिस्तान के हुक्मरानों को अपने दो सबसे विश्वस्त मित्र देशों तुर्किए और अजरबैजान से कश्मीर के मुद्दे पर सीधा समर्थन तो नहीं मिला है, लेकिन इन दोनों देशों ने उसे पूरा नैतिक, सैन्य और आर्थिक सहयोग देने का वादा किया है।

अजरबैजान के शहर लाचिन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, तुर्किए के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगेन और अजरबैजान के राष्ट्रपति इलहान एलियेव के बीच शिखर बैठक हुई। यह बैठक का मुख्य कूटनीतिक उद्देश्य तो इस्लामिक दुनिया में बेहद मजबूत रसूख रखने वाले सउदी अरब व खाड़ी के दूसरे इस्लामिक देशों को संकेत देना है, लेकिन भारत भी इन तीनों देशों के बनते गठबंधन को लेकर सतर्क रहेगा।

तुर्किए के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में दरार

पाकिस्तान की वजह से तुर्किए और अजरबैजान के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में दरार आना पहले ही शुरू हो चुका है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि लाचिन शिखर सम्मेलन के बाद इन तीनों देशों के बीच सैन्य व कूटनीतिक रिश्ते किस तरह से आगे बढ़ते हैं, भारत इस पर कड़ी नजर रखेगा और अपनी सुरक्षा के लिए जो भी संभव होगा वह कदम उठाएगा।

पहलगाम हमले के बाद से ऑपरेशन सिंदूर के समाप्त होने तक पाकिस्तान को तुर्किए और अजरबैजान से पूरा समर्थन मिला है। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ तुर्किए निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल किया है। इस बैठक में अरजबैजान के राष्ट्रपति एलियेव ने पाकिस्तान में दो अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की और कहा कि वह भारत व पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थित को लेकर चिंतित हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्द ही शांति लौटेगी। हम पहले दिन से ही पाकिस्तान के समर्थन में हैं। हम विवाद का शांति और वार्ता से, अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार, सुलझाने का समर्थन करते हैं।

तुर्किए ने क्या कहा?

वहीं, तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि इस अवसर पर मैं भारत व पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम होने पर अपनी संतुष्टि जताता हूं। इस प्रक्रिया के दौरान पीएम शरीफ और पाकिस्तानी अधिकारियों ने जिस संयम व प्रतिबद्धता को दिखाया है, मैं उन्हें बधाई देता हूं। हमारी इच्छा है कि यह सीजफायर एक स्थिर शांति में बदले। इसमें तुर्किये हरसंभव मदद को तैयार है।' दोनों राष्ट्रपतियों ने कश्मीर का नाम नहीं लिया। हालांकि पाकिस्तान के पीएम शरीफ ने उम्मीद के अनुसार अपने भाषण में तीन बार कश्मीर का नाम लिया।

उक्त तीनों देशों के नेताओं ने आपसी रक्षा सहयोग को बढ़ाने की बात कही, जो भारत के हितों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। एर्दोगेन की तरफ से तीनों देशों के बीच सैन्य सहयोग के साथ ही सैन्य उपकरणों के उत्पादन में सहयोग का प्रस्ताव रखा।

राष्ट्रपति एलियेव ने रक्षा सहयोग को आपसी सहयोग के क्षेत्र में सबसे अहम करार दिया और साझा सैन्य अभ्यास को बढ़ाने की बात कही। गौरतलब है कि भारत ने तुर्किए के साथ विवाद रखने वाले ग्रीस के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू किया है। जबकि अजरबैजान के साथ तनावपूर्ण संबंध वाले अर्मेनिया के साथ भी भारत के रिश्ते लगातार सुधर रहे हैं।

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'सेनाओं को सशक्त बनाकर ही जीते जाते हैं युद्ध', लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में देरी पर वायुसेना प्रमुख ने उठाए सवाल

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 10:30pm

संजय मिश्र, जागरण नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर तीनों सेनाओं की हो रही सराहना के बीच वायुसेना प्रमुख एअर चीफ मार्शल एपी सिंह ने रक्षा खरीद सौदे होने के बावजूद इनकी आपूर्ति में देरी पर गंभीर चिंता का खुले तौर पर इजहार किया है।

भारतीय वायुसेना को लाइट काम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस की आपूर्ति में हो रही देरी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कई बार हम रक्षा अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय जानते हैं कि ये उपकरण सिस्टम में समय पर नहीं आएंगे। वायुसेना प्रमुख ने यह कहने से भी गुरेज नहीं किया कि एक भी परियोजना समय पर पूरी नहीं हुई है।

सीआईआई की सालाना बैठक के सत्र को किया संबोधित

रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों तथा एजेंसियों को बेलाग संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि हम ऐसा वादा ही क्यों करें, जो पूरा नहीं हो सकता। वायुसेना प्रमुख ने गुरुवार को शीर्ष उद्योग संगठन सीआईआई की सालाना बैठक के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि रक्षा सौदों की आपूर्ति समय-सीमा के भीतर नहीं होना एक बड़ा मुद्दा है। आपूर्ति में विलंब ने सैन्य बलों की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर असर डाला है। उन्होंने स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस एमके-1ए का जिक्र किया जिसको लेकर वायुसेना ने हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से समझौता किया है।

एचएएल से करीब 48,000 करोड़ रुपये के 83 तेजस विमानों की खरीद के समझौते के तहत वायुसेना को मार्च 2024 से ही विमानों की आपूर्ति शुरू होनी थी मगर यह अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।

'तेजस एमके-1ए की आपूर्ति में हो रही देरी'

मालूम हो कि अमेरिकी कंपनी जीई से तेजस के इंजन की आपूर्ति का करार है मगर इसमें दो साल से अधिक देरी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी पारी की शुरूआत के तत्काल बाद फरवरी में हुई अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के समझ जीई से इंजन आपूर्ति के विलंब का मुद्दा उठाया भी था। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि तेजस एमके-1ए की आपूर्ति में देरी हो रही है और तेजस एमके-2 का प्रोटोटाइप अभी तक रोल आउट नहीं हुआ है। स्टील्थ एडवांस मीडियम काम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) का अभी तक कोई प्रोटोटाइप नहीं है। एएमसीए पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू फाइटर जेट है।

सैन्य बलों तथा उद्योग जगत के बीच विश्वास की जरूरत

अभी दो दिन पहले ही रक्षा मंत्रालय ने एएमसीए के प्रोटाइटाइप विमान बनाने के क्रियान्वयन मॉडल परियोजना को औपचारिक मंजूरी दी है। एअर चीफ मार्शल ने कहा कि हम सिर्फ भारत में उत्पादन के बारे में बात नहीं कर सकते। हमें अपने यहां डिजाइनिंग और विकास की भी बात करनी चाहिए। सैन्य बलों तथा उद्योग जगत के बीच विश्वास की जरूरत है। हमें बहुत खुला होना चाहिए। एक बार जब हम किसी चीज के लिए प्रतिबद्ध हो जाते हैं तो उसे पूरा करना चाहिए। यानी प्राण जाए पर वचन न जाई।

वायुसेना भारत में निर्माण के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है। हमें भविष्य के लिए अभी से तैयार रहना होगा। वायुसेना प्रमुख ने साफ कहा कि अगले 10 वर्षों में उद्योग से अधिक उत्पादन मिलेगा, लेकिन जो हमें आज चाहिए, उस काम को जल्दी से जल्दी पूरा करना होगा। सेनाओं की ऑपेरशन क्षमता के लिए रक्षा आपूर्ति की अनिवार्य जरूरत को रेखांकित करते हुए एअर चीफ मार्शल ने कहा कि हमारी सेनाओं को सशक्त बनाकर ही युद्ध जीते जाते हैं। उन्होंने उद्योग जगत से कहा कि जब हम भारत में व‌र्ल्ड क्लास कार समेत अन्य वस्तुएं बना सकते हैं तो फिर देश के लिए रक्षा उपकरण बनाने के लिए भी उन्हें आगे आना चाहिए।

ऑपरेशन सिंदूर राष्ट्रीय जीत

वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को राष्ट्रीय जीत बताते हुए कहा कि तीनों सेनाओं ने इस आपरेशन को बेहद पेशेवर तरीके से अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि हम सच्चाई के रास्ते पर चल रहे थे, इसलिए मुझे लगता है कि इसमें भगवान भी हमारे साथ थे। उन्होंने सभी नागरिकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि हर भारतीय इस जीत की उम्मीद कर रहा था। यह एक ऐसा आपरेशन था जिसे सभी एजेंसियों और सैन्य बलों ने बहुत ही पेशेवर तरीके से क्रियान्वित किया। एयर चीफ मार्शल एपी ¨सह ने कहा कि जब सच्चाई आपके साथ होती है, तो सब कुछ अपने आप हो जाता है।

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पीएम नरेंन्द्र मोदी ने भाजपा को दिया बिहार विधानसभा चुनाव जीतने का मंत्र, कहा-यही है एकमात्र सूत्र

Dainik Jagran - May 29, 2025 - 10:05pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को पटना पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, विधायकों, विधान पार्षदों एवं सांसदों से बिहार विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति साझा की। 

अटल सभागार में की बैठक

पटना स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश मुख्यालय के अटल सभागार में मोदी ने कई बिंदुओं पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि बिहार जीतने का पहला और अंतिम मंत्र बूथ जीतना है। इस दौरान उन्होंने कई सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों एवं पार्टी पदाधिकारियों से वन टू वन संवाद किया। 

अनुषांगिक संगठनों को सुदृढ़ करने के भी मंत्र दिए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि क्या कभी आपको नहीं लगता कि बगैर बुलाए संघ, विद्यार्थी परिषद एवं विश्व हिंदू परिषद की कार्यालय में जाएं। उन्होंने पार्टी के अनुषांगिक संगठनों को सुदृढ़ करने के भी मंत्र दिए। एक-एक बूथ जीतने के लिए कम से कम सौ वीडियो बनाने की अपील की। 

जिन्होंने धैर्य खोया और पार्टी से किनारे लग गए

कहा कि धैर्य का सदैव सुफल होता है। कई उदाहरण गिनाएं, जिन्होंने धैर्य खोया और पार्टी से किनारे लग गए। स्वयं का उदाहरण देते हुए बताया कि लगभग डेढ़ दशक तक पिछली कतार में रहने के बाद आगे आए। इसी के साथ उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर सर्वाधिक फोकस करने की सलाह दी। कहा कि पार्टी और अपने लिए उसका अधिकतम उपयोग सकारात्मक होकर करें।

सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं से सुनने की अपील 

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना, जनधन योजना एवं नारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, मुद्रा योजना, स्वनिधि योजना के साथ प्रधानमंत्री की मन की बात सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं से सुनने की अपील की।

चार पीढ़ी की तपस्या से भाजपा सबसे बड़ा दल

पीएम ने कहा कि चार पीढ़ी की तपस्या का फल है कि आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। अगर कोई विधायक 10 हजार मत से जीतता तो उसको घमंड हो जाता है कि मैं 10 हजार वोट से जीत हूं। ऐसा नहीं है। मोदी ने कहा कि पार्टी के दर्जनों ऐसे नेता थे, जिन्होंने पार्टी के लिए लंबी तपस्या की लेकिन धैर्य नहीं रखा।

निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों को चेतावनी

उन्होंने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों को चेतावनी दी। लगभग डेढ़ घंटे के संवाद में मोदी ने कई बार संगठन, पार्टी एवं राष्ट्रभक्ति का पाठ भी पढ़ाया।

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दक्षिण कोरिया में 'कोरियाई बिहारी' से मिले जदयू सांसद संजय झा, यूट्यूबर बोला- बिहार ने मुझे सब कुछ दिया

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 9:42pm

आईएएनएस, सियोल। जदयू के सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद पर भारत के रुख और सभी प्रकार के आतंकवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता को दिखाने के लिए दक्षिण कोरिया की यात्रा पर है।

इस दौरान सियोल में सांसद संजय कुमार झा ने लोकप्रिय यूट्यूबर येचन सी ली से मुलाकात की, जिन्हें प्यार से 'कोरियाई बिहारी' के नाम से जाना जाता है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संजय झा ने लिखा कि यह मुलाकात कुछ अलग और खास थी।

चार्ली ने पटना में बिताया है बचपन

सियोल में यूट्यूबर येचन सी ली उर्फ चार्ली से मिलकर खुशी हुई, जिन्हें उनके विशिष्ट बिहारी अंदाज के लिए कोरियाई बिहारी के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान दोनों ने धाराप्रवाह भोजपुरी और मैथली में बात की। चार्ली ने बताया कि उसका बचपन पटना, बिहार में बीता है।

उन्होंने कहा कि बिहार की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने के लिए इंटरनेट पर प्रसिद्धि मिली है। संजय कुमार झा द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में दोनों बिहार की क्षेत्रीय भाषा मैथिली में एक-दूसरे को शुभकामना देते नजर आ रहे हैं। बातचीत के दौरान झा ने कहा कि मैं पहली बार कोरिया आया हूं और यह वाकई बहुत अच्छा लग रहा है।

सांसद संजय झा ने किया सम्मानित
  • इस दौरान चार्ली ने कहा, 'मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, वह बिहार की वजह से है। कोरिया से होने के बावजूद, जिस तरह से मैं बिहारी भाषा बोलता हूं और राज्य का प्रतिनिधित्व करता हूं, यही वजह है कि सांसद द्वारा सम्मानित किए जाने पर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।'
  • संजय कुमार झा ने इस अवसर पर संसदीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के व्यापक उद्देश्य पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत के स्पष्ट रुख को प्रदर्शित करना और पाकिस्तान समर्थित सीमापार आतंकवाद को उजागर करना है।

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Patna: तनाव से लड़कियों में आ रहे आत्महत्या के विचार, लड़कों में तंबाकू सेवन की 20% बढ़ रही प्रवृत्ति

Dainik Jagran - May 29, 2025 - 8:56pm

जागरण संवाददाता, पटना। राज्य की जनसंख्या का लगभग 57 प्रतिशत हिस्सा बच्चे व युवा हैं। उनका मानसिक स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण विकासात्मक प्राथमिकता बनता है। किशोर सर्वेक्षण 2016 के अनुसार बिहार में कई किशोर अवसाद के लक्षणों से ग्रसित हैं। बढ़ते तनाव के कारण किशोरी व लड़कियों में आत्महत्या के विचार आम होता जा रहा है, जबकि लड़कों में तंबाकू 20.20 और नशे का सेवन 1.1 की प्रवृित्त बढ़ रही है।

विभिन्न संगठनों ने लिया भाग

गुरुवार को बिहार सरकार व यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से बच्चों व किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और मनो-सामाजिक सहायता पर आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक में यह बातें विशेषज्ञों ने कहीं। इस बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, तकनीकी संस्थानों के प्रतिनिधि, नागरिक समाजिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

सचिव बंदना प्रेयशी रहीं मुख्य अतिथि

मुख्य अतिथि सामाजिक कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयशी ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को एक साझा और बहु-विभागीय दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवारों को मानसिक स्वास्थ्य के शुरूआती लक्षणों की पहचान करने और समय पर सहायता लेने के लिए सशक्त किया जाना चाहिए।

यूनिसेफ स्वस्थ्य व समावेशी बिहार बनाने को प्रतिबद्ध

यूनिसेफ प्रमुख मार्गरेट ग्वाडा ने कहा कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काम करना अब विकल्प नहीं, आवश्यकता है। यूनिसेफ राज्य सरकार के साथ मिलकर मानसिक रूप से स्वस्थ्य और समावेशी बिहार के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. अमरदीप ने मानसिक स्वास्थ्य को एक संवेदनशील, लेकिन अक्सर उपेक्षित विषय बताया।

विश्वसनीय डेटा की कमी

आइजीआइएमएस के मनोरोग विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार ने कहा कि बिहार में विश्वसनीय डेटा की कमी के कारण जरूरतमंद और संवेदनशील बच्चों तक सही समय पर पहुंच बनाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने डेटा आधारित योजना और लक्ष्य की आवश्यकता पर बल दिया। एम्स के एसोसिएट प्रो. डा. शंभू ने बताया कि बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की प्रारंभिक पहचान अत्यंत जरूरी है, क्योंकि मस्तिष्क का विकास बहुत कम उम्र में ही शुरू हो जाता है।

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