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केरल के रैपर के खिलाफ मुकदमा दर्ज, BJP ने लगाया पीएम मोदी को बदनाम करने का आरोप; हिंदू समुदाय को लेकर भी की टिप्पणी

Dainik Jagran - National - May 24, 2025 - 2:00am

पीटीआई, पलक्कड़। केरल के पलक्कड़ में भाजपा की एक महिला नेता ने रैपर एवं गीतकार वेदान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने आरोप लगाया कि गीतकार ने अपने संगीत के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम किया तथा जातिगत भेदभाव को बढ़ावा दिया।

पलक्कड़ नगर निकाय की पार्षद वीएस मिनिमोल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और एनआईए को पत्र लिखकर रैपर के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वेदान के एक गाने में प्रधानमंत्री को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की गई और हिंदू समुदाय को जाति के आधार पर बांटने के उद्देश्य से भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया।

पीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप

शिकायत में मिनिमोल ने कहा कि रैपर ने प्रधानमंत्री के बारे में निराधार, अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जो न केवल उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक छवि को खराब करती है, बल्कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा का भी अपमान है।

शिकायत में वेदान के पिछले कानूनी रिकॉर्ड का भी जिक्र किया है। वेदान को 28 अप्रैल को कोच्चि के पास त्रिपुनिथुरा में उनके फ्लैट में गांजा बरामद होने के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था।

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NIA की बड़ी कार्रवाई, लॉरेंस गिरोह के प्रमुख सहयोगी को किया गिरफ्तार; फर्जी पासपोर्ट जुड़ा है मामला

Dainik Jagran - National - May 24, 2025 - 2:00am

 एएनआई, नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है, जो गिरोह के सदस्यों को फर्जी पासपोर्ट के साथ देश से भागने में मदद कर रहा था। इसकी जानकारी शुक्रवार को एजेंसी ने दी। पकड़े गए व्यक्ति का नाम राहुल सरकार है।

एनआईए की हिरासत में भेज दिया राहुल सरकार

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के पासपोर्ट मॉड्यूल को चलाने वाले राहुल सरकार को नई दिल्ली के पटियाला हाउस में एजेंसी की विशेष अदालत ने आगे की जांच के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।

एनआईए ने कहा कि उसने पाया है कि आरोपी जाली पासपोर्ट की व्यवस्था करके गिरोह के सदस्यों की मदद कर रहा था, जिससे अपराध करने के बाद उन्हें देश से भागने में मदद मिलती थी।

पंजाबी गायक सिद्धू को मारने को भागने में की थी मदद

इस तरह से उसने जिन गिरोह के सदस्यों की मदद की थी, उनमें सचिन थापन उर्फ ​​सचिन थापन बिश्नोई भी शामिल था, जो 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी है। राहुल की गिरफ्तारी गृह मंत्रालय के निर्देश पर अगस्त 2022 में दर्ज एक मामले में एनआईए की जांच के हिस्से के रूप में हुई।

यह मामला आपराधिक गिरोहों और सिंडिकेट द्वारा धन जुटाने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती करने की साजिश से संबंधित है।

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आकाशतीर के अचूक निशाने की मुरीद होने लगी है दुनिया, 5.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान भी सेना में शामिल करने की तैयारी

Dainik Jagran - National - May 24, 2025 - 12:04am

पीटीआई, नागपुर। ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया को दिखाया कि भारत अपनी रक्षा करने में खुद सक्षम है। वह दुश्मन की किसी भी हिमाकत का अपने तरीके से माकूल जवाब दे सकता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की आकाशतीर प्रणाली ने जिस अचूक तरीके से दुश्मन के विमानों, ड्रोनों और मिसाइलों का पता लगाया, ट्रैक करके उन्हें मार गिराया उसकी पूरी दुनिया मुरीद होने लगी है।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रमुख समीर वी. कामत को यकीन है कि स्वदेश में विकसित 'आकाशतीर' वायु रक्षा प्रणाली की सफलता से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे लेकर रुचि और बढ़ेगी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यह प्रणाली नई युद्ध क्षमताओं की अदृश्य शक्ति के रूप में उभरकर सामने आई है।

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा भारत

गौरतलब है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत छह-सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। डीआरडीओ के प्रमुख समीर वी कामत ने गुरुवार को कहा, निश्चित रूप से हमारी वायु रक्षा प्रणाली ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। रक्षा क्षेत्र में भारत के 'आत्मनिर्भर' बनने के बारे में कामत ने कहा कि इस दिशा में पर्याप्त प्रगति हुई है, लेकिन पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनने के लिए और काम करना होगा।

उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारत पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाएगा। कामत ने कहा कि भविष्य में युद्धों के लिए पारंपरिक हथियारों के साथ ही ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए भी तैयार रहना होगा। भविष्य के संघर्षों में रोबोट सैनिकों की भूमिका निभाने की संभावना को लेकर कामत ने कहा कि निकट भविष्य में ऐसा नहीं होने वाला है।

कई सुविधाओं से लैस है स्वदेशी 'आकाशतीर'
  • 'आकाशतीर' रडार, सेंसर और संचार प्रणालियों से लैस है। यह लक्ष्य की पहचान कर सटीकता के साथ तेजी से हमला करने में सक्षम है। यह प्रणाली दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइलों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें मार गिराने में सक्षम है। इसके जरिये सेना संभावित हवाई खतरों से महत्वपूर्ण संपत्तियों, सैनिकों और बुनियादी ढांचे की बेहतर रक्षा कर सकती है।
  • आकाशतीर का उल्लेखनीय पहलू उसकी गतिशीलता है। यह सुनिश्चित करने के लिए इसके नियंत्रण केंद्र वाहन-आधारित और मोबाइल बनाए गए हैं ताकि चुनौतीपूर्ण संचार वातावरण में भी इसकी संचालन क्षमताएं प्रभावित न हों और जरूरत के हिसाब से एक से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जा सके।
स्वदेशी 5.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान की तैयारी

डीआरडीओ प्रमुख ने कहा कि स्वदेशी 5.5 पीढ़ी का स्टेल्थ लडाकू विमान - एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) विकसित करने का प्रोजेक्ट पिछले साल शुरू हुआ था। उम्मीद है कि यह 2034 तक पूरा हो जाएगा। इसे 2035 तक सेना में शामिल किया जा सकता है।

एएमसीए का मॉडल फरवरी में बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2025 में पेश किया गया था। गौरतलब है कि इस समय सबसे उन्नत लड़ाकू विमान राफेल 4.5 पीढ़ी का है। डीआरडीओ की एरोनाटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों पर काम कर रही है, जिसमें एआई-संचालित पायलट, नेट-सेंट्रिक युद्ध प्रणाली शामिल हैं।

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अग्निवीर को बचाने के लिए नदी में कूदे सिक्किम स्काउट्स के लेफ्टिनेंट, पानी के तेज बहाव में बहे; 800 मीटर दूर मिला शव

Dainik Jagran - National - May 23, 2025 - 11:26pm

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। सिक्किम में एक सैन्य अभियान के दौरान अग्निवीर को बचाने के क्रम में सिक्किम स्काउट्स के लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी बलिदान हो गए। 22 मई की सुबह लगभग 11 बजे यह घटना हुई। उन्होंने अपने सहयोगी सैनिक की जान बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

23 वर्षीय लेफ्टिनेंट शशांक को सेना में कमीशन प्राप्त हुए अभी छह महीने भी नहीं हुए थे। सेना ने एक बयान जारी कर बताया है कि लेफ्टिनेंट शशांक एक रूट ओपनिंग पेट्रोल टीम का नेतृत्व कर रहे थे। पांच सदस्यीय यह पेट्रोलिंग टीम एक ऑपरेटिंग बेस की ओर बढ़ रही थी। इसको भविष्य में सेना की तैनाती के लिए तैयार किया जा रहा था।

तेज बहाव वाली पहाड़ी नदी में बहे

पेट्रोल टीम के सदस्य अग्निवीर स्टीफन सुब्बा एक लकड़ी के पुल को पार करते समय फिसल गए और तेज बहाव वाली पहाड़ी नदी में बह गए। लेफ्टिनेंट शशांक ने अग्निवीर को बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। टीम में शामिल एक अन्य सैनिक नायक पुकुर कटेल ने भी तुरंत उनका साथ दिया। दोनों ने मिलकर डूब रहे अग्निवीर को बचा लिया।

मगर इस प्रयास में लेफ्टिनेंट शशांक पानी के तेज बहाव में बह गए। लगभग आधे घंटे बाद उनका शव घटनास्थल से 800 मीटर दूर नदी से बरामद हुआ। वह उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले थे। सिक्किम पुलिस के अधिकारी कुमार गुरुंग ने बताया है कि बलिदानी अधिकारी के पार्थिव शरीर को वायुसेना ने बागडोगरा स्थित सेना के अस्पताल पहुंचाया गया है।

पुलिस ने घटनास्थल की जांच पूरी कर ली है। चश्मदीदों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। जांच में किसी तरह की साजिश या आपराधिक घटना की पुष्टि नहीं हुई है।

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'सुप्रीम कोर्ट CJI केंद्रित है, इसमें बदलाव की जरूरत'; फेयरवेल स्पीच पर जस्टिस अभय ओका ने दिया बड़ा बयान

Dainik Jagran - National - May 23, 2025 - 11:05pm

 डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट को लेकर समय समय पर बदलाव की बातें होती रही हैं। कई जजों ने सुप्रीम कोर्ट में सुधार की बात की हैं तो कई सुधार भी हुए हैं। वहीं, शुक्रवार को अपने अंतिम कार्य दिवस पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एएस ओका ने बड़ी बात बोली। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मुख्य न्यायाधीश केंद्रित कोर्ट है और इसमें बदलाव की जरूरत है।

न्यायाधीश एएस ओका का अंतिम कार्य दिवस शुक्रवार को था

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एएस ओका का अंतिम कार्य दिवस शुक्रवार को था, अब वे रिटायर हो गए हैं। न्यायमूर्ति ओका ने यह भी संकेत दिया कि यह बदलाव नए मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई के अधीन आ सकता है, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में कार्यभार संभाला था और नवंबर में अपनी सेवानिवृत्ति तक इस पद पर बने रहेंगे।

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित अपने विदाई समारोह में बोलते हुए न्यायमूर्ति ओका ने कहा कि उच्च न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय की तुलना में अधिक लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं।

अपने भाषण में दे गए संकेत

न्यायाधीश एएस ओका ने कहा कि उच्च न्यायालय समितियों के माध्यम से काम करते हैं, जबकि सर्वोच्च न्यायालय भारत के मुख्य न्यायाधीश-केंद्रित है। इसमें बदलाव की जरूरत है। आप नए सीजेआई के साथ यह बदलाव देखेंगे।

उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना (जो 13 मई को सेवानिवृत्त हुए) ने हमें पारदर्शिता के रास्ते पर आगे बढ़ाया। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के प्रत्येक न्यायाधीश को विश्वास में लेने के बाद निर्णय लिए। न्यायमूर्ति गवई के खून में लोकतांत्रिक मूल्य हैं।

न्यायपालिका के शीर्ष स्तर पर सुधार की गुंजाइश वाले अन्य क्षेत्रों की ओर इशारा करते हुए न्यायमूर्ति ओका ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों ने ट्रायल कोर्ट की अनदेखी की है।

ट्रायल कोर्ट को कभी भी अधीनस्थ न्यायालय न कहें

उन्होंने कहा कि हमें ट्रायल कोर्ट और आम आदमी के बारे में भी सोचना चाहिए। हमारे ट्रायल और जिला न्यायालयों में बहुत सारे मामले लंबित हैं... ट्रायल कोर्ट को कभी भी अधीनस्थ न्यायालय न कहें। यह संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है... 20 साल बाद किसी को सजा देना मुश्किल काम है।

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