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ट्रंप के टैरिफ से एक्सपोर्ट पर पड़ेगा कितना असर, महंगाई के क्या हैं आसार? RBI गवर्नर ने बताई सारी बात

Dainik Jagran - National - April 9, 2025 - 6:44pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा है कि हाल ही में अमेरिकी सरकार की तरफ से घोषित शुल्क नीति ने वैश्विक अनिश्चतता को बढ़ा दिया है जिसका वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ ही भारत की इकोनॉमी और यहां महंगाई की स्थिति पर भी असर पड़ना तय है।

उन्होंने कहा कि अभी जिस तरह की अनिश्चिता है उससे निवेश भी प्रभावित होती है और उद्योग जगत व आम आदमी का खर्चा संबंधी फैसला भी प्रभावित होता है। 

उन्होंने इसका असर देश की आर्थिक विकास दर पर भी पड़ने की बात कही है लेकिन चालू वित्त वर्ष के दौरान कृषि क्षेत्र की स्थिति बेहतर रहने की संभावना है। इससे विकास दर की गिरावट को थामने में मदद मिलेगा।

महंगाई को लेकर आरबीआई ज्यादा आत्मविश्वास में है। हाल के महीनों में महंगाई को नीचे लाने में जो सफलता मिली है, उसकी वजह से केंद्रीय बैंक के लिए ब्याज दरों को लेकर स्पष्ट तौर पर फैसला करने में मदद मिलने की बात गवर्नर मल्होत्रा ने स्वीकार की है।

सालाना विकास दर को लेकर क्या है उम्मीद?
  • आरबीआई ने वर्ष 2025-26 में सालाना विकास दर 6.5 फीसद रहने का अनुमान लगाया है जो पहले के अनुमान 6.7 फीसद से 0.20 फीसद कम है।
  • पहली तिमाही में 6.5 फीसद, दूसरी तिमाही 6.7 फीसद, तीसरी तिमाही में 6.6 फीसद और चौथी तिमाही में 6.3 फीसद की विकास दर की संभावना जताई गई है। लेकिन अभी बहुत कुछ बदल भी सकता है।
मौद्रिक नीति की भूमिका बहुत अहम

गवर्नर मल्होत्रा ने कहा, 'वैश्विक इकोनॉमी की मौजूदा स्थिति असाधारण तौर पर अनिश्चतता से भरी हुई है। अभी मुश्किल यह है कि इस बेहद शोर-शराबे वाले माहौल में सही क्या होगा, इसका संकेत कैसे निकाला जाए? अर्थव्यवस्था को सही दिशा में रखने में मौद्रिक नीति बहुत अहम भूमिका निभा सकता है।'

अमेरिका से कारोबार को लेकर बातचीत

आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा है कि टैरिफ बढ़ने से शुद्ध निर्यात पर नकारात्मक असर होता है। लेकिन अभी कई तरह की अनिश्चितता है, जैसे शुल्क कितना होगा, हमारे निर्यात में किस तरह का बदलाव होता है, आयात मांग कैसी रहती है। भारत सरकार अमेरिका से कारोबार को लेकर बातचीत कर रही है। इससे विपरीत असर को कम किया जा सकता है।

महंगाई को लेकर कोई खास चिंता नहीं

हालांकि, महंगाई को लेकर आरबीआई अब ज्यादा सकारात्मक दिख रहा है। गवर्नर मल्होत्रा के मुताबिक, वैश्विक कारोबार व अनिश्चितता से वैश्विक विकास दर पर असर पड़ने की आशंका है लेकिन इसका घरेलू महंगाई पर बहुत ज्यादा असर पड़ने को लेकर कोई खास चिंता नहीं है।

उन्होंने यह भी कहा है कि अगर वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बढ़ती है तो बाहर से महंगाई देश में प्रवेश कर सकती है लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की वजह से क्रूड व दूसरी जींसों की कीमतों में नरमी आ सकती है।

महंगाई की दरें ज्यादा तेजी से कम हुई

इस आधार पर वर्ष 2025-26 के लिए आरबीआई ने महंगाई दर के चार फीसद रहने का लक्ष्य रखा है। वैसे अभी महंगाई की दरें हमारी उम्मीदों से भी ज्यादा तेजी से कम हुई हैं। आरबीआई वैधानिक तौर पर सालाना महंगाई की दर को चार फीसद (अधिकतम दो फीसद उपर या दो फीसद नीचे) पर रखने की कोशिश करता है।

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भारत ने बंद कर दी बांग्लादेश की दुकान, नेपाल और भूटान सहित इन देशों को नहीं बेच पाएगा सामान

Dainik Jagran - National - April 9, 2025 - 6:31pm

पीटीआई, नई दिल्ली। भारत ने बांग्लादेश को दी गई ट्रांसशिपमेंट की सुविधा खत्म कर दी है। इससे बांग्लादेश का भूटान, नेपाल और म्यांमार के साथ व्यापार प्रभावित हो सकता है। इस सुविधा के तहत बंदरगाहों और हवाई अड्डों के रास्ते में भारतीय भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों का उपयोग करके बांग्लादेश से तीसरे देशों को निर्यात कार्गो की अनुमति दी गई थी।

मुख्य रूप से परिधान क्षेत्र के भारतीय निर्यातकों ने सबसे पहले सरकार से पड़ोसी देश से यह सुविधा वापस लेने का आग्रह किया था। सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) ने इस बारे में एक सर्कुलर जारी किया है।

भारत के रास्ते सामान भेजता था बांग्लादेश

इसमें बोर्ड ने 29 जून, 2020 के अपने पुराने आदेश को रद कर दिया है। उसमें बांग्लादेश से आने वाले सामान को भारत के रास्ते दूसरे देशों में भेजने की अनुमति दी गई थी। यह सामान जमीन के रास्ते भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों तक पहुंचता था। इसका मकसद यह था कि बांग्लादेश आसानी से भूटान, नेपाल और म्यांमार जैसे देशों को सामान भेज सके।

लेकिन शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आई है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा, 'अब हमारे पास अपने कार्गो के लिए अधिक हवाई क्षमता होगी।'

नए आदेश के बाद सुविधा बंद
  • एईपीसी के अध्यक्ष सुधीर सेखरी ने कहा था कि लगभग 20-30 लोडेड ट्रक हर दिन दिल्ली आते हैं, जिससे कार्गो की सुचारू आवाजाही धीमी हो जाती है और एयरलाइंस इसका अनुचित लाभ उठा रही हैं। इससे हवाई मालभाड़े में अत्यधिक वृद्धि हो जाती है।
  • ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) का कहना है कि नए आदेश के बाद यह सुविधा तुरंत बंद कर दी गई है। हालांकि जो सामान पहले से ही भारत में आ चुका है, उसे पुराने नियमों के अनुसार बाहर जाने दिया जाएगा।

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'जदयू को शंकराचार्य, मठाधीश और मौलाना की जरूरत नहीं', CM नीतीश के करीबी नेता का बड़ा बयान

Dainik Jagran - April 9, 2025 - 5:46pm

राज्य ब्यूरो, पटना। वक्फ से जुड़े नए कानूनी प्रविधानों को लेकर उठे विवाद के बीच जदयू के वरिष्ठ नेता एवं ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा है कि हमारी पार्टी को शंकराचार्य, मठाधीश या मौलाना के समर्थन की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू को जनता के समर्थन की जरूरत है। जनता के समर्थन से ही सरकार बनती है।

उन्होंने धर्म के नाम पर वोट की राजनीति का विरोध किया। कहा कि वक्फ के नाम पर अभी भ्रम फैलाया जा रहा है। धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।

'नीतीश ने सबके विकास के लिए काम किया'

बुधवार को यहां मीडिया से बातचीत में डॉ. चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सबके विकास के लिए काम किया है। इनमें मुस्लिम भी शामिल हैं। नीतीश सरकार ने मुस्लिम अभ्यर्थियों के लिए सरकारी खर्च पर कोचिंग का इंतजाम किया। इसके कारण राज्य के मुस्लिम छात्र-छात्राओं को बिहार लोकसेवा आयोग और संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में सफलता मिल रही है। वे अधिकारी बन रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह नीतीश कुमार की देन है कि राज्य में शांति है। दंगे-फसाद बंद हो गए। कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है। मदरसा शिक्षकों को वेतनमान दिया जा रहा है। मदरसों का आधुनिकीकरण किया गया है। ऊर्दू शिक्षकों की बहाली हो रही है।

चौधरी ने आगे कहा कि राज्य के मुसलमानों को पता है कि नीतीश ने उनकी आनेवाली पीढ़ियों के हक में काम किया है। लोग इसी आधार पर नीतीश कुमार को वोट देते हैं। जाति और धर्म के नाम पर जदयू ने कभी राजनीति नहीं की।

मंत्री ने कहा कि भाजपा के सरकार में शामिल रहने के बावजूद मुसलमानों के लिए चलने वाली राज्य सरकार की कोई योजना कभी बाधित नहीं हुई। यह भी नीतीश कुमार की उपलब्धि है।

जदयू के आंबेडकर जयंती समारोह में होगी हर गांव की भागीदारी: कुशवाहा

दूसरी ओर, जदयू की ओर से बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती (13 अप्रैल) पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। बुधवार को हुई जदयू अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ की बैठक में कहा गया कि आयोजन में हर गांव की भागीदारी होगा। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश त्यागी ने इसकी अध्यक्षता की।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बाबासाहेब के सपनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरा कर रहे हैं। यह हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है कि 13 अप्रैल को अधिक से अधिक संख्या में एकजुट होकर नीतीश कुमार के नेतृत्व को और सशक्त बनाने का संकल्प लें। इसमें प्रदेश के हर एक गांव से जनभागीदारी सुनिश्चित कराएं।

उन्होंने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं की श्रृंखला प्रारंभ कर नीतीश कुमार ने समाज के शोषित, वंचित और कमजोर वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है। ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने दलित एवं महादलित वर्गों के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए अनेक प्रभावशाली कार्य किए हैं।

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CM नीतीश कुमार कल पटना को देंगे जेपी गंगा पथ की सौगात, दीघा से दीदारगंज तक का सफर होगा आसान

Dainik Jagran - April 9, 2025 - 5:20pm

डिजिटल डेस्क, पटना। राजधानी में गंगा नदी के किनारे बने जेपी गंगा पथ परियोजना का विस्तार दीदारगंज तक होने जा रहा है। अभी दिघा से लेकर कंगन घाट तक यह पथ तैयार है। अब इसका विस्तार दीदारगंज तक होने जा रहा है, जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार (10 अप्रैल) को करेंगे।

करीब 3831 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस परियोजना का निर्माण बिहार राज्य पथ निर्माण निगम ने कराया है। पटना शहर के दो महत्वपूर्ण छोरों को जोड़ने वाली इस अतिमहत्वपूर्ण सड़क की लंबाई 20.5 किलोमीटर है।

प्रगति यात्रा के दौरान डॉउन रैंप को मिली थी स्वीकृति

फरवरी 2025 की 'प्रगति यात्रा' के दौरान मंदिरी नाला से जेपी गंगा पथ की सीधी संपर्कता के अलावा गायघाट में नदी की ओर डाउन रैंप निर्माण की स्वीकृति भी दी गई थी। इस सड़क की सबसे बड़ी खासियत इसकी बहुआयामी संपर्कता है। यह पटना के सबसे जाम वाले इलाकों के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प है।

पटना के दो विपरित छोर दिघा से दीदारगंज तक की दूरी को पूरी करने में बेहद कम समय लगेगा। यह अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, एनआईटी, गायघाट, कंगन घाट, कृष्णा घाट और पटना घाट जैसे सभी महत्वपूर्ण स्थानों को एक सीध में जोड़ती है। इससे पटना के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच यातायात काफी सुगम हो गया है।

जेपी के नाम पर हुआ इसका नामाकरण

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती 11 अक्टूबर 2013 पर इस परियोजना की नींव रखी गई थी। उसी दिन से इसे जेपी गंगा पथ नाम दिया गया। पिछले कुछ वर्षों में इसका निर्माण चरणबद्ध रूप में हुआ है। पहले चरण में दीघा से गांधी मैदान तक 7.5 किमी सड़क 24 जून 2022 को जनता को समर्पित की गई।

इसके बाद दूसरे चरण में 14 अगस्त 2023 पीएमसीएच से गायघाट तक 5.0 किमी, तीसरे चरण 10 जुलाई 2024 को गायघाट से कंगन घाट तक 3.0 किमी और चौथे चरण में कृष्णा घाट संपर्क पथ का उद्घाटन 3 अक्टूबर 2024 को किया गया।

उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच बनेगा मजबूत संपर्क

यह सड़क जे.पी. सेतु और महात्मा गांधी सेतु से जुड़ती है, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सफर और भी आसान हो गया है। दीदारगंज तक पूर्ण होने के बाद यह सड़क कच्चीदरगाह-बिदुपुर छह लेन पुल से भी जुड़ जाएगी। यह अत्याधुनिक सड़क मार्ग आज पटना की जीवन रेखा तो बन ही गई है।

साथ ही उत्तर बिहार को पटना के साथ जोड़ने और अन्य दक्षिण बिहार की तरफ जाने वाले कई प्रमुख रास्तों से भी बेहतरीन संपर्कता प्रदान करने वाली अति महत्वपूर्ण सड़क बनती जा रही है।

बिहटा से मोकामा तक होगा विस्तार

परियोजना के विस्तार की भी मंजूरी मिल गई है। पश्चिम में कोईलवर पुल तक और पूर्व में दीदारगंज से फतुहा, बख्तियारपुर होते हुए मोकामा तक पुराने एनएच के चौड़ीकरण की योजना पर भी जल्द कार्य शुरू होगा। इतना ही नहीं दीघा से गांधी मैदान के बीच गंगा किनारे समग्र उद्यान भी विकसित किया जाएगा।

पटना रिंग रोड से भी जुड़ेगा गंगा पथ

वर्तमान में यह पथ गंगा नदी पर कुल पांच पुलों से जुड़ रहा है, जिनमें से तीन पुल निर्माणाधीन हैं। यह पटना रिंग रोड से होकर गुजरता है। कोईलवर तक विस्तार होने पर यह एनएच-922, एनएच-319 और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी संपर्क बनाएगा।

प्रमुख विशेषताएं:
  • अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, एनआईटी, कृष्णा घाट, गाय घाट, कंगन घाट एवं पटना घाट के बीच सुगम संपर्कता
  • दीघा से कंगन घाट तक मार्ग का पूर्ण हो जाने से पटना की ट्रैफिक समस्या में बड़ी राहत
  • पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा, धार्मिक एवं सामाजिक स्थलों तक आवागमन में समय और दूरी की कमी हुई
  • पटना रिंग रोड से सीधा जुड़ाव, जिससे यह मार्ग और अधिक प्रभावी हो गया है
  • उत्तर बिहार खासकर छपरा, गोपालगंज, सीवान समेत अन्य जिलों से इलाज के लिए पीएमसीएच तक आने वाले लोगों को समय की काफी बचत होगी
  • पटना के लोगों को शाम में गंगा किनारे बेहद सुंदर पर्यटकीय नजारा देखने को मिलता है। शाम को यहां का नजारा बेहद खास होता है
  • इस इलाके को स्मार्ट पटना योजना के तहत शहर के प्रमुख मनोरम स्थल एवं उद्यान के तौर पर विकसित करने की योजना है, जिसे जल्द मूर्तरूप दिया जाएगा
विस्तार की दिशा में अग्रसर:
  • जेपी गंगा पथ का विस्तार बिहटा में कोईलवर पुल तक
  • अब पटना से आरा-बक्सर (NH-922), आरा-मोहनिया (NH-319) एवं पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक सीधा जुड़ाव संभव
  • गंगा नदी पर 5 पुलों से संपर्क, जिनमें से 3 पुलों का निर्माण शीघ्र पूर्ण होने वाला है

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