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Bihar Teachers News: स्थानांतरित शिक्षकों को डॉ. एस सिद्धार्थ ने दे दी गुड न्यूज, कर दिया ये बड़ा एलान

Dainik Jagran - June 1, 2025 - 7:52am

राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.एस. सिद्धार्थ ने कहा कि स्थानांतरित किए गए सभी एक लाख 30 हजार शिक्षकों के बीच 20 जून तक नये विद्यालयों का आवंटन कर दिया जाएगा और उन शिक्षकों को 30 जून से पहले योगदान करना होगा। विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया चल रही है।

शिक्षा की बात-हर शनिवार कार्यक्रम में दी जानकारी

स्थानांतरित शिक्षकों को अब उनके पुराने विद्यालयों से विरमित होने की कोई जरूरत नहीं है। वे जैसे ही अपने नये विद्यालय में योगदान देंगे, वे पुराने विद्यालय से स्वत: विरमित हो जाएंगे। शनिवार को शिक्षा की बात-हर शनिवार कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही।

शिक्षक जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के नहीं लगाएं चक्कर

डॉ.एस. सिद्धार्थ ने स्थानांतरित शिक्षकों से अपील की है कि वे अपनी पदस्थापना के लिए बेवजह जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय का चक्कर नहीं लगाएं, क्योंकि पूरी पारदर्शिता के साथ स्थानांतरित शिक्षकों को विद्यालय आवंटित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि गर्मी की छुट्टियां खत्म होते ही बच्चों को किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी। किताबें समय से क्यों नहीं मिलीं, इसकी समीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में स्टूडेंट ऑफ द वीक के लिए चुने गए बच्चे को उसके अभिभावक के सामने पुरस्कृत किया जाए, ताकि बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ा रहे।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि कर्मी की छुट्टी से पहले बच्चों को होमवर्क उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसे वेबसाइट पर भी डाला गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल बच्चे अपने माता-पिता के साथ छुट्टियां मनाएं, घूमने जाएं। जो बच्चे घूमने नहीं जा रहे हैं, वे स्कूलों में लगाए गए समर कैंप का आनंद लें।

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सड़कों पर होने वाली मौतों का आंकड़ा कम नहीं हो रहा, बनाना होगा नेशनल रोड ट्रैफिक इंजरी सर्विलांस सिस्टम

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 5:55am

 जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय इस पर चिंता लगातार जताता है कि तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क हादसे और उनमें होने वाली जनहानि का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। बेशक, यातायात नियमों के प्रति चालकों की लापरवाही एक बड़ा कारण है, लेकिन साथ ही समस्या यह भी है कि सरकार भी निगरानी और सुधार के लिए जरूरी तंत्र को अब तक बेहतर नहीं बना सकी है।

भारत में अभी तक नेशनल रोड ट्रैफिक इंजरी सर्विलांस सिस्टम ही नहीं

आईआईटी दिल्ली के ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च एंड इंजरी प्रिवेंशन सेंटर की रिपोर्ट में इस बात पर चिंता जताई गई है कि भारत में अभी तक नेशनल रोड ट्रैफिक इंजरी सर्विलांस सिस्टम ही नहीं है।

विडंबना है कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के पोर्टल से भी राज्यों के आंकड़े मेल नहीं खाते। इंडिया स्टेटस रिपोर्ट आन रोड सेफ्टी-2024 रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा है कि प्रभावी सड़क सुरक्षा कार्यक्रम चलाने के सभी पहलुओं से संबंधित विश्वसनीय दुर्घटना डाटा सिस्टम अनिवार्य है।

हादसों में मृत्यु या चोट का आंकड़ा क्या है पता नहीं

दुर्घटना के जोखिमों का आकलन करने, व्यवधानों की पहचान करने और सबसे प्रभावी दृष्टिकोण रखते हुए संसाधनों को आवंटित करने के लिए रणनीति विकसित करना आवश्यक है। सड़क सुरक्षा प्रबंधन के लिए इन पहलुओं का सटीक आकलन और निगरानी जरूरी है कि हादसों में मृत्यु या चोट का आंकड़ा क्या है?

हेलमेट के उपयोग का प्रचलन कैसा है और प्रवर्तन की क्या स्थिति है। विशेषज्ञों ने माना है कि इस सबके लिए पुष्ट डाटा की आवश्यकता होती है। रिपोर्ट में सामने आया है कि भारत में राष्ट्रीय सड़क यातायात चोट निगरानी प्रणाली नहीं है। राष्ट्रीय स्तर पर और अधिकांश राज्यों में यातायात दुर्घटनाओं का विवरण इस तरह तैयार किया जाता है, जिसका उपयोग नीति-नियोजन के लिए नहीं किया जा सकता है।

घातक दुर्घटनाओं में सबसे अधिक भूमिका ट्रकों की है

उदाहरण के लिए, एफआइआर से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर आइआइटी की यह रिपोर्ट कहती है कि घातक दुर्घटनाओं में सबसे अधिक भूमिका ट्रकों की है, जबकि ऐसी जानकारी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में उपलब्ध नहीं है।

इतना ही नहीं, मंत्रालय ने इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस और ई-डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट सिस्टम राज्यों को सुझाया है। इनमें पुलिस, अस्पताल और परिवहन विभाग के माध्यम से डाटा जुटाया जाता है। राज्य धीरे-धीरे इसे लागू कर रहे हैं, लेकिन इसकी विश्वसनीयता भी संदेह के घेरे में दिख रही है।

उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले ने दी दुर्घटनाओं की रिपोर्ट

दरअसल, रिपोर्ट में ही उदाहरण दिया गया है कि उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के डाटा में रिपोर्ट की गई दुर्घटनाओं और ईडीएआर सिस्टम में दर्ज की गई जानकारी के बीच बहुत अंतर पाया गया है।

यह रिपोर्ट तैयार करने वाले विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि राष्ट्रीय स्तर पर रोड ट्रैफिक इंजरी सर्विलांस सिस्टम बनाने के साथ ही उच्च गुणवत्ता वाला डाटा एकत्र करने के लिए राज्य स्तर पर क्षमता विकसित करनी होगी।

राज्य स्तर पर दुर्घटना निगरानी जरूरी

इसमें वर्गीकरण होना चाहिए कि कौन सी दुर्घटनाएं अधिक घातक थीं और कौन सी कम। इसके साथ ही राज्य स्तर पर दुर्घटना निगरानी इकाइयां स्थापित करने की आवश्यकता बताई गई है, ताकि डाटा का सांख्यिकीय विश्लेषण करने की क्षमता भी विकसित हो।

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NIA: जासूसी का नेटवर्क तोड़ने में जुटी एनआईए, 15 स्थानों पर मारे छापे; CRPF का जवान गिरफ्तार

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 5:52am

जेएनएन, नई दिल्ली। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में सीआरपीएफ के एएसआइ मोती राम जाट की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है और वे जासूसी का नेटवर्क तोड़ने में जुट गई हैं। एनआइए ने शनिवार को देश के आठ राज्यों में 15 स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया।

संवेदनशील वित्तीय दस्तावेज और आपराधिक सामग्री जब्त

इस दौरान कई इलेक्ट्रानिक उपकरण, संवेदनशील वित्तीय दस्तावेज और अन्य आपराधिक सामग्री जब्त की गई है। एनआइए के मुताबिक, पाकिस्तान इंटेलीजेंस आपरेटिव (पीआइओ) का नेटवर्क भारत के खिलाफ आतंकी साजिश का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

टीम ने कोलकाता में तीन स्थानों पर तलाशी ली

इससे जुड़े संदिग्धों की तलाश में दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और बंगाल में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। एनआइए की टीम ने कोलकाता में तीन स्थानों पर तलाशी ली।

एक ट्रैवल एजेंसी के मालिक मोहम्मद मसूद आलम को पूछताछ के लिए बुलाया है। गोरखपुर में विदेश से संदिग्ध लेनदेन और मनी लांड्रिंग मामले में पन्ने लाल यादव के आवास पर छापेमारी की गई। गोरखपुर के मूल निवासी पन्ने लाल 1992 से बैंकाक में घरेलू सामान और कपड़े का व्यवसाय कर रहे हैं।

एनआइए टीम छह बजे तारामंडल स्थित आवास पहुंची

पूर्व ग्राम प्रधान व बड़े भाई मुन्नीलाल यादव ने बताया कि पन्ने लाल बैंकाक में हैं। मुन्नीलाल के साथ एनआइए टीम छह बजे तारामंडल स्थित आवास पहुंची। बेटी शिवानी और शिवाली घर पर थीं। पत्नी पुष्पा देवी मायके, बेटा अमन जिम गया था।

टीम ने अमन को बुलवाया और घर की तलाशी के साथ मोबाइल फोन, लैपटॉप, बैंक खाते, संपत्ति रजिस्ट्रेशन और गाड़ी खरीद संबंधी दस्तावेज खंगाले। अमन को नोटिस देकर चार जून को दिल्ली के लोधी रोड स्थित एनआइए मुख्यालय में पेश होने को कहा गया है।

हरियाणा के जींद में पहुंची एनआईए

एनआईए टीम ने कपड़ा कारोबारी कशिश कोचर के घर पर छापेमारी की। कशिश के बैंक खाते से दो आनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से 15 हजार रुपये ऐसे व्यक्ति को भेजे गए हैं। उसने बताया कि वह दिल्ली के चांदनी चौक पर एक दुकान संचालक के साथ कपड़े का व्यापार करता है। दुकान संचालक ने उसे रुपये भेजने के लिए एक मोबाइल नंबर दिया था।

एनआइए ने कशिश की दुबई यात्रा का रिकॉर्ड भी देखा, जिसके बाद वह जांच के दायरे में आया। अब टीम चांदनी चौक के दुकान संचालक से कशिश के बयानों का मिलान करेगी।विदित हो कि 20 मई को सीआरपीएफ जवान मोती राम जाट को गिरफ्तार किया गया।

20 मई को सीआरपीएफ जवान गिरफ्तार किया

आरोप है कि वह 2023 से पीआइओ के साथ संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित जानकारी लीक करने के बदले भारत में विभिन्न माध्यमों से धन प्राप्त कर रहा था।

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Covid-19: देश में कोरोना के मामले 3000 पार, महाराष्ट्र-केरल में सबसे ज्यादा मरीज; दिल्ली-यूपी भी नहीं पीछे

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 5:45am

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Coronavirus Update: देशभर में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है। पिछले सात दिनों में कोविड के करीब 2000 मामले सामने आए हैं और अब ये संख्या बढ़कर 3000 पार कर गई है।

केरल में सबसे ज्यादा 1,336 मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शनिवार को कोरोना के मामलों की संख्या 3,000 के पार हो गई और बढ़कर 3,395 हो गई, जिसमें केरल में सबसे ज्यादा 1,336 मामले हैं, उसके बाद महाराष्ट्र और दिल्ली का नंबर आता है। यह संभवतः दो साल से ज्यादा समय में पहली बार है जब भारत में कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 3,000 के पार पहुंची है।

महाराष्ट्र में 467 मामले दर्ज किए, दिल्ली में 375

शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देश में चार मौतें हुई हैं, जिनमें से एक दिल्ली, केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में हुई है। महाराष्ट्र में 467 मामले दर्ज किए गए हैं, दिल्ली में 375, गुजरात में 265, कर्नाटक में 234, पश्चिम बंगाल में 205, तमिलनाडु में 185 और उत्तर प्रदेश में 117 मामले हैं।

भारत में कोविड के मामलों में वृद्धि

22 मई को देश में 257 सक्रिय मामले थे। 26 मई तक यह आंकड़ा 1,010 हो गया और शनिवार को 3,395 पर पहुंच गया। आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 685 नए मामले सामने आए हैं और चार लोगों की मौत हुई है।

कोविड-19 मामलों पर नजर रखने वाले वर्ल्डोमीटर इंडेक्स के अनुसार, देश में पिछली बार 3,000 सक्रिय मामलों का आंकड़ा 1 अप्रैल, 2023 को पार हुआ था, जब केस लोड 3,084 था।

'किसी भी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र तैयार'

बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने कहा कि केंद्र किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरीके से तैयार है। उन्होंने एक समचार एजेंसी से बात करते हुए बताया कि हमारा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग और आयु। मंत्रालय पूरी तरीके से सतर्क है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हर परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है।

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'छोटे नोटों के प्रचलन को बढ़ावा दे रही मोदी सरकार', निर्मला सीतारमण बोली- डिजिटल लेनदेन को बढावा देना उद्देश्य

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 5:45am

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य छोटे नोटों को प्रचलन में लाना और डिजिटल लेनदेन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि कम मूल्य की मुद्रा का उपयोग अधिक से अधिक किया जाए। दो हजार रुपये के नोट लगभग पूरी तरह से प्रचलन से बाहर हो चुके हैं, और अब केवल 0.02 प्रतिशत नोट ही बैंकिंग प्रणाली से बाहर हैं।

निर्मला सीतारमण ने कही ये बात

निर्मला सीतारमण डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन (एसपीएमआरएफ) द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय स्मृति सम्मेलन में 'कार्य संपत्ति और कल्याण : जन-प्रथम अर्थव्यवस्था की ओर' विषय पर बोल रही थीं। सम्मेलन का आयोजन एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद व्याख्यानों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया गया था।

मोदी सरकार ने रक्षा उत्पादों के भारतीयकरण पर जोर दिया

निर्मला ने कहा कि मोदी सरकार की हर नीति में एकात्म मानववाद की झलक देखने को मिलती है। निर्मला ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पूंजीवाद और साम्यवाद के बीच संतुलन स्थापित करने का प्रयास किया, और इसी आधार पर यह सरकार चल रही है।

उन्होंने कहा कि 2014 के बाद मोदी सरकार ने रक्षा उत्पादों के भारतीयकरण पर जोर दिया है, जिसका उदाहरण ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखने को मिला। इसके साथ ही, रोजगार मेला, एमएसएमई के लिए आसान ऋण और लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए अन्य प्रयास भी सरकार के प्रमुख लक्ष्यों में शामिल हैं।

भारतीय चिंतन के आधार पर युगानुकूल व्यवस्था खड़ी करना भाजपा का उद्देश्य : अरुण कुमार

इससे पहले उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं है, बल्कि भारतीय चिंतन के आधार पर युगानुकूल व्यवस्था स्थापित करना है।

उन्होंने कहा कि देश की राजनीति को इस विचार के इर्द-गिर्द विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद का उल्लेख करते हुए अरुण कुमार ने कहा कि भारतीय चिंतन के आधार पर नई व्यवस्था खड़ी करने का आशय पुरानी नींव पर नई इमारत खड़ी करना है।

प्रभात कुमार ने पुस्तक 'एकात्म मानव दर्शन' का विमोचन भी किया

कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के आक्रमण के दौरान भारत की सांस्कृतिक व्यवस्था को नष्ट किया गया, जिससे समाज में आत्म विस्मृति और आत्म निंदा का माहौल बना। एकात्म मानववाद संस्था से महेश चंद्र शर्मा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिर्बान गांगुली, पीपीआरसी के निदेशक सुमित भसीन व प्रभात प्रकाशन के प्रभात कुमार ने पुस्तक 'एकात्म मानव दर्शन' का विमोचन भी किया।

सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। दैनिक जागरण इसका मीडिया पार्टनर है।

थ्रीडी मॉडल का ब्रह्मोस बता रहा सैन्य पराक्रम की कहानी

सम्मेलन में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें 'शौर्य पथ' आधारित स्टाल में थ्रीडी मॉडल आधारित ब्रह्मोस और आपरेशन ¨सदूर में दिखाए गए भारत निर्मित हथियारों की थ्रीडी वीडियो प्रस्तुति शामिल थी। प्रदर्शनी में मोदी सरकार के संकल्प से सिद्धि, भारत की विदेश नीति, शिक्षा संस्कृति, डिजिटल भारत आदि विषयों पर भी स्टाल लगाए गए थे।

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दिल्ली-NCR में आंधी के साथ आएगी बारिश, कर्नाटक में प्री-मानसून ने ले ली 71 जान; जानें बाकी राज्यों का हाल

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 5:45am

 डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जून की शुरुआत हो रही है। पूरा उत्तर भारत गर्मी से तप रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में आज मौसम बदलने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने कई जगह तेज आंधी के साथ बिजली गिरने और भारी बारिश की संभावना जताई है।

दिल्ली में तेज हवा, आंधी व गरज के साथ हल्की वर्षा हो सकती है

मौसम विभाग के अनुसार रविवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। तेज हवा, आंधी व गरज के साथ हल्की वर्षा हो सकती है। 50 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवा चल सकती है। इस दौरान थोड़े समय के लिए 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आंधी भी चल सकती है। अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

यूपी के कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना

दिन में सूरज के तेवर और उमस भरी गर्मी ने शनिवार को लोगों को खूब परेशान किया। इस कारण 24 घंटे में अधिकतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। शाम को आंधी और बूंदाबांदी से कुछ राहत मिली। अगले पांच दिनों मे हल्के बादल रहने के कारण पांच जून तक तेज हवाओं, गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा रहने की संभावना है

हिमाचल में भी हिमपात

हिमाचल के लाहुल स्पीति जिले सहित रोहतांग, शिंकुला व बारालाचा दर्रे में शनिवार सुबह मौसम ने करवट बदली और हिमपात हुआ। हालांकि दिन में धूप खिल गई और पूरा दिन मौसम साफ रहा। इसके बाद काफी संख्या में पर्यटक रोहतांग पहुंचे और बर्फ के फाहों का आनंद लिया। कांगड़ा में सुबह के समय तूफान के साथ हल्की वर्षा हुई।

शिमला व सिरमौर जिले में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट

शिमला शहर और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार रात आठ बजे के बाद वर्षा आरंभ हुई। पिछले दिन शिमला में 3.3, केलंग में 2.0, सोलन में 4.0, जुब्बड़हट्टी में 2.4, कुफरी में 8.8, कुकुमसेरी में 2.1, धौलाकुआं में 2.0, कसौली में 5.0 व पांवटा साहिब में 3.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विभाग ने पहली जून यानी रविवार को सोलन, शिमला व सिरमौर जिले में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है।

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कर्नाटक में बारिश ने मचाई तबाही, 60 दिन में 71 लोगों की मौत

कर्नाटक में प्री-मानसून वर्षा ने 125 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कार्यालय ने शनिवार को कहा कि अप्रैल से राज्य में अत्यधिक प्री-मानसून बारिश के कारण 71 लोगों की जान चली गई। राज्य में आम तौर पर मई में 74 मिमी बारिश होती है, लेकिन वास्तविक बारिश 219 मिमी हुई, जो औसत सामान्य बारिश से 197 प्रतिशत अधिक है।

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कर्नाटक में बारिश ने मचाई तबाही, 60 दिन में 71 लोगों की मौत; प्री-मानसून वर्षा ने तोड़ा 125 साल का रिकॉर्ड

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 2:25am

पीटीआई, बेंगलुरु। अभी तो कर्नाटक में मानसून आया भी नहीं और प्री-मानसून वर्षा ने 125 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कार्यालय ने शनिवार को कहा कि अप्रैल से राज्य में अत्यधिक प्री-मानसून बारिश के कारण 71 लोगों की जान चली गई।

प्री-मानसून वर्षा ने तोड़ा 125 साल का रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि 2025 में प्री-मानसून बारिश पिछले 125 वर्षों में प्री-मानसून सीजन और मई के महीने में दर्ज की गई सबसे अधिक बारिश है। राज्य में आम तौर पर मई में 74 मिमी बारिश होती है, लेकिन वास्तविक बारिश 219 मिमी हुई, जो औसत सामान्य बारिश से 197 प्रतिशत अधिक है।

बयान में कहा गया है कि 2025 के प्री-मानसून अवधि (1 मार्च से 31 मई) के दौरान राज्य भर में आंधी और तूफान सहित बारिश देखी गई, जिसमें सभी जिलों में बहुत अधिक और सामान्य से अधिक बारिश हुई।

बिजली गिरने से 48 लोग मारे गए, पेड़ गिरने से नौ

बयान में कहा गया है कि 1 अप्रैल से 31 मई की अवधि के दौरान, बिजली गिरने से 48 लोग मारे गए, पेड़ गिरने से नौ, घर गिरने से पांच, डूबने से चार, भूस्खलन से चार और बिजली का झटका लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।

बयान में कहा गया है कि कुल 71 लोगों की जान चली गई और मृतकों के उत्तराधिकारियों को 5 लाख रुपये का आपातकालीन मुआवजा वितरित किया गया है।

702 पशु हानि हुई

आगे बयान में कहा गया है कि 702 पशु हानि हुई, जिनमें से 698 पशु हानि मामलों में संबंधितों को मुआवजा पहले ही वितरित किया जा चुका है। (बड़े जानवर - 225 और छोटे जानवर - 477)।

बारिश से क्षतिग्रस्त हुए मकानों को दिया गया मुआवजा

बयान में कहा गया है कि 2,068 मकान कथित रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 1,926 मकानों को मुआवजा वितरित किया जा चुका है। (पूरी तरह से क्षतिग्रस्त - 75 और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त - 1993)।

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सिक्किम में बाढ़ और लैंड स्लाइड से बिगड़े हालात, 1400 से अधिक पर्यटक फंसे; कई सड़कें बहीं

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 2:00am

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। उत्तर सिक्किम में बाढ़ और भूस्खलन से स्थिति गंभीर हो गई है। सड़क बंद होने के कारण 1400 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। एक के बाद एक भूस्खलन की घटनाओं ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। कई महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप है।

सिक्किम सरकार ने मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी उफान पर है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम डेचु भूटिया ने बताया है कि कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हैं। पर्यटकों को अपने होटलों में रहने की सलाह दी गई है।

पर्यटक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ था

सड़कें पूरी तरह खुलने के बाद उन्हें निकाला जाएगा। तीस्ता नदी की खतरनाक स्थिति के कारण लापता पर्यटकों के बचाव कार्य में भी बाधा आ रही है। गुरुवार को उत्तर सिक्किम के चुंगथांग से मुन्सिथांग जाने वाली सड़क पर एक पर्यटक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वाहन अनियंत्रित होकर लगभग 1,000 फीट नीचे तीस्ता नदी में गिर गया। पुलिस के अनुसार वाहन में 11 लोग सवार थे।

एक व्यक्ति को मृत अवस्था में बरामद किया गया, दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लापता आठ पर्यटकों में से चार ओडिशा, दो त्रिपुरा और दो उत्तर प्रदेश के हैं। शेष लोगों का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। भारी बारिश व भूस्खलन के कारण बचाव कार्य में कठिनाई हो रही है। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी कौशलेंद्र प्रताप सिंह और अंकिता सिंह का भी कोई पता नहीं है। गाड़ी का चालक भी हादसे के बाद से लापता है।

वर्षा से उफनाई सीमांचल की नदियां
  • नेपाल में हुई वर्षा से बिहार के सीमांचल में बहने वाली महानंदा, मेची, कनकई, चेंगा, नूना और बकरा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। नदियों पर बनाए गए अस्थायी पुल बह गए हैं।
  • अररिया में नूना और बकरा नदियां अपने दोनों किनारे से ऊपर बह रही है, जिससे निचले क्षेत्रों में तीन से चार फीट पानी बह रहा है। बाढ़ की आशंका से लोग सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करने लगे हैं। सीमा से लगे कई गांवों में पानी घुस गया है।

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अगली पीढ़ी की रक्षा तकनीकों का परीक्षण कर रही सेना, बबीना फील्ड फायरिंग रेंज पहुंचे आर्मी चीफ

Dainik Jagran - National - June 1, 2025 - 2:00am

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय सेना कई अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का युद्ध जैसी परिस्थितियों में परीक्षण कर रही है, ताकि उनके प्रदर्शन का गहन मूल्यांकन किया जा सके। इन परीक्षणों का उद्देश्य सेना की तकनीकी क्षमता को मजबूत करना और इसकी परिचालन तत्परता को बढ़ाना है।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मूल्यांकन के दौर से गुजर रहे सैन्य साजो सामान में मानव रहित हवाई प्रणाली (यूएएस), यूएवी लांच्ड प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन (यूएलपीजीएम), रनवे इंडिपेंडेंट (आरडब्ल्यूआइ) रिमोटली पायलटेड एरियल सिस्टम (आरपीएएस) और काउंटर-यूएएस समाधान शामिल हैं।

आत्मनिर्भरता के प्रति वचनबद्धता की पुष्टि का प्रयास

इन मूल्यांकनों के माध्यम से भारतीय सेना का लक्ष्य अपनी तकनीकी बढ़त को विस्तार देना, परिचालन तत्परता को बढ़ाना और रक्षा क्षमता विकास में स्वदेशी नवाचार व आत्मनिर्भरता के प्रति वचनबद्धता की पुष्टि करना है। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना वर्तमान में पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज, बबीना फील्ड फायरिंग रेंज और जोशीमठ सहित देशभर के प्रमुख स्थानों पर क्षमता विकास का प्रदर्शन कर रही है।

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 27 मई को बबीना फील्ड फायरिंग रेंज का दौरा किया, प्रदर्शनों की समीक्षा की तथा सभी हितधारकों के साथ बातचीत की। मंत्रालय ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत विकसित उन्नत प्रौद्योगिकियों की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई है, जिसका उद्देश्य स्वदेशी क्षमता के विकास में तेजी लाना है।

अगली पीढ़ी के सैन्य साजो सामान में वर्टिकल लांच ड्रोन, एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन और इंटरडिक्शन सिस्टम, हल्के वजन वाले रडार, आईआर सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्लेटफॉर्म शामिल हैं। इस परीक्षण में बड़ी संख्या में रक्षा उद्योग साझेदार भाग ले रहे हैं, जो भारतीय सेना और घरेलू निर्माताओं के बीच बढ़ते तालमेल को प्रदर्शित करता है।

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