Feed aggregator
Manipur: 10 militants killed in encounter with security forces, operation underway - Hindustan Times
- Manipur: 10 militants killed in encounter with security forces, operation underway Hindustan Times
- 10 Militants Killed In Gunfight With Assam Rifles In Manipur's Chandel NDTV
- Manipur encounter: 10 militants killed in gunfight in Chandel district, operation underway The Financial Express
- 10 ‘militants’ killed in Manipur’s Chandel near Myanmar border The Indian Express
- Manipur Militants Killed: 10 Militants Shot Dead Near Myanmar Border in Army Operation Deccan Herald
Putin will not travel to Istanbul for Ukraine peace talks: Kremlin - Firstpost
- Putin will not travel to Istanbul for Ukraine peace talks: Kremlin Firstpost
- Russia-Ukraine live: Russia says Putin won't attend peace talks with Ukraine in Istanbul, Turkey BBC
- Putin to skip Ukraine talks in Turkey, Russian team includes seasoned negotiators The Hindu
- Ukraine war live: First direct talks between Moscow and Kyiv in three years set to begin in Turkey The Guardian
- Ukraine updates: Putin to skip peace talks in Turkey DW
भारत ने ड्रोन और अफवाहों के खिलाफ सफलतापूर्वक लड़ी जंग, डिजिटल घुसपैठ को साइबर योद्धाओं ने किया नाकाम
पीटीआई, नई दिल्ली। पाकिस्तान से चार दिनों तक चले सैन्य टकराव के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोनों के झुंडों को नाकाम किया और साइबर योद्धाओं ने डिजिटल घुसपैठ का सफलतापूर्वक मुकाबला किया।
भारतीय वेबसाइटें साइबर हमलों का शिकार बनींसात मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी शिविरों को नष्ट करने से पहले कई भारतीय वेबसाइटें साइबर हमलों का शिकार बनीं। पहलगाम हमले के बाद जालंधर स्थित आर्मी नर्सिंग कॉलेज की वेबसाइट को हैक किया गया।
भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ गलत अभियान चलाया गयाहाल ही में, चार आर्मी पब्लिक स्कूलों को भी हैकर्स ने निशाना बनाया। इसके साथ ही भारत और भारतीय सशस्त्र बलों के खिलाफ इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर गलत सूचनाओं का अभियान चलाया गया।
भारतीय वायुसेना के एयर आपरेशंस के महानिदेशक, एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि आठ मई को कई पाकिस्तानी ड्रोन ने भारतीय ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया।
साइबर विशेषज्ञों ने अफवाहों का खंडन कियाभारत ने सात मई की रात को बराक-8 मिसाइल और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का उपयोग किया। साइबर विशेषज्ञों ने अफवाहों का खंडन किया और पाकिस्तान के दावों की तथ्य-जांच की। सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो ने भी कई झूठे दावों का खंडन किया।
स्वदेशी तकनीक ने दुश्मन को हरायाइस ऑपरेशन में भारत की तीनों सेनाओं ने एक साथ मिलकर दुश्मन को धूल चटाई है। लंबी दूरी के ड्रोन से लेकर लक्ष्य भेदी हथियारों तक भारत के आधुनिक और स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल से हमले काफी प्रभावी रहे। चीन द्वारा पाकिस्तान को दी गई एअर डिफेंस सिस्टम को जाम कर 23 मिनट में मिशन पूरा कर लिया गया।
पाकिस्तान भारत के एअर डिफेंस को नहीं भेद पायाचीन में बनी पीएल 15 मिसाइलें, तुर्किए की यीहा, लंबी रेंज के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और कॉमर्शियल ड्रोन को एअरफोर्स ने ध्वस्त तो किया ही, उनके सबूत पेश कर आतंकियों के मददगारों को आईना भी दिखाया। अपने आकाओं से हथियार लेकर भी पाकिस्तान भारत के एअर डिफेंस को नहीं भेद पाया।
यह भी पढ़ें- स्वदेशी तकनीक के आगे पस्त हुआ पाकिस्तान, भारत के एअर डिफेंस ने चीन और तुर्किए का भी तोड़ दिया घमंड
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए तुर्किए के दो मिलिट्री ऑपरेटिव्स, कर रहे थे पाकिस्तान की मदद
आईएएनएस, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के हमलों में तुर्किए के दो मिलिट्री ऑपरेटिव्स भी मारे गए हैं। बताते हैं कि तुर्किए ने भारत के विरुद्ध संघर्ष में न सिर्फ 350 से अधिक ड्रोन देकर पाकिस्तान की मदद की, बल्कि उसके आपरेटर्स भी पाकिस्तानी सेना की सहायता कर रहे थे।
पाकिस्तान ने वाईआइएचए ड्रोन का इस्तेमाल कियासूत्रों ने बताया, 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किए के सलाहकारों ने भारत में समन्वित ड्रोन हमलों में पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों की मदद की।'
रक्षा सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध बेरक्तार टीबी2 और वाईआइएचए ड्रोन का इस्तेमाल किया।
माना जाता है कि इन ड्रोन का उपयोग लक्ष्यों की पहचान करने और संभवत: आत्मघाती हमलों के लिए किया गया, खासकर भारत के अग्रिम मोर्चों या आपूर्ति काफिलों को निशाना बनाने के लिए। पिछले कई वर्षों में पाकिस्तान ने तुर्किए के साथ नजदीकी सैन्य रिश्ते विकसित कर लिए हैं।
तुर्किए सरकार ने पाकिस्तानी सेना को प्रशिक्षण भी प्रदान कियारक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के वर्षों में पाकिस्तान और तुर्किए के बीच गठजोड़ चौंकाने वाली गति से मजबूत हुआ है। तुर्किए सरकार ने न सिर्फ महत्वपूर्ण सैन्य उपकरणों की आपूर्ति की है, बल्कि पाकिस्तानी सेना को प्रशिक्षण भी प्रदान किया है।
ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही हैबताते हैं कि पाकिस्तानी सेना ने सात-आठ मई की रात में भारत की उत्तरी एवं पश्चिमी सीमाओं से लगते सैन्य ढांचे पर 300 से 400 ड्रोन से निशाना बनाने का प्रयास किया था। एक प्रेस कान्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया था, 'ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है। शुरुआती रिपोर्ट बताती है कि ये तुर्किए के असिसगार्ड सोंगर ड्रोन हैं।'
यह भी पढ़ें- स्वदेशी तकनीक के आगे पस्त हुआ पाकिस्तान, भारत के एअर डिफेंस ने चीन और तुर्किए का भी तोड़ दिया घमंड
Waqf Act Row: वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, कई राज्यों ने दी है चुनौती
पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 की संवैधानिक वैधता के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। मामले की सुनवाई प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई और जस्टिस आगस्टीन जार्ज मसीह करेंगे। इससे पहले पूर्व सीजेआइ संजीव खन्ना की पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही थी, जो 13 मई को सेवानिवृत्त हो गए।
केंद्रीय वक्फ परिषद और बोर्डों में नियुक्तियां नहीं करेगीइससे पहले 17 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार का आश्वासन दर्ज किया था कि वह पांच मई तक वक्फ बाय यूजर सहित वक्फ संपत्तियों को गैर अधिसूचित नहीं करेगी और केंद्रीय वक्फ परिषद और बोर्डों में नियुक्तियां नहीं करेगी।
यह आश्वासन तब दिया गया जब सुप्रीम कोर्ट को बताया गया कि कानून संसद द्वारा उचित विचार-विमर्श के बाद पारित किया गया था और सरकार का पक्ष सुने बिना इस पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए।
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के प्रस्ताव का विरोध कियाकेंद्र ने वक्फ बाय यूजर सहित वक्फ संपत्तियों की अधिसूचना रद करने के खिलाफ अंतरिम आदेश पारित करने के सुप्रीम कोर्ट के प्रस्ताव का विरोध किया है।
प्रारंभिक हलफनामा दायर25 अप्रैल को अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्रालय ने वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 का बचाव करते हुए 1,332 पृष्ठों का एक प्रारंभिक हलफनामा दायर किया और संसद द्वारा पारित संवैधानिकता की धारणा वाले कानून पर कोर्ट द्वारा किसी भी पूर्ण रोक का विरोध किया है।
यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट ने पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ सुनिश्चित करने का दिया निर्देश, बताया संवैधानिक अधिकार
Greenko founders trim Orix stake buy plan, to raise $610 million
Antarctica has a huge, completely hidden mountain range. New data reveals its birth over 500 million years ago - Daily Excelsior
- Antarctica has a huge, completely hidden mountain range. New data reveals its birth over 500 million years ago Daily Excelsior
- Antarctica's Hidden Alps: Scientists Reveal Ancient Origins of Buried Mountain Range Deccan Herald
- Something massive is hiding beneath Antarctica's ice — Here's what scientists discovered Moneycontrol
- The Gamburtsev Mountains GKToday
- Antarctica’s hidden mountain range Deccan Chronicle
MP minister Vijay Shah issues apology for controversial remarks against Col Sofiya Qureshi - Hindustan Times
- MP minister Vijay Shah issues apology for controversial remarks against Col Sofiya Qureshi Hindustan Times
- "Go And Apologise": Top Court To Minister Over Colonel Sofiya Qureshi Remark NDTV
- 'Must exercise restraint': SC slams MP minister for 'irresponsible' remarks on Col. Sofiya Qureshi Times of India
- Supreme Court pulls up MP minister for comments on Sofiya Qureshi: 'Go apologise, show some sensibility' Moneycontrol
- The Hindu Morning Digest: May 15, 2025 The Hindu
Real Madrid player ratings vs Mallorca: Jacobo Ramon to the rescue! Academy graduate the unlikely hero with last-gasp winner to deny Barcelona La Liga title (for at least 24 hours) as Kylian Mbappe hits 40-goal mark - Goal.com
- Real Madrid player ratings vs Mallorca: Jacobo Ramon to the rescue! Academy graduate the unlikely hero with last-gasp winner to deny Barcelona La Liga title (for at least 24 hours) as Kylian Mbappe hits 40-goal mark Goal.com
- Real Madrid stay alive in title race with last-minute win in La Liga Times of India
- Real Madrid Delay Barcelona Celebrations With Late Win Over Mallorca NDTV Sports
- Ancelotti: "Real Madrid are still in the La Liga title fight" Managing Madrid
- Madrid down to 10 from first team vs. Mallorca ESPN India
TRF को आतंकी संगठन घोषित कराने में जुटा भारत, यूएनएससी में सबूत के साथ दी जानकारी
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत ने पहलगाम हमले को अंजाम देने में कथित संलिप्तता के लिए लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटे द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध आतंकी संगठन के रूप में नामित करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, एक भारतीय तकनीकी टीम न्यूयार्क में है और 1267 प्रतिबंध समिति की निगरानी टीम एवं संयुक्त राष्ट्र में अन्य भागीदार देशों के साथ बातचीत कर रही है।
टीआरएफ के बारे में यूएनएससी को दी जानकारीभारतीय अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति की निगरानी टीम को पहलगाम आतंकी हमले के पीछे के समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) 1267 प्रतिबंध समिति, संयुक्त राष्ट्र की एक सहायक संस्था है जिसका गठन 1999 में किया गया था। यह समिति आतंकवाद, विशेष रूप से आइएसआइएल (इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड द लेवेंट) और अल-कायदा से जुड़े आतंकवाद के विरुद्ध प्रतिबंधों को लागू करने और निगरानी के लिए जिम्मेदार है।
टीआरएफ से जुड़ी सामग्री भी जी जाएगीसूत्रों ने बताया कि यह टीम संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधक कार्यालय और आतंकवाद निरोधक समिति कार्यकारी निदेशालय के साथ भी बैठक करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि यह टीम हमले में टीआरएफ की कथित संलिप्तता पर संयुक्त राष्ट्र की संबंधित समितियों को कुछ सामग्री भी उपलब्ध कराएगी।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन टीआरएफ ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए सैकड़ों आतंकीहमले के बाद भारत ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों पर कार्रवाई करने का संकल्प लिया था। सात मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया गया जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ जगहों पर आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया।
Manipur: मणिपुर के चंदेल जिले में असम राइफल्स की बड़ी कार्रवाई, 10 उग्रवादी किए ढेर; अभियान जारी
पीटीआई, इंफाल। मणिपुर के चंदेल जिले में असम राइफल्स की एक इकाई के साथ बुधवार को हुई मुठभेड़ में कम से कम 10 उग्रवादी मारे गए। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभियान अभी भी जारी है।
असम राइफल्स इकाई ने कल अभियान शुरू किया थासेना की पूर्वी कमान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत-म्यांमार सीमा के पास चंदेल जिले के खेंगजॉय तहसील के न्यू समतल गांव के पास सशस्त्र कैडरों की आवाजाही की विशेष खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, स्पीयर कोर के तहत असम राइफल्स इकाई ने 14 मई को एक अभियान शुरू किया।
संदिग्ध कैडरों द्वारा सैनिकों पर गोलीबारी की गईअभियान के दौरान, संदिग्ध कैडरों द्वारा सैनिकों पर गोलीबारी की गई, जिस पर उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी, फिर से तैनात हुए और एक संतुलित और मापा तरीके से जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद हुई गोलीबारी में, 10 संदिग्धों को मार गिराया गया और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
Itel A90 with HD+ display, IP54 durabilty now available at Rs 6,499 - Times of India
- Itel A90 with HD+ display, IP54 durabilty now available at Rs 6,499 Times of India
- Itel A90 entry segment phone launched in India with Unisoc processor The Hindu
- Itel A90 With Unisoc T7100 Chipset, 13-Megapixel Main Camera Launched in India Gadgets 360
- Itel A90 launched in India with AI assistant and IP54 rating, starting at Rs 6,499 Business Today
- Itel A90 launched in India starting at Rs. 6,499 FoneArena.com
भारत-पाक युद्ध में भारतीय रक्षा प्रणालियों को नहीं हुआ कोई नुकसान, रक्षा मंत्रालय ने किए कई बड़े दावे
पीटीआई, नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा शक्ति और तकनीकी कौशल में जबरदस्त वृद्धि को दर्शाया है, क्योंकि सेना ने सीमा पार किए बिना पाकिस्तान में सटीक हमले किए और आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। सभी हमले भारतीय हथियारों और प्रणालियों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना किए गए।
दुश्मन की तकनीकों को नष्ट करने के मिले सबूतरक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अभियान में भारतीय प्रणालियों द्वारा दुश्मन की तकनीकों को नष्ट करने के ठोस सबूत भी मिले हैं, जिनमें चीनी मूल की पीएल-15 मिसाइल और तुर्की के 'यीहा' नामक यूएवी के टुकड़े शामिल हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' सैन्य अभियानों में तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर में आतंकी शिविरों पर 7 मई को किए गए हवाई हमलों का हवाला देते हुए मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने चीन से प्राप्त पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों को अवरुद्ध कर दिया था और मात्र 23 मिनट में ऑपरेशन पूरा कर लिया था, जो भारत की तकनीकी क्षमता में जबरदस्त वृद्धि को दर्शाता है।
भारत का स्वदेशी वायु रक्षा बेहतर हुए साबितमंत्रालय ने कहा, "लंबी दूरी के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और वाणिज्यिक ड्रोन बरामद किए गए। इनकी पहचान से पता चला है कि पाकिस्तान ने विदेशों से हासिल किए गए उन्नत हथियारों का फायदा उठाने की कोशिश की, लेकिन भारत का स्वदेशी वायु रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध नेटवर्क बेहतर साबित हुआ।"
इसमें कहा गया है कि थलसेना, नौसेना और वायुसेना की विभिन्न प्रणालियों से युक्त भारत की वायु रक्षा प्रणालियों ने असाधारण तालमेल के साथ काम किया और एक अभेद्य दीवार का निर्माण किया, जिसने पाकिस्तान की अधिकांश जवाबी कार्रवाइयों को विफल कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चाहे ड्रोन युद्ध हो या समतल वायु रक्षा या इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, 'ऑपरेशन सिंदूर' सैन्य अभियानों में तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर है।
पाकिस्तानी एयरबेस पर निशाना सटिकभारत ने महत्वपूर्ण पाकिस्तानी एयरबेस 'नूर खान और रहीमयार खान' को सटीकता से निशाना बनाया। 'आत्मघाती ड्रोन' सहित अन्य अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल विनाशकारी प्रभाव के लिए किया गया, जिनमें से प्रत्येक ने दुश्मन के रडार और मिसाइल प्रणालियों सहित महत्वपूर्ण लक्ष्यों को चुनिंदा रूप से नष्ट कर दिया।
मंत्रालय ने कहा कि दुश्मन का मुकाबला करने के लिए मानव रहित हवाई प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण और वायु रक्षा हथियारों के साथ-साथ कंधे से दागे जाने वाले हथियारों को तैनात किया गया था। बहुस्तरीय रक्षा प्रणाली ने 9-10 मई की रात को भारतीय एयरबेस और रसद प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तानी वायु सेना के हमलों को विफल कर दिया।
भारतीय सेना ने रखा ये ख्यालरक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन प्रणालियों ने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई कि दुश्मन के जवाबी हमलों के दौरान पूरे भारत में नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को कोई बड़ा नुकसान न पहुंचे। सभी हमले भारतीय हथियारों और प्रणालियों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना किए गए, जो देश की प्रभावशीलता को रेखांकित करता है।
यह भी पढ़ें: SC: सुप्रीम कोर्ट ने पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ सुनिश्चित करने का दिया निर्देश, बताया संवैधानिक अधिकार
Justice BR Gavai sworn in as next CJI - The Arunachal Times
- Justice BR Gavai sworn in as next CJI The Arunachal Times
- Landmark Verdicts Delivered By India's New Chief Justice BR Gavai NDTV
- A quiet revolution in representation: What Justice Gavai’s appointment signals for inclusive leadership peoplematters.in
- Gavai to be CJI for 6 months, first woman CJI might serve just 36 days India Today
- Spotlight this week: Chief Justice of India BR Gavai Bar and Bench
Indian researchers develop catalystfor sustainable oxygen electrocatalysis - Nagaland Post
- Indian researchers develop catalystfor sustainable oxygen electrocatalysis Nagaland Post
- Iron-Doped catalyst developed for sustainable oxygen electrocatalysis pragativadi.com
- (PDF) Recent advances in Ni-based electrocatalysts for low-energy hydrogen production via alternative pathways to water electrolysis ResearchGate
- Precatalyst Reconstructed NiFeOOH Anodes for Efficient and Durable Anion-Exchange Membrane Water Electrolysis ACS Publications
SC: सुप्रीम कोर्ट ने पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ सुनिश्चित करने का दिया निर्देश, बताया संवैधानिक अधिकार
पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पैदल यात्रियों के लिए उचित फुटपाथ सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने का निर्देश दिया है। शीर्ष न्यायालय ने इसे लोगों का संवैधानिक अधिकार बताया है।
दुर्घटना होने की आशंकाजस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां की पीठ ने कहा कि फुटपाथ के अभाव में पैदल यात्रियों को सड़कों पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे उनके साथ दुर्घटना होने की आशंका होती है।
उचित फुटपाथ का होना आवश्यकपीठ ने कहा कि नागरिकों के लिए उचित फुटपाथ का होना आवश्यक है। ये ऐसे होने चाहिए कि जो दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुलभ हों और इन पर से अतिक्रमण हटाना अनिवार्य है।
न्यायालय का मानना है कि पैदल यात्रियों को फुटपाथ का इस्तेमाल करने का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गारंटीशुदा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बिना अवरोध वाले फुटपाथ का अधिकार निश्चित रूप से एक आवश्यक विशेषता है।
दो महीने के भीतर रिकॉर्ड पर रखने का निर्देश दियापीठ ने केंद्र को पैदल यात्रियों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपने दिशानिर्देश दो महीने के भीतर रिकॉर्ड पर रखने का निर्देश दिया। पैदल यात्रियों की सुरक्षा को बहुत जरूरी मानते हुए शीर्ष न्यायालय ने कहा कि फुटपाथों का निर्माण और रखरखाव इस तरह से किया जाना चाहिए कि दिव्यांग व्यक्तियों के लिए भी पहुंच सुनिश्चित हो सके।
पैदल मार्गों पर अतिक्रमण के मुद्दों पर जोर दियाकोर्ट ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा बोर्ड के गठन के लिए केंद्र को छह महीने का समय दिया तथा स्पष्ट किया कि इससे अधिक समय नहीं दिया जायेगा। सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका में पैदल यात्रियों की सुरक्षा पर चिंता जताई गई है। याचिका में उचित फुटपाथ की कमी और पैदल मार्गों पर अतिक्रमण के मुद्दों पर जोर दिया गया।
Pages
