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Bihar Politics: मोदी-नीतीश की जोड़ी ने फिर पकड़ी रफ्तार, तेजस्वी ने भी बना लिया फ्रंटफुट पर बैटिंग का प्लान
सुनील राज, पटना। सुनहरे दौर के बाद अचानक आई मुसीबत से बचने के लिए लालू प्रसाद ने ढाई दशक पहले जिस राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था, उसकी कमान अब तेजस्वी यादव के हाथ में है। लालू के बिना राजनीति के प्रथम पाठ में ही तेजस्वी को 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा।
राजद का खाता तक नहीं खुल सका। किंतु कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में राजद को उभारने का श्रेय भी मिला।
चुनौतियों के साथ फिर बिसात सज रही है। बिहार में विपक्ष की ड्राइविंग सीट पर तेजस्वी बैठे हैं, लेकिन भाजपा-जदयू के मजबूत किले को ध्वस्त करना आसान नहीं होगा।
क्या है तेजस्वी यादव का प्लस प्वॉइंटतेजस्वी यादव के पक्ष में अच्छी बात यह है कि राजनीति में लालू पुत्र की छवि से निकलकर उन्होंने परिपक्व नेता के रूप में अपनी अलग पहचान बना ली है। कमान मिलने के बाद पार्टी की छवि भी बदलने का प्रयास किया है।
राजद अब पुरानी पार्टी नहीं रही, जो जाति समीकरण के दायरे में अपनी जमीन मजबूत करेगी। एम-वाई समीकरण पर चलने वाली पार्टी में तेजस्वी ने बाप (बहुजन, अगड़ा, आधी आबादी और पुअर यानी गरीब) तो जोड़ा ही इसमें विकास का एजेंडा भी शामिल कर दिया।
तेजस्वी की 17 साल बनाम 17 साल की सियासतनीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में 17 महीने बिताने वाले राजद ने नीतीश कुमार के अलग होते ही अपना चुनावी एजेंडा तय कर लिया था। जदयू और भाजपा सरकार की घेराबंदी के लिए 17 वर्ष बनाम 17 महीने में हुए काम को राजद ने अपना आधार बनाया है।
17 महीने की महागठबंधन सरकार में हुए कामों की जानकारी बिहार में जन-जन तक पहुंचाने के लिए पार्टी ने जन-विश्वास यात्रा तक निकाली और बिहार में घूम-घूमकर यह बताया कि जितने काम 17 महीने में राजद ने करा दिए उतने काम 17 वर्ष की राजग सरकार नहीं करा पाई।
क्या तेजस्वी यादव ले जाएंगे नौकरी देने का क्रेडिटपांच लाख युवाओं को नौकरी, बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत करना, किसानों के उत्पाद की बिक्री के लिए मंडी व्यवस्था की पुनर्बहाली, 35 लाख से अधिक गरीबों को आवास निर्माण के लिए करीब सवा-सवा लाख रुपये देने का प्रविधान, बिहार के नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा समेत अन्य कार्यों की बदौलत राष्ट्रीय जनता दल यह बताने में सफल रहा है कि पार्टी के लिए जाति समीकरण जरूरी है तो विकास और रोजगार भी उतना ही महत्वपूर्ण हैं। अपने इस एजेंडे को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए राजद आइएनडीआइ के साथ मिलकर चुनाव मैदान में जाएगा।
28 सीटों पर प्रत्याशी उतार सकता है RJDहालांकि बिहार में अभी आइएनडीआइ में सीटों के बंटवारे में पेच है, लेकिन राजद के साथ चलने वाली कांग्रेस जैसी पार्टी बिहार में राजद के खिलाफ बहुत मुखर होकर बोलने की स्थिति में नहीं है। अलबत्ता वाम दलों को लेकर लालू प्रसाद के साथ ही तेजस्वी यादव और पार्टी का नजरिया थोड़ा लचीला जरूर है।
माना जा रहा कि पिछली बार 20 सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाला राजद इस बार अपने हिस्से में 28 सीटें रखेगा। पार्टी का प्रयास होगा राजग को विकास के एजेंडे पर घेरना और अपनी पिच पर खेलने के लिए मजबूर करना।
एजेंडे में सफल हुई RJD तो क्या...बिहार में अगर राजद अपने एजेंडे में सफल होता है और केंद्र में यदि आइएनडीआइए की सरकार बनती है तो बिहार की तरह केंद्र में भी रोजगार, नौकरी, गरीबों के लिए आवास, देश और प्रदेश के विकास के लिए नई योजनाओं का खाका खींचने में राजद की बड़ी भूमिका होगी। लेकिन, इसके पहले पार्टी गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल कर सीटों का बंटवारा करना होगा। तभी यह पार्टी राजग के खेमे का किला बिहार में ध्वस्त कर पाएगी।
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Bihar News: शिक्षा पर अपडेट! अब डिग्री कॉलेजों में पढ़ाई नहीं कर पाएंगे इंटरमीडिएट के छात्र, नए सत्र से योजना होगी लागू
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में नए शैक्षणिक सत्र से ही इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी तरह से अलग हो जाएगी। यह स्कूली शिक्षा का हिस्सा बन जाएगी। इससे इसी वर्ष से डिग्री कॉलेजों में 11वीं कक्षा में नामांकन बंद हो जाएगा।
अभी डिग्री कॉलेजों में 11वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को 12वीं कक्षा की पढ़ाई भी उन डिग्री कॉलेजों में नहीं कर पाएंगे। उन्हें 12वीं कक्षा की पढ़ाई उच्च माध्यमिक विद्यालयों में करनी होगी। शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य के 1,997 डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद होगी।
बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में किया विलययहां बता दें कि वर्ष 2005 में जब मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने बिहार की सत्ता संभाली और डॉ. मदन मोहन झा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव बने, तो बिहार इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद को विघटित कर उसका विलय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में किया गया। इससे इंटरमीडिएट की शिक्षा व्यवस्था बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के हाथों में दे दी गयी। यह भी तय हुआ कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई को डिग्री कॉलेजों से अलग किया जाए।
पटना विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई हुई थी बंदइस निर्णय के तहत वर्ष 2006 में पटना विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद की गयी। इसके साथ ही सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों को इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए उत्क्रमित किया गया। वर्ष 2007 से शेष विश्वविद्यालयों के डिग्री कॉलेजों में भी इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करने का नीतिगत फैसला लिया गया।
लेकिन डॉ. मदन मोहन झा के असामयिक निधन के चलते यह कार्यान्वित नहीं हो पाया। इस बीच राज्य के सभी पंचायत में इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए सरकारी स्कूल उत्क्रमित कर उसे संसाधनों से युक्त किया गया। इसके बाद शिक्षा विभाग ने नये सत्र से डिग्री कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई को अलग करने का फैसला लिया।
शिक्षा विभाग का यह है निर्देशमाध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव के निर्देश के मुताबिक 1 अप्रैल, 2024 से 15 अप्रैल, 2024 तक जो विद्यार्थी 11वीं कक्षा में जिस डिग्री कालेज में अध्ययनरत हैं, उनका पठन-पाठन उसी महाविद्यालय में होगा।
लेकिन, उन विद्यार्थियों का नामांकन कक्षा-12 में जिस उच्च माध्यमिक विद्यालय में होगा, उस उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थी 16 मई, 2024 से (ग्रीष्मावकाश पूरा होने के बाद) पढ़ाई करेंगे। इसके साथ ही डिग्री कॉलेज अब मैट्रिक एवं इंटर परीक्षा केंद्र भी नहीं बनाये जाएंगे। अगले साल होने वाली मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा केंद्र उन उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बनाये जाएंगे।
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Lok Sabha Election: अब वाहन मालिकों को भेजा जाएगा नोटिस, गाड़ी के साथ आने पर चालकों को इतना मिलेगा पैसा; ये है डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। पटना जिला में लोकसभा चुनाव कराने के लिए चार हजार वाहनों की जरूरत पड़ेगी। वाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीप्रकाश ने वाहनों के आकलन रिपोर्ट जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को सौंप दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पटना साहिब और पाटलिपुत्र लोक सभा और मुंगेर लोकसभा के दो विधानसभा बाढ़ और मोकामा में चुनाव कराने में चार हजार वाहनों की जरूरत पड़ेगी। वाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी श्रीप्रकाश ने बताया कि चुनाव एक जून को है।
वर्तमान में जरूरत के अनुसार वाहनों की धर-पकड़ की जाएगी। गांधी मैदान में जब्त वाहनों को रखा जाएगा। वाहन के रेट में 30 प्रतिशत वृद्धि कर दी गई है। चालकों को अग्रिम भुगतान की व्यवस्था की गई है। गांधी मैदान में ठहरने की उचित व्यवस्था रहेगी। ठहराव स्थल पर मनोरंजन के लिए टेलीविजन की व्यवस्था रहेगी।
पानी की व्यवस्था कराई जाएगी। चालकों को प्रतिदिन 300 रुपये भुगतान होगा। वाहन के साथ आने पर पहले दिन पांच दिन की खुराकी के तौर पर 1500 रुपये दिया जाएगा। वाहन कोषांग में 15 कर्मियों को रखा गया है। संख्या में और वृद्धि की मांग किया गया है।
चुनाव कार्य के लिए वाहन अधिग्रहण के लिए जाएगा नोटिसवाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव कार्य के लिए वाहन अधिग्रहण के लिए नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस जाने के बाद वाहन जमा करना पड़ेगा। प्रशासन सख्त कदम उठाएगा। वाहन नहीं जमा करने पर सख्त कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि चुनाव कार्य के लिए वाहन मालिकों को नोटिस भेजें।
सभी स्कूली बसों को अपना बस देना पड़ेगा। वाहनों को अंतिम समय में जब्त किया जाएगा। जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि वाहनों जब्त करने के बाद उसका निर्धारित शुल्क देना पड़ेगा। इस कारण बेवजह पहले वाहनों को जब्त नहीं किया जाएगा।
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Lok Sabha Election 2024: 'ईवीएम से पहले...', RJD ने चुनाव आयोग से कर दी बड़ी मांग; दूसरे दलों ने भी किया समर्थन
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi राजद ने चुनाव आयोग से आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में ईवीएम से पहले पोस्टल बैलेट की गिनती कराने की मांग दोहराई है। रविवार को बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी राजनीतिक दलों की बुलाई थी।
बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि मतगणना के अंतिम परिणाम की घोषणा पोस्टल बैलेट की गिनती करने के बाद ही की जाती है। उसकी गणना पहले कराकर उम्मीदवारों को प्राप्त मतों की घोषणा करने के बाद ईवीएम की गिनती कराने में भी उतना हीं समय लगेगा। जितना पोस्टल बैलेट की गिनती बाद में कराकर अंतिम परिणाम घोषित करने में।
राजद प्रतिनिधि मंडल में शामिल राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट की गिनती ईवीएम के बाद कराने पर अंतिम परिणाम को प्रभावित करने की कई शिकायतें मिली थी। इसलिए मतगणना की पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए यह जरूरी है।
राजद के इस मांग को बैठक में शामिल अन्य राजनीतिक दलों ने भी समर्थन किया है। राजद प्रवक्ता ने बताया कि भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त जब पटना आए थे, तो उस समय भी राजद द्वारा उनके सामने यह मांग रखी गई थी।
राजद ने कर दी यह भी मांगमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बुलाई गई बैठक में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष वृषण पटेल, प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन और प्रदेश मुख्यालय प्रभारी महासचिव मुकुंद सिंह शामिल थे।
राजद ने मतदान केंद्र पर पानी के साथ ही छाया के लिए शामियाना लगाने, सभा की अनुमति के साथ ही अन्य प्रक्रियाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को लागू करने, बूथ के अनुसार आवंटित ईवीएम का नम्बर उम्मीदवारों को उपलब्ध कराने और प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उसकी जानकारी शिकायतकर्ता को उपलब्ध कराने की मांग भी रखी। राजद ने चुनाव आयोग से पूरे चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने की अपेक्षा की है।
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Bihar Politics: चुनावी बिगुल बजने के बाद नीतीश कुमार ने बदल डाली स्ट्रेटजी! JDU नेताओं को दे दिया नया टास्क
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi जदयू प्रदेश कार्यालय में शनिवार को पार्टी के प्रमंडलीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस क्रम में उन्हें यह निर्देश दिया कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली सरकार में विकास से जुड़े जो काम हुए हैं उसे डिजिटल मोड में लोगों तक पहुंचाएं।
जदयू (JDU) प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) के नेतृत्व में पार्टी के प्रमंडलीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तैयारियों की समीक्षा हुई। रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। प्रमंडलीय पदाधिकारियों से सात सदस्यीय बूथ कमेटी के गठन से संबंधित फीडबैक लिया गया।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा की सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करना पार्टी का एकमात्र लक्ष्य है। इसे साकार करने को ले पार्टी के तमाम पदाधिकारियों को तन-मन से जुट जाना है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बूथ स्तर, पंचायत स्तर एवं प्रखंड स्तर पर पार्टी के सक्रिय सदस्यों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए।
जदयू कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्नपूर्णिया में जदयू विधायक लेशी सिंह को लगातार बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने बड़हरा कोठी प्रखंड क्षेत्र के जदयू कार्यकर्ता व प्रबुद्ध लोगों जदयू ने एक दूसरे गुलाल लगाकर मिठाई खिलाकर खुशी व्यक्त किया साथ ही विधायक लेशी सिंह को बधाई दी।
बधाई देने वाले पूर्व जदयू प्रखंड अध्यक्ष तारानंद सिंह,रमण सिंह, रंजीत कुमार सिंह, मो अकरम,अशोक मंडल,रौशन मिश्रा, विपिन कुमार जायसवाल, श्याम देवी,प्रियंका कुमारी,गीता देवी,सीता ,सहित दर्जनों जदयू कार्यकर्ताओं ने बधाई दी।
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Bihar Politics: NDA के 2 घटक दल पर महागठबंधन की नजर! क्या लालू BJP के साथ करेंगे खेला? इस समीकरण की अटकलें तेज
सुनील राज, पटना। Bihar Political News Hindi: देश में सत्ता के महासंग्राम की घोषणा हो चुकी है। तमाम राजनीतिक दल चुनाव के मैदान पर अपनी बिसात को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। लेकिन, बिहार की राजनीति में विपक्ष की भूमिका में बैठा महागठबंधन सीट बंटवारे को लेकर अब तक अनिर्णय की स्थिति में है। हालांकि सूचना आ रही है कि सोमवार को दिल्ली में महागठबंधन की बैठक संभावित है। इस बैठक में सीटों को लेकर कुछ निर्णय हो सकते हैं।
राष्ट्रीय जनता दल चूंकि बिहार में महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ा दल है इसलिए वह अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लडऩे का मन बना चुका है। दूसरी ओर कांग्रेस भी राष्ट्रीय पार्टी होने के दावे के साथ ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। इस मामले में वाम दल भी पीछे नहीं।
लालू चतुराई से खेल रहे सियासी गेमराजद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तमाम दलों की मांग के बीच राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख फिलहाल वेट और वाच में हैं। उनकी नजर राजग में सीट बंटवारे पर है। लालू प्रसाद को एहसास है कि राजग में सीटों को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। जदयू के NDA में शामिल होने के बाद दो घटक दल असहज हैं।
राजग के इन दो घटक दलों को डर है कि बीते लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा और जदयू ने सीटें बांट ली तो उन्हें बड़ा घाटा उठाना पड़ेगा। इसमें एक दल तो साफ शब्दों में कह चुका है कि उसकी अनदेखी की गई तो उनके लिए विकल्प खुले हुए हैं।
लालू प्रसाद के हाथ में मैनेजमेंट की जिम्मेदारीयदि स्थितियां विपरीत रही हैं और राजग के दो घटक महागठबंधन में आते हें तो सहयोगियों को विश्वास में लेकर लालू प्रसाद को ही इन दलों के लिए सीटों की व्यवस्था करनी होगी। यही वजह है कि लालू प्रसाद सीट बंटवारे को लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए पहले थोड़ी प्रतीक्षा कर लेना चाहते हैं।
बहरहाल तमाम चर्चाओं और कयासों के बीच यह सूचना आ रही है कि सोमवार को सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन की दिल्ली में बैठक हो सकती है। यदि राजग के दो घटक दल टूटकर महागठबंधन में नहीं आते हैं तो ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय जनता दल 28 सीटों पर अपने प्रत्याशी देगा। जबकि कांग्रेस को आठ से नौ, भाकपा माले को दो से तीन जबकि भाकपा को एक सीट मिल सकती है।
राजद सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के खाते में पटना साहिब, औरंगाबाद, सासाराम, नरकटियागंज, भागलपुर, किशनगंज, मुजफ्फरपुर और वैशाली जा सकती हैं। जबकि भाकपा माले को आरा, सिवान और काराकाट जबकि भाकपा को बेगूसराय सीट मिल सकती है।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Who is Sunil Kumar: बिहार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। इस बार 21 और नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। नीतीश कुमार ने जहां अपने पास सामान्य प्रशासन, गृह, सचिवालय, निगरानी व निर्वाचन शामिल हैं। वहीं, सम्राट चौधरी के पास अब केवल वित्त व वाणिज्यकर विभाग का जिम्मा रहेगा। वहीं, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पास अब पथ निर्माण, खान एवं भूतत्व तथा कला,संस्कृति एवं युवा विभाग का जिम्मा रहेगा।
इनमें, नए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार (Sunil Kumar JDU) की चर्चा बहुत है। सुनील कुमार काफी पढ़े लिखे नेता माने जाते हैं। उनकी क्वालिफिकेशन केके पाठक को टक्कर देने वाली है। हालांकि, सुनील कुमार के पिता भी राजनीति में रह चुके हैं। तो आज हम आपलोगों को नए शिक्षा मंत्री की क्वालिफिकेशन और सियासी सफर के बारे में बताएंगे।
कितने पढ़े लिखे हैं बिहार के नए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार?बिहार के नए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार (Sunil Kumar) 1984 में सेंट स्टीफेंस कॉलेज दिल्ली से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएट किया है। 1984 में सेंट स्टीफेंस कॉलेज दिल्ली से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएट किया है। सबसे बड़ी बात वह पुलिस विभाग में बड़े पद से 2020 में रिटायर हुए थे।
सुनील कुमार 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी रहेसुनील कुमार (Sunil Kumar) 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे। सुनील कुमार बिहार में डीजी के पद से रिटायर हुए थे। वह बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम में सेवानिवृत्त निदेशक एवं सामान्य अध्यक्ष,प्रबंध निदेशक रह चुके हैं।
उनके पिता का नाम चंद्रिका राम है। वह वर्तमान में दीघा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनकी पत्नी मेगा मेंटर्स के निदेशक (प्रशिक्षण) रह चुकी हैं।
पिता रह चुके हैं मंत्री तो भाई रहे हैं विधायकसुनील कुमार के पिता दिवंगत चंद्रिका राम बिहार सरकार में मंत्री पद पर रह चुके हैं। वहीं सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार भोरे सीट से विधायक हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की 40 लोकसभा सीटों पर सभी सात चरणों में मतदान होने हैं। इसमें सबसे अधिक आठ-आठ सीटों पर छठे और सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा। पहले में चार तथा तीसरे, चौथे व पांचवें चरण में पांच-पांच सीटों पर मतदान होने हैं।
अबतक राज्य में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ करने की परंपरा सीट संख्सा एक वाल्मीकिनगर से रही है। इस बार औरंगाबाद (सीट संख्या 37), गया (38), नवादा (39) और जमुई (40) से प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है। इसके पीछे का कारण अंतिम चरण में उक्त लोकसभा क्षेत्रों में भीषण गर्मी को बताया जा रहा है।
इस तरह होंगे चुनावदूसरे चरण में सीमांचल के किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया तथा भागलपुर व बांका लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होंगे। तीसरे चरण में मधुबनी, सुपौल, अरिरया, मधेपुरा, खगड़िया, चौथे चरण में दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर तथा पटना जिले के मोकामा व बाढ़ के मतदाता मत डालेंगे।
पांचवें चरण में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण व वैशाली तथा छठे चरण में पश्चिम व पूर्वी चंपराण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान व सारण जिले के मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
अंतिम चरण में नालंदा, पटना, भोजपुर, बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल व जहानाबाद के मतदाता मत का प्रयोग करेंगे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से ठीक पहले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने जितनी तेजी दिखाकर चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) के आंकड़े सार्वजनिक कराए, वह न्यायिक सक्रियता चुनावों में कालेधन का प्रवाह रोकने की मंशा के अनकूल नहीं है।
यह फैसला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को तकनीकी कारणों से बंद कर गंदे नाले (काला धन) को सीधे नदी में खोलने-जैसा है। मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को बताना चाहिए कि चुनावी बॉन्ड एवं नकद चंदे के अलावा राजनीतिक दलों को किस प्रकार चंदा लेना चाहिए?
भाजपा को छह हजार करोड़ रुपये मिले- सुशील मोदीउन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बताए कि यदि लोग अपनी पसंद के दल का आर्थिक सहयोग कर चुनावी लोकतंत्र को मजबूत करना चाहें, तो सही तरीका क्या होना चाहिए? उन्होंने कहा कि 20 हजार करोड़ के जो चुनावी बॉन्ड भुनाये गए, उससे सर्वाधिक 303 सांसदों वाली पार्टी भाजपा (BJP) को छह हजार करोड़ रुपये मिले।
मोदी ने कहा कि शेष 14 हजार करोड़ रुपये तो 242 सांसदों वाले विपक्ष को मिले।मोदी ने कहा कि यदि चुनावी बॉन्ड गलत हैं, तो बिहार में सबसे बड़ी पार्टी राजद (RJD) ने सबसे ज्यादा 72 करोड़ 50 लाख के बॉन्ड क्यों भुना लिए? राजद चुनावी बॉन्ड भुनाने वाले सर्वोच्च दस दलों में है। कांग्रेस ने 1400 करोड़, टीएमसी ने 1600 करोड़ और द्रमुक ने 639 करोड़ के चुनावी बॉन्ड भुनाए।
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Patna News: एमएलसी फ्लैट हत्याकांड का हो गया खुलासा... इस वजह से हुई थी युवक की हत्या, खोजी कुत्ते ने दिलाई सफलता
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News Today: सचिवालय थाना क्षेत्र में आर ब्लाक के नजदीक अटल पथ से सटे एमएलसी फ्लैट के निर्माणाधीन क्वार्टर नंबर 20 में हाथ और पैर बांध, युवक की पीटकर हत्या करने के मामले की पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गुत्थी सुलझा ली। साथ ही हत्या में संलिप्त छह आरोपितों को धर दबोचा। उनकी पहचान अमरजीत कुमार (खजुरी, कोंच, गया), कमलेश कुमार (परसबिगहा, कोंच, गया), अजय कुमार (परसबिगहा, कोंच, गया), संजय कुमार (मरदुआ, टिकारी, गया), दिलीप कुमार (मरदुआ, टिकारी, गया) और राहुल कुमार (हरिमखदुमपुर, अलीपुर, गया) के रूप में हुई है।
सभी मजदूर और गार्ड का काम करते हैं। उन्होंने औजार चोरी के संदेह पर कृष्णा उर्फ अंशु (18) को पकड़ लिया और बांध कर पीटने लगे। अधिक पिटाई की वजह से उसकी मौत हो गई, जिसके बाद सभी फरार हो गए थे। सचिवालय डीएसपी ने बताया कि इस कांड में एक और आरोपित की संलिप्तता आई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। वारदात के बाद आरोपित जिस बाइक से भागे थे, उसे भी बरामद कर लिया गया है।
खोजी कुत्ते और सीसी कैमरों ने दिलाई सफलताBihar News: वारदात की सूचना पर पुलिस पहले मान रही थी कि हत्या कहीं और हुई, फिर शव को यहां लाकर रेलिंग में बांध दिया गया। एफएसएल और डाग स्क्वायड को बुलाया था। एफएसएल ने मौका का मुआयना करने के बाद स्पष्ट कर दिया था कि कृष्णा को रेलिंग में बांध कर पीटा गया था और इसी क्रम में उसकी मृत्यु हो गई थी।
वहीं, खोजी कुत्ता जब पहुंचा तो वह निर्माणाधीन क्वार्टर के एक कमरे में गया और वहां पड़े ऊनी कपड़ों को सूंघ कर भौंकने लगा। तब ठेकेदार से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने वहां काम करने वाले मजदूरों के नाम बताए। इधर, दूसरी टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी।
इस दौरान आर ब्लाक पर दो युवकों को बाइक से भागते देखा गया। पूछने पर मालूम हुआ कि वे गार्ड हैं। सारे साक्ष्य और संयोग स्थापित कर पुलिस ने आरोपितों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर दबोच लिया। इसके बाद उन्होंने पूरी कहानी बता दी।
क्या है मामलाशुक्रवार की सुबह लगभग नौ बजे एमएलसी फ्लैट के निर्माणाधीन क्वार्टर से युवक का शव बरामद किया गया था। उसका शव क्वार्टर की बालकनी की बाउंड्री के रेलिंग से बंधा था। उसके शरीर पर जख्मों के निशान थे।
युवक की जेब से मोबाइल बरामद हुआ था, जिससे उसकी पहचान आर ब्लाक झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले कृष्णा उर्फ अंशु के रूप में की गई थी। वह मिलर स्कूल में दसवीं का छात्र बताया जा रहा था। उसकी मां नर्स हैं। वह मां और तीन बहनों के साथ मामा के कच्चे मकान में रहता था।
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जागरण संवाददाता, पटना। Patna Crime News: कंकड़बाग थाना क्षेत्र के पूर्वी इंदिरा नगर में एक अपराधी ने शिक्षिका को पिस्टल दिखाकर उनसे करीब दो लाख के गहने और नकद लूट कर फरार हो गया। शिक्षिका अंजू पूर्वी इंदिरा नगर में रहती है। घटना उनके घर से कुछ ही दूरी पर हुई। पीड़िता की शिकायत पर कंकड़बाग थाने की पुलिस केस दर्ज कर मामले की छानबीन में जुटी है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रहीPatna News: अपराधी की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। अंजू कन्या उच्च विद्यालय में शिक्षिका हैं। 14 मार्च की सुबह करीब छह बजे वह घर से स्कूल जाने के लिए निकली। वह बाइपास जा रही थी, जहां से गाड़ी पकड़कर स्कूल जाने वाली थी।
वह घर से कुछ मीटर आगे बढ़ी थी कि एक अपराधी ने उन्हें पिस्टल दिखाकर रोक लिया। कान में पहनी हुई सोने की बाली और बैग लूटकर फरार हो गया। बैग में पांच हजार रुपये और मोबाइल था।
बुजुर्ग महिला से चेन और पर्स झपट लियादीघा थाना क्षेत्र के घुड़दौड़ रोड में एक बदमाश ने बुजुर्ग महिला से चेन और पर्स झपट लिया। वहीं बाइक सवार बदमाशों ने अटल पथ पर पूर्व मध्य रेलवे डिपो मेटेरियल अधीक्षक की जेब से मोबाइल निकाल लिया। दोनों मामलों में दीघा थाने की पुलिस केस दर्ज कर छाबनीन में जुटी है। महिला के पर्स में दो हजार रुपये और चेन की कीमत 1 लाख 80 हजार बताई जा रही है।
दीघा निवासी धनमंती देवी शाम करीब पांच बजे अपने घर से बेटे की जमीन पर दीप जलाने जा रही थी। वह आगे चल रही थी और पीछे पति थे। घुड़दौड़ रोड स्थित रोड नंबर 26 ए के पास पहुंचने पर वह आराम करने के लिए सड़क किनारे बैठ गई। उसी समय एक बदमाश आया और गले से चेन व हाथ से पर्स झपट कर भाग गया।
सीसी कैमरा फुटेज में एक बदमाश चेन झपटकर भागते हुए देखा गया है। बदमाश की उम्र 25 से 30 साल के बीच रही होगी। वह सफेद रंग की शर्ट पहने हुए था।
वहीं सुरेश कुमार पांडेय शास्त्रीनगर के निवासी है। वह बाइक से हाजीपुर ड्यूटी के लिए जा रहे थे। अटल पथ जेपी गंगा पथ के पहले पहुंचे ही थे कि बाइक सवार दो बदमाश उनकी जेब से मोबाइल निकाल लिया और फरार हो गए।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Patna to New Delhi Train: होली 25 मार्च को है। इस मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों से लोगों के अपने घर लौटने का सिलसिला जारी है। अधिकतर ट्रेनों में या तो वेटिंग लिस्ट के तहत रिजर्वेशन हो रहा है या बुकिंग बंद कर दी गई है। ऐसे में रेलवे यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखते हुए स्पेशल ट्रेनें चला रही है। हालांकि, होली मनाकर घर लौटने वालों के लिए राहत है क्योंकि सीटें अभी खाली हैं। आज हम आपको पटना जंक्शन से होकर नई दिल्ली के लिए जाने वाली ट्रेनों की ताजा स्थिति के बारे में बताने जा रहे हैं।
पटना से नई दिल्ली जाने वाली ट्रेनों की लिस्ट- पटना आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल (04065 Anvt Sf Ac Spl)
- राजगीर आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल (02365 Rgd Anvt Spl)
- सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस (15483 Sikkimmahananda)
- मगध एक्सप्रेस (20801 Magadh Exp)
- फरक्का एक्सप्रेस (13413 Farakka Express)
- सीमांचल एक्सप्रेस (12487 Seemanchal Exp)
- नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12505 Northeast Exp)
- श्रमजीवी एक्सप्रेस (12391 Shramjeevi Exp)
- ब्रह्ममपुत्र एक्सप्रेस (15658 Brahmaputra Exp)
- पूर्वा एक्सप्रेस (12303 Poorva Express)
- मधुपुर आनंद विहार टर्मिनल हमसफर (22459 Anvt Humsafar)
- विक्रमशीला एक्सप्रेस (12367 Vikramshila Exp)
- मालदा टाउन नई दिल्ली एक्सप्रेस (14003 Mldt Ndls Exp)
- आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस (22405 Anvt Garib Rath)
- नई दिल्ली राजधानी (22405 Anvt Garib Rath)
- संपर्कक्रांति एक्सप्रेस (12393 S Kranti Sup Ex)
- राजधानी एक्सप्रेस (12423 Rajdhani Exp)
- तेजस एक्सप्रेस (20501 Tejas Express)
- पूर्वोत्तर संपर्कक्रांति एक्सप्रेस (14037 Porvotr S Krnti)
होली मनाकर वापस लौटने वालों के लिए अच्छी बात यह है कि ट्रेनों में सीटें अभी भी खाली है। हालांकि, कई ट्रेनों में वेटिंग लग चुकी है। ऐसे में वक्त रहते फटाफट रिजर्वेशन करा लें ताकि बाद में कोई परेशानी न हो। एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ली गई जानकारी के मुताबिक, तेजस एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस और विक्रमशीला जैसी ट्रेनों में वेटिंग लग गई है, लेकिन महानंदा, मगध एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में अभी भी सीटें खाली हैं।
26 मार्च पटना से नई दिल्ली चलने वाली ट्रेनेंयह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024 Phase Wise Date : बिहार-झारखंड और ओडिशा में कब किस सीट पर होगा मतदान? देखें पूरी सूची
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Bihar Weather Today: बिहार के 8 जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश के आसार, अलर्ट जारी; लोगों को सावधान रहने की सलाह
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Hindi: राज्य के मौसम में अगले पांच दिनों तक उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। खासकर राज्य के दक्षिणी भाग में मेघ गर्जन के साथ आंधी चल सकती है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। कई जिलों में इस दौरान वर्षा भी होने के आसार बन रहे हैं।
इन जिलों में होगी बारिशBihar News: गोपालगंज, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, सहरसा, कटिहार, सुपौल, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर में 18 और 19 मार्च को तेज आंधी के साथ बारिश के आसार हैं। लोगों को और नाविकों को सावधान रहने की चेतावनी जारी की गई है। लेकिन इसके बाद एक बार फिर वातावरण में गर्मी बढ़ जाएगी।
शनिवार को वैशाली रहा सर्वाधिक गर्म स्थानRain in Bihar: पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों के अनुसार, शनिवार को वैशाली राज्य का सर्वाधिक गर्म स्थान रहा। वहां पर 36.3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकार्ड किया गया। वहीं, सीतामढ़ी में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान रिकार्ड किया गया, वहां पर 16.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। विज्ञानियों के अनुसार, प्रदेश के वातावरण में काफी तेजी से बदलाव हो रहा है।
कभी तेज धूम हो रही है तो कभी आकाश में बादल छा जा रहे हैं। खासकर उत्तरी एवं दक्षिण बिहार के तापमान में काफी अंतर देखा जा रहा है। शनिवार को राज्य का अधिकतम औसत तापमान 33.4 एवं औसत न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विज्ञानियों ने लोगों को सावधान किया है कि तेज धूप एवं आंधी के दौरान सावधान रहें। तेज धूप में जरा सी लापरवाही लोगों के परेशानी का कारण बन सकती है।
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Patna Crime: लिव इन में रहकर घर लौटी युवती की गला रेतकर हत्या, गड्ढे में पड़ा मिला शव; घरवाले और प्रेमी दोनों गायब
संवाद सहयोगी, बाढ़। लिव इन में एक वर्ष तक रहने के बाद घर लौटी युवती की गला रेत कर हत्या कर दी गई। उसका शव शनिवार की सुबह पुलिस ने बेलछी थाना क्षेत्र के कोरारी स्थित सिरधा खंधा से बरामद किया। लगभग सात घंटे बाद पुलिस ने शव की पहचान की, फिर जांच के लिए मायाबीघा गांव स्थित उसके घर पहुंचे।
वहां ताला लगा था और घरवाले फरार थे। इसके बाद पुलिस ने उस युवक के घर पर दबिश दी, जिसके साथ वह दूसरे शहर में लिव इन में रहकर लौटी थी। वहां कोई नहीं मिला।
थानेदार अनिल कुमार ने प्रारंभिक जांच में पाया कि युवती की हत्या कहीं और की गई, फिर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को गड्ढे में फेंक दिया गया। आनर किलिंग और प्रेम प्रसंग दोनों ही बिंदुओं पर जांच चल रही है।युवती के स्वजन और संदिग्ध युवक के मिलने पर ही हत्या का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
घर लौटने पर लगी थी पंचायतबताया जाता है कि मृत बुधनी उर्फ बुद्धो (20) पड़ोस के एक युवक के साथ भाग कर दूसरे शहर में रहने लगी थी। लगभग एक सप्ताह पूर्व वह लौटी तो मालूम हुआ कि दोनों लिव इन में रह रहे थे। उन्होंने शादी नहीं की थी। इसके बाद गांव में पंचायत लगी, जिसमें युवती को उसकी मां को सौंपने का फैसला सुनाया गया। उसकी मां दूसरे युवक से शादी के लिए दबाव बना रही थी। इसे लेकर दोनों परिवारों में तनाव था।
स्वजन का गायब होना संदेहास्पदपुलिस स्वजन के गायब होने को संदेह की नजर से देख रही है। अंदेशा है कि परिजन युवती को लेकर दूसरी जगह शादी की बात करने निकले होंगे, मगर उसने विरोध शुरू कर दिया होगा। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। यह बात उसके प्रेमी को पता चल गई होगी। हत्या का आरोप उस पर न लगा दिया जाए, इस कारण से वह भाग गया होगा।
गांव के लोगों से पुलिस ने युवती के रिश्तेदारों के कुछ नंबर और पते की जानकारी ली है। वहां संपर्क कर युवती के स्वजन के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाई जा रही है।
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Patna News: शादी का झांसा देकर बनाए शारीरिक संबंध, महिला ने प्रेमी पर 14 लाख हड़पने का लगाया आरोप; युवक गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, पटना। शादी का झांसा देकर व्यवसायी ने महिला से शारीरिक संबंध बनाया और 14 लाख 40 हजार रुपये भी हड़प लिए। जब वह दूसरी युवती से शादी करने जा रहा था तो महिला ने विरोध किया, जिसके बाद आरोपित मो. जुनैद उससे मारपीट करने लगा।
डीएसपी (विधि-व्यवस्था) कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि महिला की शिकायत पर पुलिस ने जुनैद को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक, जुनैद की पत्नी की मौत हो गई है। वह मूलरूप से वैशाली जिले के राजापाकर थानांतर्गत चकसिकंदर जाफर पट्टी का निवासी है।
यहां वह कोतवाली थाना क्षेत्र के गोरिया टोली मोहल्ले में रहकर व्यवसाय करता है। पीड़ित महिला उसके रिश्तेदार के गांव की रहने वाली है। उस रिश्तेदार के गांव में अक्सर जाने के क्रम में जुनैद उसके संपर्क में आया था। महिला भी शादीशुदा थी।
जुनैद के झांसे में आकर उसने पति और बच्चे को छोड़ दिया और उसके साथ रहने लगी। महिला ने जेवरात बेचकर जुनैद को टिफिन का बिजनेस करने के लिए पांच लाख रुपये दिए थे, जिससे प्रतिमाह 60 हजार रुपये की कमाई होने लगी।
मगर, जुनैद उसके हिस्से की रकम नहीं देता था और पूछने पर कहता कि हम साथ हैं तो हिस्सेदारी कैसी? ऐसे कर उसने महिला के 14 लाख 40 हजार रुपये हड़प लिए। अब शादी से भी मुकर गया। तब महिला ने शुक्रवार को प्राथमिकी कराई।
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Bihar Politics: नीतीश कुमार ने आखिर पूरी ही कर दी अपने 'दोस्त' की मुराद, बेटे को दे दिए 3-3 मलाईदार विभाग
राज्य ब्यूरो, पटना। मंत्रिमंडल विस्तार में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने बेटे के लिए बोनस विभाग ले ही लिया। हम के संस्थापक मांझी लगातार अपनी पार्टी के लिए कोई अहम विभाग मांग रहे थे। आखिरकार उनकी मांग पूरी कर ली गई।
एनडीए सरकार के गठन के समय ही मंत्री बने संतोष कुमार सुमन को तीन-तीन विभागों की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें सूचना प्रावैधिकी, लघु जल संसाधन और आपदा प्रबंधन विभाग का मंत्री बनाया गया है। संतोष सुमन को न सिर्फ एक नया विभाग मिला है, बल्कि एक विभाग की अदला-बदली भी हुई है।
हरी साहनी को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभागउन्हें पहले से मिला अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग लेकर उसकी जगह उन्हें लघु जल संसाधन विभाग दिया गया है। उनकी जगह विधान परिषद के पूर्व नेता प्रतिपक्ष हरी साहनी को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभाग दिया गया है।
मांझी के इस बयान से क्या है कनेक्शन?मालूम हो कि मांझी ने कहा था कि हर बार उन्हें एससी-एसटी विभाग ही दिया जाता है। वह सड़क, पुल नहीं बना सकते? गांवों का विकास नहीं कर सकते? इस बदलाव को मांझी के इसी बयान से जोड़कर देखा जा रहा है।
भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा सीट पर होगा उप चुनावलोकसभा चुनाव घोषणा के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को भोजपुर जिले की अगिआंव विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने की घोषणा कर दी है। सातवें चरण में अगिआंव विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा। बिहार के सातवें चरण में पहली जून को लोकसभा चुनाव का मतदान होगा।
इसी दिन अगिआंव विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। परिणाम चार जून को आएगा। बता दें, अगिआंव विधानसभा की सुरक्षित सीट से भाकपा माले के मनोज मंजिल विधायक थे। हत्या के मामले में मनोज मंजिल को सजा होने से उनकी विधायकी खत्म हो गई। अब इस सीट पर उपचुनाव होगा।
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Bihar Politics: महागठबंधन की सीट शेयरिंग पर खरगे करेंगे फाइनल बात, अखिलेश ने बताया कैसी है कांग्रेस की तैयारी
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव की घोषणा हो जाने के बावजूद महागठबंधन में अभी सीटों पर अंतिम समझौता नहीं हुआ है। ऐसे में बिहार कांग्रेस की तैयारी सभी 40 लोकसभा सीटों पर है। हालांकि, वह चुनाव महागठबंधन के बैनर तले ही लड़ेगी।
बहरहाल सीटों पर समझौते से लेकर कांग्रेस के दावेदारों पर अंतिम निर्णय के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत कर दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने इसकी जानकारी दी।
शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में 54 सदस्यीय प्रदेश चुनाव समिति की पहली बैठक हुई। उसमें स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन राणा केपी सिंह के साथ सदस्य जयवर्द्धन सिंह और इवन डिसूजा भी उपस्थित थे।
सभी 40 सीटों पर कांग्रेस की तैयारी: अखिलेशअखिलेश ने कहा कि बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की तैयारी है। महागठबंधन के अंतिम निर्णय के बाद अपने मजबूत और जिताऊ प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी।
बैठक में सदस्यों ने विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की संभावना और दावेदारों की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी साझा की।
इस दौरान डॉ. शकील अहमद खान, कौकब कादरी, श्याम सुंदर सिंह धीरज, अनिल कुमार शर्मा, विजय शंकर दूबे, कृपानाथ पाठक, राजेश कुमार आदि बैठक में उपस्थित रहे।
जदयू ने प्रमंडलीय प्रभारियों को सरकार के काम को डिजिटल मोड में पहुंचाने का दिया टास्कजदयू प्रदेश कार्यालय में शनिवार को पार्टी के प्रमंडलीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस क्रम में उन्हें यह निर्देश दिया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में विकास से जुड़े जो काम हुए हैं उसे डिजिटल मोड में लोगों तक पहुंचाएं।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में पार्टी के प्रमंडलीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा हुई। रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा हुई। प्रमंडलीय पदाधिकारियोंं से सात सदस्यीय बूथ कमेटी के गठन से संबंधित फीडबैक लिया गया।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा की सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करना पार्टी का एकमात्र लक्ष्य है। इसे साकार करने को ले पार्टी के तमाम पदाधिकारियों को तन-मन से जुट जाना है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने यह कहा कि बूथ स्तर, पंचायत स्तर एवं प्रखंड स्तर पर पार्टी के सक्रिय सदस्यों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए।
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BPSC TRE 3 Paper Leak: बिहार शिक्षक भर्ती का पेपर कब और कैसे लीक हुआ? EOU की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के द्वारा शुक्रवार को ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र एक दिन पूर्व गुरुवार को ही लीक हो गया था। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच में हजारीबाग में छापेमारी के दौरान मिले प्रश्नपत्र और बीपीएससी कार्यालय से लिए गए परीक्षा के प्रश्न-पत्र का मिलान किया गया जो हूबहू एक समान पाया गया है।
ईओयू ने अपनी रिपोर्ट में इसका उल्लेख करते हुए कहा है कि इससे प्रमाणित होता है कि 15 मार्च को बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र परीक्षा के पूर्व ही गिरोह के सदस्यों तक पहुंच गया था। ईओयू ने शनिवार को भी हजारीबाग से पकड़े गए 270 अभ्यर्थियों और संगठित गिरोह के सदस्यों से पूछताछ की।
संगठित गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ में बताया गया कि एक अन्य अभियुक्त के द्वारा उनको शिक्षक भर्ती परीक्षा के तृतीय चरण के प्रश्न पत्र पेन ड्राइव में 14 मार्च को ही उपलब्ध करा दिए गए थे, जबकि परीक्षा 15 मार्च को होनी थी। संगठित गिरोह के सदस्यों ने प्रश्न-पत्र का प्रिंट निकालकर अभ्यर्थियों के अलग-अलग समूहों को उत्तर याद करने के लिए उपलब्ध कराया था।
दस लाख में परीक्षार्थियों से हुई थी डीलईओयू के द्वारा पटना और हजारीबाग में की गई छापेमारी में गिरोह के सदस्यों एवं परीक्षार्थियों के पास से विभिन्न परीक्षा केंद्रों के प्रवेश-पत्र, अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र, 50 हजार रुपये का ब्लैंक चेक, लगभग 50 मोबाइल, लैपटाप, प्रिंटर, पेन ड्राइव आदि भी बरामद किया गया है।
अब तक की जांच में इस बात का पता चला है कि संगठित गिरोह ने परीक्षा से पहले उत्तर सहित प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के लिए प्रति अभ्यर्थी दस लाख रुपये की डील की थी। इसका लिखित साक्ष्य भी ईओयू के पास है।
करबिगहिया में हुई पहली गिरफ्तारी से मिला हजारीबाग का लिंकईओयू को परीक्षा से दो दिन पूर्व 13 मार्च को ही कई सूत्रों से गोपनीय सूचना मिली कि 15 मार्च को ली जाने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र एवं उत्तर मुहैया कराने के एवज में अभ्यर्थियों से दस-दस लाख रुपये लिए जा रहे हैं।
ईओयू ने पूरे मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई जिसने उसी दिन पटना के करबिगहिया इलाके में छापेमारी की। इसमें साल्वर गिरोह के एक सदस्य के साथ शिक्षक अभ्यर्थियों को पकड़ा गया जिनके पास से बहुत सारे अभिलेख जब्त किए गए।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों को कई स्कार्पियों एवं बसों से झारखंड के हजारीबाग ले जाया गया है। जहां होटल कोहिनूर में ठहराकर अभ्यर्थियों को लीक प्रश्न-पत्र का उत्तर रटवाया जा रहा है।
इसके बाद ईओयू की टीम ने झारखंड पुलिस की मदद से सुबह पांच बजे हजारीबाग के कुर्रा, पदमा और बरही के होटल एवं मैरेज हाल में छापेमारी की। यहां करीब 270 शिक्षक अभ्यर्थियों और संगठित गिरोह के सदस्यों को हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गई।
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Bihar Politics: इस समाज को साधने के लिए भाजपा ने बिछाई बिसात, इन 7 सीटों पर हैं सबसे बड़े फैक्टर
रमण शुक्ला, पटना। बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़े सामने आने के बाद भाजपा नए समीकरण को साधने में जुट गई है। इसका ताजा प्रमाण बिहार भाजपा के इतिहास में पहली बार धानुक समुदाय के बछवाड़ा से विधायक सुरेंद्र मेहता को मंत्री पद दिया जाना है। पार्टी ने इससे पहले धानुक समाज के शंभु शरण पटेल को राज्यसभा सदस्य बनाकर सबको चौंकाया था।
अब शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली बीस सूत्री में ललन मंडल को उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा देकर पार्टी ने दूरगामी संदेश देने की पहल की है। ललन मंडल वर्तमान में भाजपा के प्रदेश महामंत्री हैं। वहीं, भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व पार्टी ने धानुक समाज के बलराम मंडल दे रखा है।
इसके अलावा, भाजपा लीगल सेल के सह संयोजक मनोज कुमार सिंह भी धानुक समाज से आते हैं। यही नहीं, कटिहार जिला अध्यक्ष के अलावा अन्य कई प्रमुख दायित्व में धानुक समाज को आगे कर बड़े एवं निर्णायक मतदाता वर्ग को भाजपा ने रिझाने का दांव चला है।
धानुक समाज की आबादीदरअसल, धानुक जाति की आबादी 2.14 प्रतिशत है। यानी राज्य में इनकी संख्या 27 लाख 96 हजार 605 बताई गई है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार बिहार के करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों पर धानुक जाति की प्रभावशाली उपस्थिति है।
ऐसे में भाजपा इस जाति पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने की जुगत में लगी है। हालांकि, धानुक समाज की जातिगत गणना से संबंधित आंकड़ों को लेकर सख्त आपत्ति है। समाज का प्रतिनिधत्व करने वाले नेताओं का आरोप है कि आंकड़े सच्चाई की कसौटी सही नहीं है।
7 लोकसभा क्षेत्र में है निर्णायक आबादीभाजपा के रणनीतिकारों का दावा है कि धानुक समाज बिहार के सात लोकसभा क्षेत्र में निर्णायक स्थिति में है। इसमें
अररिया, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, झंझारपुर, मुंगेर, बेगूसराय के अलावा खगड़िया संसदीय सीट पर सवा लाख से लेकर ढाई लाख तक की जनसंख्या है।
वहीं, अगर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो कुल 243 में 60 से 65 विधानसभा क्षेत्र में धानुकों की आबादी मतदान के गणति से निर्णायक है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher Recruitment Paper Leak । विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि राज्य सरकार पर तीसरे चरण की शिक्षक बहाली को लटकाने-भटका रही है।
उन्होंने (Tejashwi Yadav) कहा कि तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (BPSC TRE 3.0 Exam) में पेपर लीक के कारण चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है। आखिर ऐसा क्यों हुआ? हमने 17 महीनों में चार लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ।
तेजस्वी ने कहा कि राजद जब राज्य सरकार (Nitish kumar Government) में शामिल था, केवल 70 दिनों में दो चरण में दो लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की गई। शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 17 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली। सब नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई।
ऐसी कौन सी ताकत?तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार से पूछा कि अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है जिसके कारण तीसरे चरण की नियुक्ति के लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
तेजस्वी ने दावा किया कि तीसरे चरण में भी एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति का नीतिगत निर्णय उसी समय हुआ था। अब ये एनडीए सरकार इसे लटका, अटका और भटका क्यों रही है।
क्या है पेपर लीक का मामला?बता दें कि बीपीएससी द्वारा शुक्रवार को ली गई शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है। झारखंड में एक बड़ा सॉल्वर गिरोह पकड़ा गया है। बिहार पुलिस की EOU और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने हजारीबाग जिले में छापेमारी करते हुए परीक्षा देने पटना आ रहे 300 परीक्षार्थियों को हिरासत में ले लिया। अभी पूरे मामले की छानबीन अभी जारी है।
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