Bihar News
Lok Sabha Election 2024: नीतीश सरकार को क्यों पड़ी एयर एंबुलेंस की जरूरत? इसी महीने निकलेगा टेंडर
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार किसी भी प्रकार की अकस्मात स्थिति अथवा आपदा से निपटने के लिए एयर एंबुलेंस की सेवा लेगी। आपात स्थिति उत्पन्न होने पर एयर एंबुलेंस से किसी भी पदाधिकारी, चुनाव कर्मचारी या पारा मिलिट्री फोर्स के जवान को देश के किसी भी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जा सकेगा। एयर एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से किराये पर होगी और सेवा और उपयोग के बदले सेवा प्रदान करने वाली एजेंसी कंपनी को इसके एवज में निर्धारित भुगतान होगा।
हाल ही में मुख्य सचिव के स्तर पर लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए है कि चुनाव के दौरान किसी पदाधिकारी, कर्मचारी अथवा किसी पारा मिलिट्री स्टाफ के साथ मेडिकल इमरजेंसी उत्पन्न होने पर उन्हें हर प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए विभाग विस्तृत कार्य योजना बनाए। बैठक में मिले निर्देश के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति ने किराये पर एयर एंबुलेंस की सेवा लेने का निर्णय लिया है।
स्वास्थ्य समिति को सौंपी जिम्मेदारीस्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किराये पर एयर एंबुलेंस सेवा प्राप्त करने की जिम्मेदारी राज्य स्वास्थ्य समिति को सौंपी गई है। जिसके बाद समिति ने टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। एयर एंबुलेंस चुनाव के दौरान जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पटना के अलावा, गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और दरभंगा एयरपोर्ट पर मौजूद रहेगी।
इसी महीने निकलेगा टेंडरसमिति ने टेंडर की प्रक्रिया के क्रम में शर्ते बनाई है कि चयनित एजेंसी तीनों एयरपोर्ट पर पूरी तरह सुसज्जित मानव युक्त एयर एंबुलेंस मानव तैनात करेगी। आपात स्थिति में एयर एंबुलेंस गंभीर या बिस्तर पर पड़े मरीज को उठाकर चिह्नित स्वास्थ्य सुविधा केंद्र तक देश में कहीं भी ले जाएगी। सूत्रों ने बताया कि इस महीने के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर निजी एयर एंबुलेंस की सेवा प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
ये भी पढ़ें- Bihar Land Registry Revenue: जमाबंदी की शर्त के बाद रजिस्ट्री में भारी कमी, नीतीश सरकार को 1000 करोड़ का नुकसान
ये भी पढ़ें- Bihar Land Record Online: अब जमीन से जुड़ा सारा काम होगा ऑनलाइन, सरकारी दफ्तरों के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर
Bihar Land Registry Revenue: जमाबंदी की शर्त के बाद रजिस्ट्री में भारी कमी, नीतीश सरकार को 1000 करोड़ का नुकसान
राज्य ब्यूरो, पटना। जमीन की खरीद-बिक्री में जमाबंदी की अनिवार्यता की शर्त जोड़ने के बाद से निबंधन में 60 से 70 प्रतिशत तक कमी आई है। पहले राज्य में औसत पांच हजार दस्तावेजों का प्रतिदिन निबंधन होता था जो अब औसत 1500 तक रह गया है। इसका प्रभाव निबंधन विभाग के राजस्व लक्ष्य पर भी पड़ा है।
नतीजा इस वर्ष राजस्व लक्ष्य हासिल कर पाना लगभग नामुमकिन हो गया है। निबंधन विभाग का वित्तीय वर्ष 2023-24 का राजस्व लक्ष्य सात हजार करोड़ तय किया गया है। इसके विरुद्ध 13 मार्च तक 6019 करोड़ रुपये का ही राजस्व प्राप्त हो पाया है। यह कुल राजस्व का महज 85 प्रतिशत है। मार्च वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना है और अब एक पखवारा ही शेष है। इसमें करीब एक हजार करोड़ की राजस्व वसूली मुश्किल है।
20 दिनों में महज 187 करोड़ ही राजस्वनिबंधन विभाग ने पिछले माह 22 फरवरी को जमाबंदी की अनिवार्यता का आदेश लागू किया है। इसके अनुसार, राजस्व दस्तावेजों में जिनके नाम से जमाबंदी कायम होगी, अब सिर्फ वही उस संपत्ति की बिक्री या पुन: निबंधन करा सकेंगे। निबंधन कार्यालयों को जमाबंदी कायम होने का साक्ष्य देने पर ही आवेदक को संबंधित संपत्ति को बेचने की अनुमति मिलेगी।
जमीन विवाद के बढ़ते मामलों से निबटने के लिए निबंधन विभाग ने यह नियम लागू किया था। फ्लैट और अपार्टमेंट की बिक्री के लिए जमाबंदी से जुड़ा आदेश प्रभावी नहीं है। विभागीय जानकारी के अनुसार, आदेश लागू होने से पहले 21 फरवरी तक विभाग ने 5832.67 करोड़ का राजस्व प्राप्त कर लिया था। यह फरवरी तक के कुल राजस्व लक्ष्य का 94 प्रतिशत था।
आदेश लागू होने के बाद से अब तक करीब 20 दिनों में महज 187 करोड़ रुपये का ही राजस्व निबंधन से प्राप्त हो पाया है। अमूमन वर्ष का आखिरी माह होने के कारण मार्च में सर्वाधिक राजस्व वसूली होती है, मगर इस साल मार्च में राजस्व बढ़ने के बजाय घट गया है।
अंचलों के सभी हल्कों में लग रहा शिविरमद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सहायक निबंधन महानिरीक्षक सुशील कुमार सुमन ने नए आदेश के अुनपालन को लेकर सभी जिला निबंधक, जिला अवर निबंधक व प्रमंलीय सहायक निबंधन महानिरीक्षकों को पत्र लिखा है। इसमें जमाबंदी के कारण हो रही कठिनाई को दूर करने के लिए अंचलों के सभी हल्कों में शिविरि आयोजित करने की जानकारी दी गई है।
पिछले पांच सालों में निबंधन राजस्ववित्तीय वर्ष : लक्ष्य : प्राप्ति : प्रतिशत
2019-20 : 4700 करोड़ : 4647 करोड़ : 98.88 प्रतिशत
2020-21 : 4700 करोड़ : 4257 करोड़ : 90.59 प्रतिशत
2021-22 : 5060 करोड़ : 5215 करोड़ : 103 प्रतिशत
2022-23 : 5500 करोड़ : 6583 करोड़ : 119 प्रतिशत
2023-24 : 7000 करोड़ : 6019 करोड़ : 85 प्रतिशत
ये भी पढ़ें- Bihar Land Record Online: अब जमीन से जुड़ा सारा काम होगा ऑनलाइन, सरकारी दफ्तरों के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर
ये भी पढे़ं- Bihar Registry News: जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए भटक रहे नागरिक, नीतीश का ये दांव कहीं उल्टा ना पड़ जाए!
नीतीश-राबड़ी समेत सभी 11 उम्मीदवार विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित, जानें किस पार्टी से कौन हुआ चयनित
राज्य ब्यूरो, पटना। विधान परिषद के चुनाव में नाम वापसी की अंतिम तिथि गुरुवार को समाप्त होने के बाद सभी 11 उम्मीदवारों के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा कर दी गई।
चुनाव आयोग के रिटर्निंग ऑफिसर एवं विधानसभा के सचिव राज कुमार ने नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद विधानसभा कोटे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत सभी 11 निर्विरोध विजेताओं को प्रमाण पत्र दिया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की ओर से अधिकृत भोला यादव ने उनका प्रमाण पत्र लिया।
राजद से अब्दुल बारी सिद्दीकी, डॉ. उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली और माले से शशि यादव को विधान परिषद सदस्य चुने जाने का प्रमाण पत्र दिया गया।
किस पार्टी से कौन हुआ चयनितभाजपा से मंगल पांडेय, अनामिका सिंह एवं डॉ. लाल मोहन गुप्ता ने चुनाव आयोग से प्रमाण पत्र ग्रहण किया। वहीं, जदयू के खालिद अनवर एवं हम की ओर से संतोष सुमन विजयी घोषित किए गए।
उल्लेखनीय है कि विधान परिषद में पांच मई को सत्ता पक्ष के आठ और विपक्ष के तीन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है।
प्रमाणपत्र देते समय ये नेता रहे मौजूदप्रमाण पत्र देने के समय उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के अलावा विधानसभा के निदेशक राजीव कुमार एवं असीम कुमार सिंह भी उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें: Vivah Muhurat 2024: खरमास ने शादियों पर लगाई रोक, अब कब बजेगी शहनाई; यहां देखें शुभ विवाह मुहूर्त की पूरी लिस्ट
Bihar Jamin Jamabandi : अधिकारियों की इस एक गलती से लॉक हुई जमाबंदी, भू-स्वामियों में मची हायतौबा
Bihar Land Record Online: अब जमीन से जुड़ा सारा काम होगा ऑनलाइन, सरकारी दफ्तरों के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में जमीन के सारे रिकॉर्ड ऑनलाइन कर दिए गए हैं। दाखिल-खारिज, परिमार्जन के साथ ही अब भू लगान भी ऑनलाइन दिया जा सकता है। इसके लिए कार्यालयों का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। न केवल दाखिल-खारिज के लिए आवेदन ऑनलाइन है बल्कि अपील और पुनरीक्षण की सुविधा भी ऑनलाइन कर दी गई है।
अंचल अधिकारी के दाखिल-खारिज के निर्णय से असहमत होने पर डीसीएलआर के कोर्ट में दाखिल-खारिज अपील वाद दायर की जाती है। इसकी सुविधा ऑनलाइन है। इसी तरह डीसीएलआर के न्यायालय में अपील के निर्णय से असंतुष्ट होने पर अपर समाहर्ता के न्यायालय में पुनरीक्षण वाद ऑनलाइन दायर किया जा सकता है।
वाद की स्थिति, सुनवाई की तिथि और अंतिम निर्णय की जानकारी के लिए भी कार्यालयों का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रह गई है। यह भी ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है।
कृषि भूमि को ऑनलाइन बदलवाएं व्यवसायिक मेंकृषि भूमि को गैर कृषि में बदलवाना आसान हो गया है। इसके लिए सरकार ने लैंड कन्वर्जन पोर्टल दिसंबर महीने में ही लांच किया था। व्यवसायिक भूमि के लिए कृषि भूमि को गैर कृषि में तब्दील करना होता है। पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए फीस निर्धारित है।
सर्किल रेट का 10 प्रतिशत ऑनलाइन भुगतान करना होगा। सर्किल रेट या समपरिर्वन मूल्य भूमि के बाजार मूल्य का 10 प्रतिशत है। इसका अंतिम आदेश एसडीओ जारी करेंगे। पूरी प्रक्रिया होने के बाद डिजिटल साइन कॉपी ऑनलाइन माध्यम से ही उपलब्ध करा दी जाती है।
ये भी पढे़ं- Bihar Jamin Jamabandi : अधिकारियों की इस एक गलती से लॉक हुई जमाबंदी, भू-स्वामियों में मची हायतौबा
ये भी पढ़ें- Vande Bharat Ticket Price: पटना-लखनऊ वंदे भारत का कितना है किराया? सीट कैटेगरी के हिसाब से पूरी डिटेल जानिए
महागठबंधन में फिर खींचतान? कांग्रेस को सिर्फ इतनी सीटें देना चाहते हैं तेजस्वी, अब लालू के पाले में 'गेंद'
राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर शनिवार को बैठक संभावित है। बहुत संभव है कि घटक दलों के लिए सीटों पर अंतिम निर्णय हो जाए। कांग्रेस दस सीटों की अपेक्षा रख रही है, लेकिन लचीले रुख के साथ। अंदरखाने की सूचना के अनुसार उसे छह से आठ सीटें मिल सकती हैं।
पिछली बार वह नौ सीटों पर लड़कर एकमात्र किशनगंज में विजयी रही थी। तब महागठबंधन में उसके अलावा किसी दूसरे घटक दल के लिए जीत का सौभाग्य नहीं बना था।
बहरहाल, दावे के आधार का उल्लेख करते हुए कांग्रेस व वाम दलों ने अपेक्षित सीटों की सूची राजद को पहले ही उपलब्ध करा दी है। बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व राजद ही कर रहा है और उसने गुणा-गणित भी लगा लिया है। कुछ सीटों पर पेच फंस रहा, लेकिन खींचतान की नौबत नहीं बनने वाली।
बैठक में मौजूद रहेंगे राजद सुप्रीमो लालू यादवबैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की उपस्थिति रहेगी। माना जा रहा कि उनके हस्तक्षेप पर कोई ना-नुकुर शायद ही करे। कांग्रेस के एक शीर्षस्थ नेता का कहना है कि गठबंधन वस्तुत: समझौता ही है और समझौते में सभी पक्षों के हित व सुझाव का ध्यान रखना होता है। आइएनडीआइए की एकजुटता के लिए प्रतिबद्ध कांग्रेस सहयोगी दलों की इच्छाओं का सम्मान करेगी।
2019 में इन 8 सीटों पर नंबर-2 रही थी कांग्रेसपिछली बार कांग्रेस आठ सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी। उनमें से वाल्मीकिनगर, मुंगेर, सुपौल, कटिहार और पूर्णिया में उसे जदयू से मात मिली थी। पटना साहिब और सासाराम में भाजपा से, जबकि समस्तीपुर में लोजपा से। उनमें से अधिसंख्य सीटें इस बार भी उसे मिल सकती हैं। इसके अलावा पूर्वी चंपारण और नवादा आदि भी उसकी पसंद में सम्मिलित हैं। नवादा पर अभी तक राजद लड़ता रहा है और इस बार भी वहां उसके कई दावेदार हैं।
BJP को 17 और चिराग को 4... बिहार NDA में सीट शेयरिंग फाइनल; नीतीश की JDU को क्या मिला?
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के लिए एनडीए में सीट शेयरिंग पर मुहर लग गई है। शुक्रवार को इस घोषणा संभव है। विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में चुने जाने के बाद अपना प्रमाण पत्र लेकर लौटने के क्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस पर काम हो रहा है, आज रात ही सबकुछ तय हो जाएगा।
सीट शेयरिंग के फार्मूले के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, जदयू 16 सीटों और भाजपा 17 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरेगी। चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) को चार सीटें देने पर पूर्व से सहमति है। वहीं तीन सीटों का विभाजन हम, रालोसपा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के बीच होगा। हम को एक, उपेंद्र कुशवाहा को एक और पशुपति पारस को भी एक सीट मिल सकती हैं।
जदयू झारखंड में भी एक सीट चाह रहीएनडीए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जदयू झारखंड में भी एक सीट चाह रहा है। नीतीश कुमार के करीबी रहे बिहार के एक नेता को जदयू अपने टिकट पर मैदान में उतारना चाहती है। वह झारखंड में मंत्री भी रह चुके हैं। अगर जदयू को झारखंड की एक सीट मिल जाती है तो बिहार में उसे 15 सीट दिए जाने की चर्चा है।
कुछ सीटें आपस में अदला-बदली सकती हैऐसी चर्चा है कि एनडीए में जदयू, भाजपा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा, रालोजपा और हम के बीच आपस में अदला-बदली हो सकती है। ऐसी चर्चा है कि काराकाट लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय लोक मोर्चा की टिकट पर उपेंद्र कुशवाहा लड़ना चाहते हैं।
गया (सुरक्षित) सीट से पूर्व मुख्यमंत्री व हम नेता जीतन राम मांझी अपनी दावेदारी कर रहे हैं। ये दोनों सीटों पर फिलहाल जदयू के सांसद हैं। पशुपति कुमार पारस को समस्तीपुर (सुरक्षित) सीट से लड़ने को कहा जा रहा है। इसकी वजह यह है कि चिराग पासवान हाजीपुर सीट पर अपनी दावेदारी कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 15 सेकेंड का बयान और पिक्चर साफ! सीट शेयरिंग और कैबिनेट विस्तार पर ये बोले नीतीश कुमार
ये भी पढ़ें- Chirag Paswan: चिराग तो एनडीए के साथ, क्या है चाचा पशुपति का स्टैंड? भतीजे प्रिंस राज ने खोल दिए सारे पत्ते
Gold-Silver Price Today: शादियों पर लगी ब्रेक, चांदी ने फिर भी लगाई 1100 रुपये की लंबी छलांग, सोने का ऐसा है भाव
जागरण संवाददाता, पटना। स्थानीय पटना सर्राफा बाजार में गुरुवार उड़ान भरती चांदी 1100 रुपये प्रति किलो महंगी हो गई। सोना भी 100 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त हासिल कर फिर 65 हजार के पार पहुंच गया।
सोना-चांदी में दर्ज मजबूती के बाद चांदी 74,500 रुपये प्रति किलो की दर पर आ गई। वहीं, सोना बिठूर 65,100 रुपये व 22 कैरेट 64,950 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर आ गए। एक दिन पहले चांदी 600 रुपये और सोना 100 रुपये की राहत दी थी।
धातुओं में कायम मजबूती को व्यापारिक वर्ग वैश्विक बाजार के हलचल का प्रभाव मान रहे है। धातुओं में उत्पन्न हालत को एक तबका स्थायी नहीं मान कर आने वाले समय में राहत मिलने की उम्मीद लगाए हुए है।
खरमास ने धीमा किया कारोबारबाजार की स्थिति यह है कि शादी- विवाह पर खरमास को लेकर एक माह तक विराम लगने की स्थिति में ग्राहकी मांग सिमट गयी है। इसी बीच धातुओं में फिर कायम तेजी के कारण से ग्राहकी कमजोर पड़ सकती है। खासतौर पर चांदी की मजबूती से कारखानेदार की मांग घट सकती है।
बाजार की स्थिति यह है कि ग्राहकों की खरीदारी धीमी रफ्तार में चलने के साथ आभूषण गढ़नेवालों और कारखानेदारों की खरीदारी कायम है। इसका कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव दिखाई पड़ रहा है। इसी बीच चांदी के निरंतर मजबूत होने के कारण से कारखानेदार हाथ खींच कर खरीदारी कर रहे है।
लाइटवेट आभूषणों की मांग बढ़ीखरीददार सोना की मजबूती से लाइटवेट आभूषण की खरीद को तरजीह दे रहे है। बाजार पंडित का तर्क है कि धातुओं में तीव्र उतार-चढ़ाव कायम रह सकते है। इसका प्रभाव व्यापारिक कामकाज पर दिख सकता है।
Nitish Kumar: 15 सेकेंड का बयान और पिक्चर साफ! सीट शेयरिंग और कैबिनेट विस्तार पर ये बोले नीतीश कुमार
डिजिटल डेस्क, पटना। Nitish Kumar News बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए में सीटों का बंटवारा इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। नीतीश कुमार ने जबसे एनडीए का दामन थामा है, उसी दिन से सियासी समीकरण बदल गए हैं। कुछ दिनों तक चिराग की नाराजगी की खबरें थी, लेकिन अब वो एनडीए के साथ हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सीट शेयरिंग पर बड़ा बयान दिया है।
गुरुवार तो जब पत्रकारों ने सीएम नीतीश कुमार से सीट शेयरिंग और मंत्रिमंडल विस्तार पर सवाल पूछा तो उन्होंने कुछ ही शब्दों में मात्र 15 सेकेंड में अपनी बात कह दी। नीतीश कुमार ने कहा कि सीटों का बंटवारा जल्दी हो जाएगा और सभी को रिजल्ट भी पता चल जाएगा।
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी। नीतीश कुमार ने कहा कि सबकुछ जल्दी से कर लिया जाएगा और आपको सबसे पहले खबर दी जाएगी।
#WATCH Patna: On seat sharing in NDA and Bihar cabinet expansion, Bihar Chief Minister Nitish Kumar says, "Everything will be done soon... we will inform about everything ..." pic.twitter.com/FlAaREPBXg
— ANI (@ANI) March 14, 2024 चिराग ने कहा- हो गया सीटों का बंटवाराबता दें कि एनडीए के पार्टनर चिराग पासवन पहले ही कह चुके हैं कि सीटों का बंटवारा हो चुका है। उन्होंने एक्स पर जानकारी दी थी कि समय आने पर इसकी सूचना दी जाएगी। चिराग ने कहा था कि एनडीए में सीटों को लेकर कोई टेंशन नहीं है और वो पूरी तरह से संतुष्ट हैं।
बिहार विधान परिषद चुनाव संपन्नमुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित कर लिया गया है। उनको प्रमाण-पत्र भी सौंप दिया गया है। वहीं, अन्य 10 उम्मीदवारों को भी राज्य विधान परिषद के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है। बता दें कि सभी सीटें विधानसभा कोटे की हैं और विधायकों की संख्या के हिसाब से राजग के पक्ष में छह और महागठबंधन के पक्ष में पांच सीटें गई हैं।
ये भी पढ़ें- Chirag Paswan: चिराग तो एनडीए के साथ, क्या है चाचा पशुपति का स्टैंड? भतीजे प्रिंस राज ने खोल दिए सारे पत्ते
ये भी पढ़ें- चिराग पासवान या पशुपति पारस? PM Modi को किस पर ज्यादा भरोसा, BJP नेता ने बता दी अंदर की बात
Patna Nagar Nigam ने निकाली गजब स्कीम, अब कबाड़ की होगी नीलामी; 10 करोड़ राजस्व आने की संभावना
जागरण संवाददाता, पटना। पटना नगर निगम सभी छह अंचलों में एकत्रित कबाड़ (मैटल, धातू) और अकार्यरत एवं नहीं बनने योग्य वाहनों की निलामी करेगा। निगम सर्वे का कराकर अनुपयोगी पडे मशीनरी सामाग्री का निलामी के लिए सूची तैयार कर लिया है।
पटना नगर निगम और भारत सरकार के उपक्रम मेटल स्क्रैप ट्रेड कारपोरेशन (एमएसटीसी) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। एक माह में निगम के सभी कबाड़ को निलाम कराने की बात एमएसटीसी के अधिकारियों ने कही।
इस अवसर पर नगर निगम की तरफ से महापौर सीता साहू, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, सशक्त स्थाई समिति के सदस्य डा. आशीष कुमार सिन्हा, एवं भारत सरकार कि संस्था एमएसटीसी के शाखा प्रबंधक मलय मंडल, प्रबंधक अमित कुमार गौतम, मयंक कुमार, प्रशांत मालवीय मौजूद थे।
सभी अंचल कार्यालयों में पडे हुए नीलामी योग्य वाहन, मशीनरी अन्य सामाग्री का मूल्यांकन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया था, जिनके द्वारा अनुपयोगी पडे मशीनरी व सामाग्री की सूची प्राप्त की गई हैं। जिसके आधार पर संस्था के साथ प्रकिया को पूर्ण किया जा रहा है।
10 करोड़ से अधिक प्राप्त होगी आय, भवन निर्माण पर खर्च होगी राशि : नगर आयुक्तनगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि 10 करोड़ से अधिक राशि कबाड़ से प्राप्त होने की संभावनाएं है। इस राशि को पटना नगर निगम के बनने वाले भवन पर खर्च किया जाएगा। कबाड़ हटने से जमीन भी खाली होगा। भरत सरकार के उपक्रम एमएसटीसी सभी कबाड़ को निलाम कराएगा। एमएसटीसी के प्रबंधक अमित कुमार गौतम ने बताया कि एक माह के अंदर सभी कबाड़ को निलाम कर दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें- Bihar Jamin Jamabandi: बिहार के इस जिले में बड़ा जमीन घोटाला, 2 दर्जन अधिकारी जांच के घेरे में; मची अफरातफरी
ये भी पढ़ें- Ayushman Card: ...तो क्या ऐसे बनेगा आयुष्मान कार्ड? इस जिले में सामने आई बड़ी गड़बड़ी, 5 जगहों पर नहीं मिले...
Bihar Cabinet Expansion: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नया अपडेट, BJP विधायक ने दी बड़ी जानकारी
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार में आज मंत्रिमंडल विस्तार टलने की जानकारी सामने आ रही है। भाजपा के दिग्गज विधायक नीरज बबलू ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि, इसकी आधिकारिक जानकारी पार्टी की तरफ से नहीं आई है। नीरज बबलू ने कहा कि आज मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होगा। अभी इसे लेकर डेट फाइनल नहीं हुई है। कल हो जाए या उसके बाद कभी भी हो जाए।
नीरज बबलू ने सीट शेयरिंग को लेकर भी बात की। नीरज बबलू ने कहा कि सीट शेयरिंग पर बात लगभग फाइनल हो गई है। कहीं कोई मतभेद नहीं है। वहीं मंत्री कौन बनेगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा और जेडीयू का नेतृत्व तय करेगा।
क्या भाजपा ने अभी तक नहीं सौंपी सूचीबताया जा रहा है कि भाजपा ने अभी तक अपने उन विधायकों की सूची नहीं सौंपी है जिन्हें मंत्री बनाया जाना है। वहीं जेडीयू भी इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं दिख रही है। हालांकि, आधिकारिक जानकारी सामने आने के बाद ही सबकुछ क्लियर हो जाएगा।
मंत्रियों पर बढ़ रहा काम का बोझदरअसल, एक-एक मंत्री के पास 5 से अधिक मंत्रालय हैं जिसकी वजह से काम का बोझ बढ़ता जा रहा है। इसलिए अब बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना जरूरी माना जा रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि कब तक इसका निर्णय हो पाता है।
यह भी पढ़ें
'Tejashwi Yadav: 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे...' तेजस्वी की किस बात पर भड़क गए नित्यानंद राय
एएनआई, पटना। सरकारी नौकरी (Government Jobs in Bihar) देने का क्रेडिट लेने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर हमला बोला है।
सत्यानंद राय ने कहा है कि आरजेडी का यह कहना कि नौकरी मतलब तेजस्वी पूरी तरह गलत है। जिन 17 महीनों की तेजस्वी यादव चर्चा कर रहे हैं, उसके पहले जो एनडीए सरकार थी उसकी समीक्षा करें तो स्पष्ट होता है कि एनडीए सरकार ने नौकरी देने के लिए विभिन्न विभागों में क्या काम किया।
सत्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पास अपनी डुगडुगी पीटने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। तेजस्वी 17 महीने के काम की चर्चा कर हैं। कौन नहीं जानता है कि इन 17 महीनों में बिहार में लॉ एंड ऑर्डर कैसा था।
सत्यानंद राय (Nityanand Rai) ने कहा कि तेजस्वी और RJD के नेता अपराधियों को संरक्षण देते थे। नीतीश उससे तबाह थे और बिहार का विकास बाधित हो गया था। उन्होंने दावा किया कि इन 17 महीनों में बिहार में कुछ नहीं हुआ है, तो तेजस्वी यादव क्या बोलेंगे।
लैंड फॉर जॉब पर भी बोलेलैंड फॉर जॉब (Land For Job) की बात करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि लालू यादव (Lalu Yadav) ने नौकरी देने के बदले गरीबों की जमीन ले लिया तो किसी का मकान ले लिया। और तो और जितने लोगों की जमीन ली, उतने लोगों को तो नौकरी भी नहीं दी।
तेजस्वी यादव की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसीसत्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव के भी 17 महीनों के कार्यकाल में विभिन्न विभागों में क्या-क्या भ्रष्टाचार हुआ है, यह सभी जानते हैं। आज उनकी हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। सत्ता से बाहर होने के बाद तेजस्वी यादव के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह जो भी बोल रहे हैं , वह केवल भ्रम फैलाने के लिए बोल रहे हैं।
आरजेडी-महागठबंधन का मतलब भी बतायासत्यानंद ने दावा किया कि नौकरी का मतलब एनडीए-भाजपा, विकास मतलब एनडीए-भाजपा, बेहतर लॉ एंड ऑर्डर मतलब एनडीए-भाजपा, अत्याचार मतलब आरजेडी-महागठबंधन, घोटाला मतलब आरजेडी-महागठबंधन, घोटाला मतलब तेजस्वी और लालू यादव।
सीट शेयरिंग पर क्या कहा?सीट शेयरिंग (NDA Seat Sharing in Bihar) पर सत्यानंद राय ने कहा कि सीट शेयरिंग का एलान जल्द होने वाला है। इसे लेकर एनडीए में कोई भ्रम नहीं है। एनडीए पूरी तरह एकजुट है। केंद्रीय नेता और बिहार के सहयोगी एक साथ मिलकर सारी चीजें तय कर रहे हैं।
2024 के चुनाव में क्या होंगे BJP-NDA के मुद्देनित्यानंद राय ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयास से आज देश के गांव-गांव में विकास की गंगा बह रही है। आज देश के 25 करोड़ नागरिक गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं।
नित्यानंद राय ने कहा कि आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। मुद्दा सिर्फ भाजपा-एनडीए के पास है। भाजपा-एनडीए के लिए विकास और भारत का मान-स्वाभिमान, देश को आत्मनिर्भर बनाने का मुद्दा है। आजादी के 100 वर्ष होने तक देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प है।
सीएए कानून पर बोले- कुछ लोगों को खुश करने की खातिरसीएए कानून (CAA) पर बोलते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि विपक्ष के मन में उन लोगों के प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं है, जो अमानवीय परिस्थितियों में रह रहे हैं। जब गृह मंत्री ने सीएए को सदन में रखा था, तब भी विपक्ष ने इसका विरोध किया था। वह आज भी कुछ लोगों को खुश करने के लिए इसका विरोध कर रहे हैं। तुष्टिकरण उनकी नीति है।
यह भी पढ़ें: पटना से न्यू जलपाईगुड़ी और लखनऊ जाने वाली Vande Bharat Train का किराया, रूट और समय...यहां जानिए पूरी डिटेल
बिहार में फिर से चमकी बुखार का आतंक, सतर्क हुआ विभाग; लक्षण दिखने पर न करें नजरअंदाज
Chirag Paswan: चिराग तो एनडीए के साथ, क्या है चाचा पशुपति का स्टैंड? भतीजे प्रिंस राज ने खोल दिए सारे पत्ते
डिजिटल डेस्क, पटना। Chirag Paswan And Pashupati Paras लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपनी मंशा साफ कर दी है। चिराग पासवान ने बुधवार को कहा था कि वो एनडीए के साथ हैं और उनकी सीटों पर भी बात हो गई है। हालांकि, इस दौरान चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस को लेकर बड़ी चौंकाने वाली बात कही थी। चिराग ने कहा था कि उन्हें नहीं मालूम कि पशुपति पारस गठबंधन में हैं या नहीं।
वहीं, अब राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पशुपति पारस के भतीजे प्रिंस राज पासवान (Prince Raj Paswan) ने स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट कर दी है। चिराग पासवान के बयान के बाद प्रिंस राज पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है! माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी देश के साथ-साथ हमारे भी नेता हैं और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है।
प्रिंस राज पासवान ने पोस्ट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को टैग भी किया।
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खटपट की खबरें आ रहीं थी। सियासी गलियारों में चर्चा थी कि चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच टेंशन की वजह से एनडीए में सीट बंटवारा नहीं हो पा रहा है। हालांकि, अब ऐसा लगता है कि एनडीए में सब ठीक है और जल्द ही सीटों की जानकारी भी आ जाएगी।
'हो गया सीटों का बंटवारा'चिराग पासवान ने बुधवार को दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा, "बिहार में एनडीए के सभी दलों के बीच लोकसभा सीटों का बंटवारा तय हो गया है। जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। मेरी सभी चिंताओं को बीजेपी ने दूर कर दिया है। मैं संतुष्ट हूं।"
ये भी पढे़ं- Chirag Paswan: चिराग ने चाचा के सवाल पर चतुराई से दिया ये जवाब, NDA में डील फाइनल तो हुई मगर...
ये भी पढ़ें- Chirag Paswan: चिराग पासवान की नाराजगी दूर, दिल्ली में जेपी नड्डा से की मुलाकात; बोले- सही समय आने पर...
Patna News: आपस में भिड़ गए दो डॉन, जमकर हुई पत्थरबाजी; शहर की पुलिस भी हो गई परेशान
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। फुलवारी शरीफ में देर शाम दो डॉन आपस में भीड़ गए और देखते-देखते ही पत्थर बाजी होने लगी। यह घटना एक कठ्ठा जमीन के विवाद को लेकर हुई। पत्थर बाजी की खबर पाकर मौके पर पुलिस पहुंची।
मौके पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। जिस स्थान पर वारदात हुई वह शहर का हृदय स्थली माना जाता है। हंगामे के बाद सनसनी फैल गई। पुलिस भी दो डॉन की भीड़ंत की खबर सुन कर परेशान है। बुधवार की देर शाम जब लोग इफ्तार की तैयारी कर रहे थे।
हंगामा करते हुए कार्य बाधित करा दियाबाजार में भीड़ थी, उसी समय एक कठ्ठा जमीन को लेकर हो रहे विवाद ने तुल पकड़ लिया। विवादित जमीन पर एक पक्ष के द्वारा निमार्ण कार्य कराया जा रहा था। बताया जाता है कि निमार्ण कार्य कराने वाले पक्ष को शहर के नए महाशक्ति के रूप में उभरे एक शख्स का समर्थन प्राप्त है।
वहीं, दूसरा पक्ष भी डॉन माना जाता है, निमार्ण कार्य को लेकर दूसरे डॉन ने अपने आदमियों के साथ आकर हंगामा करते हुए कार्य बाधित करा दिया और शहर के हृदया स्थली पर भीड़ लगा कर नए उभरे डॉन को गालियों की बौछार करने लगा।
इस बात को लेकर दोनों पक्ष आपस में भीड़ गए और जमकर हंगामा हुआ। हंगामे की खबर पा कर पुलिस मौके पर पहुंची मगर वह कुछ नहीं कर पाई।
एएसपी फुलवारी शरीफ ने बताया कि एक कठ्ठा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। मौके पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है। हंगामे करने वालों की तलाश की जा रही है। कई नाम आये हैं जिनको पुलिस खोज रही है।
यह भी पढ़ें-
Patna News: अब इस स्टेशन पर भी रुकेगी पटना रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस, ये रहेगी टाइमिंग और रूट; यात्रा होगी आसान
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: यात्रियों की सुविधा को देखते हुए पूर्व मध्य रेल की ओर से गाड़ी संख्या 12365/12366 पटना-रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस का धनबाद मंडल के पहाड़पुर स्टेशन पर तथा उत्तर रेलवे के अमेठी एवं गौरीगंज स्टेशन पर दानापुर-आनंद विहार जनसाधारण एक्सप्रेस एवं निहालगढ़ स्टेशन पर पटना-इंदौर एक्सप्रेस का प्रायोगिक आधार पर दो मिनट का ठहराव प्रदान किया जा रहा है।
यहां पढ़ें सही टाइमिंग और रूट- गाड़ी सं. 12365/12366 पटना-रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस का पहाड़पुर स्टेशन पर गुरुवार से 08.43 बजे पहाड़पुर स्टेशन पहुंचेगी तथा 08.45 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी । इसी तरह गाड़ी सं. 12366 रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस 19.30 बजे पहाड़पुर स्टेशन पहुंचेगी और 19.32 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी ।
- गाड़ी सं. 13257/13258 दानापुर-आनंद विहार-दानापुर जनसाधारण एक्सप्रेस का अमेठी एवं गौरीगंज स्टेशन पर 22.41/22.42 बजे तथा गौरीगंज स्टेशन पर 22.55/22.57 बजे रूकते हुए आगे के लिए प्रस्थान करेगी । इसी तरह आनंद विहार से दिनांक 13.03.2024 को खुलने वाली 13258 आनंद विहार-दानापुर जनसाधारण एक्सप्रेस गौरीगंज स्टेशन पर 23.55/23.57 बजे तथा अमेठी स्टेशन पर 00.08/00.10 बजे रूकते हुए आगे के लिए प्रस्थान करेगी ।
- गाड़ी सं. 19313/19314 इंदौर-पटना-इंदौर एक्सप्रेस का निहालगढ़ स्टेशन पर 07.10/07.12 बजे रूकते हुए आगे के लिए प्रस्थान करेगी । इसी तरह 19314 पटना-इंदौर एक्सप्रेस निहालगढ़ स्टेशन पर 19.10/19.12 बजे रुकते हुए आगे के लिए प्रस्थान करेगी ।
यह भी पढ़ें
Manish Kashyap: 'हम 40 लाख के स्टांप पेपर पर लिखकर देते हैं...', मनीष कश्यप की तेजस्वी को खुली चुनौती
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Hindi: हाल में विवादों में आए बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप के चुनाव लड़ने की अटकलें बीजेपी से लगने लगी हैं। हालांकि, मनीष कश्यप (Manish Kashyap) ने तो मीडिया के सामने खुलकर कह दिया है कि वह चुनाव लड़ने जा रहे हैं। लेकिन, इस बीच उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वह तेजस्वी यादव को चुनौती देते नजर आ रहे हैं।
मनीष कश्यप से जब पत्रकारों ने पूछा कि तेजस्वी यादव 4 लाख नौकरी देने की बात कर रहे हैं। इसपर मनीष कश्यप ने कहा कि 4 लाख से बिहार का पेट भर जाएगा। हम स्टांप पेपर पर लिखकर देते हैं हम उनसे चार गुना ज्यादा रोजगार देंगे। उन्होंने कहा कि वह 20 लाख के स्टांप पेपर पर लिखकर दें, मैं भी 40 लाख के स्टांप पेपर पर लिखकर देता हूं कि 5 साल में 40 लाख रोजगार दूंगा।
मैं खुली चुनौती देता हूं कि वह जिस पद जाएंगे और जितना रोजगार देंगे, उससे मैं 4 गुना ज्यादा रोजगार जरूर दूंगा। खाली आपलोग राजा के बेटा की बात सुनिएगा, हम गरीब लोगों की बात नहीं सुनिएगा। मैं तो कहता हूं मैं बिहार में अधिक से अधिक रोजगार दूंगा।
यूट्यूबर मनीष कश्यप की बीजेपी से बढ़ी नजदीकीबता दें कि यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) की नजदीकी बीजेपी से बढ़ गई है। वह अक्सर पीएम मोदी की तारीफ करते नजर आते हैं। वह पीएम मोदी की योजनाओं की तारीफ करते नजर आते हैं। वहीं कुछ दिन पहले उत्तर पूर्व दिल्ली से सांसद रहे मनोज तिवारी उनके घर मिलने भी गए थे। वहीं मनीष कश्यप चंपारण से लोकसभा चुनाव लड़ने का दावा ठोक रहे हैं।
यह भी पढ़ें
Patna News: अधिवक्ता बोले- एक गलती की वजह से गई साथी की जान, मृतक वकील की पत्नी को मिला 4 लाख का मुआवजा
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना सिविल कोर्ट परिसर में ट्रांसफार्मर की मीट्रिंग यूनिट फटने से अधिवक्ता देवेंद्र प्रताप की मृत्यु और छह लोगों के जख्मी होने पर दूसरे अधिवक्ता व्यवस्था को कोसते रहे। अधिवक्ताओं ने कहा कि यहां अभ्यास करने वाले वकीलों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था किए बगैर भवन ध्वस्त कर दिए गए। इस कारण अधिवक्ताओं को न्यायालय परिसर में सड़क और कारिडोर में कुर्सी-टेबल लगा कर बैठना पड़ रहा है।
यदि भवनों में उनके बैठने की व्यवस्था होती तो साथी की जान नहीं जाती। गंभीर रूप से घायल होने वालों में अधिवक्ता हरिनारायण गुप्ता व प्रकाश कुमार, मुंशी जितेंद्र कुमार और मुवक्किल मनीष कुमार शामिल हैं। वहीं, दो अन्य मामूली रूप से जख्मी अधिवक्ताओं को प्राथमिकी उपचार के बाद घर भेज दिया गया। हादसे में अधिवक्ताओं की कुर्सियों और टेबल के साथ मुवक्किलों व अदालत के महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जल कर राख हो गए।
जिला अधिवक्ता संघ के संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार ने बताया कि अधिवक्ता देवेंद्र प्रताप की दर्दनाक मौत ने सभी अधिवक्ताओं को झकझोर कर दिया है। उनकी आत्मा की शांति के लिए गुरुवार को कोर्ट परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। दिवंगत अधिवक्ता परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनके परिवार में पत्नी, बेटा और बेटी हैं। संघ का प्रयास है कि उनके आश्रितों को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी मिले।
जिम्मेदारी तय कर हो कार्रवाईPatna Advocate Death: अधिवक्ता दिनकर दुबे ने कहा कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों का नाम सामने आना चाहिए। जिम्मेदारी तय कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए, ताकि दुर्घटना की पुनरावृत्ति न हो। वहीं, अधिवक्ता अंशुमान कुमार ने कहा कि जब हम जिला बार एसोसिएशन से निबंधित हैं तो हमारी सुरक्षा समेत सभी जरूरी चीजों के लिए वहां के पदाधिकारी जवाबदेह होते हैं।
हमारे बैठने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। विद्युत विभाग की लापरवाही भी सामने आई है। अग्निकांड में उनका दोपहिया वाहन भी आग की चपेट में आ जाता, मगर पुलिसकर्मियों ने उसे बचा लिया। इधर, टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिकी के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है। सुसंगत धाराओं पर प्राथमिकी कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
वीडियो बनाने के अलावा कुछ नहीं कर सकाएक दुकान के कर्मी शंभू ने बताया कि धमाका होते ही दुकानें बंद होने लगीं। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि जो लोग उससे घिरे थे, उन्हें बचाने के प्रयास में दूसरे झुलस जाते। ऐसे में लोग दूर से ही वीडियो बना रहे थे। शंभू कहता है कि वीडियो बनाने के अलावा हम कुछ और नहीं कर सकते थे। वीडियो बनाने का उद्देश्य यह था कि बाद में मामले को दूसरा शक्ल न दिया जा सके।
बड़ी बात है कि कोर्ट हाजत से अदालत के लिए जा रहे कैदी भी भगदड़ में जाने बचाने के लिए जहां-तहां दौड़ लगाने लगे। इस दौरान एक कैदी ने भागने का भी प्रयास किया था। सुरक्षाकर्मियों ने उसे 50 मीटर के अंदर ही दबोच लिया। उसके विरुद्ध पीरबहोर थाने में प्राथमिकी करने की प्रक्रिया चल रही है।
मृतक की पत्नी को दिया गया चार लाख का चेकडीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि सूचना मिलते ही सदर एसडीओ, अपर जिला दंडाधिकारी व सीओ को घटनास्थल पर भेजा गया। बाद में उन्होंने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन के अपर जिला दंडाधिकारी को संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावित व्यक्तियों को निर्धारित प्रावधानों के अनुसार सभी सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इस आलोक में मृतक की पत्नी को चार लाख रुपये की सहायता का चेक बांकीपुर अंचल के बिजली कार्यपालक अभियंता ने तत्काल उपलब्ध कराया है।
यह भी पढ़ें
Bihar Politics: क्राउड फंडिंग बता रही कि कांग्रेस अभी नहीं हुई कमजोर, चुनाव से पहले मिला बड़ा संकेत; बिहार में ये है स्थिति
विकाश चन्द्र पाण्डेय, राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi जिस कांग्रेस (Congress) को आज दक्षिण के कोने में सिकुड़ा हुआ बताया जा रहा, वह उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में भी उतनी दुर्बल नहीं हुई। क्राउड फंडिंग के उसके अभियान से इसकी सहज प्रतीति होती है।
राशि और दानदाताओं की संख्या के आधार पर जिन सात राज्यों ने कांग्रेस का सर्वाधिक साथ दिया है, वे लोकसभा के 249 संसदीय क्षेत्रों को समेटे हुए हैं। उनमें से मात्र सात पर अभी कांग्रेस का कब्जा है, जबकि 169 सीटों पर पिछली बार भाजपा विजयी रही थी। 24 सीटें उसके सहयोगी दलों को मिली थीं।
पिछले दो चुनावों में पराजय के बाद कांग्रेस की आय भी कम हुई है और इस बार संसदीय चुनाव में खर्च अपेक्षाकृत अधिक ही होना है। इसका समाधान चंदा के रूप में निकाला गया। इससे जनाधार के आकलन के साथ पार्टी-जनों की सक्रियता का भी सहज अनुमान लगाया जा सकता है।
प्राप्ति को परिणाम माने तो कांग्रेस इस परिक्षेत्र से आशा रख सकती है। उसकी झोली में अब तक लगभग 24 करोड़ रुपये आ चुके हैं। इन दानदाताओं में बिहार की हिस्सेदारी लगभग चार प्रतिशत की है, जिनमें से 90 प्रतिशत दाता छोटी-छोटी रकम देने वाले हैं।
तेलंगाना के साथ कांग्रेस को सर्वाधिक चंदाजिन राज्यों (राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र) से मिला है, वहां से उसके मात्र पांच सांसद हैं। उन पांचों राज्यों के कुल 129 संसदीय क्षेत्रों में से 90 पर पिछली बार अकेले भाजपा विजयी रही थी।
इनके साथ 120 संसदीय क्षेत्रों वाले उत्तर प्रदेश और बिहार का उल्लेख इसलिए आवश्यक है, क्योंकि इन दोनों राज्यों से दान देने वालों की संख्या संयुक्त रूप से लगभग 13 प्रतिशत रही है। ऐसा तब जबकि पिछली बार कांग्रेस को दोनों राज्यों की मात्र दो सीटों (उत्तर प्रदेश में रायबरेली और बिहार में किशनगंज) से संतोष करना पड़ा था।
इन सात राज्यों में से आज एकमात्र तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है। बाकी चार (उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश) भाजपा शासित हैं और दो (महाराष्ट्र और बिहार) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सत्तारूढ़ है।
डोनेट फॉर देश नामक अभियान की शुरुआतपार्टी के स्थापना दिवस पर ऑनलाइन चंदा का उपाय सूझा था और बाद में इसमें भारत जोड़ो न्याय यात्रा का संदर्भ भी जुड़ गया। पिछले वर्ष 16 दिसंबर को डोनेट फॉर देश नामक अभियान की शुरुआत हुई और उसके बाद 20 फरवरी, 2024 को डोनेट फार न्याय के तहत चंदा लिया जा रहा।
चुनावी बांड (इलेक्टोरल बांड) पर थूका-फजीहत के बीच राहुल गांधी तो इसे जनता का बांड तक बता चुके हैं। इन दोनों अभियानों में बिहार से मोटी राशि भले ही नहीं मिली हो, लेकिन चंदा देने वालों की संख्या उत्साहित करने वाली है। महत्वपूर्ण यह कि इनमें छोटी राशि देने वाले अधिक हैं। उनकी संख्या से 35 हजार से अधिक है।
पैसा बटोरने में युवा इकाई सबसे आगे रहीवे जमीनी कार्यकर्ता के साथ पार्टी के लिए प्रतिबद्ध मतदाता माने जा रहे। इस संख्या को रणनीतिकार चुनावी संभावना से भी अधिक संगठन के लिए सुखद संकेत मान रहे।
राशि संग्रहण में पार्टी की युवा इकाई सबसे आगे रही है। उसके बाद प्रोफेशनल्स कांग्रेस और अल्पसंख्यक विभाग का योगदान है। महिला कांग्रेस और ओबीसी विभाग क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।
यह भी पढ़ें-
Bihar News: बिहार वालों ध्यान दें... अब आपके घर तक पहुंचेगा ट्रैफिक चालान, पढ़ लें परिवहन विभाग का पूरा प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News Today: राजधानी पटना की तर्ज पर जल्द ही राज्य के सभी 38 जिला मुख्यालयों के प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों के माध्यम से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। खासकर बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों का चालान काटा जाएगा।
बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया है। बिहार सड़क सुरक्षा परिषद्, परिवहन विभाग जल्द ही जिला मुख्यालयों में सीसीटीवी लगाने के लिए टेंडर प्रकाशित करेगा। पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए जा रहे कैमरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी। शेष शहरों में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् द्वारा कैमरे लगाकर निगरानी की जाएगी।
अपराधियों पर भी नजर, डाटा संग्रह भी होगासभी जिला मुख्यालयों के प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने से यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्ती तो होगी ही, अपराधियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी। सीसीटीवी कैमरों से जुटाए गए डाटा का उपयोग यातायात प्रबंधन में किया जा सकेगा। यातायात से जुड़ी सुविधाओं में भी डाटा मदद करेगा।
पटना में 99 प्रतिशत सवार पहनते हैं हेलमेटराज्य में सबसे पहले पटना में ही कैमरों से चालान काटने की शुरुआत हुई। वर्ष 2018 में राजधानी के विभिन्न मुख्य चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से चालान काटा जाने लगा। स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के जरिए निगरानी और बढ़ी।परिवहन और पुलिस की सख्ती की वजह से हेलमेट पहनने वालों की प्रतिशतता में वृद्धि हुई है। वर्तमान में लगभग 99 प्रतिशत दोपहिया वाहन चालक और पीछे बैठने वाले सवार हेलमेट पहनते हैं।
बिना हेलमेट 1628 लोगों की दुर्घटना में मौतपरिवहन विभाग के अनुसार, राज्य में वर्ष 2022 में कुल 10 हजार 801 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। इन सड़क दुर्घटनाओं में आठ हजार 898 लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें 1628 ऐसे लोग थे जो दोपहिया वाहन पर बिना हेलमेट सवारी कर रहे थे। सड़क सुरक्षा के तहत बाइक सवारों की जान बचाने के लिए सभी जिलों में यह पहल की जा रही है।
सड़क दुर्घटना में कमी लाने के उद्देश्य से जिला मुख्यालयों में सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी एवं जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत प्रमंडलीय मुख्यालयों में तीन-तीन जबकि अन्य जिला मुख्यालयों के दो-दो चौराहों को चिन्हित करते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस संबंध में अपर पुलिस महानिदेशक (यातायात) से प्रस्ताव मांगा गया है।
- संजय कुमार अग्रवाल, सचिव, परिवहन विभाग
यह भी पढ़ें
BPSC ने फिर निकाली भर्ती, इस तारीख से होगा आवेदन; यहां पढ़ें पूरी प्रक्रिया
जागरण संवाददाता, पटना। BPSC Teacher Recruitment बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने सिमुलतला आवासीय विद्यालय, जमुई में माध्यमिक शिक्षक के 41 एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक के 21 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है। नियमित नियुक्ति के तहत देश के नागरिक 25 अप्रैल से 16 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
माध्यमिक स्तर के लिए अभ्यर्थी केंद्र या राज्य सरकार की ओर से आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा उत्तीर्ण होने चाहिए। मान्यता प्राप्त प्लस टू विद्यालय में तीन वर्ष का अनुभव भी अनिवार्य है। उच्च माध्यमिक के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा के साथ पीजी शिक्षक के रूप में तीन वर्ष का अनुभव चाहिए।
डीईओ की जांच में दो दर्जन शिक्षक मिले अनुपस्थितअरवल में जिला शिक्षा अधिकारी बिंदु कुमारी के द्वारा कई विद्यालयों की जांच में लगभग दो दर्जन शिक्षक अपने कार्य से बिना बताए अनुपस्थित पाया गए। मध्य विद्यालय रसीदपुर, कन्या मध्य विद्यालय, खैरा विद्यालय, गोईंद मध्य विद्यालय, इनजोर मध्य विद्यालय के निरीक्षण में शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने कार्य से बिना बताए अनुपस्थित मिलीं।
डीईओ ने बताया कि जिलाधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंपी गई है। सभी अनुपस्थित शिक्षकों की एक दिन की वेतन कटौती करने का निर्देश जारी किया गया है। साथ ही स्पष्टीकरण मांगा गया है ताकि विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाया जा सके।
यह भी पढ़ें-
BPSC TRE 3.0 Exam: बीपीएससी परीक्षा को लेकर बड़ा अपडेट, अभ्यर्थियों को इन बातों का रखना होगा ध्यान; पढ़ लें नया निर्देश
जागरण संवाददाता, पटना। BPSC TRE 3.0 Exam बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा (टीआरई-3) को लेकर अभ्यर्थियों के लिए गाइडलाइन जारी की है। परीक्षा 15 मार्च को दो पालियों में 26 जिलों के 415 केंद्रों पर आयोजित होगी।
पहली पाली की परीक्षा (BPSC Exam Guideline) सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक, दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर ढाई बजे से शाम पांच बजे तक होगी। तीन लाख 75 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। गाइडलाइन के अनुसार अभ्यर्थी परीक्षा आरंभ होने के दो घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना सुनिश्चित करेंगे।
परीक्षा आरंभ होने के एक घंटे पहले भी परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोग ने अभ्यर्थियों को स्पष्ट किया है कि ओएमआर शीट में प्रश्न बुकलेट सीरीज अंकित रहेगा। अभ्यर्थी ओएमआर शीट में प्रश्न बुकलेट की संख्या लिखेंगे एवं रौल नंबर का केवल गोला रंगेंगे।
इन बातों का रखना होगा ध्यानपरीक्षा केंद्र परिसर में मोबाइल, ब्लुटूथ, वाइफाइ गैजेट, इलेक्ट्रोनिक पेन, पेजर घड़ी आदि जैसी इलेक्ट्रानिक सामग्रियां ले जाना एवं उपयोग वर्जित है। परीक्षा कक्ष में इलेक्ट्रानिक सामग्री ले जाने पर उसे कदाचार माने हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कदाचार की स्थिति में अभ्यर्थियों को इस परीक्षा सहित आगामी पांच वर्षों के लिए तथा परीक्षा से संबंधित भ्रामक एवं सनसजीखेज अफवाह फैलाने पर तीन वर्षों के लिए आयोग की सभी परीक्षाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
परीक्षा कक्ष व प्रवेश द्वार पर रहेगा कैमराटीआरई-3 के लिए सभी केंद्रों पर जैमर की व्यवस्था रहेगी। परीक्षा कक्ष में हर उपस्थित अभ्यर्थियों के ई-प्रवेश पत्र पर क्यूआर कोड स्कैनिंग, बायोमिट्रिक सत्यापन, चेहरे का मिलान एवं ओएमआर शीट के बार कोड का स्कैनिंग भी किया जाएगा।
हर परीक्षा कक्ष के साथ प्रवेश द्वार पर भी सीसीटीवी से निगरानी होगी। इसकी लाइव मानिटरिंग जिला एवं आयोग मुख्यालय में कंट्रोल रूम से की जाएगी। हर 24 केंद्र के लिए जिला मुख्यालय के कंट्रोल रूम में एक प्राक्टर रहेंगे।
यह भी पढ़ें-