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Ahmedabad to Patna Train: अहमदाबाद से पटना की इस ट्रेन में सीटें अब भी हैं खाली, लिस्ट देख फटाफट कराए रिजर्वेशन
डिजिटल डेस्क, पटना। Ahmedabad to Patna Train: होली के अब बस छह दिन बचे हैं। दूसरे शहरों में नौकरी या मजदूरी या पढ़ाई के लिए रह रहे लोगों के घर लौटने का सिलसिला जारी है। ट्रेनों में रिजर्वेशन को लेकर मारामारी है। सीटें नहीं मिल रही हैं। ऐसे में आपकी सहूलियत का ख्याल रखते हुए हम आपको आज अहमदाबाद से चलकर पटना को जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग की हाल की स्थिति बताने जा रहे हैं, जिसे देख आप फटाफट अपना सफर प्लान कर सके।
अहमदाबाद से पटना जाने वाली ट्रेनें- अहमदाबाद पटना स्पेशल (09447 Adi Pnbe Sf Spl)
- अहमदाबाद बरौनी स्पेशल (19483 Adi Bju Exp)
- अजिमाबाद एक्सप्रेस (12947 Azimabad Exp)
- अहमदाबाद आसनसोल स्पेशल (19435 Adi Asn Exp)
- गुवाहाटी एक्सप्रेस (15635 Guwahati Expres)
- कामाख्या एक्सप्रेस (15667 Kamakhya Exp)
- साबरमती दानापुर स्पेशल (09403 Adi Dnr Special)
होली के अब बस कुछ ही दिन बचे हैं इसलिए लगभग सभी ट्रेनों में वेटिंग लग चुकी है। बात अहमदाबाद बरौनी स्पेशल की करें या अजिमाबाद एक्सप्रेस की, इन ट्रेनों के स्लीपर से लेकर एसी कोचों में वेटिंग लग गई है।
हालांकि, इससे घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि कुछ ट्रेनों में सीटें अब भी खाली हैं ऐसे में फटाफट बुकिंग कर लेने में ही समझदारी है। यह जानकारी एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ली गई है।
आपकी सुविधा का ख्याल रखते हुए 20 मार्च से 24 मार्च तक अहमदाबाद से पटना जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग की वर्तमान स्थिति के बारे में हम बताने जा रहे हैं।
20 मार्च
21 मार्च
22 मार्च
23 मार्च
24 मार्च
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First Phase Nomination: चिराग की सीट से कौन भरेगा पर्चा? इन चार लोकसभा क्षेत्र में पहले चरण का नामांकन आज से, पढ़ें डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। Lok Sabha Elections 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही 11 बजे से पहले चरण का नामांकन (First Phase Nomination) शुरू हो जाएगा। प्रत्याशी सुबह 11 से तीन बजे तक पर्चा भर सकेंगे। पहले चरण में जिन चार सीटों की अधिसूचना जारी होगी, उनमें औरंगाबाद, गया (सुरक्षित), नवादा एवं जमुई (सुरक्षित) सीट सम्मिलित है।
चारों सीटों पर सत्तारूढ़ गठबंधन राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का कब्जा है। इसमें औरंगाबाद भाजपा (BJP) के पास है। जबकि, गया (सुरक्षित) सीट से जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) चुनाव लड़ने वाले हैं। वहीं, नवादा एवं जमुई (सुरक्षित) सीट पर फिलहाल लोजपा के सांसद हैं।
उम्मीदवार को अपने आपराधिक प्रकरणों की जानकारी देनी होगीनामांकन के दौरान प्रत्येक उम्मीदवार द्वारा अधिकतम चार फार्म भरे जा सकेंगे। प्रत्येक अभ्यर्थी को अपने नाम निर्देशन पत्र के साथ निर्धारित प्रपत्र में एक शपथ पत्र भी देना होगा। अभ्यर्थी द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की वेबसाइट पर 24 घंटे में प्रदर्शित किए जाएंगे।
शपथ पत्र में उम्मीदवार को अपने आपराधिक प्रकरणों की जानकारी भी देनी होगी, जिससे मतदाता ऐसे उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि के बारे में जान सकें।
साथ ही राजनीतिक दलों को समाचार पत्र एवं टीवी चैनल में आपराधिक प्रकरण वाले उम्मीदवार के चयन का आधार बताते हुए तीन अलग-अलग तारीखों में उद्घोषणा भी प्रकाशित करानी होगी।
दलों को प्रत्याशी के चयन के 48 घंटे में समाचार पत्र, सोशल मीडिया प्लेटफार्म एवं पार्टी की वेबसाइट पर फॉर्म सी-7 में प्रकाशित करना होगा।
निर्वाचन संबंधी शिकायतों के लिए सी-विजिल एपनिर्वाचन संबंधी शिकायतें करने के लिए सी-विजिल एप उपलब्ध है। इस एप के माध्यम से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी कोई भी लाइव फोटो, वीडियो एवं आडियो शिकायत के रूप में उपलब्ध कराते हैं, तो अगले 100 मिनट में शिकायत पर कार्यवाही की जाएगी।
आदर्श आचरण संहिता के दौरान रात 10 बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक लाउडस्पीकर का उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
चुनाव प्रचार में अभ्यर्थी 95 लाख रुपए तक व्यय कर सकेंगेलोकसभा चुनाव के लिए अभ्यर्थी चुनाव प्रचार व्यय की सीमा 95 लाख रुपये निर्धारित है। इसके लिए अभ्यर्थी को बैंक में एक अलग खाता खोलना आवश्यक है।
रिटर्निंग अधिकारी से प्राप्त निर्वाचन व्यय रजिस्टर में सभी दैनिक व्यय लेखा का रख रखाव करना होगा। सभी पोस्टर, बैनर, पम्प्लेट, चाहे वे नाम निर्देशन के पहले मुद्रित/प्रकाशित किए गए हो, परंतु नाम निर्देशन के बाद उपयोग/ प्रदर्शित किए जा रहे हों, यह सभी अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय में जुड़ेंगे।
नामांकन दाखिल करने के दौरान अभ्यर्थी सहित पांच व्यक्तियों की अनुमति रहेगीनामांकन करने के दौरान अभ्यर्थी को अधिकतम तीन वाहन एवं अभ्यर्थी सहित अधिकतम पांच व्यक्तियों की अनुमति रहेगी। इसी प्रकार मतदान के दिन अभ्यर्थी, उसके इलेक्शन एजेंट तथा अभ्यर्थी के इलेक्शन एजेंट/वर्कर/पार्टी वर्कर को सम्पूर्ण संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए केवल एक-एक वाहन की अनुमति रहेगी।
संपूर्ण संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार में उपयोग किए जाने वाले सभी वाहनों की अनुमति लेकर अनुमति पत्र/पास वाहन की विंड स्क्रीन पर मूलतः प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। रैली के लिए किराए/भाड़े पर लिए गए व्यावसायिक वाहनों के लिए सभी खर्च प्रचार व्यय लेखे में शामिल किया जाएगा।
अभ्यर्थी द्वारा भाग ली गई रैली/प्रदर्शित फोटो/मंच साझा करने आदि पर किए गए सभी व्यय भी अभ्यर्थी के प्रचार व्यय लेखे में जोड़े जाएंगे।
पहले चरण का चुनाव कार्यक्रमअधिसूचना की तिथि : 20 मार्च
नामांकन की अंतिम तिथि : 28 मार्च
नामांकन की स्क्रूटनी : 30 मार्च
नाम वापसी की तिथि : दो अप्रैल
मतदान की तिथि : 19 अप्रैल
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Patna Airport: पटना एयरपोर्ट पर रनवे के पास बिजली गिरने से सुपरवाइजर की मौत, जोरदार धमाके से दहशत में आए यात्री
जागरण संवाददाता, पटना। पटना एयरपोर्ट पर मंगलवार की शाम ठनका गिरने से एक युवक की मौत हो गई। हादसा रनवे के समीप निर्माणाधीन टैक्सी ट्रैक के पास हुआ। इससे एयरपोर्ट के नए भवन के निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों में अफरातफरी मच गई।
धमाका इतना जोरदार था कि परिसर में मौजूद यात्री समेत अन्य लोग दहशत में आ गए। मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी नवो कुमार हल्दा (45) के रूप में हुई है, जो निर्माण कार्य के सुपरवाइजर थे। आनन-फानन में उन्हें एम्स, पटना ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
तेज आवाज के साथ सुपरवाइजर पर गिरी बिजलीबताया जाता है कि पटना एयरपोर्ट पर बेंगलुरु की विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी निर्माण कार्य करा रही है। अचानक बारिश होने से निर्माण कार्य बंद हो गया था। नवो टैक्सी ट्रैक की निर्माण सामग्री का निरीक्षण करने गए थे। उसे सुरक्षित रखवा कर वे लौट रहे थे, तभी तेज आवाज के साथ बिजली उन पर गिरी। क्षण भर में तड़पने के बाद वे चित पड़ गए।
एयरपोर्ट निदेशक ने नहीं दिया जवाबविडंबना है कि पटना एयरपोर्ट के निदेशक अंचल प्रकाश के बारे में वॉट्सएप और एसएमएस कर के भी पूछा गया, मगर उन्होंने जवाब नहीं दिया। यह भी पूछा गया कि क्या ठनका को रोकने के लिए कोई यंत्र लगा है, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
बोले मौसम विज्ञानीवहीं, मौसम विज्ञानी आशीष ने बताया कि ठनका अलग-अलग प्रकार से उत्पन्न होते हैं। यंत्र से उनका दुष्प्रभाव कम किया जा सकता है, मगर रोकना संभव नहीं है। हवाईअड्डा थानेदार विनोद पीटर ने बताया कि वज्रपात में एयरपोर्ट पर एक व्यक्ति की मृत्यु की सूचना है। एम्स, पटना में शव रखा गया है।
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Bihar News: प्रारंभिक विद्यालयों में 25 मार्च की परीक्षा अब 30 मार्च को होगी, राजभवन में आज होगी कुलपतियों की बैठक
राज्य ब्यूरो, पटना। Primary School Exam Will Be Held From 30th March: प्रदेश भर के सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों कक्षा एक से चार और कक्षा पांच से आठवीं तक की विभिन्न विषयों की 25 मार्च को होने वाली परीक्षा अब 30 मार्च को संचालित होगी।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सुगंधा ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया है। जानकारी के मुताबिक 25 मार्च को पहली और दूसरी पाली में क्रमश: गणित और पर्यावरण / सामाजिक विज्ञान की परीक्षा होने वाली थी।
होली के अवकाश के कारण बढ़ी तारीखहोली के अवकाश के मद्देनजर फिलहाल यह परीक्षा अब 30 मार्च को होगी। कक्षा एक से आठ वीं तक की परीक्षा 28 मार्च को खत्म होने वाली थी। होली की वजह से यह परीक्षा आगे बढ़ायी गयी है।
राजभवन में अकादमिक सत्र को नियमित करने पर चिंतन आजराजभवन में कुलपतियों की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को बुलायी गई है। राज्यपाल व कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में अकादमिक सत्र से लेकर वित्तीय मसलों व शिक्षा विभाग से जुड़े मामलों पर व्यापक विमर्श होगी।
साथ ही, उच्च शिक्षण संस्थानों में नये सत्र की तैयारियों, कई विश्वविद्यालयों में लंबित चल रहीं परीक्षाओं समेत न्यायालय से जुड़े वादों समेत अन्य विषयों पर चर्चा होगी। राजभवन की ओर से बैठक में शामिल होने हेतु शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक व सचिव बैद्यनाथ यादव को भी बुलाया गया है।
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Bihar Politics : '400 पार मुंगेरी लाल का सपना...', Lalu Yadav के करीबी नेता ने BJP को दिखाया आईना
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics : बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की गहमागहमी के बीच राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग भी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लगातार अपने भाषणों में चार सौ पार का मुद्दा उठा रहे हैं। उनके लगातार ऐसे आते दावों के बीच राजद ने उन पर पलटवार किया है।
बता दें कि दरअसल भाजपा (BJP) आने वाले लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता अपने बयानों में इसका जिक्र पिछले कुछ महीनों से करते आ रहे हैं।
राजद नेता ने कसा तंजअब राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद (RJD) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने मंगलवार को इसे लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिस चमक के सहारे भाजपा पंचायत से लेकर दिल्ली तक का चुनाव जीतती थी, वह चमक अब फीकी पड़ गई है।
पिछले चुनाव को बताया उदाहरणशिवानंद तिवारी ने कहा कि पिछला लोकसभा चुनाव उदाहरण है। उस चुनाव के पूर्व पुलवामा और पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक ने देश में देश भक्ति का उफान पैदा कर दिया था।
इसके बाद भी भाजपा का वोट महज प्रतिशत 38-39 रहा। लगभग साठ प्रतिशत से ज्यादा वोट मोदी विरोध में पड़े थे।
ऊब चुकी जनताशिवानंद ने कहा कि विरोधी वोटों के बिखराव से मोदी की जीत हुई, लेकिन आईएनडीआईए बनने के बाद तय है कि वोटों का बिखराव नहीं होगा। मोदी लगातार टीवी से लेकर अखबारों तक बोलते हैं जिससे जनता को ऊब हो गई है।
शिवानंद तिवारी ने पीएम नरेंद्र मोदी को अति से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो जाए कि इस बार जनता मोदी का तख्त ही पलट दे।
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BPSC Paper Leak 2024: करबिगहिया इलाके में मिला था प्रश्न-पत्रों का सेट, कोलकाता प्रेस से हुआ था लीक
राज्य ब्यूरो, पटना। BPSC Paper Leak 2024: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के द्वारा ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को परीक्षा से एक दिन पहले पटना के करबिगहिया पार्किंग इलाके में छापेमारी के दौरान मिला था। यह प्रश्नपत्र कोलकाता ग्रुप की मदद से प्रिंटिंग प्रेस से लीक किया गया था।
ईओयू की प्राथमिकी में प्रश्नपत्र लीक की पूरी साजिश की कहानी बताई गई है। प्राथमिकी के अनुसार, 14 मार्च की शाम को ईओयू की टीम ने वैशाली के भगवानपुर के रहने वाले विशाल कुमार चौरसिया के साथ वैशाली के बिदुपुर के सुमंत कुमार, महनार के गौतम कुमार और बिदुपुर के छात्र निकेत कुमार को करबिगहिया पार्किंग क्षेत्र से पकड़ा था।
इनके पास से प्रश्न-पत्रों के कई सेट मिले। पूछताछ में इन्होंने बताया कि यह शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र है। पूछताछ में विशाल चौरसिया ने प्रश्नपत्र लीक कराने में अपने कई सहयोगियों की संलिप्तता होने की बात बताई।
दिल्ली और बालासोर पेपर लीक में जेल जा चुका है विशालप्राथमिकी के अनुसार, विशाल कुमार उर्फ विशाल कुमार चौरसिया वैशाली जिले में सिंचाई विभ्ज्ञाग में एकाउंटेंट के पद पर प्रतिनियुक्त था। वर्तमान में विभाग ने उसे निलंबित कर दिया है।
वह पूर्व में दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की भर्ती परीक्षा और उड़ीसा के बालासोर में जूनियर इंजीनियर की भर्ती के लिए ली जाने वाली परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कराने का भी आरोपित रहा है। इन दोनों मामलों में वह जेल भी जा चुका है।
बालासोर जेल में रची थी सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक की साजिशविशाल ने पूछताछ में बताया है कि फुलवारीशरीफ में उसका आनलाइन परीक्षा सेंटर भी है, जिसके प्रबंधन का काम सुचिंद्र पासवान देखता है। बालासोर जेल में रहने के दौरान उसने सुचिन्द्र की सहायता से बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती की परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक किया था।
इसी दौरान उसकी पहचान यूपी के जौनपुर के रहने वाले अजीत चौहान से हुई। अजीत चौहान भी भर्ती परीक्षाओं में सेटिंग का कार्य करता था। उसका कोलकाता के कई प्रेसों में संपर्क था जहां से वह प्रेसकर्मियों की सहायता से पेपर लीक करता था।
अजीत चौहान कौशिक कर के संपर्क में था, जिसका पश्चिम बंगाल में अपना प्रेस है। जेल से छूटने के बाद विशाल ने कोलकाता के ग्रुप के अजय पासवान, बिहारशरीफ के विनोद कुमार कुशवाहा, पवन कुमार राजपूत और सुचिन्द्र पासवान की मदद से प्रेस से शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कराया था।
हजारीबाग के होटल में पेन ड्राइव से लिया गया प्रश्न-पत्र का प्रिंटकोहिनूर बैंक्वेट हाल से लाए गए अभिषेक कुमार ने बताया कि उसका एजी कालोनी में साइबर कैफे है। वहीं उसकी मुलाकात बिहारशरीफ के नगरनौसा के प्रदीप से हुई। उसने बताया कि वह परीक्ष्ज्ञा में सेटिंग का काम करता है और साथ काम करने का आफर दिया।
शिक्षक भर्ती परीक्षा के समय प्रदीप ने विकास के माध्यम से अभिषेक को पेनड्राइव भेजा था। पेनड्राइव में टिक किया हुआ प्रश्न-उत्तर था। हजारीबाग के कोहिनूर बैंक्वेट हाल में प्रिंटर से प्रश्नपत्र की 170-180 कापी निकाली गई। वहां पर पहले से करीब 400-500 शिक्षक अभ्यर्थी थे जिन्हें प्रश्न-उत्तर रटवाया जा रहा था।
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Lalu Yadav के करीबी को Nitish Kumar ने दिया जोर का झटका! संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष पद से कर दी छुट्टी
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी भोला यादव की बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष पद से छुट्टी हो गई है। वे संस्कृत बोर्ड में 27 जुलाई, 2023 से अध्यक्ष पद पर थे। सरकार ने बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के विघटन की सूचना जारी कर दी है।
इससे पहले, बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड को भंग किया गया था। संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर भोला यादव की नियुक्ति महागठबंधन की सरकार में हुई थी। उनकी नियुक्ति लालू प्रसाद के प्रभाव से ही हुई थी।
मदरसा बोर्ड के बाद बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड का भी हुआ विघटनशिक्षा विभाग के विशेष निदेशक सचिन्द्र कुमार के हस्ताक्षर से बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के विघटन संबंधी पत्र जारी हुआ है।
पत्र में कहा गया है कि बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड अधिनियम-1981 में संशोधन हेतु बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड (संशोधन) अधिनियम-2024 अधिसूचना संख्या-2001 को गजट (गजट संख्या-257) में 14 मार्च को प्रकाशित किया गया है।
उक्त संशोधित अधिनियम के प्रविधान गजट में प्रकाशित होने के उपरांत प्रभावी हो चुका है। बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड (संशोधन) अधिनियम, 2024 की कंडिका-4 में निहित प्रावधान के तहत 14 मार्च के प्रभाव से बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड का विघटन हो चुका है।
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Patna Metro Update: मई से शुरू होगा अशोक राजपथ के नीचे मेट्रो की सुरंग का काम, 2.5 किमी तक होगी खुदाई
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna Metro Update News: पटना मेट्रो के कोरिडोर-दो में पटना विश्वविद्यालय से गांधी मैदान तक मेट्रो सुरंग का निर्माण कार्य मई से शुरू हो सकता है। फिलहाल इस कोरिडोर में मोइनुल हक स्टेडियम से पटना विश्वविद्यालय के बीच और गांधी मैदान से आकाशवाणी के बीच भूमिगत खोदाई का काम चल रहा है।
दो से तीन दिन में स्टेडियम से विश्वविद्यालय के बीच डाली गई दो टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) में से एक टीबीएम बाहर निकल आएगी। यह टीबीएम पिछले साल अप्रैल माह में लांच हुआ थी। दूसरा टीबीएम निकलने में अभी भी दो से तीन माह का वक्त लग सकता है।
टीबीएम गांधी मैदान में दोबारा होगी लॉन्चजानकारी के अनुसार, मोइनुलहक स्टेडियम से विश्वविद्यालय तक मेट्रो सुरंग की खोदाई करने वाली टीबीएम को ही गांधी मैदान के लिए पुन: लॉन्च की जाएगा। इस प्रक्रिया में डेढ़ से दो माह का समय लग सकता है। इसके लिए निकाले गए टीबीएम को विवि से निकाल कर पुन: नये शाफ्ट पर उतारा जाएगा।
इसके बाद टीबीएम को रि-असेंबल कर लांच की जाएगी। यह टीबीएम पीएमसीएच मेट्रो स्टेशन के रास्ते गांधी मैदान तक जाएगी। इस दौरान वह लगभग ढाई किमी की दूरी तय करेगी।
गांधी मैदान से आकाशवाणी तक भी चल रही खोदाईपटना मेट्रो के कोरिडोर-दो में गांधी मैदान से आकाशवाणी के बीच लगभग 1.5 किमी की भूमिगत खोदाई का काम भी दिसंबर 2023 में शुरू हो चुका है। इस रूट पर दो टीबीएम लांच की गई हैं।
इन दोनों टीबीएम का कार्य पूरा होने के बाद इनको ही मोइनुल हक स्टेशन के दूसरे छोर से राजेंद्र नगर होते हुए कंकड़बाग के मलाही पकड़ी तक पुन: भूमिगत खोदाई के लिए लांच किया जाएगा।
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I.N.D.I.A गठबंधन की सीटों का कल होगा बंटवारा! RJD इन 2 दिग्गज नेताओं को भेज रही दिल्ली
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics : इंडी महागठबंधन (I.N.D.I.A) में सीट बंटवारे का मामला अब तक फंसा हुआ है। बुधवार को कांग्रेस समेत अन्य दलों के नेताओं की दिल्ली में बैठक प्रस्तावित है।
संभावना जताई गई है कि बुधवार की शाम तक सीटों को एलान हो जाएगा। राजद की ओर से दिल्ली में प्रस्तावित बैठक में नवनियुक्त दोनों राज्यसभा सदस्य मनोज झा और संजय यादव भाग लेंगे।
कुछ नामों पर नहीं बन पा रही बात!महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर विलंब होने की वजह कुछ नेताओं के नामों को लेकर अनिर्णय की स्थिति बताया जा रहा है।
मुकेश सहनी के अलावा राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस और जदयू छोड़ने वाले अली अशरफ फातमी से बातचीत होने और वाम दलों को विश्वास में लेने के बाद ही राजद सीटों पर अंतिम सहमति बनाना चाहता है।
पहले दो चरणों की सीटों का हो सकता है एलानहालांकि, कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि उनकी ओर से सीटों को लेकर कोई संशय नहीं है। पार्टी नौ से दस सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है और लोकसभा क्षेत्र के साथ उन पर लड़ने वाले प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए गए हैं।
बुधवार को दिल्ली में तमाम दलों के नेता बैठेंगे। इसके बाद भी यदि सहमति नहीं बनती है तो पहले दो चरणों के लिए सीट बांटकर उनका एलान किया जा सकता है।
बिहार में पार्टियों के वॉर रूम तैयारबता दें कि बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर करीब-करीब सभी पार्टियों ने अपने वॉर रूम तैयार कर लिए हैं। इनके माध्यम से मतदाता तक पहुंच बनाने की कोशिश की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी से लेकर राजद, जदयू, कांग्रेस ने अपने-अपने स्तर पर जिम्मेदारियां भी बांट दी हैं। राजद ने अपने दिग्गज नेता को इसका जिम्मा सौंपा है।
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'बिहार में लागू नहीं होगा CAA-NRC और NPR', JDU नेता का अजीबोगरीब बयान; बोले- जब तक नीतीश जी...
एजेंसी, पटना। JDU Leader Khalid Anwar On CAA नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की आधिकारिक लाइन से हटते हुए जनता दल (यूनाइटेड) के नेता खालिद अनवर ने रविवार को बयान दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में प्रताड़ित धार्मिक अल्पसंख्यकों के सदस्यों को स्थायी निवास की गारंटी देने वाला कानून बिहार में लागू नहीं किया जाएगा।
रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए अनवर ने दावा किया कि जेडीयू प्रमुख और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में सीएए लागू करने से इनकार कर दिया है।
खालिद अनवर ने कहा, "सीएए को बिहार में लागू नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि राज्य के सभी 13 करोड़ निवासी बिहारी हैं और सीएए, एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) या एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या) की कोई आवश्यकता नहीं है।
VIDEO | "The CAA will not be implemented in Bihar. Our leader Nitish Kumar has already made it clear that all 13 crore people of Bihar are Biharis, so, there's no need of CAA, NRC (National Register of Citizens) or NPR (National Population Register)," says JD(U) leader Khalid… pic.twitter.com/OcJQpO3YgQ
— Press Trust of India (@PTI_News) March 17, 2024 'जब तक नीतीश जी सत्ता में रहेंगे...'जदयू नेता ने आगे कहा कि जब तक नीतीश जी सत्ता में रहेंगे, किसी को भी सीएए के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। अनवर ने यह भी कहा कि पिछली सरकार के दौरान, हमने विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया था कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। बिहार में ऐसे कानून लागू नहीं किए जाएंगे।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय (एमएचए) ने लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा से कुछ दिन पहले नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन के लिए नियमों को अधिसूचित किया था। इस अधिनियम का उद्देश्य बांग्लादेश-पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करना है।
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Lok Sabha Election 2024: चुनाव में ये एप होंगे मददगार, मतदाता व उम्मीदवारों को मिलेंगी कई सुविधा
जागरण संवाददाता, पटना। ECI Launched Many Apps And Website: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। प्रशासन तो पहले से तैयारी में जुटा था अब राजनीतिक दल भी मैदान में उतरने ही वाले हैं। सात चरणों में होने वाले इस चुनाव में तकनीक का खूब बोलबाला रहेगा।
तकनीक के माध्यम से मतदाताओं से लेकर उम्मीदवारों तक को कई तरह की सहूलियत मिलेगी। बात चाहे नामांकन की हो या जुलूस, रोड शो एवं सभा की अनुमति की। सबकुछ ऑनलाइन कराना संभव होगा। हालांकि, इसके अलावा ऑफलाइन नामांकन की सुविधा भी पूर्व की तरह मिलेगी।
सुविधा पोर्टल से ऑनलाइन नामांकनकई तरह के एप और पोर्टल भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किए हैं। इनमें एक है सुविधा पोर्टल। https://suvidha.eci.gov.in/ पोर्टल और एप भारत निर्वाचन आयोग ने विकसित किया है।
इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें इसपर लागिन कर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
आवेदन की स्थिती हो सकेगी ट्रेकइस पर आवेदन करने के बाद आवेदन की स्थिति को देख यानी ट्रैक भी कर सकेंगे। वे ऑनलाइन शुल्क भी जमा कर सकते हैं।
हालांकि ऑनलाइन आवेदन की हार्ड कापी लेकर उम्मीदवार को निर्धारित समय पर निर्वाची पदाधिकारी अथवा प्राधिकृत सहायक निर्वाची पदाधिकारी के यहां जमा करना होगा। इसके अलावा रोड शो, जुलूस, सभा की अनुमति के लिए भी ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी गई है।
एस एप से मिलेगी चुनाव की जानकारीगौरतलब है कि वीएचए (वोटर हेल्पलाइन एप) से चुनाव से जुड़ी सारी जानकारी मिल सकेगी। मतदाता सूची में नाम देखने समेत अन्य जानकारी के लिए मोबाइल पर इस एप को डाउनलोड करना होगा।
वहीं केवाइसी (नो योर कैंडिडेट) एप से चुनाव लड़ने वाले सारे प्रत्याशियों की पूरी कुंंडली दिख जाएगी। सी विजिल एप से चुनाव की धांधली की शिकायत की जा सकेगी।
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CBSE 12th Result 2024 Date: सीबीएसई 12वीं के विज्ञान की परीक्षा खत्म, कब आएगा बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट?
जागरण संवाददाता, पटना। CBSE 12th Result 2024 मंगलवार को बायोलॉजी की परीक्षा के साथ सीबीएसई 12वीं के विज्ञान संकाय की परीक्षा पूरी हो गई। फीजिक्स, कमेस्ट्री के साथ मैथ की परीक्षा पहले ही हो चुकी है। वैसे माइनर विषयों की परीक्षा दो अप्रैल तक आयोजित की जाएगी।
जिन विषयों की परीक्षा हो गई है उनकी कॉपियों की जांच भी प्रारंभ कर दी गई है। परीक्षा खत्म होने के एक सप्ताह बाद ही सीबीएसई द्वारा कॉपियों की जांच शुरू कर दी जा रही है।
सीबीएसई पाटलिपुत्र सहोदय के वरिष्ठ अधिकारी एके नाग का कहना कि मंगलवार को सीबीएसई की ओर से बायोलॉजी की परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में 60 प्रतिशत प्रश्न सामान्य रहे। मात्र 20 प्रतिशत ही सवाल सामान्य से थोड़ा कठिन रहे। वहीं 20 प्रतिशत सवाल काफी आसान रहे।
मई में 12वीं के रिजल्ट की उम्मीदकेंद्रीय विद्यालय, नेहरूपथ के प्राचार्य पीके सिंह का कहना है कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में परीक्षा संपन्न होने के बाद मई में 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। इसके लिए भी बोर्ड की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। कॉपियों की जांच के उपरांत अंकों को अपलोड करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। बोर्ड की कोशिश है कि परीक्षा संपन्न होने के उपरांत रिजल्ट में किसी प्रकार का विलंब नहीं होना चाहिए।
जेईई और नीट के विद्यार्थियों को होगा लाभसीबीएसई की ओर से मई में 12वीं का रिजल्ट जारी करने से जेईई एवं नीट की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को काफी सुविधा होगी। आर्यावत सहोदय के संरक्षक डॉ. सीबी सिंह ने कहा कि नीट के रिजल्ट के बाद कॉलेजों में नामांकन के लिए सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट की जरूरत पड़ती है। ऐसे में सीबीएसई की कोशिश है कि समय पर 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया जाए ताकि किसी बच्चे को परेशानी नहीं हो।
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Bihar Politics: 'हम जहां चाहेंगे वहां पर...', सीटों के बंटवारे के बाद मांझी का बड़ा बयान; सियासी हलचल तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के पास दस प्रतिशत वोट है। जहां चाहेंगे वहां दस प्रतिशत वोट जाएगा। गया सीट मिलने पर मांझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
मांझी ने कहा कि सिर्फ गया सीट नहीं, हम राज्य की सभी 40 सीटें जिताने के लिए पूरा जोर लगा देंगे। चिराग को पांच जबकि हम को महज एक सीट मिलने के सवाल पर मांझी न कहा कि मैंने 1980 में एक बार टिकट मांगा था मगर उसके बाद फिर कभी टिकट या मंत्री पद नहीं मांगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हम पूर्ण समर्पण के साथ आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी मुझे हर मौके पर सम्मान देते हैं। पारस के एनडीए से अलग हो जाने के सवाल पर मांझी ने कहा कि वह खुद को एनडीए का सिपाही कहते थे। सिपाही तो आदेश का पालन करता है। उन्होंने ऐसा नहीं किया इसका मतलब वह सच्चे सिपाही नहीं हैं।
बिहार में पहले चरण का मतदान कब होगा?बिहार में पहले चरण में चार सीटों पर चुनाव होना है। औरंगाबाद, नवादा के साथ दो सुरक्षित संसदीय क्षेत्रों (गया और जमुई) में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। पिछले चुनाव में ये चारों सीटें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के खाते में गई थीं। जमुई और नवादा में लोजपा विजयी रही थी।
गया में जदयू और औरंगाबाद में भाजपा को जीत मिली थी। इस बार भाजपा ने लोजपा से नवादा सीट ले ली है। औरंगाबाद को भी उसने अपने पास रखा है। जदयू के हिस्से की गया सीट को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के हवाले कर दिया है और जमुई लोजपा के खाते में बनी हुई है।
इस बार राजग के साथ उपेंद्र कुशवाहा का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मोर्चा व जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी है। चिराग 2014 से भाजपा के साथ बने हुए हैं। हालांकि, उनके जमुई के बजाय हाजीपुर से लड़ने की अधिक संभावना है। गया में स्वयं मांझी प्रत्याशी होंगे। पिछली बार महागठबंधन के बैनर तले वहां मात खाए थे।
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फातमी ने Nitish Kumar को कर दिया Bye-Bye! जदयू नेताओं ने बताई सियासी खेल की 'इनसाइड स्टोरी'
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के अल्पसंख्यक नेताओं ने मंगलवार को पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जदयू से त्यागपत्र देने वाले अली अशरफ फातमी पर खूब निशाना साधा। एक स्वर में कहा कि फातमी ने पार्टी के साथ विश्वासघात किया। जनता जरूर जवाब देगी।
जदयू विधान पार्षद खालिद अनवर, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डा. अशरफ हुसैन, विधान परिषद के पूर्व सभापति सलीम परवेज, पूर्व मंत्री नौशाद आलम तथा पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने एक साथ अली अशरफ फातिमी पर हमला बोला।
इन्होंने कहा कि वह कसमें खाया करते थे कि अंतिम सांस तक जदयू में रहेंगे, लेकिन आज पार्टी को धोखा देकर नैतिक मूल्यों की दुहाई दे रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया और उनके बेटे को चुनाव लड़ने का मौका दिया फिर भी उन्होंने नीतीश कुमार के साथ छल किया।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और अली अशरफ फातमी में एक बात समान है कि दोनों नेता अपने परिवार की चिंता करते हैं। उन्हें समाज की कोई चिंता नहीं ।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अली अशरफ फातमी ने पार्टी को छोड़ापूर्व केंद्रीय मंत्री व जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अली अशरफ फातमी ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेज दिया। अपने त्यागपत्र में उन्होंने यह लिखा है कि वह नैतिक मूल्यों की वजह से जदयू को छोड़ रहे हैं।
अली अशरफ फातमी के बारे में यह चर्चा है कि वह फिर से राजद का दामन थाम सकते हैं। वह मधुबनी या फिर दरभंगा से जदयू की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। जदयू के एनडीए में शामिल होने के बाद दोनों सीट भाजपा के पास चली गयी। ऐसे में फातमी ने जदयू से इस्तीफा दे दिया। राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि वह दरभंगा या फिर मधुबनी से राजद के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।
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लालू तो कभी-कभी आते हैं... RJD के इस दिग्गज के हाथ वॉर रूम की कमान, बाकी दलों का ये है हाल
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics NDA, BJP, JDU, RJD, Congress War Room : बिहार में लगभग सभी प्रमुख दलों के वॉर रूम चुनावी रणनीति पर अमल के लिए सक्रिय हो गए हैं। भाजपा का वॉर रूम तो पिछले कई माह से सक्रिय है और राजद-जदयू भी पीछे नहीं हैं। कांग्रेस की शुरुआत अलबत्ता फीकी रही है, लेकिन अब उसका भी प्रयास पटरी पर आने लगा है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में तो सीट बंटवारा भी हो गया है और आज या कल में महागठबंधन में घटक दलों की हिस्सेदारी भी तय हो जाएगी। उसके बाद वॉर रूम (War Room) की गति और तेज होगी।
भाजपा के वॉर-रूम से तैयार हो रही बूथों तक पहुंचने की रणनीतिभाजपा (BJP War Room) में टिकटों का बंटवारा अभी नहीं हुआ है, लेकिन विधान पार्षद राजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में चुनाव प्रबंधन को लेकर वॉर रूम सक्रिय है।
इसमें अलग-अलग विभागों के लिए अलग-अलग केबिन बने हुए हैं। चुनाव से जुड़े जरूरी काम की मॉनीटरिंग की जा रही है। 35 लोगों की टीम है प्रतिदिन 12 घंटे काम कर रही है।
उनके खाने-पीने की व्यवस्था कार्यालय में ही हो रही है। पार्टी की ओर से ऐसी तैयारी प्रखंड से लेकर विधानसभा व जिला और लोकसभा क्षेत्र स्तर तक है।
भाजपा के एक नेता को इसका प्रभारी बनाया गया है, जो ये तय करते हैं कि किस क्षेत्र में किस जाति का बड़ा वोट बैंक है और वहां उस जाति के बड़े नेता का कितना प्रभाव है।
वॉर रूम से ही तय होता है कि किस जाति के नेता को किस क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के लिए भेजना है। चुनाव प्रबंधन से लेकर संकल्प पत्र तैयार करने की रणनीति भी यहीं से तैयार की जा रही है।
राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह और उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा संकल्प पत्र के माध्यम से क्षेत्रीय व जातीय समीकरण को साधने का रणनीति (Election Strategy) यहीं से तैयार कर रहे हैं।
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के वीडियो तैयार कर रहा जदयूजदयू का वॉर रूम (JDU War Room) पार्टी के एक विधान पार्षद के आवास से संचालित हो रहा है। यहां 50 के लगभग आईटी प्रोफेशनल उससे जुड़े हैं। आने वाले समय में उनकी संख्या बढ़ भी सकती है।
यह वॉर रूम फिलहाल नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार में जो योजनाएं शुरू हुईं, उनके लाभार्थियों के छोटे-छोटे वीडियो तैयार कर रहा है। उन्हें इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर डाला जाएगा।
मानीटरिंग के लिए भी टीम बनाई जा रही है कि कितनी संख्या में लोग वीडियो देख रहे। आईटी प्रोफेशनल्स इन दिनों फील्ड विजिट पर भी हैं। लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से सरकारी योजनाओं को देखा जा रहा है।
यह डाटा भी एक क्लिक पर उपलब्ध हाेगा कि अलग-अलग क्षेत्र में किस तरह से योजनाओं को शुरू किया गया। जदयू के नीचे स्तर पर जो व्हाट्सएप ग्रुप बनने हैं, उन पर इन तथ्यों को नियमित रूप से डाला जाएगा।
वॉर रूम से जुड़े लोग अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों (Lok Sabha Seat) में भी सक्रिय रहेंगे। वहां से मिलने वाले फीडबैक को वे वॉर रूम को भेजेंगे और फिर इसकी जानकारी पार्टी के प्रमुख नेताओं को दी जाएगी।
अभी बीएलए का रिकॉर्ड जुटाने में जूझ रहा कांग्रेस का वॉर रूमएक अवधि की सुस्ती के बाद कांग्रेस (Congress War Room) का वार-रूम भी अब सक्रिय होने लगा है। हालांकि, उसकी गतिविधि अभी बीएलए का नाम-पता दर्ज करने तक ही सीमित है।
प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो बीएलए बनाए जाने हैं। रिकॉर्ड में अब तक 1300 नाम दर्ज हो चुके हैं। प्रिसिंपल के पद से सेवानिवृत्त अंबुज किशोर के नेतृत्व में वार-रूम को आठ डेस्क में बांटा गया है।
राज छविराज, राकेश कुमार मुन्ना, मृणाल अन्मय, बिमलेश तिवारी, अनुप कुमार, कुमार आशीष, रवि गोल्डन, सुदय शर्मा को एक-एक डेस्क का दायित्व मिला है।
एक डेस्क के जिम्मे चार से छह संसदीय क्षेत्रों का दायित्व है। इस तरह वॉर रूम सभी 40 संसदीय क्षेत्रों के लिए सक्रिय है, जो समग्रता में महागठबंधन की जीत के लिए चुनावी रणनीति बनाएगा।
व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जिला व प्रखंड अध्यक्ष, प्रदेश व अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य, जिला प्रभारी आदि को जोड़ लिया गया है, ताकि समग्रता में सभी तक एक साथ संदेश पहुंचाया जा सके। महत्वपूर्ण यह कि सांगठनिक गतिविधियों के उद्देश्य से यह वार-रूम लोकसभा चुनाव के बाद भी सक्रिय रहेगा।
प्रखंड से जिला तक की मॉनीटरिंग को राजद ने बनाए दो वॉर रूमराजद (RJD War Room) ने चुनाव की मॉनीटरिंग के लिए दो अलग-अलग वॉर रूम तैयार किए हैं। एक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर बनाया गया है तो दूसरा राजद के प्रदेश कार्यालय में ऊपरी तल पर, जिसकी मॉनीटरिंग प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) स्वयं कर रहे हैं।
इस वॉर रूम से प्रखंड, प्रमंडल से लेकर बूथ स्तर तक की विभिन्न कमेटियों को जिम्मेदारी सौंप कर मॉनीटरिंग हो रही है। क्षेत्र में मतदाता, उनकी जाति, व्यवसाय से जुड़े आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।
प्रमंडलीय प्रभारी, जिला अध्यक्ष, प्रधान महासचिव, प्रखंड अध्यक्ष और प्रधान महासचिवों को प्रतिदिन दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। अपने आवास वाले वॉर रूम की मॉनीटरिंग स्वयं तेजस्वी कर रहे हैं।
लालू प्रसाद (Lalu Yadav) भी यदा-कदा आकर निर्देश दे जाते हैं। यहीं से ही तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) प्रतिदिन सुबह पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश देते हैं।
यहां से संसदीय क्षेत्र में हो रहे प्रचार-प्रसार को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। मॉनीटरिंग भी हो रही है। यहां पार्टी नेताओं और बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी दलों के भीतर सुर-ताल अब भी मेल नहीं खा रहे। बिहार में विपक्षी गठबंधन में हर पार्टी एक दूसरे के पीठ में छूरा घोंपने में लगे हैं। उम्मीदवार ढूंढ़ना तो दूर अभी तक सीट शेयरिंग तक नहीं हो पाया है।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया कि एनडीए बिहार की सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करेगा। हर सीट को लेकर एनडीए के प्रति सकारात्मक रुझान है। विपक्ष की मौकापरस्ती और परिवारवाद को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष की स्थिति यह है कि उन्हें एनडीए को ढंग से चुनौती देने वाले उम्मीदवार नहीं मिल रहे। यही वजह है कि विपक्ष का मनोबल पूरी तरह से गिरा हुआ है। चुनाव को लेकर उनके पास न कोई नीति है और न ही साफ नीयत। हर दल के युवराज घमंड से चूर हैं।
रोजगार मतलब नीतीश कुमार का नारा गूंज रहा- जदयूजदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि पूरे प्रदेश में रोजगार मतलब नीतीश कुमार का नारा गूंज रहा है। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नौकरी के मुद्दे पर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि युवाओं को नौकरी दिलाने में तेजस्वी यादव की कोई भूमिका नहीं थी। महागठबंधन की सरकार में राजद कोटे से आए शिक्षा मंत्री अपनी जिम्मेदारियों के प्रति कितने सजग और संवेदनशील थे यह बात भी जगजाहिर है।
उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासनकाल में केवल 33 हजार 499 शिक्षकों की बहाली हुई थी जबकि नीतीश कुमार ने विगत 18 वर्षों के अपने कार्यकाल में 5 लाख 61 हजार लोगों को शिक्षक की नौकरी दी। अपने शासनकाल की चर्चा करने का साहस राजद के पास नहीं है। जनता सभी का हिसाब और सब कुछ याद रखती है।
उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर तो यह होता कि तेजस्वी यादव अपने माता-पिता के कार्यकाल में हुई बहाली का लेखा-जोखा भी जनता के सामने रखने की हिम्मत जुटा पाते।
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'चिराग पासवान को...', पारस के इस्तीफे पर BJP का क्लियर कट जवाब; क्या पशुपति के लिए दरवाजे बंद?
डिजिटल डेस्क, पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। पशुपति पारस ने कहा कि उनको एनडीए में उचित सम्मान नहीं मिला, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया। पशुपति पारस के इस्तीफे पर अब बीजेपी की प्रतिक्रिया आ गई है।
बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "बीजेपी-एनडीए सभी का सम्मान करती है और सभी को अवसर देती है। बीजेपी पुराने सदस्यों का सम्मान करती है और नए सदस्यों का स्वागत करती है और हमने उन्हें भी अवसर दिया है।"
#WATCH | On Pashupati Kumar Paras resigning as Union Minister and alleging 'injustice' in NDA, Bihar Deputy CM Vijay Kumar Sinha says, "...BJP-NDA respects everyone and gives opportunities to everyone. BJP respects the old members and welcomes the new ones & gives opportunities… pic.twitter.com/P9Takqz5hp
— ANI (@ANI) March 19, 2024 'हमने पशुपति पारस को अवसर दिए'विजय सिन्हा ने कहा कि चिराग पासवान उनके परिवार के सदस्य हैं और चिराग को रामविलास पासवान के निधन के बाद अवसर मिलना चाहिए था, लेकिन फिर भी पार्टी (बीजेपी) ने उन्हें (पशुपति कुमार पारस) अवसर दिए, इसलिए वो कैबिनेट मंत्री बने।
विजय सिन्हा ने कहा कि एनडीए में सभी को सम्मान दिया जाता है और इसमें कोई दिक्कत नहीं है। पीएम मोदी सभी को साथ लेकर चलते हैं और सही समय आने पर उचित सम्मान देते हैं।
'उनका पारिवारिक मामला है'हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के पशुपति कुमार पारस के बयान पर विजय सिन्हा ने कहा, "इस पर आम सहमति बननी चाहिए। हमारा शीर्ष नेतृत्व भी सहयोग और मदद करता है। हालांकि, यह उनका पारिवारिक मामला है और मुझे लगता है कि वे मिल बैठ कर बात बना लेंगे।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar NDA Seat Sharing बिहार एनडीए से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है। उपेंद्र कुशवाहा की एनडीए के साथ डील फाइनल हो गई है। उपेंद्र कुशवाहा अब एनडीए से नाराज नहीं हैं।
दरअसल, राष्ट्रीय लोक मोर्चा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े से मुलाकात की।
मुलाकात को लेकर तावड़े ने कहा, "सीट बंटवारे के पहले ही कुशवाहा को बताया गया था लोकसभा की एक सीट व विधान परिषद की एक सीट दी जाएगी।"
आज़ मेरे दिल्ली आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रभारी श्री विनोद तावड़े जी से मुलाकात हुई। हमने बिहार की सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों में एनडीए की जीत सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा की। pic.twitter.com/4cKZ2CCyR7
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLM) March 19, 2024उपेंद्र कुशवाहा ने एक्स पर लिखा- आज मेरे दिल्ली आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े जी से मुलाकात हुई। हमने बिहार की सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों में एनडीए की जीत सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा की।
बिहार एनडीए में सीटों का बंटवारा-भाजपा खुद 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सहयोगी जदयू को 16 सीटें दी है। चाचा-भतीजा के बीच सीटों को लेकर चल रही जुबानी जंग में भतीजे की जीत हुई और चाचा पैदल हो गए। चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को पांच सीटें दी है। जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा यानी उपेंद्र कुशवाहा को एक और मांझी की हम को एक सीट मिली है।
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Nitish Kumar: नीतीश कुमार को बड़ा झटका! अब इस दिग्गज नेता ने दिया JDU से इस्तीफा, कारण भी बताया
डिजिटल डेस्क, पटना। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जनता दल यूनाइटेड ने कमर कस ली है। जेडीयू बिहार की 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस सबके बीच नीतीश कुमार को बड़ा झटका भी लगा है। जदयू के दिग्गज नेता अली अशरफ फातमी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर खुद जानकारी दी है।
#WATCH | Patna, Bihar: On his resignation from JDU, Former JDU leader Ali Ashraf Fatmi says, "I have resigned today. I have also resigned from the position of National General Secretary. The reason is not personal... The Mahagathbandhan government was running smoothly in Bihar.… pic.twitter.com/Uu9v2dO7wL
— ANI (@ANI) March 19, 2024अली अशरफ फातमी ने कहा, "मैंने आज इस्तीफा दे दिया है। मैंने राष्ट्रीय महासचिव के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। कारण व्यक्तिगत नहीं है... महागठबंधन सरकार बिहार में ठीक से चल रही थी। नीतीश कुमार की छवि स्थापित हो रही थी और उनके उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के कार्यों की भी सराहना हो रही थी"।
इसलिए छोड़ी पार्टीउन्होंने आगे कहा कि संविधान और भारत के भविष्य को बचाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इंडी गठबंधन चुनाव जीते। मैं इस बात से आहत था कि जदयू इंडी छोड़ एनडीए में चली गई और इसलिए मुझे पार्टी छोड़ने और अन्य विकल्प तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा।
नोट- खबर को अपडेट किया जा रहा है।Lok Sabha Election 2024: मुंगेर के लिए निर्णायक होंगे पटना के 6 लाख मतदाता, यहां पढ़ें बाढ़ व मोकामा विधानसभा सीट की कहानी
व्यास चंद्र, पटना। Barh And Mokama Assembly: लोकसभा चुनाव में पटना के 49 लाख से अधिक मतदाताओं पर तीन सांसद चुनने की जिम्मेदारी होगी। वे पटना के पटना साहिब और पाटलिपुत्र के अलावा मुंगेर सांसद के भी भाग्यविधाता बनेंगे।
राजधानी के कुल 14 विधानसभा क्षेत्रों में से दो बाढ़ एवं मोकामा मुंगेर लोकसभा के अंतर्गत ही आता है। इन दो विधानसभा में वोटरों की अच्छी-खासी संख्या है। ऐसे में इनकी निर्णायक भूमिका होगी।
साल 2009 में मुंगेर में जुड़े थे बाढ़ व मोकामा2009 में हुए परिसीमन के बाद मुंगेर में बाढ़ एवं मोकामा को जोड़ा गया। इससे पहले तक बाढ़ एक लोकसभा क्षेत्र था, लेकिन इसका अस्तित्व मिटने के बाद एक ओर पटना साहिब के नाम से लोकसभा क्षेत्र बना तो दूसरी ओर मुंगेर में पटना जिले के दो विधानसभा क्षेत्र आ गए।
छह लाख मतदाता लिखेंगे मुंगेर के प्रत्याशियों का भाग्यपटना में कुल 49 लाख 01 हजार 306 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 25,76,506 जबकि महिला वोटर 23,24,627 है। थर्ड जेंडर के 902 एवं सर्विस मतदाताओं की संख्या 12,833 है।
इनमें मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से बात करें तो मोकामा में 2,90,513 जबकि बाढ़ विधानसभा में 2,94,748 मतदाता हैं। इस तरह से दोनों की संख्या 5,85,261 होती है।
दोनों विधानसबभा क्षेत्रों में महिलाओं की संख्यादोनों विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर महिला वोटरों की संख्या करीब तीन लाख पहुंचती है। पिछले परिणामों को देखें तो एक से डेढ़ लाख तक का अंतर विजेता और दूसरे नंबर पर रहने वालों के बीच दिखा।
इस लिहाज से पटना जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता मुंगेर का नया सांसद चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। बाढ़ एवं मोकामा का जातीय समीकरण मुंगेर लोकसभा पर खास असर डालता है।
साल 2004 से 2019 के चुनाव परिणाम2004 से लेकर 2019 तक के चुनाव परिणाम इसके उदाहरण हैं और 2004 में जदयू नेता ललन सिंह निर्वाचित हुए। परिसीमन के बाद अगले चुनाव में 2009 में ललन सिंह ने जदयू के टिकट पर जीत दर्ज की।
2014 में वीणा देवी ने लोजपा के टिकट पर जीत हासिल की, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर ललन सिंह को जनादेश मिला।
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