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पहलगाम में ही छिपा है मास्टरमाइंड हाशिम मूसा? लश्कर के फारूक टीडवा ने रचाई बच निकलने की साजिश

Dainik Jagran - National - May 1, 2025 - 5:02am

राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार पहलगाम नरसंहार के मुख्य गुनहगार हाशिम मूसा को उसके हैंडलर कश्मीर से सुरक्षित बाहर निकालने का हर संभव षड्यंत्र कर रहे हैं। इसके लिए वह अपने स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर मॉड्यूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। हाशिम और उसके साथी अपने हैंडलरों से लगातार संपर्क बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो आतंकी पहलगाम के 25-30 किलोमीटर के दायरे में ही कहीं छिपे हुए हैं और दो अलग-अलग गुटों में बंट गए हैं। गुनहगारों को पकड़ने के लिए सुरक्षा बल ने अपना तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है।

फारूक अहमद टीडवा ने की आतंकियों की मदद

हमले की जांच कर रही एजेंसियों के मुताबिक, हाशिम मूसा और उसके साथियों की गुलाम जम्मू-कश्मीर से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षित घुसपैठ को सुनिश्चित बनाने में लश्कर के कमांडर फारूक अहमद टीडवा ने मदद की है।

फारूक अहमद टीडवा मूलत: उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कलारूस का रहने वाला है और गत सप्ताह सुरक्षाबलों ने उसका मकान भी गिराया है। फारूक अहमद टीडवा बीते दो दशक से भी ज्यादा समय से पाकिस्तान में छिपा बैठा है। वह पहले हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी था। बाद में लश्कर का हिस्सा बन गया। इससे पहले वह कुपवाड़ा में गुलाम जम्मू-कश्मीर से आने वाले आतंकियों के लिए बतौर गाइड का काम करता था।

जांच एजेंसियों के मुताबिक, टीडवा ने अपने स्थानीय नेटवर्क की मदद से हाशिम मूसा व उसके साथियों को कश्मीर में विभिन्न जगहों पर सुरक्षित ठिकाने उपलब्ध कराए हैं।

क्या 21 अप्रैल को बैसरन में था मूसा?

जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि क्या हाशिम मूसा और उसके साथ नरसंहार को अंजाम देने वाले आतंकी एक दिन पहले 21 अप्रैल को बैसरन में मौजूद थे। आतंकियों के जो स्कैच और तस्वीरें जारी की गई हैं, उनके मुताबिक कुछ लोगों ने दावा किया है कि इन जैसे कुछ संदिग्ध तत्व देखे गए हैं। जांच एजेंसियों ने 21 अप्रैल को बैसरन में मौजूद रहे घोड़े वालों के अलावा वहां रेस्त्रां चलाने वाले व अन्य सेवा प्रदान करने वालों से भी इस विषय में पूछताछ की है।

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इस साल मई में रहेगा सामान्य से अधिक तापमान, उत्तर भारत में अधिक बारिश की संभावना

Dainik Jagran - National - May 1, 2025 - 5:00am

पीटीआई, नई दिल्ली। मौसम विभाग ने बुधवार कहा कि मई में देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। हालांकि कभी-कभी आंधी-वर्षा से तापमान पिछले वर्ष के गंभीर स्तर तक नहीं पहुंच पाएगा।

मौसम विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड एवं बंगाल के अधिकांश हिस्सों में लू चलने के दिन सामान्य (एक से चार दिन) से अधिक रहने की संभावना है।

गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक के कुछ इलाकों में भी लू के दिवस सामान्य से अधिक रह सकते हैं। सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम प्रायद्वीपीय भारत को छोड़कर देश के विभिन्न हिस्सों में मई में लू के दिनों की संख्या एक से तीन तक होती है।

आंधी-वर्षा से तापमान में राहत मिल सकती है

महापात्र ने कहा कि उत्तर-पश्चिम, मध्य एवं पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य और सामान्य से अधिक वर्षा होने की उम्मीद है। उत्तर भारत में वर्षा सामान्य से अधिक होने की संभावना है जो दीर्घकालिक औसत 64.1 मिलीमीटर की 109 प्रतिशत से अधिक हो सकती है। उन्होंने कहा मई में बार-बार आंधी-वर्षा से तापमान के 2024 के स्तर से ऊपर जाने की संभावना नहीं है।

अप्रैल में कई राज्यों में सामान्य से अधिक लू के दिन

मौसम विभाग के निदेशक ने बताया कि अप्रैल में लू चलने के सामान्य दो से तीन दिवसों के मुकाबले राजस्थान व गुजरात (छह से 11 दिन) और पूर्वी मध्य प्रदेश व विदर्भ (चार से छह दिवस) में लू के दिवसों की संख्या सामान्य से अधिक रही। मध्य-पूर्व भारत, महाराष्ट्र एवं उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत में लू के दिवसों की संख्या एक से तीन तक दर्ज की गई, जो सामान्य दो-तीन दिवसों से थोड़ी कम है।

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India plots a flight path to skip Pakistan

Business News - May 1, 2025 - 12:24am
From decongesting the western airspace to finding a new flight path, top executives of air navigation authorities and airlines are huddled up to find mitigation steps to reduce the impact of Pakistan’s airspace blockade.Simultaneously, the government is considering approaching the International Civil Aviation Organisation (ICAO) to argue that blockade of airspace goes against the 1944 convention of civil aviation, the founding principle of the organisation.Air India and IndiGo are being forced to alter multiple routes leading to escalating fuel expense and longer journey times after Pakistan shut its airspace following the terrorist attack at Pahalgam.People aware of the development said that last week, officials of the defence, external affairs and civil aviation ministry met to discuss alternatives.Airlines were asked to examine the feasibility of a route where aircraft from Delhi can reach the North of Leh and then fly over the Hind Kush entering Kyrgyzstan, Tajikistan enroute to Europe or North America bypassing Pakistan and Afghanistan.In 2021, Air India had started flying the route marked as Papa 500 on aeronautical charts. However, that needs the plane to fly over Pakistan for a short time which must be avoided now, meaning the aircraft has to fly more north and enter Chinese airspace."Airlines have been asked to check the feasibility of the route following which the government can reach out to China for permission. This could offer direct access to Europe and USA without requiring a halt," a government official aware of the plan said.Due to the closure by Pakistan, flights between north India and Europe and North America, are flying south close to Ahmedabad; then turn right over the Arabian Sea to head to Muscat enroute to the destinations.This is forcing Air India to take one stop halts for its flights to the US. IndiGo said around 50 routes could be impacted, while flights to Central Asia have been stopped.However, airline officials said it will also require additional training for crew to operate in such high altitude and the aircraft should also have more than 22 minutes of oxygen on board due to the high terrain.Most aircraft have cylinders to supply oxygen to overhead masks for 12-15 minutes per passenger that deploys in case of de-pressurisation in the cabin. 120775148This time is enough for the plane to descend to 10,000 feet after which they are in an ambient environment safe for humans according to manuals of Boeing, which makes the 777 aircraft. However, aircraft overflying Hindukush can descend only after clearing the range.Hence, it requires extra cylinders to supply oxygen to overhead passenger masks for 25-30 minutes. Currently, a few of Air India's older 777 aircraft are fitted with extra oxygen but the planes it has leased after privatisation do not have that."Air India will have to do a safety feasibility study and fit extra oxygen in the planes for flying the routes. It is a very complex operation and it will not be allowed without ensuring 100% safety," a government official said.According to a Notice to Airmen (NOTAM) which was reviewed by ET, the Airport Authority of India, which manages air traffic control, has instructed pilots flying from Kolkata, Mumbai, Hyderabad and Pune to fly more south before flying over Arabian Sea."Due to aircraft flying from North India coming to Ahmedabad the route is heavily congested requiring more horizontal distance to be maintained between two planes which increases time. So, we are segregating them into different waypoints," an air traffic controller said.Mumbai air traffic control has also deployed additional staff to handle the increased movements while Rajkot airport in Gujarat is being kept open 24/7 for any emergency landing.
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Patna News: पति के सामने नर्तकी के साथ सामूहिक दुष्कर्म, 2 गिरफ्तार; एक की तलाश में जुटी पटना पुलिस

Dainik Jagran - April 30, 2025 - 11:13pm

संवाद सहयोगी, दानापुर (पटना)। पटना के दानापुर में शाहपुर थाना क्षेत्र के दियारा स्थित शंकरपुर के निकट तीन बदमाश एक नर्तकी को उठाकर मक्के के खेत में ले गए और पति को बंधक बना उसके सामने ही सामूहिक दुष्कर्म किया।

बाद में पीड़िता ने शाहपुर थाने में प्राथमिकी कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीसरा फरार है।

थानाध्यक्ष मनीष कुमार आनंद ने बताया कि दियारा के शंकरपुर में रास्ता बताने का झांसा देकर वैशाली की एक नर्तकी के साथ तीन बदमाशों ने पति को बंधक बनाकर उसके सामने दुष्कर्म किया।

नर्तकी के बयान पर मामला दर्ज कर घटना में शामिल शंकरपुर निवासी मनीष एवं मनोज को गिरफ्तार किया गया है। तीसरे की गिरफ्तारी को लेकर छापामारी की जा रही है।

बताया गया कि मंगलवार की रात दियारा के शंकरपुर में एक शादी समारोह में कार्यक्रम प्रस्तुत करने वैशाली से एक नर्तकी अपने पति के साथ आई थी।

कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वापस लौट रहे थे पति-पत्नी

बुधवार की भोर में कार्यक्रम समाप्त होने पर पति-पत्नी दिघवारा के लिए निकले। रास्ते में दोनों ने एक बाइक सवार से दिघवारा जाने के सही रास्ते के बारे में पूछा तो बाइक सवार ने कहा कि वह भी उधर ही जा रहा है, उन्हें पहुंचा देगा।

इसके बाद उसने कॉल करके अपने दो दोस्तों को बाइक लेकर बुलाया। तीनों ने दंपती को अलग-अलग बाइक पर बैठा लिया।

कुछ ही दूरी पर सुनसान देख तीनों ने बाइक रोक दी और दंपती को जबरन मक्के के खेत में ले गए। वहां पति को बंधक बनाकर तीनों ने नर्तकी से सामूहिक दुष्कर्म किया।

इसके बाद तीनों भाग निकले। यहां से दंपती शाहपुर थाना पहुंचे और आपबीती सुनाई। पुलिस ने छानबीन की तो मामला सही पाया और दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

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India closes airspace to Pakistani airlines

Business News - April 30, 2025 - 10:57pm
In another move following the April 22 terrorist attack in Pahalgam that left 26 people dead, India closed its airspace to aircraft registered in Pakistan and those operated by Pakistani airlines. A NOTAM (Notice to Airmen) issued on Wednesday confirmed that Indian airspace will remain shut for Pakistani aircrafts from April 30 to May 23.ET had reported on Tuesday that India was considering the move after Pakistan closed its airspace to Indian carriers on April 24th in retaliation to New Delhi’s steps post-attack. The decision, seen as part of a broader response to the attack, will impact flight operations of Pakistan International Airlines (PIA), which uses Indian airspace to access Kuala Lumpur for three flights a week. However, the move is seen as largely symbolic as the concerned flights from PIA have been avoiding the route through the Indian airspace since April 24th, two days after the attack. Officials familiar with the matter had told ET that India is also considering a ban on Pakistani ships from calling at Indian ports, which could further strain bilateral ties.Meanwhile, within 48 hours of the attack taking place, India initiated several diplomatic and economic countermeasures. Last week, the Cabinet Committee on Security suspended the Indus Waters Treaty of 1960 until Pakistan verifiably ceases its support for cross-border terrorism. In addition, India revoked visas issued to Pakistani citizens, shut down the Attari border crossing, and barred entry under the SAARC Visa Exemption Scheme.Impact of Pakistan's moveWhen Pakistan closed its airspace to Indian carriers, it caused widespread disruption across several major international routes. Flights connecting India to North America, Europe, Central Asia, and the Middle East have been most affected, with airlines forced to take longer detours over the Arabian Sea and southern Iran. This has resulted in increased flight durations, higher fuel consumption, and potential delays or cancellations. Airlines such as Air India and IndiGo have already issued advisories, urging passengers to check schedules for updates.Flights to North America, including Delhi–New York, Mumbai–Toronto, and Delhi–San Francisco, now face up to two-hour delays, with some requiring technical stops. European routes such as Delhi–London, Mumbai–Frankfurt, and Delhi–Paris are experiencing roughly one-hour increases in travel time. Moreover, Central Asian routes have also been affected, with Delhi–Almaty flights canceled and Delhi–Tashkent rerouted, adding up to 90 minutes. Middle Eastern connections like Delhi–Dubai and Amritsar–Sharjah are seeing delays of up to 45 minutes.
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सुप्रीम कोर्ट से नितिन गडकरी को राहत, 2019 के चुनाव पर HC के आदेश को रखा बरकरार; जानें पूरा मामला

Dainik Jagran - National - April 30, 2025 - 10:34pm

पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर से 2019 के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिकाओं में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज करने के बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा।

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने कांग्रेस उम्मीदवार नाना फल्गुनराव पटोले और नागपुर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता नफीस खान की याचिका खारिज कर दी, जिसमें हाई कोर्ट की नागपुर पीठ के 26 फरवरी, 2021 के आदेश को चुनौती दी गई थी।

हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने रखा बरकरार

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गडकरी 2024 के आम चुनावों में फिर से जीत हासिल की है और कहा कि हाई कोर्ट द्वारा अपनाया गया तर्क सही था। पीठ ने कहा कि हमें हाई कोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं दिखता।

हाई कोर्ट ने कही थी ये बात 

हाई कोर्ट ने अपने आदेश में चुनाव याचिकाओं को खारिज करने से इनकार कर दिया, लेकिन परिवार के सदस्यों की आय और उनके स्वामित्व वाली भूमि के संबंध में उनमें की गई कुछ बातों को खारिज कर दिया था। हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ नफीस खान और नाना पटोले ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।

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Caste Census: आसान नहीं होगी जातीय जनगणना की राह, सरनेम को लेकर क्या है सबसे बड़ी समस्या?

Dainik Jagran - National - April 30, 2025 - 10:30pm

नीलू रंजन, नई दिल्ली। जातीय जनगणना कराने के लिए मोदी सरकार के फैसले के बावजूद इसे अमली जामा पहनाना कड़ी मशक्कत का काम होगा।

1931 की जातीय जनगणना के बाद मनमोहन सिंह सरकार ने 2011 की जनगणना के साथ ही सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना करायी थी, लेकिन इसके आंकड़ें में इतनी अनियमितता थी कि इसे सार्वजनिक करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। बाद में मोदी सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में जातीय जनगणना के आंकड़ों को जारी करने में असमर्थता जताई।

कई लोगों ने अपना सरनेम अपने गांव पर रखा 

दरअसल पूरे देश में जातियों की अलग-अलग पहचान के लिए कोई फार्मूला सटीक नहीं है। जातियों की पहचान के लिए सरनेम को सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। मगर समस्या यह है कि कई लोगों ने अपना सरनेम अपने गांव के नाम पर रख लिया है। जैसे अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल या भाजपा नेता पुरुषोत्तम रुपाला। सुखबीर सिंह जट सिख हैं और बादल उनके गांव का नाम है।

इसी तरह से पुरूषोत्तम कड़वा पटेल हैं और रूपाला उनके गांव का नाम है। इसी तरह से बिहार और उत्तर प्रदेश की भूमिहार जाति सिंह, शर्मा, मिश्र, सिन्हा समेत कई सरनेम लगाते हैं। जाहिर है सरनेम के आधार पर उनकी जाति का निर्धारण नहीं किया जा सकता है। कम से कम कंप्यूटर के जरिए तो संभव ही नहीं जाति जनगणना की इस विसंगति को दूर करने के लिए एक विकल्प के रूप में लोगों को जनगणना के दौरान खुद अपनी जाति बताने का मौका देने का तर्क दिया जा रहा है।

लेकिन ओबीसी में आना किसी व्यक्ति को कई सरकारी लाभों का हकदार बना देता है। ऐसे में हर व्यक्ति खुद को ओबीसी बताने की कोशिश करेगा। जाहिर है लोगों को खुद अपनी जाति निर्धारित करने का विकल्प देने से नई समस्याएं खड़ी हो जाएंगी।

1931 की जनगणना में देश में कुल 4,147 जातियां थी

2011 जातीय सर्वे के आंकड़े जारी करने में सबसे बड़ी बाधा जातियों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी थी। दरअसल 1931 की जनगणना में देश में कुल 4,147 जातियां दर्ज की गई थी। इसी के आधार पर मंडल आयोग ने 1980 में पिछड़ी जातियों को आरक्षण का लाभ देने की रिपोर्ट दी थी, 1991 में वीपी सिंह सरकार ने इसे लागू किया था। लेकिन 2011 की जनगणना में जातियों की संख्या 46.80 लाख से अधिक पहुंच गई। सवाल यह है कि सरकार जातियों की संख्या 1931 पर ही सीमित रखेगी या फिर आम जनता को खुद जाति बताने का मौका देगी।

वैसे तो 2011 की जातीय जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किये गए, लेकिन केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र से जुड़े कुछ आंकड़े सुप्रीम कोर्ट में दिये थे, जो चौंकाने वाले हैं। इसके अनुसार 2011 में महाराष्ट्र की 10.3 करोड़ की जनसंख्या में 4.28 लाख जातियां दर्ज की गईं।

इनमें से 99 फीसद जातियां ऐसी थी, जिनकी जनसंख्या 100 से भी कम थी। जबकि 2,440 जातियों की जनसंख्या 8.82 लाख थी। हैरानी की बात है कि इनमें से 1.17 करोड़ यानी लगभग 11 फीसद लोगों ने बताया कि उनकी कोई जाति नहीं है।

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भारत सरकार का नया एक्शन, हानिया-माहिरा खान समेत कई पाकिस्तानी कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक

Dainik Jagran - National - April 30, 2025 - 10:28pm

 डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर सोशल मीडिया तक पहुंच गया है। बुधवार शाम को पाकिस्तान के कई मशहूर कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स भारत में ब्लॉक कर दिए गए। इनमें मशहूर अभिनेत्री माहिरा खान, हानिया आमिर और सिंगर अली जफर शामिल हैं। यह कार्रवाई कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के कुछ दिन बाद सामने आई है, जिसमें कई पर्यटकों की जान गई थी। भारत ने इस हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान को ठहराया है।

यूट्यूब चैनलों पर भी कार्रवाई के बाद इंस्टाग्राम पर भी एक्शन 

सरकार ने हाल ही में पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों को बंद किया था, जिन पर भड़काऊ और सांप्रदायिक सामग्री फैलाने का आरोप था। इसके बाद अब इंस्टाग्राम पर भी कार्रवाई की गई है।

हनिया आमिर को "मेरे हमसफर" और "कभी मैं कभी तुम" जैसे पाकिस्तानी ड्रामों की वजह से भारत में पहचान मिली है। उन्होंने इससे पहले पहलगाम हमले पर अफसोस जताया था। उन्होंने कहा था, "दुख कहीं भी हो, सबका होता है। मेरा दिल उन मासूम जिंदगियों के साथ है जो हालिया घटनाओं में प्रभावित हुई हैं। दर्द और गम में हम सब एक हैं। जब मासूम लोग मारे जाते हैं, तो दर्द सिर्फ उनका नहीं होता, वो हम सबका होता है। उम्मीद है हम इंसानियत को तरजीह देंगे।"

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