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Finance Ministry eases rules for bonus share issue by companies in FDI-barred sectors

Business News - June 12, 2025 - 10:25pm
The finance ministry has amended rules to allow Indian companies, engaged in sectors where the foreign direct investment (FDI) is barred, to issue bonus shares to their pre-existing non-resident shareholders.However, the stakes of such shareholders must remain unchanged even after the bonus share issue, the ministry said while notifying the Foreign Exchange Management (Non-debt Instruments) (Amendment) Rules, 2025. The new rules take effect from June 11.The move, experts said, will allow the companies flexibility to go for equity restructuring and also improve capital management without breaching the extant FDI policy.The notification comes after a similar relief was announced in the FDI policy in April by the Department for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT) in April.The ministry has now brought about the change by introducing a new sub-rule in the Foreign Exchange Management (Non-debt Instruments) Rules, 2019.The notification also said any “bonus shares issued to such shareholders prior to the date of commencement of this sub-rule shall be deemed to have been issued in accordance with the provisions of these rules” or some other related regulations.The move is part of the broader government efforts to further liberalise the rules on equity investments to enable India to attract more foreign capital.Sandeep Jhunjhunwala, Sandeep Jhunjhunwala, partner at Nangia Andersen LLP, said the notification makes it clear that “bonus issues done in the past would (also) get a retrospective benefit of this clarificatory amendment”. It also aims to remove any ambiguity over the retrospective application of such a relaxation introduced in the FDI policy by the DPIIT in April, he added. The ambiguity had arisen due to the fact that FDI rule changes are usually implemented prospectively.Finance secretary Ajay Seth had in February told ET that the finance ministry and the Reserve Bank of India were in talks to further ease foreign exchange rules, especially with regard to non-debt instruments, and update them to modern standards.Given that sector-specific limits for FDI have already been substantially relaxed, the government is turning its attention to easing restrictive regulations to woo foreign investors amid global headwinds.Having scaled a peak of almost $85 billion in FY22, total FDI inflows into India fell over two years to touch $71 billion in FY24. It again rebounded to $81 billion last fiscal.
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Ahmedabad Plane Crash: शादी के बाद पहली बार पति से मिलने जा रही थी दुल्हन, प्लेन हादसे में चली गई जान

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:38pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन जाने के लिए टेक ऑफ करते ही एअर इंडिया की फ्लाइट एआई 171 क्रैश हो गई। विमान में क्रू मेंबर्स सहित कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें से केवल एक के ही जिंदा बचने की खबर है। ये बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट था।

इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे, जो अपने परिवार से मिलने के लिए लंदन जा रहे थे। हादसे में उनका भी निधन हो गया। कई परिवारों ने अपनों को खोया, जिसमें एक वो दुल्हन भी थी, तो शादी के बाद अपने पति से मिलने पहली बार लंदन जा रही थी।

जनवरी में हुई थी शादी

एअर इंडिया के विमान में राजस्थान के बालोतरा जिले के अराबा गांव की रहने वाली खुशबू ने भी टिकट कराई थी। खुशबू की शादी इसी साल जनवरी में हुई थी। उनके पति मनफूल सिंह लंदन में पढ़ाई करते हैं। शादी के बाद मनफूल सिंह लंदन वापस चले गए थे।

खुशबू ने अपने पति से मिलने के लिए ही लंदन जा रही थीं। लेकिन हादसे में उनकी जान चली गई। इस प्लेन हादसे में राजस्थान के 11 लोगों की मौत हुई है। इसमें एक मार्बल व्यापारी का बेटा और बेटी भी थे, वहीं दो लोग यूके में बतौर शेफ काम करते थे।

बिल्डिंग से टकरा गया विमान
  • बता दें कि एअर इंडिया का विमान बिना स्टॉपओवर के लंदन जा रहा था, इसलिए उसमें पर्याप्त ईधन भरा गया था। प्लेन ने जैसे ही टेक ऑफ किया, वह लगभग 850 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद अचानक नीचे आने लगा।
  • कुछ ही सेकेंड में प्लेन एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की बिल्डिंग से जा टकराया और जोरदार धमाका हो गया। आसमान में दूर से ही आग का गुबार देखा गया। अनुमान जताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।

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अहमदाबाद विमान हादसा कैसे हुआ? 'मैं विमान में चढ़ रहा था और धुआं...,' एअरपोर्ट पर प्रत्यक्षदर्शी ने बताया आंखों देखा हाल

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:38pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में आज एअर इंडिया का एक विमान क्रैश हो गया। एअर इंडिया का ये विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। विमान में क्रू मेंबर के साथ कुल 242 लोग सवार थे। अभी तक की जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की जान गई है।

इस बीच एक इंडिगो के यात्री ने दावा किया कि उसने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद एयर इंडिया की उड़ान संख्या एआई-171 की भयानक दुर्घटना देखी थी। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि कैसे ये विमान दुर्घटना का शिकार हुआ।

दुर्घटना को लेकर क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी?

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए इंडिगो के यात्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह पुणे के लिए अपनी फ्लाइट में सवार होने वाले थे। इसी दौरान उन्होंने दूर से धुएं का घना गुबार उठता देखा।

इंडिगो यात्री ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि जंगल में आग लगी है। हमने धुएं की तस्वीरें लीं, लेकिन हमें नहीं पता था कि यह क्या है। विमान में सवार होने के तुरंत बाद, उड़ान में देरी की घोषणा की गई, लेकिन हमें नहीं बताया गया कि ऐसी दुर्घटना हुई है। हमें इसके बारे में तभी पता चला जब हमने अपने फोन चेक किए।

#WATCH | Ahmedabad | "As I was going to board an Indigo flight, I saw thick smoke coming out in the distance. Soon after boarding the aircraft, an announcement for a flight delay was made. Later, we got to know through the media that a flight had crashed." pic.twitter.com/1Ha4Fcp6yD

— ANI (@ANI) June 12, 2025

पूरी तरीके से बंद कर दिया गया एअरपोर्ट

इंडिगो के विमान से पुणे जाने वाले चंद्रकांत पाटिल ने इस दौरान एअरपोर्ट पर अचानक होने वाली हलचल के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ समय बाद ही हवाई अड्डे पर परिचालन बंद कर दिया गया। इस कारण बड़ी संख्या में यात्री एअरपोर्ट पर फंस गए। जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई।

एअर इंडिया की फ्लाइट क्रैश

जानकारी दें कि गुरुवार दोपहर अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे। खबर लिखे जाने तक इस हादसे में 204 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

विमान में सवार यात्रियों में 242 यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक शामिल थे। इस विमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनकी दुखद मौत हो गई है। 

एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने भी बताई पूरी बात

इस घटना को लेकर एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने सबसे पहले एक आवाज सुनी। जैसे ही इसको सुनने के बाद वह बाहर और देखा कि चारों ओर धुआं फैला हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जैसे ही बाहर आए चारों तरफ मलबा फैला हुआ था। (इनपुट एएनआई एवं पीटीआई के साथ)

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Ahmedabad Plane Crash Video 2: अहमदाबाद प्लेन क्रैश का नया वीडियो आया सामने, ताश के पत्ते की तरह गिरा विमान

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:37pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश (Ahmedabad plane crash)  हुआ है। इस हादसे में विमान में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई है। प्लेन के टेक ऑफ करने के बाद महज कुछ सेकंड के बाद ही विमान बी. जे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के डाइनिंग एरिया पर जा गिरा।

विमान हादसे का दूसरा वीडियो आया सामने

इस विमान हादसे की दूसरी वीडियो सामने आई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान रनवे से टेक ऑफ करती है। कुछ सेकंड के बाद धीरे-धीरे विमान नीचे उतरने लगती है। थोड़ी देर में विमान की   बी. जे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टक्कर होती है और आग का एक विशाल गुबार आसमान में फैलने लगता है।

विमान हादसे की दूसरी वीडियो सामने आई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान रनवे से टेक ऑफ करती है। कुछ सेकंड के बाद धीरे-धीरे विमान नीचे उतरने लगती है। थोड़ी देर में विमान की बी. जे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टक्कर होती है और आग का एक विशाल गुबार आसमान में फैलने लगता है। pic.twitter.com/YsfcjMZIHo

— piyush kumar (@piyushk51868979) June 12, 2025

एअर इंडिया का ये विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। 

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'तुम कहां चली गई?', दुर्घटनाग्रस्त विमान की एयरहोस्टेस के परिवार में पसरा मातम; बहन ने बताया फोन पर क्या हुई थी बात?

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:37pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Air India Plane Crash: अहमदाबाद में आज एक भीषण विमान हादसा हुआ। अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान टेक ऑफ के तुरंत बाद दुर्घटना का शिकार हो गया। इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की जान गई है। इस हादसे में एयर इंडिया बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की क्रू मेंबर नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम की भी जान चली गई।

उनकी मौत की जानकारी सामने आने के बाद ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि नगनथोई शर्मा का बचपन से ही एअरहोस्टेस बनने का सपना था।

नगनथोई शर्मा के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

बता दें कि मणिपुर के थौबल जिले के अवांग लेइकेई के 22 वर्षीय नगंथोई शर्मा कोंगब्राइलाटपम के परिवार में इस समय मातम छाया है। जैसे ही विमान क्रैश की खबर सामने आई परिजनों के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई।

बहन से हुई थी आखिरी बार बात

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम 2023 में एअर इंडिया में एअरहोस्टेस के तौर पर नौकरी मिली थी। नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम ने बताया कि हम तीन बहनें हैं। वह अप्रैल 2023 में शामिल हुई थी। एअरहोस्टेस बनना उसका सपना था।

बहन ने बताया कि इंटरनेट बैन की वजह से हम हमेशा की तरह वीडियो चैट नहीं कर सकते थे। लेकिन जब मैं स्कूल में थी, तब उसने मुझे मैसेज करके बताया कि वह आज लंदन जा रही है और उससे संपर्क नहीं हो पाएगा। उसने यह भी कहा कि वह 15 जून को वापस आएगी। मैंने उसे सुरक्षित उड़ान की शुभकामनाएं दीं और कहा कि इंटरनेट सेवा फिर से शुरू होने पर हम उससे संपर्क करेंगे।

कैसे घटना की मिली जानकारी?

नगनथोई शर्मा कोंगब्राईलटपम की बहन ने बताया कि घटना के बारे में तब पता चला जब एक आंटी ने पूछताछ करने के लिए फोन किया। एअर होस्टेस नगनथोई की बहन ने बताया कि हमें एक आंटी ने बताया कि एअर इंडिया का एक विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। मैंने उसे बताया कि नगनथोई ने कहा है कि वह आज लंदन के लिए उड़ान भरेगी। हमारी आंटी ने फोन करके बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। 

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Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे में बचा एक यात्री, अस्पताल में चल रहा इलाज; 241 की मौत

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:36pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुरुवार को अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश (Ahmedabad plane crash)  हुआ है। इस हादसे में विमान में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई है। जबकि चमत्कारिक रूप से एक यात्री के बचने की खबर है। फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनका नाम रमेश विश्वस कुमार बताया जा रहा है। वे 11A सीट पर सफर कर रहे थे। यह जंकारी अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने दी है।  

DNA टेस्ट के बाद होगी पहचान

इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे। विमान में 242 पैसेंजर सवार थे। इनमें 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था। हादसे की जगह से अब तक 100 शव मिलने की खबर है। ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान करने में बेहद मुश्किल आ रही है। उनकी पहचान DNA टेस्ट के बाद ही संभव होगी।

डीएनए सैंपल देने की व्यवस्था

स्वास्थ्य प्रमुख सचिव धनंजय द्विवेदी के अनुसार अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मृतकों के परिजनों की पहचान के लिए उनके डीएनए सैंपल लेने की व्यवस्था की है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कसोटी भवन में डीएनए सैंपल देने की व्यवस्था की गई है।

यहां दे सकते हैं सैंपल

मृतक के करीबी रिश्तेदार (माता-पिता या बच्चे) डीएनए सैंपल दे सकेंगे। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के कसोटी भवन में यह डीएनए सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है। यह कसोटी भवन बी.जे. मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित है।

अस्पताल का आपातकालीन नंबर

अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल ट्रॉमा (आपातकालीन) केंद्र में मरीज-उन्मुख उपचार से संबंधित जानकारी के लिए संपर्क करने के लिए दो फोन नंबरों की घोषणा की है।

6357373831

6357373841

शब्दों में नहीं कर सकते बयां: पीएम

अहमदाबाद में दुखद विमान दुर्घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे हृदयविदारक बताया, जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। दुर्घटना से स्तब्ध और दुखी प्रधानमंत्री मोदी ने गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह को तत्काल अहमदाबाद रवाना किया। इसके साथ ही उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडु को पीडि़त परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री लगातार अहमदाबाद में राहत बचाव कार्य व घायलों हो दी जा रही तत्काल सहायता की जानकारी लेते रहे।

अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे

इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखे पोस्ट में अपनी संवेदना प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संकट इस घड़ी में वे सभी संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों के साथ संपर्क में है और बचाव व राहत कार्यों के साथ-साथ पीडि़त परिवारों की सहायता के उठाए जा रहे कदमों की खुद निगरानी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे और वहां राहत व बचाव में लगे एजेंसियों के बीच समन्वय की जिम्मेदारी संभाल ली। अमित शाह गुजरात की राजधानी गांधीनगर से सांसद हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश पर राममोहन नायडु भी अहमदाबाद पहुंच गए।

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Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद प्लेन क्रैश में राजस्थान के 9 लोगों की मौत, एक ही झटके में उजड़ गया पूरा परिवार

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:31pm

जेएनएन, उदयपुर। अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही गुरुवार दोपहर हुआ विमान हादसा राजस्थान के कई परिवारों के लिए गहरे शोक और असहनीय पीड़ा का सबब बन गया। इस भीषण दुर्घटना में उदयपुर जिले के 4 और बांसवाड़ा जिले के 5 नागरिकों की दर्दनाक मौत हो गई।

मृतकों में उदयपुर के प्रतिष्ठित मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र शुभ मोदी और पुत्री शगुन मोदी, वल्लभनगर निवासी वरदीचंद मेनारिया, रोहिड़ा (ईंटाली) निवासी प्रकाश मेनारिया तथा बांसवाड़ा के डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन मासूम बच्चे मिराया, नकुल व प्रद्युत शामिल हैं।

विमान कार्गो ऑफिस के समीप दुर्घटनाग्रस्त

एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी, लेकिन महज दो मिनट बाद 1:40 बजे विमान एयरपोर्ट परिसर में स्थित दीवार और एयर कस्टम कार्गो ऑफिस के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भीषण विस्फोट, धुएं और आग के गुबार के बीच पूरा इलाका थर्रा उठा।

पारिवारिक व्यवसाय में सक्रिय भूमिका

मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के पुत्र-पुत्री शुभ और शगुन मोदी एमबीए करने के बाद पारिवारिक व्यवसाय में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे और लंदन यात्रा पर निकले थे। हादसे की सूचना मिलते ही संजीव मोदी अहमदाबाद रवाना हो गए। उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता स्वयं सहेली नगर स्थित उनके निवास पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।

एयरपोर्ट छोड़ने उनकी पत्नी और पुत्र दीपक भी साथ गए थे

वल्लभनगर निवासी वरदीचंद मेनारिया, जो वर्तमान में हिरणमगरी क्षेत्र में रह रहे थे, कुछ समय पूर्व ही लंदन से लौटे थे और अब दोबारा कार्य के लिए रवाना हो रहे थे। उन्हें एयरपोर्ट छोड़ने उनकी पत्नी और पुत्र दीपक भी साथ गए थे। उनके साथ ही रोहिड़ा (ईंटाली) के प्रकाश मेनारिया भी यात्रा पर थे, जो लंदन में साथ कुकिंग का कार्य करते थे।

उदयपुर कलेक्टर ने की चारों की पुष्टि

उदयपुर कलेक्टर ने चारों की पुष्टि करते हुए बताया कि दो यात्री शहर क्षेत्र, एक मावली और एक वल्लभनगर क्षेत्र से हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को तत्काल आवश्यक सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

बांसवाड़ा के लिए यह हादसा और भी ज्यादा हृदयविदारक साबित हुआ। यहां के प्रतिष्ठित रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन बच्चों की इस हादसे में मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह पूरा परिवार लंदन शिफ्ट होने के लिए रवाना हुआ था।

हादसे ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया

डॉ. प्रतीक के मामा डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने बताया कि प्रतीक के माता-पिता डॉ. जेपी जोशी और उनकी पत्नी उन्हें विदा करने एयरपोर्ट पहुंचे थे। पर उन्हें क्या मालूम था कि यह विदाई उनकी अंतिम मुलाकात बन जाएगी। हादसे ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया।

डॉ. कौमी उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज, उमरड़ा में पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत थीं और लंदन जाने की तैयारी में उन्होंने हाल ही में इस्तीफा दिया था। डॉ. प्रतीक वर्षों से लंदन में कार्यरत थे और अब अपने पूरे परिवार को साथ ले जाने भारत लौटे थे। इस हादसे के बाद पूरे बांसवाड़ा जिले में मातम पसर गया है। 

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'प्लेन के टायर...', विमान क्रैश पर एयरलाइन कंपनी के इंजीनियर का बड़ा बयान; 3 बातों ने खोली आंखें

Dainik Jagran - June 12, 2025 - 9:26pm

जागरण संवाददाता, पटना। अहमदाबाद विमान क्रैश के टेकऑफ से पूर्व फ्लाइट की तकनीकी जांच को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। पटना एयरपोर्ट पर फ्लाइट की ग्राउंडिंग टाइम (लैंडिंग के उपरांत दोबारा टेकऑफ लेने का समय) लगभग 45 मिनट है। यहां बेस यानी रात्रि में विमान की परिचालन की सुविधा नहीं है।

इस कारण पटना एयरपोर्ट पर मेजर मेंटेनेंस से संबंधित कार्य नहीं होता है। ग्राउंडिंग टाइम में लगभग 40 मिनट तक विमान की जांच की जाती है।

इस दौरान फ्यूल, लैंडिंग गियर, केबल, फ्लैप (डैना), वाइपर आदि जांचा जाता है। यदि जांच के दौरान कोई बड़ी गड़बड़ी मिली तो बेस एयरपोर्ट से अभियंता बुलाए जाते हैं।

सभी विमानन कंपनियों के अभियंताओं की अपनी टीम है। तकनीशियन एवं मैकेनिकल व इलेक्ट्रिकल अभियंता मिलाकर औसत 35 लोगों की टीम एक शिफ्ट में तैनात रहती है।

इंजीनियर ने उठाए 3 अहम सवाल

अहमदाबाद हादसे को लेकर आ रहीं तरह-तरह की प्रतिक्रियाओं के बीच पटना एयरपोर्ट पर सेवा दे रहे एक विमानन कंपनी के अभियंता (इंजीनियर) ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर तीन बिंदुओं पर गहनता से जांच किए जाने की बात कही।

उन्होंने बताया कि मौसम के अनुसार, समर और विंटर शेड्यूल जारी किया जाता है। अभी समर शेड्यूल के तहत विमानों का परिचालन होता है। इस मौसम में हवा गरम होती है, जिससे उसका घनत्व कम हो जाता है। वह ऊपर की ओर उठने लगती है।

यही कारण है कि इस मौसम में विमान पर अधिक भार न पड़े, इसके लिए यात्रियों की संख्या और कार्गो का वजन कम किया जाता है। वहीं, जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उसे देख कर स्पष्ट है कि हादसाग्रस्त विमान के फ्लैप ऊपर की ओर थे। यह लैंडिंग के समय होता है।

'प्लेन के चक्के अंदर होने चाहिए...'

इसके अलावा, विमान का अगला चक्का (टायर) भी बाहर था, जो टेकऑफ के समय धरती छोड़ते ही अंदर चला जाता है। जहां विमान टकराया, वहां तक पहुंचने से पहले उसके चक्के अंदर होने चाहिए थे। इन तीन बिंदुओं पर यदि गहनता से जांच की जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है।

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Ahmedabad Plane Crash: बैट्री में गड़बड़ी, टेस्टिंग के दौरान आग... शुरू से ही विवादों में रही बोइंग की ड्रीमलाइनर

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:11pm

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अमेरिका जहाज निर्माता कंपनी बोइंग की ए-787 ड्रीमलाइनर मॉडल के जहाजों का विवादों से पुराना नाता रहा है। खुद अमेरिकी सरकार विगत पांच वर्षों में कम से कम दो बार इस मॉडल के जहाजों की सुरक्षा की जांच करवा चुकी है।

कभी इसके ईंजन को लेकर सवाल उठे तो कभी इस कंपनी में काम करने वाले एक इंजीनियर ने बोइंग के विमानों के निर्माण को लेकर कुछ गंभीर सवाल उठाया। पिछले वर्ष ही अमेरिका ने इस मॉडल के विमानों में पायलट की सीट की पोजिशनिंग को लेकर जांच करवाई थी।

अब तक दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ था ड्रीमलाइनर

विवादों के बावजूद वर्ष 2011 में वाणिज्यिक संचालन में आने के बाद से अभी तक ए-787 ड्रीमलाइन विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुए थे और तमाम विवादों का सबसे ठोस जवाब बोइंग की तरफ से यही हुआ करता था। एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन गैटविक रूट की उड़ान संख्या ए-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बोइंग यह तर्क नहीं दे सकेगी।

पहले ही अपने प्रतिद्वंद्वी एअरबस से पिछड़ रहे बोइंग के सामने समस्याएं बढ़ेंगी। दुर्घटना के कुछ घंटों में ही इसका शेयर आठ फीसद गिर गया। बोइंग ने ड्रीमलाइनर मॉडल विमान को सबसे पहले वर्ष 2007 में लांच करने की घोषणा की। हालांकि पहली कॉमर्शियल उड़ान वर्ष 2011 में ही शुरू हो सकी थी और इसे कई विशेषज्ञों ने एक समग्र विमान होने का तमगा भी दिया।

कई सुविधाओं से लैस होता ये ड्रीमलाइनर
  • ना सिर्फ सामान्य विमानों से मजबूत होने का दावा किया गया था बल्कि कंपनी ने इसमें विशेष किस्म के इस्पात का प्रयोग कर इसे हल्का भी बना दिया था। इसमें कम ईंधन की खपत होती थी। बोइंग ने इसके भीतर नमी व ऑक्सीजन को नियंत्रित करने की नई तकनीक लगाई थी जिसकी वजह से इसे लंबी दूरी के लिए ज्यादा उपयुक्त माना गया।
  • ड्रीमलाइनर पहला यात्री विमान था जिसमें इलेक्ट्रिक व्यवस्था से नियंत्रित एयर-कंडीशनिंग व दूसरे फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम लगे थे। इन वजहों से लांचिंग के कुछ ही समय बाद इस विमान को खरीदने के लिए एयरलाइनों की लाइन लग गई। पहले एक दशक में 1006 ड्रीमलाइनर विमानों की बिक्री की गई और अभी भी बोइंग के पास तकरीबन 2150 विमानों के ऑर्डर हैं।
  • पिछले महीने मई, 2025 में कतर एयरवेज ने एक साथ 130 ए-787 ड्रीमलाइनर की बिक्री का ऑर्डर दिया है। इसके बावजूद शुरुआत से ही कोई ना कोई विवाद इस मॉडल के साथ रहा। नवंबर, 2010 में ड्रीमलाइनर की परीक्षण उड़ान को इसलिए स्थगित करना पड़ा था क्योंकि विमान के अंदर आग की घटना देखी गई थी। इसे आपातकालीन स्थिति में उतारना पड़ा था। इसकी वजह से योजना से तीन वर्ष बाद इसकी वाणिज्यिक उड़ानें शुरू हो पाई थी।
कर्मचारियों ने लगाए थे कई आरोप

उड़ान शुरु होने के कुछ ही महीने बाद जनवरी, 2013 में दो ड्रीमलाइनरों में इस्तेमाल होने वाले लिथियम आयरन बैट्री में कुछ गड़बड़ी देखी गई। जापान में इस वजह से एक उड़ान को आपातकालीन स्थिति में उतारना पड़ा। इसके बाद कई एयरलाइनों ने अपनी ड्रीमलाइन विमानों के संचालन को स्थगित कर दिया।

वर्ष 2024 में विमानन उद्योग में तब हड़कंप मच गया जब बोइंग में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों ने आरोप लगाये कि 777 व 787 मॉडल के निर्माण में पर्याप्त सावधानी नहीं बरत रही और इससे भविष्य में भारी दुर्घटना हो सकती है। सैम सालेहपुर, जॉन बरनैट, रिचर्ड कोवास ने अलग अलग समय पर बोइंग पर ड्रीमलाइनर को लेकर गंभीर आरोप लगाये। ज्यादातर आरोप ड्रीमलाइनर के निर्माण के तरीके को लेकर था।

निर्माण की व्यवस्था में कई खामियां

सैम सालेहपुर नाम के बोइंग के एक पूर्व कर्मचारी ने ड्रीमलाइन विमान के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ने की तकनीक पर सवाल उठाया था और कहा था कि कुछ सौ उड़ानों के बाद इसमें खराबी आ सकती है? अमेरिकी एजेंसी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने इसकी जांच की। इसमें निर्माण की व्यवस्था में कई खामियां भी निकाली गई।

जबकि बोइंग का हमेशा से यह कहना है कि ड्रीमलाइनर या दूसरे विमानों के निर्माण में उसकी तरह से सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती रही है। दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बोइंग के समक्ष ड्रीमलाइन विमानों को लेकर कई नये सवाल उठ खड़े होने की संभावना जताई जा रही है। एयर इंडिया की उड़ान संख्या ए-171 की दुर्घटना ने ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा को लेकर जो चिंताएं पूर्व में आती रही हैं, उनको गंभीर कर दिया है।

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Ahmedabad Plane Crash: ब्लैक बॉक्स क्या और कैसे काम करता है? जानिए प्लेन क्रैश के बाद सबसे पहले क्यों खोजी जाती है ये डिवाइस

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:06pm

डिजिटल डेस्क,  नई दिल्ली।  गुजरात के अहमदाबाद में आज गुरुवार एक बड़ा विमान हादसा हो गया। विमान में 242 लोग सवार थे। B787 विमान VT-ANB (Ahmedabad Plane Crash Video) अहमदाबाद से लंदन जा रहा था।  दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी और उसके 5 मिनट बाद क्रैश हो गया। हादसे की असल वजह अब तक सामने नहीं आ पाई है।

इसी बीच बीएसएफ और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। हादसे की असल वजह अभी तक सामने नहीं आई है। वहीं, दूसरी ओर बचाव दल विमान के ब्लैक बॉक्स को खोजने में जुटी है। ब्लैक बॉक्स के मिलने के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आएगी। ब्लैक बॉक्स का काम उड़ान के दौरान विमान से जुड़ी बेहद जरूरी गतिविधियों को रिकॉर्ड करना है।

कितना अहम है यह डिवाइस?

ब्लैक बॉक्स में दो महत्वपूर्ण डिवाइस इंस्टॉल की जाती है। पहला है FDR, फ्लाइट डाटा रिसर्च। इस डिवाइस में प्लेन की रफ्तार, ऊंचाई, इंजन की स्थिति, फ्लाइट का रूट, पायलट की हर गतिविधियों को रिकॉर्ड की जाती है।  वहीं, दूसरी ओर CVR  यानी कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर होता है। कॉकपिट में पायल और को पायलट के बीच हुई बातचीत सहित अन्य जरूरी ऑडियो रिकॉर्ड होते हैं।

ब्लैक बॉक्स के जरिए एक्सपर्ट यह पता लगाते हैं कि क्या तकनीकी खराबी की वजह से विमान हादसा हुआ या फिर किसी मानवीय गलती की वजह से हादसा हुआ। ब्लैक बॉक्स को मजबूत मटेरियल से तैयार किया जाता है।  आग और पानी में भी यह बॉक्स सुरक्षित रहता है।

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Plane Crash: सही तरीके भरी उड़ान... अचानक क्यों गिरा विमान, आखिरी मिनट कॉकपिट में क्या हुआ होगा? एक्सपर्ट्स ने कही ये बात

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:05pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ। अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एअर इंडिया का विमान टेकऑफ के कुछ देर बाद ही दुर्घटना का शिकार हो गया। इस घटना में 241 लोगों की मौत हुई है। वहीं, एक यात्री बच गया, जिसका उपचार अस्पताल में चल रहा है।

इस भीषण विमान हादसे ने लोगों को स्तब्ध कर के रख दिया है। इस हादसे के बाद लोगों के मन में सवाल है कि कैसे अचानक ये विमान उड़ान भरने के बाद अचानक ये विमान क्रैश हो गया।

क्या हो सकती है हादसे की वजह?

कई विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया कि है कि विमान के क्रैश होने से ठीक कुछ सेकेंड पहले फ्लाइट के कॉकपिट में क्या हुआ होगा। दरअसल, एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, विमान के क्रैश होने का वीडियो को देखने के बाद माना जा सकता है कि जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, इसके तुरंत बाद उसे बहुत कम दबाव का अनुभव हुआ होगा।

वीडियो के आधार पर कुछ विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि पायल उस समय लिफ्ट और ऊंचाई को हासिल करने के प्रयास में विमान को खींच रहे होंगे। वीडियो के अनुसार विमान का लैंडिंग गियर भी नीचे था।

विशेषज्ञ बताते हैं कि उड़ान भरने के बाद पायलट ने मेडे कॉल किया था। इससे साफ संकेत मिलता है कि विमान संकट की स्थिति में था। लिफ्ट खराब होने के कारण पायलटों ने विमान के अगले हिस्से को ऊपर खींचने का प्रयास किया है। हालांकि, इसके बावजूद भी विमान नीचे गिरता रहा।

बिल्कुल सही तरीके से विमान ने किया टेक ऑफ

बता दें कि एक वरिष्ठ पायलट कैप्टन ने बताया कि उड़ान एकदम सही थी और विमान के गियर ऊपर उठाने से पहले विमान नीचे की ओर उतरने लगा। ऐसा तभी होता है जब इंजन की शक्ति खत्म हो जाए या फिर विमान में लिफ्ट बनना बंद हो जाए। हालांकि, हादसे की मुख्य वजह एक गहन जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।

विमान में कुल 242 लोग थे सवार

अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान में कुल 242 लोग सवार थे। इसमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक और एक कनाडाई और 7 पुर्तगाली सवार थे।

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कॉमन सेंट्रल सचिवालय-3 में शिफ्ट होंगे गृह, विदेश और पेट्रोलियम मंत्रालय; जानिए किसे कहां मिली जगह

Dainik Jagran - National - June 12, 2025 - 9:03pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट प्लान के तहत केंद्र सरकार के मंत्रालयों की नए कामन सेंट्रल सेक्रेट्रिएट (सीसीएस) में स्थानांतरण अगले माह शुरू हो जाएगा। सीसीएस की दस में से तीन इमारतें पूरी तरह तैयार हो चुकी हैं। रिडेवलपमेंट की कमान संभालने वाला आवास और शहरी कार्य मंत्रालय सबसे पहले निर्माण भवन स्थित अपने ठिकाने को छोड़कर कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित नए भवन में स्थानांतरित होगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्रालयों की शि¨फ्टग का काम तेज करने के लिए कहा था। इसी क्रम में आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी सबसे पहले नई जगह पर जा रहे हैं। मंत्रालय के एक परिपत्र के अनुसार, नार्थ ब्लॉक से संचालित होने वाला गृह मंत्रालय सीसीएस-3 में स्थानांतरित होगा। मंत्रालय का अपने कामकाज के लिए चौथा, पांचवां और छठा तल आवंटित किया गया है।

साउथ ब्लॉक और शास्त्री भवन के अपने वर्तमान ठिकाने से विदेश मंत्रालय भी सीसीएस-3 में तीसरे तल पर स्थानांतरित होगा। शास्त्री भवन से ही पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय भी पहले चरण में इसी भवन में पहुंच जाएगा। इसी तरह मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय भी इसी भवन में स्थानांतरित हो रहा है।

अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण में 15 के करीब मंत्रालय नए भवन में स्थानांतरित होंगे। पीएम ने शास्त्री भवन की दशा को लेकर ¨चता जताई थी और इसके बाद से ही मंत्रालयों के स्थानांतरण की प्रक्रिया तेज हुई है। शास्त्री भवन, परिवहन भवन और निर्माण भवन को फिर से बनाया जाना है। यह तभी संभव होगा, जब इन भवनों में संचालित होने वाले मंत्रालय अपने नए ठिकानों पर पहुंच जाएं। 

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IIT NIT Counselling 2025: पहला सीट आवंटन 14 जून को, कॉलेज मिलने पर ऑनलाइन रिपोर्टिंग नहीं की तो हो जाएंगे बाहर

Dainik Jagran - June 12, 2025 - 8:35pm

जागरण संवाददाता, पटना। देश के सभी आईआईटी-एनआईटी, ट्रिपलआईटी व जीएफटीआई सहित 127 कॉलेजों में 62,853 सीटों के लिए जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग चल रही है। जिसमें 23 आईआईटी की 18,160 सीटें, 32 एनआईटी की 24,525 सीटें, 26 ट्रिपलआईटी की 9,940 सीटें एवं 47 जीएफटीआई की 10,228 सीटें शामिल हैं।

इस ज्वाइंट काउंसलिंग का प्रथम राउंड का सीट आवंटन 14 जून को सुबह 10 बजे जारी होगा। विद्यार्थी जिन्हें प्रथम राउंड सीट आवंटन में किसी भी कॉलेज का सीट आवंटन होगा, उन्हें 14 से 18 जून के मध्य ऑनलाइन रिपोर्टिंग करनी होगी।

जिन विद्यार्थियों को प्रथम राउंड में सीट का आवंटन होगा, उन्हें ऑनलाइन रिपोर्टिंग कर सीट एक्सेप्टेंस फीस जमा करना आवश्यक है, अन्यथा वे आगे की काउंसलिंग राउंड से बाहर हो जाएंगे। विद्यार्थियों को ऑनलाइन रिपोर्टिंग के समय फ्रीज, फ्लाट एवं स्लाइड का विकल्प चुनकर सीट एक्सेप्टेंस फीस जमा करवानी होगी।

यह फीस सामान्य, ईडब्ल्यूएस व ओबीसी के लिए 30 हजार, एससी-एसटी व शारीरिक विंकलांग विद्यार्थियों के लिए 15 हजार रुपए रखी गई है। सीट एक्सेप्टेंस फीस जमा करने के बाद विद्यार्थियों को आवश्यक दस्तावेजों को स्केन कर अपलोड करना होगा।

आवश्यक दस्तावेजों में विद्यार्थी को कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं की अंक तालिका, कैटेगरी संबंधित दस्तावेज, मेडिकल सर्टिफिकेट, कैंसिल चेक कॉपी, जेईई-मेन या एडवांस्ड का प्रवेश पत्र स्केन कर अपलोड करना होगा। ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के विद्यार्थियों को कैटेगरी दस्तावेज एक अप्रेल 2025 के बाद का स्केन कर अपलोड करना होगा।

अपलोड किए गए दस्तावेजों का जोसा वैरीफिकेशन अथोरिटी द्वारा वेरिफिकेशन होने के बाद ही आवंटित सीट कन्फर्म की जाएगी। विद्यार्थियों को 19 जून तक दस्तावेजों में कमी की सूचना मिलने पर उनका रेस्पांस देकर कमी पूरी करनी होगी,अन्यथा उनकी आवंटित सीट निरस्त कर दी जाएगी।

फ्रीज विकल्प को चुन सकते हैं विद्यार्थी

विद्यार्थियों को ऑनलाइन रिपोर्टिंग में फ्रीज, फ्लाट व स्लाइड का विकल्प दिया जाएगा। यदि विद्यार्थी प्रथम राउंड में आवंटित सीट से संतुष्ट है और आगे के राउंड की काउंसलिंग में भाग नहीं लेना चाहता है तो फ्रीज विकल्प को चुन सकता है। साथ ही वह विद्यार्थी जो आगे की काउंसलिंग में भी भाग लेना चाहते हैं, उन्हें फ्लाट एवं स्लाइड का विकल्प चुनना होगा।

फ्लाट विकल्प द्वारा विद्यार्थी को उसकी मिली हुई कॉलेज के ऊपर च्वाइस फिलिंग करना होगा। इस दौरान कालेज वरीयता सूची में भरी हुई किसी भी संस्थान की ब्रांच में अपवर्ड मूवमेंट एवं स्लाइड विकल्प द्वारा संस्थान के ऊपर वरीयता सूची में भरी हुई उसी कालेज की ब्रांच में अपवर्ड मूवमेंट का मौका मिलेगा।

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Bihar Politics: महागठबंधन के घटक तेजस्वी को सौंपेंगे अपनी पसंदीदा सीटों की सूची, क्या होगा फॉर्मूला?

Dainik Jagran - June 12, 2025 - 7:29pm

राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन में सीट बंटवारे पर चर्चा आगे होने वाली बैठकों में ही होगी। बहुत संभव है कि समन्वय समिति की अगली बैठक से बातचीत की प्रक्रिया शुरू हो। ऐसा घटक दलों का मानना है। हालांकि, राजद सूत्रों का कहना है कि कोई जल्दबाजी नहीं है। अभी समन्वय और सहयोग पर फोकस है, ताकि चुनावी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया जा सके।

गुरुवार को हुई बैठक में साझा आयोजन-आंदोलन पर सहमति बन गई है। इसके लिए तिथियोंं का निर्धारण यथाशीघ्र होगा। नौ जुलाई को प्रस्तावित ट्रेड यूनियन की हड़ताल में सभी घटक दलों की सक्रिय सहभागिता रहेगी। इस बीच वे अपनी पसंदीदा सीटों की सूची तेजस्वी यादव को सौंप देंगे। राजद द्वारा दावों की वस्तुस्थिति का आकलन करने के बाद ही सीट समझौते पर बातचीत की शुरुआत होगी।

तेजस्वी की अध्यक्षता में महागठबंधन की यह चौथी बैठक थी, जो उनके सरकारी आवास पर हुई। समन्वय समिति के साथ उसकी पांचों उप-समितियों की पहली बैठक रही। तय हुआ कि प्रदेश की तरह ही प्रखंड स्तर तक समन्वय बढ़ाया जाए। उप-समितियां नियमित रूप से बैठक कर अपने कार्य-क्षेत्र से संबंधित जन-समस्याओं का समाधान सुझाएं।

सार्वजनिक स्थलों पर महागठबंधन के मुद्दों को यूं ही छेड़ दिया जाए, ताकि जनमत तैयार होता रहे। महत्वपूर्ण यह कि किसी भी दल की घोषणा महागठबंधन की घोषणा होगी। उल्लेखनीय है कि महिलाओं को नकदी लाभ दिए जाने के वादे पर कांग्रेस और राजद के बीच अंदरखाने श्रेय की होड़ थी। इस व्यवस्था से अब आशंकाओं पर विराम लग जाएगा।

बैठक के बाद राजद के अब्दुल बारी सिद्दिकी ने बताया कि महंगाई, बेरोजगारी, पलायन, अपराध आदि मुद्दे पर महागठबंधन पहले भी मुखर रहा है। आने वाले दिनों में इन मुद्दों पर जनता के बीच साझा आंदोलन होगा। सीट शेयरिंग के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि जब चर्चा होगी तो सभी को पता चल जाएगा।

राजद के प्रधान प्रवक्ता प्रो. मनोज झा ने कहा कि मात्र दावेदारी से सीटों की संख्या तय नहीं हो जाती। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम भी गोलमोल उत्तर देते हुए निकल गए। माले की विधान पार्षद शशि यादव का पूरा जोर जन-हित के मुद्दों पर साझा कार्यक्रमों पर था।

अलबत्ता माकपा विधायक अजय कुमार ने बताया कि अभी तेजस्वी को सीटों की सूची सौंपी जानी है। समझौते का फॉर्मूला पिछली बार से थोड़ा-बहुत ही आगे-पीछे होगा।

महागठबंधन में नए सहयोगी की संभावना पर उन्होंने कहा कि वैसी स्थिति में राजद को अपने हिस्से से ही साझेदारी करनी होगी। मुख्यमंत्री के चेहरे पर उन्होंने कहा कि सर्वविदित है। महागठबंधन का नेतृत्व तो तेजस्वी ही कर रहे हैं!

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