Dainik Jagran
Patna News: अटल पथ पर स्कॉर्पियो ने तीन पुलिसकर्मियों को रौंदा, महिला सिपाही की हुई मौत
जागरण संवाददाता, पटना। अटल पथ पर पुनाईचक के पास बुधवार की देर रात वाहन जांच कर रही पुलिस टीम को दीघा से आ रही गाड़ी (स्कॉर्पियो) ने टक्कर मार दी। इस हादसे में महिला पुलिस कर्मी की इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस हादसे में एसके पुरी थाने के तीन पुलिसककर्मी घायल हो गए। एसआई, एएसआई और एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई। टक्कर मारने वाले वाहन से उस गाड़ी में भी टक्कर मार दी, जिसे रोककर पुलिस जांच कर रही थी।
दोनों वाहन में सवार तीन लोग चोटिल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया। इसमें महिला पुलिसकर्मी की हालत गंभीर थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
जिस गाड़ी से टक्कर हुई, उसमें भाजपा का झंडा लगा है। तलाशी लेने पर उसमें से एक हूटर भी मिला है। वाहन को जब्त कर लिया गया है।
घटना की सूचना पाकर एसएसपी अवकाश कुमार भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि सभी थाना क्षेत्र की पुलिस वाहन जांच में जुटी थी। तभी एक तेज रफ्तार से आ रही गाड़ी ने पुलिसकर्मियों को टक्कर मार दी। तीन पुलिसकर्मी घायल है।
वहीं, वाहन सवार दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। एसएसपी सहित सभी पुलिस अधिकारी और थानों की पुलिस वाहन जांच कर रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो रात करीब दस बजे से एसके पुरी थाने की पुलिस अटल पथ के सर्विस लेन पर जांच कर रही थी। एक वाहन को सड़क किनारे रोका गया था। उसकी जांच की जा रही थी।
तभी दीघा की तरफ से आर ब्लाक की तरफ तेजी से जा रही गाड़ी ने पुलिस टीम को टक्कर मारते हुए उस वाहन से टकरा गई, जिसकी पुलिस जांच कर रही थी।
टक्कर इतना जोरदार था कि महिला पुलिसकर्मी उछल कर डिवाइडर पर जा गिरी। वहीं, एसआई दीपक कुमार और एएसआई अवधेश कुमार सड़क किनारे गिर गए। लोगों की मानें तो उस गाड़ी में तीन लोग सवार थे, उसमें दो लोग घायल हो गए। जबकि चालक फरार हो गया।
Bihar: पीएम मोदी 20 जून को करेंगे दीघा समेत 6 STP का उद्घाटन, 300 KM में नेटवर्किंग एरिया फिक्स
जागरण संवाददाता, पटना। नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत राजधानी में बने दीघा एवं कंकड़बाग एसटीपी का उद्घाटन 20 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। नगर विकास विभाग एवं बिहार राज्य शहरी आधारभूत संरचना निगम ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
दीघा एसटीपी राज्य का सबसे बड़ा एसटीपी है। इसकी जल शोधन क्षमता 100 एमएलडी है। यह एसटीपी सौर ऊर्जा से संचालित होगा। यहां पर दीघा से लेकर गोलघर तक के घरों को गंदे पानी को शुद्ध किया जाएगा। इसमें कुर्जी नाला, राजापुर नाला एवं मंदिरी नाला प्रमुख है।
वहीं, कंकड़बाग एसटीपी में कंकड़बाग इलाके के घरों के गंदे जल को शुद्ध किया जाएगा। इसके अलावा मोकामा एसटीपी, फतुहा एसटीपी, बेगूसराय एसटीपी एवं बख्तियारपुर एसटीपी का भी उद्घाटन किया जाएगा। इससे गंगा को निर्मल बनाने में काफी मदद मिलेगी।
सरकार देवनदी गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्यापक अभियान चला रही है। इसके लिए नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है, जो वर्तमान में अंतिम चरण में है। दीघा एसटीपी का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। नेटवर्किंग का काम चल रहा है। लगभग 300 किलोमीटर में इसका नेटवर्किंग एरिया निर्धारित किया गया है।
इस एसटीपी बनने के बाद पटना का गंदा जल गंगा में गिरना लगभग बंद हो जाएगा और पटना में गंगा के पानी में बढ़ रहे फीकल कालीफार्म की मात्रा में काफी गिरावट आने की उम्मीद की जा रही है।
राजधानी एवं आसपास के इलाकों में गंगा के पानी में फीकल कालीफार्म की मात्रा ज्यादा होने के कारण ही यहां का पानी न तो नहाने लायक है, नहीं पीने लायक।
मधुबनी साड़ियों और सूट की लगातार बढ़ रही डिमांड, 4000 से लेकर 45000 तक के कपड़ों की खूब हो रही बिक्री
डिजिटल डेस्क, पटना। पटना और मुजफ्फरपुर के खादी मॉल में इन दिनों मधुबनी साड़ियों की खूब बिक्री हो रही है। पारंपरिक कला और आधुनिक डिजाइन को अपने में समेटे ये साड़ियां न सिर्फ बिहार की सांस्कृतिक पहचान हैं, बल्कि आज की ऑफिस जाती महिलाओं की भी पहली पसंद बनती जा रही हैं। कॉलेज के फेयरवेल से लेकर घर के शादी विवाह जैसे कार्यक्रमों, सरकारी समारोह आदि अवसरों के लिए ये एक बेहतर विकल्प है।
खादी मॉल में मधुबनी साड़ियों की कीमत 4,000 रुपये से 45,000 रुपये तक है, जिससे हर वर्ग की महिलाएं अपनी पसंद की साड़ी चुन रही हैं। यहां डिजिटल प्रिंट और हैंड प्रिंट दोनों तरह की साड़ियों की मांग तेजी से बढ़ रही है। मधुबनी की सुंदरता और बिहार की पारंपरिक पहचान को अपने परिधान में समेटना चाहते हैं, तो खादी मॉल में 30 जून तक का मौका है।
ट्रांसपोर्ट नगर से आई सुशीला देवी ने बताया कि “यहां मधुबनी साड़ियों की इतनी विविधता है कि एक बार देखने पर ही पसंद आ जाती हैं। कीमत भी बेहद उचित हैं और देखने में सुंदर।”
इस समय खादी मॉल में सिर्फ मधुबनी साड़ियां ही नहीं, बल्कि मधुबनी प्रिंट वाले सूट, सिल्क सूट, रॉ सिल्क, घीचा सिल्क, कॉटन सूट और साड़ियों की भी कई आकर्षक वेरायटी उपलब्ध हैं। इसके अलावा महिलाएं यहां से पारंपरिक दुपट्टे, गमछे और बिहार की प्रसिद्ध जर्दालु आम भी खरीद सकती हैं। पुरुषों के लिए भी यहां कई प्रकार के सिल्क और कॉटन बंडी, हाफ एवं फुल शर्ट उपलब्ध है।
पटना वासियों के लिए यह एक सुनहरा मौका है, क्योंकि 1 जून से 30 जून तक खादी मॉल में 50 प्रतिशत तक की भारी छूट दी जा रही है।
इन खादी सामग्रियों की ऑनलाइन खरीदारी करने के लिए www.biharkhadi.com पर जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना से रोशन हो रहा बिहार, राज्य के गांव लिख रहे विकास की नई परिभाषा
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार सरकार के सुशासन कार्यक्रमों के अंतर्गत स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव की परिकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना एक बेहतरीन कदम साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य न केवल गांवों को रौशन करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और आधुनिक तकनीक के माध्यम से एक स्वच्छ, सुरक्षित और आत्मनिर्भर ग्रामीण परिवेश का निर्माण भी करना है।
अब तक इस योजना के तहत राज्य भर में छह लाख से अधिक सोलर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना की जा चुकी है। यह आंकड़ा न केवल योजना की सफलता को दर्शाता है, बल्कि ग्रामीण विकास की नई परिभाषा भी गढ़ता है।
तकनीक से निगरानी
इस योजना की विशेषताओं में ब्रेडा (BREDA) के माध्यम से विभाग द्वारा विकसित केंद्रीकृत मॉनिटरिंग सिस्टम एक क्रांतिकारी पहल है। यह प्रणाली खराब लाइटों की तत्काल पहचान और रखरखाव की सुविधा प्रदान करती है। इससे योजना की निगरानी न केवल अधिक प्रभावशाली हुई है, बल्कि कार्यदक्षता में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस मॉनिटरिंग सिस्टम की मदद से संबंधित एजेंसी को लाइट खराब होने की सूचना तत्काल मिलती है, और उसे 72 घंटे के भीतर मरम्मत का कार्य पूरा करना अनिवार्य होता है। अगर एजेंसी तय समय सीमा के भीतर खराब लाइट को दुरुस्त नहीं करती है, तो उस पर प्रति दिन प्रति लाइट 10 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।
लापरवाह एजेंसियों पर सख्ती
हालांकि योजना के तीसरे चरण (फेज-3) में कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं। राज्य सरकार ने 17 एजेंसियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है, जिन्होंने समयसीमा का पालन नहीं किया और अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया।
पंचायती राज विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार, किसी भी एजेंसी को कार्यादेश प्राप्त होने के 90 दिनों के भीतर सोलर लाइट की स्थापना और संधारण कार्य पूरा करना होता है। परंतु हालिया समीक्षा में सामने आया कि इन एजेंसियों ने न केवल काम में देरी की, बल्कि कार्य प्रगति भी असंतोषजनक रही।
इस पर विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी 17 एजेंसियां सात दिनों के भीतर जिला पंचायत राज पदाधिकारी के समक्ष अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो उनपर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय भागीदारी से बढ़ेगी जवाबदेही
योजना को और अधिक जनउपयोगी बनाने के लिए हर दस हजार सोलर स्ट्रीट लाइट पर एक सर्विस स्टेशन की स्थापना की जाएगी, जिससे रखरखाव में आसानी हो सके। इसके अतिरिक्त, हर खंभे पर एजेंसी की ओर से एक विशेष व्हाट्सएप नंबर अंकित किया जाएगा। इस नंबर के माध्यम से स्थानीय नागरिक लाइट से संबंधित समस्या सीधे दर्ज करवा सकेंगे। इससे न केवल जनता को सुविधा मिलेगी, बल्कि एजेंसी की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।
Bihar News: बिहार में विकास की रफ्तार को मिली नई दिशा, डबल इंजन सरकार में पूरी हुई कई योजनाएं
डिजिटल डेस्क, पटना। केंद्र सरकार की तरफ से घोषित किए गये विशेष पैकेज के बाद बिहार के विकास को नई रफ्तार मिली है। डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से कौशल विकास से लेकर कृषि, मत्स्य पालन और भंडारण क्षमता के विकास तक की कई योजनाएं सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी हैं, जबकि कुछ पूरा होने की कगार पर हैं।
कौशल विकास : लक्ष्य से कहीं अधिक युवाओं को मिला प्रशिक्षण
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के तहत राज्य में 1 लाख युवाओं के प्रशिक्षण के लक्ष्य के मुकाबले 6.33 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया, जिस पर 508.40 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वहीं, 31 मार्च 2023 तक पीएमकेवीवाई के तहत पावर सेक्टर में 11 हजार 894 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण दिया गया, जिस पर 14.75 करोड़ रुपये खर्च हुए।
कृषि अनुसंधान में बड़ा निवेश
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने पूसा को 28 मई 2016 को केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय का दर्जा दिया। साथ ही मोतिहारी में एकीकृत खेती प्रणाली पर राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई, जिस पर 62.25 करोड़ रुपये की लागत आयी।
मत्स्य पालन क्षेत्र में ‘ब्लू रेवोल्यूशन’ का असर
पीएम मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत तालाब, बीज पालन केंद्र और मछुआरों के घर बनाए गए, जिन पर कुल 31.96 करोड़ रुपये खर्च हुए। वहीं, बिहार में मत्स्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 5.13 करोड़ रुपये की लागत से रोग निदान, परीक्षण प्रयोगशाला और खुदरा मछली बाजार जैसी परियोजनाएं पूरी होने वाली हैं। इन परियोजनाओं से मछली उत्पादन और किसानों की आय बढ़ेगी।
कृषि एवं किसान कल्याण
जल प्रबंधन के तहत 32 हजार 577 हेक्टेयर क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई की व्यवस्था की गई है, जिसकी लागत 165.96 करोड़ रुपये है। कृषि यंत्रीकरण के लिए 117.67 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई। हालांकि, बीज परियोजना की 16.7 करोड़ रुपये की राशि बिहार सरकार को वापस करनी पड़ी।
भंडारण और साइलो निर्माण में भी प्रगति
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के तहत 25 स्थानों पर 2.84 लाख मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम बनाए गए, जिस पर 247.64 करोड़ रुपये खर्च हुए। वहीं, बिहार के दरभंगा, समस्तीपुर और कटिहार जिले में कुल 1.50 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले साइलो का भी निर्माण किया गया है। इस परियोजनाओं पर 135 करोड़ रुपये की लागत आयी है।
पीईजी योजना के तहत बिहार के सीतामढ़ी, शेखपुरा, आरा, गोपालगंज, सहरसा, नालंदा, हाजीपुर और समस्तीपुर में कुल 1.20 लाख मीट्रिक टन क्षमता के 8 गोदामों का निर्माण कार्य जारी है। इसकी अनुमानित लागत 104.7 करोड़ रुपये है।
वहीं, बिहार के 16 स्थानों पर कुल 7.25 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले साइलो का निर्माण हो रहा है। इसकी अनुमानित लागत 652.5 करोड़ रुपये है।
केंद्र सरकार के विशेष पैकेज के बाद बिहार में विकास की रफ्तार को नई दिशा मिली है। यह बदलाव राज्य को आत्मनिर्भर और रोजगार सृजन की दिशा में निरंतर आगे बढ़ा रहा है।
Bihar News: 50 हजार से 2 लाख तक का लोन, इनको मिलेगा नीतीश सरकार की योजना का लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। अब ग्रामीण महिलाओं, विशेषकर स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सदस्यों को व्यक्तिगत ऋण के माध्यम से छोटे-छोटे उद्यमों की स्थापना के लिए बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका), भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सीडबी) एवं वुमन वर्ल्ड बैंक प्रेरित करेगा।
लक्ष्य को साकार करने के लिए बुधवार को प्रयास व्यक्तिगत उद्यम योजना पर एक दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं, विशेषकर स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सदस्यों को व्यक्तिगत ऋण के माध्यम से छोटे-छोटे उद्यमों की स्थापना हेतु प्रेरित करना और उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करना था।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा ने कहा कि जीविका की प्राथमिकता हमेशा रही है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए। हमने समूह आधारित वित्त पोषण को सफलतापूर्वक लागू किया है, लेकिन अब समय आ गया है कि हम महिलाओं को व्यक्तिगत उद्यम के लिए प्रोत्साहित करें। प्रयास योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।
सीडबी की सीजीएम सत्यकी रस्तोगी ने कहा, बिहार की महिलाएं अब केवल घरेलू कार्यों तक सीमित नहीं हैं। वे आर्थिक गतिविधियों में आगे बढ़ रही हैं और प्रयास जैसी योजनाएं उन्हें अपने सपनों को साकार करने का अवसर देती हैं। सीडबी महिला उद्यमिता को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। महिलाओं को व्यक्तिगत ऋण देने की प्रक्रिया को सरल एवं संवेदनशील बनाया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इससे लाभान्वित हो सकें।
वुमन वर्ल्ड बैंकिंग की क्षेत्रीय प्रमुख कल्पना अय्यन ने कहा कि दुनिया भर में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ रही है, और भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में यह बदलाव तेज गति से हो रहा है।
बिहार में जीविका के माध्यम से महिलाओं को जो मंच मिला है, वह सराहनीय है। हमलोग इस योजना के तहत चार जिलों में लगभग सात करोड़ रुपये ऋण स्वयं सहायता समूहों को उपलब्ध कराई है। अब हमें उन्हें व्यक्तिगत उद्यम के लिए तैयार करना है और वित्तीय सेवाओं तक उनकी सीधी पहुंच सुनिश्चित करनी है। वुमन वर्ल्ड बैंकिंग इस दिशा में हर संभव सहयोग देने को तत्पर है। कार्यशाला में बिहार के विभिन्न जिलों से आई हुईं महिलाओं ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं।
प्रयास योजना का उद्देश्य है कि समूह आधारित वित्तीय समावेशन से आगे बढ़कर अब व्यक्तिगत ऋण के माध्यम से महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर दिया जाए। समूह सदस्यों को 50 हजार से दो लाख तक का ऋण संकुल स्तरीय संघों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाए।
यह योजना उन महिलाओं के लिए है जो सिलाई, दुकानदारी, पशुपालन, प्रसंस्करण, कृषि आधारित उद्यम, खाद्य उत्पाद निर्माण जैसे क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाना चाहती हैं। कार्यशाला में इस योजना की रूपरेखा, प्रक्रिया, सफलता की कहानियां, बैंक सहयोग की भूमिका एवं महिलाओं के लिए संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
Tatkal Ticket Rule Change: रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर, काउंटर से तत्काल टिकट लेने का बदला नियम
जागरण संवाददाता, पटना। तत्काल टिकट का हो रहे कालाबाजारी पर अंकूश लगाने के लिए रेलवे की ओर लगातार प्रयास जारी है। आम आदमी को तत्काल ट्रेन टिकटों का लाभ मिले इसके लिए भारतीय रेलवे द्वारा कई कदम उठाए गए हैं।
अब काउंटर से भी तत्काल टिकट लेने पर यात्रियों को मोबाइल पर आए ओटीपी को काउंटर क्लर्क को देना होगा। इसके बाद ही उनका टिकट निकल पाएगा।
- टिकट बुकिंग के लिए गलत सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए पिछले छह महीनों में 2.5 करोड़ संदिग्ध आईआरसीटीसी आईडी ब्लॉक की गई हैं।
- व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए तत्काल ई-टिकट बुक करने के लिए अब आधार को अनिवार्य बना दिया गया है।
- रेलवे काउंटर/विंडो पर तत्काल टिकट बुकिंग के लिए यात्रियों/प्रतिनिधियों को मोबाइल नंबर और ओटीपी प्रदान करना होगा। मोबाइल/ओटीपी के सफल प्रमाणीकरण के बाद ही तत्काल टिकट जारी हो पाएगा ।
- तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 30 मिनट केवल व्यक्तिगत ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं और स्टेशनों पर पीआरएस काउंटर से टिकट बुक करने वाले व्यक्तियों के लिए उपलब्ध होंगे।
- ट्रैवल एजेंट और अधिकृत एजेंसियां आधे घंटे के बाद ही टिकट बुक कर सकती हैं, यानी ट्रैवल एजेंट एसी क्लास में 10:30 बजे से और नॉन एसी के लिए 11:30 बजे के बाद ही तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं।
- एसी के लिए 10:00 से 10:30 बजे तक और नॉन एसी के लिए 11:00 - 11:30 बजे तक व्यक्तिगत ऑनलाइन उपयोगकर्ता और पीआरएस काउंटर पर विंडो टिकट उपयोगकर्ताओं के लिए ही उपलब्ध रहेगी।
- तत्काल टिकट बुकिंग के लिए गैर-आधार उपयोगकर्ता पीआरएस काउंटरों और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से टिकट बुक कर सकते हैं।
- एक जुलाई से आईआरसीटीसी ऐप पर तत्काल टिकट बुकिंग केवल आधार सत्यापित आईडी से ही की जा सकेगी।
- आधार प्रमाणीकरण के लिए ओटीपी का प्रावधान 15 जुलाई तक लागू किया जाएगा।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ प्रावधान किए गए हैं कि बॉट (या अन्य सॉफ्टवेयर साधन) वास्तविक उपयोगकर्ताओं की तुलना में तेज़ी से टिकट बुक करने में सक्षम न हों।
विंडो टिकट के लिए बुकिंग करने वाले व्यक्ति को एक मोबाइल नंबर देना होगा जिस पर सत्यापन के लिए ओटीपी भेजा जाएगा। यह प्रावधान 15 जुलाई तक लागू किया जाएगा।
Bihar News: बिहार में जेल के कैदियों को मिलेगा कंप्यूटर ज्ञान, नीतीश सरकार का अहम फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की जेलों में बंद कैदियों को अब कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी शुरुआत राज्य के तीन प्रमुख जेल बेउर आदर्श केंद्रीय कारा, शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर और केंद्रीय कारा बक्सर शामिल हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अभी 116 बंदियों का शामिल किया गया है।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद चौधरी ने गुरुवार को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। बेउर केंद्रीय कारा में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह पहल बंदियों के पुर्नवास में सहायक होगी। अपराध की पुनरावृत्ति को भी कम करेगी।
कारा में पहले से बंद जो कैदी कंप्यूटर में दक्ष हैं, उनका उपयोग प्रशिक्षण देने में किया जाए। मौके पर कारा महानिरीक्षक प्रणव कुमार ने कहा कि विभाग के लिए बंदियों का कौशल विकास और प्रशिक्षण सर्वोच्च प्रथामिकता है। यह कार्यक्रम कैदियों को समाज की मुख्य धारा में वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलेट) के माध्यम से कंप्यूटर कॉन्सेप्ट और डिजिटल लिट्रेसी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित है। संस्थान के कार्यकारी निदेशक नितिन पुरी ने आश्वासन दिया कि संस्थान बंदियों के कौशल उन्नयन में अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ काम करेगा।
कार्यक्रम का लक्ष्य तकनीकी शिक्षा के माध्यम से कैदियों को आत्मनिर्भर बनाना है। कार्यक्रम में संयुक्त सचिव सह निदेशक संजीव जमुआर, बेउर कारा के डीआइजी सह अधीक्षक नीरज कुमार झा, सहायक कारा महानिरीक्षक राजीव कुमार सिंह, बंदी कल्याण पदाधिकारी बिनोद कुमार प्रभाष्कर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
2.25 करोड़ का किया गया निवेशयोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य सरकार ने 2.25 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसके तहत राज्य की 41 काराओं में आधुनिक कंप्यूटर लैब स्थापित किए जा रहे हैं। इन लैब के लिए 250 कंप्यूटर सिस्टम, 250 यूपीएस यूनिट और 250 कंप्यूटर टेबल स्थापित किए गए हैं।
सभी काराओं में कैदियों को प्रशिक्षण की तैयारीसभी जेलों में बंद 11 सौ कैदियों को आठ अलग-अलग व्यावसायिक विधाओं में प्रशिक्षित करने की योजना है। अगले चरण में बिहार कौशल विकास मिशन (बीएसडीएम) के सहयोग से सभी काराओं में इसका आयोजन होगा। इसके लिए गृह विभाग और नाइलेट के बीच खासतौर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है।
Bihar Teacher News: शिक्षकों को 15 जून तक मिलेगी खुशखबरी, शिक्षा विभाग ने दिया ये आदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने राज्य में स्थानांतरित शिक्षकों को विद्यालय आवंटन कार्य 15 जून तक पूरा करने का निर्देश दिया है। आवंटित किए जाने वाले विद्यालयों में स्थानांतरित शिक्षकों 23 से 30 जून तक योगदान (ज्वाइनिंग) करना अनिवार्य है। इसके लिए वर्तमान पदस्थापन वाले विद्यालय से वे स्वतः विरमित समझे जाएंगे।
शिक्षा विभाग के मुताबिक, स्थानांतरित शिक्षकों के विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया सॉफ्टवेयर माध्यम से चल रही है। यह कार्रवाई संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा की जा रही है।
विद्यालय आवंटन में बरती जा रही पारदर्शिता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विद्यालय आवंटन के लिए श्रेणीवार शिक्षकों की सूची जिला शिक्षा पदाधिकारी के लागइन में उपलब्ध है, लेकिन उन्हें एक बार में किसी एक शिक्षक का ही डिटेल दिख रहा है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के लागइन में शिक्षक का नाम एवं शिक्षक आइडी नहीं दिख रहा है। केवल अन्य विवरण यथा शिक्षक की कोटि, विषय, वर्ग एवं उसके द्वारा भरा गया पंचायतों का विकल्प प्रदर्शित हो रहा है।
उन्हें यह भी ज्ञात नहीं हो पा रहा है कि शिक्षक पूर्व से कहां पदस्थापित हैं एवं उन्होंने किस कारण से स्थानांतरण हेतु आवेदन दिया है। इससे इसमें पूर्ण पारदर्शिता एवं गोपनीयता बरती जा रही है। ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि जिला शिक्षा पदाधिकारी अनावश्यक दबाव से मुक्त रहें।
CLAT PG Result 2025: क्लैट पीजी का संशोधित रिजल्ट जारी, नामांकन के लिए 13 जून तक रजिस्ट्रेशन का मौका
जागरण संवाददाता, पटना। कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज ने दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार कामन लॉ एडमिशन टेस्ट पोस्टग्रेजुएट (क्लैट पीजी) 2025 का संशोधित रिजल्ट बुधवार को जारी कर दिया है। अभ्यर्थी वेबसाइट consortiumofnlus.ac.in/clat-2025/ के माध्यम से संशोधित स्कोर देख सकते हैं।
याचिकाकर्ताओं ने एक प्रश्न को चुनौती देने के लिए 1,000 रुपये की अत्यधिक आपत्ति शुल्क के बारे में भी चिंता जताई थी। मामले में विचार करते हुए न्यायालय ने कंसोर्टियम को सभी विसंगतियां दूर करके संशोधित परिणाम घोषित करने का आदेश दिया। इसमें उत्तर कुंजी में पाई गई त्रुटियों को दूर किया गया है। योग्य उम्मीदवारों को उनके पंजीकृत ईमेल, मोबाइल नंबर और क्लैट पोर्टल पर काउंसिलिंग के लिए आमंत्रण भेजा गया है।
कई प्रश्नों पर थी आपत्तिप्रश्न संख्या 56 - मास्टर बुकलेट में चार विकल्पों में विसंगति के कारण प्रश्न को वापस ले लिया गया है। प्रश्न संख्या 21 - यह प्रश्न यह निर्धारित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक से संबंधित था कि क्या कोई गतिविधि ‘उद्योग’ का गठन करती है। कंसोर्टियम ने तर्क दिया कि विकल्प ‘बी’ सही उत्तर है जो इंगित करता है कि यह किसी प्रतिष्ठान का ‘प्रमुख कार्य’ है।
इसमें न्यायालय ने पाया कि विकल्प सी सही आंसर है।प्रश्न संख्या 57 - कंसोर्टियम ने स्वीकार किया कि अनुच्छेद XII उपरोक्त निर्णय का उद्धरण नहीं है। इसमें न्यायालय ने कंसोर्टियम से सहमति जताया, कहा कि विकल्प (ए) सही उत्तर है।प्रश्न संख्या 98 - अदालत ने कहा कि विकल्प बी - सैल्मंड सही उत्तर है, न कि विकल्प ए - पाउंड
13 जून तक रजिस्ट्रेशन का मौका:रिजल्ट जारी होने के साथ ही क्लैट पीजी काउंसलिंग 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन 11 जून से आरंभ हो गई। जो अभ्यर्थी एलएलएम प्रोग्राम में नामांकन लेना चाहते हैं, वे 13 जून शाम पांच बजे तक काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आवेदन केवल वेबसाइट consortiumofnlus.ac.in पर ऑनलाइन किया जाएगा।
वे अभ्यर्थी जिन्होंने पहले ही काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन किया है और शुल्क भर दिया है, उन्हें दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
क्लैट पीजी 2025 के तहत एलएलएम प्रोग्राम में नामांकन के लिए काउंसलिंग में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, क्लैट पीजी 2025 का प्रवेश पत्र, एलएलबी या समकक्ष कानून डिग्री की मार्कशीट, हाल ही में पढ़े गए शैक्षणिक संस्थान से जारी चरित्र प्रमाण पत्र या आचरण प्रमाण पत्र, स्थानांतरण या माइग्रेशन सर्टिफिकेट, आरक्षित श्रेणी के तहत आवेदन करने पर जाति प्रमाण पत्र, दिव्यांग यादि लागू हो तो, डोमिसाइल या निवास प्रमाण पत्र (यदि आप डोमिसाइल कोटे के तहत सीट के लिए आवेदन कर रहे हैं) अपलोड करने होंगे।
Bihar Teacher News: 6390 शिक्षकों ने ट्रांसफर का आवेदन लिया वापस, शिक्षा विभाग ने दिया था मौका
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों के 6,390 शिक्षकों ने अब तक अपने स्थानांतरण का आवेदन वापस ले लिया है। आवेदन वापस लेने वालों में सर्वाधिक शिक्षक दरभंगा एवं पश्चिम चंपारण जिले के हैं। इन दोनों जिलों के 331-331 शिक्षकों ने अपना आवेदन वापस लिया है।
वहीं, दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर है, जहां के 324 शिक्षकों ने अपना आवेदन वापस लिया है। तीसरे स्थान पर समस्तीपुर जिला है, जहां के 277 शिक्षकों द्वारा आवेदन वापस लिया गया है। पटना जिले के 257 शिक्षकों ने अब तक अपना आवेदन वापस लिया है।
शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि राज्य के जिन 6,390 शिक्षकों द्वारा अब तक अपने स्थानातंरण के आवेदन वापस लिया गया है, उनमें 5,083 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्हें अब तक विद्यालय आवंटित नहीं हुआ है। वहीं 1,307 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्हें विद्यालय आवंटित हो चुका था।
स्थानातंरण का आवेदन वापस लेने वाले 6,390 शिक्षकों में अररिया के 166, अरवल के 50, औरंगाबाद के 188, बांका के 182, बेगूसराय के 181, भागलपुर के 218, भोजपुर के 182, बक्सर के 115, दरभंगा के 331, गया के 234, गोपालगंज के 226, जमुई के 129, जहानाबाद के 57, कैमूर के 97, कटिहार के 171, खगड़िया के 57, किशनगंज के 87, लखीसराय के 49 एवं मधेपुरा के 114 शिक्षक शिक्षक हैं।
इसी प्रकार मधुबनी के 234, मुंगेर के 51, मुजफ्फरपुर के 324, नालंदा के 147, नवादा के 130, पश्चिम चंपारण के 331, पटना के 257, पूर्वी चंपारण के 252, पूर्णिया के 203, रोहतास के 203, सहरसा के 116, समस्तीपुर के 277, सारण के 222, शेखपुरा के 39, शिवहर के 30, सीतामढ़ी के 177, सिवान के 216, सुपौल के 170 एवं वैशाली के 177 शिक्षकों द्वारा अब तक स्थानातंरण के आवेदन वापस लिया गया है।
एक लाख 90 हजार शिक्षकों ने किया है स्थानातंरण को आवेदनएक लाख 90 हजार शिक्षकों द्वारा स्थानातंरण के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया गया था। उनमें से एक लाख 30 हजार शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ, जिन्हें विद्यालय आवंटित किया जा रहा है।
इस बीच शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने उन शिक्षकों को स्थानातंरण का आवेदन वापस लेने का मौका प्रदान किया, जिन्होंने स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन तो किया, लेकिन अब वर्तमान पदस्थापन वाले विद्यालय में ही बने रहना चाहते हैं।
ऐसे शिक्षक अपना आवेदन वापस ले सकें, इसके लिए पोर्टल खोला गया। उसके बाद शिक्षकों ने आवेदन वापस लेना शुरू किया। माना जा रहा है कि अभी आवेदन वापस लेने वाले शिक्षकों की संख्या और बढ़ेगी। इससे उन जिलों में रिक्तियां बढ़ जायेंगी, जहां संबंधित शिक्षकों का स्थानातंरण हुआ है। इससे रिक्त सीटों पर दूसरे शिक्षकों को स्थानातंरण लेने का मौका मिलेगा।
'ये चर्चित वारदात की आरोपित है'..जब पटना में सोनम रघुवंशी को पहचान नहीं पाई पुलिस
संवाद सूत्र,जागरण, फुलवारी शरीफ (पटना)। सोनम को साथ लेकर सोमवार की देर रात मेघालय पुलिस फुलवारीशरीफ थाने में पहुंची। तब वहां मौजूद ओडी पदाधिकारी को भी नहीं मालूम था कि जिस आरोपित को साथ लेकर मेघालय पुलिस पहुंची हैं, वह चर्चित मामला है।
थानाध्यक्ष को भी नहीं दी जानकारीउन्हें अनुसंधान कक्ष में बैठने को कहा और इस बात की जानकारी थानाध्यक्ष को भी नहीं दी। जब वहां मीडिया की भीड़ जमा हो गई, तब पुलिस अधिकारी को सूचना मिली कि सोनम को लेकर पुलिस फुलवारीशरीफ थाना पहुंच गई है।
मेरे साथ एक चर्चित वारदात की आरोपित है...फिर डीएसपी फुलवारी शरीफ थाना पहुंचे। सूत्रों की मानें तो थाना पहुंचते ही मेघालय पुलिस ने अपना परिचय दिया। बोल कि मेरे साथ एक चर्चित वारदात की आरोपित है। हम लोग यात्रा से थक गए हैं। हम लोगों का पटना एयरपोर्ट से कोलकाता वाय गुवाहाटी की फ्लाइट है।
बाद में सीधे अनुसंधान कक्ष में भेज दिया गयायहां कुछ देर आराम करना है। इसके बाद उन्हें सीधे अनुसंधान कक्ष में भेज दिया गया। मीडियाकर्मियों के पहुंचने के बाद थाना पुलिस सतर्क हुई और सभी को बाहर रोका गया। एयरपोर्ट तक पहुंचने में देर न हो इसके लिए रेलवे गुमटी के पास पुलिस बल को तैनात किया गया था।
बता दें कि रात में थाने में बितान के बाद मेघालय में इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपित पत्नी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मंगलवार की शाम पटना एयरपोर्ट से कोलकाता वाया गुवाहाटी से शिलांग ले जाया गया। मेघालय पुलिस की टीम सोनम को एक सफेद रंग की निजी कार में सवार कर गाजीपुर से बक्सर होते हुए पटना पहुंची।
चार सदस्यीय टीम सोनम को लेकर आईगौरतलब है कि ट्रांजिट रिमांड मिलने के मेघालय की चार सदस्यीय टीम सोनम को सड़क मार्ग होते हुए बक्सर से पटना लाई थी। रात करीब दो बजे पुलिस उसे लेकर बक्सर के आदर्श नगर थाने में पहुंची। वहां करीब 15 मिनट रुकना हुआ। रास्ते में सुरक्षा नहीं मिलने की वजह से सफर 15 मिनट के लिए रोका गया था।
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Bihar: नये कलेवर में नजर आएंगे ये 11 गंगा घाट, 139 करोड़ रुपये से हो रहा नव निर्माण
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। गंगा किनारे स्थित पटना साहिब विधान सभा क्षेत्र में प्रतिदिन हजारों की संख्या में विभिन्न मोहल्ले से नागरिक गंगा स्नान करने घाटों पर जाते हैं।
नागरिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए घाटों का निर्माण कराना हमारा लक्ष्य है। 139 करोड़ से सिटी के 11 गंगा घाटों का नव निर्माण हो रहा है।
यह बातें मंगलवार को बिहार विधान सभाध्यक्ष नंद किशोर यादव ने नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा के साथ गंगा घाटों के निरीक्षण के दौरान कही।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि शहर में चारों ओर विकास कार्य जारी है। अबतक आठ घाटों में पथरी घाट, नरकट घाट, बजरंग घाट, लोहरवा घाट, गोसाई घाट, राजा घाट, खाजेकलां घाट व कंगन घाट का निर्माण का कार्य पूरा हो चूका है।
43.10 करोड़ की लागत से भद्र घाट, महावीर घाट व नौजर घाट का निर्माण किया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि तीनों घाटों का निर्माण तीन माह के अंदर हो जाएगा। इस क्षेत्र के अन्य घाटों की निर्माण की पहल की जा रही हैं।
बिहार के शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों के लिए जरूरी खबर, पुराने वेतनमान वाले का होगा ट्रांसफर
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में राजकीयकृत एवं परियोजना विद्यालयों के पुराने वेतनमान वाले सहायक शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों का स्थानातंरण होगा। ऐसे शिक्षकों की संख्या 66,433 के आसपास है। विशेष बात यह है कि शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों का स्थानांतरण पारस्परिक एवं ऐच्छिक होगा।
स्थानांतरण भी ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से होगाराजकीयकृत एवं परियोजना विद्यालयों के पुराने वेतनमान वाले सहायक शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों का स्थानांतरण भी ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से होगा। पारस्परिक एवं ऐच्छिक स्थानांतरण चाहने वाले सहायक शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों को ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर आवेदन करना होगा।
इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (स्थापना) को निर्देश जारी किया है। निर्देश के मुताबिक पारस्परिक एवं ऐच्छिक स्थानांतरण चाहने वाले राजकीयकृत और परियोजना विद्यालयों के पुराने वेतनमान वाले सहायक शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों की सूची तैयार करने काे कहा गया है।
निर्देश में जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों से कहा गया है कि राजकीयकृत एवं परियोजना विद्यालयों के नियमित वेतनमान में नियुक्त सहायक शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक का पारस्परिक एवं ऐच्छिक स्थानांतरण ई-शिक्षाकोष पोर्टल के माध्यम से किया जाना है।
एक्सेल शीट ई-मेल पर उपलब्ध कराएंइसके लिए उन्हें ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर करना है। स्थानांतरण के लिए राजकीयकृत एवं परियोजना विद्यालय के नियमित वेतनमान में नियुक्त सहायक शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक से संबंधित सूचना विहित प्रपत्र (एक्सेल शीट) में 13 जून तक माध्यमिक शिक्षा निदेशक के ई-मेल पर उपलब्ध कराएं।
इसके लिए दिए गए प्रपत्र में विद्यालय का नाम, यू-डायस कोड, प्रधानाध्यापक व सहायक शिक्षक का नाम, पदनाम, ई-शिक्षाकोष पर प्रदर्शित शिक्षक आइडी संख्या, जन्म तिथि, नियुक्ति तिथि, मोबाइल नंबर एवं अभ्युक्ति के कालम हैं। इसकी प्रतिलिपि अपर राज्य परियोजना निदेशक, जो केंद्रीयकृत अनुश्रवण कोषांग के प्रभारी हैं, के साथ सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशकों को दी गई है।
पटना के मैनपुरा में दो युवकों को मारी गोली, एक की मौत; राजधानी में चार दिन में चौथी बड़ी वारदात
जागरण संवाददाता, पटनाः पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के मैनपुरा गेट नंबर 44 के पास में मंगलवार की देर रात बाइक सवार अपराधियों ने दो युवकों को गोली मार दी। वारदात में एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। मृतक की पहचान राजा कुमार (32) के रूप में हुई है। घायल 30 वर्षीय जितेंद्र को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
गोली मारने के बाद हथियार लहराते अपराधी फरारमिली जानकारी के अनुसार एक बाइक पर सवार दो अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। गोली मारने के बाद हथियार लहराते दोनों फरार हो गए। सूचना मिलने पर पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम भी पहुंची। टीम साक्ष्य इकट्ठा कर रही है। पुलिस आपसास के लोगों से पूछताछ कर रही है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है।
पुलिस खंगार रही सीसीटीवी कैमरे की फुटेजबाइक सवार किस दिशा से आए इसके लिए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी जा रही है। घायल जितेंद्र के होश में आने के बाद पुलिस उसका बयान दर्ज करेगी। मृतक के स्वजनों ने बोरिंग रोड निवासी एक युवक पर संदेह जताया है। पुलिस उस युवक की तलाश कर रही है। तीन लोगों से अबतक घटना को लेकर पूछताछ की जा चुकी है।
बीते चार दिनों में चौथी बड़ी वारदातराजधानी में बीते चार दिनों में यह चौधी बड़ी वारदात है। इसके पूर्व बिक्रम में डबल मर्डर, पटना सिटी में मां-बेटी की गोली मारकर हत्या एवं पति को जख्मी किया गया था। फतुहा में मंगलवार की देर शाम अधेड़ को गोली मारी गई, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी है। वहीं, राजधानी में ही पंचायती के दौरान सब दारोगा सहित तीन लोगों को गोली मारकर जख्मी किया गया था।
Bihar: मतदान के लिए लालच देना पड़ सकता है महंगा, बैंक अकाउंट ट्रांजैक्शन पर रखी जा रही कड़ी नजर
जागरण संवाददाता, पटना। भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव कराना है।
निर्वाचन व्यय अनुश्रवण के लिए सभी प्रवर्तन एजेंसियों के बीच अच्छा समन्वय होना आवश्यक है। आयोग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार अभी से ही लगातार नजर रखी जाए।
कैश, बैंक अकाउंट ट्रांजैक्शन, फ्रीबिज आदि पर नजर रखना है। शराब माफियाओं के विरुद्ध विधि-सम्मत कठोरतम कार्रवाई करनी होगी। शराब की जब्ती बढ़ाएं।
पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है। बड़ी मात्रा में अवैध नगद, मादक पदार्थों, कीमती धातुओं आदि को नियमानुसार जब्त किया जाए।
यह निर्देश जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस कमेटी की बैठक में दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि पटना जिले में 14 विधानसभा क्षेत्र है। निर्वाचन व्यय के दृष्टिकोण से संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों एवं संवेदनशील पाकेट्स की पहचान आवश्यक है। इसके प्रति सजग एवं तत्पर रहें।
एलडीएम को पैसों के अत्यधिक लेन-देन पर नजर रखने एवं प्रतिवेदित करने का निदेश दिया गया। चुनाव से पहले अथवा चुनाव के दौरान किसी खाता से असामान्य एवं बड़ी राशि की निकासी अथवा ट्रान्जैक्शन हो रहा है तो इसकी भी सूचना देने का निर्देश दिया।
छोटी-छोटी मात्रा में आनलाइन/डिजिटल माध्यम से कई व्यक्तियों के खाते में राशि के अंतरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। करेंसी की मांग में पहले से 20 प्रतिशत या उससे अधिक वृद्धि पर नजर रखी जाए।
मतदाताओं को प्रलोभन-मुक्त मतदान के लिए अभिप्रेरित करने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स सजग रहें। निर्वाचन व्यय के अनुश्रवण लिए कोषांग 24 घंटे क्रियाशील रहेगी।
बैठक में समिति के सदस्यगण यथा वरीय पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, राज्यकर अपर आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सहायक उत्पाद आयुक्त, सहायक आयुक्त सीमा शुल्क (निवारण) प्रक्षेत्र, अग्रणी विकास प्रबंधक (एलडीएम), आयकर अधिकारी एवं अन्य भी उपस्थित थे।
भारत निर्वाचन आयोग के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के मापदंड- पिछले लोक सभा एवं विधान सभा आम चुनाव के दौरान बड़ी मात्रा में अवैध कैश, लिकर, ड्रग्स, नार्कोटिक्स, महंगे धातु, फ्रीबिज आदि की जब्ती।
- अंतर्राष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय सीमा से लगे निर्वाचन क्षेत्रों में जब्ती का इतिहास एवं पिछले चुनाव के दौरान घटित घटना।
- चुनाव की घोषणा के छः माह पहले निर्वाचन क्षेत्र में करेंसी की मांग में पहले से 20 प्रतिशत अथवा उससे अधिक की वृद्धि।
- चुनाव की संभावित तिथि से छः माह पहले कुछ खास बैंक खातों से छोटी-छोटी मात्रा में ऑनलाइन-डिजिटल माध्यम से कई व्यक्तियों के खाते में राशि का अंतरण।
- निर्वाचन क्षेत्र में अच्छी संख्या में एक्सपेंडिचर सेंसिटिव पाकेट्स का होना।
Bihar News: बिहार में भीषण गर्मी के बीच बढ़ी बिजली की डिमांड, सारे रिकॉर्ड टूटे, 8303 मेगावाट की हुई खपत
जागरण संवाददाता, पटना। गर्मी बढ़ते ही राज्य में बिजली खपत का सभी पुराना रिकॉर्ड टूट गया। मंगलवार की रात 9.50 बजे 8303 मेगावाट बिजली खपत हुई।
अब तक अधिकतम 8005 मेगावाट बिजली खपत का रिकॉर्ड था। खबर लिखे जाने तक बिजली खपत में लगतार वृद्धि हो रही थी।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने बताया कि बिजली खपत की रिकॉर्ड बनने के बाद भी राज्यभर में निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति की जा रही है। सभी अभियंता अलर्ट पर है।
राज्य के किसी भी हिस्से से बिजली आपूर्ति बाधित होने की सूचना नहीं है। फ्यूजकाल भी नियंत्रित है। ऐसी स्थिति विद्युत संरचनाओं के गुणवत्ता के साथ रखरखाव के कारण बनी हुई है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी क्षेत्र में 4354 मेगावाट बिजली खपत की रिकॉर्ड बना है। नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी भी 3949 मेगावाट खपत का रिकॉर्ड बनाया है।
देर रात तक पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान भी बिजली खपत का रिकॉर्ड बना सकता है। 13 मई को पटना में अधिकतम बिजली खपत का रिकॉर्ड 811 मेगावाट का है।
खबर लिखे जाने तक आठ सौ मेगावाट से अधिक बिजली खपत हो रही है। यह रिकॉर्ड देर रात तक टूट सकता है। बिजली की मांग में वृद्धि को देखते हुए बिजली कंपनी के अभियंता अलर्ट पर है।
फ्यूजकाल सेंटरों का निरीक्षण अभियंता कर रहे हैं। मंगलवार को राजधानी पटना में फ्यूजकाल की शिकायतें सामान्य रही।
पेसू महाप्रबंधक श्रीराम सिंह ने बताया कि बिजली कंपनी के निर्देश पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए अभियंता अलर्ट पर है। 24 घंटे फ्यूजकाल सेंटर कार्य कर रहा है। शिकायत दर्ज होने के बाद उसे दूर कराया जाने की व्यवस्था है।
Lalu Yadav Birthday: 78 के हुए लालू यादव, RJD प्रमुख के बर्थडे पर पटना में उमड़ा जनसैलाब
डिजिटल डेस्क, पटना। Lalu Yadav Birthday: भारत की राजनीति का बड़ा नाम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का आज 78वां जन्मदिवस है।
पूरे राज्य में जोर-शोर से उनका जन्मदिन मनाया जा रहा है। सुबह से ही उनके पटना स्थित आवास पर शुभकामनाएं एवं बधाई देने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा है।
#WATCH पटना: RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन के अवसर पर उनके समर्थक उन्हें बधाई देने पहुंचे। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ जन्मदिन मनाया। pic.twitter.com/0FwbmFYIlo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 11, 2025इस दौरान लालू यादव ने भी उन्हें निराश नहीं किया और उनके साथ अपना जन्मदिन मनाया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों और आम समर्थकों ने लालू यादव को जन्मदिन की बधाई दी है।
लालू यादव के जन्मदिन के अवसर पर सुबह से ही राजद कार्यकर्ता उनके आवास पर पहुंचने लगे। इस दौरान कई कार्यकर्ता ढोल-नगाड़ों, ताशों और मिठाइयों के साथ आवास पर पहुंच रहे थे।
इस दौरान कई कार्यकर्ताओं ने जमकर डांस किया।
इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है। हम अपने सभी पाठकों को पल-पल की खबरों से अपडेट करते हैं। हम लेटेस्ट और ब्रेकिंग न्यूज को तुरंत ही आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रारंभिक रूप से प्राप्त जानकारी के माध्यम से हम इस समाचार को निरंतर अपडेट कर रहे हैं। ताजा ब्रेकिंग न्यूज़ और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए जागरण के साथ।
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राज्य ब्यूरो, पटना। देश में जमीन के स्वामित्व के मामले में रक्षा मंत्रालय के बाद दूसरे नंबर पर रहने वाला रेलवे म्यूटेशन (दाखिल-खारिज) कराने में आम लोगों की तरह ही सुस्त है।
जमीन से जुड़े कागजातों को सहेज कर रखने में भी वह पीछे है। यही कारण है कि 1955-56 में अधिग्रहीत जमीन के सभी कागजात वह नहीं दिखा पा रहा है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने रेलवे की जमीन के म्यूटेशन के लिए अलग व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई बैठक में रेलवे के अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में म्यूटेशन ही मुद्दा था।
बैठक के संलेख के अनुसार रेलवे के प्रतिनिधियों ने जमीन के स्वामित्व के बारे में किसी तरह का अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया। दानापुर की 15 एकड़ से अधिक जमीन के अधिग्रहण के ही अभिलेख उपलब्ध कराए गए। लेकिन, ये भी पूरे नहीं थे।
इस भूखंड पर रेलवे के 78 प्लाट हैं। रेलवे के प्रतिनिधि को कहा गया कि वे जरूरी अभिलेख के साथ संबंधित अंचलाधिकारी, अपर समाहर्ता एवं जिला भू अर्जन पदाधिकारी से संपर्क करें।
इनकी प्रतियां राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मुख्यालय को भी उपलब्ध करा दें। म्यूटेशन के मामले में समन्वय के लिए रेलवे एक अधिकारी को तैनात करे। सभी रेल मंडलों के लिए अलग-अलग अधिकारी तैनात किए जाएं। बिहार में रेलवे के आठ मंडल हैं।
सरकारी जमीन के म्यूटेशन के दाखिल खारिज के लिए विभाग का एक स्वतंत्र पोर्टल पहले से काम कर रहा है। रेलवे के लिए अलग से एक ई-मेल सृजित करने का निर्णय लिया गया।
पिछले 20 वर्षों के लिए रेलवे की जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण किया गया है, उनमें प्रमुख हैं-
नेउरा-दनियांवा, इस्लामपुर-नटेसर, राजगीर-तिलैया, सदिसोपुर-जट डुमरी, अररिया-गलगलिया, खगड़या-अलौली, हसनपुर-कुशेश्वर, दरभंगा कुशेश्वरस्थान, हाजीपुर-सुगौली, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी एवं महराराजगंज-मशरक रेल लाइन।
Jyeshtha Purnima 2025: ज्येष्ठ पूर्णिमा आज, इन चीजों के दान से माता लक्ष्मी होंगी प्रसन्न; जानें शुभ मुहूर्त
जागरण संवाददाता, पटना। Jyeshtha Purnima 2025। ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा का पर्व आज बुधवार को ज्येष्ठा नक्षत्र एवं साध्य योग में मनेगी। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन हो जाएंगे।
आज सूर्य और चंद्रमा आमने-सामने की स्थिति में होंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन से वैवस्वत मन्वंतर की शुरुआत हुई थी। पूर्णिमा को भगवान जगन्नाथ सहस्त्रधारा स्नान करेंगे। इसके बाद 15 दिन तक उनकी ज्वर लीला चलेगी।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर लक्ष्मी-नारायण की पूजाज्योतिष आचार्य राकेश झा ने बताया कि ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को अन्य सभी पूर्णिमाओं से अधिक महत्व रखता है। इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी और ज्येष्ठ पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है।
इस दिन गंगा, सरोवर, संगम या तीर्थ में स्नान के बाद दान, व्रत व पुण्य कृत्य करने से समस्त पापों का ह्रास, रोक-शोक से मुक्ति तथा मोक्ष की प्राप्ति के द्वार खुल जाते है। आज लक्ष्मी-नारायण की पूजा, खीर का भोग तथा कर्पूर की आरती होगी। दक्षिण संप्रदाय के श्रद्धालु इसे वट पूर्णिमा के रूप में मनाते है।
आज चंद्रमा की पूजा करने से कुंडली के चंद्र दोष दूर तथा चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण प्रभु की विधिवत पूजा के बाद कथा श्रवण करने से समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना किया जाएगा।
ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि पर शुभ योग में स्नान-दान, पूजा-पाठ, दान-धर्म एवं पुण्य कृत्य करने से धन, संपत्ति एवं वैभव में वृद्धि के साथ अक्षय पुण्य की प्राप्ति तथा लक्ष्मी-नारायण भगवान की विशेष भी मिलती है।
इस दिन चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का दान जैसे सफेद वस्त्र, शक्कर, चावल, दही, चांदी, सफेद फूल, मोती आदि का दान करने से कुंडली में चंद्रमा प्रबल तथा जीवन में सुख -समृद्धि की वृद्धि होती है।
पूर्णिमा पर स्नान-दान एवं पूजा- लाभ-अमृत मुहूर्त: प्रातः 5:00 बजे से 8:24 बजे तक
- शुभ योग मुहूर्त: सुबह 10:07 बजे से 11:49 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:22 बजे से 12:17 बजे तक
- चर मुहूर्त: शाम 3:14 बजे से 4:57 बजे तक
- प्रदोष काल मुहूर्त: संध्या 6:39 बजे से 8:51 बजे तक
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