Dainik Jagran
सीएम नीतीश कुमार ने गर्दनीबाग में ऑफिसर्स इनक्लेव का किया निरीक्षण, जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गर्दनीबाग में निर्माणाधीन ऑफिसर्स इनक्लेव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 10 मंजिला भवन का जायजा लिया। 9वें फ्लोर पर बने फ्लैट के निरीक्षण के दौरान उन्होंने फ्लैट के विभिन्न भागों - किचन, स्टोर रूम, ड्राइिंग रूम, डायनिंग रूम, बेडरूम को देखा।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री छत पर गये और छत से पूरे परिसर का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे परिसर को साफ-सुथरा एवं हरा-भरा रखें। छत पर सोलर प्लेट लगाये ताकि सौर ऊर्जा का उत्पादन हो सके और यहां की बिजली की जरूरतों को भी पूर्ण किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस 10 मंजिला भवन का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करें ताकि इसमें अधिकारियों को रहने की बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि फ्लैट के आगे जब पार्क बन जाएगा तब इस क्षेत्र का दृश्य और सुंदर लगेगा।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एस०एम०, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
बहुत आसान नहीं है NDA के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा, क्या फिर JDU को नुकसान पहुंचाने की तैयारी में चिराग?
राज्य ब्यूरो, पटना। एनडीए के घटक दलों के बीच विधानसभा की सीटों का बंटवारा उतना आसान नहीं है, जितना सतह पर नजर आ रहा है।
लोजपा (रा.) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान मन मुताबिक सीटें न मिलने पर दो-दो हाथ करने का संकेत दे रहे हैं।
दूसरी तरफ राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी पहले की तरह एनडीए से संबंध को लेकर सहज नहीं लग रहे हैं।
चिराग ने तो विधि व्यवस्था की खुली आलोचना कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अप्रसन्नता को आमंत्रित कर लिया है।
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा बीच में है और उसे दो के विवाद में लाभ का भरोसा है। सीटों की संख्या को लेकर जदयू भी सतर्क है।
चिराग के व्यवहार में आ रहे बदलाव पर जदयू सतर्क दृष्टि रख रहा है। चिराग कह रहे हैं कि बिहार में मुख्यमंत्री पद की रिक्ति नहीं है।
साथ में यह भी जोड़ रहे हैं कि उन्हें बिहार बुला रहा है। चिराग ने कहा था कि अगर पार्टी अनुमति देगी तो वे विधानसभा का चुनाव भी लड़ सकते हैं।
उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए लोजपा (रा.) की ओर से उन्हें विस चुनाव लड़ने का न्यौता भेज दिया गया है। हाल के एक पत्र ने जदयू के बड़े हिस्से की इस आशंका को बल दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर चिराग का मन पूरी तरह साफ नहीं हुआ है।
मुजफ्फरपुर दुष्कर्म कांड को लेकर चिराग ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है। पत्र का यह हिस्सा नीतीश कुमार के लोगों को पसंद नहीं आ रहा है-राज्य की कानून व्यवस्था, सामाजिक चेतना एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की विफलता को उजागर करती है।
एनडीए का कोई घटक दल राज्य की कानून व्यवस्था पर प्रश्न करे, इसे नीतीश कुमार पसंद नहीं करते हैं। राज्य का गृह विभाग नीतीश कुमार के जिम्मे है।
क्या भाजपा से निर्देशित हो रहे चिराग?जदयू के रणनीतिकार आज भी 2020 के चुनाव में चिराग की बागी भूमिका को भाजपा निर्देशित मान रहे हैं। इस समय जब चिराग राज्य सरकार की आलोचना कर चुके हैं, जदयू के मन में फिर यह संदेह जाग गया है कि कहीं 2020 के चुनाव की पुनरावृति न हो जाए।
वैसे भी जदयू की राय में लोजपा (रा.) की जवाबदेही भाजपा की है। सीटों के बंटवारे का फार्मूला 2020 वाला ही है। पहले भाजपा और जदयू के बीच सीटों का बंटवारा होगा।
जदयू अपने हिस्से में से हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा को सीट देगा। भाजपा जाने की वह लोजपा (रा.) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के बीच कितनी सीटों का बंटवारा करता है।
जदयू का यही फार्मूला भाजपा के गणित को गड़बड़ कर दे रहा है।वह पिछली बार भी जदयू की तुलना में पांच कम सीटों पर लड़ी थी।
वह अगर लोजपा (रा.) को अपने हिस्से में से सीट दे और यह और संख्या कम हो जाएगी। दूसरी तरफ भाजपा के लोग उत्साहित हैं कि इसबार उनकी उपलब्धि अबतक का सर्वश्रेष्ठ हो।
नीतीश से नरमी दिखा रहे उपेंद्रमुजफ्फरपुर दुष्कर्म को लेकर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी टिप्पणी की। मगर, उसमें कानून-व्यवस्था पर प्रहार नहीं किया गया।
उनकी टिप्पणी थी-आपके (नीतीश कुमार) नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से बिहार का कोई कोना अछूता नहीं है।
सरकार की जनहितकारी नीतियां स्पष्ट होने के बावजूद ऐसी कोताही/लापरवाही जिसमें पीएमसीएच जैसे बिहार के मुख्य अस्पताल में भर्ती होने की लंबित प्रक्रिया के कारण पीड़िता की जान चली गई, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
आपसे विनम्र आग्रह है कि इस घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। चिराग के विपरीत उपेंद्र के मन में नीतीश कुमार को लेकर नरमी है।
30 मई को बिक्रमगंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हुई थी। मोदी ने अपने संबोधन के दौरान मंच पर बैठे उपेंद्र कुशवाहा का नाम नहीं लिया।
इसको लेकर उनके कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी है। उपेंद्र भी लोकसभा चुनाव में अपनी पराजय की पीड़ा को भूल नहीं पा रहे हैं।
लालू के बेटे तेजस्वी यादव से ज्यादा जदयू दिग्गजों के निशाने पर राहुल गांधी व कांग्रेस, कुछ बयानों पर डालें नजर
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। तेजस्वी यादव से अधिक इन दिनों राहुल गांधी व कांग्रेस जदयू के निशाने पर हैं। जदयू के दिग्गजों द्वारा निरंतर राहुल गांधी व कांग्रेस पर कई तरह की टिप्पणी की जा रही। इसी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को केंद्र में रख राहुल गांधी के बिहार आने का सिलसिला इन दिनों बढ़ा है। इसी के साथ ही राहुल पर जदयू का प्रहार तेज हुआ है।
चुनाव आयोग के खिलाफ बयान से शायद ही हैरानीजिस समय राहुल गांधी अमेरिका की यात्रा पर थे, तब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने यह कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वरा अमेरिका जाकर भारतीय चुनाव आयोग के खिलाफ बयान देने पर शायद ही किसी को हैरानी हुई।
किसी बहाने से करते हैं देश की निंदाइंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई की घोषणा करने वाले राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, तो किसी न किसी बहाने देश की निंदा करते ही हैं। कांग्रेस पर उनका प्रहार इस अंदाज में रहा-कांग्रेस ने आजादी के छह दशक तक बिहार की लगातार उपेक्षा की। इसे देश का सबसे पिछड़ा प्रदेश बनाने का पाप किया। दंगों और नरसंहार की आग में बिहार को झाेंका।
..तब अतिपिछड़ा समाज की चिंता सतातीजदयू के वरिष्ठ नेता व ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने राहुल गांधी के पिछड़ा वर्ग से जुड़े एक खास कार्यक्रम के ठीक पहले यह टिप्पणी की कि राहुल गांधी जब विपक्ष में होते हैं तो उन्हें अतिपिछड़ा समाज की चिंता सताती है। इस क्रम में बिजेंद्र यादव ने कांग्रेस को भी लपेट लिया। यह कहा कि दशकों तक कांग्रेस सत्ता में रही। उस समय उन्हें अति पिछड़ा समाज की कोई चिंता नहीं हुई। मंत्री लेशी सिंह व शीला मंडल कहती हैं कि किसी के आने-जाने से जनता की भावना पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
सभाएं आम जनता के लिए मनोरंजन का मंचजदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने राहुल गांधी के गया दौरे के बाद यह कहा कि राहुल गांधी की राजनीतिक सभाएं आम जनता के लिए मनोरंजन का मंच है। राहुल गांधी को न तथ्यों की समझ है और न ही सच्चाई की परख। आधारहीन बातें करना उनकी पुरानी आदत बन चुकी है।
चुनाव खत्म होने के बाद बिहार के लोगों से वास्ता नहींजदयू के प्रवक्ता हिमराज राम और परिमल कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि राहुल गांधी को चुनाव के समय बिहार ks लोगों की याद आती है। चुनाव खत्म होने के बाद उनका बिहार के लोगों से कोई वास्ता नहीं रह जाता। इस क्रम में जाति आधारित गणना की भी बात होती है।
जातीय गणना के आंकड़े सरकार ने क्यों दबाएयह कहा गया कि राहुल गांधी को तो पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि 2011 की सामाजिक आर्थिक जातीय गणना के आंकड़े उनकी सरकार ने क्यों दबाए रखे। कांग्रेस ने काका कालेलकर एवं मंडल कमीशन की रिपोर्ट को जान बूझकर दबाने का काम किया।
पीपीयू में व्यावसायिक कोर्स में नामांकन के इंतजार में अभ्यर्थी, सीबीसीएस स्नातक को करीब एक लाख आवेदन
जागरण संवाददाता, पटना। पटना विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालयों में स्नातक में नामांकन के लिए नियमित के साथ-साथ व्यवसायिक कोर्स में एक साथ आवेदन लिए गए है, लेकिन अब तक पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में नामांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया आरंभ नहीं हुई है।
इससे काफी संख्या में अभ्यर्थी नामांकन के इंतजार में दूसरे-दूसरे विश्वविद्यालय में नामांकन करा रहे है। पीपीयू में पांच हजार से अधिक सीटों पर व्यावसायिक कोर्स में नामांकन लिए जाते है। इसके लिए सरकार व राजभवन से सीटों की अनुशंसा के आलोक में आवेदन प्रक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।
बताया जाता है कि पीपीयू में बीबीए, बीसीए, बीबीएम सहित विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित हो रहे है। अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए एनसीईटी के साथ-साथ सरकार की ओर से भी सीट व नामांकन की अनुमति मिल चुकी है, लेकिन कई संबद्ध महाविद्यालयों को राज्य सरकार की ओर से अब तक अनुमति नहीं मिलने के कारण मामला फंसा हुआ है। छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. राजीव रंजन ने बताया कि व्यवसायिक कोर्स में नामांकन के लेकर आवश्यक प्रक्रिया कर ली गई है। जल्द ही आनलाइन आवेदन लेने को लेकर कवायद होगी।
स्नातक में नामांकन के लिए 99 हजार से अधिक आवेदनपाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) स्नातक नियमित सत्र 2025-2029 में नामांकन आवेदन के लिए अब शुक्रवार की शाम तक 99 हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। अभ्यर्थी आनलाइन आवेदन प्रक्रिया नौ जून तक पीपीयू के वेबसाइट पर कर सकते है।
इस दौरान पूर्व में किए गए आवेदन में किसी प्रकार की त्रुटि का सुधार भी करा सकते हैं। 12 जून को पहली मेधा सूची जारी होगी, जबकि 15 जुलाई से कक्षाएं आरंभ होगी। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के नालंदा एवं पटना जिले में अवस्थित अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों में नामांकन के लिए अभ्यर्थी विवि के वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन नौ जून तक दे सकते है।
यूपीएससी की इंजीनियरिंग सेवा प्रारंभिक परीक्षा कल, पटना के 12 उपकेंद्रों पर लिया जाएगा एग्जाम
जागरण संवाददाता, पटना। संघ लोकसेवा आयोग की इंजीनियरिंग सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा आठ जून को पटना के 12 उपकेंद्रों पर होगी। दो पालियों में होनेवाली परीक्षा में 5,773 परीक्षार्थी शामिल होंगे। स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संपन्न कराने को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त डा. चंद्रशेखर सिंह ने आयुक्त कार्यालय सभागार में स्थानीय निरीक्षण अधिकारियों, दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों, केंद्राधीक्षकों एवं अन्य अधिकारियों की ब्रीफिंग में यह कहा।
केंद्रवार पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्तिआयुक्त ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली परीक्षा की गरिमा एवं महत्ता को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पदाधिकारियों को सक्रिय रहना होगा। परीक्षा के 12 उपकेंद्रों के लिए पांच जोन बनाकर 12 स्थानीय निरीक्षण पदाधिकारियों, इतने ही सहायक पर्यवेक्षक-सह-स्टैटिक दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनके अलावा पांच जोनल दंडाधिकारियों, छह सुरक्षित दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। पुलिस बल को भी लगाया गया है।
सुचारु रखेंगे यातायात व्यवस्थायूपीएससी की मार्गदर्शिका के संबंध में आयुक्त ने पदाधिकारियों को बताया। प्रतिनिधियों ने भी अहम जानकारी दी। संबंधित थानाध्यक्ष परीक्षा उप केंद्रों के आसपास गश्ती करेंगे। विधि-व्यवस्था संधारण, यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे। आयुक्त ने कहा कि परीक्षार्थियों के आवागमन एवं पदाधिकारियों के भ्र्रमण को लेकर ट्रैफिक एसपी अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे।
परीक्षार्थियों को प्रवेश में नियमानुसार कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। आयुक्त ने कहा कि परीक्षा केंद्र में किसी प्रकार के संवाद उपकरण प्रतिबंधित हैं। परीक्षा कार्य से जुड़े अन्य पदाधिकारी-कर्मी भी अपने साथ केंद्र के भीतर मोबाइल, या अन्य गैजेट नहीं ले जा सकेंगे। किसी भी परीक्षार्थी को किसी भी परिस्थिति में परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित समय से 30 मिनट पूर्व के बाद प्रवेश एवं उपस्थित परीक्षार्थी को परीक्षा समाप्ति के पूर्व केंद्र छोड़ने की अनुमति नहीं है।
सिटी मजिस्ट्रेट सह प्रभारी दंडाधिकारी आलोक कुमार को जिला नियंत्रण कक्ष में नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। बैठक में आयोग के प्रतिनिधि, आयुक्त के सचिव विनय कुमार ठाकुर, अपर जिला दंडाधिकारी राजेश रौशन समेत अन्य भी उपस्थित थे।
Tej Patap Yadav: तेजप्रताप का एक और रिएक्शन, नए सोशल मीडिया पोस्ट ने बिहार की सियासत में मचाई खलबली!
डिजिटल डेस्क, पटना। विवादों के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव का एक और रिएक्शन सामने आया है। नए सोशल मीडिया पोस्ट ने बिहार की सियासत में खलबली मचा दी है।
तेजप्रताप ने अपने नए पोस्ट में लिखा कि सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति होता सदा विजय। सत्य का मार्ग कठिन अवश्य है पर विजय सदा सत्य के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति की होती है।
उन्होंने आगे लिखा कि राजा हरीश चंद्र ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा प्राप्त किया। पाडवों ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए कौरवों को युद्ध में हराया था।
('सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति होता सदा विजय')
हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। सत्य का मार्ग कठिन अवश्य है पर विजय सदा सत्य के मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति की होती है। राजा हरीश चंद्र ने सत्य के मार्ग पर चलते हुए अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को दोबारा प्राप्त किया। पाडवों… pic.twitter.com/N6h2OYcs8o
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 6, 2025 लालू ने तेजप्रताप को घर और पार्टी से निकालाबता दें कि तेजप्रताप पिछले कई दिनों से सुर्खियों में हैं। दरअसल, कुछ ही दिनों पहले अनुष्का यादव नाम की एक युवती के साथ तेजप्रताप की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।
इसके बाद, लालू यादव ने तेजप्रताप को घर और पार्टी से बाहर कर दिया था। इसके बाद से तेजप्रताप लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए लोगों को संदेश दे रहे हैं।
Bihar Politics: राहुल गांधी की सभाओं को जदयू ने बताया मनोरंजन, उमेश कुशवाहा बोले- बिहार पर नहीं होगा असर
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीतिक सभाएं आम जनता के लिए मात्र मनोरंजन का मंच हैं।
उनके कार्यक्रमों में शामिल होने वाले अधिकांश लोग गंभीर राजनीतिक विमर्श के लिए नहीं, बल्कि मन बहलाने के उद्देश्य से पहुंचते हैं।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अब तक 90 से अधिक चुनाव हार चुकी है। वह जिस भी राज्य में प्रचार करने जाते हैं, वहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की पराजय लगभग तय हो जाती है।
राहुल गांधी बिहार एक बार आएं या हजार बार, यहां की जागरूक जनता पर उनका कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को न तथ्यों की समझ है और न ही सच्चाई की परख।
बेतुकी और आधारहीन बातें करना उनकी पुरानी आदत बन चुकी है। यही कारण है कि देश की जनता अब उन्हें गंभीरता से लेना बंद कर चुकी है।
भाषणों से समाज नहीं बदलता- कुशवाहाकुशवाहा ने स्पष्ट कहा कि राहुल गांधी न तो सामाजिक न्याय की गहरी समझ रखते हैं और न ही समाजवाद की मूल भावना को जानते हैं।
उन्होंने कहा कि भाषणों से समाज नहीं बदलता। उसके लिए ईमानदार नीयत, स्पष्ट दृष्टिकोण और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति चाहिए, जिसे हमारे नेता नीतीश कुमार ने धरातल पर उतार कर दिखाया है।
Covid-19 Patna Cases: पटना में कोरोना का कहर, एक दिन में 10 नए मामले; डॉक्टर-नर्स भी पाए गए पॉजिटिव
जागरण संवाददाता, पटना। कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होने लगी है। 23 मई को पहली बार दो मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को एक दिन में सर्वाधिक 10 नए संक्रमित मिले।
इसके साथ ही अबतक मिले संक्रमितों की संख्या 46 हो गई है। हालांकि, इनमें से किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं आई और अबतक 17 मरीज होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो चुके हैं। अब कोरोना का संक्रमण बख्तियारपुर जैसे प्रखंडों तक पहुंच गया है।
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि एनएमसीएच के एक इंटर्न डॉक्टर समेत चार, गोलपुरा व अनीसाबाद के एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेदांता जयप्रभा की एक एएनएम के अलावा बख्तियारपुर के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
वहीं एनएमसीएच के माइक्रोबायोलाजी विभाग से मिली मेडिसिन ओपीडी में आए मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जो अभी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में शामिल नहीं है। जिले में वर्तमान में 28 कोरोना संक्रमित मरीज उपचाररत हैं।
निजी पैथोलॉजी ने भी शुरू की आरटी-पीसीआर जांचबताते चलें कि एनएमसीएच, एम्स पटना, आईजीआईएमएस व पीएमसीएच जैसे सरकारी अस्पताल अपने यहां आने वाले आशंकित मरीजों की जांच कर रहे हैं। इसके अलावा कई निजी पैथोलॉजी ने भी आरटी-पीसीआर जांच शुरू कर दी है।
कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने का कारण आमजन द्वारा कोरोना अनुकूल व्यवहार यानी शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं करना, मास्क व हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग नहीं करना माना जा रहा है। अस्पतालों तक में मरीज अभी इसे लेकर सचेत नहीं है।
राजधानी में बड़ी संख्या में लाेग सर्दी-खांसी, सिर-बदन दर्द व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं लेकिन वे इसका कारण नित बदलते मौसम को मान कर उपचार करा रहे हैं।
Bihar Weather: आरा-पटना सहित 20 जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट, बारिश-तेज हवा के अलावा वज्रपात से सावधान रहने की अपील
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी व आसपास इलाकों में शुक्रवार को दोपहर में मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला। काले बादल छाए रहने व तेज हवा के साथ झमाझम वर्षा से मौसम सुहाना बना रहा।
वर्षा के कारण गांधी मैदान, पटना जंक्शन गोलंबर, मीठापुर आदि जगहों पर थोड़े देर के लिए जल जमाव की स्थिति बनी रही।
बिहार मौसम सेवा केंद्र के अनुसार प्रदेश के अधिसंख्य भागों में बादल छाए रहने के साथ हवा की गति 30 किमी प्रतिघंटा रहने की संभावना है।
पटना सहित कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद , अरवल, जहानाबाद, बक्सर, भोजपुर, सिवान, गोपालगंज, लखीसराय, बेगूसराय, जमुई, बांका, मुंगेर, मधेपुरा, पूर्णिया, भागलपुर, कटिहार जिले के एक या दो स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है।
प्रदेश का अधिकतम तापमान 36-40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है। अगले दो दिनों के दौरान प्रदेश के अधिसंख्य भागों के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की क्रमिक वृद्धि की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार 10 जून से 12 जून तक मौसम में बदलाव आने के साथ प्रदेश के अधिसंख्य भागों में मेघ गर्जन, वज्रपात और आंधी-पानी को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बीते 24 घंटों के दौरान किशनगंज, कटिहार, भभुआ, भागलपुर, बक्सर, सिवान, समस्तीपुर, भोजपुर, अररिया में वर्षा दर्ज की गई। किशनगंज के ठाकुरगंज में 42 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
शुक्रवार को राजधानी में 1.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 38.5 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
पटना, सासाराम, छपरा, जीरादेई, गोपालगंज, मोतिहारी, वाल्मीकि नगर, दरभंगा, बेगूसराय, मधेपुरा, किशनगंज को छोड़ कर शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख जगहों पर दर्ज की गई वर्षाकिशनगंज के टेढ़ागाछ में 22.2 मिमी, कटिहार के कदवा में 21.4 मिमी, भभुआ के अधवारा में 19.2 मिमी, भोजपुर के जगदीशपुर में 18.6 मिमी, बक्सर के ब्रह्मपुर में 16.8 मिमी, सिवान के गुठनी में 16.4 मिमी, समस्तीपुर के पटोरी में 15.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
किशनगंज में 15.4 मिमी, किशनगंज के बहादुरगंज में 13.2 मिमी, वैशाली के लालगंज में 12.4 मिमी, सिवान के महाराजगंज में 12.2 मिमी, भोजपुर के सहर में 11.2 मिमी, सिवान के हसनपुरा में 11 मिमी, सिवान के रघुनाथपुर में 10.2 मिमी, भभुआ में 8.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
बिहार विधान परिषद के सभापति के कंप्यूटर से छेड़छाड़, चेम्बर के अंदर से डिलीट किया डाटा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह के चेंबर में लगे कंप्यूटर से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। विधान परिषद के कर्मचारी पर ही कंप्यूटर से डाटा और फाइल डिलीट करने का आरोप है। इसकी शिकायत आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से की गई है, जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
साइबर अटैक या मालवेयर का मामला नहींईओयू के अनुसार, साइबर सेल की टीम ने सभापति की अनुमति से विधानपरिषद जाकर कंप्यूटर की जांच की है। जांच के दौरान किसी तरह के साइबर अटैक या मालवेयर का मामला सामने नहीं आया है। कंप्यूटर से कुछ फ़ाइल डिलीट होने का मामला पाया गया है।
एक कर्मी के ऊपर शकविधानपरिषद कार्यालय से जानकारी मिली कि कुछ दिन पूर्व एक कर्मी को परिषद से हटाया गया है, जो एक नेता का रिश्तेदार भी है। प्राथमिक जांच में आशंका जताई गई है कि उसी ने कंप्यूटर से छेड़छाड़ कर फाइल डिलीट की है। ईओयू इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
जांच ईओयू के डीआइजी साइबर के नेतृत्वइस पूरे मामले की जांच ईओयू के डीआइजी साइबर के नेतृत्व में की जा रही है। फिलहाल सभापति के कंप्यूटर के हार्डडिस्क को ईओयू की टीम अपने साथ ले गई है, जिसकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, हार्ड डिस्क से डिलीट फ़ाइल और डाटा की रिकवरी का प्रयास भी तकनीकी मदद से किया जाएगा। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
कुछ डाटा और फाइल डिलीटईओयू एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि विधानपरिषद के सभापति के कंप्यूटर से छेड़छाड़ की शिकायत पर साइबर सेल की टीम जांच के लिए गई थी। प्राथमिक जांच में कुछ डाटा और फाइल डिलीट होने की बात सामने आई है। इसकी जांच की जा रही है। साजिश के तहत अगर यह काम किया गया है तो दोषी की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Tej Pratap Yadav: विवादों के बीच सामने आए तेज प्रताप, सोशल मीडिया पर वीडियो ने मचाया तहलका
डिजिटल डेस्क, पटना। ताजा विवाद के बीच तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है। तेज प्रताप इस वीडियो में एक दफ्तर में एंट्री लेते नजर आ रहे हैं। उन्होंने वीडियो के साथ एक पोस्ट भी लिखा है। तेज प्रताप ने लिखा, "हमारे सभी सपने सच हो सकते हैं; अगर हममें उन्हें पूरा करने का साहस हो।" तेज प्रताप ने यह पोस्ट अंग्रेजी में किया है।
उल्लेखनीय है कि 12 वर्ष पुराने प्रेम-प्रसंग को सार्वजनिक करने के कारण तेज प्रताप को लालू प्रसाद ने परिवार के साथ राजद से भी निष्कासित कर दिया है। यह वीडियो जिस कमरे मेंं बनाया गया है, वह वस्तुत: आफिस की तरह दिख रहा है। यह तेज प्रताप के सरकारी आवास का ही एक कमरा है।
उसकी दीवार पर उन्होंंने माता-पिता (राबड़ी देवी-लालू प्रसाद) की तस्वीर लगा रखी है। उस कमरे मेंं तेजप्रताप कुर्सी पर बैठ रहे हैं और बैकग्राउंड में म्यूजिक बज रहा है। अंग्रेजी में उनका पोस्ट है। उसका आशय है कि हमारे सारे सपने सच हो सकते हैं, अगर हममें उन्हें पूरा करने का साहस हो।
“All our dreams can come true; if we have the courage to pursue them. #TejPratapYadav #India #Bihar pic.twitter.com/114CLGMZyd
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 5, 2025कुछ दिन पहले भी तेज प्रताप ने एक पोस्ट किया था, जो खूब वायरल हुआ। तेज प्रताप ने एक्स पर लिखा था, "मेरे प्यारे मम्मी पापा.... मेरी सारी दुनिया बस आपदोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सबकुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और। पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी पापा आपदोनों स्वस्थ और खुश रहें हमेशा।"
वहीं, कुछ दिनों बाद तेज प्रताप ने तेजस्वी को लेकर भी एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे, कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो, लेकिन खुद कृष्ण को नहीं।
तेज प्रताप ने आगे लिखा, मैं हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। बस मेरे भाई भरोषा रखना मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं, फिलहाल दूर हूं, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के रेल यात्रियों को दिया बड़ा तोहफा, पटना से श्रीनगर जाना हुआ आसान
जागरण संवाददाता, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चिनाब एवं अंजी पुल के उद्घाटन करने से पटना से श्रीनगर जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा होगी। अब तक लोग यहां से जम्मू तक ट्रेन से जाते थे। उसके बाद बस या अन्य निजी वाहनों से लोग श्रीनगर जाते थे, लेकिन दोनों पुल के शुभारंभ होने से अब जम्मू से ट्रेन श्रीनगर तक शुरू हो गई है।
वंदे भारत से श्रीनगर तक जा सकते हैंउधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन परियोजना के तहत इसका निर्माण किया गया है। माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए यहां से काफी संख्या में लोग जाते हैं। अर्चना एक्सप्रेस पटना जंक्शन से जम्मू तवी जाती है। अब यात्री पटना से जम्मू जाने के बाद वंदे भारत से श्रीनगर तक जा सकते हैं।
तीसरी-चौथी लाइन जल्द, जंक्शन पर बढ़ेंगी सुविधाएंछपरा: छपरा जंक्शन पर रेलवे द्वारा बड़े विस्तार की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण जल्द ही शुरू होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनूप कुमार सत्यपति ने हाल ही में छपरा जंक्शन का निरीक्षण किया और इस महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी दी।
सत्यपति ने बताया कि कोपा समहौता स्टेशन से तीसरी रेल लाइन का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा, जो सीधे गोल्डेनगंज तक जाएगी। इससे रेल यातायात में सुगमता आएगी और भीड़भाड़ में कमी आएगी। चौथी लाइन के निर्माण की योजना भी भविष्य में बनाई गई है, जिससे क्षेत्र की रेलवे कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।
निरीक्षण के दौरान, उन्होंने छपरा जंक्शन पर परिचालन से संबंधित सभी कार्यालयों का गहन निरीक्षण किया। स्टेशन मास्टर कार्यालय में सुविधाओं में वृद्धि और साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में छपरा जंक्शन पर 15 रेल लाइनें हैं, और 16वीं लाइन का निर्माण भी जल्द शुरू होगा।
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अजय प्रताप सिंह और स्टेशन उपाधीक्षक राजन कुमार सहित अन्य रेलवे अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने क्षेत्र में रेलवे परिचालन और विकासात्मक योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
जेईई एडवांस में असफलता पर नहीं घबराएं, देश से विदेश तक में हैं इंजीनियरिंग के कई विकल्प
जागरण संवाददाता, पटना। देशभर के आइआइटी में नामांकन के लिए हुए जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों घबराने की जरूरत नहीं है। इसके बगैर भी इंजीनियरिंग के कई विकल्प खुले हैं। आइआइटी पटना के डीन सह कुलसचिव प्रो. एके ठाकुर बताते हैं कि अभ्यर्थी अपने अनुरूप मेहनत करते हैं, इसमें सीट के अनुरूप सफलता मिलती है, इसमें कुछ अभ्यर्थियों को सफलता नहीं मिलने पर परेशान हाेने लगते हैं।
इंजीनियरिंग के कई विकल्प उपलब्धजेईई एडवांस में सफलता नहीं मिलने पर परेशान नहीं होने चाहिए, इसके बाद भी इंजीनियरिंग के कई विकल्प उपलब्ध हैं। इसमें देश के कई बड़े इंजीनियरिंग संस्थानों के साथ-साथ ट्रीपल आइटी व एनआइटी में भी जेईई मेन के स्कोर के आधार पर नामांकन लिए जाते हैं। एनआइटी पटना के एसोसिएट डीन डा. ओमजी शुक्ला ने बताया कि जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता न मिलने पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है।
प्रवेश के लिए ऑप्शन पर दें ध्यानऐसे कई विकल्प हैं जो आपको इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवेश दिला सकते हैं। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में प्रवेश के लिए जेईई मेन का स्कोर काफी उपयोगी है। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रीपल आइटी) में प्रवेश के लिए भी जेईई मेन स्कोर का उपयोग किया जा सकता है। सरकारी वित्तपोषित तकनीकी संस्थान (जीएफटीआइ) में भी जेईई मेन स्कोर के माध्यम से प्रवेश संभव है।
कई देश बेहतरीन इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करतेइसके अतिरिक्त कई अन्य अच्छे इंजीनियरिंग कालेज हैं। इनमें वीआइटी, बिट्स पिलानी, मणिपाल आदि। साथ ही बिहार के तमाम सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में जेईई मेन के स्कोर के माध्यम से ही नामांकन लिए जाएंगे। इसके लिए बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता पर्षद की ओर से आवश्यक कार्रवाई की जाती है। इसके साथ ही आप विदेश में पढ़ाई के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, कई देश बेहतरीन इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करते हैं।
तेज आवाज हर उम्र के लिए खतरनाक, सोचने पर मजबूर करेगी बिहार में 14 साल की लड़की संग हुई घटना
जागरण संवाददाता, पटना। शादी, पार्टी या जुलूस, डीजे की तेज धुन, सबका जरूरी हिस्सा मानी जाने लगी है। कांच को दरकाने वाली इस तेज आवाज के खतरे से आमजन अंजान हैं तो प्रशासन सख्त कानूनों को लागू कराने की ओर से उदासीन। नतीजा, डीजे की तेज आवाज न सिर्फ सुनने की क्षमता प्रभावित कर रही है, बल्कि हृदय व बीपी रोगियों की जान पर भी भारी पड़ रही है।
तेज ध्वनि से बेहोश हुई, फिर चली गई जानशिवहर में 14 वर्षीय किशोरी पिंकी कुमारी इसी तेज ध्वनि से बेहोश हुई और इलाज में लापरवाही के चलते मौत हो गई। देश व प्रदेश में हाल के वर्षों में कान संबंधी रोगियों की संख्या करीब 20 प्रतिशत तक बढ़ी है। इसका बड़ा कारण डीजे की तेज आवाज है।
किशोरों-बच्चों को होता है अधिक खतराईएनटी विशेषज्ञों के अनुसार, किशोरों-बच्चों जिनके श्रवण अंग व तंत्रिका तंत्र पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं, उनके कानों में लगातार सीटी जैसी आवाज व सेंसोरीन्यूरल हियरिंग लास के मामले बढ़े हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 85 डेसिबल से अधिक आवाज यदि लगातार सुनी जाए तो यह श्रवण शक्ति को स्थायी नुकसान होता है। वहीं, डीजे की तेज आवाज 100 से 120 डेसिबल तक की होती है।
तेज ध्वनि दिल, दिमाग व कान को करती प्रभावितआइजीआइएमएस में ईएनटी के विभागाध्यक्ष डा. राकेश कुमार सिंह के अनुसार कान 50 से 65 डेसिबल तक की आवाज सहने के लिए बने हैं। 90 डेसिबल से अधिक तेज आवाज में लगातार रहने से श्रवण शक्ति के साथ हृदय व मस्तिष्क पर तात्कालिक व दीर्घकालिक दुष्प्रभाव देखेने को मिलते हैं।
कोक्लिया क्षतिग्रस्त होने से स्थायी बहरापन हो सकताखासकर बच्चों व हृदय रोगियों पर। यदि किसी व्यक्ति को अचानक 120–130 डेसिबल की ध्वनि का सामना करना पड़े, तो उसके कान के अंदरूनी भाग कोक्लिया क्षतिग्रस्त होने से स्थायी बहरापन हो सकता है। कानों में लगातार सीटी जैसी आवाज शुरू हो सकती है जो कभी-कभी जीवनभर रह सकती है। बम जैसी तेज आवाज पर कान के पर्दे फट सकते हैं या रक्तस्राव हो सकता है।
वाल्व संबंधी हृदय रोग होने पर मृत्यु का खतराइंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के उपनिदेशक डा. संदीप कुमार ने बताया कि शिवहर में जिस किशोरी की डीजे की तेज आवाज से मृत्यु हुई, उसके स्वजन को पता नहीं होगा पर वह वाल्व संबंधी हृदय रोग ग्रसित रही होगी। वैसे अचानक तेज आवाज के संपर्क में आने से एड्रेनेलिन-कार्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का स्राव ज्यादा होने से बीपी तेजी से बढ़ता है।
इससे हृदय गति अत्यधिक बढ़ती है और पहले से हृदय रोगियों या कमजोर दिल वालों के लिए यह स्थिति जानलेवा हो सकती है। जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों-किशोरों में तेज ध्वनि से अचानक मृत्यु की आशंका होती है। कुछ मामलों में दिल की धड़कन अनियमित होने से वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन या कार्डियक अरेस्ट हो सकता है।
ब्रेन स्ट्रोक, एंजाइटी से एसिडिटी तक का खतराआइजीआइएमएस में न्यूरो मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. अशोक कुमार के अनुसार डीजे की तेज आवाज से मस्तिष्क पर आघात जैसा असर हो सकता है। यह ब्रेन वेव्स को डिस्टर्ब कर न्यूरोवैस्कुलर सिस्टम को असंतुलित कर देता है। इससे बेहोशी, दौरे या ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति बन सकती है।
तेज ध्वनि ट्रिगर का काम करती हैइसके अलावा चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, एंजाइटी, एसिडिटी जैसे रोग भी हो सकते हैं। यदि कोई बच्चा या किशोर एपिलेप्सी प्रवण है तो तेज ध्वनि ट्रिगर का काम करती है और मिर्गी जैसे दौरे आ सकते हैं। स्मृति-ध्यान केंद्रण क्षमता प्रभावित होती है। सांस व हृदय गति को नियंत्रित करने वाली प्रणाली पर दबाव से ब्रेन हाइपरएक्टिव या शटडाउन में चला जाता है।
बचाव को इन उपायों को अपनाना फायदेमंद- -85 डेसिबल से अधिक ध्वनि पर 2 घंटे से अधिक रहने पर बच्चों की सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
- -हेडफोन या डीजे के पास अधिक देर नहीं रहें, खासकर यदि आप दिल, दिमाग या कान की बीमारी से ग्रसित हैं।
- -ईयरप्लग का प्रयोग करें जब शोरयुक्त वातावरण में हों। तेज़ आवाज से चक्कर, उल्टी, कान में दर्द या बेहोशी पर तुंरत ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें।
- -तेज संगीत के आयोजकों को साउंड डेसिबल मीटर लगा अधिकतम सीमा 85–90 डेसिबल सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि जश्न मातम में नहीं बदले।
- -जन्मजात या पूर्व से हृदय रोगी या हाई बीपी वाले लोगों को तेज आवाज वाले कार्यक्रमों डीजे-पटाखे आदि से दूर रहना चाहिए।
- -16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, न्यूरोलाजिकल समस्या वाले व्यक्तियों को डीजे, पटाखा, लाउड म्यूजिक से दूर रखना चाहिए।
Bihar Pink Bus: महिलाओं के लिए 80 और पिंक बसें लाने की तैयारी, परिवहन विभाग ने शुरू की कवायद
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के विभिन्न जिलों में जल्द ही महिलाओं के लिए 80 और पिंक बसें चलाई जाएंगी। परिवहन विभाग के स्तर पर इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। अभी पांच जिलों पटना, मुजफ्फरपुर, गया, पूर्णिया और दरभंगा में महिलाओं के लिए 20 पिंक बसें चलाई जा रही हैं।
मई माह से ही इन बसों का परिचालन शुरू किया गया है। पटना में सर्वाधिक आठ, मुजफ्फरपुर में चार जबकि भागलपुर, गया, पूर्णिया और दरभंगा में दो-दो पिंक बसें चलाई जा रहीं हैं।
इन पिंक बसों में मासिक पास की भी व्यवस्था है। इसके लिए महिलाओं को अपना आधार कार्ड, कॉलेज या स्कूल की आइडी और अपना मोबाइल नंबर बांकीपुर या फुलवारी स्थित बीएसआरटीसी के कार्यालय को उपलब्ध कराना होता है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, पिंक बसों में सफर करने वाली महिलाओं की सुविधा और सहूलियत का ध्यान रखते हुए कंडक्टर की कमान भी महिलाओं को ही सौंपी गई है।
पटना में 16 महिलाओं को बस कंडक्टर के तौर पर जोड़ा गया है। इसी तरह गया और भागलपुर में चार-चार महिला कंडक्टरों को पिंक बस की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Bihar DA Hike: बिहार में सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, जुलाई में एक बार फिर बढ़ेगा डीए
राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी कर्मियों के महंगाई भत्ता (डीए) में इस वर्ष एक बार फिर वृद्धि होनी है। यह वृद्धि पहली जुलाई के प्रभाव से होगी, जिसके दो से तीन प्रतिशत के बीच रहने की चर्चा है। बहरहाल माना जा रहा कि डीए में यह वृद्धि सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत अंतिम वृद्धि होगी, क्योंकि अगले वर्ष की शुरुआत से आठवें वेतन आयोग की अनुशंसाएं प्रभावी होनी हैं।
बिहार में सरकारी सेवकों को अभी सातवें वेतन आयोग का लाभ मिल रहा और केंद्रीय कर्मियों की तरह वे भी आठवें वेतन आयोग की आस लगाए हुए हैं।
16 जनवरी को ही केंद्र सरकार आठवें वेतन आयोग की स्वीकृति दे चुकी है, लेकिन अभी तक आयोग का गठन नहीं हुआ है। हालांकि, इसकी अनुशंसाएं अगले वर्ष पहली जनवरी से प्रभावी होनी हैं। केंद्रीय स्तर पर नया वेतनमान प्रभावी हो जाने के बाद राज्यों से भी उसे अपनाने का आग्रह होगा। राज्य अपनी वित्तीय स्थिति और बजट के अनुसार निर्णय लेंगे।
वित्तीय व्यवस्था और राजकोषीय अनुशासन में बिहार प्राय: केंद्र का अनुसरण करता रहा है। ऐसे में देर-सबेर यहां भी सरकारी सेवकों को आठवें वेतन आयोग का लाभ मिलना लगभग तय है। 01 अप्रैल, 2017 से बिहार के सरकारी सेवकों को थोड़ा कतर-ब्योंत के साथ सातवें वेतन आयोग का लाभ मिल रहा है।
महंगाई के आंकड़ों से डीए:पिछली बार डीए मेंं दो प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस कारण जनवरी, 2025 से डीए की दर बढ़कर 55 प्रतिशत पर पहुंच गई। तब तीन प्रतिशत वृद्धि का पूर्वानुमान था, लेकिन अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (औद्योगिक श्रमिक) के आंकड़ों ने इसकी अनुमति नहीं दी।
इसके आधार पर ही डीए में वृद्धि होती है। अभी इस परिदृश्य मेंं कोई बहुत परिवर्तन नहीं आया है। इसलिए डीए में वृद्धि की दर पिछली बार के ही आस-पास रहने की आशा है।
नीतीश कुमार के बाद अब चिराग ने पीएम मोदी को लिखा लेटर, बिहार के लिए कर दी बड़ी डिमांड
राज्य ब्यूरो, पटना। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पीएम मित्र योजना के तहत मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए भागलपुर के चयन का अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा है कि इससे भागलपुर क्षेत्र का विकास होगा। स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
चिराग ने कहा, भागलपुर वस्त्र उद्योग में भारत की प्राचीन और समृद्ध परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है। भागलपुरी सिल्क, जिसे विश्वभर में ’क्वीन्स आफ फेब्रिक्स’ कहा जाता है, सदियों से भारतीय हस्तकला की पहचान रहा है।
ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार, भागलपुर का रेशम उत्पादन बौद्ध काल से चलता आ रहा है। यहां के बुनकरों ने अपनी अद्वितीय कारीगरी से देश-विदेश में भागलपुरी सिल्क की पहचान स्थापित की है। जापान, यूरोप, पश्चिमी एशिया सहित अनेक देशों में भागलपुरी उत्पादों की आज भी भारी मांग है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज भी भागलपुर में लगभग 50,000 से अधिक बुनकर परिवार प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े हुए हैं।
चिराग ने लिखा है कि मेगापार्क के लिए भागलपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में 1000 एकड़ से अधिक भूमि सुलभ रूप से उपलब्ध कराई जा सकती है। भागलपुर रेल, सड़क और हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जिससे कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार वस्त्रों के परिवहन में सुविधा होगी।
जंगलराज के दौर में बिहार आते राहुल तो हो सकता था अपहरण : मांझीदूसरी ओर, हम के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी जिस सहजता से बिहार का दौरा कर पा रहे हैं वह सुशासन की सरकार का ही नतीजा है। अगर लालू राज में राहुल गांधी बिहार आते तो उनका भी अपहरण हो सकता था। फिर उनकी सकुशल वापसी के लिए सोनिया गांधी को लालू प्रसाद वाले मुख्यमंत्री आवास में अपराधियों के सामने बैठकर डील करनी पड़ती।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को एक बार याद करना चाहिए कि उनके सहयोगी लालू प्रसाद और गांधी परिवार ने 20 साल पहले कैसा बिहार हमारे लिए छोड़ा था। पिछले दो दशक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस बिहार का निर्माण किया है उसमें अब दूसरे राज्य के लोग आने से नहीं डरते। राहुल जी, ये नया बिहार है जो भयमुक्त है। यह सुशासन की सरकार की ही देन है कि आप ताबड़तोड़ बिहार का दौरा कर रहे हैं।
मांझी ने कहा कि राहुल गांधी एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताइए जो आप बिहार के भयमुक्त वातावरण में आ रहे हैं और सुरक्षित वापस जा रहे हैं।
Bihar News: गाड़ी के नंबर से 'खेल' करना पड़ गया भारी, घर पहुंच गई पुलिस; वाहन भी गया
जागरण संवाददाता, पटना। रजिस्ट्रेशन नंबर से छेड़छाड़ करने पर पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने इंद्रा नगर मोहल्ले से स्विफ्ट डिजायर जब्त कर ली। कार के मालिक आदित्य राज ने नौ को स्टिकर लगा कर शून्य बना दिया था। दारोगा अर्चना कुमारी की लिखित शिकायत पर आदित्य के विरुद्ध प्राथमिकी की गई।
आरोपित गिरफ्त में आने से पहले फरार हो गया। थानेदार राजकिशोर कुमार ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। वाहन को जब्त कर लिया गया है।
संदिग्ध हालात में कार रहने की सूचना प्राप्त हुईबताया जाता है कि बुधवार की दोपहर गश्त लगा रही महिला दारोगा को इंद्रा नगर में डबल ट्रांसफार्मर के पास संदिग्ध हालात में कार रहने की सूचना प्राप्त हुई। वह गाड़ी के पास पहुंचीं और नंबर प्लेट को गौर से देखा तो मालूम हुआ कि नौ नंबर पर स्टिकर लगाकर शून्य बना दिया गया है।
तलाशी में किसी प्रकार का संदिग्ध सामान बरामद नहींपुलिस को देख कर सामने वाले घर से एक महिला निकलीं और उन्होंने कार पर दावा किया। रजिस्ट्रेशन कार्ड पर कार मालिक का नाम आदित्य राज लिखा था। कार की तलाशी में किसी प्रकार का संदिग्ध सामान बरामद नहीं हुआ।
पहले भी सामने आए हैं ऐसे मामलेबता दें कि पटना में ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं। चालान से बचने के लिए गाड़ी का नंबर छिपाने और बदलने के मामले सामने आए हैं। पुलिस ने साफ कहा है कि यह करना अपराध है। पकड़े जाने पर कार्रवाई होना तय है।
पटना और मुजफ्फरपुर में बेहतर होगी रोड कनेक्टिविटी, 23 करोड़ की योजना को मिली मंजूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना और मुजफ्फरपुर में बेहतर सड़क संपर्कता के लिए 23 करोड़ रुपए की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है। पटना की जिस योजना को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है वह कंकड़बाग की है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने शुक्रवार को इस आशय की जानकारी दी। पटना के लिए 6.68 करोड़ की राशि की स्वीकृति मिली है तो वहीं, मुजफ्फरपुर की सड़क के लिए 16.40 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि नई राजधानी पथ प्रमंडल, पटना अंतर्गत कंकड़बाग रोड नंबर दो से कंकड़बाग रोड नंबर चार वाया केन्द्रीय विद्यालय तक पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण को ले 6.68 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी है। मुजफ्फरपुर में जिस योजना को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है उससे
मुजफ्फरपुर से पटना जाने वाले लोगों को मिलेगा वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर पावर हाउस चौक से सकरी पथ में कार्य को ले 16.40 करोड़ के अनुमानित व्यय पर प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है।
इससे जिले में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुचारु बनाने, जाम की समस्या को दूर करने तथा आम जनता के आवागमन को सुगम बनाने में सहूलियत होगी।
माड़ीपुर पावर हाउस चौक से सकरी तक सड़क के जीर्णोद्धार से मुजफ्फरपुर से पटना आने वाले लोग इसे वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग कर पाएंगे।
Patna News: बाकरगंज में आभूषण के तीन कारोबारियों के परिसर में छापा, 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी बरामद
राज्य ब्यूरो, पटना। बाकरगंज में सराफा के तीन कारोबारियों के व्यावसायिक परिसरों से 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी बरामद हुई है।
गुरुवार को यह बरामदगी वाणिज्य-कर विभाग की अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने की, जिसने उन तीनों के ठिकानों पर छापामारी की थी।
बेहिसाब लेन-देन और कर चोरी की पुख्ता सूचना पर छापेमारी हुई, जो शुक्रवार को भी जारी रहेगी। बहरहाल छापेमारी टीम ने जब सोना-चांदी की खरीद बिल और दूसरे दस्तावेज की मांग तो तीनों कारोबारियों ने हाथ खड़े कर दिए।
अलबत्ता उन तीनों ने स्वेच्छया 90 लाख रुपये का भुगतान किया है। विभाग के सूत्रों का कहना है कि सूचना मिली थी बाकरगंज में बड़े पैमाने पर बिना वैध बिल के सोना-चांदी का कारोबार हो रहा है।
पर्याप्त आंकड़ा और साक्ष्य जुटने के बाद हुई कारवाईविभाग की विशेष शाखा ने पर्याप्त आंकड़ा और साक्ष्य जुटने के बाद कारवाई की। निरीक्षण में बेहिसाब लेन-देन का पता चला है।
बड़े पैमाने पर कर चोरी के साक्ष्य मिले हैं। तीन व्यापारियों के व्यावसायिक परिसरों को सील कर दिया गया है और निरीक्षण अभी जारी रहेगा।