Dainik Jagran
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाकपा-माले ने खोले अपने पत्ते, सीटों को लेकर तस्वीर की साफ
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले भाकपा-माले ने 45 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस संबंध में पार्टी के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि सीटों के तालमेल और चुनावी एजेंड को लेकर जल्द ही महागठबंधन के साथ हमारी बातचीत होगी।
चुनाव लड़ने की पुरजोर तैयारी कर रही पार्टीउन्होंने कहा कि हमारी पार्टी राज्य की 40 से 45 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की पुरजोर तैयारी कर रही है। उन्होंने मंगलवार को पत्रकार सम्मेलन में मौजूद पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा, विधायक गोपाल रविदास तथा संदीप सौरभ, विधान पार्षद शशि यादव, केडी यादव और उमेश सिंह की मौजूदगी में यह बात कही।
18 से 27 जून तक बदलो सरकार-बदलो बिहार चुनावी यात्रादीपंकर ने कहा कि राज्य में चुनाव को लेकर जनता महागठबंधन के साथ है। जनता की मंशा भी साफ है कि अपराध व अराजकता की संरक्षक सरकार बदलनी है। हमारी पार्टी जनता के बीच 18 से 27 जून तक पूरे राज्य में बदलो सरकार-बदलो बिहार यात्रा निकालेगी। यह यात्रा राज्य के चार मुख्य इलाकों में होगी।
11 जून को गया के बाराचट्टी में यात्राशाहाबाद क्षेत्र, मगध क्षेत्र, सारण-चंपारण क्षेत्र और मुजफ्फरपुर से दरभंगा तक का क्षेत्र। इस यात्रा के क्रम में मगध क्षेत्र में 11 जून को गया के बाराचट्टी, 12 जून को वारसलीगंज, 13 जून को राजगीर और 14 जून को बिहारशरीफ में जनसंवाद का आयोजन किया जाएग।
बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहींउन्होंने कहा कि बिहार में इस समय सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और जनता अपराध व अराजकता के चंगुल में फंसी हुई है। उन्होंने कहा कि विकास और सुशासन के नाम पर बिहार में सामंती उत्पीड़न को बढ़ावा मिला है।
Bihar News: बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना के चैनल पर बनाए जा रहे पांच पुल, 4 जिलों को होगा लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना (बेलवाधार) के अंतर्गत बेलवा-मीनापुर चैनल का रिसेक्सनिंग कार्य प्रगति पर है। योजना के अंतर्गत कुल 68.80 किलोमीटर लंबे चैनल का रिसेक्सनिंग किया जा रहा है। चैनल पर पांच नए पुलों का निर्माण हो रहा है।
इस परियोजना का क्रियान्वयन शिवहर जिला में पिपराही प्रखंड अंतर्गत हो रहा है। इसका उद्देश्य बागमती के अतिरिक्त जल को उसकी पुरानी धारा के माध्यम से बूढ़ी गंडक में प्रवाहित करना है। इससे बाढ़ नियंत्रण एवं जल प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार की आशा है।
परियोजना के लिए 130.88 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है। जल संसाधन विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और सभी संरचनाएं तकनीकी मानकों के अनुरूप एवं दीर्घकालिक दृष्टिकोण से टिकाऊ हों।
चार जिलों को होगा लाभ:इस परियोजना से शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिले लाभान्वित होंगे। इससे पिपराही, डुमरी, कतसारी, तरियानी, शिओहर, पताही, पेंहार, तेतरिया, पकड़ीदयाल, मधुबन, मीनापुर, हायाघाट, बोचहा, बांद्रा, मुसहरी एवं कल्याणपुर जैसे कुल 16 प्रखंडों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
गंगा नदी की पुरानी धारा पुनर्जीवित करने की योजना को जल्द पूरा करें: नीतीशदूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बख्तियारपुर प्रखंड के लखनपुरा में गंगा नदी की पुरानी धारा को घनसुरपुर घाट से देदौर घाट तक पुनर्जीवित करने की योजना को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने सोमवार को इस योजना के कार्यान्वयन की स्थिति का जायजा लिया।
इस क्रम में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने कार्य की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात से पहले यह काम पूरा हो जाए।
Bihar News: सर्दी-खांसी और बुखार; प्राणायाम रहेगा बड़ा असरदार, अब कोरोना और डेंगू का क्या करें?
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में गर्मी की धमक है। मौसम बदल रहा है। मानसून भी दस्तक देने वाला है। ऐसे में हीट स्ट्रोक के साथ-साथ वायरल बीमारियों का भी प्रकोप देखने को मिल रहा है। इन दिनों गले में खराश, दर्द, सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज भी बढ़े हैं।
इसमें कई लोग कोरोना समझकर घबरा जाते हैं। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन इन चीजों को नजरअंदाज करना भी आपकी परेशानी बढ़ा सकता है। इसलिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। सर्दी-खांसी, बुखार की स्थिति में डाक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।
यदि सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं हो और केवल बुखार हो तो घर पर ही बुखार उतारने की दवा लेकर आराम करना चाहिए। इस दौरान पर्याप्त पानी पीना चाहिए। प्राणायाम भी करें। कोरोना जांच शुरू हो चुकी है, तकलीफ बढ़ने पर जांच करा सकते हैं।
रविवार को यह सलाह आपके लोकप्रिय कार्यक्रम हेलो डाक्टर में इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के मेडिसिन विभाग के वरीय प्राध्यापक प्रो. डा. सुधीर कुमार ने दी। इस दौरान काफी पाठकों के प्रश्न आएं। प्रस्तुत है पाठकों की परेशानी व समाधान।
सवाल: एक सप्ताह पहले तेज बुखार, सर्दी व खांसी हो गया था। अब केवल हल्की खांसी है, लेकिन काफी कमजोरी महसूस हो रही है क्या करें?- जयशंकर सिंह, कंकड़बाग।
जवाब: खांसी खत्म होने में 10-15 दिन लगेंगे। अब पौष्टिक भोजन पर ध्यान दें। भोजन में फल और हरी सब्जियों को भी शामिल करें। कैल्शियम और मल्टी विटामिन भी नियमित लेते रहें। फेफड़ों को मजबूत करने के लिए प्राणायाम जरूर करें।
सवाल: शुगर मरीज हूं। खाने के बाद पेट भारी जैसा लगता है? - गोपाल सिंह, आरा
जवाब: खाने के समय आपको विशेष ख्याल रखना है। खाते समय पानी बिल्कुल नहीं पीएं, खाने के एक-डेढ़ घंटे बाद ही पानी पीएं। खाने के बाद सीधे बेड पर या आराम नहीं करने जाएं। इससे आपको राहत मिलेगी।
सवाल: घर में पशु-पक्षी पालते हैं, उससे भी कोरोना का खतरा है? -उदय शंकर प्रसाद, भूतनाथ रोड
जवाब: पशु-पक्षी से कोरोना का कोई खतरा नहीं है। इससे बर्ड फ्लू होने का खतरा जरूर हो सकता है। यदि आपके पाले पक्षी एकाएक मर जाएं तो जरूर जांच कराएं। यह बर्ड फ्लू होने का खतरा जरूर दे सकता है।
सवाल: कोरोना से बचाव को लेकर क्या सावधानी रखें? -एम सिन्हा, न्यू पाटलिपुत्रा कालोनी
जवाब: कोरोना से बचाव को लेकर सबसे जरूरी यह है कि यथासंभव भीड़-भाड़ वाले इलाके में ना जाएं। यदि जाने की मजबूरी हो तो मास्क का उपयोग करें। यदि सर्दी-खांसी व बुखार वाले लोगों से मिलते है तो थोड़ा परहेज करते हुए मास्क का उपयोग करें। नियमित रूप से व्यायाम करें। अपना इम्यून मजबूत रखें।
सवाल: तेज बुखार हो तो क्या करें? - पल्लवी सिन्हा, बिहटा
जवाब: यदि बुखार के साथ कोई अन्य परेशानी नहीं हो तो यह वायरल का लक्षण हो सकता है। ऐसे समय में आप कोल्ड स्पांजिंग करें। इसमें शरीर के खुले क्षेत्र जैसे सिर, हाथ, पैर, पेट, चेहरा, हथेली बांह आदि की कोल्ड स्पांजिंग करें। हर दो-तीन मिनट तक ऐसा करते हुए यदि आधे घंटे में बुखार कम नहीं हो तो बुखार की दवा दें। क्योंकि हीट स्ट्रोक में अमूमन ऐसा करने पर बुखार अपनेआप ठीक हो जाता है।
सवाल: आइजीआइएमएस में वरीय नागरिकों के लिए कोई विशेष व्यवस्था है?- श्यामनारायण तिवारी
जवाब: अभी ऐसी कोई विशेष व्यवस्था नहीं है। पंजीयन वगैरह के लिए विशेष काउंटर जरूर बनाए गए हैं। आपके इस प्रश्न से निदेशक महोदय को अवगत कराया जाएगा। वरीय नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था को लेकर बात चल रही है।
कोरोना के बाद अब डेंगू के भी आने लगे केसडा. सुधीर कुमार ने बताया कि कोरोना के साथ अब डेंगू के भी केस आने लगे हैं। इसलिए विशेष सतर्कता अहम हो जाती है। खासकर डेंगू से बचने के लिए अपने घर व आसपास पूरी साफ-सफाई रखें। इन जगहों पर पानी जमा नहीं होने दें।
मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। कूलर व गमले का पानी बदल दें। सुबह व शाम पूरी बांह के कपड़े पहने। तेज बुखार, बदन दर्द, जी मिचलाना, बेहोशी, उल्टी और झटके आना गंभीर लक्षण हैं। ऐसी स्थिति में डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
वर्तमान कोरोना वैरिएंट पर नजर रखना जरूरीडा. सुधीर ने बताया कि वर्तमान में ओपीडी में हर दिन 25-30 कोविड के लक्षण वाले मरीज आ रहे हैं। बिहार में एक्टिव केस कम है। कोविड वेरिएंट ओमीक्रोन का सब वैरिएंट है। यह एनबीडाट वन डाट एट डाट वन है, यह पूरे देश में है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार इसे अंडर मानिटरिंग रखा गया है। यह तुरंत दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करता है। इसका सिम्प्टम माइल्ड टू माडरेट है। यह जानलेवा कम है, लेकिन बचाव ही इसका उपाय है।
छह घंटे तक पटना के थाने में डरी-सहमी रही सोनम रघुवंशी, सिर दर्द बोलकर कुछ भी खाने से किया मना
जागरण संवाददाता, पटना। मेघालय में इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपित पत्नी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मंगलवार की शाम पटना एयरपोर्ट से कोलकाता वाया गुवाहाटी से शिलांग ले जाया गया। मेघालय पुलिस की टीम सोनम को एक सफेद रंग की निजी कार में सवार कर गाजीपुर से बक्सर होते हुए पटना पहुंची।
काले रंग के कपड़े से चेहरा ढंकामंगलवार की सुबह मेघालय पुलिस उसे साथ लेकर पटना के फुलवारीशरीफ थाना पहुंची। उसे अनुसंधान कक्ष में ले जाया गया। काले रंग की टी-शर्ट पहले सोनम कुर्सी पर बैठी थी और सिर टेबल पर था। वह डरी-सहमी थी। काले रंग के कपड़े से चेहरा ढंक रखा था। सिर के पास ही बैग रखी थी। वह वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और मीडिया से नजरें छिपाती रही। दिन के 11.35 बजे मेघालय पुलिस उसे दूसरी गाड़ी में सवार कर पटना एयरपोर्ट की तरफ बढ़ी।
पुलिस की घेराबंदी में वह एयरपोर्ट गेट तक पहुंचीसोनम के साथ में एस्कार्ट पार्टी भी थी। पुलिस की घेराबंदी में वह एयरपोर्ट गेट तक पहुंची। वहां भी मीडियाकर्मी उससे सवाल पूछते रहे, लेकिन वह सिर नीचे करते हुए आगे एयरपोर्ट के अंदर प्रवेश कर गई। सूत्रों की मानें तो सोनम के साथ मेघालय पुलिस की शिदा एमएस खरसाती, रोसा एम खोंगसिट, सिल्टे डी शिरा और पीडी सोनार साथ थे। दोपहर 3:55 बजे मेघालय पुलिस सोनम के साथ विमान से कोलकाता के लिए रवाना हो गई।
खाना खाने से किया इंकार, पीती रही पानीसुबह छह मेघालय पुलिस जब सोनम को लेकर फुलवारीशरीफ थाने पहुंची तो वह सरिस्ता में कुछ थे, जिन्हें वहां से हटा दिया गया। सोनम को सीधे अनुसंधान कक्ष में ले जाया गया। वहां कुर्सी पर उसे बैठने को कहा गया, फिर एक मेज लाई गई। मेज के पास दो अन्य कुर्सी लगी थी, जिस पर मेघालय पुलिस बैठी थी। बीच बीच में सोनम से कुछ पूछताछ की जा रही थी।
नाश्ता और चाय दी गईसूत्रों की मानें तो थाने में ही उसे नाश्ता और चाय दी गई। उसने खाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और सिर्फ पानी पीती रही। चेहरा काले पकड़े से छिपा रखा था। कुछ मिनट बाद मेज पर सिर के ऊपर हाथ रखे हुई थी। वह बार-बार चेहरा छिपाने का प्रयास कर रही थी। पास में रखे बैग को चेहरे के आगे रख दिया, ताकि वह किसी से नजर न मिला सके।
बक्सर के आदर्श नगर थाने में 15 मिनट का पड़ावट्रांजिट रिमांड मिलने के मेघालय की चार सदस्यीय टीम उसे सड़क मार्ग होते हुए बक्सर से पटना लाया गया। रात करीब दो बजे पुलिस उसे लेकर बक्सर के आदर्श नगर थाने में पहुंची। वहां करीब 15 मिनट का पड़ाव था। रास्ते में सुरक्षा नहीं मिलने की वजह से सफर 15 मिनट के लिए रोका गया था। बिहार पुलिस से एस्कार्ट मिलने के बाद बक्सर से सफर शुरू हुआ। सूत्रों की मानें तो बक्सर से पटना के बीच रास्ते में पुलिस ने खाने-पीने के बारे में पूछा, लेकिन उसे सिर दर्द बताते हुए खाना खाने से इंकार कर दिया और कार में सोई भी नहीं।
एयरपोर्ट के अंदर चेहरे पर था मास्कदिन के 11:35 बजे सोमन को फुलवारीशरीफ थाने से एयरपोर्ट ले जाने की तैयारी की गई। इस बार गाड़ी बदल गई। दूसरी गाड़ी में सोनम को लेकर मेघालय पुलिस पटना एयरपोर्ट की तरफ बढ़ी। साथ में एस्कार्ट पार्टी थी। एयरपोर्ट पहुंचने पर गेट पर पहले से मीडियाकर्मी मौजद थे। सोनम जैसे ही गाड़ी से नीचे उतरी, उससे सवाल पूछा गया, लेकिन वह नजर छिपाती रही। पुलिस घेराबंदी कर उसे एयरपोर्ट में अंदर ले गई, जहां उसे लाउंज में जाया गया। वहां भी वह एक जगह कुर्सी पर बैठी रही।
क्या है मामलाराजा रघुवंशी और सोनम शादी के बाद हनीमून पर गए थे। 23 मई को दोनों मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके से लापता हो गए थे। दो जून को राजा का शव एक खाई में मिला था, जबकि उनकी पत्नी सोनम की तलाश की जा रही थी। अचानक नाटकीय मोड़ तब आया जब 8-9 जून की रात सोनम यूपी के गाजीपुर स्थित ढाबे पर मिली। इस बीच मेघालय पुलिस सोनम और तीन अन्य आरोपियों के गिरफ्त में लिए जाने सामने आई। मेघालय पुलिस यूपी पहुंची और सोनम को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर शिलांग के लिए रवाना हो गई।
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Bihar Cabinet Meeting: 4 लाख महिला कर्मियों को नीतीश सरकार देगी आवास की सुविधा, कैबिनेट में लगी मुहर
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार ने विभिन्न सरकारी विभागों में काम करने वाली महिला कर्मियों के हक में बड़ा निर्णय लिया है। सरकार विभिन्न महकमों में काम करने वाली करीब चार लाख महिला कर्मियों को उनके कार्यालय के नजदीक ही आवास की सुविधा देने का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। यह निजी आवास लीज पर निजी व्यक्तियों से लिए जाएंगे।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आवास सुविधा मुहैया कराने के लिए नीति निर्धारण की स्वीकृति दी गई। बैठक में कुल 22 प्रस्ताव स्वीकृत किए गए।
बड़ी संख्या में विभागों में काम कर रही महिला कर्मचारी, सबको मिलेगी सुविधामंत्रिमंडल की बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बताया कि सरकार के विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में महिला कर्मी कार्यरत हैं। नई नियुक्तियों में भी बड़ी संख्या में महिलाएं सरकारी सेवा में आ रही हैं। जिन्हें मुख्यालय के साथ क्षेत्रीय कार्यालयों में भी पदस्थापित किया जा रहा है। इनमें महिला पुलिस कर्मी, शिक्षिकाएं व अन्य महकमों में कार्यरत महिलाएं शामिल हैं।
इन महिला कर्मियों को आवास की सुविधा न होने की समस्या से गुजरना होता है। सुरक्षा की समस्या भी होती है। लिहाजा कार्यालय के नजदीक ही महिला कर्मियों को आवास देने की नीति बनी है।
मकान मालिकों से रुचि आमंत्रित की जाएगी, डीएम की अध्यक्षता में होगी कमेटीनिर्णय के अनुसार आवास की सुविधा के लिए किराये के मकान लिए जाएंगे। इससे पहले इच्छुक मकान मालिकों से रुचि अभिव्यक्ति (एक्सप्रेशन आफ इंटेरेस्ट) आमंत्रित किए जाएंगे। प्राप्त आवेदनों पर निर्णय लेने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी अंतिम निर्णय करेगी। इस कमेटी में डीएम के साथ ही जिले के एसपी, स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि, भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता सदस्य होंगे। एसडीओ कमेटी के सदस्य सचिव होंगे।
भवन चयन के बाद मकान मालिक से लीज करार होगा, महिला कर्मी करेंगी आवेदनयह कमेटी मकान का चयन और किराये का निर्धारण करेगी। मकान में सुरक्षा, बिजली, पानी, शौचालय की उपलब्धता वाले मकान को प्राथमिकता देगी। इसके बाद एसडीओ मकान मालिक से लीज करार करेंगे। महिला कर्मियों को आवास की लेने के लिए अपने कार्यालय प्रधान के माध्यम से आवेदन करना होगा।
इसके बाद ही एसडीओ उन्हें आवास की सुविधा देंगे। किराये पर मकान प्राप्त करने वाली महिला कर्मियों को इसके बाद किराया भत्ता (एचआरए) नहीं मिलेगा। यदि महिला कर्मी आवास में किसी प्रकार की असुविधा महसूस करती है तो उसकी शिकायत का निराकरण अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर पर ही होगा।
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Bihar News: बिहार के डेढ़ लाख से अधिक टीचरों को जल्द मिलेगी खुशखबरी, वेतन को लेकर आ गया बड़ा अपडेट
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में सेवारत डेढ़ लाख से ज्यादा शिक्षकों की वेतन विसंगति यथाशीघ्र दूर होगी। विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश के समापन के बाद शिक्षकों से वेतन विसंगति संबंधित आपत्तियां ली जाएंगी।
इसके लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने संबंधित अधिकारियों को तैयारी करने का निर्देश दिया है। निर्देश के अनुसार, शिक्षकों के वेतन का पुनर्निर्धारण होगा तथा पुनर्निर्धारित वेतन में बकायों का भुगतान भी होगा।
बजट सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बिहार विधान परिषद में शिक्षकों की वेतन विसंगति और सेवा निरंतरता का लाभ देने की घोषणा की थी। तकरीबन तीन माह बाद शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के लंबित मामलों का निष्पादन हेतु आवश्यक कदम उठाया गया है।
मंगलवार को शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में नियोजित और इस श्रेणी से विशेष बने शिक्षकों की वेतन विसंगतियाें को तब शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई थी।
उसकी रिपोर्ट के आधार पर समीक्षा कर विभाग ने प्राथमिकता के आधार पर 31 जुलाई से पहले शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करने की डेडलाइन तय की है।
रोचक यह कि वेतन विसंगति की स्थिति यह है कि माध्यमिक शिक्षकों से अधिक प्राथमिक शिक्षकों को वेतन मिल रहा है। संवर्ग परिवर्तन होने की स्थिति में शिक्षकों की वरीयता प्रभावित हो रही है। जो शिक्षक 15-20 वर्षों से कार्य कर रहे हैं, उन्हें सेवा निरंतरता का लाभ मिलना ही चाहिए जिसमें कई तरह की विसंगति है।
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नीतीश के बयान पर आंकड़ों के साथ बोले लालू, सरकार ने तो विधि-व्यवस्था का अंतिम संस्कार ही कर दिया
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार सरकार पर विपक्ष तो प्राय: हमलावर रहा है, लेकिन इन दिनों आक्रामकता कुछ अधिक बढ़ी है। तेजस्वी यादव तो आए दिन भड़ास निकाल ही रहे, जब-तब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद भी तेवर दिखा दे रहे हैं। मंगलवार सुबह अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लालू ने सरकार पर विधि-व्यवस्था का अंतिम संस्कार कर देने का आरोप लगाया है।
घर में घुसकर कितनी हत्याएं हो रही हैंलालू ने लिखा है कि ''नीतीश बतावें कि शाम पांच बजे से पहले घर में घुसकर कितनी हत्याएं हो रही हैं? क्या नीतीश जानते-पहचानते व समझते हैं कि उनके शासन-काल में आधिकारिक आंकड़ों में 65,000 हत्याएं हुई हैं? 65,000 लोगों की हत्याएं हुई हैं, 65,000! नीतीश-बीजेपी ने विधि-व्यवस्था का दम ही नहीं निकाला, बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है। बिहार में इतनी भ्रष्ट, लापरवाह और कामचोर पुलिस कभी भी, कभी भी नहीं रही।''
राजनीति की एक स्वाभाविक प्रक्रियालालू प्रसाद यादव का यह आरोप राजनीति की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, क्योंकि आगे विधानसभा चुनाव है। सत्तारूढ़ एनडीए लालू-राबड़ी के जंगल-राज का हवाला देकर महागठबंधन को घेरने के प्रयास में है। आरोप-प्रत्यारोप के इस क्रम में सात जून को भी लालू ने सरकार पर हमला बोला था। एक्स पर उन्होंने कुछ-कुछ पैरोडी की तर्ज पर लिखा था कि बिहार में अपराधी बेलगाम हैं। अफसरशाही मदमस्त है।
सरकार बेहोश है और महंगाई रिकार्ड-तोड़ है। राज्य में गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ गई है। 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार ने बिहार का बंटाधार कर दिया है। हालांकि, उनके आरोप आर्थिक अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों से मेल नहीं खाते। बढ़ती जनसंख्या के साथ बिहार में अपराध की संख्या बेशक बढ़ी हो, लेकिन औसत रूप से कई विकसित राज्यों की तुलना में बिहार में अपराध की दर कम है। देश के सभी राज्यों में हत्या के मामले में बिहार 14वें स्थान पर है और संज्ञेय अपराध के मामले में 19वें स्थान पर।
Bihar News: बिहार की चार लाख महिला कर्मियों के लिए खुशखबरी, नीतीश सरकार ने दिया बड़ा तोहफा
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की नीतीश सरकार सरकारी कार्यालयों में कार्य करने वाली महिला कर्मियों को उनके कार्यालय की निकट आवास की सुविधा देगी।
सरकार की इस योजना का लाभ महिला टीचर,महिला सिपाही, पंचायत से सचिवालय तक में कार्यरत महिलाओं को मिलेगा। इसके लिए हर जिले में डीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी निजी मकानों को चिह्नित करेगी और उनके साथ लीज अग्रीमेंट करेगी।
सरकारी महिलाओं को किसी प्रकार की दिक्कत होगी तो उसका निराकरण संबंधित अनुमंडल के एसडीओ करेंगे। सरकार की इस योजना का लाभ राज्य में कार्य करने वाली साढे तीन लाख से चार लाख महिला कर्मियों को मिलेगा।
मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इसका प्रस्ताव स्वीकृत किया गया।
मंत्रिमंडल ने एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में प्रदेश की 8000 से अधिक पंचायत में 8093 निम्न वर्गीय लिपिक कल समेत कल 8414 पद सृजन का प्रस्तावित स्वीकृत किया है।
प्रदेश के 21600 युवाओं को स्किल करने के लिए 281 करोड़ रुपये की लागत से मेगा स्किल सेंटर खोलने का निर्णय भी मंत्रिमंडल ने स्वीकृत किया है।
राज्य मंत्रिमंडल ने पटना स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण हड्डी रोग अस्पताल अस्पताल में स्पोर्ट्स इंजरी यूनिट की स्थापना के लिए 36 नए पद स्वीकृत किए हैं। इसके अलावा इसी अस्पताल में 267 अन्य पड़ भी सृजित किये गए हैं।
बिहार वाले खूब दौड़ा रहे गाड़ी, हर दिन कर रहे डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत, प्रदूषण भी हो रहा कम
नलिनी रंजन, पटना। केंद्र सरकार की ओर से ई-10 ईंधन के बाद ई-12, ई-15 और अब ई-20 फ्यूल बिक्री हो रही है। इससे पर्यावरण सुरक्षा के साथ-साथ पेट्रोल की भी बचत हो रही है। वर्ष 2023-24 में बिहार में पेट्रोल में इथेनाल 10 प्रतिशत तक मिक्स कर बिक्री की जा रही है।
11 राज्यों में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल मिक्स कर बिक्रीइस दौरान ई-12 व ई-15 मिश्रण किया गया। केंद्र की ओर से फरवरी में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल की मिलावट की अनुमति मिलते ही बिहार समेत देश के 11 राज्यों में पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनाल मिक्स कर बिक्री आरंभ हो चुकी है।
बिहार में इथेनाल की 13 यूनिटआंकड़े बताते हैं कि अभी बिहार में इथेनाल की 13 यूनिट स्थापित होकर उत्पादन कर रहे हैं। वर्ष 2024 में तीन लाख छह हजार आठ सौ 26 किलो लीटर एथेनाल का उत्पादन हुआ था। वर्तमान वर्ष में अब तक एक लाख 67 हजार सात सौ 13 किलो लीटर एथेनाल उत्पादन हुआ है। इससे बने पेट्रोल का उपयोग सभी वाहनों में किया जा रहा है।
हर दिन करीब डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचतविशेषज्ञ बताते है कि ई-20 मिश्रण होने से बिहार में हर दिन करीब डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत हो रही है। वर्तमान में हर दिन करीब सात हजार से अधिक टीकेएल पेट्रोल की खपत होती है। इसमें 20 प्रतिशत एथेनाल मिश्रण होने से डेढ़ लाख लीटर पेट्रोल की बचत होती है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, दमन एंड दीव और दादरा नागर हवेली में इथेनाल मिक्स कर बिक्री की जा रही है।
सरकार के इस कदम से ईंधन का स्टाक बढ़ेगा, आयात पर आत्मनिर्भरता कम होगी। एक रिपोर्ट के अनुसार यदि 2025 तक ई-20 फ्यूल की बिक्री रफ्तार पकड़ेगी तो पेट्रोल के आयात में 30 हजार करोड़ रुपये की बचत होगा। इथेनाल युक्त पेट्रोल पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है।
बिहार के लिए काफी है लाभदायीबीआइए के उपाध्यक्ष सीए आशीष रोहतगी बताते है कि वर्तमान में 13 एथेनाल यूनिट चालू है। इसके अतिरिक्त कई यूनिट कतार में है। एथेनाल उत्पादन से यहां के किसानों के लिए भी लाभदायी है, साथ ही इससे लोगों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके अतिरिक्त एथेनाल युक्त पेट्रोल से पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा। इसका भी लाभ सभी को मिलेगा।
बिहारवासियों को मौसम ने किया असहज, कम तापमान में गर्मी हो रही अधिक महसूस; जानें क्यों हो रहा ऐसा
प्रभात रंजन, पटना। प्रदेश के कई शहरों में दर्ज हो रहे अधिकतम तापमान से अधिक गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना है इसके बावजूद अधिक गर्मी का एहसास हो रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से अधिकतम तापमान के साथ सापेक्षिक आर्द्रता के मिश्रित आंकड़ों का भी अध्ययन कर विभिन्न शहरों के ताप सूचकांक जारी कर रहा है।
ताप सूचकांक में काफी अंतरकेंद्र की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बात सामने आई है कि कई शहरों के तापमान और ताप सूचकांक में काफी अंतर होने से असहज स्थितियां बनी हैं। मौसम विज्ञान केंद्र लोगों से अपील कर रहा है कि वे केवल दर्ज तापमान का ध्यान रखें। इस दौरान शरीर को महसूस होने वाले तापमान के अनुसार अपनी दिनचर्या और क्रिया कलापों में बदलाव करें।
ताप सूचकांक मौसमीय सिस्टम में एक गणनामौसम विज्ञानी एसके पटेल ने बताया ताप सूचकांक मौसमीय सिस्टम में एक गणना है। सापेक्षिक आर्द्रता व अधिकतम तापमान के आधार पर इसकी गणना होती है। हवा की दिशा का भी इसका प्रभाव पड़ता है। नमी (आर्द्रता) के साथ पाकर तापमान की अनुभूति बढ़ जाती है।
बच्चे और बुजुर्गों को हो सकती परेशानीआर्द्रता 50 और तापमान 40 डिग्री से अधिक या आसपास हो तो गर्मी अत्यधिक महसूस होता है। इस दौरान अलग-अलग उम्र के लोगों द्वारा अनुभूत तापमान अलग-अलग होता है। वयस्क लोग जिस तापमान को झेल लेते हैं वहीं बच्चे और बुजुर्गों को परेशान कर सकता है।
दिशा और आर्द्रता तापमान पर असर डालतेहवा की गति, दिशा और आर्द्रता तापमान पर असर डालते हैं। शहर के तापमान और उसके बाहर के तापमान में अंतर पाया जा रहा है। शहर में पेड़-पौधे की कमी, कंक्रीट के मकान के साथ एसी तापमान को बढ़ाने में सहायक हो रहा है। ऊंचे-ऊंचे कंक्रीट के भवन पुरवा की शीतलता को सोख लेता है इसके कारण लोगों को गर्मी अधिक महसूस हो रही है।
हवा की दिशा और पश्चिमी विक्षोभ करता है प्रभावितइन दिनों हवा की दिशा और गति में बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम विज्ञानी एसके पटेल ने बताया कि पुरवा की जगह पछुआ के कारण मौसम शुष्क होने के साथ तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। बंगाल की खाड़ी में पश्चिमी विक्षोभ में कमी आने के साथ हवा के चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र नहीं बनने के कारण पुरवा हवा कमजोर होने से तापमान में वृद्धि हो रही है।
फिर मौसम में बदलाव के आसार12-13 जून के आसपास एक बार फिर मौसम में बदलाव के आसार हैं। नमी युक्त पुरवा हवा के कारण तापमान में गिरावट की संभावना है। प्रदेश के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और आंधी-पानी के साथ मौसम सामान्य होगा। दक्षिण पश्चिम मानसून इन दिनों कमजोर पड़ा है। सप्ताह बाद मौसम के बदलते ही मानसून की मजबूत स्थिति बनेगी और उसे आगे बढ़ने को प्रेरित करेगी।
- आठ जून को अधिकतम तापमान व ताप सूचकांक
- शहर अधिकतम ताप सूचकांक
- पटना 40.0 44
- गया 40.2 44
- भागलपुर 38.5 42
- मुजफ्फरपुर 37.6 41
- डेहरी 40.8 41
- भोजपुर 40.4 43
- अरवल 39.1 41
- खगड़िया 39.0 44
- पूर्णिया 37.1 43
- गोपालगंज 40.8 45
- (अधिकतम तापमान डिग्री सेल्सियस में )
Bihar Police: अपराधियों की खैर नहीं, बिहार पुलिस ने बनाया नया प्लान; केंद्र के बाद राज्य से भी मिली मंजूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। साइबर अपराध के लगातार बढ़ते मामलों और शराबबंदी के बाद से अन्य प्रकार के नशीले कारोबार पर रोक लगाने की कवायद निरंतर जारी है।
अब सरकार ने इन दोनों प्रकार के अपराध के खिलाफ बड़ी लड़ाई की तैयारी की है। सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य में साइबर अपराध और शराब सहित सूखे नशे की रोकथाम के लिए साइबर अपराध सह साइबर सुरक्षा इकाई और एंटी नारकोटिक ब्यूरो सह मद्य निषेध इकाई का गठन किया जाएगा।
इस बड़ी पहल को केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार के गृह विभाग ने अपनी स्वीकृति दे दी है। अब प्रस्ताव मंत्रिमंडल के ध्यानार्थ भेजा जाएगा। मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिलने के बाद इकाई गठन की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।
यह जानकारी सरदार पटेल भवन स्थित बिहार पुलिस मुख्यालय भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने दी।
अब तक ईओयू और सीआईडी देख रहे थे ऐसे मामलेकुंदन कृष्णन ने बताया कि अभी साइबर अपराध एवं नशीले पदार्थों पर नियंत्रण से जुड़े मामलों को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) देख रही थी। वहीं शराब से जुड़े मामले अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) द्वारा देखे जाते थे।
उन्होंने बताया कि जिन दो नई इकाईयों के गठन का निर्णय हुआ है उनमें एंटी नारकोटिक ब्यूरो सह मद्य निषेध इकाई केंद्र सरकार के नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की तर्ज पर काम करेगी।
नशीले पदार्थों की सप्लाई चेन नेटवर्क को समाप्त करने पर फोकस इस इकाई का मूल काम विभिन्न जिलों में शराब समेत अन्य नशीले पदार्थों की सप्लाई चेन की पहचान कर उस नेटवर्क को पूरी तरह से समाप्त करना होगा।
इसके अलावा यह इकाई युवाओं में बगैर डॉक्टर स्वीकृत नशीली दवाओं के बढ़ते चलन पर रोक लगाने का भी काम करेगी। इकाई के प्रमुख एडीजी या आईजी स्तर के अधिकारी होंगे।
नेपाल के साथ कई प्रमुख जिले बन गए थे सूखे नशे के हाट स्पाट कुंदन कृष्णन की माने तो सूखे नशे का विस्तार नेपाल की सीमा के साथ ही प्रदेश के कुछ प्रमुख जिलों जैसे गया, भोजपुर और नेपाल से सटते जिलों में काफी बढ़ गया था।
गया और भोजपुर व नेपाल के कुछ हिस्से इस कारोबार के हाट स्पाट बन गए थे। एडीजी ने स्वीकार किया कि प्रदेश में नशे से जुड़ी दवाओं की खपत बढ़ी है। जिस पर नियंत्रण के लिए पुलिस महकमा दिन रात लगा हुआ है।
साइबर अपराध की इकाई की नजर साइबर अपराधियों पर होगी एडीजी मुख्यालय ने बताया कि राज्य में साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएं चिंता का सबब हैं।
अभी आर्थिक अपराध इकाई साइबर अपराध के मामलों की निगरानी इसके खिलाफ कार्रवाई की नोडल इकाई है। कुछ समय पहले खोले गए 40 जिलों के साइबर थाने से लेकर मुख्यालय स्तर पर प्रतिनियुक्त अधिकारी इस इकाई के लिए काम करते हैं। परंतु इस इकाई का काम बढ़ा है।
इसके अलावा इसके पास अन्य प्रकार की जिम्मेदारी है जिसे देखते हुए साइबर अपराध सह साइबर सुरक्षा इकाई का गठन करने का निर्णय हुआ है।
नई इकाई में एसपी ऑपरेशन, एसपी सुरक्षा और एसपी प्रशिक्षण के पद होंगे। साइबर लैब भी इसके अधीन ही आएंगे। इकाई साइबर अपराध के नए तौर तरीकों का अध्यन कर इसके खिलाफ कार्रवाई करेगी साथ ही सरकारी विभागों के डेटा सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभालेगी।
पूर्व विदेश राज्यमंत्री ने 2009 में दी थी जमीन, अबतक पॉलिटेक्निक के साथ नहीं जुड़ा उनका नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व विदेश राज्य मंत्री हरिकिशोर सिंह ने जिस पॉलिटेक्निक संस्थान के निर्माण के लिए 16 साल पहले पांच एकड़ से अधिक जमीन दान की थी, उस पर निर्मित संस्थान का नामकरण उनके नाम पर नहीं किया जा सका है।
यह जमीन शिवहर जिला के परिहारा मौजे में हैं। हरिकिशोर सिंह का निधन 2013 में हुआ। उन्होंने सरकार की अपील पर यह जमीन 2009 में ही दान में दी थी। उनकी धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह ने शिवहर के जिलाधिकारी को नामकरण के लिए आग्रह किया है। अब जाकर प्रक्रिया शुरू हुई है।
शिवहर के जिलाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय ने विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को इस संबंध में पत्र लिखा है। हरिकिशोर सिंह शिवहर से 1989 और 1991 में जनता दल के सांसद चुने गए थे।
वीपी सिंह की सरकार में विदेश राज्यमंत्री थे। आइके गुजराल के प्रधानमंत्रित्व काल में उन्हें सीरिया में भारत का राजदूत बनाया गया था। वे बिहार राज्य योजना पर्षद के उपाध्यक्ष भी रहे थे।
दिलचस्प यह है कि 2009 में दान दी गई जमीन के दानकर्ता के चरित्र के सत्यापन की प्रक्रिया अभी चल ही रही है। शिवहर के आरक्षी अधीक्षक ने अपना प्रतिवेदन जिलाधिकारी को दिया है।
इसमें बताया गया है कि कई बार सांसद रहे पूर्व विदेश राज्यमंत्री हरिकिशोर सिंह के विरूद्ध थाना में कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है। इनका चरित्र उत्तम रहा है।
विज्ञान, प्रावैधिकी तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में है। शिवहर स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक का नामकरण स्व. हरिकिशोर सिंह के नाम पर करने के लिए प्रस्ताव मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजा गया है। जल्द ही निर्णय होगा।
सौर ऊर्जा से संचालित होगा राज्य का सबसे बड़ा दीघा एसटीपी, 4 चैंबरों में शुद्ध होगा गंदा पानी
नीरज कुमार, पटना। दीघा में बनने वाला राज्य का सबसे बड़ा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इस एसटीपी का निर्माण अंतिम चरण में हैं। इसकी क्षमता 100 एमएलडी निर्धारित की गई है। इसी एसटीपी में कुर्जी नाला, राजापुर एवं मंदिरी नाले के पानी को शुद्ध किया जाएगा।
इसका नेटवर्क एरिया लगभग 300 किलोमीटर होगा। इसका निर्माण बिहार राज्य शहरी आधारभूत संरचना निगम (बुडको) द्वारा किया जा रहा है। यहां पर प्रतिदिन चार से पांच मेगावाट बिजली उत्पादित की जाएगी।
यह राज्य का पहला एसटीपी होगा जो सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा। दीघा से लेकर गोलघर तक का पानी पहुंचेगा। एसटीपी में दीघा में बनने वाले एसटीपी में दीघा से गोलघर तक का गंदा पानी शुद्ध किया जाएगा।
इसके लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है। मंदिरी नाले का पानी दीघा लाने के लिए दुजरा में संप का निर्माण किया जा रहा है। वहां पर पाइप के माध्यम से पानी दीघा एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा।
अगले तीस वर्षों के लिए बन रहा दीघा एसटीपीआगामी तीस वर्षों की आबादी को ध्यान में रखकर इस एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर शुद्ध किया गया पानी सीधे गंगा में प्रवाहित किया जाएगा। जून के अंत तक इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा। अगले तीन माह एसटीपी का ट्रायल चलेगा।
चार चैंबरों में शुद्ध होगा गंदा पानीदीघा एसटीपी में आने वाले पानी को चार चैंबरों में शुद्ध किया जाएगा। प्रथम चरण में पानी को स्थिर कर उससे कचरे को अलग किया जाएगा। उसके बाद के दो चैंबर में क्लोरीन मिलाकर मशीन से पानी को साफ किया जाएगा। चौथे चरण में पानी आने के बाद उसे गंगा में प्रवाहित किया जाएगा।
किसान सिंचाई के लिए कर सकते हैं पानी का उपयोगविशेषज्ञों का कहना है कि दीघा के किसान एसटीपी से निकलने वाले पानी का उपयोग कर सकते हैं। दीघा एसटीपी के समीप सब्जी की खेती की जाती है। इस पानी के उपयोग से फसलों की पैदावार बढ़ सकती है।
दीघा में राज्य के सबसे बड़े एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है। इस एसटीपी का निर्माण अंतिम चरण में है। इसकी क्षमता 100 एमएलडी प्रतिदिन है। दीघा एसटीपी तैयार होने के बाद गंगा में गिरने वाले गंदे पानी को रोकने में काफी मदद मिलेगी। - अनिमेश कुमार पराशर, एमडी, बुडको
सोनम रघुवंशी की उड़ी नींद? अब एक और तस्वीर वायरल, पटना के पुलिस थाने में इस हाल में दिखी
डिजिटल डेस्क, पटना। मेघालय की बहुचर्चित हनीमून मिस्ट्री का खुलासा हो गया है और इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी ने कराया है, यह भी अब साफ हो गया है।
मेघालय पुलिस को सोनम की 5 दिन का ट्रांजिट रिमांड मिली है और पूछताछ के लिए अब मेघालय पुलिस सोनम को गुवाहाटी ले जा रही है।
इसी क्रम में मेघालय पुलिस कल देर रात सोनम को पटना लाई। पटना में उसे फुलवारी थाने में रात भर रखा गया। पटना के फुलवारी थाना पहुंची सोनम की हालत देखने लायक थी।
सोनम के फुलवारी थाना पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस दौरान वह टेबल पर सिर रखकर बैठी दिखाई दी। सोनम इन दौरान किसी से कोई बातचीत नहीं कर रही हैं। सोनम को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी जुट गई थी।
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार सोनम रघुवंशी को पटना लाया गया। इस दौरान सोनम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। फुलवारी थाना में वह टेबल पर सिर रखकर बैठी हुई दिखाई दीं, वह किसी से बातचीत नहीं कर रही थी।#SonamRaghuvanshi pic.twitter.com/MLgtH20A1J
— Piyush Pandey (@piyush_bebak_) June 10, 2025आज सोनम को मेघालय पुलिस पटना से फ्लाइट से गुवाहाटी ले जाएगी। देर रात सोनम को फुलवारी थाना लाया गया था।
सोनम ने स्वीकारा अपना गुनाहगाजीपुर में ढाबे से गिरफ्तार सोनम को पुलिस ने वीडियो कॉल पर प्रेमी राज कुशवाहा से जैसे ही बात करवाया, वह टूट गई।
सोनम ने स्वीकार किया कि राजा की हत्या उसने ही कराई है। मेघालय की डीजीपी आई नोंग्रांग इस मामले पर नजर रखे हुई थीं। पुलिस ने इंदौर से राज कुशवाहा और उसके पांच दोस्तों को गिरफ्तार किया है।
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Nail Art Trends: नाखूनों पर चढ़ा फैशन का रंग, बदलते मौसम संग बदल रहा नेल आर्ट का ट्रेंड
सोनाली दुबे, पटना। पटना की गलियों में अब नेल आर्ट आज फैशन का नया चेहरा बन चुका है, जो हर सीजन, हर मौके और हर मूड को बयां करता है।
चमकीले शेड, डिजाइन में विविधता और इंटरनेट मीडिया से नई प्रेरणाओं ने इस ट्रेंड को महिलाओं के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है। हर कोई अब अपने नाखूनों के माध्यम से स्टाइल स्टेटमेंट बनाने में विश्वास करता है।
मानसून में ब्लू और एक्वा टोन की है डिमांडनेल आर्टिस्ट शान्या बताती हैं कि इस सीजन में लोग खास तौर पर ब्लू और एक्वा टोन के डिजाइन पसंद कर रहे हैं। पानी की बूंदों जैसे इफेक्ट, जिनमें नेल की परतों के बीच वाटरड्रिप लुक दिया जाता है और उसे जेल कोट से सील किया जाता है, आजकल बेहद ट्रेंडी हो चुके हैं।
इसके साथ ही छोटे-छोटे रेनबो, जिगजैग पैटर्न, कार्टून शेड और छतरियों जैसी डिजाइन को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं।
कैट आई, ओम्ब्रे डिजाइन और फ्रेंच मैनीक्योर युवाओं की पहली पसंद बन चुके हैं। कैट आई डिजाइन में जेल पालिश में मेटैलिक पाउडर मिलाया जाता है और फिर मैग्नेट की मदद से नाखून पर लहराते हुए डिजाइन उभरते हैं।
ओम्ब्रे डिजाइन में दो या अधिक रंगों को ग्रेडिएंट स्टाइल में ब्लेंड किया जाता है। फ्रेंच मैनीक्योर हमेशा से ही एलिगेंस का पर्याय रहा है, जिसमें नेल टिप्स को सफेद और बाकी हिस्से को न्यूड या ट्रांसपेरेंट रखा जाता है।
न्यूड कलर अब सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं क्योंकि वे सटल होते हैं और हर ड्रेस व मौके के साथ जंचते हैं। बेसिक नेल आर्ट 499 रुपये से शुरू हो जाता है, जो बजट में रहते हुए भी काफी स्टाइलिश लगता है।
कैसे किया जाता है प्रोफेशनल नेल आर्टनेल आर्टिस्ट साथी मैती बताती हैं कि हमारे स्टूडियो में लगभग हर तरह का नेल आर्ट उपलब्ध है। सबसे पहले बेस क्लीनिंग की जाती है फिर नाखूनों को शेप दिया जाता है उसके बाद डिजाइनिंग और जेल कोटिंग की जाती है।
अगर कोई एक्सटेंशन करवाना चाहता है तो पहले टिप्स लगाई जाती हैं और फिर उस पर मनचाहा डिजाइन किया जाता है। जेल पालिश के साथ नेल एक्सटेंशन की कीमत 1999 रुपए हैं। डिजाइन के अनुसार कीमत तय होती है।
नेल आर्टिस्ट प्रिया वर्मा बताती हैं, आज के समय में थ्रीडी नेल आर्ट की मांग ज्यादा है। न्यूड कलर अब सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं क्योंकि वे सटल होते हैं और हर ड्रेस व मौके के साथ जंचते हैं। बेसिक नेल आर्ट 499 रुपये से शुरू हो जाता है। जो बजट में रहते हुए भी काफी स्टाइलिश लगता है।
घर पर भी कर सकते हैं सरल नेल आर्टजो लड़कियां पहली बार नेल आर्ट आजमाना चाहती हैं, उनके लिए घर पर ही सरल डिजाइन बनाना संभव है। नेल आर्टिस्ट प्रिया वर्मा बताती हैं कि घर पर ही ब्लूमिंग आर्ट या ग्लिटर ओम्ब्रे जैसे बेसिक डिजाइन किए जा सकते हैं।
इसके लिए कुछ अच्छे रंग, एक बेस कोट और टाप कोट काफी होते हैं। लेकिन नाखूनों की देखभाल करना भी उतना ही जरूरी है जितना उन्हें सजाना। इसके लिए नियमित रूप से क्यूटिकल आयल लगाना चाहिए और धीरे-धीरे मालिश करनी चाहिए ताकि नाखूनों का स्वास्थ्य बरकरार रहे।
नीतीश की बढ़ेगी टेंशन? मांझी की पार्टी सभी 243 सीटों पर तैयार; संतोष सुमन बोले- हमारा लक्ष्य...
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष कुमार सुमन ने दावा किया है कि हमारी पार्टी विधानसभा की सभी 243 सीटों के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस चुनाव बिहार में एनडीए की भारी बहुमत से जीत होगी। संतोष सुमन सभी 243 सीटों पर विधानसभा प्रभारियों की घोषणा के बाद प्रभारियों के एक दिन के प्रशिक्षण शिविर में बोल रहे थे।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री अनिल कुमार ने नवनियुक्त विधानसभा प्रभारियों को बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने, हम के सिद्धांतों व विचारों को जन-जन तक पहुंचाने व प्रचार व मीडिया प्रबंधन के गुर भी बताएं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमन ने कहा कि हम के सभी प्रभारी व कार्यकर्ता एनडीए सरकार की उपलब्धियों को आम लोगों तक पहुंचाएंगे और सभी सीटों पर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए एनडीए उम्मीदवारों के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। हमारा लक्ष्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में बिहार के विकास को और तेजी से आगे बढ़ना है। गठबंधन में सीटों को लेकर फिलहाल कोई बात होने से फिलहाल इनकार किया।
राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुन्दर शरण ने मीडिया और इंटरनेट मीडिया की महत्ता समझाते हुए इससे जुड़ने की तकनीकी से लोगों को अवगत कराया।
बैठक में विधायक ज्योति मांझी, प्रफुल्ल मांझी, राजेश पांडेय, कमाल परवेज, मो. कमालउद्दीन, स्मिता शर्मा शंकर मांझी, सहित 243 विधानसभा प्रभारी एवं सभी जिलाध्यक्ष शामिल रहे।
Patna Crime: पटना सिटी में घर के बाहर मां-बेटी की गोली मारकर हत्या, पति की हालत गंभीर
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। आलमगंज थाना क्षेत्र के अरफाबाद कालोनी के जटाही मंदिर के समीप सोमवार की सुबह लगभग नौ बजे बाइक से आए तीन अपराधियों ने घर के बाहर सीढ़ी पर बैठे पति-पत्नी व बेटी को गोली मार दी। गोली लगने से एनएमसीएच से सेवानिवृत नर्स 61 वर्षीय महालक्ष्मी व 22 वर्षीया पुत्री संधाली की मौत हो गई। वहीं 55 वर्षीय लकवाग्रस्त पति धनंजय मेहता की स्थिति गंभीर है। उन्हें तीन गोलियां लगी हैं। उन्हें एनएमसीएच में भर्ती कराया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने पांच खोखा, एक बड़ा चाकू और एक खंती बरामद किया। एफएसएल की टीम ने जांच के लिए साक्ष्य जब्त कर लिए हैं। घटनास्थल पर एसएसपी अवकाश कुमार, एसपी पूर्वी के रामदास भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हत्या का कारण अबतक स्पष्ट नहीं है।
घायल का बयान लेने की कोशिश की जा रही है। घर के बाहर लगे क्लोज सर्किट कैमरा में दिखा है कि एक बाइक पर हेलमेट पहने तीन अपराधियों ने हत्या की है। बाइक नंबर से अपराधियों की पहचान की जा रही है। शीघ्र ही हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया जाएगा।
पांच वर्ष पहले नर्स ने कराई थी प्राथमिकीवर्ष 2020 की पांच जुलाई को एनएमसीएच की तत्कालीन नर्स महालक्ष्मी ने घर पर ईंट-पत्थर फेंकने और धमकी देने का केस किया था। थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर ने बताया कि घटना में तत्काल कुछ स्पष्ट नहीं हैं।
पुलिस पुराने विवादों को खंगालने के अलावा अन्य बिंदुओं पर भी छानबीन कर रही है। आसपास के लोगों से पूछे जाने पर जानकारी मिली कि महालक्ष्मी देवी का कुछ लोगों से झगड़ा था। इधर, एनएमसीएच के कर्मचारियों ने बताया कि महालक्ष्मी तीन वर्षों से किसी घटना से डरी-सहमी रहती थीं।
तीस वर्ष पहले किया था प्रेम विवाहघायल धनंजय के पिता शिवलाल मेहता ने एनएमसीएच में बताया कि वह भद्रघाट स्थित निजी अस्पताल में कंपाउंडर था। वहीं पर लगभग 30 वर्ष पहले महालक्ष्मी से प्रेम विवाह किया था। उन्हें एकमात्र पुत्री संधाली थी। वह पुणे में किसी एयरलाइंस कंपनी में नौकरी करती थी। चार दिन पहले घर आई थी। पांच माह पहले ही एनएमसीएच से नर्स बहू महालक्ष्मी सेवानिवृत्त हुई थी। पिता ने बताया कि पुत्र का किसी से विवाद नहीं था।
बिहार में फ्लाइट इंस्ट्रक्टरों और पायलटों के रिक्त पदों पर होगी भर्ती, सरकार ने जारी की नियमावली 2025
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश सरकार ने उड्डयन क्षेत्र में नियुक्तियों की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अधीन उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय और वायुयान संगठन निदेशालय के राजपत्रित व अराजपत्रित पदों पर नियुक्ति को लेकर विभाग ने भर्ती-नियुक्ति नियमावली 2025 जारी की है। इससे निदेशालयों के तकनीकी और गैर-तकनीकी पदों पर नियुक्तियों का रास्ता साफ हो गया है।
नियमावली के तहत उड़ान प्रशिक्षक (फ्लाइट इंस्ट्रक्टर) उप संवर्ग में सहायक उड्डयन प्रशिक्षक को मूल कोटि में रखा गया है। इसके बाद उड्डयन प्रशिक्षक, उप मुख्य उड्डयन प्रशिक्षक और मुख्य उड्डयन प्रशिक्षक के रूप में प्रोन्नति के अवसर होंगे।
इसी तरह ग्राउंड इंस्ट्रक्टर के पद पर नियुक्ति मूल कोटि से होगी। जिसमें प्रथम प्रोन्नति के उपरांत कर्मचारी चीफ ग्राउंड इंस्ट्रक्टर के पद पर पहुंचेंगे।
गैर-तकनीकी वर्ग में प्रशासी पदाधिकारी, प्रशाखा पदाधिकारी, सहायक प्रशाखा पदाधिकारी, उच्च वर्गीय लिपिक, निम्नवर्गीय लिपिक, कार्यालय परिचारी, सफाईकर्मी, मेडिकल अफसर और पारा मेडिकल स्टाफ जैसे रिक्त पदों पर भी नियुक्तियां की जा सकेंगी।
वायुयान संगठन निदेशालय में विमान चालक, पायलट उप संवर्ग में नियुक्ति मूल कोटि से होगी। इसमें प्रथम प्रोन्नति पर वरीय विमान चालक और द्वितीय पर मुख्य विमान चालक के रूप में पदोन्नति होगी। हेलीकॉप्टर पायलट उप संवर्ग में हेलीकॉप्टर पायलट मूल पद होगा, जबकि प्रोन्नति के बाद वरीय हेलीकॉप्टर चालक बनाया जाएगा।
Patna News: पटना के डीएम साहब को आया गुस्सा, 4 CO की रोकी सैलरी; सामने आई बड़ी वजह
जागरण संवाददाता, पटना। फुलवारीशरीफ, दीदारगंज, बिहटा एवं संपतचक अंचल लगभग सभी मानकों पर खराब प्रदर्शन कर रहे हैं। इन अंचलों में 75 दिनों से अधिक भी काफी मामले लंबित हैं। इनकेे अंचलाधिकारी राजस्व कार्यों के निष्पादन में गंभीर लापरवाही बरत रहे हैं। इनके कारण पूरे पटना जिला का प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है।
समाहर्ता सह जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने सोमवार को यह कहा। उन्होंने इन चारों अंचल अधिकारियों का वेतन अगले आदेश तक स्थगित रखते हुए इन सभी से स्पष्टीकरण का निर्देश दिया। जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। वे समाहरणालय में राजस्व मामलों में प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
दाखिल-खारिज के लंबित मामलों पर जताई नाराजगी:जिलाधिकारी ने दाखिल-खारिज, परिमार्जन, अभियान बसेरा, भूमि नापी, भूमि विवाद निराकरण, आधार सीडिंग, अतिक्रमण उन्मूलन, सीमांकन, विशेष सर्वेक्षण, भू-अर्जन, भूमि उपलब्धता एवं हस्तानांतरण सहित विभिन्न मामलों में अंचलवार अद्यतन प्रगति का जायजा लिया। दाखिल-खारिज के मामलों की प्रगति पर उन्होंने संतोष जताया।
जिलाधिकारी ने कहा कि बैकलाग को लगभग खत्म करने के साथ नए प्राप्त आवेदनों का भी निष्पादन तेजी से किया जा रहा है। लगभग 98 प्रतिशत मामले निष्पादित कर दिए गए हैं, फिर भी 75 दिनों से अधिक लंबित मामले 1,176 हैं जो काफी अधिक हैं। टेंप मामले के भी 4,325 आवेदन लंबित हैंं, यह अच्छी स्थिति नहीं है।
जिलाधिकारी ने भूमि सुधार उप समाहर्ताओं को अंचलों के राजस्व कार्यों का अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। कहा कि सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता सबसे अधिक लंबित मामलों की संख्या वाले हल्का का निरीक्षण करें तथा प्रतिवेदन दें। राजस्व कार्यों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अंचल अधिकारी अपने-अपने राजस्व कर्मचारियों पर नियंत्रण रखें तथा कार्यों में अपेक्षित प्रगति लाएं। लापरवाह कर्मचारियों के विरूद्ध रिपोर्ट करें, ताकि ऐसे कर्मचारियों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। परिमार्जन प्लस की दोनों श्रेणियों के 120 दिन से अधिक समय से लंबित, तथा बीएलडीआरए एवं म्यूटेशन अपील के लंबित मामले भी अविलंब निष्पादित करने का निर्देश दिया।
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पटना में तैयार हुआ डबल डेकर फ्लाईओवर, कुल लंबाई 2.2 किलोमीटर; 422 करोड़ रुपये आई लागत
राज्य ब्यूरो, पटना। अशोक राजपथ में बने बिहार के पहले डबल डेकर पुल का उद्घाटन 11 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। तीन लेयर पर इस पुल पर फर्राटा भरेंगे वाहन। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सोमवार को डबलडेकर पुल के निरीक्षण के बाद यह जानकारी दी।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया 422 करोड़ की लागत से डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने इसका निर्माण कराया है।
उन्होंने कहा कि डबल-डेकर फ्लाईओवर के पूर्ण होने पर पटना के अत्यधिक व्यस्त इलाकों में से एक अशोक राजपथ पर यातायात की व्यवस्था सुगम हो जाएगी।
परियोजना पूर्ण होने के पाश्चात्य यह आवागमन के लिए खुलने वाला बिहार का पहला डबल-डेकर फ्लाईओवर होगा। इससे लोगों को तीन लेयर में यात्रा करने की सुविधा मिलेगी।
इस तरह होगा परिचालनपथ निर्माण मंत्री ने बताया कि पटना कॉलेज मेन गेट से बी एन कॉलेज मेन गेट तक 1.45 किलोमीटर का निचला डेक (टियर-1), कारगिल चौक से पटना विश्वविद्यालय गेट (शताब्दी द्वार) तथा पटना साइंस कॉलेज तक 2.2 किलोमीटर का ऊपरी डेक (टियर-2) का काम पूरा हो गया है।
इस परियोजना के तहत फ्लाईओवर को जेपी गंगा पथ (पटना रिवर फ्रंट रोड) से कृष्णा घाट के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिससे गांधी सेतु और अन्य मार्गों से आने वाले वाहनों को एक सुगम वैकल्पिक रास्ता मिलेगा।
इसके अलावा, यह अशोक राजपथ, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय और साइंस कॉलेज के क्षेत्र में यातायात दबाव को कम करेगा जिससे छात्रों, मरीजों, व्यवसायियों और आम नागरिकों को बड़ा लाभ होगा।
कुल लंबाई 2.2 किमीअशोक राजपथ डबल डेकर फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2.2 किमी है। इस फ्लाईओवर का पहला स्तर 1.5 किमी लंबा होगा, जो पटना कॉलेज से बीएन कॉलेज तक है, दूसरा स्तर 2.2 किमी लंबा होगा, जो कारगिल चौक से साइंस कॉलेज तक है।