Feed aggregator

Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले JDU को बड़ा झटका, RJD में शामिल हुए एक और बड़े नेता

Dainik Jagran - May 4, 2025 - 9:28pm

राज्य ब्यूरो, पटना। कोसी स्नातक क्षेत्र से जदयू के प्रत्याशी रहे संजय चौहान ने अपने समर्थकों के साथ रविवार को राजद की सदस्यता ग्रहण कर ली। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें राजद की सदस्यता ग्रहण कराई।

जिसके बाद संजय चौहान के समर्थकों ने राजद के प्रति अपना विश्वास जताते हुए सदस्यता ग्रहण की। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके राजद में शामिल होने से पार्टी का जनाधार भी बढ़ेगा।

मौके पर राजद के पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व मंत्री बीमा भारती, आलोक मेहता, रण विजय साहू, भूदेव चौधरी सहित अन्य थे।

सदस्यता ग्रहण करने के बाद संजय ने बताया कि वे पिछले 25 साल से शिक्षा के साथ-साथ समाजसेवा का काम करते आ रहे हैं। समाजसेवा करना उनके स्वभाव में ही है।

संजय चौहान ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के प्रति विश्वास जताते हुए कहा कि मुझे पार्टी द्वारा जो भी दायित्व सौंपा जाएगा। उसका पूरे तन-मन-धन से निर्वहन करूंगा।

तेजस्वी के हो-हल्ला करने से सरकार अपनी नीति नहीं बदलती : प्रभाकर

वहीं, दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष बड़ी गलतफहमी में जी रहे हैं।

उन्हें लगता है कि उनके हरा कपड़ा पहनने से सावन आ जाता है और काला साफा बांधने से ही रात होती है। तेजस्वी यादव और उनके राजनीतिक गुरु के हो-हल्ला करने से सरकार की नीतियां नहीं बदलती।

उन्होंने आगे कहा कि पिछड़ा-अतिपिछड़ा को उनका हक दिलाना एनडीए सरकार की प्राथमिकता है। इसका माध्यम चाहे, जाति जनगणना हो, या कुछ और। जो भी रास्ता होगा, सरकार उसे अपनाएगी।

तेजस्वी पर पलटवार करते हुए प्रभाकर ने कहा कि किसको कौन हाईजैक करके रखा है, यह पूरा देश देख रहा है। जिस लालू यादव की भ्रष्टाचार की जमीन पर तेजस्वी यादव पनपे हैं, आज उसी लालू के मुंह पर उन्होंने ताला जड़ दिया है।

लालू को एक-एक शब्द बोलने के लिए अपने काबिल बेटे से अनुमति लेनी पड़ती है। असल में तेजस्वी की स्थिति 'चोर बोले जोर से' जैसी है। वे दूसरे पर बेतुका आरोप लगाकर लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।

यह भी पढ़ें- 

Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले पप्पू यादव ने संभाल ली कांग्रेस की कमान? बताया कितनी सीटों पर लड़ना चाहिए

Bihar Politics: महागठबंधन में CM फेस पर बनी सहमति? चर्चा में बैठक में लगे बैनर की तस्वीर

Categories: Bihar News

स्कूलों में PTM को इंप्रेसिव बनाने के लिए बिहार सरकार का नया प्लान, यहां देखें पूरा कैलेंडर

Dainik Jagran - May 4, 2025 - 9:01pm

राज्य ब्यूरो, पटना। स्कूलों में पैरेंट्स एवं टीचर मीटिंग का महत्व कम नहीं है। इसके द्वारा अभिभावकों को छात्र क्या कर रहा है, इसकी जानकारी मिलती है। टीचर भी अपनी बातें खुलकर रख पाते हैं। सरकारी विद्यालयों में यह कार्यक्रम हर शनिवार को आयोजित हो रहा है। 

शिक्षा विभाग ने जारी किया वार्षिक कैलेंडर

शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए अभिभावक- शिक्षक संगोष्ठी (पीटीएम) के लिए वार्षिक कैलेंडर जारी किया है। इसके लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र के साथ पीटीएम कैलेंडर भेजा है। महीने के अंतिम शनिवार को पीटीएम होना है। 

पीटीएम की प्रभावशीलता हो रही कम

प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश में कहा गया है कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान देखा गया है कि स्कूलों में पीटीएम अलग-अलग तरीके से आयोजित हो रहे हैं। इससे पीटीएम की प्रभावशीलता कम हो रही है। इसलिए पीटीएम को और अधिक कारगर व प्रभावी बनाने के लिए वार्षिक कैलेंडर विकसित किया गया है।

- यहां है पूरा कैलेंडर

- 31 मई पढ़ेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम

- 28 जून : उपस्थिति और सरकारी योजनाएं 

- 26 जुलाई : व्यावसायिक कौशल और स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण 

- 30 अगस्त : खेलो और सीखो

- 27 सितंबर : निपुण बनेगा बिहार हमारा 

- 25 अक्टूबर : छठ व दीपावली की छुट्टी के कारण पीटीएम नहीं होगा

- 29 नवंबर : हर बच्चा होगा अब स्कूल का हिस्सा

- 24 दिसंबर : हरेक बच्चा श्रेष्ठ बच्चा 

- 31 जनवरी : हम और आप मिल कर करेंगे बच्चों का समग्र विकास 

- 28 फरवरी : परीक्षा की तैयारी, हमारी जिम्मेदारी 

- 29 मार्च : प्रवेश से प्रगति तक विद्यालय और अभिभावक साथ-साथ

प्रत्येक माह के लिए एक थीम

वार्षिक कैलेंडर में प्रत्येक माह के लिए एक थीम निर्धारित की गई है। प्रत्येक थीम के तहत कुछ मुख्य कार्य बिंदु तय किए गए हैं, जिससे सभी विद्यालयों में अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी में एकरूपता बनी रहे। प्रत्येक माह संगोष्ठी के पूर्व राज्य स्तर से विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उक्त माह की थीम पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया जाएगा। 

शिक्षक अभिभावकों से चर्चा करेंगे

अभिभावक का विद्यालय के प्रति क्या अनुभाव है, इसकी जानकारी के लिए शिक्षक अभिभावकों से चर्चा करेंगे। अभिभावक स्कूलों की सुविधाओं वर्ग कक्ष, पुस्तकालय, स्मार्ट क्लास, पिंक रूम, शौचालय व पीने के पानी, पोषण वाटिका और खेल परिसर देखेंगे। शिक्षक भ्रमण के दौरान सभी सुविधाओं की उपयोगिता के बारे अभिभावक को बताएंगे। 

Categories: Bihar News

मानसून से पहले होगा पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन? पीएम मोदी के बयान से लग रही अटकलें; जानिए क्या है तैयारी

Dainik Jagran - National - May 4, 2025 - 9:00pm

नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकियों और उनके आकाओं को खत्म करने के लिए सरकार की ओर से उच्च स्तर पर संकल्प दिखाने के बाद सैन्य कार्रवाई के समय को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं।

इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान 'काम बहुत बड़ा है और समय कम' के भी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। पुराने युद्धों के अनुभवों के आधार पर सैन्य ऑपरेशन मानसून के दौरान होने की उम्मीद नहीं की जा रही है। यानी इसे मानसून से पहले जून तक ही पूरा करना होगा।

1965 का युद्ध मानसून में हुआ था

आजादी के 78 सालों में भारत ने अपनी ओर से एक सैन्य कार्रवाई शुरु की थी, जिसमें पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को आजाद कराया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने मार्च में सेना को सैन्य अभियान शुरू करने को कहा था, लेकिन तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल मानिक शॉ ने साफ कर दिया था कि सैन्य तैयारी की जरूरत और मानसून को देखते हुए यह नौ महीने के बाद ही शुरू हो पाएगा।

प्रधानमंत्री समय कम वाले बयान को इससे जोड़कर देखने पर मानसून के पहले सैन्य ऑपरेशन को पूरा करने की संभावना ज्यादा दिख रही है। पुरानी लड़ाई में देखें तो सिर्फ 1965 का युद्ध मानसून के बीच शुरू हुआ था। यह अगस्त में शुरू हआ था और मानसून के बीच ही सितंबर में खत्म हो गया। इसमें पाकिस्तान की बुरी हार हुई थी।

यह भी पढ़ें: 'इस बार होगा अंतिम फैसला', इशारों-इशारों में PM मोदी ने दी पाकिस्तान को खुली चेतावनी

Categories: Hindi News, National News

NEET UG Exam: नीट यूजी में भौतिकी के प्रश्नों ने उलझाया, यहां जानें परीक्षार्थियों के एक्सपीरियंस

Dainik Jagran - May 4, 2025 - 8:40pm

जागरण संवाददाता, पटना। देशभर के मेडिकल कालेजों में नामांकन के लिए होने वाले नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी 2025 का आयोजन रविवार को राज्य के 35 जिलों के 142 से अधिक सेंटरों पर हुआ। इसके लिए पटना जिले में 96 केंद्र बनाएं गए थे। परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक आफलाइन मोड में आयोजित हुई।

प्रदेश के इन जिलों में हुई परीक्षा

बिहार के पटना, अररिया, भोजपुर, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, पश्चिमी चंपारण, कैमूर, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नवादा, पूर्णिया, समस्तीपुर, रोहतास, शेखपुरा, सिवान, सुपौल, गया, वैशाली (हाजीपुर), मधुबनी, नालंदा, सीतामढ़ी, वैशाली में 142 से अधिक परीक्षा सेंटर बनाए गए थे।

सात प्रतिशत अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे

इन केंद्रों पर 1.19 लाख परीक्षार्थी शामिल होने थे, परीक्षा में करीब सात प्रतिशत अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे, पटना में अबसेंट होने का दर दो प्रतिशत के पास रहा। परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से लेकर बाहर निकलने की प्रक्रिया कांटैक्टलेस रही।

भौतिकी व विज्ञान के प्रश्नों में लगा अधिक समय

परीक्षार्थियों ने बताया कि परीक्षा में 180 प्रश्न 720 अंकों के लिए पूछे गए थे। इसमें भौतिकी, रसायनशास्त्र, बाटनी एवं जूलाजी से 45-45 प्रश्न पूछे गए थे। पिछले साल की तुलना में इस बार प्रश्न कठिन पूछे गए थे। परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों के चेहरे पर थोड़ी उदासी देखने को मिली। ज्यादातर छात्रों ने बताया कि भौतिकी के प्रश्न कठिन थे।

रसायनशास्त्र के प्रश्न ऊलझाऊ

विज्ञान के प्रश्नों ने भी काफी उलझाया। रसायनशास्त्र के प्रश्न ऊलझाऊ होने के कारण अधिक समय लिया। अधिकांश परीक्षार्थियों ने कहा कि भौतिकी के प्रश्न पत्र ने काफी उलझाया, इन प्रश्नों के भाषा अधिक हार्ड होने के कारण समझने में काफी समय लिया। परीक्षार्थी अनन्या, संजना, प्रियम आदि ने बताया कि फिजिक्स के प्रश्न पत्र कठिन रहा तो वहीं, केमिस्ट्री आसान था। बायो के प्रश्न पत्र लेंदी था।

भौतिकी के आंसर में लगा समय

प्रियदर्शनी ने बताया कि भौतिकी के प्रश्न पत्र को बनाने में काफी समय लगा, बाकी प्रश्न पत्र मिला-जुला रहा हालांकि, पिछले साल की तुलना में प्रश्न कठिन थे। प्रश्न को पढ़ने में अधिक समय लगने के कारण टाइम मैनेजमेंट में परीक्षार्थी फेल हो गए। सभी प्रश्न एनसीइआरटी से पूछे गए थे।

अत्याधुनिक सिस्टम से लैस था प्रश्न पत्र

कदाचार मुक्त परीक्षा को ध्यान में रखते हुए काफी एतिहात बरता गया। नीट में सुरक्षा व्यवस्था व सभी सिस्टम एनटीए अपने हाथों में लिए हुए था। प्रश्न पत्र बाहर न हो इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखे गये थे। परीक्षार्थियों के बीच बांटने के लिए लाये गए पेपर का बाक्स इलेक्ट्रानिक लाक तथा जीपीएस सिस्टम से लैस था।

बाक्स के लिए एप का प्रयोग

बाक्स को खोलने के लिए एप का इस्तेमाल किया गया था। परीक्षा के दौरान हैंड डिटेक्टर से अभ्यर्थियों की जांच भी की गयी। सेंटर पर परीक्षार्थी द्वारा सेल्फ डिक्लेरेशन सर्टिफिकेट भी देखा जा रहा था। एडमिट कार्ड के साथ-साथ डिक्लेरेशन फार्म दिखाने के बाद ही सेंटर पर इंट्री मिल रही थी। एआइ टूल्स से दिल्ली से भी निगरानी हो रही थी।

परीक्षा आरंभ व समापन के समय सड़क जाम

सीसीटीवी और जैमर की निगरानी में नीट की परीक्षा ली गई। दोपहर दो बजे से आयोजित परीक्षा के लिए सेंटर पर 11 बजे से ही प्रवेश आरंभ हो गया। हालांकि कई सेंटरों पर काफी भीड़ भी लगी रही। इंट्री गेट पर ही परीक्षा के दौरान प्रतिबंधित सामानों की सूची को लगा दिया गया था, लेकिन परीक्षा समाप्त होने के बाद एनटीए द्वारा जारी गाइडलाइन की खूब धज्जियां उड़ी। परीक्षा समाप्ति होने के आधे घंटे पहले 4:30 बजे से ही अभिभावक सेंटर के गेट पर खड़े हो गये, इससे भीड़ लग गयी और सड़क जाम हो गया।

जूता उतारने के बाद मिला प्रवेश

कई सेंटर पर जूते और आभूषण पहन कर आने वाले अभ्यर्थियों को सेंटर के बाहर ही जूते उतारने के बाद प्रवेश दिया गया। गाइडलाइन के अनुसार कई छात्राओं का आभूषण भी उतरवाया गया। परीक्षा में सभी परीक्षार्थी हाफ टी-शर्ट में ही नजर आए। छात्रों को क्रास चेक करने के लिए डिजिटल सिग्नेचर से जांचा कराया गया। क्यूआर कोड से छात्र का प्रवेश पत्र और पहचान पत्र स्कैन किया गया।

Categories: Bihar News

NEET Paper Leak: संजीव मुखिया ने बताए स्टूटेंट और पैरेंट्स के नाम, 2 नेताओं से भी चल रही थी बात

Dainik Jagran - May 4, 2025 - 8:19pm

राज्य ब्यूरो, पटना। नीट येजी पेपर लीक के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की रिमांड अवधि रविवार को पूरी हो गई। रिमांड की अवधि पूरी होते ही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने उसे वापस जेल भेज दिया है।

चार दिनों तक चली लंबी-लंबी पूछताछ 

इससे पहले सीबीआइ ने मुखिया से लगातार चार दिनों तक लंबी-लंबी पूछताछ की। सीबीआइ को पूछताछ के दौरान कई नई जानकारियां हासिल हुई हैं। इसी कड़ी में मुखिया के बिहार के साथ ही गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में भी उसके नेटवर्क के बारे में जांच एजेंसी को जानकारी प्राप्त हुई थी।

मुखिया ने कई बातों से हटाया पर्दा

इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए संजीव मुखिया ने सीबीआइ को जानकारी दी कि वह अपने पेपर लीक के सिस्टम से बिहार के बाहर के लोगों को किस प्रकार शामिल करता था। नीट येजी पेपर लीक के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया ने कई बातें साफ की हैं। 

किया गोल-गोल जवाब देने का प्रयास

सीबीआइ ने जब उससे यह जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की कि अब तक किन परीक्षाओं में कितने विद्यार्थियों की सेटिंग उसने कराई है, तो पहले उसने टाल मटोल कर गोल-गोल जवाब देने के प्रयास किए। अधिक जोर देने पर उसने कई परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के बारे में सीबीआइ को जानकारी मुहैया कराई है।

मनी ट्रांजेक्शन के विषय में बताया

इसके साथ ही उससे किस शहर में ज्यादा सेटिंग की इसका जवाब भी जांच एजेंसी को दिया है। पैसों के लेनदेन के बार में भी नीट पेपर लीक के इस आरोपी ने कई राज उगले हैं और बताया कि वह किस प्रकार मनी ट्रांजेक्शन करता था।

पत्नी को चुनाव लड़ाने का प्रयास

संजीव मुखिया ने कबूल किया कि वह इस बार भी अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाने के प्रयास में जुटा था। बिहार के दो बड़े राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से उसकी बात भी हो रही थी। परंतु तय नहीं हो पाया था कि पत्नी किस पार्टी से उम्मीदवार होगी। हालांकि बात दोनों पार्टियों से हो चुकी थी परंतु कोई अंतिम निर्णय होता इसके पूर्व ही वह जांच एजेंसी की निगाह में आ गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

यह भी पढ़ें

संजीव मुखिया की डील में शामिल था एक छात्र और कनसल्टेंट, राजस्थान, हरियाणा और यूपी से जुड़ा कनेक्शन

Categories: Bihar News

मतदाताओं और राजनीतिक दलों के लिए नया एप, 40 सुविधाओं वाले ECINET के बारे में जानिए सबकुछ

Dainik Jagran - May 4, 2025 - 7:58pm

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं, राजनीतिक दलों के साथ ही चुनाव प्रक्रिया जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने 40 से अधिक सुविधाओं वाले एप एकिनेट (ECINET) लांच करने की घोषणा की है।

एप में आकर्षक यूजर इंटरफेस

एप में आकर्षक यूजर इंटरफेस (UI) एवं सरल यूजर एक्सपीरियंस (UX) के साथ 40 से अधिक मोबाइल और वेब एप्लिकेशनों को समाहित करेगा। इससे उपयोगकर्ताओं को अनेक एप डाउनलोड करने और अलग-अलग लागिन याद रखने की आवश्यकता नहीं रहेगी।

दो महीने पहले तय हुई परिकल्पना

इस डिजिटल पहल की परिकल्पना मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने मार्च 2025 में आयोजित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के सम्मेलन में की थी, जिसमें निर्वाचन आयुक्त सुखबीर सिंह संधू एवं विवेक जोशी भी उपस्थित थे।

डेस्कटाप या स्मार्टफोन पर चलेगा एप

एकिनेट के माध्यम से उपयोगकर्ता डेस्कटाप या स्मार्टफोन पर सभी आवश्यक चुनावी जानकारी तक पहुंच सकेंगे। इसमें केवल अधिकृत निर्वाचन अधिकारी ही डेटा प्रविष्ट करेंगे, जिससे जानकारी की प्रामाणिकता सुनिश्चित हो सकेगी। किसी भी विवाद की स्थिति में विधिक प्रपत्रों में भरे गए प्राथमिक आंकड़े ही मान्य होंगे।

लाखों लोगों को मिलेगा लाभ

एकिनेट से लगभग सौ करोड़ मतदाताओं और 10.5 लाख बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ), 15 लाख राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ स्तर एजेंटों (बीएलए), 45 लाख मतदान अधिकारियों, 15,597 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एईआरओ), 4,123 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) एवं 767 जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) को लाभ मिलेगा।

आयोग परखने के बाद लांच करेगा

चुनाव आयोग इस प्लेटफार्म को विभिन्न श्रेणी की कसौटी पर कसने के बाद लांच करेगा ताकि कार्य प्रदर्शन, उपयोग में आसानी तथा साइबर सुरक्षा सुनिश्चित किया जाए। एकिनेट द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी ''''जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 एवं 1951'''', ''''निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम 1960'''', ''''निर्वाचन संचालन नियम 1961'''' तथा आयोग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के तहत विधिक रूप से संरक्षित होगी।

विधिक रूप से संरक्षित होंगे निर्देश

ECINET द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी 'जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 एवं 1951', 'निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम 1960', 'निर्वाचन संचालन नियम 1961' तथा आयोग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के तहत विधिक रूप से संरक्षित होगी।

Categories: Bihar News

पहलगाम के गुनहगारों को सबक सिखाने की तैयारी, पीएम मोदी की बैक-टू-बैक बड़ी बैठकें; हलचल तेज

Dainik Jagran - National - May 4, 2025 - 7:51pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए तीनों सेनाओं के स्तर पर चल रही रणनीतिक तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एपी सिंह के साथ बैठक की।

वायुसेना प्रमुख के साथ पीएम की हुई इस बैठक की कोई जानकारी साझा नहीं की गई मगर समझा जाता है कि पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों तथा उसके संरक्षकों को सबक सिखाने के लिए वायुसेना की रणनीतिक तैयारियों पर इसमें चर्चा हुई।

तैयारियों की हो रही समीक्षा

वायुसेना प्रमुख से पहले प्रधानमंत्री ने शनिवार को नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी के साथ बैठक कर नौसेना की रक्षा तैयारियों का जायजा लिया था। देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व तथा सेनाओं के प्रमुखों के बीच पिछले कई दिनों से जारी बैठकों के दौर का संकेत है कि पहलगाम आतंकी हमले का पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए सामरिक-रणनीतिक तैयारियों की पुख्ता समीक्षा की जा रही है।

इस हमले पर भारत की जवाबी कार्रवाई की तैयारियों की हलचलों के बीच नियंत्रण रेखा पर पिछले 10 दिनों से पाकिस्तान की ओर से लगातार की जा रही गोलीबारी का भारतीय सेना रणनीतिक तरीके से माकूल जवाब दे रही है। वायुसेना प्रमुख के साथ प्रधानमंत्री की रविवार को बैठक की पुष्टि करते हुए सूत्रों ने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान सैन्य नेतृत्व संग यह पीएम की दूसरी बैठक थी।

कठोर कार्रवाई की हो रही मांग
  • शनिवार को नौसेना प्रमुख से भी पीएम ने पहलगाम हमले के परिप्रेक्ष्य में उनसे मंत्रणा की थी। जबकि बीते हफ्ते ही प्रधानमंत्री की रक्षामंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ तथा तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ लंबी बैठक हुई थी।
  • विपक्षी पार्टियां भी इस मुद्दे पर एक सुर से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार का पूरा समर्थन करने की घोषणा कर चुकी हैं।

यह भी पढ़ें: पहलगाम नरसंहार के समय अपनी दुकानें बंद रखने वाले पूछताछ के दायरे में, आतंकियों के मददगारों पर कसा शिकंजा

Categories: Hindi News, National News

NEET UG 2025: नीट परीक्षा हुई संपन्न, कर्नाटक में छात्रों का जनेऊ उतरवाने पर बवाल; कोटा में एग्जाम से पहले छात्रा ने की आत्महत्या

Dainik Jagran - National - May 4, 2025 - 7:43pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी (NEET UG 2025) का आज आयोजन हुआ। देश भर के 552 शहरों के लगभग पांच हजार केंद्रों एवं 14 विदेशी सेंटर्स पर इस प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। इस बार ये परीक्षा पेन पेपर मोड में आयोजित कराई गई।

इस परीक्षा को एक ही शिफ्ट में कराया गया। दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5 तक परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा को लेकर बड़े स्तर पर तैयारी की गई थी। बताया गया कि इस बार अधिकांश परीक्षा सेंटर सरकारी कॉलेजों में बनाए गए थे।

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहे

बता दें कि परीक्षा को लेकर खास तैयारी की गई थी। हर तरीके से सख्ती बरती गई। परीक्षा को देखते हुए परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल के भीतर पेन ले जाने की भी मनाही थी। वहीं, पहले से ही ड्रेस कोड को लेकर भी आदेश दिए गए थे।

कर्नाटक में छात्रों के जनेऊ उतारने पर बवाल

कर्नाटक के कलबर्गी में रविवार को नीट परीक्षा केंद्र पर प्रवेश से पहले ब्राह्मण समुदाय के कुछ छात्रों से जनेऊ उतरवाने का मामला सामने आया है। इसके विरोध में ब्राह्मण समुदाय के सदस्यों ने एक परीक्षा केंद्र के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और जवाबदेही तय करने की मांग की।

रविवार को ब्राह्मण अभ्यर्थियों को परीक्षा हाल में प्रवेश करने से पहले या तो जनेऊ उतारने को कहा गया या उसे काट दिया गया। इससे गुस्साए ब्राह्मण समुदाय के सैकड़ों लोग परीक्षा केंद्र के बाहर एकत्र हुए, नारे लगाए और धरना-प्रदर्शन किया।

NEET का पेपर बेचने के आरोप में 3 लोग हिरासत में

वहीं, राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह ने एक नीट अभ्यर्थी को प्रश्नपत्र देने का वादा करके 40 लाख रुपये ठगने की कोशिश करने के आरोप में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इस प्रकरण को लेकर पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान बलवान (27), मुकेश मीना (40) और हरदास (38) के रूप में हुई है।

शुक्रवार को तीनों छात्र और उसके परिवार के सदस्यों को गुरुग्राम ले गए और पैसे मांगे, जिस पर छात्र के परिवार ने उनसे प्रश्नपत्र दिखाने को कहा। जब उन्होंने इनकार कर दिया, तो उन्होंने एसओजी से संपर्क किया, जिसने शनिवार को तीनों को गिरफ्तार कर लिया। देशभर के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को योग्य बनाने के लिए आज राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा या नीट-यूजी चल रही है।

परीक्षा से एक दिन पहले कोटा में लड़की ने की आत्महत्या

नीट की परीक्षा से एक दिन पहले मध्य प्रदेश की 17 वर्षीय नीट अभ्यर्थी ने एग्जाम से एक दिन पहले राजस्थान के कोटा में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। घटना कुन्हाड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले पार्श्वनाथ पुरम इलाके में हुई। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात को लड़की को फांसी पर लटका हुआ पाया गया और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

नीट 2024 में पेपर लीक के आरोप लगे थे

भारत में एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए हर साल लाखों छात्र नीट यूजी में भाग लेते हैं। देश भर के हजारों परीक्षा केंद्रों पर इस एग्जाम का आयोजन किया गया। परीक्षा से एक दिन पहले एनटीए ने कहा कि परीक्षा के सुरक्षित संचालन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और राज्य सरकारों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

सुरक्षा को लेकर यह कदम NEET-UG 2024 विवाद के बाद उठाया गया है, जिसमें पेपर लीक, बढ़े हुए अंक और ग्रेस मार्क्स को लेकर कानूनी लड़ाई के आरोप लगे थे, जिसके कारण व्यापक विरोध और न्यायिक जांच की गई थी। इस साल, NTA ने कहा कि उसने परीक्षा की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय किए हैं। (इनपुट पीटीआई, एएनआई के साथ)

यह भी पढें: डॉक्टर बनने का सपना संजोए 40 हजार से अधिक युवाओं ने दी नीट-यूजी की परीक्षा, कितना कठिन था पेपर? पढ़िए छात्रों की जुबानी

यह भी पढ़ें: NEET UG Exam Analysis 2025: नीट यूजी परीक्षा हुई खत्म, सब्जेक्ट वाइज एग्जाम एनालिसिस यहां से कर करें चेक

Categories: Hindi News, National News

BPSC चयन प्रक्रिया में सामने आई अनियमितता, अब 8 सप्ताह के भीतर इस कैंडिडेट को नियुक्ति पत्र देने का आदेश

Dainik Jagran - May 4, 2025 - 7:32pm

विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण निर्णय से बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा वोकल म्यूजिक (फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स) विषय में व्याख्याता के 26 रिक्त पदों पर चयनित अभ्यर्थी के विरुद्ध अपना फैसला सुनाकर नियुक्ति रद कर दी।

न्यायालय ने पाया कि चयनित अभ्यर्थी का अस्थायी विकलांगता प्रमाणपत्र आवेदन की अंतिम तिथि 22 जून 2016 तक अवैध हो चुका था, जबकि स्थायी विकलांगता प्रमाणपत्र धारी याचिकाकर्ता दुर्गेश कुमार का प्रमाणपत्र वैध था।

न्यायाधीश पूर्णेन्दु सिंह की पीठ ने अपने आदेश में कहा कि 'आवेदन की अंतिम तिथि तक समस्त शैक्षणिक एवं चिकित्सीय प्रमाण पत्र वैध होने चाहिए, अन्यथा आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकता'।

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी अपने निर्णय में स्पष्ट किया है कि विज्ञापन में निर्धारित मापदंडों में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जा सकती जब तक नियम या विज्ञापन स्वयं इसकी सहूलियत न प्रदान करे।

आठ सप्ताह के भीतर नियुक्ति पत्र जारी करने का आदेश

अदालत ने निर्देश दिया कि बीपीएससी को आठ सप्ताह के भीतर याचिकाकर्ता दुर्गेश कुमार को व्याख्याता (वोकल म्यूजिक) के रूप में नियुक्ति पत्र जारी करे।

साथ ही, उन्हें 21 जुलाई 2020 से लागू वेतन, सेवा अवधि एवं अन्य लाभ प्रदान किए जाएं। अदालत ने आयोग को 20 लाख रुपये मुआवजा व 20 हजार रुपये याचिका व्यय के रूप में भुगतान का भी आदेश दिया, यह कहते हुए कि 'अन्यथा भर्ती प्रक्रिया में हुई मनमानी का खामियाज़ा दृष्टिहीन अभ्यर्थी को चार साल तक भुगतना पड़ा।'

निर्णय में न्यायालय ने बीपीएससी अध्यक्ष को यह भी निर्देश दिया कि दोषी अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार बनाया जाए, ताकि भविष्य में आयोग की विश्वसनीयता बनी रहे।

न्यायालय ने यह भी उल्लेख किया कि विकलांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 का उद्देश्य सिर्फ आरक्षण देना नहीं, बल्कि संवैधानिक गरिमा और समान अवसर सुनिश्चित करना भी है।

यह भी पढ़ें-

Bihar Teacher News: सभी टीचर हो जाएं सावधान! अब भूलकर भी ना करें यह काम, शिक्षा विभाग ने जारी किया नया ऑर्डर

Categories: Bihar News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar