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सांसदों की बैठक बीच में छोड़कर चले गए राज्यसभा सभापति; जानिए आखिर ऐसा क्या हुआ

Dainik Jagran - National - March 28, 2025 - 9:30pm

पीटीआई, नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक बीच में छोड़कर चले गए। सूत्रों के अनुसार शिष्टाचार का पालन नहीं किए जाने से क्षुब्ध होकर सभापति ने यह कदम उठाया।

वहीं, एक विपक्षी नेता के अनुसार डुप्लीकेट मतदाता पहचान पत्र (ईपिक) नंबरों पर चर्चा और विधेयकों को संसदीय समितियों में भेजने की मांग को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच मतभेद के कारण सभापति बैठक बीच में छोड़कर गए।

क्यों बैठक छोड़कर निकले धनखड़

हालांकि, राज्यसभा सूत्रों ने कहा कि ईपिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। धनखड़ ने वाकआउट करने का फैसला इसलिए किया क्योंकि सरकार और विपक्षी सदस्य विभिन्न मुद्दों पर अपने-अपने रुख पर अड़े रहे। बीएसी की बैठक आगामी सप्ताह के लिए उच्च सदन के कार्ययोजना पर निर्णय लेने के लिए बुलाई गई थी।

मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा चाहता है विपक्ष

वरिष्ठ विपक्षी नेता के अनुसार विपक्ष के सांसद चाहते थे कि सरकार ईपिक कार्ड, मणिपुर की स्थिति जैसे मुद्दों पर बहस के लिए समय तय करे। विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे हर रोज अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा के लिए नोटिस दे रहे हैं, लेकिन उनके लिए कोई समय आवंटित नहीं किया जा रहा है।

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Bihar News: बिहार के भ्रष्ट अफसरों के यहां ED की रेड पूरी, बक्सा खोलते ही मिले 11 करोड़ कैश

Dainik Jagran - March 28, 2025 - 8:41pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के सात भ्रष्ट अधिकारियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापामारी शुक्रवार को पूरी हो गई।

ईडी ने अपनी कार्रवाई में 11.65 करोड़ की भारी नकदी के साथ भारी संख्या में संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, रिश्वत के लेन-देन से जुड़े कागजात, आपत्तिजनक कागज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए हैं।

मिले साक्ष्यों की जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय आगे की कार्रवाई को अंजाम देगा। सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में बिहार के कुछ और अधिकारियों के यहां कार्रवाई हो सकती है।

आईएएस संजीव हंस प्रकरण में मारे गए थे छापे

प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग मामले में ईडी के हत्थे चढ़े भारतीय सेवा के अधिकारी संजीव हंस से जुड़े मामले में पटना में बिहार सरकार के विभिन्न अधिकारियों के यहां छापे मारे थे।

जिन अफसरों के यहां ईडी ने गुरुवार को अपनी कार्रवाई प्रारंभ की थी, उनमें भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर तारिणी दास के अलावा वित्त विभाग के संयुक्त सचिव मुमुक्षु चौधरी, नगर विकास एवं आवास विभाग के कार्यपालक अभियंता उमेश कुमार सिंह हैं।

वहीं, शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम के उप प्रोजेक्ट निदेशक एयाज अहमद, सागर जायसवाल डीजीएम (प्रोजेक्ट), डीजीएम विकास झा बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम और साकेत कुमार कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग प्रमुख के यहां भी कार्रवाई की।

तीन-तीन ट्रंक में छिपा कर रखा गया था कैश

ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को अपनी कार्रवाई शुरू करने के साथ ही निदेशालय की जांच टीम को नकद मिलना शुरू हो गए थे। एक अधिकारी के यहां तो तीन-तीन ट्रंक में छिपाकर रखे गए नोट हाथ लगे थे।

जिन अधिकारियों-इंजीनियरों के यहां कार्रवाई हुई है, उन पर आरोप है कि इन्होंने निर्माण कार्यों से जुड़े टेंडर में तो घपले किए ही कार्य होने के बाद भुगतान के एवज में भी रिश्वत के रूप में प्राप्त किए थे। इस मामले में एक ठेकेदार रिशु श्री का नाम भी सामने आया है।

छापेमारी में 11.65 करोड़ रुपये कैश बरामद

प्रवर्तन निदेशालय ने 24 घंटे तक चली अपनी कार्रवाई के दौरान विभिन्न अधिकारियों के यहां से 11.65 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में जमीन और संपत्ति में निवेश के कागजात, रिश्वत लेने-देन से जुड़े दस्तावेज, कई आपत्तिजनक दस्तावेज के साथ ही डिजिटल डिवाइस, बैंक पास बुक भी बरामद की है।

बरामद दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है। जिनका अध्ययन होने के बाद ईडी अपनी आगे की कार्रवाई को अंजाम देगी। सूत्रों की माने तो भ्रष्टाचार के मामले में अभी कई और नाम सामने आने की उम्मीद है।

रिशु श्री के सीधे संपर्क में बड़े भ्रष्ट अधिकारी

प्रवर्तन निदेशालय को भ्रष्ट अधिकारियों के यहां मारे गए छापे में पटना के एक बड़े ठेकेदार रिशु श्री के बारे में कई अहम सुराग मिले हैं। सूत्रों की माने तो विभिन्न विभागों में तैनात कई बड़े अफसर रिशु श्री के संपर्क में थे।

यह ठेकेदार जब चाहे किसी भी अधिकारी से बेरोक-टोक मिल सकता है, उन्हें सीधे अपनी फोन लाइन पर ले सकने में सक्षम है। ईडी को उम्मीद है कि इस ठेकेदार से भ्रष्ट अधिकारियों के संबंध में बहुत जानकारियां मिल सकती हैं।

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पलक झपकते ही दुश्मन का टैंक होगा नष्ट, सेना ने किया FPV ड्रोन का सफल परीक्षण; जानिए खासियत

Dainik Jagran - National - March 28, 2025 - 8:40pm

एएनआई, नई दिल्ली। भारतीय सेना ने एक ऐसा 'आत्मघाती' ड्रोन विकसित किया है, जो पलक झपकते ही दुश्मन के टैंक को नष्ट कर सकता है। सेना की फ्लेर-डी-लीस बिग्रेड ने फ‌र्स्ट-पर्सन व्यू (एफपीवी) ड्रोन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

यह आत्मघाती हमले में भूमिका के साथ एंटी-टैंक हथियार से लैस है। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है, जो रक्षा क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों के लिए अहम मानी जा रही है। इस ड्रोन का परीक्षण पंजाब के पठानकोट में किया गया है।

FPV ड्रोन का सफल परीक्षण

फ्लेर-डी-लीस बिग्रेड ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण एफपीवी ड्रोन का सफल परीक्षण करके मील का पत्थर हासिल किया है। यह कामिकाजे भूमिका वाले एंटी-टैंक हथियार से लैस है। एफपीवी ड्रोन को डीआरडीओ के चंडीगढ़ स्थित टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी (टीबीआरएल) के सहयोग से विकसित किया गया है।

#WATCH | In first of its kind project, Indian Army's Fleur-De-Lis Brigade successfully tests an FPV drone equipped with an impact-based, kamikaze-role anti-tank munition

(Source: Indian Army) pic.twitter.com/Q4j9rFOTxU

— ANI (@ANI) March 28, 2025

अगस्त 2024 में शुरू इस पहल के तहत किफायती, उच्च प्रभाव वाले हवाई हमले की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए व्यापक अनुसंधान, विकास और परीक्षण किए गए हैं। एफपीवी ड्रोन को पूरी तरह राइजिंग स्टार ड्रोन बैटल स्कूल में असेंबल किया गया। इसने मार्च, 2025 तक 100 से अधिक ड्रोन बनाए हैं।

ड्रोन कई युद्धक अभियानों के लिए सटीक

ऑपरेटर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पेलोड सिस्टम में एक दोहरे सुरक्षा तंत्र को शामिल किया गया है। यह परिवहन, संचालन और उड़ान के दौरान दुर्घटनावश विस्फोट को रोकता है। इससे पायलटों और ड्रोन का संचालन करने वाले कर्मियों के लिए जोखिम कम होता है। यह नया ड्रोन कई युद्धक अभियानों के लिए सटीक है।

बता दें कि कामिकाजे एक जापानी शब्द है। यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हमला करने वाली एक विशेष इकाई से जुड़ा था। इसमें पायलट लड़ाकू विमान को क्रैश कर आत्मघाती हमले को अंजाम देते थे।

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Bihar News: बिहार में काम करने वाले श्रमिकों के लिए खुशखबरी, 1 अप्रैल से बढ़ जाएगी मजदूरी

Dainik Jagran - March 28, 2025 - 8:19pm

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य सरकार ने को खुशखबरी दी है। राज्य सरकार ने न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 के अंतर्गत सभी अनुसूचित नियोजनों में कार्य करने वाले श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी में 3.17 प्रतिशत अतिरिक्त परिर्वतनशील महंगाई भत्ता की बढ़ोतरी की है, जो एक अप्रैल 2025 के प्रभाव से लागू हो जाएगी।

राज्य सरकार ने अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल और अतिकुशल श्रमिक के आधार पर चार श्रेणी रखी है। प्रत्येक श्रेणी के श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी में 12 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

शुक्रवार को जारी की गई अधिसूचना

श्रम संसाधन विभाग की ओर से शुक्रवार को अधिसूचना जारी की गई। इसके मुताबिक अकुशल श्रेणी के श्रमिकों की मजदूरी 412 रुपये से बढ़ाकर 424 रुपये प्रतिदिन, अर्द्धकुशल श्रेणी के श्रमिकों की मजदूरी 428 रुपये से बढ़ाकर 440, कुशल श्रमिकों की मजदूरी 521 से बढ़ाकर 536 कर दी गई है।

वहीं, अतिकुशल श्रमिकों की मजदूरी 636 रुपये से बढ़ाकर 654 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष कृषि कामगार को छोड़कर शेष सभी 17 नियोजनों में न्यूनतम मजदूरी की लागू दरों को एक समान किए जाने का निर्णय लिया गया है।

साथ ही साथ श्रमिकों के कार्यों की प्रकृति के आधार पर अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल एवं अतिकुशल के अंतर्गत आने वाले विभिन्न कार्यों का भी वर्गीकरण किया गया है। अब कामगारों को उनके कार्य के अनुरूप कोटि की मजदूरी प्राप्त करने में भी सहूलियत होगी।

राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 के अंतर्गत अनुसूचित नियोजनों में सरकारी कार्यालयों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों तथा चीनी मिल में आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों को भी जोड़ा गया है। ऐसा किए जाने से कुल अनुसूचित नियोजनों की संख्या 44 से बढ़कर 90 हो गई है।

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जगजीत सिंह डल्लेवाल की सुप्रीम कोर्ट ने की तारीफ, कहा- बिना राजनीतिक एजेंडा किसानों के मु्द्दे उठाए

Dainik Jagran - National - March 28, 2025 - 8:00pm

पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि लगभग चार माह से किसानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म करने वाले जगजीत सिंह डल्लेवाल बिना राजनीतिक एजेंडे वाले वास्तविक नेता हैं।

जस्टिस सूर्य कांत एवं जस्टिस एन. कोटिस्वर सिंह की पीठ को पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने बताया कि खनौरी व शंभू बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को तितर-बितर कर दिया गया है और सभी बंद पड़ी सड़कों व राजमार्गों को खोल दिया गया है।

कोर्ट ने कहा- किसानों के वास्तविक मुद्दे उठाए

शीर्ष अदालत ने डल्लेवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने बिना राजनीतिक एजेंडे के किसानों के वास्तविक मुद्दों को उठाया। अदालत ने कहा, 'हम जानते हैं कि कुछ लोग किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं चाहते थे। हम अनभिज्ञ नहीं हैं, हम सब कुछ जानते हैं।'

पीठ ने पंजाब एवं हरियाणा की सरकारों से कहा कि वर्तमान जमीनी हकीकत पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करें। दूसरी तरफ सिंह ने कहा, 'हरियाणा ने भी राजमार्गों से सभी बैरिकेड्स हटा दिए हैं और यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। यह यात्रियों की रोज की पीड़ा थी, जो हमारे ध्यान में थी। महाधिवक्ता ने कहा कि राजमार्गों के खुल जाने से लाखों लोगों को फायदा होगा क्योंकि पहले उन्हें घूमकर जाना पड़ता था।'

पूरक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा
  • अदालत ने कहा कि सड़कों पर विरोध प्रदर्शनों के कारण लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सुचारू यातायात का उदाहरण दिया। शीर्ष अदालत ने सितंबर, 2024 में प्रदर्शनकारी किसानों की शिकायतों का सर्वसम्मति से समाधान करने के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था।
  • पीठ ने पूर्व हाई कोर्ट जज की अध्यक्षता वाली इस समिति से कहा है कि वह किसानों की शिकायतों पर ध्यान दे और अगली पूरक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करे। पीठ ने डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के उसके आदेश का अनुपालन नहीं करने के लिए पंजाब के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के विरुद्ध शुरू की गई अवमानना कार्यवाही भी खत्म कर दी।

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दो हजार किलोमीटर दूर से डॉक्टरों ने किया दिल का ऑपरेशन, जानें कैसे हुआ ये 'चमत्कार'

Dainik Jagran - National - March 28, 2025 - 7:57pm

आईएएनएस, बेंगलुरु। कर्नाटक में स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाने के लिए लगातार किए जा रहे प्रयासों का फल दिखने लगा है। मरीज से दो हजार किलोमीटर दूर बैठे डॉक्टरों ने दिल का सफल ऑपरेशन किया है। इस सर्जरी को भारत की स्वदेशी सर्जिकल रोबोटिक प्रणाली, एसएसआइ मंत्रा की मदद से किया गया।

सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम निर्माता एसएस इनोवेशन ने शुक्रवार को बताया कि गुरुग्राम स्थित एसएस इनोवेशन के मुख्यालय से बेंगलुरु के एस्टर सीएमआइ अस्पताल में 35 वर्षीय मरीज की टेली-रोबोटिक इंट्राकार्डियक सर्जरी की गई। दो घंटे और 40 मिनट तक चली इस सर्जरी में जटिल एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट (एएसडी) को बंद किया गया। यह एक जन्मजात स्थिति है जिसमें दिल में एक छोटा सा छेद हो जाता है।

दुनियाभर में इकलौता टेलीसर्जरी रोबोटिक सिस्टम

एसएस इनोवेशन के संस्थापक, अध्यक्ष और सीईओ डा. सुधीर श्रीवास्तव ने कहा, टेलीसर्जरी के साथ हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि विश्व स्तरीय शल्य चिकित्सा विशेषज्ञता दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचे। हमने प्रदर्शित किया है कि कैसे दूरी अब उन्नत चिकित्सा देखभाल के लिए बाधा नहीं है। एसएस इनोवेशन द्वारा विकसित, एसएसआइ मंत्र 3 सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम दुनियाभर में एकमात्र रोबोटिक सिस्टम है जिसे टेलीसर्जरी और टेली-प्रोक्टरिंग के लिए अनुमोदन प्राप्त हुआ है।

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Chaiti Chhath Puja 2025: चैती छठ महापर्व पर CCTV कैमरे और ड्रोन से निगरानी, 1 अप्रैल से नहीं चलेगी प्राइवेट बोट

Dainik Jagran - March 28, 2025 - 7:51pm

जागरण संवाददाता, पटना। एक अप्रैल को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। दो अप्रैल को खरना, तीन अप्रैल को संध्याकालीन अर्घ्य एवं चार अप्रैल को प्रातःकालीन अर्घ्य है।

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों को मानकों के अनुसार दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करने, नदी घाटों पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ टीम तथा गोताखोरों को तैनात रखने, रिवर पेट्रोलिंग सुनिश्चित करने, मेडिकल टीम क्रियाशील रखने, ग्राम रक्षा दल एवं नागरिक सुरक्षा के वालंटियर्स को प्रतिनियुक्त करने तथा सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी करने का निर्देश दिया है।

नदी घाटों पर अनाधिकृत रूप से नावों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। इसके उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई होगी। 24 घंटे जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 0612-2219810/2219234 और डायल-112 तथा जिला आपातकालीन संचालन केंद्र (0612-2210118) पर सूचना दी जा सकती है।

एक अप्रैल से निजी नाव के परिचालन पर रोक
  • एक अप्रैल की सुबह से चार अप्रैल को कार्यक्रम समाप्ति तक नदियों में निजी नावों के परिचालन पर पूरी तरह रोक रहेगी।
  • सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों तथा अंचल अधिकारियों को इसका अनुपालन सुनिश्चित कराने तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
  • विभिन्न अनुमंडलों में स्थित नदी घाटों को कई सेक्टर में विभाजित कर दो-दो मोटर बोट एवं अन्य आवश्यक संसाधनों सहित गोताखोरों एवं जवानों के साथ आठ एसडीआरएफ टीम को तैनात किया गया है।
  • सभी अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत नदियों एवं तालाबों के घाटों पर लाइफ जैकेट, महाजाल एवं अन्य सभी संसाधनों के साथ गोताखोरों को तैनात रखने का निर्देश दिया गया है।
गया में भी चैती छठ की तैयारी शुरू

उधर, पटना के अलावा गया में भी चैती छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर है। नगर निगम ने फल्गु नदी के घाटों पर विशेष सफाई अभियान शुरू कर दिया है।

नगर निगम सभी चिह्नित घाटों पर सफाई के लिए कर्मियों को प्रतिनियुक्त कर दिया है। छठ पर्व में घाटों पर व्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए घाटों की सफाई से लेकर रोशनी की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।

सफाई कर्मी नगर नगर निगम के सभी छोटे-बड़े नदी एवं तालाबों की सफाई में लगे हुए है। सुरुक्षा, लाइटिंग, खतरे के निशान पर बैरिकेडिंग भी किया जाएगा। ताकि, छठ व्रतियों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।

सभी छठ घाटों के बेहतर तरीके से इंतजाम को लेकर कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया गया है। घाटों तक जाने वाली सड़क व घाट से जमा कचरा का उठाव भी तेजी हो रहा है।

नगर निगम छठ को लेकर तैयारी में हर संसाधन का इस्तेमाल कर रहा है। शहर के तालाबों से जलकुंभी और कचरे को सफाई कर्मियों द्वारा निकालने का कार्य जारी है।

जिस तालाब में पानी की कमी है उसमें पानी की व्यवस्था की जा रही है। छठ घाटों की साफ-सफाई के बाद चुना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा।

साथ ही घाटों पर व्रतियों के लिए कपड़ा चेंजिंग रूम भी तैयार किया जा रहा है। लोक आस्था के महापर्व छठ एक अप्रैल से नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगी।

नगर निगम ने चिह्नित किए 21 घाट

नगर निगम ने शहर में 21 छठ घाट चिह्नित कर रखा है। इसमें अधिकांश घाटों पर साफ-सफाई का काम जेसीबी और सफाई कर्मियों द्वारा किया रहा है।

21 में दो घाट सिंगरा स्थान सरोवर और कटारी तालाब में पानी नहीं रहने के कारण छठ व्रती अर्घ्य नहीं देंगे। नगर निगम मुख्य सफाई निरीक्षक चंद्र मोहन ने कहा कि सिढ़ियाघाट, राय बिंदेश्वरी घाट, धोबिया घाट, रुकमिणी तालाब, पितामहेश्वर घाट, केंदुई, पालीटेकनीक घाट, सूर्यकुंड, ब्रह्ममणी घाट, मल्लहटोली, मानपुर सूर्यपोखर, लखीबाग, सीताकुंड, दिनकर घाट, भुसुंडा एवं भास्कर घाट के सफाई का काम हो रहा है।

पानी की कमी दूर करने के लिए बनाया जाएगा कुंड

फल्गु नदी में पानी नहीं है। पानी के कमी दूर करने के लिए नगर निगम नदी में कुंड का खोदाई करेगा। दो दिनों के बाद कुंड का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

राय विदेश्वरी घाट, पितामहेश्वर घाट, केंदुई घाट पर दो से तीन सौ फीट लंबा कुंड का निर्माण किया जाएगा। शेष घाटों पर सौ से डेढ़ सौ फीट लंबा कुंड बनेगा। इससे छठ व्रती आसानी से भगवान भास्कर के अर्घ्य अर्पित कर सके।

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Patna News: मौसम में बदलाव के साथ बढ़ने लगी फंगल की समस्या, स्किन विभाग में 20 प्रतिशत तक पहुंचे इंफेक्शन के मामले

Dainik Jagran - March 28, 2025 - 7:41pm

जागरण संवाददाता, पटना। मौसम में बदलाव तेजी से देखा जा रहा है। मार्च महीने में ही गर्मी अपना रंग दिखाने लगी है। दिन में धूप तो रात में हल्की ठंड का अहसास होता है।

धीरे-धीरे धूप की धमक और बढ़ ही रही है। दिन में तेज गर्मी और रात में हल्की ठंड के कारण लोग स्वास्थ्य समस्याओं के शिकार हो जा रहे है।

वायरल बुखार के साथ-साथ चर्म रोग का प्रकोप भी बढा है। स्किन की बीमारियों में खासकर फंगल इंफेक्शन के मामलों में अचानक तेजी आई है।

सामान्य दिनों में स्किन विभाग में फंगल इंफेक्शन के मामले काफी कम आते है, लेकिन वर्तमान में यह संख्या 20 प्रतिशत तक पहुंच गई है।

पीएमसीएच चर्म एवं रति रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक कुमार झा ने बताया कि गर्मी के कारण फंगल संक्रमण की परेशानी बढ़ने लगी है। ओपीडी में 20 प्रतिशत तक मरीज फंगल इंफेक्शन के आ रहे है।

ठंड में कम हो गई थी परेशानी 
  • बताया कि ठंड में जिनकी परेशानी कम हो गई थी, अब उनकी भी परेशानी बढ़ गई है। शरीर के विभिन्न हिस्सों में लाल चकत्ते, खुजली आदि की समस्या अधिक आ रही है।
  • खासकर घरेलु महिलाओं को भी कामकाज को लेकर हाथ-पैर में भी अधिक फंगल इंफेक्शन की समस्या हो रही है।
  • आइजीआइएमएस मेडिसीन विभाग के डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण वायरल बुखार, सर्दी, खांसी आदि से जुड़े मरीजों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गई है।
  • इस मौसम में काफी ख्याल रखने की जरूरत होती है। इसमें दिन में गर्मी तो रात में हल्की ठंड जैसी स्थिति होती है।
प्याऊ की करें व्यवस्था, अस्पताल कर लें लू से बचाव की तैयारी: जिलाधिकारी

दूसरी ओर, पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने भीषण गर्मी एवं हीटवेब (लू) की संभावना के मद्देनज़र आम जनता की सुरक्षा के लिए विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारियों को दायित्व सौंप दिया है।

गर्मी के मौसम में लू से क्षति को रोकने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया तथा अन्य विभागों द्वारा निर्गत मार्ग दर्शिका के अनुसार कार्रवाई एवं सतर्कता की जरूरत है।

त्रुटिरहित आपदा प्रबंधन के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य, पशु एवं मत्स्य संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, नगर विकास, शिक्षा, समाज कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, जनसंपर्क, परिवहन, ऊर्जा, श्रम संसाधन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, अग्निशमन सहित सभी विभागों के जिला-स्तरीय पदाधिकारियों को प्रदत्त निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करने को कहा।

आम जनता विशेषकर छोटे बच्चों, स्कूली बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तथा काम के लिए घर से बाहर निकलने वाले व्यक्तियों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के स्थानीय इकाई से लू की पूर्व चेतावनी एवं इसकी सूचना प्राप्त कर सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर्स तक पहुंचाने की व्यवस्था जिला आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा की जाए।

लू की पूर्व चेतावनी आम जनता को भी टीवी, रेडियो, प्रिंट मीडिया, प्रेस विज्ञप्ति एवं एसएमएस आदि के माध्यम से सूचना दी जाएगी।

जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों में लू से प्रभावितों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था करने तथा पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस सहित ओआरएस पैकेट, आइवी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा की व्यवस्था करने, आइसोलेसन वार्ड की व्यवस्था, लू से पीड़ित बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है।

चापाकलों की मरम्मत को चलेगा अभियान

इसके अलावा, जिलाधिकारी ने गर्मी को ध्यान मे रखते हुए चापाकलों की मरम्मति के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्यपालक अभियंता पेयजलापूर्ति के अनुश्रवण, मरम्मति एवं संपोषण के बारे में प्राप्त शिकायत एवं सुझाव पर त्वरित कार्रवाई करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला में चलंत चापाकल मरम्मत दल (मोबाईल हैंडपंप रिपेयरिंग टीम) क्रियाशील है। कहीं भी खराब चापाकलों की सूचना, हर घर नल का जल तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के संबंध में जिला नियत्रंण कक्ष (लोक स्वास्थ्य प्रमंडल पटना पूर्व -0612-2225796 तथा लोक स्वास्थ्य प्रमंडल पटना पश्चिम 0612-2280879) पर सुबह 10.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक सूचना एवं शिकायत दर्ज की जा सकती है।

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