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कांग्रेस की लिस्ट में गौरव गोगोई का नाम, भड़के हिमंत सरमा ने 'पाकिस्तान कनेक्शन' पर घेरा; राहुल गांधी से की बड़ी अपील
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत सरकार पाकिस्तान को विश्व स्तर पर आतंकवाद के मामले में बेनकाब करने को लेकर सांसदों का एक डेलिगेशन अलग-अलग देश भेजने वाली है। इसे लेकर सात सांसदों के नाम तय किए गए हैं, जो अपने-अपने दल का नेतृत्व करेंगे।
इस लिस्ट में कांग्रेस सांसद शशि थरूर का भी नाम शामिल है जो अमेरिका जाएंगे और भारत का पक्ष रखेंगे। हालांकि, कांग्रेस ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि जो लिस्ट उनके द्वारा सरकार को दी गई थी, उसमें शशि थरूर का नाम नहीं था फिर भी उन्हें शामिल किया गया है।
हिमंता की राहुल से मांगअब कांग्रेस की लिस्ट को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी से एक मांग की है। दरअसल, कांग्रेस की लिस्ट में सांसद गौरव गोगोई का नाम भी शामिल है। इसी को लेकर हिमंत ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
असम के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से आग्रह करते हुए कहा है कि पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के लिए कांग्रेस द्वारा नामित चार सांसदों की सूची से असम के सांसद का नाम हटा दिया जाए।
गौरव गोगोई का नाम लिए बिना साधा निशानागौरव गोगोई का नाम लिए बिना हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्हें 'राष्ट्रीय सुरक्षा हित में' सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।
सरमा ने गोगोई की ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के माध्यम से कथित पाकिस्तान संबंधों को लेकर आरोप लगाया है और दावा किया है कि जोरहाट के सांसद ने अधिकारियों को बिना सूचित किए पड़ोसी देश में 15 दिनों तक रहे। हालांकि, कांग्रेस ने आरोपों को खारिज कर दिया था।
सरमा ने एक्स पर पोस्ट कर आरोप लगाया, "काग्रेस की सूची में नामित सांसदों में से एक (असम से) ने पाकिस्तान में अपने लंबे समय तक रहने से इनकार नहीं किया है। कथित तौर पर दो सप्ताह के लिए और विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थी।"
कांग्रेस की लिस्ट में कौन-कौन हैं शामिल?उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में और दलगत राजनीति से परे, मैं विपक्ष के नेता राहुल गांधी से आग्रह करता हूं कि इस व्यक्ति को ऐसे संवेदनशील और रणनीतिक कार्य में शामिल न करें।"
दरअसल, हिमंत बिस्वा सरमा ने यह टिप्पणी कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वार सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट का जवाब थी।
कांग्रेस नेता ने कहा था कि पूर्व कैबिनेट मंत्री आनंद शर्मा, लोकसभा में पार्टी उपनेता गौरव गोगोई, राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन और लोकसभा सांसद राज बरार को पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत का रुख समझाने के लिए विदेश भेजे जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में नामित किया गया है।
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PM मोदी की 'टीम इंडिया' में थरूर, प्लान 'पाक बेनकाब' में क्या होगी उनकी भूमिका; जानिए क्यों चुना गया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर करके भारत ने पाकिस्तान में दुबके बैठे आतंकियों की कमर तोड़ दी है और इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने 100 से ज्यादा आतंकवादियों को ढेर कर दिया। अब भारत अपने नए प्लान के तहत पाकिस्तान को विश्व स्तर पर बेनकाब करने की तैयारी में है।
क्या है भारत की प्लानिंग?मोदी सरकार ने एक रणनीति बनाई है और इसमें सिर्फ भाजपा सांसद ही नहीं, बल्कि विपक्षी पार्टियों के सांसदों को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये सभी सांसद अलग-अलग देशों में जाकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करेंगे।
भारत सरकार द्वारा जारी लिस्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी को भी शामिल किया गया है। थरूर और ओवैसी, मोदी सरकार के विरोधी रहे हैं, फिर भी इन्हें डेलिगेशन की लिस्ट में क्यों शामिल किया गया है? आईए जानते हैं...
PM Modi ने शशि थरूर को क्यों चुना?पीएम मोदी अक्सर अपने फैसलों से लोगों को चौंकाते रहते हैं। इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया है। शशि थरूर को बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है और जो भी थरूर को करीब से जानते हैं, उन्हें अच्छे से पता होगा कि पीएम मोदी ने कितना बड़ा दांव खेला है।
- संयुक्त राष्ट्र में लंबा अनुभव रखने वाले थरूर कूटनीति के बड़े जानकार भी हैं। ऐसे में विश्व स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने में थरूर की भूमिका अहम हो सकती है।
- थरूर 2006 में कोफी अन्नान के बाद UN के महासचिव के रेस में भी थे, लेकिन महासचिव बनने से चुक गए थे।
- शशि थरूर कूटनीति के अच्छे जानकारों में से एक हैं और उन्हें अलग-अलग देशों की फितरत के बारे में पता है और किस तरह से क्या जवाब देना है, वे अच्छे से जानते हैं। कई मौकों पर उन्होंने पीएम मोदी की कूटनीति की तारीफ की है।
- शशि थरूर शुरुआत से ही ऑपरेशन सिंदूर के समर्थक रहे हैं और अब मोदी सरकार ने उन्हें डेलिगेशन में शामिल किया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद थरूर ने विभिन्न चैनलों पर भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखा है।
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'पाकिस्तान को सबक नहीं सिखा पाए हम', उदित राज ने ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए सवाल; बोले- दुनिया भी हमारे साथ नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इस स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। पूरे देश में सेना के पराक्रम की तारीफ हुई थी।
लेकिन अब कांग्रेस नेता उदित राज ने इसे लेकर विवादित बयान दिया है। उदित राज ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि हम पाकिस्तान को सबक नहीं सिखा पाए। उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी देश हमारे साथ नहीं खड़ा है।
उदित बोले- डेलिगेशन भेजकर क्या करेंगेउदित राज ने कहा, 'पाकिस्तान के साथ अमेरिका है। पूरी दुनिया उसके साथ है। पाकिस्तान की अटॉमिक पावर भी अमेरिका की दी हुई है। पाकिस्तान में सब आईएसआई के कंट्रोल में है। वो टेररिस्ट एक्सपोर्ट करता रहता है।'
उन्होंने कहा, 'मान लीजिए कि एक-दो जगह पर हमने बॉम्बिंग कर दी। एक-दो जगह पर आतंकी ठिकाने हमने नष्ट किए। बाकी जगह तो अब है ही। सबक तो सिखा ही नहीं पाए हम। जब दुनिया में कोई हमारे साथ नहीं है। अब डेलिगेशन भेज कर क्या करेंगे आप। जब ऐन वक्त पर कोई देश हमारे साथ खड़ा ही नहीं हुआ।'
बता दें कि केंद्र सरकार ने ऑल पार्टी डेलिगेशन का एलान किया है। इसमें शशि थरूर और रविशंकर प्रसाद समेत कई पार्टियों के सांसद शामिल हैं। ये सभी अलग-अलग देशों में जाकर पाकिस्तान के झूठ और आतंकवाद के प्रति उसके प्रेम की पोल खोलेंगे और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखेंगे।
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वैश्विक मंच पर बेनकाब होगा पाक, 'आतंकिस्तान' की हर करतूत बताने के लिए सरकार ने बनाया प्लान; शशि थरूर को मिला अहम जिम्मा
एएनआई, नई दिल्ली। पाकिस्तान को विश्व स्तर पर बेनकाब करने के लिए भारत सरकार ने एक कूटनीतिक योजना बनाई है, जिसके तहत भारत की ओर से बहुदलीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल कई देशों का दौरा करेगा।
पाकिस्तान होगा बेनकाबपाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के समर्थन को उजागर करने के लिए भारत का ये डेलिगेशन अलग-अलग देशों में जाकर अपनी बात रखेंगे और भारत के ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देंगे।
ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले हैं।
लिस्ट में कौन-कौन हैं शामिल?इस लिस्ट में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार), जेडीयू और कई दलों के सांसदों को शामिल किया है। निम्नलिखित संसद सदस्य सात प्रतनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे:-
- शशि थरूर (कांग्रेस)- अमेरिका
- रविशंकर प्रसाद (बीजेपी)- मिडिल ईस्ट
- संजय कुमार झा (जेडीयू)- जापान और मलेशिया
- कनिमोझी करुणानिधी (डीएमके)- रूस और स्पेन
- सुप्रिया सुले (एनसीपी)- साउथ अफ्रीका, इजिप्ट और केन्या
- श्रीकांत शिंदे (शिवसेना)- यूएई और अफ्रीका
- जय पांडा (बीजेपी)- पश्चिमी यूरोप
मंत्रालय ने बताया कि यह प्रतिनिधिमंडल भारत द्वारा आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करेंगे। मंत्रालय ने कहा, "वे आतंकवाद के खिलाफ भारत के 'जीरो टॉलरेंस' वाली नीति को दुनिया के सामने ले जाएंगे।"
Bihar News: रामविलास को भारत रत्न, निजी क्षेत्र में आरक्षण; चुनाव से पहले लोजपा रामविलास ने की ये बड़ी मांग
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। इसी क्रम में लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास के अध्यक्ष राजू तिवारी की अध्यक्षता में शुक्रवार को कार्यकारिणी की बैठक हुई। वहीं, दूसरी ओर जदयू प्रवक्ताओं ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा तेलंगाना में जातीय गणना को बेहतर मॉडल बताने पर आपत्ति जताई।
लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास की कार्यकारिणी बैठक में विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्वतंत्र पहचान के साथ भागीदारी सुनिश्चित करने और निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू कराने की मांग संबंधी प्रस्ताव पारित किया गया।
बोधगया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नाम पर चर्चासाथ ही, बोधगया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नामकरण भगवान बुद्ध के नाम पर करने, रामविलास पासवान को भारत रत्न देने और उनकी प्रतिमा संविधान सदन में स्थापित करने तथा बहुजन-भीम संकल्प समागम का आयोजन करने संबंधी प्रस्ताव पारित किया गया।
राहुल गांधी पर साधा निशानाअपने संबोधन में नेताओं ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला और कहा कि राहुल गांधी सिर्फ बिहार घूमने आते है। राहुल गांधी ने दरभंगा के दलित छात्रावास में जाकर सिर्फ फोटो सेशन कराया और दलितों के प्रति संवेदनशील होने का ढोंग किया।
कार्यक्रम का संचालन पार्टी के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने किया। बैठक में सांसद अरुण भारती, मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडे और झारखंड के चतरा विधायक जनार्दन पासवान समेत सभी जिलाध्यक्ष मौजूद थे।
तेलंगाना के जातीय गणना के आंकड़े सार्वजनिक नहीं करने पर जदयू ने उठाए सवालजदयू ने शुक्रवार को यह सवाल किया कि अगर तेलंगाना सरकार की जातीय गणना पारदर्शी है तो अब तक उसके आंकड़े सार्वजनिक क्यों नहीं किए गए? कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि उनके पास जानकारी का घोर अभाव है।
जदयू प्रदेश कार्यालय पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, विधानपार्षद सह मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार एवं प्रदेश प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इस विषय को उठाया। जदयू प्रवक्ताओं ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा तेलंगाना में जातीय गणना को बेहतर मॉडल बताने के दावे पर कड़ी आपत्ति जताई।
बिहार सरकार की जातीय गणना को सराहायह कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार ने जातीय गणना से पूर्व ही 215 जातियों की सूची सार्वजनिक की और प्रत्येक जाति को यूनिक कोड आवंटित किया गया, जिससे डाटा की पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित हो सके।
बिहार की जातीय गणना केवल जनसंख्या तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें यह भी दर्ज किया गया कि किस जाति के पास कितने लैपटाप, दोपहिया एवं चारपहिया वाहन, बैंक खाता, मोबाइल, टीवी और जमीन है। यह सर्वे सामाजिक और आर्थिक स्थिति की समग्र तस्वीर प्रस्तुत करता है।
इसके विपरीत, तेलंगाना सरकार की जातीय गणना में न तो इन पहलुओं को शामिल किया गया और न ही किसी अधिकृत जाति सूची या यूनिक कोडिंग का कोई प्रमाण सामने आया है। यह अंतर स्वयं सिद्ध करता है कि बिहार मॉडल कहीं अधिक वैज्ञानिक, व्यापक और पारदर्शी है।
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