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IAS Shirsat Kapil Ashok: फिजिकली के साथ फाइनेंशियली भी फिट हैं पटना DM, बैंक अकाउंट में जमा हैं लाखों रुपये
जागरण संवाददाता, पटना। खुद को फिट रखने वाले पटना के तेजतर्रार डीएम शीर्षत कपिल अशोक वित्तीय रूप से भी फिट हैं। उनपर कोई कर्जा नहीं है तो कोई गाड़ी भी नहीं है। वेबसाइट पर अपलोड संपत्ति और दायित्च के ब्योरा में यह बात सामने आई है। उनकी पत्नी सोने के आभूषणों की शौकीन हैं। परिवार की नकदी शून्य बताई गई है।
डीएम के अलग-अलग बैंक खाते में करीब 28 लाख रुपये हैं। वहीं, उनकी पत्नी के अलग-अलग खातों में 16 लाख रुपये से कुछ ज्यादा राशि जमा है। इसके अलावा, करीब 22 लाख रुपये का फिक्सड डिपोजिट है। दो आश्रितों के खाते में क्रमश: 546 रुपये हैं। इनके पास कोई गाड़ी नहीं है।
वेबसाइट पर अपलोड ब्योरा के अनुसार डीएम के पास 45 ग्राम जबकि उनकी पत्नी के पास 280 ग्राम सोने के आभूषण हैं। दो आश्रितों के पास भी क्रमश: 40 और 70 ग्राम के सोने के आभूषण हैं। खास बात यह कि डीएम या उनके परिवार पर किसी तरह का कर्ज नहीं है। अचल संपत्ति के रूप में इनके पास 2.36 हेक्टेयर पैतृक भूमि है।
बैंक के बकाएदार हैं पटना के एडीएम राजस्वपटना के अपर समाहर्ता अनिल कुमार पर 42 लाख रुपये का बैंक लोन है। बैंकों में करीब साढ़े 11 लाख खुद के खाते में तो पत्नी के खाते में सवा पांच लाख रुपये है। गाड़ी नहीं है। खुद की और पत्नी की बीमा पालिसी है। दो बेटियों के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना का खाता है।
आभूषण के मामले में इनकी पत्नी काफी शौकीन हैं। उनके पास 390 ग्राम सोना तो आधा किलो चांदी के आभूषण हैं। खुद एडीएम साहब के पास 30 ग्राम सोना है। नांलदा में पैतृक अविभाजित कृषि योग्य करीब आठ एकड़ जमीन में इनका पांचवां हिस्सा है। इसके अलावा पटना के इंद्रपुरी में 29 लाख का फ्लैट भी है।
पत्नी के पास कार, खुद के पास कोई गाड़ी नहींआपदा प्रबंधन के एडीएम देवेंद्र प्रताप शाही के वेतन खाते में सात लाख तो एसबीआइ फिक्स्ड डिपोजिट 10 लाख का है। पत्नी के संयुक्त खाते में करीब सवा चार लाख रुपये हैं। दो बेटियों के नाम कोई नकदी या जमा नहीं है। पत्नी के नाम वैगन आर कार है।
एडीएम के पास 25 ग्राम सोने के आभूषण तो पत्नी के 250 ग्राम सोने और 450 ग्राम चांदी के आभूषण हैं। गोरखपुर में अविभाजित 12 बीघा पैतृक जमीन है। वहीं गैर कृषि योग्य भूमि पर भवन निर्माण हो रहा है। तीन बीएचके का फ्लैट भी है। इनपर 22 लाख रुपये कर्जा भी है।
2005 मॉडल की हीरो होंडा पर चलते हैं एडीएम
एडीएम सामान्य खगेश चंद्र झा के पास अलग-अलग बैंक खातों में करीब 27 लाख तो उनकी पत्नी के खातों में करीब तीन लाख रुपये हैं। वहीं दो पुत्रों के खाते में करीब साढ़े तीन लाख रुपये हैं। इनके पास 2005 माडल की हीरो होंडा मोटरसाइकिल है। होंडा एक्टिवा स्कूटी भी है।
एडीएम के पास 22 ग्राम सोने के आभूषण जबकि पत्नी के नाम 337 ग्राम, बच्चों के नाम क्रमश: 25-25 ग्राम जनेड में मिले सोने के आभूषण हैं। अविभाजित कृषि योग्य, गैर कृषि योग्य जमीन के अलावा पैतृक गांव सीतामढ़ी के चोरौत एवं ननिहाल मधुबनी के मंगरौनी में मकान है।
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Bihar Shikshak Niyamawali : नई शिक्षक नियमावली पर हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला, सक्षमता परीक्षा को लेकर कही ये बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Shikshak Niyamawali : पटना हाई कोर्ट (Patna High Court) ने राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति (Bihar Teacher Bharti) से संबंधित राज्य सरकार द्वारा बनाई गई नियमावली को चुनौती देने वाली याचिका पर मंगलवार को अपना निर्णय सुनाया है।
हाई कोर्ट ने अपने फैसले में इसे लेकर आंशिक स्वीकृति दे दी है। मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन एवं न्यायाधीश हरीश कुमार की खंडपीठ ने प्रमोद कुमार यादव एवं अन्य द्वारा दायर याचिकाओं पर चार मुख्य बिंदुओं पर निर्णय सुनाया।
पटना हाईकोर्ट के फैसले के चार प्रमुख बिंदु1. प्रथम बिंदु पर हाई कोर्ट ने राज्य में कार्यरत स्थानीय निकाय शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा (Sakshamta Pariksha) को सही ठहराया।
2. हाई कोर्ट ने नई शिक्षक नियमावली के रूल (Rules Of New Teacher Manual) चार को निरस्त कर दिया, जिसके तहत सभी शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
3. हाई कोर्ट ने बिहार राज्य शैक्षिक संस्थागत शिक्षक और कर्मचारी (शिकायत निवारण और अपील नियमावली 2020) के रूल 12 को भी निरस्त कर दिया, जिसके तहत गठित जिला/राज्य अपीलीय प्राधिकार का लंबित वादों/मामलों का इस नियमावली के स्वीकृत होने की तिथि से छह महीने के अंदर निपटारा हो जाना चाहिए, इसके अतिरिक्त उसके बाद जिला/ राज्य अपीलीय प्राधिकार कोई भी नया वाद स्वीकार नहीं करेंगे।
4. हाई कोर्ट ने नियोजित शिक्षकों (Niyojit Shikshak) की प्रोन्नति व एसीपी संबंधित प्रविधान (Provisions Related To Promotion And ACP Of Employed Teachers) बनाने के लिए सरकार को निर्देशित किया है।
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BJP का दामन छोड़ कांग्रेस में आए सांसद Ajay Nishad, इस सीट से बनाए जा सकते हैं प्रत्याशी; सियासी हलचल तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बिहार में बड़ा झटका लगा है। भाजपा सांसद अजय निषाद (Ajay Nishad) ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है।
उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता हासिल की। अब कांग्रेस में शामिल होने के बाद ऐसी संभावनाएं है कि पार्टी उन्हें मुजफ्फरपुर से प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
#WATCH | Lok Sabha MP from Muzaffarpur (Bihar) Ajay Nishad resigned from BJP and joined Congress today.
On not getting a ticket from the BJP and whether he will get a ticket from Congress, he says, "...I always worked as per the party. They (BJP) said that the survey was not… pic.twitter.com/Gaj6nycHC8
— ANI (@ANI) April 2, 2024कांग्रेस में शामिल होने के बाद अजय निषाद ने क्या कुछ कहावहीं, सांसद अजय निषाद भाजपा से इस्तीफा दे कांग्रेस में शामिल होने के बाद भाजपा से टिकट नहीं मिलने को लेकर कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के मुताबिक काम किया। भाजपा ने कहा कि सर्वे मेरे बारे में अच्छा नहीं था।
कांग्रेस से टिकट मिलने को लेकर अजय निषाद ने कहा कि पार्टी नेता यह फैसला करेंगे और मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।
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दीनानाथ साहनी, पटना। बिहार में राजनीतिक दलों की चुनावी बिसात बिछ चुकी है। एनडीए और महागठबंधन ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिन्हें टिकट नहीं मिला और जो टिकट मिलने की उम्मीद लगाए थे, वैसे नेताओं के अब दल और दिल बदलने लगे हैं।
कई तो दल बदलकर टिकट पा भी गए हैं। वहीं, कई दिग्गज नए ठौर यानी दल की तलाश में दिल बदलने की तैयारी में लग गए हैं। चुनाव के परवान चढ़ते-चढ़ते कइयों के दल और दिल बदलने की गारंटी की तरह तय मानी जा रही है।
टिकट कटते ही थाम लिया 'हाथ'दस वर्षों तक भाजपा ने अजय निषाद को मुजफ्फरपुर से सांसद बनाए रखा और इस बार टिकट कटते ही अजय निषाद ने दल और दिल बदलते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया। कभी अजय निषाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की प्रशंसा में कोई विशेषण नहीं छोड़ते थे, वहीं अजय निषाद ने कांग्रेस में जाते ही अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर भाजपा अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा पर छल करने का आरोप लगाया।
इसी तरह सासाराम के निर्वतमान सांसद छेदी पासवान का भाजपा से टिकट करने के बाद उनकी नाराजगी सामने आई। वे भी दल बदलने की फिराक में हैं। छेदी पासवान के बेहदी एक करीबी ने बताया कि नेताजी कांग्रेस या राजद में जा सकते हैं, बस उनका टिकट कंफर्म हो जाए।
अरुण कुमार भी टिकट की तलाश मेंलोजपा-रामविलास के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद अरुण कुमार बेटिकट हो चुके हैं और पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। वे भी दूसरे दल में टिकट मिलने की संभावना तलाश रहे हैं। ऐसे और भी कई नेता हैं जो बेटिकट होने के बाद दल और दिल बदलने को आतुर हैं। बस मौके की तलाश में हैं।
उनके करीबी जिस दल में हैं, वो भी उनके लिए जुगाड़ बिठाने की जुगत भिड़ा रहे हैं। हालांकि, इसमें जनता के लिए कुछ भी नया नहीं है, बल्कि यह दृश्य जनता को हर चुनाव में देखने को मिलता है। दिलचस्प यह कि बिहार में कांग्रेस को महागठबंधन में नौ सीटें मिली हैं, लेकिन कई सीटों पर उसे मजबूत उम्मीदवारों का संकट है। ऐसे में उसे कुछ सीट पर आयातित उम्मीदवारों से काम चलाना पड़ेगा।
इसकी शुरुआत मुजफ्फरपुर सीट पर भाजपा से आए अजय निषाद से हो चुकी है। कांग्रेस को कुछ और नए चेहरों की तलाश है। राष्ट्रीय जनता दल भी अपने कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के संकट का समाधान कर लिया है। औरंगाबाद में अभय कुशवाहा और पूर्णिया में बीमा भारती इसका उदाहरण भी है। चुनाव बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि दल और दिल बदलने वाले नेताओं को जनता कितना भाव देती है?
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Rohini Acharya : रोहिणी आचार्य की उम्मीदवारी पर क्या बोले चिराग पासवान? भाजपा ने भी लालू से पूछ लिया ये सवाल
एएनआई, पटना। बिहार में राजद सुप्रीमो लालू यादव (RJD Lalu Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) के सारण लोकसभा सीट (Saran Lok Sabha Seat) पर चुनाव मैदान में उतरने को लेकर सियासी घमासान मच गया है। विपक्ष दलों के नेताओं चिराग पासवान (Chirag Paswan) से लेकर सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) तक ने इसे लेकर लालू यादव पर हमला बोला है।
इसी क्रम में मंगलवार को लोजपा प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हम नामांकन के लिए भागलपुर जा रहे हैं। उसके बाद हम जमुई जाएंगे।
4 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में चुनाव प्रचार की शुरुआत मेरी कर्मभूमि जमुई से कर रहे हैं। ऐसे में यह मेरे लिए और हमारी पार्टी के लिए गर्व की बात है। आज से हम वहीं रहकर कार्यक्रम की तैयारी करेंगे।
पहले भी हुए ये... : चिराग पासवानइसके बाद उन्होंने रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि अच्छी बात है। रोहिणी के राजीव प्रताप रूडी के रास्ते में रोड़ा बनने के सवाल पर चिराग पासवन (Chirag Paswan) ने कहा कि इससे पहले भी उनके परिवार के कई सदस्यों ने रूडी को हराने का प्रयास किया था।
मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में जिस तरीके से एनडीए (NDA) मजबूती से आगे बढ़ा है। हम एक तरफ नामांकन, चुनावी प्रचार शुरू कर चुके हैं, 4 तारीख को प्रधानमंत्री औपचारिक तौर पर चुनाव प्रचार की शुरुआत कर देंगे।
वहीं, महागठबंधन के भीतर सीटों को लेकर, प्रत्याशियों को लेकर तमाम विवाद अभी भी बरकरार हैं। ये दर्शाता है कि वो गठबंधन कितना असहज है।
ऐसे में ये संदेश बिहार की जनता तक पहुंच रहा है। 400 पार के सवाल पर चिराग ने कहा कि एनडीए 400 पार करेगा। ये विश्वास मोदी का गारंटी से आता है। बिहार में 40 सीटें हम जीतेंगे।
भाजपा ने भी लालू यादव को घेराइधर, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी सारण सीट से राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य को लेकर मंगलवार को लालू यादव पर हमला बोला।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार की बेटी का सम्मान नहीं और जो बेटी बहू बनकर सिंगापुर चली गईं।
सिन्हा ने कहा कि वे बिहार में उम्मीदवार बन रही हैं तो उनके लिए बिहार की जनता तय करेगी कि जो सही में बिहारी हैं और बिहार के प्रति सजग हैं उनके साथ या फिर वे बिहार से सिंगापुर जाकर वहां की सेवा करें उनके साथ चलना है।
वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने आज से रोहिणी आचार्य के चुनाव प्रचार के शुरुआत करने पर कहा कि लालू यादव का परिचय ही है परिवारवाद, हम लोग चिंतित हैं कि लालू यादव ने 2 बेटे और 2 बेटी को चुनाव में उतार दिया। हमारी 5 बहनें बच गईं हैं, उनको कब उतारते हैं ये बताएं?
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Lok Sabha Election: रामविलास पासवान से लेकर उनके भाई-भतीजे तक से खाई शिकस्त, पांच बार हार के बाद भी इस नेता का कम नहीं हुआ उत्साह
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में कांग्रेस के साथ दो लोकसभा सीटों पर गजब संयोग बना हुआ है। समस्तीपुर में उसके उम्मीदवार लगातार हार के बाद भी मैदान में डटे हुए हैं। उधर पटना साहिब का हाल यह है कि एक बार जो हार कर जाते हैं, दोबारा लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।
नतीजा-समस्तीपुर के लिए कांग्रेस को उम्मीदवार खोजने की जरूरत नहीं पड़ती है। मगर, पटना साहिब के लिए हरेक चुनाव में नए उम्मीदवार को उतारना पड़ता है। समस्तीपुर पुराना क्षेत्र है। 2009 में इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया। पटना साहिब का सृजन 2009 में हुआ। यह सामान्य सीट है।
2014 में वे लोजपा के रामचंद्र पासवान से हारे2009 के लोकसभा चुनाव में डॉ. अशोक कुमार को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया। वे जदयू के महेश्वर हजारी के हाथों पराजित हुए। 2014 में वे लोजपा के रामचंद्र पासवान से हारे। वोटों का अंतर करीब 10 हजार का था। लोकसभा चुनाव में इसे कम अंतर से हार की श्रेणी में रखा जाता है।
2019 में भी कांग्रेस ने डॉ. कुमार को ही आजमाया। वह फिर लोजपा के रामचंद्र पासवान के हाथों पराजित हुए। जीत का अंतर करीब ढाई लाख वोटों का था। रामचंद्र पासवान का निधन हुआ। उप चुनाव में कांग्रेस की ओर से डा. अशोक कुमार और लोजपा की ओर से दिवंगत रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज खड़े हुए।
उनकी हार की शुरुआत 1991 से हुईइसबार उनकी हार एक लाख से कुछ अधिक वोटों के अंतर से हुई। किस्सा यहां समाप्त नहीं हो रहा है। डॉ. अशोक कुमार का उत्साह और कांग्रेस का उन पर विश्वास कम नहीं हुआ। लोकसभा चुनाव में उनकी हार की शुरुआत 1991 से हुई। उस समय वे रामविलास पासवान से पराजित हुए।
तब रोसड़ा सुरक्षित क्षेत्र से उनकी हार हुई थी। अशोक खानदानी कांग्रेसी हैं। उनके पिता बालेश्वर राम 1980 में रोसड़ा से निर्वाचित हुए थे। वह इंदिरा गांधी मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री भी थे। वैसे लोकसभा चुनाव की लगातार हार के बावजूद वे कई बार विधायक बने। 2000 में राबड़ी मंत्रिमंडल में वे कैबिनेट मंत्री थे।
पटना साहिब के लिए हर बार नया उम्मीदवारदूसरी तरफ पटना साहिब में भी समस्तीपुर की तरह कांग्रेस लगातार हार ही रही है। अंतर यह है कि पटना साहिब के लिए उसे हर बार नया उम्मीदवार खोजना पड़ता है। उसे हर बार सिने जगत का कोई न कोई नया चेहरा मिल ही जाता है। 2009 में अभिनेता शेखर सुमन कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़े।
11.10 प्रतिशत वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे। हार के बाद उन्हें किसी ने कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में नहीं देखा। 2014 में कांग्रेस ने अभिनेता कुणाल सिंह को उम्मीदवार बनाया। वोट प्रतिशत बढ़ कर 20.95 प्रतिशत हो गया। लेकिन, हार भी हुई। 2019 में शत्रुघ्न सिन्हा आए।
32.87 प्रतिशत वोट और उसके साथ पराजय की कसक लेकर पटना साहिब से गए तो फिर कभी इस क्षेत्र का रूख नहीं किया। इसबार फिर कांग्रेस किसी नए उम्मीदवार की खोज कर रही है। अगर योजना के अनुसार सबकुछ हुआ तो लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार के पुत्र अंशुल आर्य यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे।
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Bihar Politics: चुनाव से पहले बिहार में BJP को झटका, इस सांसद ने पार्टी के सभी पदों से दे दिया इस्तीफा; ये है वजह
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। एक बड़े सांसद ने चुनाव से पहले पार्टी का साथ छोड़ दिया है। सांसद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है। भाजपा सांसद अजय निषाद ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के विश्वासघात से आहत होकर पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। बता दें कि टिकट नहीं मिलने की वजह से नाराज चल रहे थे।
खबर पर अपडेट जारी है...
Chirag Paswan: जमुई में चिराग ने बहनोई को क्यों दिया टिकट? खुद बता दिया सब कुछ, कहा- कोई अपना ही...
डिजिटल डेस्क, पटना। Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में तैयारी जोरों पर है। सभी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर पलटवार कर रही हैं। चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने जमुई सीट से अपने बहनोई अरुण भारती को मैदान में उतारा है। इसको लेकर विपक्ष लगातार हमला बोल रहा था। इसपर चिराग पासवान ने खुद सब कुछ स्पष्ट कर दिया है।
चिराग ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जमुई (Jamui Seat) में वह अपनों के बीच किसी अपने को ही लेकर गए हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए जरूरी था क्योंकि जमुई उनके लिए एक लोकसभा क्षेत्र नहीं है, इन 10 सालों में उन्होंने जमुई के लोगों से एक बेटे, भाई और भतीजे का रिश्ता बनाया है।
चिराग ने कहा कि ऐसे में मेरा कोई अपना ही उस भावना से एक सांसद बनकर नहीं एक बेटा बनकर जमुई में काम कर सकता है। जिस तरीके से चुनाव प्रचार चल रहा है और जो क्षेत्र से जानकारी मिल रही है, ऐसा लग रहा है कि कि अरुण भारती बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
2019 के चुनाव में भी प्रधानमंत्री जी जमुई आए थे। उस वक्त की सबसे बड़ी चुनावी सभाओं में एक सभा जमुई की भी थी। इस बार भी जमुई में बड़ी चुनावी सभा होगी। मेरे लिए यह गर्व की बात है कि यशस्वी प्रधानमंत्री जी बिहार में चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत मेरी कर्मभूमि जमुई से कर रहे हैं।… pic.twitter.com/vUE2IncmKi
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) April 1, 2024 पीएम मोदी के दौरे पर भी चिराग ने दिया बयानइसके अलावा, चिराग ने पीएम मोदी के दौरे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी जमुई आए थे। पहले ही दिन उनकी सभा जमुई में थी। वह सभी उस समय जमुई की सबसे बड़ी सभाओं में से एक थी। इस बार भी जमुई में पीएम मोदी की सभा सबसे बड़ी होगी।
चिराग ने कहा कि उनके और उनकी पार्टी के लिए यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री बिहार में अपनी सभा की शुरुआत उनके क्षेत्र से शुरू कर रहे हैं।
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सीमांचल की सीख से मगध में मजबूत होगा लोकतंत्र, लोकसभा के महापर्व में शामिल होने से पहले देखें यह आंकड़ा
जागरण संवाददाता, पटना। पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार का मतदान प्रतिशत राष्ट्रीय औसत (67 प्रतिशत) से लगभग 10 प्रतिशत कम था। जबकि, सीमांचल में मतदाताओं ने राष्ट्रीय औसत से भी आगे बढ़कर मतदान किया।
यहां हुआ सबसे कम मतदानराज्य में सबसे ज्यादा शहरी मतदाता वाली सीट पटना साहिब उदासीनता की श्रेणी में पहली पंक्ति में पिछले कुछ चुनावों से है। मगध क्षेत्र की पटना साहिब व नालंदा तथा शहाबाद की आरा व काराकाट सीटों पर काफी कम मतदान होता रहा है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के निर्वाचन आयोग की हर पहल इन सीटों पर बेमानी साबित हो रही है।
यह था वोटों का आंकड़ा2009 में नालंदा में सबसे कम मतदान हुआ था।वहां महज 33.05 प्रतिशत मत पड़े थे। पटना साहिब में आंकड़ा 33.64 प्रतिशत का था। 2014 में पटना साहिब में 45.36 तो नालंदा में 47.23 प्रतिशत मत पड़े।
वहीं, 2019 में पटना साहिब में 45.8 व नालंदा में 48.79 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, सीमांचल के कटिहार, अररिया, सुपौल, पूर्णिया, किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
60 प्रतिशत से अधिक होता था मतदानमगध क्षेत्र की पटना, जहानाबाद और नालंदा सीटों पर पहले के चुनावों में 60 प्रतिशत से अधिक मतदाना होता रहा है। 1971 व 1977 के लोकसभा चुनाव में नालंदा, पटना तथा जहानाबाद सीट पर क्रमश: 62.04 व 71.63, 57.26 व 68.02 तथा 64.75 व 66.44 प्रतिशत मतदान हुआ था।
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RJD के दिग्गज सांसद ने बढ़ाई लालू-कांग्रेस की टेंशन, इस 'हॉट' सीट पर महागठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
जागरण संवाददाता, कटिहार। Bihar Political News In Hindi कटिहार संसदीय (Katihar Lok Sabha Seat) पर महागठबंधन की सीट शेयरिंग में कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी तारिक अनवर को टिकट मिल गया। इधर, राजद (RJD) के राज्यसभा सदस्य व कटिहार मेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक अहमद अशफाक करीम ने कटिहार से निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है।
उन्होंने नामांकन का पर्चा दाखिल करने के लिए सोमवार को एनआर भी कटा लिया है। पटना में समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ मैराथन बैठक के बाद करीम ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उनके करीबियों के अनुसार चार अप्रैल को वे नामांकन कर सकते हैं।
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वे चुनाव लड़ेंगेअशफाक करीम ने दूरभाष पर बताया कि मंगलवार को वे पटना से लौटेंगे। इसके बाद नामांकन की तिथि निर्धारित करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वे चुनाव लड़ेंगे। 2000 में कांग्रेस के टिकट पर बारसोई से उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था।
2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें लोजपा ने टिकट दिया था। दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अशफाक करीम का राज्यसभा में करीब 10 दिन और कार्यकाल शेष है। कटिहार मेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक होने के साथ ही ये निजी क्षेत्र की अल करीम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।
राजद के खाते में जाने वाली थी यह सीटशुरू से ही कटिहार सीट पर महागठबंधन में कांग्रेस व राजद के बीच पेच फंसा हुआ था। पांच दिन पूर्व ही महागठबंधन में सीट शेयरिंग के बाद कटिहार सीट कांग्रेस के खाते में गई। सीट शेयरिंग के एक दिन पूर्व तक सीट राजद के खाते में जाने व अशफाक करीम को ही टिकट मिलने की चर्चा जोरों पर थी।
समर्थकों द्वारा इसको लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गई थी। अशफाक करीम के चुनाव मैदान में उतरने व एआइएमआइएम द्वारा भी कटिहार से प्रत्याशी देने की घोषणा से मुस्लिम वोटों में बिखराव होगा। कटिहार में 18 लाख से अधिक मतदाता हैं। इनमें 42 प्रतिशत मुस्लिम हैं।
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आज बूथ कमेटी के अध्यक्षों व पन्ना प्रमुखों से सीधा संवाद करेंगे पीएम मोदी, सम्राट चौधरी ने दी जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विजय के लिए भाजपा की इतनी सूक्ष्म तैयारी है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक निचले स्तर के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे और उन्हें चुनावी जीत की रणनीति समझा रहे। इस कड़ी में मंगलवार को वह बिहार में पार्टी की सभी बूथ कमेटी के अध्यक्षों और पन्ना प्रमुखों से सीधा संवाद करेंगे।
सम्राट चौधरी ने दी जानकारीसंवाद के लिए प्रधानमंत्री छह बजे शाम में नमो एप, नमो टीवी के साथ अपने ऑफिशियल यू-ट्यूब चैनल 'नरेन्द्र मोदी' से लोगों से जुड़ेंगे। उप मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
यह है पीएम मोदी के संवाद का उद्देश्य10,896 शक्ति केंद्र प्रमुख, 80 हजार पन्ना प्रमुख, 77,391 बूथ कमेटी के अध्यक्ष और 1136 मंडल कमेटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री से जुड़ने वाले हैं।
उनमें से पश्चिम चंपारण जिला के दो-तीन बूथ कमेटी अध्यक्षों व पन्ना प्रमुखों से प्रधानमंत्री की बातचीत भी होगी। इनमें नौतन विधानसभा क्षेत्र की जमुनिया पंचायत के बूथ संख्या-222 के अध्यक्ष धर्मेंद्र पासवान भी हैं।
इस संवाद का मुख्य उद्देश्य लोकसभा चुनाव की तैयारियों को जानना-समझना और उसे गति देना है। सीधे संवाद से प्रधानमंत्री कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार और उनका मार्गदर्शन करेंगे।
सम्राट ने कहा कि भाजपा प्रदेश के सभी 40 संसदीय क्षेत्रों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत के लक्ष्य के साथ अपनी रणनीति को धार दे रही है। प्रधानमंत्री से संवाद को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है और वे प्रबल उत्कंठा से उस पल की प्रतीक्षा कर रहे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में सोमवार से विशेष नामांकन अभियान की शुरुआत की गई। 30 जून तक यह अभियान एक लाख सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में चलेगा। इनमें सभी 72 हजार सरकारी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय शामिल हैं।
अभियान का उद्देश्य राज्य में 6 से 14 आयु वर्ग के लिए अनामांकित एवं ड्रापआउट बच्चों के नामांकन सुनिश्चित कराकर विद्यालयों में लाना है।अभियान के तहत प्रत्येक विद्यालय के पोषक क्षेत्र के बच्चों पता कर बालपंजी भी बनेगी, जिसे डिजिटिल किया जाएगा।
सभी सरकारी नौ हजार 360 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी नौवीं से 12वीं कक्षा तक में नामांकन अभियान चलेगा। नामांकन अभियान को लेकर हर जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है।
ये है तैयारीइसके सदस्य जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला कार्य पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आइसीडीएस) एवं जिला मध्याह्न भोजन अधिकारी (जीविका) बनाये गए हैं।
नामांकन अभियान में बच्चों के अभिभावकों, स्थानीय जनसमुदाय, शिक्षक, टोला सेवक, तालिमी मरकज के शिक्षा स्वयंसेवी, आंगनबाड़ी सेविका तथ अन्य संबंधित लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की गयी है।
स्कूलों में प्रतिदिन अनामांकित बच्चों के नामांकन, छीजित (ड्रापआउट) बच्चों के नामांकन एवं टोले के बच्चों को लाने की जिम्मेदारी शिक्षा सेवकों पर होगी। शिक्षा सेवक प्रतिदिन अपने टोले के कम से कम 90 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करायेंगे। इसकी मानीटरिंग शिक्षा विभाग के जन शिक्षा निदेशालय द्वारा की जा रही है।
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Patna News: बेहोश होने पर होश में लाकर मारा... फुलवारीशरीफ पुलिस की अभिरक्षा में पिटाई से मेधावी युवक की गई जान
जागरण संवाददाता, पटना। पटना पुलिस की कारगुजारियां इन दिनों चर्चा का विषय बन गई हैं। कभी सामूहिक दुष्कर्म के मामले को छेड़छाड़ बताया गया तो कभी फायरिंग करने वाले सटोरियों से थाने का निजी चालक समझौता कराने में जुटा रहा।
अब सोमवार को ताजा मामला सामने आया है, रविवार की रात पुलिस अभिरक्षा में बेरहमी से पिटाई के कारण 32 वर्षीय मेधावी युवक जीतेश कुमार की मौत हो गई। वह बीपीएससी की मेंस परीक्षा दो बार क्वालिफाई कर चुके थे।
मामले पर पर्दा डालने के लिए पुलिस ने एम्स, पटना में उपचार के क्रम में मृत्यु होने की बात कही, लेकिन जीतेश को मृत्यु के उपरांत अस्पताल पहुंचाया गया था। उनके साथ हिरासत में लिए गए दो दोस्तों राहुल कुमार एवं मुकेश कुमार को पुलिस ने मुक्त कर दिया। इन दोनों को भी पीटा गया था।
बड़ी बात यह कि जीतेश को उनके रिश्तेदार के अपहरण के संदेह में उठाया गया था। सिटी एसपी (पश्चिमी) अभिनव धीमान का कहना है कि दंडाधिकारी के समक्ष मृत शरीर का पंचनामा किया गया। मेडिकल बोर्ड की निगरानी में पीएमसीएच में पोस्टमार्टम किया गया है।
इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की मानक प्रक्रिया के तहत न्यायिक जांच कराई जाएगी। जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई होगी। जीतेश के पिता श्रीराम सिंह सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। इनके बयान पर सोमवार की देर शाम फुलवारीशरीफ थाने में प्राथमिकी की गई है।
इसमें उनके पुत्र पर अपहरण का केस कराने वाले रिश्तेदार समेत पुलिसकर्मियों पर साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया गया है। इस केस के अनुसंधान का जिम्मा दानापुर सर्किल इंस्पेक्टर को दिया गया है। केस का पर्यवेक्षण सिटी एसपी स्वयं करेंगे। परिवार औरंगाबाद का मूल निवासी है।
रिश्तेदार के बेटे के अपहरण का था आरोपबताया जाता है कि कटिहार के बारसोई में रेलवे तकनीशियन सुरेंद्र सिंह ने गत सात जनवरी को 28 वर्षीय बेटे सुशील कुमार के अपहरण की प्राथमिकी फुलवारीशरीफ थाने में कराई थी। सुरेंद्र व जीतेश रिश्तेदार हैं। सुरेंद्र का घर फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर इलाके में है।
सुरेंद्र ने राजीव नगर थानांतर्गत नेपाली नगर निवासी जीतेश कुमार एवं मसौढ़ी निवासी बिट्टू ठाकुर पर अपहरण करने का संदेह जाहिर किया था।
जीतेश के स्वजन बताते हैं कि इस मामले में पुलिस ने उन्हें कई बार थाने पर बुला कर पूछताछ की थी, परंतु किसी तरह का साक्ष्य नहीं मिला था। पुलिस के बुलावे पर जीतेश स्वयं थाने जाते थे।
एसडीपीओ के आवास पर पिटाई से हुए अचेतजीतेश के साथ हिरासत में लिए गए मुकेश ने बताया कि वे रविवार की शाम बांस घाट क्षेत्र में एक वकील से मिलने गए थे। वहीं से फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस ने उन्हें उठा लिया और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के आवास पर लेकर गए। वहां तीनों को अलग-अलग कमरे में बंद कर दिया।
इसके बाद जीतेश की बेरहमी से पिटाई करने लगे। उन्हें और राहुल को भी पीटा गया। रात लगभग 11 बजे राहुल व मुकेश को जीतेश के कमरे में लाया गया, जहां वे बिना कपड़ों के फर्श पर अचेत अवस्था में पड़े थे। बैरक में ले जाकर पुलिसकर्मियों ने राहुल व मुकेश से पानी गर्म करवाया। राहुल ने गर्म पानी से जीतेश के बदन को पोछा, फिर उसे कपड़े पहनाए गए। फिर भी जीतेश को होश नहीं आया।
डॉक्टर ने कहा, ठीक करना मेरे बूते की बात नहींबकौल मुकेश, देर रात एक डॉक्टर को जीतेश के कमरे में बुलाया गया था। उन्होंने नब्ज टटोली, फिर कहा- इसे ठीक करना मेरे बूते की बात नहीं है, आप अस्पताल लेकर जाइए।
आनन-फानन में तीनों (जीतेश, राहुल व मुकेश) को बगल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जाया गया, जहां चिकित्सकों ने जीतेश को भर्ती करने से इनकार कर दिया।
इसके बाद उन्हें एम्स, पटना लेकर गए। वहां डाक्टर ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। तब वे शव को पीएमसीएच लेकर आ गए।
राजीव नगर थाने ने दी गलत सूचनाजीतेश के भाई नितेश ने बताया कि वे दिल्ली में रहते हैं। राजीव नगर थाने की पुलिस ने रविवार की देर रात मां को काल कर बताया था कि आपके बेटे की तबीयत बिगड़ गई थी, इसलिए फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। किस अस्पताल में भर्ती कराया है, यह नहीं बताया गया।
इस बीच राहुल ने कॉल कर बता दिया कि पुलिस की पिटाई से जीतेश की मौत हो गई है। सूचना पाकर जीतेश के भाई दिल्ली से आए तो उन्होंने देखा कि शव पीएमसीएच में पड़ा है।
सिटी एसपी से भी उन्होंने इस बारे में बात की तो कहा गया कि जांच चल रही है। उनका आरोप है कि जीतेश के साथ हिरासत में लिए गए राहुल व मुकेश को धमकाया गया है कि वे किस प्रकार का बयान या गवाही नहीं देंगे, अन्यथा बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा।
दोषी पुलिसकर्मियों को मिले फांसी की सजाभाई ने बताया कि जीतेश होनहार छात्र थे। उन्होंने दो बार बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की मेंस परीक्षा क्वालिफाई की थी। पुलिस ने बेहोश होने पर होश में लाकर पीटा। दम तोड़ने तक पुलिसकर्मी प्रताड़ित करते रहे। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर फांसी की सजा देने की मांग की है।
उन्होंने ई-मेल के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से भी गुहार लगाई है। कहा कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी कर जांच शुरू नहीं हुई तो वे परिवार के साथ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।
Bihar Weather Today: अगले हफ्ते से बिगड़ने वाला है बिहार का मौसम, अब लू की होगी एंट्री; 40 डिग्री तक पहुंच जाएगा पारा
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Today अप्रैल के दूसरे हफ्ते में अधिक गर्मी व गर्म हवा के थपेड़े लोगों को परेशान करेंगे। अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। वहीं, इस दौरान प्रदेश में वर्षा की स्थिति सामान्य व सामान्य से कम रहने की संभावना है।
अभी हफ्ते भर सुबह और रात के समय मौसम सामान्य बना रहेगा। इस दौरान लोगों को ज्यादा गर्मी का एहसास नहीं होगा। मौसम विज्ञानी एसके पटेल ने बताया कि अभी प्रदेश में उत्तर से आने वाली पछुआ हवा का प्रभाव बना हुआ है। इसके कारण मौसम शुष्क बना हुआ है। हवा जम्मू से राजस्थान होते हुए प्रदेश में प्रवेश कर रही है।
40 डिग्री तक पहुंचेगा पाराजम्मू में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बना हुआ है। इसके कारण हवा में ज्यादा गर्मी नहीं है। ऐसे में सुबह-शाम मौसम सामान्य बना है। राजधानी का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास पहुंचने पर लू जैसे हालात उत्पन्न होंगे। सोमवार को पटना सहित प्रदेश में तेज पछुआ हवा 20-22 किमी प्रतिघंटा रही।
इस कारण तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ। पटना का अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 40.5 डिग्री सेल्सियस के साथ वैशाली सबसे गर्म शहर रहने के साथ यहां पर लू जैसी स्थिति रही।
सोमवार को औरंगाबाद में 0.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। सोमवार को पटना सहित 20 शहरों के अधिकतम तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतमपटना 36.9 20.8
गया 37.4 20.0
भागलपुर 37.0 22.6
मुजफ्फरपुर 36.0 25.2
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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Lok Sabha Election 2024: मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए इस दिन तक सकते हैं आवेदन, यहां जानें नामांकन करने की आखिरी तारीख
जागरण संवाददाता, पटना। मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। अर्हता प्राप्त व्यक्तियों का लोकसभा चुनाव नामांकन की अंतिम तिथि से 10 दिन पूर्व तक मतदाता सूची में नाम जोड़ा जाएगा।
इसके बाद अंतिम एकीकृत मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। पटना के दो लोकसभा क्षेत्रों में सातवें चरण में चुनाव होना है। सात मई को इसकी अधिसूचना जारी होगी। इसके लिए नामांकन 14 मई तक किया जा सकेगा। एक जून को यहां मतदान होना है।
इस दिन आएगी अंतिम सूचीअंतिम एकीकृत मतदाता सूची का प्रकाशन 15 मई को किया जाएगा। वहीं फोटोयुक्त मतदाता पर्ची 16 मई को जारी होगी। इसके बाद वर्णानुक्रम (अल्फाबेटिकल) मतदाता सूची का प्रकाशन 17 मई को किया जाएगा। निर्देश दिया गया है कि प्राप्त आवेदनों का समय निष्पादन होना चाहिए।
मुंगेर में चौथे चरण में होगा चुनावमतदाता सूची, फोटोयुक्त मतदाता पर्ची, अल्फाबेटिकल ऑर्डर में मतदाता सूची का मुद्रण इरोनेट के तहत दिए गए प्रिंटिंग टूल के माध्यम से तय समय-सीमा में कराना है।
पटना जिला के दो विधानसभा क्षेत्र बाढ़ एवं मोकामा, मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। मुंगेर में चौथे चरण में चुनाव होना है। यहां 25 अप्रैल तक नामांकन होगा। वर्णानुक्रम मतदाता सूची 28 अप्रैल के दिन प्रकाशित होगी।
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Bihar News: राज्य सरकार के अधिकारियों ने जारी किया अपनी संपत्ति का ब्यौरा, जानें किसके पास है कितनी प्रॉपर्टी और जमा-पूंजी
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश सरकार के मंत्रियों के बाद अब राज्य सरकार के अधिकारियों ने अपनी संपत्ति की घोषणा कर दी है। विभागों ने अधिकारियों की संपत्ति घोषणा के संबंध में विवरण जारी कर दिए हैं। अधिकारियों ने संपत्ति की घोषणा में अर्जित संपत्ति का ब्योरा दिया है।
विभाग के स्तर पर जारी विवरण के अनुसार प्रदेश के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा के तीन बैंक एकाउंट हैं जिसमें करीब 19 लाख रुपये जमा हैं। दूसरी ओर बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी चांदी-सोने के शौकीन नहीं हैं। लेकिन उनकी पत्नी जरूर सोने चांदी का शौक रखती है।
मुख्य सचिव मेहरोत्रा के पास हैं इतने रुपयेमुख्य सचिव मेहरोत्रा के राजभवन की एसबीआई ब्रांच में 11.81 लाख, पाटलिपुत्र कालोनी की केनरा बैंक में 33 हजार और एक्सिस बैंक में 7.70 लाख रुपये जमा हैं। इसके अलावा उनके पास सोने की एक चेन और चार हीरे हैं। जो उन्हें विवाह के वक्त तोहफे में मिले थे।
लखनऊ के गोमती नगर में इनका फ्लैट है जो पत्नी के साथ संयुक्त रूप से खरीदा गया है। जिसकी कीमत करीब 27 लाख रुपये है। इसके अलावा विस्टा टावर गोमती नगर में और एक फ्लैट है जिसकी कीमत करीब 80 लाख रुपये है। इनकी पत्नी ममता मेहरोत्रा के पास भी जेवरात है जो उनकी मां से उपहार स्वरूप मिले थे।
डीजीपी भट्टी के पास नहीं है सोने-चांदी का जेवरबिहार के डीजीपी आरएस भट्टी चांदी-सोने के शौकीन नहीं हैं। लेकिन उनकी पत्नी जरूर सोने चांदी का शौक रखती है। इनके पास करीब 91 लाख रुपये मूल्य के जेवरात हैं। भट्टी के पास नकद के रूप में 45 हजार रुपये हैं तो पत्नी के पास 35 हजार हैं।
भट्टी ने अपने अपने सेवा काल में अब तक बैंक में 41.81 लाख रुपये जमा किए हैं। बांड्स और शेयर में इन्होंने करीब 54 लाख रुपये का निवेश किया है। इनके पास चंडीगढ़ में एक पांच सौ वर्ग गज का आवास है।
कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव कैमरे के हैं शौकीनकैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ कैमरे के शौकीन हैं। उनके पास एक निकोन कैमरा, लेंस के अलावा एक पिस्टल भी है। डॉ. सिद्धार्थ के बैंक में 52.81 लाख रुपये जमा हैं। इन्होंने शेयर में भी निवेश किया है।
इनका द्वारका दिल्ली में एक फ्लैट है जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये है। इन्होंने बैंक से करीब 90 लाख रुपये का लोन लिया है। इस बैंक कर्ज में अभी 75 लाख 52 हजार रुपये वापस करना शेष है।
भवन सचिव के पास नकद के रूप में हैं सिर्फ 11 हजारभवन निर्माण सचिव के अलावा पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि के पास नकद के रूप में सिर्फ 10 हजार रुपये ही हैं। जबकि पत्नी के पास 17500 रुपये हैं। कुमार रवि के पास 40 ग्राम और पत्नी के पास 265 ग्राम सोना है। दोनों सोने की कीमत 9.70 लाख रुपये है।
पत्नी के पास चार सौ ग्राम चांदी भी है। इनके पास कृषि या गैर कृषि योग्य कोई जमीन नहीं। अलबत्ता पटना में एक फ्लैट जरूर है जिसकी कीमत करीब 53 लाख रुपये है। यह फ्लैट कुमार रवि और उनकी पत्नी दोनों के नाम पर है।
राज्यपाल के प्रधान सचिव के पास हैं दो कारराज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंगथू संपत्ति के मामले में पत्नी से गरीब हैं। हालांकि राबर्ट के पास दो कार जरूर हैं। एक कार है मारुति इरटिगा जो उन्होंने 2013 में खरीदी। जबकि दूसरी गाड़ी है मारुति ब्रिजा जो 2018 में खरीदी थी।
नकद के रूप में चोंगथू के पास 10 हजार रुपये हैं जबकि बैंक में करीब 1.60 लाख रुपये जमा हैं। वहीं इनकी पत्नी जैसलीन के पास नकद में 20 हजार रुपये और बैंक में करीब 15 लाख रुपये और पीपीएफ एकाउंट में 12 लाख रुपये हैं।
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Bihar School News: राज्य के स्कूलों के लिए बड़ी खबर, 9वीं क्लास में पढ़ने के लिए छात्र अपनी ही पंचायत में करेंगे नामांंकन
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar School News: प्रदेश में सरकारी विद्यालयों से आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों का नौवीं कक्षा में अब अपने पंचायत के ही उच्च माध्यमिक विद्यालय में नामांकन होगा। इन विद्यालयों को बड़े पैमाने पर आधारभूत संरचना उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों की नियुक्ति व पदस्थापन भी हो चुका है। इसीलिए नए सत्र में नौवीं कक्षा में नामांकन की व्यवस्था विद्यार्थियों के अपने ही पंचायत के विद्यालय में करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए जिलों में व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार के कार्यक्रम चलाये जाएंगे।
जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने की प्रधानाध्यापकों की बुलाई बैठकमाध्यमिक शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक उच्च माध्यमिक विद्यालय में विषयवार कमजोर विद्यार्थियों के लिए विशेष वर्ग संचालन की व्यवस्था की गयी है। अपने ही पंचायत के विद्यालयों में 9वीं कक्षा में छात्र-छात्राओं के नामांकन की तैयारियों के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा प्रधानाध्यापकों की बैठक बुलायी जाएगी।
नौवीं कक्षा में नामांकन के लिए शिक्षा विभाग के गाइडलाइन के मुताबिक जिन विद्यालयों में आठवीं कक्षा की पढ़ाई होती है, उन विद्यालयों से आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का उसी विद्यालय में नौवीं कक्षा में नामांकन होगा।
आठवीं पास छात्र-छात्राओं का नौवीं कक्षा में होगा नामांकनऐसे पंचायत जहां एक ही उच्च माध्यमिक विद्यालय है, उसी में पंचायत के सभी मध्य विद्यालयों से आठवीं पास छात्र-छात्राओं का नौवीं कक्षा में नामांकन होगा, लेकिन ऐसे पंचायत जहां एक से अधिक उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं।
उनमें नौवीं कक्षा में नामांकन के लिए पंचायत के सभी मध्य विद्यालय-एक इस प्रकार टैग किये जाएंगे कि प्रत्येक उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपलब्धता हो।
पोषक क्षेत्र किया जाएगा निर्धारितनगर निकाय में अवस्थित उच्च माध्यमिक विद्यालयों के साथ वॉर्ड की मैपिंग करते हुए उन वॉर्डों में संचालित मध्य विद्यालयों को टैग हो कर पोषक क्षेत्र निर्धारित किया जाएगा।
पंचायत में अवस्थित मध्य विद्यालय वर्षों के प्रधानाध्यापक द्वारा अपने विद्यालय से उत्तीर्ण आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को की सूची अपने से टैग उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को सौंपी जाएगी, ताकि इस बात का आकलन हो सके कि उस उच्च माध्यमिक विद्यालय में कितने छात्र-छात्राओं का नामांकन होना है।
छात्रों को सीएलसी नहीं दिए जाएंगेमध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपने उच्च माध्यमिक विद्यालय से टैगिंग के अनुसार विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र निर्गत करेंगे। उसके आधार पर उसी पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालय में नौवीं कक्षा में नामांकन होगा।
छात्रों को विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र (सीएलसी) नहीं दिए जाएंगे। पर्याप्त कारण पर विशेष परिस्थिति में ही अभिभावक के अनुरोध पर जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रतिहस्ताक्षरित विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र निर्गत किए जाएंगे।
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PM Modi: जमुई आएंगे प्रधानमंत्री मोदी, चिराग पासवान ने कर दिया कंफर्म; बोले- मेरी कर्मभूमि से...
डिजिटल डेस्क, पटना। PM Modi Jamui Visit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 अप्रैल को जमुई आएंगे। इस बात की जानकारी एनडीए के पार्टनर और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने दी है।
चिराग पासवान ने कहा है कि 2019 में भी जब चुनाव शुरू हुआ तो प्रधानमंत्री जमुई आए थे और वह 2019 चुनाव की सबसे बड़ी सार्वजनिक बैठकों में से एक थी।
#WATCH | Patna, Bihar: LJP (Ramvilas) Chief Chirag Paswan says, "Even in 2019, when the elections started, the Prime Minister had come to Jamui and that was one of the biggest public meetings of the 2019 elections. This time too, one of the biggest public meetings will be held on… pic.twitter.com/o2kXjOYCLY
— ANI (@ANI) April 1, 2024 '4 अप्रैल को सबसे बड़ी जनसभा होगी'पासवान ने कहा कि इस बार भी वैसा ही माहौल देखने को मिलेगा। 4 अप्रैल को सबसे बड़ी जनसभा होगी। यह मेरे और मेरी पार्टी के लिए बहुत गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री बिहार में चुनाव अभियान की शुरुआत जमुई से कर रहे हैं। मेरी कर्मभूमि से चुनाव प्रचार की शुरुआत होगी।
'हम 40 की 40 सीटें जीतेंगे'लोजपा (रा) के मुखिया ने यह भी कहा कि हम बिहार की 40 सीटें जीतेंगे और 400 सीटें पार करने का लक्ष्य जरूर हासिल करेंगे। मेरी पार्टी के कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। जमुई के लोगों से मेरा गहरा रिश्ता है। अरुण भारती मुझसे भी बड़े मार्जिन से जीत हासिल करेंगे।
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JEE Main Admit Card 2024: चार अप्रैल से होगी जेईई मेन की परीक्षा, प्रवेश पत्र जारी; यहां से करें डाउनलोड
जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से जेईई मेन की परीक्षा चार अप्रैल से आरंभ होगी। एनटीए की ओर से प्रवेश परीक्षा जारी कर दिया गया है। अभ्यर्थी वेबसाइट jeemain.nta.ac.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। जेईई मेन अप्रैल सत्र की परीक्षा चार, पांच, छह, आठ और नौ और 12 अप्रैल को आयोजित की जाएगी।
एनटीए ने कहा है कि पहले परीक्षा तिथि के तीन से पहले प्रवेश कार्ड जारी होगा। अभी चार अप्रैल की परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी किया गया है। दूसरे तिथि का प्रवेश पत्र एनटीए की ओर से क्रमवार जारी किया जाएगा।
एनटीए ने कहा है कि प्रवेश पत्र में रिपोर्टिंग टाइम के अनुसार ही सेंटर पर पहुंच जाएं। परीक्षा के आधे घंटे पहले प्रवेश कर लेना होगा। इसके बाद किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
पेपर-1 की पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह नौ से दोपहर 12 बजे और दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर तीन से छह बजे तक आयोजित होगी। पेपर 2 की परीक्षा पहली शिफ्ट में सुबह 9:30 से दोपहर 12:30 तक और दूसरे शिफ्ट की परीक्षा दोपहर तीन से छह तक होगी।
पहचान पत्र देखकर मिलेगी एंट्रीजेईई मेन की परीक्षा में अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के साथ-साथ एक फोटो व पहचान पत्र लेकर परीक्षा केंद्र पर जाना होगा। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा।
10 शहरों में होगी परीक्षा: जेईई मेन राज्य के मात्र 10 शहरों में होगी। इस बार पटना, औरंगाबाद, आरा, भागलपुर, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, समस्तीपुर, रोहतास में केंद्र बनाएं गए हैं।
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IT Return New Rules: अब ऑटो मोड में रहेगा नया आयकर स्लैब, रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया में बदलाव
जागरण संवाददाता, पटना। Income Tax Return New Rules 2024 अब वित्तीय वर्ष के बदलाव के साथ ही आयकर रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया में भी बदलाव हुआ है। वित्तीय वर्ष 2023-24 से नई कर व्यवस्था डिफॉल्ट मोड में लागू कर दी गई है। इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करते समय अब आयकरदाता को डिफॉल्ट मोड में नया आयकर रिजिम देखने को मिलेगा।
अगर किसी आयकरदाता को पुराने आयकर रिजिम के आधार पर आयकर भरनी हो तो उन्हें इसमें बदलाव कर ओल्ड स्कीम से आयकर भरने की प्रक्रिया करनी होगी। नई आयकर व्यवस्था कंपनियों और फर्मों के अलावा अन्य व्यक्तियों के लिए वित्तीय वर्ष 23-24 से डिफॉल्ट मोड में लागू की गई है।
इसमें करदाताओं के पास टैक्स रिजिम व्यवस्था चुनने का विकल्प होगा। जिन्हें लगता है कि उनके लिए पुराने स्लैब फायदेमंद है तो वह पुरानी स्लैब व्यवस्था का उपयोग कर सकते हैं। सीए आशीष रोहतगी व सीए रश्मि गुप्ता ने बताया कि बिना किसी व्यावसायिक आय वाले पात्र व्यक्तियों के पास प्रत्येक वर्ष के लिए व्यवस्था चुनने का विकल्प होगा, इसलिए वे एक वित्तीय वर्ष में पुरानी कर व्यवस्था और दूसरे वर्ष में नई कर व्यवस्था चुन सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यदि कोई नियोक्ता अपने कर्मी का पुरानी व्यवस्था से टीडीएस का डिडक्शन काट लिया है, कर्मी चाहे तो न्यू रिजिम के तहत आइटीआर फाइल कर सकते हैं।
नए आयकर रिजिम में सात लाख आय पर टैक्स नहींनए आयकर रिजिम में तीन लाख रुपये की आय पर कोई टैक्स नहीं, तीन लाख से छह लाख रुपये पर पांच प्रतिशत निर्धारित है। इसमें 87ए के तहत आयकर छूट के प्राविधान है। छह लाख से नौ लाख तक 10 प्रतिशत का स्लैब है। इसमें सात लाख रुपये की आय पर 87ए के तहत आयकर छूट के प्राविधान है। नौ लाख रुपये से 12 लाख की आय पर 15 प्रतिशत, 12 से 15 लाख की आय पर 20 प्रतिशत तथा 15 लाख रुपये से अधिक की आयकर पर 30 प्रतिशत के हिसाब से आयकर निर्धारित है।
पुरानी आयकर व्यवस्था में 80 सी, डी व जी की छूटपुरानी आयकर प्रणाली में ढ़ाई लाख की आयर पर कोई टैक्स नहीं। पांच लाख रुपये की आय पर पांच प्रतिशत, पांच से 10 लाख की आय पर 20 प्रतिशत आयकर देय होता है। अगर 10 लाख रुपये से ज्यादा की वार्षिक आय है तब 30 प्रतिशत टैक्स लगाया जाता है।
पुराने प्रणाली में आयकर दाता को होम लोन, 80 सी के तहत डेढ़ लाख रुपये तक की छूट, 80 डी और 80 जी के तहत छूट का लाभ ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त भी विभिन्न तरह के छूट का भी प्राविधान है।
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