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Bihar Politics: चुनावी महासमर में एक बार फिर उतरे छात्र राजनीति के सूरमा, कांग्रेस के कन्हैया ने भी लगा रखी है आस
रमण शुक्ला, पटना। बिहार में छात्र राजनीति से संसद तक पहुंचने वालों नेताओं का अतीत भी कम उल्लेखनीय नहीं है। भाजपा ने रविशंकर प्रसाद, नित्यानंद राय को इस बार भी मौका दिया है, जो छात्र राजनीति से लोकसभा तक पहुंचे हैं।
वहीं, जदयू ने महाराष्ट्र में छात्र संगठन से उभरे देवेश चंद्र ठाकुर को आगे कर सीतामढ़ी में मैदान मारने का दांव चला है। ठाकुर अभी बिहार विधान परिषद के सभापति हैं।
अब भी टिकट की आस में हैं कन्हैया कुमारजेएनयू में वामपंथी छात्र संगठन की राजनीति से कांग्रेस में आए कन्हैया कुमार को बेगूसराय नहीं तो किसी दूसरी सीट के लिए अब भी आशा है। महागठबंधन में बेगूसराय भाकपा के खाते में चली गई है।
BJP ने अपने पुराने छात्र नेताओं पर फिर चला दांवपटना साहिब संसदीय क्षेत्र से रविशंकर प्रसाद और उजियारपुर से नित्यानंद राय दोबारा प्रत्याशी हैं। भाजपा इनके जरिये विद्यार्थी परिषद के युवाओं को भविष्य की आशा में जुटे रहने का संदेश दिया है।
नीतीश हों या लालू... छात्र राजनीति से किया संसद तक का सफरउल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी आदि छात्र संगठनों से होकर ही राजनीति के आसमान में चमके हैं।
बिहार की विधायी राजनीति में उन सबका उल्लेखनीय योगदान है। यह प्रमाण है कि कालेज-विश्वविद्यालय के किताबी पाठ ही नहीं, बल्कि वहां पढ़े-पढ़ाए गए राजनीतिक ककहरा भी भविष्य में कद-पद बढ़ाने वाले होते हैं।
छात्र संघ से चमकते हुए बने राजनीति के सितारे1970 के दशक में छात्र राजनीति में लालू प्रसाद का पहली बार प्रवेश हुआ। पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का अध्यक्ष रहते हुए वे राजनीतिक जगत की सुर्खियों में आ गए थे।
पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ से ही सुशील मोदी, रविशंकर प्रसाद, अश्विनी चौबे, अनिल शर्मा आदि मुख्य धारा की राजनीति में आए।
लालू यादव की अध्यक्षता वाली समिति में सुशील मोदी महासचिव और रविशंकर संयुक्त सचिव हुआ करते थे। लालू तो राजद के संस्थापक ही हैं, जबकि सुशील मोदी और रविशंकर प्रसाद राज्य-राष्ट्र में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
1977 में पटना विश्वविद्यालय में पहली बार विद्यार्थी परिषद को जीत दिलाकर अश्विनी चौबे अध्यक्ष बने थे। प्रदेश की सरकार से होते हुए केंद्र सरकार तक पहुंचे। गैर-राजनीतिक संगठन के बूते 1980 में अध्यक्ष बन अनिल कुमार शर्मा ने एक नया ही इतिहास रचा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से होते हुए वे अब भाजपा का झंडा उठा लिए हैं।
नीतीश का मॉडल सबसे अलगछात्र संघ में लालू की टीम में रहे बाल मुकुंद शर्मा अभी राजनारायण चेतना मंच के अध्यक्ष हैं। वे नीतीश कुमार की राजनीतिक शैली को सबसे अलग मानते हैं।
वह कहते हैं कि राजनीति में अच्छे लोग नहीं आएंगे तो बुरे लोग हावी हो जाएंगे। ऐसे में राजकाज और समाज पर बुरा असर पड़ेगा। 1974 के आंदोलन के दौरान नीतीश की राजनीतिक शुचिता आज भी अनुकरणीय है।
अब स्टार प्रचारक की भूमिकानीतीश कुमार, लालू प्रसाद,अश्विनी चौबे आदि अपने-अपने दल के स्टार प्रचारक हैं। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों से सुशील मोदी ने स्टार प्रचारक के रूप में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार में असमर्थता जताई है।
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एजेंसी, पटना। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश कुमार पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एनडीए की जमुई रैली पर भी निशाना साधा। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि मोदी जी फिर से धोखेबाजी और जुमलेबाजी करने बिहार आए हैं और ये बात बिहार की जनता अच्छी तरह से जानती है।
राजद नेता ने कहा कि अब मोदी जी कुछ भी कह लें, लेकिन बिहार की जनता ने संकल्प लिया है कि भाजपा को भगाना है। उन्होंने यह भी कहा कि 4 जून के बाद आदरणीय प्रधानमंत्री जी को समझ में आ जाएगा कि बिहार की धरती का क्या सौभाग्य होता है।
'मुख्यमंत्री जी कल राजद के साथ आ जाएंगे'मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश कुमार के राजद से गठबंधन तोड़ने वाले बयान पर भी निशाना साधा। राजद ने कहा, आदरणीय मुख्यमंत्री जी अभी झूठ-मूठ का बीजेपी के साथ हैं और झूठ-मूठ में ही राजद के साथ कल आ जाएंगे। मुख्यमंत्री जी की विश्वसनीयता ही समाप्त हो गई है।
'तेजस्वी के चाचा फिर जाल में फंस गए'उन्होंने कहा कि जिस मंच से वो हिंदू-मुस्लिम की बात कर रहे थे, उसी मंच पर हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत के बीज बोने वाले बैठे हुए थे। मुख्यमंत्री जी को अब कौन सुन रहा है। सब जानते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मोदी जी ने कब्जा कर लिया है और तेजस्वी यादव के चाचा जी फिर उनके जाल में फंस गए।
राजद नेता ने यह भी कहा कि अब माननीय मुख्यमंत्री जी बीजेपी की डूबती नैया पर सवार हुए हैं। दोनों की राजनीति समाप्त है और तेजस्वी ने जो 17 साल में जो काम किया है, वो बोल रहा है।
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एजेंसी, पटना। Nitish Kumar And PM Modi प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को जमुई पहुंचे। यहां उन्होंने एनडीए की विशाल रैली को संबोधित किया। मंच पर उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। रैली की सबसे खास बात ये रही कि सीएम नीतीश ने फिर दोहराया कि वो अब इधर-उधर नहीं होने वाले हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वो अब स्थायी रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ हैं और अब इधर-उधर नहीं होने वाले।
#WATCH | At PM Narendra Modi's public rally in Jamui, Bihar CM Nitish Kumar says, "'Woh toh jhooth-mooth ka hum beech mein ek baar saath kar liye the toh aaj woh baat karta hai', but when I saw that he is doing wrong, I left them (RJD). And we are together forever now. 'Ab kabhi… pic.twitter.com/nGa9H7uN0p
— ANI (@ANI) April 4, 2024 'वो तो झूठ-मूठ का हम...'नीतीश कुमार ने आगे कहा, "वो तो झूठ-मूठ का हम बीच में एक बार साथ कर लिए थे तो आज वो बात करता है... लेकिन जब मैंने देखा कि वह गलत रहे हैं तो हमने राजद छोड़ दिया। अब कभी इधर-उधर नहीं होने वाले हैं"।
'हिंदू-मुस्लिम दंगे बंद हो गए हैं...'नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि जब से वह सत्ता में आई है हिंदू-मुस्लिम दंगे बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा, "पीएम मोदी 10 साल से केंद्र सरकार में हैं और उन्होंने बिहार और देश के लिए बहुत काम किया है। जब से उन्होंने सत्ता संभाली है, हिंदू-मुस्लिम दंगे बंद हो गए हैं"।
बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को दिए गए भारत रत्न पुरस्कार पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "आपने (पीएम मोदी) बहुत काम किया है। आपने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जो हमारी मांग रही है, लोग इसे नहीं भूलेंगे"।
मुख्यमंत्री कुमार ने कहा, "आज, वे (राजद) केवल बातें कर सकते हैं, लेकिन जब उन्हें 15 साल मिले, तो उन्होंने कुछ नहीं किया। उनके कार्यकाल में लोग शाम के बाद अपने घरों से बाहर भी नहीं निकल पाते थे"।
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एजेंसी, पटना। बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा, जिन्होंने पिछले महीने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, वह जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में कांग्रेस को झटका देते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने 31 मार्च को इस्तीफा दे दिया था। अनिल शर्मा ने कहा था कि कांग्रेस राजद के साथ 'विनाशकारी' साझेदारी में फंस गई है।
अनिल शर्मा से पहले भी कांग्रेस को लगे कई झटकेउल्लेखनीय है कि अनिल शर्मा लगभग एक दशक में पार्टी छोड़ने वाले चौथे पूर्व बिहार कांग्रेस अध्यक्ष बन गए हैं। ताजा उदाहरण अशोक चौधरी का है, जो 2018 में पार्टी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए थे, कुछ महीनों बाद एक गुटीय झगड़े के कारण उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा था।
इससे पहले, 2015 में राम जतन सिन्हा ने कांग्रेस छोड़ दी थी और जेडी (यू) में एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद वह राजनीतिक मैदान में हैं। वहीं, पिछले साल महबूब अली कैसर दिवंगत राम विलास पासवान की एलजेपी में शामिल हुए थे।
महागठबंधन सीट शेयरिंगराजद पूर्णिया सहित राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 26 पर चुनाव लड़ेगा। कांग्रेस नौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उसके बाद सीपीआई (एमएल) 3 सीटों पर और सीपीआई और सीपीआई (एम) एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेगी।
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RJD Star Campaigners: राजद ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, लालू-तेजस्वी समेत 40 नेताओं के नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव का शंखनाद होते ही तमाम राजनीतिक दल के स्टार प्रचारक पार्टी और अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए मैदान में कूद भी चुके हैं। भाजपा की तरफ से लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह जैसे दिग्जजों को प्रचार का जिम्मा दिया है।
भाजपा की तरह दूसरे दल से भी बड़े से बड़े स्टार प्रचारक मैदान में हैं। इस कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल ने भी स्टार प्रचारकों के नाम तय कर लिए हैं।
राजद के स्टार प्रचारकों की सूची में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, जगदानंद सिंह के साथ ही बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, मीसा भारती, श्याम रजक उदय नारायण चौधरी जैसे दिग्गज नेताओं के नाम हैं।
बीते लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने अकेले ही चुनाव मैदान में प्रचार का जिम्मा संभाल रखा था, लेकिन इस चुनाव लालू प्रसाद भी पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करते दिखेंगे। हालांकि, उनके स्वास्थ्य को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि वे कुछ ही जनसभाएं करेंगे।
राजद के स्टार प्रचारकों की सूची- लालू प्रसाद
- राबड़ी देवी
- तेजस्वी प्रसाद यादव
- अब्दुल बारी सिद्दीकी
- जगदानंद सिंह
- तेज प्रताप यादव
- देवेन्द्र यादव
- उदय नारायण चौधरी
- मनोज झा
- कांति सिंह
- श्याम रजक
- भोला यादव
- फैयाज अहमद
- मो फारूक
- अनीता देवी
- सुनील कुमार सिंह
- भाई बीरेंद्र
- इसराइल मंसुरी
- कुमार सर्वजीत
- अशोक कुमार सिंह
- स्वीटी सीमा हेम्ब्रम
- डॉ तनवीर हसन
- फैसल अली
- समीर कुमार महासेठ
- रणविजय साहू
- कार्तिकेय कुमार
- अनिल सहनी
- राजेन्द्र राम
- अख्तरूल इस्लाम साहीन
- रामवृक्ष सदा
- राजवंशी महतो
- डॉ उर्मिला ठाकुर
- नेहालुद्दीन
- इजहार अहमद
- समता देवी
- कारी सोहैब
- अबु दोजाना
- शक्ति सिंह यादव
- मुकेश तांती
- सिपाही लाल महतो
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Prashant Kishor: 'लालू-नीतीश ने एक ही फैक्ट्री लगाई जिसमें...', प्रशांत किशोर ने फिर फोड़ा सियासी बम, घमासान तय
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Today: जन सुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) इन दिनों बिहार घूम-घूमकर लोगों से व्यवस्था बदलने की अपील कर रहे हैं। इस दौरान वह लालू यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार सियासी बम फोड़ रहे हैं। प्रशांत किशोर ने इसबार लालू यादव और नीतीश कुमार के बिहार मॉडल पर हमला बोला है।
लालू जी और नीतीश जी ने एक ही फैक्ट्री लगाई: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि पूरे बिहार में लालू जी और नीतीश जी ने एक ही फैक्ट्री लगाई है। इस फैक्ट्री में मजदूर का निर्माण हो रहा है। जवान लड़के को मजदूर बना दो। देश के किसी भी राज्य को मजदूर की जरूरत पड़ती है तो लालू-नीतीश की इसी फैक्ट्री से उठाकर ले जाते हैं।
खेत नहीं कटता है तो बिहार से मजदूर पकड़ लाओ: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर ने कहा कि किसी का अगर खेत नहीं कटता है तो कहता है कि बिहार से मजदूर पकड़कर ले आओ। ये बिहार की दुर्दशा है। लालू-नीतीश ने सामाजिक न्याय के नाम पर यहां गरीबी का बंटवारा किया और कोई उद्योग और रोजगार नहीं लगाया। तो सब आदमी मजदूर हो गया, तो बन गया समतामूलक समाज। ये लालू और नीतीश कुमार का मॉडल है।
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मुजफ्फरपुर से रानी कमलापति के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन, यशवंतपुर वन-वे ट्रेन पर भी आया अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। होली के बाद यात्रियों की सुविधा हेतु रेलवे द्वारा अतिरिक्त होली स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर से रानी कमलापति के लिए एक वन-वे स्पेशल का परिचालन किया जाएगा।
गाड़ी सं. 05297 मुजफ्फरपुर-रानी कमलापति वन वे स्पेशल छह अप्रैल को मुजफ्फरपुर से 20.45 बजे प्रस्थान करेगी तथा हाजीपुर, पाटलिपुत्र, दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन सहित विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए अगले दिन 16.35 बजे रानीकमलापति पहुंचेगी।
इस होली स्पेशल ट्रेन में तृतीय वातानुकूलित श्रेणी का 01, स्लीपर क्लास के 14 तथा साधारण श्रेणी के 03 कोच होंगे।
इसके साथ ही चार अप्रैल को मुजफ्फरपुर से 15.30 बजे खुलने वाली गाड़ी सं. 05269 मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर वन वे स्पेशल का परिचालन विस्तार पांडवपुरा स्टेशन तक किया जा रहा है।
यह स्पेशल 06.04.24 को 19.10 बजे यशवंतपुर पहुंचेगी और वहां से 19.12 बजे खुलकर 22.00 बजे पांडवपुरा पहुंचेगी।
नवरात्रि के अवसर पर मैहर में पांच जोड़ी ट्रेनों का अस्थाई ठहराव- वलसाड से खुलने वाली 19051 वलसाड-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 15.25 बजे पहुंच कर 15.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
- छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनल, कोल्हापुर से खुलने वाली 11045 छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनल, कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 17.30 बजे पहुंच कर 17.35 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
- लोकमान्य तिलक टर्मिनस से खुलने वाली 15268 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-रक्सौल एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 10.50 बजे पहुंच कर 10.55 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
- पूर्णा जं. से 11 से खुलने वाली 17610 पूर्णा जं.-पटना एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 10.50 बजे पहुंच कर 10.55 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
- बांद्रा टर्मिनस से 08 से 22 अप्रैल, 2024 तक खुलने वाली 22971 बांद्रा टर्मिनस-पटना एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 15.25 बजे पहुंच कर 15.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
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Ayurvedic Medicine: अंग्रेजी के नाम बेची जा रहीं आयुर्वेदिक दवाएं, अब गोरखधंधे पर कसेगा शिकंजा
जागरण संवाददाता, पटना। आयुर्वेदिक नामों से दवा के नाम पर कुछ भी बेचने वालों पर अब औषधि विभाग शिकंजा कसने जा रहा है। पटना के सहायक औषधि नियंत्रक डॉ. सच्चिदानंद विक्रांत ने बुधवार को कहा कि इस संबंध में सभी औषधि निरीक्षकों को संदिग्ध उत्पादों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है।
गुरुवार को कार्यालय से आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसा उत्तर प्रदेश में आयुर्वेदिक दवाओं की जांच में स्टेरायड, दर्द निवारक, यौनवर्धक आदि अंग्रेजी दवाओं की पुष्टि हुई है, तो हम इसे अंग्रेजी दवाओं में आयुर्वेद की मिलावट का मामला मानकर जांच करेंगे।
बताते चलें कि आयुर्वेदिक, होमियोपैथी व यूनानी दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में 2020 से अलग आयुष औषधि विभाग सृजित किया गया है। हालांकि, पहले आयुष औषधि नियंत्रक की सेवानिवृत्ति के बाद दो वर्ष से यह पद रिक्त है और कार्यरत दो औषधि निरीक्षक निर्देश के अभाव में जांच नहीं करते।
इसके अलावा प्रदेश में आयुष दवाओं की जांच के लिए मान्यता प्राप्त सरकारी प्रयोगशाला भी नहीं है। सहायक औषधि नियंत्रक ने बुधवार को दैनिक जागरण में आयुर्वेदिक दवा के नाम पर कुछ भी बेचने की छूट शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद यह निर्णय लिया है।
2019 के बाद आयुर्वेदिक दवाओं की नहीं हुई जांचप्रदेश में आयुर्वेदिक कम 'मैजिक' दवाओं के नाम पर कुछ भी बेचने का धंधा काफी पुराना है। फरवरी 2013 से लेकर मई 2015 तक आपरेशन सम्राट दवाखाना चलाया गया था। इसमें गया, नालंदा, पटना, आरा जिलों में आयुर्वेदिक दवाएं बनाने वाली कंपनियों की जांच की गई थी। इसके बाद ऑपरेशन ऑब्जेक्शनल एडवर्टिजमेंट ऑफ ड्रग्स ओबैड चलाकर गया के तथाकथित राजवैद्य के यहां तो दस दिन तक कार्रवाई चली थी। वह पूरे देश में आनलाइन शर्तिया उपचार करता था।
बाद में उस पर 14 करोड़ का जुर्माना हुआ था। जो देश में अबतक का सबसे बड़ा जुर्माना है। हालांकि, अबतक सिर्फ 10 लाख जुर्माने की ही वसूली हो सकी है। 2016 में ही ऑपरेशन राज चला, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गुजरात, दिल्ली के 155 लोगों को आरोपित किया गया था। यह अभियान एक वर्ष तक चला था। इसके बाद इस क्रम की अंतिम कार्रवाई 23 अगस्त 2019 को पटना बाईपास में हुई थी जहां बिना लाइसेंस एलोपैथिक दवाओं के मिश्रण से यौनवर्धक कैप्सूल व दर्द निवारक दवाएं बनाई जा रही थीं।
मैजिक दवाओं का बड़ा बाजार है प्रदेशभ्रामक विज्ञापनों के सहारे आयुर्वेदिक-यूनानी दवा के नाम पर कुछ भी बेचने वाली कंपनियों के लाइसेंस रद करने के आयुष मंत्रालय ने आदेश दिए हैं। बावजूद इसके प्रदेश में काले से गोरा करने, वजन कम या बढ़ाने, कद बढ़ाने, संतानोत्पत्ति, यौनवर्धक दवाओं के अलावा जादुई अर्क, काढ़े, आसव, च्यवनप्राश, चूर्ण व जूस का प्रदेश में बड़ा बाजार है।
यही नहीं थोक दवा मंडी में सिरदर्द दूर करने वाला बाम, गैस, नींद, दर्दनिवारक नकली दवाएं बेची जा रही हैं। ये प्रतिष्ठित कंपनियों के रैपर पर बेची जाती हैं। 2019 में पटना में जिस आयुर्वेदिक कंपनी में छापेमारी की गई थी, वहां तमाम प्रतिष्ठित कंपनियों के रैपर मिले थे।
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Patna High Court का निगरानी ब्यूरो को निर्देश, इन शिक्षकों के सर्टिफिकेट प्रकरण में जारी रहेगी जांच
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाई कोर्ट ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत नियुक्त शिक्षकों के सर्टिफिकेट जांच के मामले पर अपना निर्णय सुनाते हुए कहा कि जहां भी जांच आगे बढ़ी है और जालसाजी या धोखाधड़ी का पता चला है, वहां उचित कार्रवाई की जाए।
मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चन्द्रन एवं न्यायाधीश हरीश कुमार की खंडपीठ ने रंजीत पंडित की लोकहित याचिका को निष्पादित करते हुए यह निर्णय सुनाया।
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को बताया गया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत केंद्र सरकार की फंडिंग से वर्ष 2006 से 2015 के बीच राज्य सरकार ने पंचायतों में नियमित शिक्षकों की नियुक्तियां की। इस दौरान कई फर्जी शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र देकर कई शिक्षक नियुक्त हो गए।
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खंडपीठ को बताया गया कि फर्जी प्रमाण पत्रों पर नियुक्त शिक्षकों को इस्तीफा देने और ऐसे शिक्षकों पर किसी प्रकार का कानूनी कार्रवाई नहीं करने के निर्देश पर करीब तीन हजार शिक्षकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और अन्य के प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया जा रहा है।
महाधिवक्ता पीके शाही ने कोर्ट को बताया कि अब तक निगरानी ब्यूरो ने लगभग छह लाख प्रमाणपत्रों का सत्यापन कर लिया है। इनमें से करीब 2019 प्रमाणपत्र जाली पाए गए हैं। पिछले नौ वर्षों में 2561 के विरुद्ध लगभग 1317 एफआइआर (प्राथमिकी) दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि 1252 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया गया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की ओर से वरीय अधिवक्ता अंजनी कुमार ने कोर्ट को बताया कि नियोजित शिक्षकों के 3,52,927 फोल्डर मिलने थे, लेकिन निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को केवल 2,80,759 फोल्डर ही मिले, जिसमें सितंबर 2023 तक 8,30,237 प्रमाणपत्र थे। प्रमाणपत्रों को सत्यापन के लिए संबंधित बोर्डों, विश्वविद्यालयों को भेजा गया। 5,90,945 प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया गया।
इस प्रकार करीब 71 प्रतिशत प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया जा चुका है। 2157 प्रमाण पत्र जाली पाए गए। कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उनका कहना था कि नियोजित शिक्षकों के 5,57,959 प्रमाण पत्रों में से 4,33,854 का सत्यापन कर लिया गया है और 1,24,105 प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए लंबित है।
उन्होंने कोर्ट को बताया कि 32,570 प्रमाण पत्र राज्य के बाहर के हैं और 32,809 का सत्यापन किया जाना है। सभी पक्षों की ओर से दी गई दलील सुनने के बाद कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि विजिलेंस एक बहुत बड़ा कार्य कर रहा है और अब जांच की निरंतर निगरानी करने की कोई आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने गड़बड़ियों की जांच कर जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का आदेश देते हुए मामले को निष्पादित कर दिया।
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KK Pathak: केके पाठक की डिमांड हुई पूरी..., सरकारी स्कूल के बच्चे भी हो जाएंगे खुश, बिहार सरकार ने उठाया ये कदम
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News Today: आखिरकार बिहार में केके पाठक (KK Pathak) की मेहनत रंग ले ही आई। केके पाठक का बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बदलने का सपना पूरा हो ही गया। दरअसल, राज्य सरकार ने बिहार के सरकारी स्कूल की सूरत बदलने के लिए 3012 करोड़ 85 लाख रुपये की मंजूरी दे दी।
राज्य सरकार ने केके पाठक की बात मानीराज्य सरकार ने केके पाठक (KK Pathak) की बात मानते हुए सभी प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में आधारभूत संरचना विकास के लिए 3012 करोड़ 85 लाख रुपये का आवंटन किया है। यह राशि सभी जिलों को जारी की जा रही है। इस पैसे से विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण, भवनों की मरम्मती एवं जीर्णोद्धार, खेल का मैदान तथा खेल परिसर का विकास कार्य कराया जाएगा।
केके पाठक डेस्क, बेंच लगाने की मांग लंबे समय से कर रहे थेबता दें कि केके पाठक स्कूल की बदहाल व्यवस्था को बदलने की डिमांड बहुत पहले से कर रहे थे। इसके लिए सरकार से फंड की डिमांड भी की गई थी। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में बच्चों के बैठने के लिए डेस्क-बेंच तथा उपस्कर आदि खरीद की जाएगी।
राज्य योजना मद से शिक्षा विभाग को उपलब्ध करायी गई राशि से विद्यालयों में शौचालयों का निर्माण, किचेन शेड का निर्माण, पेयजल की व्यवस्था, विद्यालय चहारदीवारी का निर्माण एवं मरम्मती कार्य, प्रयोगशाला और विद्यालय कार्यालय का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
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Pappu Yadav: पप्पू का लालू को चैलेंज! बीमा के खिलाफ भर दिया पर्चा, अखिलेश बोले- मैंने उनको...
डिजिटल डेस्क, पटना। पूर्णिया लोकसभा सीट इस समय सुर्खियों में बनी हुई है। राजद की बीमा भारती के खिलाफ अब कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की ठान ली है। पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा सीट से नामांकन भी दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने के दौरान पप्पू यादव ने शक्ति प्रदर्शन भी किया।
पप्पू यादव ने नामांकन दाखिल करने के बाद साफ कहा कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जरूर लड़ रहे हैं, लेकिन उनको कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। हालांकि, अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश का बयान सामने आया है। जिसने पूर्णिया के चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है।
NDA को होगा फायदा?बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा है कि उन्होंने पप्पू यादव को नामांकन करने के लिए नहीं बोला। साफ है कांग्रेस में पप्पू यादव को लेकर कोई एक राय नहीं बन रही है। कांग्रेस का एक धड़ा पप्पू के नामांकन से खफा नजर आ रहा है। देखने वाली बात होगी कि क्या पप्पू और बीमा भारती की सियासी जंग का फायदा कहीं एनडीए उठा पाएगा?
'मुझे राहुल और प्रियंका का आशीर्वाद प्राप्त'पप्पू यादव ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा कि राहुल गांधी व प्रियंका गांधी का आर्शीवाद प्राप्त है। उन्होंने ये भी कहा कि उनके राजनीतिक जीवन को खत्म करने की बड़ी साजिश रची गई थी, जो अब ध्वस्त हो गई है।
पप्पू यादव ने खुलकर तो नहीं, लेकिन इशारों ही इशारों में लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल पर भी निशाना साधा। साथ यह भी कहा कि प्रदेश में कांग्रेस व इंडी गठबंधन को जिताने का हर प्रयास वे करेंगे।
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चुनाव से पहले क्यों पार्टी बदलते हैं नेता, सिर्फ शौक या मजबूरी भी? पढ़ें दल बदल करने की पीछे की सच्चाई
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में दल बदलना शौक का मामला नहीं है। बहुत हद तक मजबूरी भी है। उम्मीदवार की मजबूरी कि वे जिस दल में हैं, वह उन्हें टिकट देने के लायक नहीं मानता। दलों की मजबूरी यह कि संबंधित क्षेत्र के लिए उनके पास सक्षम उम्मीदवार नहीं है। दल बदल से दोनों की मांग पूरी हो जाती है।
2014 के चुनाव परिणाम से समझें पूरी बात1990 के बाद राज्य में यही हो रहा है। महत्वपूर्ण यह है कि दल बदल करने वाले अधिसंख्य उम्मीदवार चुनाव जीत जाते हैं। अधिक दूर नहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव परिणाम को देखें।
चुनाव से पहले ही यह अनुमान हो गया था कि इस बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में लहर चलेगी। मगर, उम्मीदवारों की खोज हुई तो पता चला कि भाजपा के पास कई सीटों के लिए सक्षम उम्मीदवार ही नहीं हैं। आनन-फानन में उम्मीदवार जुटाए गए।
जदयू से वीरेंद्र चौधरी, सुशील कुमार सिंह और छेदी पासवान, राजद से रामकृपाल यादव, बसपा से जनक राम, 2009 में सिवान से निर्दलीय चुनाव जीते ओम प्रकाश यादव एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी आरके सिंह 2014 में भाजपा के उम्मीदवार बन गए।
भाजपा के संतोष कुशवाहा को जदयू और कांग्रेस के चौधरी महबूब अली कैसर लोजपा ने टिकट दे दिया। इनमें से वीरेंद्र चौधरी और ओम प्रकाश यादव को छोड़ कर सभी सांसद 2019 में भी चुनाव जीते।
नेताओं के दल बदल का समीकरण2024 में इनमें से छेदी पासवान और चौधरी महबूब अली कैसर को उनके दलों ने बेटिकट कर दिया। 2009 में जदयू ने राजग के मंगनीलाल मंडल को झंझारपुर से अपना उम्मीदवार बनाया। 2014 जदयू ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया तो राजद टिकट टिकट पर चुनाव लड़कर हारे। इस बार फिर जदयू टिकट के प्रयास में थे। नहीं मिला।
2019 में भी यह सिलसिला जारी रहा। भाजपा के सुनील कुमार पिंटू और वीणा देवी को क्रमश: जदयू और लोजपा ने सीतामढ़़ी और वैशाली से उम्मीदवार बनाया। वीणा इस बार भी टिकट लेने में सफल रही। पिंटू पिछड़ गए। 2024 में भी दल बदल करने वालों को टिकट देने वाला खाता खुला हुआ है।
अभय कुमार सिंह, लवली आनंद, विजय लक्ष्मी जैसे दूसरे दलों के नेता प्रतिद्वंद्वी दलों से टिकट हासिल करने में सफल हो चुके हैं। तीन से लेकर सातवें चरण तक के चुनाव की अधिसूचना अभी जारी नहीं हुई है। छह-सात दल बदलू टिकट अभी कतार में हैं।
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PM Modi In Jamui: पीएम मोदी की सभा को लेकर राजनीति तेज, तेजस्वी यादव ने पूछे पांच सवाल; आखिर में कह दी ये बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को जमुई में हैं। वे यहां चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवार अरुण भारती के समर्थन में पहुंचे हैं। पीएम की चुनावी सभा के ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने प्रधानमंत्री से पांच सवालों के जवाब मांगे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट के जरिये कहा है कि प्रधानमंत्री जी, कृपया रैली में यह बताने का कष्ट करें कि 10 वर्षों में जमुई में कितने कारखाने लगवाए? 10 वर्षों में जमुई में केंद्र से कितना निवेश आया? 10 वर्षों में जमुई को कौन सा बड़ा प्रॉजेक्ट दिया?
बिहारवासियों को 10 वर्षों का हिसाब-किताब देंगे- तेजस्वी यादवतेजस्वी ने पूछा कि 10 वर्षों में केंद्र सरकार ने जमुई के कितने युवाओं को नौकरी दी और 10 वर्षों में दो बार (2014, 2019) लोकसभा चुनाव प्रचार के अलावा आप जमुई में कभी भी विकास कार्यों के लिए क्यों नहीं आए?
तेजस्वी ने आगे कहा कि आशा है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुद्दों की बात कर, बिहारवासियों को 10 वर्षों का हिसाब-किताब देंगे।
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Bihar Politics: गोपालगंज सीट पर RJD की क्या है प्लानिंग? इस नेता को लालू यादव दे सकते हैं टिकट
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi राजनीति के गलियारों में जब-जब लोकसभा चुनाव की चर्चा होती है तो लालू प्रसाद (Lalu Yadav) और राबड़ी (Rabri Devi) का गृह जिला गोपालगंज चर्चा में जरूर आता है। इस संसदीय सीट को राजद प्रमुख एक बार फिर पार्टी के लिए जीतना चाहते हैं।
इस आरक्षित सीट को राजद ने सहयोगी राजनीति दलों से आपसी सहमति के आधार पर प्राप्त किया है। चर्चा है कि राजद की ओर से गोपालगंज सीट पर पूर्व मंत्री सुरेंद्र राम चुनाव मैदान में उतरेंगे, जिनका सामना वर्तमान सांसद आलोक कुमार सुमन से होगा।
2004 में भी राजद ने यह सीट अपने नाम की थीगोपालगंज सीट (Gopalganj Seat) 2009 से आरक्षित सीट हो गई है। इसके पूर्व ये सामान्य सीट थी। राजद गठन के बाद अपने पहले चुनाव में गोपालगंज संसदीय सीट पर राजद ने अपना उम्मीदवार उतारा। राजद के टिकट पर उतरे लाल बाबू यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार काली पांडेय को पराजित कर इस सीट को अपने नाम किया।
2004 में भी राजद ने यह सीट अपने नाम की थी। राबड़ी देवी के भाई अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव ने यहां से जीत प्राप्त की थी। 2009 के चुनाव में यह सीट आरक्षित हो गई और तब भाजपा ने पहली बार यहां से जनक राम को टिकट देकर मैदान में उतारा।
चार जून को सब कुछ हो जाएगा क्लियरजनक राम ने कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. ज्योति को पराजित किया और जीत अपने नाम कर ली। 2019 का चुनाव इस सीट से जदयू के आलोक कुमार सुमन ने लड़ा। उन्होंने राजद उम्मीदवार सुरेंद्र राम को पराजित किया। इस सीट पर एक बार फिर आलोक कुमार सुमन के मुकाबले राजद सुरेंद्र राम को टिकट देना जा रहा है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद इस सीट पर एक बार फिर जीत चाहते हैं। उनकी मेहनत, रणनीति कितनी सफल होगी यह तो चार जून को ही स्पष्ट हो पाएगा।
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Pappu Yadav: 'नफरत की राजनीति...', नामांकन से पहले तेजस्वी यादव को लेकर क्या बोले पप्पू? दे दिया ये संदेश
डिजिटल डेस्क, पटना। Lok Sabha Election कांग्रेस नेता सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) गुरुवार को पूर्णिया से नामांकन (Purnia Seat Nomination) करेंगे। अब तक की स्थिति के अनुसार वे निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में अपना पर्चा दाखिल करेंगे।
नामांकन से पहले पप्पू यादव ने बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को लेकर बयान दिया है। इससे कांग्रेस (Congress) और राजद (RJD) के बीच टेंशन बढ़ सकती है।
पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज का दिन उनकी जिंदगी के अध्याय का है क्योंकि उन्होंने सबका दिल जीता है। उन्होंने कहा कि उन्हें सभी का आशीर्वाद प्राप्त है, वह इंडी गठबंधन की मजबूती के लिए काम करेंगे।
देश के अर्थव्यवस्था की बात होनी चाहिए- पप्पू यादवउन्होंने कहा कि वह लालू यादव (Lalu Yadav) की दोनों बेटी के लिए मदद करेंगे। कांग्रेस किसी भी कीमत पर स्थापित हो। पप्पू ने कहा कि अब इस देश की युवाओं की, देश के अर्थव्यवस्था की बात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्णिया सीट को वह नंबर वन करेंगे।
#WATCH पूर्णिया, बिहार: कांग्रेस नेता पप्पू यादव आज स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पूर्णिया से अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा, "...आज का दिन मेरी जिंदगी के अध्याय का है क्योंकि मैंने सबका दिल जीता है औऱ मुझे सभी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है, मैं INDIA… pic.twitter.com/l4jp69t0EW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 4, 2024इसके अलावा, तेजस्वी यादव को लेकर पप्पू ने कहा कि नफरत की राजनीति छोड़ देनी चाहिए तेजस्वी जी। उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी जी मोहब्बत भी कर लेते इंडी गठबंधन से। आप आए तो मोहब्बत में क्या दिक्कत थी? उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई दुश्मनी नहीं होती। हम दोनों को मिलकर काम करना चाहिए।
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Bihar News: बिहार में नोटा का विकल्प चुनने वाले भी बढ़े, आंकड़ों में देख लीजिए किस शहर में कितनों ने दबाई ये बटन
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Political News Hindi: लोकसभा चुनावों में ऐसे मतदाताओं की संख्या भी अच्छी-खासी होती है जिन्हें कोई उम्मीदवार पसंद नहीं आता। बीते चुनावों में पड़े मत से यह स्पष्ट होता है। स्थिति ऐसी रही है कि कुल पड़े मतों का पांच प्रतिशत तक नोटा के पक्ष में गया है।
एक बात और कि जहां उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा रही है वहां नोटा को कम वोट लेकिन जहां उम्मीदवार कम रहे वहां नोटा को ज्यादा मत पड़े। उम्मीदवारों की सूची में ही नोटा का नाम दर्ज है। औसतन एक से डेढ़ प्रतिशत तक मत नोटा को मिले।
2014 से ज्यादा 19 में नोटा को पड़े मत2014 के लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर के सर्वाधिक मतदाताओं को 12 में से एक भी उम्मीदवार पसंद नहीं आए थे। नोटा को 29,211 मत पड़े थे। महाराजगंज, बेगूसराय, खगड़िया, औरंगाबाद, गया, जमुई के मतदाताओं ने भी नोटा के पक्ष में खूब बटन दबाए थे।
वहीं कटिहार, नालंदा एवं पाटलिपुत्र के वोटरों का सबसे कम वोट नोटा के पक्ष में गया था। इसके अगले चुनाव 2019 में नोटा के प्रति मतदाताओं का रुझान चौंकानेवाला रहा। गोपालगंज में नोटा के पक्ष में पांच प्रतिशत से ज्यादा मत पड़े थे। ऐसे कई लोकसभा क्षेत्र रहे जहां नोटा को तीन प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे।
2014 में सर्वाधिक नोटा वाले लोकसभा क्षेत्रलोकसभा-नोटा के पक्ष में वोट (प्रतिशत)
समस्तीपुर-3.38
महाराजगंज- 2.76
दरभंगा-2.54
जमुई-2.52
सिवान-2.42
सुपौल-2.27
सारण-2.22
पश्चिमी चंपारण-2.20
मधुबनी-2.20
यहां नोटा में कम पड़े वोटकटिहार-0.34
सीतामढ़ी-0.66
झंझारपुर-0.85
वैशाली-0.65
उजियारपुर-0.72
नालंदा-0.59
पटना साहिब-0.88
पाटलिपुत्र-0.48
नवादा-0.85
2019 के लोकसभा चुनाव में नोटा पर दबे बटनगोपालगंज-5.03
प चंपारण-4.51
जमुई-4.16
नवादा-3.72
समस्तीपुर-3.47
जहानाबाद-3.37
मधेपुरा-3.35
वाल्मिकीनगर- 3.33
गया-3.14
भागलपुर-3.03
सारण- 3
औरंगाबाद-2.4
यहां के मतदाताओं को कम भाया नोटापटना साहिब-0.52
मधुबनी-0.58
पाटलिपुत्रा-0.61
बांका-0.67
शिवहर-0.7
खगरिया-0.79
नालंदा-0.82
सुपौल-0.84
वैशाली-0.86
सिवान- 0.86
मुजफ्फरपुर-0.87
झंझारपुर-0.87
सीतामढ़ी-0.99
मुंगेर-0.94
पू चंपारण-2.27
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Bihar Weather Today: बिगड़ने वाला है बिहार का मौसम, 8 जिलों के लिए चेतावनी जारी; किसानों के लिए खास अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Hindi: राजधानी समेत प्रदेश में पछुआ का प्रवाह बना रहेगा। इससे मौसम शुष्क बना रहेगा। 48 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिसंख्य भागों में सतही हवा की गति 15-20 किमी प्रतिघंटा व झोंके के साथ 35 किमी प्रतिघंटा रहने की संभावना है।
इन जिलों में होगी बारिशमौसम विभाग के अनुसार इस दौरान किसानों और नाविकों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इस महीने सात अप्रैल से उत्तरी भागों के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, दक्षिणी भागों के पटना सहित रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, गया, नवादा में मेेघ गर्जन के साथ हल्की वर्षा के आसार बताए गए हैं। ऐसे में वर्षा के कारण तापमान में गिरावट के साथ मौसम सामान्य बने रहने के आसार हैं।
इन जिलों में बढ़ा तापमानबुधवार को अररिया, कटिहार, फारबिसगंज, किशनगंज को छोड़ पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना के अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री वृद्धि के साथ 38.0 डिग्री सेल्सियस जबकि 40.6 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा। पटना सहित आसपास इलाकों में दिन में तीखी धूप व तेज हवा प्रवाह बना रहा।
प्रमुख शहरों का तापमान : शहर अधिकतम न्यूनतम पटना 38.0 22.6गया 38.6 20.0भागलपुर 37.4 36.7मुजफ्फरपुर 35.6 34.4(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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Lok Sabha Elections 2024: सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं ऐसी पोस्ट तो हो जाएं सावधान! सिर्फ ब्लॉक नहीं लीगल एक्शन भी लेगा EOU
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है। इसके लिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में सोशल मीडिया पेट्रोलिंग एवं मॉनीटरिंग यूनिट का गठन किया गया है। यह यूनिट आपत्तिजनक और भ्रामक पोस्ट को तो हटाने और वेबपेज को ब्लॉक करने की कार्रवाई करेगी ही, कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके लिए ईओयू ने आमलोगों से भी सहयोग मांगा है।
ईओयू के अनुसार, विशेष यूनिट का नेतृत्व वरीय पुलिस उपाधीक्षक को सौंपा गया है। टीम में दो अन्य डीएसपी के साथ एक इंस्पेक्टर, एक दारोगा और 15 सिपाहियों को रखा गया है। इनकी अलग-अलग पालियों में ड्यूटी लगाई जा रही जो 24 घंटे फेसबुक, एक्स, यूट्यूब समेत इंटरनेट मीडिया पर आ रही सामग्री पर नजर रख रहे हैं।
हर जिले में नोडल पदाधिकारी की नियुक्तिइंटरनेट मीडिया पर नजर रखने के लिए हर जिले में भी इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। यह ईओयू में स्थापित विशेष यूनिट से समन्वय करेंगे। किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री पाए जाने पर इसकी सूचना अविलंब मुख्यालय को देने के साथ अग्रतर कार्रवाई करेंगे।
ऐसे दर्ज कराएं शिकायतईओयू ने आमलोगों से भी चुनाव से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री या फेक न्यूज की शिकायत करने के लिए मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी जारी किया है। कोई भी व्यक्ति 8544428404 पर वाट्सएप कर या spcyber-bih@gov.in पर ई-मेल कर सूचना दे सकते हैं।
आम नागरिकों को भ्रामक पोस्ट व आपत्तिजनक सामग्री की तस्वीर, संवाद इत्यादि का लिंक भी भेजना होगा। ऐसे पोस्ट जाए जाने पर विशेष टीम पोस्ट हटाने के साथ वेबपेज को ब्लॉक कराने की भी कार्रवाई करेगी।
Bihar News: मैट्रिक परीक्षा से वंचित छात्रों के लिए बड़ा अपडेट! इस वेबसाइट पर जाकर आज ही भर दें यह फॉर्म
जागरण संवाददाता, पटना। मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2024 से वंचित छात्रों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक और मौका दे दिया है। कंपार्टमेंटल-सह-विशेष परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। नौ अप्रैल तक परीक्षार्थी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए परीक्षार्थियों को secondary.biharboardonline.com पर आवेदन करना होगा।
मैट्रिक कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा 2024 में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों को आनलाइन आवेदन भरना और शुल्क जमा करना होगा।
मैट्रिक के विशेष परीक्षा में नियमित केटेगरी के वे विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं, जिन्होंने सेंटअप परीक्षा तो उत्तीर्ण कर ली है, लेकिन किसी कारणवश मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे।
इसके अलावा मुख्य परीक्षा शामिल वैसे परीक्षार्थी जो दो विषयों में फेल हो गये थे, वे कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। सभी कोटि के लिए अलग-अलग परीक्षा शुल्क निर्धारित किया गया है। विशेष परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह में आयोजित होगी।
परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने क्या बताया?परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि 31 मई तक रिजल्ट जारी करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों का एक वर्ष खराब नहीं हो और वे इसी सत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए शिक्षण संस्थानों में नामांकन ले सकें।
स्क्रूटनी के लिए आवेदन शुरूमैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2024 की उत्तर पुस्तिकाओं की स्क्रूटनी के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। विद्यार्थी नौ अप्रैल तक स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते है।
यदि कोई विद्यार्थी अपने किसी एक विषय या एक से अधिक या सभी विषयों के प्राप्तांक से असंतुष्ट हों, तो वे उन विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं का स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकता है।
वेबसाइट http://secondary.biharboardonline.com आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए 120 रुपए प्रति विषय की दर से राशि जमा कराना होगा।
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Tejashwi Yadav Security: तेजस्वी यादव और तार किशोर की सिक्योरिटी हुई टाइट, मिलेगी वाई प्लस सुरक्षा
Bihar News: चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मैहर में 5 जोड़ी ट्रेनों का होगा 'स्पेशल' ठहराव, यहां देखें पूरी लिस्ट
जागरण संवाददाता, पटना। चैत्र नवरात्रि मेला के अवसर पर रेलवे प्रबंधन की ओर से श्रद्धालुओं की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए पांच जोड़ी ट्रेनों का नौ अप्रैल से 23 अप्रैल तक पांच मिनट का अस्थाई ठहराव मैहर स्टेशन पर प्रदान किया गया है।
डाउन दिशा की ट्रेनेंवलसाड से खुलने वाली 19051 वलसाड-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 15.25 बजे पहुंच कर 15.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनल, कोल्हापुर से खुलने वाली 11045 छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनल, कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 17.30 बजे पहुंच कर 17.35 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
लोकमान्य तिलक टर्मिनस से खुलने वाली 15268 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-रक्सौल एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 10.50 बजे पहुॅच कर 10.55 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
पूर्णा जं. से 11 से खुलने वाली 17610 पूर्णा जं.-पटना एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 10.50 बजे पहुॅच कर 10.55 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
बांद्रा टर्मिनस से 08 से 22 अप्रैल, 2024 तक खुलने वाली 22971 बांद्रा टर्मिनस-पटना एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 15.25 बजे पहुंच कर 15.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
अप दिशा की ट्रेनेंमुजफ्फरपुर से खुलने वाली 19052 मुजफ्फरपुर-वलसाड एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 12.00 बजे पहुच कर 12.05 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
धनबाद से खुलने वाली 11046 धनबाद-छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनल, कोल्हापुर एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 22.35 बजे पहुंच कर 22.40 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
रक्सौल से खुलने वाली 15267 रक्सौल-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 11.40 बजे पहुच कर 11.45 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
पटना से खुलने वाली 17609 पटना-पूर्णा जं. एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 17.25 बजे पहुॅच कर 17.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
पटना से 10 से 17 अप्रैल, 2024 तक खुलने वाली 22972 पटना-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस मैहर स्टेशन पर 08.25 बजे पहुच कर 08.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी।
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