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क्या MLC संजय कुमार ने शिक्षा मंत्री से की KK Pathak की शिकायत? सैलरी-पेंशन से जुड़ा है मामला
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुटाब) के कार्यकारी अध्यक्ष कन्हैया बहादुर सिन्हा एवं महासचिव सह विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से मुलाकात की।
मुलाकात में उन्होंने विश्वविद्यालयों के पीएल खातों सहित सभी अन्य बैंक खातों पर शिक्षा विभाग द्वारा रोक लगाए जाने से वेतन-पेंशन भुगतान जनवरी माह से नहीं होने और विश्वविद्यालयों के दैनिक कार्य प्रभावित होने से अवगत कराते हुए खातों पर रोक को जल्द हटाने की मांग की।
इस दौरान शिक्षा मंत्री ने आश्वस्त किया कि यह मामला उनकी प्राथमिकता सूची में है और अतिशीघ्र इस पर समुचित कार्रवाई की जाएगी।
पेंशनरों को नहीं मिल रही पेंशन, शिक्षक को वेतन पर आफतराज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालय के खाता पर संचालन पर रोक होने से पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में पेंशनरों को करीब तीन महीने तथा शिक्षकों को दो महीने से ही वेतन नहीं मिल रहा है। इसके कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अतिरिक्त आयकर की राशि भी जमा नहीं होने के कारण अब विश्वविद्यालयों को जुर्माना लगना तय माना जा रहा है।
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Bihar Politics: कोई बहन तो कोई बेटे के लिए फांक रहा चुनावी धूल, लिस्ट में तेजस्वी यादव समेत इन कद्दावर नेताओं के नाम
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। बिहार में चुनावी दंगल के लिए जैसे-जैसे प्रत्याशियों के नाम तय हो रहे हैं, वैसे-वैसे दिग्गजों को अपने रिश्ते को संभालने की चुनौती भी सामने आ रही। मामला दिलचस्प यह है कि कहीं मंत्री बेटा अपने पिता के लिए जनसंपर्क कर रहा तो कहीं विधायक बेटा अपनी मम्मी के प्रचार में दिख रहा।
भाई को अपने दो बहनों के लिए वोट मांगना है, तो पिता को अपने बेटे के लिए फील्ड सजानी है। यही नहीं साले को अपने बहनोई के लिए सीट निकालने की जिम्मेवारी है। कहीं मंत्री पिता को अपनी बेटी को संसद में भेजने काे लेकर व्यस्तता है।
तेजस्वी को अपनी दो बहनों की जिताने की जिम्मेदारीनेता प्रतिपक्ष व इस चुनाव में राजद की कमान संभाले तेजस्वी यादव की दो बहनें मीसा भारती और रोहिणी आचार्य क्रमश: पाटलिपुत्र व छपरा से लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इनका जनसंपर्क अभियान भी आरंभ हो गया है। तेजस्वी के जिम्मे यह काम भी बड़ा है।
मंत्री पिता व अध्यक्ष पिता की भागदौड़दिलचस्प यह भी है कि एक मंत्री पिता अपनी बेटी काे संसद में पहुंचाने को लगे हैं और एक पिता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं अपने पुत्र के लिए सक्रिय हैं।
जदयू कोटे से नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी लोजपा के टिकट पर समस्तीपुर (सुरक्षित) लोकसभा सीट से अपना डेब्यू कर रहीं हैं।
वहीं, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के विधायक पुत्र सुधाकर सिंह बक्सर लोकसभा क्षेत्र से राजद के प्रत्याशी तय हैं। भाजपा की टिकट पर नवादा से मैदान में उतरे विवेक ठाकुर पूर्व सांसद डॉ. सीपी ठाकुर के बेटे हैं।
एक बेटी मां के लिए तो एक पिता के लिए वोटरों के बीचचुनावी समर में एक पुत्र अपनी मम्मी को सांसद बनाने के लिए वोटरों के बीच है तो एक अपने पापा के लिए जोर लगाए हुए हैं।
लवली आनंद को जदयू ने शिवहर लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है। उनके पुत्र चेतन आनंद विधायक हैं। वह अपनी मम्मी के लिए जनसंपर्क कर रहे।
वहीं गया (सुरक्षित) लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में एनडीए प्रत्याशी के रूप में मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन वर्तमान में नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री हैं।
वह अपने पिता के लिए वोटरों के बीच दौर रहे। जीतन राम मांझी की समधन ज्योति भी विधायक हैं। वह भी जीतन राम मांझी के चुनाव प्रचार कर रहीं।
बहनोई को सांसद बनाने आगे आ गए हैं चिरागलोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान ने इस बार जमुई लोकसभा क्षेत्र से अपने बहनोई अरुण भारती को प्रत्याशी बनाया है। चिराग जमुई के सांसद हैं और इस बार वह हाजीपुर से लड़ रहे हैं।
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KK Pathak: विश्वविद्यालयों में सत्र का विलंब तय, पेंशनरों को नहीं मिल रही पेंशन; शिक्षक को वेतन पर आफत
जागरण संवाददाता, पटना। राज्य के विश्वविद्यालयों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू है। इसके अतिरिक्त, वार्षिक परीक्षाओं का संचालन भी अप्रैल में निर्धारित है। अब परीक्षाओं के संचालन को लेकर केंद्रों के निर्धारित होते ही वहां आवश्यक सामग्री को पहुंचाने से लेकर परीक्षा कराने के लिए राशि की बाधा आने लगी है।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों के बैंक खातों के संचालन पर रोक लगा दी है। इस कारण परीक्षा संचालन अधर में लटकता दिख रहा है। परीक्षा नहीं होने या विलंब से होने की स्थिति में विश्वविद्यालयों के शैक्षणिक सत्र में विलंब तय है।
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, बाबा साहब भीम राव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा आदि विश्वविद्यालय की ओर से अप्रैल व मई में प्रस्तावित है।
इसके बाद भी बैंक खाता के संचालन से रोक नहीं हटने पर विश्वविद्यालयों ने राज्य सरकार व राजभवन को पत्र लिखा है। इसमें शैक्षणिक सत्र नियमित करने को लेकर अविलंब बैंक खाता के संचालन से रोक हटाने का आग्रह किया है।
अप्रैल में निर्धारित है स्नातक पार्ट वन, टू व थ्री की परीक्षाविश्वविद्यालयों की ओर से जारी एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार अप्रैल महीने में स्नातक पार्ट वन, टू व थ्री की परीक्षा निर्धारित है। मई महीने में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के अतिरिक्त पीजी के विभिन्न सेमेस्टर की परीक्षाएं निर्धारित है।
ऐसे में परीक्षा केंद्रों को परीक्षा के लिए राशि एडभांस दिया जाना है, लेकिन सरकार की ओर से खाता के संचालन पर रोक होने के कारण राशि देना संभव नहीं दिख रहा है। इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों पर उत्तर पुस्तिका व प्रश्न पत्र पहुंचाना, वीक्षकों के भुगतान करना, परीक्षा संचालन के लिए पेयजल, जेनरेटर खर्च आदि के लिए भी एडवांस राशि नहीं मिलने के कारण केंद्राधीक्षक पैसा के लिए हाथ खड़ा कर रहे है। ऐसे में परीक्षा का संचालन व सत्र नियमितिकरण पर सीधा असर दिखेगा।
पेंशनरों को नहीं मिल रही पेंशन, शिक्षक को वेतन पर आफतराज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालय के खाता पर संचालन पर रोक होने से पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में पेंशनरों को करीब तीन महीने तथा शिक्षकों को दो महीने से ही वेतन नहीं मिल रहा है। इसके कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त आयकर की राशि भी जमा नहीं होने के कारण अब विश्वविद्यालयों को जुर्माना लगना तय माना जा रहा है।
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Bihar Politics: बिहार की 8 सीटें ही ऐसी, जहां लगी जीत की हैट्रिक; अब चौथी बार बाजी मारने पर इन नेताओं की नजर
कुमार रजत, पटना। Bihar Politics News in Hindi: बिहार में लोकसभा की मात्र आठ सीटें ही ऐसी है, जहां पिछले तीन चुनावों से लगातार एक ही दल के उम्मीदवार जीत रहे हैं। इसके अलावा अन्य 32 लोकसभा सीटों पर तीसरी बारी आने से पहले ही दलों को चुनावी समर में हार का सामना करना पड़ा है। इसमें सर्वाधिक छह सीटें भाजपा के पास हैं, जहां से जीत की हैट्रिक लगाई गई है।
इन 8 सीटों पर लग चुकी है जीत की हैट्रिकइनमें दरभंगा, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, पटना साहिब, पूर्वी चंपारण और शिवहर की सीट है। कांग्रेस ने मोदी लहर में भी किशनगंज से जीत की हैट्रिक लगाई है। नालंदा से जदयू ने रिकार्ड लगातार पांच बार जीत दर्ज की है।
इस बार भाजपा जीत की हैट्रिक वाली छह में पांच सीटों पर ही दांव लगा रहा है। शिवहर की जीती सीट उसने जदयू को दे दी है, जहां से लवली आनंद चुनाव लड़ेंगी। राजद की ओर से प्रतिद्वंद्वी कौन होगा, यह अभी तय नहीं है। दरअसल, हैट्रिक जीत वाली आठ सीटों पर चौथे से सातवें चरण में चुनाव है।
राजग ने सभी आठ सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं, जबकि महागठबंधन ने सात सीटों पर अभी उम्मीदवार ही तय नहीं किए हैं। भाकपा-माले ने नालंदा सीट से जदयू के कौशलेंद्र कुमार के विरुद्ध पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ को टिकट दिया है।
राधामोहन, संजय और कौशलेंद्र की नजर चौथी जीत परपूर्वी चंपारण सीट से भाजपा के राधामोहन सिंह, पश्चिमी चंपारण सीट से भाजपा के संजय जायसवाल और नालंदा सीट से जदयू के कौशलेंद्र कुमार लगातार तीन बार से सांसद हैं। तीनों इस बार फिर मैदान में हैं और चौथी जीत पर नजर लगाए हुए हैं। पूर्वी चंपारण सीट परिसीमन से पहले मोतिहारी सीट थी जिस पर राजद के अखिलेश प्रसाद सिंह सांसद थे।
वर्ष 2009 में पूर्वी चंपारण सीट बनने के बाद से भाजपा के राधामोहन सिंह लगातार चुनाव जीत रहे हैं। पश्चिमी चंपारण सीट भी परिसीमन के बाद से भाजपा के कब्जे में है। पहले यह बेतिया सीट थी जिस पर राजद के रघुनाथ झा सांसद थे।
वर्ष 2009 में पश्चिमी चंपारण सीट बनी तब से संजय जायसवाल सांसद हैं। नालंदा सीट जदयू का सबसे मजबूत गढ़ है। पिछले पांच बार से जदयू के उम्मीदवार जीत रहे हैं। 2009 से 2019 तक लगातार तीन बार कौशलेंद्र कुमार सांसद हैं। 2004 में नीतीश कुमार सांसद रहे थे। इसके पूर्व 1996, 1998 में समता पार्टी और 1999 में जदयू के टिकट पर जार्ज फर्नांडीस सांसद रहे हैं।
रविशंकर, गोपालजी और अशोक की नजर दूसरी जीत परकिशनगंज सीट पर तीन चुनावों से कांग्रेस का कब्जा है। दो बार असरारुल हक कासमी जबकि वर्तमान में मो जावेद कांग्रेस सांसद हैं। कांग्रेस ने 2009 में यह सीट राजद के तस्लीमुद्दीन से छीनी थी। दरभंगा सीट भाजपा ने 2004 में राजद के अली अशरफ फातमी से छीनी। 2009 और 2014 में कीर्ति आजाद और 2019 में गोपालजी ठाकुर सांसद चुने गए।
मधुबनी सीट भाजपा ने 2004 में कांग्रेस के शकील अहमद को हराकर छीनी। 2009 और 2014 में हुकूमदेव नारायण यादव जबकि 2019 में अशोक कुमार यादव सांसद चुने गए। परिसीमन के बाद पटना साहिब सीट बनी जो भाजपा का गढ़ है।
तब राजद के टिकट पर जीते रामकृपाल यादव को हराकर भाजपा के शत्रुघ्न सिन्हा ने 2004 में सीट छीनी थी।2009 में फिर शत्रुघ्न सिन्हा जीते जबकि 2014 में भाजपा से ही रविशंकर प्रसाद विजयी हुए। शिवहर सीट पर तीन बार से भाजपा की रमा देवी सांसद रहीं मगर इस बार टिकट कट गया है। भाजपा ने गठबंधन के साथी जदयू को यह सीट दे दी है, जहां से लवली आनंद अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
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Bihar Board Free Coaching: बिहार बोर्ड की निशुल्क कोचिंग में प्रवेश के लिए इस दिन होगी परीक्षा, एडमिट कार्ड जारी
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित निशुल्क निट व मेडिकल कोचिंग में नामांकन के लिए लिखित परीक्षा 10 अप्रैल को होगी। यह परीक्षा एक पाली में सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक संचालित होगी।
परीक्षा समिति ने कहा है कि इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किए विद्यार्थियों का प्रवेश पत्र पांच अप्रैल से वेबसाइट https://coaching.biharboardonline.com पर उपलब्ध रहेगा।
जिसे विद्यार्थी डाउनलोड कर निर्धारित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा प्रारंभ होने से 30 मिनट पहले पहुंचेंगे। निशुल्क आवासीय कोचिंग में नामांकन के लिए 11 वीं कक्षा (शैक्षणिक सत्र 2023-25) में पढ़ रहे विद्यार्थी जिन्होंने आनलाइन आवेदन किया है वहीं शामिल होंगे।
11वीं-12वीं में अब 30 प्रतिशत प्रश्न पूछे जायेंगे लघु व दीर्घ उत्तरीयकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए मूल्यांकन योजना में बदलाव किया है। अब 11 वीं व 12 वीं कक्षा की परीक्षाओं में योग्यता आधारित प्रश्न अधिक पूछे जाएंगे। लघु उत्तरीय व दीर्घ उत्तरीय वाले प्रश्नों की संख्या कम रहेगी।
बोर्ड ने कहा है कि चालू सत्र में योग्यता आधारित प्रश्न ज्यादा संख्या में (वास्तविक जीवन की अवधारणाओं से संबंधित) प्रश्न पत्र का हिस्सा होंगे। 11 वीं से 12 वीं में 50 प्रतिशत प्रश्न योग्यता आधारित होंगे, इनमें एमसीक्यू, केस आधारित प्रश्न, श्रोत आधारित एकीकृत प्रश्न होंगे। पिछले साल तक ऐसे प्रश्नों की संख्या 40 प्रतिशत थी। अन्य बहुविकल्पीय प्रश्न पहले की तरह 20 प्रतिशत ही होंगे।
लघु उत्तर और दीर्घ उत्तर प्रकार के प्रश्नों के लिए संख्या को 40 प्रतिशत से घटा कर 30 प्रतिशत कर दिया गया है। प्रश्नों के इसी पैटर्न के आधार पर इन दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं होंगी। 11 वीं व 12 वीं में योग्यता आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों, केस आधारित प्रश्नों व श्रोत आधारित प्रश्नों की संख्या 50 प्रतिशत की होगी, जबकि अब तक ऐसे प्रश्नों की संख्या 40 प्रतिशत होती थी।
नौवीं व 10 वीं में कोई बदलाव नहीं बोर्ड ने कहा है कि नौवीं व 10 वीं की मूल्यांकन योजना में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। दोनों कक्षाओं में योग्यता आधारित प्रश्नों की संख्या पहले की तरह ही 50 प्रतिशत, अन्य एमसीक्यू प्रश्नों की संख्या 20 प्रतिशत और लघु उत्तर व दीर्घ उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या 30 प्रतिशत रहेगी।
बोर्ड पहले ही शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए पाठ्यक्रम व सैंपल पेपर जारी कर चुका है। सीबीएसई नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के आधार पर यह बदलाव किया है। सीबीएसई का जोर रटने की बजाय सीखने पर है। छात्रों की रचनात्मक और सोच क्षमताओं को विकसित करने पर जोर दिया जाएगा।
ऐसे में बोर्ड ने प्रश्न पत्रों में वास्तविक जीवन स्थितियों की अवधारणा का आकलन करने वाले योग्यता आधारित प्रश्नों को शामिल किया है। सीबीएसई के एकेडमिक निदेशक जोसेफ एमनुएल की ओर से इस संबंध में स्कूलों को जानकारी भेज दी गई है।
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2000 Rupee Note Exchange: दो हजार के नोट बदलने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बिहार के इस जिले से 14 गिरफ्तार
संवाद सहयोगी, दानापुर। लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पटना पुलिस के सहयोग से रूपसपुर थाना क्षेत्र में पाटलिपुत्र स्टेशन के समीप पाटलिपुत्र हेरिटेज अपार्टमेंट में छापेमारी कर प्रचलन में बंद दो हजार के नोट बदलने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया।
अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 208 नौ लाख 74 हजार मूल्य के दो हजार के 487 नोटों के साथ 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, नोटों को लेकर आने वाले व्यक्ति फरार हो चुके थे। यह फ्लैट सोनपुर के गौतम चौक के रहने वाले प्रवीण कुमार ने किराये पर लिया था। वह यहां जनवरी से रह रहा था।
गिरोह के तार ओडिशा, कोलकाता और हरियाणा से भी जुड़े थे। आरोपितों के पास से दो लग्जरी वाहन और 11 मोबाइल बरामद हुए। दानापुर एएसपी दीक्षा ने बताया कि प्रवीण समेत पकड़े गए अन्य अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है। अभियुक्तों के मोबाइल में बड़ी संख्या में दो हजार के नोट कार्टन में होने का वीडियो भी मिला है। उसकी जांच चल रही है।
बांका में रखी है मोटी रकमलखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस को सूचना मिली थी कि नौ करोड़ रुपये के दो हजार के नोटों की अदला-बदली होने वाली है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी टीम को मिला था। सूचना थी कि ये नोट बांका से आ रहे हैं। कार्रवाई के बाद अंदेशा लगाया जा रहा है कि चुनावी माहौल में वाहनों की जांच की जा रही है। ऐसे में 10 लाख से कम रुपये लाए गए होंगे। बाकी रकम अब भी बांका में है। अभियुक्तों के मोबाइल में नोटों के बंडल से जुड़े कई वीडियो मिले हैं।
ऐसे मंगाते थे ग्राहकों से वीडियोगिरोह के कई सदस्य एजेंट के रूप में काम करते हैं। एजेंट वैसे लोगों को ढूंढ़ते हैं, जिनके पास दो हजार के नोट हैं, मगर वे आयकर विभाग और आर्थिक अपराध से जुड़ी एजेंसियों के भय से स्वयं नहीं बदलवा सकते। उन लोगों से संपर्क करने के बाद वे दो हजार के नोटों का वीडियो मांगते हैं।
वीडियो में अभी की है या नहीं, इसकी पुष्टि के लिए वे उसी दिन के समाचारपत्र पर लिखी तिथि को भी दिखाने के लिए कहते हैं। इसके बाद 25 से 50 प्रतिशत तक कमीशन लेने का सौदा तय होता है। सौदा तय करने के बाद सदस्य ग्राहक को सरगना द्वारा बताए गए पते पर बुलाता है। नोट की जांच करने के बाद कमीशन की रकम काट कर नकदी लौटा देता है।
इस तरह बदलते हैं नोटप्रवीण ने बताया कि एक अप्रैल को आरबीआइ ने एक अधिसूचना जारी की थी। इसमें बताया गया था कि जिनके पास दो हजार के नोट हो, वे आधार कार्ड के साथ यहां बदलवा सकते हैं। हालांकि, जिस व्यक्ति का आधार कार्ड होगा, रुपये उसी के खाते में जाएंगे। ऐसे में वे एक व्यक्ति से तीन बार में 10 लाख रुपये तक बदलवाते थे। गिरोह का जो सदस्य अपने खाते में रुपये मंगवाता था, उसे 10 प्रतिशत कमीशन मिलता था।
इनकी हुई गिरफ्तारीबक्सर के डुमरांव निवासी करतार सिंह, छपरा निवासी उमेश कुमार पांडेय, न्यू पाटलिपुत्र कालोनी निवासी बांके बिहारी सिंह, कदमकुआं में कांग्रेस मैदान के पास रहने वाले विकास कुमार सिंह, परसा बाजार निवासी गोलू कुमार, गर्दनीबाग अलकापुरी निवासी मंटू कुमार, रामकृष्ण नगर निवासी सोनू कुमार, जहानाबाद निवासी सलामुद्दीन एवं मधु रंजन, गौरीचक निवासी विपिन कुमार, सोनपुर निवासी प्रवीण समेत तीन अन्य।
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जागरण संवाददाता, पटना। धान खरीद के बाद सीएमआर आपूर्ति में सुस्ती पर 11 प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों से जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही अगले आदेश तक उनके वेतन को भी अवरुद्ध कर दिया है। दो दिनों में उन्हें अपना स्पष्टीकरण अपर जिला दंडाधिकारी, आपूर्ति के माध्यम से देने का निर्देश दिया है।
डीएम ने पंडारक, धनरुआ, बिक्रम, दुल्हिनबाजार, फतुहा, खुसरूपुर, फुलवारीशरीफ, बिहटा, दानापुर, मनेर एवं नौबतपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। कहा है कि खरीफ विपणन मौसम 2023-24 के तहत धान-चावल अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की समीक्षात्मक बैठक दो अप्रैल को की गई थी।
पाया गया कि पैक्सों व व्यापार मंडलों के माध्यम से कुल धान खरीद के समतुल्य करीब 68 प्रतिशत सीएमआर के विरुद्ध अबतक 49.70 प्रतिशत अरवा एवं उसना चावल का गिराव किया गया है, लेकिन 11 प्रखंडों में सीएमआर की स्थिति जिला से भी कम है।
इन 11 प्रखंडों में सबसे कम सीएमआर फुलवारीशरीफ में है। डीएम ने कहा है कि बार-बार सुधार लाने की हिदायत के बावजूद कोई बदलाव नहीं दिखा। यह आपकी शिथिलता और कर्तव्यहीनता दर्शाती है। दो दिनों में उनसे स्पष्टीकरण समर्पित करने को कहा गया है।
प्रखंड-सीएमआर की आपूर्ति (प्रतिशत में)- पंडारक-43.57
- धनरुआ-48.68
- दुल्हिनबाजार-49.00
- खुसरूपुर-46.73
- फतुहा-37.87
- फुलवारीशरीफ-35.32
- बिहटा-35.41
- दानापुर-41.65
- मनेर-43.99
- नौबतपुर-45.52
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जागरण संवाददाता, पटना। एम्स पटना में किडनी प्रत्यारोपण के लिए अब बस एक अनुमति पत्र का इंतजार है। जैसे ही उच्च समिति की अनुशंसा के आधार पर स्वास्थ्य विभाग अप्रूवल लेटर देगा, संस्थान में किडनी प्रत्यारोपण शुरू हो जाएगा।
गुरुवार को किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति देने के पहले जांच करने आई पांच सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम के तैयारियों से संतुष्ट होते ही अंतिम बाधा भी दूर हो गई है।
सोटो (स्टेट आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन) के अध्यक्ष सह आइजीआइएमएस के चिकित्साधीक्षक डॉ. मनीष मंडल, स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर इन चीफ, दो फिजिशियन व पीएमसीएच के किडनी रोग विशेषज्ञ ने एम्स पटना की किडनी प्रत्यारोपण यूनिट को संतोषप्रद पाया है।
निरीक्षण के दौरान एम्स पटना के निदेशक डा. गोपाल कृष्ण पाल, चिकित्साधीक्षक डा. अनूप कुमार, नेफ्रोलाजी के विभागाध्यक्ष डा. अमरेश कृष्णा, यूरोलाजी के विभागाध्यक्ष डा. कमलेश गुंजन, नेत्र रोग के विभागाध्यक्ष डा. अमित राज के अलावा बायोकेमेस्ट्री की डा. बनर्जी व माइक्रोबायोलाजी के प्रोफेसर टीम के साथ थे।
एम्स के निदेशक डा. गोपाल कृष्ण पाल ने कहा कि उच्चस्तरीय समिति ने किडनी प्रत्यारोपण की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया है, लेकिन अभी तक हमें फाइनल अप्रूवल पत्र नहीं मिला है। उसके मिलते ही किडनी प्रत्यारोपण शुरू कर दिया जाएगा।
डा. अनूप कुमार ने कहा कि टीम भौतिक निरीक्षण के बाद सभी आवश्यक कागजात अपने साथ ले गई है। सभी मानक पूरे हैं, अप्रूवल लेटर मिलते ही प्रत्यारोपण शुरू किया जाएगा। डा. अमरेश कृष्णा ने कहा कि प्रदेश की 10 प्रतिशत आबादी किडनी संबंधी किसी न किसी रोग की चपेट में है। गत एक वर्ष में किडनी रोगियों की संख्या में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसके विपरीत डायलिसिस पर जी रहे रोगियों में से तीन प्रतिशत से भी कम का किडनी प्रत्यारोपण हो रहा है। प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में सिर्फ आइजीआइएमएस में यह सुविधा है। निजी अस्पतालों में पारस एचएमआरआइ, रूबन मेमोरियल, बिग अपोलो स्पेक्ट्रा व जयप्रभा मेदांता में ही यह सुविधा है। एम्स पटना इस जटिल सर्जरी को करने की पूरी तैयार कर चुका है। संस्थान में डोनर व रिसीवर की सर्जरी विश्वस्तरीय आधुनिक मशीनों से की जाएगी।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News in Hindi: बिहार में सूचना व जनसंपर्क विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। समस्तीपुर सीट से चुनाव लड़ने की उनकी आकांक्षा थी। लेकिन समस्तीपुर सीट से टिकट नहीं मिलने के चलते वे नाराज चल रहे थे। वहीं पटना के विक्रम से पूर्व भाजपा विधायक अनिल कुमार ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
समस्तीपुर से टिकट के लिए अड़े हुए थे महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारीनीतीश सरकार में मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी समस्तीपुर से टिकट के लिए अड़े हुए थे। हालांकि, महेश्वर हजारी उन्हें इस मामले पर बोलने से बचने के लिए कह रहे थे। लेकिन, उन्हें टिकट न देकर अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को टिकट दे दिया गया। जिसके बाद सन्नी चौधरी नाराज हो गए। बता दें कि महेश्वर हजारी महागठबंधन सरकार में बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष थे। फिलहाल नीतीश सरकार में जनसंपर्क विभाग संभाल रहे हैं।
समस्तीपुर से एनडीए प्रत्याशी के तौर पर अशोक चौधरी की बेटी उम्मीदवारबता दें कि समस्तीपुर से एनडीए की तरफ से अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी उम्मीदवार हैं। शांभवी चौधरी को चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) की तरफ से टिकट मिला है। शांभवी ने अब चुनाव प्रचार भी करना शुरू कर दिया है।
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सुनील राज, पटना। बिहार में लोकसभा का चुनावी मैदान तैयार है। जनता दल यू और भाजपा ने इस मैदान के लिए अपने उम्मीदवार भी तय कर दिए हैं। लेकिन प्रत्याशी तय करने के मामले में महागठबंधन एनडीए से काफी पीछे चल रहा है।
राजद और कांग्रेस कोटे की करीब 13 ऐसी सीटें हैं जिनमें अब तक प्रत्याशी तय नहीं। राजद कोटे में आई 26 सीटों में सात जबकि कांग्रेस को मिली सीटों में छह ऐसी हैं, जिन पर उम्मीदवार तय नहीं हो पाए।
राष्ट्रीय जनता दल ने मधेपुरा और सुपौल पर इस उम्मीद में प्रत्याशियों के नाम तय नहीं किए थे, क्योंकि वजह थे पप्पू यादव।
राजद को उम्मीद थी कि पप्पू यादव पूर्णिया सीट बीमा भारती के लिए छोड़ते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें विकल्प के रूप में मधेपुरा या फिर सुपौल सीट पर महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में उतारा जा सकता है।
हालांकि, अब पप्पू यादव ने निर्दलीय के रूप में पूर्णिया से नामांकन कर दिया है। ऐसी स्थिति में अब राजद मधेपुरा और सुपौल के लिए जिताऊ उम्मीदवार के नाम चयनित करने में जुटा है।
क्या लालू और मुकेश सहनी के बीच बन गई बात!झंझारपुर, मोतिहारी और गोपालगंज में प्रत्याशी तय न होने की वजह विकासशील इंसान पार्टी से बातचीत को कारण बताया जा रहा है।
राजद सूत्रों की मानें तो वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी से इन सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। यदि महागठबंधन की शर्तों पर चुनाव लड़ने को राजी होते हैं तो वैसी स्थिति में ये तीन सीटें वीआईपी को दी जा सकती हैं।
हालांकि, गोपालगंज सीट को लेकर शुरू से राजद के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र राम के नाम की सियासी गलियारों में चर्चा रही है। इन सीटों के अलावा राजद कोटे से अररिया और सीतामढ़ी पर भी अब तक प्रत्याशी तय नहीं हैं।
हालांकि, सीतामढ़ी को लेकर राजद से रितु जायसवाल के नाम की चर्चा लगातार सियासी गलियारों में सामने आती रही है।
दूसरी ओर कांग्रेस को बंटवारे में जो सीटें मिली हैं, उनमें भागलपुर, कटिहार और किशनगंज के प्रत्याशी तय हो चुके हैं। जबकि पश्चिम चंपारण, महाराजगंज, पटना साहिब और सासाराम के साथ ही समस्तीपुर सीट के लिए भी कांग्रेस अपने उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है।
समस्तीपुर सीट से कांग्रेस की तरफ से दो उम्मीदवारों के नाम चल रहे हैं। अशोक राम और पूर्व डीजी बीके रवि। हालांकि, ताजा अपडेट यह है कि महेश्वर हजारी की पुत्र सन्नी हजारी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और उन्हें समस्तीपुर से पार्टी अपना उम्मीदवार बना सकती है। जबकि अन्य सीटों पर कौन होगा कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार, इसे लेकर तस्वीर अब तक साफ नहीं हो पाई है।
महागठबंधन के इन प्रत्याशियों ने किया है अब तक नामांकनऔरंगाबाद से अभय कुशवाहा, गया से कुमार सर्वजीत, जमुई से अर्चना रविदास, नवादा से श्रवण कुशवाहा, पूर्णिया से बीमा भारती, बांका से जयप्रकाश नारायण यादव, किशनगंज से मो. जावेद, भागलपुर से अजीत शर्मा और कटिहार से तारिक अनवर ने अपना पर्चा भर दिया है।
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Bihar Politics: ' 5 लोग मुंह लपलपाए हुए है...', अब जीतन राम मांझी क्यों हो गए नाराज? कहा- खाली एक-दूसरे से लड़ रहा
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार की सियासत की चर्चा इन दिनों पूरे देश में हो रही है। नेताओं की बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस बीच हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(HAM) के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इंडिया गठबंधन के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। जीतन राम मांझी ने इंडिया गठबंधन को फिर से घमंडिया गठबंधन बता दिया है।
घमंडिया गठबंधन की मंशा ही खराब है: जीतन राम मांझीजीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा है कि घमंडिया गठबंधन के बारे में हम पहले दिन से कह रहे थे कि इनकी मंशा खराब है। उनकी मंशा यह नहीं है कि बेरोजगारी और महंगाई खत्म हो। वे लोग स्वार्थ में एक दूसरे की टांग खींच रहे हैं। अभी तक सीट बंटवारा नहीं कर पाए हैं। वहीं हमारा एनडीए देखिए- एक नंबर वेल एंड एडवांस्ड है। सीट बंटवारा से लेकर हर चीज क्लियर हो गया है।
PM बनने के लिए 5 लोग मुंह लपलपाए हुए हैं: जीतन राम मांझीजीतन राम मांझी ने कहा कि घमंडिया गठबंधन के लोगों को सिर्फ टेंशन इस बात की है कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा, इसके लिए 5 लोग मुंह लपलपाए हुए हैं। घमंडिया गठबंधन में तो पार्टी एक दूसरे से भिड़ रहे हैं। कांग्रेस-आरजेडी से भिड़ रही है तो सीपीआई वाला सीपीएम से भिड़ रहा है। उन लोगों का कोई भविष्य नहीं है, वे लोग टूट गए हैं।
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पाकिस्तानी नंबर से आया एक कॉल, 'बेटी को छुड़ाना चाहते हो तो...' भागकर कॉलेज पहुंचा पिता; फिर सामने आया सच
जागरण संवाददाता, पटना। पाकिस्तानी नंबर से काॅल कर स्वयं को कोतवाली का थानेदार बता शातिर ने जब छात्रा के घरवालों से बात की तो उनके होश उड़ गए। शातिर बोला- आपकी बेटी और एक अन्य युवती को पटना वीमेंस काॅलेज से 20 लाख रुपये के गबन मामले में गिरफ्तार किया है, अगर उसे छुड़ाना चाहते हैं तो पैसे भर दें अन्यथा पिटाई कर बुरा हाल कर दूंगा।
पाकिस्तान के कंट्री कोड से शुरू था नंबरउसने छात्रा से हूबहू मिलती आवाज में पिता से भी बात करवाई। इसके बाद उसके पिता काॅलेज पहुंचे, जहां बेटी को देखने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली। तब समझ गए कि वे साइबर ठगी का शिकार होने वाले थे। उन्होंने कोतवाली थाने में लिखित शिकायत की।
थानेदार राजन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार, किदवईपुरी की आइएएस कालोनी में रहने वाले एक परिवार की बेटी पटना वीमेंस काॅलेज में स्नातक द्वितीय वर्ष में पढ़ाई करती है। गुरुवार को उसके पिता के मोबाइल पर वाट्सएप काॅल आया, जिसका नंबर 92 पाकिस्तान के कंट्री कोड से शुरू था।
प्रोफाइल फोटो में IPS अधिकारी की फोटोहालांकि, प्रोफाइल फोटो में आइपीएस अधिकारी की वर्दी पहने एक व्यक्ति की तस्वीर थी। छात्रा के पिता ने काॅल रिसीव की तो कहा गया कि मैं कोतवाली का थानेदार विनोद पांडेय बोल रहा हूं।
आपकी बेटी को उसकी सहेली के साथ 20 लाख रुपये के गबन मामले में काॅलेज से गिरफ्तार किया गया है। यह खबर सुनकर वे हक्के-बक्के रह गए। काॅलेज आने पर उन्होंने प्रबंधन को पूरी बात बताई, तब उन्हें बेटी से मिलने दिया गया। सच सामने आने पर वे शिकायत करने कोतवाली गए।
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Bihar Weather Today: 7 अप्रैल से बिगड़ सकता है बिहार का मौसम; 8 जिलों के लिए चेतावनी; किसानों के लिए अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: राजधानी समेत प्रदेश का मौसम पछुआ के कारण शुष्क बना रहेगा। शुक्रवार को हिमालय क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से छह अप्रैल से मौसम में बदलाव आएगा।
7-8 अप्रैल को दक्षिणी भागों के अधिसंख्य जिलों में हल्की वर्षा की संभावना है। वर्षा होने के कारण तापमान में गिरावट आने के साथ गर्मी से राहत मिलेगी।
इन 8 जिलों में होगी बारिश7 व 8 अप्रैल को पटना, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, नवादा, जमुई में हल्की बारिश के आसार हैं। वहीं आसपास के जिलों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी की संभावना है। वहीं, प्रदेश के शेष भागों का मौसम आमतौर पर सामान्य बना रहेगा।
गुरुवार को पटना समेत कई शहरों के अधिकतम तापमान में तेजी देखी गईगुरुवार को पटना सहित कई शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस व बक्सर में 42.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म शहर रहा। प्रदेश के अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री की वृद्धि हुई है।
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भोजपुर और नवादा को मिले नए SP और DM, इन अधिकारियों को मिली ये जिम्मेदारी
राज्य ब्यूरो, पटना। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार को भोजपुर का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। वहीं, भोजपुर के डीएम पद से चुनाव आयोग के निर्देश पर हटाए गए राजकुमारको निदेशक, समाज कल्याण बनाया गया है।
वह निदेशक, सामाजिक सुरक्षा तथा बिहार विकास मिशन के मुख्य महाप्रबंधक के भी प्रभार में रहेंगे। समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पद पर पदस्थापित प्रशांत कुमार को नवादा का नया डीएम बनाया गया है।
नवादा से हटाए गए वहां के जिलाधिकारी आशुतोश कुमार वर्मा को बिहार राज्य बीज निगम का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। वह निदेशक, खेल के भी अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे आरके खंडेलवाल को सामान्य प्रशासन विभाग में मुख्य जांच आयुक्त बनाया गया है। पंचायती राज के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह को खान एवं भूतत्व विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हटाए गए भोजपुर और नवादा के पुलिस अधीक्षक की जगह दोनों जिलों में नए एसपी की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। सहायक पुलिस महानिरीक्षक (निरीक्षण) रहे नीरज कुमार सिंह को भोजपुर का नया एसपी बनाया गया है।
वहीं, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में सहायक पुलिस महानिरीक्षक रहे कार्तिकेय के शर्मा को नवादा एसपी की जिम्मेदारी दी गई है। गृह विभाग ने गुरुवार को इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। वहीं, निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हटाए गए दोनों जिलों के पूर्व एसपी को भी नई जिम्मेदारी दे दी गई है।
भोजपुर के तत्कालीन एसपी प्रमोद कुमार यादव को सहायक पुलिस महानिरीक्षक (निरीक्षण) जबकि नवादा के तत्कालीन एसपी अम्ब्रीश राहुल को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में सहायक पुलिस महानिरीक्षक का पद दिया गया है। इसके अलावा वह सहायक पुलिस महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
मालूम हो कि दो दिन पूर्व चुनाव आयोग ने भोजपुर डीएम राजकुमार, नवादा डीएम आशुतोष वर्मा, भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार यादव और नवादा के एसपी अम्ब्रीश राहुल को दायित्व मुक्त कर दिया था। चुनाव की पूरी प्रक्रिया संपन्न होने तक इन अधिकारियों से कोई भी चुनावी कार्य नहीं लेने का निर्देश दिया गया था। इसी आलोक में गृह विभाग ने आइपीएस अफसरों का तबादला किया है।
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Sushil Modi: 4 घंटे समर्थकों से मिले सुशील मोदी, लालू-नीतीश और राजनाथ ने फोन पर की बातचीत
राज्य ब्यूरो, पटना। एक दिन पहले कैंसर की गंभीर बीमारी की सूचना सार्वजनिक करने अगले दिन गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निजी आवास पर समर्थकों एवं प्रशंसकों की भीड़ लगी रही।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के अलावा कई राजनेताओं ने फोन पर मोदी से बातचीत कर शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई नेताओं ने उनके भेंट की और विश्वास दिलाया कि वह राजनीति की लड़ाई की तरह इस बीमारी पर भी जीत हासिल करेंगे। चौधरी ने कहा कि मोदी के साथ राज्य की करोड़ो जनता का आशीर्वाद है। वह जल्द स्वस्थ होकर पहले की तरह सार्वजनिक जीवन में वापस आएंगे।
जल्द स्वास्थ होने की कामनालोग सोशल मीडिया पर भी मोदी के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए शुभकामना दे रहे हैं। उनमें ऐसे लोग भी हैं, जिनसे मोदी की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है।
बुधवार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मोदी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी। प्रसाद की पुत्री और छपरा से राजद उम्मीदवार डा. रोहिणी आचार्य ने भी अपने एक्स हैंडल पर मोदी को शुभकामनाएं दी हैं।
गले में तकलीफ, फिर भी लोगों से की मुलाकातगुरुवार को मोदी दिन के 10 से 12 बजे के बीच लोगों से मिले। शाम में पांच से सात बजे के बीच भी मिलने जुलने का क्रम जारी रहा। करीबी सूत्रों ने बताया कि मोदी 20 अप्रैल को उपचार के लिए नई दिल्ली जाएंगे। एम्स में उनका उपचार हो रहा है।
सूत्रों ने बताया कि उन्हें गले में तकलीफ है। लेकिन, कैंसर का प्रभाव पेशाब की थैली पर है। बीते छह महीने से उनका उपचार चल रहा है। इसके तहत दवा के अतिरिक्त कीमोथेरेपी की जा रही है। स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।
एक्स हैंडल पर कम हुई सक्रियतासुशील मोदी बिहार के ऐसे कुछ खास नेताओं में हैं, जो राज्य एवं देश की प्रमुख घटनाओं पर एक्स हैंडल के माध्यम से प्रतिदिन प्रतिक्रिया देते रहे हैं। लेकिन, तीन अप्रैल को अपनी बीमारी की सूचना देने के बाद एक्स पर उनकी कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं आई है।
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JEE Main Admit Card 2024: जेईई मेन आठ, नौ और 12 की परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी, यहां से करें डाउनलोड
जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने आठ, नौ और 12 अप्रैल को होने वाली जेईई मेन का प्रवेश पत्र जारी कर दिया है। जो भी उम्मीदवार इन तिथियों में होने वाली दूसरे सत्र की जेईई मेन परीक्षा में शामिल होंगे वे वेबसाइट jeemain.nta.ac.in पर जाकर अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
बीई, बीटेक के लिए जेईई मेन चार अप्रैल से परीक्षा शुरू हो गई है। परीक्षा पांच, छह, आठ और नौ अप्रैल को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। सुबह की शिफ्ट की परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक है, जबकि दोपहर की शिफ्ट का समय दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक है।
बीआर्क पेपर-2 की परीक्षा 12 अप्रैल को होगी और परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर 12.30 बजे तक एक ही पाली में होगी।
सीटीईटी के लिए कल तक कर सकते हैं आवेदनकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) 2024 के लिए आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि में विस्तार किया है। कक्षा एक से आठ तक के शिक्षक बनने के इच्छुक उम्मीदवार अब पांच अप्रैल रात 11.59 बजे तक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर सीटीईटी जुलाई सत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन पत्र भरते समय किसी भी तकनीकी समस्या आने पर आवेदक मोबाइल नंबर- 8802580447 पर संपर्क कर सकते हैं। परीक्षा सात जुलाई को दो पालियों में आयोजित की जाएगी।
पहली पाली में पेपर-दो बी परीक्षा सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12 बजे होगी। दूसरी पाली में पेपर-एक की दोपहर दो बजे से शाम 4.30 बजे तक होगी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News in Hindi । सियासत में अफसरशाही का प्रवेश की कहानी कोई नई बात नहीं है। बिहार के साथ पूरे देश में ऐसे दर्जनों उदाहरण हैं। इस कहानी को एक बार फिर दोहराने की तैयारी है।
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के तीन अधिकारी बिहार लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमाना चाहते हैं। हालांकि, अब तक भाजपा को छोड़कर दूसरी पार्टियों का नजरिया साफ नहीं हुआ है।
ये अधिकारी आजमाना चाहते हैं दांवअसम कैडर के 2011 बैच के आइपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, तमिलनाडु में अपनी सेवा दे चुके 1988 बैच के आइपीएस अधिकारी बीके रवि और तमिलनाडु से ही डीजी के पद से सेवानिवृत्त होने वाले 1991 बैच के करुणा सागर चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। करुणा सागर सेवानिवृत्ति के बाद राजद से जुड़े और जहानाबाद के लिए इच्छुक थे, जहां राजद ने सुरेंद्र यादव को प्रत्याशी बना दिया है।
क्या कहते हैं करुणा सागर?करुणा सागर कहते हैं वे राजद में सदस्य के रूप में काम कर रहे। पुलिस में रहते हुए लोगों की सेवा करता रहा, लेकिन समाज के लिए काम करने की इच्छा हुई तो सोचा था चुनाव लडूंगा। हालांकि, निर्णय नेतृत्व को लेना है। उन्हें कोई शिकवा या शिकायत नहीं। टिकट मिला तो भी खुश, नहीं तो भी। मैं कार्यकर्ता के रूप में लोगों की सेवा करता रहूंगा।
समस्तीपुर से लड़ना चाहते हैं बीके रविबीके रवि ने कुछ माह पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और सीधे कांग्रेस से जुड़ गए। वे समस्तीपुर से लड़ना चाहते थे। कांग्रेस से यहां अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं। बीके रवि कहते हैं कि बिहार जन्मभूमि हैं। नौकरी करने बाहर चला गया। अब लौटा हूं तो अपने लोगों की सेवा करने की इच्छा है। पार्टी जो भी निर्णय करेगी, उन्हें सहर्ष स्वीकार होगा।
यहां से लड़ना चाहते हैं हेमंत के पसंदीदा अधिकारीआनंद मिश्रा असम कैडर के आइपीएस अधिकारी रह चुके हैं। कुछ समय पूर्व तक वे लखीमपुर में एसपी के रूप में तैनात थे। कहा जाता है कि वे असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा के पसंदीदा अफसर थे। समाज सेवा के लिए नौकरी छोड़ी और बक्सर से चुनाव लड़ने की इच्छा प्रकट की।
भाजपा की नेतृत्व की मानें तो केंद्रीय नेतृत्व इससे पहले ही बक्सर से मिथिलेश तिवारी का नाम तय कर चुका था। हालांकि आनंद निराश नहीं हैं। उनका मानना है कि समाज में सेवा करने के लिए पद नहीं, भाव जरूरी है।
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इधर नीतीश कुमार दे रहे थे भाषण, इतने में मोदी ने कुशवाहा को दे दी बगल की कुर्सी और पूछ लिया...
राज्य ब्यूरो, पटना। PM Modi Upendra Kushwaha प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से राज्य में लोकसभा चुनाव में राजग उम्मीदवारों की जीत की संभावना पर बातचीत की।
गुरुवार को जमुई के सभा मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए तो मुलाकात के क्रम में वह कुछ देर कुशवाहा के निकट रूके। उस समय उनसे हालचाल पूछा।
कुशवाहा को दी कुर्सीमुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब भाषण देने के लिए डायस पर गए, प्रधानमंत्री ने उपेंद्र कुशवाहा को बुलाकर बगल की कुर्सी पर बिठाया।
आज जमुई में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री @narendramodi जी के साथ जमुई में एनडीए समर्थित @LJP4India प्रत्याशी श्री अरुण भारती जी के पक्ष में आयोजित ऐतिहासिक रैली में उपस्थित आपार जनसमूह को संबोधित किया।#मोदी_संग_आपन_बिहार #PhirEKBarModiSarkar pic.twitter.com/TzIzadSxfz
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLM) April 4, 2024कुशवाहा से पूछा ये सवालकुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि किसी क्षेत्र में राजग उम्मीदवार को परेशानी तो नहीं है। कुशवाहा ने कहा कि राजग सभी 40 सीटों पर जीत के लक्ष्य को हासिल करने जा रहे हैं।
मोदी ने राजद को घेराबिहार में चुनावी शंखनाद करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान परिवारवाद के बजाय जंगलराज, भ्रष्टाचार और नक्सलवाद के मुद्दे पर कांग्रेस एवं राजद पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि जंगलराज में सरकार की योजनाएं यहां तक नहीं पहुंचती थी। नक्सली यहां सड़कें नहीं बनने देते थे।
मोदी को किया गया सम्मानितमंच पर पहुंचने के उपरांत सबसे पहले चिराग पासवान तथा जमुई सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी अरुण भारती ने संयुक्त रूप से अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर भाजपा नेता शंभू शरण ने मिथिला पेंटिंग भेंट की।
इसके अलावा, मधु शीला, संगीता पासवान, कंचन देवी, पिंकी कुशवाहा, विकास सिंह आदि ने भी अंग वस्त्र भेंट कर प्रधानमंत्री को सम्मानित किया।
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Bihar Politics: कांग्रेस छोड़कर क्यों भाग रहे राहुल गांधी के करीबी? इस नेता ने बता दिया सियासी उठापटक का कारण
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार को कहा कि पूरे देश में कांग्रेस छोड़ो आंदोलनचल रहा है। राहुल गांधी के अहंकार और जमींदारी मानसिकता के कारण कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
राजीव रंजन ने कहा कि कांग्रेस नेताओं में असंतोष का माहौल इतना गहरा हो गया है कि हर दिन उनका कोई न कोई नेता इस्तीफा देकर पार्टी छोड़ रहा है। हालात इतने बदतर हैं कि पिछले नौ साल में 13 पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ गांधी परिवार के करीबी कहे जाने वाले कई नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं। इस सुनामी से ऐसा प्रतीत होता है कि पूरे देश में कांग्रेस छोड़ो आंदोलन चल रहा है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने वाले हर नेता इसके लिए राहुल गांधी के अपरिपक्व नेतृत्व उनकी कार्यशैली को दोषी ठहरा रहे हैं। इसके अतिरिक्त कांग्रेस की सनातन विरोधी मानसिकता को भी लोग एक बड़ा मुद्दा बता रहे।
जदयू ने हर जिले में शुरू किए फेसबुक पेजइंटरनेट मीडिया को जदयू ने लोकसभा चुनाव का बड़ा माध्यम बनाया है। जदयू ने हर जिले में अपना फेसबुक पेज तैयार किया है। इस पेज पर टेक्स्ट (पाठ्य-सामग्री) और वीडियो के जरिये नीतीश कुमार के शासन-काल में हुए विकास-कार्यों की गाथा अपलोड की जा रही है। कितनी संख्या में लोग इन पेजों को शेयर, लाइक और देख रहे, आइटी सेल द्वारा इसके आंकड़े जमा किए जा रहे हैं।
यह भी ब्योरा जुटाया जा रहा कि फेसबुक पेज पर लोग कितनी देर ठहर रहे। पटना स्थित जदयू के वार-रूम में भी फेसबुक पेज पर काम हो रहा है। मानीटरिंग भी हो रही। बीच-बीच में पेज को अपडेट भी किया जा रहा। जिला स्तर पर सक्रिय इकाई निर्देश है कि वह इसका जतन करे कि अधिक से अधिक लोग इन पेजों को देखें।
ऐसे कंटेंट को लोगों तक पहुंचाने की कोशिशइन पेजों पर जिलों में विकास योजनाओं के लिए उपलब्ध कराई गई राशि और उससे हो रहे काम का उल्लेख है। आधारभूत संरचना से जुड़ी तस्वीरें व वीडियो भी पेज का हिस्सा हैं। सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में संबंधित जिले को किस तरह से लाभ मिला है, इसका भी वर्णन है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री के संबोधनों को भी जिले के पेज पर जगह मिली है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Pappu Yadav Purnea Lok Sabha Seat पप्पू यादव की इस समय पूरे बिहार में चर्चा हो रही है। पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय पर्चा भरने वाले पप्पू यादव ने कांग्रेस को भी झटका दे दिया है।
महज 15 दिन पहले पप्पू ने कांग्रेस में अपनी जन अधिकार पार्टी का विलय किया था, लेकिन अब पप्पू ने अपनी राह कहीं ना कहीं कांग्रेस से अलग कर ली है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश ने भी कह दिया है कि उन्होंने पप्पू यादव को नामांकन के लिए नहीं कहा था।
क्या पप्पू पर एक्शन लेगी कांग्रेस?ऐसे में सियासी गलियारों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस पप्पू यादव पर एक्शन ले सकती है? तो इसका जवाब है 'नहीं'।
दरअसल, 20 मार्च को अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने वाले पप्पू यादव ने खुद आधिकारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है।
15 दिनों बाद हुआ इस बात खुलासावास्तविकता यह है कि पप्पू ने अभी नियमानुसार कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता नहीं ली है। अपेक्षा व आवश्यकतानुसार आलाकमान को प्रदेश कांग्रेस की ओर से सूचनाएं दी जाती हैं। सूचनाएं आज भी साझा हो रहीं। प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व का जैसा निर्देश होगा, वैसी पहल होगी।
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