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ITI Admission 2025: आईटीआई में दाखिला लेने के लिए अब 17 अप्रैल तक करें आवेदन, परीक्षा तिथि में भी हुआ बदलाव
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षा (आईटीआई कैट) - 2025 के लिए परीक्षा तिथि में बदलाव किया गया है।
11 मई को आयोजित होने वाली परीक्षा अब 17 मई को आयोजित होगी। आवेदन भी अब सात अप्रैल से बढ़ाकर 17 अप्रैल तक लेने को लेकर अधिसूचना जारी की गई है।
बीसीईसीईबी के विशेष कार्य पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि आईटीआई में नामांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। इच्छुक अभ्यर्थी अब 17 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
परीक्षा बिहार के सभी सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए आयोजित की जाएगी। परीक्षा 17 मई को होगी।
आवेदन और अन्य जानकारी के लिए अभ्यर्थी bceceboard.bihar.gov.in वेबसाइट पर जा सकते हैं। अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी है।
151 सरकारी आईटीआई में 32,828 सीटें उपलब्धबिहार में वर्तमान में 151 सरकारी आईटीआई संस्थान हैं, इनमें कुल 32,828 सीटें उपलब्ध हैं। इन सीटों पर विभिन्न ट्रेड्स में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। पिछले सत्र 2024-25 में लगभग 6,000 सीटें खाली रह गयी थीं।
इस बार सरकार कोशिश कर रही है कि अधिक से अधिक छात्रों को नामांकन का मौका मिले और सीटें खाली न रहें। सरकार ने अगले सत्र 2025-26 से आईटीआई सीटों की संख्या बढ़ाने की योजना बनायी है। इसके तहत 35,000 सीटें करने का लक्ष्य रखा गया है।
निजी आईटीआई में 50,000 से अधिक सीटें उपलब्ध हैं। राज्य में लगभग 500 से अधिक निजी आईटीआई संस्थान कार्यरत हैं, जहां विभिन्न ट्रेड्स में नामांकन लिया जाता है।
निजी आईटीआई संस्थानों में दाखिले के लिए भी बीसीईसीईबी परीक्षा का आयोजन करता है, जिसके माध्यम से मेरिट के आधार पर छात्रों को सीटें आवंटित की जाती हैं।
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Patna News: बिस्कोमान टावर बनेगा अत्याधुनिक IT पार्क, नीतीश सरकार ने चुनाव से पहले लिया अहम फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू ने सोमवार को बिस्कोमान भवन में राज्य की 10 नई स्टार्ट अप कंपनियों को निशुल्क आफिस स्पेस उपलब्ध कराया।
ये स्पेस बिस्कोमान टावर की नौवीं और 13वीं मंजिल पर स्थित है। उन्होंने आइटी सेक्टर के उद्यमियों को दफ्तर की चाबी भी सौंपी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार
आइटी नीति-2024 के तहत पहले से ही निवेशकों को पूंजीगत निवेश और रोजगार सृजन के अवसर दिए जा रहे हैं।
इस नीति के तहत निवेशकों को पूंजी निवेश सब्सिडी, ब्याज अनुदान सब्सिडी, लीज रेंटल सब्सिडी, विद्युत बिल सब्सिडी, रोजगार सृजन सब्सिडी जैसे कई लाभ दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए हमें स्टार्ट अप को बढ़ावा देना होगा।
आने वाले समय में बिस्कोमान टावर अत्याधुनिक आइटी पार्क का सेंटर बनेगा, जहां विभिन्न स्टार्टअप कंपनियों का दफ्तर बनेगा।
कार्यक्रम में विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह और विशेष सचिव अरविन्द कुमार चौधरी समेत कई लोग उपस्थित थे।
इस मौके पर उन्होंने हाईप्रोटेक इंडिया टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड, ग्रीन स्टार्क इलेक्ट्रॉनिक्स प्रा. लिमिटेड, फ़्लो एपीआइज प्राइवेट लिमिटेड, सेवासिटी टेक्नोटाजी प्राइवेट लिमिटेड, स्कास टेक्नोलाजिज प्राइवेट लिमिटेड, आस्टोमवर्स इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, मोमेंटम प्लस ऑनलाइन टेक्नोलाजी, पालीट्रॉपिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड, मकासा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और एचपीएफ वेंचर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी मौजूद थे जिन्हें दफ्तर की चाबियां सौंपी गईं।
अब तक राज्य में चार हजार करोड़ के नये प्रस्तावराज्य में उद्यमिता एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सूचना एवं प्रावैधिकी विभाग ने वर्ष 2024 में नई आईटी नीति लाई थी, जिसका असर अब पूरे बिहार में दिखने लगा है।
सरकार की नई आइटी नीति से न सिर्फ राज्य में चार हजार करोड़ रुपये के नए निवेश के प्रस्ताव मिले हैं बल्कि सरकार की इस पहल से राज्य के हजारों युवाओं को रोजगार से जोड़ने की मुहिम को एक नई रफ्तार भी मिली है।
विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बताया कि नई आइटी नीति के तहत सरकार स्टार्टअप कंपनियों को छह महीने के लिए निशुल्क आफिस स्पेस उपलब्ध कराती है।
इसके बाद इन कंपनियों के कार्यों की समीक्षा करके आवंटन अवधि को अगले छह महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है।
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Bihar: 'जो सवर्ण नहीं, वह सेकेंड क्लास सिटिजन हम गिराएंगे...'; बिहार में राहुल गांधी के नए बयान से सियासत तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप अपर कास्ट (सवर्ण) नहीं हैं, तो इस देश में सेकेंड क्लास सिटिजन (दूसरे दर्जे के नागरिक) हैं।
दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक, महिलाएं और ईबीसी (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग) सब इसमें शामिल है। सिस्टम ने आपको घेरकर रखा है।
जाति जनगणना समाज का एक्स-रे है, जिससे आपको वंचित रखा जा रहा है। यह क्रांतिकारी कदम है, इसलिए आरएसएस और भाजपा इसे रोकना चाहती है, मगर अब दुनिया की कोई शक्ति इसे नहीं रोक सकती है।
तेलंगाना में जाति जनगणना हुई, आंकड़े आए तो हमने आरक्षण बढ़ा दिया। यह डेटा मोदी जी आपको नहीं देना चाहते।
मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि ये जो आपने 50 प्रतिशत आरक्षण की झूठी दीवार बनाई है इसे हटाइए, नहीं तो हम इसे गिराकर फेंक देंगे।
पटना में बोले राहुल गांधीपटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में राहुल ने माना कि पूर्व में कांग्रेस से गलती हुई है।
उन्होंने कहा कि मैं पहला व्यक्ति हूं जो यह कहेगा कि बिहार में कांग्रेस को जो काम करना चाहिए था, जिस मजबूती और गति से करना चाहिए था, वह हमने नहीं किया। हम अपनी गलती से समझे हैं।
अब हम बिना रुके, पूरे शक्ति से कमजोर, गरीब, दलित, वंचितों, महिलाओं को लेकर आगे बढ़ेंगे। बिहार में कांग्रेस और गठबंधन की यही भूमिका है कि वह गरीब, दलित, ओबीसी, ईबीसी को आगे बढ़ाए।
मैंने और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार की टीम को साफ बता दिया है कि गरीब-पिछड़ी जनता को प्रतिनिधित्व दीजिए।
हम दलितों-महिलाओं के लिए राजनीति का दरवाजा खोलकर बिहार का चेहरा बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नई सूची जारी की।
पहले जिलाध्यक्षों की सूची में दो तिहाई अपर कास्ट के लोग थे मगर अब नई सूची में दो तिहाई ईबीसी, ओबीसी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज के लोग हैं।
एनडीए सरकार अदाणी-अंबानी की राजनीति कर रही है, हम उन्हें हराने जा रहे हैं। इस देश को आजादी से लेकर अब तक बिहार ने दिशा दी है, फिर से बिहार की जनता यह काम करेगी।
संविधान 70-80 साल पुरानी किताब नहीं, हजारों साल की विचारधाराराहुल गांधी ने सम्मेलन में संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि यह सिर्फ 70-80 साल पुरानी किताब नहीं, हजारों साल पुरानी विचारधारा है।
इसमें भगवान बुद्ध, गुरु नानक, महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर, कबीर जैसे महापुरुषों की सोच है। इसमें सावरकर की विचारधारा नहीं क्योंकि वह सच्चाई का सामना नहीं कर पाए।
संविधान हिंदुस्तान की सच्चाई का स्वर है। गांधी जी ने आत्मकथा लिखी- माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रूथ (सच के साथ मेरे प्रयोग)। माई एक्सपेरिमेंट विद लाई (झूठ के साथ मेरे प्रयोग) नहीं लिखी, शायद मोदी जी लिख पाएंगे।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने शेयर मार्केट की धज्जियां उड़ा दी है। फिर हाल में बैठे लोगों से सवाल किया- कितने लोग शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं?
गिने-चुने लोगों के हाथ उठाने पर कहा कि एक प्रतिशत भी नहीं। तेलंगाना में जाति गणना हुई तो ऐसी ही सच्चाई सामने आई।
वहां बैंक लोन लेने से लेकर बड़ी कंपनियों के मालिक, सीईओ, मैनेजमेंट टीम में एक भी ईबीसी, ओबीसी, दलित, आदिवासी नहीं मिले।
दूसरी तरफ मजदूरों की सूची में 95 प्रतिशत पिछड़े-आदिवासी और दलित हैं। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार, डॉ शकील अहमद खां, अनिल जयहिंद, अंशुल अभिजीत, डॉ रतन लाल, ओम प्रकाश महतो, भागीरथ मांझी सहित विभिन्न दलित-वंचित समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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पॉलिटेक्निक, जीएनएम, एएनएम और फार्मेसी में नामांकन के आवेदन शुरू, BCECEB ने जारी किया नोटिफिकेशन
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) ने डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा (डीसीईसीई 2025) के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। बीसीईसीईबी की वेबसाइट पर अभ्यर्थी 30 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन शुल्क एक मई तक जमा करेंगे। आवेदन में किसी प्रकार की त्रुटि में सुधार दो से तीन मई तक होगा।
परीक्षा तिथि व प्रवेश पत्र जारी हाेने की तिथि बाद में घोषित होगी। सामान्य, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी को आवेदन शुल्क 750 रुपये भुगतान करना होगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग कोटि के लिए परीक्षा शुल्क 480 रुपये की राशि परीक्षा शुल्क के रूप में देना होगा।
दो पाठ्यक्रम सूमूबों के लिए सामान्य, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को 850 रुपये व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग कोटि के लिए 530 रुपये परीक्षा शुल्क देना होगा।
जो अभ्यर्थी तीनों पाठ्यक्रम समूहों के लिए आवेदन करना चाहते हैं वैसे सामान्य, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोगों को 950 रुपये व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व दिव्यांग कोटि के लिए परीक्षा शुल्क 630 रुपये देना होगा।
इंजीनियरिंग, पारा मेडिकल इंटर व माध्यमिक में होगा नामांकनइसके तहत पॉलिटेक्निक (अभियंत्रण), पारा मेडिकल (इंटर स्तरीय), पारा मेडिकल (माध्यमिक स्तरीय) में नामांकन होगा। इसके लिए अभ्यर्थी 30 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। पॉलिटेक्निक अभियंत्रण (पीई) की परीक्षा मई के अंतिम सप्ताह या जून के पहले सप्ताह में आयोजित हो सकती है।
इसके तहत पॉलिटेक्निक के 16170 सीटों, जीएनएम के 3524 व एएनएम के 7527, ड्रेसर के 690 सीटों पर नामांकन लिए जाएंगे। पारा मेडिकल (इंटर स्तरीय) पाठ्यक्रम में डिप्लोमा इन फार्मेसी, सैनिटरी इंस्पेक्टर, आप्थेमेलोजिकल असिस्टेंट, ओटी असिस्टेंट, लेब्रोरेट्री टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, आरथोटिक एवं प्रौस्थेटिक सहायक, जीएनएम, एएनएम, डेंटल मैकेनिक्स, डेंटल हाइजनिस्ट कोर्स में नामांकन होगा।
वहीं, एएनएम के 73 सरकारी संस्थानों में 4530 सीट व प्राइवेट के 129 संस्थानों के 2997 सीटों पर नामांकन होगा। वहीं, जीएनएम के 26 सरकारी संस्थानों में 1538 व प्राइवेट के 69 जीएनएम संस्थानों में 1968 सीटों पर नामांकन होगा। वहीं, पारा मेडिकल (माध्यमिक स्तरीय) के तहत ड्रेसर कोर्स में 690 सीट पर नामांकन होगा।
इसके साथ ही कुल 46 सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों के 16170 सीटों पर नामांकन होगा। वहीं, 16 प्राइवेट पॉलिटेक्निक के 5340 सीटों पर नामांकन होगा। यानी सरकारी व प्राइवेट पॉलिटेक्निक मिलाकर कुल 21,510 सीटों पर नामांकन होगा। डिप्लोमा इन फार्मेसी के 300 सीटों पर नामांकन होगा।
पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए सवा दो घंटे की होगी परीक्षापॉलिटेक्निक प्रवेश के लिए परीक्षा दो घंटे 15 मिनट की होगी। इसमें भौतिकी, रसायन एवं गणित से प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें भौतिकी से 30 प्रश्न 150 अंक, रसायनशास्त्र के 30 प्रश्न 150 अंक, गणित के 30 प्रश्न 150 अंकों के पूछे जाएंगे। कुल 90 प्रश्न 450 अंकों के होंगे।
पारा मेडिकल (पीएम) में प्रवेश के लिए:पारा मेडिकल (इंटरमीडिएट स्तरीय-पीएम) के लिए 450 अंकों के 90 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें सामान्य विज्ञान (भौतिकी, केमिस्ट्री, जीव विज्ञान) के 25 प्रश्न 125 अंकों के, अंकगणितीय योग्यता के 15 प्रश्न 75 अंकों के, हिंदी के 15 प्रश्न 75 अंकों के, अंग्रेजी के 15 प्रश्न 75 अंकों के और सामान्य ज्ञान के 20 प्रश्न 100 अंकों के पूछे जायेंगे। परीक्षा के लिए दो घंटे 15 मिनट का समय दिया जाएगा।
पारा मेडिकल (पीएमएम) में प्रवेश के लिए:पारा मेडिकल (माध्यमिक स्तरीय-पीएमएम) में 450 अंकों के 90 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें भौतिकी के 20 प्रश्न 100 अंकों के, रसायनशास्त्र के 20 प्रश्न 100 अंकों के, गणित के 10 प्रश्न 50 अंकों के, जीव विज्ञान के 10 प्रश्न 50 अंकों के, हिंदी के 10 प्रश्न 50 अंकों के, अंग्रेजी के 10 प्रश्न 50 अंकों के, सामान्य ज्ञान के 10 प्रश्न 50 अंकों के पूछे जाएंगे। इसके लिए दो घंटे 15 मिनट का समय दिया जाएगा।
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Bihar: वक्फ संशोधन कानून पर नीतीश कुमार का नया प्लान, मुस्लिम इलाकों में जल्द शुरू होगा ये काम
राज्य ब्यूरो, पटना। वक्फ संशोधन कानून पर संसद और राज्यसभा में जदयू के समर्थन की वजहों पर पार्टी के मुस्लिम समाज से आने वाले नेता मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर बात करेंगे। पार्टी के स्तर पर इसकी तैयारी चल रही।
इसके अतिरिक्त, मुस्लिम समाज के लोगों के बीच इस विषय पर भी चर्चा होगी कि इस समाज के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 19 वर्षों के कार्यकाल में क्या-क्या किया।
समर्थन की वजहों के साथ-साथ नीतीश का भरोसा बताएंगेजदयू नेताओं का कहना है कि वक्फ संशोधन कानून पर जदयू मुस्लिम इलाके में जाकर उनके बीच जो भ्रम है उसे दूर करने पर बात करेगा।
जदयू के अल्पसंख्यक नेताओं का कहना है कि हम अपनी उन पांच सुझावों को मान लिए जाने की चर्चा लोगों से करेंगे जो वक्फ संशोधन कानून को लेकर महत्वपूर्ण है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है जमीन के मामले में राज्य सरकार का अधिकार बरकरार रहेगा। नए कानून में जमीन को लेकर राज्य सरकार का निर्णय ही माना जाएगा।
जदयू ने अपने सुझाव में यह बात कही थी कि नया कानून पूर्व की तारीख से प्रभावी नहीं हाेगा। इसके अलावा यह महत्वपूर्ण सुझाव को भी मान लिया गया कि अगर वक्फ की कोई संपत्ति निबंधित नहीं भी है और उस पर कोई धार्मिक भवन है तो उससे किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।
इन सुझावों के मान लिए जाने से यह बात स्पष्ट है कि वक्फ की जमीन कोई छीन नहीं लेगा। इस पूरे अभियान के क्रम में नीतीश कुमार के भरोसे पर भी बात होगी।
यह बताया जाएगा कि नीतीश कुमार के रहते अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होगा। एक साथ कई अल्पसंख्यक नेता इस मुद्दे पर अलग-अलग इलाके में बहुत जल्द निकलेंगे।
नीतीश कुमार के कार्यकाल में अल्पसंख्यक समाज के लिए ली गई योजनाओं पर बातअल्पसंख्यक समाज के नेता मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर यह भी बताएंगे कि नीतीश कुमार के 19 वर्षों के शासनकाल में किस तरह से उनके लिए योजनाओं पर काम हुआ।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में अल्पसंख्यक कल्याण के बजट में 282 गुना की बढ़ाेतरी हुई। कब्रिस्तानों की घेराबंदी व तालीमी मरकज सहित सशक्तिकरण काे लेकर शुरू योजनाओं पर बात करेंगे।
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राहुल की यात्रा के बीच आपस में भिड़े कांग्रेस नेता, पूर्व विधायक ने कार्यकर्ता को दौड़ाकर पीटा; देखते रहे अखिलेश
जागरण संवाददाता, पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार दौरे पर हैं। उनकी यात्रा के बीच कांग्रेस के नेता आपस में भिड़ गए। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी वायरल हो रहा है।
वीडियो में रीगा के पूर्व कांग्रेस विधायक अमित कुमार टुन्ना किसी कांग्रेस कार्यकर्ता को दौड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान सदाकत आश्रम परिसर में ही दोनों गिर जाते हैं फिर पूर्व विधायक भाग रहे युवक को पीटने लगते हैं। इस दौरान बिहार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह गेट के बाहर थे।
बताया जा रहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का भाषण सुन जोश में आए एक पूर्व विधायक ने कांग्रेसी की ही धुनाई कर दी। कुछ अन्य कांग्रेसी भी पूर्व विधायक का साथ दे रहे थे।
पिटाई के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता भाग खड़े हुए। यह सब सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम के परिसर में हुआ।
सभी नेता सुन रहे थे भाषणप्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आश्रम के हॉल में राहुल गांधी भाषण दे रहे थे। अन्य लोगों के साथ सीतामढ़ी जिला के रीगा के पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना भी तन्मयता से भाषण सुन रहे थे।
उसी समय कार्यकर्ता रविरंजन की गतिविधियों से उनका ध्यान भंग हो गया। टुन्ना के अनुसार वह युवक पॉकिटमारी कर रहा था। जेब में हाथ डाल दिया था। हमने मना किया तो उलझ गया।
राहुल के भाषण तक पूर्व विधायक चुप रहे। भाषण समाप्त हुआ। कार्यकर्ता तेजी से निकला।पूर्व विधायक ने पीछा किया। कार्यकर्ता दौड़ने लगा। पूर्व विधायक भी दौड़े।
#WATCH बिहार: पटना में बिहार कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में हंगामा हुआ। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल होने यहां पहुंचे हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक व्यक्ति को 'चोर' और 'पॉकेटमार' कहकर भगा दिया। व्यक्ति खुद को कांग्रेस पार्टी का… pic.twitter.com/MzgqDbwlRf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2025कार्यकर्ता को पकड़कर एक हाथ चलाते ही वह स्वयं भी गिर गए। पकड़ ढीली हुई तो कार्यकर्ता आगे निकल गया। हालांकि, इस दौरान भी दो-चार लोगों ने अपना हाथ साफ कर लिया।
इस क्रम में मां-बहन की गालियों की बौछार भी होती रही। कार्यकर्ता की अच्छी पिटाई हो गई। इससे ठीक पहले प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह आश्रम से निकले थे।
मारो-पकड़ो की आवाज सुनकर वह भी खड़े हो गए। कार्यकर्ता का नाम रविरंजन बताया गया है। रविरंजन के अनुसार उसकी पिटाई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. अखिलेश सिंह का समर्थक होने के कारण की गई।
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World Health Day: सही जानकारी नहीं मिलने से रोग बन रहे नासूर, डॉक्टर भी नहीं दे पा रहे मरीजों को समय
पवन कुमार मिश्र,पटना। पर्यावरणीय बदलाव, वायरस-बैक्टीरिया के रूपांतरण, अत्यधिक एंटीबायोटिक के इस्तेमाल, खराब जीवनशैली व खानपान, जनसंख्या में वृद्धि व शहरीकरण से रोगों का शिकंजा तो कसा ही है। अब नए-नए रोग भी सामने आ रहे हैं। जनसंख्या व डॉक्टरों का अनुपात अधिक होने से सरकारी हों या निजी डॉक्टर, मरीजों को एक-दो मिनट से अधिक का समय नहीं दे पा रहे हैं।
मरीजों को समय नहीं दे पा रहे डॉक्टरदेश में एनएमसी के पूर्व नाम एमसीआइ के मानक के अनुसार डॉक्टर को एक मरीज को कम से कम 10 मिनट परामर्श देना चाहिए। रोग की जटिलता व रोगी की हालत के अनुसार यह ज्यादा हो सकता है।
इसका नतीजा यह है कि डॉक्टर मरीज को दवा लेने का तरीका, खानपान-व्यायाम समेत अन्य ऐसे निर्देश नहीं दे पाते, जो दवा की प्रभावशीलता बढ़ाने और रोग को जल्द ठीक कर सकती हैं।
विश्व स्वास्थ्य दिवस सात अप्रैल की पूर्व संध्या पर ये बातें आइजीआइएमएस में फार्माकोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. हरिहर दीक्षित ने कहीं।
डॉ. दीक्षित ने कहा कि अस्थमा रोगी को डॉक्टर इन्हेलर तो लिख देते हैं, लेकिन उसे लेने का सही तरीका क्या है यह न तो डॉक्टर बताते हैं, न कंपाउंडर और न ही दवा दुकानदार। नतीजा मरीज को पूरा फायदा नहीं होता।
डॉ. हरिहर दीक्षित के अनुसार आइजीआइएमएस, एम्स जैसे अस्पतालों में सामान्य रोगियों की भीड़ कम कर इलाज की गुणवत्ता और बढा़ई जा सकती है। इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की उपलब्धता व उपचार की गुणवत्ता सुनिश्चित करनी होगी।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मरीजों की संख्या को देखते हुए डाक्टरों की नियुक्ति की जाए ताकि हर रोगी को बेहतर उपचार के साथ बेहतर परामर्श मिले।
जन्म के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य की नींव डालना जरूरीएनएमसीएच में मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिन्हा के अनुसार जन्म के पहले घंटे में नवजात को मां का पीला-गाढ़ा दूध पिलाना, छह माह तक सिर्फ मां के दूध पर रखना।
इसके अलावा स्वास्थ्यप्रद जीवनशैली, नियमित व्यायाम, पौष्टिक खानपान, सोने व जागने का नियत समय, फालतू का तनाव हावी नहीं होने देना, साफ-सफाई व हाइजीन की आदतें बचपन से सिखाई जानी चाहिए।
बच्चों को कोई रोग नहीं होने पर भी स्वस्थ जीवनशैली व उन्हें कोई समस्या कभी महसूस होती हो तो उसके कारण जानने के लिए बीच-बीच में डॉक्टरों से काउंसलिंग करानी चाहिए। इससे एक गुण विकसित होगा और वे किसी भी रोग की शुरुआत में डॉक्टर के पास जाकर इलाज ले सकेंगे।
इस वर्ष मातृ-नवजात मृत्युदर कम करने पर जोरएम्स पटना की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. इंदिरा प्रसाद के अनुसार, इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य, मातृ एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य में सुधार पर केंद्रित है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर वर्ष लगभग तीन लाख महिलाएं गर्भावस्था या प्रसव के कारण जान गंवा देती हैं। 20 लाख से ज़्यादा बच्चे जीवन के पहले माह में मर जाते हैं और करीब 20 लाख ही मृत पैदा होते हैं। हर सात सेकेंड में लगभग एक रोकी जा सकने वाली मौत दुखद है।
राज्य में पहले से ही संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए घरेलू प्रसव मुक्त पंचायत का अभियान चलाया जा रहा है।
उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों के उचित शल्य प्रबंधन के लिए प्रथम रेफरल इकाई को मजबूत किया जा रहा है। इसमें बदलाव तभी होगा जब महिलाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रसव से पहले, दौरान और बाद में परिवार, डॉक्टर का नैतिक समर्थन मिलेगा।
विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्यविश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य हर वर्ष सात अप्रैल को स्वास्थ्य का महत्व समझाने व वैश्विक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान की पहल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।
इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्थापना की वर्षगांठ के रूप में भी जाना जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना एवं स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्ता बनाने पर जोर देना है।
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जागरण संवाददाता, पटना। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में चल रहे बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रम के सिलेबस में बदलाव होगा। इसके लिए जल्द ही एक कमेटी गठन कर बीबीए एवं बीसीए के सिलेबस को तैयार कर राजभवन के अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा।
सीनेट में लाया गया प्रस्तावइसके लिए विश्वविद्यालय के सीनेट में प्रस्ताव लाया गया था, सीनेट सदस्यों ने सिलेबस बदलाव पर अपनी मंजूरी दे दी है। पीपीयू कुलपति प्रो शरद कुमार यादव ने कहा कि नए उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किया जाएगा ताकि छात्रों को नौकरी के लिए बेहतर ढंग से तैयार किया जा सके।
पाठ्यक्रम को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किया जा जाएगापाठ्यक्रम में लचीलापन और बहु-विषयक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे छात्रों को विभिन्न विषयों और कौशल पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया जाएगा। पाठ्यक्रम को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किया जा जाएगा ताकि छात्रों को नौकरी के लिए बेहतर ढंग से तैयार किया जा सके।
तकनीक और कौशल को किया जा रहा सिलेबस में शामिलपाठ्यक्रम में नवीनतम तकनीक और कौशल को शामिल किया जा रहा है, जैसे कि डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा की पढ़ाई हो। पाठ्यक्रम में व्यावहारिक अनुभव को बढ़ावा दिया जा रहा है जैसे कि इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट और केस स्टडी।
कुछ विश्वविद्यालयों ने छात्रों को अतिरिक्त योग्यता प्रदान करने के लिए जैसे कि भाषा कौशल, साफ्ट स्किल और उद्यमिता कौशल, पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
बीबीए में कुछ विश्वविद्यालयों ने बीबीए पाठ्यक्रम में प्रबंधन, विपणन, वित्त और मानव संसाधन जैसे विषयों के साथ-साथ, डेटा विश्लेषण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों को शामिल किया गया है।
वहीं, बीसीए में कुछ विश्वविद्यालयों ने बीसीए पाठ्यक्रम में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, डेटाबेस प्रबंधन, नेटवर्क और वेब डेवलपमेंट जैसे विषयों के साथ-साथ, डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों को शामिल किया है।
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Bihar Weather: आज से बदलेगा बिहार का मौसम, 5 दिन तक इन जिलों में आंधी-तूफान के साथ होगी बारिश
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: प्रदेश के मौसम में आज से बदलाव के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने प्रदेश के अन्य हिस्सों में सात से 11 अप्रैल तक गरज-तड़क के साथ वर्षा की संभावना जताई है। सोमवार को किशनगंज, अररिया एवं सुपौल जिले के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ 40-50 किमी प्रतिघंटा की गति से हवा चलने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्टइसे लेकर मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर व समस्तीपुर इलाकों में हल्की वर्षा के आसार हैं।
राजधानी समेत अन्य भागों का मौसम सामान्य बने होने के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहने के आसार हैं। नमी में वृद्धि होने से उमस का प्रभाव बना रहेगा।
मंगलवार से पटना में बदलेगा मौसमवहीं, मंगलवार से राजधानी के मौसम में बदलाव आने के साथ गरज-तड़क की चेतावनी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक पश्चिमी हिमालय में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की सक्रियता व विभिन्न घटकों और पूर्वी हवा के कारण नमी में बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण मौसम में मिजाज में बदलाव के आसार हैं।
22 शहरों के तापमान में इजाफाउत्तर मध्य व उत्तर पूर्व बिहार के अधिसंख्य जिलों में 10-30 मिमी वर्षा की संभावना है। रामनवमी के मौके पर पटना सहित 22 शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
पटना का अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस, जबकि 40.8 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी व आसपास के इलाकों में दोपहर में लोग गर्मी से परेशान रहे। शाम में बादल छाए रहने के कारण उमस का प्रभाव बना रहा।
प्रमुख शहरों के तापमान में वृद्धिऔरंगाबाद के अधिकतम तापमान में एक डिग्री, गोपालगंज में 1.3 डिग्री, सीतामढ़ी के पुपरी में 2.3 डिग्री, मोतिहारी में 1.2 डिग्री, खगड़िया में 1.3 डिग्री, पटना में 0.2 डिग्री, अरवल में 0.6 डिग्री, सासाराम में दो डिग्री, बक्सर में 3.5 डिग्री, फारबिसगंज में 1.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 39.2 23.4 गया 40.2 21.0 भागलपुर 36.1 22.8 मुजफ्फरपुर 37.0 20.0ये भी पढ़ें
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Rahul Gandhi Bihar Visit: राहुल गांधी आज बिहार में, करेंगे पद यात्रा; पटना पहुंचने से पहले दे दिया खास संदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने आक्रामक मुद्रा में फ्रंट में आकर खेलना शुरू कर दिया है। खेल की कप्तानी खुद राहुल गांधी कर रहे हैं।
कप्तानी में कोई कोर-कसर न रहे इसके लिए उन्होंने अपने आजमाए हुए खिलाडिय़ों को फील्ड सजा दी है। पहले बिहार के प्रभारी को बदला। इसके बाद अध्यक्ष बदले गए।
इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए कांग्रेस के सभी संगठनात्मक जिलों में 40 अध्यक्ष भी घोषित किए। टीम का मनोबल ऊंचा रखने के लिए राहुल अपनी नई टीम के साथ खुद मैदान में उतर रहे हैं।
इसी कड़ी में वे इस वर्ष तीसरी बार सात अप्रैल सोमवार को बिहार आ रहे हैं। इसके पूर्व वे जनवरी और फरवरी महीने में भी बिहार आ चुके हैं।
बिहार के लिए रवाना हुए राहुल गांधी#WATCH | दिल्ली: लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बिहार के लिए रवाना हुए।
वे बेगूसराय में NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको नौकरी दो' यात्रा में शामिल होंगे और बाद में पटना में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। pic.twitter.com/0WgsKf5JzL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2025 सुबह पौने दस बजे पटना पहुंच सीधे जाएंगे बेगूसरायराहुल गांधी सोमवार की सुबह पौने दस बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वे सीधे रोजगार दो, पलायन रोको यात्रा में शामिल होने के लिए हेल्किाप्टर से बेगूसराय पहुंचेंगे।
जहां उनकी आगवानी को एनएसयूआइ के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया पहले से मौजूद होंगे। राहुल गांधी का करीब 10.10 बजे बेगूसराय के उलाव हवाई अड्डा पहुचेंगे।
यहां ये वे बेगूसराय के सुभाष चौक पहुंचेंगे और पद यात्रा में शामिल होंगे। पद यात्रा में राहुल करीब दो से चार किमी चलेंगे। इस दौरान युवाओं से संवाद का भी उनका कार्यक्रम है।
पटना में दो कार्यक्रम, सदाकत आश्रम भी जाएंगेबेगूसराय से करीब एक बजे राहुल गांधी पटना वापस लौटेंगे और कुछ देर विश्राम के बाद वे श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे।
जहां वे बापू के नमक सत्याग्रह से जाति जनगणना क्यों जरूरी जैसे विषय पर अपने विचार रखेंगे। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम जाएंगे।
जहां वे पार्टी नेताओं के साथ हर घर झंडा कार्यक्रम, चुनावी तैयारियों के संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात करेंगे। इसके बाद उनका दिल्ली प्रस्थान का कार्यक्रम है।
राहुल की युवाओं से अपील वाइट टी-शर्ट अभियान से जुड़ेबिहार की अपनी यात्रा के पूर्व कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर युवाओं को एक संदेश दिया है। जिसमें उन्होंने अपील की है कि उनके वाइट टी-शर्ट अभियान से जुड़े।
राहुल ने लिखा पोस्ट में युवा साथियों से कहा कि वे सात अप्रैल को बेगूसराय आ रहे हैं। पलायन रोको नौकरी दो यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए लक्ष्य है कि पूरी दुनिया को बिहार के युवाओं की भावना दिखे, उनका संघर्ष दिखे, उनका कष्ट दिखे।
उन्होंने कहा आप भी वाइट टी-शर्ट पहन कर आइए, सवाल पूछिए, आवाज उठाइये, सरकार पर अपने अधिकारों के लिए दबाव बनाने के लिए, उसे हटाने के लिए। उन्होंने कहा आइये हम सब मिलकर बिहार को अवसरों वाला राज्य बनाए।
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Patna News: चोर ने पार कर दिया पूर्व डिप्टी सीएम का ही मोबाइल फोन, सामने आई चौंकाने वाली बात
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। बिहार में इन अपराधियों और चोरों के हौसले बुलंद है। वे प्रतिदिन बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला पटना के बाईपास थाना क्षेत्र से सामने आया है।
बाईपास थाना क्षेत्र के अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर में रविवार की दोपहर पूजा करने पहुंची पूर्व डिप्टी सीएम और पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी का मोबाइल रहस्यमय ढंग से गायब हो गया।
डीएसपी-2 डॉ. गौरव कुमार ने बताया कि प्राथमिकी के बाद खोजबीन की जा रही है। बताया जाता है कि पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी शीतला माता मंदिर में अंगरक्षकों के साथ दर्शन और पूजन करने आई थीं। उनके हाथ में पूजा का डलिया था। वे मंदिर परिसर में पहुंचकर छोटे पर्स में मोबाइल रख उसे डलिया में रख दिया।
पर्स समेत मोबाइल गायबजब वे पूजा कर निकलीं तो पर्स समेत मोबाइल गायब था। मंदिर परिसर से लेकर आसपास में मंत्री के मोबाइल नंबर पर घंटी बजा कर खोजने का अथक प्रयास विफल रहा।
बाईपास थाना को सूचना मिलने के बाद पुलिस खोजबीन को पहुंची। मंदिर में लगे सीसीटीवी देखने के बाद भी कुछ पता नहीं चला। संभावना जताई जा रही है कि पूजा के डलिया में पर्स में रखा मोबाइल कहीं गिर गया होगा।
बाईपास थाना में प्राथमिकी होने की पुष्टि डीएसपी-2 डॉ.गौरव कुमार ने किया। मोबाइल में लगे सिम नंबर को लेकर पुलिस खोजबीन में जुटी है।
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Patna: आखिर कैसे बेउर जेल के अंदर पहुंचा मोबाइल फोन? उपयोग करते पकड़ा गया कुख्यात, 2 घंटे तक मची रही अफरातफरी
जागरण संवाददाता, पटना। बेउर जेल में बंद कुख्यात अपराधी को मोबाइल का उपयोग करते हुए रविवार को रंगेहाथ दबोच लिया गया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसके पूरे वार्ड को खंगाला। उसके वार्ड में दो घंटे तक छापेमारी की गई।
वार्ड की तलाशी लेने पर सुरक्षाकर्मियों को चार स्मार्टफोन और चार्जर और डाटा केबल बरामद हुआ, जिसे कारा प्रशासन ने जब्त कर लिया। वह इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से अपने गुर्गों के संपर्क में रहता था और जेल से ही वारदातों की साजिश रचता था।
प्रभारी मुख्य उच्च कक्षपाल गिरीज यादव की लिखित शिकायत पर बेउर थाने में रवि गोप के खिलाफ प्राथमिकी की गई। साथ ही रवि गोप को हाई सिक्योरिटी सेल में बंद कर दिया गया।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाईजेल अधीक्षक नीरज कुमार झा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई। सूत्र बताते हैं कि हाल के दिनों में पटना सिटी इलाके में हुई वारदातों में दबोचे गए अपराधियों के पास से मोबाइल मिले थे। उसका विश्लेषण करने पर मालूम हुआ कि बेउर जेल से रवि गोप अपराधियों के संपर्क में था।
पुलिस की सूचना पर जेल प्रशासन सक्रिय हुआ और दोपहर में गोदवारी खंड के वार्ड में छापेमारी की गई, जहां रवि गोप को रखा गया था। उसके पास से मिले मोबाइल से पता लगाया जा रहा है कि वह किन अपराधियों के संपर्क में था। कहां वारदात की जानी थी और किससे रंगदारी मांगी जा रही थी?
अब कारा प्रशासन उसे दूसरी जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में है। गौर हो कि इससे पहले भी रवि गोप को भागलपुर आदर्श केंद्रीय कारा में भेजा गया था, लेकिन कुछ महीने बाद कानूनी दाव-पेंच लगा कर वह लौट आया।
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'सिमरिया धाम में गोबर-बालू खाकर करें प्रायश्चित', बिहार दौरे से पहले राहुल गांधी को गिरिराज सिंह ने दी नसीहत
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की सोमवार को बेगूसराय दौरे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी पहले यह आंकड़ा दें कि 60 वर्ष कांग्रेस ने इस देश में राज किया तो कितना रोजगार दे पाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 10 वर्ष की सरकार में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर हुए हैं। 1971 में इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए ने कांग्रेस ने नारा दिया था आधी रोटी खाएंगे इंदिरा को लाएंगे।
उन्होंने कहा कि इंदिरा आ गई, गरीब गरीब होते चला गया। नरेंद्र मोदी ने देश को गरीबी रेखा से ऊपर निकालने का काम किया है।
10 वर्ष में लगभग पांच करोड़ प्रधानमंत्री आवास बनाकर गरीबों को पक्का घर दिया, शौचालय दिया, बिजली दी, अनाज दिया, गैस का कनेक्शन दिया। नरेंद्र मोदी ने सबल बनाने का काम किया है।
राहुल गांधी चले जाएं सिमरिया धामहमेशा से अपने बयानों से सुर्खियों में बने रहने वाले गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को प्रायश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी प्रायश्चित करने के लिए सिमरिया धाम चले जाएं। गोबर बालू खाकर गंगा में डुबकी लगाकर माफी मांगे और प्रायश्चित करें।
उन्होंने ने कहा कि इनके पापा राजीव गांधी ने कहा था कि बेगूसराय में पेट्रोल केमिकल्स खुलेगा, नहीं खुला। नरेंद्र मोदी ने 25 हजार करोड़ लगा कर हल्दिया से तेल ला करके बिहार सरकार को भी हजारों करोड़ टैक्स देने का काम किया।
गिरिराज सिंह ने कहा कि पेट्रोल केमिकल्स भी खुलेगा, फर्टिलाइजर्स भी खुलेगा, बंद हुआ था वह भी खुला। नरेंद्र मोदी ने केवल बिहार का ही नहीं, पूरे देश का विकास किया है।
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Bihar News: बिहार में पहली बार होने जा रहा बड़ा काम, 4-15 मई तक की तारीख सभी युवाओं के लिए बेहद खास
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में पहली बार चार से 15 मई तक आयोजित होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स की एथलेटिक्स और सेपक टाकरा स्पर्धा के लिए पाटलिपुत्र खेल परिसर के इनडोर एवं आउटडोर में ट्रायल संपन्न हुआ।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रण शंकरण ने बताया कि एथलेटिक्स की 18 स्पर्धाओं के लिए राज्य के 12 जिलों से 61 बालिकाओं सहित कुल 230 खिलाड़ी आए।
सेपक टाकरा के लिए 137 बालिकाओं सहित कुल 270 खिलाड़ियों ने ट्रायल में हिस्सा लिया। पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शामिल सेपक टाकरा के ट्रायल में 20 बालक और 20 बालिकाओं का चयन उनकी प्रतिभा, क्षमता और प्रदर्शन के आधार पर कर उन्हें खेलो इंडिया के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
एथलेटिक्स के लिए चयनित खिलाड़ियों का राजगीर खेल परिसर में 11 अप्रैल से शिविर लगेगा। शंकरण ने बताया कि इस बार यूथ गेम्स में खेलों की संख्या 28 हो गई है, जिनमें से 25 प्रतियोगिताएं बिहार के पटना, नालंदा (राजगीर), गया, भागलपुर तथा बेगूसराय में आयोजित होंगी। शूटिंग, ट्रैक साइकिलिंग और जिमनास्टिक का आयोजन दिल्ली में होगा।
खेलो इंडिया के लिए मंझौल के दो खिलाड़ियों का चयनआगामी चार से 25 मई तक राजधानी पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कांप्लैक्स में आयोजित होने वाले देश भर के खिलाड़ियों के लिए खेलो इंडिया अंडर- 18 वालीबाल टूर्नामेंट के लिए मंझौल के दो खिलाड़ियों का चयन किया गया है।
दोनों चयनित खिलाड़ियों में एक पुवारी टोला मंझौल निवासी पूर्व उप मुखिया सुशील कुमार के पुत्र गोविंद कुमार एवं दूसरा थुंब टोला निवासी होमगार्ड राजीव कुमार के पुत्र प्रिंस कुमार हैं।
गोविंद ने 43वें सब जूनियर राष्ट्रीय वालीबाल 2021, 48वीं जूनियर राष्ट्रीय वालीबाल 2022, 66वें नेशनल स्कूल गेम्स अंडर-19 वर्ष 2022-23 में भी भाग लिया है।
मंझौल के दो लाल के चयन से मंझौल वासियों में खुशी देखी जा रही है। वालीबाल के राष्ट्रीय कोच दिवाकर भारती, जिला वालीबाल संघ के सचिव राकेश कुमार, जन लेखक महेश भारती, मुखिया सह मुखिया संघ के प्रदेश सचिव रमेश सिंह, आदि ने दोनों खिलाड़ी को शुभकामनाएं दी है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। कहते हैं कि बिहार से होकर बहने वाली हवा देश की राजनीतिक दिशा का निर्धारण करती है। लोकसभा चुनाव में बहुत हद तक यह सिद्ध भी हुआ है।
विपक्षी एकजुटता के पैरोकार बने बिहार ने ही सबसे पहले इस पहल पर पानी फेरा। उसके बाद आईएनडीआईए (बिहार में महागठबंधन) को पिछले चुनाव की तुलना में अधिक सीटें भी सौंप दी। वस्तुत: इस चुनावी स्वभाव के कारण ही बिहार में सभी राजनीतिक दलों को अपनी संभावना दिखती है।
आगे विधानसभा चुनाव में इस संभावना को भुनाने के उद्देश्य से आमने-सामने के दोनों गठबंधनों (राजग और महागठबंधन) ने अभी से जोर लगा रखा है। लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी तीसरी बार 07 अप्रैल को बिहार आ रहे, जबकि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दौरा संभावित है। मोदी का यह चौथा दौरा होगा।
सभी दलों की राजनीतिक गतिविधियां बढ़ीअक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होना है। उससे पहले सभी दलों की राजनीतिक गतिविधि बढ़ी हुई है। जाति आधारित रैलियों के बीच विभिन्न दलों द्वारा यात्राओं का क्रम भी चल रहा। इन आयोजनों में माह भर पहले तक कांग्रेस सुस्त पड़ रही थी।
अब कन्हैया कुमार की पलायन रोको-नौकरी दो पदयात्रा के साथ वह भी एक्टिव है। इस बार राहुल गांधी के दौरे का एक उपक्रम इस यात्रा में सहभागिता भी है। वे बेगूसराय जाएंगे और कन्हैया के साथ पैदल चलेंगे। उसके बाद पटना में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में सहभागी होंंगे।
राहुल का तीसरा दौराइस वर्ष मार्च का अंतराल लेते हुए राहुल का यह तीसरा दौरा होगा। इससे पहले 18 जनवरी और 04 फरवरी को वे बिहार आ चुके हैं। इन दौरों से कांग्रेस-जनों में उत्साह बढ़ा है और चुनावी तैयारियों को विस्तार देने के लिए निचले स्तर तक संगठन की चूलें कसी जा रहीं।
चर्चा है कि विधानसभा चुनाव से पहले कम-से-कम दो दौरे प्रियंका गांधी के भी होंगे और राहुल आते-जाते रहेंगे। पिछली बार की तुलना में इस बार लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से कांग्रेस की आशा बिहार में बढ़ी है।
अप्रैल में मोदी भी आ रहे बिहारअपने शासन-काल के प्रदर्शन और विकास के लिए प्रतिबद्धता के आधार पर राजग की आशा और अधिक है। प्रधानमंत्री के दौरे से उस आशा को बल मिलता है। इसीलिए भाजपा की प्रदेश इकाई हर महत्वपूर्ण अवसर पर मोदी के दौरे की अपेक्षा रख रही।
इस बार राष्ट्रीय पंचायत दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को मधुबनी में रहेंगे। वे पंचायती राज से संबंधित किसी ऐसी योजना की घोषणा कर सकते हैं, जिसका संदेश व्यापक हो। इसके अलावा पटना में हवाई अड्डा के नए टर्मिनल के उद्घाटन के साथ ही वे बिहटा हवाई अड्डा का शिलान्यास भी कर सकते हैं।
इससे पहले मोदी 24 फरवरी को भागलपुर आए थे। तब उन्होंने किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी की थी।
उससे पहले 15 नवंबर, 2024 को जमुई में जनजातीय गौरव उत्सव दिवस के उद्घाटन और दो दिन बाद 15 नवंबर को दरभंगा में एम्स के शिलान्यास के लिए उनका आगमन हुआ था। ये सभी दौरे लोकसभा चुनाव के बाद के हैं।
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जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के तीन स्टार्ट-अप को महारथी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। नई दिल्ली के भारत मंडपम में केंद्र सरकार की तरफ से आयोजित प्रतिष्ठित स्टार्ट-अप महाकुम्भ कार्यक्रम में तीन स्टार्ट-अप ईवाय डेल्टा, लेडी फेयर और भोजपत्ता का चयन इस अवार्ड के लिए किया गया है।
चयनित स्टार्ट-अप को 1-1 लाख रुपये कैश दिया गया है। बिहार के इन स्टार्ट अप को अलग-अलग क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया है।
लेडी फेयरबिहार के इस लेडीफेयर ब्यूटी कंसेप्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को खासतौर के सौंदर्य आधारित व्यवसाय स्थापित करने के कारण चयनित किया गया है। इस कंपनी का लोकप्रिय नाम लेडीफेयर है। इसे सीधे उपभोक्ता श्रेणी यानी डी2सी (डायरेक्ट टू कंज्यूमर) श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
इस कंपनी की स्थापना ऋषि रंजन कुमार ने 2019 में की है। वह सीतामढ़ी जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने इस कंपनी की स्थापना यह सोच कर की थी कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को उनके घर पर ही सैलून वाली सभी सुविधाएं मिल सके।
साथ ही महिलाओं को इसके माध्यम से जीविकोपार्जन का भी साधन मुहैया हो सके। इस कंपनी से जुड़ कर ग्रामीण इलाकों की 150 से अधिक महिलाएं ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण ले चुकी हैं, जो 12 से अधिक शहरों में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
इन महिलाओं की बदौलत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की आय कर लेती है। लेडीफेयर डिजिटल समावेश की बदौलत सामाजिक प्रभाव स्थापित करने के लिए तेजी से काम कर रही हैं।
लेडीफेयर का सालाना टर्नओवर वित्तीय वर्ष 2024-25 में बढ़कर 36 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। अभी 150 से अधिक महिलाएं को इसके जरिए नियमित रोजगार मिल रहा है। एक किराये के कमरे से शुरू हुआ यह स्टार्ट-अप आज राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने में कामयाब हुआ है।
भोजपत्ताभोजपत्ता एक कृषि आधारित स्टार्ट-अप है। इसकी कंपनी का नाम भोजपत्ता एग्रीप्रिन्यूर प्राइवेट लिमिटेड महज 4 लाख रुपये की शुरुआती मदद से शुरू हुआ ऐसा स्टार्ट-अप है, जिसे आज राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली और स्टार्ट-अप के महाकुम्भ में महारथी अवार्ड से नवाजा गया।
इसकी स्थापना 2021 में की गई थी। यह एक ऐसा इनोवेटिक स्टार्ट अप है, जो अपने शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले सोलर ड्रायर की मदद से फसलों की कटनी के बाद होने वाले नुकसान को काफी कम कर देता है।
प्रिज्म तकनीक, प्राकृतिक फाइबर की मदद से एयर फिल्टर जैसे कई टिकाऊ और बहुउपयोगी समाधान प्रस्तुत करता है।
इससे कृषि आधारित अवशिष्ट का फिर से सही तरीके से उपयोग करके इनका सदुपयोग करने का बेहतरीन माध्यम भोजपत्ता प्रस्तुत करता है। यह कंपनी सालाना 74 मिलियन टन कृषि अवशिष्ट का उपयोग करती है।
भोजपत्ता का सालाना टर्नओवर वित्तीय वर्ष 2024-25 में बढ़कर 89 लाख हो गया है। यह 14 लोगों के समुह को नियमित रोजगार प्रदान कर रहा है। इस स्टार्ट-अप का दृष्टिकोण प्राकृतिक और संस्कृति को समेकित रूप से जोड़ना है। इस स्टार्ट अप को इससे पहले जैविक इंडिया 2022 में पहला पुरस्कार अर्जित किया था।
इसका चयन एग्री उड़ान 5.0 और आईआईटी कानपुर के एसआईएल 3.0 और सेलको फाउंडेशन ने भी सराहनीय प्रयोग के तौर पर किया था। यह ग्रामीण सशक्तीकरण, हरित नवाचार और पर्यावरणीय अनुकूल जीवनयापन के तरीके को बढ़ावा देने के लिए खासतौर से जाना जाता है।
ईवाय डेल्टायह बिहार आधारित तकनीक आधारित स्टार्ट-अप है, जिसे स्टार्ट-अप महाकुम्भ में महारथी अवार्ड से नवाजा गया है। इसे रक्षा और स्पेस श्रेणी में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए यह सम्मान दिया गया है। इसकी पहली फंडिंग वर्तमान में प्रक्रियाधीन है।
यह स्टार्ट-अप मुख्य रूप से नेक्सट जेनरेशन इलेक्ट्रिक मोटर तकनीक को तैयार करने में अपने नवाचार के लिए खासतौर से जाना जाता है। मैगनेटिक फिल्ड ऑप्टिमाइजेशन, एडवांस थर्मल मैनेजमेंट और मॉड्यूलर डिजाइन में इनके कार्य उल्लेखनीय है।
इनके तैयार मॉडल ऊर्जा बचत करने की खासियत रखने के साथ ही लंबे समय तक पूरी क्षमता से चलने के लिए जाने जाते हैं। खासतौर से तैयार इन मोटर का उपयोग ड्रोन, रोबोटिक्स और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी वाले प्लेटफॉर्म के लिए उपयोग में आते हैं।
स्टार्ट-अप बिहार में खासतौर से पहचान बनाने वाले इस ईवाय डेल्टा स्टार्ट-अप ने 11 फुल टाइम जॉब का सृजन किया है। इसके साथ ही इसे 15 हजार मोटर बनाने का उल्लेखनीय ऑर्डर भी प्राप्त हुआ है, जिसकी कीमत करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये है।
अब यह कंपनी विशेष तौर पर अपनी एक उत्पादन लाइन स्थापित करने जा रही है, जिसकी क्षमता 5 हजार मोटर प्रति महीने की होगी। यह आत्मनिर्भर भारत के तहत आधुनिक हार्डवेयर निर्माता की विशेष मुहिम में शामिल होने की कवायद में है। इसका विजन इसे वैश्विक स्तर पर स्मार्ट इलेक्ट्रिक प्रणेता के तौर पर शामिल होगा।
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JEE Main 2025: इस तारीख को आएगा जेईई मेन 2025 सेशन 2 का रिजल्ट, JEE एडवांस्ड के लिए 23 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन
जागरण संवाददाता, पटना। JEE Main 2025 Session 2 Result: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित जेईई मेन 2025 सेशन टू की परीक्षा 7 अप्रैल को दो शिफ्ट में होगी। इसके बाद केवल जेईई मेन पेपर-टू की परीक्षा 9 अप्रैल को होगी। जेईई मेन पेपर-1 की परीक्षा 7 अप्रैल को समाप्त हो जायेगी।
परीक्षा समाप्त होने के बाद अभ्यर्थी को रिजल्ट का इंतजार रहेगा। रिजल्ट 17 अप्रैल को वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जारी किया जाएगा।
एनटीए जेईई मेन प्रोविजनल आंसर की 2025 पर दर्ज आपत्तियों के आधार पर जेईई मेन 2025 सेशन-टू रिजल्ट के साथ रैंक लिस्ट भी जारी करेगा।
जेईई मेन के टाप 2.50 लाख अभ्यर्थी को जेईई एडवांस में शामिल होने का मौका मिलेगा। जेईई एडवांस्ड के आधार पर आईआईटी और जेईई मेन के स्कोर से एनआईटी, आईआईआईटी, जीएफटीआई और अन्य मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी नामांकन ले सकते हैं।
जेईई एडवांस्ड 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन 23 से शुरूजेईई एडवांस्ड 2025 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 23 अप्रैल से आरंभ होगी। आवेदन दो मई तक कर सकते हैं। परीक्षा के लिए फीस जमा करने की अंतिम तिथि पांच मई है। प्रवेश पत्र 11 मई को जारी किया जाएगा।
परीक्षा 18 मई को निर्धारित है। जेईई एडवांस्ड में शामिल होने के लिए वेबसाइट https://jeeadv.ac.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
18 मई को आयोजित होगी जेईई एडवांस्ड परीक्षाजेईई एडवांस्ड 2025 का आयोजन 18 मई को आयोजित की जाएगी। प्रवेश परीक्षा में दो पेपर शामिल होंगे। पेपर 1 और पेपर 2। पेपर 1 सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा।
वहीं, पेपर 2 दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इस परीक्षा के लिए आवेदन करने वाली सभी आरक्षित कैटेगरी और महिला अभ्यर्थियों और एससी, एसटी और पीडब्लूडी अभ्यर्थियों को 1600 रुपये का शुल्क देना होगा।
इसके अलावा, अन्य सभी अभ्यर्थियों को 3200 रुपये फीस देनी होगी। आईआईटी कानपुर की ओर से जारी हुए विस्तृत विवरणी के अनुसार, परीक्षा के दिन उम्मीदवारों को एक प्रवेश पत्र के साथ एक वैलिड फोटो आईडी कार्ड लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा।
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Bihar Teacher Transfer: टीचरों के सामने शिक्षा विभाग ने रख दी शर्त! ट्रांसफर चाहिए तो पहले करना होगा यह काम
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में जिन छह कोटि के शिक्षकों काे उनके विकल्प के आधार पर जिला आवंटित किया गया है, उन कोटियों के 650 शिक्षकों का सर्विस रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है।
ऐसे शिक्षकों से सर्विस रिकार्ड देने को कहा गया है जिसके आधार पर आवंटित जिलों में स्थानातंरण होगा। साथ ही, शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के स्थानातंरण में जिला और विद्यालय के संतुलन का ध्यान रखा जा रहा है।
अगर रिक्ति होगी, तो शिक्षक इच्छित पंचायत में एडजस्ट होंगे, अन्यथा उसके अगल-बगल के पंचायत में एडजस्ट किया जाएगा।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में दूरी के आधार पर सबसे पहले सक्षमता परीक्षा पास महिला शिक्षकों का इच्छित स्थानातंरण इसी सप्ताह होगा।
इसकी सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है। पहले जिला आवंटन होगा, उसके बाद विद्यालय का आवंटन होगा। टीआरई वन-की महिला अध्यापकों के बाद पुरुष शिक्षकों का स्थानांतरण होगा।
उसके बाद दूसरी अध्यापक नियुक्ति परीक्षा के आधार पर नियुक्त महिला शिक्षकों का इच्छित तबादला होगा। दूरी के आधार पर सक्षमता परीक्षा पास एवं बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर नियुक्त महिला शिक्षकों के बाद पुरुष शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानातंरण होगा।
1.90 लाख शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए किया था आवेदनबता दें कि ऐच्छिक स्थानांतरण के लिए 1.90 लाख शिक्षकों द्वारा आवेदन दिया गया था। उसकी समीक्षा के बाद आवेदनों को अलग-अलग कोटि में बांटा गया। सात कोटि में आवेदन बांटे गए थे।
इसके आधार रुग्णता, दिव्यांगता, पारिवारिक स्थिति, शिक्षक पति-पत्नी की अलग-अलग जिलों में पदस्थापन, विधवा एवं परित्यक्ता तथा दूरी शामिल हैं। सात कोटि में से छह कोटि के शिक्षकों को इच्छित जिला आवंटित किया जा चुका है।
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'7 अप्रैल को बेगूसराय आ रहा हूं, आप भी White T-Shirt पहनकर आइए', राहुल की बिहार के युवाओं से अपील
डिजिटल डेस्क, पटना। इस साल के आखिर तक बिहार में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है।
सभी पार्टियों के नेताओं का इस समय बिहार में आना-जाना लगा हुआ है। कांग्रेस भी चुनाव से पहले बिहार में पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।
इसी कड़ी में कांग्रेस की पलायन रोको-नौकरी दो पदयात्रा में शामिल होने के लिए राहुल गांधी 7 अप्रैल को बेगूसराय पहुंच रहे हैं। जिसके लिए कार्यक्रम को लेकर तैयारी काफी तेज हो गई है।
पदयात्रा में होंगे शामिलवहीं, NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. कन्हैया कुमार के नेतृत्व में चल रही इस पदयात्रा में वह शामिल होंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को गांधी बिहार आएंगे और तीन कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
वे सबसे पहले बेगूसराय में 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा में शिरकत करेंगे और उसके बाद पटना में संविधान सम्मेलन में भाग लेंगे। इसके बाद वे पार्टी की एक बैठक में हिस्सा लेंगे।
बिहार दौरे से पहले राहुल गांधी की राज्य के युवाओं से खास अपील की है। इसको लेकर उन्होंने एक्स पर एक वीडियो जारी किया है।
उन्होंने वीडियो में कहा है कि बिहार के युवा साथियों, मैं 7 अप्रैल को बेगूसराय आ रहा हूं, पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए।
बिहार के युवा साथियों, मैं 7 अप्रैल को बेगूसराय आ रहा हूं, पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने।
लक्ष्य है कि पूरी दुनिया को बिहार के युवाओं की भावना दिखे, उनका संघर्ष दिखे, उनका कष्ट दिखे।
आप भी White T-Shirt पहन कर आइए, सवाल पूछिए, आवाज़ उठाइए -… pic.twitter.com/LhVUROFCOW
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 6, 2025लक्ष्य है कि पूरी दुनिया को बिहार के युवाओं की भावना दिखे, उनका संघर्ष दिखे, उनका कष्ट दिखे।
राहुल गांधी ने अपील करते हुए कहा कि आप सभी White T-Shirt पहन कर आइए, सवाल पूछिए, आवाज उठाइए।
राहुल गांधी ने कहा कि आइए, हम मिलकर बिहार को अवसरों वाला राज्य बनाएं।
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Bihar News: बिहार भर की सड़कों को बदलने की तैयारी, चुनाव से पहले सरकार ने कर दिया बड़ा एलान
राज्य ब्यूरो, पटना। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में वाह्य संपोषित योजना के तहत पथ निर्माण विभाग ने 1440.74 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इसके तहत एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की ऋण राशि से राज्य उच्च पथों पर काम होना है।
एडीबी की ऋण राशि से बिहार स्टेट हाइवे प्रोजेक्ट चार फेज-2 में इन सड़कों पर कामएशियन डेवलपेमेंट बैंक की ऋण राशि से बिहार स्टेट हाइवे प्रोजेक्ट चार के फेज-2 में प्रस्तावित सड़कों पर काम होना है। इसके तहत 268 किमी सड़क का निर्माण होना है। इस पर 3366.47 करोड़ रुपए खर्च होना है।
इनमें सुपौल व अररिया जिले में नरपतगंज-परवाहा पथ (47 किमी), मधुबनी में मधुबनी राजनगर-बाबू बरही-खुटौना पथ (41 किमी), बक्सर जिले में ब्रह्मपुर-कुरानसराय-इटाढ़ी-सरंजा-जालीपुर पथ (57 किमी) तथा दरभंगा व सीतामढ़ी जिले में अतरबेल-जाले-घोघराचट्टी (15 किमी) सड़क शामिल है।
बिहार स्टेट हाइवे प्रोजेक्ट चार के फेज-1 के तहत पांच सड़कों पर कामबिहार स्टेट हाइवे प्रोजेक्ट चार के फेज -1 के तहत एशियन डेवलपमेंट बैंक की ऋण राशि से पांच सड़कों पर काम होना है। इन सड़कों के निर्माण को प्रशासनिक स्वीकति मिल गई है। इन सड़कों में नवादा-नालंदा व गया जिले के बीच दरभंगा-जेठियन-गहलौर- बिन्दुस सड़क (41 किमी) का निर्माण किया जाना है।
इसके अलावा बांका, मुंगेर व भागलपुर जिले से होकर गुजरने वाली घोरैया-इंगलिस मोड़- असरगंज पथ (58 किमी) छपरा एवं सिवान से होकर गुजरने वाली छपरा-मांझी-दरौली-गुठनी पथ (72 किमी), भोजपुर जिले में आरा-एकौना-खैरा-सहार पथ (32 किमी) तथा मुजफ्फरपुर में हथौड़ी-औराई पथ में एक उच्चस्तरीय पुल का निर्माण पहुंच पथ के साथ होना है।
जाइका की ऋण राशि से भी रोड प्रोजेक्ट पर चल रहा कामजापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जाइका) की ऋण राशि से भी बिहार में रोड प्रोजेक्ट पर काम चल रहा। गया-मानपुर-हिसुआ-राजगीर-नालंदा-बिहार शरीफ (93 किमी) सड़क की फोरलेनिंग का का 2138.16 करोड़ रुपए की लागत से चल रहा।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में इस सड़क के निर्माण को ले एकरारनामा हुआ था। पिछले वर्ष दिसंबर तक इस प्रोजेक्ट के 96 प्रतिशत हिस्से पर का्म हो चुका था। इस वर्ष इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की उम्मीद है।
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