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Operation Sindoor: 'जवाबी हमले की सोचना भी मत...', पाकिस्तान से निपटने के लिए भारत पूरी तरह तैयार; आतंकियों की अब खैर नहीं

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 10:13pm

संजय मिश्र, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इसके तहत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में करीब 100 किलोमीटर अंदर और गुलाम जम्मू-कश्मीर में मिसाइलों से हमला करते हुए नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।

भारतीय सेना और वायुसेना ने इस जबरदस्त एवं सटीक संयुक्त ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों पर धावा बोला उन्हें ध्वस्त कर दिया, जिन्हें पाकिस्तान के सबसे बड़े आतंकी सरगना हाफिज सईद और मसूद अजहर का अभेद्य किला माना जाता था।

हैमर स्मार्ट हथियार प्रणाली का हुआ यूज
  • सरकार ने इस ऑपरेशन के दौरान मरने वाले आतंकियों की संख्या नहीं बताई है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों में उनकी संख्या 70 बताई गई है। मरने वालों में लश्कर के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य भी शामिल हैं।
  • ऑपरेशन सिंदूर के तहत मंगलवार-बुधवार रात 1.05 बजे से 1.30 के बीच भारतीय सेनाओं ने 25 मिनट के भीतर लक्ष्य को सटीक भेदने वालीं 24 अति आधुनिक विशिष्ट तकनीक वाले मिसाइलें पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में दागते हुए अपने लक्ष्य को पूरा किया।
  • इस सैन्य ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए हथियारों तथा मिसाइलों का ब्योरा आधिकारिक तौर पर साझा नहीं किया गया है, मगर बताया जाता है कि स्कैल्प डीप-स्ट्राइक क्रूज मिसाइलें, हैमर स्मार्ट हथियार प्रणाली, निर्देशित बम किट और एक्सकैलिबर गोला-बारूद दागने वाले एम-777 हावित्जर जैसे हथियार इसमें शामिल थे।

पाकिस्तान ने ही कर दी हमले की पुष्टि

अचानक एवं हतप्रभ करने वाली भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई में दर्जनों आतंकियों और उनके करीबियों के मारे जाने की पुष्टि खुद पाकिस्तान ने की है। भारत की यह सैन्य कार्रवाई उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक तथा पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक की तुलना में सामरिक रूप से कहीं ज्यादा इसलिए बड़ी है क्योंकि इससे पाकिस्तान को साफ संदेश दिया गया है कि आतंकवाद का उसका घिनौना खेल अब भारत किसी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा।

दो महिला सैन्य अफसरों ने दिया ब्योरा
  • पाकिस्तान के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई को अंजाम देने के बाद बुधवार सुबह 10.30 बजे भारतीय सेना की दो महिला अफसरों थलसेना की कर्नल सोफिया कुरैशी तथा वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ प्रेस कान्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर का पूरा ब्योरा साझा किया।

  • कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में रात 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के मुख्यालयों समेत भारत में आंतक फैलाने में शामिल अन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया।
  • विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि इस ऑपरेशन के लिए सटीक क्षमता और विशिष्ट प्रौद्योगिकी के युद्धक हथियारों का सावधानीपूर्वक चयन किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्रवाई पूरी तरह निर्धारित लक्ष्य पर ही हो।
  • सभी नौ लक्ष्यों में विशिष्ट इमारत या इमारतों का समूह शामिल था और इन्हें पूरी तरह भेदकर ध्वस्त या निष्प्रभावी कर दिया गया। इस दौरान किसी भी सैन्य या असैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया और भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में काफी संयम दिखाया है।
  • बौखलाए पाकिस्तान की भारत को दी गई युद्ध की धमकी का किसी तरह उल्लेख किए बिना विंग कमांडर सिंह ने कहा कि अगर वर्तमान स्थिति को बढ़ाने की कोई कोशिश हुई तो भारतीय सेनाएं ऐसे किसी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं पर दिया अंजाम

पाकिस्तान तथा गुलाम जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले का ब्योरा देते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने कुछ वीडियो तथा सेटेलाइट तस्वीरें साझा कीं और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के लिए लक्ष्य विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में इन ठिकानों की भूमिका को देखते हुए निर्धारित किए गए थे। नागरिक बुनियादी ढांचे और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचने के लिए इन ठिकानों का चयन काफी मेहनत से किया गया।

चार लक्ष्य पाकिस्तान व पांच गुलाम जम्मू-कश्मीर के

पाकिस्तान के भीतर जिन चार आतंकी ठिकानों को भारत के मिसाइल हमले ने ध्वस्त किया उनमें सियालकोट का सरजल कैंप अंतरराष्ट्रीय सीमा से छह किलोमीटर दूर तो सियालकोट का ही मेहमूना जोया कैंप 11 किलोमीटर दूर है। 

जबकि मुरीदके का मरकज तैयबा 25 किलोमीटर दूर है और यह हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय था और यहीं मुंबई आतंकी हमले के दोषी अजमल कसाब व डेविड कोलमैन हेडली को ट्रेनिंग दी गई थी। 

जबकि अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर पाकिस्तान के भीतर बहावलपुर का मरकज सुभान आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का मुख्यालय था, जहां इसका सरगना मसूद अजहर अक्सर वहां आता-जाता रहा है।

गुलाम जम्मू-कश्मीर के जिन पांच आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया उनमें मुजफ्फराबाद का सवाई नाला कैंप नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर है और यहीं पहलगाम व जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर हाल में हुए हमलों से जुड़े लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण शिविर है।

मुजफ्फराबाद के ही सइदना बिलाल कैंप को भी ध्वस्त किया गया है, जहां आतंकियों को जंगल वारफेयर जैसी ट्रेनिंग दी जाती थी।

गुलाम जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन सिंदूर का तीसरा लक्ष्य कोटली का गुलपुर कैंप रहा जो नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर है और पुंछ-राजौरी में नौ जून 2024 को तीर्थ यात्रियों पर हमले के आंतकियों को यहीं प्रशिक्षित किया गया था। कर्नल कुरैशी ने कहा कि मुंबई के 26/11 हमले का मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी अक्सर गुलपुर कैंप में आकर आतंकियों का ब्रेनवाश करता रहा है।

आतंकी संगठनों को पंगु बनाना था लक्ष्य

पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की सैन्य कार्रवाई को बिल्कुल सही ठहराते हुए कर्नल कुरैशी ने कहा कि तीन दशक से पाकिस्तान ने अपने यहां आतंकी बुनियादी ढांचे का जटिल नेटवर्क निर्मित किया है जिसमें भर्ती केंद्र, वैचारिक प्रशिक्षण केंद्र, प्रशिक्षण शिविर और ऑपरेशनल लांच पैड शामिल हैं। पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में फैला हुआ यह आतंकी ढांचा भारत में हमलों को लगातार अंजाम देता रहा है और इनके नोड्स को निशाना बनाने का मकसद आंतकी संगठनों की क्षमता को पंगु बनाना है।

लश्कर के हैंडल से खुलती है पोल

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले की जांच से पाकिस्तान में और वहां से भेजे गए आतंकियों के कम्युनिकेशन नोट्स सामने आए हैं। लश्कर-ए-तैयबा के ज्ञात इंटरनेट मीडिया हैंडल द्वारा उनकी पुन:पोस्टिंग खुद ही सब कुछ बयां करते हैं। पहलगाम हमले की विशेषताएं भारत में सीमापार से आतंक फैलाने के पाकिस्तान के लंबे ट्रैक रिकार्ड से भी मेल खाती हैं और पाकिस्तान दुनियाभर के आतंकियों के लिए एक पनाहगाह के रूप में कुख्यात है।

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Bihar News: बिहार के लापरवाह अफसरों को मिली कार्रवाई की चेतावनी, सचिव ने किया जवाब तलब

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 9:43pm

राज्य ब्यूरो, पटना। उत्तर बिहार में पंचायतीराज विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की बुधवार को समीक्षा हुई। इसमें 15वीं वित्त आयोग एवं छठे राज्य वित्त आयोग के तहत क्रियान्वित जनकल्याणकारी योजनाओं की तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृति को लेकर तेजी से खर्च करने की ओर विभाग के सचिव मनोज कुमार ने अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया।

अफसरों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश

इस क्रम में सचिव ने पांच जिलों की प्रगति जहां निरंतर कम है, वहां के अफसरों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। साथ ही कार्रवाई की चेतावनी भी दी। पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान कहा गया कि जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन के निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध नहीं हैं, वहां दान में जमीन प्राप्त करने की विशेष पहल की जाए।

मीटिंग हाल का नाम पूर्वजों के नाम पर

साथ ही पंचायत सरकार भवन के निर्माण हेतु जमीन दान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने एवं मीटिंग हाल का नाम पूर्वजों के नाम पर रखा जाए। मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना के तहत राज्य की ग्राम पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट्स का तेजी से अधिष्ठापन किया जा रहा है। उत्तर बिहार के इन 21 जिलों की ग्राम पंचायतों में अब तक 3,92,054 सोलर स्ट्रीट लाइट्स अधिष्ठापित की गई है।

केंद्रीकृत अनुश्रवण प्रणाली महत्वपूर्ण

अधिष्ठापित सोलर स्ट्रीट लाइट्स के अनुश्रवण एवं रख-रखाव के लिए विभाग द्वारा ब्रेडा के माध्यम से विकसित केंद्रीकृत अनुश्रवण प्रणाली महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ग्राम पंचायतों में लगाई गई सोलर स्ट्रीट लाइट्स केंद्रीकृत अनुश्रवण प्रणाली से जुड़ी रहें तथा 72 घंटे तक खराब सोलर लाइट ठीक नहीं किए जाने की स्थिति में संबंधित एजेंसी पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

पंचायत ई-ग्राम कचहरी की भी समीक्षा

लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र, अंकेक्षण, लंबित न्यायिक वाद, ग्राम पंचायतों में संचालित आरटीपीएस केंद्र तथा पंचायत ई-ग्राम कचहरी की भी समीक्षा की गई। ग्राम पंचायतों में संचालित आरटीपीएस केंद्र क्रियाशील रहें, इस हेतु जिलों के उप-विकास आयुक्त को समीक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया। बैठक में निदेशक आनंद शर्मा एवं विभाग की विशेष सचिव प्रीति तोंगरिया के अतिरिक्त अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी भी उपस्थित थे। 

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद एयरपोर्ट बंद, कैंसिल कर दी गई फ्लाइट; यात्रियों के लिए एयरलाइंस ने दी ये जानकारी

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 9:14pm

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमले के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का असर देश के कम से कम 18 एयरपोर्ट पर देखने को मिला। बुधवार को देश के उत्तरी व पश्चिमी हिस्से के डेढ़ दर्जन एयरपोर्ट बंद रहे और इन वजहों से 200 से अधिक फ्लाइट रद हो गई।

एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस, आकासा एयर के साथ कई विदेशी एयरलाइंस की फ्लाइट रद रही। अकेले इंडिगो की 165 फ्लाइट रद बताई गई।

कई एयरस्पेस रहे बंद

पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमलों के मद्देनजर कुछ एयरस्पेस के इस्तेमाल पर पाबंदी से श्रीनगर, लेह, जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, चंडीगढ़, जोधपुर, जैसलमेर, शिमला, धर्मशाला व जामनगर जैसे एयरपोर्ट बंद रहे।

इंडिगो के मुताबिक एयरस्पेस पाबंदी की वजह से श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर, जोधपुर जैसे एयरपोर्ट से विमान का आना और जाना दोनों ही बंद रहा। इंडिगो के मुताबिक फ्लाइट रद होने से प्रभावित यात्री अपनी यात्रा आगे बढ़ा सकते हैं या फिर वे टिकट को रद कर सकते हैं।

टिकट रद करने पर उन्हें पूरा रिफंड दिया जाएगा। एयर इंडिया ने भी जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट जैसे एयरपोर्ट से फ्लाइट निलंबित रही।

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CUET PG Result 2025: सीयूईटी पीजी का रिजल्ट जारी, जल्द आएगी कटऑफ लिस्ट; यहां देखें स्कोरकार्ड

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 9:10pm

जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने सीयूईटी पीजी 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है। अभ्यर्थी एनटीए के अधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in/CUET-PG पर जाकर अपना स्कोरकार्ड वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।

इस साल 6,54,019 छात्रों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें से 5,23,032 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए। यह परीक्षा 13 मार्च से एक अप्रैल के बीच कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित की गयी थी। परीक्षा में 157 विषयों को शामिल किया गया था और उम्मीदवारों को चार विषय चुनने की अनुमति दी गयी थी।

जल्द जारी होगी कटऑफ लिस्ट

इस परीक्षा के माध्यम से 191 विश्वविद्यालयों में प्रवेश मिलेगा। इनमें केंद्रीय, राज्य, निजी और अन्य विश्वविद्यालय शामिल हैं। विभिन्न विश्वविद्यालय अपनी कटऑफ सूची और काउंसलिंग कार्यक्रम भी जल्द जारी करेंगे। छात्रों को संबंधित विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर नजर बनाएं रखने की सलाह दी गई है।

इन कोर्स में मिलेगा एडमिशन

एनटीए के अनुसार, इस परीक्षा के जरिए छात्र एमए, एमएससी, एमकॉम सहित विभिन्न पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकेंगे। सीयूईटी पीजी 2025 परीक्षा का आयोजन देशभर में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर 13, 15, 16, 18, 19, 21 से 30 मार्च तथा एक अप्रैल को आयोजित की गई थी। परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट माध्यम में संपन्न हुई थी।

प्रोविजनल आंसर की जारी की गई थी जिस पर 24 अप्रैल तक आपत्तियां मांगी गई थी। आपत्तियों के निराकरण के बाद रिजल्ट जारी कर दिया गया है। परीक्षा से जुड़ी समस्या या जानकारी के लिए अभ्यर्थी हेल्पलाइन नंबर 011- 40759000/ 011- 69227700 पर संपर्क कर सकते हैं।

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कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को ब्रीफिंग के लिए क्यों चुना गया? अब सामने आई वजह

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 9:02pm

मनीष तिवारी, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर की देश को जानकारी देने के लिए सेना और विदेश मंत्रालय की साझा प्रेस कांफ्रेंस का समय जब निर्धारित समय दस बजे से आधे घंटे के लिए आगे बढ़ाया गया तब इसे एक अहम मामले में स्वाभाविक देरी समझा गया था।

लेकिन जब वहां मौजूद मीडिया को यह जानकारी दी गई है कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिसरी के साथ दो महिला सैन्य अफसर विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी राष्ट्रीय मीडिया को पहलगाम के बर्बर आतंकी हमले पर भारत के प्रतिकार की जानकारी देंगी तब यह स्पष्ट हुआ कि इसके जरिये भारत ने अस्वाभाविक कदम उठाते हुए कितना बड़ा और शक्तिशाली संदेश दुनिया को दिया है।

कनिष्ठ महिला सैन्य अफसरों को मिला दायित्व

आम तौर पर ऐसी ब्रीफिंग डीजीएमओ या सेना के मुख्यालय में तैनात ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी द्वारा की जाती है, लेकिन अपेक्षाकृत कनिष्ठ महिला सैन्य अफसरों को यह दायित्व देकर भारत ने आतंकवादियों और उनके हमदर्दों को उनकी हैसियत ही बताने का काम किया।

गुलाम जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान के भीतर की गई सैन्य कार्रवाई जितनी नपी-तुली थी और स्थिति के अनुकूल थी, उतना ही जिम्मेदारी भरा और सबक सिखाने वाला संदेश था इन दो महिला अफसरों का ब्रीफिंग के लिए चयन। सबक इसलिए, क्योंकि इन्हीं महिला अफसरों ने आतंकियों और पाकिस्तान को उनकी करतूतें गिनाईं, प्रमाण दिए, आईना दिखाया और उन्हें दी गई सजा का हाल भी सुनाया।

आतंक के 9 ठिकाने तबाह
  • इस ऑपरेशन के कोड नेम-सिंदूर के बाद यह दूसरा ऐसा कदम था, जिसने पहलगाम के एक पर्यटक स्थल (बैसरन) में दिखाई गई अमानवीयता के विरुद्ध देश के संकल्प, सोच और दिशा का प्रदर्शन किया।
  • कर्नल कुरैशी ने कहा- भरोसेमंद गुप्तचर सूचना के आधार पर हमने आतंक के उन नौ ठिकानों को छांटकर ध्वस्त कर दिया जो सीमा पार आतंकवाद में शामिल थे। वायुसेना में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी पूरे आत्मविश्वास के साथ यह घोषणा कि भारतीय सैन्य बल पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन उन्हें आतंकी घटनाओं जैसे उकसावे वाले कार्यों का जवाब देने में भी निर्णायक प्रहार के साथ-साथ संयम बरतना भी आता है।

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चीन के सामने रोया पाकिस्तान तो ड्रैगन ने दिखाया आईना; बोला- 'हम आतंकवाद के खिलाफ...'

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 9:01pm

पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने बुधवार को चीन के राजदूत जियांग जेडोंग को भारत के साथ बढ़े तनाव और हालिया सैन्य घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। बुधवार तड़के भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के बहावलपुर आतंकी कैंप सहित नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया। बहावलपुर जैश का एक मजबूत गढ़ माना जाता है।

पाक डिप्टी प्रधानमंत्री ने चीन को बताया भारत की 'संप्रभुता के उल्लंघन' का मामला

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार, चीनी राजदूत ने डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की और मौजूदा तनाव पर चर्चा की। विदेश कार्यालय ने बयान में कहा, "डिप्टी प्रधानमंत्री ने चीनी राजदूत को भारत की ओर से पाकिस्तान की संप्रभुता के 'उल्लंघन' और बेगुनाह लोगों की दर्दनाक मौत के बारे में जानकारी दी।"

इशाक डार ने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी हुकूमत और सरहदी अखंडता की हिफाजत हर कीमत पर करेगा।

चीन ने दोनों मुल्कों से संयम बरतने की अपील की

बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने इलाके की सुरक्षा से जुड़े ताजा हालात पर राय साझा की और तमाम जरूरी इलाकों में नजदीकी बनाए रखा। इसी बीच चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर भारत और पाकिस्तान से सबसे ज़्यादा संयम बरतने की अपील की। बयान में कहा गया, "हम मौजूदा सूरत-ए-हाल से फिकरमंद हैं। भारत और पाकिस्तान हमेशा एक-दूसरे के पड़ोसी रहेंगे। वो चीन के भी पड़ोसी हैं।"

चीन ने आतंकवाद को लेकर की कड़ी आलोचना, भारतीय एक्शन पर जताया 'अफसोस'

चीनी विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, "चीन हर किस्म की दहशतगर्दी के सख्त खिलाफ है।" चीन का यह बयान पहलगाम में हुए आतंकी हमले की तरफ इशारा था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।

बयान में आगे कहा गया, "हम दोनों पक्षों से अपील करते हैं कि वो इलाके में अमन कायम करें और संयम बरतें और ऐसे कदमों से परहेज करें जो हालात को और संगीन बना सकते हैं।" चीन ने भारत की सैन्य कार्रवाई को 'अफसोसनाक' बताया और अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साथ मिलकर तनाव घटाने की वकालत की है।

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Bihar News: अब सरकारी अस्पतालों में नहीं होगी दवाओं की कमी! नीतीश सरकार ने कर दिया बड़ा काम

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 8:51pm

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में रोगियों को मुफ्त दवाएं मुहैया कराने की पूर्व से चल रही योजना के तहत करीब ढ़ाई सौ करोड़ रुपये का आवंटन स्वीकृत किया है।

वित्तीय वर्ष 2025-26 के तहत मेडिकल कालेज अस्पतालों और अन्य चिकित्सा शैक्षणिक संस्थानों के लिए कुल 136.91 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।

इसके अलावा जिला एवं अनुमंडलीय अस्पतालों को 90 करोड़ और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 23.08 करोड़ का आवंटन स्वीकृत किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दवाओं के लिए राशि स्वीकृत करने के साथ ही विभाग ने दवाओं की खरीद के लिए गाइडलाइन भी जारी की है।

मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के लिए स्वीकृत राशि में से 70 प्रतिशत हिस्सा बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम के स्तर पर खर्च होगा और वह दवाओं की खरीद करेगा।

शेष 30 प्रतिशत राशि से मेडिकल कॉलेज अस्पताल अपने स्तर पर स्थानीय बाजार से दवाएं खरीद सकेंगे। दूसरी ओर जिला अस्पतालों की राशि में से 80 प्रतिशत राशि का उपयोग स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना करेगा जबकि 20 प्रतिशत राशि से सिविल सर्जन दवाओं की खरीद कर सकेंगे।

अस्पतालवार दवाओं के लिए आवंटित राशि
  • पीएमसीएच, पटना - 36.80 करोड़
  • डीएमसीएच, दरभंगा - 26.40 करोड़
  • एनएमसीएच, पटना - 8 करोड़
  • एएनएमसीएच, गया - 14.40 करोड़
  • जेएलएनएमसीएच, भागलपुर - 14.40 करोड़
  • एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर - 36 करोड़
  • इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान - 3.20 करोड़
  • राजकीय दंत महाविद्यालय, पैठान, रहुई - 2.40 करोड़
  • जीएमसीएच, बेतिया - 3.20 करोड़
  • बिम्स, पावापुरी - 4.80 करोड़
  • जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा - 1.60 करोड़
  • जीएमसीएच, पूर्णिया - 2.40 करोड़
  • श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल - 80 लाख

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब भारत को आंख नहीं दिखा पाएगा पाकिस्तान, स्ट्राइक ने ठिकाने लगा दी अक्ल

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 8:49pm

संजय मिश्र, जागरण। ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अब तक किसी भी अन्य सैन्य ऑपरेशन की तुलना में केवल इसलिए अलग नहीं कि इसने पाकिस्तान को हतप्रभ और हैरान कर दिया बल्कि इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है कि भारत ने आतंकवाद के पनाहगार पाकिस्तान के लिए बालाकोट के बाद और बड़ी लक्ष्मण रेखा खींच दी है।

इस ऑपरेशन में पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ मिसाइल से हमला कर भारत ने साफ संदेश दिया कि आतंकवाद फैलाने वालों को न्याय की सूली पर चढ़ाने के लिए अब बड़ी सैन्य कार्रवाईयों से भी परहेज नहीं करेगा।

25 मिनट में 24 मिसाइलों से हमला

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ केवल 25 मिनट में 24 अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलों से हमला इसका सबूत है और संभवत: संख्या के हिसाब से एक दिन में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ओर किया गया सबसे बड़ा मिसाइल हमला है।

पाकिस्तान में चार और पाक अधिकृत कश्मीर में पांच आतंकी ठिकानों पर हमले से इस्लामाबाद इसलिए हतप्रभ रह गया कि भारत ने सात मई को अपने नागरिकों को युद्ध के दौरान बचाव के लिए ट्रेनिंग ड्रिल का आयोजन करने का राज्यों को निर्देश दिया था तो भारतीय वायुसेना ने राजस्थान की सीमा पर इसी दिन युद्धाभ्यास के लिए नोटम जारी किया था।

इस बार अलग थी स्ट्राइक
  • भारत की इन तैयारियों के मद्देनजर पाकिस्तान को शायद ही आशंका थी कि इससे पहले ही बुधवार आधी रात को भारतीय सेनाएं न केवल पीओजेके बल्कि पाकिस्तान के 100 किमी भीतर बहावलपुर जैसे आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर देगी। सैन्य ऑपरेशन में दुश्मन को हतप्रभ करने की इस रणनीति के साथ ही ऑपरेशन सिंदूर ऊरी के उपरांत सर्जिकल स्ट्राइक तथा पुलवामा के बाद बालाकोट में हुए एयर स्ट्राइक से आकार-प्रकार ही नहीं सामरिक रूप से भी बहुत बड़ा था।
  • संदेश साफ है कि पाकिस्तान में बैठकर आतंकवाद फैलाने वालों को पाकिस्तानी सेना का रक्षा कवच भी अब बचा नहीं पाएगा। निसंदेह आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर का बेलाग संदेह यही है। पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेनाओं की जहां पेशेवर तथा संयमित कार्रवाई का भी नमूना है क्योंकि इसमें केवल आंतकी कैंपों को ही निशाना बनाया गया।
  • पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों पर कोई कार्रवाई नहीं कर भारत ने दुनिया को यह भी संदेश दिया कि वह अग्रणी जवाबदेह राष्ट्र के रूप में युद्ध का पैरोकार नहीं है। इसीलिए केवल आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई कर पाकिस्तान को आगाह किया है कि वह आतंकवाद को भारत के खिलाफ अपनी राजसत्ता का हथियार बनाने की हरकत जारी रखेगा तो क्षेत्रीय शांति बनाए रखना अकेले उसकी जिम्मेदारी नहीं होगी।
सेना ने जारी किए वीडियो

ऑपेरशन सिंदूर की बेहद चुनौतीपूर्ण मगर सटीक कार्रवाई में इस बार सेनाओं ने इसका भी खास ख्याल रखा कि पाकिस्तान को दुनिया के सामने पर्दा डालने की कोई गुंजाइश न मिले। इसीलिए ऑपरेशन का ब्यौरा साझा करने के दौरान सैन्य कार्रवाई की कुछ वीडियो तथा सेटेलाइट भी भारतीय सेनाओं ने दिखाई।

हालांकि यह अलग बात रही कि पाकिस्तानी सेना, सरकार, मीडिया तथा वहां के नागरिकों ने खुद बयानों तथा वीडियो के माध्यम से भारतीय सैन्य हमले से जान-माल को हुए नुकसान को खुलकर खुद ही साझा किया।

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Bihar Election 2025: चुनाव को लेकर एक्टिव हुए CM नीतीश, सभी NDA नेताओं को दे दिया नया टास्क

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 8:42pm

राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भी एनडीए के घटक दलों के नेताओं के साथ बैठक कर एकजुटता का संदेश दिया।

बुधवार को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम), लोजपा (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।

इस दौरान सीएम ने जनता के बीच पिछले 20 सालों में हुए बदलावों की जानकारी देने का टास्क घटक दलों को दिया।

उन्हें बताया जाए कि वर्ष 2005 में क्या हालात थे और 2025 में क्या िस्थति है? शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली, परिवहन समेत तमाम क्षेत्रों में किए गए कामों की जानकारी जनता को दी जाए, ताकि लोग जागरूक हो सके।

इसके लिए हाल ही में विमोचित की गई पुस्तिका बिहार का नव निर्माण : 20 साल बिहार के, बदलते बिहार में दर्ज उपलिब्धयों के बारे में लोगों को बताएं।

इसके साथ ही एनडीए के घटक दलों को आगामी चुनाव को देखते हुए क्षेत्र में एकजुटता दिखाने और समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया गया।

चुनाव के दौरान किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है, इन मुद्दों का चयन आपसी सहमति से किए जाने पर चर्चा हुई।

बैठक में ये नेता रहे शामिल

बैठक में हम की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार, लोजपा (रामविलास) की ओर से प्रदेश महासचिव संजय पासवान व मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट जबकि रालोमो के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी जायसवाल शामिल हुए।

मालूम हो कि इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने जदयू और भाजपा कोटे के मंत्रियों और नेताओं के साथ भी बैठक कर समन्वय बनाए रखने आदि पर जोर दिया था।

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