Feed aggregator

सुहास शेट्टी मर्डर केस में एक्शन मोड में पुलिस, 8 संदिग्धों को किया गिरफ्तार

Dainik Jagran - National - May 3, 2025 - 1:41pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बजरंग दल के पूर्व कार्यकर्ता और हिन्दू एक्टिविस्ट सुहास शेट्टी की दर्दनाक मौत ने पूरे कर्नाटक को हिलाकर रख दिया है। बीच सड़क पर कुछ लोगों ने तलवार और बांके से सुहास को छलनी कर दिया। सुहास ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना को हुए दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन आरोपी अभी भी पुलिस की पहुंच से कोसों दूर हैं।

सुहास के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 5 स्पेशल टीमों का गठन किया है। इसके अलावा कर्नाटक पुलिस ने 8 संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया है।

यह भी पढ़ें- सिंधु और एयरस्पेस बैन के बाद पाकिस्तान पर एक और स्ट्राइक, भारत ने सभी इंपोर्ट पर लगाई रोक

पुलिस ने गठित की टीमें

कर्नाटक पुलिस ने 5 स्पेशल टीमों का गठन किया है। इसी कड़ी में पुलिस मंगलुरु की अलग-अलग जगहों से 8 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने घटना का वीडियो भी बरामद कर लिया है, जिसकी मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल

सुहास हत्याकांड को लेकर कर्नाटक के नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने पुलिस पर ही सवाल खड़े किए हैं। आर अशोक ने कहा-

मर्डर से 1 हफ्ते पहले पुलिस ने सुहास को गाड़ी में हथियार न रखने की चेतावनी दी थी। साथ ही सुहास की गाड़ी की तलाशी भी ली गई थी। सुहास की कार में हथियार नहीं हैं, यह जानकारी आरोपियों को कैसे मिली?

पुलिस स्टेशन के पास हुई वारदात

आर अशोक का कहना है कि "अगर सुहास की गाड़ी में हथियार होते तो शायद वो जिंदा बच सकता था। यह मर्डर पुलिस स्टेशन से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर हुआ। इसके बावजूद कोई भी पुलिस अधिकारी मौके पर क्यों नहीं पहुंचा?" बता दें कि 1 मई की शाम को मंगलुरु में सुहास शेट्टी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।

NIA जांच की मांग

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे और मंगलुरु में बीजेपी सांसद कैप्टन बृजेश पाठक ने गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उनकी मांग है कि सुहास की जांच NIA को सौंप देनी चाहिए। वहीं, कर्नाटक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई वीजेंद्र ने सुहास के परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया है।

यह भी पढ़ें- राजौरी ब्लास्ट के 2 आतंकियों का पहलगाम हमले से कनेक्शन? NIA दोनों से पूछताछ कर जुटा रही सबूत

Categories: Hindi News, National News

राजौरी ब्लास्ट के 2 आतंकियों का पहलगाम हमले से कनेक्शन? NIA दोनों से पूछताछ कर जुटा रही सबूत

Dainik Jagran - National - May 3, 2025 - 1:39pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद जम्मू कश्मीर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षाबलों की नजर है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने इस आतंकी हमले की जांच अपने हाथों में ले ली है। इसी कड़ी में NIA 2023 के राजौरी ब्लास्ट में शामिल 2 आतंकियों से पूछताछ कर रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, NIA को शक है कि राजौरी ब्लास्ट को अंजाम देने वाले दोनों आतंकियों का भी पहलगाम हमले में हाथ हो सकता है। NIA ने दोनों से सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं।

यह भी पढ़ें- पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को एक और झटका, भारत ने सभी तरह के आयात पर लगा दी रोक

राजौरी बम धमाका

2023 में जम्मू कश्मीर के राजौरी में हुए IED ब्लास्ट के बाद से ही यह दोनों आतंकी NIA के कब्जे में हैं। दोनों आतंकियों ने मिलकर इस बम ब्लास्ट को अंजाम दिया था। इस हमले में 2 बच्चों समेत 7 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग गंभीर रूप से घायल थे।

NIA को है शक

राजौरी ब्लास्ट को अंजाम देने वाले दोनों आतंकियों के नाम मुश्ताक और निसार है। NIA को शक है कि पहलगाम हमले में भी दोनों की अहम भूमिका हो सकती है। इसी सिलसिले में NIA दोनों आतंकियों से पूछताछ करके सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है।

#WATCH | Jammu and Kashmir | NIA DG Sadanand Vasant Date leaves from Pahalgam after visiting the attack site in Baisaran, along with the senior officials of NIA & Jammu Kashmir Police #PahalgamTerroristAttack pic.twitter.com/2qpjo52SEC

— ANI (@ANI) May 1, 2025 NIA कर रही है जांच

22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद NIA ने 27 अप्रैल को शिकायत दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी। इसी कड़ी में NIA कई प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित परिवारों के बयान लेकर आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने की जद्दोजहद में जुटी है। NIA महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत कई अन्य राज्यों में पहलगाम हमले के पीड़ितों से बात कर चुकी है।

5-7 आतंकियों के होने की आशंका

NIA की शुरुआती जांच में संदेह है कि पहलगाम हमले में 5-7 आतंकी शामिल थे। इसके अलावा 2 स्थानीय लोगों ने भी इस हमले को अंजाम देने में आतंकियों की मदद की। इन स्थानीय मददगारों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था। लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी संगठन TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।

यह भी पढ़ें- Manipur Violence: 2 साल बाद भी क्यों नहीं थम रही मणिपुर हिंसा? 7000 से ज्यादा लोग घर छोड़ने पर मजबूर

Categories: Hindi News, National News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar