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भारत के लिए चिंता की बात: पाकिस्तान अमेरिका की नकल पर आमादा, बनाएगा क्रिप्टो करेंसी का रिजर्व

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 4:20pm

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी के मामले में पाकिस्तान बिल्कुल अमेरिका के नक्शे कदम पर भी चल रहा और उसी की तरह तेजी दिखाते हुए उसकी नकल भी कर रहा है। पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल (पीसीसी) के सीईओ बिलाल बिन साकिब ने लॉस वेगास में 27 से 29 मई तक आयोजित बिटकाइन कांफ्रेंस में एलान किया कि पाकिस्तान भी स्ट्रैटेजिक बिटक्वाइन रिजर्व बनाएगा।

बिटक्वाइन सबसे प्रचलित और चर्चित क्रिप्टो करेंसी है। इस करेंसी का रिजर्व बनाना कुछ वैसा ही है, जैसे आपातकालीन स्थिति के लिए कई देश पेट्रोलियम का रिजर्व (भंडार) बनाते हैं। बिलाल ने अपने इस फैसले के लिए अमेरिका से प्रेरित होने के लिए उसे धन्यवाद भी दिया।

क्रिप्टो एंड ब्लॉकचेन मंत्रालय का दिया गया प्रभार

ब्रिटिश मूल के पाकिस्तानी नागरिक बिलाल को इसी मार्च में आननफानन गठित पीसीसी का सीईओ बनाया गया था। तीन दिन पहले उसे मंत्री का दर्जा देने के साथ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का विशेष सहायक भी बनाया गया। उसे क्रिप्टो एंड ब्लाकचेन मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। उसे पाकिस्तान वित्त मंत्रालय का विशेष सलाहकार भी बनाया जा चुका है। इसके पहले पहलगाम हमले के पांच दिन बाद 27 अप्रैल को पीसीसी ने ट्रंप परिवार की क्रिप्टो करेंसी कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (डब्लूएलएफ) से समझौता किया था।

इस कंपनी में ट्रंप के बेटों की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी

इस कंपनी में ट्रंप के तीन बेटों की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस समझौते के लिए डब्लूएलएफ के सह संस्थापक जैक विटकाफ, चेस हेरो और जैक फोकमैन विशेष विमान से पाकिस्तान गए थे। इन तीनों का किसी शासनाध्यक्ष जैसा सत्कार हुआ था, जबकि चेस और हेरो दागदार अतीत वाले हैं। जैक विटकाफ ट्रंप के सबसे भरोसेमंद सलाहकार और पश्चिम एशिया में उनके विशेष दूत स्टीव विटकाफ के बेटे हैं।

माना जाता है कि इसी समझौते के चलते भारत और पाकिस्तान को लेकर ट्रंप के सुर अचानक बदल गए और वह पाकिस्तान को ग्रेट कंट्री बताने लगे।

इसे महज संयोग नहीं माना जा रहा कि जैसे ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद इसी साल मार्च में अमेरिका में बिटक्वाइन स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने का ऐलान किया था, उसी तरह पीसीसी के सीईओ और शहबाज शरीफ सरकार में मंत्री बन गए बिलाल ने भी लास वेगास में कहा कि पाकिस्तान भी ऐसा ही करेगा। इसी तरह जैसे ट्रंप की पहल पर डब्लूएलएफ 2024 में राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के बीच अचानक स्थापित की गई थी, उसी तरह पीसीसी को भी पाकिस्तान में डिजिटल इकोनामी को बढ़ावा देने के लिए इसी 20 मार्च को यकायक गठित किया गया, जबकि पहले ट्रंप की तरह पाकिस्तान भी क्रिप्टो करेंसी को लेकर उत्साहित नहीं था और वहां उस पर कई तरह की पाबंदियां भी थीं।

क्रिप्टो करेंसी को लेकर पाकिस्तान ने अचानक किए कई बदलाव

क्रिप्टो करेंसी को लेकर पाकिस्तान के रवैये में अचानक आए बदलाव और जल्दबाजी में डब्लूएलएफ- पीसीसी के बीच हुए रहस्यमय समझौते को भारत के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है। अंदेशा है कि डिजिटल इकोनामी को बढ़ावा देने की आड़ में पाकिस्तान आतंकियों को आसानी से फंडिंग कर सकता है।

इस घटनाक्रम पर काउंसिल आन स्ट्रेटजिक एंड डिफेंस रिसर्च सेंटर के फेलो सी राजामोहन का कहना है कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर पाकिस्तान के रूख में आए बड़े बदलाव और ट्रंप परिवार की कंपनी से पीसीसी के समझौते को देखते हुए भारत को पाकिस्तान पर नजर रखनी चाहिए और अपनी क्रिप्टो रणनीति भी नए सिरे से बनानी चाहिए। ट्रंप के क्रिप्टो करेंसी के पक्ष में खुलकर उतर आने पर अमेरिका में तो उनका विरोध भी हो रहा है, लेकिन पाकिस्तान में इसे एक बड़ी उपलब्धि की तरह देखा जा रहा है।

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IT कंपनी की धोखाधड़ी, नौकरी का ऑफर देकर सड़े हुए अंडे खाने के लिए किया मजबूर

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 4:10pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आईटी कंपनी से जुड़ा एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बता दें कि यहां कर्मचारियों को एक हफ्ते से अधिक समय तक फ्रिज में रखे सड़े हुए बत्तख के अंडे खाने के लिए मजबूर किया जाता है। इससे भी बुरा यह हुआ कि जो लोग बदबूदार, सड़े हुए अंडे खाने से इनकार करते थे उन्हें बिजली के झटके दिए जाते थे।

ये पीड़ा का एक भयावह रूप है जिसका इस्तेमाल उन मजबूर लोगों को दंडित करने के लिए किया जाता है जो इंटरनेट घोटालों का विरोध करते हैं या धोखाधड़ी के लक्ष्यों को पूरा करने में विफल रहते हैं।

भारतीय सरकार ने 540 नागरिकों को बचाया 

मार्च में, भारतीय सरकार ने 540 नागरिकों को बचाया जिन्हें नौकरी के प्रस्तावों के लालच में म्यांमार में तस्करी करके लाया गया था। पीड़ित तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात, बिहार, राजस्थान, केरल और तमिलनाडु सहित कई राज्यों से थे।

उनमें से 65 भारतीय कर्मचारी थे, जो ऐसी ही एक कंपनी में लगातार दुर्व्यवहार सहने के बाद हड़ताल पर चले गए थे। 11 और 12 मार्च को दिल्ली में वापस आने पर, उन्होंने सीबीआई के साथ भयावह अनुभव शेयर किए, जिसमें बताया गया कि कैसे उन्हें म्यांमार के म्यावाडी क्षेत्र में भर्ती किया गया, ले जाया गया और प्रताड़ित किया गया।

तस्करी करके लाया गया 

उनमें से एक, करीमनगर जिले के मनकोंदूर के रंगमपेटा के 31 साल के कोक्किराला मधुकर रेड्डी ने अपना अनुभव शेयर किया है कि 18 दिसंबर, 2024 को बैंकॉक पहुंचने के बाद, उन्हें एक आईटी नौकरी के बहाने म्यावाडी में तस्करी करके लाया गया।

मधुकर ने कहा, 'टेस्ट के दौरान मुझे जल्दी ही एहसास हो गया कि हमसे अमेरिका में रहने वाले एनआरआई को गैर-मौजूद कंपनियों में निवेश करने के लिए राजी करके ठगने की उम्मीद की जा रही थी।' क्योंकि मैं जानबूझकर अपने लक्ष्यों पर धीमी गति से आगे बढ़ा, इसलिए मुझे बार-बार दंडित किया गया - मैंने कई बार खतरनाक बत्तख का अंडा खाया, जो सड़ा हुआ था।

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'नहीं दे सकते तो वादा मत करो', लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में देरी पर भड़के वायुसेना प्रमुख, रक्षा मंत्री के सामने की आलोचना

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 4:07pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के एअर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने रक्षा खरीद परियोजनाओं में हो रही देरी पर चिंता जताई है। एक आधिकारिक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कई अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय हम जानते हैं कि ये सिस्टम कभी नहीं आने वाले हैं।

एअर चीफ मार्शल ने कहा, "समयसीमा एक बड़ा मुद्दा है और मैं एक भी परियोजना के बारे में नहीं सोच सकता जो समय पर पूरी हुई हो। हम ऐसा वादा क्यों करें जो पूरा नहीं हो सकता?" वायुसेना प्रमुख ने रक्षा सिस्टमों में देरी के कई मामलों की ओर इशारा किया, खास तौर पर स्वदेशी परियोजनाओं से जुड़े मामलों की ओर।

लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) कार्यक्रम का हवाला देते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि तेजस Mk1A फाइटर जेट की डिलीवरी रुकी हुई है, जो फरवरी 2021 में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ हस्ताक्षरित 48 हजार करोड़ रुपये के अनुबंध के तहत है। ऑर्डर किए गए 83 विमानों में से अब तक कोई भी विमान नहीं दिया गया है। डिलीवरी मार्च 2024 में शुरू होने वाली थी।

वायुसेना प्रमुख ने क्या-क्या कहा?
  • लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में हो रही देरी ने कई प्रमुख परियोजनाओं को प्रभावित किया है, जिसमें तेजस MK1A लड़ाकू विमान भी शामिल है।
  • तेजस एमके1 की डिलीवरी में देरी हो रही है।
  • तेजस एमके2 का प्रोटोटाइप अभी तक रोल आउट नहीं हुआ है।
  • स्टील्थ एएमसीए फाइटर का अभी तक कोई प्रोटोटाइप नहीं है।

CIA वार्षिक व्यापार सम्मेलन को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा, "स्टील्थ एएमसीए लड़ाकू विमान का अभी तक कोई प्रोटोटाइप नहीं है।" इस सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।

यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वायुसेना सरकार की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत तेजी से स्वदेशीकरण और घरेलू क्षमता पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा, "हम सिर्फ भारत में उत्पादन के बारे में बात नहीं कर सकते, हमें डिजाइनिंग के बारे में भी बात करनी होगी।"

'हमें अभी से तैयार रहना होगा'

वायुसेना प्रमुख ने कहा, "हमें सेना और उद्योग के बीच विश्वास की जरूरत है। एक बार जब हम किसी चीज के लिए प्रतिबद्ध हो जाते हैं, तो हमें उसे पूरा करना चाहिए। वायुसेना भारत में निर्माण के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है।"

उन्होंने कहा, "हमें भविष्य के लिए तैयार होने के लिए अभी से तैयार रहना होगा। 10 साल में हमें उद्योग से ज़्यादा उत्पादन मिलेगा, लेकिन हमें आज जो चाहिए वह आज ही चाहिए। हमें जल्दी से जल्दी अपने कामों को एक साथ करने की जरूरत है। युद्ध हमारी सेनाओं को सशक्त बनाकर जीते जाते हैं।"

ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र

वायुसेना प्रमुख की यह टिप्पणी भारत द्वारा 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकी हमले के प्रतिशोध में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के कुछ दिनों बाद आई है।

एअर चीफ मार्शल ने कहा, "जैसा कि नौसेना प्रमुख ने कहा था, ऑपरेशन सिंदूर के तहत युद्ध का चरित्र बदल रहा है। हर दिन हम नई तकनीकें खोज रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने हमें यह स्पष्ट जानकारी दी है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं और भविष्य में हमें क्या चाहिए। इसलिए हमें बहुत काम करने की आवश्यकता है, जो पहले से ही चल रही है।"

इससे पहले भी कर चुके हैं आलोचना

वायुसेना प्रमुख की यह टिप्पणी भारत के रक्षा उत्पादन माहौल की उनकी पहली सार्वजनिक आलोचना नहीं है। पिछले साल अक्टूबर में वायुसेना प्रमुख का पदभार संभालने के कुछ समय बाद उन्होंने कहा था कि भारत एक समय सैन्य तकनीक के मामले में चीन से आगे था, लेकिन अब वह पिछड़ गया है।

इस साल फरवरी में वायुसेना प्रमुख द्वारा सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की आलोचना करने की एक रिकॉर्डिंग ने विवाद खड़ा कर दिया था। उन्हें माइक पर यह कहते हुए सुना गया कि उन्हें HAL पर 'बिल्कुल भरोसा नहीं है'।

'यह एक राष्ट्रीय जीत है', ऑपरेशन सिंदूर पर एअर चीफ मार्शल का बड़ा बयान; कहा- इसमें सभी भारतीय का है योगदान

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'शराब पीकर इंसान जानवर बन जाता है', 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म करने वाले डॉक्टर पिता को SC ने लगाई फटकार

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 3:46pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि शराब पीने के बाद इंसान जानवर  बन जाता है।  

उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को एक हृदय रोग विशेषज्ञ की उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें उसने अपनी सात वर्षीय बेटी के साथ यौन उत्पीड़न के लिए सजा को निलंबित करने की मांग की थी। न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने कहा कि डॉक्टर को निचली अदालत ने दोषी ठहराया है और वह उसे कोई राहत देने के पक्ष में नहीं है।

डॉक्टर राहत का हकदार नहीं: सुप्रीम कोर्ट

पीठ ने मौखिक रूप से कहा, "देखिए, उसने बच्चे के साथ किस तरह की हरकतें की हैं। आप किसी राहत के हकदार नहीं हैं। बच्चे ने आपके मुवक्किल के खिलाफ बयान दिए हैं। वह एक विकृत व्यक्ति है, उसे किसी निलंबन का हकदार नहीं माना जा सकता। वे नशे में थे।"

पीठ ने मौखिक रूप से कहा, "आप अपनी बेटी के साथ ऐसा नहीं कर सकते। वह पिता के खिलाफ गवाही क्यों देगी। वह एक छोटी बच्ची है, जिसने जिरह झेली है। शराब पीने के बाद आदमी जानवर बन जाता है। हमें ऐसा नहीं कहना चाहिए, लेकिन हम सबसे उदार पीठ हैं। अगर हम जमानत नहीं दे रहे हैं, तो इसके पीछे कारण हैं।" बता दें कि डॉक्टर ने शराब के नशे में यौन उत्पीड़न किया था।

डॉक्टर के वकील ने क्या कहा?

डॉक्टर की ओर से पेश वकील ने तर्क दिया कि बेटी की गवाही को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया था। वकील ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 12 लाख से अधिक मामले लंबित हैं और दोषी के खिलाफ अपील पर निकट भविष्य में सुनवाई नहीं होगी। एफआईआर में पीड़िता की मां ने अपने पति पर उनकी बेटी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।

पीड़िता की मां ने बताई डॉक्टर पति की हैवानियत

पीड़िता की मां ने बताया कि वह वाराणसी में रहती हैं, जबकि उनके पति हल्द्वानी में रहते हैं, जहां वह नर्सिंग होम चलाते हैं। 23 मार्च 2018 को डॉक्टर अपनी बेटी को अपने साथ हल्द्वानी ले गया और 30 मार्च को अपनी पत्नी को फोन करके उसे वापस ले जाने को कहा। बाद में लड़की ने अपनी मां को बताया कि उसके पिता एक बुरे आदमी हैं और उन्होंने उसके साथ गलत व्यवहार किया है। 

(पीटीआई इनपुट से)

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कुत्ते ने लिफ्ट में पड़ोसी को काटा, कोर्ट ने मालिक को सुनाई 4 महीने की सजा; जुर्माना भी लगाया

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 3:23pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आए दिन कुत्ते के काटने के मामले सामने आते रहते हैं। कुत्ते कई बार इतने ज्यादा खतरनाक रूप ले लेते हैं कि अपने मालिक की जान ले लेते हैं। ऐसा ही एक मामला मुंबई से सामने आया है, जहां कोर्ट ने कुत्ते के मालिक को सजा दे दी है।

मुंबई के वर्ली के एक 40 साल के व्यक्ति को चार महीने के जेल की सजा सुनाई गई है, क्योंकि उसके पालतू कुत्ते ने अपार्टमेंट की लिफ्ट के अंदर अपने पड़ोसी को काट लिया था।

कोर्ट ने सुनाई सजा

ऋषभ पटेल नामक व्यक्ति को पशु के साथ लापरवाही बरतने के आरोप में दोषी ठहराया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट सुहास भोसले ने फैसला सुनाते हुए कहा कि वह पटेल के साथ इस मामले में 'नरमी' नहीं बरतेंगे।

सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए जज ने कहा, जिसे तरह से आरोपी ने अपने पालतू जानवर को लिफ्ट के अंदर खींचा, उससे पता चलता है कि वह अपने पालतू जानवर के प्रति सतर्क नहीं था। उसने पीड़ित की बात को गंभीरता से नहीं लिया देने और उसके बेटे की परवाह नहीं की। वहीं अपने पालतू जानवर को लिफ्ट के अंदर खींच लिया।

बेटे के साथ नीचे जा रहा था पड़ोसी

पीड़ित वर्ली के अल्फा अपार्टमेंट में रहने वाले रामिक शाह, अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ चौथी मंजिल से नीचे जा रहे थे। जब लिफ्ट तीसरी मंजिल पर रुकी, तो ऋषभ पटेल अपने कुत्ते के साथ खड़ा था। रामिक शाह ने कहा कि उन्होंने ऋषभ पटेल से रुकने का अनुरोध किया, यह समझाते हुए कि उनका बेटा सिनोफोबिक (कुत्तों से डरता है) है। हालांकि, पटेल ने कथित तौर पर अनुरोध को नजर अंदाज कर दिया और उन्हें बाहर निकलने का भी टाइम नहीं दिया।

वहीं उन्होंने अपने कुत्ते को लिफ्ट में खींच लिया, इस वजह से कुत्ते ने रामिक शाह के बाएं भाग को काट लिया। घटना के बाद शाह उनका बेटा और सहायक लिफ्ट से बाहर निकल गए, लेकिन पटेल ने उनका पीछा किया और शाह को 'जो करना है वह करने' की चुनौती दी। बाद में उन्होंने मेडिकल इलाज की मांग की और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

इतने का लगा जुर्माना 

इसके बाद कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई और अदालत ने उसे जेल की सज़ा सुनाने के अलावा 4,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया।

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'जोधाबाई से नहीं, दासी की बेटी से हुई थी अकबर की शादी', राजस्थान के राज्यपाल का बड़ा दावा

Dainik Jagran - National - May 29, 2025 - 2:34pm

जागरण संवाददाता, उदयपुर। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने बुधवार को उदयपुर स्थित कुम्भा सभागार में महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में इतिहास को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत का प्रारंभिक इतिहास विदेशियों द्वारा लिखा गया, जिसमें कई झूठे तथ्य शामिल हैं। राज्यपाल ने अकबरनामा का हवाला देते हुए कहा कि उसमें अकबर ने अपनी शादी का कोई उल्लेख नहीं किया है।

झूठ है जोधा-अकबर की शादी

राज्यपाल बागडे ने आमेर की राजकुमारी जोधा बाई और अकबर के विवाह को भी झूठा बताया। उन्होंने कहा कि राजा भारमल ने अकबर का विवाह एक दासी की बेटी से कराया था, न कि राजकुमारी से। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह जानकारी उन्होंने सुनी है, स्वयं पढ़ी नहीं है।

जोधा-अकबर विवाह का जिक्र नहीं

कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि अकबर के आत्मचरित में न तो जोधा से विवाह का उल्लेख है और न ही महाराणा प्रताप द्वारा अकबर को संधि-पत्र लिखने का कोई प्रमाण है। उन्होंने इतिहास की किताबों में अकबर की तुलना में महाराणा प्रताप को कम महत्व दिए जाने पर चिंता व्यक्त की।

महाराणा प्रताप ने कभी आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से अब इतिहास को संतुलित रूप से प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि नई पीढ़ी अपने गौरवशाली अतीत से परिचित हो सके।

...तो कुछ और होती भारत की तस्वीर

प्रताप गौरव केंद्र में राज्यपाल ने महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़ी जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि यदि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी समकालीन होते, तो भारत की तस्वीर ही कुछ और होती।

इसके अलावा राज्यपाल ने भारत-पाक सीमा पर बसे ग्रामीणों की देशभक्ति की सराहना करते हुए उन्हें असली भारत का प्रतीक बताया।

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Naidu drives Andhra business boom

Business News - May 29, 2025 - 2:31pm
Categories: Business News

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