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विपुल एम. पंचोली बने पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम का अहम फैसला

Dainik Jagran - May 26, 2025 - 9:09pm

विधि संवाददाता, पटना। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की 26 मई, 2025 की बैठक में न्यायाधीश विपुल मनुभाई पंचोली को पटना हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।

न्यायाधीश विपुल पंचोली, जो पहले गुजरात हाई कोर्ट में कार्यरत थे और वर्तमान में पटना में न्यायाधीश हैं, उनको पटना हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।

यह नियुक्ति न्यायाधीश अशुतोष कुमार के गुवाहाटी स्थानांतरण के कारण हुई है। न्यायाधीश पंचोली का जन्म 28 मई 1968 को अहमदाबाद में हुआ था। उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीएससी और सर एल.ए. शाह लॉ कॉलेज से वाणिज्यिक कानून में एलएल.एम. की डिग्री प्राप्त की।

उन्होंने सितंबर 1991 में गुजरात उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की और मार्च 2006 तक सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में सेवा दी।

1 अक्टूबर 2014 को उन्हें गुजरात उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 10 जून 2016 को स्थायी न्यायाधीश बनाए गए। जुलाई 2023 में उनका स्थानांतरण पटना हाई कोर्ट में किया गया था।

न्यायाधीश अशुतोष कुमार बने गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की 26 मई, 2025 की बैठक में न्यायाधीश अशुतोष कुमार को गुवाहाटी हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की गई है। वे वर्तमान में पटना हाई कोर्ट में कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं।

न्यायाधीश आशुतोष कुमार का जन्म 1 अक्टूबर 1966 को पटना में हुआ था। उन्होंने सेंट माइकल्स हाई स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक तथा कैंपस लॉ सेंटर से एलएल.बी. की डिग्री ली।

वे 1991 में पटना हाई कोर्ट में वकील के रूप में नामांकित हुए और कई गंभीर आपराधिक मामलों में पक्षकारों की ओर से पैरवी की। 15 मई 2014 को उन्हें पटना हाई कोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। इसके बाद वे दिल्ली हाई कोर्ट में स्थानांतरित हुए और 2017 में पुनः पटना हाई कोर्ट लौटे।

जनवरी 2025 में वे पटना हाई कोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश बनाए गए। गुवाहाटी हाईकोर्ट, जो असम, नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में न्यायिक कार्य देखता है, में उनकी नियुक्ति से पूर्वोत्तर भारत की न्याय प्रणाली को नया मार्गदर्शन मिलेगा।

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Patna News: ढाई साल की बेटी को 50 हजार में पिता ने बेचा, नर्स और दंपती समेत चार गिरफ्तार

Dainik Jagran - May 26, 2025 - 8:46pm

जागरण संवाददाता, पटना सिटी। मालसलामी थाना क्षेत्र के भैसानी टोला निवासी पिता 28 वर्षीय सोनू यादव पर पत्नी खुशबू देवी ने अपनी ढाई साल की पुत्री को बेचने का गंभीर आरोप लगा रविवार को मामला दर्ज कराया तो पुलिस हैरान रह गयी। गठित विशेष टीम ने पूरे मामले का तकनीकी विश्लेषण के बाद कार्रवाई करते हुए महज 12 घंटों में बच्ची के बेचने और खरीदने में संलिप्त सभी चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ढाई साल की बच्ची को सकुशल छपरा से बरामद करने में सफल रही। पुलिस ने दानापुर स्थित एक नर्सिंग होम की नर्स को भी गिरफ्तार किया जिसने पिता से बच्ची लेकर दंपती को देने के लिए लगभग 50 हजार रुपये में सौदा तय किया था। यह नर्स भी छपरा की ही रहने वाली है।

डीएसपी डॉ. गौरव कुमार ने बताया कि बच्ची को बेचने से जुड़े बेहद संवेदनशील मामले की गहन पड़ताल के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक पटना और पुलिस अधीक्षक नगर पूर्वी की निगरानी में गठित पुलिस की विशेष टीम ने कार्रवाई की। डीएसपी ने बताया कि खुशबू देवी ने सवा महीने पहले से बच्ची के गायब होने की सूचना देते हुए उसे बेचने का आरोप पति पर लगाया था।

भैंसानी टोला स्थित घर से गिरफ्तार सोनू यादव ने पूछताछ में दानापुर स्थित हर्षित पोली क्लीनिक की 26 वर्षीय नर्स रूपा देवी के बारे में जानकारी दी। छपरा निवासी नर्स अवनैर थाना स्थित देहरी रसूलपुर निवासी धनंजय तिवारी की पत्नी है।

उसने बताया कि छपरा के मांझी थाना अन्तर्गत वार्ड दस के सुगधर निवासी 40 वर्षीय पंकज कुमार और 35 वर्षीय उसकी पत्नी पूजा देवी से बच्ची को बेचा है। गठित विशेष टीम ने दानापुर क्लीनिक में छापेमारी कर नर्स रूपा देवी और छपरा में छापेमारी कर पंकज व पूजा को गिरफ्तार किया।

इस दंपती के पास से खुशबू की ढाई साल की बच्ची को सकुशल बरामद का लिया गया है। इनके पास से दो मोबाइल भी जब्त किया गया है। डीएसपी ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में बच्ची को 50 हजार रुपये में बेचने का मामला सामने आया है। यह राशि अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि बच्ची की मां ने सवा महीने पहले बच्ची को बेचने की बात कही है। इस कारण इस मामले में मां की संलिप्तता को लेकर भी पड़ताल की जाएगी।

डीएसपी ने बताया कि बच्चा की खरीद-बिक्री से जुड़े इस मामले में अन्य लोगों की भी संलिप्तता की जांच की जा रही है। उन्होंने महज 12 घंटों में पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किए जाने के लिए वरीय अधिकारियों से अनुरोध किए जाने की बात कही है।

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