Dainik Jagran
Lalu Yadav: 'फिर फंस जाएंगे...', लालू को आज क्यों याद आया 9 साल पुराना 'लिफ्ट' का किस्सा; गृह मंत्री पर ली चुटकी
राज्य ब्यूरो, पटना। Lalu Yadav On Amit Shah राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव ने सोमवार को करीब नौ वर्ष पुरानी एक घटना को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर चुटकी ली, जब शाह लिफ्ट के अंदर फंस गए थे। लालू यादव सोमवार को महागठबंधन के विधान परिषद प्रत्याशियों के नामांकन के लिए बिहार विधानसभा आए हुए थे।
नामांकन के बाद लालू प्रसाद जब विधानसभा से बाहर आ रहे थे उस दौरान मीडिया ने उनके सामने अमित शाह की पालीगंज की रैली का मुद्दा उठाया। इस पर लालू प्रसाद ने कहा कि कौन हैं ये अमित शाह? मैं नहीं जानता। फिर उन्होंने कहा कि अमित शाह भूल गए क्या कि किस तरह लिफ्ट में फंस गए थे। फिर फंस जाएंगे।
9 साल पुराना किस्सालालू प्रसाद की इस टिप्पणी पर वहां मौजूद लालू प्रसाद के समर्थकों ने ठहाके लगाए। असल में अमित शाह आज से करीब नौ वर्ष पूर्व 2015 चुनावों के सिलसिले में बिहार आए थे। इस दौरान एक कार्यक्रम के बाद वे राजकीय अतिथिशाला की लिफ्ट में फंस गए थे। उनके साथ कई भाजपा नेता भी लिफ्ट में फंस गए थे। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद तकनीशियनों की मदद से शाह को बाहर निकाला जा सका था।
2015 में तमाम प्रयास और कोशिशों के बाद भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। उस चुनाव में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।
लालू प्रसाद के बयान के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद तीन दशकों से राजनीति में हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी कुछ ऐसा नहीं कहा जिसे गंभीरता से लिया जा सके।
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Howrah-Delhi Duronto Express : हावड़ा-दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस बाल-बाल बची, लोको पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा रेल हादसा
संवाद सूत्र, खुसरूपुर। दानापुर रेल मंडल के खुसरूपुर में लोको पायलट (ट्रेन चालक) की सूझबूझ से हावड़ा-दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। दरअसल, खुसरूपुर रेलवे स्टेशन से थोड़ी दूर पश्चिम अप मेन लाइन तकनीकी कारणों से टेढ़ी-मेढ़ी हो गई।
पटरी में आई गड़बड़ी के बारे में स्टेशन मास्टर तक को कुछ पता नहीं था। इसी बीच अप लाइन से दुरंतो को पास होने का सिग्नल दिया गया।
ट्रेन निकल ही रही थी कि पटरी की गड़बड़ी देख लोको पायलट रामनाथ एवं सहायक लोको पायलट साहिद अली (आसनसोल मुख्यालय) ने अचानक से ट्रेन रोक दी।
इसके बाद पटरी में गड़बड़ी होने की सूचना स्टेशन मास्टकर को दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही रेल कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए।
पटरी की मरम्मत करके ट्रेन को किया रवानाआनन-फानन में पीडब्ल्यूआई की टीम मौके पर पहुंची और पटरी की मरम्मत की। ट्रेन 15.55 बजे खड़ी हुई और पटरी मरम्मती के बाद 16.55 में स्पीड कंट्रोल कर रवाना की गई।
दुरंतो के यहां खड़ी होने के कारण 12367अप विक्रमशिला एक्सप्रेस एवं 13331धनबाद पटना इंटरसिटी करौटा स्टेशन पर रुकी रहीं।
घटना के कारण पूरे एक घंटे तक अप मेन लाइन पर परिचालन बाधित रहा। घटना की जानकारी मिलते ही रेल यात्रियों के होश उड़ गए।
इधर, ड्यूटी पर तैनात स्टेशन प्रबंधक ने कुछ भी जानकारी देने से मना कर दिया। एक घंटे तक दुरंतो के यात्रियों एवं पटना जाने वाले स्थानीय यात्रियों को स्टेशन की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई।
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Bihar Vidhan Parishad: विधान परिषद के लिए भी जितनी सीटें, उतने अभ्यर्थी; सभी 11 निर्वाचित होंगे निर्विरोध
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्यसभा की तरह विधान परिषद के चुनाव में भी मतदान की नौबत नहीं बन रही। सभी 11 अभ्यर्थियों का निर्विरोध निर्वाचन औपचारिकता मात्र रह गया है। विधान परिषद में 11 सीटें रिक्त हो रहीं, जबकि राजग के छह और महागठबंधन के पांच अभ्यर्थियों के अलावा कोई 12वां दावेदार नहीं। नामांकन के आखिरी दिन सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सहित महागठबंधन के घोषित पांचों प्रत्याशियों ने नामांकन कराया।
इनके अलावा राजग की ओर से भाजपा के तीन अभ्यर्थियों का भी नामांकन हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के खालिद अनवर व हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संतोष कुमार सुमन ने पांच मार्च को ही पर्चा दाखिल कर दिया था। राबड़ी देवी के अलावा राजद से अब्दुल बारी सिद्दीकी, डा. उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली और माले से शशि यादव महागठबंधन के अभ्यर्थी हैं।
इनके नामांकन के समय राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, माले के महबूब आलम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे। सभी प्रत्याशियों ने दो सेट में नामांकन किया। भाजपा से मंगल पाण्डेय, अनामिका सिंह और डा. लाल मोहन गुप्ता के नामांकन के समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, जदयू नेता विजय कुमार चौधरी व हम के जीतन राम मांझी आदि की उपस्थिति रही।
विधान परिषद में पांच मई को सत्ता पक्ष के आठ और विपक्ष के तीन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसके लिए चुनावी प्रकिया 23 मार्च के पहले पूरी कर ली जानी है। नामांकन पत्रों की जांच 12 मार्च को होगी। 14 मार्च तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। अब उसी दिन सभी अभ्यर्थी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए जाएंगे।
पूर्व निर्धारित 21 मार्च को मतदान की परिस्थिति ही नहीं बनेगी। जदयू की चार, भाजपा की तीन, राजद की दो, कांग्रेस और हम की एक-एक सीट रिक्त हो रही हैं। सभी सीटें विधानसभा कोटे की हैं। विधायकों की संख्या के हिसाब से दोनों गठबंधन उतने ही अभ्यर्थी मैदान में ले आए, जिनका निर्विरोध निर्वाचन हो जाता। यह परंपरा पिछले कई चुनावों से चली आ रही। पिछले माह राज्यसभा की छह सीटों के लिए हुए चुनाव के दौरान भी उस परंपरा का निर्वहन हुआ था।
सदन पहुंचेंगे राजग से- जदयू: नीतीश कुमार और खालिद अनवर
- हम : संतोष कुमार सुमन भाजपा : मंगल पाण्डेय, अनामिका सिंह, डा. लाल मोहन गुप्ता
- राजद : राबड़ी देवी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, डा. उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली
- माले : शशि यादव
- जदयू : नीतीश कुमार, संजय झा, खालिद अनवर, रामईशबर महतो
- भाजपा : मंगल पांडेय, शाहनवाज हुसैन, संजय पासवान
- राजद : राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्वे हम : संतोष कुमार सुमन
- कांग्रेस : प्रेम चन्द्र मिश्र
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Nitish Kumar: ब्रिटेन यात्रा से वापस लौटे CM नीतीश कुमार, राजनीतिक गलियारों में इन 2 बातों को लेकर सरगर्मी तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। CM Nitish Kumar मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ब्रिटेन की यात्रा से सोमवार को वापस पटना लौट गए। लंदन से वह दोपहर दिल्ली लौटे और फि्र शाम साढ़े पांच बजे पटना आ गए। मालूम हो कि मुख्यमंत्री सात मार्च को दिल्ली से लंदन के लिए रवाना हुए थे। मुख्यमंत्री के पटना लौटने के बाद राजनीतिक गलियारे में सरगर्मी तेज हो गई है।
यह कहा जा रहा है कि अब जल्द ही बिहार के लिए एनडीए की सीट शेयरिंग के फॉर्मूले का एलान होगा। चार-पांच दिनों के भीतर मंत्रिमंडल का भी विस्तार संभावित है।
कैसी रही सीएम की ब्रिटेन यात्रा?मुख्यमंत्री की लंदन यात्रा मुख्य रूप से पटना के राजेंद्रनगर में निर्माणाधीन साइंस सिटी के संबंध में थी। मुख्यमंत्री ने लंदन में निर्मित साइंस म्यूजियम को देखा। उनके विजन के साथ अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी ब्रिटेन के स्कॉटलैंड में बने म्यूजियम को देखा। मुख्यमंत्री ने यह कहा कि लंदन के साइंस म्यूजिम के अनुरूप ही पटना के निर्माणाधीन साइंस सिटी को तैयार किया जाएगा।
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त से मिले नीतीशमुख्यमंत्री ने अपनी ब्रिटेन यात्रा के क्रम में इस संबंध में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त से भी बात की। लंदन यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री से बाबा मोहिंदर सिंह के नेतृत्व में सिखों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की।
बिहार में गुरु गोविंद सिंह महाराज के 350 वें प्रकाश पर्व के दौरान राज्य सरकार की देखरेख में हुए भव्य आयोजन की लंदन में रह रहे सिख समुदाय ने काफी सराहना की। राजगीर में राज्य सरकार द्वारा किए गए गुरुद्वारा निर्माण की भी तारीफ हुई। मुख्यमंत्री ने लंदन में रह रहे बिहारी मूल के लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की।
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Kharmas Kab Se Hai 2024: एक महीने के लिए मांगलिक कार्यों पर विराम, इस दिन से शुरू हो जाएगा खरमास
जागरण संवाददाता, पटना। Kharmas Date 2024 हिंदू धर्मावलंबियों का खास माह खरमास गुरुवार 14 मार्च से आरंभ हो रहा है। इसके साथ ही शुभ कार्य, शादी-ब्याह समेत अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। वहीं, 13 अप्रैल शनिवार को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास का समापन होगा।
खरमास के दौरान भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा, पाठ करने से अत्यंत प्रसन्न होते हैं। खरमास के दौरान धार्मिक कार्य, दान-पुण्य करने से पितर प्रसन्न होते हैं।
ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि फाल्गुन शुक्ल चतुर्थी उपरांत पंचमी तिथि 14 मार्च गुरुवार को दोपहर 2.37 बजे सूर्य कुंभ राशि से निकल कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास आरंभ हो जाएगा। सूर्य को संक्रांति व लग्न का राजा माना जाता है।
इनके राशि परिवर्तन से खरमास लगता है। विवाह संस्कार के लिए गुरु-शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी होता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार जुलाई मास में शुक्र के उदय होने के बाद शादी-ब्याह का सिलसिला आरंभ हो जाएगा।
मिथिला पंचांग के अनुसार अप्रैल में छह दिन, बनारसी पंचांग के अनुसार सात दिन शादी के शुभ मुर्हत है। वहीं इसके बाद जुलाई में शादी के कई मुहूर्त है। वहीं 17 जुलाई से चातुर्मास आरंभ होने के साथ मांगलिक कार्य पर विराम लग जाएगा।
शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त:मिथिला पंचांग के अनुसार
- अप्रैल: 18,19,21,25,26,28
- मई: 1
- जुलाई: 10,11,12
बनारसी पंचांग के मुताबिक
- अप्रैल: 18,20,21,22,23,25,26
- जुलाई: 9,10,11,12,13,14,15
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Sand Mining In Bihar: इन 19 जिलों में 50 बालू घाटों का संचालन बाधित, IAS नैय्यर इकबाल ने अधिकारियों को दिए सख्त आदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश में बालू के खनन में रफ्तार लाने की कोशिशें लगातार हो रही हैं। बावजूद जिस रफ्तार में नदियों से खनन होना चाहिए हो नहीं रहा। पिछले वर्ष सितंबर-अक्टूबर में प्रारंभ हुई घाट बंदोबस्ती अब तक जारी है।
हाल ही में विभाग के संज्ञान में यह बात आई है कि 19 जिलों में करीब 50 बालू घाटों का संचालन जिला स्तर पर लंबित है। जिसे विभाग ने गंभीरता से लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
19 जिलों में खनन बाधितखान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 19 जिलों में जिन बालू घाट से खनन बाधित है उन्हें पर्यावरणीय स्वीकृति मिल चुकी है। बावजूद खनन का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। विभाग के निदेश नैय्यर इकबाल ने यह जानकारी मिलने के बाद संबंधित जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आवश्यक कदम उठाए और जिन घाटों पर खनन बाधित है वहां तत्काल खनन का काम प्रारंभ कराएं।
सूत्रों की माने तो जमुई जिले में खनन का सर्वाधिक काम बाधित है। जमुई में 15 घाट से खनन की अनुमति मिलने के बाद भी यहां काम शुरू नहीं हुआ है।
इसी प्रकार भोजपुर, नालंदा में पांच-पांच, सारण और रोहतास में तीन-तीन, लखीसराय, नवादा और औरंगाबाद में दो-दो जबकि पटना किे अलावा कैमूर, सीतामढ़ी, मधुबनी, भागलपुर, शिवहर, सहरसा, जहानाबाद, मोतिहारी और दरभंगा में एक बालू घाट शामिल हैं।
बता दें कि अब तक 35 जिलों में 276 घाट नीलाम हो चुके हैं। 264 में बालू खनन का आदेश भी हो गया है। बावजूद खनन सिर्फ 92 घाटों से ही हो रहा है।
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NDA Seat Sharing: तो यहां अटका है मामला... मांझी ने सीट बंटवारे पर दिया बड़ा अपडेट, एनडीए को ऐसे कैंडिडेटों की तलाश
डिजिटल डेस्क, पटना। Lok Sabha Elections लोकसभा चुनाव नजदीक है, लेकिन अभी तक एनडीए (NDA) और इंडी गठबंधन (INDIA) में सीट शेयरिंग की बात आगे नहीं बढ़ पाई है। हर रोज नई बात सामने आ रही है। इस वक्त एनडीए में सीट बंटवारे (NDA Seat Sharing) पर बड़ा अपडेट सामने आया है।
बिहार के पूर्व सीएम और एनडीए के सहयोगी दल के नेता जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने सीट बंटवारे पर सबकुछ क्लियर कर दिया है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मांझी ने कहा कि सीट बंटवारे में कोई देर नहीं हो रही है। पहली बैठक के बाद 195 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई है। अब दूसरी बैठक हो रही है, समय पर सारा काम हो जाएगा, इसमें कोई देरी नहीं हो रही है।
सीट बंटवारे की चिंता हमारी है- जीतन राम मांझीमांझी ने कहा कि एनडीए को सभी सीटों पर लड़ना है और लक्ष्य 400 के आंकड़ों को पार करने का है। इसलिए, योग्य कैडिडेटों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे की चिंता हमारी है, दूसरे लोगों को इस मामले में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। वह अपना घर देखें।
वहीं, मांझी लालू यादव (Lalu Yadav) और राजद (RJD) पर भी बरसते नजर आये। उन्होंने कहा कि लालू यादव पर कब्जा करने का आरोप जो लगा है, वह सही है। बिहार सरकार के पांच-छह लाख एकड़ जमीन का उन्होंने बंटवारा किया है।
उन्होंने कहा कि जिन जमीनों का बंटवारा हुआ है, उसमें से 70 प्रतिशत हिस्सा जिसको बांटा है, उसपर उनका कब्जा नहीं है। वह रसीद कटा रहे हैं, दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। अगल-बगल के लोग उसपर कब्जा जमा रहे हैं। उसमें राजद के लोग ज्यादा हैं।
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Pawan Singh बदलेंगे पाला? चुनाव से पहले पावरस्टार ने सबको चौंकाया, नए पोस्ट के जरिए दे दिया बड़ा संकेत
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) इन दिनों चुनाव लड़ने को लेकर काफी सुर्खियों में बने हैं। उन्होंने हाल ही में आसनसोल सीट से भाजपा (BJP) के टिकट पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। अब यह अफवाह तेज है कि वह आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर यह बात नहीं कही जा सकती है।
कुछ अफवाहों की मानें तो पवन सिंह भाजपा नहीं बल्कि राजद के टिकट पर मैदान में उतर सकते हैं। इसको लेकर उनके सोशल मीडिया पर फैंस लगातार कमेंट कर रहे हैं। दूसरी ओर, कुछ राजद (RJD) समर्थक भी अब पवन सिंह के सपोर्ट में खड़े दिख रहे हैं। इससे भी कई तरह का अनुमान लगाया जा रहा है।
चुनाव को लेकर पवन सिंह एक्टिवअब पवन सिंह ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डालकर सबको चौंका दिया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि जितना भी सही किया, सब गलत लोगों के लिए किया। इस पोस्ट को देखकर यह लगता है कि वह किसी बात से आहत हैं। इसके अलावा, यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि आहत होकर पवन सिंह किसी खास व्यक्ति या पार्टी से नाता तोड़ सकते हैं।
चूंकि, पवन सिंह इन दिनों चुनाव को लेकर एक्टिव हैं। ऐसे में इस तरह का पोस्ट सीधे तौर पर यह राजनीतिक रूप से जोड़ता है। इस पोस्ट से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पवन सिंह अपना पाला बदल सकते हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस मामले में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
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जयशंकर बिहारी, पटना। Lok Sabha Elections : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, बिहार ने लोकसभा आम चुनाव, 2024 के लिए राज्य के मतदाताओं का ज्ञान, दृष्टिकोण, व्यवहार, परेशानी, सुविधा आदि जानने के लिए केएपी बेसलाइन सर्वेक्षण कराया है। इसमें कई चौकाने वाले आंकड़े आए हैं।
आयोग के प्रश्न कि पिछले चुनाव में मतदान (Voting) करने का कारण क्या था, इसके लिए मतदाताओं को अन्य सहित 14 विकल्प दिए गए थे। इसमें से सबसे अधिक 41.6 प्रतिशत ने मतदान करने का प्रमुख कारण राजनीतिक दल का समर्थक होना बताया है।
27.1 प्रतिशत ने कहा कि अपना कर्तव्य समझकर मतदान किया। वहीं, लगभग दो प्रतिशत ने कहा कि वह धमकी और दबाव में आकर मतदान किये हैं। 13 प्रतिशत ने कहा कि परिवार के मुखिया व आठ प्रतिशत ने दोस्तों से प्रभावित होकर मतदान किया।
किसी खास प्रत्याशी और दल को हराने के उद्देश्य से 3.2 प्रतिशत तथा 5.2 प्रतिशत ने प्रत्याशी अच्छे होने के कारण मतदान किया। पैसा, शराब या अन्य प्रलोभन के कारण मतदान करने की बात किसी ने नहीं कहा।
चुनाव आयोग द्वारा मतदान के लिए निर्मित स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के अनुकूल वातावरण और वोटिंग के लिए बार-बार अपील से प्रभावित होकर मतदान करने वाला कालम को किसी ने नहीं भरा।
गत चुनाव में मतदान नहीं करने का कारण 74.8 प्रतिशत ने ये बतायासर्वेक्षण रिपोर्ट में मतदान में शामिल नहीं होने वाले वोटरों का भी फीडबैक लिया गया है। मतदान नहीं करने वालों में 74.8 प्रतिशत ने इसका प्रमुख कारण मतदाता पहचान पत्र नहीं होना बताया है।
मतदान नहीं करने का कारण लंबी कतार 3.8 प्रतिशत, मतदान केंद्र की जानकारी का अभाव 1.9, चुनावी लोकतंत्र में विश्वास नहीं होना 2.4, समुदाय व धार्मिक नेता के नहीं कहने पर 2.5, अच्छा उम्मीदरवार नहीं होने पर 2.1, मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण 3.0 तथा अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं होने के कारण 1.2 प्रतिशत वोटरों ने बताया है। कुछ लोगों ने सर्वेक्षण के दौरान कम मतदान के कारणों में परिवहन की व्यवस्था बेहतर नहीं होना भी बताया है।
आयोग ने लोस की सभी सीटों पर कराया सर्वेक्षणमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने रिपोर्ट में बताया है कि सहज, सुगम और सम्रग मतदान के उद्देश्य से राज्य के सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों में केएपी बेसलाइन सर्वेक्षण कराया गया है।
सर्वेक्षण में सभी विधानसभा के 59 हजार 610 मतदाताओं ने अपने विचार रखे हैं। मतदान में महिलाओं की भागीदारी अधिक रहने के कारण सर्वेक्षण में भी महिला उत्तरदाताओं की संख्या 57.2 प्रतिशत है।
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MGNREGA Rules: 'मनरेगा' के नियमों में बड़ा बदलाव, अब निजी जमीन पर काम कराने के लिए देना होगा मालिकाना हक का सबूत
जागरण संवाददाता, पटना। MGNREGA Rules Changed महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से निजी जमीन पर काम कराया जाता है। इसमें पौधारोपण, पोखर खोदाई जैसी योजनाएं शामिल हैं। लेकिन अब निजी जमीन पर काम कराने के लिए कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। अब जमीन पर मालिकाना हक का पूरा ब्योरा देना होगा।
साथ ही उसमें जमीन मालिक का जाबकार्डधारी होना या उसके परिवार के किसी जाबकार्डधारी सदस्य का काम करना भी जरूरी होगा। हालांकि, यह नियम पहले से है कि जाबकार्ड रहने पर ही निजी जमीन पर मनरेगा का काम करा सकते हैं। लेकिन अब उसमें काम करने की अनिवार्यता भी रखी गई है।
लाभुक का जाबकार्डधारी होना अनिवार्यमनरेगा आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किया है। इसमें मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्यों को लेकर कई बिंदु पर दिशानिर्देश दिए गए हैं। बिना जाबकार्ड के निजी जमीन पर मनरेगा की योजना नहीं दी जाएगी। इसमें कहा गया है कि निजी जमीन पर योजना के लिए लाभुक का जाबकार्ड धारी होना जरूरी है। योजना में लाभुक या उनके परिवार के किसी वयस्क सदस्य जिनके पास जाबकार्ड हो, उन्हें अनिवार्य रूप से काम करना होगा।
निजी जमीन पर योजना क्रियान्वित कराने के लिए विभाग में आवेदन देना होगा। जिस निजी जमीन पर मनरेगा का काम कराया जाना है, उसके दस्तावेज की जानकारी भी देनी होगी। निजी जमीन से संबंधित पूरा विवरण देना होगा। इसमें जमीन का खाता-खेसरा संख्या, जमीन की चौहद्दी आदि बतानी होगी।
जमीन के मालिकाना हक का देना होगा सबूतनिजी जमीन के मालिकाना हक संबंधित कागजात की कापी भी काम कराने की स्वीकृति वाले आवेदन में लगाना होगा। निजी जमीन पर होनेवाली वैसी येाजनाएं जिनमें अधिसंख्य अकुशल मजदूर की आवश्यकता होगी, वहां पर मजदूर की सूची लाभुक की ओर से विभाग को दी जाएगी। मनरेगा से निजी जमीन पर पोखर खोदाई, पौधारोपण आदि कराया जाएगा।
विभाग की ओर से योजनाओं की निगरानी के लिए भी दिशानिर्देश दिए गए हैं। सभी पंचायतों में निगरानी समिति का गठन करना है। यह समिति मनरेगा की हर योजनाओं की निगरानी करेगी ताकि कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता बनी रहे। योजना का काम पूरा होने के बाद तकनीकी स्वीकृति देने वाले अधिकारी इसका प्रमाणपत्र भी जारी करेंगे।
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जागरण संवाददाता, पटना। बिजली चोरी करने वाले सावधान हो जाएं। कई स्तर पर बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी अभियान चल रहा है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी महेंद्र कुमार के निर्देश पर बिजली चोरी के विरुद्ध छापेमारी अभियान तेज हो गया है।
एमडी ने साफ निर्देश दिया है कि डिस्कनेक्ट बिजली कनेक्शन वाले मीटर की जांच की जाए। इसमें बिजली चोरी पकड़ी जा रही है। सिर्फ पेसू क्षेत्र में 18462 उपभोक्ताओं का कनेक्शन डिस्कनेक्ट है।
पटना के ग्रामीण क्षेत्र में 151 के यहां मिली बिजली चोरीपटना जिला के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित पटना अंचल के पांचों आपूर्ति प्रमंडलों में एक सप्ताह में 151 के उपभोक्ताओं के यहां बिजली चोरी मिली। 7.24 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया। बिजली चोरी की पकड़ में आने वाले सभी उपभोक्ताओं पर स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पटना ग्रामीण आपूर्ति प्रमंडल में 36, मसौढ़ी आपूर्ति प्रमंडल में 20, बिहटा आपूर्ति प्रमंडल में 17, बाढ़ आपूर्ति प्रमंडल में 51, फतुहा आपूर्ति प्रमंडल में 27 उपभोक्ताओं के यहां बिजली चोरी मिली।
मीटरों की जांच भी की जा रही है। अधीक्षण अभियंता शंकर चौधरी ने बताया कि इस माह के अंत तक बिजली चोरी के विरुद्ध में छापेमारी अभियान लगातार जारी रहेगा। पटना अंचल में 482 बकायेदारों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। बकायेदारों पर विशेष रूप से निगरानी की जा रही है।
पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान अब तक 110 उपभोक्ताओं पर बिजली चोरी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराया है। पेसू पूर्वी अंचल 57 तो पेसू पश्चिम अंचल 53 उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करते हुए पकड़ा है। पेसू पूर्वी अंचल के अधीक्षण अभियंता मनीष कांत ने बताया कि मेरे अंचल में 9874 मीटर डिस्कनेक्ट है। सभी मीटारों की जांच कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि इसमें बिजली चोरी मिलते ही प्राथिमकी दर्ज कराई जा रही है। पेसू पश्चिम अंचल के अधीक्षण अभियंता संजीत कुमार ने बताया कि अंचल में 8548 उपभोक्ताओं का कनेक्शन डिस्कनेक्ट है। सबके मीटर की जांच कराई जा रही है। बिजली चोरी करने वालों पर प्राथिमी दर्ज कराई जा रही है।
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BPSC TRE 3.0 Admit Card: अगर एडमिट कार्ड में हो गड़बड़ी तो तुरंत कर लें ये काम, वरना आपका ही होगा नुकसान
जागरण संवाददाता, पटना। BPSC Teacher Recruitment Admit Card बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा (टीआरई-3) की परीक्षा 15 मार्च को आयोजित होगी। 15 मार्च के पहली पाली में सुबह साढ़े नौ बजे से 12 बजे तक आयोजित होगी। इसमें शिक्षा विभाग के मध्य विद्यालय के वर्ग छह से आठ के सभी विषयों की परीक्षा होगी। जबकि दूसरी पाली में दोपहर ढ़ाई बजे से शाम पांच बजे तक परीक्षा होगी।
इसमें शिक्षा विभाग के कक्षा एक से पांच तक के लिए सभी विषयों की परीक्षा होगी। साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के वर्ग एक से पांच तक के लिए सामान्य विषय की परीक्षा होगी।
आयोग की ओर से इस परीक्षा को लेकर प्रवेश पत्र जारी किया गया है। इसमें अभ्यर्थियों को निर्देशित किया गया है कि कुछ अभ्यर्थियों का उनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन में अपलोड किये गये फोटो एवं हस्ताक्षर का इमेज अस्पष्ट, अपठनीय एवं रिक्त है। वैसे अभ्यर्थियों निर्धारित तिथि 15 मार्च को संबंधित परीक्षा केंद्र पर साक्ष्य के साथ पहुंचेंगे।
एडमिट कार्ड में गड़बड़ी हो तो घोषणा पत्र देना होगाअभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर उपलब्ध घोषणा पत्र को पूर्णरूप से भरकर उनके निर्दिष्ट स्थान पर किसी राजपत्रित पदाधिकारी से अभिप्रमाणित रंगीन फोटो चिपकायेंगे एवं निर्दिष्ट स्थान पर अपना हस्ताक्षर हिंदी एवं अंग्रेजी में करेंगे। राजपत्रित पदाधिकारी से अभिप्रमाणित दो रंगीन फोटो में से एक फोटो अभ्यर्थी अपने इ-प्रवेश पत्र में निर्दिष्ट स्थान के बगल में चिपकायेंगे।
दूसरा फोटो ई-प्रवेश पत्र के कार्यालय प्रति में संबंधित परीक्षा पर केन्द्राधीक्षक के समक्ष चिपकाऐंगे। अभ्यर्थी पहचान के लिए ऑनलाइन आवेदन में दर्ज किए गए पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड लाना सुनिश्चित करेंगे। केंद्राधीक्षक द्वारा अभ्यर्थी से प्राप्त उपर्युक्त सभी कागजातों एवं फोटो का मिलान,करने के पश्चात ही उन्हें अपने परीक्षा केंद्र पर परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दी जाएगी।
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Train Ticket Price: खुशखबरी! रेलवे ने सवारी गाड़ियों से हटाया स्पेशल का दर्जा, अब न्यूनतम इतना किराया देना होगा
जागरण संवाददाता, पटना। Railway Ticket Fare भारतीय रेलवे ने एक बड़ा बदलाव करते हुए सवारी गाड़ियों से स्पेशल का दर्जा हटा दिया है। अब सवारी गाड़ी सामान्य तरीके से चलेगी। इससे भाड़े में 20 रुपये की कमी कर दी गई है।
कोरोना काल के दौरान कई सवारी गाड़ियों को स्पेशल का दर्जा देकर चलाया जा रहा था, इससे 30 रुपये भाड़े में वृद्धि हो जाती थी। परंतु स्पेशल का दर्जा हटाने के बाद अब सवारी गाड़ी के लिए निर्धारित शुल्क 10 रुपये लिया जाएगा।
लोकल यात्रियों को होगा फायदाबता दें कि रेलवे के इस फैसले से लोकल यात्रियों को काफी लाभ होगा। लोकल यात्रियों को कम दूरी की यात्रा के दौरान जितना किराया था, उतना स्पेशल का शुल्क देना पड़ता था।
लंबे समय से की जा रही थी ये मांगलोकल यात्रियों द्वारा लंबे समय से सवारी गाड़ियों के किराये में कमी करने की मांग की जा रही थी। रेलवे द्वारा न्यूनतम भाड़ा दस रुपये करने पर बिहार दैनिक यात्री संघ की ओर से दानापुर मंडल के सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद को बधाई दी है।
इसको लेकर बिहार दैनिक यात्री संघ की बैठक हुई, जिसमें संघ के अध्यक्ष वीरेंन्द्र प्रसाद शर्मा, महासचिव शोएब कुरैशी एवं राजीव रंजन उर्फ बब्लु तिवारी सहित कई लोगों ने भाग लिया।
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PM Modi का चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक! देश को मिलेंगी 10 नई Vande Bharat Train, बिहार के लिए भी 'स्पेशल गिफ्ट'
जागरण संवाददाता, पटना। PM Modi New Vande Bharat Trains प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 मार्च यानी कल पूर्व मध्य रेलवे की 13,228 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं शुभारंभ करेंगे। 12 मार्च को पीएम देशभर के 85 हजार करोड़ रुपये से अधिक लगभग छह हजार परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करेंगे। उस दिन वे देशभर में 10 नई वंदे भारत ट्रेन का शुभारंग करेंगे। इसके अलावा चार वंदे भारत एक्सप्रेस का मार्ग विस्तार किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त दो अन्य रेल सेवाओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पटना जंक्शन पर रविवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने कहा कि 12 मार्च को देशभर में 10 नई वंदे भारत ट्रेनों का शुभारंभ किया जाएगा। उसमें पूर्व मध्य रेल में पटना-लखनऊ एवं न्यू जलपाईगुड़ी-पटना वंदे भारत ट्रेन शामिल है।
रांची-वाराणसी वंदे भारतउन्होंने कहा कि पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत रांची-वाराणसी वंदे भारत का परिचालन किया जाएगा। अब तक 82 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन भारतीय रेलवे द्वारा किया जा रहा है। इन ट्रेनों का परिचालन देश के 24 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरती है। 12 को प्रधानमंत्री नरकटियागंज में 50 करोड़ की लागत से बनने वाली वाशिंग पिट लाइन के साथ कोचिंग कांपलेक्स का शिलान्यास करेंगे।
इसके अलावा आरा एवं मुजफ्फरपुर में 12 करोड़ की लागत से बने वाशिंग पिट लाइन का लोकार्पण करेंगे। साथ ही 1329 करोड़ रुपये की लागत वाली चार गति-शक्ति मल्टी माडल कार्गों टर्मिनल का भी लोकार्पण किया जाएगा। प्रधानमंत्री पटना, दरभंगा एवं डीडीयू जंक्शन पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का शुभारंभ करेंगे।
प्रधानमंत्री द्वारा 68 वन स्टेशन वन प्रोडक्ट का भी लोकार्पण करेंगे। इस क्रम में प्रधानमंत्री 5423 करोड़ रुपये की लागत से ईस्टन डेडिकेटेड फ्रेट कारिडाेर की न्यू चिरैला पाथु-न्यू सोननगर लिंक , 6309 करोड़ रुपये की लागत से 422 किलोमीटर लंबी नई लाइन, दोहरीकरण, अमान परिवर्तन, मल्टी ट्रैकिंग परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
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होली पर घर आने के लिए नहीं मिल रहा रिजर्वेशन, मत होइए परेशान! मुंबई-पुणे से बिहार के 5 स्पेशल ट्रेनों का एलान
जागरण संवाददाता, पटना। होली के दौरान घर लौटने वाले यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से पांच जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। दानापुर एवं मुजफ्फरपुर से पुणे लिए स्पेशल ट्रेन चलेंगी। वहीं दानापुर, मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए एक-एक जोड़ी होली स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।
इस नंबर से चलेगी दानापुर-लोकमान्य तिलक सुपरफास्टदानापुर-लोकमान्य तिलक सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन 01409 एवं 01410 गाड़ी संख्या से चलेंगी। लोकमान्य तिलक टर्मिनस से परिचालन 23, 25 एवं 30 मार्च को होगा। लोकमान्य तिलक से ट्रेन संख्या 01409 12.15 बजे रवाना होगी, जो अगले दिन 17 बजे दानापुर पहुंचेगी।
वहीं, गाड़ी संख्या 01410 दानापुर से 24, 26 एवं 31 मार्च को रवाना होगी, जो अगले दिन लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी। यह ट्रेन दानापुर, आरा, बक्सर, डीडीयू, प्रयागराज, सतना, मैहर, कटनी, जबलपुर, पिपरिया, इटारसी, खंडवा, भुसावल, नासिक रोड एवं कल्याण स्टेशनों पर रुकेगी।
लोकमान्य तिलक-समस्तीपुर सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन 21 एवं 28 मार्च को चलाई जाएगी। यह ट्रेन गुरुवार को लोकमान्य तिलक से 12.15 बजे खुलेगी, जो शुक्रवार को 21.15 बजे समस्तीपुर पहुंचेगी।
यह है ट्रेन का टाइम टेबलवहीं, समस्तीपुर से 22 एवं 29 को लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए रवाना होगी। मुजफ्फरपुर-लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट स्पेशल मुजफ्फरपुर से 20 मार्च एवं तीन अप्रैल को खुलेगी। वापसी में यह गाड़ी लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 22 मार्च एवं पांच अप्रैल को खुलेगी।
मुजफ्फरपुर-पुणे सुपरफास्ट एसी स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर से 23 मार्च एवं छह अप्रैल को खुलेगी। वापसी में यही ट्रेन पुणे से 25 मार्च एवं आठ अप्रैल को खुलेगी। पुणे-दानापुर स्पेशल ट्रेन पुणे से 17 मार्च एवं 24 मार्च को खुलेगी।
वापसी में यही गाड़ी दानापुर से 18 मार्च व 25 मार्च को रवाना होगी। यह स्पेशल ट्रेन दानापुर, आरा, बक्सर, डीडीयू, प्रयागराज, जबलपुर, इटारसी, खांडवा, भुसावल में रुकेगी।
सवारी ट्रेनों से हटा स्पेशल का दर्जाजासं, पटना : रेलवे ने एक बड़ा बदलाव करते हुए सवारी गाड़ियों से स्पेशल का दर्जा हटा दिया। अब सवारी गाड़ी सामान्य तरीके से चलेगी। इससे भाड़े में 20 रुपये की कमी कर दी गई है। कोरोना काल में कई सवारी गाड़ियों को स्पेशल का दर्जा देकर चलाया जा रहा था। इससे 30 रुपये भाड़े में वृद्धि हो जाती थी।
स्पेशल का दर्जा हटाने के बाद अब सवारी गाड़ी के लिए निर्धारित शुल्क 10 रुपये लिया जाएगा। इससे लोकल यात्रियों को काफी लाभ होगा। लोकल यात्रियों को कम दूरी की यात्रा के दौरान जितना किराया था, उतना स्पेशल का शुल्क देना पड़ता था। यात्री लंबे समय से किराये में कमी की मांग कर रहे थे।
रेलवे द्वारा न्यूनतम भाड़ा दस रुपये करने पर बिहार दैनिक यात्री संघ की ओर से दानापुर मंडल के सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद को बधाई दी है। बिहार दैनिक यात्री संघ की बैठक हुई, जिसमें संघ के अध्यक्ष वीरेंन्द्र प्रसाद शर्मा, महासचिव शोएब कुरैशी एवं राजीव रंजन उर्फ बब्लु तिवारी सहित कई ने भाग लिया।
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Bihar Politics: जेडीयू ने इन 5 धुरंधरों को दी लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी; सीधे नीतीश कुमार को करेंगे रिपोर्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Hindi: नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जदयू ने अपने पांच प्रकोष्ठों के लिए नए प्रभारी की सूची जारी की। विधान पार्षद ललन कुमार सर्राफ को व्यावसायिक, उद्योग के साथ-साथ शिक्षा प्रकोष्ठ का प्रभार दिया गया है।
जदयू ने पूर्व विधायक मंजीत सिंह को किसान व सहकारिता प्रकोष्ठ का प्रभार दिया है। प्रदेश महासचिव रंजीत कुमार झा को छात्र तथा मेजर इकबाल हैदर खान को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का प्रभारी बनाया गया है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पार्टी को यह विश्वास है कि नव मनोनीत प्रकोष्ठ प्रभारियों का अनुभव पार्टी के लिए लाभकारी साबित होगा। बिहार की सभी 40 सीटों पर लोकसभा चुनाव में एनडीए प्रत्याशियों के जीत के लक्ष्य पर इनके द्वारा काम किया जाएगा।
नीतीश कुमार को करेंगे सीधे रिपोर्टये सभी प्रभारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सीधे रिपोर्ट करेंगे। नीतीश कुमार को हर लोकसभा सीट के बारे में अपडेट देते रहेंगे।
विधानपरिषद चुनाव के बाद होगा मंत्रिमंडल विस्तारवहीं मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में जो जानकारी सामने आ रही है कि विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव (Bihar MLC Election) के बाद मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा। दरअसल, वर्तमान में कई मंत्रियों के पास 6 से अधिक मंत्रालय है जिसके चलते काम का बोझ बढ़ गया है। काम प्रभावित नहीं हो इस वजह से मंत्रियों के बोझ को कम किया जाएगा।
जदयू को मिल सकती है लोकसभा की ये सीटेंसूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से उन सीटों की सूची अमित शाह को दी गयी है जहां से जदयू अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारना चाहती है। इनमें जदयू की वह सीटें मुख्य रूप से शामिल हैं जहां से 2019 में उसे सफलता मिली थी। इनमें वाल्मीकिनगर, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज, सिवान, भागलपुर, बांका, नालंदा, काराकाट, जहानाबाद, गया व मुंगेर की सीट शामिल है।
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जागरण संवाददाता, पटना। काॅमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) पीजी सोमवार से शुरू हो रही है। विभिन्न विषयों के लिए सीयूईटी पीजी 28 मार्च तक अलग-अलग तिथि और पाली में आयोजित की जाएगी। फिलहाल एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) 12 और 13 मार्च के परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड pgcuet.samarth.ac.in पर जारी किया है।
राज्य के 10 जिलों में बनाए गए परीक्षा केंद्रपरीक्षा संचालन में लिए राज्य के 10 जिलों में परीक्षा केंद्रों बनाए गए हैं। पटना के साथ आरा, औरंगाबाद, भागलपुर, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर के विभिन्न केंद्रों पर ऑनलाइन परीक्षा होगी। परीक्षा 11 से 28 मार्च तक प्रतिदिन तीन पाली में संचालित होगी।
पहली पाली सुबह नौ से 10 .45 बजे तक चलेगी। दूसरी पाली दोपहर 12.45 से 2. 30 बजे तक और तीसरी पाली की परीक्षा शाम 4 .30 से 6.15 बजे तक होगी। परीक्षा की तिथि और शिफ्ट का समय का विवरण एडमिट कार्ड में दी गई है। परीक्षा कुल 105 मिनट की होगी।
चार अप्रैल को जारी होगी आंसर कीआंसर की चार अप्रैल को जारी होगी। उसी दिन से आंसर-की चैलेंज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। परीक्षा में प्रत्येक एक सही जवाब के लिए चार अंक मिलेंगे। प्रत्येक एक गलत जवाब के लिए कुल स्कोर में से एक अंक कट जाएगा।
आंसर-की चैलेंज प्रक्रिया के दौरान अगर किसी सवाल के एक से ज्यादा सही उत्तर होते हैं, तो सिर्फ उन्हीं अभ्यर्थियों को नंबर मिलेगा, जिन्होंने उनमें से कोई भी एक सही उत्तर चुना होगा।
अगर किसी गड़बड़ी के कारण कोई सवाल ड्राप होता है, तो सभी उम्मीदवार को उसके लिए फुल अंक मिलेंगे। सीयूईटी परीक्षा केंद्र पर ऐसा कपड़े पहनकर जाना होगा, जिनमें ज्यादा बड़े बटन न हों। लड़कियों को हाई हील्स वाली सैंडल, बड़ी इयरिंग्स, कंगन (चुड़ी ) जैसी चीजें पहन कर जाना मना है।
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Bihar MLC Election: राबड़ी देवी ने किया नामांकन, तेजस्वी ने दिया बड़ा बयान; लालू ने दिखाया विक्ट्री साइन
एएनआई, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने आज यानी 11 मार्च को एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं पार्टी अध्यक्ष और उनके पति लालू प्रसाद यादव ने विक्ट्री साइन दिखाया। वहीं, इस बीच तेजस्वी यादव का भी बयान सामने आया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज महागठबंधन की ओर से पांच उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है। इन पांच में से तीन महिलाएं हैं।
ये हैं आरजेडी के 5 एमएलसी उम्मीदवारबता दें कि आरजेडी ने 5 एमएलसी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी। इस लिस्ट में राबड़ी देवी (Rabri Devi, RJD), उर्मिला ठाकुर (Urmila Thakur, RJD), श्रीमति शशि यादव (भाकपा, माले) अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui, RJD) और फैसल अली (Faisal Ali, RJD) के नाम शामिल हैं। बता दें कि बिहार विधान परिषद की 11 सीटों के लिए चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। बिहार में एमएलसी के लिए 21 मार्च को मतदान होना है।
#WATCH | Patna | Former Bihar CM and RJD leader Rabri Devi files nomination for the MLC elections; party president and her husband Lalu Prasad Yadav show a victory sign. pic.twitter.com/hNwKUWwtfD
— ANI (@ANI) March 11, 2024 ये हैं भाजपा के एमएलसी उम्मीदवारभाजपा ने भी बीते शनिवार यानी 9 मार्च को बिहार में एमएलसी चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम की सूची जारी कर दी थी। विधान परिषद के लिए मंगल पांडेय, डॉ. लाल मोहन गुप्ता एवं अनामिका सिंह को प्रत्याशी बनाया।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोमवार को देर रात लंदन से वापस दिल्ली लौट आएंगे। मंगलवार को उनके पटना लौटने की सूचना है। मुख्यमंत्री के लंदन से वापसी की खबर के साथ ही राज्य मंत्रिमंडल विस्तार (Bihar Cabinet Expansion) की खबर फिर से तेज हो गयी है। राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि 15 मार्च को राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार संभव है।
इन मंत्रियों को दिलाई जा सकती है शपथमंत्रिममंडल विस्तार के बारे में यह कहा जा रहा कि विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव (Bihar MLC Election) की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा। वर्तमान में कई मंत्रियों के पास आधा-आधा दर्जन से अधिक महकमों का प्रभार है। काम की गति प्रभावित नहीं हो इस वजह से मंत्रियों के बोझ को कम किया जाएगा।
ऐसी सूचना है कि जदयू कोटे से पुराने समीकरण के तहत ही प्राय: उन सभी मंत्रियों को शपथ दिलाया जा सकता है जो महागठबंधन की सरकार में थे। ऐसी चर्चा है कि कई मंत्रियों के विभाग में परिवर्तन किया जा सकता है। सबसे अधिक चर्चा शिक्षा विभाग को लेकर है। फिलहाल यह विभाग विजय चौधरी के पास है।
उनके पास जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का भी प्रभार है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण विकास व ग्रामीण कार्य विभाग के लिए भी अलग-अलग मंत्री होंगे। समाज कल्याण व परिवहन विभाग भी अलग-अलग मंत्रियों के पास रहे हैं।
साइंस म्यूजियम देखने लंदन गए नीतीश कुमारमुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात मार्च को लंदन के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ जदयू के राज्यसभा सदस्य संजय झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार तथा भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि भी लंदन गए थे।
लंदन यात्रा के क्रम में आज साइंस म्यूजियम का परिभ्रमण किया। पटना में बन रहे साइंस सिटी को उसी के अनुरुप बनाया जाएगा। पटना में साइंस सिटी के निर्माण के पश्चात् यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को विज्ञान की मूलभूत बातें, गतिविधियां और विज्ञान के सिद्धांतों को सरलता से समझने में सुविधा… pic.twitter.com/60T1PlulD8
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 8, 2024इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लंदन साइंस म्यूजियम को देखना था। मुख्यमंत्री की सोच है कि पटना के राजेंद्रनगर में बन रहे साइंस सिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाए। इसी उद्देश्य से उनकी लंदन यात्रा थी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने लंदन में बिहारी मूल के लोगों के साथ भी बात की।
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Bihar Crime: चोरी के शिकार एनआरआई से मुर्गा खाने वाले दोनों पुलिसकर्मी निलंबित, इंस्पेक्टर से मांगा गया स्पष्टीकरण
जागरण संवाददाता, पटना। कनाडा के व्यवसायी रितेश बत्रा का आटो में रखा बैग ले भागने की जांच में लगाए गए दोनों सिपाही उल्टे व्यवसायी के पैसों से ही मुर्गे की टांग खाने में नप गए। बताए गए स्थान के सीसी कैमरे का फुटेज खंगालने के क्रम में सिपाहियों को भूख लग गई थी।
अपने पैसे से खाने की बजाय सिपाहियों ने पीड़ित एनआरआइ से होटल में चिकन खाया। पीड़ित के अनुसार बैग में 27 हजार नकद, स्मार्ट वाच, पत्नी व बच्चे के अन्य सामान थे। दोनों पुलिसकर्मियों के कहने पर पीड़ित ने उनके भोजन के साढ़े आठ सौ रुपये का भुगतान तो कर दिया, लेकिन यह बात वरीय अधिकारियों तक पहुंच गई।
प्रारंभिक जांच में ही दोनों पुलिसकर्मियों पर गाज गिर गई। सिटी एसपी चंद्र प्रकाश ने बताया कि कोतवाली थाने में तैनात दोनों पुलिसकर्मी डबलू कुमार व विनय कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं, ऑटो चालक से पूछताछ कर उसे छोड़ने के मामले में कोतवाली इंस्पेक्टर राजन कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
आरोप सही होने पर जा सकती है दोनों की नौकरीसिटी एसपी ने बताया कि यह गंभीर आरोप है। दोनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुफ्तखोरी की शिकायत की जांच डीएसपी, कोतवाली कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोनों बर्खास्त भी किए जा सकते हैं। वहीं, घटना के दिन पीड़ित से आवेदन लेने में आनाकानी करने के आरोप लगाए गए हैं।
घटना में दिन में हुई, परंतु रात में केस दर्ज करने, वहीं बैग लेकर फरार आरोपित आटो चालक को थाने बुला कर उसे छोड़ देने का आरोप है। थानेदार से इन आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
किराया मिलते ही सामान लेकर हुआ फरारछत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी रितेश कनाडा में व्यापार करते हैं। वह पटना गुरुद्वारा में दर्शन करने आए थे। यहां आने के बाद वह डाकबंगला चौराहा के पास पत्नी एवं बेटे के साथ होटल में ठहरे थे।
शुक्रवार को पटना सिटी स्थित गुरुद्वारा जाने के लिए पटना जंक्शन से आटो बुक किया, लेकिन चालक ने उन्हें जेपी गंगा पथ घुमा कर तारामंडल के पास छोड़ दिया। उतरते वक्त चालक ने उन्हें आटो में रखा बैग उतारने का अवसर नहीं दिया और किराया मिलते ही बैग लेकर भाग निकला।
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