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BJP List: भाजपा ने बिहार में उम्मीदवारों का किया एलान, चौबे का काटा टिकट तो गिरिराज पर जताया भरोसा, देखें लिस्ट
जागरण टीम, पटना। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने आखिरकार बिहार में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने अपने हिस्से की सभी 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान किया है।
भाजपा ने बेगूसराय सीट पर एक बार फिर गिरिराज सिंह पर भरोसा जताया है, जबकि वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से एक बार फिर मैदान में उतारा है।
पश्चिमी चंपारण सीट पर भाजपा ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को मैदान में उतारने का फैसला किया है। इसके अलावा, वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय को उजियारपुर, सारण से राजीव प्रताप रूड़ी और पाटिलिपुत्र से रामकृपाल यादव व आरा से केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को टिकट दिया है।
इन प्रमुख नामों के अलावा, भाजपा ने मधुबनी से अशोक कुमार यादव, अररिया से प्रदीप कुमार सिंह, दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर, मजफ्फरपुर से राजभूषण निषाद, महराजगंज से जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, बक्सर से मिथिलेश तिवारी और सासाराम से शिवेश राम को टिकट दिया है।
अश्विनी चौबे का कटा टिकटभाजपा ने इस बार चार नए चेहरों को मैदान में उतारा है। जिन सांसदों का टिकट कटा है, उनमें सबसे बड़ा नाम केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का है। अश्विनी चौबे की जगह भाजपा ने इस बार पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी पर भरोसा जताया है।
इसके अलावा, मुजफ्फरपुर सीट पर अजय निषाद की जगह राजभूषण निषाद को टिकट दिया है। वहीं सासाराम से छेदी पासवान का टिकट इस बार कट गया है। उनकी जगह शवेश राम को उम्मीदवार बनाया गया है।
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'Lalu Yadav बिहार में कांग्रेस के सबसे बड़े दुश्मन', राजद के सिंबल बांटने पर महागठबंधन में बवाल
'Lalu Yadav बिहार में कांग्रेस के सबसे बड़े दुश्मन', राजद के सिंबल बांटने पर महागठबंधन में बवाल
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा राजद प्रत्याशियों को एकतरफा सिंबल दिए जाने और वाम दलों को सीटें बांट देने से कांग्रेस में क्षुब्ध नेता मुखर होने लगे हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य किशोर कुमार झा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि बिहार में कांग्रेस की जो फजीहत हुई है, वह कोई नई स्थिति नहीं है। तब भी पार्टी उन बेईमानों के साथ गठबंधन के लिए आतुर है। ऐसे रणनीतिक कारकों से घिन आती है।
उन्होंने आगे लिखा कि मैं शीर्षस्थ नेताओं से लगातार कहता रहा कि प्रदेश में कांग्रेस का सबसे बड़े दुश्मन लालू प्रसाद हैं। किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
बता दें कि शनिवार को औरंगाबाद के पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने राजद द्वारा गठबंधन धर्म नहीं निभाने पर सख्त चेतावनी दी थी। निखिल ने कहा था कि राजद द्वारा बिना सीट शेयरिंग हुए सिंबल बांटने से महागठबंधन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बक्सर में महिलाओं पर बल प्रयोग की कांग्रेस ने की निंदाकांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आनंद माधव ने एक बयान जारी कर कहा कि बक्सर के चौसा में पावर प्लांट के गेट पर धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों के घर में घुसकर पुलिस द्वारा महिलाओं और किसानों के स्वजनों को मारा-पीटा जाना तथा तोड़-फोड़ करना शर्मसार करने वाली घटना है।
किसानों के परिवार पर हुए इस अमानवीय अत्याचार की जितनी भी निंदा की जाए, कम है। सरकार इस दरिंदगी के पीछे अपनी मंशा स्पष्ट करे तथा दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।
बिहार कांग्रेस बक्सर के किसानों एवं उनके परिवार के साथ सहानुभूति रखती है एवं कष्ट में उनके साथ है। किसान न्याय इन सारी समस्याओं का एकमात्र समाधान है।
सुमन कुमार ने राज्यपाल से मिलकर होली की शुभकामना दीराजभवन में रविवार को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से कांग्रेस नेता सुमन कुमार मल्लिक ने शिष्टाचार मुलाकात की। शाल भेंट कर उन्होंने राज्यपाल का अभिवादन किया और होली की शुभकामना दी।
मल्लिक ने कहा कि राज्य का संवैधानिक प्रमुख होते हुए भी आर्लेकर की सादगी और व्यवहार समाज-सेवा में रहने वालों के लिए अनुकरणीय है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। चंद रोज पहले जदयू छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी ने रविवार को लालू प्रसाद से मिलकर राजद की सदस्यता ले ली। फातमी के साथ ही उनके पुत्र फराज फातमी भी राजद में शामिल हो गए हैं। फातमी ने इस मौके पर कहा ये उनकी राजद में सदस्यता नहीं घर वापसी है।
रविवार की दोपहर अली अशरफ फातमी अपने पुत्र फराज फातमी के साथ 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पहुंचे और लालू प्रसाद से मुलाकात की।
फातमी को जल्द टिकट देंगे लालू यादवचर्चा है कि फातमी को राजद जल्द ही मधुबनी से चुनाव सिंबल देगा। फातमी के अलावा रविवार को दो अन्य नेताओं ललित यादव और रामा सिंह ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात की और लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।
ललित यादव ने यहां से लड़ने की जताई इच्छाराजद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ललित यादव ने लालू प्रसाद के समक्ष दरभंगा से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की, जबकि रामा सिंह वैशाली अथवा शिवहर से चुनाव लडना चाहते हैं।
प्रतीक्षा करने का मिला निर्देशइन नेताओं ने आश्वासन दिया है गया है कि थोड़ी प्रतीक्षा कर लें। एक दो दिन की अंदर सारी तस्वीर साफ हो जाएगी।
माना जा रहा है कि रामा सिंह का शिवहर से, फातमी का मधुबनी से जबकि ललित यादव का दरभंगा से चुनाव लड़ना करीब-करीब तय हो गया है। सिर्फ लालू प्रसाद का आधिकारिक एलान होना मात्र शेष है।
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लालू, राबड़ी व तेजस्वी यादव ने दी होली की शुभकामनाएंराजद प्रमुख लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत राजद के अन्य नेताओं ने प्रदेश और देश की जनता को होली की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
इन नेताओं ने अपने होली संदेश में कहा कि रंगों का त्यौहार होली एक दूसरे के प्रति परस्पर संबंधों को मजबूत बनाने वाला, आपसी भाई चारा, प्रेम और विश्वास को मजबूत करने वाला त्यौहार है।
इसमें सभी एक दूसरे के साथ रंगों की तरह घुल-मिलकर आपसी सद्भाव के साथ इस त्यौहार को मनाते हैं और यह एकता के सूत्र में पिरोने वाला त्यौहार है।
लालू प्रसाद के साथ ही तेज प्रताप यादव, मीसा भारती, शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद और चितरंजन गगन ने भी होली की शुभकामनाएं दी हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। लालू प्रसाद अपने परिवार के साथ रविवार की शाम पटना से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर गए। लालू प्रसाद के साथ पत्नी राबड़ी देवी के अलावा बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पुत्र तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और मीसा भारती भी दिल्ली गए हैं।
लालू प्रसाद के परिवार की दिल्ली की इस यात्रा के पीछे दो प्रयोजन हैं। तेजस्वी यादव की पुत्री कात्यायनी का पहला जन्म दिवस और होली।
27 मार्च को कात्यायनी के पहले जन्मदिवस के मौके पर दिल्ली में समारोह आयोजित किया है। इसके साथ ही लालू परिवार के साथ दिल्ली में ही होली मनाना चाहते थे।
पार्टी के लोगों को उम्मीद थी कि इस बार होली के पर्व पर लालू प्रसाद पटना में रहेंगे, लेकिन लालू प्रसाद ने पटना की बजाय दिल्ली में रहन का निर्णय किया और दिल्ली रवाना हो गए।
कभी लालू आवास पर होती थी कुर्ता फाड़ होलीयहां बता दें कि करीब दो दशकों से लालू आवास में होली का पर्व उस तरह नहीं मनाया गया, जो 1997 से लेकर 2000 तक मनाया जाता था।
उस दौर में लालू प्रसाद के आवास पर कुर्ता फाड़ होली हुआ करती थी, लेकिन चारा घोटाले में लालू प्रसाद का नाम आने और बाद में सजा होने के बाद से वैसी होली कभी लालू-राबड़ी आवास में नहीं मनाई गई।
नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों काे होली की शुभकामनाएं दींमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश व देशवासियों को रंगों के त्योहार होली की शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि हाेली सामाजिक समरसता का प्रतीक है। होली का पवित्र त्योहार राज्यवासियों की जिंदगी में खुशियों का नया रंग लेकर आएगा।
उन्होंने आगे लिखा कि यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है। इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि बिना किसी भेदभाव के लोग एक दूसरे के प्रति प्रेम-सद्भाव का व्यवहार रखते हैं। लोग आपस में मिल-जुलकर खुशियां बांटते हैं।
मु्ख्यमंत्री ने राज्यवासियों से यह अपील की है कि होली का त्योहार पारस्परिक प्रेम, आपसी भाईचारे एवं सामाजिक सद्भाव के साथ मनाएं।
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भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। जदयू ने रविवार को अपने प्रत्याशियों के नाम की घाेषणा कर दी। उसके साथ ही राजनीतिक गलियारे में यह जोड़-घटाव आरंभ हो गया कि 2019 में जदयू ने जो 16 सीटें जीतीं थी, उनमें वह अपने किस प्रतिद्वंद्वी के साथ अपेक्षाकृत अधिक सहज रहा?
आंकड़े बता रहे हैं कि जदयू ने राजद के प्रत्याशियों को आठ सीटों पर हराया। इसके अलावा, कांग्रेस को पांच सीटों पर पराजित किया था। जबकि एक पर कांग्रेस उम्मीदवार के सामने हार का सामना करना पड़ा था।
इन दो बड़ी पार्टियों के अलावा, दो सीटों पर जदयू का सीधा मुकाबला हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) से था। एक सीट पर रालोसपा के प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को भी जदयू ने हराया था। यानी जदयू के सामने जब राजद के प्रत्याशी थे तब जदयू के वोटर कुछ अधिक सक्रिय दिखे।
जब जदयू के सामने राजद के उम्मीदवार थेपिछली बार आठ सीटों पर जदयू का राजद से मुकाबला था। छह सीटों पर जदयू प्रत्याशी की जीत दो लाख से अधिक मतों से हुुई। इनमें दो सीटों पर जीत का अंतर तीन लाख मतों से भी अधिक था। झंझारपुर में जदयू की जीत 3.22 लाख मतों से हुई थी।
मधेपुरा में जीत का अंतर 3.01 लाख मतों का था। सीतामढ़ी में 2.50 लाख, भागलपुर में 2.77 लाख, बांका में 2.00 लाख तथा गोपालगंज में 2.86 लाख मतों के अंतर से जीत मिली।
सिवान में 1.16 लाख मतों के अंतर से राजद प्रत्याशी को हराया। जदयू को राजद ने सबसे बड़ा मुकाबला जहानाबाद सीट पर दिया था। वहां से राजद प्रत्याशी की हार मात्र 1,751 वोटों से हुई थी।
कारकाट सीट पर जदयू ने रालोसपा प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को 84,542 मतों से पराजित किया था। राजग में यह सीट इस बार उपेंद्र कुशवाहा के दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा को मिल गई है।
कांग्रेस से जदयू का छह जगहों पर था सीधा मुकाबलाकांग्रेस के साथ जदयू का मुकाबला आधा दर्जन सीटों पर था, जिसमें किशनगंज सीट पर जदयू को हार मिली थी। वाल्मीकिनगर सीट पर जदयू ने कांग्रेस प्रत्याशी रो 3.54 लाख मतों से हराया था।
सुपौल में जदयू की कांग्रेस पर 2.66 लाख मतों से जीत हुई थी, कटिहार में जदयू प्रत्याशी ने कांग्रेस के उम्मीदवार को 57 हजार वोट से हराया था।
पूर्णिया में कांग्रेस की हार जदयू प्रत्याशी से 2.63 लाख मतों से हुई थी। मुंगेर में यह अंतर 1.67 लाख का था। किशनगंज में कांग्रेस ने जदयू को 34 हजार मतों के अंतर से हरा दिया था।
मांझी की पार्टी के साथ भी दो जगहों पर था सीधा मुकाबलाजदयू का 2019 के चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी हम के उम्मीदवार से सीधा मुकाबला था। नालंदा में जदयू ने हम को 2.66 लाख मतों से हराया। वहीं गया में हम की हार जदयू प्रत्याशी से 1.52 लाख वोटों से हुई थी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू प्रदेश कार्यालय में पार्टी के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के मौके पर जदयू के लगभग सभी दिग्गज नेता और मंत्री मौजूद रहे। प्रत्याशियों के नामों की सूचना देने के बाद सभी ने यह दावा किया कि इस बार एनडीए गठबंधन बिहार में सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करेगा। पिछले चुनाव में एक सीट की जो कमी रह गयी थी वह भी इस बार पूरी हो जाएगी।
जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि एनडीए के सभी प्रत्याशियों को जिताने के लिए पार्टी के सभी लोग जी जान से लगेंगे। हम निश्चित रूप से जीतेंगे।
महागठबंधन में सिरफुटौव्वल: ललन सिंहराजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि महागठबंधन में टिकट को लेकर सिर फुटौव्वल की स्थिति है। कोई सिंबल लेकर भाग रहा तो कोई अलग बात कह रहा।
जदयू छोड़ राजद का दामन थाम चुकी विधायक बीमा भारती के संबंध में पूछा गया, तो यह जबाव आया कि टिकट की दौड़ में उन्होंने पार्टी को छोड़ा।
सभी जातियों को मिला प्रतिनिधित्व: बिजेंद्रऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि जदयू ने प्रत्याशियों की जिस सुूची को जारी किया है, उसमें सभी जाति के लोगों का प्रतिनिधित्व है। इसके अलावा, दो महिलाओं को भी जगह मिली है।
ये भी रहे मौजूदजदयू प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के मौके पर जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, मंत्री अशोक चौधरी, लेसी सिंह, श्रवण कुमार, सुनील कुमार, जमा खान व जयंत राज सहित विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी भी मौजूद थे।
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दीनानाथ साहनी, पटना। Bihar Political News Hindi: वर्ष 2019 के प्रदर्शन पर गौर करें तो इस बार का लोकसभा चुनाव वाम दलों के लिए अस्तित्व का संघर्ष बन गया है। पिछली बार राजद के समर्थन से भाकपा (माले) ने आरा लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारा था, लेकिन भाजपा ने माले को करारी शिकस्त दी थी।
वहीं माले जहानाबाद, काराकट और सिवान में अकेले चुनाव लड़ा, जहां उसे जीत नहीं मिली। इसी तरह भाकपा अपनी परंपरागत सीट बेगूसराय में अकेले बूते चुनाव लड़कर हार गई थी।
जबकि उजियारपुर में माकपा हारी थी। इस बार राजद के नेतृत्व में गठित महागठबंधन के अंतर्गत वाम दल पांच सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। राजनीतिक पंडित मान रहे कि वाम दलों के लिए इस बार का चुनाव अस्तित्व की लड़ाई सरीखा है। दरअसल, वाम दल बिहार में संगठन की कमी के साथ नेतृत्व के संकट से भी जूझ रहे हैं।
ऐसे में देखना होगा कि बिहार में इस बार राजद के सहारे वामपंथी दलों की क्या उपलब्धि रहती है। 1996 से पहले बिहार में वाम दल मजबूत स्थिति में थे, लेकिन लालू प्रसाद के उभार में वामदल अपनी सियासी जमीन गंवा बैठे। वाम दलों के वोटर राजद में शिफ्ट हो गए। राजद का पिछलग्गू बनकर रहे वाम दलों ने बचा-खुचा जनाधार भी खो दिया।
वाम दलों के लिए राजद के आसरे की मजबूरीइस बार लालू ने वाम दलों को मात्र पांच सीटें दी हैं। इसमें बेगूसराय से भाकपा, खगड़िया से माकपा, आरा, नालंदा और काराकट से भाकपा माले के उम्मीदवार हैं। एनडीए के मुकाबले में वामदल कहीं नहीं दिख रहे हैं। यानी, ये चुनाव वामपंथी दलों लिए अस्तित्व बचाने की लड़ाई मानी जा रही है। ऐसे में राजद के साथ की मबजूरी है।
1999 के बाद नहीं खुला खातापिछले ढाई दशक से ज्यादा समय से बिहार में लोकसभा चुनाव में वाम दलों का खाता नहीं खुला है। अंतिम बार 1999 में भागलपुर लोकसभा सीट से माकपा के सुबोध राय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रभास चंद्र तिवारी को करीब 37 हजार वोटों के अंतर से हराया था। उसके बाद वामदलों का खाता नहीं खुला। 2019 के में भी वाम दल छह सीटों-आरा, बेगूसराय, उजियारपुर, सिवान, काराकाट, जहानाबाद-से चुनाव लड़े और हारे। बिहार में वामदलों का वोट प्रतिशत पिछले कुछ चुनावों में तीन से चार प्रतिशत के बीच ही रहा है।
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Tejashwi Yadav: केके पाठक के खिलाफ खड़े हुए तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार के सामने रख दी बड़ी मांग; क्या मानेंगे सीएम?
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News in Hindi: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के एक और आदेश पर विवाद शुरू हो गया है। पाठक ने अपने नए आदेश में शिक्षकों की होली की छुट्टी रद कर प्रशिक्षण के लिए उपस्थित रहने का आदेश दिया है। जिसके बाद शिक्षकों और शिक्षक नेताओं में आक्रोश है।अब राजीनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
केके पाठक के खिलाफ खड़े हुए तेजस्वी यादवशिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के इस फैसले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार के आदेशानुसार शिक्षकों को होली के दिन भी उपस्थित रहना है।
बिहार में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि होलिकोत्सव अथवा होली अवकाश के दिन जब पूरा राज्य होली मना रहा होगा, तब शिक्षक अपने परिवार से दूर रहेंगे।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। तेजस्वी ने अपने एक्स मीडिया पर इस मामले को पोस्ट भी किया है।
तेजस्वी ने कहा कि आदेश के अनुसार जो शिक्षक ट्रेनिंग में नहीं हैं उन्हें स्कूल जाना पड़ेगा। हालांकि बच्चों की परीक्षाएं टाल दी गई हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Hindi: चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को चुनाव चिन्ह प्रदान कर दिया है। उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की पार्टी को आयोग ने गैस सिलेंडर का सिंबल दिया है। लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी इसी सिंबल पर चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को कामन सिंबल दिया गया है। भरा हुआ गैस सिलेंडर हमारा सिंबल है. लोकसभा चुनाव इसी सिंबल पर चुनाव लड़ेगे ।
रविवार को पटना में प्रेस से उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने कहा कि बिहार की जनता की समृद्धि के लिए उनकी पार्टी काम करेगी। हमारे कंधों पर 40 लोकसभा सीट है। उन्होंने कहा कि बिहार में 40 की 40 सीट एनडीए को मिलेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अपने रिश्तों को लेकर कहा कि चुनाव में जहां नीतीश कुमार को हमारी जरूरत होगी, वहां हम उन्हें मदद करेंगे। हमें उनके सहयोग की जरूरत होगी वहां उनसे मदद लेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस बार के चुनाव में सभी 40 सीटों को जितने के लक्ष्य के साथ बिहार में एनडीए उतरी है। हमारी पार्टी अपने सिंबल के साथ मैदान में उतरेगी और जीत हासिल करेगी। उन्होंने आरएलएम को एनडीए में सिर्फ एक सीट मिलने पर इसे आपसी समझौते से हुआ फैसला करार दिया।
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सुनील राज, पटना। Bihar News: अब तक दर्जनभर प्रत्याशियों को सिंबल दे चुके राजद को उनसे आशा है कि वे उन सीटों को उसकी झोली में डालेंगे। हालांकि, विधानसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले राजद को पिछले 20 वर्षों में लोकसभा चुनावों में उल्लेखनीय सफलता नहीं मिल पाई है।
लगभग 20 वर्ष पहले हुए लोकसभा चुनाव में राजद (RJD) ने बेहतर प्रदर्शन किया और 24 सीटों पर जीत हासिल की। उसका परिणाम था कि लालू प्रसाद रेल मंत्री तक बने, लेकिन 2004 की सफलता का ग्राफ 2009 आते-आते गिरना शुरू हो गया। 2009 के लोकसभा चुनाव में सीट समझौता विफल होने पर राजद यूपीए से अलग हो गया। राजद ने लोक जनशक्ति पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ अपना गठबंधन बनाया, जिसे तब चौथा मोर्चा करार दिया गया।
बावजूद राजद (RJD) का प्रदर्शन खराब रहा और उसे चार सीटें ही मिल पाईं। 2014 के चुनाव में राजद यूपीए में वापस आ गया। उसने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। राजद ने सीटें लड़ी 27 परंतु जीत मिली चार पर। 2019 में तो उसका खाता तक नहीं खुला। इसकी अपेक्षा विधानसभा चुनावों में उसने बेहतर प्रदर्शन किया है।
2020 का चुनाव राजद, कांग्रेस और वाम दलों ने साथ मिलकर लड़ामोदी लहर और इससे एक साल पहले हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए के शानदार प्रदर्शन के बाद भी राजद को सत्ता पक्ष रोक नहीं पाया। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़े गए विधानसभा चुनाव में राजद ने अकेले 75 सीटें जीतीं। 2015 में भी राजद ने चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया। 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाला राजद 80 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल बनकर उभरा।
2010 में प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। राजद 168 सीटों पर लड़कर महज 22 सीटें ही जीत पाया। साल 2005 में ऐसा पहली बार हुआ था जब बिहार में एक ही साल के अंदर दो बार विधानसभा चुनाव कराने पड़े। फरवरी 2005 के विधानसभा चुनावों में राबड़ी देवी के नेतृत्व में राजद ने 215 सीटों पर चुनाव लड़ा जिसमें 75 सीटें जीती भी। कांग्रेस 10 सीटें जीत पाईं, जबकि जदयू ने 55 और भाजपा 37 सीटों पर जीत दर्ज की।
122 सीटों का स्पष्ट बहुमत ना मिल पाने के कारण कोई भी सरकार नहीं बन पाई और कुछ महीनों के राष्ट्रपति शासन के बाद अक्टूबर-नवंबर में फिर से विधानसभा चुनाव हुए। तब जदयू 88 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरा। भाजपा ने 55 सीटें हासिल की, वहीं राजद 175 सीटों पर चुनाव लड़कर 54 सीटें ही जीत पाया। इन चुनावों में नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई।
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Bihar Politics: गोपाल मंडल के दावों की निकली हवा, नीतीश कुमार ने दिया झटका; भागलपुर से इस प्रत्याशी को मैदान में उतारा
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi जदयू विधायक गोपाल मंडल (Gopal Mandal) के दावों की हवा निकल गई है। उन्हें बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने उन्हें झटका दे दिया है। भागलपुर सीट से जदयू ने अजय मंडल को मैदान में उतार दिया है। गोपाल मंडल लगातार मीडिया में टिकट को लेकर बयानबाजी कर रहे थे। उन्होंने यह तक कह दिया था कि टिकट उनके पॉकेट में है।
गोपाल मंडल ने यह तक दावा कर दिया था कि अजय मंडल भागलपुर सीट पर बैठने को तैयार हैं। हालांकि, बाद में अजय मंडल ने स्पष्ट कर दिया था कि वह वही करेंगे, जो नीतीश कुमार और जदयू की इच्छा होगी।
अजय मंडल ने पहले ही कर दिया था स्पष्टगौरतलब है कि पत्रकारों ने जब पूछा कि गोपाल मंडल (Gopal Mandal) बोल रहे हैं कि वह भागलपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगे तो इसपर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह (Ajay Mandal) जदयू का सिपाही हैं। उन्हें पार्टी जहां से खड़ा करेगी वहीं मूर्ति की तरह खड़ा रहेंगे। किसी के बोलने पर वह ध्यान नहीं देते हैं।
गोपाल मंडल को दिया था करारा जवाबअजय मंडल ने यह तक कह दिया था कि कौन क्या बोल रहा है, किसने क्या दावा किया, उससे कोई मतलब नहीं है मुझे। मेरे मुखिया नीतीश कुमार हैं। वह जिसे भागलपुर सीट से उतारेंगे मैं उसी को पूजूंगा। मैं उसकी पूरी मदद करूंगा लेकिन हवा में कोई बात होगी तो उसका जवाब नहीं दे सकता है।
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Pappu Yadav को क्यों RJD में शामिल कराना चाहते थे लालू? कांग्रेस नेता ने बता दिया सबकुछ, इस सीट को लेकर सियासत तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi बिहार में भले ही एनडीए में सीट बंटवारा हो चुका है, लेकिन इंडी गठबंधन में अब तक रस्साकसी जारी है। सीट बंटवारे से पहले ही लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी राजद (RJD) ने बिहार में अपने प्रत्याशियों को कुछ सीटों पर सिंबल देना शुरू कर दिया है।
अफवाह है कि पूर्णिया लोकसभा सीट (Purnia Lok Sabha Election) पर भी राजद ने अपना प्रत्याशी फाइनलकर दिया है। इसको लेकर सियासत तेज हो गई है।
दरअसल, पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने हाल ही में अपनी पार्टी का कांग्रेस (Congress) में विलय कराया है। वह लंबे समय से पूर्णिया सीट को लेकर फील्डिंग कर रहे हैं। कई बार, पप्पू यादव इस सीट पर महागठबंधन की ओर से दावेदारी कर चुके हैं। इसको लेकर अपने एक्स हैंडल पर उन्होंने लिखा कि वे मर जाएंगे, लेकिन कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। दुनिया छोड़ देंगे, लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे।
पप्पू यादव ने बता दिया क्या चाहते थे लालूअब पप्पू यादव ने लालू यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लालू यादव चाहते थे कि वह मधेपुरा सीट से चुनाव लड़ें, लेकिन पप्पू ने साफ तौर पर मना कर दिया। पप्पू यादव ने कहा कि वह इस सीट पर उनकी पूरी मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि लालू यादव की इच्छा थी कि वह (पप्पू यादव) राजद में शामिल हो जाएं, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को चुना।
पप्पू ने आगे यह भी कहा कि जब एक विचारधारा पर महागठबंधन चल रहा है तो चाहे किसी पार्टी के साथ विलय हो, कोई फर्क नहीं होना चाहिए। इसमें अहंकार का कोई विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि वह फिर यह कह रहे हैं कि दुनिया छोड़ देंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे।
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Bank Holidays in March 2024: बैंक में अगले सप्ताह कई दिन रहेगी छुट्टी, RBI ने इस तारीख को दिया खोलने का निर्देश
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: बैंकों में अगले सप्ताह कई दिन अवकाश रहेगा। इस बार मंगलवार व बुधवार को होली अवकाश रहेगा। इसके अतिरिक्त शुक्रवार को गुड फ्राइडे पर बैंक बंद रहेगा। ऐसे में वित्तीय वर्ष समाप्ति महीना होने को लेकर आरबीआइ ने बैंकों को 31 मार्च को रविवार होने के बावजूद बैंक को खोलने का निर्देश दिया है।
एसबीआइ अधिकारी संघ के महासचिव अमरेश विक्रमादित्य ने बताया कि 30-31 को सामान्य कार्य को लेकर से निर्देश आएंगे। आरबीआइ ने ट्रेजरी शाखा को चालू रखने का निर्देश दिया है।
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Lok Sabha Election 2024 : जेडीयू ने 16 उम्मीदवारों के नाम जारी किए, लवली आनंद की सीट फाइनल, पढ़ें पूरी लिस्ट यहां
एएनआई, पटना। Bihar News: नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने 16 उम्मीदवारों के नाम जारी किए। राजीव रंजन (ललन) सिंह मुंगेर से और लवली आनंद शिवहर से चुनाव लड़ेंगी। वहीं इसके अलावा सुनील कुमार बाल्मिकी नगर से लड़ेंगे। सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर लड़ेगे। झांझारपुर से रामप्रीत मंडल लड़ेंगे चुनाव। इसके अलावा भागलपुर से अजय कुमार मंडल लड़ेंगे चुनाव।
इसके अलावा सुपौल से दिलेश्वर कामैत चुनाव लड़ेंगे। किशनगंज से मुजाहिद आलम को टिकट दिया गया है। वहीं कटिहार से दुलालचंद्र गोस्वामी मैदान में उतरेंगे। पूर्णिया से संतोष कुमार चुनाव लड़ेंगे। वहीं मधेपुरा से दिनेश चंद्र यादव चुनाव लड़ेंगे। वहीं गोपालगंज से डॉक्टर आलोक कुमार सुमन चुनाव लड़ेंगे। सिवान से विजयालक्ष्मी देवी चुनाव लड़ेंगी।
भागलपुर से अजय कुमार मंडल को टिकट मिला है। वहीं गोपाल मंडल खाली हाथ रह गए। बांका से गिरिधारी यादव को टिकट मिला है। नालंदा से कौशलेंद्र कुमार को उतारा गया है। चंद्रेश्वर शाह को जहानाबाद से टिकट मिला है।
दो सीटों पर सिटिंग एमपी का टिकट कटाजिन सीटों पर मौजूदा सांसदों को हटा दिया गया है, वे सीटें हैं-सीतामढ़ी, जहां विधान परिषद के अध्यक्ष देवेश चंद्र ठाकुर जदयू के उम्मीदवार होंगे वहीं सुनील कुमार पिंटू का टिकट काट दिया गया है। सीवान, जहां विजय लक्ष्मी कुशवाहा को पति रमेश सिंह कुशवाहा के साथ पार्टी में शामिल होने के ठीक एक दिन बाद टिकट मिला। सीवान से कविता सिंह ने 2019 में बाजी मारी थी।
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Prashant Kishor: बीपीएससी पेपर लीक में नेताओं का कनेक्शन? प्रशांत किशोर के आरोप से मचेगा सियासी बवाल
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News in Hindi जनसुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने अब बीपीएससी पेपर लीक पर ऐसा बयान दे दिया है जिससे सियासी बवाल मच सकता है। उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में पेपर लीक होना कोई न्यूज नहीं है, बिना पेपर लीक परीक्षा होना ये न्यूज है।
पेपर लीक करने वालों के साथ शिक्षा मंत्री फोटो खींचवाएंगे तो क्या होगा: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि यह रोजमर्रा की घटना है। पिछले 10 साल में 60 से ज्यादा अलग-अलग परीक्षाओं में पेपर लीक बिहार में हुआ है। न इसमें किसी की जवाबदेही है। इतना ही नहीं जो व्यक्ति इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड था उसी के साथ बिहार सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री फोटो खींचवा रहे थे।
राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री की फोटो पेपर लीक करने वालों के साथ छपेगी तो प्रश्नपत्र लीक नहीं होगा तो क्या होगा। प्रश्नपत्र लीक होना कोई न्यूज नहीं है। बिना प्रश्नपत्र लीक हुए कोई परीक्षा हो जाए तो वह न्यूज है।
पेपर लीक में धराए कई आरोपीBihar Paper Leak News: बता दें कि बीपीएससी शिक्षक भर्ती पेपर लीक में अब तक कई आरोपी धरा चुके हैं। वहीं पेपर लीक के चलते परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। परीक्षा की तारीख जल्द ही आयोग वेबसाइट पर घोषित करेगा। समस्तीपुर से सर्वाधिक 7 आरोपी दबोचे गए हैं।
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Bihar Politics: 'एनडीए में अंदर-बाहर जबरदस्त बेचैनी...' इस नेता के दावे के बाद सियासी अटकलें तेज, क्या होगा खेला?
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Hindi: राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा के जदयू में जाने के बाद तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की राजद (RJD) ने दावा किया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे के बावजूद घटक दलों के बीच जबरदस्त सिर फुटव्वल जारी है।
यही वजह है कि सीट बंटवारे के लिए दिल्ली में बुलाई गई बैठक का कई घटक दलों ने अघोषित रूप से बहिष्कार किया था। आलम यह है कि एक दल दूसरे के पैर खींचने में लगे हुए हैं।
एनडीए में अंदर-बाहर जबरदस्त बेचैनी: आरजेडीराजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि, एनडीए खेमे के अन्दर और बाहर जबरदस्त बेचैनी है। अनेक सीटों पर इन्हें उम्मीदवार नहीं मिल रहा है इसीलिए घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग की घोषणा कर देने के बाद भी उम्मीदवारों के नाम जारी नहीं किए जा रहे हैं।
वहीं बिहार के महागठबंधन में अधिकांश सीटों पर सहमति हो चुकी है। कुछ सीटों पर बात चल रही है जल्द ही उम्मीदवार भी घोषित किए जाएंगे।
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Bihar Politics: नीतीश के चौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने मारा छक्का, JDU को दे दिया खुला ऑफर; कहा- मांगो तो सही
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News in Hindi: राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह कुशवाहा के नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जदयू में जाने से नाराज हो रहे कार्यकर्ताओं को चिंता न करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आक्रोशित मित्र हरिवंश राय बच्चन की पंक्तियों को याद करें...जो बीत गई सो बात गई।
शनिवार को उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के दल बदलने पर सिर्फ तंज कसा-जदयू के लोगों से आग्रह है कि कुछ और उम्मीदवार की जरूरत हो तो बताइएगा, प्लीज़।
मालूम हो कि रमेश सिंह कुशवाहा 2015-20 के बीच जदयू के विधायक थे। बेटिकट होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा के साथ आए थे।
नीतीश कुमार की पार्टी ने कुशवाहा की पार्टी में सेंधमारी कर दीबता दें कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में शनिवार को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जेडीयू ने सेंधमारी कर दी है। दरअसल, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा अपनी पत्नी विजय लक्ष्मी के साथ शनिवार को जदयू की सदस्यता ले ली। बता दें कि इससे पहले भी रमेश कुशवाहा जेडीयू में ही थे। लेकिन बेटिकट होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा का दामन थाम लिया था।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: राजधानी पटना में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और पैदल यात्रियों की सुरक्षा-सुविधा को लेकर पांच जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। यह फुटओवर ब्रिज के बेली रोड में पुनाईचक, तारामंडल और चिड़ियाघर गेट संख्या एक के पास बनाए जाएंगे। इसके अलावा कंकड़बाग और सगुना-दानापुर के बीच भी फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।
परिवहन विभाग में शनिवार को सड़क सुरक्षा को लेकर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। राजधानी के अटल पथ, बेली रोड समेत अन्य मार्गों पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को लेकर परिवहन विभाग, पथ निर्माण विभाग, यातायात, जिला प्रशासन के साथ परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई।
फुटओवर ब्रिज पर लिफ्ट लगाने का सुझावआम लोगों की सुविधा के लिए पटना वीमेंस कालेज के पास पहले से बने फुटओवर ब्रिज पर लिफ्ट लगाने का सुझाव दिया गया। पिछले दिनों हुई बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में फुट ओवरब्रिज व अंडर पास निर्माण के लिए बजट अनुमोदित किया गया है। परिवहन सचिव ने बैठक में कहा कि नेहरू मार्ग (बेली रोड) में पैदल यात्रियों को सड़क पार करने की सुविधा नहीं होने की वजह से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।
पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए कहां-कहां फुट ओवरब्रिज का निर्माण कराया जा सकता है, इस बारे में अधिकारियों से विचार-विमर्श किया गया है। प्रस्तावित जगहों पर फुटओवर ब्रिज निर्माण के लिए परिवहन सचिव ने पथ निर्माण विभाग एवं बिहार राज्य पथ विकास निगम से अविलंब डिजाइन के साथ प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश दिया। डिजाइन प्राप्त होने पर निर्वाचन आयोग से अनापत्ति हेतु अनुरोध किया जाएगा।
अटल पथ पर 70 किमी प्रति घंटे से तेज नहीं चला सकेंगे गाड़ीअटल पथ पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए गाड़ियों की स्पीड फिर से निर्धारित की गई। स्पीड लिमिट निर्धारित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। निर्णय लिया गया कि चारपहिया एवं सामान्य वाहनों के लिए 70, बस के लिए 50 एवं आटो एवं अन्य वाहन के लिए 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार निर्धारित की गई। स्पीड कैमरे से इसकी मानीटरिंग की जाएगी।
निर्धारित सीमा से अधिक गति से गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों पर जुर्माना किया जाएगा। परिवहन सचिव ने एसपी ट्रैफिक पटना को निर्देश दिया कि बेली रोड, अटल पथ, गंगा पथ पर दुर्घटना के कारणों का विस्तृत अध्ययन करें तथा विस्तृत रिपोर्ट दें।
सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से चालान की व्यवस्था को तेज करने का निर्देश दिया गया। मौके पर राज्य परिवहन आयुक्त विशाल राज, नगर आयुक्त अनिमेश पराशर, पुलिस अधीक्षक यातायात अशोक कुमार चौधरी आदि उपस्थित थे।
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Prashant Kishor: 'किसी बड़े मुसलमानों के गांव में...', प्रशांत किशोर ने कह दी झकझोरने वाली बात, कहा- कब सुधरिएगा?
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले सियासत तेज हो गई है। नेताओं ने गांव-गाव मोहल्ले-मोहल्ले घूमना शुरू कर दिया है। इसी क्रम सबसे ज्यादा एक्टिव कोई नेता दिख रहा है तो वह हैं जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor)। वह बिहार के हर जिले में पहुंचकर लोगों से वोटिंग पैटर्न बदलने की अपील कर रहे हैं।
इस बार फिर से उन्होंने मुसलमानों की बस्ती में जाकर लोगों को समझाने का काम किया। उन्होंने बताया कि कैसे आपलोग कष्ट में रहते हुए एक ही झोला हर बार उठा रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि किसी बड़े मुसलमानों के गांव जाइए तो आपको वहां सड़क नहीं मिलेगी। प्रशांत किशोर ने कहा कि किसी मुसलमानों की बस्ती में जाइए वहां आपको नाली-गली नहीं मिलेगी, स्कूल-अस्पताल नहीं मिलेगा।
मुसलम महिलाएं दर्द में जी रही हैं: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि गांव में जाइगा तो मुसलमान कहता है, महिलाएं निकलकर कहती हैं भैया जीवन में कितनी दिक्कत है कि प्रसव पीड़ा शुरू हो जाए तो सड़क इतनी खराब है कि जान निकल जाए।
अस्पताल इतनी दूर है कि वहां तक पहुंचने में हालत खराब हो जाती है। अगर ये बात मुसलमानों को अच्छी तरह पता है तो अपने बच्चे और महिलाओं का दर्द कैसे पता नहीं होगा।
दर्द झेलने के बाद भी तेजस्वी को वोट दीजिएगालेकिन 5 वर्ष बाद दर्द झेलने के बाद वहीं अब जब वोट की बारी आएगी तो तेजस्वी यादव जो सड़क का मंत्री था, सारे मुसलमान उन्हीं को वोट देकर आइएगा। फिर से तेजस्वी यादव का ही झोला पकड़िएगा।
प्रशांत किशोर की पार्टी को मिली चुनाव आयोग से मान्यताबता दें कि प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को चुनाव आयोग से मान्यता मिल गई है। प्रशांत किशोर को चुनाव चिह्वन के रूप में सेब मिला है। हालांकि, प्रशांत किशोर ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
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Bihar Weather Today: बिहार में होली पर बिगड़ेगा मौसम, इन 8 जिलों में होगी गरज के साथ बारिश; चेतावनी जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather on Holi: होली के मौके पर पटना समेत प्रदेश के मौसम का मिजाज अलग रहेगा। पटना आसपास व दक्षिणी भागों में 25- 26 मार्च को कुछ जगहों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कुछ जगहों पर बिजली चमकने के आसार है।
बिहार के इन जिलों में गरज के साथ होगी बारिश (Rain in Bihar)हिमालय के तराई वाले भागों के 12 जिलों के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार और मधेपुरा के एक या दो जगहों पर हल्की वर्षा, मेघ गर्जन व वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
इन जगहों पर रहने वाले लोगों को 25 मार्च को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार होलिका से लेकर होली के दिन अन्य भागों का मौसम आमतौर पर शुष्क बने रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 32-34 डिग्री सेल्सियस के बीच व न्यूनतम तापमान 19-20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
बारिश के चलते अधिकतम तापमान में गिरावटबीते दिनों में हुई वर्षा के कारण प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे आया है। तापमान में वृद्धि नहीं होने के कारण सुबह-शाम हल्की ठंड बनी हुई है। शनिवार को पटना का अधिकतम तापमान दो डिग्री गिरावट के साथ 32.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
जबकि, 35.2 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर प्रदेश का सर्वाधिक गर्म स्थान दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान किशनगंज के गलगलिया में 5.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। शनिवार को फारबिसगंज को छोड़ कर पटना समेत शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना व आसपास इलाकों में आंशिक बादलों का प्रभाव बना रहा।
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