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बिहार के एक हजार थानों में भेजी एक लड़की की तस्वीर, पुलिस के लिए सवाल यह भी कि कहां गए उसके कपड़े

Dainik Jagran - May 17, 2025 - 10:13pm

जागरण संवाददाता, पटना। पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर युवती का शव पाइप में डालने के मामले की जांच में पटना पुलिस फिसड्डी साबित हो रही है। आठवें दिन भी युवती की पहचान नहीं हो सकी, जबकि राज्य भर के एक हजार से अधिक थानों में उसकी तस्वीर पहुंच गई है।

30 को होना है नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन

नए टर्मिनल भवन का 30 मई को उद्घाटन होगा। मजदूरों ने भले ही पहले की तरह काम करना शुरू कर दिया है, मगर महिला कर्मियों के बीच अब भी भय का माहौल है। घटनास्थल के पास अकेले जाने से कर्मी सहम रहे हैं। एक महिलाकर्मी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि महिलाओं में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गई है।

वारदात को अंजाम देने वाले थे अंदर!

माना जा रहा है कि मृत युवती बाहरी थी, लेकिन वारदात को अंजाम देने वाले अंदर के ही थे। ऐसे में महिलाएं झुंड बनाकर काम कर रही हैं। वे शौचालय भी अकेले आती-जाती नहीं हैं। यह सोच कर कि हत्यारों की अगला शिकार वह न बन जाए। इधर, सचिवालय एसडीपीओ-1 डा. अनु कुमारी ने बताया कि युवती की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस सभी बिंदुओं पर सूक्ष्मता से जांच कर रही है। 

कहां गए महिला के कपड़े?

घटनास्थल से पुलिस को युवती का शव और उसकी फटी पेटीकोट के अलावा कुछ नहीं मिला। अब तक उसकी साड़ी, ब्लाउज समेत अन्य कपड़े भी नहीं मिले। क्या हत्यारे ने उन कपड़ों को सड़क की तरफ फेंक दिया था या साथ लेकर गए थे? इसका भी पता नहीं चल पाया है।

सूक्ष्म जांच में दुकान की छाप भी नहीं

युवती के गले से मिली सोने की चेन और नथुनी भी पुलिस को उस दुकान तक नहीं पहुंचा सकी, जहां से वे खरीदे गए थे। अमूमन, जेवरात पर आभूषण दुकानदार अपनी दुकान की छाप छोड़ते हैं। यह इसलिए कि ग्राहक से बिल गुम हो जाए तो दुकान का पता चल सके। हालांकि, पुलिस की सूक्ष्म जांच में दुकान की छाप भी नहीं दिख रही।

10 मई की शाम में मिला था शव

पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल से 10 मई की शाम में पुलिस ने पाइप में फंसी युवती का शव बरामद किया था। पुलिस ने पाइप काटकर शव को बाहर निकाला गया था। उसकी आयु लगभग 30 वर्ष बताई गई थी। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे।

एडमिन विभाग में कार्यरत कर्मी ने की शिकायत

पुलिस की छानबीन में मालूम हुआ था कि यहां तीन एजेंसियों सेवा दे रही हैं, जिनके माध्यम से महिलाएं काम करती हैं। पुलिस ने उपस्थिति पंजी देखकर सभी महिलाओं से संपर्क किया, लेकिन कोई गायब नहीं मिलीं। पटना एयरपोर्ट के एडमिन विभाग में कार्यरत एम अवेथराम की लिखित शिकायत पर हत्या की प्राथमिकी की गई थी।

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बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने खोज लिए प्रतिभाशाली गेंदबाज, 20 लड़के और पांच लड़कियों में दिखी धार

Dainik Jagran - May 17, 2025 - 9:27pm

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से चले रहे गेंदबाजों की खोज अभियान का समापन शनिवार को मोईन-उल-हक स्टेडियम में हुआ। इस अभियान में अंतिम रूप से 25 गेंदबाजों का चयन किया गया।

चार हजार से अधिक ने लिया था हिस्सा

चयनित गेंदबाजों में पुरुष वर्ग में 20 और महिला वर्ग में पांच खिलाड़ियों का चयन हुआ है। इस राज्यव्यापी चयन प्रक्रिया में बिहार के विभिन्न जिलों से कुल चार हजार से अधिक आवेदकों ने हिस्सा लिया। जिनमें से पुरुष वर्ग में शीर्ष 20 और महिला वर्ग में शीर्ष पांच गेंदबाजों का चयन किया गया।

सलिल अंकोला एवं कार्सन घावरी ने किया चयन

इस चयन प्रक्रिया में भारतीय क्रिकेट के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सलिल अंकोला एवं कार्सन घावरी ने बीसीए के चयनकर्ताओं एवं कोचों के साथ मिलकर निर्णायक भूमिका निभाई।

चयनित खिलाड़ियों को दिए गए क्रिकेट शूज एवं बैग

इन वरिष्ठ विशेषज्ञों ने खिलाड़ियों के कौशल का मूल्यांकन कर उत्कृष्ट प्रतिभाओं का चयन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयंत कांत डीआईजी, सीआईडी, बिहार का स्वागत बीसीए के सचिव जिआउल अर्फीन ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। इस मौके पर चयनित पुरुष वर्ग के शीर्ष 10 गेंदबाजों को जयंत कांत द्वारा क्रिकेट शूज, तथा अन्य चयनित खिलाड़ियों को बैग प्रदान कर सम्मानित किया गया।

बीसीए के पदाधिकारी रहे मौजूद

महिला वर्ग में दो खिलाड़ियों को शूज तथा शेष तीन खिलाड़ियों को बैग दिए गए। इस कार्यक्रम में बीसीए के सचिव जिआउल अर्फिन, वरिष्ठ पदाधिकारीगण जीएम एंटी करप्शन अजीत पांडे, निदेशक क्रिकेट विकास एवं संचालन आनंद यालविगी, प्लेयर रिप्रेजेंटेटिव (पुरुष वर्ग) पवन, क्रिकेट आपरेशन्स एके चंदन, स्पांसर प्रतिनिधि योगेश एवं विजय आदि उपस्थित रहे। 

दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण

चयन करने के बाद इन खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुरुष वर्ग में 20 और महिला वर्ग में पांच खिलाड़ियों को कुशल प्रशिक्षक खेल के गुर सिखाएंगे। इन खिलाड़ियों का चयन इनकी प्रतिभा के आधार पर किया गया है। 

चयनित गेंदबाजों की सूची 

फिरकी गेंदबाज (पुरुष वर्ग) :

अमित कुणाल (लेग स्पिन)

अनमोल कुमार (लेग स्पिन)

शुभम कुमार पाण्डेय (चाइना मैन )

शिवम कुमार पाण्डेय (चाइना मैन )

अमित राज (लेफ्ट आर्म स्पिन )

ऋषु राज (लेग स्पिन )

सागर सक्सेना (आफ स्पिन)

मनीष कुमार (लेग स्पिन )

आरव झा (आफ स्पिन )

आदित्य सिंह (आफ स्पिन )

बादल कुमार (लेग स्पिन ) 

तेज गेंदबाज (पुरुष वर्ग)

1. रिंकल तिवारी 

2. अंकित चौधरी 

3. अनु राज 

4. अमन आनंद

5. रंजीत कुमार

6. अनुनय नारायण सिंह

7. राहुल कुमार

8. आदित्य कुमार

9. हनी कुमार सिंह

      महिला वर्ग 

तेजस्वी सिन्हा 

शिल्पी कुमारी

ऋषिका किंजल 

प्रीति कुमारी 

नूतन सिंह

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Rahul Gandhi Bihar Visit: इस महीने के अंत में फिर बिहार आ सकते हैं राहुल गांधी, अब ये है अगली रणनीति

Dainik Jagran - May 17, 2025 - 9:02pm

राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस महीने के अंत में एक बार फिर बिहार आ सकते हैं।

राहुल गांधी की इस वर्ष यह पांचवी बिहार यात्रा होगी। इसके पहले राहुल गांधी जनवरी, फरवरी, अप्रैल और चौथी बार में इस महीने गुरुवार को दरभंगा और पटना आए थे।

कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी का प्रदेश नेतृत्व नालंदा में अत्यंत पिछड़ा वर्ग और पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन की तैयारी कर रहा है।

हालांकि यह चर्चा भी है कि राहुल गांधी सीमांचल भी जा सकते हैं। अत्यंत पिछड़ा वर्ग और पिछड़ा वर्ग के सम्मेलन की तिथि को अब तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।

सूत्रों के अनुसार आयोजन की कार्ययोजना बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया है। प्रदेश नेतृत्व ने राहुल गांधी से आग्रह किया है कि प्रदेश कांग्रेस सम्मेलन करना चाहती है। स्थान और तिथि का अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व करे ताकि आयोजन की सफलता के लिए इंतजाम किए जा सकें।

राहुल गांधी के खिलाफ प्राथमिकी पर भड़की कांग्रेस

लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी के बिहार आगमन के दौरान राज्य सरकार द्वारा प्राथमिकी कराए जाने के बाद कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है।

कार्यकर्ताओं का कहना है कि लोकतंत्र में किसी भी व्यक्ति को किसी से मिलने का स्वतंत्र अधिकार है। बिहार सरकार जबरन संवैधानिक व्यवस्था को तार-तार करने में लगी है।

इस संबंध में विज्ञप्ति जारी करते पार्टी के निलंबित जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि इस तरह के झूठे मुकदमों से न तो राहुल गांधी डरने वाले हैं और न कोई कार्यकर्ता। संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता कृत संकल्पित है। 

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प्रशांत किशोर को मिलेगी बड़ी राजनीतिक कामयाबी, पीके का हाथ थामेंगे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह

Dainik Jagran - May 17, 2025 - 8:54pm

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रशांत किशोर (पीके) की उपस्थिति में रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह रविवार को जन सुराज पार्टी (जसुपा) का झंडा उठा लेंगे। इसी के साथ उनकी पार्टी आप सबकी आवाज (आसा) का जसुपा में विलय भी हो जाएगा।

सात माह पहले किया था आरसीपी ने आसा का गठन 

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से अलग होने के बाद लगभग सात माह पहले आरसीपी ने आसा का गठन किया था। तब उन्होंने औरों से अलग व बूथ स्तर तक मजबूत संगठन का दावा करते हुए कहा था कि अभी ही उनके पास 140 सीटों पर मजबूत प्रत्याशी हैं। वे दावे अब राजनीतिक इतिहास हो जाएंगे।

भारतीय प्रशासनिक सेवा के रहे अधिकारी

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे आरसीपी को राजनीतिक पहचान नीतीश कुमार की बदौलत मिली, लेकिन समय के साथ मतभेद ऐसा बढ़ा कि उन्हें जदयू से बाहर होना पड़ा। आरसीपी सिंह पूर्व राज्यसभा सांसद तथा राज्यसभा में जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय दल के नेता थे। 

जदयू में रहते आरएसएस की तरह संगठन मजबूत करने की बात

बता दें कि बीते दिनों जदयू की राजनीतिक सलाहकार समिति की बैठक में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की भी चर्चा हुई थी। दरअसल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहते आरसीपी सिंह ने भी आरएसएस की तर्ज पर संगठन को मजबूत बनाने की चर्चा की थी। 2021 में उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए एक लाख 11 हजार 111 रुपया चंदा भी दिया था। आरसीपी जदयू से हटे। भाजपा में गए। अब उन्होंने अपनी नई पार्टी बना ली है।

अतरराष्ट्रीय संबंधों में हासिल की मास्टर

आरसीपी सिंह ने 1979 में पटना कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की और 1982 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से अतरराष्ट्रीय संबंधों में मास्टर डिग्री हासिल की।

पीके से जुड़े थे तीन बार के विधायक जीएस रामचंद्र

दो दिन पहले जन सुराज पार्टी के विचारों से प्रभावित होकर पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रह चुके जीएस रामचंद्र दास जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। जीएस रामचंद्र दास दो बार बाराचट्टी और एक बार बोधगया विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

व्यवस्था परिवर्तन से थे प्रसन्न

मूल रूप से गया जिले के रहने वाले हैं। उनके साथ उनके कई समर्थक भी जन सुराज के विचार से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने कहा कि वे प्रशांत किशोर के बिहार में व्यवस्था परिवर्तन के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं और अब वे अपने पूरे राजनीतिक अनुभव के साथ बिहार में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।

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बिहार के कोचिंग संचालकों के लिए महत्वपूर्ण आदेश, शिक्षा विभाग ने कहा, लापरवाही पर कटेगा बच्चों का भी नाम

Dainik Jagran - May 17, 2025 - 8:43pm

राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई के दौरान अगर बच्चे कोचिंग संस्थान में पाए गए तो उसके संचालकों पर सख्त कार्रवाई होगी। शिक्षा विभाग ने ऐसे कोचिंग संचालकों को सख्त चेतावनी दी है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा.एस. सिद्धार्थ ने कहा कि अगर विद्यालय अवधि में कोई कोचिंग संस्थान खुला है और उसमें सरकारी विद्यालय के बच्चे पढ़ाई करते पाए जाते हैं, उस पर कार्रवाई होगी और उसे बंद करेंगे। इस संबंध में स्पष्ट रूप से सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देश है।

बच्चों को विद्यालयों में शिक्षा दिलाएं

उन्होंने सभी अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों को विद्यालयों में शिक्षा दिलाएं। अगर उन्हें अपने बच्चों को कोचिंग भेजना है तो स्कूल अवधि के बाद ही भेजें। विद्यालय नहीं आने पर ऐसे बच्चों को नोटिस देकर नाम काट दिया जाएगा। शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को इस तरह की सख्ती बरतनी होगी।

कोचिंग सेंटर में अच्छी पढ़ाई होती है

उन्होंने कहा कि यह वहम है कि कोचिंग सेंटर में अच्छी पढ़ाई होती है। सरकारी शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा पास कर आए हैं। कोचिंग में केवल मशीनी पढ़ाई होती है। शिक्षा केवल स्कूलों में ही मिलती है। खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने आइआइटी, आइआइएम या आइएएस के लिए कोचिंग नहीं की।

पैरेंट्स मीटिंग के लिए भी कहा

उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई बच्चा ट्यूशन के बहाने विद्यालय से लापता रहता है तो प्रधानाध्यापक नोटिस देकर संबंधित अभिभावक को बताएंगे कि बच्चे को विद्यालय भेंजे, नहीं तो उसका नाम विद्यालय से काट दिया जाएगा। इसी तरह पैरेंट मीटिंग में अभिभावक विद्यालय में नहीं आते हैं तो उन्हें भी चेतावनी दें।

छोटे बच्चों के लिए रंगीन बेंच-डेस्क

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जूनियर क्लास में बच्चों के लिए रंगीन बेंच-डेस्क उपलब्ध कराए जाएंगे। यह छोटा भी होगा। इसी साल से इस योजना पर अमल हो जाएगा। एक से पांच तक बच्चों को किताब से पढ़ाया जाएगा। छठे क्लास से स्मार्ट स्मार्ट बोर्ड पर पढ़ाई की सुविधा इसी साल से उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे ग्रिवांस पोर्टल पर शिकायत करें। व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर कोई समस्या भेजने के बजाए शिक्षक पोर्टल पर अपनी बात कहें।

शिक्षकों को अवकाश को गाइडलाइन तैयार

अपर मुख्य सचिव डा.एस. सिद्धार्थ ने शिक्षकों के अवकाश स्वीकृति को लेकर तैयार गाइडलाइन के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन जल्द ही जारी की जाएगी। इसके मुताबिक किस संवर्ग के शिक्षक के लिए कितनी छुट्टियां स्वीकृत होंगी, इसका प्रविधान गाइडलाइन में किया गया है।

वैसे शिक्षकों को अवकाश लेने हेतु आनलाइन आवेदन करना है। यह जिला शिक्षा अधिकारी की जवाबदेही होगी कि शिक्षकों के प्राप्त आनलाइन आवेदन पर अवकाश की स्वीकृति सात दिनों के अंदर दें। अगर आवेदन पर सात दिनों में कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो अवकाश स्वीकृत माना जाएगा।

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'पाकिस्तान में 100 किमी अंदर घुसकर आतंकियों को मारा, एक्शन से दुनिया हैरान'; ऑपरेशन सिंदूर पर बोले अमित शाह

Dainik Jagran - National - May 17, 2025 - 8:31pm

एएनआई, गांधीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज गुजरात के दौरे पर रहे। गांधीनगर में अमित शाह ने 708 करोड़ रुपये लागत के विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर पर भी अपनी बातों को रखा और भारतीय सेना की सराहना की। गृहमंत्री ने यहां पर कहा कि भारतीय सेना ने पहली बार पाकिस्तान में 100 किलोमीटर भीतर आतंकियों के शिविरों को नष्ट किया। उन्होंने कहा कि हमने 9 ऐसे स्थलों को नष्ट कर दिया जहां आतंकियों को प्रशिक्षित किया जाता था और उनके ठिकाने थे।

आतंकियों को ठिकानों को भारतीय सेना ने किया नष्ट

गांधीनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी सेना ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर हमला किया और आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया।

उन्होंने कहा कि जो लोग हमें धमकाते थे कि उनके पास परमाणु बम हैं, उन्हें लगता था कि हम डर जाएंगे। लेकिन, हमारी सेना, नौसेना और वायु सेना ने उन्हें ऐसा करारा जवाब दिया है कि पूरी दुनिया हमारी सेना के धैर्य और पीएम मोदी के दृढ़ नेतृत्व की प्रशंसा कर रही है। मैं हमारे सशस्त्र बलों की वीरता को सलाम करता हूं।

पाकिस्तान के 15 हवाई ठिकानों पर सटीक हमला

गृहमंत्री शाह ने कहा यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब पाकिस्तान ने पूरी पश्चिमी सीमा पर हमला करने का दुस्साहस किया, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी वायु रक्षा प्रणाली इतनी उत्तम हो गई है कि कोई भी मिसाइल या ड्रोन भारत की भूमि तक नहीं पहुंच पाया।

उन्होंने कहा कि 100 से अधिक दुर्दांत आतंकवादियों को मारने के बाद भी पाकिस्तान सोच में ही था और हमने उनके 15 हवाई ठिकानों पर हमला किया, लेकिन हमने उनके लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया हमने उनकी हवाई हमले की क्षमता को नष्ट कर दिया।

भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब: शाह

इस कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। जो लोग सियालकोट और अन्य आतंकवादी शिविरों में छिपे हुए थे, जिन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाई थी; 'उन सबको हमारे बम के धमाकों की गूंज ने एक स्पष्ट संदेश भेजा है' अगर भारत के लोगों के साथ कोई आतंकवादी गतिविधि होती है, तो जवाब दोगुनी ताकत से दिया जाएगा।

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टीचरों की छुट्टी को लेकर नई गाइडलाइन तैयार, ACS S Siddharth बोले- कोचिंग में पढ़ते मिले सरकारी स्कूल के बच्चे तो...

Dainik Jagran - May 17, 2025 - 8:22pm

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के तकरीबन 81 हजार सरकारी विद्यालयों की जमीन संबंधी भू-राजस्व रिकॉर्ड (दस्तावेज) तैयार होगा। इसमें हर विद्यालय के पास कितनी जमीन है, उसका ब्योरा दर्ज होगा।

अगर किसी विद्यालय की जमीन अतिक्रमित है, तो उसे भी रिकार्ड में शामिल किया जाएगा और उसे अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई की जाएगी।

सभी विद्यालयों की जमीन और उसके संपत्तियों के रखरखाव, सुरक्षा और निगरानी के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जल्द ही एक अलग इंफ्रास्ट्रक्चर विंग तैयार किया जाएगा।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। वे शिक्षा की बात : हर शनिवार कार्यक्रम में लाइव थे।

उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से तैयार किए जा रहे इंफ्रास्ट्रक्चर विंग में भू-संपदा अधिकारी और सहायक भू-संपदा अधिकारी की नियुक्ति जल्द की जाएगी।

इन पदाधिकारियों की यह जिम्मेदारी होगी कि राज्य के सभी विद्यालयों की जमीन और अतिक्रमित जमीन के बारे में पूरा रिकार्ड तैयार करना और जिलेवार व प्रखंडवार उसका रजिस्टर बनाना।

जिन विद्यालयों की जमीन अतिक्रमित है, उसके विरुद्ध स्थानीय पुलिस-प्रशासन की मदद से कार्रवाई कर मुक्त कराया जाएगा।

विद्यालयों की जमीन व अन्य संपदा का रखरखाव, प्रबंधन और निगरानी की कमान भू-संपदा पदाधिकारियों के जिम्मे होगी।

अगर सरकारी विद्यालय के बच्चे कोचिंग में पढ़ते पाए गए तो उसे बंद किया जाएगा

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने कहा कि वैसे सरकार का पहले से यह आदेश है कि विद्यालय अवधि में कोई भी कोचिंग संस्थान नहीं संचालित हाेंगे।

अगर विद्यालय अवधि में कोई कोचिंग संस्थान खुला है और उसमें सरकारी विद्यालय के बच्चे पढ़ाई करते पाए जाते हैं उस पर कार्रवाई होगी और उसे बंद करेंगे। इस संबंध में स्पष्ट रूप से सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देश है।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई बच्चा ट्यूशन के बहाने विद्यालय से लापता रहत है तो प्रधानाध्यापक एक बार लिखित में नोटिस देकर संबंधित अभिभावक को बताएंगे कि बच्चे को विद्यालय भेंजे, नहीं तो उसका नाम विद्यालय से काट दिया जाएगा।

इसी तरह पैरेंट मीटिंग में अभिभावक विद्यालय में नहीं आते हैं तो उन्हें भी चेतावनी दें। अभिभावकों से भी अपील है कि बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेंजे ताकि शिक्षक उन्हें पढ़ा सकें।

अगर सरकारी विद्यालय में केवल बच्चे का नामांकन कराते हैं और कोचिंग में पढ़ाते हैं तो उस नामांकन से क्या फायदा होगा?

शिक्षकों को अवकाश के लिए गाइडलाइन तैयार

अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शिक्षकों के अवकाश स्वीकृति को लेकर तैयार गाइडलाइन के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन जल्द ही जारी किया जाएगा।

इसके मुताबिक किस संवर्ग के शिक्षक के लिए कितनी छुट्टियां स्वीकृत होंगी, इसका प्रविधान गाइडलाइन में किया गया है। वैसे शिक्षकों को अवकाश लेने हेतु ऑनलाइन आवेदन करना है।

यह जिला शिक्षा अधिकारी की जवाबदेही होगी कि शिक्षकों के प्राप्त आनलाइन आवेदन पर अवकाश की स्वीकृति सात दिनों के अंदर दें। अगर आवेदन पर सात दिनों में कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो अवकाश स्वीकृत माना जाएगा।

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