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Patna News: फुलवारी शरीफ में 3 घंटे में दो हत्याएं, इलाके में दहशत; एक्टिव हुई पटना पुलिस
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। फुलवारी शरीफ पुलिस अनुमंडल के अंतर्गत सोमवार की सुबह 3 घंटे के भीतर अलग-अलग जगह पर दो हत्या की बड़ी वारदात हुई।
पहली हत्या सुबह 6:40 बजे बेउर थाना के बाईपास के पास संजय यादव नामक व्यक्ति की हुई। यह वारदात उस समय हुई जब वह सुबह टहलने के लिए अपने घर भीक्षक से मैरिज हॉल के पास आए थे।
वह मैरिज हॉल के पास जैसे ही आए, मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने गोलियों की बरसात कर दी। घायल हालत में उन्हें इलाज के लिए एम्स ले जाया गया, लेकिन जान नहीं बच पाई।
इस घटना को क्यों अंजाम दिया गया, अभी तक इसका पता नहीं चल सका है। वहीं, दूसरी वारदात फुलवारी शरीफ मुख्य मार्ग पर टमटम पड़ाव के पास हुई।
जहां अपने भतीजे के साथ गाड़ी पर जा रहे अनवर आलम को रोककर अपराधियों ने चार गोली मारी। घायल अवस्था में एम्स ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
भूमि विवाद की सामने आई बातहालांकि दोनों हत्याओं के पीछे भूमि विवाद की बात सामने आ रही है। अनवर आलम का भी कई लोगों से भूमि विवाद का मामला सामने आ रहा है।
अनवर आलम का कई लोगों से भूमि विवाद चल रहा था। इसके पूर्व भी अनवर आलम पर भूमि विवाद को लेकर गोलीबारी करने और चाकू मारने का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन करने में जुटी है।
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Bihar News: पटना-नौबतपुर सड़क होगी फोरलेन, अरवल-दाउदनगर और अंबा बाईपास को लेकर भी सामने आई नई जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। पथ निर्माण विभाग ने 15 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले अलग-अलग एनएच का इस्टीमेट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेज दिया है।
अगले तीन-चार दिनों के भीतर तीन हजार करोड़ रुपए के अन्य इस्टीमेट को भी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा जाएगा।
जिन सड़कों के इस्टीमेट को मंत्रालय भेजा गया है वह स्वीकृत हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधीन फाइनेंस डिपार्टमेंट की स्वीकृति के बाद इन सड़कों की निविदा की प्रक्रिया आरंभ होगी।
जिन सड़को का इस्टीमेट भेजा गया उसमें पटना की भी सड़कपथ निर्माण विभाग ने जिन सड़काें का इस्टीमेट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा है उनमें पटना की भी सड़क है।
नौबतपुर बाजार की सड़क की फोरलेनिंग का प्रस्ताव पहले नंबर पर है। इसे स्वीकृति प्राप्त है। इस पर 37.5 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए सड़क की भी उपलब्धता है।
अरवल, दाउदनगर व अंबा बाईपास का इस्टीमेट भी मंत्रालय कोपथ निर्माण विभाग ने 15 हजार करोड़ रुपए का जो इस्टीमेट सड़क परिवहन मंत्रालय के पास जमा किया उसमें अरवल में बाईपास का निर्माण भी शामिल है। इसकी लंबाई 12.8 किमी है।
औरंगाबाद के दाउदनगर का बाईपास भी लिया गया है। औरंगाबाद के अंबा में भी बाईपास निर्माण का इस्टीमेट भेज दिया गया है। डुमरांव में आरओबी के निर्माण का भी इस्टीमेट अनुमति के लिए गया है।
इन सड़कों के प्रस्ताव को मंजूरी बाद इस्टीमेट भेजा गयापथ निर्माण विभाग ने कई सड़कों के प्रस्ताव की मंजूरी के बाद उनके इस्टीमेट को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेज दिया है। इसमें कटोरिया से पंजवारा तक फोर लेन सड़क का निर्माण भी शामिल है।
इंटरनल फाइनेंस डिपार्टमेंट की अनुमति के तुरंत बाद निविदापथ निर्माण विभाग से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के इंटरनल फाइनेंस डिपार्टमेंट की अनुमति के तुरंत बाद इन परियोजनाओं के लिए निविदा कर दी जाएगी। परियोजनाओं के लिए जमीन की भी उपलब्धता है।
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Patna News: एम्स, दानापुर और बिहटा के लिए पटना में यहां से मिल रही बस, सभी यात्री ध्यान से पढ़ लें नया अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। मल्टीमोडल हब से गांधी मैदान, नेहरुपथ, दानापुर रेलवे स्टेशन, बिहटा, फुलवारीशरीफ, एम्स के लिए बसें चल रही हैं।
पटना साहिब, बैरिया बस टर्मिनल, हाजीपुर, बिहारशरीफ सहित कई स्थानों की बसें गांधी मैदान से स्टेशन गोलंबर के पहले टर्न लेकर चिरैयाटांड पुल होते हुए आगे बढ़ जा रही हैं।
वापसी में चिरैयाटांल पुल से एक्जीवशन रोड होते हुए गांधी आ जा रही है। सभी रूट के लिए आठ पिंक बसें मल्टी मोडल हब से चलरही है।
पटना सिटी, बैरिया, हाजीपुर के लिए नहीं मिल रही बस-ऑटोमल्टी मोडल हब से सभी जगहों के लिए बसें नहीं मिल रही हैं। यहां से ऑटो भी नहीं मिल रहे हैं। सिटी बस जंक्शन गोलंबर से सटे पाल टोल के पास ऑटो मिल रहे हैं।
पाल होटल होते हुए पटना सिटी, बैरिया बस टर्मिनल, हाजीपुर, बिहारशरीफ की बसें चल रही है। वापसी में चिरैयाटांड पुल के पास उतारकर गांधी मैदान चल जा रही है।
यात्रियों को बस सेवा और आटो सेवा अभी उपलब्ध नहीं है। भविष्य में मल्टी मोडल हब से शहर के सभी क्षेत्रों के लिए बसों का परिचालन कराने की योजना है।
परिवहन निगम अधिकारियों के अनुसार एक-दो दिनों में सभी रूटों के बस चलाने की कार्य योजना तैयार कर ली जाएगी। कंकड़बाग सहित विभिन्न रूट के आटो भी पाल होटल के पास से मिल रहे हैं।
प्रथम फ्लोर से चलने लगा ऑटो, नहीं मिले यात्रीमल्टीमोडल हब के प्रथम फ्लोर से आटो खुलने लगे। पहले दिन आटो एक तरफ से चढ़कर दूसरी तरफ उतर जा रहे थे। फिर मुख्य सड़क पर रूककर यात्री बैठाने का प्रयास करते नजर आए।
इस कारण मल्टीमोडल हब के सामने स्टेशन की तरफ वाली सड़क पर जामअ लगा रहा। यासतायात पुलिस पहले दिन जंक्शन गोलंबर पर मुख्य ध्यान दी, इस कारण जाम की स्थिति बनी रही रही। दिन भी परिवहन निगम की बसों का परिचालन जारी रहा।
महिला यात्रियों की संख्या रही कमपिंक बसों का परिचालन जारी रहा। बोरिंगरोड, बाबा चौक, एनआइटी, कंकड़बाग, दानापुर रेलवे स्टेशन के लिए बसें चलती रही। पिंक बस में महिला यात्रियों की संख्या नगण्य रही।
परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही महिलाओं के बीच पिंक प्रचलित हो जाएगी। महिलाएं इस बस से यात्रा करने लगेंगी।
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Patna News: पटना के फेमस अस्पताल में चूहों का आतंक, पहले निगल गए आंख और अब कुतरीं मरीज की उंगलियां; मचा बवाल
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी का नालंदा मेडिकल कालेज सह अस्पताल (एनएमसीएच) आजकल अपनी चिकित्सा सेवाओं से ज्यादा चूहों के कहर को लेकर सुर्खियों में है।
यहां मधुमेह रोग से पीड़ित मरीज टखने के जोड़ को फिक्स कराने के लिए भर्ती हुआ था। बुधवार को डाक्टरों ने सर्जरी भी कर दी, लेकिन गुरुवार की रात चूहों ने साथ में इकलौते पैर के अंगूठे समेत चार अंगुलियां बुरी तरह से कुतर दीं।
डायबिटिक न्यूरोपैथी के कारण मरीज को इसकी जानकारी नहीं हुई और चूहों की करतूत का पता स्वजन को सुबह में चला। यही नहीं, इन्हें रिकंस्ट्रक्ट करने के लिए संस्थान में प्लास्टिक सर्जरी विभाग भी नहीं है।
ऐसे में पैर की अंगुलियों से ताकत न मिलने के कारण रोगी चलने-फिरने से पूरी तरह से लाचार हो सकता है क्योंकि उसका एक पैर 10 वर्ष पहले ही कट चुका है।
इसके पूर्व 16 नवंबर 2024 को नालंदा से रेफर होकर आए युवक की मृत्यु के बाद रात में उसकी एक आंख गायब हो गई थी।
उस समय आंख निकालने का स्वजन ने आरोप लगाया था, लेकिन बाद में चूहों के निगलने की बात कही गई थी। हालांकि, एनएमसीएच प्रशासन चूहों के द्वारा पैर कुतरने की घटना से इन्कार कर रहा है। मामले की जांच को टीम गठित की गई है।
क्या है मामलापटना निवासी मधुमेह रोगी अवधेश कुमार डायबिटिक न्यूरोपैथी से पीड़ित हैं। ऐसे में उन्हें अपने शरीर में हो रही काटने आदि की जानकारी नहीं हो पाती है। उनका एक पैर करीब 10 वर्ष पूर्व कट चुका है।
हाल के दिनों में दूसरे पैर के टखने के जोड़ हटने से चलने में बहुत दर्द होता था। जोड़ फिक्स कराने के लिए गत सप्ताह वे डॉ. शंभू कुमार की यूनिट में भर्ती हुए। बुधवार को टखने की सर्जरी की गई।
इसके बाद उन्हें वार्ड में बेड नंबर 55 पर स्थानांतरित कर दिया गया। गुरुवार रात जब मरीज व तीमारदार उनकी पत्नी सो रही थी, चूहों ने इकलौते पैर के बैंडेज व अंगूठे समेत चार अंगुलियां बुरी तरह कुतर दीं।
सुबह जब स्वजन ने बिस्तर पर खून व पैर देखा तो भड़क गए। उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और सफाई, वार्ड ब्वाय व नर्सिंग सेवा पर लापरवाही के आरोप लगाए।
उनका कहना था कि अस्पताल की साफ-सफाई बहुत खराब है। रात में वार्ड में चूहों का आतंक रहता है। मरीजों की देखभाल के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं होने से बार-बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
गैंगरिन बता झाड़ा पल्लाहड्डी के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश ने अधीक्षक को बताया कि रोगी डायबिटिक गैंगरिन से पीड़ित था। एक पैर पहले कट चुका है।
ऐसे में पैर की अंगुलियां चूहों ने काटीं या गैंगरिन से कटकर गिरीं, यह कहना मुश्किल है। सीसीटीवी से मामले की जांच करने पर ही सच्चाई की जानकारी हो सकेगी।
घटना की जानकारी होने पर विभागाध्यक्ष से बात की गई। चूहों के कुतरने के साथ गैंगरिन से खुद कटकर गिरने की आशंका भी बनी हुई है। जांच टीम गठित की गई है, रिपोर्ट में यदि लापरवाही साबित हुई तो कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।-डॉ. रश्मि प्रसाद, अधीक्षक एनएमसीएच पटना
वार्ड की महिला मरीज को भी चूहे ने काटाअवधेश के वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज ने भी अपने पैर में चूहे के काटने की बात कही है। टूटे हाथ की सर्जरी कराने को भर्ती महिला ने बताया कि जिस चूहे ने अवधेश कुमार को काटा उसी ने बेड पर चढ़ कर मेरे पैर में काटा था। अहसास होते ही झटका दे हटाया और देखा तो मोटा चूहा भाग कर जा रहा था। दूसरे दिन सुबह जब उनका पैर कुतरने की चर्चा हुई तो नर्सों व अस्पतालकर्मियों को बताया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
पूर्व घटना से सबक नहीं सीखने का परिणामएनएमसीएच प्रशासन अस्पताल व वार्डों में चूहों के कहर से वाकिफ है, लेकिन उन्हें खत्म करने की कोई पहल नहीं कर रहा है। छह माह पूर्व नालंदा के युवक की आंख गायब होने का कारण जब चूहों को माना गया था, उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। न तो चूहों को खत्म करने के प्रयास किए गए और न ही साफ-सफाई की उचित व्यवस्था हुई। जिन ड्यूटी नर्स को निलंबित किया गया था, उसे भी कुछ समय बाद ही बहाल कर दिया गया था।
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Bihar Weather News: बिहार के 3 जिलों में बिगड़ने वाला है मौसम, आंधी-पानी का होगा 'डबल अटैक'; अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। नमी युक्त हवा के कारण प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। पटना व आसपास इलाकों में रविवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। जबकि कई जिलों में तेज हवा के साथ वर्षा होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित दक्षिणी भागों के अधिसंख्य भागों में आंशिक बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर बिजली चमकने के साथ छिटपुट वर्षा की संभावना जताई है।
तीन जिलों के किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम एवं पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी में 30-40 किमी प्रतिघंटा एवं पूर्वी भागों में 50-60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया है।
अगले चार दिनों तक प्रदेश के अधिसंख्य भागों में आंधी-पानी को लेकर चेतावनी जारी की है। बीते 24 घंटों के दौरान गया, औरंगाबाद, जमुई, किशनगंज, पूर्णिया, पश्चिम चंपारण, अररिया, बांका में वर्षा दर्ज की गई।
गया जिले के डोभी में सर्वाधिक वर्षा 48.8 मिमी दर्ज की गई। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 40.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
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इन जगहों पर दर्ज की गई वर्षाऔरंगाबाद के मदनपुर में 25.2 मिमी, बांका के बौसी में 25.2 मिमी, कटोरिया में 18.6 मिमी, गया के मोहनपुर में 18.2 मिमी, जमुई के चकाई में 12.8 मिमी, किशनगंज के दिघलबैंक में 12.4 मिमी, पूर्णिया के बैसा में 8.6 मिमी, किशनगंज के बहादुरगंज में 7.4 मिमी, बांका में 6.8 मिमी, गया के आमस में 5.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (°C) न्यूनतम (°C) पटना 32.0 25.1 गया 38.7 26.5 भागलपुर 34.2 24.0 मुजफ्फरपुर 30.4 25.1(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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किसानों के लिए आज का दिन बेहद खास, CM नीतीश कई योजनाओं का करेंगे शुभारंभ; अब से ढेरों काम हो जाएंगे आसान
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को कृषि भवन, मीठापुर में कृषि से संबंधित कई योजनाओं शुभारंभ करेंगे।
इस मौके पर कृषि विभाग में नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों को नियुक्ति/नियोजन पत्र का वितरण किया जाएगा। नीतीश कुमार खरीफ महाभियान-2025 का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय सिन्हा करेंगे।
कार्यक्रम में कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, आरा (भोजपुर) का कार्यारंभ, अनुमंडल स्तर पर कृषि भवनों के निर्माण का शिलान्यास के साथ ही ‘बिहार कृषि’ मोबाइल एप का लोकार्पण किया जाएगा।
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा कृषि विभाग में अनुशंसित 315 अभ्यर्थियों को प्रखंड उद्यान पदाधिकारी के पद के लिए नियुक्ति पत्र का वितरण किया जाएगा, जिसमें 150 अभ्यर्थी महिलाएं है।
कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा की व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने हेतु आरा (भोजपुर) में 144.72 करोड़ रुपये लागत से कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, आरा (भोजपुर) का कार्यारंभ भी मुख्यमंत्री करेंगे। साथ ही, 62 अनुमंडल स्तर पर कृषि भवनों के निर्माण का शिलान्यास किया जाएगा।
किसानों को कृषि विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बिहार कृषि मोबाईल एप की शुरुआत होगी।
किसानों की ऐसी मदद करेगा एपयह एप किसानों को विभिन्न योजनाओं में आवेदन करने, उनकी स्थिति जानने, स्वीकृति और पुष्टि जैसी महत्वपूर्ण जानकारियों को सहजता से प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करेगी।
इसके माध्यम से कृषि से जुड़ी सभी सेवाएं और सूचनाएं डिजिटल रूप से सुलभ हो जाएगी। एप की यह विशेषता है कि इसमें किसानों के लिए डिजिटल पासबुक की व्यवस्था की गई है, जो बैंक पासबुक की तरह कार्य करती है।
इसमें किसान को प्राप्त सभी लाभ, अनुदान, आवेदन की स्थिति, भुगतान की जानकारी आदि सुव्यवस्थित रूप से दर्ज रहेंगे।
इसके अतिरिक्त पौधा संरक्षण सलाह, फसलों के बाज़ार मूल्य, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बिहार कृषि रेडियो, मौसम संबंधित जानकारी आदि महत्वपूर्ण सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी।
कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय चौधरी, स्वास्थ्य एवं विधि मंत्री मंगल पांडेय, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
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Gramin Bank: ग्रामीण बैंक को लेकर सरकार ने लिया एक और बड़ा फैसला, उधर नए ऑर्डर के बाद यूनियनों ने दे डाली चेतावनी
राज्य ब्यूरो, पटना। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक और दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के विलय के बाद पहली मई से बिहार में एकमात्र ग्रामीण बैंक (बिहार ग्रामीण) अपनी सेवा दे रहा है। अब इसका आइपीओ आएगा।
वस्तुत: ग्रामीण बैंकों के विलय का एक बड़ा उद्देश्य आइपीओ लाना भी था। पिछले वर्ष दिसंबर में दैनिक जागरण इसे स्पष्ट भी कर चुका है।
बहरहाल वित्त मंत्रालय ने आइपीओ जारी करने के लिए सभी प्रायोजक बैंकों को निर्देश निर्गत कर दिया है। इसे निजीकरण की प्रक्रिया बताते हुए ग्रामीण बैंक यूनियन्स ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
ग्रामीण बैंक में भारत सरकार का 50 प्रतिशत, प्रायोजक बैंक का 35 प्रतिशत और राज्य सरकार का 15 प्रतिशत शेयर है।
भारत सरकार अपने 36 प्रतिशत तक शेयर का विनिवेश कर बाजार से पूंजी जुटाना चाहती है। इसके लिए वह वर्ष 2015 से ही प्रयास कर रही थी, लेकिन ग्रामीण बैंकों की आर्थिक स्थिति अपेक्षाकृत कमजोर होने के कारण अभी तक आइपीओ जारी नहीं हो सका था।
अब विलय के बाद हर राज्य में एक-एक ग्रामीण बैंक हो गए हैं और उनकी आधार-पूंजी आइपीओ जारी करने के योग्य हो गई है।
बैठक और रणनीतिउत्तर बिहार ग्रामीण बैंक और दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के यूनियन्स की संयुक्त बैठक रविवार को हुई। उसका उद्घाटन करते हुए यूनाइटेड फोरम ऑफ ग्रामीण बैंक यूनियन्स के महासचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा कि आइपीओ जारी कर सरकार ग्रामीण बैंक का निजीकरण करना चाहती है। इसका राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिकार किया जाएगा।
संयुक्त सभा को बिहार प्रोविंशियल बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के महासचिव अनिरुद्ध कुमार, एआइबीओए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुमार अरविंद, मो. नदीम अख्तर, नीरज चौधरी, राजीव प्रकाश और कुंदन कुमार राय ने संबोधित किया। अध्यक्षता प्रदीप कुमार मिश्र और ब्रह्मेश्वर कुमार ने की।
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बिहारवासियों की हो जाएगी बल्ले-बल्ले! पटना पहुंचते ही बड़ी खुशखबरी देंगे PM मोदी, ये है दौरे को लेकर नया अपडेट
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के दो दिवसीय दौरे पर 29 मई को पटना आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मई को रोहतास के बिक्रमगंज से देश के दूसरे सबसे विद्युत संयंत्र का शिलान्यास करेंगे।
औरंगाबाद जिले के नबीनगर में 29947.91 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सुपर थर्मल पावर प्लांट होगा। इससे बिहार को 2400 मेगावाट बिजली मिलेगी।
2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगायह एनटीपीसी का देश में दूसरा सबसे बड़ा विद्युत उत्पादन संयंत्र होगा। बिहार की बढती ऊर्जा आवश्यकताओं को देखते हुए नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एनएसटीपीएस) के क्षमता विस्तार स्टेज-2 को मंजूरी केंद्र सरकार ने दी है।
स्टेज-2 के तहत यहां पर 800-800 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली तीन नई इकाइयां स्थापित की जाएगी। कुल 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। इस विद्युत संयंत्र की स्थापना से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
बिहार की बढती ऊर्जा आवश्यकताओं को देखते हुए नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एनएसटीपीएस) के क्षमता विस्तार स्टेज-2 को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद। केंद्र सरकार के इस पहल से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। एनटीपीसी का देश में दूसरा सबसे बड़ा विद्युत उत्पादन संयंत्र होगा।- सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री
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Bihar News: लगातार सेवा से गायब रहने वाले 5 डॉक्टर सेवा से बर्खास्त, जारी हुई लिस्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य सरकार ने लगातार सेवा से गायब रहने वाले पांच डाक्टरों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव के बाद मंत्रिमंडल ने डॉक्टरों को बर्खास्त करने की स्वीकृति दे दी है। जिन डाक्टरों को बर्खास्त किया गया है वे जिलों में सामान्य या विशेष चिकित्सा पदाधिकारी के रूप मे पदस्थापित थे।
स्वास्थ्य विभाग ने जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट के जरिये यह जानकारी मिल रही थी कि कई क्षेत्रों में पदस्थापित डाक्टर बिना विभाग की अनुमति लिए लगातार सेवा से गायब चल रहे हैं।
जिन डॉक्टरों के बारे में विभाग को जानकारी मिली थी उनमें कुष्ठ निवारण कार्यालय मुंगेर में पदस्थापित डाक्टर रविश कुमार सिंह समेत अन्य डॉक्टर हैं। रविश कुमार 10 सितंबर 2021 से सेवा से लगातार गायब चल रहे हैं।
इन डॉक्टर पर हुआ एक्शनइसी प्रकार सदर अस्पताल लखीसराय में शिशु रोग के चिकित्सा पदाधिकारी रहे डॉ. जीतेंद्र कुमार अगस्त 2020 से, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलौली खगड़िया में सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में तैनात डॉ. अनूप नाज सोरेन मार्च 2020 से सेवा गायब हैं।
लखीसराय के चानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉ. सोनी कुमार गुप्ता फरवरी 2022 से जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कपसी चेवाड़ा शेखपुरा में पदस्थापित रहे डॉ. विमलेश कुमार सितंबर 2022 से सेवा से गायब हैं। विभाग के प्रस्ताव पर मंथन के बाद मंत्रिमंडल ने इन डाक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने की स्वीकृति दे दी है।
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फोर लेन पर दर्दनाक हादसा, सड़क पर खड़ी हाईवा से टकराई कार, बेगुसराय में तैनात लिपिक की हुई मौत
संवाद सहयोगी, बाढ़। बाढ़ थाना क्षेत्र के सलालपुर गांव के निकट शनिवार की देर रात्रि एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। सड़क हादसे की इस घटना मे बेगुसराय जिले में डीडीसी कार्यालय में तैनात लिपिक की मौत हो गयी।
घटना के बाद कार की परखच्चे उड़ गए। हालांकि, घटना कितने बजे हुई है, यह किसी ने नहीं देखा। इधर अहले सुबह आसपास के ग्रामीण जब सड़क के किनारे घूमने टहलने निकले, तब देखा की एक कार के परखच्चे उड़े थे।
इसके बाद जब कार के अंदर देखा गया, तब लहूलुहान हालत मे एक युवक मृत पड़ा था। इसके बाद घटना की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को दी गयी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम करा परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने बताया की मृतक की पहचान 33 वर्षीय अभिनंदन प्रकाश के रूप में की गयी है। मृतक मुख्य रूप से पटना जिले के गोविंदपुर गांव का रहने वाला था। वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंची दो युवतियों ने बताया की मृतक से रात्रि के करीब दो बजे तक बातचीत हुई थी।
इसके बाद कुछ पता नहीं था। वह पटना के अनिशाबाद में रहता था। बताया जाता है की मृतक बेगुसराय से पटना के लिए चला था। वहीं, बाढ़ के सलालपुर गांव के निकट फोर लेन पर खराब पड़ा ओवरलोड हाईवा लगा हुआ था।
बताया जाता है की कार स्पीड में थी और खड़े हाईवा में जोरदार ठोकर मार दिया, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए। वहीं, घटनास्थल पर ही प्रधान लिपिक ने दम तोड़ दिया।
आसपास बस्ती नहीं होने के कारण सुबह तक कार में ही लहूलुहान हालत में प्रधान लिपिक पड़ा रहा। सुबह जब ग्रामीण घूमने निकले, तब ग्रामीणों की नजर कार पर पड़ी और देखा तब युवक की मौत हो चुकी थी। घटना के बाद परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है ।
एक दिन पहले भी हादसे मे एक की इसी सड़क पर हुई थी मौतबताते है की शनिवार की सुबह मे ही बख्तियारपुर मोकामा फोर लेन सड़क पर तीन वाहनों की टक्कर में एक महिला की मौत हो गयी थी। जबकि आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए थे।
जिनका उपचार पटना में चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फोर लेन सड़क बनने के बाद इस सड़क पर बख्तियारपुर से मोकामा के बीच कई सड़क हादसे हुए हैं। जिसमे दर्जनों लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
सड़क पर लाईट नहीं होने और ओवर स्पीड तथा जहां-तहां वाहनों के कतार लगे होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं।
RCP Singh ने क्यों थामा प्रशांत किशोर का हाथ? जदयू नेता ने बताई वजह; नए बयान से बिहार में तेज हुई सियासत
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर तंज करते हुए कहा कि सियासी वजूद को पुनर्जीवित करने जनसुराज की शरण में पहुंचे हैं आरसीपी सिंह। जनसुराज के दरवाजे पर दस्तक देना आरसीपी के समाप्त हो चुके सियासी अस्तित्व का जीता जागता उदाहरण है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने आरसीपी सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि निजी स्वार्थ और विश्वासघात की राजनीति करने वालों का अंजाम ऐसा ही होता है। जो व्यक्ति कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश में जुटा था आज वह अपने राजनीतिक पुनर्जीवन की तलाश में भटक रहा है।
यह स्थिति उस कहावत को चरितार्थ करता है कि जैसी करनी, वैसी भरनी। आरसीपी और पीके की जोड़ी वैसी ही है जैसे बिन डाेर की पतंग। ऐसे पतंग को न ऊंचाई मिलती है और न ही उड़ान।
दोनों अपनी साख बचाने की जुगत में हैं, लेकिन यह प्रयास बेनतीजा ही साबित होगा। बिहार की जनता इन दोनों के चाल, चरित्र और चेहरे को भली-भांति पहचानती है।
संजय झा के नेतृत्व में आतंकवाद के विरुद्ध आवाज बुलंद करेगा भारत : जदयूजदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को कहा कि जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य संजय झा के नेतृत्व में आतंकवाद के विरुद्ध भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से आवाज बुलंद करेगा।
केंद्र सरकार द्वारा गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संजय झा को देना समस्त प्रदेशवासियों के लिए गौरव की बात है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ एक प्रतिनिधिमंडल नहीं बल्कि भारत की ओर से विश्व को दिया गया संदेश है कि आतंकवाद के अंधकार में भारत उम्मीद की एक दृढ़, सक्षम और नेतृत्वकारी रौशनी बनकर खड़ा है।
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Bihar: 'नए अफसर बने हो इत्मीनान से रहो...', CM नीतीश के गांव में घुसने से रोका तो PK की SDM से हुई तीखी बहस
डिजिटल डेस्क, पटना। जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर काफी एक्टिव हैं। चुनाव को लेकर उनकी 'हस्ताक्षर अभियान' चला रही है।
इस अभियान के दौरान प्रशांत किशोर रविवार को अपने तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ नालंदा जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह गांव कल्याण बिगहा में प्रवेश कर रहे थे, लेकिन उन्हें गांव में घुसने से रोक दिया गया।
सीएम नीतीश के गांव में उनको रोके जाने पर एसडीएम के साथ प्रशांत किशोर की तीखी बहस हुई। पीके ने एसडीएम को जमकर सुनाया।
प्रशांत किशोर ने अफसर से कहा कि क्या आप मुझे गांव में घुसने से रोकेंगे? क्या मुझे गांव में जाने के लिए आपकी अनुमति की जरूरत है?
क्या आप लोगों को इकट्ठा करके मुझे धमका रहे हैं- प्रशांतपीके ने कहा कि जब मैं दूसरे गांवों में गया था तो क्या वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं थी? मैं चाहता हूं कि आप लिखकर दें, फिर मैं वापस आ चला जाऊंगा। क्या आप लोगों को इकट्ठा करके मुझे धमका रहे हैं? आप नेता बनना चाहते हैं?
प्रशांत किशोर ने एसडीएम से कहा कि आपसे ज्यादा पढ़े-लिखे हमारे साथ हैं। हम कानून का पालन करने वाले लोग हैं।
बहस के दौरान प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि नए अफसर बने हो इत्मीनान से रहो। रोकने का कारण लिखकर दोगे तो नौकरी चली जाएगी।
#WATCH | Jan Suraaj Party founder Prashant Kishor was stopped from entering Kalyan Bigha - CM Nitish Kumar's home village in Nalanda district during his party's 'signature campaign'.
In a verbal exchange with the SDM, Prashant Kishor can be heard saying, "...Will you stop me… pic.twitter.com/J84Fs10QZ8
— ANI (@ANI) May 18, 2025 एसडीएम ने क्या कहा?उधर, प्रशांत किशोर के सवालों का जवाब देते हुए एसडीएम ने कहा कि आपको गांव में घुसने से पहले अनुमति लेने की आवश्यकता है क्योंकि कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है।
एसडीएम ने आगे कहा कि लोगों ने कानून व्यवस्था को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। अगर मेरा इरादा आपको रोकने का होता तो मैं आपको बिहारशरीफ में ही रोक लेता।
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Bihar News: बिजली की कटौती के बीच उपभोक्ताओं को मिली बड़ी खुशखबरी, मिनटों में मिलेगा शिकायत का समाधान
राज्य ब्यूरो, पटना। बारिश और आंधी-तूफान का असर बिजली पर भी देखने को मिलता है। तेज हवाओं की वजह से बिजली के खंभे टूट जाते हैं, जिसकी वजह से घंटों तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती हैं। इन स्थितियों से निपटने के लिए ऊर्जा सचिव पंकज पाल ने बिजली बाधित होने की शिकायत का समाधान 30 मिनट के अंदर करने का निर्देश पेसू के इंजीनियरों को दिया है।
ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर बैठक का हुआ आयोजनपेसू द्वारा पटना और इसके आसपास के इलाके में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था देखी जाती है। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के निर्देश पर शनिवार को इस बारे में ऊर्जा सचिव ने बैठक की। बैठक में एसबीपीडीसीएल के एमडी महेंद्र कुमार भी मौजूद थे।
फ्यूज कॉल सेंटर होंगे सशक्तऊर्जा सचिव ने कहा कि उपभोक्ता सेवा की गुणवत्ता में सुधार सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक है। इसके लिए फ्यूज कॉल सेंटर को तकनीकी दृष्टिकोण से और अधिक सशक्त बनाया जाए ताकि उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित निवारण किया जा सके।
फ्यूज कॉल सेंटर की संख्या भी बढ़ाई जाएगीउन्होंने यह निर्देश दिया कि वर्तमान में काम कर रहे फ्यूज कॉल सेंटर की संख्या को बढ़ाया जाए। कॉल सेंटरों की कार्यक्षमता का पुनर्मूल्यांकन कर नए केंद्र स्थापित किए जाएं। आपात स्थिति में बिजली व्यवस्था को ठीक करने के लिए गाड़ियों की संख्या को बढ़ाया जाए।
बैठक के दौरान पेसू के अधिकारियों ने अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने की बात कही। ऊर्जा सचिव ने इस बारे में यथाशीघ्र कार्रवाई का निर्देश दिया। समयबद्ध तरीके से इस काम को पूरा किए जाने का निर्देश दिया।
ऊर्जा सचिव ने यह निर्देश दिया कि शिकायतों की मॉनीटरिंग के लिए एक केंद्रीकृत प्रणाली को विकसित किया जाए। इससे वरिष्ठ अधिकारियों को रियल टाइम फीडबैक उपलब्ध हो सकेगा।
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Bihar Election 2025: चुनावी तैयारियों में जुटी कांग्रेस, कुमार गौरव को दी ये बड़ी जिम्मेदारी
राज्य ब्यूरो, पटना। चुनावी तैयारियों को तेजी से आगे बढ़ाती प्रदेश कांग्रेस ने अब चुनावी वार रूम का गठन कर दिया है। वार रूम में नए अध्यक्ष की नियुक्ति भी कर दी गई है।
प्रदेश कांग्रेस की ओर से तकनीकी वार रूम गठन के बाद इस वार रूम के संचालन के लिए अध्यक्ष पद पर नियुक्ति का प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को सौंपा था।
जिस पर विचार करने के बाद पार्टी ने कुमार गौरव को वार रूम का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी कर दिए हैं।
कांग्रेस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने फिलहाल तकनीकी वार रूम का गठन किया है। जिसमें अधिकांश केंद्रीय स्तर के पार्टी नेता शामिल हैं। पार्टी ने दावा किया है कि चुनावी घोषणा के बाद पार्टी के स्थानीय स्तर के नेताओं को शामिल करते हुए अलग से एक वार रूम गठित किया जाएगा।
जो पार्टी के लिए प्रचार, बूथ प्रबंधन, नेताओं की चुनावी सभाओं का प्रबंधन देखेगा। फिलहाल वार रूम का कार्य पार्टी द्वारा जारी किए गए क्यूआर कोड के जरिये प्राप्त हो रहे टिकट अभ्यर्थियों के आवेदन की स्क्रीनिंग है।
बता दें कि पार्टी ने इस चुनाव टिकट वितरण को लेकर लगने वाले आरोपों से बचने के लिए क्यूआर कोड से आवेदन की प्रक्रिया बहाल की है। टिकट की उम्मीद करने वाले नेताओं ने इस कोड के जरिये आवेदन करने शुरू कर दिए हैं।
Bihar News: बिहार के 9 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों में बड़े बदलाव की तैयारी, बनेगी भाषा की प्रयोगशाला
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के सभी 9463 सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भाषा की भी प्रयोगशाला होगी, जिसमें विद्यार्थी अपने भाषायी ज्ञान के विविध आयामों को सृजनात्मक रूप देंगे। भाषा की प्रयोगशाला में पुस्तकालय एवं कंप्यूटर की भी व्यवस्था होगी।
रचनात्मक लेखन कौशल का होगा विकासउसमें सृजनात्मक कार्य के तहत विद्यार्थी कविता लिखेंगे, अनुभव लिखेंगे। कहानियों पर केंद्रित चित्र बनाएंगे। दैनिक जीवन के अनुभवों को लिखेंगे। साक्षात्कार लेंगे। कार्टून बनाएंगे। लघु नाटक लिखेंगे। ऐसे ही दूसरे सृजनात्मक कार्य भी विद्यार्थियों द्वारा विकसित किए जाएंगे।
माध्यमिक शिक्षा के स्तर के विद्यालयों में भाषा प्रयोगशाला की आवश्यकता बिहार पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2025 में महसूस की गई है। इसमें यह भी कहा गया है कि विद्यालयों में भाषा प्रयोगशाला का अभाव रहा है। इसके कारण विद्यार्थी भाषायी दक्षता सही ढंग से विकसित नहीं कर पाते हैं।
2025 तक रूपरेखा तैयार करने का लक्ष्यबिहार पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2025 तैयार करने वाले विशेषज्ञों ने कहा है कि विद्यालयों में प्रारंभिक स्तर से ही भाषा कौशल के विकास के लिए भाषा प्रयोगशाला की व्यवस्था की जानी चाहिए। इससे बच्चे विविध श्रव्य-दृश्य सामग्री इत्यादि का उपयोग कर अपनी भाषायी दक्षता का पर्याप्त विकास कर सकते हैं।
भाषा शिक्षण को रूचिकर बनाने की आवश्यकता जताते हुए स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध बाल साहित्य को लिपिबद्ध करने एवं साहित्य सृजन की जरूरत है। बाल साहित्य की भाषा सरल एवं सहज रखने की भी आवश्यकत्ता है। दक्षता आधारित भाषा शिक्षण की व्यवस्था की जरूरत है।
यह इसलिए जरूरी है, क्योंकि विद्यालयों में शिक्षकों का जोर भाषाओं की पाठ्यपुस्तकों की सामग्री को पूरा करने पर ज्यादा रहता है। इससे दक्षता आधारित प्रतिफल की प्राय उपेक्षा होती है। इस बात की भी जरूरत है कि पुस्तकालयों में बच्चों के लिए पत्र-पत्रिकाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
बिहार पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2025 में कहा गया है कि भाषा शिक्षण को रूचिकर बनाने के लिए प्रभावी शैक्षणिक रणनीति विकसित करने की जरूरत है। बच्चों को संप्रेषण कला में दक्ष बनाने के लिए सुनने-सुनाने अर्थात सार्थक संवाद का पर्याप्त अवसर दिया जाना चाहिए।
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Bihar News: बिहार के इन दो जिलों के लोगों के लिए खुशखबरी, मिलेगा शुद्ध पानी; 250 करोड़ रुपये से अधिक होंगे खर्च
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के दो जिलों को जल्द केंद्र प्रायोजित अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होगी। जिन जिलों का चयन योजना के लिए किया गया है उनमें दरभंगा और औरंगाबाद शामिल हैं। इस पूरी योजना पर दो जिलों को मिलाकर ढ़ाई सौ करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। प्रस्ताव पर मंत्रिमंडल ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है।
72.44 करोड़ रुपये से अधिक की राशि होगी खर्चनगर विकास एवं आवास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार औरंगाबाद जलापूर्ति योजना के तहत 135.100 किमी जल वितरण नेटवर्क विकसित किया जाएगा, जिसके तहत 14225 लोगों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा।
सरकार का प्रयास है कि औरंगाबाद के शहरी क्षेत्रों में रहने वाली संपूर्ण आबादी को शुद्ध पीने का पानी मिल सके। इस परियोजना के लिए 72.44 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी।
186.15 करोड़ से अधिक की लागत से सुनिश्चित होगी पेयजल की आपूर्तिदूसरी ओर दरभंगा शहर के 211 किमी क्षेत्र में लोगों को पेय जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए काम होगा। योजना के तहत 24183 घरों को पानी का कनेक्शन देने का लक्ष्य है।
घरों तक आसानी से पानी पहुंचे इसके लिए 16 ट्यूबवेल, इतने ही क्लोरीनेटर प्रणाली के साथ पंप हाउस, छह जल मीनार, छह जल मीनार कैंपस, 20.30 किमी राइजिंग मेन विकसित किए जाएंग। इस परियोजना पर करीब 186.15 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी।
बक्सर में सीवरेज नेटवर्क होगा तैयार, खर्च होंगे 255 करोड़दो शहरों में पेय जलापूर्ति के साथ ही सरकार बक्सर में सीवरेज नेटवर्क भी तैयार किया जाएगा। इस परियोजना को स्वीकृति मिल चुकी है। परियोजना पर 255.88 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बक्सर सीवरेज नेटवर्क योजना के तहत जिले के 28 वार्डों के 14750 घरों को सीवरेज नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। यह नेटवर्क करीब 112 किमी का होगा। नेटवर्क के लिए दो मध्यम वर्ग के पंपिंग स्टेशन और 1075 राइजिंग मेन का काम किया जाएगा।
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Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले बढ़ी PK की ताकत, जसुपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह
पीटीआई, पटना। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का पार्टी बदलने की सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जन सुराज पार्टी (जसुपा) का दामन थाम लिया है। आरसीपी सिंह के जसुपा में शामिल होने के साथ ही उनकी पार्टी आप सबकी आवाज (आसा) का भी जसुपा में विलय हो जाएगा।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे RCP सिंहपूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह राजनीति में आने से पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे चुके हैं। वे 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी थे। उन्होंने भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और फिर IAS में चयनित हुए।
पीके के विचारों से प्रभावित होकर जसुपा में शामिल हुएपूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह जन सुराज पार्टी के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उनके साथ ही उनके कई समर्थक भी जसुपा में शामिल हो गए। RCP सिंह के राजनीतिक अनुभव से पीके की पार्टी को आगामी चुनाव में मजबूती मिलेगी।
सात महीने पहले किया पार्टी का गठनआरसीपी सिंह ने सात माह पहले आप सबकी आवाज (आसा) का गठन किया था। इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि बिहार कि 140 विधानसभा सीटों पर उनके मजबूत प्रत्याशी हैं। उनकी पार्टी इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी के गठन के महज 7 महीने बाद ही अब आरसीपी सिंह ने जसुपा का दामन थाम लिया है।
Bihar News: शराब तस्करी का हॉटस्पॉट बने छोटे स्टेशन, रात के अंधेरे में उतरती है खेप
जागरण संवाददाता, पटना। बड़े रेलवे स्टेशनों पर सतर्कता और चेकिंग बढ़ने से शराब तस्कर अब छोटे रेलवे स्टेशन का रुख कर रहे हैं। ट्रेनों में लावारिस हालत में बैग में शराब रखने वाले तस्कर ऐसे स्टेशनों के करीब आते ही तय ठिकाने पर चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दे रहे। जहां मौजूद गिरोह के अन्य सदस्य शराब भरे बैग को उतारकर तय ठिकाने पर पहुंचा रहे।
विरोध करने पर ट्रेन में पथरावइस दौरान अगर कोई यात्री इसका विरोध कर रहा तो तस्कर उनके साथ झड़प से लेकर ट्रेनों पर पथराव करने से भी नहीं चूक रहे। गिरोह चेन पुलिंग भी ऐसी जगह कर रहा है, जहां पुलिस न हो या फिर स्टेशन दूर है। हाल के दिनों में पटना में इस तरह की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिसमें पथराव से लेकर झड़प की शिकायतें सामने आ चुकी हैं।
बैग को लावारिस हालत में छोड़कर दूर से रखते नजरपिट्ठू बैग, ट्राली बैग और झोले में शराब पैक कर उसे ट्रेन के शौचालय के आसपास या सीट के नीचे कही रख देते है और दूर से नजर रखते हैं। रास्ते में कहीं चेकिंग हुई तो रेल पुलिस शराब तो बरामद करती है, लेकिन तस्कर पकड़ में नहीं आते हैं। अक्सर यह खेल रात में होता है।
स्टेशन से पहले तस्कर उतार लेते हैं बैगछोटे रेलवे स्टेशन के पहले तय स्थान या आउटर पर पहुंचते ही चेन पुलिंग कर शराब से भरे बैग को उतार लिया जाता है। तस्करी में महिलाओं का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
शुक्रवार को दानापुर रेलवे स्टेशन पर गोड्डा सुपरफास्ट से बैग में शराब के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही उसी गाड़ी की अगल-अलग बोगियों से बैग, ट्राली बैग और पिट्ठू बैग को लावारिस हालत में बरामद किया गया था, जिसमें से कुल 98 लीटर शराब बरामद की गई।
केस-1सिपारा रेलवे गुमटी के पास पुलिस पर पथराव
आठ अप्रैल को परसा रेलवे स्टेशन के सिपारा रेलवे गुमटी के पास तस्करों ने बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस चेन की पुलिंग कर ट्रेन रोक दी। दर्जन भर से अधिक तस्कर शराब की खेप उतारने लगे। ट्रेन में मौजूद एस्कार्ट पार्टी ने जब उन्हें पकड़ने का प्रयास किया तो अपराधी पथराव करते हुए फरार हो गए।
केस-2राजेंद्र नगर-गुलजारबाग स्टेशन के बीच पथराव
11 मई को राजेंद्रनगर-गुलजारबाग स्टेशन के बीच गुरुमुखी एक्सप्रेस की चेन पुलिंग कर तस्करों ने शराब की खेप उतारी। जब इसका यात्रियों ने विरोध किया तो तस्करों ने ट्रेन पर ही पथराव शुरू कर दिया। इससे कारण ट्रेन की एसी बोगी की खिड़की के कई शीशे टूट गए थे।
केस-3बिहटा स्टेशन के पहले ट्रेन में यात्रियों से मारपीट
चार मई को रक्सौल कर्मभूमि एक्सप्रेस दिल्ली से पटना आ रही थी। बिहटा स्टेशन के पास चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी गई। यात्रियों से मारपीट की गई। गाड़ी खुलने पर फिर से चेन पुलिंग की गई और इस बार 15 से 20 कार्टन शराब उतारी गई। एक की गिरफ्तारी हुई है।
शराब तस्करी के विरुद्ध रेल पुलिस का ऑपरेशन रेडरेल पुलिस का दावा है कि अवैध शराब एवं शराब तस्करी के विरुद्ध आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ट्रेनों में ऑपरेशन रेड चला रही है। इसके तहत पुलिस ट्रेन की सभी बोगियों में चेकिंग कर रही है।
शुक्रवार को दानापुर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की चेकिंग क्रम में एक महिला को ट्राली बैग एवं पिट्ठू बैग साथ उतरते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। बैग से 22 लीटर शराब बरामद की गई।
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Bihar Weather Today: बिहार में फिर दिखेगा मौसम का रौद्र रूप, 5 जिलों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की चेतावनी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश के मौसम में बदलाव के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार राजधानी समेत प्रदेश के आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ तेज हवा चलने की संभावना है। दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है।
इन 5 जिलों में भारी बारिश की चेतावनीसुपौल, दरभंगा, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जिले के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी है। उत्तर-पूर्व भागों में आंधी-पानी को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार की राजधानी पटना समेत अपने जिले के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
24 घंटे के बाद अगले दो से तीन दिनों के दौरान तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 26 जिलों मे वर्षा, आकाशीय बिजली की आशंका जताई है। 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, जबकि 14 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
4 दिनों तक आंधी-बारिश के आसारशनिवार को पटना व आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहे। वहीं, औरंगाबाद में दोपहर डेढ़ बजे के बाद अचानक मौसम में बदलाव आने के साथ तेज वर्षा हुई। अगले चार दिनों तक प्रदेश के कई हिस्से में आंधी-पानी और ठनका गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
शनिवार को पटना का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 41.9 डिग्री सेल्सियस के साथ गया सबसे गर्म शहर रहा। शनिवार को पटना सहित जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
किशनगंज के चरघरिया में हुई 70.2 मिमी बारिशबीते 24 घंटों के दौरान किशनगंज, पूर्णिया, अररिया,सुपौल, मधुबनी के अलग-अलग भागों में वर्षा दर्ज की गई। किशनगंज के चरघरिया में 70.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि पूर्णिया के बैसा में 54.2 मिमी, अररिया में 48.2 मिमी, नरपतगंज में 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 35.5 26.3 गया 41.9 27.0 भागलपुर 32.9 24.5 मुजफ्फरपुर 32.0 24.7ये भी पढ़ें
बीएन कालेज पहुंचे बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां, बम लगने से छात्र की मौत के लिए जिम्मेदार पर चुप्पी
जागरण संवाददाता, पटना। राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां बम से घायल छात्र सुजीत कुमार पांडेय की मौत से जुड़ी घटना की विस्तृत जानकारी के लिए शनिवार को अचानक बीएन कालेज पहुंचे। एक घंटा 10 मिनट तक परिसर में रहकर घटना से जुड़ी हर जानकारी विश्वविद्यालय, जिला व पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों से प्राप्त की।
छात्रों की हत्या किसी सूरत में मान्य नहींकुलाधिपति ने कहा कि एक साल में विश्वविद्यालय में दो छात्रों की हत्या किसी भी सूरत में मान्य नहीं है। इसके लिए जिम्मेवार कौन हैं? कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह और डीएसडब्ल्यू प्रो. अनिल कुमार ने कहा कि माहौल खराब करने में बाहरी असामाजिक तत्व भी शामिल हैं।
25-30 बाहरी तत्व खराब कर रहे हैं माहौलपटना ला कालेज में हर्ष राज की हत्या में आरोपित छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है। 25-30 बाहरी तत्व माहौल को खराब कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि उनका नाम बताएं। इस पर डीएसडब्ल्यू ने कहा कि यह संभव नहीं है। सिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अज्ञात पर प्राथमिकी के लिए आवेदन देता है। काफी पूछताछ के बाद मामले में शामिल छात्रों का नाम बताया जाता है।
हत्या कोई सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकताराज्यपाल ने कहा कि विद्या के मंदिर में छात्र की हत्या कोई सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता है। इसके दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पूरे मामले को देखने और समझने के बाद एक बात पक्की है कि ऐसा वातावरण बन गया है, जिनके ऊपर अनुशासन सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी है, वह भी आपराधिक तत्वों से भय का अनुभव कर रहे हैं।
छात्रावास में अवैध कब्जा करके कमरों में आपराधिक प्रवृत्ति वाले भी बैठे हुए हैं। इसका प्रभाव वैध छात्रों पर भी पड़ता है। माहौल खराब करने वालों को विश्वविद्यालय प्रशासन चिह्नित करेंगे और राजभवन उनके ऊपर कार्रवाई सुनिश्चित कराएगा।
माता-पिता और गुरु के प्रति सम्मान जरूरीबीएन कालेज हास्टल में राज्यपाल ने कहा कि माता-पिता और गुरु के प्रति सम्मान नहीं है तो वह भारतीय नहीं है। छात्रों को अपने पुत्र की नजर से शिक्षक देखें। छात्र का प्रथम स्वभाव ही अनुशासन और शिक्षकों का सम्मान है।
खाली कमरे सील करें, तोड़ने पर राजभवन को सूचित करेंराज्यपाल हास्टल पहुंचे तो अवैध रूप से रह रहे लोगों के कपड़े रस्सी पर फैले दिखे। उन्होंने कहा कि कुछ कमरे में ताला है और कुछ ऐसे ही हैं। जब अलाटमेंट नहीं है तो विश्वविद्यालय प्रशासन भी एक-एक कमरे में अपना ताला लगाकर सील बंद करें।
यदि कोई इसे तोड़ता है तो प्रशासन के साथ तत्काल इसकी जानकारी राजभवन को दें। पुलिस प्रशासन से पूछा कि अवैध रहने वालों पर कार्रवाई कब-कब की गई। गांधी मैदान थानेदार ने बताया कि सुबह ही छोपमारी हुई है। पुलिस देखकर बाउंड्री फांदकर लोग भाग गए।
छात्रों को पढ़ाया अनुशासन का पाठकुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह, कुलसचिव प्रो. शालिनी, डीएसडब्ल्यू प्रो. अनिल कुमार, प्राक्टर प्रो. मनोज सिन्हा ने एक स्वर में कहा कि छात्र विश्वविद्यालय के पदाधिकारी और शिक्षकों से दुर्व्यवहार करते हैं। इस पर कुलाधपति ने छात्रसंघ अध्यक्ष मौथिली मृणाली और छात्र प्रतिनिधियों से कहा कि यह किसी भी सूरत में मान्य नहीं होगा। छात्रों को अनुशासन में रहना होगा।
यदि शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं सुने तो राजभवन आकर मिलें। शिक्षक से कोई दुर्व्यवहार कैसे कर सकता है। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी समस्याएं लेकर जाने पर मिलते नहीं हैं। इस कारण कभी-कभी कुछ छात्र आक्रोशित हो जाते हैं। छात्र प्रतिनिधियों ने कहा कि 13 मई को घटना घटी, लेकिन दो-ढाई किलोमीटर की दूरी होने के बाद भी कुलपति, डीएसडब्ल्यू, रजिस्ट्रार और प्राक्टर कुलाधपित के आने की सूचना पर शनिवार को पहुंचे हैं। इससे घटना को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की संजीदगी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
घायल छात्र पीएमसीएच में था लावारिस13 मई को स्नातक के छात्र सुजीत कुमार पांडेय बम से जहां घायल हुआ था, वहां राज्यपाल लगभग 45 मिनट तक रहे। घटना की विस्तृत जानकारी प्राचार्य प्रो. राजकिशोर प्रसाद और सिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने दी। पुसु अध्यक्ष ने कहा कि घालय छात्र को पीएमसीएच में लावारिस के रूप में भर्ती कराया गया था। इस पर प्राचार्य ने कहा कि आक्रोशित छात्रों ने उन्हें कक्ष में बंद कर दिया था। जिस कारण वह घायल छात्र के साथ पीएमसीएच नहीं जा सके। पुलिस की मदद से वह कुछ देर बाद पीछे वाले गेट से पीएमसीएच पहुंचे थे।
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