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Operation Sindoor पर सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस: ऑपरेशन सिंदूर कितने बजे और कब क्या-क्या हुआ... सेना ने बताई हर एक बात

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 11:31am

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बीती रात भारतीय सेना ने पाक को कड़ा सबक सिखाया है। आतंकियों का गड़ बन चुके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी शिविरों पर सेना ने हमला किया। 

Operation Sindoor के नाम से सेना द्वारा चलाए गए इस अभियान के बारे में प्रेस ब्रीफिंग विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री के साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने पूरी जानकारी दी।

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'स्ट्राइक के लिए तैयार', रात 1:28 बजे ऑपरेशन सिंदूर से पहले भारतीय सेना ने किया था पोस्ट

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 11:12am

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया। भारत की तरफ से आधी रात को किए गए इस हमले को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है। भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया है।

पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइलें दागीं। स्ट्राइक से पहले सेना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी लिखा। सेना ने हमले से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा- रेडी टू स्ट्राइक... ट्रेंड टू विन। साथ ही लिखा, प्रहाराय सन्निहिताः, जयाय प्रशिक्षिताः कुछ ही देर में आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक की खबरें भी सामने आ गईं। जिसके बाद सेना की तरफ से लिखा गया, न्याय हुआ...जय हिंद :

"प्रहाराय सन्निहिताः, जयाय प्रशिक्षिताः"

Ready to Strike, Trained to Win.#IndianArmy pic.twitter.com/M9CA9dv1Xx

— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) May 6, 2025

पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने को बनाया निशाना

भारतीय सेना के मुताबिक, पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है, बल्कि पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ये हमला किया गया है। भारत के हमले के बाद NSA अजीत डोभाल ने भी पाकिस्तान उच्चाधिकारी से बात की और बताया ये हमला पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने पर किया गया है।

22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ था हमला

22 अप्रैल को पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है।

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'क्या हर आतंकवादी मारा गया, एक और पहलगाम नहीं होगा'; कांग्रेस नेता ने ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए सवाल

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 11:06am

एएनआई, नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक कर आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इस ऑपरेशन का नाम 'ऑपरेशन सिंदूर' रखा गया था। अब कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस ऑपरेशन पर सवाल उठाए हैं।

राशिद अल्वी ने उठाए सवाल

कांग्रेस नेता ने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या इस ऑपरेशन में सभी आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो यह अच्छा है। अल्वी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार ने सेना से जो भी कहा था, उन्होंने वहीं किया।

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राशिद अल्वी ने कहा, "इससे बेहतर जवाब दिए जाने की जरूरत है, यह न्यूनतम है। हमारी सेना ने वही किया जो भारत सरकार ने उन्हें करने के लिए कहा था, लेकिन सवाल फिर से उठता है कि क्या हर आतंकवादी मारा गया? क्या एक और पहलगाम नहीं होगा?"

#WATCH | Delhi: On #OperationSindoor, Congress leader Rashid Alvi says, "Much better reply needs to be given, this is bare minimum. Our forces did what govt of India told them to do, but the question again arises. Was every single terrorist killed? Will there won't be another… pic.twitter.com/Rtn2tXPVP8

— ANI (@ANI) May 7, 2025

कांग्रेस नेताओं से अलग है अल्वी का बयान

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आतंकवादियों की बची हुई जमीन को नष्ट कर दिया जाएगा। अगर ऐसा हुआ है, तो यह अच्छा है। हालांकि, जहां कांग्रेस के आलाकमान ने एयर स्ट्राइक का स्वागत किया है, तो वहीं अल्वी का बयान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई शीर्ष नेताओं के बयानों से बिल्कुल अलग है।

मल्लिकार्जुन खरगे का बयान

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा, "भारत के पास पाकिस्तान और पीओके से उत्पन्न होने वाले सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ एक अडिग राष्ट्रीय नीति है। हमें अपने भारतीय सशस्त्र बलों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया है।"

उन्होंने कहा, हम उनके दृढ़ संकल्प और साहस की सराहना करते हैं। पहलगाम आतंकी हमले के दिन से ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कोई भी निर्णायक कार्रवाई करने के लिए सशस्त्र बलों और सरकार के साथ स्पष्ट रूप से खड़ी है। राष्ट्रीय एकता और एकजुटता समय की मांग है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़ी है। हमारे नेताओं ने अतीत में रास्ता दिखाया है और हमारे लिए राष्ट्रीय हित सर्वोच्च है।"

9 आतंकी ठिकानों को बनाया गया निशाना

भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत विशेष हथियारों का उपयोग करते हुए 9 आतंकी ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया, जिसमें बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट सहित पाकिस्तान में चार और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (POK) में पांच आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया।

भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें सेना और सैन्य बलों को शामिल किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी रात ऑपरेशन सिंदूर पर लगातार नज़र रखी।

Operation Sindoor: हैमर, स्कैल्प मिसाइलें और राफेल... आधी रात में पाकिस्तान में यूं हुआ खेल, कहर बनकर बरसे ये हथियार

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रात 1:44 का वक्त और दहल गया पाकिस्तान, पहलगाम हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक क्या-क्या हुआ; पढ़ें पूरी टाइमलाइन

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 11:03am

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने पहलगाम में हुए हमले का बदला ले लिया है। भारतीय सेना ने देर रात ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। हमला उन जगहों से हुआ, जहां से भारत पर आतंकी हमले की साजिश रची जा रही थी।

इस एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई को लेकर देशभर में सुरक्षा अलर्ट बढ़ा दिया गया है।ऑपरेशन सिंदूर से लेकर अब तक देश विदेश में क्या-क्या हुआ, इसकी पूरी टाइमलाइन आपको बताते हैं।

भारतीय सेना ने आधी रात की एयरस्ट्राइक

भारतीय सेना ने रात 1.44 पर एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया। फाइटर जेट्स ने अपने एयरबेस से उड़ान भरी और फिर उसके थोड़ी ही देर बाद आतंकी ठिकानों पर बमबारी की गई।

इन 9 ठिकानों पर भारत का हमला

पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली, बाघ, गुलपुर, भिंबेर और शकरगढ़ में भारतीय सेना की हमला किया गया है।

इसके बाद  भारतीय सेना ने एक्स पर एक पोस्ट लिखकर हमले की पुष्टि की। पोस्ट में लिखा गया है, 'पहलगाम हमले का न्याय किया गया है, जय हिंद'।

इसके बाद भारत के एनएएस अजीत डोभाल ने पाकिस्तान के उच्चाधिकारियों से बात की। उन्होंने उच्चाधिकारियों को बताया कि भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है और इस स्ट्राइक में सैन्य ठिकानों को टारगेट नहीं किया गया है। वहीं एनएसए डोभाल ने अमेरिकी एनएसए से भी बात की और उन्हें भारत के स्ट्राइक की जानकारी दी।

ट्रंप ने दिया बयान 

इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी बयान सामने आया है, उन्होंने कहा, हमें अभी इस बारे में जानकारी मिली है, उम्मीद करता हूं कि यह संघर्ष जल्द खत्म होगा।’ वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम हालात पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन अभी कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।

वहीं देश भर से भी कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारत माता की जय! यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, जय हिंद, जय हिंद की सेना! केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी लिखा-भारत माता की जय।

साथ ही पाकिस्तान के तरफ से जवाबी कार्रवाई और भारत की सुरक्षा को देखते हुए देशभर में सुरक्षा को लेकर अलर्ट तेज कर दिया गया है।

इन जगहों पर स्कूल बंद

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के जम्मू, सांबा राजौरी, कठुआ, पुंछ सभी शैक्षणिक संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। वहीं पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कारणों से स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। पंजाब के फिरोजपुर, फाजिल्का और पठानकोट में आज सभी स्कूल बंद रहेंगे।

कई फ्लाइट्स बंद

वहीं सुरक्षा कारणों से इस क्षेत्र से गुजरने वाली फ्लाइट्स को भी कैंसिल कर दिया गया है। इनमें लेह, जोधपुर, अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट से आने-जाने वाली सभी उड़ानें रद कर दी गई हैं।

22 अप्रैल पहलगाम हमला

22 अप्रैल 2025 और जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम की बैसरन घाटी पर्यटकों से गुलज़ार थी। अचानक यहां आंतकियों की ओर से अंधाधुध गोलीबारी हुई और 26 पर्यटकों की मौत हो गई और इस हमले में 17 लोग घायल हुए। बताया गया कि, आतंकियों ने पहले पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और उनमें से केवल हिन्‍दुओं को ही निशाना बनाया।

23 अप्रैल सिंधु जल समझौता रद

भारत ने 24 घंटे के अंदर पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया और तुरंत सिंधु जल समझौते पर रोक लगाई।

पीएम मोदी ने सेना को दी खुली छूट

29 अप्रैल, 2025 को सुरक्षा समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को 'ऑपरेशनल फ्रीडम' दी। उन्‍होंने इस उच्‍चस्‍तरीय बैठक में कहा कि, 'थल सेना, नौसेना और वायुसेना को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होगी।

यह भी पढ़ें: Operation Sindoor: पीएम मोदी ने दिया था ऑपरेशन सिंदूर का नाम, गुप्त बैठक में बताई थी वजह

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Operation Sindoor: हैमर, स्कैल्प मिसाइलें और राफेल... आधी रात में पाकिस्तान में यूं हुआ खेल, कहर बनकर बरसे ये हथियार

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 10:18am

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में तीनों सेनाओं की भागीदारी रही। यह 2019 में बालाकोट ऑपरेशन के बाद से भारत द्वारा किया गया सबसे बड़ा सीमा पार सटीक हमला है।

ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए हथियार

भारत ने इस ऑपरेशन में अत्याधुनिक और लंबी दूरी के हमलावर हथियारों का इस्तेमाल किया। इनमें स्कैल्प (SCALP) क्रूज मिसाइल, हैमर प्रिसिज़न बम और लोइटरिंग म्यूनिशन शामिल थे।

स्कैल्प क्रूज मिसाइल (SCALP-EG/ Storm Shadow): इस मिसालइ को ब्रिटेन में स्टॉर्म शैडो के नाम से जाना जाता है। फ्रांसीसी-ब्रिटिश लंबी दूरी की, कम दृश्यता वाली हवा से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल है। इसे यूरोपीय रक्षा कंपनी MBDA द्वारा बनाया गया है। यह भारत के 36 राफेल जेट्स का हिस्सा है।

स्कैल्प की विशेषताएं:

  • रेंज- 250-560 किमी (लॉन्च की ऊंचाई के आधार पर)
  • गति- सबसोनिक, Mach 0.8 (लगभग 1000 किमी/घंटा)
  • वजन- लगभग 1300 किलोग्राम
  • मार्गदर्शन प्रणाली- GPS और नेविगेशन
  • इन्फ्रारेड सीकर- लक्ष्य की थर्मल छवि के आधार पर अंतिम चरण में मार्गदर्शन
  • टेरेंस रेफरेंस नेविगेश- इलाके की विशेषताओं के आधार पर उड़ान, जो रडार से बचने में मदद करता है।
  • उड़ान ऊंचाई- 100 से लेकर 130 फीट की कम ऊंचाई पर उड़ान, जो इसे रडार से बचने में सक्षम बनाती है।

हैमर (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज): हैमर स्मार्ट बम का इस्तेमाल लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के बंकरों और बहुमंजिला इमारतों जैसे मजबूत ढांचे पर हमला करने के लिए किया गया। हैमर एक सटीक-निर्देशित, स्टैंडऑफ म्यूनिशन है जो लॉन्च की ऊंचाई के आधार पर 50-70 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम है।

लोइटरिंग म्यूनिशन: लोइटरिंग म्यूनिशन को आत्मघाती या कामीकोज ड्रोन्स भी कहा जाता है। यह एक अनमैन्ड एरियल हथियार है और इसकी यह खासियत है कि अपने टारगेट के ऊपर आसमान में मंडराते रहते हैं और कमांड मिलते ही दुश्मन क ठिकाने को तबाह कर देते हैं।

यह ड्रोन हमला करने में काफी सटीक होते हैं और लोइटरिंग म्यूनिशन को एक ही बार इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि यह अपने टारगेट के साथ ही फटकर तबाह हो जाते हैं। आत्मघाती ड्रोन्स का पहली बार इस्तेमाल साल 1980 में हुआ था, लेकिन 1990 और 2000 के दशक में इसके इस्तेमाल में इजाफा हुआ।

यमन, इराक, सीरिया और यूक्रेन की लड़ाई में इन ड्रोन्स का खूब इस्तेमाल हुआ था और साल 2021 में व्यापारिक जहाजों को भी आत्मघाती ड्रोन्स से निशाना बनाया गया था।।

इन प्रमुख जगहों को किया गया टारगेट

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 9 अलग-अलग जगहों पर हमला किया गया, जिनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित थे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया। इसके बजाय, सभी साइटों का चयन प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों द्वारा संचालन केंद्रों के रूप में उनके सत्यापित उपयोग के आधार पर किया गया था।

  • मुरीदके: अंतरराष्ट्रीय सीमा से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का शिविर था।
  • गुलपुर: ये आतंकी ठिकाना LOC (पुंछ-रजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित है।
  • लश्कर कैंप सवाई: पीओके तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर की दूरी पर ये आतंकी ठिकाना स्थित था।
  • बिलाल कैंप: जैश-ए-मोहम्मद के इस लॉन्चपैड से आतंकवादियों को सीमा पार भेजने का काम किया जाता था।
  • कोटली: ये लश्कर का शिविर है जो एलओसी से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।ॉ
  • बरनाला कैंप: ये आतंकी ठिकाना LOC से 10 किलोमीटर दूर स्थित है।
  • सरजाल कैंप: सांबा-कठुआ के सामने अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से 8 किमी दूर स्थित जैश-ए-मोहम्मद का प्रशिक्षण केंद्र है।
  • मेहमूना कैंप: ये हिजबुल मुजाहिदीव का प्रशिक्षण शिविर था और इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किमी दूर स्थित था।

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लश्कर-हिजबुल के आतंकी ढेर, जैश का मुख्यालय भी धुआं-धुआं; जानिए उन 9 आतंकी ठिकानों के बारे में जिसे भारत ने किया ध्वस्त

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 10:08am

एएनआई, नई दिल्ली। Operation Sindoor पहलगाम हमले (Pahalgam Terror Attack) के ठीक 15 दिन बाद भारत ने अपना बदला ले लिया है। बीती रात करीब 1 बजकर 44 मिनट पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। 

Operation Sindoor में 9 आतंकी ठिकाने तबाह

भारतीय सेना के इस बदले का नाम 'आपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) दिया गया। भारत ने बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने सहित नौ आतंकी ठिकानों पर बमबारी की। सूत्रों ने एएनआई को बताया है कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा समर्थित लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन जैसे भारत विरोधी आतंकवादी संगठनों के सभी अड्डे इस मिसाइल अटैक में तबाह हो गए।

जैश का मुख्यालय ध्वस्त

इन आतंकी संगठनों के कई प्रशिक्षण शिविर (मरकज) और लॉन्च पैड वर्तमान में पाक के सैन्य प्रतिष्ठानों के पास ही चलाए जा रहे थे। 

भारतीय सेना के सटीक हमले के निशाने पर मुरीदके में मरकज तैयबा (लश्कर का गढ़) और बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह (जैश का मुख्यालय) दोनों थे। सूत्रों ने पुष्टि की है कि भारत विरोधी आतंकवादी नेटवर्क को चलाने वाले ये सभी 9 अड्डे पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। 

आइए जानते हैं, ये 9 आतंकी ठिकाने कौन से थे और यहां से क्या मसूद अजहर जैसे आतंकी क्या काम करते थे...

  1. मरकज सुभान अल्लाह बहावलपुर
  2. मरकज तैयबा, मुरीदके
  3. सरजाल/तेहरा कलां
  4. महमूना जोया सेंटर, सियालकोट
  5. मरकज अहले हदीस, बरनाला 
  6. मरकज अब्बास, कोटली
  7. मस्कर राहील शाहिद, कोटली 
  8. मुजफ्फराबाद में शावाई नाल्लाह कैंप
  9. मरकज सैयदना बिलाल

1. मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुरः ये आतंकी अड्डा 2015 से सक्रिय है। इसे जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी कहा जाता है। ये ठिकाना 2019 को पुलवामा हमले सहित JeM द्वारा आतंकवादी योजनाओं से जुड़ा है। मरकज में JeM प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर, मौलाना अम्मार और मसूद अजहर के परिवार के सदस्य रहते थे। 

यहीं से मसूद अजहर भारत भारत विरोधी बयानबाजी और युवाओं से इस्लामिक जिहाद में शामिल होने की अपील करते हुए कई भाषण देता था। JeM अपने कैडरों को मरकज सुभान अल्लाह में नियमित रूप से हथियार, शारीरिक और धार्मिक प्रशिक्षण देता था।

2. मरकज तैयबा, मुरीदकेः साल 2000 में बसे मरकज तैयबा 'अल्मा मेटर' और नांगल साहदान मुरीदके पाकिस्तान के पंजाब में स्थित LeT का सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर था। इस परिसर में हथियार और शारीरिक प्रशिक्षण की सुविधा थी। इसी मरकज में हर साल 1000 छात्र दाखिला लेते थे, जिससे हर साल लश्कर के लिए आतंकवादी संगठन तैयार करने में इस मरकज की भूमिका उजागर होती है। 

ओसामा बिन लादेन ने मरकज तैयबा परिसर के भीतर मस्जिद और गेस्ट हाउस के निर्माण के लिए 10 मिलियन रुपये का वित्तपोषण किया था। 

3. सरजाल/तेहरा कलां: पाकिस्तान के पंजाब में नरोवाल जिले के शकरगढ़ तहसील में बसा से अड्डा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्य प्रक्षेपण केंद्र है। JeM आतंकवादी मोहम्मद अदनान अली उर्फ ​​डॉक्टर और काशिफ जान नियमित रूप से इस जगह का दौरा करते थे।

4. महमूना जोया सेंटर, सियालकोट: हिजबुल मुजाहिदीन (हिजबुल मुजाहिदीन) का महमूना जोया आतंकी अड्डा भुट्टा कोटली सरकारी केंद्र में बसा हुआ है। इसका उपयोग जम्मू क्षेत्र में हिजबुल मुजाहिदीन कैडरों की घुसपैठ के लिए किया जाता है।

5. मरकज अहले हदीस बरनाला कोटे जमेल रोड पर बरनाला शहर के बाहरी इलाके में बसा भीमबेर गुलाम कश्मीर में लश्कर का प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर है और इसका इस्तेमाल पुंछ-राजौरी-रियासी सेक्टर में लश्कर के आतंकवादियों और हथियार भेजने के लिए किया जाता था।  

6. मरकज अब्बास, कोटलीः ये पाकिस्तान के कोटली में बसे JeM का एक महत्वपूर्ण आतंकी अड्डा है। JeM का शीर्ष कमांडर मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर का करीबी सहयोगी हाफिज अब्दुल शकूर उर्फ ​​कारी जर्रार इस मरकज का प्रमुख है। कारी जर्रार सीधे तौर पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में शामिल है और भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा वांटेड है। 

7. मस्कर राहील शाहिद, कोटली। ये हिजबुल मुजाहिदीन का सबसे पुराना ट्रेनिंग सेंटर है। इसमें लगभग 150-200 हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी रह सकते हैं।

8. शावाई नाल्लाह कैंप, मुजफ्फराबादः गुलाम कश्मीर में चेलाबंदी पुल के पास बसे इस आतंकी अड्डे को लश्कर के सबसे महत्वपूर्ण शिविरों में से एक माना जाता है। अजमल कसाब सहित 26/11 मुंबई हमले के हमलावरों ने इस शिविर में आतंकवादी प्रशिक्षण लिया था। 

इस शिविर का प्रयोग लश्कर कैडरों की भर्ती, पंजीकरण और प्रशिक्षण के लिए किया जाता है और यह 2000 की शुरुआत से चल रहा है।

9. मरकज सैयदना बिलालः ये गुलाम कश्मीर में जैश का मुख्य केंद्र है, जो मुजफ्फराबाद में लाल किले के सामने बसा है। इस अड्डे का इस्तेमाल आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर में लॉन्च करने से पहले एक ट्रांजिट कैंप के रूप में किया जाता है।

बता दें कि भारत के Operation Sindoor को भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात भर ऑपरेशन सिंदूर की लगातार निगरानी कर रहे थे।

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Operation Sindoor: पीएम मोदी ने दिया था ऑपरेशन सिंदूर का नाम, गुप्त बैठक में बताई थी वजह

Dainik Jagran - National - May 7, 2025 - 10:03am

एजेंसी, नई दिल्ली। भारत ने पहलगाम हमले का बदला ले लिया है। बीती रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया। सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल अटैक में निशाना बनाया। इन आतंकी कैम्पों में जैश, हिजबुल जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालय और ठिकाने भी शामिल हैं।

भारतीय सेना ने इस बदले की कार्रवाई का नाम Operation Sindoor रखा है। हालांकि, इस ऑपरेशन का नाम पीएम मोदी ने खुद दिया था।

क्यों रखा गया Operation Sindoor नाम

पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद यानी बीती रात ये अटैक किया गया, जिसमें लगभग 250 आतंकी मारे गए हैं। बता दें कि पहलगाम हमले  के बाद पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के चीफ के साथ कई बैठक की थी।

इन गुप्त बैठकों में पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया था कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हमारी कई महिलाओं को विधवा किया और पुरुषों को मारकर सिंधूर हटाया है। हमें इसका जवाब देते हुए बड़ी कार्रवाई करनी है। 

पीएम ने इसी कारण इस सैन्य ऑपरेशन का नाम 'मिशन सिंदूर' रखा था।

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