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India may close airspace for Pak carriers

Business News - April 29, 2025 - 5:30am
India is considering the closure of its airspace to Pakistani carriers, a move that would force the rerouting of planes over China or Sri Lanka to reach Southeast Asian destinations such as Kuala Lumpur, said people with knowledge of the matter. India is also contemplating a ban on Pakistani ships from calling at Indian ports. Pakistan had shut its airspace to Indian airlines following New Delhi’s measures against its neighbour after the terrorist attack in Pahalgam on April 22 that killed 26, mostly tourists.India has already suspended the Indus Water Treaty and revoked the visas of Pakistani citizens.The latest development comes amid small arms firing from Pakistan along the border that India said it responded to. New Delhi has said two of the three terrorists who carried out the attack were Pakistani.Islamabad has denied involvement. China has urged restraint. State-owned Pakistan International Airlines (PIA) uses Indian airspace to access several destinations in Southeast Asia, including Kuala Lumpur and other cities in Malaysia besides Singapore and Thailand. The closure of Indian airspace could have an impact on the health of the airline as this would force planes to take a longer way round. On June 30, 2020, the European Air Safety Agency had banned PIA from operating in Europe due to safety reasons. That ban was only lifted on November 29, 2024.In 1971, when India had shut its airspace to Pakistani airlines, PIA rerouted its planes over Sri Lankan airspace, said the people cited above.Following the terrorist attack, the Cabinet Committee on Security decided on a series of measures last week. One of the first actions taken was the suspension of the Indus Waters Treaty of 1960, effective immediately. This suspension would remain in place until Pakistan credibly and irrevocably ceased its support for cross-border terrorism. In addition, the Attari check post was ordered to be closed immediately. Those who had already crossed into India through this route were instructed to return before May 1, 2025, using the same checkpoint.The Committee also acted on the SAARC Visa Exemption Scheme (SVES). Pakistani nationals were prohibited from travelling to India under this scheme, and any SVES visas previously issued to Pakistani citizens were annulled.Pakistani holders of these visas were given 48 hours to leave India. Furthermore, it declared the defence/military, naval, and air advisors at the Pakistani High Commission in New Delhi persona non grata. These individuals were given a week to leave India. India would also withdraw its own defence, naval, and air advisors from the Indian High Commission in Islamabad, it was announced, with these posts in the respective high commissions deemed annulled. Additionally, five support staff from the service advisors in both high commissions would be withdrawn. As part of broader diplomatic reductions, the total number of staff at both high commissions would be reduced to 30 from the current 55, with the necessary cuts to be completed by May 1, 2025.
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चिदंबरम के विरुद्ध आरोप तय करने से रोका नहीं जा सकता, CBI ने पूर्व वित्त मंत्री की याचिका का किया विरोध

Dainik Jagran - National - April 29, 2025 - 2:58am

 जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आइएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की याचिका विरोध करते हुए सीबीआइ ने कहा कि चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ दलीलें सुनने और आरोप तय करने से ट्रायल कोर्ट को नहीं रोका जा सकता है।

आरोप अभी तय नहीं किए गए हैं

जांच एजेंसी ने ट्रायल कोर्ट के समक्ष कार्यवाही स्थगित करने की चिदंबरम की याचिका का विरोध किया। न्यायमूर्ति रविंदर डुडेजा की पीठ के समक्ष सीबीआइ के अधिवक्ता ने कहा कि आरोप अभी तय नहीं किए गए हैं और आगे की जांच जारी रह सकती है।

हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआइ ने कहा, जब पी चिदंबरम खुद कहते हैं कि आगे की जांच जारी रह सकती है, तो यह याचिका कैसे स्वीकार्य है? कानून कहता है कि बेशक आरोपों पर बहस सुनी जा सकती है और आरोप तय किए जा सकते हैं।

वहीं, चिदंबरम की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा ने तर्क दिया कि जब तक सीबीआइ की जांच लंबित है, तब तक ट्रायल कोर्ट को निष्पक्ष सुनवाई के हित में न तो दलीलें सुननी चाहिए और न ही आरोप तय किए जाने चाहिए।

आठ साल बाद भी जांच पूरी नहीं हुई है

लूथरा ने कहा कि आरोपितों से कुछ सामग्री इस आधार पर छिपाई गई कि जांच अभी चल रही है और यदि आरोप तय होने के बाद अन्य दोषमुक्ति साक्ष्य बरामद किए गए, तो सीबीआइ का मामला खत्म हो जाएगा। कहा कि सीबीआइ ने 15 मई 2017 को मामला दर्ज किया था। आठ साल बाद भी जांच पूरी नहीं हुई है।

सीबीआइ का आरोप है कि वित्त मंत्री के रूप में चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान 2007 में 305 करोड़ रुपये के विदेशी फंड प्राप्त करने के लिए आइएनएक्स मीडिया समूह को दी गई विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) मंजूरी में अनियमितताओं हुई थीं।

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Assam: पाकिस्तान का समर्थन करने के आरोप में अब तक 24 गिरफ्तार, एक विधायक पर देशद्रोह का मामला दर्ज

Dainik Jagran - National - April 29, 2025 - 2:55am

 पीटीआई, गुवाहाटी। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद असम से पाकिस्तान का बचाव करने और राष्ट्र विरोधी टिप्पणी करने के आरोप में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में विपक्षी एआइयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम भी शामिल हैं।

विधायक पर देशद्रोह का मामला दर्ज

विधायक पर पहलगाम हमले में पाकिस्तान और उसकी मिलीभगत का बचाव करने के लिए देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 24 राष्ट्रविरोधी अब सलाखों के पीछे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि गिरफ्तारियों की संख्या 22 है।

दो नई गिरफ्तारियां की गईं

उन्होंने कहा कि दो नई गिरफ्तारियां श्रीभूमि जिले और कामरूप जिले में की गईं। इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री सरमा ने कहा था कि यदि आवश्यक हुआ तो गिरफ्तार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के प्रविधान भी लगाए जाएंगे।

उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई समानता नहीं है। दोनों देश दुश्मन देश हैं और हमें ऐसे ही रहना चाहिए। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।

सैन्य कार्रवाई से पहले दुनिया को भरोसे में ले रहा भारत

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच भारत सक्रिय रूप से वैश्विक समर्थन जुटाने में लगा है। स्थिति को शांत करने के लिए नहीं, बल्कि संभावित सैन्य कार्रवाई के लिए अपने औचित्य को मजबूत करने के लिए।

पिछले सप्ताह हुए नृशंस हमले के बाद एक दर्जन से ज्यादा वैश्विक नेताओं से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातचीत हुई है। इस बीच, 100 विदेशी मिशनों में तैनात राजनयिकों को तुरंत विदेश मंत्रालय बुलाया गया है।

भारत पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए मामला तैयार कर रहा

अधिकारियों का कहना है कि भारत अपने पड़ोसी और कट्टर दुश्मन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए मामला तैयार कर रहा है। पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने दोषियों को कड़ी सजा और आतंक के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने का संकल्प जताया है।

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एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी होंगे नए वायुसेना उपप्रमुख; सेना को मिलेगा नया उत्तरी सेना कमांडर

Dainik Jagran - National - April 29, 2025 - 12:05am

एएनआई, नई दिल्ली। एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी वायुसेना के नए उपप्रमुख होंगे। वह एयर मार्शल एसपी धारकर का स्थान लेंगे जो 40 से अधिक वर्षों के शानदार करियर के बाद 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

एयर मार्शल तिवारी वर्तमान में गांधीनगर में साउथ वेस्टर्न एयर कमांड के कमांडर

एयर मार्शल तिवारी वर्तमान में गांधीनगर में साउथ वेस्टर्न एयर कमांड के कमांडर हैं। एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित नए चीफ आफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ टू द चेयरमैन चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआइएससी) होंगे। वह लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू का स्थान लेंगे जो 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

सीआइएससी पर तीनों सेनाओं के बीच तालमेल की जिम्मेदारी होती है और वह सीडीएस की टीम का हिस्सा होता हैं। एयर मार्शल दीक्षित मिराज-2000 के पायलट हैं और वर्तमान में प्रयागराज स्थित सेंट्रल एयर कमान के प्रमुख हैं।

थलसेना की नार्दन कमांड का नया प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को बनाया गया

वहीं, चीन व पाकिस्तान से लगती सीमा पर आपरेशंस के लिए जिम्मेदार थलसेना की नार्दन कमांड का नया प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को बनाया गया है।

वह वर्तमान में सेना मुख्यालय में डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटजी) हैं और डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस रह चुके हैं। वह 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार का स्थान लेंगे।

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भारत से अधूरे इलाज के बाद लौटे पाकिस्तानी किशोर की गुहार, बोला- पीएम मोदी मेरी मां को कराची लौटने दें

Dainik Jagran - National - April 28, 2025 - 11:50pm

पीटीआई, नई दिल्ली। भारत में इलाज के लिए आया एक विकलांग पाकिस्तानी किशोर इलाज अधूरा छोड़कर वतन लौटने को मजबूर हो गया। अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुज़ारिश कर रहा है कि उसकी मां को कराची लौटने की इजाजत दी जाए। मां भारतीय नागरिक हैं और वतन वापसी के वक़्त उन्हें सरहद पर रोक दिया गया।

16 वर्षीय अयान, जिसे पुलिस गोलीबारी के बाद पैरालिसिस हो गया था, सोमवार को स्ट्रेचर पर लादकर कराची कैंट रेलवे स्टेशन लाया गया। वह लाहौर से ट्रेन के जरिए पहुंचा, जहां से उसे वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत से वापस भेजा गया था।

इलाज के बीच में लौटने का दर्द बयान किया अयान ने

अयान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अस्पताल में इलाज करवा रहा था, जहां डॉ. सुधीर कुमार की देखरेख में उसका विशेष इलाज जारी था। अयान ने कहा, "लेकिन पहलगाम हमले के बाद हमें अचानक लौटने का हुक्म दे दिया गया।" वह अपने मां-बाप, भाई और अन्य रिश्तेदारों के साथ दिल्ली आया था।

इलाज अधूरा छोड़ कर लौटना पड़ा कराची

सोमवार को जब अयान लाहौर से कराची कैंट रेलवे स्टेशन पहुँचा, तो उसे स्ट्रेचर पर लिटाकर उतारा गया। अयान ने मीडिया से बातचीत में बताया, "मैं इंद्रप्रस्थ हॉस्पिटल में इलाज के लिए गया था, जहां डॉ. सुधीर कुमार के तहत मेरा इलाज हो रहा था। लेकिन पहलगाम हादसे के बाद हमें तुरंत पाकिस्तान लौटने को कहा गया।" अयान के साथ दिल्ली उसके मां-बाप, भाई, चाचा और चचेरे भाई भी गए थे।

एक हादसे ने छीन ली चलने-फिरने की ताकत

पिछले साल एक गलतफहमी के चलते पुलिस गोलीबारी में अयान को गोली लगी थी, जिससे वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हो गया। अयान के पिता ने कहा, "मेरी बीवी भारत से हैं और शादी के बाद वह कराची आ गई थीं। लेकिन वापसी के वक़्त चूंकि उसके और उसकी बहन के पास भारतीय पासपोर्ट थे, इसलिए उन्हें हमारे साथ पाकिस्तान आने नहीं दिया गया, जबकि उनके पास वीजा भी वैध था।"

इलाज के लिए दिल्ली गए थे बड़े अरमानों के साथ

अयान के पिता हलीम ने बताया कि वे दिल्ली बड़े अरमानों के साथ गए थे और रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे क्योंकि वहाँ बेहतर और विशेष चिकित्सा सुविधा उपलब्ध थी। हलीम ने कहा, "अयान का इलाज शुरू हो गया था, लेकिन अब वह अधूरा रह गया है।" 

पहलगाम हमले के बाद बढ़ी सरहदों पर सख्ती

अयान का मामला अकेला नहीं है। कई पाकिस्तानी परिवार, जो बच्चों के इलाज के लिए भारत गए थे, उन्हें भी भारतीय सरकार के निर्देशों के चलते लौटने के लिए मजबूर किया गया है। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के बाद ये कदम उठाए गए।

इस बीच, बीते छह दिनों में 1,000 से ज्यादा भारतीय नागरिक पाकिस्तान से वाघा बॉर्डर के रास्ते अपने वतन लौट चुके हैं, जबकि 800 से अधिक पाकिस्तानी भी भारत से वापस आए हैं। एक सरकारी अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि दोनों देशों के दीर्घकालिक वीजा धारकों को भी वापसी में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

बार्डर पर कड़ी जांच के बाद दी गई इजाजत

रविवार को 236 पाकिस्तानी अपने देश लौटे जबकि 115 भारतीय नागरिक वाघा बॉर्डर के ज़रिए भारत पहुंचे। वाघा पर पाकिस्तान रेंजर्स और भारत के बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवानों ने दस्तावेज़ों की सख्त जांच-पड़ताल के बाद नागरिकों को इमिग्रेशन के लिए आगे बढ़ने दिया।

यह भी पढ़ें: Supreme Court: ऑनर किलिंग पर दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, सुप्रीम कोर्ट आठ साल पुराने मामले में कही ये बात

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Supreme Court: ऑनर किलिंग पर दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, सुप्रीम कोर्ट आठ साल पुराने मामले में कही ये बात

Dainik Jagran - National - April 28, 2025 - 11:30pm

पीटीआई, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में जुलाई, 2003 में तमिलनाडु में एक युवा जोड़े की ''नृशंस हत्या'' के लिए 11 आरोपितों की दोषसिद्धि को बरकरार रखते हुए टिप्पणी की कि ऑनर किलिंग के लिए कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

इस मामले में आरोपियों की सजा बरकरार

जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने मद्रास हाईकोर्ट के जून, 2022 के उस फैसले में हस्तक्षेप करने से इन्कार कर दिया जिसमें दो पुलिस अधिकारियों सहित आरोपित व्यक्तियों की दोषसिद्धि और सजा को बरकरार रखा गया था।

पीड़ितों को पंचायत में जहर देकर मार दिया था

पीठ ने कहा कि पीड़ित - मुरुगेसन और कन्नगी - जो बीस साल के थे, उन दोनों को बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी में जहर देकर मार दिया गया। पीठ ने कहा कि इस ''भयावह कृत्य'' के मास्टरमाइंड और मुख्य अपराधी कोई और नहीं, बल्कि महिला के पिता और भाई थे।

लड़की सवर्ण थी और लड़का दलित

सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि हत्या के पीछे का कारण यह था कि कन्नगी ''वन्नियार'' समुदाय से थी, जबकि मुरुगेसन कुड्डालोर जिले के उसी गांव का दलित था। इस जोड़े ने मई, 2003 में गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी।

पीठ ने अपने 73 पृष्ठ के फैसले में कहा, ''इस अपराध के मूल में भारत में गहराई तक जड़ें जमाए बैठी जाति व्यवस्था है और विडंबना यह है कि इस सबसे अपमानजनक कृत्य को ऑनर किलिंग के नाम से जाना जाता है।''

मुरुगेसन के स्वजनों पांच लाख का मुआवजा देने का आदेश

पीठ ने मुरुगेसन के स्वजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया और कहा कि इस राशि का भुगतान तमिलनाडु सरकार द्वारा किया जाएगा।

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Pahalgam Attack: पहलगाम आतंकी हमले पर सांसदों ने की संसद के विशेष सत्र की मांग, सरकार को लिखा पत्र

Dainik Jagran - National - April 28, 2025 - 11:30pm

 पीटीआई, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर विपक्ष के कई सांसदों ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। विपक्षी सांसदों ने सोमवार को सरकार से आग्रह किया कि पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि राष्ट्र के सामूहिक संकल्प और एकता का संदेश दिया जा सके।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू को लिखा पत्र

राजद के राज्य सभा सदस्य मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में पत्र लिखा, जबकि भाकपा सांसद पी संदोश कुमार ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू को पत्र लिखकर यह मांग उठाई।

गौरतलब है कि राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने रविवार को राजनीतिक दलों से अनुरोध किया था कि वे सरकार से मई में जल्द से जल्द संसद का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह करें।

कपिल सिब्बल ने आतंकी हमले की निंदा की

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित करने का आह्वान किया है ताकि दुनिया को यह संदेश दिया जा सके कि देश एकजुट है।

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