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Lalu Yadav: लालू यादव के करीबी को बड़ी राहत, इस मामले में दिल्ली की कोर्ट ने बढ़ाई अंतरिम जमानत
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली/पटना। जमीन के बदले नौकरी घोटाले में अदालत ने व्यवसायी और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू यादव के परिवार के करीबी अमित कात्याल की अंतरिम जमानत 12 मार्च तक बढ़ा दी है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने की मांग वाली उनकी अर्जी पर सुनवाई 12 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी।
कात्याल पांच फरवरी से अंतरिम जमानत पर हैं। मामले में ईडी ने अमित कात्याल को मिली अंतरिम जमानत के आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित लिया है।
ईडी ने अपने आरोपपत्र में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, मीसा भारती, हिमा यादव, हृदयानंद चौधरी और अमित कात्याल को आरोपित बनाया है। ईडी ने बाद में अमित कात्याल को गिरफ्तार किया था।
क्या है पूरा मामला?- पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर वर्ष 2004 से 2009 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित पश्चिमी मध्य क्षेत्र में की गई रेलवे की ग्रुप डी भर्तियों से जुड़ा है।
- लालू यादव समेत अन्य आरोपितों पर अभ्यर्थियों से जमीन लेकर नौकरी देने का सीबीआइ ने आरोप लगाया है।
- सीबीआइ ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में 18 मई, 2022 को मुकदमा दर्ज किया था।
- जुलाई में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के ओएसडी भोला प्रसाद को गिरफ्तार किया गया था।
- पिछले वर्ष 10 अक्टूबर को जांच एजेंसी ने आरोपपत्र दायर कर 16 को आरोपित बनाया था।
- दालत ने इस वर्ष लालू परिवार समेत 14 आरोपितों को 15 मार्च को अदालत में पेशी का समन जारी किया था।
- जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2007 में एक निजी कंपनी के नाम पर 10.83 लाख रुपये में एक भूमि पार्सल खरीदा गया था और बाद में वह भूमि भी जब्त कर ली गई।
- जांच एजेंसी ने खोजबीन के दौरान एक हार्ड डिस्क भी बरामद की थी। जिसमें नियुक्ति पाने वाले उम्मीदवारों की सूची थी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। नीतीश कुमार ने होली से पहले विश्वविद्यालयों के शिक्षक और कर्मचारियों को 'स्पेशल गिफ्ट' दिया है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों तथा उसके अधीनस्थ अंगीभूत, अल्पसंख्यक एवं अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन भुगतान हेतु 221.79 करोड़ रुपये जारी किया गया है। इसमें सेवानिवृत शिक्षकों एवं कर्मियों के सेवांत लाभ के भुगतान की राशि भी शामिल है।
शिक्षा विभाग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को फरवरी के लिए 26.75 करोड़, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को नवंबर 2023 से फरवरी 2024 के लिए 59.37 करोड़, बीएन मंडल विश्वविद्यालय को जनवरी और फरवरी के लिए 27.56 करोड़, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को नवंबर 2023 से फरवरी 2024 के लिए 103 करोड़ से अधिक और मुंगेर विश्वविद्यालय को जनवरी और फरवरी के वेतन के लिए 4.43 करोड़ की राशि गैर वेतनादि मद में पेंशन के लिए दी गई है।
वहीं स्वीकृत पदों पर विधिवत रूप से नियुक्त सभी शिक्षकेतर कर्मियों को वेतन सत्यापन कोषांग से संशोधित अद्यतन वेतन पुर्जा जारी होने तक 25 फीसदी राशि कटौती करके पेंशन का भुगतान किया जाएगा। इस राशि का व्यय वेतन पेंशन मद में ही किया जाएगा। जून 2023 फरवरी 2024 तक की राशि को माहवार बांट कर उपलब्ध बजटीय उपबंध के आधार पर राशि की गणना की गयी है।
केंद्र ने दिए 93 करोड़वित्तीय वर्ष 2023-24 में समग्र शिक्षा अभियान के तहत केंद्रांश मद में तृतीय किस्त के रूप में 93.93 करोड़ की राशि जारी की गयी है। इसके विरुद्ध राज्यांश के रूप में भी 62.62 करोड़ की राशि दी गयी है। उल्लेखनीय है कि चालू वित्तीय वर्ष में समग्र शिक्षा अभियान के तहत कुल एक खरब दो अरब की राशि मंजूर की गयी थी।
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Bihar Doctors Posting : बिहार में डॉक्टरों की पोस्टिंग पर बड़ा अपडेट, Nitish के मंत्री ने दे दिया नया निर्देश
राज्य ब्यूरो,पटना। Bihar Doctors Posting : प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टरों की पोस्टिंग का काम अब प्राथमिकता के आधार पर होगा। इस काम को लटका कर कतई नहीं रखा जाएगा।
अस्पताल में जितने डॉक्टर की आवश्यकता होगी उतने डॉक्टर वहां तैनात किए जाएंगे। विधानमंडल में दिए गए आश्वासनों को प्राथमिकता मिलेगी।
विधायक और विधान पार्षदों ने जिन अस्पताल में डाक्टरों के पदस्थापना की मांग की है, वहां पहले डॉक्टर तैनात होंगे। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी ने विभाग को यह निर्देश दिए हैं।
मंत्री की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षामंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में डाक्टरों के पदस्थापन की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की मन पसंद पदस्थापन की मांग की जा रही है।
इसको लेकर विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही विभाग में कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं, उन्हें भी तत्काल पदस्थापित करने के निर्देश विभाग को दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य की जनता को सर्वसुलभ इलाज को लेकर काम किया जा रहा है। उस काम में किसी हाल में रुकावट नहीं आनी चाहिए। रोगी की मुफ्त जांच और इलाज सरकार की प्राथमिकता है।
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Chirag Paswan: 'चिराग' को बुझाना चाहती है भाजपा? अगर ये भविष्यवाणी सच हुई तो क्या करेंगे 'मोदी के हनुमान'?
राज्य ब्यूरो, पटना। Chirag Paswan बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने चिराग पासवान और एनडीए को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव में अपने ही सहयोगी नीतीश कुमार से भितरघात कर भाजपा ने लोजपा के कई प्रत्याशी उतरवाए और जदयू को कई सीटों पर पराजित करा दिया। भितरघात भाजपा का रक्तचरित्र है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि अब भाजपा चिराग पासवान के साथ भी भितरघात की तैयारी में है। भाजपा चाहती है कि चिराग अपनी पार्टी का विलय भाजपा में करें या फिर ईडी का सामना करें। लोकतंत्र के लिए भस्मासुर बन चुकी भाजपा सब कुछ निगल जाना चाहती है। बीजेपी चिराग को बुझा देना चाहती है।
चिराग ने मोदी-नीतीश की रैली से बनाई दूरीगौरतलब है कि बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। माना जा रहा है कि जदयू और बीजेपी की बढ़ती नजदीकियों ने कहीं ना कहीं चिराग पासवान को असहज कर दिया है। चिराग पासवान ने हाल ही में हुई नीतीश-मोदी की रैली से भी दूरी बना ली थी। इससे पहले, चिराग पासवान नीतीश कुमार को लेकर अपनी शंकाएं बीजेपी हाईकमान के सामने रख चुके हैं।
चिराग पासवान को राजद का ऑफर!नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ने लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कहा कि इस विषय में वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं। मुझे तो कहीं जाना नहीं है। चिराग आएंगे या नहीं इस पर तो वे बेहतर बता सकते हैं।
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हस्तिनापुर को परिवार बताने वाला धृतराष्ट्र द्रौपदी का चीरहरण देखता रहा, 'परिवारवाद' के बचाव में ये क्या बोल गए अखिलेश
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics : बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह (Dr. Akhilesh Prasad Singh) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा देश को अपना परिवार समझने वाले बयान पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि मोदी को परिवार बसाना ही नहीं आया। उनको तो परिवार को छोड़ने की आदत है। अगर मोदी देश को वास्तव में परिवार समझते हैं तो परिवार की चिंता करना भी उनको सीखना चाहिए।
विश्वभ्रमण नहीं करना चाहिए था : अखिलेशप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि परिवार को बेहाल करके वास्को-डी-गामा की तरह विश्व-भ्रमण नहीं करना चाहिए था।
प्रश्न यह है कि क्या मणिपुर की जिन महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया गया, वे परिवार की प्रतिष्ठा नहीं थीं। जिन महिला पहलवानों को मोदी ने बेटी कहा, उनके सम्मान पर भाजपा (BJP) के सांसद ने आंख उठाई तो बेटियों पर लाठियां बरसाई गईं। तब मोदी धृतराष्ट्र क्यों हो गए?
धृतराष्ट्र भी हस्तिनापुर को अपना परिवार कहता था, लेकिन द्रौपदी का चीरहरण होने दिया। हर तरह का अन्याय, अनैतिकता के साथ सत्ता का दुरुपयोग कर विरोधियों को कुचलने का घिनौना खेल चल रहा है।
कौरवों को विनाश हुआमोदी को याद होना चाहिए कि जिस तरह कौरवों का विनाश हुआ, ठीक उसी तरह भाजपा का भी विनाश तय है। देश को मोदी अपना परिवार समझते हैं तो नागरिकों की आह सुन पाते।
भूख से बिलखते बच्चों की चीख सुनते। भूख मिटाने वाले अन्नदाताओं को दुख देने के लिए सड़क पर कील नहीं ठुकवाते। युवा पीढ़ी बेरोजगारी से बेहाल है और मोदी प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरी का झांसा देते रहे।
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भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जदयू अपने आप को डिजिटल मोड में तैयार कर रहा है। चुनाव घोषणा के पहले ही जदयू डिजिटल मोड की अपनी तैयारी को फाइनल टच दे देगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार जिन-जिन सेक्टरों में विशेष काम हुए हैं उसकी छोटी-छोटी क्लिपिंग्स तैयार की जा रही। इस क्लिपिंग्स को व्हाट्सएप ग्रुप व इंटरनेट मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से बड़े स्तर पर भेजा जाएगा।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि जदयू बूथ स्तर पर सक्रिय लोगों का व्हाट्सएप ग्रुप तो बना ही रहा है, साथ में स्थानीय स्तर दर्जनों से अधिक स्थानीय लोगों को जोड़कर छोटे-छोटे व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जा रहे हैं। कोशिश यह है कि एक साथ सभी ग्रुप पूरी तरह से सक्रिय रहें। उस ग्रुप पर नीतीश कुमार के नेतृत्व मे जो योजनाएं चल रही और जिस वर्ग को इसका लाभ हुआ है उसके बारे में बताया जाएगा।
जदयू समर्थक बनाएंग छोटे-छोटे व्हाट्सएप ग्रुपव्हाट्सएप पर भेजे जाने वाले वीडियो इंटरनेट के अन्य प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगे। लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर पर जदयू का अपना व्हाट्स एप ग्रुप काम करेगा। इसके अतिरिक्त जदयू के समर्थकों के भी छोटे-छोटे व्हाट्सएप ग्रुप अलग से काम करेंगे।
व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजे जाने वाले कंटेट में जाति आधारित गणना के बाद सरकार द्वारा बढ़ाए गए आरक्षण के दायरे के महत्व को समझाया जाएगा। इसी तरह उद्योग विभाग द्वारा शुरू की गयी बिहार लघु उद्यमी योजना को छोटे-छोटे क्लिपिंग्स के माध्यम से बताया जाएगा। इस क्रम में यह जानकारी दी जाएगी कि किस तरह से इस योजना से लोगों का फायदा हो रहा।
व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजे जाएंगे छोटे-छोटे वीडियोइसके अतिरिक्त सबसे अधिक ध्यान हाल के दिनों में सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी नौकरियों पर है। युवाओं के बीच बनने वाले व्हाट्सएप ग्रुप में नियमित रूप से यह जानकारी दी जाएगी कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने युवाओं को कितनी बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराए। आधारभूत संरचना से जुड़े वीडियो भी भेजे जाएंगे।
जदयू से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, मुख्यालय स्तर से इस पूरी व्यवस्था की मॉनीटरिंग की तैयारी की गयी है। इस क्रम में यह देखा जाएगा कि कितनी संख्या में लोग इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे देख रहे। वे कितनी देर इसे देखने के लिए इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर ठहरते हैं इस पर भी नजर रहेगी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी भाजपा अब मैदान की ओर बढ़ने लगी है। प्रधानमंत्री के दौरे के बीच मंगलवार को एक के बाद एक कई आयोजन कर वह इसकी सहज अनुभूति करा रही है।
प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक से पहले पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में लोकसभा चुनाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन हुआ।
उसमें प्रदेश अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि पार्टी के सभी बड़े नेता सौ किलोमीटर के भीतर 10 कार्यक्रम और सभा करेंगे, जिसकी तैयारी की जा रही है।
भाजपा का 370 पर जोरउन्होंने कार्यकर्ताओं से हर बूथ पर 370 नए मतदाताओं को जोड़ने का आग्रह किया। दीवार लेखन के काम को बूथ तक करने तथा 10 मार्च तक लाभार्थी संपर्क अभियान चलाए जाने का निर्णय हुआ।
उसके बाद विकसित भारत संकल्प रथ को लोकसभा क्षेत्रों में रवाना किया गया। यह रथ सभी 40 क्षेत्रों का भ्रमण कर भाजपा के घोषणा-पत्र के लिए जनता से सुझाव एकत्र करेगा।
संकल्प पूरे किएसम्राट ने लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के कार्यालय का उद्घाटन भी किया। लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों से लेकर प्रदेश स्तर तक के कार्यों में समन्वय इसी कार्यालय से होगा।
चमत्कारिक नेतृत्व के बूते चुनाव के पहले ही विरोधियों पर बढ़त बनाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 में 530 संकल्प लिए गए थे। इनमें से 529 पूरे किए गए।
2019 के चुनाव के दौरान 234 संकल्प लिए गए, जिसमें से अभी तक 222 यानी सिद्धि तक पहुंचा दिए गए। हम सभी सनातन के समर्थक किसी भी धर्म या समाज के विरोधी नही हैं, लेकिन जो तुष्टीकरण करेगा उसे छोड़ने वाले भी नहीं।
इन आयोजनों में बिहार के चुनाव सह-प्रभारी दीपक प्रकाश, चुनाव समिति के संयोजक प्रो. राजेंद्र गुप्ता और प्रदेश उपाध्यक्ष भीम सिंह आदि उपस्थित रहे।
घोषणा-पत्र के लिए लिखित सुझाव दें या करें मिस्ड कालविकसित भारत रथ को पार्टी का झंडा दिखाकर रवाना करते हुए सम्राट ने बताया कि रथ के साथ सुझाव पेटियां भेजी गई हैं। उसमें जनता के सुझाव-पत्र संग्रहित होंगे।
जन-जन के सुझावों को चुनावी घोषणा-पत्र में सम्मिलित करने का प्रयास होगा। पेटियों में सुझाव-पत्र डाल कर या 9090902024 पर मिस्ड काल कर सुझाव दे सकते हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। गांधी मैदान की जन विश्वास रैली के मंच से मोदी के परिवार पर की गई लालू प्रसाद की टिप्पणी के बाद भाजपा ने 'मोदी का परिवार' कैंपेन शुरू कर दिया है। भाजपा के इसी अभियान के बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा जोरदार हमला बोला। तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में 80 करोड़ गरीबी से करते करते हाहाकार, सौ करोड़ बेरोजगार, 120 करोड़ महंगाई से लाचार, दुखी सब परिवार फिर भी कहते हैं सब उनका परिवार।
तेजस्वी यादव मंगलवार को पांच देशरत्न मार्ग के अपने सरकारी आवास पर प्रेस से बात कर रहे थे। 'मोदी का परिवार' अभियान को लेकर तेजस्वी ने व्यंग्य के अंदाज में कहा कि कभी ये चौकीदार हो जाते हैं। कभी ये परिवार हो जाते हैं। सिर्फ मुद्दे की बात नहीं करते हैं। जबकि सबसे पहले मुद्दे की बात होनी चाहिए। आपको बताना होगा आपने कितने रोजगार दिए। आपने कितने कारखाने दिए। महंगाई कम की या नहीं। पलायान रोका या नहीं। आप बिहार में उद्योग में क्या निवेश लेकर आए। आपने गरीबी हटाई की नहीं इन मुद्दे पर बात करनी चाहिए, लेकिन यह बात नहीं करेंगे।
'क्या किसान उनका परिवार नहीं?'तेजस्वी ने आगे कहा कि ये लोग किसानों को लाठी से पिटवा रहे हैं क्या किसान उनका परिवार नहीं है। अपने परिवार के साथ कोई इस तरह का काम करता है क्या? मिलने का समय नहीं हैं इनके पास किसानों से। क्यों किसानों से नहीं मिल रहे हैं। क्या किसान इनका परिवार नहीं। तेजस्वी ने कहा इनकी कथनी और करनी में अंतर है।
नीतीश ने क्यों नहीं किया कैबिनेट विस्तार?प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में बिहार से चौंकाने वाले परिणाम आएंगे। उन्होंने यह दावा भी किया कि एनडीए से पहले महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हो जाएगा। नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार न होने पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बने डेढ़ महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ है। यह एक तरह का संकेत है कि इस सरकार के बनने का मकसद बिहार का विकास नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि 17 महीने की महागठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री रहते हुए हमने लाखों नौकरी दी, जाति गणना कराई, आरक्षण बढ़ाया, अस्पतालों में छापेमारी की लेकिन इनकी सरकार का एक मात्र मकसद लालू परिवार को गाली देना है। मोदी के हिंदू होने से जुड़े लालू प्रसाद के भाषण का पक्ष लेते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लालू प्रसाद ने कुछ भी गलत नहीं कहा। हम लोग भी हिंदू हैं। हमारे घर में मंदिर है जहां सुबह शाम आरती होती है। मैने अपनी बेटी का मुंडन भी कराया है।
एक सवाल के जवाब में नेता प्रतिपक्ष ने लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कहा कि इस विषय में वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं। मुझे तो कहीं जाना नहीं है। चिराग आएंगे या नहीं इस पर तो वे बेहतर बता सकते हैं। प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मंत्री श्याम रजक, आलोक मेहता, मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव के अलावा दूसरे कई नेता मौजूद रहे।
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Bihar Politics : 5 विधायकों के बाद RJD ने भी मारी 'पलटी', टिकट बंटवारे पर बना डाली नई स्ट्रेटजी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics RJD : पांच विधायकों के पाला बदल से आहत राजद लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन में सावधानी बरत रहा है। उसने अपनी रणनीति 'पलट' दी है। अब नई रणनीति यह बन रही है कि कई घरों का चक्कर लगा चुके नेताओं और यहां तक कि इस श्रेणी के पूर्व सांसदों को भी टिकट न दिया जाए।
प्राथमिकता उन्हें मिले जो लंबे समय से दल में हैं और खराब समय में भी इधर-उधर नहीं भटके हैं। हां, दूसरे दलों के कुछ विधायकों के लिए यह रणनीति शिथिल हो सकती है, जो विधानसभा से त्याग पत्र देकर राजद टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। इस विचार में राजग के घटक दलों के विधायक रखे गए हैं।
राजद की इस रणनीति का लाभ?राजद की इस रणनीति का लाभ उसके पुराने नेताओं-कार्यकर्ताओं को मिल सकता है। राजद ने पिछली बार भी कम संख्या में ही दल बदलुओं को उम्मीदवार बनाया था।
उसके सहयोगी दल-कांग्रेस में ज्यादा दल बदलुओं को जगह मिली थी। उसके नौ में से पांच उम्मीदवार दूसरे दलों से आयातित थे, जो हार के बाद नहीं लौटे।
पार्टी के प्रवक्ता चितरंजन गगन के अनुसार, दल के पांच विधायकों ने जिस तरह पाला बदल किया, वह क्षुब्ध करने वाली घटना है।
इनमें से कई विधायक बेसहारा की तरह राजद की शरण में आए थे। टिकट मिला। विधायक बने। अब दूसरे पक्ष में बैठ गए हैं। निश्चित रूप से नेतृत्व इस प्रवृति के लोगों को टिकट देने से परहेज करेगा।
बेटिकट होने की आशंकासूत्रों ने बताया कि राजद के संपर्क में दूसरे दलों के कुछ ऐसे सांसद और पूर्व सांसद हैं, जिन्हें बेटिकट होने की आशंका सता रही है। ये राजद या महागठबंधन के किसी घटक दल से टिकट चाहते हैं।
इनमें ऐसे पूर्व सांसद भी हैं, जो कभी राजद टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। लेकिन, बीच में उनकी दलीय प्रतिबद्धता बदल गई। राजद इनसे भी परहेज करेगा।
कई बार जीते-हारे दूसरे दलों के पुराने नेताओं के बदले राजद अपने युवा नेताओं को अवसर देना चाहता है। संयोग यह है कि 40 में से 39 सांसद राजग के हैं और उसने अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
राजग की तरह महागठबंधन भी अंदरूनी तैयारी में जुटा है। वह राजग उम्मीदवारों की सूची की प्रतीक्षा भी कर रहा है।
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डिजिटल डेस्क, पटना। लालू यादव ने 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का तो कोई परिवार ही नहीं है। उनके इस बयान ने पूरे देश में सियासी पारा हाई कर दिया है। बीजेपी ने लालू यादव को आड़े हाथों लिया। जिसके बाद लालू के बेटे तेजस्वी यादव को सामने आना पड़ा।
तेजस्वी यादव ने अपने पिता का बचाव करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने 'मोदी का परिवार' बयान से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि लालू जी के शब्दों का बीजेपी पर इतना प्रभाव पड़ा, लेकिन गरीबी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों के बारे में बीजेपी का क्या कहना है, जिसका जिक्र लालू यादव ने किया था। बीजेपी ने उसपर तो कुछ नहीं कहा।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि अगर पीएम मोदी पूरे देश को अपने परिवार की तरह मानते हैं, तो उनकी सरकार ने दिल्ली के पास किसानों के विरोध प्रदर्शन को क्यों कुचल दिया। लालू ने पीएम मोदी के सच्चा हिंदू होने पर भी सवाल खड़े किए थे। इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू यादव ने अपनी बेटी का हिंदू परंपराओं के अनुसार मुंडन कराया, लेकिन जब प्रधानमंत्री की मां क निधन हुआ तो उन्होंने ऐसा नहीं किया।
'हम एक कट्टर हिंदू परिवार हैं...'तेजस्वी यादव ने कहा, "हम एक कट्टर हिंदू परिवार हैं, हमारे घर में एक मंदिर है जहां हर सुबह और शाम को आरती की जाती है। मैंने अपनी बेटी का मुंडन संस्कार करवाया। आखिर पीएम ने अच्छी तरह से स्थापित परंपरा का पालन क्यों नहीं किया?"
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में लालू यादव ने कहा था कि मोदी सच्चे हिंदू नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी मां के निधन के बाद अपना सिर नहीं मुंडवाया था। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। व्यक्तिगत हमले के जवाब में कई भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के साथ एकजुटता दिखाने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट नामों में 'मोदी का परिवार' जोड़ा।
तेलंगाना में लालू यादव की टिप्पणी पर पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रियाप्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जब मैं परिवारवाद का विरोध करता हूं और कहता हूं कि यह लोकतंत्र के खिलाफ है और नई प्रतिभाओं को उभरने नहीं देता है, तो वे कहते हैं कि 'मोदी का कोई परिवार नहीं है'। क्या उनके पास चोरी करने का लाइसेंस है? मैंने ऐसे मुख्यमंत्री देखे हैं जिनके परिवार के सदस्य उच्च पदों पर हैं, क्या यह लोकतंत्र है? वे कहते हैं कि उनकी लड़ाई मोदी की विचारधारा के खिलाफ है। वे कहते हैं कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। क्या यह एक वैचारिक लड़ाई है? मैं आपको बताऊंगा कि वैचारिक लड़ाई क्या है - वे कहते हैं परिवार पहले, मोदी कहते हैं राष्ट्र पहले।"
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'हनुमान जी की गदा से...', Giriraj Singh ने INDI गठबंधन को कोसा, राजा-लालू और राहुल पर किया जोरदार वार
एएनआई, पटना। Giriraj Singh Bihar Politics : बिहार में बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को सनातन संस्कृति के अपमान का हवाला देते हुए आईएनडीआईए को कोसा। उन्होंने इस दौरान ए राजा, लालू यादव और राहुल गांधी पर भी जोरदार वार किया।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मीडिया से बात करते हुए हमला बोला। इससे पहले उन्होंने परिवारवाद के मुद्दे पर हो रही बयानबाजी और पीएम मोदी के समर्थन में प्रतिक्रिया दी थी।
उन्होंने कहा था कि आज 140 करोड़ लोग PM मोदी का परिवार हैं, हम सब उनका परिवार हैं। लालू यादव ने पत्नी को मुख्यमंत्री और बेटे को उपमुख्यमंत्री बनाया, क्या उन्हें समाज के दूसरे पिछड़े नहीं दिखाई दिए? ...लालू यादव ने परिवारवाद का ऐसा ताना-बाना बुना कि वे तो जेल में सजा काट कर आए ही अब परिवार को भी उसी रास्ते भेज रहे हैं।
ये सनातन संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं : गिरिराजकेंद्रीय मंत्री गिरिराज ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि डीएमके नेता ए राजा की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी दल के नेताओं पर अटैक किया।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन में ए राजा हों, लालू यादव हों या राहुल गांधी हों, ये लोग सनातन संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं। इसलिए ए राजा हनुमान जी को बंदर कहते हैं, हनुमान जी की ताकत ऐसी होगी कि उनकी गदा से इनका नाश हो जाएगा।
#WATCH बिहार: DMK नेता ए राजा की विवादित टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "INDI गठबंधन में ए राजा हों, लालू यादव हों या राहुल गांधी हों, ये लोग सनातन संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं इसलिए ए राजा हनुमान जी को बंदर कहते हैं, हनुमान जी की ताकत ऐसी होगी कि उनकी गदा से… pic.twitter.com/UMrgJpNMVZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 5, 2024यह भी पढ़ें
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डिजिटल डेस्क, पटना। Tejashwi Yadav लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सियासी पारा हाई है। तेजस्वी यादव फुल एक्शन में नजर आ रहे हैं। लालू यादव ने भी मोर्चा संभाल लिया है। दूसरी ओर, भाजपा भी विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रही। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने अपने ताजा बयान में तेजस्वी यादव को बच्चा करार दिया है।
जब पत्रकारों ने सम्राट चौधरी से तेजस्वी को लेकर सवाल पूछा तो डिप्टी सीएम ने साफ कहा कि तेजस्वी यादव बच्चे हैं और बच्चे के ऊपर वो ज्यादा बयान नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा, "उनकी जितनी उम्र नहीं है, उससे ज्यादा मैं सदन में रह लिया हूं।"
'चाहे मैं हूं या भाजपा को पूरा परिवार हो...'लालू यादव ने 3 मार्च को पटना की रैली में पीएम मोदी के परिवार पर सवाल खड़े कर दिए थे। उनके बयान पर सम्राट चौधरी ने पलटवार किया। चौधरी ने कहा कि ये बात पूरी तरह स्पष्ट है, चाहे मैं हूं या भाजपा का पूरा परिवार हो... या देश के एक-एक गरीब का परिवार हो सब मोदी जी का परिवार है।
'लालू जी को सिर्फ अपना परिवार दिखता है...'राजद सुप्रीमो पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "लालू जी को सिर्फ अपना परिवार दिखता है। ये पूर्ण रूप से दिखता है कि लालू जी को सिर्फ अपनी चिंता है, अपनी पत्नी, बेटा-बेटी की चिंता है... लेकिन मोदी जी को पूरे देश की चिंता है, मोदी जी ने पूरे देश को अपना परिवार माना है। यही फर्क है एक व्यक्तिवादी पार्टी और एक तरफ पूरे समाज को अपने साथ जोड़कर चलने वाले नेता नरेंद्र मोदी में।
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'मोदी जी मेरे भाई हैं...', लालू यादव पर Jitan Ram Manjhi का अटैक, 'परिवार' के मुद्दे पर भड़के
डिजिटल डेस्क, पटना। Jitan Ram Manjhi Bihar Politics : बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले परिवारवाद का मुद्दा गर्मा गया है। राजद की महारैली में लालू यादव की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी को लेकर नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इसी क्रम में हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी मंगलवार को लालू यादव पर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी भाई बताया है।
दरअसल, राजद सुप्रीमो लालू यादव ने बीती 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान में हुई रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने हिंदू होने को लेकर सवाल उठाया था।
वहीं, परिवारवाद को लेकर हमला बोला था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर मोदी का परिवार लिखकर पीएम मोदी का समर्थन किया था।
बहरहाल, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने लालू यादव के इस बयान को लेकर मंगलवार को अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट साझा की।
इसमें उन्होंने लिखा कि राष्ट्र के लिए समर्पित किसी व्यक्ति पर अभद्र टिप्पणी करना, उनको बिना परिवार का बताया जाना बेहद शर्मनाक है।
जीतन राम मांझी ने यह भी लिखा कि मैं कुछ लोगों को स्पष्ट तौर पर कह देना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी जी देश के हर परिवार के सदस्य हैं, पर लालू जी का नाम कोई अपने साथ नहीं जोड़ना चाहता। मोदी जी मेरे भाई हैं।
राष्ट्र के लिए समर्पित किसी व्यक्ति पर अभद्र टिप्पणी करना,उनको बिना परिवार का बताया जाना बेहद शर्मनाक है।
मैं कुछ लोगों को स्पष्ट तौर पर कह देना चाहता हुं कि नरेन्द्र मोदी जी देश के हर परिवार के सदस्य हैं,पर लालू जी का नाम कोई अपने साथ नहीं जोड़ना चाहता।
“मोदी जी मेरे भाई हैं”
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) March 5, 2024इससे पहले मांझी ने राजद की रैली को लेकर भी हमला बोला था। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा था कि ए टू जेड का दावा करने वाली पार्टी की रैली में आज अगर लाल झंडा बरदार नहीं पहुंचते तो ये रैली 'नुक्कड़ सभा' बनकर रह जाती।
उन्होंने इस पोस्ट में लिखा था कि राजद एंड कंपनी को दीपांकर जी का धन्यवाद करना चाहिए कि उनके बदौलत आज राजद द्वारा आयोजित 'नुक्कड़ सभा' को 'रैली' की संज्ञा दी जा रही है।
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Bihar Crime: नाबालिग से दुष्कर्म कर वीडियो वायरल करने वाले को 20 वर्ष की जेल, कोर्ट ने बिहार सरकार को दे दिया ये आदेश
जागरण संवाददाता, पटना। नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर वीडियो प्रसारित करने के मामले में पॉक्सो के विशेष जज कमलेश चंद्र मिश्रा की अदालत ने सोमवार को एक अभियुक्त को बीस वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने अभियुक्त पर 55 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है।
साथ ही, अदालत ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार को बिहार सरकार से पीड़िता को चार लाख रुपये मुआवजा दिलाने का निर्देश दिया है। मामले का अभियुक्त रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के गोल्डी मोड़ शिव शक्ति निवासी सुमित कुमार है।
साल 2022 में दर्ज कराया गया था मामलापॉक्सो एक्ट के विशेष लोक अभियोजक सुरेश चंद्र प्रसाद ने बताया कि रामकृष्णा नगर थाना में पीड़िता की मां ने 05 दिसंबर 2022 को मामला दर्ज कराया था। घटना के वक्त पीड़िता 12 वर्ष की थी। अभियुक्त ने पीड़िता को घर में अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म कर वीडियो बना लिया।
वीडियो को प्रसारित करने के नाम पर उसके धमकी देकर दुष्कर्म करता था। 24 दिसंबर 22 को अभियुक्त ने पीड़िता का वीडियो प्रसारित कर दिया। इसके बाद घटना की जानकारी पीड़िता की मां को हुई। इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से सात लोगों ने गवाही दी थी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान में जन विश्वास रैली के जरिए मुहब्बतों और उम्मीदों का जन सैलाब लाकर आपने एक नया इतिहास रच डाला। ऐसा लगा मानो पूरा बिहार ही गांधी मैदान में उपस्थित होकर नए बिहार का नया अध्याय लिखने को समर्पित और आतुर हो।
उन्होंने कहा कि 22 फरवरी को ही पटना के गांधी मैदान में रैली करने का निर्णय लिया गया। मात्र 8-9 दिनों की तैयारी, खराब मौसम तथा 15 घंटों की लगातार बारिश के बावजूद भी आपने पूर्व के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर नया इतिहास लिख डाला।
'अद्भुत और अकल्पनीय...'तेजस्वी ने आगे कहा कि मैदान में जितनी संख्या थी उतनी ही बाहर सड़कों और जाम में फंसी गाड़ियों में थी। इतने कम समय में इतनी बड़ी रैली का आयोजन अद्भुत, आश्चर्यजनक, अद्वितीय और अकल्पनीय है।
'3 मार्च को हमेश याद रखा जाएगा...'उन्होंने बिहार के बदलाव की इस यात्रा में भागी बनने के लिए सभी का हृदय से आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि 3 मार्च को भविष्य का बिहार हमेशा याद रखेगा, एक नया क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए, हर एक बिहारवासी की उम्मीद को सच में परिवर्तित करने के लिए। हर धर्म-जाति, हर वर्ग, हर समुदाय, किसान, मजदूर,नौजवान एवं बुजुर्ग जिस तरह से कंधे से कंधा मिलाकर हमारे साथ चल पड़े हैं, वो नए बिहार की नींव रखने में अहम योगदान देंगे।
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Bihar Cabinet Expansion: कब होगा नीतीश कैबिनेट का विस्तार? आ गया नया अपडेट, बस इतने दिन करना होगा इंतजार
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Political News In Hindi पिछले काफी समय बिहार में एक सवाल काफी सुर्खियों में है। बिहार में कैबिनेट का विस्तार (Bihar Cabinet Expansion) कब तक होगा? बार-बार इसको लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। इस मामले में अब एक नया अपडेट आ गया है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नेताओं को अभी कम के कम दस दिनों तक इंतजार करना पड़ेगा।
राज्य मंत्रिमंडल में अपना स्थान तय मान रहे लोगों को अभी कम से कम दस दिनों की प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। सत्ता के गलियारे में इस बात की चर्चा है कि प्रस्तावित ब्रिटेन की यात्रा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की वापसी के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।
11-12 मार्च को वापस लौटेंगे नीतीश कुमारमुख्यमंत्री सात को विदेश यात्रा पर रवाना हो रहे और 11-12 मार्च तक लौटेंगे। उसके बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार संभव है। जिस तिथि तक मंत्रिमंडल विस्तार संभावित है, उस तिथि तक चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता के भी प्रभावी हो जाने की संभावना है।
गौरतलब है कि भाजपा कोटे से अभी 13 और मंत्री बनाए जा सकते हैं। यह कयास लगया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के कई वरिष्ठ विधायकों की किस्मत चमक सकती है।
इसमें बुजुर्गों को ज्यादा वरियता देने की कवायद भी चल रही है। हालांकि कुछ युवा चेहरे भी सम्मिलित किए जाएंगे। पर, पार्टी निर्णय से पहले कई पहलुओं पर फीडबैक जुटा रही है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा कोटे के तहत होने वाले विधान परिषद की 11 सीटों पर होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के लिए जदयू की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व खालिद अनवर ने विधान सभा के सचिव कक्ष में अपना पर्चा दाखिल किया। जदयू को इस चुनाव में केवल दो सीटें मिलनी हैं, इसलिए जदयू की ओर से नामांकन की प्रक्रिया आज पूरी हो गई।
वहीं, हम की ओर से राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य संतोष कुमार सुमन ने भी आज अपना पर्चा दाखिल किया। सभी का कार्यकाल इसी वर्ष मई में समाप्त हो रहा। इस तरह एनडीए की ओर से मंगलवार को दो दलों ने अपने-अपने कोटे के हिसाब से नामांकन कर दिया। अब केवल भाजपा के प्रत्याशियों का नामांकन शेष है।
बीजेपी के हिस्से आएंगी 6 सीटेंविधायकों की संख्या के हिसाब से भाजपा के हिस्से में तीन सीटें आ रही। इस हिसाब से एनडीए के छह लोगों को सीटें मिलेंगी। भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। जदयू की ओर से नीतीश कुमार, खालिद अनवर तथा हम के संतोष सुमन के नामांकन के मौके पर एनडीए के तमाम दिग्गज मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, हम नेता व पूर्न मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जदयू के वरिष्ठ नेता व मंत्री विजय चौधरी, श्रवण कुमार, बिजेंद्र यादव,सांसद व जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पूर्व मंत्री अशोक चौधरी, लेशी सिंह, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी व जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा विधान पार्षद संजय सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे।
11 मार्च को नामांकन प्रक्रिया होगी समाप्तमालूम हो कि विधान परिषद के इस द्विवार्षिक चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 11 मार्च को खत्म हो जाएगी। वहीं अगर वोटिंग की जरूरत पड़ी तो वह 11 मार्च को होगा। जो 11 सीटें खाली हो रहीं उनमें जदयू के नीतीश कुमार व खालिद अनवर के अतिरिक्त भाजपा के मंगल पांडेय, शाहनवाज हुसैन व संजय पासवान, राजद से राबड़ी देवी व डा. रामचंद्र पूर्वे व कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा का नाम प्रमुख है। राजद व कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा अभी नहीं की है।
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चिराग पासवान को RJD का ऑफर! LJPR के साथ चुनाव लड़ने के सवाल पर क्या बोले तेजस्वी यादव
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के साथ चुनाव लड़ने के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने इसका बड़ा संकेत दिया।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने डीएमके नेता ए राजा की 'जय श्री राम' और भारत देश को लेकर की गई टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह उनका निजी बयान है। यह हमारा (इंडी गठबंधन का) नहीं है।
बता दें कि बिहार में इन दिनों लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है। चिराग पासवान भी अपनी दावेदारी जता रहे हैं। परंतु, मांगें नहीं माने जाने से एनडीए से चिराग की बढ़ रही दूरी और नाराजगी की अटकलें भी तेज हैं।
तेजस्वी यादव ने क्या कुछ कहानेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा है कि आगामी चुनाव में बिहार से चौंकाने वाले नतीजे आएंगे उन्होंने दावा किया कि एनडीए के पहले महागठबंधन अपनी सीटों का बंटवारा कर लेगा। तेजस्वी यादव मंगलवार को पटना में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे।
तेजस्वी ने अपनी जन विश्वास यात्रा इसके बाद गांधी मैदान में हुई जन विश्वास रैली की सफलता के लिए बिहार की जनता सहयोगी दलों के नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया उन्होंने दावा किया की बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव में चौंकाने वाले नतीजे सामने आएंगे।
नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होने पर किया कटाक्षतेजस्वी यादव ने नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होने पर भी कटाक्ष करते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बने डेढ़ महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ है।
यह एक तरह का संकेत है कि इस सरकार के बनने का मकसद बिहार का विकास नहीं है। 17 महीने की महागठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री रहते हुए हमने लाखों नौकरी दी, जाति गणना कराई, आरक्षण बढ़ाया, अस्पतालों में छापेमारी की लेकिन इनकी सरकार का एक मात्र मकसद लालू परिवार को गाली देना है।
'मोदी का परिवार' पर जोरदार हमलाउन्होंने पीएम मोदी को लेकर भाजपा के अभियान ‘मोदी का परिवार’ पर जोरदार हमला बोला। कहा कि कभी ये चौकीदार हो जाते हैं, कभी परिवार हो जाते हैं।
उन्होंने एक कविता का हवाला देते हुए कहा कि 80 करोड़ गरीबी से करते करते हाहाकार, सौ करोड़ बेरोजगार, 120 करोड़ महंगाई से लाचार, दुखी सब परिवार फिर भी कहते हैं सब उनका परिवार।
चिराग ज्यादा बेहतर बता सकते हैं : तेजस्वीलोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान के आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल होने को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस विषय में वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं, इस पर व्याख्या टिप्पणी दे सकते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी ने मोदी के हिंदू होने का मसाला एक बार फिर उठाया और कहा कि हम भी हिंदू हैं हमारे परिवार में भी पूजा होती है। घर में मंदिर है, सुबह-शाम आरती होती है। बेटी का मुंडन भी हमने कराया है, लालू जी ने कोई गलत बात नहीं कही है।
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Hajipur-Chhapra Four Lane : हाजीपुर-छपरा फोर लेन पर नया अपडेट, सरकार ने हाईकोर्ट में दिया इस बड़े सवाल का जवाब
राज्य ब्यूरो, पटना। Hajipur-Chhapra Four Lane : हाजीपुर-छपरा फोर लेन सड़क के निर्माण में हो रही देरी के मामले पर पटना हाई कोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट के समक्ष निर्माता कंपनी ने हलफनामा दायर कर बताया कि गंडक नदी (Gandak River) पर निर्माणाधीन पुल (Bridge Under Construction) पर 10 स्पैन और चढ़ाए जाने हैं।
एक स्पैन को चढ़ाने में लगभग 40 दिन लगते हैं। हलफनामे द्वारा बताया गया कि आरओबी, ओवरब्रिज एवं हाई टेंशन बिजली के पोल को स्थानांतरित करने का कार्य भी बाकी है।
उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन एवं न्यायाधीश हरीश कुमार की खंडपीठ ने अधिवक्ता सत्यम शिवम सुंदरम की याचिका पर सुनवाई करते हुए निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जताते हुए निर्माण कंपनी के एमडी को तलब किया था।
कंपनी द्वारा बताया गया कि रामाशीष चौक के पास बनने वाली आरओबी का निर्माण 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। अंजानपीर के समीप ट्रांसमिशन टावर को 30 जून तक हटा कर दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
मरिचिया देवी चौक ट्रांसमिशन लाइन को 30 अप्रैल तक शिफ्ट कर दिया जाएगा। कोर्ट ने कंपनी की ओर से दायर हलफनाम पर संतुष्टि व्यक्त की।
35 जिलों में बनेंगे विद्युत शवदाह गृह, बुडको ने दिया हलफनामाराज्य के 35 जिलों में सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत विद्युत शवदाह गृह बनाए जाएंगे। बुडको के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार ने हलफनामा दायर कर हाई कोर्ट में इसके लिए प्रतिबद्धता जताई है।
हर जिले में विद्युत शवदाह गृह बनवाने एवं बंद पड़े शवदाह गृह को यथाशीघ्र कार्यरत करने से संबंधित मामले में उन्होंने हलफनामा दिया है।
मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन एवं न्यायाधीश हरीश कुमार की खंडपीठ ने मुकेश रंजन की लोकहित याचिका पर सुनवाई की।
प्रबंध निदेशक के हलफनामे में कोर्ट को बताया गया कि ये सभी शवदाह गृह 35 जिलों के मुख्यालय शहर में बनेंगे, जिन्हें मोक्षधाम परियोजना के रूप में जाना जाएगा।
इन सबके निर्माण पर 20737.79 लाख रुपये खर्च होंगे। निर्माण जल्द पूरा हो जाने की आशा व्यक्त करते हुए खंडपीठ ने याचिका को निष्पादित कर दिया।
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Bihar Land News : जमाबंदी के काम में कोताही पर पटना DM सख्त, सभी DCLR और 15 CO का वेतन रोका
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Land News : ऑनलाइन दाखिल-खारिज, परिमार्जन एवं आधार सीडिंग के कार्यों में शिथिलता बरते जाने को डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इसको लेकर सोमवार को 15 अंचलाधिकारी एवं सभी भूमि सुधार एवं राजस्व समाहर्ता से स्पष्टीकरण मांगा है।
दो दिनों से सभी से स्पष्टीकरण देने को कहा है। साथ ही सभी का वेतन रोकते हुए समय सीमा के अंदर मामलों को निष्पादित करने का निर्देश दिया है। सदर, सदर, फुलवारीशरीफ, फतुहा, मसौढ़ी, बिहटा, संपतचक, नौबतपुर, दुल्हिनबाजार, दानापुर, अथमलगोला,, बख्तियारपुर, पुनपुन, बेलछी, पंडारक एवं घोसवरी सीओ पर यह कार्रवाई की गई है।
17 फरवरी को डीएम ने की थी समीक्षाजिला राजस्व शाखा से जारी पत्र में कहा गया है कि 17 फरवरी को आनलाइन दाखिल-खारिज वादों की समीक्षा की गई थी। इसमें कई अंचलों का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं था। दाखिल-खारिज में बख्तियारपुर, बिहटा, संपतचक, दुल्हिनबाजार एवं दानापुर के सीओ की शिथिलता सामने आई।
जमाबंदी की आधार सीडिंग कई अंचलों में सुस्तजमाबंदी की आधार सीडिंग को 31 दिसंबर तक पूर्ण करना था। लेकिन अबतक 7.41 प्रतिशत जमाबंदियों की आधार सीडिंग हो पाई है।
पटना सदर में शून्य, दानापुर, संपतचक, फतुहा एवं नौबतपुर में 10 प्रतिशत से भी कम काम हो सका। डीएम ने पूछा है कि दाखिल-खारिज, परिमार्जन एवं आधार सीडिंग के निष्पादन में शिथिलता के लिए आपके खिलाफ क्यों न कार्रवाई की जाए।
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सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों, कोषांगों के वरीय नोडल पदाधिकारियों, नोडल पदाधिकारियों, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी होते ही अक्षरशः इसका अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण तंत्र सजग एवं तत्पर रहे।
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