Feed aggregator

Patna News: पटना के फेमस बिल्डर को बड़ा झटका, ED ने कंपनी की संपत्ति कर ली जब्त

Dainik Jagran - March 29, 2025 - 6:40pm

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पटना जोनल कार्यालय ने धोखाधड़ी मामले में मेसर्स अनु आनंद कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड पर बड़ी कारवाई की है।

ईडी ने कंपनी की 1.79 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियों को जब्त किया है। ये संपत्तियां कंपनी के निदेशकों और कंपनी के पूर्व कर्मचारी के नाम पर पंजीकृत हैं। इस मामले में ईडी ने अब तक कुल 9.61 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क या जब्त की है।

यह मामला मेसर्स अनु आनंद कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के दानापुर के प्रोजेक्ट साईं एन्क्लेव से जुड़ा है। आरोप है कि इस प्रोजेक्ट के नाम पर कंपनी ने संभावित खरीदारों से लगभग 9.61 करोड़ की राशि वसूली मगर इसे निदेशकों ने व्यक्तिगत संपत्तियों के अधिग्रहण में लगा दिया।

इसके अलावा पटना में अपने आलीशान घर के निर्माण में भी खरीदारों की राशि का इस्तेमाल किया गया था। अपराध की आय का एक हिस्सा कंपनी के कर्मचारी को हस्तांतरित किया गया, जिसने बाद में इसका उपयोग अपने नाम पर आवासीय भूमि हासिल करने के लिए किया।

इस मामले में सबसे पहले बिहार पुलिस ने कंपनी और अन्य के खिलाफ आइपीसी की धारा 420, 1860 के तहत दर्ज एफआइआर के आधार पर जांच शुरू की। इसी प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने जांच संभाली और कार्रवाई शुरू की।

सितंबर में आठ परिसरों की ली गई थी तलाशी

इससे पहले पिछले साल सितंबर में पटना, नोएडा और बेंगलुरु में कंपनी और उसके निदेशकों से संबंधित आठ परिसरों में तलाशी ली गई थी।

तलाशी के दौरान निदेशक द्वारा आवासीय फ्लैट हासिल करने के लिए भुगतान की गई 72 लाख की अग्रिम राशि और बरामद सात लाख रुपये की नकदी को पीएमएलए (प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट) के प्रविधानों के तहत जब्त कर लिया गया था।

इस मामले में ईडी ने कंपनी के निदेशकों द्वारा अर्जित 7.03 करोड़ रुपये की सीमा तक की तीन अचल संपत्तियों को अंतिम रूप से कुर्क किया था।

ईडी छापे के बाद तारिणी दास का संविदा नियोजन रद, आदेश जारी
  • बता दें कि इस महीने में बिहार के तमाम जगहों पर ईडी ने छापामारी की। इस बीच, भवन निर्माण विभाग में मुख्य अभियंता (उत्तर) तारिणी दास के यहां भी प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा।
  • इसके बाद उन्हें तत्काल पद से हटा दिया गया है। विभाग के आदेश में कहा गया है कि दास के आवासीय परिसर में छापेमारी एवं भारी मात्रा में नकदी बरामद होने की सूचना है, जो उनके पदीय आचरण के खिलाफ है।
  • जिसके बाद उनका संविदा नियोजन, जो दो वर्ष के लिए था उसे रद कर दिया गया है। दास के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्णय भी लिया गया है।
  • विभाग ने यह आरोप भी लगाए हैं कि उन्होंने अनुमोदन प्राप्त किए बिना टेंडर रद किया। जब स्पष्टीकरण मांगा गया तो उन्होंने जवाब भी नहीं दिया। यह आचरण पद के अनुकूल नहीं है।

यह भी पढ़ें-

अलकतरा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मंत्री सहित 5 अभियुक्तों को 3-3 साल की सजा

रांची-हावड़ा वंदे भारत सहित कई ट्रेनें रद, कुछ का बदला रूट, सफर करने से पहले चेक करें शेड्यूल

Categories: Bihar News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar