Feed aggregator

Bihar Politics: बिहार में बढ़ रहा कांग्रेस का कुनबा, युवा दलित नेता ने ली कांग्रेस की सदस्यता

Dainik Jagran - May 11, 2025 - 6:59pm

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक मिलन समारोह में दलित अधिकार मंच के युवा नेता मनीष पासवान समेत कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण का ली।

इन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेणावी ने सदस्यता प्रदान की।

कार्यक्रम में राजेश राम ने कहा कि मनीष पासवान युवा हैं और लगातार दलित अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहें हैं। उनके आने से पार्टी का वंचित समाज में जनाधार बढ़ेगा।

दलित समाज कांग्रेस में देख रहा अपना भविष्य

जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि दलित हितों की रक्षा के लिए राहुल गांधी लगातार संघर्ष कर रहे हैं और उनके संघर्षों का ही परिणाम है कि दलित समाज के युवा कांग्रेस में अपना भविष्य देख रहे हैं।

मनीष पासवान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस समाज को बिहार सहित पूरे देश में सम्मान दिया है, उसी से प्रभावित होकर मैंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है।

मिलन समारोह में डॉ. शकील अहमद खान, रतन लाल, जितेन्द्र गुप्ता, प्रवीण सिंह कुशवाहा, मंजीत आनन्द साहू, शकीलुर रहमान, ब्रजेश प्रसाद मुनन सहित अन्य नेता मौजूद थे।

यह भी पढ़ें-

'देश अमेरिका के ट्वीट पर नहीं चलेगा... पीएम मोदी इस्तीफा दें', भारत-पाक सीजफायर पर बोले MP पप्पू यादव

Bihar Politics: किस ओर करवट लेगी किशनगंज की जनता? पीके और ओवैसी की एंट्री से बदल सकते हैं चुनावी समीकरण

Categories: Bihar News

Khelo India Youth Games: कभी रग्बी से थी अनजान, अब इसी खेल से बना रही पहचान

Dainik Jagran - May 11, 2025 - 4:08pm

जागरण संवाददाता, पटना। आपकी स्थिति चाहे कितनी भी खराब क्यों ना हो कभी उम्मीद खत्म नहीं होने चाहिए। सपने हमेशा बड़ा देखिए और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कीजिए।

ढ़ढ संकल्प, मजबूत आत्मविश्वास और कुछ कर दिखाने की इच्छा अगर मन में हो तो रास्ते में आने वाली मुश्किलें भी आसान हो जाती है। कुछ ऐसी ही कहानी है बिहार रग्बी बालिका टीम में खेलने वाली खिलाड़ी अंशु कुमारी, सलोनी कुमारी और अल्पना कुमारी की।

रग्बी खिलाड़ी अंशु बारहवीं की छात्रा है। पिता एक छोटी सी मिठाई की दुकान चलाते हैं। मिठाई दुकान से जो आमदनी होती है इसी से किसी तरह से घर चलता है।

लेकिन अंशु के पिता अपनी बेटी को जीवन में बहुत आगे बढ़ाना चाहते हैं। अंशु ने पुणे में अंडर-14 राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर खेल के करियर की शुरुआत की।

सड़क दुर्घटना में लगी चोट, लेकिन नहीं टूटे हौसले

बिहार बालिका रग्बी टीम की खिलाड़ी अल्पना की कहानी थोड़ी अलग है। अल्पना एक सड़क हादसे की शिकार हो गई थी। जिसमें फ्रैक्चर कालरबोन और एक गंभीर सड़क दुर्घटना से वह बहुत ही मुश्किल से ठीक हो पाई।

फिर से वापसी करते हुए वह मैदान पर उतरी और अपनी टीम का साथ पूरी मजबूती से दिया। उन्होंने यह दिखा दिया कि साहस किसी भी बाधा को पार कर सकता है।

अल्पना कहती हैं कि यह स्वर्ण पदक सिर्फ हमारा नहीं है। यह हर उस लड़की का है जो सीमाओं से परे सपने देखने की हिम्मत करती है।

यह हर उस माता-पिता के लिए है, जिन्होंने हमारा साथ दिया, और हर उस कोच के लिए जिन्होंने हम पर विश्वास किया।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स भी अब युवाओं के लिए एक अहम लांचपैड बन चुके हैं। अंशु, सलोनी और अल्पना जैसे खिलाड़ियों के लिए केआईबाईजी का एक मेडल केवल एक उपलब्धि नहीं, बल्कि राष्ट्रीय कैंपों, सरकारी नौकरियों और दीर्घकालिक पहचान की संभावनाओं का रास्ता है।

पिता ठेला चालक, बेटी राष्ट्रीय खिलाड़ी

बिहार बालिका रग्बी टीम में खिलाड़ी सलोनी के पिता एक ठेला चालक हैं। ठेला चलाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं। बेटी को आगे बढ़ाने के लिए पिता बहुत मेहनत से पैसा कमाकर घर चला रहे हैं।

सलोनी अब गर्व से बताती हैं कि वह मलेशिया में हुए एशियन रग्बी चैंपियनशिप में भारत की अंडर-18 टीम की कप्तान रह चुकी हैं।

कभी रग्बी एक अनजाना खेल था

बिहार की स्वर्ण पदक विजेता टीम की 12 में से 10 खिलाड़ी अस्मिता लीग के जरिए तैयार हुई हैं। एक ऐसा जमीनी स्तर का आंदोलन, जिसने पिछले तीन वर्षों में बिहार में महिला खेलों की परिभाषा ही बदल दी है।

इन लड़कियों के लिए कभी रग्बी एक अनजाना खेल था, लेकिन आज यह उनकी पहचान बन चुका है। इसके दम पर आज ये लड़कियां नायिकाएं बन चुकी हैं।

अस्मिता लीग और प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं के बीच खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया के लिंग-तटस्थ मिशन का हिस्सा है।

इस प्रकार, भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय खेल महासंघों को क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर कई आयु समूहों में खेलो इंडिया महिला लीग आयोजित करने में सहायता करता है।

2021 में शुरू की गई अस्मिता लीग का उद्देश्य न केवल खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है, बल्कि पूरे भारत में नई प्रतिभाओं की पहचान के लिए एक मंच के रूप में लीग का उपयोग करना है।

यह भी पढ़ें-

Bihar News: ई-स्पोर्ट्स ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में किया ऐतिहासिक डेब्यू, बिहार बना चैम्पियन

Khelo India Youth Games: पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया था संकेत, बिहार ने यूथ गेम्स में कर दिखाया

Categories: Bihar News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar