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Mock Drill: मॉकड्रिल-ब्लैकआउट को लेकर सभी 6 जिलों के DM से मांगी गई रिपोर्ट, अब ये है सरकार का प्लान

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 7:58pm

राज्य ब्यूरो, पटना। गृह मंत्रालय के निर्देश पर राज्य के छह जिलों में की गई मॉकड्रिल का अनुमंडल स्तर पर विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा नए जिलों में भी मॉकड्रिल कराए जाने की योजना है।

इसके लिए बुधवार को हुई मॉकड्रिल और ब्लैकआउट की सेक्टरवार (क्षेत्रवार) समीक्षा की जाएगी। राज्य के नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय ने इस बाबत सभी छह जिलों के डीएम से बिंदुवार रिपोर्ट मांगी है।

इस रिपोर्ट के आधार पर नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) की तैयारियों को परखा जाएगा और कमियों की पहचान कर उसे दूर करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी।

बुधवार को होने वाले मॉकड्रिल को लेकर भी दिनभर पुलिस मुख्यालय से लेकर निदेशालय तक बैठकों का दौर चला।

गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुपालन को लेकर अधिकारी संबंधित जिलों के अधिकारियों से मॉकड्रिल की तैयारियों की रिपोर्ट लेते रहे।

शाम को होने वाले ब्लैकआउट को लेकर भी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। वरीय अधिकारियों के अनुसार, मॉकड्रिल और ब्लैकआउट को लेकर सभी छह जिलों के शहरी क्षेत्र को अलग-अलग सेक्टर में बांटा गया।

हर सेक्टर में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ होमगार्ड, अग्निशमन, सिविल डिफेंस, एनसीसी कैडेट आदि को लगाया गया।

हर सेक्टर से इस बात की रिपोर्ट मांगी गई है कि मॉकड्रिल में कितने कर्मी शामिल हुए, मॉकड्रिल एयर स्ट्राइक, बम निरोधक जैसे किन विषयों पर किया गया। 

इसमें जनता का रिस्पांस कैसा रहा, सबसे बेहतर सेक्टर और सबसे कमजोर सेक्टर कौन सा रहा, इन सारे बिंदुओं की रिपोर्ट की समीक्षा के आधार पर ही आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

12 हजार स्वयंसेवक है सिविल डिफेंस के

विभागीय अधिकारियों के अनुसार, राज्य में सिविल डिफेंस के करीब 12 हजार नए-पुराने स्वयंसेवक हैं। इन सदस्यों के माध्यम से स्कूल-कॉलेज से लेकर विभिन्न स्तरों पर नागरिकों को युद्ध जैसी स्थितियों से निबटने और बचाव का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इसके अलावा मॉकड्रिल में अग्निशमन, होमगार्ड, एनसीसी आदि की भी मदद ली जा रही है। यह प्रशिक्षण आगे भी जारी रहेगा।

हाल के वर्षों में नागरिक सुरक्षा निदेशालय की ओर से प्राय: भूकंप, अगलगी, बाढ़ जैसी आपदा को लेकर मॉकड्रिल अधिक की जाती थी मगर बदले हालात को देखते हुए युद्ध की िस्थति या एयर स्ट्राइक से बचाव को लेकर भी मॉकड्रिल की जाएगी।

मॉकड्रिल के माध्यम से नागरिक सुरक्षा की तैयारियों को परखा जा रहा है। इसके लिए 12 बिंदु तय किए गए हैं, जिसकी जिलावार समीक्षा की जाएगी। इस समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर कमजोरियों को दूर किया जाएगा और अपनी तैयारी मजबूत की जाएगी।- परेश सक्सेना, महानिदेशक सह आयुक्त, असैनिक सुरक्षा, बिहार

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पटना हाईकोर्ट का डॉक्टरों के लिए बड़ा फैसला, महिला चिकित्सकों के हक में लिया डिसीजन

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 7:54pm

विधि संवाददाता, पटना। महिला डॉक्टरों के अधिकारों को लेकर पटना हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पटना में कार्यरत डॉ. अतुलिका प्रकाश और डॉ. अल्का कुमारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया है कि उन्हें मातृत्व अवकाश की अवधि का अनुभव प्रमाणपत्र और उस अवधि का मानदेय तुरंत दिया जाए।

एमबीबीएस के बाद एमडी की पढ़ाई की थी पूरी

याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने एमबीबीएस के बाद एमडी (जनरल मेडिसिन) की पढ़ाई पूरी की और राज्य सरकार के साथ एक अनुबंध किया कि वे डिग्री पूरी करने के बाद तीन वर्षों तक बिहार सरकार की सेवा करेंगी।

सीनियर रेसिडेंट के रूप में दे रहीं सेवाएं

वे वर्तमान में एनएमसीएच में सीनियर रेसिडेंट के रूप में सेवाएं दे रही हैं। उनका कथन है कि 2022 में राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि मातृत्व अवकाश की अवधि को कार्यानुभव में नहीं जोड़ा जाएगा और उस अवधि का मानदेय भी नहीं दिया जाएगा।

अवकाश की अवधि को कार्य अनुभव में

इससे प्रभावित होकर याचिकाकर्ताओं ने हाईकोर्ट की शरण ली। याचिकाकर्ताओं के वरीय अधिवक्ता बिनोदानंद मिश्रा ने कोर्ट को बताया कि सरकार ने पहले ही 29 नवंबर 2022 को एक संशोधित आदेश जारी कर स्पष्ट किया था कि मातृत्व अवकाश की अवधि को कार्य अनुभव में गिनी जाएगी और मानदेय भी दिया जाएगा।

नहीं मिल रहा था आदेश के बाद लाभ

इसके बावजूद अभी तक याचिकाकर्ताओं को इसका लाभ नहीं मिला है। कोर्ट ने इस देरी को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वे तत्काल एनएमसीएच के प्राचार्य को आदेश देकर अनुभव प्रमाणपत्र जारी करवाएं। साथ ही राज्य सरकार को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने और अगली सुनवाई (24 जून 2025) से पहले अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है।

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Mock Drill: बजा सायरन और छा गया अंधेरा, सड़कों पर वाहन के पहिए रोक बिहार ने बताया, हम हैं तैयार

Dainik Jagran - May 7, 2025 - 7:35pm

जागरण संवाददाता, पटना। पहलगाम पहले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। मंगलवार की देर रात अपनी सेना के वीर जवानों ने बड़ी कार्रवाई की। भारत में हवाई हमलों से बचाव को लेकर बुधवार की शाम मॉकड्रिल की गई। पटना सहित बिहार के छह शहर अंधेरे में डूबे रहे। 

सचेत दिखे राजधानीवासी

पटना, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज और बेगूसराय में 6.58 मिनट पर सायरन गूंजा, जो सात बजे तक बजता रहा। इसके बाद सात बजे से लाइट काट दी गई। 7.10 तक पूरा शहर अंधेरे में रहा है। इससे हमने यह बताया कि शहर हवाई हमले के दौरान खुद को बचाने के लिए तैयार हैं। 

गाड़ियों की बंद कर दीं लाइटें

मॉकड्रिल के दौरान पटना में सड़कों पर वाहन रुक गए। लोगों ने गाड़ियों की लाइट बंद कर दी। बिजली कटने के बाद जिनके घरों में इनवर्टर था, उन्होंने भी लाइटें नहीं जलाईं। लोग सड़कों पर आए और सभी ने तिरंगा हाथ में लेकर जश्न मनाया। 

वंदे मातरम, भारत माता की जय

सायरन बजते ही नेहरुपथ में अंधेरा छा गया। न्यू सचिवालय, विश्ववेश्वरैया भवन की लाइटें बंद हो गईं। स्ट्रीट लाइट बंद होने से नेहरूपथ अंधकार में डूब गया। अटल पथ ओवर ब्रिज भी अंधरे में दिखा। वाहन जहां थे वहीं थम गए। हड़ताली मोड़ वंदे मातरम, भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद से गूंज उठा। ब्लैकआउट का पूर्ण असर हड़ताली मोड़ के आसपास दिखाई दिया।  

विश्ववेशवरैया भवन की लाइटें बंद 

सबसे पहले विश्ववेशवरैया भवन की लाइटें बंद हुईं। उसके बाद न्यू सचिचालय की लाइट बंद हो गई। एक मिनट बाद स्ट्रीट लाइटें बंद हो गईं। टेकनिकल भवन के अंदर थोड़ी देर बाद बिजली बंद हुई। शुरुआती दौर में वाहन लाइट जलाकर चलते मिले। हड़ताली मोड़ पर बड़ी संख्या में लोग आ गए। वाहनों को बंद करा दिया। 7.10 बजे तक शहर अंधेरे में डूब गया। चारों तरफ देशभक्ति से ओतप्रोत नारे गूंजते रहे।

पटना जंक्शन पर सफल रहा ब्लैकआउट

राजधानी के पटना जंक्शन पर बुधवार की शाम ब्लैक आउट काफी सफल रहा। सायरन बजते ही पूरा स्टेशन परिसर में अंधेरा छा गया। उस दौरान स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों पर सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गई थी। हालांकि, इस दौरान ट्रेनों के परिचालन में कोई असुविधा नहीं हुई। ब्लैक आउट के बाद अपने निर्धारित समय पर राजधानी पटना जंक्शन से दिल्ली के लिए रवाना हुई। इसके पहले लोगों में असमंजस रहा। 

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