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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी डीएम को दी गई FLC ट्रेनिंग, कई दिग्गज अधिकारी भी रहे शामिल

Dainik Jagran - May 1, 2025 - 10:22am

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बुधवार को सभी जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों/ जिलाधिकारियों को ईवीएम एवं वीवीपैट की प्रथमस्तरीय जांच (एफएलसी) की जानकारी दी गई। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद सीइओ द्वारा राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।इस कार्यशाला की अध्यक्षता भारत निर्वाचन आयोग के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने की।

इस कार्यशाला में बिहार मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), बिहार विनोद सिंह गुंजियाल, प्रधान सचिव, भारत निर्वाचन आयोग अरविंद आनंद, सचिव मधुसूदन गुप्ता एवं इसीआइएल के वरीय उप महाप्रबंधक प्रकाश मंडल भी सम्मिलित हुए। कार्यशाला का उद्देश्य जिलों में चुनाव प्रक्रिया के निर्बाध संचालन के लिए तकनीकी और प्रशासनिक पहलुओं की जानकारी देना था।

इन विषयों की हुई ट्रेनिंग

प्रशिक्षण सत्र में एफएलसी प्रक्रिया, तकनीकी सुरक्षा उपायों, पीएफएलसीयू एवं एसएलयू के संचालन, हैंड्स-आन, अभ्यास तथा शंका समाधान सत्र का आयोजन किया गया। राज्य के सभी जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारियों, उप निर्वाचन अधिकारियों तथा एफएलसी सुपरवाइजर कार्यशाला में सम्मिलित हुए।

ईसीआईएल एवं भारत निर्वाचन आयोग के विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को ईवीएम प्रोटोकाल एवं कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी दी गई।

मनीष गर्ग ने अपने संबोधन में सभी अधिकारियों को चुनाव संबंधी तैयारियों को समयबद्ध, पारदर्शी एवं आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला स्तर पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ नियमित संवाद कायम रखने पर भी बल दिया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी दी जानकारी

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने एफएलसी को निर्वाचन प्रबंधन की एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया बताते हुए इसे अधिकारियों की तकनीकी दक्षता बढ़ाने में सहायक बताया। कार्यशाला के बाद उप निर्वाचन आयुक्त द्वारा राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी की गई।

इस अवसर पर बिहार निर्वाचन विभाग के अपर सचिव माधव कुमार सिंह, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी मिथिलेश कुमार साहू, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी अशोक प्रियदर्शी, ईवीएम नोडल अधिकारी धीरज कुमार, राज्य मीडिया नोडल अधिकारी कपिल शर्मा, अवर निर्वाचन अधिकारी शिखा सिन्हा एवं प्रियदर्शी पाल भी उपस्थित थे।

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Patna News: PMCH में नए अस्पताल के उद्घाटन की डेट फाइनल, मरीजों को मिलेंगी ये खास सुविधाएं

Dainik Jagran - May 1, 2025 - 8:30am

जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पीएमसीएच को विश्व का दूसरा सबसे बड़ा व अत्याधुनिक अस्पताल बनाने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना का फायदा अब आमजन को मिलने वाला है। पहले चरण के चार में से दो टावर का निर्माण पूरा हो चुका है और चिकित्सकीय उपकरणों से काफी हदतक सुसज्जित किया जा चुका है।

तीन मई की शाम चार बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय इसका लोकार्पण करेंगे। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य सचिव मनोज कुमार सिंह, बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार सिंह, आप्त सचिव अमिताभ सिंह आदि ने उद्घाटन पूर्व तैयारियों का निरीक्षण किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने वाहनों के प्रवेश व पार्किंग समेत उत्कृष्ट सुविधा की बाबत अधिकारियों को कई निर्देश दिए। इसके पूर्व मंगलवार को भी अपर मुख्य सचिव व अन्य पदाधिकारियों ने घंटों निरीक्षण कर निर्माण कंपनी व अस्पताल पदाधिकारियों को कई निर्देश दिए थे।

बताते चलें कि 2250 बेड के पहले चरण में से अभी दो टावर के 1050 बेड व 27 माड्युलर आपरेशन थिएटर पर ही इलाज कार्य होगा। चंद माह बाद पांच सौ और फिर शेष 700 बेड पर मरीजों को भर्ती किया जाएगा।

गरीबों को कॉरपोरेट जैसा उपचार मिलेगा निशुल्क 

पीएमसीएच प्रदेश ही नहीं आसपास के राज्यों के गरीबों का भी विश्वास का केंद्र है। यहां सभी जांच व इलाज कार्य निशुल्क किया जाता है।

निर्माण कार्य के कारण पूर्व के 1750 बेड में से बहुत पर इलाज बंद हो गया है। प्रथम चरण के दो टावर के 1050 बेड व 27 अत्याधुनिक आपरेशन थिएटर शुरू होने से अब रोगियों को जटिल सर्जरी के लिए बड़े निजी हास्पिटल या दिल्ली-मुंबई नहीं जाना होगा।

इन ऑपरेशन थिएटर को आपरेटिंग माइक्रोस्कोप, एलईटी लाइव व एडजस्टेबल टेबल, स्टरलाइजेशन समेत तमाम सर्जिकल उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। करीब 80 प्रतिशत उपकरणों लगाए जा चुके हैं।

एमआरआइ, अल्ट्रासाउंड व सिटी स्कैन की वेटिंग होगी खत्म 

नए भवन में एक एमआरआइ, दो अल्ट्रासाउंड, एक सीटी स्कैन, थ्री-डी कलर डाप्लर, डिजिटिल एक्स-रे व एक मैमोग्राफी समेत अन्य रेडियोलाजी उपकरण स्थापित किए गए हैं। इनके लगने से अब पीएमसीएच में एमआरआइ, अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन जांच के लिए वेटिंग काफी हद तक कम हो जाएगी।

दिल्ली एम्स की तर्ज पर पीएमसीएच में नई एमआरआइ मशीन की खरीदारी एलएनटी कंपनी ने ही की है। जल्द टूटेंगे हथुआ वार्ड-ईएनटी, दूसरे चरण का शुरू होगा कार्य : पीएमसीएच को विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनाने का कार्य तीन चरण में पूरा किया जाना है।

इसके बाद यहां कुल 5462 बेड हो जाएंगे। इस पर कुल 5460 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इनमें से 764.3 करोड़ रुपये के सिर्फ मेडिकल उपकरण लगाए जाएंगे। पहले चरण में बनने वाले चार टावर में 309 करोड़, दूसरे चरण में 237.4 और तीसरे धरण में 197 करोड़ रुपये के मेडिकल उपकरण लगाए जाएंगे 

तीन मई से नए भवन में मिलेंगी ये सुविधाएं 
  • 1050 बेड में ईएनटी यानी नाक-कान व गला विभाग, शिशु, जनरल मेडिसिन, स्त्री एवं प्रसूति रोग, जेरियाट्रिक, पीएसएम, नेत्र रोग की ओपीडी व इन विभागों की इमरजेंसी। 
  • ओपीडी में मिलेगी ईको, आडियोमेट्री, कान के पर्दे का स्कैन करने वाली बेरा स्कैन
  • आंख की जांच के लिए आटो रिप्रेक्टर, नान कनेक्ट टोनोमीटर, ईसीजी, होल्टर मशीन से जांच सुविधा।  
  • 65 आइसीयू बेड -44 पोस्ट आइसीयू बेड- 10 डीलक्स व 100 प्राइवेट व दो सुइट रूम। 
  • 160 करोड़ से 10 विभागों की ओपीडी व इमरजेंसी के लिए चिकित्सकीय उपकरण मंगाए गए हैं। 
  • छत पर हेलिकाप्टर उतरने की होगी सुविधा।

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Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापक की पावर घटी, अब इस जिम्मेदारी से किए गए मुक्त

Dainik Jagran - May 1, 2025 - 8:14am

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार के सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना के संचालन में बदलाव होगा। प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक की जगह किसी अन्य शिक्षकों को मध्याह्न भोजन योजना के संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी।

इस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिलों को निर्देश जारी किया गया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के निर्देश के मुताबिक पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक जिला के एक-एक प्रखंड के स्कूलों में यह व्यवस्था 13 मई से 13 जून तक लागू की जाएगी।

योजना की समीक्षा के बाद इसे सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा

पायलट प्रोजेक्ट के तहत संचालित इस योजना की समीक्षा के बाद इसे अन्य सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा। पायलट पोजेक्ट वाले स्कूलों में प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक एमडीएम संचालन से पूर्णत अलग रहेंगे। इनका मुख्य कार्य विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों का सुचारू संचालन रहेगा।

एक घंटे बाद ही बच्चों की उपस्थिति का फोटोग्राफ लिया जाएगा

मध्याह्न भोजन योजना के प्रभारी शिक्षक विद्यालय प्रारंभ होने के एक घंटे बाद ही बच्चों की उपस्थिति का फोटोग्राफ लेंगे। बच्चों की संख्या के अनुरूप मध्याह्न भोजन बनाने के लिए खाद्यान्न एवं अन्य सामग्री रसोइया को उपलब्ध कराएंगे और मध्याह्न भोजन की तैयारी का अनुश्रवण करेंगे।

एमडीएम के प्रभारी शिक्षक प्रतिदिन मध्याह्न भोजन योजना से लाभान्वित बच्चों का मध्याह्न भोजन ग्रहण करते हुए फोटो लेंगे और इसे तिथिवार संधारित रखेंगे। एमडीएम प्रभारी शिक्षक से प्रत्येक दिन केवल तीन घंटे ही अध्यापन का कार्य लिया जाएगा, ताकि एमडीएम की गुणवत्ता और संचालन व्यवस्था सुदृढ़ की जा सके।

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